नमस्कार प्यारे दोस्तों स्वागत है आप सभी का आपके अपने यू चैनल पर मेरा नाम है संदीप जनी अ वेरी गुड इवनिंग टू ऑल ऑफ यू दोस्तों एक नया सब्जेक्ट शुरू करने जा रहे हैं हम जिसका नाम है सर्वेइंग आप सभी को पता है कि अगर आप कोई भी एग्जाम स्पेशली जेईई एग्जाम सिविल इंजीनियरिंग के आप अगर जेईई एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो सर्वेइंग आज के समय सबसे ज्यादा वेटेज का सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंस का सब्जेक्ट है तो इसे हम सबसे पहले ही यहां पर स्टार्ट करेंगे हमारी youtube2 एग्जाम्स के लिए दिस इज आवर फर्स्ट सेशन ऑफ दिस सीरीज तो दोस्तों आप सभी को मेरा नमस्कार सभी को गुड इवनिंग अ वेरी गुड इवनिंग टू ऑल ऑफ यू सभी को नमस्कार सभी को गुड इवनिंग चलिए दोस्तों हमारी जर्नी को स्टार्ट किया जाए अगर आप इस य चैनल पर नए हैं तो सब्सक्राइब कर सकते हैं अपने दोस्तों के साथ भी आप इसे शेयर कर सकते हैं साथ ही साथ में अगर आपने अभी तक अपनी ऐप को इंस्टॉल नहीं किया तो वह भी इंस्टॉल कर सकते हैं youtube3 साथ में टेलीग्राम चैनल जरूर जवाइन कर लीजिएगा जिससे कि मुझे अगर आप तक कोई भी अपडेट पहुंचा है नोटिफिकेशन कुछ देना है कोई पीडीएफ शेयर करनी है कंटेंट शेयर करना है तो वह आपको यहां पर मिल जाएगा ऐप के ऊपर अभी एनवायरमेंट इंजीनियरिंग आज से हमने शुरू किया है इंपॉर्टेंस क्या है सब्जेक्ट की इंपॉर्टेंस समझने से पहले सर्वे वर्ड का ही मीनिंग समझ लेते हैं पहले कि अगर आपको अपने एग्जाम के लिए तैयारी करनी होगी तो आपको एक छोटा सा सर्वे करना होता है आपको जानना होगा उस एग्जाम का स्केड्यूल उस एग्जाम का सिलेबस क्या है क्या आपको पढ़ना है फिर आपको उसके लिए कंटेंट क्या चाहिए स्टडी मटेरियल आपकी बुक्स चाहिए होती है आपको फिर आप कैसे पढ़ेंगे ऑनलाइन पढ़ेंगे ऑफलाइन पढ़ेंगे तो उसके बारे में आप थोड़ा सर्वे करते हैं कि आपके लिए क्या सूटेबल बैठता है क्या आपको बेस्ट कंटेंट कहां से मिल सकता है फिर उसके बाद आप उसे पढ़ते हैं फिर उसके बाद आप उसका थोड़ा रिवीजन करते हैं फिर आप अपने नॉलेज को टेस्ट करते हैं तो यह सब इन सब चीजों का भी तो आप एक सर्वे करते हैं ना आप उसके बारे में इंफॉर्मेशन जुटा हैं तो इसी तरह से सर्वेइंग क्या है इंजीनियरिंग के एस्पेक्ट से सर्वेइंग हर ब्रांच के अंदर हो सकती है सिविल इंजीनियरिंग के अंदर पर्टिकुलर अगर हम देखें तो कोई भी इंफ्रास्ट्रक्चर जब हम बिल्ड करने जाएंगे तो उससे पहले हमें सर्वे करना ही पड़ेगा सबसे पहला अगला स्टेप जो होगा वो हमारा क्या होगा सर्वेइंग ही होगा सर्वे ही करना होगा फिलहाल यह सब बातें मैं आपको जो बता रहा हूं यह भी इंपॉर्टेंट है कि अगर आप कोई भी एग्जाम जो 2024 में होने वाला है इसके लिए आप तैयारी कर रहे हैं तो अपना स्टडी मटेरियल लिमिटेड रखिएगा पहले से सोर्स कर लीजिए क्या पढ़ना है कितना पढ़ना है यह आपको पता हो उसी मटेरियल पर अच्छे से फोकस करना है उसको मल्टीपल टाइम्स रिवाइज करना है हर जब हर सब्जेक्ट के शॉर्ट नोट्स बनाने हैं डेली बेसिस के ऊपर हर सब्जेक्ट का मतलब जो आपने शॉर्ट नोट्स बनाया तो 12 सिविल के टेक्निकल सब्जेक्ट मान लीजिए आप तो 12 सब्जेक्ट में से हर दिन एक सब्जेक्ट उठाना है और उसके शॉर्ट नोट्स डेली रिवाइज कर लेने हैं कि सुबह आपको हार्डली आधा घंटा एक घंटा लगेगा उस सब्जेक्ट के शॉर्ट नोट्स देखने में अगर यह टास्क आप रिपीट करते रहेंगे तो हर 12 दिन में आपका एक सब्जेक्ट रिवाइज हो जाएगा अगेन रिपीट करेंगे आप तो टिल एग्जाम शॉर्ट नोट में लिखे हुए ऑल इंपॉर्टेंट टास्क आपको बहुत ही अच्छे से आ जाएंगे टॉपिक प चलते हैं सर्वेइंग का इंपॉर्टेंस हमारे सिविल इंजीनियरिंग के एस्पेक्ट से कोई भी प्रोजेक्ट अगर शुरू होगा आप बिल्डिंग बनाने जा रहे हैं तो उस बिल्डिंग को कंस्ट्रक्ट करने से पहले उस एरिया का सर्वे करना पड़ेगा आपको सोइल के बारे में स सर्वे करना पड़ेगा मटेरियल के बारे में सर्वे करना पड़ेगा वर्कमैनशिप के बारे में करना पड़ेगा सिमिलर इज द केस ऑफ डम्स डैम कंस्ट्रक्ट करना है तो आप पूरे इकोलॉजी के बारे में पढ़ेंगे कितना वाटर स्टोर होने वाला है कितना वहां पर हम उस डैम के क्या-क्या यूसेज हैं उनसे रिलेटेड हाईवे अगर आपका कंस्ट्रक्ट करेंगे तो हाईवे से पहले उसके अलाइन मेंट के बारे में रेलवे अगर है तो उसके भी अलाइन मेंट के बारे में उनके कंस्ट्रक्शंस के बारे में कहां से कहां कनेक्टिविटी देनी है उनके बारे में ब्रिज बनाना है तो ब्रिज के लिए भी आप यहां भी सर्वे करेंगे हाइड्रोलॉजिकल सर्वे करेंगे ब्रिज के ऊपर से कितना लोड जाएगा उसके बारे में सर्वे करेंगे कैनाल बना रहे हैं तो कितना आपका कमांड एरिया होना चाहिए कहां-कहां तक आपको सप्लाई करना है टाइप ऑफ कैनाल क्या है इन सब के बारे में भी आप जानकारी देंगे टनल्स बनानी है टनल्स के केस में भी आप कोई वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट बना रहे हैं या फिर वाटर ट्रीटमेंट के जो कोई प्रोजेक्ट्स अगर बना रहे हैं तो हर केस में आपको सर्वे तो करना ही पड़ेगा सो दैट इज अबाउट द सब्जेक्ट कि इसका इंपॉर्टेंस क्या है हमारे पॉइंट ऑफ व्यू से हम बात करें तो आपको सर्वे के अंदर मेजरमेंट्स चाहे वो लीनियर मेजरमेंट्स हो एंगुलर मेजरमेंट्स हो हॉरिजॉन्टल प्लेन में हो वर्टिकल प्लेन में हो ये सब पढ़ने हैं इनसे एसोसिएटेड इंस्ट्रूमेंट्स पढ़ने हैं एरिया कैलकुलेशन वॉल्यूम कैलकुलेशन यह सब आपको देखने हैं एंगल मेजरमेंट्स यह आपको देखने हैं मेरिडियन डायरेक्शंस और उनसे एसोसिएटेड जो टॉपिक्स हैं वो आपको आने चाहिए एज अ सिविल इंजीनियर या फिर एज एन एस्पिर टू वेरियस सिविल इंजीनियरिंग कॉम्पिटेटिव एग्जाम्स फंडामेंटल्स ऑफ सर्वेइंग के अंदर हम क्या-क्या देखेंगे डिस्टेंस अगर हमें मेजर करना है कोई भी दो पॉइंट्स के बीच में अब व हॉरिजॉन्टल भी हो सकता है वर्टिकल भी हो सकता है इनलाइन भी हो सकता है कोई भी दो पॉइंट्स की रिलेटिव पोजीशन हमें बतानी है बेसिकली तो उसके लिए हमें सर्वेइंग की जरूरत पड़ेगी तो सर्वे क्या है इट इज एन आर्ट एंड साइंस टू फाइंड आउट द रिलेटिव पोजीशन ऑफ पॉइंट्स पॉइंट ए पॉइंट बी के रिस्पेक्ट में कहां पर एजिस्ट करता है 10 किमी नॉर्थ साइड में एजिस्ट करता है या फिर 100 मीटर अबब एजिस्ट करता है मीन सी लेवल से इतनी हाइट पे एजिस्ट कर रहा है एंड सो ऑन तो हम पोजीशन बताने की कोशिश कर रहे हैं बेसिकली यहां पर अब फिर उसको हम रिप्रेजेंट करते हैं अगर सिंपली आपने उसे बता दिया कि 10 किमी दूर है एक दूसरे से ये तो आपने उसे न्यूमेरिकली एक्सप्रेस किया आपने ग्राफ पे प्लॉट किया तो ग्राफिकली ये एक्सप्रेस हो गया सो हमारे सर्वेइंग के ऑब्जेक्टिव्स में क्या-क्या आते हैं रिलेटिव पोजीशंस ऑफ पॉइंट्स बताते हैं हम टू मार्क और लेआउट प्रपोज्ड स्ट्रक्चर ऑन द ग्राउंड कहां पर आपका स्ट्रक्चर बनने वाला है वो लेआउट आप पूरा सेट करते हैं आपको क्वांटिटीज कैलकुलेट करनी हो सकती है एरिया एंड वॉल्यूम की तो ये सब हम उसके अंदर देखते हैं न्यूमेरिकल वेज में आप कैसे-कैसे रिप्रेजेंट कर सकते हैं जैसे अभी-अभी हमने डिस्कस किया कि आपने कोई लेंथ मेजर करके बता दी कि 100 एंड 100 किलोमीटर न्यूमेरिकली हम ने रिप्रेजेंट कर दिया ग्राफिकली अगर आपको रिप्रेजेंट करना है तो आप उसे स्केल डाउन करते हैं आपका एक्चुअल साइज लेट्स से आप कोई बिल्डिंग कंस्ट्रक्ट कर रहे थे वो 100 मीटर बा 100 मीटर के किसी प्लॉट के ऊपर आप कंस्ट्रक्ट कर रहे थे अब इतनी बड़ी ड्राइंग को इतने बड़े पेपर पे बना पाना पॉसिबल नहीं है तो आप उसके लिए स्केल यूज़ करते हैं आप कहते हैं कि मेरे ड्राइंग का 1 सेंटीमीटर फील्ड के 10 मीटर को रिप्रेजेंट करेगा तो आप अकॉर्डिंग स्केल डाउन कर सकते हैं उसको जैसे आपने देखा होगा अगर आप कोई मोबाइल है उस मोबाइल के अंदर इंटरनल उसके मदर बोर्ड पर देखेंगे उसके ऊपर जो सर्किट है उनको देखेंगे तो वह बहुत ही माइक्रो साइज के होते हैं बहुत ही छोटे साइज के होते हैं अब उनके लेवल के डायग्राम्स अगर बनाने बैठे तो वो नहीं बना पाएंगे आप इतने छोटे से पेपर के ऊपर और फिर इतना छोटा-छोटा डायग्राम नहीं बना पाएंगे तो उनको एनलार्जमेंट जो उस पट गुलर चिपसेट के ऊपर है उसे आप रिप्रेजेंट करें 1 सेंटीमीटर और सो ऑन तो उसे आप स्केल अप कर लेते हैं अगर आपके पास कोई प्रोजेक्ट है बिल्डिंग है जैसे हमारे सिविल इंजीनियरिंग के केस में कोई बिल्डिंग है अब उसे आपको क्या करना पड़ेगा उसके डायमेंशन स्केल के ऊपर कम लेने पड़ेंगे कि वन सेंटीमीटर ऑन ड्राइंग इज इक्वल टू 10 मीटर ऑफ द फील्ड तो इस तरह से हम स्केल का इस्तेमाल कर लेते हैं जब भी हम ग्राफिकल रिप्रेजेंटेशन लेते हैं तो ऑब्स सी बात है जब भी ग्राफिकल स्केल आएगा तो हम क्या कहेंगे कि अगर आपने यह बोला कि 1 सेंटीमीटर रिप्रेजेंट कर रहा है 1 मीटर को सो दैट सिंपली मींस 1 सेंटीमीटर डिवाइडेड बाय 1 मीटर और / 100 हो गया अगर आप यह बोल देते हैं कि 1 सेंटीमीटर ऑफ ड्राइंग रिप्रेजेंट्स 1 किलोमीटर ऑफ फीड तो इट मींस दैट 1 अपॉन पहले तो आपने 1 किलोमीटर को मीटर में कन्वर्ट किया फिर मीटर को सेंटीमीटर में कन्वर्ट किया तो वन अपॉन अ ह्यूज नंबर यह स्केल आपका छोटा हो जाएगा यह स्केल आपका बड़ा हो जाएगा इसे हम बोल देते हैं कि यह लार्ज स्केल है इसे हम बोल देते हैं कि यह स्मॉल स्केल है अब आपको 1 सेंटीमीटर इ ट 1 किमी कहां बनाने की जरूरत पड़ेगी कहां प्लॉट करने की जरूरत पड़ेगी जब लेट्स से आपको इस हाईवे है उस हाईवे को ड्राइंग पर प्लॉट करने की कोशिश कर रहे हैं तो उस केस में आपको यह छोटा स्केल लेना पड़ेगा 1 सेंटीमीटर को किलोमीटर्स के अंदर रिप्रेजेंट करना पड़ेगा ताकि आप उस ड्राइंग प उसे बना पाएं प्लान किस केस में यूज करेंगे जैसे कि कोई बिल्डिंग है कोई छोटा सा प्लॉट है उसे अगर आप ड्राइंग पर प्लॉट करना चाह रहे हैं तो उसके लिए हम प्लान बनाते हैं मैप कब बनाते हैं जब हमारा स्केल स्मॉल होता है अब क्या-क्या टर्म्स हम यूज करते हैं आज के सेशन के अंदर बिल्कुल जो फंडामेंटल्स हैं बिल्कुल बेसिक्स हैं उनके बारे में बात करेंगे वर्टिकल डिस्टेंस को हम किसके फॉर्म में रिप्रेजेंट करते हैं जब भी आपको वर्टिकल डिस्टेंस प्लॉट करने होते हैं तो उन के उनके लिए आप कंटूर मैप्स का यूज करते हैं कंटूर का यूज करते हैं वर्टिकल डिस्टेंस को प्लान पे या मैप पे आप शो करते हैं किसकी मदद से कंटूर्स की मदद से आप शो करते हैं किसी पर्टिकुलर पॉइंट का जैसे आप इस वक्त कहां पर प्रेजेंट हैं आप जहां पे खड़े हैं वो मेन सी लेवल से कितनी हाइट पर है उस पर्टिकुलर लोकेशन का अगर आप हाइट बताना चाह रहे हैं तो वो स्पॉट लेवल हो गया उस पर्टिकुलर स्पॉट का अगर आपको यह बताना है कि वो सारे पॉइंट्स जो एक सेम हाइट पे हैं उन्हें आप बताते हैं कंटूर्स की मदद से कंटूर्स को आप कुछ यूं समझ सकते सते हैं कि अर्थ के पैरेलल एक इमेजिनरी तलवार चला दीजिए आप अर्थ के सरफेस के पैरेलल एक इमेजिनरी तलवार चला दीजिए वो तलवार जिन पॉइंट्स को टच करती हुई जाएगी या कट करती हुई जाएगी वोह सारे के सारे पॉइंट्स एक सेम हाइट पर होंगे सेम एलिवेशन पर होंगे तो उन्हें हम बोल देते हैं कि वह कंटूर लाइन रिप्रेजेंट कर रही है उस लेवल को कंटूर्स आर इमेजिनरी लाइन जॉइनिंग द पॉइंट्स ऑफ इक्वल एलिवेशन ऑन पॉइंट्स ऑफ ऑन द अर्थ सरफेस स्पॉट लेवल होते हैं इंडिविजुअल एक पॉइंट पे कि आप अगर इस पर्टिकुलर पॉइंट पर जाकर खड़े हो गए तो इस पॉइंट का स्पॉट लेवल क्या है इस पर्टिकुलर पॉइंट का स्पॉट लेवल क्या है ठीक दोस्त लाइव ही चल रहा है अब आप अगर चाहते हैं कि मैं कुछ करके दिखाऊं लाइव सेशन है या नहीं है उसमें अभी समय व्यर्थ हमें नहीं करना चाहिए अभी आप पढ़ाई पर फोकस कीजिए ज्यादा समय हमें इस चीज के ऊपर ही देना है ज्यादा क्या सारा ही इसके ऊपर देना है तो इधर-उधर की घर-घर की बातें फिर कभी जब हमारे एग्जाम हो जाएंगे हमारे पास भरपूर समय होगा तब किया करेंगे नेक्स्ट कंटूर गिव्स बेटर विजुलाइजेशन ऑफ द एरिया कंटूर्स की जो ड्राइंग्स बनती है उनसे हमें एक आईडिया लग पाता है कि यह एरिया कैसा है फ्लैट ग्राउंड है माउंटेनियर रीजन है या वैली वाला रीजन है कैसा रीजन है केव कोई एजिस्ट कर रही है या फिर वहां पर कोई ऐसे कह लीजिए कोई वर्टिकल क्लिफ है ओवरहंग क्लिफ है तो किस तरह की टोपोग्राफी प्रेजेंट है वहां पर इसके बारे में भी हमें एक आईडिया लगता है अर्थ की शेप के ऊपर भी बहुत सारी रिसर्च की गई और उसके बारे में बहुत सारी जानकारियां दी गई हमें अलग-अलग नाम सजेस्ट किए गए जैसे कि शेप ऑफ अर्थ के बारे में सबसे पहले यह बोला गया कि अर्थ जो है यह स्लाइटली फ्लैट है पोल्स के ऊपर स्लाइटली फ्लैट है स्लाइटली फ्लैट होने का मतलब यहां से आप यह कह लीजिए कि यह वाला एक्सिस छोटा है पोलर एक्सेस जो है वो छोटा है एज कंपेयर टू इक्वेटोरियल एक्सेस इसके बीच का डिफरेंस कितना है वो है 43.5 किमी का 43.5 किमी पोलर एक्सिस छोटी है इक्वेटोरियल एक्सिस से अगर आपको यह भी जानकारी नहीं है तो मैं बिल्कुल बेसिक बेसिक वर्ड्स भी आपको बताता चलूंगा बस सुनते ध्यान से चले जाइए ध्यान से क्यों सुनना है ताकि उसका टाइम ना वेस्ट हो जो बहुत ध्यान से सुन रहा है है ना वीडियो है आप उसे पीछे करके भी देख सकते हैं अगर आपको रिपीट करना हो हो या एक बार में आप इतना ध्यान से नहीं सुनने के आदी हैं तो इसीलिए ध्यान से सुनने की आदत डालना शुरू कर दीजिएगा ये एक्सिस हमारी जो नॉर्थ पोल से साउथ पोल को कनेक्ट कर रही है पोलर एक्सिस इसे कहेंगे ये हमारी इक्वेटोरियल एक्सिस है इक्वेटोरियल एक्सिस थोड़ी सी बड़ी है एज कंपेयर टू पोलर एक्सेस पोलर एक्सेस छोटी है अर्थ जो है वो स्लाइटली फ्लैट है पोल्स के ऊपर इसीलिए हम इसे नाम दे देते हैं ऑब्लेट स्फेरॉइड ऑब्लेट स्फेरॉइड के अंदर भी यह चीज बोली जाती है है कि अगर हम कंपेयर करें आप पोलर एक्सिस के पैरेलल अगर इसे अर्थ को कट करके देखेंगे तो इक्वेटोरियल वाला रीजन जो है वो ज्यादा सर्कुलर लगेगा कंपैरिजन टू पोलर एक्सिस ये वाला रीजन आपको ज्यादा सर्कुलर लगेगा या यूं कह लीजिए माइनर एक्सिस को अगर आप देखेंगे माइनर एक्सिस के अबाउट अर्थ जो है वो एलिप्टिकल इन शेप दिखेगी और रिलेटिवली यहां पर इक्वेटोरियल रीजन के अंदर सर्कुलर लगेगी लद है इक्वेटोरियल रीजन के अंदर भी ये एलिप्टिकल शेप की इसीलिए इसे भी हम एलिप्सो इड नाम से जानते हैं इक्वेटोरियल सेक्शन जो है उसके अंदर है एलिप्टिकली शेप लेकिन अगर कंपैरेटिव करें हम कंपेयर करें तो यह वाला थोड़ा ज्यादा सर्कुलर हमें मिलता है इक्वेटोरियल सेक्शन जो है वो एलिप्टिकल इन इन शेप है तो इसीलिए इसे एलिप्सो इड भी कहा गया उसके बाद इसे एक नाम और भी देते हैं हम ओवेल इड ओवेल इड क्यों देते हैं क्योंकि ये एग जैसी शेप की होती है नॉर्दर्न हेमिस्फीयर जो ऊपर वाला है नॉर्थ वाला नदन हेमिस्फीयर यह थोड़ा छोटा है एज कंपेयर टू सदर्न हेमिस्फीयर सदर्न हेमिस्फीयर बड़ा है इसीलिए ओवल शेप की है इसीलिए हम इसे ओवल इड भी कहते हैं तो तीन नाम क्यों क्यों दिए इनके रीजंस आपको पता होने चाहिए अगर स्टेटमेंट बेस्ड क्वेश्चंस में आपको देखने को मिले तो अब अर्थ की शेप है क्या जब इसके बारे में हम बात करें तो कभी हम कह रहे हैं कि सदन हेमिस्फीयर बड़ा है कभी हम कह रहे हैं कि एलिप्टिकल रीजन एलिप्टिकल शेप उसकी देखने को मिल रही है उसको हमने ऑब्लेट स्फेरॉइड भी बोल दिया कि ऐसे लग रहा है जैसे किसी फुटबॉल के ऊपर आप बैठ गए हो तो उससे वो क्या हो जाती है ऐसे पिचक जाती है स्लाइटली फ्लैट हो जाती है टॉप एंड बॉटम से तो ऑब्लेट स्फेरॉइड भी इसे हमने बोल दिया तो ज्योमेट्री अगर देखें तो कोई फिक्स्ड वेल डिफाइंड शेप नहीं मिली हमें इसकी इसीलिए हम इसे क्या बोलते हैं कि कैसी शेप है जॉइड शेप है कोई वेल डिफाइंड शेप अगर ना हो तो उसे क्या बोलेंगे जॉइड शेप कुछ इस तरह की शेप ये होगी कुछ ऐसी सी जॉइड शेप है फिक्स्ड वेल डिफाइंड शेप नहीं है अब इस ऑइड शेप को अगर आप कंप्लीट करना चाहे स्फेरिकल में तो कुछ ऐसे कंप्लीट कर सकते हैं एलिप्टिकल में कंप्लीट करना चाहे तो कुछ ऐसे एलिप्टिकल में कंप्लीट कर सकते हैं लेकिन एक्चुअल में अर्थ की शेप है कैसी एक्चुअल में कुछ ऐसी सी है इरेगुलर सी शेप है कोई वेल डिफाइंड शेप नहीं है इसीलिए इसे जॉइड बोलते हैं हम इसे जॉइड बोलते हैं हमारी कैलकुलेशंस के लिए हम स्फेरिकल मान के इसे आगे कैलकुलेशन में यूज़ कर लेते हैं कैलकुलेशन में स्फेरिकली मानते हैं एक्चुअल में जॉइड होती है नेक्स्ट आते हैं लेवल सरफेस किसे बोला जाता है अब क्योंकि हमने मान लिया कि अर्थ जो है वो स्फेरिकल शेप की है अब उस स्फेरिकल शेप के पैरेलल जितने भी सरफेस बनेंगे उन्हें क्या कहा जाएगा लेवल सरफेस कहा जाएगा अर्थ के पैरेलल जो जो सरफेस चल रहे हैं वो लेवल सरफेस जैसे अलग-अलग लेवल होते हैं ना एमएलएम वाले लेवल नहीं नॉर्मल जो लेवल कि यहां पर फिर इससे ऊपर हाइट पे आप चले जाए फिर इससे ऊपर हाइट प चले जाए आप भी तो जैसे बोलते हैं ना कि मुझे अपना लेवल इंक्रीज करना है मैं जिस स्टेज पर हूं लर्निंग में मुझे वो लेवल इंक्रीज करना है ऊपर जाना है तो वैसे ही अर्थ के सरफेस से ऊपर अब जो इंडिविजुअल यहां एजिस्ट करेगा उसके लिए ये वाला ऊपर फिर और ऊपर फिर और ऊपर एंड सो ऑन सिमिलरली जो इंडिविजुअल यहां एजिस्ट करेगा तो उसके लिए ये वाली हाइट इससे ऊपर है फिर ये वाली इससे ऊपर है एंड सो ऑन तो ये जो लेवल है लेवल सरफेस किसे बोल रहे हैं अर्थ के सरफेस के इमेजिनरी जो सरफेस चलते चले जा रहे हैं उन्हें लेवल सरफेस बोल रहे हैं इमेजिनरी है एक्चुअल में नहीं एजिस्ट कर रहे ये हमने बना रखे हैं अपनी सोच के अंदर ताकि हम ये स्टडी कर पाएं कि कोई पर्टिकुलर पॉइंट मीन सी लेवल से कितनी हाइट पर है तो वो लेवल सरफेस एक कर्वड सरफेस है लेवल लाइन उस लेवल सरफेस के अंदर कोई लाइन एजिस्ट कर रही है किसी फ्रूट के ऊपर आपने जैसे ऑरेंज है ऑरेंज का जो छिलका है वो उसके अंदर के पल्प के लिए एक लेवल सरफेस है अब उसके ऊपर आप कोई लाइन ड्रॉ कर देंगे तो वो क्या हो जाएगी लेवल लाइन जो कि अर्थ के सरफेस के पैरेलल है सो लेवल लाइन एक कर्व्ड लाइन है स्ट्रेट लाइन नहीं है हॉरिजॉन्टल प्लेन की बात करें तो हॉरिजॉन्टल प्लेन जो होता है वो हमारे अर्थ के सरफेस के टेंज शियल चलता है इसे हम क्या कहते हैं हॉरिजॉन्टल प्लेन हॉरिजॉन्टल सरफेस कह लीजिए अर्थ के सेंटर की तरफ जो मूव करता है वो होता है वर्टिकल प्लेन हमारा अर्थ के सेंटर की तरफ जो मूव करता है वो वर्टिकल प्लेन होता है या यूं कह लीजिए हॉरिजॉन्टल प्लेन के नॉर्मल होगा परपेंडिकुलर होगा एंड पॉइंटेड टुवर्ड्स द सेंटर या फिर अलोंग द प्लम लाइन प्लम लाइन क्या होती है आप अगर किसी भी मास को नीचे सस्पेंड करेंगे कोई भी वेट को अगर आप लटका देंगे तो वह हमेशा अर्थ के सेंटर की तरफ ही पॉइंट करता है तो उसे हम बोलते हैं प्लम लाइन तो प्लम लाइन जो होती है वह लेवल सरफेस के भी नॉर्मल है हॉरिजॉन्टल सरफेस के जिस पर्टिकुलर पॉइंट पर खड़े होकर उसे सस्पेंड किया गया वहां पर वो उसके परपेंडिकुलर है इस पॉइंट पर खड़े होकर अगर आपने प्लम ब को लटकाया ऐसे तो वो अर्थ के सेंटर की तरफ पॉइंट करेगा और इस हॉरिजॉन्टल प्लेन के परपेंडिकुलर होगा इस पॉइंट पर लेवल सरफेस के सारी जो भी प्लम लाइंस है वो लेवल सरफेस के नॉर्मल ही रहती हैं और अर्थ के सेंटर की तरफ ही पॉइंट करती हैं अब आजकल जैसे नए क्वेश्चन आ रहे हैं तो उसमें एक ऐसा क्वेश्चन बन सकता है क्वेश्चन क्या है अर्थ बीइंग एन ऑब्लेट स्फेरॉइड परपेंडिकुलर टू द सरफेस डू नॉट कन्वर्ज एट एनी पॉइंट क्या यह सही है कि प्लम लाइन के बारे में बोला जा रहा है कि अर्थ की शेप आपने कही कि ऑब्लेट स्फेरॉइड है कुछ ऐसी शेप मान लीजिए अर्थ की शेप जो है वह ऑब्लेट स्फेरॉइड के मतलब चलो यह वाली शेप की बात हो रही है फिलहाल जड की नहीं ऑब्लेट स्फेरॉइड यहां पर बोला ऑब्लेट स्फेरॉइड होने के कारण अब जरूरी नहीं कि सारे पॉइंट्स अगर यहां से हम देखेंगे तो यह यहां चला जाएगा यहां पर अगर आप ऑब्जर्व करेंगे तो वो यहां चला जाएगा यहां का कोई पॉइंट अगर है तो वह यहां आ जाएगा तो सारे एक पॉइंट पर आके कन्वर्ज नहीं होंगे ना अगर प्लम बॉब को अगर प्लम बॉब को आपने सस्पेंड किया यह मानते हुए कि अर्थ शेप स्फेरिकल नहीं है तो क्या सारी प्लम लाइन सेंटर पर आकर के मिलेंगी क्या नहीं मिलेंगी एक पर्टिकुलर पॉइंट पर आकर के कन्वर्ज नहीं होंगी क्यों द इरेगुलर डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ अर्थस मास आल्सो कॉसेस सम डेविएशन या पर परफेक्टली स्फेरिकल वो ना होने के कारण एक सेंटर पोजीशन पर आके वो प्लम लाइंस नहीं मिलेंगे लेकिन वो आइडियल सिनेरियो हम कौन सा पढ़ते हैं हम तो आइडियल सिनेरियो पढ़ते हैं कि अर्थ की शेप कैसी है स्फेरिकल तो सारी प्लम लाइंस कहां पर आकर के मिलती हैं सेंटर पर ही मिलती हैं तो ये एक्सेप्शनल सिनेरियो हो गया जैसा कि इस बार कंटूर लाइन से रिलेटेड कोई एक्सेप्शनल सी बात पूछी गई थी कि दो कंटूर लाइन कैन स्प्लिट इन केस ऑफ कि जब एकदम नाइफ एज पॉइंटेड एलीवेशंस आ जाए तो उस केस में एक कंटूर लाइन दूसरी कंटूर लाइन में स्प्लिट हो सकती है बट इन एक्चुअल ऐसे हिल फॉर्म्स एजिस्ट नहीं करते हैं तो यह वाली बात उसमें लिखी हुई थी तो इन केस अगर ऐसा पूछा जाता है यहां से तो इसको भी आप ध्यान में रख सकते सकते हैं नेक्स्ट डेफिनेशन पे आते हैं तो वो है हमारी ग्रेट सर्किल ग्रेट सर्किल एक इमेजिनरी सर्किल है अर्थ को दो इक्वल पार्ट्स में डिवाइड कर दे ऐसा सर्किल कहलाता है ग्रेट सर्किल अब ग्रेट सर्किल का एग्जांपल आपके पास क्या है इक्वेटर इक्वेटर अर्थ को दो इक्वल पार्ट्स में डिवाइड कर देती है यहीं पे अगर आप लोंगिट्यूड की बात करें तो लोंगिट्यूड भी अर्थ को दो इक्वल पार्ट्स में डिवाइड कर देते हैं लटटू लोंगिट्यूड हम यूज करते हैं ना किसी भी पर्टिकुलर पॉइंट की की लोकेशन बताने के लिए मूवीज में देखा होगा ना कि जब कोई भी मूवी है जिसके अंदर आर्मी वाले अपना कोऑर्डिनेट बताते हैं कि अभी मैं कहां पर हूं दुश्मन कहां पर है इस लोंगिट्यूड एंड इस लटटू की वैल्यू वो अपने कोऑर्डिनेट्स बताते हैं तो वो लटटू लोंगिट्यूड की बातें कर रहे होते हैं तो लोंगिट्यूड जो है जो आपको नॉर्थ से साउथ की तरफ जाते हुए ये दिखाई देते हैं तो यह लोंगिट्यूड भी क्या करते हैं अर्थ को दो इक्वल पार्ट में डिवाइड कर रहे होते हैं इनफाइनों सस के ऊपर इनफाइनों कंसीडर करना है ठीक है अर्थ और एक प्लेन अब आप नॉर्थ पोल साउथ पोल को कनेक्ट करते हुए अगर इस प्लेन को इसके थ्रू पास करेंगे तो अब जो सरफेस पर लाइन बनती चलेगी वो क्या कहलाए गी वो आपकी मेरिडियन बन जाएगी वो क्या बन जाएगी मेरिडियन बन जाएगी यहां पे आपके पास नॉर्थ पोल यहां पे आपके पास साउथ पोल है अब मेरिडियन ये जो सरफेस के ऊपर लाइंस आपको चलती हुई दिख रही है दीज विल बी नोन एज मेरिडियन एप्पल था आपने एक चाकू लिया उस चाकू को इस तरह से उसके ऊपर काट दिया उसको ऐसे घुमाया उस पे नॉर्थ और साउथ पोल को कनेक्ट करते हुए तो अब जो सरफेस के ऊपर वो कट बनाया उसने वो क्या है मेरिडियन है सो दिस इज मेरिडियन अब मेरिडियन जब आपको समझ में आ गया है तो लटटू और लोंगिट्यूड भी समझ लेते हैं कि क्या होते हैं लटटू और लोंगिट्यूड क्या होते हैं जो लाइंस आपको इमेजिनरी लाइन है एक्चुअल अर्थ के ऊपर ऐसा नहीं है आप जो ग्लोब बनाते हैं ग्लोब प ही आपको दिखेगा ये नॉर्थ से साउथ की तरफ जाती हुई जो लाइंस आपको दिख दिखती हैं दीज विल बी नोन एज दीज विल बी नोन एज लोंगिट्यूड नॉर्थ से साउथ की तरफ जाती हुई जो लाइन दिखती हैं दीज विल बी नोन एज लोंगिट्यूड लोंगिट्यूड के ऊपर जो वैल्यू होती है वो कहां से कहां चलती है ईस्ट से वेस्ट की तरफ चलती है वो कहां से कहां चलती है ईस्ट से वेस्ट की तरफ इसीलिए लोंगिट्यूड की वैल्यू आपको देखने को मिलेगी जैसे यहां पे है कि 15 डिगी वेस्ट फिर 30° वेस्ट 45 डिग्री वेस्ट 60 डिग्री वेस्ट एंड सो ऑन तो नॉर्थ से साउथ ये लाइन चलती है और इनकी वैल्यूज जो होती है वो ईस्ट वेस्ट के अंदर होती है या यूं कह लीजिए कि टुवर्ड्स ईस्ट और वेस्ट होती हैं यहीं पर आप बात करें अगर लटटू की तो लटटू वो लाइन है जो आपको ऐसे हॉरिजॉन्टल आती हुई प्रतीत होती हैं या फिर यूं कहे कि वो इक्वेटर के पैरेलल चलती हैं इक्वेटर के पैरेलल वो चलती हैं वो लोंगिट्यूड कौन सा है जिसकी वैल्यू जीरो होती है वो लोंगिट्यूड कौन सा है जिसकी वैल्यू जीरो होती है है सो दैट इज प्राइम मेरिडियन जिसके ऊपर वो ग्रीनविच लाइन बनाई गई है जो ग्रीनविच लंडन के पास से वहां से गुजरती है सो लोंगिट्यूड जिसकी वैल्यू जीरो है वो प्राइम मेरिडियन लटटू जिसकी वैल्यू 0 डिग्री है वो कहलाता है आपका इक्वेटर फिर इक्वेटर से जैसे-जैसे ऊपर वाले लटटू की तरफ आप जाते हैं इक्वेटर से जैसे-जैसे ऊपर वाले लटटू की तरफ आप जाते हैं तो इनकी वैल्यू नॉर्थ में बढ़ती रहती है तो नॉर्थ में कैसे-कैसे बढ़ी इक्वेटर पे जीरो फिर 15° नॉर्थ 30° नॉर्थ 45° नॉर्थ एंड सो ऑन 90° तक यह जाती हैं तो लोंगिट्यूड की व अ लटटू की वैल्यू लटटू की वैल्यू ज़ीरो से लेकर के + 90 और -90 तक जा सकती है माइनस मतलब साउथ की अ साइड है यह माइनस मतलब टुवर्ड साउथ अगर हम बात करें लोंगिट्यूड की तो लोंगिट्यूड प्राइम मेरिडियन पर ज़ीरो हो कर के ईस्ट की तरफ जाएंगी और वेस्ट की तरफ जाएंगी + 180° से लेकर के - 180° तक यह वैल्यूज जाती हैं आई होप यह आपको समझ में आ गया होगा एक बार इनकी डेफिनेशन और देखते हैं लटटू ऑफ एनी प्लेस इज द एंगल बिटवीन डायरेक्शन ऑफ प्लम लाइन इज द एंगल ऑफ डायरेक्शन ऑफ प्लम लाइन एट द प्लेस एंड इक्वेटर द रेफरेंस प्लेन आप एक बार इस डायग्राम के थ्रू इसे देखें तो आपको और बेहतर समझ में आएगा इक्वेटर वाला जो प्लेन है उसे हमने एक रे ें माना लेट्स सी ये जो पॉइंट ए जिसको आप कंसीडर कर रहे हैं इस पॉइंट ए के ऊपर अगर प्लम लाइन बनाई जाए मतलब अर्थ के सेंटर की तरफ जो लाइन पॉइंट करती है वह बनाई जाए तो पॉइंट ए से ये सेंटर की तरफ इसने बनाया और यह हमारा इक्वेटोरियल प्लेन इस इक्वेटोरियल प्लेन के साथ इसने कितना एंगल बनाया यह क्या कहलाता है ये लटटू कहलाता है दिस एंगल इज नोन एज लटटू इक्वेटर के पैरेलल ये चलते चले जाएंगे इक्वेटर के ऊपर वैल्यू कितनी आ जाएगी जीरो आ जाएगी क्लियर लोंगिट्यूड की बात करें तो लोंगिट्यूड क्या है प्राइम मेरिडियन वो मेरिडियन वो लाइन अर्थ के सरफेस के ऊपर जो नॉर्थ से साउथ पोल पे जा रही थी इसकी वैल्यू को 0 डिग्री माना अब इससे किसी भी मेरिडियन की कितनी एंगल की वैल्यू है उसे हम क्या बोल देते हैं लोंगिट्यूड बोल देते हैं सो लोंगिट्यूड ऑफ अ प्लेस इज एंगल बिटवीन अ फिक्स्ड मेरिडियन मतलब प्राइम मेरिडियन जिस पर 0 डिग्री वैल्यू थी एंड द मेरिडियन ऑफ प्लेस ऑफ द ऑब्जर्वर जहां पे भी आप ऑब्जर्व कर रहे हैं लेट्स से ये पॉइंट ए को आप ऑब्जर्व कर रहे थे तो इस प्राइम मेरिडियन से यह पॉइंट a पर कितना एंगल बन रहा है तो इनके बीच में जो एंगल है दैट विल बी नोन एज़ लोंगिट्यूड यहां पर सो लोंगिट्यूड ऑफ़ अ प्लेस आप अगर यह बोलते हैं लोंगिट्यूड की वैल्यू आप एक्सप्रेस करते हैं कि 30° टुवर्ड्स ईस्ट तो वो लोंगिट्यूड आपने बताया है कि प्राइम मेरिडियन से 30° टुवर्ड्स ईस्ट आपको चलना है सो लोंगिट्यूड ऑफ अ प्लेस इज द एंगल बिटवीन अ फिक्स्ड मेरिडियन जिसे हम प्राइम मेरिडियन कंसीडर कर रहे हैं 0° वाली एंड द मेरिडियन जिस भी जगह से कोई मेरिडियन पास कर रही है अगर हम पॉइंट ए पर खड़े हैं तो पॉइंट ए से कौन सी मेरिडियन पास कर रही है उन दोनों के बीच में एंगल हम ऑब्जर्व करते हैं एक बार डायग्राम फिर से देखें कंफ्यूजन नहीं होनी चाहिए जो नॉर्थ से साउथ की तरफ लाइंस चलती हैं उन्हें लोंगिट्यूड कहते हैं जो ईस्ट से वेस्ट चलती हैं उन्हें लटटू कहते हैं लोंगिट्यूड प्राइम मेरिडियन के डायरेक्शन में ऐसे चल रही होती है जैसे प्राइम मेरिडियन चल रहा है नॉर्थ टू साउथ वो वैसे और लटटू जो है वो इक्वेटर के पैरेलल ऐसे चल रही होती हैं लोंगिट्यूड पर जो वैल्यूज होती हैं वो ईस्ट वेस्ट की फॉर्म में होते हैं एंगल्स लटटू के ऊपर जो एंगल होते हैं वो नॉर्थ साउथ की फॉर्म में होते हैं लटटू जो है वो -90 से + 90 तक जाते हैं लोंगिट्यूड - 1880 से + 180 तक चलते हैं तो ये कुछ पॉइंट्स हैं जो आपको ध्यान में रखने होंगे उसके बाद बात आती है कि अगर अर्थ के ऊपर हम इमेजिनरी सर्किट स बनाए ऐसे सर्किल जो अर्थ को दो इक्वल पार्ट्स में डिवाइड कर दें उन्हें कहते हैं हम ग्रेट सर्किल एक ग्रेट सर्किल बनाया दूसरा ग्रेट सर्किल बनाया तीसरा ग्रेट सर्किल बनाया आप सिमिलर फैशन में किसी एप्पल को कट कर सकते हैं ऐसे एक कट आपने ऐसे लगाया एक कट ऐसे लगाया एक कट ऐसे लगाया तो एक आपको ट्रायंगल बनता हुआ दिखेगा लेकिन ये प्लेन ट्रायंगल नहीं है ऐसा है कुछ कर्वड शेप का है एक कर्वड शेप का आपको ट्रायंगल मिलेगा जिसे हम बोलते हैं स्फेरिकल ट्रायंगल क्योंकि ये एक स्फीयर का एक पार्ट है और स्फीयर से हमने इस ट्रायंगल को निकाला है तीन साइड इसकी तीन एंगल इसके यहां पर तो स्फेरिकल ट्रायंगल हम इसे बोल रहे हैं अब स्फेरिकल ट्रायंगल को पढ़ने की जरूरत क्यों पड़ी आप किसी भी एरिया को जब सर्वे कर रहे हैं तो किसी भी एरिया को छोटे-छोटे पार्ट्स में तोड़ देते हैं आप छोटे-छोटे पार्ट्स में आप उसे ब्रेक डाउन कर लेते हैं ताकि उन छोटे एरियाज का सर्वे कर ले और फिर पूरे एरिया को एक्यूम करके आप कैलकुलेट कर लें यह तो हो गई बिल्कुल ही साधारण सी लैंग्वेज अगर इंजन रिंग के एस्पेक्ट में हम बात करें तो मेन जो पॉइंट्स होते हैं लेट्स से ये पॉइंट ए बी सी इन्हें मेन कंट्रोल पॉइंट्स को बहुत ही हाई प्रेसीजन के साथ एस्टेब्लिश कर दिया जाता है इन्हें हम अंकित कर लेते हैं एस्टेब्लिश कर लेते हैं अपनी ड्राइंग्स में बहुत ही अच्छे से बहुत अच्छे प्रेसीजन के साथ इनके बीच में फिर फर्द पॉइंट्स ले लेते हैं हम जिनको अगर इतने ज्यादा प्रेसीजन से ना भी करें तो चल जाएगा थोड़ी बहुत अगर उसमें एरर आए तो भी चल सकता है क्यों क्योंकि अगर इस पर्टिकुलर छोटे से रीजन में कोई एरर आया तो वोह पूरे एरिया की रीडिंग्स को खराब नहीं करेगा वो एरर यहीं पर लोकलाइज होकर रह जाएगा इसी पर्टिकुलर रीजन में तो हमारी अगर यहीं पर आप सोचिए इस पॉइंट को एस्टेब्लिश करते वक्त अगर कोई गलती हो जाती तो फिर तो पूरा का पूरा ही गड़बड़ हो गया हमारा तो इसीलिए हम होल टू पार्ट जाते हैं पार्ट्स की तरफ जाते हैं जिससे कि अगर कहीं किसी पर्टिकुलर छोटे से पोर्शन में एरर आया भी है तो हम वो हमारे ओवरऑल एरिया की कैलकुलेशन में में प्रॉब्लम ना क्रिएट करें तो हमें इसी तरह से ट्रायंगुलेशन करना होता है या पूरे रीजन को छोटे-छोटे एरियाज में ब्रेक डाउन करना होता है तो ट्रायंगल में आना होता है अब ट्रायंगल दो टाइप के हो सकते हैं अगर आप अर्थ के सरफेस पे जा रहे हैं अर्थ के सरफेस के ऊपर लेट्स से अगर आप सिर्फ इतना सा कोई रीजन चूज कर रहे हैं जो रीजन 250 किमी स् से कम है या फिर 195 अगर कंपेयर करें स्फेरिकल ट्रायंगल प्लेन ट्रायंगल को तो 195 किमी स्क्वा हम यूज करते हैं कंपैरिजन के लिए कि ऐसा एरिया देखें जो एरिया लेस देन टू 195 सॉरी लेस देन 1955 किलोमीटर स्क्वायर इससे भी छोटा एरिया है ना तो तब हमें क्या होगा अगर आप इस अर्थ के सरफेस को जूम करते जाओ करते जाओ करते जाओ तो जब बहुत ज्यादा जूम कर लिया तो ये आपको एकदम फ्लैट ही लगेगा या प्लेन ही लगेगा तब जो ट्रायंगल यहां पे बनेगा वो एकदम प्लेन ट्रायंगल लगेगा तो प्लेन ट्रायंगल की कैलकुलेशंस हम कब करते हैं जब बहुत छोटा रीजन कंसीडरेशन में हो जब आप बड़े एरिया का सर्वे कर रहे हैं तो आपको अर्थ की शेप भी देखनी होगी ये स्फेरिकल ट्रायंगल कंसीडर करना होगा वहां पर तो स्फेरिकल ट्रायंगल होता क्या है स्फेरिकल ट्रायंगल इज दैट ट्रायंगल व्हिच इज फॉर्म्ड ऑन द सरफेस ऑफ अ स्फीयर बाय इंटरसेक्शन ऑफ़ थ्री आर्कस ऑफ़ अ ग्रेट सर्किल द आर्कस एंक्लोजिंग द स्फेरिकल ट्रायंगल आर कॉल्ड एज इट्स साइड यह इस ट्रायंगल की एक साइड यह दूसरी साइड यह तीसरी साइड इन्हें हम स्फेरिकल एंगल्स भी बोल देते हैं अ सॉरी स्फेरिकल साइड्स बोलते हैं और यह साइड्स जिस एंगल पर आकर के इंटरसेक्ट होती हैं उसे स्फेरिकल एंगल बोलते हैं तो इनके बीच में यह स्फेरिकल एंगल ये स्फेरिकल एंगल ये स्फेरिकल एंगल हो गया इनके बीच के ये एंगल्स हो गए स्फेरिकल एंगल कैन आल्सो बी डिफाइंड एज कि अगर आप यहां से टेंज एट बनाते यहां से टेंज एट बनाते तो इन टेंज एट्स के बीच में जो एंगल होता बात तो वही है कि ये एक स्फेरिकल ट्रायंगल ये एक स्फेरिकल ट्रायंगल जो बना वो कैसे बना एक ग्रेट ट्रायंगल की आंख ये दूसरे ग्रेट ट्रायंगल की आंख ये तीसरे ग्रेट ट्रायंगल की आर्क अब अगर आप इसके ऊपर यहां पर टेंज एट बनाएं और इस आर्क के ऊपर यहां टेंज एट बनाए इनके बीच में जो एंगल है वो भी डिफाइन किया जा सकता है कि वो स्फेरिकल एंगल है सो स्फेरिकल एंगल इज डिफाइंड एज एंगल बिटवीन टेंज एट्स टू द ग्रेट सर्किल ड्रॉन एट द पॉइंट ऑफ इंटरसेक्शन जहां पे भी वो इंटरसेक्ट कर रही हैं वहां पे टेंज एट्स अगर बना दें इन पे हम तो इनके बीच का जो एंगल है नेक्स्ट बात आती है इंपॉर्टेंट बात और कन्फ्यूजिंग भी होती है जो वो क्या है कि ये जो स्फेरिकल साइड है लेट्स से ये ए स्फेरिकल साइड की मैं बात कर रहा हूं तो ये जो ए स्फेरिकल साइड है इसकी लेंथ कैसे मेजर करते हैं इसकी लेंथ मेजर की जाती है कि अर्थ के सेंटर पर ये कितना एंगल बना रही है लेट्स से अगर इसने अल्फा एंगल बनाया तो हम कहेंगे कि ए की लेंथ क्या है अल्फा डिग्रीज है कोई भी आर्क अर्थ के सेंटर पर कितना एंगल बना रही है उसे हम लेंथ ऑफ दैट साइड कहते हैं सो लेंथ ऑफ साइड ऑफ स्फेरिकल ट्रायंगल इज डिफाइंड एज एंगल सब टेंडेड बाय दैट साइड एट द सेंटर ऑफ अर्थ तो यह बात आप ध्यान में रखिएगा नेक्स्ट कुछ प्रॉपर्टीज जैसे प्लेन ट्रायंगल की प्रॉपर्टीज हम याद रखते हैं वैसे ही यहां पर आपको स्फेरिकल ट्रायंगल की प्रॉपर्टीज भी याद रखनी है किसी स्फेरिकल ट्रायंगल की जो साइड है वो किससे कम होनी चाहिए या बराबर हो वो 180 डिग्री है इट शुड बी लेस दन और इक्वल टू 180 डिग्री तो ये जो एंगल बनाए अर्थ के सेंटर के ऊपर ये ए साइड ज्यादा से ज्यादा क्या हो स स है ये ए लेंथ ज्यादा से ज्यादा एक अर्थ के डायमीटर के दोनों एंड्स पर कनेक्ट कर सकती है उससे ज्यादा तो नहीं होना चाहिए वरना ट्रायंगल ही नहीं बन पाएगा प्रॉपर्ली तो इस केस में हम ये बोल सकते हैं कि लेंथ ऑफ साइड ऑफ स्फेरिकल ट्रायंगल शुड बी लेस दन इक्वल टू 180 डिग्री एंगल की बात करें अगर एंगल ऑफ स्फेरिकल ट्रायंगल ये भी 180 डिग्री से कम रहना चाहिए अगर वो ज्यादा हो गया तो फिर ट्रायंगल कैसे बनेगा अगर ए और ए इनके बीच का ये जो एंगल है यह 180 डिग्री हो जाए जाए अगर तो फिर ट्रायंगल कैसे फॉर्म होगा यहां पर तो वो भी नहीं होना चाहिए सम ऑफ थ्री स्फेरिकल साइड शुड बी बिटवीन 0 टू 360 डिगी सम ऑफ स्फेरिकल एंगल जो है वो 360 से 180 से लेके 540 के बीच में होना चाहिए सम ऑफ स्फेरिकल एंगल शुड बी बिटवीन 180 टू 540 ये कुछ वैल्यूज आपको याद रखनी है स्फेरिकल ट्रायंगल का अगर आपने एंगल्स का सम लिया वो आया लेट्स से 182 डिग्री एक प्लेन ट्रायंगल जो होता है उसके एंगल्स का सम आता है 180° तो 2 डि ज्यादा हुआ ना स्फेरिकल का सम 2 डिग्र ज्यादा हुआ तो इसे हम कह देते हैं कि दिस इज स्फेरिकल एक्सेस 180 से ज्यादा जितना भी एंगल्स का सम आता है उसे बोलते हैं स्फेरिकल एक्सेस लेट्स से दिस एंगल ए स इनका सम आया हमारा 182 ° और एक प्लेन ट्रायंगल अगर हम बनाएं तो इनके अंदर एंगल्स का सम आता है 180° सो दिस इज 2° इन एक्सेस टू टू अ प्लेन ट्रायंगल तो इसे स्फेरिकल एक्सेस भी हम बोल देते हैं सरफेस एरिया ऑफ स्फेरिकल ट्रायंगल शुड बी लेस देन 2 पा आ स् इससे कम ये रहना चाहिए तो ये इसके बारे में कुछ-कुछ इंपॉर्टेंट बातें अब कंपैरिजन जब आते हैं कि आप स्फेरिकल शेप ऑफ अर्थ को कंसीडर कर रहे हैं अगर तो कितना ज्यादा मार्जिन आ जाता है मार्जिन क्या है लेंथ मेजरमेंट के अंदर एरिया मेजरमेंट के अंदर एंगल के अंदर इनमें कितना मार्जिन कितना डिफरेंस आता है तो आप कहते हैं कि अगर अर्थ के सरफेस के ऊपर कर्वड सरफेस के ऊपर अगर आप एक 12 किलोमीटर की लाइन खींचे और दो पॉइंट को डायरेक्टली कनेक्ट कर दें अर्थ के सरफेस के ऊपर लेट्स से दो पॉइंट लिया आपने ए और बी जैसा कि आपको यहां पर दिखाई दे रहे हैं इन दो पॉइंट ए और बी को कैसे कनेक्ट करें एक तो अर्थ के सरफेस के ऊपर ऊपर कर्वड शेप के अलोंग अगर 12 किलोमीटर की लाइन आपने खींची है तो ए को डायरेक्ट कनेक्ट करने वाली जो लाइन होगी वो लाइन 1 सेंटीमीटर ही छोटी होगी हर 12 किलोमीटर मीटर पे 1 सेंटीमीटर का डिफरेंस आता है यह याद रखना है 18 किमी पे पूछे तो 1.5 सेंटीमीटर आ जाएगा 24 किमी पे पूछे तो 2 सेंटीमीटर का डिफरेंस आ जाएगा सो इन शॉर्ट एवरी 12 किमी आर्क इज ओनली 1 सेंटीमीटर देन द करेस्पॉन्डिंग्ली जिए एवरी कॉर्ड इज 1 सेमी लेस देन द करेस्पॉन्डिंग्ली दैट इट ये आपको याद रखना है ट्रायंगल की बात करें तो आपने अगर एक स्फेरिकल ट्रायंगल लिया और एक आपने प्लेन ट्रायंगल लिया इन दोनों के एरिया अगर 195 किलोमीटर स्क्वायर है तो आप अगर एंगल ऐड करेंगे इनके एंगल ए प्लस एंगल बी प्लस एंगल सी य आपने ऐड किया तो प्लेन ट्रायंगल के लिए तो आप कहेंगे कि 180 डिग्री सम है इनके लिए कितना कहेंगे 180 डिग्री जीरो मिनट्स फिर न सेकंड यह होता है डिग्री के लिए यह होता है मिनट के लिए और फिर सेकंड के लिए डबल इनवर्टेड कॉमा यूज करते हैं यह भी नहीं आता है तो बताया जाएगा ए बी सीडी भी नहीं आती है तो बताई जाएगी ठीक है आज तक कुछ भी नहीं आता है तो बताया जाएगा यह सब एक्सेप्टेबल है कुछ भी नहीं आता सर मान लिया जाएगा अगर डॉक्टर के पास जाते हैं और अपनी बीमारी अच्छे से नहीं बताई हमने तो इसका मतलब हमारा इलाज ढंग से नहीं होने वाला है तो डॉक्टर से हम झूठ नहीं बोल सकते वैसे ही जो हमारे मास्टर हैं टीचर कह लीजिए या अपना दोस्त समझ लीजिए छोटा या बड़ा भाई समझ लीजिए कैसे भी समझ लीजिए तो आप यहां पे ऑनेस्ट रह सकते हैं आज तक कुछ भी नहीं पढ़ा चलेगा लेकिन अब जो पढ़ाया जा रहा है उसे पूरी ईमानदारी के साथ पढ़ना है किसी भी तरीके का कोई भी एक्सक्यूज नहीं चाहिए है ना हम तो इस वजह से नहीं पढ़ पाए उस वजह से नहीं पढ़ पाए एक कदम चलने की कोशिश करेंगे तो मैं आपकी तरफ दो चलने के लिए तैयार हूं बस आप कोशिश कीजिएगा जो कंटेंट आपको मिल रहा है उसको अच्छे से रिवाइज करें उसको अच्छे से पढ़े आप अपना टाइम ना वेस्ट करें एट द एंड ऑफ द डे आपको यह जरूर देखना है कि आज जो भी आपने पढ़ा क्या उसका आपने सिंथेसिस किया क्या आपने उसको एनालाइज किया क्या आपने उसको रिवाइज किया क्या आपको वो अच्छे से समझ में आया या नहीं आया तो सेल्फ एनालिसिस जरूर करते चलिए चलो आगे बढ़ते हैं तो यह समझ में आ गया होगा अब तक की बातें अगर कंक्लूजन के अलोंग तो अगर यह 12 किमी की लेंथ बनती है तो यह होगी 12 किमी - 1 सेमी 1 सेंटीमीटर का डिफरेंस आता है 195 किमी स् का एक स्फेरिकल ट्रायंगल लेंगे एक प्लेन ट्रायंगल लेंगे तो इन दोनों के एंगल्स के सम में 1 सेकंड का डिफरेंस आएगा एक सेकंड का डिफरेंस आएगा ठीक चलो आगे बढ़ते हैं क्लासिफिकेशन ऑफ सर्वे की बात करें तो सर्वेइंग हम दो तरह से पढ़ सकते हैं एक प्लेन सर्वेइंग और एक हमारा जिओडेटिक सर्वेइंग प्लेन सर्वेइंग के अंदर हम अर्थ के सरफेस को फ्लैट मानेंगे प्लेन मानेंगे जिओडेटिक सर्वेइंग जो है जिओडेटिक सर्वेइंग में अर्थ के कर्वेचर के इफेक्ट को भी कंसीडर किया जाएगा सो कर्वेचर ऑफ अर्थ विल बी कंसीडर्ड इन जिओडेटिक सर्वेइंग प्लेन सर्वेइंग में अर्थ के सरफेस को प्लेन मा मानेंगे कर्वड नहीं मानेंगे एरिया की बात करें तो जनरली 200 किमी स्क्वा से कम का एरिया प्लेन सर्वेइंग में आता है उसे ज्यादा का आ जाता है जिओडेटिक सर्वेइंग के अंदर छोटे-मोटे जगह हैं लोकल सर्वेज अगर करने हैं तो आप प्लेन सर्वेइंग यूज करते हैं और जब आपको लार्ज अमाउंट या लार्ज एरिया के ऊपर अगर सर्वे करना है तो उस केस में आप जिओडेटिक सर्वेइंग करते हैं प्लेन ट्रिग्नोमेट्री यूज होती है प्लेन सर्वेइंग में यहां स्फेरिकल ट्रायंगल कंसीडर करके स्फेरिकल ट्रिग्नोमेट्री का इस्तेमाल किया किया जाता है सो सर्वेइंग कैन बी क्लासिफाइड इनटू मेनी टाइप्स बेस्ड ऑन द इंस्ट्रूमेंट क्या है इंस्ट्रूमेंट पर्पस ऑफ सर्वे क्या है टाइप्स ऑफ सर्वे क्या है एरिया ऑन व्हिच इट इज बीइंग सर्वेट क्या है तो इनके अकॉर्डिंग हम इसे क्लासिफाई करते हैं तो मेन क्लासिफिकेशन सबसे पहला जो है वो प्लेन या जिओडेटिक सर्वेइंग है उसके बाद पर्पस पे अगर हम आ जाए तो जब आपको किसी एरिया की फीचर्स बताने हैं चाहे वो मैन मेड हो चाहे वो नेचुरल फीचर्स हो तो जो मैन मेड या नेचुरल फीचर्स की बात करें वह आप कहते हैं कि टोपोग्राफी उस पर्टिकुलर एरिया के फीचर्स अगर आप बताने की कोशिश कर रहे हैं फीचर्स में आप क्या बताएंगे आप बताना चाह रहे हैं वहां पर माउंटेंस है या नहीं है कोई वाटर बॉडी है या नहीं है रिवर्स है या नहीं है लेक्स है या नहीं है या कोई डेजर्ट है वहां पर तो यह सब फीचर्स बताने की कोशिश कर रहे हैं सो दैट इज इट्स टोपोग्राफी आप टोपोग्राफी एक्सप्लेन करने की कोशिश कर रहे हैं सो टोपोग्राफिकल सर्वे आता है इसमें इंजीनियरिंग एस्पेक्ट से अगर आप कोई ब्रिज ब्रिज बना रहे हैं रेलवे लाइन बना रहे हैं हाईवे बना रहे हैं आप कोई टनल बना रहे हैं तो वो इंजीनियरिंग सर्वे इंजीनियरिंग पर्पसस के लिए आप जो सर्वे कर रहे हैं वहां पर फिर अगर किसी गांव के अंदर कोई लैंड बाउंड्रीज हैं प्रॉपर्टीज है जमीन का सर्वे कर रहे हैं सो यह सब किसमें आते हैं जो कैडेस्ट्रेल सर्वे ये यहां पर लैंड बाउंड्रीज को एस्टेब्लिश करने के लिए यूज करते हैं फिर वाटर बॉडीज का अगर आप सर्वे कर रहे हैं पानी कितना है इस वक्त किसी रिवर के अंदर कितना फ्लड आने की प्रोबेबिलिटी है कितना उसके अंदर पानी प्र है मैक्सिमम उसके बैंक्स कहां तक जाते हैं तो यह सब स्टडीज किसके अंदर आ रही है ये हाइड्रोग्राफिक सर्वे में जहां पर वटर बॉडीज की स्टडीज आप करते हैं एस्ट्रोनॉमिकली सर्वे जहां पे आपका इंटरेस्ट आ जाता है ब्रॉडली अर्थ के ऊपर एक ब्रॉड एस्पेक्ट में या किसी प्लेनेट को किसी स्टार को मून को इन सबको आप स्टडी कर रहे हैं तो वो एस्ट्रोनॉमिकली सर्वे के अंदर आ जाता है जियोलॉजी काल सर्वे जो होता है उसमें इंटरेस्ट आपका आता है रॉक्स के अंदर या अर्थ के अंदर क्या चल रहा है उसको अगर आप स्टडी करना चाहते हैं तो वो जियोलॉजिकल सर्वे के अंदर अंदर आ जाता है इंस्ट्रूमेंट के हिसाब से चेन का यूज करके किया आपने मतलब सिर्फ और सिर्फ लेंथ मेजर की है आपने तो वह चेन सर्वेइंग के अंदर आता है कंपस सर्वेइंग जहां पर आप कंपस का इस्तेमाल करेंगे तो कंप कंपस का इस्तेमाल कब होगा जब लेंथ भी मेजर करेंगे एंगल भी मेजर करेंगे सो वो कंपस सर्वेइंग के अंदर आ जाता है थड इइ का इस्तेमाल अगर आप करेंगे तो वो थोड इइ सर्वे के अंदर आ जाएगा सो थडल इट यूज करेंगे और कोई लेंथ मेजरमेंट इंस्ट्रूमेंट्स का भी यूज कर सकते हैं आप साथ में देन आते हैं लेवलिंग जहां पे आप को एक पॉइंट से दूसरा पॉइंट कितनी हाइट पर या कितने डिप्रेशन में है तो लेवलिंग यूज करते हैं आप लेवल का अगर आप यूज कर रहे हैं तो प्लेन टेबल का इस्तेमाल करेंगे तो प्लेन टेबल सर्वेइंग छोटे रीजन के अंदर या आपको क्विक मेथड करना है पॉइंट्स को प्लॉट करने के लिए तो प्लेन टेबल सर्वेइंग आप यूज कर सकते हैं टैकोमीटर ऑप्टिकल इंस्ट्रूमेंट इनका इस्तेमाल करना चाहते हैं तो वो टैक मेट्रिक सर्वे कहलाता है नेक्स्ट आता है अगर आप फोटो ग्रामेटिक एक लार्ज एरिया को आप फोटोग्राफी के थ्रू अगर या फिर आप यह कह लीजिए कि इमेजेस के फॉर्म में आप प्लॉट कर रहे हैं तो वह फोटो ग्रामेटिक सर्वेइंग आ जाता है देन प्रिंसिपल्स ऑफ सर्वेइंग या फिर इससे आगे का जो पोर्शन है हमारा सर्वे जहां से बिगिन हो जाता है और फिर स्केल्स की बात करते हैं यह हम करेंगे नेक्स्ट सेशन के अंदर सो फिलहाल दिस वाज द फंडामेंटल या फिर इंट्रोडक्शन टू सर्विंग कल से हमारे सर्वेइंग के अंदर हम इसके जो स्केल्स है उनके ऊपर बात करेंगे फिर लीनियर मेजरमेंट के ऊपर आगे फरदर सीड करेंगे जितना बताया गया है जितना पढ़ाया गया है उसको आप अच्छे से पढ़ लीजिएगा अच्छे से रिवाइज कर लीजिएगा एक दिन में 100 किलो वेट आप नहीं उठा सकते हैं आप कैसे उठा सकते हैं आज 5 किलो फिर नेक्स्ट डे प्लस व फिर नेक्स्ट डे फिर प्लस व तो वही 100 किलो आपके 100 मार्क्स है एग्जाम के तो आपको डे बाय डे मेहनत करनी होगी उस पर्टिकुलर लेवल तक पहुंचने के लिए तो ऐसा मत समझिए कि लास्ट के 10 दिन आपने पढ़ लिया तो एग्जाम क्लियर हो जाएगा ठीक है बीटेक हो जाती है आप आप एक इंजीनियर है तो आपकी कैपेबिलिटीज है डेफिनेटली एक ऑर्डिनरी स्टूडेंट जो नॉन इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से हैं उनसे आपकी सोचने की समझने की स्ट्रेस को हैंडल करने की कैपेसिटी ज्यादा हो सकती है लेकिन फिर भी आप जिनसे कंपीट कर रहे हैं वो भी तो सारे इंजीनियर्स ही हैं इसीलिए मेहनत रेगुलर बेसिस पे अपनी रखिएगा अच्छे से मेहनत करनी है डेली बेसिस पे रिवाइज करना है पढ़ाई करनी है नोट्स बनाने हैं अपडेट करना है उन्हें और फिर शॉर्ट नोट्स भी बनाने हैं ताकि एग्जाम टाइम तक जाते-जाते हमें वो सारे पॉइंट हमारे खुद के मिल जाए जिनमें हम लैक करते हैं पीछे रह रहे हैं कम कमजोर हैं जिसके अंदर ताकि उन परे और अच्छे से काम करके हम एकदम अच्छे से हमारी तैयारी कंप्लीट कर पाएं एक बार में पढ़ कर के सिर्फ स्वामी विवेकानंद जी जो हैं वही टॉपर बने हैं उसके बाद मैंने तो ज्यादा किसी का नाम सुना नहीं इसीलिए इस बात को पहचानिए समझ लीजिए अच्छे से कि अपने आप से ओवर एक्सपेक्टेशन भी मत रखिए कि हां मैं तो एक बार पढ़ के ही मुझे आ जाना चाहिए था क्यों नहीं समझ में आया नेचुरल प्र प्र एक बार पढ़ेंगे 60 पर 70 पर समझ आया फिर खुद से उसको पढ़ा नोट्स बनाया रिवाइज किया फिर आपने उसमें देखा कि हां क्या चीज ऐसी है जो कम याद रह रही है उस परे फिर फोकस किया आपने उससे रिलेटेड क्वेश्चंस देखे तो ऐसे धीरे-धीरे आप अपनी जो मिस्टेक्स है उनको आप कवर अप करते चलते हैं और फिर आपको लगता है एक जो कंप्लीट कवरेज तैयारी का है वो मिलेगा और फिर आपको कॉन्फिडेंस बिल्ड होना शुरू होगा थैंक यू सो मच मेरा नाम है संदीप जाने मिलते हैं हमारे अगले सेशन में टिल देन टेक केयर बाय बाय और अगर आप इस youtube4 के लिए शुरू किया है दैट इज सर्वेइंग प के ऊपर अभी एनवायरमेंट इंजीनियरिंग आज से शुरू हुआ है वहां पर भी आज जो इंट्रोडक्टरी सेशन था बेसिक्स हमने उसके डिस्कस किए अगर आप पढ़ना चाहते हैं तो आप ऐप इंस्टॉल कर सकते हैं कोड यूज कर सकते हैं आप एसएससी जेई टू अवेल मैक्सिमम बेनिफिट थैंक यू सो मच सी यू अगेन टुमारो 9 पीएम लाइव ऑन youtube0 900 बजे 9 टू 10:15 एम एंड 11 टू 12:1 पीएम हमारे सेशंस होते हैं तो अगर आप वहां भी पढ़ना चाहते हैं वहां भी पढ़ सकते हैं थैंक यू सो मच टेक केयर बाय बाय गुड नाइट