यूरोप में राष्ट्रवाद
राष्ट्रवाद की परिभाषा
- कलेक्टिव आइडेंटिटी की भावना जिसे राष्ट्रवाद कहा जाता है।
- राष्ट्रवाद का विकास यूरोप में हुआ।
यूरोप और राष्ट्रवाद का प्रारंभ
- राष्ट्रवाद की भावना यूरोप में पनपी।
- मध्यम वर्ग का उदय और सवालों का आविर्भाव।
फ्रांसीसी क्रांति (1789)
- फ्रांसीसी क्रांति का रोल राष्ट्रवाद में अहम।
- नागरिकों का चुनकर भेजा जाना और प्रशासनिक व्यवस्था में बदलाव।
नपोलियन और नैपूलियन सिविल कोड
- नपोलियन का साशन और नैपूलियन सिविल कोड।
- जन्म आधारित विशेष अधिकारों का अंत।
- यातायात और संचार साधनों की मजबूती।
यूरोप की समाज व्यवस्था
- समाज में सिस्टजन और गरीब वर्ग।
- औद्योगिक क्रांति और मध्यम वर्ग का उदय।
उदारवाद
- राजनीतिक और आर्थिक उदारवाद।
- समानता और स्वतंत्रता की मांग।
जर्मनी का एकीकरण
- उन्तालिस राज्यों का संघ जर्मनी बना।
- प्रूशिया का सबसे ताकतवर राज्य के रूप में उदय।
इटली का एकीकरण
- साथ प्रांतों में बटा इटली।
- इमेनुअल तृतीय का योगदान।
ब्रिटेन और आइरलैंड
- 1707 में इंग्लैंड और स्कॉटलैंड का संघ।
- आइरलैंड का विलय और अंग्रेजी भाषा का प्रभाव।
बालकन क्षेत्र और विश्व युद्ध
- बालकन क्षेत्र की स्वतंत्रता की मांग।
- संसाधनों पर अधिकार की लड़ाई।
निष्कर्ष
- राष्ट्रवाद का उदय और उसकी भूमिका।
- विभिन्न देशों में राष्ट्रवाद की भावना का ज्वार।
नोट्स
- फ्रांस के क्रांतियों का यूरोप पर व्यापक प्रभाव।
- राष्ट्रवाद ने विभिन्न साम्राज्यों को एक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- बालकन क्षेत्र की स्थिति ने प्रथम विश्व युद्ध को जन्म दिया।
इन्हीं बिंदुओं पर ध्यान देते हुए परीक्षा के लिए तैयारी करें।
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