Hello friends, इस lecture में हम discuss करेंगे DC machine के construction और उसके working principle को और यहाँ पे मैंने जो figure बनाया है इसको आप अपन ध्यान से एक चीज़ देखेंगे DC machine जो है वो it is a electromechanical energy conversion device Electromechanical means electrical energy को mechanical energy में convert करेगी और vice versa mechanical energy को electrical energy में भी convert करेगी आप डिपेंडिंग अपने टाइप मशीन दिराट टू टाइप्स ओफ मशीन यहां पर डीसी मशीन में डीसी जेनरेटर भी होता है और डीसी मोटर भी होता है कंस्ट्रक्शन उसका सेमी होगा और वर्किंग प्रिंसिपल में थोड़ा से डिफरेंस है मैं आपको दाऊंगा यह पूरा लेक्चर ध्यान से देखिए आप चलिए आइए कंस्ट्रक्शन देखते हैं तो सबसे पहले देखिए कंस्ट्रक्शन देखिए यह जो आउटर पार्ट है जो आउटर पार्ट दिख रहा है यह इसमें जो योक वगैरह ये जो आउटर पार्ट दिख रहा है ये stationary पार्ट है मतलब ये move नहीं होगा ये stator है और जो ये जो internal पार्ट दिख रहा है ये पूरा rotate होगा इसलिए इसको मैं router भी बोल रहा हूँ तो बाहर का जो पार्ट हो गया वो stator और अंदर का जो पार्ट हो गया वो router अब जो बाहर का पार्ट है उसमें सबसे पहले हम देखते हैं ये जो outer circle दिख रहा है आपको ये जो outer frame दिख रही है इसको हम बोलेंगे योक इसके यह सबसे आउटर बॉडी है डीसी मशीन की और इसके यहां पर दो वर्किंग है यहां पर दो इसके परपस है सबसे पहले तो मेकेनिकल स्ट्रेंथ प्रोवाइड कराएगा पूरी इंटरनल असेंब्ली को डेमेज से प्रेवेंट करेगा और कोई भी जो बाहरी जो अपना मेकेनिकल स्ट्रेंथ वगैरह है उससे इसको यह प्रेवेंट करेगा और यह कवरिंग प्रोवाइड कराएगा तो यह जो योग है यह मैगनेटिक फ्रेम यह जो फ्रेम जो है अ यह आउटर बॉडी है हमारी और इसके साथ के जो बेस है इससे यह जो मशीन है यह फिक्स होगी या रखी होगी जमीन पर अच्छली यह कट सेक्शन है इस मशीन का यह मशीन जो होगी पूरी सिलेंड्रिकल शेप में होगी और यह जो योक है मैंने आप इसको बताया कि यह बहारी जो पोर्शन है यह योक है इसके दो परपज है एक तो है मेकेनिकल स्ट्रेंथ और दूसरा इसका जो purpose है वो है low reluctance path provide कराना friends यहाँ पे magnetic flux बहुत important है जिससे सारा काम होगा तो वो magnetic flux को block नहीं करेगा तो cast iron या silicon steel की यह steel की बनी होगी जो yoke है outer covering cast iron की usually बनी होती है और इसके बाद देखिए इसमें internally यहाँ पे जो internal periphery है यहाँ पे 4 यहाँ पे poles लगे हुए हैं तो यह देखिए पोल्स यहां पर चार पोल्स है, magnetic poles है, magnetic material के poles है यह और इसका जो shape है इसको भी discuss करेंगे देखिए यह जो vertical portion दिख रहा है यह pole core है, इसको हम pole core बोल रहे हैं और यह जो projected बाहर की ओर निकला हुआ है ऐसा projected है इसको हम pole shoe बोल रहे है, pole shoe इसका मतलब जो हमारे poles है, magnetic poles जो है उसके shape में एक तो पोल कोर है इंक्लूड होगी मतलब दो चीज इंक्लूड होगी कोई भी पोल में एक तो पोल कोर यह वर्टिकल पोर्शन है एक्चुली सिलेंड्रिकल होता है तो यह वर्टिकल पोर्शन जो होगा यह पोल कोर और यह जो नीचे का प्रोजेक्टेड पोर्शन है वो है यह लेमिनेटेड स्टेंपिंग से बने होंगे पोल्स और सिलिकोन स्टील के बने होंगे ताकि स्टेरेसिस लॉस भी कम हो और यह जो प्रोजेक्टेड है बाहर की ओर निकला हुआ है इसके पीछे भी दो रीजन है एक तो पहला यह जो वाइंडिंग है यहाँ पर बाउन करके रखेगा इसको यह होल्ड करके रखेगा प्रॉपरली और दूसरा इसका जो मेन परपस है वह है जो मैंनेटिक फील्ड है अंदर जो magnetic field है air gap में उसको uniform करना मतलब देखे अगर ये projected बाहर की ओर नहीं निकले होते तो ये जो magnetic flux है वो उतना uniform नहीं हो पाता और पूरा useful flux नहीं होता वो हमारे लिए तो हमने क्या किया है इसको ये जो pole shoe है ये project कर दिये हैं जादा इसको फैला दिया है ताकि जो magnetic flux होगा वो uniform होगा जादा अच्छे से spread होगा इस अंदर के portion में तो इस तरीके से ये pole काम करेंगे फिर से पता देता हूँ आपको कि ये जो pole core है ये ऐसा cylindrical shape है pole shoe जो है वो projected है बाहर की ओर निकला हुआ है सारे poles में ऐसे ही ये देखे चार pole है यहाँ पर और ये जो इसका जो pole shoe का जो purpose है वो winding को एक तो hold करेगा properly और दूसरा जो magnetic flux है इंसाइड द मशीन उसको वो मो यूनिफॉर्म करेगा ज्यादा अच्छे से स्प्रेड करेगा तो यह हमारा पूरा स्टेटर पोर्शन हो गया इसमें हमारा बाहरी पोर्शन जो है वो योक है या फ्रेम है और उसी में अंदर जो है पोल्स फ जो rotating armature है उसकी core है इसमें भी देखिए इसकी जो periphery है ये भी cylindrical shape का ही होगा ये cut section है इसलिए ऐसा दिख रहा है इसमें यहाँ पे ये slots cut किये गए हैं और ये जो core है इसकी ये भी पूरी laminated stamping से बनी होगी और silicon steel से बनी होगी so that इसमें eddy current और hysteresis loss यहाँ पे minimize होंगे कम होंगे और यह जो स्लॉट है इसमें जो यह सर्कल में दिख रहे हैं यह आर्मिचर के कंडक्टर है और यह आर्मिचर की वाइंडिंग अंदर ऐसे इसकी पेरिफरी पर ऐसी वाउंड की जाती है और इसको रखा जाता है इस तरीके से तो यह जो आर्मिचर कोर है इसकी जो आउटर प इस मशीन का DC मशीन का पार्ट है यह मैं आपको अभी working principle की मैं बताऊंगा की इसका क्या function है यह DC को AC और AC को DC में convert करता है depending upon the type of machine और यह जो सबसे center में यह shaft है और यहाँ पी यह दो black आपको दिख रहे होंगे यह brushes हैं friends यह carbon के usually बने होते हैं brushes इसके function भी हम अभी discuss करेंगे इस जो अंदर का rotating part है वो armature है armature जो होगा armature की core है ये पूरी और ये armature की core silicon steel stamping से बनी होगी और इसके outer periphery पे cut होगे और वो जो cut होगे ये दो tooth कहलाते हैं उनके बीच में जो space है वो slot है और slot में armature के conductor रखे होगे और यहाँ पे देखिए ये जो उसके अंदर जो portion दिख रहा है ये circular commutator है और इसमें जो ब्रशेज हैं ये फिक्स हैं ये रोटेट नहीं करेंगे तो ये ब्रशेज दिख रहे हैं इनका काम है करेंट को कलेक्ट करना तो ये कारवन ब्रशेज हैं यहाँ पे ये ब्रश भी बने हुए हैं तो ये इसका कंस्ट्रक्शन हो गया इसमें कोई भी डाउट ह तो चलिए आइए देखते हैं DC motor कैसे work करती है, सबसे पहले देखते हैं, तो सबसे पहले DC supply दिया हमने इसको field winding को, इसको field winding इसलिए कह रहे हैं क्योंकि यह magnetic field provide करा रहा है, अब हमने, हमको पता है Faraday's law of electromagnetic induction में, कि whenever we place, whenever we place a conductor, current carrying conductor in a magnetic field, in a varying magnetic field, it will experience a force, आर्मेचर कंडक्टर में जो करेंट है और यह जो फील्ड है जो हमारी मैगनेटिक फील्ड है इसमें यहाँ पर इसको कट कर रहा है इसके कारण यहाँ पर क्या होगा यहाँ पर इसमें टॉर्क डेवलप होगा और यह मोटर रोटेट होगी अब जैसे मोटर यहाँ पर रोट उस DC को AC में convert करेगा और फिर उससे rotation मिलेगा हमको friends तो जो DC machine है, DC motor है उसमें DC supply देते हैं हम तो commutator का function होता है कि internally जो है unidirectional torque को provide करना है यहाँ पे तो जो DC को वो AC में convert करेगा और machine में अंदर देगा in case of motor और generator में friends देखें अंदर जो machine के अंदर generate होगा यहाँ पे EMF जो generate होगा वो AC generate होगा armature conductor में और हमको क्योंकि DC generator है तो output पर DC चाहिए तो यह जो commutator यहाँ पर वो क्या करेगा DC को AC में convert करके हमको output terminals पर देगा तो यहाँ पर commutator के दो काम हो गए अगर DC motor है तो DC motor में हमने क्या किया DC supply दिया और DC supply को वो AC में convert करेगा और उससे फिर हमको rotation मिलेगा और वाइसे वरसा अगर हम यहाँ पर जनरेटर की बात करें तो अंदर AC जनरेट होगा और AC जनरेट होगा तो उससे हमको output पर DC चाहिए तो यह commutator DC में इसको convert करके हमको output पर देगा और यहाँ पर देखिए यहाँ पर जो brushes हैं देखें फ्रेंड्स तो जो output terminal है इस पर placed हैं क्योंकि जब भी machine rotate होगी तो यहाँ पर इस commutator पे ये brushes को placed कर देंगे ताकि और ये brushes के help से हम armature से output पे जो armature winding है उसका काम है output पे current को ले जाना generator की case में और motor की case में जो है current को बाहर से अंदर की ओर लाना तो यहाँ पे friends क्या होगा ये जो current collect करने का काम होगा generator की case में वो brushes से हम current को collect करेंगे और ये brushes जो होगे ये friction को minimize करेंगे और यहाँ पर स्पार्किंग वगैरह नहीं होगी और यह प्लेस होंगे रोटेटिंग पार्ट पर और यह इस पर यह फिक्स होगा इसके कॉन्टेक्ट में होगा ब्रश तो यहाँ पर ब्रश ऐसे मटेरियल का सॉफ्ट मैगनेटिक में सॉफ्ट आयरन सॉरी सॉफ् अब फ्रेंड्स तो यह जो ब्राशियों है इनकी बहुत इंपोर्टेंट काम है यह ब्राशियों क्या करेंगे यह स्टेशनरी है इस पर प्लेस है और यह कंडक्टिंग मटेरियल के बने हुए हैं यह कार्बन के ब्राशियों सॉफ्ट मटेरियल के बने हुए ताकि यहां पर य तो यह हमारा अंदर का पार्ट रोटर है और इसमें यह जो आर्मिचर को रेस्ट में आर्मिचर वाइंडिंग यहां पर प्लेस है इसमें कम्यूटर है कम्यूटर का काम है इसी को डीसी में कन्वर्ट करना और डीसी को इसी में कन्वर्ट करना प्रेंट्स जो डीसी मशीन यह आर्मिचर कंडक्टर से हम बाहर की ओर करेंट ले लेंगे और अगर हमारा यह DC मोटर है तो हम इसको DC सप्लाई देंगे और जैसे यहां से DC सप्लाई देंगे तो यह commutator friends क्या करेगा इसको AC में convert कर देगा और फिर यहां पर इससे rotation होगा whenever we place a current carrying conductor in a magnetic field it will experience a force and torque will develop तो इस तरीके से यह जो DC मोटर होगी वो rotate होगी तो यह फिर से एक बार और हम लोग revise कर लेते हैं, जो बाहर का part हो गया, stationary part है, वो है yoke, या frame, यह जो है, इसका function है, outer covering देना, और यह mechanical protection देना, और जो हमारा magnetic flux है, उसको low reluctance path प्रोवाइड कराना, ताकि easily magnetic flux setup हो जाए, फिर यहाँ पर field winding है, field winding जो है, किस पर wound है, poles पर wound है, pole में भी pole core है, और pole shoes है, इस तरीके से यह पोल का construction है यह magnetic field प्रोवाइड करेंगे पोलs यहाँ पर north south इस तरीके से magnetic field प्रोवाइड होगी और फिर यह अंदर जो cylindrical shape का यह जो armature core है इसकी periphery पे armature conductor होंगे और यह armature conductor और यह अंदर जो दिख रहा है यह commutator है commutator AC को DC और DC को AC करेगा और यह जो armature conductor से जो current हम collect करेंगे generator case में brushes के थूँ करेंगे और अगर motor है तो हम इसमें brushes के थूँ ही यहाँ पर इसको current देंगे so that हमको यहाँ पर rotation मिलेगा friends तो यह है इसका working principle इसमें कोई doubt हो आपको तो मुझे comment section में जरूर आप यहाँ पर comment करिए और मेरे channel को जरूर subscribe करिए और इस 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