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भारत-पाकिस्तान जंग की मौजूदा स्थिति

बिस्मिल्लाह रहमा रहीम। अस्सलाम वालेकुम। इस वक्त जंग की सुरते हाल यह है कि किसी भी लम्हे इंडिया और पाकिस्तान की जंग छिड़ने वाली है। और यह स्ट्राइक तक नहीं रहेगा। यह बड़ी जंग होगी। सिनेरियो यहां पर क्या हुआ है कि सऊदी अरब ने हंगामी बेसिस पर इस वक्त एक पैगाम जारी किया है और उसमें इंडिया और पाकिस्तान को मना किया है कि किसी सूरत आपने जंग नहीं करनी। और दोनों मलिक लड़ाई से परहेज करें, डीएस्केलेट करें मामला और अपने जितने भी इश्यूज हैं उनको बातचीत के जरिए हल करें। क्योंकि इस सुरते हाल में दोनों अच्छे नेबर्स की निशानी होती है कि अमन के साथ रहें। उन्होंने कहा है कि इस सुरते हाल में बेहतर यह है कि इस यानी दोनों मुलिक के और ख्ते के लोगों के लिए सबसे बेहतर चीज है कि आप ये जंग ना करें। अब जाहिर सी बात है जब सऊदी अरब ने यह बात की है मोहम्मद बिन सलमान की जानिब से पैगाम आया है तो आप यह समझ ले कि यह जो एफर्ट थी उनकी बैक एंड के ऊपर वो कोशिश कर रहे थे इंडिया को कि किसी तरह डीएस्केलेट करें मामला इंडिया ने बात नहीं सुनी अब उन्होंने ओपनली कह दिया है कि यार ये आप लोग लाखों लोग मर जाएंगे पाकिस्तान की फोर्सेस बॉर्डर पर आई हैं इंडिया की फोर्सेस बॉर्डर पर आई हैं। आप एक दूसरे के साथ जंग करेंगे। देखिए सबसे पहली बात है पाकिस्तान तो जंग नहीं कर रहा। ये तो आप ज़हन में रखिएगा। हमने तो अभी तक कहा ही नहीं है कि हम स्ट्राइक करेंगे। हमने तो सिर्फ कहा रिटेलिएट करेंगे। तो रिटेलिएट का मतलब ये होता है कि आप पर जब हमला हो तो जाहिर सी बात है आपने तो जवाब देना है। इंडिया जंग करने के लिए जा रहा है। देखिए इंडिया ने सऊदी अरब को इंकार कर दिया है। उसने मिडिल ईस्ट के कंट्रीज को कर दिया है। यूरोप को कर दिया। सबको इंकार कर दिया। सवाल यहां सबसे बड़ा ये होता है कि इसके बाद क्या होगा? सबसे बड़ा क्वेश्चन है डॉन्ड ट्रंप का कि डॉन्ड ट्रंप इस वक्त क्यों पुरसकून बैठे हैं? आप सोचें सऊदी अरब इस वक्त परेशान है। मिडिल ईस्ट की कंट्रीज परेशान है। अफगानिस्तान भी परेशान है। चाइना अपसेट है। रूस अपसेट है कि रूस ने ओपनली कहा है। आप बताएं जब इतने मालिक अपसेट है तो डोनाल्ड ट्रंप कि सुकून से बैठा हुआ है। वो किन शहरों के तबाह होने का इंतजार कर रहा है कि उसके बाद उसने इंटरवीन करना है। आपको अगर ट्रंप की गेम समझ नहीं आएगी तो आप इस लेवल पर आगे नहीं जा सकते कि हम कैसे इसको समझे। कैसे यह सारा मामला हो रहा है? देखिए, डॉनल्ड ट्रंप का जहां तक मामला है, आप यह चीज समझ लें कि डॉनल्ड ट्रंप ने अपनी किताब द आर्ट ऑफ द डील में बड़ा क्लियरली उसने कहा था कि मैं बेहतरीन निगोशिएटर हूं। आपको पता है कि दो दिन पहले डॉनल्ड ट्रंप ने क्या कहा? उसने कहा अमेरिका और पूरी दुनिया मेरी मर्जी से चल रही है। यह स्टेटमेंट बहुत बड़ी है। बहुत बड़ी स्टेटमेंट है। इसका मतलब है गजा की जंग भी उसकी मर्जी से है। इसका मतलब ईरान वाला मामला भी उसकी मर्जी से है और इसका मतलब है कि इंडिया और पाकिस्तान की जंग भी उसकी मर्जी से है। अब ये कैसे? देखिए ट्रंप कब इंटरवीन करना चाहता है। आपको क्या लगता है कि जब सारे मालिक बैक एंड पर ओपनली कह रहे हैं सऊदी अरब से लेकर कतर से लेकर यानी आप सोच ले तुर्की से लेकर चाइना रशिया सारे कह रहे हैं कि यार जंग ना करें, जंग ना करें, जंग ना करें। तो आप बताएं कि डॉन्ड ट्रंप कहता है कि मेरी तरफ से जो मर्जी करें, मैंने बीच में पढ़ना ही नहीं। क्यों? डॉनल्ड ट्रंप यह चाह रहा है कि इंडिया और पाकिस्तान की जंग हो जाए। और दोनों एक दूसरे के कम से कम भी पांच से छह शहरों पर बमबारी करें। बड़े लेवल की तबाही कर दें। फिर उसके बाद जिसका पलड़ा कम भारी होगा या ज्यादा भारी होगा। मैं देखकर चूज़ करूंगा कि मैं क्या करूंगा। देखिए इसके बाद ज़हन में रखिएगा तबाही तो दोनों साइड पर होगी। फिर वो देखेगा कि ज्यादा नुकसान किसका है? कम ज्यादा नुकसान किसका है। वो पाकिस्तान को कहेगा कि मैं जंग बंद करवाता हूं इंडिया से। लेकिन शरायत रखेगा कि ये ये बातें तुम्हें माननी पड़ेगी। फिर वो इंडिया से कहेगा अगर इंडिया का नुकसान होता है या इंडिया का मामला होता है कि ठीक है मैं जंग बंद करवाऊंगा फिर सेविंग भी दिलवाऊंगा। लेकिन मेरी ये शरायत है और शरायत आपको पता है क्या है? डॉन्ड ट्रंप ने इंडिया से तो खासतौर पर चाइना के हवाले से कहना और बहुत सारी शरायत हैं जो पाकिस्तान के सामने वो रखेगा जो इंडिया के सामने रखेगा। उसका प्लान यह है कि जब तबाही बड़े पैमाने पर हो जाए तब मैं करूं इंटरवीन और मैं दो तरह का काम करूं। एक तो मैं क्रेडिट ले लूं कि दुनिया के अंदर डॉन्ड ट्रंप से बड़ा पीस मेकर कोई नहीं है। जहां जंग होती है डॉन ट्रंप वहां सुलह करवाता है। वो पहले नहीं जंग रुकवाने से पहले नहीं करवा रहा। वो चाह रहा है कि जंग होने के बाद करें। हो सकता है कि छोटी-मोटी कोई स्टेटमेंट आ जाए वाइट हाउस की जानिब से इससे ज्यादा कुछ नहीं होगा। वो इंडिया से भी नेगोशिएट करना चाहता है चाइना के खिलाफ और पाकिस्तान से भी नेगोशिएट करना चाहता है। लेकिन वो अपनी शरायत पर करेगा। ये आप जेहन में रखिएगा। वो चाह रहा है कि आपस में लड़े तबाही हो, बर्बादी हो। देन उसके बाद मैं इंटरवीन करूं और ये मामला सामने आए। अब आप सोचें कि जब ये सारी सुरते हाल हो रही है तो इंडिया में क्या हो रहा है? जितने इंडिया के अंदर बड़े-बड़े बिलियर्स हैं, उन्होंने इंडिया छोड़ दिया है। अब आप सोचेंगे कि इतने बड़े-बड़े बिलियनर्स ने अचानक इंडिया क्यों छोड़ दिया? उसकी सबसे बड़ी रीजन यह है कि उन्होंने इंडिया इसलिए छोड़ा है कि किसी को नहीं पता। बड़े-बड़े मलिक कोई मिडिल ईस्ट चला गया है, कोई यूरोप चला गया है, कोई बर्तनानिया चला गया है, कोई अमेरिका चला गया है। अब बहुत सारे लोग उन्होंने अपना पैसा भी इंडिया से बाहर मुंतकिल कर दिया और बड़े-बड़े बिलियर्स चार्टर्ड तैयारों में निकल गए हैं। क्योंकि जंग जब तक स्टेबिलिटी नहीं होती, उनको नहीं पता कि यार हमारे मुल्क में क्या होगा, पाकिस्तान में क्या होगा। क्योंकि देखिए आप इस बात को समझे। मोदी ने मीटिंग के अंदर एयर चीफ, नेबरवल चीफ और आर्मी चीफ उसको फ्री हैंड दिया है और कहा है कि आप जो करना चाहते हैं करें पाकिस्तान से ऑपरेशन करें, मारे, तबाही करें, बर्बादी करें। जो करना है आप करें। हम आपको सपोर्ट करेंगे। जिस हद तक भी जाना मेरे गोल्स हैं। मुझे आजाद कश्मीर चाहिए। मुझे पाकिस्तान की तबाही चाहिए। मुझे उनके ठिकानों पर बमबारी चाहिए। बाकी मैं डिप्लोमेटिक सतह पर संभाल लूंगा। लेकिन आप जो मर्जी करें। तो इस सुरते हाल के अंदर जब ऐसा मामला हो गया है तो आप यह सोचें सारी दुनिया को पता चल गया है कि जंग छिड़ने वाली है और ये सब कुछ कंट्रोल से बाहर है। इसीलिए सारे ओपनली पहले तो देखिए बैक एंड पर बहुत सारे मलिक इनको रोक रहे हैं। ये रुक नहीं पा रहे। पाकिस्तान को पता है इस वक्त क्या सुरते हाल है। इंडिया ने बड़ी लंबी जंग करनी है और ये डिसाइसिव फाइनल वॉर है। देखिए दो चीजें आप समझ रहे हैं। बिलियनर्स जो हैं वो ये देख रहे हैं कि अगर हालात ठीक होते हैं देन हम वतन में वापस आएंगे। उनको तो नहीं मारना लेकिन वो किसी और कंट्री में बैठकर देखना चाहते हैं कि मामलात क्या है? तबाही क्या है? उसके बाद जब हालात स्टेबल होंगे तो वापस आएंगे। 2019 में भी हुआ था। लेकिन इस दफा इंडिया के अंदर बड़े बिलियर्स रातोंरात चार्टर तैयार करवा कर निकल गए हैं। सो यह तारीख में पहले कभी भी नहीं हुआ। अब उसके बाद जो असल मसला है वो इंडिया ने यहां पर रुकना नहीं है। यह बात आप ज़हन में रखिएगा। इंडिया ने भरपूर तैयारी कर ली है। उसने कह दिया है कि मैं किसी सूरत नहीं रुकूंगा। देखिए कुवैत के फॉरेन मिनिस्टर से जयशंकर बात कर रहे हैं। रशिया के फॉरेन मिनिस्टर से बात कर रहे हैं। आप मिडिल ईस्ट की कंट्री से इस वक्त कम से कम 2025 फॉरेन मिनिस्टर की कॉल जा चुकी है। और आप यह सोचें कि हर कोई इनको कह रहा है कि आप यह काम करें। आप यह काम करें और उससे भी बढ़कर सुरते हाल यह है कि कुछ मालिक ने आना था। उनके प्रेसिडेंट ने कहा है कि हम आकर अर्जेंट बेसिस पर मोदी से मुलाकात करते हैं और उसको कहते हैं कि रुके। देखिए हमें कोई नहीं कह रहा। और आप यह बात समझ लें। हमें कोई नहीं कह रहा कि आप जंग ना करें। हमें सिर्फ वैसे कहा जा रहा है कि आप दोनों ठंडे रह। ओपनली तो वो सारे इंडिया को कह रहे हैं कि यार आप जंग ना करें। आप सशन करें। और मजे की बात आप यह देखिए। इंडिया को यह भी कहा जा रहा है कि आप को अगर तहकीकात के लिए थर्ड कंट्री किसी भी चाहिए। हम चाहते हैं कि उसमें हम पार्टिसिपेट करें। आपको इंडिपेंडेंट इन्वेस्टिगेशन करवाएं। इंडिपेंडेंट इन्वेस्टिगेशन तो इंडिया चाहता ही नहीं है। वरना सबसे पहला तो जवाब आपको ये देना पड़ेगा। और भाई आपके यहां पर 4 मिनट से 5 मिनट के अंदर फौज ने आना था। वो 22 से 25 मिनट के बाद क्यों आई? पुलिस क्यों लेट आई है? और उसके बाद वहां से सिक्योरिटी कैसे पहले हटा ली गई थी? इसका जवाब कोई देने को तैयार नहीं। सबसे पहले उंगलियां तो इन पर उठेंग। आप दुनिया को बाद में कहेंगे ना कि फलाना मामला देखिए इस सारी सुरते हाल में इंडिया यह चाह रहा है कि जिस तरह इजराइल की बात सारी दुनिया ने मानी थी हमारी भी सारी बात मानेंगे और इसराइल बैक करेगा उनको। आप आज यह बात लिख कर रख लें। हकीकत टीवी की यह बात आप अच्छी तरह समझ लें। यह जंग छिड़ी तो इस जंग के नतीजे में जो भी तबाही हो दुनिया की 90 फीसद आबादी इंडिया के साथ खड़ी होगी। उनके मफादात है उनके साथ। उनका बिजनेस है, ट्रेड है। ट्रंप भी यही चाह रहा है कि भाई मुझे पाकिस्तान क्या दे सकता है? मुझे इंडिया दे सकता है। इंडिया के अंदर मामलात हो सकते हैं। उनके पास पैसा है। उनकी ताकत है। उनकी मशत है। वो दे सकते हैं। मुझे पाकिस्तान क्या दे सकता है? तो इंडिया ने याद रखिएगा वो प्लान क्या बनाकर बैठे हैं कि जब हम जंग करें तो जंग के बाद जो सुरते हाल पेश आए उसमें हमारा पलड़ा भारी कैसे हो? हम दुनिया को यह बताएं कि भाई हमें आप यह कश्मीर या फलाना लेकर दें और उसके बाद लॉबिंग फार्म और इसराइल उसमें सबसे पहले सपोर्ट करेगा। इजराइल तो चाहता ही यही है कि मामला हो ताकि हमें जवाब मिल सके कि हम भी गजा और ये तमाम चीजें लेना चाहते हैं। तो यह बात आप ज़हन में रखिएगा। देखिए जहां तक बात है कि अहले नजर क्या कहते हैं? अहले नजर इस जंग को देख रहे हैं और इस सुरते हाल में दो तरह की राय पाई जाती है। एक राय यह है कि इस जंग के नतीजे में अगर तो कौम यानी मामलात देखिए पाकिस्तान में सिर्फ ठट्ठे मारे जा रहे हैं। ये बात आप ज़हन में रखिए। मजाक उड़ाया जा रहा है। मीम्स बन रही हैं। हमें अंदाजा नहीं है जंग कितनी सीरियस है। सऊदी अरब को अंदाजा है। कतर को अंदाजा है। तुर्की को अंदाजा है। चाइना को अंदाजा है। रशिया को अंदाजा है। इन सब मालिक को पता है। हम मीम्स बना रहे हैं, वीडियोस बना रहे हैं। कि फलाना हो जाएगा। आपको पता नहीं है लाखों लोग मर जाएंगे और कितनी बड़ी जंग होने वाली है। सो लिहाजा इस सुरते हाल के अंदर अह पहलेले नजर ये समझते हैं कि अगर इस जंग के नतीजे में कौम के अंदर बिगाड़ पैदा होता है तो फिर आप भूल जाए कि यह उसके बाद की सुरते हाल फिजिबल रहेगी। फिर ख्ते के लिए तो तबाही होगी। तो जब कोई कौम अल्लाह की नाराजगी मोड़ लेती है उनके लिए भी तबाही होती है। बहरहाल इस सारी सुरते हाल में इंडिया ने फैसला कर लिया है। उसने सबको कह दिया है। हमने किसी की बात नहीं मानी, नहीं मानी। हमने यह जंग करनी है और इस सुरते हाल के अंदर कोई दूसरी राय सामने नहीं आएगी। हकीकत टीवी को सब्सक्राइब करना मत भूलें। वीडियो को लाइक करें, शेयर करें और कमेंट सेक्शन में अपनी राय का इजहार जरूर करें।