किसी भी काम में सक्सेसफुल होने के लिए जरूरत है तो जान लगाने की जान लगा दो या फिर जाने दो [संगीत] [प्रशंसा] [संगीत] [संगीत] [संगीत] मेरे प्यारे दोस्तों काफी टाइम हो गया है नहीं दो ढाई साल का समय हो चुका है और आई नो कि काफी टाइम से मैं बिना बताए आप लोगों को जो है [संगीत] था और मैं मतलब जो न्यूली जो पेरेंट हुड है उसको एक्सपीरियंस कर रहा था तो मेरा जितना भी थोड़ा बहुत भी फ्री टाइम मुझे मिलता था तो वो मैं उसको एक्सपीरियंस करने में बिताना चाहता था और इसीलिए दैट वाज द टाइम आई वाज गिविंग टू माय चाइल्ड और थोड़ा बड़ा हो गया है अभी और नाउ ही इज एंजॉयिंग हिज नेम इज दिवित कभी आपको मिलाएंगे उससे और अब हम लोगों ने अब क्योंकि अब देखो यार अब दो ढाई साल के बाद एक ब्रेक लगा है और वापसी करनी है तो कुछ तो बड़ा और कुछ जबरदस्त तो करना पड़ेगा तो इसकी तैयारी पिछले एक महीने से चल रही थी इस वापसी की इस वापसी की तैयारी में हमने कुछ ऐसा किया है जो youtube2 इयर्स से पिछले 32 साल हो गए हैं वन दे व ऑफ 28 इयर्स एज तब उन्होंने शुरुआत की थी इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंट्स बने थे फाइनेंशियल एडवाइजर्स बने थे और अब वह हो गए हैं 60 इयर्स के अब उनके रिटायरमेंट का समय आ रहा है तो ऐसे में यह जो 32 सालों की पूरी की पूरी मेहनत है 32 इयर्स की पूरी उनकी मेहनत उन्होंने मुझे सिखाई मेरी सिस्टर को सिखाई मेरी सिस्टर तो सीखकर डायरेक्टली बैंकिंग में ही चली गई यूएस की एक बैंक है वेल्स फागो सो शी इज एन एनालिस्ट देयर मैं यूपीएससी में चला इंजीनियरिंग सर्विसेस इंजीनियर बन गया लेकिन फिर भी जो ब्लड में है वह फाइनेंस तो रहेगा ही क्योंकि मदर एंड फादर ने जो 32 साल काम किए हैं और उनके जो जींस है वह हमारे अंदर भी आए तो तो कुछ नया करना था मुझे और आपके लिए कुछ स्पेशल करना था और वह नया और व स्पेशल यह है कि जैसे स्टॉक मार्केट के कोर्सेस जो है आप लोग जानते ही हैं बहुत है पूरे दुनिया भर में है इंग्लिश हिंदी हर लैंग्वेज में आपको मिलेंगे मैंने जितने भी स्टॉक मार्केट के कोर्सेस थे सब देख डाले पिछले एक साल में ठीक है सारे देख डाले हमारा भी खुद का भी चलता था तो और मैंने सब सभी को देख करके सभी को समझा मैंने बोला यार यह जो चीजें बता रहे हैं फिर पापा से भी डिस्कस किया उन्होंने कहा कि यार यह सब चीजें तो य लोग बच्चे लोग बताते हैं तो यह सब चीजें तुम लोग कोर्स में क्यों कराते हो तो चीजें फ्री में बताया करो ये सब तो सबको पता ही है तो वहीं से मुझे आईडिया आया कि व्हाई नॉट यह जो जहां पर बाकी कोर्सेस पूरे मतलब 30 30 40 400 हजार तक के मैंने कोर्सेस परचेस किए एक कोर्स था 75000 का वह भी मैंने परचेस किया है मैं आपको जेनुइनली बता रहा हूं और मैंने सब जगह देखा कि क्या है कंटेंट और मैं आपको एक गारंटी के साथ बता सकता हूं कि जहां बाकी कोर्सेस खत्म होते हैं वहां से हमारा जो है वह शुरू होता है अभी जो यह जो इतनी बड़ी आप वीडियो देख रहे हो स्टॉक मार्केट की इसमें फाइनेंशियल टेक्निकल एनालिसिस फाइनेंशियल भी और टेक्निकल भी पूरे एनालिसिस बिल्कुल स्टार्टिंग से अगर कोई स्टॉक मार्केट के बारे में कुछ भी नहीं जानता तो अगर वो बिल्कुल जीरो लेवल पे भी हो मतलब फर्श से अर्श तक के पहुंचा देगा यह वाला कोर्स इतनी मेहनत से और इतनी इफेक्टिवली और इतनी सिंपलिस्टिक लैंग्वेज में मैंने बनाया है मैं आपको क्या बताऊं तो ये जो कोर्स है ये बहुत ही ब्यूटीफुली वंडरफुली डिजाइंड है आप सभी के लिए और एकदम फ्री है इनफैक्ट ये जो 12 घंटे का कोर्स है करने के बाद आपको लगेगा कि अगर आपने कोई दूसरा कोर्स लिया होगा तो आपको लगेगा कि अरे यार ये तो मेरे पैसे बर्बाद हो गए इससे अच्छा तो मैं कर लिया रहता सो यह जो पूरा आपका स्टॉक मार्केट के बिगनर लेवल से लेकर के काफी अच्छे एडवांस लेवल तक के फाइनेंशियल और टेक्निकल एनालिसिस तक का यह पूरा लगभग 12 घंटे का कोर्स आपके लिए अवेलेबल है आपसे कुछ रिक्वेस्ट जरूर है इस कोर्स को करने से पहले और वह रिक्वेस्ट कुछ इस प्रकार है पहली रिक्वेस्ट व यह है कि ऑलवेज बी पेशेंट इन द स्टॉक मार्केट मतलब आप अपना धैर्य बनाए रखें शुरुआत के लेक्चर वन और टू छोटे-छोटे हैं 15 मिनट और 25 या 30 मिनट का पहला दूसरा लेक्चर है उसके बाद से सारे लेक्चर 50 मिनट से ऊपर के हैं 50 मिनट से एक घंटे का एवरेज है हर लेक्चर का शुरुआत के दो लेक्चर होते हैं काइंड ऑफ इंट्रोडक्शन टू द स्टॉक मार्केट एंड बेसिक्स लेकिन हर लेक्चर भले ही आप स्टॉक मार्केट अच्छे से जानते हो कहीं ना कहीं कोई ना कोई कांसेप्ट अगर मिस होगा तो वह आपको आगे चलकर दिक्कत करेगा तो इसीलिए आप पूरा अटेंड करिएगा क्योंकि हर चीज आपस में रिलेटेड है कनेक्टिंग चल रही है पहले लेक्चर की बातें जो है हम आखिरी लेक्चर तक के लेकर के जा रहे हैं तो इसीलिए प्लीज मेक श्यर दैट यू आर अटेंडिंग कंप्लीट क्लासेस विथ अ लॉट ऑफ पेशेंस पहली चीज याद रहेगी ये बात एज अवर चैनल इज राइट नाउ स्टार्टिंग अगेन ग्रोइंग तो अभी हमको फिर से शुरुआत करनी है आप सोचो आप यह मत देखो अभी दो मिलियन सब्सक्राइबर्स हैं नहीं वो डॉर्मेंट है हम दो ढाई साल में अब कौन कहां गया पता नहीं है वोह सब्सक्राइब करके वेट जरूर कर रहे होंगे शायद लेकिन उन तक वीडियो पहुंचाने में भी हमें समय लगे गा तो आप लोगों की जिम्मेदारी है कि अगर आपको इससे वैल्यू मिल रही है तो आप अपनी तरफ से 5 मिनट का समय निकाल करके अपने whatsapp2 ढाई साल के बाद वापसी हो रही है और अगर वापसी हो रही है दोढाई साल के बाद तो कुछ बड़ा करना तो जरूरी है यह बात तो पक्की है तो ये है वो बड़ी चीज जो आप सभी के लिए है youtube2 में ऐसी कोई वीडियो नहीं है हां मैं ये नहीं कहूंगा कि ये कांसेप्ट आपको नहीं मिलेंगे कांसेप्ट मिल जाएंगे लेकिन क्या है ना देखो यह स्ट्रेटजिकली मैंने देखा कि जब कोई वीडियोस बनाते हैं तो एक कांसेप्ट बता देंगे दूसरा बता देंगे 10 मिनट ये बता दिए 10 मिनट वो बता दिए 15 मिनट आधा घंटा चलो एक घंटा कुछ बता दिए लेकिन पूरा कभी नहीं बताएंगे पूरा बताने के लिए भैया कोर्स जवाइन करो लेकिन हमने यह फुल फ्लेज बिल्कुल मैंने आपको क्या बताया फर्स्ट से लेकर के अर्श तक के हर चीज इस कोर्स में आपके सामने रख दी है आपके भले के लिए तो आइए इस कोर्स में मेरे साथ इस जर्नी में आगे बढ़ते जाइए ठीक है बाकी मेरा आपको पता ही है मेरा जो है फुल टाइम जॉब तो चलता ही है जिसमें मैं एक एक्स आईएस ऑफिसर हूं तो मैं टीचिंग करता हूं और मैं सिविल सर्विसेस और इंजीनियरिंग सर्विसेस और गेट के स्टूडेंट्स को पढ़ाता हूं सिविल इंजीनियरिंग के कुछ सब्जेक्ट्स तो व तो अपना चलता ही रहता है बट उसके साथ क्योंकि मैं स्टॉक मार्केट मेरे ब्लड में है मेरे वेंस में है आर्टरी में है हार्ट में है किडनी में है हर बॉडी पार्ट में है और स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट कई सालों से कर ही रहे हैं तो इसीलिए यह चीज मेरे लिए बहुत ज्यादा मायने रखती है तो मेरे दोस्तों मेरा नाम है सागर डोजा और आप देख रहे हैं सिविल बीइंग्स यानी सिविलाइज ह्यूमन बीइंग्स [संगीत] [संगीत] मेरे प्यारे दोस्तों इस लेक्चर में हम बिजनेस को और उसके स्टॉक या फिर शेयर को समझेंगे एक बिजनेस होता क्या है यह समझना जरूरी क्यों है क्योंकि आप जब किसी भी स्टॉक में इन्वेस्टमेंट करते हैं किसी शेयर को परचेस करते हैं आप एक्चुअली में स्टॉक्स में नहीं आप उस बिजनेस में परचेस कर रहे हैं उस बिजनेस में एक हिस्सेदारी ले रहे हैं उसी को हम शेयर कहते हैं तो हमें बिजनेस की नॉलेज होनी जरूरी है आप देखिएगा कि जितने भी बड़े-बड़े इन्वेस्टर्स हैं उनको बिजनेस की जानकारी बहुत अच्छे से होती है इसी कारण एक बिजनेस की जानकारी होनी बहुत जरूरी है यहां पे मैं एक छोटे से एग्जांपल से शुरू करूंगा कैलकुलेशन वाली चीजें होंगी मैं अभी इस पर्टिकुलर लेक्चर में आपको सब चीजें बताऊंगा जो आपको बहुत अच्छे से समझ में आ जाएंगी फिर आने वाले लेक्चर में किस तरीके से चीजें आपस में कनेक्ट होंगी और आपको किसी भी कंपनी का फ्यूचर वो दिखा देंगी अनलेस एंड अंट्स बी वेरी श्यर कि आपका पैसा जो है वह सुरक्षित है और ग्रो भी करता रहेगा जी हां चलिए तो अभी इस लेक्चर से जो हम लोग स्टार्ट कर रहे हैं अभी अभी आप इन्वेस्टमेंट के बारे में नहीं सोचेंगे इन्वेस्टमेंट के बारे में तो हम लोग लेक्चर नाइन लेक्चर 10 लेक्चर 11 में बातें करेंगे अभी तो आपको सीखना है तो यह सब बात की बातें हैं अभी आप बिल्कुल भी किसी भी प्लेटफॉर्म पे कुछ भी इन्वेस्टमेंट नहीं करेंगे अभी आप सिर्फ सीखेंगे जल्दबाजी नहीं हानिकारक हो सकती है ठीक है राइट लेट्स टॉक अबाउट अ सिंपल बिजनेस एक छोटा सा बिजनेस लेट अस सपोज कि आपको मैन्युफैक्चरिंग आपको एक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाना है जैसे कि मान लीजिए शायद एक प्रिंटिंग प्रेस ही हो हो सकता है एक प्रिंटिंग प्रेस हो कुछ भी हो सकता है एक सॉफ्टवेयर की कंपनी हो छोटी सी वही आपको लगानी है कुछ भी मतलब एक बिजनेस आपको करना है मैंने अभी एग्जांपल के तौर पर एक मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस ले लिया लेट अस सपोज कि इस मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस को स्टार्ट करने में लगने वाले हैं पा लाख रुपए 5 लाख रुप इसको स्टार्ट करने के लिए लगने वाले हैं कैसे कैलकुलेशन आ रहा है इसका लेटस सपोज कि इसका कैलकुलेशन कुछ इस तरीके से है कि आपको एक 0000 जो है यह आपको जगह जिस जगह पर आपको यह मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाना है उस जगह का रेंट हो सकता है या फिर हो सकता है लीज हो लेटस सपोज इसमें आपको मशीन लगानी है लेट अस सपोज मशीन की कॉस्ट जो सबसे ज्यादा होती है यूजुअली वह है ₹ लाख की तो यह हो गई आपकी मशीन तीसरी चीज़ जो है वह है आपका खुद का पर्सनल कैश टू रन द बिज़नेस जैसे कि रेगुलरली लोगों को सैलरी देना मेंटेनेंस करना इलेक्ट्रिसिटी बिल फोन बिल्स यह सब देखना एंप्लॉयज को हैंडल करना लॉजिस्टिक्स हैंडल करना डे टू डे ऑपरेशन कराना तो यह कैश लिक्विडिटी इन हैंड लिक्विड मनी इन हैंड होना चाहिए तो वह कैश है आपके पास लेट अस सपोज र 2 लाख फॉर योर डे टू डे ऑपरेशंस डे टू डे ऑपरेशंस सो ट्स हाउ यू आर नीडिंग दिस र 5 लाख अब हम क्या करेंगे एक सिंपल बैलेंस शीट के बारे में बात करते हैं बैलेंस शीट सिंपल वे में बात कर रहा हूं मैं कि बैलेंस शीट क्या है एक तरफ बैलेंस शीट में हम लोग लिखते हैं कि हमारा एसेट्स क्या-क्या है और दूसरी तरफ हम लोग देखते हैं कि हमारी जो टोटल इक्विटी है वो कितनी है इक्विटी का मतलब होता है आप ये कह सकते हो ओनरशिप अगर मैं बोल रहा हूं ओनर ओनर की इक्विटी तो ओनर की जो ओनरशिप है वो एक्चुअली में कितनी है अभी इसको मैं थोड़ा कॉम्प्लिकेट करूंगा तो समझ में आ जाएंगी चीजें तो यह देखो जैसे एक बैलेंस शीट बहुत ही सिंपल वे में बनाता हूं लेफ्ट हैंड साइड मैंने लिखा कि हमें र 50000 फॉर रेंट हमें र 2.5 लाख फॉर अवर मशीन एंड रुपी 2 लख एज अ कैश और यह ₹ लाख आप ही ने जुगाड़ किए हैं आप ही के अपने पैसे ये तो हम कहेंगे कि इस पर्टिकुलर बिजनेस की जो ओनर्स इक्विटी है ओनर की जो खुद की ओनरशिप है ओनर्स इक्विटी यानी कि ओनर की खुद की जो ओनरशिप है वो है हम कहेंगे ₹ लाख क्योंकि कहीं और से आपने पैसे नहीं लिए यह बनता है हमारा एक सिंपल सा केस अ सिंपल बिजनेस ट्स हाउ इट रंस वी विल आल्सो से दैट यू आर 100% ओनर ऑफ दिस दिस पर्टिकुलर बिजनेस अब इसको हम लोग थोड़ा सा कॉम्प्लिकेट करते चले जाते हैं नाउ लेट अस कंसीडर सम अनदर केस केस टू दैट वाज द केस वन यू आर 100% ओनर ऑफ द बिजनेस दैट मींस आई वुड से दैट यू आर हैविंग 100% शेयर आल्सो ऑफ द दैट बिजनेस आप 100% मालिक हो उस चीज के आइए आगे देखते हैं लेट अस सपोज मैं फिर से इसी तरीके की एक सिंपल बैलेंस शीट बना रहा हूं लेफ्ट में हमारी जरूरत लिखेंगे वही सेम जरूरतें अभी भी है ₹ 50 के फॉर योर रेंट र 2.5 लाख फॉर द मशीनस एंड अब तो याद हो गया होगा एंड रप 2 लाख एज योर कैश नाउ व्हाट हैपेंड इज यू थॉट आपने सोचा कि मुझे चाहिए तो ₹ लाख अभी भी क्योंकि अगर बिजनेस को चलाना है तो ₹ लाख तो चाहिए लेकिन लेट अस सपोज दैट आपने जो जुगाड़ किए आपके पास जो पर्सनल एसेट थे खुद के अपने पैसे हम कह सकते हैं तो जो आपके पर्सनल एसेट थे वह मिलाकर के उसकी वैल्यू हुई 4 लाख मतलब आप बिजनेस में 4 लाख ही इन्वेस्ट कर पाएंगे लेकिन आपको चाहिए अभी भी 5 लाख टू रन द बिजनेस तो ऐसे में क्या होगा ऐसे में हम कहीं से बोरो करेंगे तो यहां पर हम राइट साइड में बैलेंस शीट के लिख रहे हैं बोरोंग हमारी बोरोंग हमारी कितनी हो जाएंगी फिर ₹ लाख ₹ लाख बोरोंग होगी और आपकी जो ओनर की जो इक्विटी होगी अब यह ओनर की इक्विटी हो जाएगी रुपी 4 लख इट वुड आल्सो मीन दैट यू आर नाउ ओनिंग 80 पर ऑफ द बिजनेस जैसे अगर आप कैलकुलेट करके देख सकते हैं टोटल 5 लाख में 4 आपने दिए हैं एक लाख कहीं से 1 लाख आपने कहीं से बोरो किया है तो हम कहेंगे 80 पर ऑफ द बिजनेस ज ओंड बाय यू एंड द रेस्ट 20 पर इज योर बोरोंग दैट इज नॉट योर इक्विटी इक्विटी किसी बिजनेस की जो होती है वो उसकी ओनरशिप होती है बोरोंग वगर को हटा करके तो यहां पर अब हम एक टर्म डिफाइन करना चाह रहे हैं दैट टर्म इज माय डियर फ्रेंड्स ओनर्स इक्विटी ओनर की खुद की इक्विटी ओनर्स इक्विटी को हम लोग नेट इक्विटी भी कहते हैं इट इज आल्सो कॉल्ड एज नेट इक्विटी ये नेट इक्विटी कैसे निकाली जाती है अगर किसी भी बिजनेस की नेट इक्विटी की बात की जाए तो नेट इक्विटी किसी बिजनेस की नेट इक्विटी विल बी द टोटल एसेट्स द टोटल एसेट्स माइनस द बोरो इंग्स जितना हमने इधर-उधर से बोरो किया सो दैट इज अवर नेट इक्विटी तो ओनर्स की जो इक्विटी होती है वही नेट इक्विटी के बराबर होती है ओनर की जो हम कहते हैं कि उसकी जो हिस्सेदारी है वह नेट हिस्सेदारी है और नेट हिस्सेदारी जो होती है वह होती है टोटल बिजनेस की जो एसेट की वैल्यू है माइनस कितना इधर-उधर से लिया गया है बोंग बोरिंग्स कितनी हुई है तो ऐसे में यहां पे जो ओनर की इक्विटी है वो है ₹ लाख भले ही बिजनेस 5 लाख का है लेकिन ओनर की जो इक्विटी है वह कितने की है 4 लाख रप की है ओनर का जो हक है वह कितने रुपयों पर है या कितने एसेट्स पर है 4 लाख वर्थ ऑफ एसेट्स पर है ना कि 5 लाख गट द पॉइंट ऑलराइट आगे बढ़ते हैं जिन्होंने भी आपको यह बोरोंग दी है जिन्होंने भी आपको यह कुछ ना कुछ वे में हेल्प की है दोस बोरोंग एंड अदर थिंग्स कैन बी टर्म एस ट लायबिलिटीज यह आपकी लायबिलिटीज होती है यह आपकी लायबिलिटीज होती है अगर आपका कोई बिजनेस है तो उसमें आपकी लायबिलिटी है लायबिलिटी मतलब होता है एक जिम्मेदारी तरीके से आप समझ सकते हो जहां पर आपकी रिस्पांसिबिलिटी बन जाती है कि आपको इन ओनर्स को यह जो दूसरे लोग हैं जिन्होंने आपके बिजनेस में इन्वेस्टमेंट किया है उनका जो है हक बनता है कि कि वो अपना प्रिंसिपल इन्होंने डोनेट तो नहीं किया है इन्होंने इन्वेस्ट किया है तो वो अपना प्रिंसिपल और साथ ही साथ उसमें इंटरेस्ट ले सके कल को अगर आप बिजनेस छोड़ कर के जाते हो तो आपकी जिम्मेदारी बनेगी सबसे पहले उनको उनका प्रिंसिपल और साथ ही साथ उनका इंटरेस्ट देना फिर जो बच जाएगा ना वो आप बिजनेस को डाइल्यूट करके वहां से जा सकते हैं बिजनेस को बंद करके लेकिन जब तक के यह प्रिंसिपल और इंटरेस्ट आप उनको नहीं देंगे यू आर लीगली बाइंडेड आल्सो अगर एक बिजनेस आप चलाते हैं यू आर लीगली बाइंडेड टू पे द प्रिंसिपल एज वेल एज द इंटरेस्ट अच्छा आपको ये चीजें मैं बता रहा समझ में आ रहा है कहां जा रहे हैं हम अगर हम सब चीजें पता होंगी ना तो हम किसी बिजनेस को समझ पाएंगे अच्छा जो होता है ना वो एक गैंबल होता है जिनको नहीं पता होता है वो लोग यही बोलते हैं लेकिन जिनको पता होता है जो चीजों को समझ पाते हैं जैसे न्यूज़ वगैरह को इंटरप्रेट कर पाते हैं न्यूज़ को न्यूज़ की तरह नहीं उसका एनालिसिस कर पाते हैं उनके लिए यह जो नॉलेज है ना यह वरदान हो जाता है और यह नॉलेज मैं आप लोग को यहां पे दे ही रहा हूं तो इस कोर्स के बाद आपको एक कंप्लीट नॉलेज मिल जाएगा आगे बढ़ते हैं अपन अब हम हमारे अगले लेक्चर पे आएंगे और वहां पे हम समझेंगे कि एक स्टॉक मार्केट या एक शेयर मार्केट होता क्या है उसके पार्टिसिपेंट्स कौन-कौन होते हैं रिटेल इन्वेस्टर कौन होता है इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर कौन होते हैं कैसे आपको अपना इन्वेस्टमेंट करना चाहिए बहुत सारी बातें हैं करने को तो चलिए आगे बढ़ते हैं नेक्स्ट लेक्चर पे जय हिंद नाउ मेरे दोस्तों लेट अस लुक एट व्हाट इज अ स्टॉक और अ शेयर मार्केट एक स्टॉक या फिर एक शेयर होता क्या है आइए समझते हैं अगर जब हम बोलते हैं ना कि हमने एक शेयर खरीदा या एक स्टॉक लिया स्टॉक बोलिए शेयर बोलिए दज आर सिनोनिम्स एक ही मतलब है इसका तो ऐसे में एक स्टॉक या एक शेयर यह रिप्रेजेंट करता है एक परसेंटेज पार्टनरशिप इन अ कंपनी इन अ बिजनेस परसेंटेज पार्टनरशिप इन अ कंपनी इन अ बिजनेस आई वुड लाइक टू एक्सप्लेन यू इन अ सिंपल सिंपल वे विद द हेल्प ऑफ दिस डायग्राम देखिए डायग्राम को मान लीजिए कि एक कंपनी ने मार्केट में 10000 शेयर्स फ्लोट करवाए इन 10000 शेयर्स में से आपने 1000 शेयर्स उस कंपनी के खरीद लिए आपने खुद आपने उसके 1000 शेयर्स खरीद लिए तो हम कहेंगे कि आपकी उस कंपनी में हिस्सेदारी जो है वो हो चुकी है 10 पर यू हैव अ स्टेक ऑफ 10 पर इन दैट कंपनी अब इसका मतलब यह है कि अगर यह पूरा एक आप पिज़्ज़ा समझते हो तो 10 पर स्लाइस जो है वो आपकी है ठीक है अब इसमें जितना प्रॉफिट होगा तो पिछले लेक्चर से में समझ पा रहे हैं कि व भी आपका ही होगा जितना भी प्रॉफिट होगा वह भी आपका ही होगा आप चाहे आगे चलके तो इन 1000 शेयर्स में से आपको पैसों की जरूरत है आप 50 शेयर बेच दीजिए थोड़े से प्रॉफिट में तो आपको पैसे मिल जाएंगे अगर आप चाहते हैं तो कुछ टाइम के लिए और रख सकते हैं और जब कंपनी बहुत बड़ी जायंट हो जाए तब अपना 10 पर बेच के आप निकल सकते हैं यह सब बेचना जो आप सेलर है आप बेचेंगे अपने शेयर को तो कोई ना कोई बाय करेगा उसको तो यह सब कैसे होता है तो यही सब हम लोग यहां पर भी बात करने वाले हैं अब एक स्टॉक मार्केट क्या होता है एक स्टॉक का जो मार्केट होता है वहां पे विलिंग बायर्स और विलिंग सेलर्स वो आते हैं और एक साथ यहां पर आके लॉफुली ट्रांजैक्ट करते हैं लॉफुली क्योंकि यहां पर रूल्स एंड रेगुलेशंस फिक्स किए जाते हैं ताकि यहां पर सभी का इंटरेस्ट जो है सभी का जो सेफ्टी है उसको यहां पर इंश्योर किया जा सके रिस्क को कम से कम किया जा सके कहीं फ्रॉड जो हो सकते हैं कोई आपके पैसे ले लेके भाग जाए ऐसी चीजें हो सकती हैं उन सब चीजों को यहां पे एलिमिनेट किया जा सके रिस्क तो देखिए स्टॉक्स के ऊपर या नीचे प्राइसिंग जाने पे है बट दैट इज इनएविटेबल वो तो होके रहेगा लेकिन हम यह नहीं चाहते कि हम किसी ऐसे को सेल कर दें जो आपके स्टॉक्स लेके भाग जाए आपको उसके पैसे ना मिले आपने अपने शेयर्स बेचे लेकिन आपको पैसे ना मिले तो एक स्टॉक मार्केट जो होता है ना ये एक लीगल तरीका होता है इन सारे प्रोसेसेस को स्मूथली फंक्शन करवाने का जहां पे एक बायर और एक सेलर आकर के जुड़ते हैं आक के मिलते हैं यह एक मार्केट प्लेस होती है वहां पर सब लोग आते हैं इसी स्टॉक मार्केट में जो खरीदने बेचने की जो प्रक्रिया होती है इसको यह खरीदने बेचने की प्रक्रिया को हम लोग कहते हैं ट्रेडिंग इसको कहते हैं ट्रेडिंग और यहां पे यह वर्ड जो होता है स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग इट रिप्रेजेंट्स दैट थिंग ओनली ये जो स्टॉक मार्केट में जो ट्रेडिंग होती है तोय जो स्टॉक मार्केट में जो ट्रेडिंग होती है दैट कैन हैपन आइर इन अ प्राइमरी मार्केट और इट कैन आल्सो हैपन इन अ सेकेंडरी मार्केट यह काम एक प्राइमरी मार्केट में भी हो सकता है और यही काम एक सेकेंडरी मार्केट में भी हो सकता है इसके बारे में हम लोग नेक्स्ट लेक्चर में बात करेंगे अपकमिंग लेक्चर में बात करेंगे आगे बढ़ते हैं और हम यह समझते हैं कि यहां पर कौन-कौन पार्टिसिपेंट्स होते हैं जब हम स्टॉक्स में स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट कर रहे होते हैं हु आर द पार्टिसिपेंट्स हियर हु पार्टिसिपेट एक तो सेलर है जो बिजनेस ऑर्गेनाइजेशन खुद हो सकती है या फिर कोई और जिसने पहले शेयर ले रखे हो वह शेयर बेचना चाहता हो वो एक सेलर है ये बायर्स कौन-कौन होते हैं आइए बायर्स को समझने की को कोशिश करते हैं एक बुक्स में टेक्स्ट बुक्स में ग्राफ दिया जाता है इस ग्राफ को समझने की कोशिश करते हैं यह वा एक्सिस में है क्वांटम ऑफ इन्वेस्टमेंट मतलब कितनी क्वांटिटी इन्वेस्टमेंट की की जा रही है वा एक्सिस में आप समझ रहे हो थोड़ा सा टेक्निकल है लेकिन अच्छे से समझोगे तो चीजें क्या है क्लियर होती चली जाएंगी वा एक्सिस में है क्वांटम ऑफ इन्वेस्टमेंट यानी कि कितनी क्वांटिटी में इन्वेस्टमेंट किया गया जितनी ज्यादा क्वांटिटी तो उतना ही हम कहेंगे आपने इन्वेस्टमेंट ज्यादा किया राइट एंड द एक्स एक्सिस रिप्रेजेंट्स द कॉम्प्लेक्टेड मेंट इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी यह बहुत ही इंपॉर्टेंट हो जाता है समझने के लिए कि हम कौन है इन स्टॉक मार्केट हु वी आर वेयर वी लाई यहां पर जो क्वांटम ऑफ इन्वेस्टमेंट जिसका कम है और जिसकी इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी बहुत ज्यादा कॉम्प्लेक्टेड इन्वेस्टर रिटेल इन्वेस्टर रिटेल इन्वेस्टर जो होता है वह कहीं यहां पर लाई करता है जिसका क्वांटम ऑफ इन्वेस्टमेंट कम होता है और जिसकी कॉम्प्लेक्शन इन्वेस्टर दे आर कॉल्ड एस इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर य जो इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर होते हैं ना इनकी व भी बहुत हाई होती है और उनका क्वांटम ऑफ इन्वेस्टमेंट भी यह 50 लाख एक करोड़ वाली बात नहीं करते यह लोग यह लोग 1000 करोड़ 2000 करोड़ 5000 करोड़ ऐसे इनके इन्वेस्टमेंट होते हैं इनका क्वांटम ऑफ इन्वेस्टमेंट इतना हाई होता है यह होते हैं इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स रिटेल इन्वेस्टर्स ना हम लोग जैसे होते हैं हमारे आपके जैसे लोग इंडिविजुअल पर्सन मोस्टली वोते रिटेल इन्वेस्टर्स यह वो इन्वेस्टर होते हैं जो अपनी इन्वेस्टमेंट की जो चॉइस होती होती है रोजाना अखबार पढ़ते हैं रोजाना चीजों को एनालाइज करने की कोशिश करते हैं सही जगह पैसे लगाने की कोशिश करते हैं इनके पास कभी 5000 है कभी 50000 है कभी शायद 5 लाख है उसको यह किसी किसी जगह पर डालते हैं जहां पर इनको लगता है अपनी सूझबूझ से कि यहां पर पैसे बढ़ने की उम्मीद है यह होते हैं रिटेल इन्वेस्टर यह इंडिविजुअल पर्सन होते हैं हमारे आपके जैसे हम सभी कौन है अभी हम सभी हैं रिटेल इन्वेस्टर्स अब आते हैं इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्ट जो 5000 10000 करोड़ से नीचे कभी बात ही नहीं करते ऐसा कौन करता होगा इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स बहुत सारे होते हैं इसमें मेजॉरिटी तो इंडिया में तो बैंक्स है इसमें इंश्योरेंस कंपनीज आ जाती है इसमें हेज फंड्स आ जाते हैं इनके बारे में अपन देखेंगे बाद में एडवांस कोर्स वगैरह में बात करेंगे हेज फंड्स वगैरह राइट इसमें अपने को अभी इन्वेस्टमेंट तो करना नहीं है उसके बाद इसमें आपके म्यूचुअल फंड आ जाते हैं म्यूचुअल फंड्स आ जाते हैं राइट और इसमें अदर चीजें भी आती अदर इंस्टीट्यूशन भी आते हैं बड़े-बड़े कभी-कभी गवर्नमेंट इंस्टिट्यूशन भी होते हैं प्राइवेट होते हैं यह जो बड़े-बड़े इंस्टिट्यूशन होते हैं ना यह लोग क्या करते बैंक्स है आपको इंटरेस्ट देती हैं आपके सेविंग्स प 4 पर 4.1 4.2 पर ऐसा सेविंग्स पर इंटरेस्ट मिलता है यह इंटरेस्ट आपको क्यों दे पा रहे हैं यह कोई पैसा छाप तो नहीं रहे तोय आपको एडिशनल क्यों दे दे पा रहे हैं क्योंकि इनको कहीं ना कहीं से पैसे मिल रहे हैं इन्होंने अगर किसी को लोन दिया है तो उसका इंटरेस्ट मिल रहा है अगर लोन नहीं भी दिया है तो यह क्या करते हैं ये बैंक्स या इंश्योरेंस कंपनीज जैसे कि फॉर एग्जांपल आपने कोई इंश्योरेंस कंपनी में कोई एक टर्म प्लान करा एक होता है टर्म प्लान कहते हैं एक बार आप पेमेंट कर दीजिए 25 50 हज मरने के उपरांत आपके नॉमिनी को 50 लाख र दे देते हैं ये लोग तो ये चीजें कैसे मैनेज कर पाते हैं कि इतना सारा जो है जो किसी को अगर क्लेम देना है तो इतना सारा दें बैंक्स अगर इंटरेस्ट देना है तो इंटरेस्ट दे पाए कैसे हो पाता है यह सब यह सब इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के द्वारा ऐसे हो पाता है आइए समझिए यह लोग क्या करते हैं य इंस्टीट्यूशंस क्या करते हैं यह एक फंड मैनेजर को अपॉइंटमेंट अभी के लिए एग्जांपल के लिए हम एक फंड मैनेजर ले रहे हैं फंड मैनेजर के अंदर होते एनालिस्ट जो एनालिसिस करते हैं पूरे मार्केट का डिटेल में यह वही होते हैं आईएम वाम पास आउट लोग जो होते हैं ना ये सब वही होते हैं एनालिस्ट उसके बाद होते हैं ट्रेडर्स यह भी वही लोग होते हैं जिनको मार्केट के बारे में बहुत डिटेल में और उनको सारे इंडेक्सेस पढ़ना आता है बहुत अच्छे से इनको प्रोपोर्शंस बहुत अच्छे से देखना आता है कंप्यूटर सॉफ्टवेयर सोफिस्टिकेटेड ये लोग रखते हैं यह सब वो लोग होते हैं तो इंस्टिट्यूशन फंड मैनेजर को रखते हैं अब फंड मैनेजर को इन्होंने क्या किया लेट अस सपोज 5000 करोड़ दे दिए अब 5000 करोड़ को यह क्या करेंगे इनका दिन भर का काम यही होता है स्टॉक्स में पैसे लगाना और फिर कभी-कभी तो ऐसा होता है उसी दिन निकाल भी लेना थोड़े से प्रॉफिट करके 10 पर 5 पर प्रॉफिट किए निकाल लिए उसी दिन उसके बाद व एनालिसिस करते हैं इसी तरीके से फिर वो एनालिस्ट जो एनालिसिस करते हैं तो ट्रेडर्स उस परे पैसे लगाते चले जाते हैं और ये फंड मैनेजर्स उसको पूरा जो है कंट्रोल कर रहे होते हैं म्यूचुअल फंड्स आपने सुना होगा म्यूचुअल फंड्स क्या होते हैं आपने थोड़े से पैसे दिए और उसके बाद इसलिए बोलते हैं म्यूचुअल फंड्स आर सब्जेक्टेड टू मार्केट रिस्क प्लीज रीड द ऑफर डॉक्यूमेंट केयरफुली बिफोर इन्वेस्टिंग यही तो यही इसलिए बोलते हैं अरे म्यूचुअल मतलब मेरा पैसा आपका पैसा उसका पैसा इसका पैसा सबका पैसा आ गया एक जगह इनके पास बहुत सारा पैसा आ गया अब यह लोग अपने गेम पे लग जाएंगे तो म्यूचुअल फंड यही होता है कि बहुत सारे लोगों का पैसा लो और उसके साथ यह गेम खेलो अब इसमें रिस्की भी हो सकता है लेकिन क्योंकि यह लोग थोड़े एक्सपर्ट होते हैं तो इसीलिए लॉस या नुकसान होने का जो चांस होता है वह रिलेटिवली कम होता है कभी-कभी होता भी है नुकसान तो इसीलिए कई लोग रिटेल इन्वेस्टर बनना प्रेफर करते हैं वो खुद एनालिसिस करके खुद देखना प्रेफर करते हैं क्योंकि क्या होता है इसमें जो फंड मैनेजर और जो एनालिस्ट ट्रेडर कर रहे हैं इसमें अगर थोड़ी सी भी चूक हो गई तो आपका पैसा पूरी तरीके से डूब भी सकता है राइट लेकिन हां अगर प्रॉफिट होता है तो वह भी हो सकता है बहुत अच्छा खासा म्यूचुअल फंड्स में तो इस तरीके से एक एग्रीमेंट होता है हमारे आपके सबके बीच में इनके साथ इंस्टीट्यूशंस के साथ इंश्योरेंस वाले इतना क्लेम कैसे दे पाते हैं वह इसीलिए दे पाते हैं क्योंकि वह रेगुलरली इनके फंड मैनेजर्स यही काम कर रहे होते हैं और इसीलिए वह अपने पैसे को ग्रो कर पाते हैं और इस तरीके से वह क्लेमसेंटर के भी हो सकते हैं आपकी लाइफ कवर के भी इंश्योरेंस हो सकते हैं किसी के एजुकेशन के लिए भी हो सकता है किसी के प्रॉपर्टी के लिए भी हो सकता है राइट तो यह सारे के सारे इंश्योरेंस जो होते हैं ना ये सब ऐसे ही वर्क करते हैं और भी बहुत सारी चीजें हैं बट हम लोग कहां पे लाई करते हैं हम लोग यहां पे लाई करते हैं हमें अपनी नॉलेज यहां पे बढ़ानी है हमें इन पे फिलहाल रिलाई नहीं करना है इस कोर्स में हम यह कैसे अच्छे बने कैसे अच्छे रिटेल इन्वेस्टर बने इस पर आगे बढ़ना है आई होप यू गॉट द पॉइंट तो अब हम अगले सेशन में यह देखेंगे प्राइमरी और सेकेंडरी मार्केट्स क्या होते हैं प्राइमरी मार्केट्स में कुछ ऐसे टर्म्स जैसे कि आईपीओ और एफपीओ यह सब क्या होते हैं और सेकेंडरी मार्केट्स और प्राइमरी मार्केट्स में इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी कैसी-कैसी होती है चलिए बढ़ते हैं अगले लेक्चर पे जय [संगीत] हिंद मेरे प्यारे दोस्तों इस पर्टिकुलर सेशन में हम लोग बहुत सारी चीजों के बारे में बात करने वाले हैं खास करके यहां पर हम डिटेल में समझेंगे प्राइमरी और सेकेंडरी मार्केट क्या होता है यह बहुत इंपॉर्टेंट है समझना और यहां पर मुझे चाहिए एक ही चीज आपसे और वह है आपका प्रॉपर अटेंशन बड़े ध्यान से मैं आप एक बार आप देखोगे ना इस चीज को एक बार समझोगे आपका पूरा कांसेप्ट प्राइमरी और सेकेंडरी मार्केट का क्लियर हो जाएगा तब हम अगले लेक्चर जिसमें हम प्राइस सेटिंग की बात करेंगे वो बहुत अच्छे से आप समझ पाओगे इसी के लिए थोड़ी देर सब चीजें हटा कर के सिर्फ यहीं पर फोकस करिएगा प्लीज दिस इज जस्ट वन टाइम और इस तरीके से मैं बता दूंगा कि आपको दोबारा कभी इसको कहीं और से समझने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी यस सो क्या-क्या देखना है हमें प्राइमरी एंड सेकेंडरी मार्केट की टर्मिनोलॉजी आईपीओ और एफपीओ के बारे में प्राइस सेटिंग जो होती है इसके बारे में हल्का बेसिक बाकी डिटेल में हम पढ़ेंगे नेक्स्ट लेक्चर में और आगे आप देखते जाइए बिजनेस होते हैं कैसे होते हैं प्राइमरी मार्केट में क्या होता है टर्म्स क्या-क्या है तो हर चीज पूरी तैयार है आपके लिए जरूरत है तो आपके अटेंशन की जो हम अभी आपसे डिमांड कर रहे हैं तो यह आईपीओ एफपीओ यह सब चीजें हमने लिख रखी है पहले से और इन सभी के बारे में हम लोग जो है अभी बातचीत करने वाले हैं तो चलिए स्टार्ट किया जाए राइट दो तरह के मार्केट होते हैं प्राइमरी होता है और सेकेंडरी मार्केट होता है आइए समझते हैं कि यहां पे प्राइमरी और सेकेंडरी दो मार्केट क्यों होते हैं इसके पीछे का कारण क्या है हर कंट्री में दो मार्केट होते हैं प्राइमरी मार्केट एंड सेकेंडरी मार्केट इसको समझने के लिए लेट अस सपोज आप बड़े ध्यान से समझिए आप एक बिज़नेस रन करते हैं और उस बिज़नेस को पैसों की जरूरत पड़ती है तो आप या तो खुद के फंड्स लेते हैं या फिर फैमिली और फ्रेंड्स के फंड्स को यूज कर सकते हैं लेकिन अगर आपका बिजनेस ग्रो कर रहा है लोगों का भरोसा आप पे बढ़ रहा है जैसे फॉर एग्जांपल हर कंपनी छोटे से ही स्टार्ट होती है लखनऊ में स्टार्ट हुआ था मिस्टर ब्राउन लखनऊ में स्टार्ट हुआ था मिस्टर ब्राउन मैं जब कभी भी लखनऊ विजिट करता हूं यहां पर जरूर जाता हूं देखिए फंड रेज करवाने के कई तरीके होते हैं जैसे एक छोटी कंपनी होती है जो लोकल कंपनी है या फिर एक कोई ऑनलाइन बिजनेस है जो कि अभी बहुत ज्यादा ग्रो नहीं हुआ है तो ऐसे में वो फंड रेज करवा सकते हैं विद द हेल्प ऑफ एंजल इन्वेस्टर्स वेंचर कैपिटल जिसको वीसी कहते हैं दूसरा तरीका फंड रेज करवाने का है आप आ जाओ एकदम नेशनल लेवल पे बड़े-बड़े इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के सामने रिटेल इन्वेस्टर्स के सामने आ जाइए और फिर वो आपके बिजनेस पे भरोसा करते हुए आपको जो है पैसे देंगे आज की डेट में मिस्टर ब्राउन इस तरीके से पब्लिक में नहीं आ सकता क्योंकि इस मिस्टर ब्राउन को अभी एक्सपेंड कर रहा है बहुत शानदार ब्रांड है इनके प्रोडक्ट्स बहुत अच्छे हैं लोग बिलीव करते हैं रेगुलरली जाते हैं प्रमोट करते हैं तो ऐसे में लोग जो हैं इनके ब्रांड को रिकॉग्नाइज करते हैं यह लखनऊ न्यू दिल्ली आगरा एक्सपेंड कर रहा है यूपी और दिल्ली एनसीआर रीजन में हो सकता है धीरे-धीरे और आगे एक्सपेंड करे आपने देखा कराची बेकरी एक्सपेंड करता चला गया हैदराबाद से स्टार्ट होक के ऐसे आप बहुत सारे ब्रांड्स आप बता दोगे उन ब्रांड्स में अभी उनका खुद का ही पैसा लग रहा है अभी उनको जरूरत नहीं है कि पब्लिक को को वहां पे इवॉल्व किया जाए उस बिजनेस को ग्रो करने के लिए अभी उनका खुद का ही पैसा लग रहा है उन बिजनेसेस में तो बात समझिए जब एक बिजनेस बहुत बड़ा हो जाता है जब उसको खुद के पैसे अगर आपके पास हैं तो उससे काम नहीं चल पाता रिलेटिव्स फ्रेंड्स फैमिलीज इनसे आप पैसे लोगे तो बहुत ज्यादा सब्सटेंशियल अमाउंट में आपको नहीं मिल पाता तो ऐसे में होता यह है कि यही जो बिजनेस होते हैं ये मांगते हैं पैसे पब्लिक से पब्लिक से मांगते हैं या फिर जो इंस्टीट्यूशंस होते हैं इंस्टीट्यूशंस होते हैं उनसे पैसे मांगते हैं अब यह डायरेक्टली ना जाकर के एक रेगुलेटरी बॉडी के थ्रू जाते हैं एक रेगुलेटरी बॉडी के थ्रू जाते हैं अब हमारी कंट्री में जो रेगुलेटरी बॉडी है वह है सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी कि सेबी यह है सेबी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया तो यह जो बिजनेसेस होते हैं यह डायरेक्टली पब्लिक से और इंस्टीट्यूशन से जो इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स होते हैं पब्लिक यानी कि हम लोग रिटेल इन्वेस्टर्स इनसे जो पैसे मांगने के लिए जाते हैं यह एक रेगुलेटरी बॉडी होती है य इसको कंट्रोल करती है ताकि जो लोग पैसे इनको दे रहे हैं जो लोग पैसे इनको दे रहे हैं तो इनके जो इनने जो इन्वेस्टमेंट किया इसका नुकसान ना हो डिफॉल्टर कहीं कंपनी हो जाए तो फिर क्या हो किसी ना किसी की तो जवाबदेही होगी तो जवाबदेही होती है इनकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया उस ज जब देही को एस्टेब्लिश करने के लिए ग्राउंड रूल्स एस्टेब्लिश करने के लिए ही यह बीच में मीडिएट होता है और हमारी कंट्री में यही वो चीजें गवर्न करता है तो पहला मार्केट जो होता है वह फर्स्ट मार्केट होता है वह मेक श्यर करता है कि यह बिजनेस जो है इसको पैसे मिल जाए और जो इंटरेस्टेड पब्लिक है जो इंटरेस्टेड पब्लिक है उसको बेसिकली कुछ हिस्सेदारी उस बिजनेस में मिल जाए अब बात समझेगा कि हो क्या रहा है यहां पे देखिए इशू ध्यान रखिएगा इश्यूर व होता है जो सिक्योरिटीज को इशू करता है शेयर्स भी जैसे मैं कहूंगा कि आप मेरी कंपनी में हिस्सेदारी लो तो मैं आपको मैं आपसे अगर ₹ लाख रप लेता हूं आज की डेट में तो मैं बेसिकली क्या करूंगा आपको एक लाख की कोई सिक्योरिटी तो दूंगा कि आपने मुझे ₹ लाख रप दिए हैं और मैंने इस कंपनी में आपको 5 पर 2 पर की हिस्सेदारी दे द ऐसा करके ही आज चीजें आगे बढ़ती है आपके पास कोई गारंटी होनी चाहिए उसी उसी को हम सिक्योरिटी कहते हैं जो हम रेगुलर भाषा में बोलते हैं ना क्या गारंटी दे रहे हो तो वो गारंटी जो है वही हमारी शेयर्स होती है तो इन शेयर्स को समझना है हमें और भी चीजें होती है आगे-आगे चीजें कॉम्प्लिकेट करूंगा मैं अभी नहीं कर रहा बहुत ज्यादा ठीक है देखिए इशर जो है इशू जो है वो बिजनेस है जिसने इन शेयर्स को इशू किया इन शेयर्स ये जो शेयर्स हैं ये मिल गए इन्वेस्टर को और जो इन्वेस्टर हैं उन्होंने फंड्स दे दिए इशर को ऐसे में कंपनी को कैपिटल गेन हो जाता है इसको कैपिटल मिल जाता है तो जो पैसे इन्वेस्टर्स के पास होते हैं मान लो यह पैसे हैं यह इन्वेस्टर्स के पास है यह पैसे पहुंच जाते हैं कंपनी के पास और कंपनी उससे अपने कामकाज कर लेती है और जो सर्टिफिकेट्स होते हैं जो इशू सर्टिफिकेट्स होते हैं जैसे कि शेयर्स वगैरह होते हैं तो यह जो शेयर्स होते हैं यह पहुंच जाते हैं हमारे इन्वेस्टर के पास तो इस तरीके से यह प्राइमरी जो मार्केट होता है यह फंक्शन करता है प्राइमरी मार्केट जो कंट्रोल होता है वह सेबी के रूल्स से गवर्न किया जाता है सेबी किसी भी कंपनी को ऐसे पब्लिक में आने नहीं देती उसके लिए पूरा रेशो हम आगे पढ़ेंगे कौन-कौन से रेशोसिनेशन आएंगे वो कैसे पता चलेगा एग्जांपल दे रहा हूं बर्गर किंग का कुछ टर्म्स है जब हम कहते हैं कोई कंपनी जा रही है पब्लिक गोइंग पब्लिक जब हम कहते हैं गोइंग पब्लिक पब्लिक जा रही है कंपनी इसका मतलब क्या है इसका मतलब यह है कि अब उस कंपनी में सिर्फ जो प्रमोटर थे प्रमोटर जब भी वर्ड यूज होगा बड़े ध्यान से समझिए प्रमोटर मतलब यूजुअली वो लोग होते हैं जिन्होंने सबसे पहली बार बिजनेस को स्टार्ट किया था आप इनिशिएटिव या प्रमोटर हो उस बिजनेस के जो आप उस बिजनेस को प्रमोट आगे बढ़ाना चाहते हो क्योंकि वो आपका बिजनेस है तो प्रमोटर यूजुअली रेफर्स टू दोस पीपल और ग्रुप ऑफ पीपल और स सिंगल पर्सन पर्सन मे बी हु हैज स्टार्टेड द बिजनेस एंड वांट्स टू प्रमोट इट दैट इज द प्रमोटर आल्सो प्रमोटर इज अ शेयर होल्डर आल्सो राइट सो गोइंग पब्लिक का मतलब क्या होता है कि वही प्रमोटर्स अब पब्लिक के सामने आते हैं और पब्लिक से पैसे लेकर के उनको बदले में शेयर्स या मैं इन जनरल में कहता हूं शेयर्स ही नहीं मैं कहूंगा सिक्योरिटीज प्रोवाइड कराते हैं कि आपने हमें पैसा दिया है यह है सिक्योरिटीज या आप इसको गारंटीस भी कह सकते हैं सिक्योरिटीज या गारंटीस जो प्राइमरी मार्केट होता है ना उसको न्यू इशू मार्केट भी कहा जाता है न्यू इशू मतलब जो सबसे पहली बार जब कंपनी मार्केट में उतरी है पैसे लोगों से गेन करने के लिए तो यह नया इन्होंने इशू रिलीज किया है नए सिक्योरिटीज रिलीज किए हैं इस मार्केट में इसलिए इस प्राइमरी मार्केट को न्यू इशू मार्केट कहा जाता है इस न्यू इशू मार्केट को कंट्रोल या इसमें इन्वेस्टमेंट होगा नहीं होगा कौन कंट्रोल करता है यह सेबी कंट्रोल करता है और वेरियस ब्रोकर्स होते हैं जैसे कि फॉर एग्जांपल मैं आप लोगों को अप स्टॉक्स के बारे में पूरा पूरा सिखाऊंगा क्योंकि यही है जो मैं सॉफ्टवेयर यूज करता हूं इनका इन्हीं की वेब पेजेस अप स्टॉक्स प्रो का यूज करता हूं आपको भी प्रो मेंबर बनवा दिया जाएगा आगे चलके बट अभी आपको स्टॉक्स में कुछ भी नहीं करना है ना आपको अभी डीमेट अकाउंट बनाना है कुछ करना है मैं आपको एक दो लेक्चर के बाद आपको बता दूंगा क्या आपको करना है बिफोर यू स्टार्ट ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग तो वो मैं आपको समझा दूंगा एक दो लेक्चर का बस आप वेट करिएगा अब स्टॉक्स में हम लोग करेंगे सारा का सारा काम अभी नहीं बनाया अकाउंट कोई दिक्कत की बात नहीं मैं बताऊंगा तो आपको इससे बहुत सारे बेनिफिट्स होंगे बिकॉज़ आई एम अ पार्टनर विद अप स्टॉक्स आल्सो एंड आई हैव बीन अ लॉन्ग टाइम जब अप स्टॉक्स कुछ बहुत छोटी सी कंपनी थी उसका वैल्यूएशन मात्र -4 करोड़ का हुआ करता था तब से एनीवेज आगे बढ़ेंगे तो मैं बता दूंगा कैसे करना है तो ये जो ब्रोकर्स होते हैं ये अ जो इनिशियली पब्लिक जो पब्लिक के सामने जो ऑफर्स आते हैं वो या फिर फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर्स आते हैं वो इसी तरीके के ब्रोकर्स और भी हैं मार्केट में तो ऐसे में इनिशियल पब्लिक ऑफर फाइनल पब्लिक ऑफर उसके बाद जो ट्रेडिंग वगैरह है इन्वेस्टमेंट है सबसीक्वेंट इन सभी को ये ब्रोकर्स जो है एग्जीक्यूट करवाने में हेल्प करते हैं तो ये बीच के ब्रोकर्स होते हैं जो ये सब काम करवाने में हमें फैसिलिटेट करते हैं इनके पास कुछ टूल्स भी होते हैं जिससे हम लोग ये देख सकते हैं कि स्टॉक मार्केट बढ़ेगा घटेगा कुछ प्रेडिक्शन कर सकते हैं तो वो टूल्स भी समझेंगे क्या होते हैं राइट प्रोटेक्शन अगेंस्ट डिफॉल्ट्स यह मैंने आपको बता दिया अगर कोई डिफॉल्टर कंपनी हो जाती है तो प्रोटेक्शन करने के लिए सेबी की गाइडलाइंस होती हैं सेबी की गाइडलाइंस होती है कोई अगर बैंकर पट हो गया तो ऐसे में शेयर होल्डर्स को उसका क्या करेंगे कैसे शेयर होल्डर्स को पैसा देंगे जैसे फॉर एग्जांपल मान ली आज की डेट में फॉर एग्जांपल एक बैंक है किसी बैंक का नाम नहीं लेते अपन एक बैंक है नो बैंक ठीक नो बैंक है और उस बैंक का बैंकर पसी पे बिल्कुल आ चुका है मामला तो अब सेबी जो है ना वो इंश्योर करेगी कि नो बैंक जो है अपने शेयर होल्डर्स को अपने इन्वेस्टर्स को पैसे कैसे देगी कैसे होगा उसके एसेट्स की नीलामी होगी जहां-जहां पे बैंक के एटीएम होंगे वहां पे शायद एसबीआई को बोला जाएगा अपना एटीएम यहां पे लगा लो इस जगह पे तो वो सब लामियां होंगी उनके एसेट्स की और तब जाके मेक श्यर होगा कि ये जो शेयर होल्डर्स हैं थ्रू सेबी दे गेट सर्टेन सम ऑफ देयर मनी दे डोंट लूज इट कंप्लीट तो ये बीच में ये मैकेनिज्म का होना इस सेबी का होना बहुत जरूरी है इसलिए आपको समझ में आ रहा होगा प्राइमरी मार्केट कहते हैं आप ऐसे कहीं पे भी किसी कंपनी में जाके ऐसे पैसे नहीं दे सकते विदाउट हैविंग दिस काइंड ऑफ स सच सिस्टम तो सेबी हैज दैट अथॉरिटी सो आई होप यू गट द कंप्लीट अंडरस्टैंडिंग ऑफ व्हाट इज अ प्राइमरी मार्केट ऑल राइट आगे बढ़ते हैं अब अब बात करते हैं सेकेंडरी मार्केट की यह सेकेंडरी मार्केट क्या होता है सेकेंडरी मार्केट वही मार्केट होता है जिसमें ऑन अ डेली बेसिस जो है ट्रेडिंग लॉन्ग टर्म शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट्स यह सब चलते रहते हैं यह सब सेकेंडरी मार्केट में हो रहा होता है रेगुलर शेयर्स में उतार चढ़ाव जो चीजें हो रही है चेंजेज आ रहे हैं वो सारे के सारे जो उतार चढ़ाव हो रहे हैं वो आपके सेकेंडरी मार्केट्स में हो रहे हैं हमारी कंट्री की मैं बात करूं तो हमारी कंट्री में अ दो सेकेंडरी मार्केट्स हैं यस वी हैव बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज बीएसई एंड द नेशनल स्टॉक एक्सचेंज एनएसई ये दो हमारे स्टॉक एक्सचेंज हैं क्यों बोलते हैं इनको स्टॉक एक्सचेंज क्योंकि यहां पे जो स्टॉक्स होते हैं तो वो एक्सचेंज किए जाते हैं किनके बीच में हम ही लोगों के बीच में आपस में जैसे फॉर एग्जांपल आप समझिए यहां पे बड़े आराम से समझ में आ जाएगा इअर ने प्राइमरी मार्केट इशर ने प्राइमरी मार्केट में जितने भी इन्वेस्टर्स आए उनसे पैसे ले लिए इसको इश्यूर को क्या मिला इश्यूर को मिला फंड टू रन देयर बिजनेस टू इंक्रीज देयर बिजनेस और प्राइमरी मार्केट में जितने भी इन्वेस्टर्स थे सबको क्या मिल गए सबको मिल गए शेयर्स तो फर्स्ट टाइम जब आप पे करते हैं ना वह डायरेक्टली कंपनी के पास जाता है कोल इंडिया ि लिमिटेड का एग्जांपल देना चाहता हूं मैं जब 2010 में कोल इंडिया लिमिटेड पब्लिक हुई थी 2010 में सीआईएल वाज मेड पब्लिक एट दैट टाइम इट वाज अ हिस्टोरिक थिंग इट रेज 15000 करोड़ 240 करोस टू बी प्रोसाइज तो इतना सारा पैसा जब कोल इंडिया ने रेज किया था कोल इंडिया ने यह भी बोला था कि जो भी हमारे आईपीओ में अभी इन्वेस्टमेंट करेगा कंपनी से जो भी प्रॉफिट आएगा उसमें 10 पर बोनस उन सभी को मिलेगा जो अभी कंपनी में इन्वेस्ट करेंगे तो कभी-कभी कंपनीज अपने आईपीओ में लोगों को रिझाने के लिए अपने आईपीओ में लोगों को बताने के लिए कि भाई इन्वेस्टमेंट करो तो मैं आपको आप अपनी तरफ से यह भी दूंगा तो ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लोग अट्रैक्ट होते हैं ये टर्म्स एंड कंडीशंस डिफाइन हो जाती है एट द टाइम ऑफ योर आईपीओ बिडिंग कैसे होती है वो बाद में देखेंगे बट अभी समझते हैं कि ये जो इनिशियली जब पब्लिक ऑफि होती है फर्स्ट टाइम पब्लिक ऑफि होती है उस समय टर्म्स एंड कंडीशंस डिफाइन होती है अंडर दैट रेगुलेटरी बॉडी से भी ऑलराइट ये जो शेयर्स इनके पास आए अब क्या हो सकता है देखो फॉर एग्जांपल अब ये शेयर्स है अब अब आप बोलोगे कंपनी के पास जा कर के सेकेंडरी मार्केट की जरूरत क्यों आई मैं यह बताने की कोशिश कर रहा हूं कि प्राइमरी मार्केट में में आपने शेयर्स तो ले लिए मान लो मैंने किसी कंपनी के ₹ लाख के शेयर्स खरीद लिए हुआ यूं कि मुझे अब थोड़ा सा ₹ लाख की जरूरत है अब मैं डायरेक्टली कंपनी के पास जाकर के बोलूंगा कि भाई मुझे ₹ लाख की जरूरत है आप एक काम करो ₹ लाख का अपना सर्टिफिकेट ले लो और मेरे को मेरे ₹ लाख दे दो मैं आपके पास सिर्फ ₹ लाख र ही इन्वेस्ट कर सकता हूं कंपनी बोलेगी आपने फंड दिया था मैंने तो यूज कर लिया अब क्या करें वहीं पे जो है आता है सेकेंडरी मार्केट सेकेंडरी मार्केट देश को चलाने के लिए भी एक बहुत बड़ा योगदान देता है यह जो शेयर मार्केट्स होते हैं बीएससी एनएससी यह सारे के सारे सेकेंडरी मार्केट्स होते हैं और यहीं पे हो रही होती है इन्वेस्टर्स के साथ लेनदेन की प्रक्रिया तो जो सेकेंडरी मार्केट होते हैं जैसे ही आप शेयर खरीदते हैं प्राइमरी मार्केट से सेकेंडरी मार्केट उनको लिस्ट कर लेते हैं जैसे मैंने 5 लाख का शेयर खरीदा आपने 1 लाख का किसी कंपनी का किसी ने 0000 का किसी ने 22500 का यह सारे के सारे यहां पे लिस्ट हो जाएंगे मतलब इनके कंप्यूटर डाटा में सारी की सारी चीजें फीड कर दी जाएंगी ये सारे के सारे ब्रोकर्स जैसे मैंने अभी अप स्टॉक्स का नाम बताया इस तरीके से सारे ब्रोकर्स के पास इंफॉर्मेशन डिसिपेटर में वो ब्रोकर्स को भी मालूम रहेगा रेगुलरली क्या कौन कहां बेच रहा है खरीद रहा है बेच रहा है खरीद रहा है कितना अप जा रहा है कितना डाउन जा रहा है क्यों अप क्यों डाउन जाता है वो अभी देखेंगे थोड़ी देर में तो जो सेकेंडरी मार्केट में इन्वेस्टर्स जो होते हैं ना वो आपस में ही शेयर्स को एक्सचेंज कर रहे होते हैं ऐसे में होता यह है कि कंपनी के फंड में ना कोई बढ़त होती है ना ही कोई गिरावट आती है कंपनी के फंड में जो बढ़त होती है वह सिर्फ और सिर्फ यह इस दौरान होती है जब वह अपना आईपीओ लॉन्च करते हैं तब डायरेक्ट कंपनी को पैसे मिलते हैं लेकिन जब हम शेयर्स को इन स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेड कर रहे होते हैं उसमें कंपनी को कोई पैसा नहीं मिल रहा होता जो इश्यूर है वो अपनी कंपनी है याद है ना तो उसको कोई पैसा नहीं मिल रहा होता सो दैट इज द इंपॉर्टेंस ऑफ सेकेंडरी मार्केट आई विल टेल यू मोर इंपॉर्टेंस ऑफ सेकेंडरी मार्केट इन अ बिट बट जस्ट लिसन टू दिस आल्सो टर्म्स जैसा कि मैंने भी बताया आपको लिस्टिंग ऑन एन एक्सचेंज जब कभी भी किसी कंपनी को फर्स्ट टाइम प्राइमरी मार्केट में पैसे मिलने के बाद जो शेयर होल्डर्स होते हैं किनके पास कितना कितना कितना कितना शेयर है वो सब लिस्ट हो जाता है ये शेयर्स में जो लिस्टिंग होती है ये एक्चुअली आपके अकाउंट के थ्रू होती है जिस अकाउंट को कहते हैं हम लोग डी मैट अकाउंट इस अकाउंट के बारे में जस्ट थोड़ा सा टाइम दीजिएगा आगे डिस्कस करेंगे फिर मैं आपको बताऊंगा कि आपको अपना डीमेट अकाउंट अप स्टॉक्स का इस्तेमाल करके कैसे बनाना है और आपको उसे मैक्सिमम बेनिफिट कैसे मिलेगा मेरे थ्रू यस मेरे थ्रू ही बनाना है आपको आपको तभी बेनिफिट मिल पाएगा यस तो डी मैट अकाउंट जो है अगर आपके कहीं और बने हुए हैं तो आई वुड सजेस्ट कि अप स्टॉक से बना लीजिए इट्स वेरी इजी टू यूज मेरे पास सभी का है ब्रोकर्स ब्रोकरशिप अ मैंने सभी का लेके रखा हुआ है प्रो वर्जन उसके बाद ही मैं अल्टीमेटली आपको अप स्टॉक्स रिकमेंड कर रहा हूं इसलिए क्योंकि इजी टू यूज है काफी ज्यादा राइट ऑल राइट सो दिस इज द डीमेट अकाउंट वेयर यर ऑल लिस्टिंग्स आर लिस्टेड हियर आपकी जितनी भी होल्डिंग्स है वो पूरी की पूरी यहां पे लिस्ट कर दी जाती है जो जो आप होल्ड करके इस वक्त रखे हैं ठीक है राइट सो दैट इज व्हाट इज अ लिस्टिंग ऑन एन एक्सचेंज आगे बढ़ते हैं आगे देखिएगा एक सवाल दिमाग में आ रहा होगा आपके कई लोगों के दिमाग में ये चीज आई होगी कि क्या सर ऐसा है क्या कि आर ऑल प्राइमरी मार्केट इश्यूज ओपन टू पब्लिक क्या मतलब ऐसा है क्या कि आज की डेट में अगर मान लीजिए कि व्हाट आर द वेरियस वेज व्हाट आर द टाइप्स ऑफ इश्यूज इन अ प्राइमरी मार्केट दिस इज द क्वेश्चन क्वेश्चन यह है कि व्हाट आर द वेरियस इश्यूज इन अ प्राइमरी मार्केट प्राइमरी मार्केट में इशू इशू इश्यूज का मतलब वही सिक्योरिटीज इशू किया आपने अरे बुक इशू करा दिया आपने इसी को हम लोग यहां पे इश्यूज कहते हैं सो व्हाट आर द वेरियस टाइप्स ऑफ इश्यूज इन अ प्राइमरी मार्केट तो इश्यूज का मतलब ये मत समझिए का समस्या जनरली हम लोग समझते हैं इशू का मतलब समस्या है कोई इशू है मेरे साथ ऐसा नहीं है इशू मतलब वह जो बुक इशू कराई हमने राइट यह इशू कराया वह इशू कराया वैसे ही यहां पे इशू है यह ठीक है इशर जो कंपनी है उसने इशू की कोई ना कोई सिक्योरिटी ऐसा समझिए तो सबसे पहली चीज है पब्लिक इशू यह है वह पब्लिक इशू जिसमें कि हम और आप जैसे लोग यानी कि रिटेल इन्वेस्टर्स इन्वेस्ट कर सकते हैं हम और आप जैसे लोग हम लोग इसको खरीद सकते हैं और उसके बाद फिर इसको हम लोग ट्रेड भी कर सकते हैं तो ये जो पब्लिक इशू होते हैं दो तरह के होते हैं एक होता है आईपीओ और एक होता है एफपीओ एक होता है आईपीओ और एक होता है एफपीओ तो दोस्तों आईपीओ स्टैंड्स फॉर इनिशियल पब्लिक ऑफर पब्लिक ऑफर दोनों में कॉमन और एफपीओ स्टैंड्स फॉर फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर कभी किसी कंपनी का आईपीओ भी आ सकता है कभी किसी कंपनी का एफपीओ एफपीओ भी बहुत कंपनियों के आते ही रह ते हैं हर महीने आप देखेंगे तीन चार तीन चार कंपनियों के एफपीओ भी आते रहते हैं फॉलो ऑन मतलब जैसे एक बार हमने पैसे तो ले लिए पब्लिक से और अपने बिजनेस में लगा दिए हमको और ग्रो करना है और हमें और कैपिटल चाहिए तो ऐसे में शेयर मार्केट में जो ट्रेड हो रहा होगा हमने देखा है ना पहले आते हैं थोड़ा सा पीछे और यहां पे कि फंड इनको तभी मिलते हैं जब यह प्राइमरी मार्केट में आते हैं अंडर द रेगुलेटरी बॉडी से भी तभी इनको फंड मिल पाते हैं यहां पे जो जो ट्रेडिंग हो रही होती है इससे कंपनी को या इश्यूर को या बिजनेस को कोई फंड नहीं मिलता अब उनको और फंड चाहिए तोब वो दोबारा से तिबारा से चौबारा से बार-बार से अगर वो वापस प्राइमरी मार्केट में आते हैं फंड को रेज करने के लिए अपने कैपिटल को रेज करने के लिए और शेयर्स को लोगों को देने के लिए तो ऐसे में हम उसको इनिशियल नहीं कहेंगे उसको हम कहेंगे फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर कि ये दोबारा आए बार-बार आए राइट तो ये होता है हमारा आईपीओ और एफपीओ का मतलब है तो ये एक तरीका हो सकता है टाइप्स ऑफ इश्यूज में एक पब्लिक इशू हो सकता है कि आइए सभी के सभी कोई भी आ सकता है और यहां पे शेयर्स हमारे ले सकता है प्राइवेट इशू प्राइवेट इशू होता है कि अगर हम किसी एक पर्टिकुलर सेट ऑफ इंस्टीट्यूशंस को ही इनवाइट कर रहे हैं जो कि हो सकता है कि बड़े-बड़े फंड लेकर के बैठे हो और उनको एक बार में फंड जो है इन्हीं से मिल जाए तो ऐसे में हम प्राइवेट इश्यूज जो है अलाउ कर सकते हैं जहां पे पब्लिक को राइट नहीं होगा रिटेल इन्वेस्टर को राइट नहीं होगा इन्वेस्ट करने का लेकिन यह जो प्राइवेट जो प्लेयर्स होंगे जो मैंने आपको इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के बारे में लास्ट लेक्चर में बता दिया वो लोग यहां पे इन्वेस्टमेंट करते हैं इसके अलावा तीसरे टाइप का इशू होता है राइट्स एंड बोनस इशू इसको अपन लोग थोड़ी डिटेल में डील करेंगे आगे वाले लेक्चर में ऑलराइट राइट्स एंड बोनस इशू यह तीसरे तरीके का होता है ऑल राइट सो दीज आर द टाइप्स ऑफ इश्यूज इन योर प्राइमरी मार्केट आगे बढ़ते हैं आईपीओ और एफपीओ के बारे में मैंने आपको बताया आईपीओ के बाद क्या व्हाट आफ्टर आईपीओ आईपीओ के बाद होता क्या है बात समझिए बड़े ध्यान से सो आफ्टर आईपीओ नॉट ओनली द इनिशियल प्रमोटर्स मतलब जो ओनली जो स्टार्टिंग में जो बिजनेस ओनर्स थे जिन्होंने स्टार्ट किया था तो उनको हम प्रमोटर्स कहते हैं वही नहीं जितने लोगों ने इन्वेस्ट किया है जो इन्वेस्टर्स है वो सारे के सारे अब बन जाते हैं कंबाइंडली शेयर होल्डर्स ऑफ द कंपनी यह सारे के सारे बन जाते हैं शेयर होल्डर्स ऑफ द कंपनी यही जो इन्वेस्टर्स होते हैं बाद में अपने सेकेंडरी मार्केट में जाकर ट्रेड करते हैं और यह जो शेयर होल्डर्स होते हैं यह चेंज होते रहते हैं तो यह ये जो इन्वेस्टर्स है यह जरूरी नहीं कि हमेशा वही हो इनिशियली तो उन्होंने इन्वेस्ट करके डायरेक्टली पैसे दे दिए लेकिन इसके बाद जब यह लोग ट्रेड करेंगे यह लोग जब ट्रेड करेंगे मार्केट में बाकी इन्वेस्टर्स के साथ ट्रेडर्स के साथ तो ऐसे में यह लोग बदलते रहते हैं कभी 100 लोग यह थे कभी 100 लोग दूसरे हो गए तो वह मार्केट में ट्रेडिंग वगैरह चलती रहती है क्यों होती है ट्रेडिंग वो मैंने आपको बताया राइट यह जो आईपीओ होता है ना दोस्तों य दो तरीके का होता है एक होता है फ्रेश इशू एक होता है ऑफर फॉर सेल एक होता है फ्रेश इशू एक होता है ऑफर फॉर सेल फ्रेश इशू में नए शेयर्स कंपनी के यहां पर मार्केट में लाए जाते हैं तो फ्रेश इशू जो होते हैं वह नए शेयर्स होते हैं जिससे बिजनेस को कैपिटल मिलता है इसका कैपिटल बढ़ता है और जो परसेंटेज शेयर होल्डिंग होती जैसे अभी की की वैल्यू जो कंपनी की टोटल वैल्यू है तो उसका 10 पर के अगर शेयर्स जो है उन्होंने मार्केट में फ्लोट अराउंड करा दिए तो अभी जो परसेंटेज शेयर होल्डिंग होगी वो कम हो जाएगी उस ओनर की तो जो एसिस्टिंग ओनर है उसकी परसेंटेज शेयर होल्डिंग हो कम जब गवर्नमेंट ऑफ इंडिया जो पीएसयू है इस तरीके से जो भी गवर्नमेंट इंस्टीट्यूशंस हैं इनको मार्केट में लेकर के आती है तो गवर्नमेंट की जो शेयर होल्डिंग होती है जो एसिस्टिंग शेयर होल्डिंग होती है वह रिड्यूस कर जाती है तो आईपीओ के बाद परसेंटेज शेयर होल्डिंग ऑफ योर एसिस्टिंग प्रमोटर्स रिड्यूस बिकॉज वो बढ़ने लग जाता है बाकी लोगों में भी ऑफर फॉर सेल की अगर बात करते हैं हम ऑफर फॉर सेल आपने ये भी सुना होगा कि डायरेक्टली सेल कर दी जाती है कंपनियां ब खरीद लो भाई तो यहां पर कोई नए शेयर्स मार्केट में नहीं लाए जाते यहां पे अंदर ही अंदर कंपनी का वो जो है बटवारा या फिर अंदर ही अंदर कंपनी को बेचना वह सब हो जाता है तो यहां पे कोई नए शेयर नहीं लाए जाते इसमें कैपिटल ऑफ कंपनी में कोई चेंज नहीं होता कैपिटल ऑफ कंपनी जों का त्यों रहता है नो चेंज आई वुड से आई विल सिंपली राइट डाउन नो चेंज इन द कैपिटल ऑफ द कंपनी मतलब आज की डेट में फॉर एग्जांपल कोई एक कंपनी ले लेते हैं बील अगर बील को ऑफर फॉर सेल में रखा गया है तो इसका मतलब यह है कि डायरेक्टली खरीद ली जाएगी यह कंपनी और कोई और ही इसकी ओनरशिप ले लेगा चाहे वह 10 पर हो या 15 पर हो या वो 50 पर हो या 100% हो कोई और ही इसकी पूरी कमान अपने हाथ में ले लेगा कंपनी के कैपिटल में कोई भी चेंज नहीं आएगा कंपनी के पास उतना ही कैपिटल रहेगा तो जो परसेंटेज शेयर होल्डिंग होती है जिसने ऑफर किया है जैसे एक कंपनी के बहुत सारे शेयर होल्डर्स हो सकते तो जैसे फॉर एग्जांपल मान लो कि मैं एक कंपनी है उसमें मेरी हिस्सेदारी है 50 पर की मैंने बोला मेरी 50 पर में से मैं 25 पर किसी को देना चाह रहा हूं तो उस 25 पर के मैंने शेयर्स रिलीज करा दिए तो ऐसे में जिसने ऑफर किया है उसकी परसेंटेज शेयर होल्डिंग रिड्यूस हो जाएगी जिन्होंने नहीं ऑफर किया है मान लो 50 पर मेरे किसी पार्टनर की है उसने बोला कि नहीं मुझे अपने शेयर्स नहीं बेचने तो उस जिसने ऑफर नहीं किया है उसकी शेयर होल्डिंग में कोई चेंज नहीं आता है तो यह पब्लिक के पास ना जाकर के हम लोग कोई नए शेयर्स यहां पे मार्केट में नहीं करते यहां पे सिर्फ कंपनी जो है डायरेक्टली किसी को सेल कर देते हैं एक परसेंटेज भी हो सकता है पूरी कंपनी भी हो सकती है जब हम लोग शेयर मार्केट की बात करते हैं तो हमारे काम के होते हैं ये फ्रेश इश्यूज हमारे काम के होते हैं आईपीओ से रिलेटेड और फिर फॉलो ऑन जो पब्लिक इश्यूज होते हैं वो भी अपने काम के होते हैं एज रिटेल इन्वेस्टर्स एफपीओ ऑलराइट सो दिस इज व्हाट आफ्टर एफपीओ लेट्स मूव अहेड एफपीओ आईपीओ के बाद जैसा कि मैंने आपको बताया एफपीओ होता है तो एफपीओ जब कोई कंपनी ला रही है ना दैट कंपनी इज ऑलरेडी लिस्टेड इन द स्टॉक एक्सचेंज जो स्टॉक एक्सचेंज हैं आप जानते हैं हमारी जो सेकेंडरी मार्केट है वो दो हैं बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज सो यहां पे बात समझना बीएससी और एनएससी जो है इतनी बड़ी-बड़ी संस्थाएं हैं जो कि पूरे देश के अर्थव्यवस्था को गवर्न करती हैं आज की डेट में तो यहां पर बात समझ में आ रही है आपको कि बीएससी और एनएससी किसी कंपनी के लिए कैपिटल रेज नहीं करती है दे डू नॉट रेज कैपिटल फॉर द कंपनी बीएससी और एनएससी बस ऑलरेडी जो एसिस्टिंग शेयर होल्डर्स होते हैं उनके स्टॉक्स को ट्रेड कराने में हेल्प करती है तो यह सेकेंडरी मार्केट फिर इतना जरूरी क्यों हो गया जब यह कंपनी की हेल्प नहीं कर रहा है जब कंपनी को यह पैसे नहीं दे रहा है रेगुलर डे टू डे ट्रेडिंग हो रही है इंट्राडे ट्रेडिंग हो रही है इन्वेस्टमेंट लोग कर रहे हैं कभी शॉर्ट टर्म कभी लॉन्ग टर्म कंपनी के पास नहीं जा रहे इसके पैसे सो वई दि सेकेंडरी मार्केट इज इंपॉर्टेंट अंडरस्टैंड देयर इज अ वेरी वेरी स्ट्रांग इंपॉर्टेंस बेनिफिट देर इज टू इ इशर्स इशर मतलब कंपनी जिसने इशू किए थे इनिशियली शेयर्स आईपीओ और एफपीओ में बेनिफिट उनको क्या है उनको बेनिफिट यह है कि अगर कंपनी अच्छा परफॉर्म करेगी अगर कंपनी अच्छा परफॉर्म करेगी तो ऐसे में लोग उसमें ट्रेडिंग ज्यादा करेंगे प्राइस सेटिंग कैसे होगी वो बाद में अभी इसके बाद बात करेंगे प्राइस कैसे सेट होती है आपके दिमाग में चल रहा होगा और चलना भी चाहिए अच्छी बात है बेनिफिट टू इश्यूर्स ये होता है कि लोगों के जो सेंटीमेंट्स होते हैं कंपनी के लिए वो यहां पे दिखाई पड़ते हैं कोई कंपनी अच्छा परफॉर्म करती है तो उसके सेंटीमेंट्स पॉजिटिव होने लग जाते हैं कोई कंपनी अच्छा परफॉर्म नहीं करती है सेंटीमेंट्स नेगेटिव कोई कंपनी के डिसीजंस जो होते हैं वह सही नहीं होते मान लो किसी ने कोई गलत सीईओ चुन लिया तो ऐसे में कंपनी के शेयर प्राइसेस डाउन होने शुरू हो जाएंगे गलत सीईओ की वजह से गलत डिसीजन ऑफ द कंपनी की वजह से तो कंपनी में जो टॉप मैनेजमेंट का हर एक एक्ट जो होता है यह जो होता है लोगों लोगों के सेंटीमेंट्स को अफेक्ट करता है तो कंपनी को जो डिसीजंस लेने हैं अपनी कंपनी को चलाने के लिए बिजनेस को जो डिसीजंस लेने हैं व डिसीजन सही वे में लेना यह वहां के उनके खुद के शेयर प्राइस से वह समझ पाते हैं गोदरेज के शेयर्स बढ़ गए जैसे ही सीता पथी जी ने जो हिंदुस्तान यूनिलीवर के सीईओ थे उन्होंने जैसे ही गोदरेज की कमांड संभाली एक स्ट्रांग लीडरशिप के प्रेजेंस में एक ही दिन में शेयर प्राइजेस शूट अप कर गए इसीलिए तो कर गए क्योंकि भाई एक स्ट्रांग लीडरशिप आ गई मार्केट सेंटीमेंट हो गया पॉजिटिव बात समझे प्राइस सेटिंग कैसे होती है इसके बारे में थोड़ी देर के बा बात कि क्यों कितना पॉजिटिव जाना है कितना नेगेटिव जाना है क्यों जाना है वो सब अपन बाद में बात करते हैं व्हाट इज द बेनिफिट टू अस इन्वेस्टर्स हम लोग रिटेल इन्वेस्टर्स हैं हमें हमारे लिए बेनिफिट क्या है देखो बात समझना जो शेयर होल्डर है आपने मान लीजिए किसी कंपनी में इनिशियली भरोसा कर लिया उसके आईपीओ में पैसे लगा दिए या एफपीओ में पैसे लगा दिए तो आप उसके शेयर होल्डर बन गए आपको कल को पैसों की जरूरत पड़ गई या आपको लगा कि नहीं मेरे को इस कंपनी में 7 पर मिल रहा है लेकिन मेरा अनुमान कि मैं अगर इस कंपनी में लगाऊंगा तो मुझे ईयर में 10 पर भी रिटर्न मिल सकता है तो एक काम करना चाहिए मुझे यहां से थोड़े पैसे निकालकर दूसरी जगह डालने चाहिए कंपनी के पास हम डायरेक्टली नहीं जा सकते कि भाई अब पैसे दे दो हमको दूसरी जगह लगाने यह ऐसे नहीं हो सकता कंपनीने लगा दिया अपने बिजनेस में आपको शेयर होल्डर बना दिया आपने सेबी के अंडर रूल्स जो रेगुलेशन थे उसम साइन भी कर दिया आपने डिजिटल सिग्नेचर डीमेट अकाउंट ये सब इसीलिए होता है तो ऐसे में आप नए इन्वेस्टर से जो रुझान रखते होंगे इन शेयर्स में कुछ लोगों का आपसे अलग मत हो सकता है कुछ लोग सोचेंगे शायद टाटा केमिकल्स के शेयर्स बढ़ेंगे कुछ लोग सोच रहे होंगे टाटा केमिकल्स के शेयर्स कम होंगे आपको मे बी लग रहा है कि कम होंगे तो आप अपना बेचना चाह रहे हो सामने वाले को जिसको लग रहा है टाटा केमिकल्स बढ़ने वाला है वह खरीदना चाह रहा है तो वह नए इन्वेस्टर को मौका मिल गया आपकी होल्डिंग्स में से शेयर्स को खरीदने का आप पूरा भी बेच सकते हो और आप वेरियस इन्वेस्टर्स को एक ही इन्वेस्टर नहीं बहुत सारे इन्वेस्टर्स हो सकते हैं आप सबको बेच सकते तोय जो एक्सचेंज हो रहा होगा यही स्टॉक मार्केट में हो रहा होगा तो यह पूरा फैसिलिटेट करता है देश की अर्थव्यवस्था को बेनिफिट टू इंडिया अगर ओवरऑल मानसिकता पॉजिटिव है सेंटीमेंट्स पॉजिटिव है तो सेंसेक्स और निफ्टी ये जो दो इंडेक्सेस है हमारे कैसे कैलकुलेट होते हैं वो भी बताएंगे अभी नेक्स्ट सेशन में यही चीजें बात होंगी तो इंडिया में जो सेंसेक्स और निफ्टी है अगर यह दोनों की प्राइसेस बढ़ रही है य स्ट्रंग इंडिकेशन है ऑफ अ गुड इकोनॉमी अगर मान लो यह कम हो रहा है तो ऐसे में इकोनॉमी भी नीचे जा रही है लोगों के सेंटीमेंट्स जो है वह ठीक नहीं है मार्केट को लेकर के तो ऐसे में इंडिया में दो इंडेक्सेस होते हैं एक सेंसेक्स होता है जो कि बीएससी के थ्रू आता है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के थ्रू और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के थ्रू निफ्टी आता है ठीक है उसके बाद जैसे एग्जांपल के तौर पर है ये यह अपने काम का बहुत ज्यादा नहीं है बाकी हां आप आगे चलके इनमें भी यूएस के भी स्टॉक एक्सचेंज में इन्वेस्ट कर पाएंगे यूएसए में एसएनपी 500 है और नसक है इस तरीके के दो स्टॉक एक्सचेंज हैं तो दोस्तों इन पर्टिकुलर लेक्चर में आपने देखा कि हम लोगों ने बहुत सारी चीजें समझी है प्राइमरी मार्केट सेकेंडरी मार्केट के बारे में थोड़ा लंबा लेक्चर है लेकिन आपकी अंडरस्टैंडिंग आई होप यहां से बहुत ही इंप्रूव हुई होगी सेकेंडरी मार्केट जो है उसको बोलते हैं मार्केट फॉर कॉरपोरेट कंट्रोल भी लास्ट में एक पॉइंट है आपके लिए कि सेकेंडरी मार्केट को हम लोग मार्केट फॉर कॉर्पोरेट कंट्रोल भी कहते हैं क्यों कहते हैं कॉर्पोरेट जितने भी होते हैं बिजनेसेस जितने भी होते हैं उनको किस वे में अपने आप को कंट्रोल करना है अपनी मैनेजमेंट को जैसे अभी सीईओ चेंज हुआ जैसे मैंने एग्जांपल दिया मिस्टर सीतापति आए सीओ चेंज हुआ तो पॉजिटिव हो गया गोदरेज ऊपर चला गया तो दिस इज सेकेंडरी मार्केट च गिव्स यू एन आइडिया कि वेदर यू आर टेकिंग गुड डिसीजन और नॉट फॉर योर कंपनी आप अपनी कंपनी के लिए सही डिसीजंस ले रहे हैं या फिर नहीं ले रहे हैं यह बताता है आपका सेकेंडरी मार्केट तो दोस्तों आई होप यहां तक कि आपको सब चीजें समझ में आई होंगी एक रिक्वेस्ट मैं आपसे यहां पे जरूर करने वाला हूं कि आप जो है इस कोर्स को जरूर से आप जो है इस कोर्स को जरूर से लोगों को रिकमेंड करिए लोगों को बताइए कि हम इतनी मेहनत कर रहे हैं यहां पे आपको चीजें समझ में आ रही है आप पहले से ज्यादा नॉलेजेबल फील कर रहे होंगे खुद को चीजें में कॉन्फिडेंस आ रहा होगा और धीरे-धीरे लेवल बढ़ाऊ मैं बहुत मेरे को भी जल्दी नहीं है आप भी जल्दी में मत रहिए धीरे-धीरे लेवल बढ़ाएंगे लेकिन अच्छे से सीखेंगे अगले लेक्चर में आपके मन की सबसे बड़ी बात जो आपके मन में हलचल है प्राइस सेटिंग कैसे प्राइस सेट होती है उसके बारे में अपन थोड़ी टेक्निकल बातें करेंगे बहुत-बहुत शुक्रिया जय हिंद वंदे मातरम [संगीत] मेरे प्यारे दोस्तों सो आप इस जर्नी में मेरे साथ आगे बढ़ते चले जा रहे हैं और बहुत कुछ सीख रहे हैं आप मेरे प्यारे दोस्तों आपको आई होप अब तक के मजा आ रहा होगा बहुत कुछ आपने सीखा होगा आगे और भी सीखना चाहते हैं और जो बीच-बीच में जैसे मैं बातें बोल रहा हूं कि लाइव सेशंस की जो हमारे ऑलरेडी स्टॉक मार्केट के प्रीवियस स्टूडेंट्स हैं वो उनके लिए फ्री है और आप सभी को मैं एक मैसेज देना चाहता हूं जो मेरे प्रीवियस स्टूडेंट्स हैं उनके लिए आप लोगों को कोई भी रिकरिंग पेमेंट भी करने की जरूरत नहीं है आपकी इच्छा है तो आप कर दीजिए वो अलग बात है लेकिन हम आपसे कोई भी डिमांड नहीं कर रहे हैं जस्ट बिकॉज यू हैव ट्रस्टेड अस थैंक यू सो मच इसलिए कोई भी रिकरिंग पेमेंट करने की जरूरत नहीं है 6 महीने तक के आप हमारे साथ बने रहिए बाकी जो स्टूडेंट्स हैं जो अगर स्टॉक मार्केट लाइव हमारे साथ एनालिसिस करना चाहते हैं और भी आप देखोगे तो आपको समझ में आएगा वो अलग ही दुनिया है और उस दुनिया से अगर आप जुड़ना चाहते हो तो आप टे ग्रा में जाओ यह वाला ग्रुप है ऑलरेडी हजारों लोग जुड़े हुए हैं स्टडी टू विन एक्सक्लूसिव एंड फ्रॉम देयर आई विल टेल यू वी विल टेल यू हमारी टीम आपको बता देगी कि आपको आगे कैसे हमसे जुड़ना है थैंक यू सो मच बिल्कुल भी आप निश्चिंत रहिए कि आप जो है बिल्कुल सही हाथों में आप जुड़ने जा रहे हैं पहले आप पूरा कोर्स कंप्लीट कर लीजिए उसके बाद एक काम लेकिन जरूर करिएगा तभी आपको इसका पूरा बेनिफिट मिल पाएगा और आप मार्केट में बहुत अच्छे से प्रॉफिट कमा पाएंगे काफी इंपॉर्टेंट सेशन है यह जिसमें हम लोग समझेंगे प्राइस सेटिंग क्योंकि अल्टीमेटली शेयर्स में आप पैसे लगा रहे हैं तो उस शेयर की प्राइस 50 होगी 20 होगी 200 होगी या 2000 होगी यह कैसे डिसाइड होगा राइट तो प्राइस सेटिंग की बात कर रहे हैं हम यहां पर एक शेयर कितने रुपए का है यह कैसे समझ में आएगा य कैसे पता चलेगा तो चलिए इसको समझना बहुत जरूरी है आगे आप देखिएगा किसी भी कंपनी की आईपीओ आती है उस कंपनी में इन्वेस्ट करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए सिर्फ youtube0 होती है कि देखो शेयर्स शेयर मार्केट में लेन देन प तो आ गया लेकिन ये तो हम जानते तो सेकेंडरी मार्केट है जो स्टार्टिंग में प्राइस थी जिस पर परचेस किया गया था वहां से स्टार्ट करना होगा जहां पे इनिशियल पब्लिक ऑफि लोगों के सामने रखी गई थी आईपीओ इसको एग्जांपल से समझते हैं ऐसा समझिए फॉर एग्जांपल मैं एक कंपनी ओन करता हूं लेट अस सपोज हमारा प्यारा स्टडी टू विन हमारा प्यारा स्टडी टू विन आज की डेट में आई एम ओनिंग 100% ऑफ दिस कंपनी इस ऑर्गेनाइजेशन का 100% मैं ओन करता हूं ऐसे में कल को मुझे जरूरत पड़ेगी मान लीजिए और फंडिंग की हम मार्केटिंग नहीं करते लेट अस सपोज हमें मार्केटिंग के लिए एकदम एक्सटेंसिव मार्केटिंग के लिए क्योंकि देखिए अच्छा प्रोडक्ट होना ही जरूरी नहीं है अच्छी मार्केटिंग होती है तभी लोगों तक पहुंच पाता है हम रिलाई करते हैं माउथ टू माउथ पब्लिसिटी पे अगर आगे चलकर हमें कुछ प्रिंट एड्स देने हैं तो हमें मार्केटिंग करनी पड़ेगी मार्केटिंग में खर्चा आएगा अभी हम लो कॉस्ट पर चलते हैं क्यों लो कॉस्ट पर क्योंकि हमारा हाईली अफोर्डेबल एंड क्वालिटी एजुकेशन हमारा जो है यह मिशन है आप जानते हो मेरा हक हम उसी मिशन को उसी मिशन पर चल रहे हैं तो लेट अस सपोज कि मुझे जरूरत पड़ी कि हां भाई अब थोड़ा अपने को मार्केटिंग पुश करनी पड़ेगी ताकि यूजर बेस थोड़ा बढ़े लोगों को पता चले कि ऐसी चीज एजिस्ट कर रही है भाई मार्केट में तो ऐसे में मैं सबसे पहले मैं अपना पूरा प्रोसीजर आपको समझा देता हूं मैं सबसे पहले किसी ना किसी फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन के पास जाऊंगा जो अंडरराइटर्स कहलाते हैं क्या बोलते हैं उनको अंडरराइटर्स ये कहलाते हैं अंडरराइटर इंस्टीट्यूशंस और मे बी फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस जैसे कि हमारी कंट्री में बहुत सारे ऐसे बैंकिंग इंस्टीट्यूशंस हैं नॉन बैंकिंग भी होते हैं ऐसे इंस्टिट्यूशन जो अंडरटेकिंग या अंडरराइटर्स वाला काम करते हैं तो जैसे कोई बैंकिंग इंस्टीट्यूशन है आईडीबीआई लेट अस सपोज मैं उनके पास गया मैंने बताया स्टडी टू विन एक कंपनी है इस कंपनी में हमारे पास इतने कोर्सेस हैं इतने लोग हमारे साथ जुड़े हुए हैं प्ले स्टोर में आप देखिए इतने डाउनलोड्स हैं तो ऐसे में हमें जो है थोड़ा सा आगे बढ़ना है और इसको हमें एक पब्लिक कंपनी के फॉर्म में रिप्रेजेंट करना है लोगों के सामने तो यह जो फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन होंगे एग्जांपल के तौर पर मैं आईडीबीआई आज की डेट में ले रहा हूं अभी तो यह हमारी कंपनी के पूरे के पूरे जितने भी वैल्यू है उस वैल्यू को यह निकालने की कोशिश करेंगे कि हमसे पूछा जाएगा कि अच्छा बताइए आपकी कंपनी में रेवेन्यू कितना जनरेट होता है आपके लोंस या आपके डेट्स कितने हैं कितना आपने कर्ज लेक रखा हुआ है इस कंपनी के लिए आप यह बताइए आप कितना पेमेंट करते हैं लोगों को हर चीज पूरा पूरा का पूरा कैश फ्लो स्टेटमेंट मांगेंगे पूरी की पूरी हमारी बैलेंस शीट मांगी जाएगी और उसके साथ-साथ हमारे डेट्स या लोंस के जो भी कागज होंगे वह भी मांगे जाएंगे यह सब मांगने के बाद यह जो है कंपनी की वैल्यू लगाएंगे लेट अस सपोज मान लो आपकी फेवरेट कंपनी की आज की डेट में वैल्यू है 10 करोड़ इनके हिसाब से बोले आपकी कंपनी की वैल्यू जो है ना 10 करोड़ है आज की डेट में फिर मेरे से पूछेंगे आपको रेज कितना करना है मैं बोला अच्छा 10 करोड़ है तो मार्केटिंग अगर मैं करता हूं मैं आपको बहुत सिंपल वे में समझा रहा हूं दोस्तों मैं चाहूं तो इसको टेक्निकली बहुत कॉम्प्लिकेट भी कर सकता हूं लेकिन मैं चाहता हूं आप लोग हर चीज अच्छे से समझो आप लोग इधर-उधर वीडियोस देखते हो बहुत कुछ कॉम्प्लिकेटेड हो जाता है तो ध्यान से समझो बहुत सिंपल समझा रहा हूं मैं दैट इज माय आर्ट बेसिकली व्हाट आई डू सिंपलीफाई द थिंग्स तो मैंने सोचा यार मेरे को चाहिए मेरे को 5 करोड़ और चाहिए आई नीड 5 करोड़ कैपिटल राइट नाउ टू डू गुड मार्केटिंग लेट अस सपोज आई थॉट कि मुझे youtube1 का कैपिटल चाहिए ठीक है मैंने यह सोचा अब अगर मुझे 5 करोड़ का कैपिटल चाहिए तो ऐसे में मुझे कितनी परसेंट कंपनी डाइल्यूट करनी पड़ जाएगी अपनी क्योंकि मेरी कंपनी की वैल्यू है 10 करोड़ तो मैं जो है इनिशियल पब्लिक ऑफि के थ्रू अपनी 50 पर कंपनी को जो है वो डाइल्यूट कर दूंगा तो अंडर राइटर्स जो होते हैं व यह काम करते हैं फिर इसको इनकी मोहर लगने के बाद ही जो हमारा सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया है सेबी व अप्रूव करता है तो ऐसे में जो 50 पर है जो 5 करोड़ जो मेरे पास बचा और 5 करोड़ 5 करोड़ की वर्थ ऑफ कंपनी मेरे पास बची इक्विटी मेरी 5 करोड़ की रह गई लेक्चर नंबर टू से आप समझ रहे होंगे और 5 करोड़ मैंने रेज किए ताकि मैं मार्केटिंग वगैरह कर सकूं तो यह जो 5 करोड़ है यह रेज करने के लिए अब यह हमसे पूछेंगे कि अच्छा आप अब ये हम ही डिसाइड कर सकते हैं कि अच्छा आप पर शेयर कितना रुपए आप लेना चाहते हो इन्वेस्टर्स से पर शेयर कितना लेना चाहते हो तो मैंने बोला कि एक काम करते हैं 00 का पर शेयर है ₹ 200 पर शेयर अपन ले लेते हैं या फिर मैंने एक और तरीका बोला ऐसा करते हैं अपन बिडिंग करवाते हैं 200 से लेकर के 220 के बीच में पर शेयर जो भी अपने को मिल जाए वह अपने लिए चलेगा एक मेथड यह होती है दूसरी मेथड यह होती है अगर हम इस मेथड पर चलते हैं यहां पर एक टेक्निकल टर्म मैं आपको बता रहा हूं इसको कहते हैं फिक्स्ड प्राइस इशू क्योंकि मैंने आप पे प्राइस को फिक्स कर दिया कि भाई रप 200 का पर शेयर होगा और दूसरा होता है बुक बिल्ट इशू दूसरा होता है बुक बिल्ट इशू य जो बुक बिल्ट इशू है ये हमें ज्यादा फ्लेक्सिबल देता है और इसीलिए ज्यादातर यह बुक बिल्ट इशू ही इस्तेमाल होता है मार्केट में आजकल ये फिक्स्ड प्राइस इशू नहीं आते जो भी कंपनी अपना आईपीओ लेकर के आती है वो एक रेंज दे देती है ₹ 200 से 220 का पर शेयर एक रेंज में दिया जाता है ऐसा नहीं ₹ 200 से 500 आपके 5 करोड़ की वर्थ को जो ध्यान में रख के कि आप 5 करोड़ की कंपनी डाइल्यूट कर रहे हो उसके हिसाब से अगर आप 5 करोड़ की कंपनी डाइल्यूट कर रहे हो तो उसके हिसाब से से कितने आप इस रेंज में शेयर्स जो है वो दे सकते हैं लोगों को तो ऐसे में नंबर ऑफ शेयर्स की अगर हम बात करें तो हम कहेंगे कि दीज मेनी नंबर ऑफ शेयर्स विल बी फ्लोटेड अराउंड इन द मार्केट तो अगर बुक बिल्ट इशू होता है तो यूजुअली इसका हम एवरेज ले लेते हैं जैसे ₹10 और जो 5 करोड़ मुझे रेज करने हैं तो देखिएगा 5 करोड़ सो 5 सीआर लाइक दिस सो दिस इज 5 करोड़ डिवाइडेड बाय यस डिवाइडेड बाय ₹ 200 पर शेयर ₹ 20000 पर शेयर एक शेयर की वैल्यू है ₹ 200 सो ऐसे में हाउ मेनी नंबर ऑफ शेयर्स वी हैव फ्लोटेड इन द मार्केट यस करेक्ट 250000 शेयर्स हमने मार्केट में फ्लोट करवा दिए यह 250000 शेयर्स लोगों तक जाएंगे और हम हरा 5 करोड़ कैपिटल जो है वह रेज होगा इस तरीके से हम मार्केटिंग करके और ग्रो करेंगे तो हो सकता है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जुड़ेंगे हमें ज्यादा प्रॉफिट होगा तो हमारे जो शेयर होल्डर्स होंगे उनको भी बहुत प्रॉफिट होगा यह जो दूसरा तरीका होता है ना दोस्तों बुक बिल टिशू बुक बिल टिशू बात समझना बड़े ध्यान से सिंपल वे में बता रहा हूं एकदम सिंपल इसमें कुछ लोग यह सोच सकते हैं कि यार चलो 200 से 220 की इस कंपनी ने रखी है एक पर्टिकुलर शेयर की प्राइस हम एक काम करते हैं अ कोई एक पर्सन ए लेता हूं मैं पर्सन ए एंड पर्सन बी एंड मे बी पर्सन सी पर्सन डी ऐसे ले लेते हैं तो ये सारे लोग हैं पर्सन ए पर्सन बी पर्सन सी एंड पर्सन डी पर्सन ए स्टडी टू विन के बहुत ज्यादा नहीं जानता था लेकिन ये इन्वेस्टर है इसने सोचा कि चलो ठीक है कोई बात नहीं एक काम करता हूं ₹2000000 के हिसाब से मैं इसको खरीदना चाहता हूं और मैं आपके 10 शेयर्स लूंगा तो यह क्या करेगा यह 2000 जो है अपने अकाउंट में मैं अभी इसी वीडियो में ट्रेडिंग अकाउंट और डीमेट अकाउंट्स के बारे में बातें करने वाला हूं बहुत इंपॉर्टेंट होने वाला है ट्रेडिंग अकाउंट और डीमेट अकाउंट फिर इसके नेक्स्ट लेक्चर में हम लोग जो है डीमेट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाते हैं उसका पूरा डेमो उसका पूरा ट्यूटोरियल समझेंगे बट वेट फर्स्ट सी हियर सो ये पर्सन ए ने बोला मैं ₹ के इनके शेयर्स खरीदूंगा ₹2000000 हम एक काम करते हैं हम मैक्सिमम जो दिया है ना उस परे लगाते हैं और मेरे को चाहिए इसके 100 शेयर तो यह 220 इसने बिड की क्योंकि इसका कंपनी के ऊपर भरोसा ज्यादा था यह यूजर होगा मे बी पहले से सो यह कंपनी के बारे में मतलब बहुत कुछ पहले से जानता होगा तभी जाके इसने ऐसा डिसीजन लिया होगा कंपनी का मिशन विजन जानता होगा कंपनी का कैश फ्लो स्टेटमेंट बहुत अच्छे से पढ़ा होगा जाना होगा कोई लोन या कोई डेट है नहीं कंपनी पे तो बोला होगा कंपनी का यूजर भी हूं मैं मुझे अच्छी लगती है तो मेरे को इसके 100 शेयर चाहिए अगर यह इसके 100 शेयर्स लेना चाहेगा तो इसको देने होंगे अ ₹ जको देने होंगे ₹2500000 ₹10 के 100 शेयर हो सकता है राइट 05 के 10 शेयर इन्होंने 50 की बिडिंग की और ₹10 के हिसाब से इन्होंने बिडिंग की ₹ ज की ऐसे करके बहुत सारे लोग होंगे जिन्होंने बिड की होगी अब जब फाइनली जो शेयर्स का एलोकेशन किया जाएगा आईपीओ जिस दिन होगा उसके बाद शेयर्स का जो एलोकेशन किया जाएगा वह ऐसे किया जाता है हाईएस्ट टू लोएस्ट ताकि कंपनी को प्रॉफिट सबसे ज्यादा हो कैसे किया जाता है हाईएस्ट टू लोएस्ट यह हाईएस्ट टू लोएस्ट होगा मतलब जो जिसने सबसे ज्यादा प्राइसेस में शेयर्स को खरीदने के लिए बिड किया होगा सबसे पहले उसी को बेचा जाएगा और इस तरीके से जब मेरे पूरे के पूरे ₹ करोड़ रए इकट्ठा हो जाएंगे मतलब हमारे पूरे कितने शेयर्स 2 लाख शेयर्स पूरी तरी से पूरी तरीके से लोगों के पास चले जाएंगे वहां पर यहां पर क्लोज हो जाएगा लेट अस सपोज एग्जांपल ले रहा हूं मैं हमने एक रेंज रखी थी 200 से 220 पर शेयर की मान लीजिए कि आखिरी बंदा जिसको शेयर मिला पूरे हमारे पास ढाई लाख शेयर्स खत्म हो गए आखिरी बंदा जो शेयर मिला उसको 208 में मिला दिस वाज द लास्ट शेयर लास्ट शेयर इसका मतलब यह है कि जिन्होंने 207 206 205 या पॉइंट में भी आप लोग कर सकते हो जिसमें भी उन्होंने बिड किया होगा जैसे एग्जांपल में यहां पे 200 वाला भी है 205 वाला भी है तो क्या इनको कंपनी के शेयर्स मिल पाए नहीं इनको उस कंपनी के शेयर्स आईपीओ में नहीं मिल पाएंगे इस तरीके से आप किसी कंपनी में भागीदार बनते हैं कंपनी इस तरीके से अंडरराइटर्स का सहारा लेती है अगर मैं कुछ इंटरनेशनल अंडरराइटर्स की बात करूं तो जेपी मॉर्गन एक है मॉर्गन स्टनली है एक बहुत बड़ी कंपनी गोल्ड शक्स है मेरिल है बहुत सारी कंपनीज हैं जो कि इस तरीके की अंडरराइटिंग की चीजें करती है हमारी भी बैंकिंग एंड नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस होते हैं जो इस तरीके का अंडरराइटर का काम करते हैं तो ऐसे में बात समझिए इस तरीके से आईपीओ में ऑफि की जाती है प्राइस को सेट किया जाता है अब हम बढ़ते हैं आगे कि एक बार आपने शेयर्स तो खरीद लिए कंपनी के अब जब आप आगे बढ़ेंगे इन्हीं शेयर्स को जब लिस्ट किया जाएगा कहां पे इन्हीं शेयर्स को लिस्ट किया जाएगा याद करिए कहां पे लिस्टिंग होगी इनकी स्टॉक एक्सचेंज में भारतवर्ष में जो स्टॉक एक्सचेंज है वो दो है एक है बीएससी कहां पे है बॉम्बे में है एनएसी एनएसी भी बॉम्बे में है ये बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज है या नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है कभी इसमें कंफ्यूज मत होएगा दोनों ही बॉम्बे में है इसलिए बॉम्बे को फाइनेंशियल कैपिटल ऑफ अवर कंट्री भी कहा जाता है तो ये है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यहां पे हमारे लिस्ट हो जाएंगे अब ये कंपनी एनएससी में लिस्ट हो सकती है या फिर यह बीएससी में भी लिस्ट हो सकती है यस सो यह लिस्ट हो जाएंगे और उसके बाद आप अपने शेयर्स को ट्रेड कर पाएंगे अब यह जो प्राइस सेटिंग होगी शेयर मार्केट में कि यह खरीदना बेचना इस किस प्राइस में होगा यह सारी की सारी जो चीजें हैं अब अपन देखते हैं सेकेंडरी मार्केट से रिलेट करके तो दोस्तों आगे बढ़ेंगे आगे आगे बढ़ने से पहले एक वेबसाइट है जिसका नाम है screener.in इंडिया में जो भी कंपनीज लिस्टेड है स्टॉक मार्केट में उन सब की पूरी पोर्टफोलियो उन सबका जो भी एसेट्स हैं ग्रोथ रेट है पूरा डाटा यहां screener.in पे दिखता है तो हम सभी को screener.in पे अपना-अपना अकाउंट बना लेना चाहिए मेरा भी अकाउंट बना हुआ है कंपनी नेम में आए कंपनी नेम में हमने जैसे फॉर एग्जांपल एसबीआई सर्च किया ठीक है एंटर किया यहां पे एसबीआई आ गया होगा पीछे आ गया देखो स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यह हमारे इसमें आ गया राइट बस डन कर दिया खत्म बात इसके बाद यह देखो हमारे पोर्टफोलियो में आ गया सो नथिंग न्यू सिंस योर लास्ट विजिट अभी लास्ट विजिट में कोई नई एनुअल रिपोर्ट है कुछ क्वार्टरली रिजल्ट्स हैं इस कंपनी के तो यह सब आप यहां से देख सकते हैं यह है f screener.in जब अपन लोग हमारे लाइव सेशंस करेंगे ना तब हम इस वेबसाइट का बहुत इस्तेमाल कर रहे होंगे और आप लोग भी इसमें प्रैक्टिस कर रहे होंगे और ऐसे में यहां पे जैसे फॉर एग्जांपल सर्च फॉर अ कंपनी अगेन आई कैन सर्च फॉर लाइक आईटीसी देखिए उसके बारे में पूरी इंफॉर्मेशन आ जाएगी आईटीसी होटल्स नहीं आईटीसी लिमिटेड ठीक है अभी देखिएगा देखिए अब अपन को यही सब तो सीखना है यार देख पा रहे हो आप मार्केट कैपिट आइजे इसका कितना हुआ है स्टॉक p बाई रेशो कितना है वो भी देखेंगे आगे आएगा अ आरओ कितना है आरओ कितना है फेस वैल्यू कितनी है डिविडेंड की यील्ड कितनी है हाई और लो पे कितना चल रहा है बुक वैल्यू कितनी है करंट प्राइस कितनी है सब चीजें यहां पे दिखी हुई है उसके अलावा कुछ और रेशोसिनेशन जब जब जरूरत पड़ेगी तब तब आप देख लेना ठीक है तब तब अपन रेफर कर लेंगे चलते हैं आगे बढ़ते हैं और देखते हैं आगे क्या-क्या है ऑलराइट यह देखिए google3 7.00 नाउ व्हाट डज दिस रिप्रेजेंट ये रिप्रेजेंट करता है कि आज की डेट में आज की डेट में जो लास्ट शेयर का जो ट्रेड हुआ था वो कितने रुपयों में हुआ था कितने पे क्लोज हुआ था सो 1937 इज द क्लोजिंग शेयर प्राइस आल्सो ये जो दिखता है आपको इस तरीके से ग्राफ ये ओवर अ पीरियड ऑफ टाइम जो शेयर का जो ट्रेंड होता है ये वो बताता है कि ये देखिएगा ये 19 देखिए ये है 19 35 34 कभी कम कभी ज्यादा देखिए 1922 यह देखिए यह देखिए यह ओवर अ पीरियड ऑफ टाइम आज सुबह जो स्टार्ट हुआ सुबह से लेकर के यहां तक के ये कैसे-कैसे इसमें बढ़त और कमी हुई ओवरऑल देखा जाए तो सुबह अगर किसी ने परचेज किया होगा ₹10 में तो यह 1910 उनके हो गए होंगे 1900 35 तो इस तरीके से यह वन डे यह एक दिन में क्या चेंज आया ये है फाइव डेज फाइव डेज में कैसा चेंज आया दिस इज वन मंथ एक महीने में कैसे-कैसे चेंजेज आए बीच में बढ़ा था फिर एकदम से गिर गए शेयर प्राइसेस सिक्स मंथ्स में कैसे चेंजेज आए हैं ईयर टू डेट का मतलब यह होता है कि इस साल के पहले जनवरी से लेकर के अब तक के चेंज ये जो इस साल का ये जो नया ईयर है नया साल 2021 है तो इस साल के शुरुआत से लेकर के अब तक के क्या चेंज आ है वाईटीडी यानी कि ईयर टू डेट वन ईयर मतलब पिछले 365 दिन का वैसे ही फिर फाइव इयर्स और जो भी मैक्सिमम पॉसिबल रेंज है इनके पास डेटा वाइज वो यह दिखाते हैं कि इस तरीके से बढ़त हुई है तो स्टार्टिंग में देखिएगा 105 106 फिर यह 400 500 में बढ़ा और इस तरीके से अब यह जो है यह 2000 और अब जाके 00 में फाइनली आया है तो इस तरीके से यहां पे ये एक ट्रेंड लेकिन क्या इन्वेस्टमेंट करंट ट्रेंड्स के हिसाब से होता है नेवर कभी भी यह गलती ना करें कि सिर्फ और सिर्फ ट्रेंड्स को देख कर के कोई इन्वेस्टमेंट कर दे एक जो नाइव इन्वेस्टर होता है एक जो नाइव ट्रेडर होता है वो देखता है अरे ये बढ़ रहा है अरे घट रहा है चलो इसमें पैसा लगा देते हैं ऐसी गलती ऐसा खुद के साथ मजाक ना करें राइट वॉरेन बफे वॉरेन बफे क्या कहते थे ही इज द वर्ल्ड मोस्ट फेमस मोस्ट प्रॉफिटेबल इन्वेस्टर यस मोस्ट ऑफ हिज इन्वेस्टमेंट्स वर लॉन्ग टर्म वेरी फ्यू ऑफ हिज इन्वेस्टमेंट्स वर शॉर्ट टर्म एंड ही डिड नेगलिजिबल इंट्राडे ट्रेनिंग ट्रेडिंग मतलब दिन भर की जो सुबह लगाए दोपहर में निकाल लिए इस तरीके की चीजें उन्होंने बहुत कम की वरन बफे कहते थे जो तीन गोल्डन वर्ड्स होते हैं ना देयर आर थ्री गोल्डन वर्ड्स ऑफ इन्वेस्टमेंट अब हम आ रहे इन्वेस्टमेंट की तरफ आपका पैसा एक एक रुपए को आप बहुत सोच समझ कर के लगाएंगे मजाक में बिल्कुल भी नहीं लगाएंगे यह आपका हार्ड अर्न मनी है और ऐसे हार्ड अर्न मनी को हमें सेव करना है और सही जगह लगाना है वरन बफे कहते थे द थ्री गोल्डन वर्ड्स द थ्री गोल्डन वर्ड्स ऑफ इन्वेस्टमेंट आर मार्जिन ऑफ सेफ्टी आप भी इनको हमें हमेशा याद रखेंगे कि यह जो मार्जिन ऑफ सेफ्टी होती है ना यह सबसे इंपॉर्टेंट चीज होती है इस मार्जिन ऑफ सेफ्टी को हमें समझना है यहां पर अब आपको बहुत इजी वे में मैं समझाऊ मजा आने वाला है अभी देखो मार्जिन ऑफ सेफ्टी क्या होता है आपने आपने स्टॉक्स को देखा आपने ग में देखा अलग-अलग जगहों पर देखा आपने देखा कि ओवर पीरियड ऑफ टाइम कभी बढ़ रहा है कभी कम हो रहा है उछाल आया कभी फिर नीचे आया इस तरीके से स्टॉक चल रहे हैं राइट क्या यह जो प्राइसेस है यह कंपनी की नेट वैल्यू है क्या जी नहीं यह जो नीलामी चल रही है ना मार्केट में यस मार्केट में नीलामी हो रही होती है शेयर्स की खरीदार होते हैं जो बोलेंगे मैं खरीदूंगा मैं खरीदूंगा और बायर्स होते हैं जो उनको बेच रहे होते हैं तो यह बताता है ट्रेंड यह बताता है करंट ट्रेंड यह जो वैल्यूज आप किसी भी मोमेंट पर देख रहे हैं यह एक शेयर की कहलाती है मार्केट वैल्यू यह कहलाती है एक शेयर की मार्केट वैल्यू एवी अब थोड़ा सा पहले पे आते हैं आईपीओ से आईपीओ में एक प्राइस सेट हुई हमारे शेयर की लेट अस सपोज ₹2000000 चली जाए फिर गिर कर के 209 पे आ जाए फिर बढ़ कर के 312 पे चली जाए और ऐसे करके स्टडी टू विन की प्राइस प्राइस जो है स्टॉक प्राइसेस ओवर पीरियड ऑफ टाइम आ गई 230 पे तो ऐसे बढ़ना घटना जो चलता रहता है ना यह दोस्तों मार्केट वैल्यू है यह जो मार्केट वैल्यू होती है ना मैं आपको सही सही बताऊ एक बहुत ही बड़ा सत्य मार्केट वैल्यू इज हाईली डिसी विंग इसको देख कर के जितने लोगों ने इन्वेस्ट किया है ना सबने धोखा खाया है यस सबने धोखा खाया है जितने भी लोगों ने इस मार्केट वैल्यू यानी कि एवी को देकर के इन्वेस्टमेंट किया है एमवी जस्ट एक स्मॉल पैरामीटर है एंड दैट टू एन इन सिग्निफिकेंट वन दैट टू एन इन सिग्निफिकेंट वन एक स्मॉल पैरामीटर बहुत सारी चीजें होती हैं जो हमें और भी देखनी पड़ती है तब जाकर हम इन्वेस्टमेंट करते हैं धीरे-धीरे बढ़ते हैं आगे तो यह हो गई हमारी मार्केट वैल्यू एक वैल्यू होती है जिसको हम लोग कहते हैं वेरी इंपोर्टेंट टर्म अगेन उसको हम लोग कहते हैं इंट्रिसिक वैल्यू इंट्रिसिक वैल्यू इंट्रिसिक वैल्यू यह आप वर्ड हमेशा याद रखेंगे आईवी इंट्रिसिक वैल्यू अगर आपको एक अच्छा इन्वेस्टर बनना है तो आप मार्केट वैल्यू पे ना जाक के आप इसकी इंट्रिसिक कभी-कभी इसको रियल भी कहते हैं आप इसकी रियल वैल्यू प जाएंगे मार्केट वैल्यूज कैन बी डिसी विंग ये कंपनीज कैसे अपना प्रोपेगेंडा चलाती है मैं आपको बताता हूं और लाइव में जो अपन केस स्टडीज करेंगे वहां पर तो अपन देखेंगे ही देखेंगे किस तरीके से यह कंपनीज मार्केट में फ्लक्शनल कर देती हैं अपने स्टॉक प्राइसेस को मैनिपुलेट करके किस तरीके से बढ़वार दिया जाता है सब चीजें हो सकती हैं और लोग इसमें फंस जाते हैं जी हां अपने पैसे दे बैठते हैं और ऐसे में वह पैसे गवा देते हैं तो हमारे साथ ऐसा ना हो इंट्रिसिक वैल्यू इंट्रिसिक वैल्यू होती है वो वैल्यू जो हम क्या पर्सीव करते हैं हमारी नजरों में उस चीज की वाकई में वैल्यू क्या है इंट्रिसिक वैल्यू क्या है मार्केट वैल्यू और इंट्रिसिक वैल्यू को समझने के लिए आइए समझते हैं मार्केट वैल्यू किन-किन फैक्टर्स पर डिपेंड करती है मैं एग्जांपल देते जाता हूं आपको पहला एग्जांपल मार्केट वैल्यू को समझने के लिए मान लीजिए आरजे हैं उन्होंने कहा कि मार्केट में खबर फैल गई कि अरे कल मार्केट खुलते ही आरजे ना यह इसके शेयर लेने वाले इस कंपनी के तो ऐसे में क्या होगा मार्केट में हलचल मत जाएगी अच्छा आरजे लेने वाले आरजे लेने वाले सुबह-सुबह मार्केट खुलते ही लोग उसको खरीदना शुरू कर देंगे बल्क में यह हो गया एक सेंटीमेंट एक न्यूज़ आई एक न्यूज़ आई जो उस पर्टिकुलर शेयर से रिलेटेड पॉजिटिव न्यूज थी तो ऐसे में एक न्यूज़ ने वो वहां पे बायर्स जो थे वो बढ़ते चले गए और ऐसे में क्या हुआ लोग खरीदना शुरू कर दिए अब ऐसे में क्या होता है देखो स्टॉक प्राइसेस बढ़ जाती हैं तो ऐसे में लोग आ जाएंगे लोग बोलेंगे काम करते हैं ₹2000000 है मैं बिड करता हूं 210 मुझे मिलना चाहिए सबसे पहले मैं थोड़ा ज्यादा हाई बिड करता हूं किसी ने बिड किया 211 लोग अलग-अलग मात्रा में शेयर्स ले रहे होंगे हर सेकंड शेयर मार्केट में लाखों शेयर्स की लेनदेन हो रही होती है शेयर मार्केट में हर सेकंड लाखों शेयर्स का लेनदेन हो रहा होता है इसीलिए अगर कोई बेचना चाहे आता है तो उसको खरीदार भी मोस्टली मिल जाता है क्योंकि यहां पर दो चार लोग नहीं है यहां पर लाखों लोग आते हैं करोड़ों लोग आते हैं जो इसमें लेनदेन में पार्टिसिपेट करते हैं तो ऐसे में किसी ने 211 पे बिड कर दिया किसी ने 225 पे बिड कर दिया जितना ज्यादा कोई बिड करेगा चांसेस होंगी उसको शेयर मिल जाएगा कि मैं 225 पे भी खरीद लूंगा तो जो सेलर होगा जिसने आईपीओ के दौरान ध्यान से सुनो आईपीओ के दौरान 200 में जिसने खरीदा होगा 00 में वो खुशी खुशी 225 वाले को बेच देगा बोलेगा 25 मेरे को 2 का प्रॉफिट हो गया 00 में इट्स अ गुड इनफ प्रॉफिट लेट्स सेल इट अब क्या हुआ मार्केट में जिसको प्रॉफिट मिला वह खुश हो गया उसको स्टडी टू विन से रिलेटेड जो न्यूज मिली या उसको स्टडी टू विन में जो उसका फर्स्ट इन्वेस्टमेंट हुआ उससे उसके दिमाग में पॉजिटिविटी आ गई स्टडी टू विन से रिलेटेड अब वो सोच रहा होगा यार इसमें तो फायदा तो हुआ है क्या पता आगे भी हो एक काम करता हूं मैं मेरे पास जैसे ही पैसे आएंगे मैं फिर से स्टडी टू विन के कुछ शेयर और खरीद लूंगा तो मैं आगे चलके और उसको थोड़ा प्रॉफिट में बेचूंगा तो ऐसे करते करते अब क्या होगा जिस बंदे को प्रॉफिट मिला होगा 225 पे किसी ने बिड किया और जिसने 200 पे इनिशियली लेट अस सपोज आईपीओ में खरीदा था उसने 225 वाले को बेज दिया यह भी खुश हो गया ठीक है और यह भी तो खुश था ही तो मार्केट का सेंटीमेंट समझा रहा हूं मैं बड़े ध्यान से समझो तो ऐसे में क्या होगा ये भी सोचेगा कि अच्छा अब मेरे पास थोड़े और 10000 200 हज आ चुके हैं थोड़े और स्टडी टू विन के शेयर ले रता हूं फिर ये इसको भी तो प्रॉफिट करना होगा किसी ने मान लो 211 में भी खरीदा होगा 210 में भी खरीदा होगा ऐसे चल रहा होगा मामला तो ऐसे में होगा क्या कि जो 225 वाला होगा या 211 210 जिसने खरीदा होगा वो भी अपना प्रॉफिट चाह रहा होगा तो जिसने प्रीवियसली प्रॉफिट कमाया होगा अब वो फिर से आएगा मार्केट में फिर से मार्केट में उतरेगा नए लोग उतरेंगे और स्टडी टू विन का वो देखेंगे ग्राफ अरे ये तो बढ़ रहा है अरे यह तो बढ़ रहा है तो ऐसे में वो लोग क्या करेंगे 2225 का जो शेयर होगा उसके लिए वो बिड कर देंगे वो लोग बोलेंगे कोई बात नहीं हम 230 में भी खरीदने के लिए रेडी है कोई बिड कर देगा 232 कोई बिड कर देगा 238 ऐसे करके तो ये देखेगा बोलेगा अरे मैंने 225 में खरीदा था मुझे आज 238 मिल रहे हैं चलो एक काम करता हूं मैं 238 वाले को को बेच देता हूं फिर से ये खुश हो गया और ये तो खुश हो ही गया क्योंकि इसको मिल गया जो उसको शेयर चाहिए था अभी ये भी होप कर रहा है ये भी होप कर रहा है ध्यान से सुनो सोच में है होप कर रहा है कि यार ये बढ़ेगा ना सबको पैसे फायदे हो रहे हैं मुझे भी होंगे फायदे तो ये उस होप में अब कल को एक न्यूज़ आ गई कल को एक न्यूज़ आ गई कि आरजे अपने शेयर्स ना स्टडी टू विन के बेचना चाह रहे हैं लोग में हड़क मच गया अरे क्यों बेचना चाह रहे हैं क्यों बेचना चाह रहे हैं क्या हो गया ये उसके बाद जैसे ही यह होगा ना जिसके पास 238 होगा जैसे ही उसको न्यूज मिलेगी बोलेगा अरे बाप रे इससे पहले कुछ हो सुबह सुबह मार्केट खुलते ही मैं इसको किसी ना किसी को सेल कर देता हूं जल्दी जल्दी जल्दी सेल कर देता हूं तो यह जल्दी से जल्दी सेल करने के मोड में आ जाएगा अब जब ज्यादा लोग सेल करना चाहेंगे लेट अस सपोज इसका 238 में नहीं बिक रहा होगा मान लो इसने बोला चलो 238 ही है 238 है मैं 238 में ही सेल कर देता हूं यार नो प्रॉफिट नो लॉस अब जो सेलर्स है यहां पे ये 238 में भी खरीदना नहीं चाह रहे इन्होंने जो अपना बिड ऑर्डर लगाया है बोला है मैं स्टडी टू विन का तभी खरीदूंगा जब 230 होगा तो ऐसे में किसी भी तरीके से इसको इसको लग रहा है इसका सेंटीमेंट ऐसा कि इसको लग रहा है कि अरे यार यह मार्केट से नीचे जाएगा इसको जल्दी सेल आउट करते हैं तो दो चार लोग भी अगर ऐसा करने लग गए तो शेयर प्राइस हल्का सा डिप करेगा तो ऐसे में क्या होगा इसको टेंशन किसी को टेंशन होगा वो बोलेगा भाई यह तो 238 था अभी-अभी यह अब 237 हो गया यार र कम हो गया जल्दी बेच देता हूं जितना भी हो बहुत कम ना चला जाए तो क्या सोचेगा वो बोलेगा कि चलो ठीक है जो सेलर है कोई सेलर इसको मिल गया सॉरी कोई बायर मिल गया जो बाय करना चाह रहा है सॉरी ये बायर है ठीक है मैं फ्लो फ्लो में थोड़ा सा मजा आ रहा है आपको लोग को बताने में तो इसीलिए ये बायर है ये सेलर नहीं है ये बायर है खरीदार है ठीक है तो आई होप आप समझ गए होंगे भावनाओं को है ना ठीक है ना सो ये जो बायर है ये बाय 230 में खरीदने के लिए रेडी हो गया और यह बेचने के लिए भी रेडी हो गया मार्केट को देखते हुए कि अरे ये डाउन जा रहा है मार्केट तुरंत इसने लॉस में इस बायर को बेच दिया इस तरीके से यह जो मार्केट वैल्यू होती है ना ये बताने का पर्पस य है छोटी-छोटी जो न्यूज़ होती हैं आर्टिकल्स आते हैं यह सब इस इसको इन्फ्लुएंस कर देते हैं तो यह पूरा मार्केट सेंटीमेंट है आप समझ रहे हो कैसे चल रहा है इसमें हर एक पर्सन जो भी इवॉल्वड है ना हर पर्सन इंपॉर्टेंट है वो क्या सोच रहा है वो क्या इंटरप्रिटेशन निकाल रहा है आगे चलके मैं आपको इनसाइडर ट्रेडिंग के बारे में बताऊंगा आपको वो जो हर्षद मेहता जो है ना वो जो स्कैम ऑफ 1992 राइट उसके बारे में बताएंगे आगे चलके डिस्कशन होगा लाइव में भी डिस्कशन होगा लेकिन अभी कांसेप्ट समझा रहा हूं मैं आपको कि किस तरीके से मार्केट सेंटीमेंट्स चेंज होते हैं न्यूज़ को लेकर ये है उसकी मार्केट वैल्यू उसकी इंट्रिसिक वैल्यू कुछ और होती है जो एक इंटेलिजेंट इन्वेस्टर होता है ना ये जो इन्वेस्टर्स मैं बता रहा हूं ना ये वो होते हैं जो हग बगा जाते हैं छोटी-छोटी चीजों में और ये अपना जो वो पैसे होते हैं उसको लूज कर देते हैं कहीं यहां गवा दिए कभी वहां गवा दिए कभी इसमें लगा दिए दांव लगा रहे हैं दांव गैंबलिंग कर रहे हैं हमें गैंबलिंग नहीं करनी है हमें इंटेलिजेंट इन्वेस्टर बनना है है कि नहीं आते हैं हम हमारी इंट्रिसिक वैल्यू पे आईवी पे इसको समझने के बहुत अच्छे-अच्छे तरीके हैं इंट्रिसिक वैल्यू को समझने के लिए मार्केट वैल्यू और इंट्रिसिक वैल्यू के बीच में कंपैरिजन करना हम स्टार्ट कर देते हैं मार्केट वैल्यू एंड इंट्रिसिक वैल्यू बहुत इंपॉर्टेंट कांसेप्ट मार्केट वैल्यू हमने देखा कि मार्केट में जो अभी स्थापित वैल्यू है जो अभी चल रही है वो बहुत सारे फैक्टर्स की वजह से चेंज होती रहती है अप और डाउन ऑन अ डेली बेसिस चलती रहती है राइट जैसे फॉर एग्जांपल अभी हमने ओवर अ पीरियड ऑफ 3 मंथ्स फर मंथ्स फाइव मंथ्स बढ़ रही है घट रही है ऊपर नीचे चल रहा है मामला यह कौन सी वैल्यू हो गई मार्केट वैल्यू राइट अभी हमने देखा जैसे मान लीजिए 930 पे यह क्लोज हुआ आज तो ऐसे में जो लास्ट ट्रेडिंग हुई 1930 में हुई आप देख रहे हैं कि कभी reliance1 पर किसी दिन लिखा है + 6.2 पर ऐसे हर दिन ऐसे दिखता है आपको कोई ना कोई परसेंटेज ऐसे ब्रैकेट में दिखाई पड़ता है यह बताता है कि उस दिन उस पर्टिकुलर शेयर की प्राइस कितनी बढ़ी कितनी घटी ठीक है क्या कंपनी की वैल्यूएशन हर रोज इतनी चेंज होती है एक जो बड़ी-बड़ी कंपनी है जो पब्लिकली लिस्टेड है क्या उनकी वैल्युएशन हर रोज इतनी इतनी चेंज होगी क्या उनको अगर प् 4 पर लिखा है तो आज उनको 4 पर का फायदा हो गया एक दिन में या -3 लिखा है तो आज वो -3 पर लूज कर गई कंपनी नहीं कंपनी के पास तो वही एसेट्स है जो पहले भी थे यह तो यह जो बायर्स और सेलर्स है ना यह इनके बीच में जो ट्रांजैक्शन चल रहा है यह उसके सेंटीमेंट्स को बता रहा है कि मेरे पास शेयर है मैं बेचना चाह रहा हूं सेलर खरीदना चाह रहा है तो उसके सेंटीमेंट्स को बता रहा है तो दोस्तों इंट्रिसिक वैल्यू इंट्रिसिक वैल्यू होती है कि आपने मार्केट को तो देखा ऐसा नहीं है कि आप माकेट से आंखें मूंद लिए मार्केट को देखा कभी ऊपर कभी नीचे जाते हुए देखा हर एक बड़ा इन्वेस्टर मार्केट वैल्यू पर नहीं यह एक इंट्रिसिक वैल्यू पे अपना दांव लगाता है इंट्रिसिक वैल्यू जो है वह ओवर पीरियड ऑफ टाइम आपके परसेप्शन के हिसाब से कैलकुलेशन के हिसाब से तरीके इंट्रिसिक वैल्यू को निकालने के वो चेंज हो सकता है क्या है यह इंट्रिसिक वैल्यू इंट्रिसिक वैल्यू जिसको मैंने यहां पर रेड लाइन से एग्जांपल के तौर पर शो किया है इंट्रिसिक वैल्यू रिप्रेजेंट्स अ फेयर वैल्यू और अ रियल वैल्यू ऑफ अ शेयर रियल वैल्यू ऑफ अ शेयर ऑफ अ शेयर नॉट बिकॉज ऑफ दोस रूमर्स और मे बी सम काइंड ऑफ न्यूज तो इस तरीके से व इं ये जो इंट्रिसिक वैल्यू होती है ना यह उस तरीके से नहीं आती यह फेयर या रियल वैल्यू ऑफ अ शेयर को बताती है इसको निकालने के तरीके दोनों है मैथमेटिकल भी है और एनालिटिकल भी है मतलब सो सूझ भूज सोच समझ के भी निकाला जा सकता है कुछ टूल्स होते हैं फ्रीली अवेलेबल है उनका यूज करके निकाला जा सकता है मैं सिखाऊंगा बेंजामिन ग्राहम ने एक फार्मूला दिया था सिंपल सा उसको यूज़ करके भी एक एस्टिमेशन किया जा सकता है बट उसपे रिलाई नहीं कर सकते मैं बताऊंगा उसके लिमिटेशंस क्या-क्या हैं उसके अलावा इसको हम अपनी सूझबूझ से भी इंट्रिसिक वैल्यूज की निकाल सकते हैं हम मार्केट में हो रहे जबरदस्ती के रूमर्स को हम मार्केट में हो रहे प्रोपेगेंडा को अगर समझ जाएं कि अच्छा पैसों की जरूरत है इनको इसलिए इन्होंने मार्केट में पैसे देकर शायद ये न्यूज़ फैलाई है ताकि कल इनके स्टॉक्स बढ़ जाएं और ऐसे में इनकी कंपनी की वैल्यूएशन बढ़ जाए और आईपीओ में अगर एफपीओ अगर लेकर के आते हैं मान लो आगे चल के आईपीओ के बाद एफपीओ तो लोग ज्यादा पैसे में भी उनका एफपीओ खरीदने लग जाए तो उनको ज्यादा पैसे मिलेंगे समझ रहे हो बात को पूरा समझ रहे हो कहानी देखो क्या बोल रहा हूं मैं ₹ में पूरा टेक्निकल मैथमेटिकल 00 में हमने स्टडी टू विन का शेयर मार्केट में लॉन्च किया अब हमने मार्केट में एक न्यूज़ फैला दी तो ऐसे में क्या होगा ऐसे में होगा यह कि मार्केट में शेयर प्राइस शूट अप कर जाएंगी 200 की 400 500 600 हो जाएगी कल को मान लो मुझे और फंडिंग चाहिए मेरे पास अभी भी कंपनी का 50 पर है मैं और शेयर कर सकता हूं तो मैं कल को क्योंकि जब अब अंडर राइटर्स जो अब अब हमारे हमारे कंपनी की वैल्यूएशन करेंगे तो वह स्टॉक मार्केट के बेसिस पर भी करेंगे कि अच्छा इन्होंने बेचा था 00 में 2 लाख शेयर तो 10 करोड़ के भेजे थे समझ रहे हो हमने स्टडी टू विन के 250000 शेयर्स बेचे थे जिनकी टोटल मिला के वैल्यू थी ₹ करोड़ र लेकिन अब हुआ क्यों अब हुआ क्या हुआ यह कि मार्केट में सेंटीमेंट्स बढ़ गए अब यही ा लाख शेयर्स की जो वैल्यू है मार्केट में अगर टोटल मिला के देखी जाए तो जो लोग पोजेस करते हैं आज की डेट में उनके पास पोजीशन में है होल्डिंग्स में है शेयर उसकी वैल्यू हो गई लेट अस सपोज 15 करोड़ तो जब अंडरराइटर कंपनी आएगी कोई आईडीबीआई है एसबीआई है वो अंडरराइटर कंपनी होगी अब इसकी वैल्यूएशन ज्यादा आके गी अब बोलेगी स्टडी टू विन की वैल्यू अब आपकी 5 करोड़ तो आपके पास पहले थी 15 करोड़ मार्केट में है अब आपकी वैल्यू 20 करोड़ की है अब जब मैं अपना फॉलोऑन प्रपोजल लेकर के आऊंगा एफपीओ फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर तो इसमें मैं पर शेयर की प्राइस को ज्यादा रख सकता हूं अब लोग विलिंग होंगे उसको भी परचेस करने का मैं पर शेयर 400 भी रखूंगा तो भी लोग विलिंग होंगे उसको खरीदने के लिए तो मार्केट में इस तरह की चीजें कभी-कभी फ्लोट करवाई जाती है इंटेंशनली यह समझना पड़ता है कैसे यह सब पूरा का पूरा कभी-कभी स्कैम भी हो सकता है राइट ऑलराइट आगे देखते हैं तो फेयर वैल्यू और रियल वैल्यू ऑफ अ शेयर हर एक इन्वेस्टर्स बहुत सोच समझ के निकालते हैं इसमें वोह क्या करते हैं इसमें वो देखते हैं एग्जांपल ले रहा हूं मैं लेट अस सपोज कि क्या था 1950 गया मान लीजिए 1950 गया टॉप और बॉटम पे चल रहा था लेट अस सपोज 1860 पे था बॉटम में तो अब यह जो इंटेलिजेंट इन्वेस्टर है ना वह इंतजार करता है उसके हिसाब से मार्केट में इसकी वैल्यू कहीं ना कहीं उसके हिसाब से मार्केट में इसकी वैल्यू इस इंटेलिजेंट इन्वेस्टर के हिसाब से इसकी वैल्यू कहीं ना कहीं 1905 से 1915 के बीच में होनी चाहिए उसने एक रेंज बना ली अपनी कि यह एक बैंड है इस बीच में इसकी वैल्यू होनी चाहिए यह होनी चाहिए यह इसकी रियल वैल्यू है निकालने के तरीके आगे देखेंगे ठीक है तो ऐसे में जैसे ही वैल्यू 1860 प आएगी डिप करेगी 1860 प या उससे भी कम आएगी तो ऐसे में वो बोलेगा वो बाय करेगा या सेल करेगा सो सोचो इसको ऐसा एक सिंपल वे में जैसे फॉर एग्जांपल लेट अस सपोज कि मार्केट वैल्यू एक सवाल है आपके लिए मार्केट वैल्यू है 1950 ठीक है और इंट्रिसिक वैल्यू है 1910 और केस नंबर टू ये पहला केस है दूसरा केस मार्केट वैल्यू है 187 एंड इंट्रिसिक वैल्यू है 1910 मुझे बताइए किस केस में बायर अ बाइंग होगी या फिर सेलिंग होगी एक इंटेलिजेंट इन्वेस्टर के द्वारा अगर मार्केट वैल्यू ज्यादा है मतलब मार्केट में आज की डेट में इसकी वैल्यू 1950 है लेकिन आपको लग रहा है कि नहीं इसकी एक्चुअल वैल्यू 1910 होनी चाहिए लेकिन मार्केट में 1950 है यह मौका है यह मौका है इसको क्या करने का इसको सेल कर देने का क्यों क्योंकि आपने आंका है आपके पास इसके शेयर्स हैं ऑलरेडी हम यह जानना चाह रहे हैं कि आप और शेयर खरीदेंगे या फिर अपने जो पहले से शेयर्स है उनको आप बेच देंगे तो ऐसे में आपको पता है कि इसकी वैल्यू एक्चुअली में कम है मार्केट किसी भी वजह से इसको ज्यादा आंक रहा है यह एक इंटेलिजेंट इन्वेस्टर समझ गया तो वो क्या करेगा वोह अपने शेयर्स को सेल कर देगा हायर प्रॉफिट्स पे हर शेयर पे 40 40 40 का प्रॉफिट हुआ लेट अस सपोज उसके पास 20 शेयर थे 800 का प्रॉफिट हुआ वो सेल करके निकल लिया कहीं और कहीं और इन्वेस्टमेंट करने के लिए तो यह एक सिग्नल होता है एक इंटेलिजेंट इन्वेस्टर के लिए कि वह सेल कर जाए सिमिलरली मार्केट वैल्यू अगर कम है और जो हमारा इंट्रिसिक वैल्यू हमने निकाला है वह है 1910 यानी कि ज्यादा और यह 870 ₹ का डिफरेंस है यहां पे यहां पे ₹ 440 मार्केट वैल्यू कम है आपको लगता है कि शेयर की वैल्यू 1910 होनी चाहिए लेकिन मार्केट वैल्यू 18705 जैसे ही किसी एक मोमेंट पर यह 1860 18702 होनी चाहिए अभी नहीं है लेकिन थोड़ी देर में आ सकती है या फिर थोड़ी देर में नहीं तो कल तो दिखी जा सकती है तो ऐसे में काम करता हूं एक तरीके से मैं तो यह सोच रहा हूं ना कि 1910 की चीज मुझे हम लोग को डिस्काउंट पसंद है किसको नहीं पसंद है तो हमें डिस्काउंट में मिल रहा है तो अब हम क्या करेंगे अब एक इंटेलिजेंट इन्वेस्टर इसको बाय कर लेगा खरीद लेगा परचेस कर लेगा शेयर को और जब जैसे ही शेयर प्राइसेस बढ़ेंगे डिसीजन फिर उसका है कि भाई वह होल्ड करना चाहता है फरदर उसको और ज्यादा लगता है कि बढ़ेगा या फिर वह थोड़े से प्रॉफिट लेकर सेल आउट करके किसी और शेयर में निवेश करना चाहता है इस तरीके से काम चल ता है इस तरीके से आगे बढ़ता है तो आप बात को समझ पा रहे हैं कि अगर आप अल्टीमेटली मार्केट को करना है ऑब्जर्व चील की तरह ऑब्जर्व करना है मार्केट को कंटीन्यूअसली मूवमेंट देखना है मार्केट का और एक तरफ दिमाग लगाना है इसकी इंट्रिसिक वैल्यू के लिए कैसे इंट्रिसिक वैल्यू होती है निकलती है आओ वो समझते हैं तो आई होप मैं एक बार क्विकली रिवाइज करा दे रहा हूं कि यहां पे क्या-क्या मैंने बताया मार्केट वैल्यू अगर ज्यादा है लगता है कि वैल्यू कम है और आपको एक तरीके से क्या हो रहा है आपको यहां पर ज्यादा पैसे मिल रहे हैं आपको प्रॉफिट दिख रहा है आपको लग रहा है कि यार इंट्रिसिक वैल्यू 1910 लेकिन मार्केट में मिल रहा है ज्यादा चलो बेच देता हूं सिमिलरली इंट्रिसिक वैल्यू जो है वह है आपकी ज्यादा मार्केट वैल्यू है कम तो आप खरीद लोगे इसी को बोलते हैं मार्जिन ऑफ सेफ्टी जो वरन बफे ने कहा था मार्जिन ऑफ सेफ्टी यही गोल्डन वर्ड्स वरन बफे ने कहे थे कि भाई आपको मार्जिन ऑफ सेफ्टी अपनी बना के रखनी है मार्जिन ऑफ सेफ्टी तभी पॉसिबल है जब आप इंट्रिसिक वैल्यू निकालना जाने ऑलराइट दोस्तों सो इंट्रिसिक वैल्यू कैलकुलेशन करना आना चाहिए जैसा कि अब हम जान रहे हैं हमें सिर्फ मार्केट पर डिपेंडेंट नहीं रहना चाहिए जो ऊपर नीचे ऊपर नीचे हो रहा है उसको देख कर के इन्वेस्टमेंट नहीं करना है कैश फ्लो स्टेटमेंट्स को पढ़ना फोसिस टीसीएस कुछ एग्जांपल्स लेंगे टाटा मोटर्स इस तरह के एग्जांपल्स लेंगे कैश फ्लो स्टेटमेंट्स को पढ़ेंगे कंपनीज का कैश फ्लो स्टेटमेंट कंपनीज के बारे में हर चीज बता देता है उसको पढ़ना आना चाहिए जो नेट में फ्रीली अवेलेबल है इंफॉर्मेशन सारी अवेलेबल है नेट में उसको पढ़ना हमारी जिम्मेदारी है समझना हमारी जिम्मेदारी है तो वो हम सीखेंगे कैसे होता है और इंट्रिसिक वैल्यू निकालने के कुछ कॉमन तरीके जो लोग यूज कर सकते हैं जैसे पर्सनल परसेप्शन कंपैरिजन विद कंपनीज कंपैरिजन विद एसेट वेरियस टाइप्स ऑफ एसेट क्लासेस लाइक दिस दिस कैन आल्सो बी डन बट यस डेफिनेटली वीी शुड गो फॉर अ मैथमेटिकल अप्रोच दीज आर नॉन मैथमेटिकल एप्रोचे एंड सम आर द मैथमेटिकल एप्रोचे यूजिंग द कैश फ्लो स्टेटमेंट्स सो वी विल सी दैट डिस्काउंटेड कैश फ्लो मेथड जो है वो देखेंगे हम लोग और भी बहुत सारी चीजें हैं वो देखेंगे मोर ओवर आगे बढ़ते हुए हम ट्रेडिंग अकाउंट और डीमेट अकाउंट में फर्क भी समझेंगे तो अभी आपको कोई भी अकाउंट वगैरह नहीं खोलना है नेक्स्ट लेक्चर देखेंगे आप उसके बाद आप अकाउंट ओपन करेंगे ऑलराइट बहुत-बहुत शुक्रिया आगे बढ़ेंगे अगली वीडियो और इंपॉर्टेंट होने वाली है हम ट्रेडिंग की तरफ और इन्वेस्टमेंट की तरफ बढ़ते हुए अच्छे से आगे बढ़ रहे हैं इंटेलीजेंटली बढ़ रहे हैं जय हिंद वंदे [संगीत] मातरम मेरे प्यारे दोस्तों नाउ वी आर इन टू द नेक्स्ट लेक्चर एंड यहां पे हम वहीं से स्टार्ट करेंगे जहां से हमने लास्ट लेक्चर को खत्म किया था इंट्रिसिक वैल्यू राइट राइट इन सब चीजों का ना हम आगे चलके रिवीजन भी करेंगे और हमारे जो लाइव सेशंस होंगे हम नहीं चाह रहे कि इसमें आपका जरा सा भी जो है टाइम इधर-उधर जाए तुरंत कंटेंट प कंटेंट मिले आपको और अपन जो है रिवीजन जो है और इसका जो प्रैक्टिकल वगैरह है वो सब हम लोग लाइव सेशंस में करेंगे इंट्रिसिक वैल्यू कंपनीज का निकालना अगर सीखेंगे बट उसके लिए हमारा थ्योरी पार्ट जो है वो पूरा का तरीके से क्लियर होना चाहिए इंट्रिसिक वैल्यू की जो डेफिनेशन है वो हमने आपको बता दी थी उसकी रियल वैल्यू फेयर वैल्यू कैसे निकालते हैं फर्स्ट तरीका पर्सनल परसेप्शन पर्सनल परसेप्शन खुद का परसेप्शन राइट एग्जांपल के तौर पे मैं आपको बताता हूं जैसे फॉर एग्जांपल एक मोबाइल है वह आप किसी एक शॉप में गए ठीक है एक शॉप में गए और उस मोबाइल का जो प्रिंट रेट है लेट अस सपोज उसका प्रिंट रेट है ₹1 ठीक है जनरली ऐसे 1499 वगैरह होता है ऐसे ऐसे ही लिखते हैं मोबाइल का रेट्स वगैरह मान लो 15000 लिख रहे हैं जो शॉप है उस पर्टिकुलर शॉप में इस एमआरपी से थोड़ा सा डिस्काउंट दिया जा रहा है इस एमआरपी से थोड़ा सा डिस्काउंट दिया जा रहा है लेट अस सपोज कि वह डिस्काउंट है 000 का और ऐसे करके आपको व जो है 14000 में पड़ रहा है ठीक है तो 000 में वह शॉप ओनर आपको मोबाइल दे रहा है यू माइट बी हैप्पी राइट कि आप बोलोगे अच्छा ठीक है चलो बढ़िया है इसकी एमआरपी प्राइस से मुझे सस्ता मिल रहा है ऐसा भी हो सकता है कि किसी एक शॉप में आप गए दूसरे शॉप में वहां पे सेम मोबाइल लेकिन जो डिस्काउंट है वह 1500 का आपको ऑफर कर रहा है इस तरीके से आपका जो मोबाइल है वह आपको वहां पर 13500 का पड़ रहा है अब अगर मान लो यह शॉप जो है आपके घर के नजदीक है वह शॉप घर से बहुत दूर है आप अब यह सोच सकते हो कि मुझे अभी जरूरत है मेरे लिए यह डिस्काउंट भी ठीक है वो डिस्काउंट भी ठीक है इट इज कंपलीटली अ पर्सनल चॉइस दोनों जगह डिस्काउंट मिल रहा है लेकिन य हमारी पर्सनल चॉइस है हमें लग सकता है कि यार ठीक है यार यह 14000 में भी दे रहा है मुझे अभी चाहिए और तुरंत तुरंत लेने से मेरे को कुछ फायदा होने वाला है लोगों से कनेक्ट कर पाऊंगा कुछ भी रीजन हो सकता है यह सिर्फ मोबाइल के लिए नहीं आप किसी भी चीज के लिए सोच सकते हो आप सब्जी के लिए सोच सकते हो घर के बगल में एक सब्जी वाला है और एक सब्जी मंडी है 10 किलोमीटर दूर आपको पता है वहां जाके लोगे तो आपको सस्ता मिलेगा राइट तो यहां पे जो इंट्रिसिक वैल्यू है वो पर्सन टू पर्सन चेंज हो जाती हो सकता है और केस टू केस भी चेंज हो जाती है मेरे पास टाइम होगा मुझे जल्दी नहीं है तो मेरे को लगेगा कि ठीक है यार जब उस एरिया में जाऊंगा मैं तो मैं उस दुकान से साज में ले लूंगा कोई दिक्कत की बात नहीं है मुझे यही लगेगा अल्टीमेटली लेकिन अगर मुझे अभी नीड है तो मेरे पर्सनल परसेप्शन के हिसाब से अभी के लिए मुझे यह भी प्राइस चलेगा और मैं ले लूंगा बात समझ में आई तो यहां पर क्या होता है ना अलग-अलग कंपनी की इंट्रिसिक वैल्यू मतलब जो शेयर्स की जो प्राइसिंग हो रही है लो लोग इसको अलग-अलग तरीके से भांपते हैं वो पर्सनल परसेप्शन होता है लोगों का जो कभी सही हो भी सकता है और कभी गलत भी हो सकता है हो सकता है फॉर एग्जांपल अगर हम ऑनलाइन चेक करते सेम मोबाइल मान लो redmp3 मोर क्योंकि आपको 00 का नहीं आपको 000 का फायदा होने जाएगा तो शायद 000 की वैल्यू आपके नजरों में थोड़ा ज्यादा हो जाएगी 500 के कंपैरिजन में तो आप बोलोगे चलो ठीक है दो दिन के बाद ही सही लेकिन मैं डिलीवरी लूंगा दो दिन के बाद और 000 और डिस्काउंट मिल जाएगा तो इट्स ऑल अबाउट द पर्सनल परसेप्शन पर्सनल परसेप्शन ज्यादा बेहतर कब होता है जब हम जानकारी ज्यादा इकट्ठी करते हैं अगर हमें यह जानकारी ही नहीं होती हम चेक ही नहीं करते अपना मोबाइल या किसी को बोल करके कि मोबाइल हमको लेना क्याक ऑप्श हो सकते हैं तो अगर हम बातचीत ना करते लोगों से या फिर हमें जानकारी नहीं होती कि ई-कॉमर्स वेबसाइट पर और कम में अवेलेबल है तो शायद हम वह मौका ही नहीं पा पाते तो पर्सनल परसेप्शन बनाने के लिए यहां पर पर्सनल परसेप्शन शेयर बनाने के लिए सबसे अच्छा तरीका होता है एक्सपर्ट्स की राय लेते रहना कंटीन्यूअसली एक क्लियर और सटीक पर्सनल परसेप्शन तभी बन पाता है मैं आपको हमारा एग्जांपल देता हूं मैं जिन भी न्यूज लेटर्स को कुछ इनसाइडर इंफॉर्मेशन को जो फॉलो करता हूं वह जो इंफॉर्मेशन होती हैं मैं सब पर बिलीव नहीं करता जैसे फॉर एग्जांपल मनी कंट्रोल की मिंट की न्यूयॉर्क टाइम्स की यस यूएस के मार्केट को भी ऑब्जर्व करते रहना पड़ता है बिकॉज जो यूएस में हो रहा होता है एक हफ्ते बाद वही चीज इंडिया में रेप्ट हो जाती है जी हां अगर आज आप इन्वेस्ट कर रहे हो किसी स्टील की कंपनी में तो आपको एक बार पहले यूएस में भी देख लेना चाहिए कि स्टील आज की डेट में यूएस में कैसा चल रहा है इसके पीछे के कारण है आगे देखेंगे पूरा वर्ल्ड इकोनॉमी इन्फ्लुएंस हो जाती है यूएस की इकोनॉमी से भी राइट कुछ जो टॉप थ्री टॉप फोर डेवलप्ड कंट्रीज हैं वहां की इकोनॉमी से पूरे वर्ल्ड की इकोनॉमी इन्फ्लुएंस होती है ऑल राइट तो हम क्या करेंगे जैसे मैंने आपको अपना एग्जांपल दिया कि मैंने बहुत सारे न्यूज़ लेटर्स इनसाइडर इंफॉर्मेशन इनको इनप इन्वेस्ट करके रखा है हर महीने इंफॉर्मेशन मेरे पास आती है जब इंफॉर्मेशन आती है तो इसमें से सब इंफॉर्मेशन बिलीव करने लायक भी नहीं होती है मैं यह ऑब्जर्व करता हूं कि इनमें से कौन-कौन सी इंफॉर्मेशन व है जो मुझे सही लग रही है और जिस पर मैं थोड़ा सा अपना और वर्क करके वेरीफाई अगर करूं तो ऐसे शेयर्स जो होंगे वह मुझे फायदा दे जाएंगे तो इस तरीके से पर्सनल परसेप्शन जो है वो डेवलप होता है पर्सनल परसेप्शन पे अगर बेस बेस प अगर हम शेयर्स की ट्रेडिंग कर रहे हैं या इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं तो इट शुड बी ऑलवेज ऑलवेज बेस्ड अपॉन अ कशि डिसीजन कॉशस जितना ज्यादा आपको चीजें पता होंगी इधर से उधर से इधर से उधर से जितना ज्यादा पढ़ोगे पढोगे तब जाके ही आप अपना एक पर्सनल परसेप्शन क्लियर वे में सटीक वे में बना पाएंगे सो दैट इज अबाउट ऑल अबाउट द पर्सनल परसेप्शन किसी का पर्सनल परसेप्शन बिल्कुल अलग हो सकता है आपके विपरीत हो सकता है क्या पता उसकी इंफॉर्मेशन सही हो क्या पता है आपकी इंफॉर्मेशन सही हो और उसकी गलत हो कुछ भी हो सकता है राइट ऑल राइट सो दिस इज व्हाट इज द पर्सनल परसेप्शन टू डेवलप दैट पर्सनल परसेप्शन टॉक टू मोर पीपल इंडल्स इन दोस काइंड ऑफ यू नो वेरियस twittersignin.com या फिर नहीं बहुत सोचना पड़ेगा राइट तो यह एक पर्सनल परसेप्शन बनाने का एक तरीका होता है दूसरा एक तरीका होता है जो कि काफी प्रैक्टिकल है कंपैरिजन विद अदर कंपनीज उसी के जैसी अदर कंपनीज कोई फार्मा कंपनीज है डॉक्टर रेडी लेबोरेटरी है लॉरस लैब्स है राइट ऐसी बहुत सारी फार्मा कंपनीज है अगर आप किसी फार्मा कंपनी में इन्वेस्ट कर रहे हैं जो बाकी कंपनियां तो डाउन जा रही है यह अकेली कंपनी आपको दिख रहा है अप जा रही है इसके पीछे का कारण क्या हो सकता है कहीं यह ओवर वैल्यूड शेयर्स तो नहीं है जो धम से नीचे आके गिरेंगे बाद में क्योंकि अभी ऐसा कोई मान लो डिसीजन भी नहीं आया अच्छा बजट में फार्मा कंपनी से रिलेटेड कुछ ऐसा आया भी नहीं था यह सोचने का तरीका है समझे तो यू हैव टू कंपेयर विद अदर कंपनीज इसके ऊपर पूरा प्रैक्टिकल होगा लाइव सेशन में कंपैरिजन विद अदर कंपनीज हाउ डू यू कंपेयर विद अदर कंपनीज दिस इज वेरी वेरी इंपोर्टेंट थिंग क्योंकि अगर हम किसी में शेयर कर रहे हैं इन्वेस्ट कर रहे हैं शेयर ले रहे हैं तो हमें कंपैरिजन करना आना चाहिए उस सेक्टर की अदर कंपनीज का जो टॉप कंपनीज है उससे ऑलराइट थर्ड थिंग इज अगेन दिस इज योर थिंग कंपैरिजन विद अदर एसेट्स आप सिर्फ शेयर्स में ही पैसे ग्रो नहीं कर सकते आप बाकी चीजों में भी इन्वेस्ट करके पैसे को ग्रो कर सकते हो आप रेंटल इनकम ले सकते हैं आप गोल्ड में इन्वेस्ट कर सकते हैं सोवन गोल्ड बॉन्ड ले सकते हैं अगर डायरेक्टली फिजिकल गोल्ड ना ले तो बॉन्ड्स होते हैं वो ले सकते हैं डिबेंचर लैंड होता है उसमें आप इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं फिक्स डिपॉजिट में इन्वेस्ट कर सकते हैं तो इस तरह की वेरियस स्कीम्स है मार्केट में अवेलेबल जिनम आप इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं अगर आप यह कहते हो कि मुझे मंजूर नहीं है 20 पर से कम रिटर्न मुझे कम से कम अपने पैसे पर 20 पर तो रिटर्न कैसे भी करके चाहिए ही चाहिए तो ऐसे में अगर आपको 20 पर मान लो आप क्योंकि मैं मैं शेयर्स में तभी इन्वेस्ट करता हूं कि मुझे 20 पर तो रिटर्न चाहिए ही चाहिए मैं अपनी पर्सनल बात कर रहा हूं अगर 20 पर के नीचे रिटर्न मिल रहा है तो इतना फिर सीखना इतना सब ये सब करने का मतलब क्या है ये 20 पर रिटर्न मिलना चाहिए यह 20 पर रिटर्न जो होता है यह सफिशिएंट इनफ होता है अगर साल भर में आपका ₹1 लाख 000 में कन्वर्ट हो रहे हैं तो वो ₹2000000 जो हर साल एक्स्ट्रा मिल रहे हैं दैट गिव्स यू एन एक्स्ट्रा बूस्ट टू इन्वेस्ट मोर टू इन्वेस्ट फर्द इसकी भी पूरी की पूरी इकोनॉमिक्स जो है हम लोग क्या जो लाइव में प्रैक्टिकल कर कर के देखेंगे सब चीजें बट थ्योरी अभी क्लियर करते जाइए पहले फाउंडेशन स्ट्रांग होगा फिर उसके ऊपर एग्जांपल्स करेंगे राइट सो कंपैरिजन विद अदर एसेट्स जैसे आपका रेंटल है अब मान लीजिए आपने कहीं पे ₹ लाख इन्वेस्ट किए वहां से रेंट आ रहा है लेट अस सपोज 00 तो आपको ये चेक करना चाहिए कि अगर यही पैसे मैं शेयर्स में इन्वेस्ट करता इस इस कंपनी में इस कंपनी में मल्टीपल कंपनीज में अपना पोर्टफोलियो डेवलप कर देता हर सेक्टर में तो ऐसे में मुझे कितना जो है रिटर्न मिल सकता था गोल्ड हो सकता है कितना रिटर्न दे रहा है वो चेक करें बंड्स लैंड एफडी एफडी में भी अभी काफी कम हो चुका है रिटर्न राइट तो यह कंपैरिजन है विद अदर एसेट्स च यू कैन हैव सो यू शुड हैव फर्स्ट ऑफ ल मार्जिन कि भाई आपको कम से कम कितना रिटर्न चाहिए और फिर मैक्सिमम की तो लिमिट ही नहीं है क्यों लिमिट नहीं मैं एग्जांपल दूं आपको आपको एक सिंपल सा एग्जांपल देता हूं मैं लरेस लैब्स का लॉरस लैब लिमिटेड इसको आप जरा सा सर्च करिएगा मनी कंट्रोल जैसी वेबसाइट है स्क्रीनर जैसी वेबसाइट है वहां प लस स्लैब्स आप सर्च करिए मैंने इसमें इन्वेस्टमेंट किया था अप्रैल में अप्रैल कब अप्रैल 2020 में अप्रैल 2020 से लेकर के दिसंबर 2020 या मैं कहूं टू बी वेरी प्रेसा इज जनवरी 2021 तक के ही इसके शेयर्स जो थे वह फाइव टाइम्स हो गए थे 5 एक्स पाच गुना 1 लाख जिसने लगाया उसको मिलेगा 5 लाख लरेस लैब्स क्यों ऐसा हो गया क्या हो गया यह सब न्यूज की बात यह सब अगर आपको इनसाइडर इंफॉर्मेशन मिलती है तो बहुत अच्छी बात है अंदर से इंफॉर्मेशन अगर आप निकाल पाते हैं बहुत अच्छी बात है या फिर ऐसे लोगों के देखो फ्री में कोई इंफॉर्मेशन मार्केट में नहीं देता मनी कंट्रोल जैसी वेबसाइट्स भी जो है वो प्रो आप उसका लेते हैं जब जाके तब जाके वह आपको इस तरह की इंफॉर्मेशन प्रोवाइड करवाते हैं तब आप इंफॉर्मेशन पे बेसिस पर अपना एक्ट लेते हो आपको करेक्ट इंफॉर्मेशन तो मिले पहले पहले करेक्ट इंफॉर्मेशन मिलेगी उसके बाद ही जो है आप इस पर एक्शन ले पाएंगे तो इस तरह की वेबसाइट्स हैं बहुत सारी है उसके बारे में भी डिस्कस करेंगे हम कौन सा बेस्ट है क्या है हम देखेंगे वो सब चीजें तो अप्रैल 2020 से जनवरी 2021 तक के ही देख रहे हैं आप पांच गुना हो गया अच्छा जब इसका मार्केट आप इसका कर्व देखोगे मार्केट कर्व तो आपको दिखेगा यह बढ़ तो रहा है सितंबर में आकर के धम से नीचे गिर गया वर्टिकल लाइन आपको दिखेगी आप देखिएगा एक एक होमवर्क है आपके लिए होमवर्क क्या इसी लेक्चर में ही अभी शायद वो कवर भी हो जाए एकदम धम से आकर के नीचे गिर गए शेयर और अब फिर बढ़ रहे हैं ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे आप यह सोच सकते हो अभी फिर ऐसे ऐसे बढ़ रहे हैं इस तरीके से मतलब इ इट इज ऑन अ बुल रन बुल रन तब बोलते हैं बुल बुल के जैसे वो भाग रहा है और उछाल उछाल के बुल कैसे आगे बढ़ता है और अपने प्रे को उछाल उछाल के मारता है तो यह क्या कर रहा है शेयर मार्केट को उछाल रहा है तो यह जो नीचे आया पर शेयर प्राइस वो क्यों आया उसके बारे में हम समझेंगे आगे चलके कांसेप्ट आएगा कई लोग क्या देखते हैं पता है इसका शेयर प्राइस डाउन चला गया यार इसका तो शेयर लेना ही नहीं चाहिए भैया यह फायदा करा दिया लोगों को कैसे फायदा कराया हम बताएंगे शेयर स्प्लिट का और बोनस शेयर्स कांसेप्ट होता है वह देखेंगे आगे जो शेयर स्प्लिटिंग हो जाती है बोनस मिल जाते हैं तब जाके इस तरीके का वर्टिकल नेचर ऑफ द कर्व आता है तो वो देखेंगे तो जैसे मैं एग्जांपल दे रहा था अब लरेस ल जैसी कंपनी है जो पांच गुना भाग गई बाकी फार्मा कंपनियां इतना गुना नहीं बढ़ पाई ऐसा क्यों हुआ ये सब समझना पड़ता है तो ये आपको रिटर्न इतना चाहिए 20 पर रिटर्न तो अब 20 पर कम से कम रिटर्न ही मुझे एक्सेप्टेबल है उससे कम एक्सेप्टेबल नहीं है मैं हसल करूंगा किसी ना किसी तरीके से सोचूंगा कि किस तरीके से मुझे ये रिटर्न मिले आगे बढ़ते हैं हम चौथा मेथड है काफी एक कॉमन एंड वेरी मच इंपॉर्टेंट मैं कहूंगा मैथमेटिकल मेथड है यह है मैथमेटिकल मेथड ठीक है कॉमन एंड इंपॉर्टेंट मैथमेटिकल मेथड क्या नाम है इसका डिस्काउंटेड कैश फ्लो मॉडल डिस्काउंटेड कैश फ्लो मॉडल किसी भी कंपनी की इंट्रिसिक वैल्यू को निकालने के लिए बहुत सारे मॉडल्स है मॉडल्स मतलब क्या होता है मॉडल मतलब है कि सॉल्व करने का एक पर्सपेक्टिव है एक तरीका है ऐसा मॉडल सबसे ज्यादा एक्सेप्टेबल होता है जैसे हम बोलते हैं gm1 बा r स् ग्रेविटी के फोर्स जो लग रहे हैं उसके बीच की इक्वेशन है जो बड़े-बड़े अर्थ सन ये सब एक दूसरे के अराउंड है एक जगह पर स्थित है व ग्रेविटेशनल फोर्स से है तो वो एक मॉडल है बेसिकली जो हम एक मॉडल बना कर के उसको एक्सप्लेन कर सकते हैं कि इस तरीके से चीजें हो रही है मैथमेटिकल मॉडल का मतलब य होता है कि जो चीजें रियलिटी में हो रही होंगी मैथमेटिक्स में हम उसको कैसे सिमुलेटर हैं तो यह एक डिस्काउंटेड कैश फ्लो मॉडल है विद द हेल्प ऑफ सम इक्वेशन यस जी हां थोड़ी है थोड़ा सॉल्व करना पड़ेगा ये डिस्काउंटेड कैश फ्लो बस एक मेथड आपको जानना चाहिए मैं इतना आसानी से आपको समझाऊ ना अभी आपको सब समझ में आ जाएगा ज्यादा सोचने की बात ही नहीं है तो डिस्काउंटेड कैश फ्लो मॉडल अपन समझते हैं बाकी चीजों में मैथमेटिक्स थोड़ी बहुत लगती है लेकिन इसमें मैथमेटिक्स काफी लगती है कंजरवेटिव तरीका है यह कैलकुलेशन का कंजरवेटिव तरीका मतलब भी मैं समझाता हूं क्या बोलते हैं इसका मतलब क्या होता है बिल्कुल बेसिक से चलेंगे मजा आएगा ठीक है कंजरवेटिव का मतलब क्या होता है दिस इज अ कंजरवेटिव अप्रोच आई एम सेइंग दिस इज अ कंजरवेटिव अप्रोच व्हाट ड यू मीन बाय अ कंजरवेटिव अप्रोच कंजरवेटिव अप्रोच का मतलब होता है दोस्तों कि इसमें से जो हम वैल्यूज अल्टीमेटली निकालते हैं वह गिरी से गिरी हालत में निकालते हैं कि भाई अगर गिरी से गिरी हालत में भी इतना गिर जाए इससे ज्यादा नहीं गिरेगा अगर शेयर प्राइस या प्रॉफिट हमें इतना ही मिले कम से कम में इतना मिल जाए तो हम उसमें भी खुश है अगर उससे ज्यादा मिल गया तो और खुश हो जाएंगे तो यह वो है कंजरवेटिव अप्रोच थोड़ा कंजरवेटिव रहे तो इसमें हम जितना कंजरवेटिव रहना चाहे उतना कंजरवेटिव रह सकते हैं य हमें ऑप्शन प्रोवाइड करता है क्या आपको प्रैक्टिकली सोचना है क्या रोजमर्रा की जिंदगी में हम इतना सारा कैलकुलेटर लेकर के कैलकुलेशन करते रह जाएंगे अरे हमारा जो मार्केट प्राइस है वो निकल जाएगा जिसमें हमको चाहिए कुछ और मार्केट प्राइस हो जाएगा नुकसान हो जाएगा इसलिए हम ऑनलाइन टूल्स का इस्तेमाल कर वी हैव टू बी वेरी वेरी अवेयर एंड फास्ट इन सच थिंग्स ऑनलाइन टूल्स का इस्तेमाल करते हैं टू फाइंड आउट द डिस्काउंटेड कैश फ्लो अभी जो डिस्काउंटेड कैश फ्लो मॉडल है क्या है समझिए बात को बड़े ध्यान से इस मॉडल में हम करते क्या है इस मॉडल में डिस्काउंटिंग करते हैं एक प्रोसेस होता है जिसको बोलते हैं कंपाउंडिंग एक प्रोसेस होता है इसी का उल्टा इसको कहते हैं डिस्काउंटिंग मैं बड़े सिंपल से एग्जांपल को लेकर के आपको समझाता हूं एग्जांपल यह है कि लेट अस सपोज कि आपके पास 1 लाख रुपए हैं आपने अपने सेविंग्स बैंक्स में डाल दिया एसबी अकाउंट में आपने डाल दिया सेविंग्स बैंक अकाउंट में आपके सेविंग्स बैंक अकाउंट में आपको रेट ऑफ इंटरेस्ट जो आज की डेट में मिल रहा है वो लेट अस सपोज 4 पर है आप ये जानना चाहते हो कि अगर मैं 10 साल तक के इसी अकाउंट में इस पैसे को पड़े रहने देता हूं तो 4 पर से कंपाउंड होते-होते वो कितना हो जाएगा इसके लिए एक फॉर्मूला होता है फॉर्मूला आप लोग याद रख लीजिएगा pn0 p0 * 1 + r / 100 टू द पावर n इसको डिराइवर भी कर सकते हैं सो pn0 p0 * 1 + r / 100 द पावर n इज द फार्मूला इन व्हिच p न क्या है आज आपके पास कितने पैसे हैं r जो है करंट रेट ऑफ इंटरेस्ट जो कि जैसे अभी 4 पर मैंने लिख दिया n मतलब कितने नंबर ऑफ ईयर्स के बाद की बात आप कर रहे हैं और यह वो पैसे जो आपके कन्वर्ट हो जाएंगे उतने में कि ₹1 या आपने ₹1 लाख या 10 करोड़ आपने डाले तो फाइनली वो कितने में कन्वर्ट हो गए वो आपका पीए है तो अब हम ये p10 निकालना चाहते हैं मतलब 10 साल के बाद 10 साल के बाद ये जो ₹ लाख हैं यह कन्वर्ट हो जाएंगे हम इसको फ लिखेंगे यहां पे बा 100 अगर आप बा 100 नहीं लिखना चाहते हैं तो आप डायरेक्टली यहां पे 0.04 लिख सकते हैं क्योंकि परसेंटेज में हम डायरेक्टली नहीं पुट कर सकते उसको डेसीमल में पुट करना पड़ता है कन्वर्ट करके बाय 100 करके और टू द पावर आपने कर दिया 10 जब आप ये करेंगे तो आई थिंक ये 148000 के आसपास बैठता है एस फार एज आई रिमेंबर 4 पर के हिसाब से देखते हैं 1.04 टू द पावर 10 हां मल्टीप्ला बाय 1 लाख यस 108000 कहने का मतलब है कि अगर आप 10 साल के लिए ₹ लाख रख देंगे ना बैंक में तो वह 148000 में कन्वर्ट हो जाएंगे अब देखिए डिस्काउंटिंग अब लेट अस सपोज कि आपको फाइनल वैल्यू मालूम है आपको फाइनल वैल्यू मालूम है कि मुझे 148000 मिल रहे हैं आफ्टर 10 इयर्स ठीक है ये फ्यूचर वैल्यू है इसको क्या कहोगे एवी फ्यूचर वैल्यू वैसे शेयर मार्केट में एवी को फेस वैल्यू भी कहते हैं वो हम आगे देखेंगे तो ए जब लिखा जाए तो आपको थोड़ा सोचना पड़ता है ये फ्यूचर वैल्यू लिखा है या फेस वैल्यू शेयर्स के टर्म्स में लिखा जाएगा जनर तो फ्यूचर वैल्यू नहीं फेस वैल्यू लिखा जाएगा और पैसों के टर्म्स में लिखा जाएगा तो फेस वैल्यू नहीं फ्यूचर वैल्यू लिखा जाएगा फ्यूचर वैल्यू ऑफ द मनी होती है फेस वैल्यू ऑफ शेयर होता है क्लियर फेस वैल्यू क्या होता है देखेंगे अपन राइट अभी तो बहुत कुछ है सीखने को अभी बहुत मजा आएगा अभी देखो ो छोटी-छोटी चीजें तो र 148000 10 साल में यह फ्यूचर वैल्यू है आपकी तो ऐसे में आप कितना आज की डेट में इन्वेस्ट करेंगे एट अ रेट ऑफ इंटरेस्ट 4 कि आपको यह वैल्यू मिल जाए तो उल्टा कर रहे हैं आप एक तरीके से तो आप यहां पर प नॉ निकाल रहे हैं प नॉ विल बी इक्वल टू प ए बाय 1 प्स आ बा 100 टू द पावर ए आपको लग रहा हो मैथमेटिक्स हो रहा ऐसा हो रहा है जो लोग इंजीनियरिंग या कॉमर्स बैकग्राउंड के होंगे उनको तो लग रहा होगा चलो ठीक है य तो चीज अपने को आती है लेकिन जिनको जो लोग इस बैकग्राउंड के नहीं है या जो लोग अभी 10थ 12थ इन सब में है समझना पड़ेगा समझना पड़ेगा नीड ऑफ द आवर है ये आज की डेट में हर तरफ से हमसे पैसे लिए जा रहे हैं हमें सीखना पड़ेगा कि ग्रो करना कैसे है जरूरी है इस वीडियो को भले ही दो बार देखो तीन बार देखो आप तो अनलिमिटेड टाइम्स वच कर सकते हो ठीक है लेकिन करना जरूरी है कंपलसरी है यह बात हमेशा मेरी याद रखना जरूरी है फाइनेंशियल नॉलेज होनी बहुत जरूरी है मैं अपने स्टूडेंट्स को जब मैं क्लास में पढ़ाता हूं मैं गेट और इंजीनियरिंग सर्विसेस और सिविल सर्विसेस के लिए पढ़ाता हूं मैं मोस्टली क्लास में हर क्लास में तो मे भी शायद नहीं होगा लेकिन मोस्टली क्लासेस में बोलता हूं फाइनेंशियल नॉलेज इज द अल्टीमेट थिंग वि यू नीड टू अचीव आपको जॉब मिल गई आपने सब कुछ कर लिया लेकिन उसके बाद में आपको फाइनेंशियल नॉलेज ही नहीं है तो अपने पैसों को मैनेज कैसे कर पाओगे इतनी मेहनत वेस्ट हो जाएगी आपकी इतनी जॉब में मेहनत करके पैसे कमा रहे हो इसीलिए करना जरूरी है तो यहां पर देखो आप उल्टा करोगे तो क्या होगा 148000 डिवाइडेड बाय 1 प्लस आप फिर से 0.04 टू द पावर 10 करेंगे आपको यहां पे ₹ लाख मिल जाएंगे लाख एसे मिल जाएंगे इस प्रोसेस को बोलते हैं डिस्काउंटिंग दिस इज जस्ट रिवर्स ऑफ कंपाउंडिंग तो डिस्काउंटेड कैश फ्लो मॉडल में हम करते क्या है और ऑनलाइन टूल्स का इस्तेमाल आप कैसे कर सकते हो देखो डिस्काउंटेड कैश फ्लो मॉडल में हम लोग कंपनी की जो शेयर वैल्यू है उसकी इंट्रिसिक जो वैल्यू है वह निकालने की कोशिश करते हैं हम उन नंबर्स जो कंपनी के जो नंबर्स एंड फिगर्स उन्होंने दिए हैं वहां से शेयर की एक्चुअल वैल्यू निकालने की कोशिश करते हैं कि एक्चुअल वैल्यू इसकी है क्या कि जैसे फॉर एग्जांपल मार्केट कैपिटल है किसी कंपनी का 100 करोड़ शेयर वैल्यूज क्या आ रही है 00 00 हम यह जानना चाहते हैं वो 500 महंगा है या फिर वो 00 आज की डेट में सस्ता है ऐसा करने के लिए ही डिस्काउंटेड कैश फ्लो यूज किया जाता है डिस्काउंटेड कैश फ्लो में क्या करते हैं कंपनी जो अपनी फ्यूचर ग्रोथ बता रही है उसको हम आज के टर्म्स में र्ट करके चेक करते हैं कंपनी क्या बोलती है फ्यूचर ग्रोथ मेरी इतनी होगी उतनी होगी कंपनी के पास प्रोजेक्शन होते हैं फ्यूचर प्रोजेक्शंस हम बोलते हैं कंपनी रियलिस्टिक जा रही है कि यह फेंक तो नहीं रही बोल रही है कंपनी आज इसका 100 करोड़ है बोल रही है हम 2000 करोड़ प पहुंच जाएंगे इसकी फ्यूचर वैल्यू इतनी बोल रही है इसके चलते इसको बोलते ही शेयर भागने लग गया भागने लग गया मार्केट में अरे होता ही ऐसे रमर फैल गया समझो बात को रूमर कैसे फैल गया कंपनी की वर्थ है करोड़ कंपनी बोल र आने वाले पा साल में हम लोग जो है 200 पर 2000 पर की ग्रोथ करेंगे मतलब 100 करोड़ से 2000 पर कितना हो जाएगा 2000 करोड़ समझे 2000 करोड़ पर पहुंच जाएंगे तो अगर 100 करोड़ से 2000 करोड़ यह न्यूज आते ही मार्केट में लोग बोले अरे इसके शेयर खरीद लो शेयर खरीद लो शेयर खरीद लो इसके बढ़ने वाले बढ़ने वाले अरे कंपनी फेंक रही है तो चेक करना पड़ेगा कि नहीं है कि नहीं तो यह क्या कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड बताएगा और फिर यह बताएगा कि भाई क्या हुआ कि कुछ लोगों ने इस न्यूज़ पर आकर के शेयर खरीदने खरीदने खरीदने शुरू किए शेयर की प्राइस बढ़नी बढ़नी बढ़नी स्टार्ट हो गई तो मानो समझो ये ये समझना पड़ेगा हमको कि लेट अस सपोज कि कंपनी का जो शेयर बिक रहा था पहले लेट अस सपोज वो 500 पर शेयर बिक रहा था मार्केट में 00 पर शेयर बिक रहा था जैसे ही न्यूज़ आई आग की तरह हैली कि ग्रो करने वाले एक महीने के अंदर ही इसकी शेयर प्राइस हो गई 700 इसकी शेयर प्राइस वन मंथ में ही 700 भाग गई अब आप सोच रहे हो यार ये मैं 00 पिछले महीने लगाता मेरे भी 700 हो जाते यार 40 पर रिटर्न मिल जाता मेरा मौका मिस हो गया चलो या कोई बात नहीं अभी बढ़ तो रहा ही अभी भी लगा देता हूं शायद 700 का 800 900 हो जाए यह एक ऐसा बबल भी हो सकता है जो बर्स्ट कर जाएगा यह भी हो सकता है हां जी यह पहचानना बहुत जरूरी होता है कई कंपनियां ऐसा पहले भी पास्ट में कर चुकी है जिसकी वजह से से सेबी ने उनको स्टॉक एक्सचेंज से डीलिस्ट कर दिया था यस डीलिस्टिंग ऑफ कंपनीज हो जाती है कंपनीज एक्ट के तहत मतलब आप जब इस तरीके की रूमर्स फैला रहे हो या फिर यह कर रहे हो जो अन ऐसे प्रोजेक्शन जो कि रियलिटी में पॉसिबल बहुत मुश्किल से हो सकते हैं और आपके पास उसका कोई कठोर प्रूफ भी नहीं है तो ऐसे में कंपनी की डीलिस्टिंग भी हो सकती है कई कंपनिया से डीलिस्ट हो चुकी है फिर शेयर जो होल्डर्स होते हैं उनका क्या बेचारे लॉस में रह जाते हैं तो ऐसे में बात समझना कि अगर कंपनी के शेयर 00 चले गए तो आपको डिस्काउंटेड कैश फ्लो मॉडल से गिरी से गिरी हालत को पता लगाना है कि भाई गिरी से गिरी हालत में अगर कितना भी अगर कंपनी गिर जाए चलो आज 100 करोड़ है पिछले लेट अस सपोज मान लो यह कंपनी ने पिछले 5 साल में दो करोड़ से अपना सफर जो है 100 करोड़ तक का पूरा किया है दो करोड़ से 100 करोड़ तक का सफर पूरा किया पिछले 5 साल में तो ग्रोथ तो कंपनी की अच्छी हुई है लेकिन कंपनी ये क्लेम करी कि हम बन जाएंगे 2000 करोड़ हम बन जाएंगे 2000 करोड़ अगले और 5 सालों में लोग पागल हो गए तो हमें देखना होगा कि दो से 100 करोड़ पे जो पहुंची है तो इसमें गिरी से गिलत में 100 से कितने करोड़ वो पहुंच सकती है एट अ एट अ प्रिवेंट मार्केट रेट नॉट द रेट विथ व्हिच दिस शेयर इज भागि जिस रेट से भाग रहा है 40 40 पर नहीं नहीं मार्केट में अगर बेस्ट से बेस्ट कंपनी भी है तो आप मान के चलो उसका 20 पर रिटर्न कि चलो भाई अगर 20 पर 20 पर के रेट से भी जाएगा तो कितना तक जा सकता है और फिर आप इसकी शेयर प्राइस का आकलन करोगे कि भाई अभी जो 00 शेयर प्राइस है यह ओवर वैल्यूड चल रहा है आज की डेट में या फिर य अंडर वैल्यूड चल रहा है अगर आपको लगता है कि ये ओवर वैल्यूड है तो इस पे इन्वेस्टमेंट नहीं करना है इसकी वैल्यू ज्यादा है आपको महंगा मिल रहा है यह कम होने का वेट करेंगे आप और होगा कम अंडर वैल्यूड जो है अगर अंडर वैल्यूड है आपको लग रहा है कि अरे गिरी से गिलत में भी यार इसका शेयर ₹ तो आज की डेट में होना चाहिए था लेकिन 700 पे चल रहा है तब आप बाय कर सकते हो उसका शेयर तब आप इसका शेयर बाय कर सकते हो तो डिस्काउंटेड कैश फ्लो मॉडल यही कहता है कि आप गिरी से गिरे लत में आप इसका डिस्काउंटिंग करिए जो इसके फ्यूचर प्रोजेक्शंस है उसको आज की डेट में लाके देखो और शेयर की प्राइस से कंपेयर करो कि कितना होना चाहिए पर शेयर इसमें हम चाहे तो मार्जिन ऑफ सेफ्टी भी दे सकते हैं तो इसमें आप क्या करिएगा आप इसको निकालने के लिए अब मैं आपको बड़े-बड़े कैलकुलेशंस नहीं बता रहा मैं आपको सिंपल सी ट्रिक बता रहा हूं बहुत सारे ऑनलाइन कैलकुलेटर्स हैं बहुत सारे ऑनलाइन कैलकुलेटर्स हैं आप उनको यूज करिए आप क्या करिएगा आप ऑनलाइन कैलकुलेटर्स में आप बस कैलकुलेटर बस आप ये सर्च करिए डिस्काउंटेड कैश फ्लो कैलकुलेटर बस आप इसको सर्च कर लो बस खत्म बात आपका काम इसमें से हो जाएगा क्योंकि देखो हर बार वो टेबल बना कर के एनालिसिस करना एक्सेल शीट बनाते रहना इज इट पॉसिबल जब आप वहां पे इन्वेस्टमेंट करना चाह रहे हो और कोई बोल रहा है इसमें इन्वेस्टमेंट करो फिर आप बोलोगे यार मेरे को तो 15 मिनट तो इसका एनालिसिस करने में लगेगा 20 मिनट तुरंत ऑनलाइन कैलकुलेटर खोले वहां पे कंपनी की वर्थ देखें कहीं से स्क्रीनर जैसी वेबसाइट से देखें कहीं प और प देखें और ऐसे में उसके बाद उसकी वर्थ देखे वहां पर पुट किए वहां पर रेट ऑफ इंटरेस्ट जो आपको लगता है आपको चाहिए इस शेयर से 20 20 पर में भी आज का करंट वैल्यू ऑफ शेयर कितना चल रहा है वह तो बताएगा कि उसका शेयर होना कितना चाहिए व इंट्रिसिक वैल्यू कैलकुलेट करके बताएगा इंट्रिसिक वैल्यू अगर आप ऐसे भी निकालते हो तो यह एक कंजरवेटिव तरीका हो जाता है अच्छा तरीका हो जाता है लेकिन फिर भी आपको मार्केट न्यूज पर तो ध्यान रखना ही पड़ेगा थोड़ा सा मार्केट न्यूज उस सेक्टर से रिलेटेड अगर आपको लग रहा है कि शेयर अच्छा है इंट्रिसिक वैल्यू आपको लग रहा है कि जो है इसकी जो है हाई है मार्केट वैल्यू अभी इसकी कम चल रही है तो लेट अस सपोज मैं इसको खरीद लेता हूं मेरे लिए ओके है ये फिर भी आपको उस सेक्टर की बाकी कंपनीज को देखना चाहिए तो जो मैंने पीछे पॉइंट्स बताए ना आपको जो मैंने स्टार्टिंग में आपको पॉइंट्स बताए इनको आपको साथ-साथ लेकर के चलना है किनको कंपैरिजन विद अदर कंपनीज तो करना ही है और डिस्काउंटेड कैश फ्लो मॉडल को भी करना है जब आप ये दोनों काम करोगे ना तब जाकर आपको एक सटीक कंक्लूजन मिलेगा अदर वाइज आपको एक सटीक कंक्लूजन नहीं मिलेगा क्या पता कि उस कंपनी का तो ठीक ठाक अभी मामला चल रहा है लेकिन उस सेक्टर की बाकी कंपनी जो है वह जूझ रही हैं तो शायद इस कंपनी के ऊपर भी गाज गिर जाए उसी तरीके की जैसी बाकी कंपनीज पर हो रही है तो उस सेक्टर को भी देखना वो सेक्टर बजट से इससे सब चीजों से इन्फ्लुएंस होता है तो इसीलिए हमेशा ऑलवेज रिमेंबर अ थम रूल आई यूज पर्सनली दैट इज यूज द डिस्काउंटेड कैश फ्लो मॉडल फाइंड आउट द इंट्रिसिक वैल्यू ऑफ पर शेयर बट ऑफकोर्स डोंट फॉरगेट टू कंपेयर दैट कंपनी विद अदर कंपनीज ऑफ द सेम सेक्टर अगर आप बजज में इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं तो मेक शर आप होंगी अगर आप फोसिस में इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं तो ऐसा नहीं है कि विपो से आप आंखें बंद कर लेंगे आपको विपो भी देखना पड़ेगा क्लियर है पॉइंट ये चीजें बहुत इंपॉर्टेंट है छोटी बातें हैं बहुत इंपॉर्टेंट बातें हैं ये सब तो ये हुई हमारी मॉडल्स की बात क्या है वो मॉडल वो मैंने आपको समझा दिया इसका बेसिक मैंने आपको बता दिया डिस्काउंटिंग का मतलब आपको बता दिया ठीक है सारी की सारी चीजें हो गई आपको जरूरत पड़े तो आप लेक्चर को देखिए बार-बार देखिए आपको चीजें और क्लियर होंगी चलो अब हम बढ़ते हैं काफी इंपॉर्टेंट चीजों की तरफ आगे लेट्स मूव अहेड चलिए अब हम काफी इंपॉर्टेंट चीज प आ गए हैं जिसमें हम लोग बात करने वाले हैं हाउ शुड आई स्टार्ट इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग हाउ शुड आई स्टार्ट इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग कैसे करना है स्टार्ट अभ ये आगे की जो चर्चा होगी हमारी इसी पे होने वाली है सबसे पहली चीज हमें चाहिए होते हैं कुछ अकाउंट्स इसमें नंबर वन थिंग इज योर सेविंग्स अकाउंट ठीक है इसको सेविंग्स बैंक अकाउंट एसबी अकाउंट कह सकते हैं दूसरा होता है एक अकाउंट जिसको कहते हैं डीमेट अकाउंट और तीसरा होता है ट्रेडिंग अकाउंट तीसरा हो सकता है ट्रेडिंग अकाउंट इन तीनों अकाउंट्स की आवश्यकता होती है आपको शेयर्स में इन्वेस्ट करना है ट्रेड करना है और हां ओबवियसली एक और इंपॉर्टेंट चीज है अकाउंट में पैसा यस जब तक अकाउंट में पैसा नहीं होगा तब तक इन्वेस्टमेंट आप कैसे कर पाओगे राइट सो अकाउंट जो होते हैं ना इतने तरह के क्यों चाहिए यह सेविंग्स अकाउंट वो होता है जो आपके मनी को इंडियन रुपीज में स्टोर करता है आपके मनी रिफ्लेक्ट होता है अकाउंट में कि आपके अकाउंट बैलेंस है 1 लाख दो लाख दैट इज बेसिकली र फिजिकल मनी च यू कैन विथड्रावल पुराने जमाने में जब यह इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में नहीं था तब क्या होता था तब शेयर्स को फिजिकल फॉर्म में इशू किया जाता था तो यह जो शेयर जो होते थे यह फिजिकल फॉर्म में जब इशू होते थे तो ऐसे में यहां पर शेयर का नंबर कांट्रैक्ट डॉक्यूमेंट का नंबर और यह बहुत सारी चीजें होती जो हम लोग आगे देखने वाले हैं हम लोग पूरा यह डॉक्यूमेंट स्टडी करेंगे जो आजकल इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में हमें मिल जाता है लेकिन इसी का जो की नंबर्स होते हैं जैसे कि किस कंपनी का शेयर उस शेयर को भी एक आइडेंटिफिकेशन नंबर दे दिया जाता है इस कांट्रैक्ट को भी एक नंबर दिया जाता है तो पहले इस तरीके से फिजिकल फॉर्मेट में हुआ करता था फिजिकल फॉर्मेट में दिक्कत क्या होती थी आपको पता है फिजिकल फॉर्मेट में टाइम बहुत लगता था फिजिकल फॉर्मेट में आपको देखना है आपके आपके पास कौन-कौन शेयर्स हैं तो अच्छा ग्रैंड ग्रैंडफादर ने ले रखे हैं शेयर्स पुराने जमाने बी बीपीएल करके भी कंपनी थी राइट उसके भी शेयर्स काफी बढ़ते थे तो ग्रैंडफादर ने ले रखे थे व शेयर्स उनसे पूछा जाए कितने शेयर्स आपने लेके रखे हैं उनके पास बहुत सारे शेयर्स थे तो ऐसे में आपके ग्रैंडफादर वो निकालेंगे पन्ने पलट भाई कितने एक दो तीन चार च अच्छा मे 25 शेयर इसके हैं अच्छा 30 शेयर टाटा के हैं ऐसे काउंट करते थे यहां पर क्या होता है आजकल इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में चीजें हो गई है काफी आसान तो इसीलिए यहां पर हम जल्दी जल्दी अपने डीमेट अकाउंट में देख सकते हैं कौन सा शेयर अपने पास है किस कंपनी के कितने शेयर्स हम होल्ड करके रखे हुए हैं तो यह जो है बेसिकली डीमेट अकाउंट जो है इट इ यूज्ड इट इ यूज टू स्टोर शेयर्स इ स्टोर शेयर्स स्टोर लिखेंगे स्टोर शेयर्स यह बेसिकली डिलीवरी लेने के लिए होता है डिलीवरी बोलने के लिए जैसे आपने देखा होगा ड आपको दिखते होंगे जीरो ब्रोकरेज डिलीवरी आपको यह मिलता होगा य ड जिसमें वेरियस एप्स होते हैं जीरो ब्रोकरेज डिलीवरी जैसे अप स्टॉक्स जो है वह देता है हमें जीरो ब्रोकरेज डिलीवरी क्या मतलब है इसका वो ये कहता है देखो आप आप डायरेक्टली शेयर्स में इन्वेस्ट नहीं कर सकते आपको बीएससी एनएससी नहीं जानते तो हम क्या करते हैं हम किसी ब्रोकर के थ्रू ही इन्वेस्ट करते हैं आपको पता है मुंबई में जो दलाल स्ट्रीट है उसका नाम दलाल स्ट्रीट क्यों पड़ा क्योंकि वहां पर पहले फिजिकल फॉर्मेट में एक सब्जी बाजार जैसा एक शेयर बाजार हुआ करता था शेयर मार्केट उसी को तो मार्केट बोलते जैसे फूड मार्केट है कपड़ा मार्केट शेयर मार्केट तो वहां पर जितने भी ब्रोकर्स होते थे दलाल होते थे वह क्या करते थे वहां पर खड़े जाते थे टाटा का शेयर टाटा का शेयर 50 50 50 राइट हिंदुस्तान यून वर का शेयर रर दूसरा दलाल बोल रहा है र तीसरा दलाल बोल रहा है 9 इस तरीके से जो सबसे मिनिमम देगा वह भाग के जाएगा जिसको खरीदना होगा 9 य ले मेरे को शेयर दे दे इस तरीके से पहले डील होती थी तो अगर मुझे एक आम आदमी को इन्वेस्ट करना है तो मुझे दलाल स्ट्रीट के फिजिकल ब्रोकर जो वहां पर है उसको कांटेक्ट या कोऑर्डिनेट करना पड़ता था कि यार मुझे ना टाटा का तो फिर ब्रोकर अपना ब्रोकरेज लेता था तो यह जो ब्रोकर्स होते हैं आजकल ऑनलाइन हो गए हैं यह वही दलाल स्ट्रीट के ब्रोकर्स ही है यह वही दलाल स्ट्रीट के ब्रोकर्स ही है जो उस समय स्ट्रीट में रहते थे अभी आज वहीं पर हमारा स्टॉक एक्सचेंज है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज वहीं पर तो है और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भी बॉम्बे में ही है दलाल स्ट्रीट में नहीं है लेकिन दूसरी स्ट्रीट में बम्बे स्टॉक एक्सचेंज जो है वो दलाल स्ट्रीट में है तो जीरो ब्रोकरेज डिलीवरी का मतलब यह होता है कि अगर हम आपके डीमेट अकाउंट में डिलीवर कर रहे हैं तो हम उसका कोई भी आपसे ब्रोकरेज या दलाली नहीं लेंगे वह जीरो हो जाएगा जो अच्छी भी बात है अगर कोई लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर है ना उसके लिए बहुत अच्छा है जो ट्रेडर है उसके लिए अच्छा नहीं है ट्रेडिंग में पैसा लगता है जीरो ब्रोकरेज डिलीवरी का मतलब ये होता है डिलीवरी के टाइम पे अगर आप डिलीवर करवाते हो ट्रेड नहीं करते रेगुलरली तो ऐसे में आपको उस पर कोई ब्रोकरेज देने की जरूरत नहीं है यह होता है जीरो ब्रोकरेज डिलीवरी तो यह जो यूज टू स्टोर शेयर्स और आप यह भी बोल सकते हो यूज टू डिलीवर शेयर्स यूज टू डिलीवर शेयर्स और यह ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता है ट्रेडिंग अकाउंट इज यूज टू यूज टू ट्रेड शेयर्स ट्रेड जब हम बोलते हैं ना तो बाय या फिर सेल कहते हैं बाय और सेल शेयर्स अब दोनों चीजों में क्या डिफरेंस है आइए समझते हैं बहुत मजा आएगा देखिए ऐसा है डीमेट अकाउंट मंजिल है ट्रेडिंग अकाउंट आपका रास्ता है ट्रेडिंग अकाउंट आपका रास्ता है डीमेट अकाउंट आपकी मंजिल है अब देखो होता क्या है यह पूरा जो कंट्रोल होता है पूरा कंप्यूटराइज मैकेनिज्म के थ्रू होता है अब य कंप्यूटराइज मैकेनिज्म ऐसा होता है जैसे फॉर एग्जांपल ये जो डी मैट है डी मैट का मतलब क्या है पता है डी मैट का मतलब है डी मटेरियल इज्ड डी मटेरियल मतलब जो चीज पहले इस तरीके से प्रिंट फॉर्मेट में हुआ करती थी ऐसे अब वो चीज हो चुकी है डी मटेरियल मतलब वो चीज नंबर्स नंबर्स के फॉर्म में आपके डीमेट अकाउंट में सेव्ड है वो कुछ इंफॉर्मेशन है जो आपके अकाउंट में सेव्ड है वो पैसे नहीं है व इंफॉर्मेशन रिलेटेड टू शेयर्स है जो आपके अकाउंट में सेव्ड है तो यह ब्रोकर आपको डीमेट अकाउंट प्रोवाइड करवाता है और उस डीमेट अकाउंट में आपने जो जो शेयर्स खरीद रखे हैं सबकी इंफॉर्मेशन को उस अकाउंट में स्टोर करता है इट इज जस्ट लाइक अ डायरी जस्ट लाइक अ बुक कि मैंने यह शेयर खरीदा है इसका नंबर यह है यह है यह है यह है इस तरीके से यह डाटा इसमें स्टोर हो गया इट इज जस्ट अ डटा स्टोरेज अकाउंट डीमेट अकाउंट इज जस्ट अ डेट स्टोरेज अकाउंट तो स्टोर करवाना है उसके लिए आपको जरूर डीमेट अकाउंट की आवश्यकता पड़ती है डीमेट अकाउंट आजकल बहुत सारी कंपनियां खुलवा हैं आईसीआईसी जैसे है बहुत ही प्रीमियम चार्जेस लेकर के इनका डीमेट अकाउंट खुलता है जनरली हम लोग ऐसे लोगों को प्रेफर करते हैं ऐसे ब्रोकर्स को जो जीरो ब्रोकरेज डिलीवरी दे दे या उनका ब्रोकरेज चार्जेस जो हो काफी कम से कम हो जनरली र 20 यह 20 के आसपास का जो ब्रोकरेज चार्ज है ना यह कम माना जाता है मतलब आपने एक बार कुछ बाय या एक बार कुछ सेल कर दिया तो यह ब्रोकरेज जो है वो आपसे 0 ये ले लेंगे आपने 000 000 00 कितने का भी परचेस किया ये आपसे 0 ले लेंगे ये जो ट्रांजैक्शन करवाना है उसकी बेसिकली ये लोग चार्जेस ले लेते हैं ब्रोकरेज तो जीरो ब्रोकरेज डिलीवरी हो या हल्का फुल्का ब्रोकरेज हो सब चलता है तो आपकी जो सेविंग्स बैंक्स है जहां पर आपका सेविंग खाता है जहां पर आपके आईएनआर सेव्ड है इंडियन रुपीज सेव्ड है वह भी आपको यह सर्विसेस दे देते हैं वो लोग जब आप अकाउंट खुला जाओगे बोलोगे सर आपका ना थ्री इन वन अकाउंट खोल देते हैं जिसमें आप ना सेविंग्स आप पैसे भी सेव कर पाओगे डीमेट अकाउंट भी रहेगा ट्रेडिंग भी रहेगा तीनों चीजें होंगी ऐसे में आपको देखना होगा क्योंकि डी मैट के और ट्रेडिंग के चार्जेस क्या-क्या है ट्रेडिंग के चार्जेस डी मैट के चार्जेस जिस हिसाब से होंगे फिर आप डिसीजन लेंगे कि वहां पर करवाना चाहिए या नहीं जनरली व्ट आई प्रेफर एज पर्सनल सजेशन जैसे मैं करता हूं कि भाई और ऐसा बहुत लोग करते हैं और यह लॉजिकली भी सही है कि मेरे अकाउंट्स हैं एक्स बैंक में है एसबीआई में है बट इन सब में किस तरह के अकाउंट्स है सेविंग्स अकाउंट्स है और उसके बाद हमने क्या किया है डी मैट और ट्रेडिंग अकाउंट किसी एक ब्रोकर के पास खुलवा दिया जैसे हमारे पास जो है अप स्टॉक्स का भी मैंने अकाउंट बना दिया है पोर्टफोलियो अप स्टॉक्स में भी है मेरा पोर्टफोलियो मेरा जीरो में भी है और पोर्टफोलियो जो है वो ग्रो एप पर भी है लेकिन ग्रो एप को मैं बहुत ज्यादा अभी के लिए यूज नहीं कर रहा हूं अब स्टॉक्स और जीरोधा ही मोस्टली यूज हो रहे हैं क्योंकि पता नहीं पहले वो आए थे तो उनमें पैसे लगते चले गए लगते चले गए तो इनका पोर्टफोलियो बिल्ड होता गया वो ग्रो जो है वो मेरे पोर्टफोलियो के हिसाब से वो सूटेड नहीं रहा ठीक है तो इसी कारण अप स्टॉक्स और जीरो था बाकी सारे प्लेटफॉर्म्स मोर और लेस एक जैसे ही होते हैं सबको एक दूसरे से कहा कंपटीशन करना है कंपीटीटर बनना है सब मोर और लेस एक जैसे हैं ठीक है आपको जिसका इंटरफेस स्मूथ लगे इजी लगे वेबसाइट हैंग ना हो ऐसे वाले इंटरफेस प आप जाइए जो मोबाइल में भी इजली लोड हो जाए पप वगैरह बढ़िया काम करे आपको जिसमें सूटेड है इट्स अप टू पर्सनल चॉइस ऐसा नहीं है कि कोई भी खराब है या कोई भी अच्छा है सब अच्छे है ठीक है हमारा पोर्टफोलियो पहले ही इसमें डेवलप हो गया इन्वेस्टमेंट इसमें शुरू हो चुके इनमें तो फिर फिर क्या है इधर से उधर उधर से इधर भी आप कर सकते हो ऐसा नहीं कि आपने जीरो में अगर कोई शेयर इनके डीमेट अकाउंट में स्टोर करवाया है तो आप वो अप स्टॉक्स में ट्रांसफर नहीं कर सकते कर सकते लेकिन उसके लिए एक रिटर्न एप्लीकेशन देना पड़ता है फिर फॉर्म भेजना पड़ता है फिर बोलना पड़ता है कि इस अकाउंट में जो जीरोधा ने खोला है उस उस अकाउंट से मुझे अप स्टॉक्स के डीमेट अकाउंट में सारे शेयर्स को करना है तो वो कंपनी के थ्रू जाता है फिर जोस कंपनी का शेयर है ना उसके थ्रू जाता है फिर वो डि डिपॉजिटरीज जो होती हैं डिपॉजिटरीज क्या बताऊंगा फिर उन डिपॉजिटरीज में फिर चेंजेज आते हैं तो को कई कई दिन लग जाते हैं कभी-कभी इसमें तो इसी कारण बहुत ज्यादा डीमेट अकाउंट बनाने की जरूरत नहीं है एक जगह या ज्यादा से ज्यादा दो जगह अपना पोर्टफोलियो बनाइए बस उससे ज्यादा नहीं आप जो ऐसा अप स्टॉक्स का डीमेट अकाउंट बनाएंगे तो अप स्टॉक्स के साथ स्टोर होगा जीरोधा का बनाएंगे तो जीरोधा के साथ स्टोर होगा वह आपका फिर इधर उधर जो है वो नहीं जाएगा मतलब अप स्टॉक्स का जीरोधा में नहीं दिखेगा जीरोधा का अप स्टॉक्स में नहीं दिखा जब तक कि इसका पूरा प्रोसीजर आप फॉलो ना करवाए आप कल को सोचना चाहते हैं कि मुझे एक अकाउंट बंद करना है इनमें से तो आपको प्रॉपर एक प्रोसीजर से गुजरना पड़ेगा तब जाके वो एक अकाउंट उसमें से बंद होगा ठीक है अब ये लोग ब्रोकर इसलिए क्योंकि इनको लाइसेंस मिला हुआ है ब्रोकरेज करने का ब्रोकरी करने का इनको यह वो दलाली जिसको बोलते हैं यस वो करने का इनको लाइसेंस मिला हुआ है थ्रू सेबी ए दैट इज व्हाई दे आर एबल टू डू दिस हर कोई नहीं कर पाएगा तो जब अपना ब्रोकर सेलेक्ट करते हैं तो आपको ये भी देखना है कि कि वो रजिस्टर्ड ब्रोकर है कि नहीं उसका रजिस्ट्रेशन नंबर क्या है एक बार आपको उसको चेक कर लेना है राइट अब ये जो क्या करते हैं ये लोग क्या करते हैं अप स्टॉक्स हो जीरो द हो यह लोग डी मैट और ट्रेडिंग अकाउंट एक साथ ओपन करते हैं अभी ट्रेडिंग अकाउंट का क्या काम है मैं आपको बड़े दार्शनिक तरीके से अगर बताऊं तो ऐसा है कि डीमेट अकाउंट जो है वह मंजिल है ट्रेडिंग अकाउंट उस मंजिल तक पहुंचने का रास्ता है तो यह आपका रास्ता यह है आपका ट्रेड करने का अकाउंट ट्रेडिंग और फाइनली आप अपनी खूबसूरत सी मंजिल पर पहुंच गए ठीक है और ये है आपका डीमेट अकाउंट ये है आपका डीमेट अकाउंट तो ट्रेडिंग एंड डीमेट इसका प्रोसीजर कंप्यूटराइज्ड वे में समझिए होता क्या है मान लीजिए आपको कोई शेयर खरीदना है बाय करना है ठीक है तो आपका जो ट्रेडिंग अकाउंट होगा ना जैसे ही आप इन एप्स में या फिर इन प्लेटफॉर्म्स पे आप एक बाय ऑर्डर जनरेट करेंगे एग्जीक्यूट करवाएंगे तो आपका जो बाय ऑर्डर होगा व सबसे पहले आपके ट्रेडिंग अकाउंट में दिखना शुरू हो जाएगा मतलब ट्रेडिंग अकाउंट वो है जो मार्केट में आ गया अब खुल गया सबके सामने कि भाई यह एक आदमी है जो खरीदना चाह रहा है खरीदना चाह रहा है आपने अपना प्राइस भी प्लेस कर दिया अपने हिसाब से कि मेरे को इतने पैसे में इसको खरीदना है मान लो टा का शेयर आप खरीदना चाहते हो और टा का शेयर जो है लेट अस सपोज 993 में आपने बिड कर दिया ये आपकी बिडिंग है मुझे 993 में खरीदना है अब ये मार्केट में ओपन टू ऑल हो गया कि जो भी 993 में बेचना चाहेगा तुरंत उसका जो शेयर है वो आपको अलॉट हो जाएगा आपको नहीं पता रहेगा कौन है वो पर्सन यू विल नेवर लो और जानना भी नहीं है हमको हमको तो शेयर चाहिए ना किससे मिला क्या मिला क्या फर्क पड़ता है हमें तो उस टाटा के शेयर से मतलब है किसने दिया उससे मतलब थोड़ी एस सिंपल एज दैट राइट सो लेट अस सपोज 993 का शेयर आपको अलॉट हो गया अब अलॉट होने के बाद आप बोलोगे अरे यार मेरे पास तो शेयर आया ही नहीं आप देखोगे अपना डीमेट अकाउंट चेक करोगे कि वहां पर सर ने कहा था स्टोर होता है स्टोर ही नहीं हो रहा स्टोर ही नहीं हो रहा एक्चुअली ऐसा है कि जब आपने ट्रेड किया है तो एक टाइमिंग होती है जिसको हम लोग कहते हैं t प् 2 इन इंडिया वेर t इज द वर्किंग नंबर ऑफ डेज यह क्या है ये वर्किंग डेज जिनमें काम होता है वर्किंग डेज ठीक है t+ 2 का होता है हमारे इंडिया में सिस्टम फॉलो कि अगर आपने कुछ बाय ऑर्डर प्लेस किया है और वो सक्सेसफुली एग्जीक्यूट हो गया या फिर कोई आपने सेल ऑर्डर प्लेस किया है वो भी सक्सेसफुली एग्जीक्यूट हो गया तो दो वर्किंग डेज के बाद वो आपके अकाउंट में रिफ्लेक्ट होगा कौन से अकाउंट में डीमेट अकाउंट में तो पूरा प्रोसीजर होता है डिपॉजिटरीज के पास जाता है सीडीएसएल एनएसडीएल इन डिपॉजिटरीज के पास जाता है जो कि बीएससी के लिए और एनएससी के लिए बनाई गई हैं अलग-अलग डिपॉजिटरीज वो डिपॉजिटरीज में कंप्यूटराइज्ड वे में वो शेयर फिर आपको अलॉट होता है इनको मिल गया वो वाला शेयर और फिर वह आपके डीमेट अकाउंट में रिफ्लेक्ट होता है तो आपने ट्रेड तो एग्जीक्यूट कर लिया लेकिन उस ट्रेड को वाकई में पूरा होने में यह पूरे प्रोसीजर से गुजरना पड़ता है क्लीयरिंग मेंबर होता है जो आपके पैसे को क्लियर करके जिससे आपने शेयर लिया 993 का उसको पैसे देंगे वह कहां से निकलेगा वह आपके सेविंग्स अकाउंट से आप पहले अपने डीमेट अकाउंट में लाओगे अपने सेविंग्स अकाउंट से अपने डीमेट अकाउंट में या फिर अपने स्टॉक्स क्या जीरोधा के वॉलेट में फिल करोगे वो फिर पैसे वहां से कटेंगे आपके तो वो पैसे भी आपके दो दिन के बाद कटेंगे और वो पैसे क्रेडिट भी होंगे उसको दो दिन के बाद ही और ऐसे में आपको शेयर्स भी मिलेंगे दो दिन के बाद इस तरीके से प्रोसेस होता है कभी-कभी कट पहले ही जाते हैं अब स्टॉक्स में जैसे मैंने देखा है तुरंत कट जाते हैं पैसे ताकि प्रोसेसिंग जल्दी से जल्दी हो सके उसमें जरा सा भी डिले ना हो तो पैसे कट जाते हैं फिर जब उसको जाते हैं तब हमारे पास वो शेयर रिफ्लेक्ट होते हैं ठीक है राइट तो इस तरह का सिस्टम होता है तो जब आप ट्रेड कर रहे हो या बाय ऑर्डर या सेल ऑर्डर आप डाल रहे हो तो आपको शेयर तो अलॉट हो जाता है लेकिन अल्टीमेटली वह शेयर आपके अकाउंट में रिफ्लेक्ट होगा आपके डीमेट अकाउंट में रिफ्लेक्ट होगा तब जब दो वर्किंग डेज के बाद होगा बीच में अगर मान लीजिए सैटरडे संडे आ गया तो वहां पे नहीं होगा अगर आपने फ्राइडे को ऑर्डर प्लेस किया है तो आपके अकाउंट में ट्यूसडे को रिफ्लेक्ट होगा ठीक है सिमिलरली अगर आप सेल करना चाहते हैं अगर आप मान लीजिए आप शेयर होल्डर हैं किसी कंपनी के आप सेल करना चाहते हैं जैसे ही आप सेल में डालोगे और आप बोलोगे कि नहीं मुझे मैंने टा का 993 में खरीदा था बढ़ रहा है लेटस सपोज कि 105 में मुझे इसको सेल दे करना है आपने सेल ऑर्डर डाल दिया आपने मार्केट में जैसे ही सेल ऑर्डर आपने सेल में क्लिक किया वैसे ही आपका डीमेट से इंफॉर्मेशन चली गई ट्रेडिंग में मतलब वो अब खुल के आ गया मार्केट प्लेस में और वो एक्टिव हो चुका है अब ट्रेड करने के लिए बाकी जो डी मैट में है ना वो हटके हैं वो ट्रेड करने के लिए अवेलेबल नहीं है ट्रेडिंग अकाउंट में जैसे ही आ गया ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता है ना वो हमेशा एक्टिव और ऑनलाइन होता है और वो मार्केट में आ जाता है बिल्कुल सबके ट्रेडिंग अकाउंट्स मिलते हैं और वहीं पे खट खट खटखट ट्रेड हो रहा होता है आपको पता है बीएससी बीएससी कितने ट्रेड्स को एग्जीक्यूट कर सकता है पर सेकंड बीएससी कैन एग्जीक्यूट 60000 ट्रेड्स पर सेकंड दिस इज द कैपेसिटी ऑफ देम ऑफ देयर कंप्यूटर्स इट दिस हैपेंस ओनली थ्रू कंप्यूटर्स दिस कैन नॉट हैपन थ्रू मैनुअल मींस 60000 ट्रेड्स पर सेकंड ये इतने ट्रेड्स कर सकता है एक एक सेकंड में 60-600 हज ट्रेड तो ऐसे में ये ट्रेडिंग अकाउंट्स होते हैं जो सबके एक्टिवेट हो जाते हैं और खट खट खट खट खट खट खट खट एक सेकंड में 60000 बार सबको शेयर्स अलॉट हो जाते हैं अगर मैक्सिमम ये रेट है उनका अभी और बढ़ाना चाह रहे हैं ये लोग जब बजट वगैरह आता है ना तो इसी वजह से सेंसेक्स एकदम इन इनके इनके सिस्टम्स दो चार पाच मिनट के लिए हैंग कर जाते हैं ये होता है ना कई बार कि शेयर मार्केट जो है वो सिस्टम ही बंद हो गए शेयर मार्केट के दो चार मिनट के लिए कैसे होता है कब होता है बताऊंगा आगे तो जब आप सेल करना चाहते हैं तब आपके जैसे ही सेल बटन में आप क्लिक करते हैं वैसे आपके ट्रेडिंग अकाउंट में शिफ्ट होता है और फिर कंप्यूटराइज वे में चेक होता है कि कौन है जो 10 1015 में खरीदने के लिए खरीदने के लिए खरीदने के लिए बाय ऑर्डर किसने किसने बाय ऑर्डर प्लेस किया होगा 105 का उस टाइम प जब आप बेचना चाहते हो तो जब आप बेचना चाहते हो जैसे ही 105 टच हो जाएगा तुरंत आपका सेल एग्जीक्यूट हो जाएगा जैसे ही आपका सेल एग्जीक्यूट हो गया आप बोलोगे मेरे डीमेट अकाउंट से तो गया ही नहीं जाएगा तुरंत नहीं जाएगा और पैसे भी तुरंत नहीं आएंगे t प्लट वर्किंग डेज में आएंगे तो यह है डी मैट प्लस ट्रेडिंग अकाउंट का फायदा हमेशा डी मैट प्लस ट्रेडिंग इन शॉर्ट वैसे तो अलाउड है कि आप अपना सेविंग्स अकाउंट कहीं और रखें डीमेट अकाउंट कहीं और रखें ट्रेडिंग अकाउंट कहीं और रखें आप मोतीलाल ओसवाल में अपना ट्रेडिंग अकाउंट आप स्टॉक्स में डीमेट अकाउंट सब रख सकते हैं एवरीथिंग इज अलाउड बट ये देखना होगा प्रैक्टिकली क्या करना चाहिए प्रैक्टिकली हमें ट्रेड वहीं से करना चाहिए जिसके पास हमारा डीमेट है उसी ब्रोकर से करना चाहिए नहीं तो फिर क्या होगा ट्रेड करना है आपको आप बोलोगे अरे टा खरीदना है यार बढ़ रहा है टा का शेयर खरीदना है अब आपको ट्रेड तो करना है अब मोतीलाल ओसवाल में बोले मोतीलाल ओसवाल वाला बोलेगा सर दो शेयर ट्रेड करने हैं तो आप दो शेयर पहले बताओ तो कौन से कहां पे हैं शेयर आपके फिर आप अप स्टॉक्स में बोलोगे कि भाई अप स्टॉक्स से पहले मोतीलाल ओसवाल में पहले आप शिफ्ट करिए तो मैं वहां से ट्रेड करूं तब तक के प्राइस ही गायब हो गई मार्केट प्राइस पहले कुछ और थी अभी कुछ और हो गई आपका नुकसान हो गया इसीलिए जिस पर्सन के पास आपका डी मैट है उसी के पास आपका ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए वो एक ऑर्गेनाइजेशन कोई भी हो सकती है अपन ये फॉलो करेंगे अप स्टॉक्स और जीरो धा एनी कोई भी चलेगा मैं आपको फ्लेक्सिबल इसलिए दे रहा हूं इस कोर्स में आप चाहो तो अप स्टॉक्स को फॉलो करो चाहो तो रो ध को फॉलो करो हम दोनों देख लेंगे तो ट्रेडिंग जो है एक मंजिल है काम को करने का और डी मैट अल्टीमेटली यहां पे स्टोरेज होता यहां पे हर चीज आपकी स्टोर होती है तो आई थिंक डी मटेरियल इज्ड अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट पूरी तरीके से क्लियर हो गया है टू स्टार्ट योर इन्वेस्टिंग व्हाट यू नीड टू डू इज यू नीड टू अ गो टू द लिंक गो टू द लिंक व्हिच इज गिवन इन योर पेज आपके कोर्स का जो पेज है जहां पे कोर्स की वीडियोस सब आ रही होती है वहां पर लिंक है उस लिंक में आप जाकर के उसी लिंक में जाकर के आपकी जो कुछ हम हमें क्या होता है ना हम पार्टनर्स है इनके साथ क्या करते हैं अप स्टॉक्स और जीरोधा वाले क्या करते हैं पार्टनर्स चुन लेते हैं और फिर उन पार्टनर्स को कुछ प्रिविलेजेस देते हैं कि अगर आप अपनी तरफ से इनको जुड़वा हो तो हम आपके लोगों को बेनिफिट देंगे तो इस तरीके से वह फायदा करवाता है और आए दिन यह जो ऑफर्स होते हैं ना ये इनकी तरफ से हमारे लिए हम जो पार्टनर्स होते हैं हमारे लिए चेंज होते रहते हैं सो इट्स ऑलवेज बेनिफिशियल फॉर यू दैट इफ यू जॉइन बाय दैट लिंक कोई ना कोई ऑफर हमेशा एक्टिव होगा जो आपको लाइफ टाइम बेनिफिट करता रहेगा ठीक है तो ऐसे में दैट गो टू द लिंक इट्स योर एडवांटेज यू कैन डू दैट यह बिल्कुल बिल्कुल उसी तरीके से जसे रेफरल प्रोग्राम होते हैं ना बिल्कुल वैसा ही है इसमें लेकिन फायदा जो होता है जो रेफर कर रहा है उसका तो ठीक है उसका भी फायदा हो जाता है और जिसको मिल रहा है उसका भी जीवन पर्यंत फायदा होता है तो यह पार्टनर प्रोग्राम के साथ इस तरीके से लोग कुछ लोगों के साथ इस तरीके से जुड़ते हैं आपने देखा होगा कई लोग अपनी-अपनी लिंक देते हैं अप स्टॉक्स की रोदा की वो सबको य पार्टनर्स बना लेते हैं इस तरीके से और उनको कुछ स्पेशल प्रिविलेजेस दे देते हैं तो अगर पहले से बना हुआ है डीमेट अकाउंट तो बहुत अच्छी बात है नहीं बना हुआ है तो आप जो लिंक हमारे पप के अंदर है उससे भी जा सकते हो कहीं और कोई पार्टनर हो उससे भी आप यहां पर आ सकते हो राइट लेकिन आपका डीमेट अकाउंट होना जरूरी है गो टू द लिंक एनी लिंक फॉर दैट मैटर इट शुड बी प्रिफरेबली अ पार्टनर लिंक इससे आपको एडवांटेजेस ज्यादा मिलते हैं दैट इज द अल्टीमेट कंक्लूजन गॉट द पॉइंट आई होप राइट ऑल राइट सो डीमेट अकाउंट बनाने के लिए आपको कुछ नहीं पैन कार्ड की जरूरत पड़ेगी ठीक है पैन कार्ड की जरूरत पड़ेगी अ इसके अलावा जैसे जीरोधा का अगर आपको डीमेट अकाउंट अगर बनाना है तो आपको एड्रेस के लिए आधार वगैरह की जरूरत पड़ सकती है आधार आधार कार्ड की कॉपी चाहिए रहेगी आपका बैंक स्टेटमेंट चाहिए रहेगा लास्ट वन टू थ्री मंथ्स का बैंक स्टेटमेंट चाहिए रहेगा राइट और फोटोस वगैरह आजकल इलेक्ट्रॉनिक हो जाती है मतलब वेरिफिकेशन होता है ना तो फोटो वोटो वो केवाईसी बोलते हैं मतलब केवाईसी का मतलब यह होता है नो योर कस्टमर दे वांट टू नो यू कि कौन है जो इस प्लेटफॉर्म पर पूरी तरीके से आ रहा है और ट्रेडिंग और यह सब काम कर रहा है इन्वेस्टिंग वगैरह का तो यह केवाईसी रहता है वो केवाईसी आपको ड्यू पूरी तरीके से कंप्लीट कर लेना है तभी आप ये कर पाएंगे डीमेट अकाउंट जनरली खुलने में दो से तीन दिन लग जाएंगे जहां पर आप यह सब काम कर सकते हैं ठीक है राइट सो दिस इज ऑल अबाउट योर हाउ शुड आई स्टार्ट इन्वेस्टिंग हमें स्टार्ट कैसे करना है अब कितने रुपए से स्टार्ट करना है वो पर्सन टू पर्सन वेरी करेगा मैं आपको बताता हूं मैंने जब स्टार्ट किया था तो उस समय शेयर प्राइस भी कम हुए करते थे मैंने 00 से स्टार्टिंग की थी उस समय शेयर प्राइस भी कम हुआ करते थे 20 25 30 40 के शेयर भी मिलते थे उस समय जब हम लिए थे तो हमारे लिए 00 बड़ी बात थी अगर आज की डेट में कन्वर्ट कर लू मैं तो इट वुड बी अराउंड 5000 मे भी 10 गुना उससे जदा क्या ही होगा राइट तो मुझे लगता है आज की डेट में अगर आप 000 स्पेयर कर सकते हैं यहां से सीधा-सीधा लगाना नहीं है पैसे कि इसमें लगा दो उसमें लगा दो उसमें लगा दो नहीं आपको अपने पोर्टफोलियो को मैनेज करना है पोर्टफोलियो क्या होता है पोर्टफोलियो होता है कि आपने कहां-कहां कितने-कितने पैसे लगाए हैं वह आपका पूरा पोर्टफोलियो है आपका कच्चा चिट्ठा ट इज पोर्टफोलियो कि आपने क्याक किया है अच्छा काम किया है या कांड किया है नुकसान में हो या फायदे में हो सब कुछ आपके पोर्टफोलियो में दिख जाता है तो अपने पोर्टफोलियो को स्ट्रांग बनाने के लिए फायदा करवाने के लिए आपको अलग-अलग सेक्टर्स को एनालाइज कर करके फिर आपको इनको इन्वेस्ट करना है रेगुलरली ट्रैक करना है धीरे-धीरे जैसे-जैसे इसमें से प्रॉफिट्स आना स्टार्ट हो जाएंगे वैसे-वैसे आप इनको फिर से यूटिलाइज करके किसी और में लगा सकते हो 5000 का कभी आगे चलके दो-तीन महीने में लेट अस सपोज वो 6000 हो गया तो आप वह 1000 को फिर से इन्वेस्ट करेंगे कहीं ना कहीं ऐसे निकाल के खुश नहीं हो जाएंगे या अगर आपको लगता है कि पड़े रहने देता हूं मैं लॉन्ग टर्म में फायदा ही होगा तो मे बी व्हाट यू कैन डू इज पढ़े रहने दो लॉन्ग टर्म पढ़े रहे आगे चलके फायदा होगा तो आप बहुत कुछ कर सकते हैं इसमें ठीक है अपना पोर्टफोलियो बिल्ड करना है तो टू स्टार्ट विथ आई थिंक ₹ वुड बी अ गुड ऑप्शन नॉट वेरी हाई दैट इट अगर लूज हो गया तो बहुत बड़ा नुकसान हो जाएगा जीवन मृत्यु वाला चीज हो जाएगा वैसा कुछ नहीं होने वाला और इससे एक डिसेंट वे में आप सीख सकते हो सो दिस इज मोर देन इनफ आई वुड थिंक ऑलराइट सो मेक योर डीमेट अकाउंट एंड ट्रेडिंग अकाउंट विथ आइर ऑफ दीज टू प्लेटफॉर्म्स राइट ऑल राइट दोस्तों जो आपकी स्क्रीन में अभी दिख रहा है ना इसको कहते हैं कांट्रैक्ट इसको बोलते हैं कांट्रैक्ट नोट ऑलराइट एज यू कैन सी एट द टॉप दिस इज व्हाट इज कॉल्ड कांट्रैक्ट नोट कम टैक्स इनवॉइस जब भी कभी हम परचेस करते हैं कोई भी शेयर या फिर हम सेल आउट करते हैं बाय करें या फिर सेल करें यह कांट्रैक्ट नोट हमारे ब्रोकर के द्वारा हमें दिया जाना चाहिए बहुत सारे लोग इसी फ्रॉड में फंस जाते हैं जब ब्रोकर जो है कांट्रैक्ट नोट देते ही नहीं है तो ऐसे में ये बहुत जानना इंपॉर्टेंट है कि कांट्रैक्ट नोट क्या होता है क्या-क्या इसके एलिमेंट्स होते हैं इसमें बहुत सारे एलिमेंट्स होंगे आपको इस रीजन में जो कि अभी थोड़ा सा ब्लर्ड है यहां पर आपको दिखेगा हमारा एड्रेस ठीक है जिसने परचेस किया मतलब हम खुद जो ऑफिसर है जिन्होंने कंप्ला किया है आप देख पा रहे हैं कंप्लायंस ऑफिसर यहां पर लिखा हुआ है कंप्लायंस ऑफिसर की ईमेल आईडी है टेलीफोन नंबर है किसने काम किया है उसके अलावे आप यह देख पा रहे हैं बीएससी बीएससी एनएससी एनएससी एफएओ एनएससी तो यह सब चीजें दी हुई हैं अब यह यहां पे इनके खुद के यह रजिस्ट्रेशन नंबर्स हैं तो वोह हमारे काम के नहीं है यहां पे देखिए यह सेटलमेंट नंबर दिया हुआ है यहां पे सेटलमेंट डेट दी हुई है क्लीयरिंग हाउस कौन था कहां से क्लियर हुआ यह वोह दिया हुआ है डिलीवरी स्टेटमेंट नंबर जीएसटी टैक्स इनवॉइस जीएसटी डेट ठीक है बहुत सारी इंफॉर्मेशन यहां पे दी हुई है इसके अलावा आप देखिएगा जैसे एग्जांपल के तौर पर मैं आपको दिखा रहा हूं यहां पर कि हमने हिलको और जिंदल के जिंदल स्टील के हमने शेयर्स को परचेस किया था जिसमें कि ऑर्डर का टाइम ठीक है और ट्रेड का टाइम ऑर्डर टाइम मतलब आपने कब ऑर्डर में क्लिक किया यह वह है ऑर्डर टाइम आपने ऑर्डर में क्लिक कब किया यह वो ऑर्डर टाइम है तो आप देख पा रहे हैं 9:1 मिनट प सुबह सुबह है ना एक सेकंड पर हमने ऑर्डर प्लेस किया था मतलब डी मैट से हमारे डी मैट से यह शिफ्ट हो गया उस सेकंड पर कौन से अकाउंट में ट्रेडिंग अकाउंट में और आप देखिएगा उसी सेकंड 9:1 मिट और एक सेकंड पर उसी समय ट्रेड भी हो गया उसी समय हमने ट्रेड भी कर लिया उसी मार्केट प्राइस पर जो प्राइस उस समय चल रही थी सिमिलरली जब आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करते हो तो फिर आप ये नहीं सोचते एक रप रप कम ज्यादा करके आप उसी प्राइस पे जनरली ट्रेड कर लेते हो जनरली लोग ऐसा ही करते हैं इसके बाद देखिएगा हिलको का हुआ जिंदल का आप देखिए 9:2 4 सेकंड पे ऑर्डर दिया जैसे ही हमने क्लिक किया तुरंत ट्रेड भी हो गया विद इन दैट सेकंड उसी सेकंड के अंतर ये हमारे डीमेट से शिफ्ट हुआ ट्रेड में और ट्रेड से तुरंत बाय भी कर लिए हमने शेयर्स इस तरीके से यह पूरा का पूरा यहां पे रहता है ट्रेड का नंबर होता है एक यूनिक नंबर होता है हर ट्रेड का इनका ऑर्डर नंबर होता है राइट और भी बहुत सारी इसमें इंफॉर्मेशन जैसे कि ग्रॉस रेट या ट्रेडिंग प्राइस क्या थी ब्रोकरेज पर यूनिट इन्होंने कितना लिया जो कि आप देख पा रहे हो 00 यहां पे एक 0.01 लगा है जो कि इनकी समरी है ब्रोकरेज की जो ये लास्ट में थोड़ा सा जोड़ते हैं ये पैसे अ उसके बाद नेट रेट पर यूनिट उसके बाद क्लोजिंग रेट क्या था ओनली फॉर डेरिवेटिव्स डेरिवेटिव्स देखेंगे बाद में नेट टोटल कितना रहा और कुछ रिमार्क्स हमने लिए कहां से हमने एनएससी से लिए थे जनरली हमारे पास दो ऑप्शन होते हैं बीएससी और एनएससी अभी मैं बताता हूं कि मैं जनरली एनएससी से क्यों ट्रेड करता हूं मैं ज्यादातर बीएससी से नहीं एनएससी से ट्रेड करता हूं या फिर इन्वेस्टमेंट भी मैं एनएससी से ही करता हूं देखते हैं ऐसा क्यों है राइट उसके बाद आप देख पाएंगे चार्जेस कौन-कौन से क्या-क्या लगे हैं चार्जेस आप देख लीजिए पेइन या पेआउट ऑब्लिगेशन जो है यह है उसके बाद आईजीएसटी और यह जो है स्टैंडर्ड ट्रेड टैक्स बोलते हैं इसको एसटीटी या सिक्योरिटीज ट्रेड टैक्स भी कहीं-कहीं पे लिखा जाता है ठीक है और उसके बाद स्टार्म ड्यूटी होती है और फिर टर्नओवर चार्जेस होते हैं यह सब आपके ब्रोकरेज पे लगते हैं यह कुछ ऐसी चीजें होती हैं जो कि आपका बेसिकली जीएसटी टैक्सेबल वैल्यू ब्रोकरेज पे लगती है ₹ 0.01 टर्नओवर चार्जेज ₹ 0.23 टोटल हो गया 0.24 0.24 यहां पे जीएसटी के फॉर्म में लगे हैं ये टोटल मिलाकर के जीएसटी के फॉर्म में लगे हैं कुछ ऐसी भी चीजें होती हैं जो ब्रोकर नहीं लेते जो सीधा-सीधा ट्रेड टैक्स लग जाता है तो वह भी हमें देना पड़ता है और इस तरीके से यह पूरा का पूरा मिला कर के पैसे होते हैं तो हमने जैसे एग्जांपल के तौर पर उस दिन सुबह-सुबह मार्केट खुलते ही 6596 का ट्रेड किया था उसमें हमको 6604 देने पड़े थे थोड़ा बहुत एक्स्ट्रा रहता है बट दैट इज मार्जिनल नॉट वेरी हाई एंड देयर फॉर वी कैन इग्नोर दैट पार्ट ऑलराइट सो इस तरीके से यह पूरा का पूरा ट्रेड डॉक्यूमेंट रहता है यहां पर आप देख रहे हैं डिजिटली साइंड बाय ऑटोमेटेड डब up.com और डेट दिया हुआ है राइट और रीजन दिया है रेगुलेटरी लोकेशन है मुंबई इस तरीके का कांट्रैक्ट नोट आपको मिलता है कहां पर इस तरह का कांट्रैक्ट नोट आपको मिलेगा आपके ईमेल पर दिस कांट्रैक्ट नोट विल बी अवेलेबल टू यू इन योर ईमेल गट द पॉइंट तो इसीलिए हमेशा अपना ईमेल और अपना फोन नंबर रजिस्टर करके रखेंगे आप फोन नंबर जैसे ही रजिस्टर्ड हो जाता है तो एसएमएस भी अलर्ट्स के फॉर्म में आना स्टार्ट हो जाते हैं तो इसलिए कोई दिक्कत नहीं होती है और यह हमेशा कांट्रैक्ट नोट को एक बार खरीदने के बाद कांट्रैक्ट नोट आप जरूर चेक करें देखिए मैंने अभी-अभी आपको बताया कि एनएससी में मैं ज्यादा ट्रेड या इन्वेस्टमेंट करता हूं एस कंपेयर टू बीएससी इसका पीछे का बहुत ही बेसिक रीजन है वॉल्यूम का मतलब होता है जैसे मैं एग्जांपल के तौर पर टाटा मोटर्स का ये पेज मैंने खो मनी कंट्रोल में आप भी खोल करके देखिए मनी कंट्रोल में टाटा मोटर्स का पेज खोला हुआ है जिसमें आप यहां पर देखिएगा यह अभी एनएससी का टैब खुला एनएसी का एनएसी के टैब में आप देखो मैं थोड़ा और जूम करके वॉल्यूम आपको दिखाता हूं कितने लोगों ने एनएसी को ट्रेड किया बाय या सेल बाय या सेल मतलब कितनी बार एक शेयर ने अपनी हाथ बदले हैं मतलब एक शेयर है उसने अपने हाथ कितनी बार और यहां पे लाखों शेयर्स हो सकते हैं करोड़ों शेयर्स हो सकते हैं उन्होंने कितनी बार अपने हाथ बदले कभी किसी के पास था कभी किसी के पास कभी किसी के पास कभी किसी के पास तो 79 मिलियन टाइम्स ऐसा हुआ है एक दिन में एक दिन में वॉल्यूम कभी भी लिखा रहेगा तो हमेशा वो एक दिन का लिखा रहेगा सिमिलरली मैं आपको दिखाता हूं बीएससी बीएससी देखिएगा बीएससी अगर आप देखेंगे तो वॉल्यूम है 4 मिलियन कहां वो 78 मिलियन और कहां यह 4 मिलियन 79 मिलियन और 4 मिलियन तो ऐसे में क्या होता है लोगों का रुझान जो है जो हमेशा आपको कोई ना कोई एनएससी में ज्यादा चांसेस है कि मिल ही जाएगा बीएससी में रिलेटिवली कम मिलेंगे एग्जांपल ऐसा सोचो आपने बीएससी में ट्रेड किया कोई ऐसा शेयर आपने बीएससी में खरीद लिया देखो कंपनीज बीएससी में भी लिस्टेड हो सकती है एनएससी में भी दोनों स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड हो सकती है कुछ कंपनीज कहीं एक ही होती हैं अगर वह कंपनी एक ही जगह है तो आपके पास ऑप्शन नहीं है लेकिन कंपनीज जली प्रेफर करती है कि दोनों जगह अपनी लिस्टिंग हो जाए बट दोनों जगह का क्राइटेरिया थोड़ा सा अलग-अलग है तो अपन उस पर ना जाते हुए अपन यह समझते हैं कि जो कंपनी दोनों जगह लिस्टेड है प्रिफरेबली हम एनएससी में क्योंकि वॉल्यूम वहां पे हाई होता है तो हम उसको एनएससी पे ही इन्वेस्ट करेंगे एनएसई में ही ट्रेड करेंगे ऐसा इसलिए कि कभी मान लो शेयर्स गिरने लग गए आपको तुरंत सेल करना है तुरंत लेट अस सपोज ये टाटा का जो शेयर है आज की डेट में 31.9 है आपने खरीद लिया हुआ यूं कि कल को शेयर जो हो गया 328 326 होने लग गया और खबर आ गई मार्केट में बहुत बुरी कि और नीचे जाएगा 200 तक जाएगा आपको तुरंत सेल करना है तुरंत बोले नहीं नहीं मैं इससे ज्यादा लॉस नहीं बियर कर सकता तुरंत सेल आउट करना है तो अब अगर आपने बीएससी में किया है तो चांसेस य होंगी क्योंकि नंबर वहां पर लोगों का कम है जो लोग खरीद बेच रहे हैं तो चांसेस य हो सकती है कि आपको वहां पर कोई बायर ही ना मिले आपके शेयर्स जो आपको सेल करना चाहते हो आप अगर आप कुछ सेल करना चाहते हो और खरीदने वाला ही ना मिले क्योंकि लोग ही है वहां पर मुश्किल हो जाएगी इसीलिए आप ऐसी जगह पर जाइए जहां पर लोग ज्यादा हो तो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लोग ज्यादा होते हैं वॉल्यूम के टर्म में बात करें तो वहां पर वॉल्यूम बहुत ज्यादा होता है तकरीबन 20 गुना सभी में आप देखोगे डिफरेंस तो 202 गुने का डिफरेंस आ जाता है तो ऐसे में चांसेस है कि अगर ऐसे मान लो मार्केट डाउन जा रहा है और कोई बहुत बुरी न्यूज आ चुकी है आपको पता है कि और नीचे जाएगा आपको अपना शेयर किसी भी तरीके से बेचना है बेचना है तो चांसेस है कि उस समय ए में बिक सकता है इसीलिए मैं कह रहा हूं कि एनएससी में ट्रेड करिए ठीक है अगर आपको कभी खरीदना भी है मान लो अप जाने वाला है अगर आपको पता है कि वह अब जाने वाला है और कोई आपको चाहिए कि जो आपको बेच दे आपने ऑर्डर प्लेस किया लेकिन कोई बेच ही नहीं रहा बीएससी में आपको ज्यादा लोग मिल ही नहीं रहे एनएससी में आपको 20 गुना ज्यादा लोग मिल रहे हैं तो चांसेस आपकी 20 टाइम्स बढ़ गई प्रोबेबिलिटी टू गेट दैट शेयर 20 टाइम बढ़ गई क्योंकि लोग वहां पर 20 गुना ज्यादा है इसीलिए एनएससी पर किया करिए ऑलराइट ओके सो इस पर्टिकुलर सेशन में हमने बहुत सारी बातें की हमने बहुत सारे कांसेप्ट समझे डी मैट के कांसेप्ट समझे अकाउंट समझे बहुत सारे कांसेप्ट समझे हमने इंट्रिसिक वैल्यू का कांसेप्ट को आगे बढ़ाते हुए हमने बहुत सारे मेथोडोलोग्य हेल्प करिएगा अ बताने में लोगों को और साथ ही साथ शेयर करिए इस कोर्स को और आप देखिए कंटेंट कैसा है जो मैं दे रहा हूं यहां पे जो मैंने आपके लिए मेहनत की है आप देख पा रहे हो राइट एक-एक बारीकी को बता रहा हूं कंटिन्यूएशन में सिस्टेमेयर हूं मेहनत से बता रहा हूं ऐसे ही नहीं ये चीजें मैं को पता चली है कई सालों की मेहनत है जो कई लोगों को लगता होगा कि अरे कुछ दिनों में हो गया कुछ दिनों में नहीं होता है इतने सालों की मेहनत है हर जगह मैंने एक बार तो मैंने कांट्रैक्ट नोट नहीं देखा था और मुझे धोखा खाना पड़ा तो मैंने आपको अभी दिखा दिया कि कांट्रैक्ट नोट भी देखा करो ऐसे अगर कुछ गड़बड़ी होती है तो डायरेक्ट ब्रोकर के सपोर्ट सिस्टम पर कॉल किया करो कि भाई ये कांट्रैक्ट नोट में ना मिस प्रिंट हो गया मिस्टेक हो गया है कल को वही प्राइस अगर 300 से 2000 हो जाती है पता चला कांट्रैक्ट नोट में कुछ और लिखा है ब्रोकर अग्री नहीं किया करेगा क्रॉस चेक वेरीफाई करते समय दिक्कतें आ जाएंगी तो वेरिफिकेशन तुरंत तुरंत हो जाना चाहिए ज्यादा टाइम नहीं लगता दो मिनट लगता है लेकिन आपका हार्ड अर्न जो मनी होता है ना वो सेफ हो जाता है इन सब चीजों को छोटी-छोटी चीजों को करने से राइट सो आई होप आप इन सब एफर्ट्स को हमारे अप्रिशिएट करते होंगे तो अभी आप बहुत सारी चीजें जान रहे हैं आगे और भी चीजें जानेंगे राइट मेरे साथ इस जर्नी में आगे बने रहो बहुत कुछ सिखाऊंगा अभी आगे और अभी तो बहुत कुछ सीखना है ऑलराइट सो जय हिंद वंदे मा मेरे प्यारे दोस्तों ऑलराइट ना इन दिस लेक्चर हम यहां पे बहुत सारी चीजें सीखने वाले हैं एवी यानी कि फेस वैल्यू डिविडेंड टर्नओवर या फिर टॉप लाइन प्रॉफिट आफ्टर टैक्स या फिर बॉटम लाइन स्टॉक स्प्लिट बोनस शेयर्स एलटीसीजी एसटीसीजी लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस शॉर्ट टर्म कैपिटल गेस हम यहां पे केसेस लेंगे एलएनटी के फोसिस के लरेस लैब्स के डॉक्टर रेड डीज लेबोरेटरीज के और यह सब चीजें यहां पे हम लेक्चर नंबर सिक्स में समझने वाले हैं प्राइमर बीच-बीच में और भी बहुत सारी चीजें डेफिनेटली आती चली जाएंगी बट प्राइमर हमारा टारगेट है कि हम नेक्स्ट लेक्चर में लेक्चर नंबर सेन में किसी भी कंपनी का फाइनेंशियल एनालिसिस जो उसका चार्ट रहते हैं बड़े-बड़े कंपनी के चार्ट्स रहते हैं उनको समझना सीख जाए ज आपको बोला जाए ईपीएस यानी कि अर्निंग्स पर शेयर उसका मतलब क्या है ज आपको बोला जाए डिविडेंड उसका मतलब क्या है किस टाइप का डिविडेंड है इक्विटी पर डि डिविडेंड है किस पर डिविडेंड है तो ये सब चीजें आपको समझ में आनी लग जाए राइट तो फाइनेंशियल एनालिसिस करने से पहले फाइनेंशियल एनालिसिस करने से पहले यह उसका बेस लेक्चर होगा ऑलराइट सबसे पहले स्टार्ट करते हैं एवी से एवी यानी कि दोस्तों फेस वैल्यू एवी यानी कि फेस वैल्यू फेस वैल्यू का मतलब यह होता है कि आपके फेस की वैल्यू क्या है आज की डेट में सेलिब्रिटीज जैसे विराट कोहली अगर मान लो आज की डेट में स्टडी टू विन का हम पोस्टर बना ले हमारे youtube2 विन का पोस्टर डालें और यहां पे जो है एक चकाचक फोटो लगा दें विराट कोहली भाई साहब की ये हमारे बन जाएंगे एंबेसडर है ना तो ऐसे में ओबवियस सी बात है ही इज गोइंग टू चार्ज अ लॉट ऑफ मनी फॉर दैट एंड यूज सम ऑफ मनी बट उनके फेस की एक वैल्यू है उस वैल्यू के लिए वो चार्ज कर रहे हैं वो फेस की वैल्यू जब फर्स्ट टाइम प्रमोटर्स प्रमोटर्स कौन होते हैं प्रमोटर होते हैं हमारे जिन्होंने कंपनी को बनाया है फाउंडर्स फाउंडर्स आर द बेसिकली द प्रमोटर्स सो जब प्रमोटर्स इसको शेयर मार्केट पर कंपनी को उतारते हैं आईपीओ लाते हैं तो ऐसे में शेयर प्राइसेस हमने डिस्कस कर रखा आईपीओ में तो उसमें जैसे शेयर प्राइस फिक्स की जाती एक शेयर की प्राइस कितनी होगी उसका फेस वैल्यू इनिशियली जो फर्स्ट टाइम जो उसकी फेस वैल्यू रखी जाएगी वो कितनी रखी जाएगी वो कैलकुलेशन के हिसाब से वो लोग रखते हैं तो जो प्रमोटर्स जो फेस वैल्यू एकदम स्टार्टिंग में रखते हैं ना एक शेयर की वही वो वैल्यू है वही फेस वैल्यू है जैसे फॉर एग्जांपल फेस वैल्यू जो है टा ने जो फर्स्ट टाइम जो शेयर्स रखे थे उसकी फेस वैल्यू रखी थी 10₹ उसकी फेस वैल्यू रखी थी ₹10 ये जो फेस वैल्यू है यह फिक्स रहती है यह चेंज नहीं होती जब एक बार शेयर बनता है तो ओरिजिनल शेयर की फेस वैल्यू फिक्स रहती है पूरा का पूरा गेम इसके बाद होता है जब इसी की फेस वैल्यू में बढ़ बढ़त होती चली जाती है जब लोग बाय और सेल बाय और सेल करते हैं तो फिर यह जो फेस वैल्यू होती है यह फिर बढ़ती चली जाती है शेयर मार्केट में जब जाते हैं तो बाइंग और सेलिंग उसका कांसेप्ट अब हम जानते हैं तो ये फेस वैल्यू बदलती जाती है इस तरीके से प्रमोटर्स डिसाइड करते हैं कि फेस वैल्यू क्या होगी अब यह जो फेस वैल्यू है यह डिसाइड होने के बाद ओवर अ पीरियड ऑफ टाइम जब इसमें ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट्स होते हैं बाइंग और सेलिंग होती है तो इसकी वैल्यू बढ़ती चली जाती है कंपनीज बीच-बीच में कुछ कॉरपोरेट एक्शंस ले सकते हैं रिमेंबर दिस वर्ड कॉर्पोरेट एक्शन बिल्कुल याद रखिएगा कॉर्पोरेट एक्शन पूरा का पूरा एक सब्जेक्ट एक पूरा का पूरा सिलेबस सब्जेक्ट होता है एमबीए में कॉर्पोरेट एक्शंस कोपोरेट एक्शन में बोर्ड मीटिंग्स होती हैं राइट डिसीजन लिए जाते हैं कि क्या करना चाहिए हमें कंपनी में आगे कोई सीईओ को चेंज करना है तो वह भी एक कॉर्पोरेट एक्शन है एजीएम एनुअल जनरल मीटिंग बिठाने है वह भी एक कॉर्पोरेट एक्शन है सिमिलरली आपको एक्स्ट्रा शेयर्स बोनस के फॉर्म में देने वो भी एक कॉर्पोरेट एक्शन है आपको डिविडेंड देना है वो भी एक कॉर्पोरेट एक्शन है स्टॉक स्प्लिट जो है डिसीजन लिया गया वो भी एक कॉर्पोरेट एक्शन है तो यह सारे कॉर्पोरेट एक्शन होते हैं कंबाइंडली ऑल ऑफ देम आर द कॉर्पोरेट एक्शंस तो इसको मैं आगे भी लिखवा आंगा लेकिन अभी के लिए समझो डिविडेंड होता क्या है इन जनरल डिविडेंड होता है कि अगर कॉर्पोरेट ने एक एक्शन लिया कि आपको आपके जो आपने शेयर्स होल्ड करके रखे हैं आपने जो शेयर्स होल्ड करके रखे हैं उसमें क्या कर रहा है कुछ एक्स्ट्रा आपका फायदा करा रहा है बोल रहा है अगर आपने एक शेयर होल्ड किया है तो आपको 5 पर का डिविडेंड है 10 पर का डिविडेंड है यह जो डिविडेंड होता है जैसे मैं कह रहा हूं 10 पर डिविडेंड दिया गया डिविडेंड का मतलब यह होता है जो कंपनी ने प्रॉफिट कमाया वह सारे के सारे शेयर होल्डर्स में बांट दिया गया जो कंपनी ने प्रॉफिट कमाया वह सारे के सारे शेयर होल्डर्स में बांट दिया गया ऐसे में होगा क्या ऐसे में होगा यह कि आपको कुछ कुछ एक्स्ट्रा अर्निंग होगी उन्हीं शेयर से जो भी डिविडेंड से अर्निंग आती है अभी लेटेस्ट मैं बता रहा हूं काफी सारी चेंजेज हुए ओवर अ पीरियड ऑफ टाइम पहले की बात है कि ₹ लाख तक अगर आपको डिविडेंड किसी कंपनी से मिला है तो आपको कोई टैक्स नहीं देना पड़ता था लेकिन आज की डेट में जहां पर अभी हम हैं 2021 की बात करें 2021 2022 के फाइनेंशियल ईयर की बात करें तो और शायद इसके आगे भी ऐसा ही हो सकता है तो एक अगर कुछ चेंजेज होंगे तो डेफिनेटली मैं इसी सेक्शन को मैं शायद फिर से रिकॉर्ड करके आपको बताऊंगा लेकिन 2021 2022 इसमें कोई भी चेंजेज नहीं है अगर आप ₹ का भी डिविडेंड अर्न करते हो किसी कंपनी से तो आपको किसी ₹ के डिविडेंड पे भी टैक्स पे करना पड़ेगा ठीक है तो आपको अपने सीए को दिखाना होगा और टैक्स पे करना होगा जनरली अ अगर अभी हम स्टूडेंट हैं हमें यह भी चीज सीखनी चाहिए कि हम अपना जीएसटी रिटर्न कैसे फाइल करें हम अपना इनकम टैक्स रिटर्न कैसे फाइल करें क्योंकि इट इज नॉट अ बिग थिंग राइट नाउ ये सब जो चीजें जो कंप्यूटराइज हो चुकी हैं तो जीएसटी रिटर्न करना भी बहुत आसान हो चुका है अभी आप अपने थोड़ा-थोड़ा रिटर्न्स फाइल करना सीख जाओ प्रोसेस समझ जाओ आप खुद ही कर लोगे इसके लिए आपको सीए को भी किसी को पैसा देने की सिर्फ जीएसटी रिटर्न फाइल करना या फिर इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के लिए अगर आपके जहां जहां जो जो खर्च हुआ उसको भी लिख लेते हो सब ट्रांजैक्शन डिटेल्स हैं बस यही आपसे सीए भी मांगते हैं तो आपको वो भी सीख लेना चाहिए आगे चल के ऑलराइट अभी बात समझिए टर्नओवर और प्रॉफिट यह दो टर्म्स होते हैं टर्नओवर का मतलब होता है टोटल सेल्स हम बोलते हैं कंपनी का टर्नओवर इतना है तो इसका मतलब है कि कंपनी के टोटल सेल्स कितने हैं सिंपल सी बात है टर्नओवर अगर हम बोलते हैं तो टर्नओवर का मतलब होता है टोटल सेल्स टोटल सेल्स इसमें कोई भी हमने एक्सपेंडिचर इंक्लूड किया क्या नहीं किया बस सेल्स है ये जैसे फॉर एग्जांपल अभी जो है कोर्स हमने लच किया 89 अब आप यह देख के सोच सकते हो कि सर आपने 2000 बच्चे ले लिए 1500 बच्चे ले लिए हजार बच्चे ले लिए आपका टर्नओवर इतने का हो गया बट इसके पीछे जो तीन महीने से चल रहा है और इसके पीछे जो हमने खर्चा ऑलरेडी करके रखा हुआ है यह जो अभी चल रहा है आपके सामने उसके अलावा हमने लोगों को हायर करके रखा हुआ है तीन महीने तक क्या आपको पढ़ाया जाएगा तो आपको मेक श्यर किया जाएगा वैल्यू फॉर मनी दी जाए यह सब चीजें श्यर की जाएंगी तो ऐसे में यह जो टर्नओवर होगा यह देखने से काम नहीं चलेगा आपको देखना होगा कि हमारा प्रॉफिट आफ्टर टैक्स कितना आ रहा है प्रॉफिट आफ्टर टैक्स कितना आ रहा है उस प्रॉफिट आफ्टर टैक्स को हो सकता है क्योंकि हमारी इस तरह की कंपनी है कि हमें तुरंत मिल जाते हैं पैसे तो हमारा प्रॉफिट आफ्टर टैक्स जो होता है जनरली वो फ्री कैश फ्लो के ही बराबर होता है जो मैंने लास्ट लास्ट लेक्चर में आपको बताया था यह भी हो सकता है बड़ी-बड़ी कंपनीज में कि प्रॉफिट आफ्टर टैक्स बुक्स में तो दिख रहा है कि 100 करोड़ है लेकिन उसमें से 10 करोड़ बचे हैं कहीं से आए नहीं है तो मेरे पास फ्री कैश फ्लो कितना होगा 90 करोड़ का ही तो प्रॉफिट आफ्टर टैक्स जो है उसको हम लोग कहते हैं बॉटम लाइन मतलब उतना तो हमारे पास है ही उसको कहते हैं बॉटम लाइन और जो टर्नओवर है जो कि टोटल सेल्स होता है इसको हम लोग कहते हैं टॉप लाइन इसको हम लोग कहते हैं टॉप लाइन तो ये बड़ी बड़ी इंपोर्टेंट चीज है जो एनालिस्ट होते हैं ना वह ऐसे बात करते हैं अच्छा इसकी टॉप लाइन की ग्रोथ कितनी हुई अच्छा इसकी बॉटम लाइन की ग्रोथ कितनी हुई आपको टेबल्स में भी कभी-कभी ऐसे ही मिलेगा टॉप लाइन ग्रोथ बॉटम लाइन ग्रोथ तो टॉप लाइन की ग्रोथ टर्नओवर की ग्रोथ सेल्स की ग्रोथ होनी जरूरी है लेकिन साथ-साथ आपको यह भी देखना होता है कि कंपनी में प्रॉफिट अगर एक कंपनी का टर्नओवर है 2 लाख करोड़ का लेकिन प्रॉफिट मार्जिन हर साल डिक्रीज होते चले जा रहे हैं तो आपको उसमें प्रॉपर फाइनेंशियल एनालिसिस करना पड़ेगा और फिर समझना पड़ेगा ऐसा क्यों हो रहा है सो टर्नओवर इज नथिंग बट टोटल सेल्स इज आल्सो कॉल्ड एस टॉप लाइन सिमिलरली प्रॉफिट आफ्टर टैक्स प्रॉफिट आफ्टर टैक्स इज कॉल्ड एज बॉटम लाइन इसको बोलते हैं बॉटम लाइन प्रॉफिट आफ्टर टैक्स इ बॉटम लाइन अब यहां पर एक एग्जांपल लेते हैं हम इसको समझने के लिए एग्जांपल लेते हैं एक कंपनी है मान लो एबीसी ठीक है कंपनी है एबीसी इसमें हो रहा यह है कि लेट अस सपोज कभी भी हम अगर फाइनेंशियल एनालिसिस करें तो हमें पास्ट फाइव इयर्स का तो फाइनेंशियल एनालिसिस कम से कम करना चाहिए एटलीस्ट फाइव इयर्स पास्ट जैसे अगर अभी हम 2021 में है तो वी विल मेक श्यर कि हम 2016 2017 2018 2019 और 2020 इसका फाइनेंशियल एनालिसिस जरूर करें लेट अस सपोज हम एक हाइपोथेटिकल केस लेकर के टेबल बना रहे हैं यहां पर और हम यहां पे इनका लिखना चाह रहे हैं यहां पे लिखना चाह रहे हैं टर्नओवर यहां पे लिखना चाह रहे हैं टर्नओवर और यहां पे लिखना चाह रहे हैं प्रॉफिट आफ्टर टैक्स लेट अस सपोज टर्नओवर इज 30 करोड़ ये सब करोड़ में नंबर्स है लेट अस सपोज टर्नओवर इंक्रीज टू 55 करोस टर्नओवर इंक्रीज टू 90 करोड़ 145 करोड़ एंड 210 करोड़ ऐसे टर्नओवर बढ़ा प्रॉफिट फर्स्ट ईयर में वाज 3 करोड़ देन द प्रॉफिट देन द प्रॉफिट बिम 7 करोस देन द प्रॉफिट इंक्रीज टू 10 करोस देन द प्रॉफिट इंक्रीज टू 13 करोस एंड देन इट इंक्रीज टू 17 करोड़ ऐसा तो टर्नओवर आप देख रहे हो और आप अभी प्रॉफिट भी देख रहे हो अब आप ये देखो कुछ हाइपोथेटिकल वैल्यूज मैंने ली है यहां पे इस कंपनी के लिए ये इसका ईयर वाइज है तो यह पूरा ईयर यह टर्नओवर और यह प्रॉफिट आफ्टर टैक्स अब आप इस कंपनी का पैटर्न समझने की कोशिश करिए यह फाइनेंशियल एनालिसिस का फर्स्ट स्टेप है आगे और भी टेबल में और भी चीजें होती है वो भी देखेंगे हम लोग नेक्स्ट सेशन में दिस इज द फर्स्ट स्टेप देखिए 30 टर्नओवर था उसका प्रॉफिट आफ्टर टैक्स सिर्फ 10 पर ही था अगले साल प्रॉफिट आफ्टर टैक्स जो था वो 10 पर से थोड़ा ज्यादा हो गया इसका 10 पर 55 का कितना होगा 5.5 करोड़ थोड़ा सा ज्यादा हुआ ठीक है 90 करोड़ में 10 पर का प्रॉफिट आया लगभग कह सकते हो 10 पर से थोड़ा सा ज्यादा 2019 में प्रॉफिट परसेंटेज 10 पर से भी कम हो गया क्योंकि अगर हम 145 का 10 पर देखेंगे तो 14.5 तो प्रॉफिट मार्जिंस एक्चुअली में 1010 पर पहले थे अब वह 10 पर से भी कम हो रहे हैं यहां पे हमें सोचना होगा कि भाई कंपनी का टर्नओवर तो बढ़ रहा है अच्छे से लेकिन जिस रेट से टर्नओवर बढ़ रहा है उस रेट से प्रॉफिट मार्जिन बढ़ नहीं रहे हैं बढ़िया कंपनी वह होती है जिसका टर्नओवर जिस रेट से बढ़ रहा है प्रॉफिट मार्जिन उससे तेजी से बढ़े मतलब अगर टर्नओवर बढ़ रहा है और प्रॉफिट मार्जिंस भी बढ़ रहे हैं तो ऐसे में हर साल प्रॉफिट मार्जिन ज्यादा हो रहे हैं 10 पर 12 पर 14 16 18 प्रॉफिट बढ़ते जा रहा है थोड़ा-थोड़ा ही सही एटलीस्ट उतना तो रहे तो ऐसे में हम यहां पर टर्नओवर और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स दोनों का एनालिस प्रॉपर्ली करते हैं यह दोनों चीजें आई थिंक आपको समझ में आ गई है एनालिसिस हम लोग नेक्स्ट लेक्चर में करेंगे ऑल राइट सो दैट इज अ कॉर्पोरेट एक्शन गिविंग यू डिविडेंड देन दिस टर्नओवर व्हिच इज आल्सो कॉल्ड एज टॉप लाइन प्रॉफिट आफ्टर टैक्स आल्सो कॉल्ड एज बॉटम लाइन नेक्स्ट कम टू द स्टॉक स्प्लिट द स्टॉक स्प्लिट कांसेप्ट टू शो यू दिस आई विल जस्ट ओपन दिस अप स्टॉक्स और वहां से मैं आपको दिखाता हूं कि स्टॉक स्प्लिट कांसेप्ट क्या होता है ऑलराइट नाउ सो दिस इज द अप स्टॉक्स का पूरा का पूरा लेआउट है यह इनके वेब पेज का इसमें हम सर्च करते हैं यहां से ऐड करते हैं स्क्रिप्ट को लरेस लैब्स का ठीक एग्जांपल मैं आपको लरेस लस का दे रहा हूं एनएससी में अच्छा ऑलरेडी मेरे में है यहां पर वच लिस्ट में ऑलराइट कमिंग टू दिस लेट इट लोड इसको लोड होने देते हैं चार्ट को सो यह देखिएगा लरेस लपस का हम चार्ट है और यह देखिएगा अप्रैल से लेकर लेट अस एनोट इट हियर आप देखिएगा अप्रैल 2020 की लाइन है दिस इज द लाइन ऑफ अप्रैल 2020 आप खुद भी देख सकते हैं किसी भी वेबसाइट में जाकर के स्टॉक के प्राइसेस ग्रो कर रहे थे और काफी अच्छे से ग्रो कर रहे थे ग्रो करते करते करते करते करते करते हुआ यूं धम से नीचे आ गए इतना नीचे आ गए और उसके बाद फिर अब जो है इनका कुछ इस तरीके से ग्रोथ चल रहा है तो यह ऐसे डिक्लाइन किया इतना जबरदस्त डिक्लाइन किया एक मोमेंट पे यह दिन था 21 सितंबर एस फार एज आ रिमेंबर करेक्टली क्योंकि मैंने इसमें इन्वेस्टमेंट किया है 21 सितंबर 2020 यह एकदम से नीचे आ गया पूरा इसका जो आप मार्केट प्राइस देख रहे हो शेयर का इतना कम हो गया लोगों को जब मैंने बताया मैंने लोगों से ऐसे डिस्कस किया जो लोग जानकार नहीं होते हैं मैंने बोला मैंने लरेस लैब्स में डाला है तो कुछ लोगों को जागरूकता हुई होगी चलो लरेस लैब्स देखते हैं कि बढ़ रहा है क्या उसका बढ़ रहा है क्या तो हुआ यूं क्रिटिसिजम यार कंपनी में डाल दिए हो जिस कंपनी में यह इस तरीके से एक बार में डाउन चला जाता है इस तरह की चीजें होती हैं इसलिए बोलते हैं हाफ नॉलेज या कम नॉलेज इज वेरी डेंजरस अब ऐसे लोग नहीं समझ पाएंगे ना कि हुआ क्या यहां पे अब आप भी सोच रहे होंगे कि सर इसका मार्केट प्राइस तो धम्म से नीचे गिर गया और आप बोल रहे हो आपको पांच गुना फायदा हुआ फाइव टाइम्स फायदा हुआ मैं समझाता हूं कैसे पांच गुना फायदा हुआ इस कांसेप्ट को कहते हैं स्टॉक स्प्लिट आते हैं हम वेबसाइट पर जिसका नाम है मनी कंट्रोल ऑलराइट आते हैं मनी कंट्रोल पर आपको अभी जो है मनी कंट्रोल यह वेबसाइट है यह मनी कंट्रोल आप ओपन करिए आप आइए यहां पर लरेस लब सर्च करेंगे पूरा प्रैक्टिकल करेंगे लरेस लैब्स य आया इसम हमने क्लिक किया है अब हम आते हैं इसके कॉरपोरेट एक्शंस पे आप देख पा रहे हैं यहीं पे कॉरपोरेट एक्शन दिया है ठीक यहीं पे कॉरपोरेट एक्शन दिया है इस कॉर्पोरेट एक्शन में यही टर्म्स हैं जो कॉरपोरेट एक्शन में इस्तेमाल होती हैं कौन-कौन सी यह टर्म्स हैं यह सब टर्म्स हैं आप देख पा रहे हो यह टर्म्स टर्म्स यह हैं कौन-कौन सी इसको ज़ूम इन करें हां हो रहा है अनाउंसमेंट्स बोर्ड मीटिंग्स डिविडेंड्स बोनस स्प्लिट्स राइट्स एंड जनरल मीटिंग्स एजीएम का मतलब होता है एनुअल जनरल मीटिंग और ईजीएम का मतलब होता है एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग अब मैं आता हूं स्प्लिट्स पे स्प्लिट्स पे अब देखो बड़े ध्यान से देखो एक्स स्प्लिट 29 सितंबर 2020 29 सितंबर को ऐसा हुआ था ओल्ड फेस वैल्यू थी 10 और न्यू फेस वैल्यू एफ यानी कि फेस वैल्यू और न्यू फेस वैल्यू थी दो वी हैव टू लुक आउट इन द मार्केट कि कौन सी कंपनी कॉर्पोरेट एक एक्शन बहुत इंपॉर्टेंट हो जाता है इन्वेस्टमेंट के लिए कौन सी कंपनी स्प्लिट्स या फिर राइट्स एक्सक्लूसिव राइट्स शेयर होल्डर्स को दे रही है अभी राइट्स क्या होता है वो देखेंगे बोनस डिविडेंड्स दे रही है अपने शेयर होल्डर्स को जो कंपनी दे रही है इट्स अ यूजुअल साइन इन द मार्केट कि वह कंपनी में ग्रोथ हो रही है तो हुआ यूं था कि कंपनी ने अपने शेयर को स्प्लिट करने का फैसला किया अब समझते हैं शेयर स्प्लिट या स्टॉक स्प्लिट भी कहते हैं शेयर स्प्लिट या फिर स्टॉक स्प्लिट का कांसेप्ट और फिर आते हैं वापस हम हमारे लॉरिस लैब्स के एग्जांपल पे क्या होता है शेयर स्प्लिट जब लॉरेस लैब ने इनिशियली शेयर इंट्रोड्यूस किया था तो हर शेयर की जो फेस वैल्यू रखी थी वो थी ₹ 10 उसके बाद लोगों को बोला गया अब करिए आप ट्रेड फेस वैल्यू रखी गई 10 और लोगों ने करा उसको ट्रेड यह होती है फेस वैल्यू ओरिजिनल वैल्यू ऑलराइट यह हो गया फेस वैल्यू अब लेटस सपोज मैं एग्जांपल ले रहा हूं मैंने लरेस लब्स के 100 शेयर्स खरीद लिए मैंने लॉरेंस लब्स के 100 शेयर्स खरीदे थे मैं आपको बताता हूं जब यह 00 पर शेयर था 00 पर शेयर था जो 100 शेयर मैंने लिए 00 पर शेयर था तो मैंने कितने रुपए के टोटल शेयर्स खरीद लिए ₹ के टोटल शेयर्स ले लिए सो टोटल आई इन्वेस्टेड इन लॉरेस लैब्स आई यूजुअली डोंट ट्रेड मच बिकॉज़ ट्रेड करना जो होता है मैं बता तो दूंगा लेकिन क्रेड ेड करना जो होता है वो स्ट्रेसफुल होता है तो आई एम प्रिफरेबली अ लॉन्ग टाइम इन्वेस्टर लॉन्ग टाइम में ऐसा नहीं है कि सालों साल रख के छोड़ दिए कोई कंपनी डूबने वाली है तो तुरंत अपने पैसे निकाल भी लेता हूं मैं आई हैव अ कीन आई ऑन द सम टाइम्स आई बिकम ट्रेडर आल्सो मैंने मान लो कल कोई गलत डिसीजन ले लिया उस पर इन्वेस्ट करके आज पता चला कि यार वह कंपनी जा रही है तो बिल्कुल तुरंत निकाल लो तो ट्रेडिंग जनरली उसको बोलते हैं इंट्राडे होता है एक ही दिन में बाय सेल बाय सेल करना और ट्रेडर्स उनको बोलते हैं जो जनरली अपने शेयर्स को एक महीने से कम ड्यूरेशन के लिए रखते हैं और उसके पहले ही उसको बेच देते हैं जनरली उनको ट्रेडर्स कहते हैं वो शॉर्ट टर्म के लिए शेयर्स को अपने पास रखते हैं उनको ट्रेडर्स कहते हैं और इन्वेस्टर्स वो जो कि लॉन्ग टर्म के लिए अपने शेयर्स को अपने पास रखते हैं अपने डीमेट अकाउंट्स में तो मैंने इसको ले लिया टोटल 30300 के शेयर्स मैंने खरीदे अब हुआ यूं कि एक अनाउंसमेंट आई कंपनी की तरफ से क्या अनाउंसमेंट आई अभी हमने देखा तो अभी हम वापस आके देखते हैं अनाउंसमेंट ये आई थी कंपनी की तरफ से य अनाउंसमेंट टैब में आप देख सकते हो अनाउंसमेंट आई थी अप्रैल में यह जो अनाउंसमेंट आई थी ना स्प्लिट करने की वो आई थी अप्रैल में अप्रैल कब अप्रैल 2020 में कि हम शेयर को स्प्लिट करने वाले हैं और 28 सितंबर तक के जितने लोग भी शेयर लेंगे उनके शेयर्स जो होंगे ना वह 1:5 हो जाएंगे वह शेयर स्प्लिट हो जाएंगे 1:5 हो जाएंगे इसका मतलब क्या है इसका मतलब यह है शेयर स्प्लिट में जब हम बात करते हैं कि 1 5 हो जाएंगे इसका मतलब यह है कि आपका एक शेयर कन्वर्ट हो जाएगा फाइ शेयर्स में आपका एक शेयर कन्वर्ट हो जाएगा फाइ शेयर्स में इसको ध्यान से समझिए क्योंकि बोनस में जब आएंगे तो जब हम बोनस बोलते हैं समथिंग वर्सेस समथिंग टू समथिंग वहां पर चीज उल्टी हो जाती है ठीक है जब शेयर स्प्लिट की बात करते हैं और लिखते हैं 1 5 इसका मतलब यह है वन शेयर विल बी स्प्लिट विल बी स्प्लिट इनटू फ इक्वल पार्ट्स फाइव इक्वल पार्ट्स तो ऐसे में क्या हुआ कंपनी की जो ओरिजिनल फेस वैल्यू थी ₹10 की अगर हर शेयर को वो पांच भागों में तोड़ देगा तो जो फेस वैल्यू फाइनली हो जाएगी वो हो जाएगी हर शेयर की कितनी रट पर शेयर अगर फेस वैल्यू यानी कि ओरिजिनल वैल्यू ही ₹ कर दी तो ऐसे में जो मार्केट वैल्यू अभी शेयर की होगी एक शेयर की राइट क्योंकि अब पहले एक शेयर ₹10 का था अब जो एक शेयर है वो वो ₹ का है तो करेस्पॉन्डिंग्ली थी 300 300 तो ₹ की फेस वैल्यू के करेस्पॉन्डिंग्ली ₹ के शेयर की वैल्यू मार्केट में आज की डेट में चल रही थी 00 पर शेयर तो वह जैसे ही पांच गुना फेस वैल्यू को कम करोगे पा गुना 00 भी तो रिड्यूस डाउन कर जाएगा पर शेयर यही हुआ लरेस स्लैब्स के साथ देखो कंपनी आपको एक्स्ट्रा पैसे नहीं दे रही है कंपनी सिर्फ अपने शेयर को स्प्लिट कर रही है तोड़ रही है कंपनी का कोई उसमें नुकसान नहीं है ना ही कंपनी ने आपको बोनस दिया कंपनी ने आपको बोनस भी नहीं दिया कुछ नहीं दिया कुछ आपको एक्स्ट्रा नहीं मिला है कंपनी ने आपके शेयर को सिंपली स्प्लिट कर दिया तोड़ दिया छोटे-छोटे पार्ट्स में यह कंपनी कब करती है सोचना सोचो जरा सोचो कब करेगी कंपनी यह कोई भी कंपनी तब करेगी दोस्तों जब कंपनी के शेयर प्राइस हाई हो जाएंगे और जो लोग हैं उसको बाय करने से थोड़ा झिझक लग जाएंगे लरेस लब्स नई कंपनी अब उसमें कोई 00 लगाए तो वह सोचेगा यार मैं लगाऊं या नहीं लगाऊं 300 इससे अच्छा मैं सेल का एसबीआई का इधर उधर का शेयर नहीं ले लू जो अभी 50 00 में मिल रहा है ऐसा ना कर लू तो लॉरेंस लब्स ने सोचा कि व्हाई नॉट हम ज्यादा लोगों को अपॉर्चुनिटी क्योंकि देखो आप हाफ शेयर नहीं खरीद सकते 52.3 ये क्रिप्टो करेंसी जैसा नहीं है आप कितना भी कॉइन खरीद लो यह एक शेयर है दो शेयर है शेयर्स आर ऑलवेज इन होल नंबर्स तो एक शेयर खरीदोगे दो शेयर खरीदोगे तीन शेयर खरीदोगे टूथ 4 ऐसा है तो जब आप शेयर्स ले रहे हो किसी कंपनी के अगर उसकी प्राइस बहुत हाई है मान लो सोचो लॉरिस लैब्स जो कभी कोई सुना नहीं उसी का शेयर एक शेयर का प्राइस पड़ गया 2000 लोग बोलेंगे 2000 यार एक शेयर खरीदने में 2000 तो यार बहुत सारे लोग रिलक्टिविटी चुके बात समझना बड़े ध्यान से यहां पे गलती कर बैठोगे नहीं तो 28 सितंबर को उनके डीमेट अकाउंट में यह शेयर्स रिकॉर्ड हो जाने चाहिए रिकॉर्ड हो जाने चाहिए य शेयर्स अगर 28 सितंबर को यह डीमेट अकाउंट में रिकॉर्ड हो जाने चाहिए तो उनको खरीद लेना है टी माइट वर्किंग डेज प अगर इसको मैं टी कह रहा हूं 28 सितंबर को सो t माइट वर्क वकिंग डेज प उसको खरीद लेना है क्यों क्योंकि पिछले लेक्चर में हमने समझा था कि इंडिया में t प् 2 वर्किंग डेज का चलता है और आपकी डिलीवरी होती है शेयर्स की दो दिनों के बाद दो वर्किंग डेज के बाद तो इसीलिए आपको t -2 वर्किंग डेज चेक करना होगा कि वो कब है तब तक के आपको इनके शेयर्स ले लेने हैं तो 28 सितंबर को आपके जितने भी आपने शेयर्स खरीदे होंगे 100 जैसे आपने खरीदे होंगे तो वैल्यू जो होगी पर शेयर की पांच गुना घट जाएगी और नंबर ऑफ शेयर्स जो होंगे पांच गुना बढ़ जाएंगे तो ऐसे में हुआ यूं मेरे साथ कि मैंने तो बहुत पहले ही खरीद लिया था सो 28 सितंबर को हुआ यूं 28 सितंबर को हुआ यूं कि वैल्यू हर शेयर की गिर कर के हो गई 0 पर शेयर एक्चुअली 60 से धीरे धीरे बढ़ ही गया था क्योंकि देखो मैं आपको कहानी समझाता हूं एक कहानी यहीं से समझते हैं य देखो पूरी प्रैक्टिकल कहानी है यह अब स्टॉक्स प आ जाते हैं अब आप देखो यहां पर हुआ यूं था कि यह है इसकी य जो वैल चल रही है तो मैंने जब लिया था यहां पे इधर पे तो ये ये ये इस टाइम पे तो यहां पे ये 00 में बिक रहा था ये देखो ये ये ग्रीन लाइन है 481 वाली है इसको और जूम इन नहीं करते राइट तो यह है हमारी 481 वाली ग्रीन लाइन है यह वाली यह थोड़ा सा नीचे था और 00 प मैंने खरीद लिया था इसको फिर जब स्प्लिटिंग की बारी आई तब तक ये शेयर प्राइस यहां तक चढ़ गया ये देखो ये वैल्यू कितनी है पता है ये वैल्यू है 1500 दिस वैल्यू इज 1500 आप चेक करना मनी कंट्रोल में जाओ किसी भी वेबसाइट में जाओ चेक करना 1500 पहुंच गया था ये लगभग 1500 के आसपास पहुंच गया था तो हुआ यूं कि जब ये 1500 प पहुंच गया यानी कि पांच गुने प पहुंच गया हुआ यूं कि जब ये पांच गुने प पहुंच गया था तो 28 सितंबर को सब स्प्लिट हो गया तो 1500 का जो वन शेयर का प्राइस था मैंने कितने ले रखे थे 100 शेयर लेक रखे हुए थे तो मल्टीप्लाई करोगे तो यह ऑलरेडी मेरा जो 30000 मैंने इन्वेस्ट किया था वो कितना हो चुका था 150000 ऑलरेडी हो चुका था तो जो 150000 ऑलरेडी हो चुका था 30000 5 टाइम्स इंक्रीस हो चुका था अभी भी वो 150000 ही था तो क्या हुआ 29 सितंबर को समझो क्या हुआ 29 सिंबर कौन सी डेट है पता है मैं फिर से आता हूं वहां पे स्टेप बाय स्टेप देखोगे बड़ा मजा आएगा 20 9 सितंबर है एक्स स्प्लिट डेट देखो क्या लिखा है यहां पे एक्स स्प्लिट एक्स स्प्लिट डेट क्या है 29 सितंबर 29 सितंबर एक्स स्प्लिट एक्स मतलब क्या होता है एक्स बॉयफ्रेंड एक्स गर्लफ्रेंड पुराना पुराना तो स्प्लिट हो चुका है ऑलरेडी स्प्लिट इज एक्स नाउ तो एक्सक्लूडिंग दैट स्प्लिट अब जो वैल्यू है जो बच गई है वो ये है तो ये जो डेट है ना 29 सितंबर यह डेट करेस्पॉन्ड करती है एक्स स्प्लिट को मतलब इस दिन स्प्लिट हो चुका है इस दिन स्प्लिट ऑलरेडी हो चुका है 28 तारीख को स्प्लिट कंप्लीट हुआ और जो 29 सितंबर को जो मार्केट प्राइस थी वह आफ्टर स्प्लिटिंग थी यहां की जो मार्केट वैल्यू ऑफ द शेयर था वह आफ्टर स्प्लिटिंग था तो आपको पता है हुआ क्या एक्चुअली में हुआ यह लोगों को लगता है कि शेयर गिर गए अरे शेयर नहीं गिरे इसके हुआ यह था कि इसके हर शेयर जब अपन वह टिकर देखते हैं ना ऐसे ऊपर नीचे ऊपर नीचे वह वन शेयर का होता है अब क्या हुआ अब मेरे डीमेट अकाउंट में 100 की जगह 300 शेयर्स दिखने लग गए थे मुझको 100 की जगह अ 300 सॉरी आई एम सॉरी 500 शेयर्स दिखने लग गए थे क्योंकि फाइव टाइम्स स्प्लिटिंग हुई थी 500 शेयर दिखने लग गए थे और हर शेयर की वैल्यू एकदम से ₹ 3300 हो गई ₹ 300 पर शेयर वैल्यू हो गई बट कोई टेंशन लेने की बात है क्या नहीं फिर भी मेरी वैल्यू जो है टोटल वो ₹ लाख की है कि नहीं टोटल मल्टीप्लाई करो दोनों को जैसे यहां प मल्टीप्लाई कि थे 500 * 1500 * 100 यहां पे मल्टीप्लाई किए 500 * 300 फिर से 0000 ही है तो जो उस दिन हुआ था वो हुआ था स्टॉक की स्प्लिट क्योंकि जब 1500 तक पहुंच चुकी थी उसकी वैल्यू तो कंपनी ने एक डिसीजन लिया कि भाई यह बढ़ रहा है अब 1500 प लॉरी स्लैप्स तो लोग परचेस नहीं कर करने वाले इससे बेटर होगा लोग जो है इनके साथ जाएंगे अदानी अंबानी इनके साथ जाएंगे तो लेट अस स्प्लिट अवर शेयर ताकि शेयर की पर शेयर की वैल्यू कम हो जाए उसी को बोलते हैं शेयर स्प्लिट या फिर स्टॉक स्प्लिट शेयर स्प्लिट या स्टॉक स्प्लिट जब होता है ना तो एक कंपनी के लिए एक य पॉजिटिव इंडिकेशन बताता है लोगों के बीच में कि यह कंपनी स्प्लिट कर रही है मतलब चाह रही है कि लोग खरीदे इसके शेयर को तो हो सकता है हो सकता है कि कंपनी में कुछ अच्छा होने वाला हो लेट अस चेक द न्यूज़ लेट अस एनालाइज दैट न्यूज़ तब हम लेंगे उसके शेयर को तो यहां पे जब यह अनाउंसमेंट किया था इन्होंने अप्रैल 2020 में उसी मोमेंट पे उसी दिन चार घंटे बैठकर मैंने सिर्फ लॉरेस लैब्स पर रिसर्च किया था जी हां जब इन्होंने अनाउंस किया था उसी दिन लॉरेस लैब्स पर चार घंटे मैंने रिसर्च किए तब जाके मैंने कंक्लूजन लिया कि इट इज वर्थ बाइंग नाउ बिकॉज इट इज इवॉल्वड इन द मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेसेस ऑफ द वैक्सीनस वैक्सीन के रॉ मटेरियल में दो-तीन मटेरियल ऐसे हैं जो लॉरेस लैब्स बनाता है तब मुझे लगा यार यस दिस कैन गो बिग मोर ओवर नॉट ओनली फॉर इंडिया बट आल्सो फॉर यूएस हम यूएस को भी तो कुछ भेजते हैं इसकी खुद की लेबोरेटरी यूएस में भी है बट बेसिस इसका इंडिया है तो इस वजह से मैंने इसमें इन्वेस्टमेंट किया ब बहुत सारी न्यूज एनालिसिस य सब दिमाग लगाने के बाद इट्स ऑल अबाउट कॉमन सेंस माय डियर्स इट्स ऑल अबाउट कंप्लीट कॉमन सेंस तो जब इंफॉर्मेशन सही टाइम प मिले और आप उसको सही टाइम पे समय लगाकर इन्वेस्ट करिए उसका फायदा मिला उन चार घंटों का फायदा आज भी मिल रहा है क्यों इसका रीजन आपको मालूम है उन चार घंटों का फायदा आज भी मिल रहा है तो आप भी बनोगे ऐसे आपको देख कर के सीखना है ऐसे बहुत सारे लोग हैं मैं अपना एग्जांपल दे रहा हूं मैं यही था कोर्स का मतलब कि समझाऊं प्रैक्टिकली तो ओल्ड फेस वैल्यू थी 10 29 सितंबर से फेस वैल्यू हो गई दो अब यह कंपनी अगर स्टॉक स्प्लिटिंग आगे करती है तो वह दो से एक पे आ सकती है वो दो से एक पे आ सकती है वो फेस वैल्यू रख सकती है उससे नीचे य कंपनी नहीं आ पाएगी उससे नीचे य कंपनी नहीं आ सकती क्योंकि फेस वैल्यू शुड बी एटलीस्ट रुपी व ₹ की फेस वैल्यू से कम नहीं रखी जा सकती ऐसा है तो कंपनी ने वो जो फेस वैल्यू चेंज करने का अपना एक जो है डिसीजन लिया जोक कंपनी के लिए बहुत बेनिफिशियल रहा आते हैं वापस अब स्टॉक्स की ही वेबसाइट पे और यहां पे देखते हैं कि हुआ क्या था यह वैल्यू जो थी पहले 1500 के आसपास में घूम रही थी यह 1500 की वैल्यू है यह धड़ाम से नीचे आ गया और ये 300 वाली लाइन है ये जो लाइन है ना ये 300 वाली है ये 250 पॉइंट लिखा है इसके जस्ट ऊपर वाली लाइन चल रही है तो 300 पे आ गई कोई बात नहीं नंबर ऑफ शेयर्स पांच गुना बढ़ गए तो पर शेयर की वैल्यू पांच गुना नीचे हो गई इस ये जो पैटर्न आप ग्रीन रेड ग्रीन रेड देखते हो इसको बोलते हैं कैंडल स्टिक पैटर्न कैंडल स्टिक पैटर्न भी हम लोग देखेंगे सो डोंट वरी अबाउट इट अभी के लिए आप इसको कैंडल स्टिक के फॉर्म में ना समझ के एक लाइन के फॉर्म में इमेजिन करो ठीक है एक धड़ाम से नीचे आया फिर गया ठीक और अभी भी आज की डेट में हम देखें तो जो शेयर 00 का हो गया था पर शेयर अब वो बढ़ते बढ़ते बढ़ते बढ़ते बढ़ते बढ़ते अभी क्लोज हुआ है कितने में कहां गया जी आ जाओ आ जाओ आ जाओ यह देखो ये आ गया है 481 पे समझे तो वो जो 00 का था वो फिर से 481 प आ चुका है फिर बढ़ने लग गया है वो और अभी देखो पिछले कुछ टाइम में पिछले एक महीने में फिर से एक्सपोजिट कर रहा है तो मैं यह बिल्कुल नहीं कह रहा कि जाके इन्वेस्ट कर दो देखना पड़ेगा कल को कंपनी की न्यूज क्या आती है उसको भी समझना पड़ेगा लेकिन अल्टीमेटली इट्स अ गुड ग्रोथ इट्स अ गुड वन तो यहां पर यह कंपनी की हुई इस तरीके से एनालिसिस तो यह बड़ा काम का एरिया है कॉर्पोरेट एक्शन मनी कंट्रोल वेबसाइट में आपको बड़ी आसानी से आप किसी भी कंपनी के पेज पर जाते हैं जैसे अभी हम लरेस लप्स के पेज प गए तो इस लरेस लैब्स के पेज पे यहीं पे ऊपर में ही ओवरव्यू चार्ट मनी कंट्रोल इनसाइट्स टेक्निकल्स प्राइस एंड वॉल्यूम और यहीं पे आया है यह है कॉर्पोरेट एक्शन तो यह कॉर्पोरेट एक्शन आपको देखना होगा स्टॉक स्प्लिट वगर के लिए ठीक है आगे देखते हैं आगे समझते हैं तो आपको समझ में आया कि ये जो शेयर स्प्लिटिंग का कांसेप्ट है ये क्या है इससे कंपनी को कोई फायदा नुकसान नहीं हो रहा है लेकिन अब ज्यादा लोग उसको ट्रेड कर पा रहे हैं जो प्राइस काफी पर शेयर की हाई हो चुकी थी अब व फिर से डाउन आ गई है और ज्यादा लोग उसमें इन्वेस्ट कर पाएंगे यह है इसका मतलब कई लोगों को लगा कि यह डूब गई जिनको नहीं मालूम है उनको लगता है कंपनी ही डूब गई ऐसा नहीं है अब आई थिंक यू आर एन इफॉर्म एंड एन इंटेलिजेंट इन्वेस्टर नाउ राइट कमिंग टू द नेक्स्ट थिंग दूसरी चीज प आते हैं अभी हमने क्या बात की स्टॉक स्प्लिट या शेयर स्प्लिट की अब बात करते हैं बोनस शेयर्स की अब बात करते हैं बोनस शेयर्स बोनस बोनस इज समथिंग एक्स्ट्रा बोनस इज समथिंग एक्स्ट्रा फॉर एग्जांपल कंपनीज राइट इट डाउन लाइक दिस कैसे लिखती है कंपनीज इस तरीके से बोनस शेयर्स लिखती है 1:3 ये ऐसे लिख के छोड़ देंगी बोनस 1:3 बोनस तो यहां पर 1:3 का मतलब यह होता है उल्टा हो जाता है स्टॉक स्प्लिट के जैसा एक के बदले आपको तीन नहीं मिल रहा है इसका मतलब यह होता है यू विल गेट यू विल गेट वन शेयर एक्स्ट्रा इन फ्री यस दिस इज फ्री शेयर फोकट में तो यू विल गेट वन शेयर एक्स्ट्रा फॉर थ्री शेयर्स हेल्ड मतलब फॉर एवरी आई वुड राइट डाउन फॉर एवरी थ्री शेयर्स हेल्ड फॉर एवरी थ्री शेयर्स हेल्ड मतलब हर तीन-तीन शेयर्स जो आपने होल्ड करके रखे हैं आपको एक शेयर बोनस यानी कि फ्री दिया जाएगा अगर आपने 30 शेयर्स होल्ड करके रखे हैं तो आपको 10 शेयर और मिल जाएंगे आपके पास टोटल शेयर्स हो जाएंगे 40 यह होता है बोनस शेयर्स का मतलब कंपनीज जनरली अ धीरे कुछ-कुछ टाइम में ऐसे बोनस शेयर्स भी अनाउंस करती रहती है आओ एग्जांपल देखें ना एग्जांपल देखते हैं चालू करते हैं इसको मनी कंट्रोल की वेबसाइट और देखते हैं कौन सी कंपनी ने कभी बोनस दिया है कि नहीं दिया है खुद से चेक करो देखो कॉर्पोरेट एक्शन में गया मैं इसकी कॉरपोरेट एक्शन में मैंने चेक किया बोनस कभी दिया है क्या इसने आई डोंट थिंक सो इसने बोनस दिया है अभी तक के नहीं दिया देखो नो डाटा फॉर बोनस कोई बोनस अभी तक के नहीं दिया कोई ऐसी कंपनी लाते हैं जिसने बोनस यूजुअली दिए हैं तो आते हैं सर्च पे और आते हैं एलएनटी पे एल एनटी इज वेरी फेमस फॉर गिविंग बोनसेज सो लार्सन आप सर्च करेंगे एंड ट ब्रो आ जाएगा तो आप यह सर्च करिए और यह लार्सन एंड टब आ गया अब इसमें आइए फिर से यहां पे कॉर्पोरेट एक्शन पे ठीक है यह कॉर्पोरेट एक्शन प आ गए हम और इसमें आते हैं हम बोनस पे यह देखो अब आप सी मोर में क्लिक करो देखो बोनस बोनस बोनस बोनस शेयर्स 1965 में पहली बार उन्होने बोनस दिया था 1965 में एलएनटी ने सबसे पहली बार बोनस दिया था फिर 1969 में दिया 1973 में दिया 1979 में दिया 82 में 86 में 2006 में 2008 में 2013 में एंड देन 2017 में भी दिया यह दिया है एलएनटी के दिए हुए बोनस रेशोसिनेशन 295 2017 रिकॉर्ड डेट मतलब आपका शेयर जैसे कि मैंने बताया रिकॉर्ड हो जाना चाहिए आपके डीमेट अकाउंट में कब 147 2017 से पहले-पहले और जो एक्स बोनस डेट होगी वो क्या होगी वो होगी 13727 ऐसा कैसे होगा कि एक्स बोनस डेट जो है वो आपकी कम है इन कंपेरिजन टू योर रिकॉर्ड डेट रिकॉर्ड डेट मतलब आपके डीमेट अकाउंट में आ जाना चाहिए एट दिस पर्टिकुलर डे 14727 आपने इसके पहले ही इसको सेल परचेज कर लिया होगा कि नहीं आपने पहले ही इसको परचेज कर लिया होगा यह है रिकॉर्ड डेट तो अगर मान लो किसी दिन जब शेयर की जो प्राइस है वह कुछ है लेट अस सपोज ₹5000000 आपने उसी दिन उसको ट्रेड कर लिया बाय कर लिया उस प्राइस पे तो अल्टीमेटली वह आएगा तो आपके पास ही तो लेट अस सपोज कि आपने 12th जुलाई 2017 को परचेज किया 12थ जुलाई 2017 को परचेस किया तो आपके अकाउंट में 14 को आ गया और 13 से 13 से लोगों को बोनस मिलना बंद हो गया तो आपने अगर 12थ को भी लिया होगा ना तो कंपनी आपको अलाउ कर रही है यह कंपनी टू कंपनी वेरी करेगा कि आपके रिकॉर्ड डेट यह होनी चाहिए शेयर की अगर रिकॉर्ड डेट है तो आप t-2 पे जाइए अगर रिकॉर्ड डेट आपको दी हुई है तो जैसा कि मैंने अभी थोड़ी देर पहले बताया तो आप t -2 पे जाइए कि मुझे अच्छा 12 तारीख को शेयर ले लेने हैं ताकि 14 तारीख तक रिकॉर्ड में आ जाए और अगर बीच में कोई सैटरडे संडे आ रहा है तो वो भी चेक करना कि शायद और पहले तो नहीं लेना है यह भी चेक कर लेना तो ऐसे में रिकॉर्ड डेट जो है वह है कि आपके अकाउंट में यह शेयर डीमेट अकाउंट में शेयर आ जाए मतलब दो दिन पहले ही आपने शेयर को बाय ऑर्डर तो आपका दे दिया आपने तो एक्स बोनस डेट मतलब अब आपको बोनस नहीं मिलेगा तो 13 तारीख को अगर जो खरीदेगा उसको बोनस नहीं मिलेगा तो हमने देखा कि भाई कंपनी जो है अपने हिसाब से आपको रिकॉर्ड डेट बताए मतलब आपके रिकॉर्ड्स में इस दिन पे शेयर्स होने चाहिए तो आपको यह सोचना होगा कि अगर यह रिकॉर्डिंग वाला डेट है तो t - 2 t -2 वर्किंग डेज पे मुझे शेयर को खरीद लेना है यह रिकॉर्ड डेट है इससे दो वर्किंग डेज पहले आपको खरीद लेना है ताकि आपकी अकाउंट्स में रिफ्लेक्ट हो जाए और ऐसे में एक्स बोनस डेट वो डेट है कि अगर आप इस दिन से खरीदना शुरू करोगे तो आपको बोनस नहीं मिलने वाला एक एक्स्ट्रा शेयर या फ्री शेयर आपको नहीं मिलेगा तो ऐसे एल एनटी ने बहुत बार किया है इस तरीके से बोनस बोनस बोनस दिया है अब इन बोनस को वैल्यूज को देखो तो एल एनटी का येय अनाउंसमेंट डेट्स वगैरह है बोनस रेशो बोल रहा है 1:2 मतलब फॉर एवरी टू शेयर्स हेल्ड यू विल गेट वन फ्री शेयर अगेन 1:1 फॉर एवरी वन शेयर हेल्ड यू विल गेट वन शेयर वाह 3:5 फॉर एवरी फाइव शेयर्स हेल्ड यू विल गेट थ्री फ्री शेयर्स फॉर एवरी फोर शेयर्स हेड यू विल गेट थ्री फ्री शेयर्स 8:2 का मतलब फॉर एवरी 25 शेयर्स यू हैव यू विल गेट 8 फ्री शेयर्स फॉर एवरी 10 शेयर्स यू हैव यू विल गेट वन फ्री शेयर तो अल्टीमेटली बोनस शेयर्स और आपके यह जो स्टॉक स्प्लिट या शेयर स्प्लिट वाली इनमें क्या डिफरेंस है देखिए जब हम स्प्लिट की बात करते हैं शेयर स्प्लिट की बात करते हैं तो इसमें फेस वैल्यू पर शेयर रिड्यूस होती है बोनस शेयर की बात करते हैं तो आपको एक्स्ट्रा शेयर मिल गए फ्री में इसमें फेस वैल्यू में कोई चेंज नहीं होता तो यह पैसे आते कहां से कंपनी के पास कंपनी क्या करती है एक कॉरपोरेट डिसीजन लेती है अपने प्रॉफिट्स अपने शेयर होल्डर्स के साथ शेयर करने का तो जो भी रिजर्व ऑफ प्रॉफिट्स होता है रिजर्व ऑफ प्रॉफिट्स उसको यहां पर शेयर किया जाता है इज शेयर्ड यहां पर प्रॉफिट शेयरिंग नहीं होती नो प्रॉफिट शेयरिंग बस यहां पे फेस वैल्यू को कम कर दिया गया नो प्रॉफिट शेयरिंग यह बहुत ही इंपॉर्टेंट की डिफरेंस है अगर मैं यहां पे मैं समरा इज करके लिख रहा हूं अगर मैं कह रहा हूं 1:2 का स्प्लिट हुआ है इसका मतलब हर एक शेयर दो में स्प्लिट हो गया है हर एक शेयर दो पार्ट में डिवाइड हो गया है सो एवरी शेयर इज ब्रोकन डाउन एवरी शेयर इज ब्रोकन * टू इक्वल पार्ट्स टू इक्वल पार्ट्स 1:5 लिखेंगे फाइव इक्वल पार्ट्स अगर हम यहां पे लिखते हैं लेट अस सपोज अ 1 1:2 इसका मतलब क्या है इसके 1:2 का मतलब यह है कि फॉर एवरी टू शेयर्स हेल्ड फॉर एवरी टू शेयर्स हेल्ड वन फ्री शेयर वाह भाई वाह क्या बात है बोनस अगर मिल जाए तो और क्या चाहिए लोगों को कि बोनस कितनी अच्छी चीज है और एलएनटी जैसी कंपनी जो है कितनी बार बोनस दे चुकी है आओ जस्ट देखें फोसिस का क्या है फोसिस का भी हिसाब किताब आपको देखना चाहिए फोसिस ने बहुत बार बोनस दिया है अपने शेयर होल्डर्स को बहुत खुश रखती है इंफोसिस बहुत ही ज्यादा इंफोसिस आ गया ओके यह आ गया अब इसमें आके इसमें देखते हैं कहां पे जाएंगे आप बताओ यस रिवाइज करने का तरीका है कहां जाऊंगा मैं कॉर्पोरेट एक्शन में जाऊंगा कॉर्पोरेट एक्शन के बाद किधर जाएंगे बोनस में जाएंगे बोनस के बाद बाद सी मोर में जाएंगे सी मोर कितनी बार इन्होंने दिया है 1994 97 99 2004 2006 2014 15 18 और हर बार इन्होंने एकदम दिलेरी से बोनस दिया है एक पे एक एक पे एक एक पे एक एक बार दिया है तीन पे एक तीन पे एक है क्या अरे नहीं बाबा एक पे तीन एक पे तीन फॉर एवरी वन शेयर हेल्ड ये 3:1 है ना फॉर एवरी वन शेयर हेल्ड दे आर थ्री फ्री शेयर्स तो आपको पता है जस्ट एक कैलकुलेशन बताता हूं मैं आपको यह देखो मैं एक केस बताता हूं आपको यहां पे समझो इस चीज को लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट कितना अच्छा होता है इन अच्छी कंपनीज में जिनका विजन भी अच्छा हो लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट कितना फायदा हो सकता है लेट अस सपोज अगर आपने एक शेयर लिया होता 1993 वगैरह में तो आपके पास फोसिस के 1994 में 1:1 करके कितने शेयर हो जाते 1 प्व 2 अब फिर से 1 मिल रहा है 1997 में 1997 में फिर से 1:1 मिल रहा है तो ये 2 प् 2 हो जाते कितने 4 अबने पास दो हो गए ना शेयर तो दो से दो चार हो गए फिर ये चार से चार कितने हो जाते आठ अब ये एक एक शेयर पे तीन तो आठ शेयर मेरे पास है आठ के कितने हो जाएंगे 24 शेयर 24 पे और 24 मिलेंगे 48 हो जाएंगे 48 पे और 48 मिलेंगे 96 हो जाएंगे 96 पे और 96 मिलेंगे 192 हो जाएंगे और 19 92 192 पे 192 और मिलेंगे तो ऐसे में दिस विल बी जस्ट शॉर्ट ऑफ 400 हाउ मच शॉर्ट ऑफ 400 382 इजन इट 8 और 8 16 384 सॉरी सो 384 एक शेयर का 384 शेयर्स हो गया एक शेयर का 384 शेयर्स हो गया एंड यू नो व्हाट वाज द प्राइस ऑफ वन शेयर इन 1993 इ वाज बिलो ₹1 और आज की डेट में बिलो ₹1 आज की डेट में देखिएगा कि इंफोसिस का पर शेयर प्राइस है ₹ 339 पर शेयर प्राइस 139 यानी कि 134 कह सकते हो अच्छा ये बीएससी में अलग वैल्यू एनएसी में अलग वैल्यू क्यों है ये फोस में भी आए ही हैं अपन तो ये भी कांसेप्ट समझ लेते हैं बीएससी में अलग एनएससी में अलग यह भी देखते हैं तो अब एक बात सोचो वेर इज माय कैलकुलेटर नाउ आई एम वेरी कीन फॉर कैलकुलेशन तो अब हमारे पास कितने हो गए 384 शेयर्स तो जो 384 शेयर्स हैं 1340 हम करेंगे 54560 जो उस समय इन्वेस्ट किया गया होगा लेस देन ₹1 लेस देन 100 इट इज नाउ इन 5 14560 तो यह इस तरीके का फायदा देता है तो ऐसे डिपेंडेबल कंपनीज जो होती हैं उनमें लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करके रखना चाहिए आपको पता है दैट इज द फ्यूचर जैसे अभी फॉर एग्जांपल बैटरी कंपनीज हैं बैटरी बनाती हैं बहुत टॉप टू थ्री बैटरी कंपनीज हैं सो उसमें आप कर सकते हो राइट लॉन्ग टर्म दिस इज द एडवांटेज यू गेट आफ्टर 20 इयर्स 30 इयर्स वरन बफे इतना जल्दी बिलियने थोड़ी बना अपने लेट एजेस में आक के बने तब फायदा होना स्टार्ट हुआ पावर ऑफ कंपाउंडिंग पावर ऑफ दिस शेयर मार्केट एंड ऑल ऐसा है बात समझ में आया उसके अलावा ना मैं आपको और भी चीजें सिखाऊंगा जैसे फोसिस का चार्ट वगैरह पढ़ना है अपने को कैसे पढ़ते हैं है ना यह चार्ट्स वगैरह तो ये अपन कंपनी के बारे में पूरी डिटेल सम समझते हैं तो यह सब अपन लोग आगे चलके देखेंगे बट आई होप यू गट द आईडिया कि शेयर मार्केट कैन बी सो मच प्रॉफिटियर ऑनेस्टली इन दैट कंपनी आफ्टर एनालाइजिंग इट इन अ प्रॉपर वे आप इन्वेस्ट करते उन कंपनी में ऐसे अंधाधुन इवेस्टमेंट नहीं करते सोच समझ के इन्वेस्ट करते हैं थोड़ा लॉन्ग टर्म सोच के करते हैं तो यह फायदा होता है तो आपको स्प्लिट और बोनस में आई थिंक पूरी की पूरी चीजें क्लियर हो चुकी होंगी हमने सारी चीजें यहां पर डिस्कस कर ली है ऑलराइट अब इसके बाद एलटीसीजी और एसटीसीजी दो छोटी बातें हैं काफी ठीक है एलटीसीजी एंड एसटीसीजी का मतलब होता है लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन जो होता है यह उस एक्स्ट्रा मनी को जो आपको शेयर्स के थ्रू मिलता है उस एक्स्ट्रा मनी को अगर आप अगर आपके पास शेयर्स हैं तब तो कोई दिक्कत नहीं है लेकिन अगर आपने शेयर्स को मनी में कन्वर्ट कर लिया जैसे अभी वो 5 लाख हो चुका है जो पहले कितना दिया गया था कुछ ₹1 से कम तो वो 5 लाख पूरा आप नहीं निकाल सकते और अगर आप पूरा निकाल रहे हो तो उसमें आपको टैक्स देना पड़ेगा तो वो टैक्सेबल होता है तो दिस इज लॉन्ग टर्म व्हिच वी टॉक अबाउट देयर कैन बी शॉर्ट टर्म तो व्हाट यू गट गेट द एक्स्ट्रा मनी इन लेस देन वन ईयर जो एक्स्ट्रा मनी आपको मिलता है दैट इज द शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन और जो आपको एक्स्ट्रा मनी वन ईयर के बड़े बड़े वन ईयर से ज्यादा बड़े इन्वेस्टमेंट पर मिलता है उसको बोलते हैं लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन मतलब आपने 000 लगाए थे आपको 00 मिल गए अगले साल तो आपको वो 00 पर टैक्स देना पड़ेगा तो लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन है आपका अगर आप 000 लगाए थे आपको 1200 मिल गए तो आपका एक शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन हुआ मान लो दो महीने में मान लो दो महीने में 1000 का 1200 हो गया तो आपको 00 पर टैक्स देना पड़ेगा 200 पे पूरे 1200 पे नहीं सिर्फ 200 क्योंकि आपकी 000 की जो पिछली इनकम है कहीं ना कहीं से आए होंगे पैसे तब आपने शेयर में लगाए तो वो 000 का आपने ऑलरेडी टैक्स दे रखा है आपने आपको जो एक्स्ट्रा मिला है उसका आपको टैक्स पे करना पड़ता है ठीक है तो आपको पता होना चाहिए एलटीसीजी क्या है एसटीसीजी क्या है मैंने एलएनटी का भी केस लिया फोसिस का भी लिया लरेस लब्स का भी लिया इन द सेम वे आप डॉक्टर रेडी का भी मनी कंट्रोल में देख सकते हैं वहां पर आपको क्लियर दिख जाएगा कितनी बार इन्होंने बोनस दिया है कितनी बार इन्होंने स्टॉक को स्प्लिट किया है एक और चीज होती है राइट्स इशू ऑफ राइट्स या फिर राइट इशू इशू ऑफ राइट्स कहिए या फिर आप राइट इशू कहिए आइए उसको भी देखें राइट इशू यह कोई इशू मतलब वो नहीं होता कि कोई एक इशू है इशू को हम लोग कहते हैं इशू हुआ बुक इशू किया तो राइट इशू किया ऐसा होता है राइट इशू राइट इशू यह होता है कि अगर हम एसिस्टिंग शेयर होल्डर्स को जो हमारे एसिस्टिंग शेयर होल्डर्स हैं उन सभी को हम कुछ एडवांटेज प्रोवाइड कराते हैं उनको कुछ एक्स्ट्रा राइट्स प्रोवाइड कराते हैं कुछ एडवांटेज देते हैं तो हम कहते हैं कि कंपनी ने एक राइट इशू किया एक राइट इशू किया किनको इशू किया शेर होल्डर्स को इशू किया तो यह कंपनी ने शेयर होल्डर्स को एसिस्टिंग शेयर होल्डर्स को एक एडवांटेज दिया एक राइट उनको प्रोवाइड किया कि आपके पास राइट है आपके पास हक है हमारी कंपनी में और शेयर्स को परचेस करने का हम आपको और शेयर्स देते हैं आप लोगों को स्पेशल इन्विटेशन है आप लोग हमारे शेयर्स खरीदिए और हम आपको मार्केट वैल्यू से कम पे दे रहे हैं ओरिजिनल फेस वैल्यू प नहीं देगा ओरिजिनल फेस वैल्यू अगर ₹ की है तो वैल्यू 10 में नहीं देगा जैसे मान लो आज की डेट में लरेस लप्स ट्रेड कर रहा है हमने देखा 50 के अप्रॉक्स 50 के अक्रॉस लेट अस सपोज मैं उसका शेयर होल्डर हूं आई होल्ड एक्स नंबर ऑफ शेयर्स एक्स नंबर ऑफ शेयर्स सो व्ट दे विल से दिस कि आपने अगर मान लो एक्स नंबर ऑफ शेयर्स होल्ड करके रखे हैं हम एक आपको राइट प्रोवाइड कर रहे हैं कि आप और एक्स नंबर ऑफ शेयर्स खरीद सकते हो यू कैन बाय एक्स नंबर ऑफ शेयर्स एट अ डिस्काउंटेड प्राइस ऑफ लेट अस सपोज र 400 अगर यह कंपनी मेरे थ्रू और अपना गेन करना चाहती है कैपिटल तो अब कंपनी बोलेगी कि भाई आपको मेरी कंपनी में पहले से भरोसा है आपने इतने शेयर्स लेके रखे हैं एक काम करो मैं आपको एक्स शेयर और ऑफर कर रहा हूं और मार्केट वैल्यू से भी कम प्राइस में 450 में मार्केट में चल रहा है मैं आपको 400 पे जो है आपको ये शेयर्स प्रोवाइड कर रहा हूं अब हमारा हमारे लिए कंपलसरी नहीं है खरीदना कंपनी ने हमें एक राइट या एक हक दिया है यह डिसाइड करने का अब हम चाहे तो हम इसको खरीद सकते हैं हम चाहे तो नहीं भी खरीद सकते वो अब वो वही डिसाइड करेंगे कि x नंबर ऑफ शेयर्स हेल्ड पे x देना है या x बा 2 देना है या फिर 2x शेयर्स देना है वो कंपनी खुद डिसाइड करेगी ये कंपनीज कब करती है राइट इश्यूज तब होते हैं ये जो राइट इश्यूज आते हैं मार्केट में वो तब आते हैं जब कंपनी नीड्स टू ग्रो देयर कैपिटल इंक्रीज देयर कैपिटल उनको अपना पैसे बढ़ाने तब यह राइट इश्यूज आते हैं जनरली कंपनीज राइट इश्यूज नहीं करते हैं वह सोचते हैं कि अब कुछ लोगों को बोले इससे अच्छा मार्केट में ही एक बार पहले पूरा करके देख ले जहां पर जनता बहुत ज्यादा है क्योंकि सारे शेयर होल्डर्स मे नॉट बी इन अ प्लेस कि वह लोग इतने शेयर्स को खरीद ही लें यह कंप्लीट शेयर होल्डर का डिसीजन है कि वह खरीदना चाहता है या फिर नहीं खरीदना चाहता है सो दोजर बेसिकली द राइट इश्यूज ये भी कॉर्पोरेट एक्शन में ही आता है ठीक है एक स्ट्रांग टिप है आपके लिए वो यह है कि अगर कोई कंपनी कभी राइट इश्यूज करती है तो राइट इश्यूज के बाद आपको कंपनी को यह पूछना या कंपनी के बारे में न्यूज देखना जरूरी है कि आपको यह एक्स्ट्रा पैसे क्यों चाहिए क्या रीजन है कि आप मुझे डिस्काउंटेड वैल्यू प दे रहे हो कहीं कोई ऐसा तो नहीं है कि आपके पास कोई डेट है आपके पास कोई कर्ज है जिसको आप चुकाना चाह रहे हैं कहीं ऐसा तो नहीं है कि आप क आप डूब रहे हैं और आप एनीहाउ और कैपिटल ग्रो करना चाह रहे हैं हम लोगों से इस कंपनी की एनालिसिस करनी जरूरी खुश नहीं होना है राइट इश्यूज पे राइट इश्यूज पर खुश नहीं होते बोनस तो बोनस है खुश हो जाओ स्प्लिट कोई ऑप्शन नहीं है ले लिया है कोई नुकसान भी नहीं है स्प्लिट हो गया है लेकिन राइट इशू पे जब आपको डिसीजन लेना है तब आपको प्रॉपर सारी की सारी न्यूज का एनालिसिस खुद से करना होगा तब जाके आप राइट इ शूज में अपना हाथ डालेंगे अदर वाइज आप राइट इश्यूज को छोड़ देंगे क्योंकि कई बार ऐसा हो सकता है कि दिस कैन बी डिसी विंग कभी लग सकता है कि कंपनी जो है भैया यह तो हमको सस्ते में दे रही है वाह एक तो मैं पहले से ही शेयर होल्डर हूं मेरे को और मिल जाएंगे क्या पता कंपनी डूबने वाली हो डेट में हो इसका मतलब यह भी हो सकता है कि भैया जितने हैं उतने भी भेज दो पहले तो राइट तो राइट इशू आ जाए किसी कंपनी का जिसके आप शेयर होल्डर ऑलरेडी हैं तो थोड़ा सा दिमाग की घंटी बजनी चाहिए कि अच्छा भी हो सकता है बुरा भी हो सकता है ऑलराइट ऑलराइट सो अभी इस पर्टिकुलर सेशन में हमने बहुत सारी बेसिक चीजें समझी हैं आ एक चीज़ और यस यहां पे आके हम रुके थे वह मैं आपको बताना चाहूंगा कि एक ही कंपनी जैसे अभी हमने infosys.com कि भाई यह 1340 पे क्लोज हुआ लास्ट ट्रेड जो हुआ 1340 पे हुआ एनएससी पे और बीएससी में 139.95 पे हुआ एक ही कंपनी के दो अलग-अलग शेयर प्राइस कैसे हो सकते हैं बिल्कुल हो सकते हैं जैसे एक टमाटर के दो अलग-अलग सब्जी मंडियों में अलग-अलग प्राइस हो सकते हैं किसी एक ठेले वाले के पास आप टमाटर लेने जाओगे तो उसका प्राइस अलग हो सकता है इट्स ऑल अबाउट बाइंग एंड सेलिंग हियर इन द बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज एंड बाइंग एंड सेलिंग इन द नेशनल स्टॉक एक्सचेंज तो यह क्लोज रहते हैं लेकिन जरूरी नहीं है कि हमेशा इक्वल हो हो भी सकते हैं नहीं भी हो सकते इट्स नॉट नेसेसरी दे आर ऑलवेज इक्वल यह हो भी सकते हैं नहीं भी हो सकते बट दोनों क्लोज रहते हैं काफी ठीक है क्योंकि क्या हो रहा है बाइंग एंड सेलिंग चल रहा है ना ट्रेडिंग चल रहा है यहां पे जो बायर्स और सेलर्स हैं वो अलग हो सकते हैं यहां पे बायर्स और सेलर्स अलग हो सकते हैं पाच पैसे का फर्क आ रहा है यहां पे यहां पे कोई एग्री कर गया यहां पे ज्यादा कॉस्ट में खरीदने के लिए या कम कॉस्ट में बेचने के लिए यहां पे कोई एग्री नहीं किया होगा इस वजह से हल्का-फुल्का फ्लक्ट एशन हमेशा बना रहता है ऑल राइट सो नाउ वी आर कंप्लीटेड विद दिस ब्यूटीफुल सेशन वयर यू हैव लर्ट अ लॉट ऑफ कांसेप्ट कांसेप्ट ऑफ बोनस राइट्स राइट शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन यू हैव आल्सो लर्न द स्प्लिट्स राइट और एग्जांपल्स देखा कंपनी देखा अब हम प्रैक्टिकल की तरफ चल रहे हैं राइट और हर सेशन अब होता चला जाएगा काफी ज्यादा प्रैक्टिकल और मजा आते जा आगा सो दिस इज ऑल देयर इन दिस पर्टिकुलर सेशन इन द नेक्स्ट सेशन वी आर अगेन गोइंग इन टू द फाइनेंशियल एनालिसिस थोड़ा डीपर जाएंगे ताकि हम कंपनीज को बहुत अच्छे से समझ पाए ऑलराइट ऑलराइट चलो फिर से आखरी में आते-आते मैं आपसे यह कहना चाहूंगा बताइए लोगों को एटलीस्ट ना यह चीज ना मैं चाहता हूं इतनी मेहनत करने के बाद मैं चाहता हूं कि आप लोग ही हैं जो भी है एक्चुअली सही में अ मैं चाहता हूं विद द फोल्डेड हैंड्स आई एम टेलिंग यू कि आप आप लोग कम से कम पांच लोगों को तो बताइए पांच लोगों को तो बताइए मैं इसका एक कोर्स है वह कर रहा हूं थोड़ा एक्सप्लेन करो अच्छे से कि कैसे पढ़ाते हैं सागर सर कैसे पूरी चीजें होती है थोड़ा टाइम लो ता किसी को और का भला हो जाए कोई यही चीज 30 40000 में ना ले आपको पता है ये चीज बहुत अच्छे से 30 400 हजार में बिकती है कि थोड़ा अपने पांच दोस्तों को बताइए आप थोड़ा हो अपने मन की बात बता सकते हो थोड़ा सा टाइम दो 510 मिनट और इसको पांच लोगों को बताओ और प्रमोट कराओ इस चीज को सो कीप दैट एनर्जी हाई मजा करते रहिए समझते रहिए लर्न करते रहिए फाइनेंशियल अंडरस्टैंडिंग लेते रहिए जय हिंद वंदे [संगीत] मातरम मेरे प्यारे दोस्तों ये है अब काफी इंपॉर्टेंट पार्ट्स ऑफ अवर होल कोर्स यस अब हम आ चुके हैं हमारे फाइनेंशियल और टेक्निकल एनालिसिस क्या होता है देखिए फाइनेंशियल एनालिसिस अलग से नहीं होता या टेक्निकल एनालिसिस अलग से नहीं होता यह दोनों चीजें हैंड इन हैंड चलती हैं और इनको हम लोग प्रैक्टिकली भी यहीं पर सीखेंगे और इसकी फिर हम लोग और ज्यादा प्रैक्टिस करेंगे जब हम लाइव सेशंस में जाएंगे अभी हम इसका पूरा थ्योरी पूरी फाउंडेशन क्लियर कर लेंगे और फिर कंपनी टू कंपनी दे देखना समझना पास्ट ट्रेंड्स को एनालिसिस करना फ्यूचर प्रोस्पेक्ट्स को देखना यह सब हम लोग लाइव में किया करेंगे बहुत कुछ है करने के लिए लाइव में यस और यह बिल्कुल डायनामिक चीजें आज कुछ और कल कुछ और तो यह सब देखेंगे हम लोग ओवर अ पीरियड ऑफ दिस कोर्स ऑलराइट देखिए फाइनेंशियल और टेक्निकल एनालिसिस किसी कंपनी की फाइनेंशियल एनालिसिस करना टेक्निकल एनालिसिस करना उसके अलावे आपको जो आपका जो सेल बाय जो प्रोसीजर होता है यह सारा फाइनेंशियल एनालिसिस में इंक्लूड हो जाता है जी हां यह सब कुछ फाइनेंशियल एनालिसिस में आता है जब हम फाइनेंशियल एनालिसिस करते हैं तो हम टेक्निकल चीजों से दूर नहीं रह सकते और जब हम टेक्निकल एनालिसिस करते हैं तो फाइनेंशियल चीजों से दूर नहीं रह सकते हैं इसीलिए हमने यह कोर्स को जब डेवलप किया है तो अलग से फाइनेंशियल एनालिसिस या टेक्निकल नहीं दोनों को क्लब करके एक साथ लेकर के चले हैं जी हां तो चलिए स्टार्ट करते हैं आगे बढ़ते हैं और लास्ट लेक्चर तक के हम लोगों ने क्या-क्या समझ रखा है एक बार क्विकली मन में थोड़ा सा दो मिनट दे कर के रिवाइज करके देखो स्टार्टिंग की थी हमने शेयर्स से शेयर या स्टॉक होते क्या हैं शेयर मार्केट क्या होता है हमने आईपीओ के बारे में भी समझ लिया था आईपीओ के बारे में समझने के बाद एफपीओ राइट उसके बाद हमने यह भी समझा कि मार्केट जो होता है इंडियन शेयर मार्केट बीएससी और एनएससी उसके बारे में अभी इसमें और चर्चा करने वाले हम लोग और आगे बढ़ेंगे बीएससी और एनएससी में इसी लेक्चर में हम फ्यूचर्स ऑप्शंस ये सब के बारे में बात करेंगे मतलब इन्हीं फाइनेंशियल और टेक्निकल एनालिसिस के पार्ट्स में फ्यूचर्स ऑप्शंस इनके बारे में भी जी हां उनके बारे में भी बातें होंगी उसके अलावा हमने जो है ये चीजें समझी कि मार्केट वैल्यू क्या होती है इंट्रिसिक वैल्यू क्या होती है राइट उसके अलावा हमने इंट्रिसिक वैल्यू को निकालने के तरीके समझे राइट और साथ ही साथ हमने यहां पे पिछले दो लेक्चर में जो कि काफी इंपॉर्टेंट रहे थे हमारे लिए हमने अपना बेस बहुत ज्यादा स्ट्रांग कर लिया जैसे कि कॉरपोरेट एक्शंस के बारे में स्प्लिटिंग ऑफ शेयर्स एक्स बोनस डेट राइट एक्स बोनस एक्सक्लूडिंग बोनस डेट राइट एक्स स्प्लिट डेट स्प्लिटिंग ऑफ शेयर्स क्या होता है राइट इश्यूज क्या होते हैं स्टार्टिंग स्टार्टिंग में आपको याद होगा जब मैंने थर्ड पॉइंट यहां पे राइट्स इशू खा था तो मैंने बताया था बाद में बताऊंगा जो मैंने आपको लास्ट लेक्चर में बता भी दिया तो यहां तक कि हमारा स्ट्रांग फाउंडेशन बिल्ड अप हो रहा है अब हम चाहते हैं इसी तरीके से फाउंडेशन और मजबूत होता च चला जाए अब देखिए सबसे पहले हम लोग बात करते हैं हमारे जो स्टॉक मार्केट है इंडियन स्टॉक मार्केट इसकी ना टाइमिंग्स क्या-क्या है इसकी टाइमिंग्स क्या-क्या है अब वो चाहे बीएसई हो यानी कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज या फिर वो एनएससी हो यानी कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज टाइमिंग्स क्या है इनकी आप कभी भी कोई भी वेबसाइट देखिए जैसे मनी कंट्रोल ओपन करना अभी तुरंत ओपन करके देखना एक बार उसमें आपको जो प्रीवियस डे वगर का अगर मान लो अभी मार्केट टाइमिंग्स नहीं है तो वह जो टाइमिंग दिखा रहा होगा ना वोह दिखा रहा होगा 915 एम से लेकर के 330 पीएम जी हां इसी को हम लोग कहते हैं हमारे मार्केट टाइमिंग्स इसी को हम लोग कहते हैं मार्केट टाइमिंग्स यह हमारा मार्केट टाइमिंग्स ठीक है 915 एम से 330 पहले आज से 20 साल पहले ये 9:30 से 330 हुआ करता था जिसको बाद में इन्होंने 915 शिफ्ट कर दिया जब पूरी तरीके से हाईली ऑटोमेटेड सिस्टम्स हमारे पास आ गए लेकिन क्या स्टॉक मार्केट में शेयर ट्रेडिंग जो है सिर्फ इसी टाइम पे से इसी टाइम पे होती है ऐसा नहीं है शेयर ट्रेडिंग जो चल रही होती है वो सुबह 900 बजे से स्टार्ट हो जाती है सो सुबह 9 बजे से लेकर के 915 तक के यस सुबह 9:00 बजे से लेकर 915 तक के भी एक टाइम होता है और इस टाइम को हम लोग कहते हैं प्री मार्केट आर्स या प्री मार्केट ओपनिंग आर्स अलग-अलग नामों से बुलाया जाता है हम इसको प्री मार्केट आर कह लेते हैं या प्री मार्केट टाइमिंग या प्री मार्केट अ सेशन क्योंकि आवर्स में नहीं है ना तो ज्यादा सही होता है प्री मार्केट सेशन वर्ड का यूज़ करना सो दिस इज अ प्री मार्केट सेशन ऑफ 15 मिनट्स व्हाट इज द इंपोर्टेंस ऑफ दैट वी विल सी इसकी इंपॉर्टेंस क्या है हम लोग देखेंगे सिमिलरली एक और सेशन होता है 3:30 पीएम से लेकर के 4 पीएम के बीच में एक और सेशन होता है 3:30 पीएम से 4 पीएम के बीच में इसको कहते हैं जैसे वह प्री है वैसे यह पोस्ट है क्या बोल रहे हैं इसको हम इसको हम लोग कह रहे हैं दिस इज पोस्ट मार्केट सेशन दिस इ पोस्ट मार्केट सेशन तो यह जो 9 15 टू 330 लिखा जाता है ना यह एक्चुअली में हमारे लिए हम रिटेल इन्वेस्टर्स हैं हमारे लिए ट्रेड वगैरह करने के लिए चाहे वह रिटेल इन्वेस्टर्स हो या इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स हो तो जो रेगुलर ट्रेडिंग जो हो रही है या इन्वेस्टमेंट हो रहा है उसके लिए यही टाइम होता है दैट इज ट्रू दैट इज एब्सलूट ट्रू 9:1 एम टू 330 पीएम जहां पे भी आप देखोगे आपको यही टाइमिंग्स दिखाई पड़ेंगी तो 9 एम से 915 एम तक क्या होता है मैंने कहा शेयर ट्रेडिंग यहां पर भी होती है यस ट्रेडिंग जो हो रही होती है वो यहां पर भी हो रही होती है लेनदेन की प्रक्रिया को हम ट्रेड करना कहते हैं और ट्रेडिंग यहां पर भी हो रही होती है लेकिन हम लोग इस टाइम जोन में इस सेशन में अलाउड नहीं होते हैं ट्रेड करने के लिए तो फिर कौन ट्रेड करता है आओ स्टेप बाय स्टेप पूरा कांसेप्ट आपका क्लियर होगा और बहुत मजा आएगा हर चीज समझते चले जाते हैं एक यहां पर टर्म हम पहले डि फाइन कर ले रहे हैं इसको कह रहे हैं हम लोग आफ्टर मार्केट आवर आफ्टर मार्केट आवर्स इसको हम लोग क्या कह रहे हैं इसको कह रहे हैं आफ्टर मार्केट आर्स कब से कब तक हो गए आफ्टर मार्केट आर्स 330 बजे से लेकर के 3:30 बजे मार्केट बंद हो गया 3:30 बजे से लेकर के अगले दिन के 915 तक के क्या नो आफ्टर मार्केट आवर्स जैसा कि आप देख रहे हो ट्रेडिंग यहां पे भी हो रही है तो आफ्टर मार्केट आवर्स आर फ्रॉम 4 पए ऑफ द प्रीवियस डे प्रीवियस डे टू 9 9 एम सॉरी 9 एम 9 एम ऑफ द नेक्स्ट डे 9 एम ऑफ द नेक्स्ट डे 4 बजे जो प्रीवियस डे का है टू द 9 एम ऑफ द नेक्स्ट डे यह हमारे कहलाते हैं ए एमएच यानी कि आफ्टर मार्केट आर्स चलिए अब हम समझते हैं कि शेयर मार्केट हम लोगों को कैसी फ्लेक्सिबल देता है मैं पढ़ाता हूं मेरी क्लास रहती है सुबह से लेकर के शाम तक के रात तक के क्लासेस में बिजी रहता हूं मैं मेरे पास इतना समय होता नहीं है कि मैं इस जो मार्केट टाइमिंग्स जो हैं इन मार्केट टाइमिंग्स में मोबाइल ओपन करूं या लैपटॉप ओपन करूं और इसी तरीके से आप लोगों के पास में भी इस तरीके से जरूरी नहीं है कि हमेशा टाइम हो आपकी स्टडीज भी चल रही हैं कभी आपके ट्यूशंस हैं कभी आपके कोचिंग्स हैं तो इट इज नॉट ऑलवेज पॉसिबल फॉर द पीपल हु आर विलिंग टू इन्वेस्ट इन द स्टॉक मार्केट टू बी प्रेजेंट फॉर ट्रेडिंग इन दीज आर्स ओ सो वी आर अलाउड टू ट्रेड आफ्टर दीज आवर्स आल्सो क्या यस वी आर अलाउड टू ट्रेड आफ्टर दीज आर्स आल्सो दीज आर कॉल्ड एज आफ्टर मार्केट आर्स और और इस पर्टिकुलर आफ्टर मार्केट आर में जो ट्रेड्स होते हैं जो ऑर्डर्स आते हैं वो बाय ऑर्डर्स भी हो सकते हैं वो सेल ऑर्डर्स भी हो सकते हैं हम जैसे लोग रात को 9 बजे 9:30 बजे अपने स्टूडेंट्स के जो पढ़ाते हैं उसका जितना भी डाउट्स आते हैं वो सॉल्व करने के बाद सब कुछ होने के बाद फाइनली हम जाकर के बैठते हैं थोड़ा सा कि भाई आज शेयर मार्केट में पूरे दिन हुआ क्या तब जाकर के हम रात ही रात में अपना बाय ऑर्डर या अपना सेल ऑर्डर वो प्लेस कर देते हैं पूरे दिन की खबरों को समझ करके एनालाइज करके एक घंटा उसमें ध्यान लगा कर के तो फिर हम मतलब हम मतलब ऐसे बहुत सारे लोग हैं मैं अकेला नहीं हूं आप लोग भी होंगे उसमें से तो वो आफ्टर मार्केट ऑर्डर्स प्लेस करते हैं जिसको हम लोग ए एमओ कहते हैं क्या कहते हैं ए एमओ ये कहलाते हैं आफ्टर मार्केट ऑर्डर्स इसमें हम बाय भी कर सकते हैं और हम इसमें सेल भी कर सकते हैं बोथ आर अलाउड अच्छी फ्लेक्सिबल दी है जी हां अच्छी फ्लेक्सिबल मिली है हमें अब समझिए होता क्या है क्या होता है देखिए 35 बजे से लेकर के 4 बजे तक के 3:30 बजे से लेकर के 4 तक के जिसको बोला गया पोस्ट मार्केट सेशन क्यों पोस्ट मार्केट के खत्म होने के बाद जैसे प्रीपेड पोस्टपेड बोलते हैं अपन प्रीपेड पहले रिचार्ज करो फिर यूज़ करोगे तो यह पह वाला हो गया प्रीपेड सिमिलरली य बाद वाला हो गया पोस्ट पेड तो यहां पर क्या होता है यहां पे जो ब्रोकर्स होते हैं ना हमारे जो ब्रोकर्स है वो लोग यहां पर ट्रेड कर रहे होते हैं क्यों ट्रेड कर रहे होते हैं यह भी आपको इसी पर्टिकुलर फाइनेंशियल एंड टेक्निकल एनालिसिस में चीजें क्लियर होती जाएंगी ठीक है तो यह जो ब्रोकर्स होते हैं ना सिर्फ यही लोग अलाउड होते हैं टू ट्रेड इन द पोस्ट मार्केट सेशन सो इन द पोस्ट मार्केट सेशन पोस्ट मार्केट सेशन में कौन अलाउड होते हैं सिर्फ और सिर्फ ब्रोकर्स आर अलाउड क्या करते होंगे ब्रोकर्स आपस में ट्रेड करके बहुत सारे काम करते हैं देखेंगे बस आप यह समझो अभी के लिए कि पोस्ट मार्केट सेशन में भी ट्रेडिंग होती है लेकिन हम लोग अलाउड नहीं होते हमारी तरफ से ब्रोकर्स अलाउड होते हैं हमारे जो ब्रोकर्स होते हैं इस दौरान ट्रेड हुआ लेकिन आप कभी भी एलटीपी देखोगे एलटीपी क्या होता है लेटेस्ट ट्रेडेड प्राइस जैसे मान लो दिन खत्म हो गया और आपने 6 बजे लॉग इन किया सिस्टम में और लॉग इन करके प्राइस को चेक किया तो आपको जैसे निफ्टी है सो निफ्टी आप देख रहे हैं निफ्टी किसका इंडेक्स है इंडेक्स भी देखेंगे अपन निफ्टी किसका इंडेक्स है एनएससी का इंडेक्स है कैसे निकालते हैं वो भी देखेंगे हां जी जानकारी होनी जरूरी है सिमिलरली जो सेंसेक्स है वो किसका इंडेक्स है वो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स है यह निकलते कैसे हैं वो भी देखेंगे तो एनएससी और बीएससी आपने 6 पीएम पे लॉग इन किया आपने देखा अच्छा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यह चल रहा है अपना लेट अस सपोज 15000 और इसमें लेटेस्ट ट्रेडेड प्राइस जो है लास्ट ट्रेडेड प्राइस किसी भी शेयर की आप देख सकते हो यह तो निफ्टी का इंडेक्स हो गया ये एनएससी का इंडेक्स हो गया निफ्टी अब अब हमने देखना चाहा कोई कंपनी जैसे मान लीजिए टाटा मोटर्स तो टाटा मोटर्स का मनी कंट्रोल में ओपन किया हमने निफ्टी में भी लिस्टेड है और बी सेंसेक्स यानी कि बीएससी में भी लिस्टेड है तो टाटा मोटर्स में देखा शेयर प्राइस आ रहा है लेटस सपोज 7385 और इसके ना ब्रैकेट में कहीं ना कहीं नीचे टाइम भी लिखा रहता है 95 एम से लेकर के 3:30 पीएम ये टाइम भी लिखा रहेगा हर जगह लिखा रहेगा और यह भी बताएगा यहां पर कि यह ऊपर चढ़ा है या फिर यह नीचे गया है आपको पता है इसमें कलर्स होते हैं यह रेड कलर से हम बताते हैं कि यह इतने पॉइंट्स नीचे गया है इन कंपेरिजन टू प्रीवियस डे यस पिछले दिन की जो लेटेस्ट या लास्ट ट्रेडेड प्राइस थी वहां से वो कितना पॉइंट नीचे गया जितने भी पॉइंट नीचे गया वो यहां पर ब्रैकेट में लिखा होगा नंबर के साथ इन द सेम वे अगर ऊपर गया होगा तो इस तरीके से वर्टिकली ग्रीन बनता है और ये यहां पे नंबर लिखा रहता है इट रिप्रेजेंट्स पॉजिटिव ग्रोथ इट रिप्रेजेंट्स नेगेटिव ग्रोथ विथ रिस्पेक्ट टू द प्रीवियस डे मतलब आज मैंने 6:00 बजे लॉगइन किया ना तो आज जैसे फॉर एग्जांपल लिखा है 7638 और लिखा है लेट अस सपोज इस तरीके से 1.35 ऐसे लिखा है इसका मतलब आज की जो डेट है उसको मैं अगर कल की डेट से कंपेयर करूं मतलब कल कौन सा पास्ट जो गुजर गया है कल उसकी से कंपेयर करूं तो आज 1.35 ज्यादा शेयर प्राइस पे क्लोज हुआ है ये इसका मतलब है ये प्रीवियस डे के लास्ट ट्रेडेड प्राइस से कंपेयर किया जाता है ये वो है गट द पॉइंट वेरी क्लियर ऑलराइट अब होता क्या है कि ये तो हो गया अपना इस तरीके से रिप्रेजेंटेशन का तरीका यह हो गया रिप्रेजेंटेशन का तरीका अब 6:00 बजे आपने लॉग इन किया आपने देखा यह बढ़ रहा है आपको ये दिखाई पड़ा अब आपने सोचा कि चलो अब मैं कुछ ऑर्डर ले लेता हूं टाटा मोटर्स की मान लो कोई गुड न्यूज आ गई रातों रात क्या होगा रातों रात लोग इसके ऑर्डर्स को प्लेस कर देंगे इन सारे ऑर्डर्स को जो रातों-रात प्लेस होंगे उन सभी को हम लोग कहेंगे आफ्टर मार्केट ऑर्डर्स सिर्फ टाटा मोटर्स के ही नहीं हजारों कंपनियां लिस्टेड है और सभी कंपनियों के इस तरीके से बाय या फिर सेल ऑर्डर्स रात भर में प्लेस हो सकते हैं अगले दिन क्या होगा सुबह-सुबह 9 बजे सुबह-सुबह 9 बजे शार्प सिस्टम स्टार्टस सिस्टम स्टार्टस सिस्टम शुरू होता है सुबह सुबह 9 बजे आप ये देखिएगा 9 बजे एकदम एग्जैक्ट लेता हूं मैं 90 एंड 00 सेकंड यह बीएससी और एनएससी के जो सिस्टम्स होते हैं यह स्टार्ट हो जाते हैं अब आप यह देखेंगे कि प्रीवियस डे आपने देखा था शाम में 6:00 बजे लॉग इन करके तो 763 85 आया था आप अगले दिन जब देखोगे ना जैसे ही मार्केट शुरू होगा तो ज्यादातर चांसेस हैं कि यह इस प्राइस पे आपको नहीं दिखेगा कायदे से सोचिए कायदे से 763 85 प ही स्टार्ट होना चाहिए क्योंकि खत्म 7385 पे हुआ है यह ना कहीं ऊपर नीचे स्टार्ट होता है कितने बजे 9 बजे ही यस बाय डिफॉल्ट 9 बजे कुछ और वैल्यू अच्छा वो वैल्यू अपने को नहीं पता रहती वो वैल्यू अपने को नहीं पता रहती यह हो सकता है 763 45 पे स्टार्ट हुआ हो ऐसा क्या हो गया कि सिस्टम स्टार्ट ही हुआ है उस मूमेंट पर एक सेकंड भी नहीं गुजरा और शेयर प्राइस लेटेस्ट ट्रेडेड प्राइस जो पिछले दिन की थी जो 3:30 बजे रिपोर्ट की गई थी वह अगले दिन की 9 बजे की प्राइस से डिफर कर गई अगले दिन की 9 बजे की यह हमको नहीं दिखती आपको जितनी भी वेबसाइट्स में ना आपको 900 बजे की नहीं दिखेगी आपको 915 की दिखेगी तो 915 मतलब समझ रहे हो ये आपको यहां पे दिखाई पड़ेगा 915 यहां पे इट इज अवेलेबल अवेलेबल टू ट्रेड ट्रेड मतलब बाय या फिर सेल इट इज अवेलेबल टू ट्रेड तो आपको जो दिखाई पड़ेगा ना वो कुछ और वैल्यू होगी लेट अस सपोज इट मे बी 7663 यह शायद दिखाई पड़े अब इसके आगे आप एरो लगा लेना पॉजिटिव नेगेटिव इन कंपेरिजन टू द प्रीवियस डे चलता रहेगा और पहली दफा जो आपको दिखेगा इन कंपेरिजन टू प्रीवियस डे होगा फिर क्या होगा आपको पता है फिर ये होगा 915 और 1 सेकंड पे ध्यान से समझो फिर जो अवेलेबल टू ट्रेड जो अभी चल ही रहा है अपना इसमें जो प्राइस शो होगी यहां पे इसमें जो प्राइस शो होगी यह 9 ब 15 मिट और 00 सेकंड्स पर जो प्राइस थी वो शो हो जाएगी फिर 9:1 मिनट और 2 सेकंड पे जो अवेलेबल टू ट्रेड अभी टाइमिंग है उसमें जो प्राइसिंग शो होगी वह पिछले सेकंड की होगी 915 और 1 सेकंड की तो आप जो प्राइस देखते हो पिछले पिछले पिछले सेकंड की होती क्योंकि अब एलटीपी चेंज हो गया है रात भर में एलटीपी नहीं चेंज हुआ था 3:30 बजे जो मार्केट क्लोज हुआ तब एलटीपी चेंज नहीं हुआ एलटीपी वास फिक्स्ड लेकिन जैसे ही सुबह मार्केट ओपन होता है हमारे लिए तो वैसे ही हर मोमेंट पे लेटेस्ट लेटेस्ट बोलते हैं अपन बोलते हैं मार्केट में अपने को क्या चाहिए लेटेस्ट मोबाइल का मॉडल चाहिए लेटेस्ट का मतलब होता है लेट से लेट वाला इन टर्म्स ऑफ टाइम आप 1990 वाला मोबाइल फोन नहीं मांगोगे आप मांगोगे मुझे लेटेस्ट चाहिए जो शायद कल ही लॉन्च हुआ है वो वाला चाहिए उसमें फीचर बढ़िया होंगे लेटेस्ट मतलब यही है ये जो लेटेस्ट दिखाता है ना ये होता है लेट से लेट वाला मतलब जस्ट पिछले सेकंड का फिर पिछले सेकंड का फिर पिछले सेकंड का ऐसे ऐसे ऐसे अपडेट होता है फिर 3:30 बजे आके थम जाएगा एक वैल्यू पे वो हो जाएगी हमारी अब लेटेस्ट ट्रेडेड प्राइस जो 3:30 बजे की प्राइस होती है उसको लास्ट ट्रेडेड प्राइस भी दिन की कहा जाता है 3:30 बजे की प्राइस को लास्ट ट्रेडेड प्राइस भी दिन की कहा जाता है समझ में आई बात अब आते हैं फिर से मुद्दे पे क्या बताया मैंने मैंने यह बताया कि टा मोटर्स पिछले दिन आपने 6:00 बजे लॉग इन करके देखा तो 7638 था अगले दिन सिस्टम जब स्टार्ट होता है ना तो हाई पॉसिबिलिटी है कि वो उस वैल्यू से स्टार्ट ही नहीं होगा वो 900 बजे ही किसी और वैल्यू से स्टार्ट होना शुरू हो जाता है 9:00 बजे वो हमको य भी नहीं पता है कौन सी वैल्यू क्यों होता है पता है ऐसा क्योंकि पिछले दिन 330 बजे से लेकर के 4 बजे तक के ब्रोकर्स आपस में डील कर रहे होते हैं ब्रोकर्स जो होते हैं वह बाय या फिर सेल कर रहे होते हैं क्यों कर रहे होते हैं यह आगे आएगी बात लेकिन अभी के लिए जानो कि ब्रोकर्स बाय या सेल कर रहे होते हैं तो इससे स्टॉक प्राइस में फ्लक्ट एशन साढ़े से चा के बीच में ही आ चुका होगा यस आ चुका होगा सिमिलरली दूसरा कारण रात भर में आफ्टर मार्केट ऑर्डर्स आए होंगे बाय के सेल के न्यूज़ के हिसाब से लोग बाय करते हैं सेल करते हैं अपने पर्सनल परसेप्शन के हिसाब से इंट्रिसिक वैल्यू का कांसेप्ट तो वो आफ्टर मार्केट ऑर्डर्स भी आए होंगे तो जैसे ही सिस्टम ऑन होता है ना तुरंत ही एक स्मॉल फ्लकचुएशन दिखाई पड़ता है यह ऐसा यह थोड़ा सा छोटा सा फ्लकचुएशन सिस्टम के स्टार्ट होते ही दिखाई पड़ जाता है यह 9 से 915 वाला जो समय होता है ना यह जो 9 से 915 वाला समय होता है ये बहुत इंपॉर्टेंट होता है 915 भी नहीं 9 ब 144 मिट और 59 सेकंड्स इतना प्रेसा होता है शेयर मार्केट का पूरा हिसाब किताब इतना प्रेसा इज होता है 914 और 59 सेकंड यह जो पोर्शन है प्री मार्केट सेशन वाला यह क्या काम करता है पता है यह बनाया गया है मार्केट की वोलेटाइल को एब्जॉर्ब करने के लिए क्यों बनाया गया ये ये यह जो पोर्शन है आप देख रहे हो यह अब्जॉर्ब करता है मार्केट की वोलेट को वोलेटाइल नेचर वोलेट अब यह वोलेट वर्ड का मतलब क्या है यहां पर वोलेटाइल का मतलब होता है धुए में उड़ जाना वोलेटाइल जैसे हम वोलेटाइल गैसेस वगैरह की बात करते हैं पेट्रोल कहते हैं वोलेटाइल है खुला छोड़ोगे थोड़ी देर में तो उड़ जाएगा वैसे ही पैसे उड़ जाएंगे तो ऐसे किसी के पैसे ना उड़ जाए तो उस पैसे को उड़ने से रोकने के लिए उस वोलेट को रोकने के लिए एब्जॉर्ब करने के लिए यह समय होता है यह समय उस लिए होता है अब समझो यह लो बीएससी और एनएससी जो है वह सेबी के अंतर्गत काम करते हैं सेबी एक रेगुलेटरी बॉडी है जो इन दोनों को कंट्रोल करती है सेबी यह कहती है कि हम अपने इन्वेस्टर्स का पूरा पूरा ख्याल रखते हैं और उनके पैसों की इज्जत भी करते हैं तो ऐसे में सेबी अपनी तरफ से जो जो करना कर सकता है सेबी ने उन उन जगहों पर उस तरह के लॉस हमें बचाने के लिए लगाए हैं यह भी एक तरीके का यही सिस्टम है जो हमें बचाने के लिए अब बात समझना क्या होगा एक केस में समझाता हूं आपको पूरी तरीके से यह 9 से 91 वाला सिस्टम आपको समझ में आ जाएगा देखिए क्यों हुआ होगा ऐसा इसका पीछे का कारण देखिए मान लीजिए शाम को 6 बजे प्रीवियस डे प्रीवियस डे को मैं मान लेता हूं लेट अस सपोज सि ऑफ मई एक डेट मान ली सि ऑफ मई 6 मई को एक न्यूज आती है कि एबी सी कंपनी है और यह एबीसी जो कंपनी है यह अब डाइल्यूट होने जा रही है शेयर होल्डर जो इसके हैं वह अपना शेयर और आधा आधा आधा त बेच रहे हैं जब शेयर होल्डर्स अपना शेयर और बेचेंगे तो कंपनी के प्रति जो लोगों का एक भरोसा होगा वह क्या होने लगेगा टूटने लगेगा क्योंकि वो प्रमोटर है अरे भाई प्रमोटर खुद को बेच के जा रहा है जबकि वह कंपनी को जानता है तो प्रमोटर अपने शेयर को ही बेच दे रहा है सेल आउट कर दे रहा है अपने स्टेक को सेल आउट कर दे रहा है प्रमोटर का अपना खुद का स्टेक है उसको सेल आउट करना जा रहा है यह न्यूज आ गई मार्केट में तो उस एबीसी कंपनी पर मेरा भरोसा कम होगा या ज्यादा होगा अगर ऐसी कोई न्यूज आएगी तो उस एबीसी कंपनी पर मेरा भरोसा कम होगा या ज्यादा होगा ऑब् वियस कम हो जाएगा मैं रातों रात क्या करूंगा आफ्टर मार्केट ऑर्डर अपने प्लेस कर दूंगा मान लो मेरे पास इस एबीसी कंपनी के 1000 शेयर्स है मैं बोलूंगा भैया इसका कोई अब भरोसा नहीं लग रहा है मार्केट कल पता चला इनके शेयर्स डाउन चले गए इससे पहले मैंने एक आफ्टर मार्केट ऑर्डर लगा दिया 1000 शेयर्स का कि भाई बेचो बेचो खत्म करो भाई खत्म करो तो ऐसे आफ्टर मार्केट ऑर्डर मैंने 1000 शेयर्स का लगा दिया अब ऐसे में मैं अकेला तो नहीं हूं ऐसे हजारों लोग होंगे जो इस कंपनी में इन्वेस्ट किए होंगे सभी ने आफ्टर मार्केट ऑर्डर किस तरह के लगा दिए सेल करने के सेल करने के सेल करने के बाय ऑर्डर्स है ही नहीं सेल ऑर्डर सेल ऑर्डर सेल ऑर्डर है बाय ऑर्डर्स है ही नहीं या बाय ऑर्डर्स बहुत कम है अब क्या हुआ अगले दिन मान लीजिए कि हमने शेयर मार्केट शुरू हुआ 9 बजे 9 एम यहां पे टाइम दिखा रहा हूं मैं शेयर मार्केट स्टार्ट हुआ 9:00 बजे किसी एक पॉइंट पे वैल्यू आई और मान लीजिए 9:00 बजे हमने पब्लिक के लिए इसको ओपन कर दिया शेयर मार्केट को कि ठीक है भाई पब्लिक के लिए ओपन है अब कुछ इफॉर्म इन्वेस्टर्स होते हैं कुछ बेवकूफ इन्वेस्टर्स भी होते हैं पागल होते हैं वो लोग पागल पागल इन्वेस्टर्स होते हैं उन लोगों को कुछ पता पता नहीं रहता है कि कहां पे इन्वेस्ट करना चाहिए क्यों करना चाहिए क्या पता वह सुने हो कि भाई यह एबीसी कंपनी बड़ा अच्छा काम कर रही है चलो इसमें इन्वेस्ट कर देते हैं इ इनको न्यूज़ काता पता नहीं है यह सुने हैं कहीं से तो ऐसे में क्या होगा बात समझना जैसे ही मार्केट ओपन होगा इसके इस एबीसी कंपनी के जो शेयर होंगे व धम से नीचे गिरने लग जाएंगे कि नहीं कड़ क क क क नीचे गिरेंगे मान लो इस गिरते हुए शेयर गिरते हुए जो शेयर होते हैना उसको बोलते हैं हम लोग उसको बोलते हैं बेरिश और उठता हुआ जो शेयर होता है ना उसको क्या बोलते हैं उसको बोलते हैं बुलिश यह बुलिश कहलाता है और यह बेरिश कहलाता है ऐसा क्यों बोलते हैं बुल और बेयर यह जानवर कहां से आ गए ये जानवर आपने देखा होगा ना कि शेयर मार्केट में जब भी कभी देखो तो एक वो बुल एक सांड एकदम बड़े-बड़े सींग ऐसे होते हैं और वो पिक्चराइज करके दिखाया जाता है और वो शेयर मार्केट का सिंबल है बुल बेयर भी होता है बुल भी होता है और बेयर भी होता है आपने देखा है बुल अपने शिकार को कैसे मारता है वो भागते भागते भागते भागते भागते भागते जाता है और ऐसे में उसके जो बड़े-बड़े सींग होते हैं उससे उठा उठा के बिल्कुल म देता बकल इस तरीके से बुल जो है अपना काम करता है प्रे को मारने का उछाल उछाल के मारता है तो यह मार्केट उछाल रहा है कि नहीं इसलिए इसको बोलते हैं बुलिश एक बेयर है बेयर मतलब भालू भालू अपने प्रे को कैसे मारता है वो उसके परर एकदम चढ़ जाता है चोक कर देता है और उसको मार देता है यह चोकिंग की प्रक्रिया को बता रहा है बेरिश गला घोट के बिल्कुल मार्केट का गला घोड़ दिया यह बेरिश कहलाता है तो मैं ऐसा कहूंगा य फ है मैं कहूंगा मे से कोई पूछेगा तो मैं बोलूंगा जैसे न्यूज़ में आप लोग सुनोगे बोलेंगे आई थिंक आई एम बेरिश अबाउट दिस स्टॉक टुमारो ये एनालिस्ट लोग ऐसे बोलते हैं आई एम बेरिश इसका मतलब यह है वो यह बोलना चाह रहा है कि मुझे लगता है कि कल ये स्टॉक नीचे जाने वाला है अगर बोलेंगे आई थिंक आई एम बुलिश अबाउट इट सो आई थिंक इट इज गोइंग टू गो अप इसका मतलब यह है कि मतलब इसका ये है कि ऊपर जाने वाला है तो कभी आप मनी कंट्रोल की वेबसाइट में देखेंगे बुलिश वेरी बुलिश बेरिश वेरी बेरिश लिखा है तो इसका मतलब यह है कि नीचे जा रहा है बहुत नीचे जा रहा है ऊपर जा रहा है या फिर बहुत ऊपर जा रहा है ऐसा है तो इस तरीके से यह बेरिश मार्केट है अब वापस से आते हैं बुल और बेयर का बता दिया मैंने कांसेप्ट क्या है ठीक अब देखो ये कांसेप्ट क्या है कि अगर हमने 9:00 बजे से ही लोगों को यहां पे लोगों को अलाउ कर दिया कि आओ और सब अपने-अपने पैसे लगाओ जो मिस इफॉर्म इन्वेस्टर्स होंगे ना ये एक केस बता रहा हूं मैं ऐसे बहुत सारे केसेस हो सकते हैं बट अब ना समझ समझना किस तरीके से इन्वेस्टर्स का हित सोच करके काम किया जाता है राइट तो अगर मान लो कि कोई मिस इफॉर्म इन्वेस्टर है उसने आकर के तुरंत यहां पे अपना पैसा लगा दिया किस कंपनी में एबीसी में उसको पता ही नहीं एबीसी के बारे में कि कल क्या हो चुका है उसमें मैं आगे चलके सत्यम स्कैम वगैरह भी डिस्कस करूंगा लेकिन उसके लिए और नॉलेज अपने को अभी चाहिए पहले ठीक है पूरा समझ में आ जाएगा हुआ क्या था 2008 का जो क्रैश हुआ था मार्केट क्रैश वह भी डिस्कस करेंगे मनमोहन सिंह की जब सरकार आई थी जो 2009 राइट और 2004 में तो जो मार्केट में चेंजेज आए थे वह किस तरह के आए थे सब समझेंगे तो यहां पे बात समझना अगर कोई इन्वेस्टर यहां पर आकर के इन्वेस्ट कर देता है तो इसके पैसे तो एकदम स्टीप क्योंकि रात भर में इतने सारे लोग बेचना चाहते हैं बेचना चाहते हैं यह एक मान लो खरीदना चाहता है शेयर को इसको मालूम नहीं है इसको आईडिया नहीं है कि रात भर में ऐसा कुछ हो चुका है तो यह आकर के खरीदना चाहता है इतने लोग बेचने वाले कोई कुछ आ गए खरीदने वाले कुछ आ गए ऐसे मिस इफॉर्म लोग इनका पैसा नुकसान हो गया कि नहीं क्यों क्योंकि अगले ही पल इनका पैसा धड़ाम से नीचे जाने वाला है यह अपना पैसा यह कुछ शुरुआत के कुछ सेकंड्स में ही लूज कर जाएंगे इतना वोलेटाइल रहेगा उस समय मार्केट ये है काफी ज्यादा स्टीप इसको क्या कहते हैं स्टीप जैसे पहाड़ी होती है ना तो या तो कोई पहाड़ी जो चट्टान होती है वो उतरने में एकदम माइल्ड होती है कि आप बड़े आराम से यहां से उतर जाओगे इसको हम लोग बोलते हैं माइल्ड स्लोप इसको कहते हैं माइल्ड स्लोप तो इसमें उतरना बहुत आसान है सिमिलरली एक ऐसा भी स्लोप हो सकता है अगर यहां पर अगर आदमी खड़ा है तो यह धम से नीचे आता है इसको कहते हैं स्टीप स्लोप इसको बोलते हैं स्टीप स्लोप ठीक है माइल्ड स्लोप और स्टीप स्लोप तो अब बात समझिए यहां पे इस बंदे का कुछ ही सेकंड्स में पैसा चला गया कि नहीं क्यों गया क्योंकि बेचने वाले बहुत सारे हैं और चूंकि बेचने वाले बहुत सारे हैं एक बार में इसका पैसा चला जाएगा और जिन जिन को जैसे-जैसे बिकता जाएगा वैसे-वैसे और डाउन चला जाएगा बाइंग और सेलिंग का हमने कांसेप्ट समझ रखा है खरीददार और खरीदने वाले और जो बेचने वाले तो ऐसे में इस पर्टिकुलर टाइम पीरियड में अगर हम अलाउ ना करें किसी को भी इन्वेस्ट करने को तो ऐसे में क्या होगा बात समझना हम इन्वेस्ट करना अलाउ नहीं करे तो मैं ये बड़ा वाला जो मैंने गोला बनाया था वो हटा दे रहा हूं तो अभी भी नीचे तो जा रहा है लेकिन इस इस स्टीप राइड में राइड यह रोलर कोस्टर टाइप की स्टीप राइड में एक रिटेल इन्वेस्टर अलाउड नहीं है क्यों नहीं है क्योंकि मालूम है कि भाई ये 9 से 915 में लिटी होगी यह हो सकती है तो एक रूल बना दिया गया यह रोज-रोज नहीं होगा किसी दिन स्कैम होगा किसी दिन कुछ बड़ी सी ऐसी न्यूज़ आएगी तब होगा लेकिन एक रूल मार्केट में होना चाहिए ना हम उस दिन के लिए थोड़ी सिर्फ रूल बना देंगे कि अगर ऐसा स्कैम होगा तो रूल बनाएंगे नहीं रूल रोज के लिए बना हुआ है ऑन अ डेली बेसिस तो ये जब कभी भी मार्केट में ऐसी वोलेटाइल बिहेवियर होता है ये उसको एब्जॉर्ब कर लेता है ताकि जितने ज्यादा से ज्यादा सेल आउट होने थे वो हो जाए यहां तक के 915 के बाद जो मार्केट होगा वो बेरिश तो होगा ऐसा नहीं कह रहे रिड्यूस नहीं होगा यह रिड्यूस पहले ऐसा हो रहा था बड़ी तेजी के साथ क्योंकि अब मैक्सिमम ऑलरेडी सेल हो गए हैं अब ये रिलेटिवली क्या होगा ये रिलेटिवली थोड़ा सा माइल्ड हो जाएगा तो इन्वेस्टर्स का जो इन्वेस्ट अभी यहां पे करेंगे 9155 के बाद अगर वो मिस इफॉर्म लोग अभी यहां पे इन्वेस्ट करते हैं तो भी उनका नुकसान होगा लेकिन उस रेट से नुकसान नहीं होगा जिस रेट से पहले हो रहा था तो इनके नुकसान को रिस्क को मिटिगेट मिनिमाइज कम करने के लिए ऐसा सिस्टम लगाया जाता है एट प्लेस बात समझ में आ गई तो जितने भी ऑर्डर्स प्लेस हुए थे अ बाय द ब्रोकर्स बाय द ब्रोकर्स कितने बजे से कितने बजे तक 3:30 से 4 बजे तक के बिल्कुल सही और जितने भी आफ्टर मार्केट ऑर्डर्स लग गए थे बाय के हो सेल के हो जो भी हो वो सब 9 से 915 के बीच में बहुत ज्यादा वॉल्यूम में इकट्ठे हो जाते रात भर से तो वो सब इसका यह मत सोचना कि रे सिस्टम हैंग हो जाएगा अगर हम लोग भी घुस जाएंगे बीएससी और एनएससी का ऐसा सिस्टम है ना कि एक एक सेकंड में कितने कितने कैलकुलेशन ये लोग कर लेते हैं कितने बाय ऑर्डर सेल ऑर्डर 60 6 हजार कर लेते हैं तो सिस्टम क्रैश नहीं करता वो जमाना गया पुराना वाला जब सिस्टम क्रैश कर जाते थे वैसा वाला अब नहीं रहता दे आर यूजिंग हाईली एडवांस सुपर कंप्यूटर्स यार ठीक है इनका खुद का अपना पूरा डेटा सेंटर है बड़ा-बड़ा ठीक है तो दे आर यूजिंग दैट काइंड ऑफ सोफिस्टिकेटेड सिस्टम्स राइट ट नाउ तो इसलिए डोंट वरी अबाउट दैट यह सिर्फ और सिर्फ इन्वेस्टर के हित के लिए रखा गया है कि अगर कोई ऐसी सिचुएशन होती है तो एक सिस्टम हमारे पास उस वोलेट को एब्जॉर्ब करने के लिए होना चाहिए ऐसा ना हो कि उस ढलान में और भी लोग गिर जाए जितने गिर रहे हैं वो तो गिर ही रहे हैं और भी लोग घुस के गिर ना जाए तो जब 915 पे जब शेयर मार्केट ओपन होगा ना जब खुलेगा तो देखेगा वो सामने वाला आदमी कि अरे यार ये कल से बहुत नीचे चला गया है अब इसमें इन्वेस्ट करो या नहीं करो इतना तो देखेगा भगवान ने उसको आंखें दी है उतना तो देख सकता है कि रेड में कि ग्रीन में वो उसको रेड में दिखेगा और बड़ा नंबर से दिखेगा तो सतर्क हो जाएगा कि यार य रात भर में 50 पॉइंट गिर गया यार 100 पॉइंट गिर ग क्या हो गया इसमें फिर शायद उसको अकल आए और फिर व पागल ना बने और फिर वह देखे कि भाई अच्छा यह हुआ था ऐसा है पूरा का पूरा सिस्टम यह इन्वेस्टर्स के हित के लिए किया गया है ठीक सो यह मैं आपको बता दिया कि जो यह आपका प्री मार्केट सेशन होता है यह सिर्फ ऑटोमेटिक होता है इसमें हम लोग और इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स जो होते हैं वो अलाउड नहीं होते हैं गॉट द पॉइंट तो 915 से लेकर के ढ तक का जो समय है वहां पर हम लोग ट्रेड कर पाते हैं यह भी आपको क्लियर हो गया अब आगे बढ़ते हैं हम लोग इसी कांसेप्ट को बिल्ड अप करते हैं आगे धीरे-धीरे ये देखो इतनी सारी चीजें हमने देखी है यह सब जो नोट्स है आपको मिल जाएंगे मैंने प्रीवियस लेक्चर में बता दिया आपको किस तरीके से आपको नोट्स मिल जाएंगे अगर आप चाहो तो आप साथ-साथ लिख भी सकते हो इफ यू वांट बिकॉज टीचिंग जो है मेरी थोड़ी सी रिलेटिवली टाइम ले लेक मैं पढ़ा रहा हूं अच्छे से आराम से मजे लेकर मुझे भी मजा आ रहा है सब सी चीज सिखाने में बहुत टाइम से मेरा मन था सिखाने का ये सब तो आराम आराम से पढ़ा रहा आप साथ साथ नोट्स भी बना सकते हो ऑलराइट आगे देखते हैं आगे हम लोग देखते हैं वेरियस टाइप्स ऑफ ऑर्डर्स वेरी इंपॉर्टेंट वेरियस टाइप्स ऑफ ऑर्डर्स इन द मार्केट आप जब किसी भी पप का इस्तेमाल करते हैं या वेब प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं तो उसमें अलग-अलग तरह के ऑर्डर्स होते हैं अभी हम वही देखने वाले किसकिस तरह के ऑर्डर एक ऑर्डर तो हम लोग देख लिए पहले ही कौन सा ऑर्डर एमओ यानी कि आफ्टर मार्केट ऑर्डर ये हम समझ भी गए राइट अच्छा जितने भी ब्रोकर्स होते जैसे अप स्टॉक्स है जीरोधा है रिकमेंड करूंगा आप स्टॉक्स में जीरोधा में दोनों में अकाउंट बना लो ठीक है दोनों में ही बना लो ट्रेडिंग करनी है इन्वेस्टमेंट करना है देख लेना पोर्टफोलियो कहां पर किस तरह की कंपनीज के लिए डेवलप करना है और डायवर्सिफाइड मुझे लगता है होना चाहिए थोड़ा सा इधर थोड़ा सा उधर ऐसा होना चाहिए ऐसा लगता है मुझको कभी मान लो कोई अप स्टॉक्स का प्लेटफॉर्म बढ़िया ग्रो कर गया तो अपनी वहां प पोर्टफोलियो भी बनी हुई है जीरोधा का ग्रो कर गया तो वहां प भी पोर्टफोलियो बनी हुई है ऐसा रहता है ठीक है तो अपने पास क्या फ्लेक्सिबल होनी चाहिए ऑलराइट सो ऑर्डर्स जो हम लोग प्लेस करते हैं या तो डेस्कटॉप वर्जन में प्लेस करोगे या फिर आप मोबाइल वर्जंस में प्लेस करोगे ठीक है मैं इनिशियली मोबाइल वर्जंस के फेवर में नहीं था टू बी वेरी फ्रैंक क्योंकि उतने सोफिस्टिकेटेड और बढ़िया तरीके से बनाए हुए मोबाइल वर्जंस थे ही नहीं लेकिन आजकल जब मैं देखता हूं कि जैसे फॉर एग्जांपल मैंने अपने i में भी अप स्टॉक्स का ऐप डाउनलोड करके रखा है मोबाइल में भी अप स्टॉक्स और रो द काइट पप जो है व डाउनलोड करके रखा है तो दे आर वर्किंग ऑलमोस्ट द सेम एज द डेस्कटॉप वर्जंस डेस्कटॉप में बस ज्यादा चीजें दिखती हैं एक बार में मोबाइल में थोड़ा आगे पीछे आगे पीछे करना पड़ जाता है देखो ऑलवेज आई विल प्रेफर डेस्कटॉप बट मोबाइल में जो मोबिलिटी है इसलिए उसको मोबाइल कहते हैं कहीं पे भी खटाखट देख करके आप इन्वेस्टमेंट कर सकते हो यह बड़ा फायदा हो जाता है तो मैं आपको सिखाऊंगा मोबाइल से भी और लाइव जब हम करेंगे तो डेस्कटॉप से भी देखेंगे ठीक है बिलकुल वेरी क्लियर मोबाइल से हम लोग इन्वेस्टमेंट अभी करेंगे भी ठीक है इस सेशन में देख लेते हैं अगर हो गया तो नहीं तो फिर नेक्स्ट सेशन में भी कर लेंगे राइट सो वी विल डू द ट्रेडिंग लाइव सो टाइप्स ऑफ ऑर्डर्स की बात करते हैं नेक्स्ट एक कहलाता है इसको बोलते हैं एमओ एमओ यानी कि मार्केट ऑर्डर एमओ यानी कि मार्केट ऑर्डर एक होता है इसको कहते हैं एओ यानी कि लिमिट ऑर्डर इसको बोलते हैं लिमिट ऑर्डर ठीक इसके बाद वेरी इंपॉर्टेंट एक होता है स्टॉप लॉस ऑर्डर स्टॉप लॉस ऑर्डर इसको हम लोग ऐसे लिखते हैं शॉर्ट में एसएल ऑर्डर स्टॉप लॉस ऑर्डर या फिर एसएल ऑर्डर यह जो स्टॉप लॉस ऑर्डर होता है यह फिर से दो तरीके का होता है स्टॉप लॉस मार्केट ऑर्डर स्टॉप लॉस लिमिट ऑर्डर इसमें कांसेप्ट आता है फिर ट्रिगर प्राइस का वह भी देखेंगे इसके अलावा यहां पे अपने पास होता है o स वन कैंसल्स द अनदर यह मुझे बड़ा एक अच्छा फीचर लगता है जो आजकल के ऐप में अप स्टॉक्स में ये फीचर आता है जो मुझे बड़ा मस्त लगता है ये ये ट्रेडर्स यूज़ करते हैं बेसिकली दिस इज बेसिकली यूज्ड फॉर इंट्राडे ये इंट्राडे के लिए ये फीचर यूज़ किया जाता है ये फीचर अवेलेबल ही है इंट्राडे के लिए इसका मीनिंग ही इंट्राडे में ही जस्टिफाई हो पाता है लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स के लिए ओसीओ का कोई मतलब नहीं होता है इसके अलावा हमारे पास है कवर ऑर्डर ठीक है कवर ऑर्डर होता है हमारे पास ये भी जनरली जो होता है अपने लॉसेस को कवर करने के लिए इंट्राडे जो ट्रेडर्स होते हैं ये इसको यूज़ करते हैं जो हम लोग समझेंगे कि इंट्राडे ट्रेडर्स इन फीचर्स का इस्तेमाल किस तरीके से अपने लॉसेस को कवर करने के लिए करते हैं और भी बीच-बीच में टर्मिनोलॉजी आएंगी बट ये प्रेडोमिनेंटली है इसका बाद जो है आपके डिस्क्लोज क्वांटिटीज और ये सब धीरे-धीरे सब दिखेगा अभी ठीक स्टार्ट करते हैं मार्केट ऑर्डर देखते हैं मार्केट ऑर्डर यह मार्केट ऑर्डर क्या है मार्केट ऑर्डर का मतलब यह है कि जैसे आपका ये जो एकस एक्सेस होता है ना यह क्या होता है यह टाइम होता है और यह क्या होता है यह शेयर प्राइस होता है यह क्या क्या होता है ये शेयर प्राइस होता है तो यह मार्केट कभी ऊपर ऊपर ऊपर ऊपर ऊपर ऊपर इन द एयर नीचे नीचे नीचे नीचे जमीन में तो ये ऊपर नीचे ऊपर नीचे चलता रहता है ठीक है इस तरीके से ओके ऐसा चलता रहता है तोय मार्केट ऑर्डर क्या होता है मान लो फॉर एग्जांपल हमें किसी एक कंपनी मान लो डॉक्टर रेडीस की बात करते हैं डॉक्टर रेडी लेबोरेटरीज की बात करते हैं मान लेते हैं इनका शेयर प्राइस जो है आज की डेट में लेट अस सपोज 08.30 पैसा पे अभी चल रहा है तुरंत तुरंत चेंज होगा 7083 फिर अगली सेकंड चेंज फिर अगली सेकंड चेंज फिर अगली सेकंड चेंज ये आपको पता है ये क्यों हो रहा है ठीक है बाय योर सेल्फ बाय योर सेल बाय योर सेल चल रहा है तो हम क्या करते हैं जब हमारी विंडो में जब हम वहां पे प्लेस करते हैं कि हमें कितने शेयर्स खरीदने हैं 1 2 3 फर नंबर ऑफ शेयर्स कितने खरीदने हैं और एक शेयर का प्राइस ऐसे हर एक सेकंड ऊपर नीचे ऊपर नीचे हो रहा है हम जब विंडो में सेलेक्ट करते हैं मार्केट ऑर्डर जब हम विंडोज में चाहे वो कोई भी ऐप हो उन सब में फीचर्स होते हैं यह होना जरूरी है तो जब हम मार्केट ऑर्डर प्लेस करते हैं तो उस मोमेंट प जिस मोमेंट पर आपने टच किया उसको कि प्लेस माय ऑर्डर यस एक्सेप्ट उस मोमेंट पे जो भी प्राइस मार्केट की होगी उस प्राइस में यह ऑर्डर एग्जीक्यूट हो जाएगा मान लो यह फ्लकचुएट करते करते आपने जिस मोमेंट पर टच किया प्लेस माय ऑर्डर तो 708 प लेटस सपोज 25 प आया है तो उस मोमेंट पर 7.25 पे यह ऑर्डर एग्जीक्यूट हो जाएगा मतलब यह आपने ऑर्डर बुक से ट्रेड बुक में डाला और ट्रेड बुक में तुरंत ही एग्जीक्यूट भी हो गया बायर्स और सेलर्स बहुत है ना तो व तुरंत मैं आपको दिखाया मैंने आपको किसमें कांट्रैक्ट नोट में किस तरीके से विदन वन सेकंड सब काम हो जाता है तो इस तरीके से ट्रेड एग्जीक्यूट हो जाता है मार्केट ऑर्डर में तुरंत ही एकदम तुरंत उसी वैल्यू पर जो मार्केट में चल रही है कौन यूज करता है मार्केट ऑर्डर जनरली लॉन्ग टर्म जिसको इन्वेस्ट करना है जैसे मान लो मुझे पता है कि डॉक्टर रेड्डी लेबोरेटरी अच्छा डीआरडीओ के साथ टूडीजी जो है यह लेकर के आ रहे हैं और यही उसको मैन्युफैक्चर करने वाले तो भाई डॉक्टर रेडी लेबोरेटरी के शेयर प्राइस लग रहा है बढ़ने वाले अब इसका जो है इंपॉर्टेंस भी बढ़ गया है नेशनल एक जो है काफी फिनोम हो गया डॉक्टर रेड्डीज ऐसे सब लग रहा है न्यूज में देखा मैंने काफी अच्छी पॉजिटिव न्यूज इनको लेकर के आई तो ऐसे में भरोसा बढ़ा तो मैं बोला चलो यार अब ले लेते हैं इनका शेयर तो एक बात बताना कि अब मुझे मैं तो लॉन्ग टर्म सोच रहा हूं ना अब मुझे 78.2 में मिले या 7083 में मिले क्या फर्क पड़ता है पाच पैसा एक पैसा पाच पैसा 10 पैसा पाच पांच पैसे के टर्म्स में चलती है मार्केट की जो लीस्ट काउंट है ना वो फाइव पैसा है तो आपको कभी भी ये जो फाइव 5 पैसे की लीस्ट काउंट में आपको चीजें दिखेंगी पाच पांच पैसा तो मुझे फर्क ही नहीं पड़ता 78.2 में मिले 3 में मिले 4 थोड़ा बहुत ऊपर नीचे हो जाए कोई दिक्कत की बात नहीं है मेरे को मैं कोई बारगेनिंग ही नहीं करना चाह रहा मैं कोई बारगेन हम होते है ना कभी कोई दुकान में जाते हैं कुछ लोगों की आदत होती है बारगेन नहीं करते तो यह वो है नो बारगेन ऑर्डर मार्केट ऑर्डर इज नो बारगेन अच्छा इतना भाव चल रहा है ठीक है उतने भाव में दे दो काम खत्म करो एक साल के बाद देखेंगे इसका क्या हुआ ये वो चीज है सो आई होप यू गट पॉइंट अच्छा इसके बाद आता है कौन सा ऑर्डर एक आता है इसके बाद लिमिट ऑर्डर लिमिट ऑर्डर यह उनके लिए जो लोग मोल भाव करना पसंद करते हैं जिनको कहीं पर भी आपने देखा होगा भले ही चीज सस्ती मिल रही हो लेकिन मोल भाव करना अच्छा लगता है कि थोड़ा मोल भाव करके देख लेते हैं यार कुछ फायदा हो जाएगा क्या दिक्कत है तो जो दो चार पाच छ शेयर लेते हैं ना वो जनरली लिमिट ऑर्डर्स नहीं लगाते वो लोग मार्केट ऑर्डर मेंही लेकर खत्म करते हैं और वो भी वो लोग जो लोग डे या शॉर्ट टर्म नहीं कर रहे वो लोग लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं तो मार्केट ऑर्डर जो लोग लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं वह लोग मार्केट ऑर्डर लगा करके छोड़ देते हैं ज्यादा टाइम खोटी इधर उधर नहीं करते वोह लोग सोचने बचने में पाच पैसा 10 पैसा यह पैसा करके वह नहीं सोचते इतना तोय मार्केट ऑर्डर वो लोग लगा देते हैं लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करने वाले लोग राइट तो ऐसे में लिमिट ऑर्डर फिर कौन लगाता है लिमिट ऑर्डर वो लोग होते हैं जिनको बार बारगेन करना पसंद है या बारगेन करना उनकी जरूरत है जैसे कि फॉर एग्जांपल डे ट्रेडर्स होते हैं इंट्राडे ट्रेडर्स कहते हैं इनको आज ही खरीदना आज ही बेचना है इनको खटाखट खटाखट करना है इन लोग और इनका वॉल्यूम जो है इनका जो वॉल्यूम है यह काफी हाई है यह दो चार शेयर में नहीं 2000 4000 शेयर पर खेलते हैं मार्केट ऑर्डर वो लोग जिनका जो वॉल्यूम टू बी ट्रेडेड है वो काफी कम है पांच शेयर मेरे को खरीदना है हम लोग कौन है हम लोग दो शेयर खरीदेंगे पांच खरीदेंगे 10 खरीदेंगे इससे ज्यादा तो एक बार में खरीदने वाले हैं नहीं हम लोग चाहे कुछ भी हो जाए हमारा वॉल्यूम बहुत कम है तो अगर पाच पाच 1010 पैसे का फर्क पड़ रहा है तो 10 शेयर में ₹ का फर्क पड़ेगा लेकिन अगर ये एक एक हजार दो 2 हजार शेयर्स खरीद रहे हैं बल्क में तो इनके लिए पाच पाच 1010 पैसे विल बी अकाउंटिंग टू अ लॉट ऑफ मनी तो इसीलिए ये लोग यहां पे लो लिमिट ऑर्डर लगाते हैं हम लोग भी चाहे तो हम भी लगा सकते हैं हम भी लगाएंगे कोई दिक्कत की बात नहीं है लिमिट ऑर्डर में क्या होता है जब आप उस विंडो में आते हैं जहां पे आपकी प्राइस वगैरह लिखी रहती है तो आप यहां पे लिखते हैं नंबर ऑफ शेयर्स लेट अस सपोज मैंने टाइप किया मुझे एक शेयर खरीदना है नंबर ऑफ शेयर्स यह हो गए हमारे नंबर ऑफ शेयर्स मैं इसको ऐसे क्यों बता रहा हूं अभी कोई ऐप का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रहा इसलिए नहीं कर रहा क्योंकि मैं आपको एंपावर करना चाहता हूं मैं आपको ना अप स्टॉक्स और जीरोधा में लिमिटेड नहीं रखना चाहता मैं आपको कांसेप्ट बता दूंगा ना तो आप जो भी ऐप हो चाहे आप एंजल ब्रोकिंग यूज़ करते हो चाहे आप अप स्टॉक्स जीरोधा यूज़ करते हो आप सब में बढ़िया से कर जाओगे इसलिए मैं यहां पे कोई ना अभी ऐप नहीं लेकर के आ रहा हूं क्योंकि अपने को लाइव में तो करना ही है लेकिन अगर आप वही बोलते हैं ना कि अ गिव अ मैन अ फिश एंड ही विल ईट फॉर वन डे बट टीच हिम हाउ टू फिश ही विल ईट फॉर द होल लाइफ टाइम तो वही चीज मैं यहां पे करने की कोशिश कर रहा हूं कि सब जगह ऐसे ही होता है इंटरफेस थोड़ा बहुत चेंज हो जाता है ठीक है तो नंबर ऑफ शेयर्स लेट अस सपोज हमें वन परचेज करना है यहां पे सेलेक्ट करने के लिए आता है टाइप ऑफ ऑर्डर तो यहां पे कहीं पे सेलेक्ट करने के लिए कहीं पे क्लिक करने के लिए अलग-अलग तरीके का आता है जैसे मार्केट ऑर्डर लिमिट ऑर्डर आफ्टर मार्केट ऑर्डर ऐसे सब चीजें लिखी रहती है मान लो मैंने लिमिट ऑर्डर को सेलेक्ट कर लिया जैसे ही मैं लिमिट ऑर्डर सेलेक्ट करूंगा ना एक और नीचे एक डायलॉग बॉक्स खुल जाएगा मार्केट ऑर्डर में नहीं खुलेगा मार्केट ऑर्डर में खटाकर बाय खत्म जो मार्केट वैल्यू है दे दो भाई लिमिट ऑर्डर में क्या होगा एक और नीचे एक एक वैल्यू लिखने के लिए रुपीज में एक और खुल जाएगा तो जैसे मान लो अभी जो शेयर्स ट्रेड हो रहे थे 7083 पे थे तो 7083 पे थे आपको लगा कि यार थोड़ा करके देखते हैं ना बारगेनिंग करने में क्या दिक्कत है तो लेट अस सपोज आपने लगा दिया 7550 तो क्या होगा अब यह ऑर्डर लगेगा और यहां पे आप क्लिक कर दोगे प्लेस माय ऑर्डर प्लेस माय ऑर्डर डर या फिर बाय ऑर्डर जो भी यहां पर ऑप्शन होता होगा अलग-अलग एप्स में तो जैसे आप वहां पर क्लिक करोगे ना तो वो ऑर्डर आपका चला जाएगा लेकिन ट्रेड तभी होगा ऑर्डर बुक से ट्रेड बुक में चला गया लेकिन ट्रेड तभी होगा जब यह शेयर प्राइस आप समझ रहे हो उस लिमिट को हिट करेगा तो यह कम कम कम कभी कम कभी ज्यादा हो रहा है ये वैल्यू लेट अस सपोज है 7083 ये वाली वैल्यू है 7083 जब आपने प्लेस किया लेकिन आपने बोला मुझे इतने में नहीं मुझे चाहिए तब जब यह हो 75.5 तो आप देखोगे ऑब्जर्व करो कभी ऊपर जा रहा है बोलोगे अरे अरे मैं महंगा नहीं खरीदूंगा मुझे सस्ता खरीदना है क्या पता लकिली एकदम इसको हिट कर गया टच कर गया लकिली इसको हिट कर गया टच कर गया 75.5 को जैसे ही ये 75.5 को हिट कर जाएगा वैसे ही आपको आपके शेयर मिल जाएंगे इस तरीके से लिमिट ऑर्डर काम करता है तो आपको डिफरेंस समझ में आ गया मार्केट ऑर्डर और लिमिट ऑर्डर के बीच में आफ्टर मार्केट ऑर्डर मैंने बता ही दिया था राइट सो दिस इज द कांसेप्ट ऑफ दस फर्स्ट थ्री टर्म्स तो यहां तक अपन समझ गए आगे अब मैं आपसे सवाल पूछता हूं मान लीजिए कि आज मार्केट जो है वो काफी ज्यादा वोलेटाइल है वोलेटाइल मार्केट किसको बोलते हैं ऐसा ईसा ईसा ईसा मव होता है ना जो उसको बोलते हैं यह ऊपर गया ये नीचे ऊपर नीचे इस तरीके से इसको बोलते हैं वोलेटाइल मार्केट बहुत ऊपर बहुत नीचे बहुत ऊपर बहुत नीचे इस तरीके से चलता है मान लो आज इस तरीके कुछ वोलेटाइल मार्केट है ठीक है इस तरीके के वोलेटाइल मार्केट में आप मार्केट ऑर्डर लगाना पसंद करेंगे या फिर लिमिट ऑर्डर इस केस में वैसे तो यूजुअली हम मार्केट ऑर्डर ही लगा देते हैं क्योंकि हर रोज इस तरह की सिचुएशन होती नहीं है लेकिन अगर ऐसा वोलेटाइल है बहुत तेजी से पांच पॉइंट ऊपर 10 पॉइंट नीचे 5च पॉइंट ऊपर 10 पॉइंट नीचे ये इस तरीका चल रहा है तो ऐसे में जो आप ऑर्डर लगाओगे मार्केट ऑर्डर या फिर लिमिट ऑर्डर ऐसे में लेट अस सपोज हमने मार्केट ऑर्डर लगाया पिछ पीछे हमने वैल्यू क्या ली थी उसी वैल्यू को लेंगे 7083 मान लीजिए कि हमने जो क्लिक किया प्लेस माय ऑर्डर और हमने लगाया मार्केट ऑर्डर हमने लगाया मार्केट ऑर्डर और यहां पे 7083 पे हमने टच किया प्लेस माय ऑर्डर अगले ही सेकंड अगले ही सेकंड मान लो यह मार्केट इतना वोलेटाइल था यह ऑर्डर प्लेस तो हो गया बाय करने का आपने मार्केट को अपनी अ फ्रीडम दे दी कि भाई अब आप डिसाइड करो मेरे को दे दो जो भी मार्केट प्राइस है अगले ही पल मान लो इसका जो बाय प्राइस है वो राइज कर गया और ये बाय प्राइस हो गया 73.3 लो अब जो चीज 708 में मिल रही थी अगले ही पल मार्केट में एकदम से 73.3 हो गई बहुत सारे कारण हो सकते हैं इसके पीछे एकदम से कोई न्यूज़ आ गई मार्केट में और अनफॉर्चूनेटली आप ही उस समय ट्रेड कर रहे थे नुकसान अपना ही हो गया राइट तो यह होता है रेगुलरली जो लोग करते हैं वो इन सब चीजों को कभी-कभी एनकाउंटर जरूर करते हैं और जब ऐसी चीजें होती हैं तो नुकसान हो जाता है क्यों नुकसान हो गया महंगे में खरीद लिए बाय ऑर्डर था ना बाय ऑर्डर था सेल ऑर्डर थोड़ी था सेल अगर ज्यादा में होता है तो अच्छी बात है तो बाय ऑर्डर था तो बाय ऑर्डर था मार्केट ऑर्डर तो यह ज्यादा में बाय हो गया नुकसान हो गया कि नहीं ज्यादा खर्चा कर लिए तो ऐसे कंडीशन पे हमें जब मार्केट वोलेटाइल होता है तो ऐसे कंडीशन पर हमें मार्केट ऑर्डर नहीं हमें लिमिट ऑर्डर लगा देना चाहिए लिमिट ऑर्डर अब ऐसे में थोड़ा सा ऐसा लिमिट ऑर्डर लगाओ कि आपको लगे कि हां भाई मेरा ऑर्डर इतने में एग्जीक्यूट हो जाना चाहिए तो जैसे आपने लिमिट लगा दिया 708 की 00 तो क्या होगा जब यह 78.000000 से तो जब ये 78.000000 वोलेटाइल कैसे कब समझ में आएगा एस अ जनरल रूल जो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज कहते हैं अगर आपको किसी एक शेयर प्राइस में फ्लक्शनल अ सिंगल डे तो समझ जाना उसके शेयर्स आज वोलेटाइल नेचर के हैं वहां पर आप लिमिट ऑर्डर लगाइए 10 पर से ज्यादा मतलब कोई 600 का शेयर था अब 10 पर ऑफ 600 इ 0 वो 40 तक भी जा चुका है आज ही और 660 तक भी जा चुका है आज ही वेरिएशन बहुत यूज है उसकी मीन वैल्यू से उसकी एवरेज वैल्यू से वेरिएशन 10 पर ऊपर 10 पर नीचे जा रहा है तो ऐसे में उसको जनरली ये ऐसा पर परसेप्शन है और ये लोगों में है जो लोग रेगुलरली ट्रेड या इन्वेस्ट करते हैं तो वो कहते हैं वोलेटाइल है लिमिट ऑर्डर लगाओ कहीं नुकसान ना हो जाए आपका अब यहां पे एक टर्म हम इंट्रोड्यूस करते हैं इसको कहते हैं स्लिपेज यह टर्म आप पॉजिटिव स्लिपेज और प्राइसेस नीचे चली गई है तो हम बोलते हैं नेगेटिव स्लिपेज यह फायदा या नुकसान तो आपको देख के समझ में आएगा ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि पॉजिटिव स्लिपेज मतलब फायदा या नुकसान या नेगेटिव स्लिपेज मतलब नुकसान या फायदा ऐसा नहीं है वो डिपेंड करता है आप बाय करने के साइड में हो या फिर आप सेल करने के साइड में हो एक होता है बाय करने वाला मैं हूं यहां पे मैं यहां पे बाय करने के लिए हूं खरीदने के लिए और एक है यहां पे जो सेल करने के लिए अब बाय करने वाला जो है उसके लिए अगर प्राइसेस बढ़ गई तो यह महंगा खरीद रहा है तो इसके लिए पॉजिटिव स्लिपेज खराब हो गया लेकिन जो सेल करने वाला है जो यह सेल कर रहा है वो उसको दे रहा है तो वह महंगे में उसको दे दिया इसका फायदा हो गया तो इसके लिए पॉजिटिव स्लिपेज अच्छा हो गया तो नाम पॉजिटिव स्लिपेज और नेगेटिव स्लिपेज अच्छे बुरे के लिए नहीं है पॉजिटिव स्लिपेज नेगेटिव स्लिपेज है अगर ऊपर की तरफ आपकी वैल्यू मार्केट ऑर्डर आपने प्लेस किया और आपको ऑर्डर जो एग्जीक्यूट हुआ आपकी जो प्लेस करने के टाइम पर जो वैल्यू थी उससे ऊपर की तरफ स्लिप हो गया तो हम कहते हैं पॉजिटिव स्लिपेज हो गया और अगर नीचे की तरफ स्लिप हो गया तो हम कहते नेगेटिव स्लिपेज आ गया ठीक है हम कहते हैं नेगेटिव स्लिपेज आ गया तो पॉजिटिव स्लिपेज ऊपर की तरफ नेगेटिव स्लिपेज नीचे की तरफ पॉजिटिव स्लिपेज में कौन फायदे में रहता है पॉजिटिव स्लिपेज में अगर ऊपर की तरफ बढ़ गया तो यह जो सेल करने वाला है वो फायदे में रहेगा अगर यही सोचो नेगेटिव स्लिपेज हो जाता जैसे आप 7083 पर भी आप खुश थे लेकिन आपने जब प्लेस माय ऑर्डर क्लिक किया यह एकदम 700 प आके आपको मिल गया अब कौन खुश होगा जिसको मिल रहा है बायर वो बोलेगा यस मेरे को सस्ते में मिल गया आ सस्ता इजट इट 8.3 सस्ता मिल गया तो हाईली वोलेटाइल मार्केट में स्लिपेज भी ज्यादा हो सकता है ऐसे में लिमिट ऑर्डर लगा देना चाहिए बात समझ में आई स्लिपेज क्या होता है ऊपर भी जा सकता है नीचे भी जा सकता है अब ये डिपेंड करता है पॉजिटिव स्लिपेज जब होता है तो सेलर ऐसे ऐसे करेगा और जब नेगेटिव स्लिपेज होता है तो फिर बायर उसको सस्ता मिला तो वो ऐसे ऐसे करेगा नेक्स्ट टर्मिनोलॉजी दोस्तों है गैप अप एंड गैप डाउन ओपनिंग गैप अप ओपनिंग एंड गैप डाउन ओपनिंग गैप अप गैप डाउन ओपनिंग मतलब ओपन होना कितने बजे ओपन होता है हमारे लिए हमारी नजरों के सामने कितने बजे दिखता है ओपन होता हुआ मार्केट 915 0 सेकंड्स पे अब मैंने आपको रीजंस बता दिए कि अगर बहुत सारे आफ्टर मार्केट ऑर्डर्स प्लेस होते हैं उसके अलावा जो आपके पोस्ट मार्केट आवर्स होते हैं वहां पर ऑर्डर्स प्लेस होते यह बाय के भी ऑर्डर्स हो सकते हैं सेल के भी ऑर्डर्स हो सकते हैं डिपेंड करता है तो ऐसे में जो पिछले दिन की लास्ट ट्रेडेड प्राइस थी जो पिछले दिन की लेट अस सपोज 3:30 पीएम की लास्ट ट्रेडेड प्राइस थी किसी शेयर की 1250 तो अगले दिन 915 पर जो मुझे दिखाई पड़ेगा हम सबको दिखाई पड़ेगा वो हो सकता है कि यह 1245 भी हो या फिर हो सकता है ू 55 भी हो या फिर कोई और वैल्यू मतलब मैं एक वैल्यू 1250 से कम और यह एक वैल्यू 1250 से ज्यादा दिखाना चाह रहा हूं यह नेक्स्ट डे की बात हो रही है यह है प्रीवियस डे और यह है नेक्स्ट डे ठीक अगले दिन तो यह जो ओपनिंग होती है ना अगले दिन की यह बहुत रेयर है कि बिल्कुल सेम रेट पे ओपन करें हमेशा देखना थोड़ा बहुत डिफरेंस हमेशा आ जाता है हर शेयर प्राइस में मार्केट के खुद के इंडेक्स के सेंसेक्स के और निफ्टी के खुद के जो इंडेक्स में कैसे कैलकुलेट होता है देखेंगे बाद में तो उसके खुद के इंडेक्स में भी हल्का-फुल्का चेंज आने लग जाता है और अगर वोलेटाइल नेचर का मार्केट है कुछ बैड न्यूज है कुछ हो गया है सरकार गिर गई है तो ऐसे में जबरदस्त चेंज भी आ सकता है अगले दिन राइट तो ऐसे में देखिएगा अगर 1250 से 1245 हो गया ना तो हम इसको क्या नाम देंगे यस समझ गए क्या नाम देंगे गैप डाउन ओपनिंग क्या हुई गैप डाउन ओपनिंग हुई और अगर 1250 से 1255 हो गया तो क्या बोलेंगे गैप अप ओपनिंग क्यों पढ़ते हैं हम लोग इतना सब इंटेलिजेंट इन्वेस्टर बनने के लिए हां जी सिर्फ मार्केट में पैसा नहीं लगाना है जब एनालिसिस होगी इकोनॉमिक टाइम्स पढ़ोगे बिजनेस स्टैंडर्ड पढ़ोगे सीएनबीसी में चार लोग राउंड टेबल में बैठे हैं मैंने बता रखा है उसको देखोगे तो समझ में आनी चाहिए चीजें इंटरप्रेट करने आनी चाहिए लाइफ का भी फायदा यही है हम बार-बार जब इन टर्म्स को यूज करेंगे ना तो आपकी ये आदत बन जाएगी कोई भी चीज को हम बार-बार करते हैं एक बार समझा दिए बार-बार उस चीज को जब लाइव में प्रैक्टिस करेंगे लाइव किस लिए है इन सब चीजों को प्रैक्टिस करने के लिए है पूरे हफ्ते भर का बताऊंगा मैं कि किस तरीके से क्या-क्या हुआ है तो यह आपकी आदत में आ जाएगा जैसे स्विमिंग करें दो दिन स्विमिंग करोगे क्या दो दिन में पूरा सीख जाओगे क्या एक दिन साइकलिंग करके पूरी सीख जाओगे नहीं आपको रोजाना प्रैक्टिस करनी पड़ेगी तो जब तक के आपकी आदत में ना आ जाए तो वही काम हम लोग लाइव में करने वाले हैं इसलिए लाइव को देखना है मिस नहीं करना है लाइव अवेलेबल रहेगा ऐसा नहीं है कि आपको उसी टाइम पे लाइव रहना है अवेलेबल रहेगा आपके ऐप में वो लाइव जो है वो दिखाई देने लग जाएगा ठीक है ऑलराइट तो ये गैप अप गैप डाउन ओपनिंग के बारे में बात हुई समझ गए आप कभी गैप अप भी हो सकता है कभी गैप डाउन भी ओपनिंग हो सकती है नेक्स्ट है मेरे दोस्तों बहुत ही इंपॉर्टेंट स्टॉप लॉस ऑर्डर स्टॉप लॉस ऑर्डर स्टॉप लॉस का मतलब है नुकसान को रोको यह एक ऐसा ऑर्डर है जो आपके नुकसान को रोकने के लिए लगाया जाता है ऐसे में मान लीजिए आपने कोई शेयर खरीदा है आपने कोई शेयर खरीदा है लेट अस सपोज व शेयर ने आपके कितने पैसे खर्च कराए लेट अस सपोज वन शेयर वास 750 पर शेयर आपने ब सारे शेयर्स खरीद लिए होंगे एक शेयर की वैल्यू मान लो 50 थी मान लो आपने 1000 शेयर खरीद लिए अब आप इसको पूरा समय देखते रहोगे क्या कि बढ़ेगा 75.5 होगा पर शेयर तो खुश हो जाओगे जैसे ही 7493 पे आया ओ नो यह क्या हो रहा है टेंशन में आ जाओ ऐसे थोड़ी करते रहोगे आप यहां पर चेक करोगे देखो क्या होता है जैसे आप चीजें नहीं डील कर सकते बिकॉज पीपल आर नॉट पेशेंट इनफ इन तो खुश हो जाओगे नीचे जाएगा तो अरे क्या हो रहा है क्या हो रहा है क्या हो रहा अरे यार अरे यार क्या हो रहा है नुकसान हो रहा है नुकसान हो रहा है तो यहां पे हमें समझना होगा रिस्क तो है लेकिन हमारी रिस्क एपेटाइट कितनी है हमारी रिस्क एपेटाइट कितनी है मैं हमेशा खुद से एक सवाल करता हूं मेरी रिस्क एपेटाइट ऑन अ मंथली बेसिस कितनी है मेरी रिस्क एपेटाइट ऑन अ मंथली बेसिस कितनी है मैं एकदम फिक्स अपना रेशो बना चुका हूं मेरी रिस्क एपेटाइट जो है वो ये है 1 100 की ऐसा कोई टर्म नहीं होती रिस्क एपेटाइट आपकी एपेटाइट मतलब कितना खाना खा सकते आप कितना रिस्क ले सकते हो मैं हर अपने ₹1 पे ₹ का रिस्क ले सकता हूं यह मेरी रिस्क एपेटाइट है मतलब अगर मैं 1 पर अपना लूज भी कर दूं तो मुझे दुख नहीं होता है यह मेरी रिस्क एपेटाइट है मतलब हर 000 के शेयर पे मेरी रिस्क टाइट ₹ की ही होती है यह मेरे जीवन का एक नियम है और आई थिंक आप लोगों को भी नियम बना लेना चाहिए कभी भी आपका 1 पर से ज्यादा लॉस नहीं होगा और अगर मल्टीपल पोर्टफोलियो होंगे आपके कंपनी में ब आपके पोर्टफोलियो में बहुत सारी कंपनीज होंगी तो कहीं पर अगर 1 पर का नुकसान आपका होगा तो कहीं पर 4 पर का फायदा भी होगा ओवरऑल फायदे में रहोगे समझे मैंने लॉरिस लवस का एग्जांपल लिया था उसे क्लियर हुआ था तो मेरी रिस्क एपेटाइट जो है वो ये रहती है 1 100 आई कैन रिस्क इट 1 पर जैसे एग्जांपल के तौर पे 750 में कर रहा था मैं इसको इजी कर देता हूं मैं इसको अ 000 का शेयर कर देता हूं इट विल बी वेरी वेरी क्लियर ₹1 पर शेयर मैंने परचेज किया आपने परचेस किया अब आप क्या करोगे ना आप एक सेल ऑर्डर डाल दोगे आपको बेचना तो नहीं है आपको बेचने का मन भी नहीं है लेकिन आप फिर भी सेल ऑर्डर डाल दोगे आप क्या करोगे एक सेल ऑर्डर डाल दोगे आपको लगेगा कि अरे यार ये शेयर ना नीचे जा सकता है मेरी रिस्क एपेटाइट है 1 पर की हर 100 में एक रप तो हज में कितने रुपए र मैं क्या करूंगा मैं एक सेल ऑर्डर इसमें प्लेस कर दूंगा सेल ऑर्डर प्लेस कर दूंगा और उस सेल ऑर्डर में जो है स्टॉप लॉस लगा दूंगा उसमें स्टॉप लॉस सेल ऑर्डर में स्टॉप लॉस लगा दूंगा मैं सेल ओबवियसली करना चाहूंगा एट अ हायर प्राइस क्या मैं सेल ऑर्डर जो है वो सेल ओबवियसली एट हायर प्राइस करना चाह तो ये जो क्या होगा जब आप सेल का विंडो ओपन करोगे अब आपने अब हमने बाय का विंडो नहीं ओपन किया अब हमने सेल वाला विंडो ओपन किया जब आप सेल का विंडो ओपन करेंगे तो यहां पे पूछेगा कितने प्राइस में सेल करना चाहते हो ओबवियसली मैं यहां पर लिखूंगा 000 मैंने शेयर खरीदा है अगर मुझे इसके 00 मिल जाते हैं तो मैं इसको सेल कर दूंगा आज मिले तो ठीक है नहीं मिले तो कल मैं फिर से इसको प्लेस करूंगा कल क्यों फिर से प्लेस करू करूंगा क्योंकि बाय डिफॉल्ट जितने भी ब्रोकर्स आपके ऑर्डर्स को प्लेस कराते हैं व सारे ऑर्डर्स जीटीडी ऑर्डर्स होते हैं मतलब वो होते हैं गुड टिल डे गुड टिल डे ये ऑर्डर्स होते हैं मतलब आपका ऑर्डर जो आपने सेल ऑर्डर आज दिया है तो आज अगर 1200 तक हिट कर गया तो हम आपको सेल कर देंगे इसको ऑटोमेटिक यह सेल आउट हो जाएगा यह ब्रोकर कंप्यूटराइज्ड वे में खुद बखुदा आपको वहां पे आखें गड़ा के देखने की जरूरत नहीं होती तो ऐसे में जैसे ही ये हिट करेगा 1200 को हज से बढ़ते बढ़ते बढ़ते बढ़ते 1200 को हिट करेगा नंबर ऑफ शेयर्स कितने सेल करने हैं वो यहां पर लिख देंगे लेट अस सपोज मैंने 10 शेयर परचेस की मैं पूरे 100 के 100 देना चा चाहूंगा तो यहां पे नंबर ऑफ शेयर्स कर देंगे और यहां पे एक और ऑप्शन रहेगा मार्केट ऑर्डर लिमिट ऑर्डर और एक होगा स्टॉप लॉस ऑर्डर मार्केट ऑर्डर में आप ये नहीं लिख पाओगे मार्केट डर में जो प्रीवेलिंग प्राइस है उसपे बेज दो खत्म बात अभी हम बात करें स्टॉप लॉस ऑर्डर की तो जब आपने एसएल यानी कि स्टॉप लॉस सिलेक्ट किया होगा कहीं ना कहीं मेन्यू में यहां पे होगा तो स्टॉप लॉस सेलेक्ट करेंगे तो आपसे एक वैल्यू और पूछेगा क्या पूछेगा एक और वैल्यू एक वैल्यू यह पूछेगा कि आप कितने पे अपने लॉस को स्टॉप करना चाहते हैं तो मैं यहां पे टाइप कर दूंगा यहां पे क्या लिखूंगा अगर 000 में एक शेयर लिया है मैंने रिस्क एपेटाइट मेरी 1 100 रखता हूं कभी-कभी मैं ढ़ पर प भी चले जाता हूं जब मुझे भरोसा रहता है शेयर्स पे तो ऐसे में मैंने यहां पे डाल दिया 990 तो अब क्या होगा आपको पता है अगर उस दिन 1200 को टच कर गया तब तो सेल हो जाएगी इसमें केसेस बन जाएंगे अगर 1200 को टच कर गया तो फायदे में हमारा सौदा हो गया हमने बाइक हमने सेल आउट कर दिया किसी ने खरीद लिया अगर उस दिन अनफॉर्चूनेटली यह 1000 से नीचे आ गया तो 990 के आते ही यह सेल हो जाएगा अब 990 से थोड़ा सा ऊपर भी हो सकता है 990 से थोड़ा सा नीचे भी हो सकता है उसको क्या बोलोगे आप फिर से स्लिपेज देखो 990 हिट किया अब उस सेकंड पे 990 प अपने को मिल भी सकता है नहीं भी मिल सकता है जब ऑर्डर फाइनली एग्जीक्यूट हुआ हो सकता है वो 99.1 हो गया हो हो सकता है वो 989 प थोड़ा कम 8 हो गया हो थोड़ा कम हो गया तो जो भी हमारे स्टॉप लॉस ऑर्डर में जो हमने वैल्यू प्लेस की उससे जो हल्का-फुल्का ऊपर नीचे होगा वेरिएशन उसको भी हम क्या बोलेंगे स्लिपेज कहेंगे स्लिपेज समझे तो यह स्लिपेज जो है यहां पे ऊपर भी हो सकता है पॉजिटिव भी हो सकता है नेगेटिव भी हो सकता है यहां पे अगर स्लिपेज होता है पॉजिटिव यानी कि वो बिक जाता है 992 में तो ऐसे में पॉजिटिव स्लिपेज है तो अपना थोड़ा सा नुकसान कम हुआ नुकसान अभी भी हुआ क्योंकि हमने 1000 में परचेज किया था 992 में बेचा है नुकसान अभी भी हुआ लेकिन थोड़ा कम हो गया थोड़ा रिस्क मिटिगेट हो गया सिमिलरली अगर 99.8 पे होता है सेल अभी हम सेल ऑर्डर कर रहे हैं बेच रहे हैं तो 99.8 पे एग्जीक्यूट होता है तो नुकसान थोड़ा सा ज्यादा हो गया यह स्लिपेज तो होगा इनएविटेबल है मतलब ये थोड़ा बहुत ऊपर की तरफ नीचे की तरफ पॉजिटिव और नेगेटिव स्लिपेज होगा लेट इट बी कभी-कभी नहीं भी होता है कभी-कभी थोड़ा दो दो सेकंड के लिए भी अगर प्राइस वही रह गई ठीक है तो नहीं भी होगा मे बी ऑलराइट सो इस तरीके से यहां पर स्लिपेज होता है तोय जो स्टॉप लॉस होता है ना यह आपके लॉस को फरदर नीचे जाने से रोकता है मान लो चार घंटे हम क्लास में रहे बच्चों के डाउट्स क्लियर करने लग गए उसके बाद खाने में बिजी हो गए कुछ और काम करने में लग गए रात को देख रहे हैं पता चला यह शेयर प्राइस आ चुकी 600 ओ तेरी गड़बड़ हो गई कि नहीं तो इसीलिए यह जीटीडी यानी कि गुड टिल डे इसमें ऑप्शन रहता है जब अपन सॉफ्ट पाएंगे तो ये सब ऑप्शन आपको दिखाई पड़ेंगे अलग-अलग जीरोधा में अलग तरीके से दिखाई पड़ेगा अब स्टॉक्स में अलग तरीके से दिखाई पड़ेगा तो गुड टिल डे जीटीडी ऑर्डर होगा मतलब उस दिन तक वो वैलिड होगा अगर नेक्स्ट डे नीचे आ गया तो कुछ नहीं नेक्स्ट डे भी फिर से वही ऑर्डर आपको प्लेस करना पड़ जाएगा अगर आपको उस कंपनी पर ज्यादा भरोसा नहीं है लग रहा है नीचे जाने वाली है तो उस कंपनी का आप स्टॉप लॉस ऑर्डर लगा के रख दो उस दिन के लिए भी तो जै जैसे ही वो नीचे जाएगा आपकी रिस्क एपेटाइट के हिसाब से आपने लगा दिया वो गुड टिल डे अगर उस दिन तक के अगर वहां पर टच हो गया तो सेल आउट कर देगा और फायदा होगा तो अच्छी बात है 1200 प भी सेल कर देगा आप बोलोगे भैया मेरे लिए ना मैंने 1000 में खरीदा था 1200 हो रहा है 00 के प्रॉफिट में आई एम वेरी मच हैप्पी पर शेयर आई एम वेरी मच हैप्पी 00 पर शेयर मैंने मान लो 10 शेयर लिए टोटल मुनाफा 000 का हो गया आई एम वेरी मच हैप्पी विद दैट लेट्स डू दैट तो इस तरीके से यह गुड टिल डे होता है एक और ऑर्डर होता है जो कि ब्रोकर्स यूज नहीं करते जीटीसी ऑर्डर इसको बोलते हैं गुड टिल कैंसल ऑर्डर गुड टिल कैंसल में क्या होता है अगर आज नहीं हुआ तो कल हो जाएगा कल नहीं हुआ तो परसों हो जाएगा मतलब तब हो जाएगा जब फाइनली मतलब आप खुद कैंसिल ना करो वो तब होगा जब आप खुद कैंसिल ना करो तो ये होता है गुड टिल कैंसिल ऑर्डर मतलब ये ये एक्टिव रहेगा ऑर्डर जब तक कि आप खुद कैंसिल ना करें इसमें कभी-कभी क्या है नुकसान भी हो जाता है जैसे मान लो अगर आपने अगले दिन मान लीजिए अपना मन बनाया कि नहीं यार आज कंपनी की पॉजिटिव न्यूज है आज मैं इसको सेल नहीं करता और क्या हुआ स्टॉप लॉस ऑर्डर में यह ऐसा हो गया देखो आपने ध्यान नहीं दिया हज का शेयर आपने ले रखा था यह 000 की वैल्यू है यह हॉरिजॉन्टल हुआ यूं कि यह इससे नीचे आया और बिल्कुल 990 को टच करके ऊपर भाग गया वो बोले ओ तेरी यार एक तो मेरा नुकसान भी हो गया ऊपर से शेयर भी ऊपर चला गया तो कभी-कभी हम भूल जाते हैं कि अरे हमारा तो गुड टिल कैंसल ऑर्डर लगा हुआ है तो ऐसे में ब्रोकर्स से गुड टिल कैंसिल देते ही नहीं वो बोलते हैं अगर आपको आज लगता है क क्योंकि हर रोज न्यूज़ बदलेगी हर रोज मार्केट का एनालिसिस का बिहेवियर मार्केट का बिहेवियर बदलेगा तो हर रोज आप ऑर्डर लगाओ ना क्या दिक्कत है तो इसलिए जितने भी ब्रोकर्स होते हैं वो जीटीडी अलाउ करते हैं बाय डिफॉल्ट जितने भी ब्रोकर्स होंगे आपका ऑर्डर बाय द एंड ऑफ द डे अगर 990 को टच नहीं किया या 1200 को टच नहीं किया मतलब सेल भी नहीं हुआ 1200 पे अपर लिमिट पे भी और लोअर लिमिट पे भी नहीं गया तो ऐसे में वो ऑर्डर वहीं पे कैंसिल हो जाएगा आपके पास आपके डीमेट अकाउंट में वो शेयर जैसे थे वैसे पढ़े रहेंगे आप चाहो तो कल फिर से वही ऑर्डर प्लेस कर दो गॉट वेरी क्लियर समझ में आ गया अच्छे से यस सो दैट इज व्हाट इज स्टॉप लॉस ऑर्डर इसी स्टॉप लॉस ऑर्डर में एक और फीचर हो होता है जो कि कहलाता है ट्रिगर प्राइस क्या कहलाता है ट्रिगर प्राइस ट्रिगर ट्रिगर क्या होता है बंदूक में ये ट्रिगर ऐसे करते हैं और फिर ढिचक ऐसे करते हैं ये होता है ट्रिगर तो ट्रिगर एक बार लग गया मतलब एक्टिवेट हो गया वो ट्रिगर है ट्रिगर लग गया एक्टिवेट हो गया तो ऐसे में देखो बात समझो ट्रिगर प्राइस भी कई बार आप लगा सकते हो कैसे लगाओगे ट्रिगर प्राइस कब लगाओगे ट्रिगर प्राइस पहले आप यह समझ लो क्या होगा जैसे फॉर एग्जांपल ₹1 में हमने शेयर को बाय किया हम अपना लॉस जो है 990 से नीचे नहीं आने देना चाहते तो हमने अपना स्टॉप लॉस का यह लगा दिया लिमिट स्टॉप लॉस का कि 990 पे आते ही ऑटोमेटिक सेल ऑफ हो जाएगा लेकिन अब नेगेटिव स्लिपेज यानी कि और भी नीचे जा सकती है शेयर की वैल्यू आपको और नुकसान हो सकता है और नीचे जा सकती है वैल्यू क्या पता स्लिप हो कर केयह शायद 985 पे आ गया और फाइनली जो आपको इसकी वैल्यू मिली वो मिली 985 ऐसे में नुकसान और हो गया कि नहीं इसलिए काम आती है ट्रिगर प्राइस जो कि इन दोनों के बाय ऑर्डर जो आपने बाय कर लिया है अब आप इसको सेल करना चाहते हो अब आप क्या करना चाहते हो इसको सेल करना चा आपने खरीद रखा है अब आप सेल करना चाहते हो तो आप जब सेल करना चाहते हो तो आप यह करोगे कि भाई मेरा शेयर प्राइस स्लिपेज के कारण और नीचे ना चला जाए स्लिपेज के कारण और नीचे ना चला जाए तो आप बीच में लगाएंगे ट्रिगर प्राइस जैसे मैं ट्रिगर प्राइस जो है जनरली जनरली नियर टू स्टॉप लॉस लगा देता हूं नियर टू स्टॉप लॉस यानी कि जैसे कि 992 पे ट्रिगर प्राइस लगा दिए ट्रिगर मतलब यह होता है कि 992 के टच होते ही अब 990 का इंतजार नहीं करेगा 992 के टच होते ही यह ऑर्डर बुक से निकल के ट्रेड बुक में घुस जाएगा और फिर जो भी मार्केट में प्राइस आपको मिलेगी उसपे यह ट्रेड हो जाएगा उसपे यह बिक जाएगा यह ट्रिगर का फायदा होता है तो आपकी स्टॉप लॉस तो यह है आप 990 पे स्टॉप करना चाहते हो लेकिन अगर मार्केट बहुत वोलेटाइल है तो ये ट्रिगर वाला कि वो ऑर्डर बुक से ट्रेड बुक में कब भेजे कब आप एक्सेप्ट करते हो उस चीज को तो यह बेसिकली आपका एक्सेप्टेंस है कि ठीक है ऑर्डर बुक से ट्रेड बुक प आप 992 पे ही भिजवा दो फिर अगर मान लो 990 प आके स्लिप होक मिल जाता है तो भी अपना इतना ज्यादा नुकसान नहीं होता जितना 985 तक पहुंचने पे होता तो ये बेसिकली होता है ट्रिगर प्राइस कब लगेगा कैसे लगेगा ट्रिगर प्राइस ये जब हम लोग लाइव कर रहे होंगे ना पूरा प्रैक्टिकल एकदम तब इसको लगाया करेंगे ऑल राइट अच्छा चलो अब आगे बढ़ते हैं और भी टर्मिनोलॉजी है वो देखते हैं नेक्स्ट ऑर्डर इज सिंघम ऑर्डर सिंगम मूवी देखे हो सिंघम मूवी में क्या बोलता है अभी के अभी बोलता है कि नहीं एकदम भारी आवाज में अभी के अभी इस तरीके से बोलते है वो सिंघम ऑर्डर है बेसिकली सिंघम ऑर्डर में क्या होता है आईओ सी होता है नाम सिंघम ऑर्डर नहीं है यह समझने का तरीका है तो यह बेसिकली ऑर्डर का नाम है आईओसी आईओसी का मतलब है इमीडिएट अभी दो नहीं तो रहने दो अभी दो नहीं तो रहने दो अभी दो नहीं तो रहने दो मतलब जो भी मार्केट में प्राइस हमने रखी है जो भी प्रिवेट वैल्यू है जिस पर हमने प्लेस किया है पुश किया है हमको उस परे अभी चाहिए अगर मैं आईओसी में क्लिक करता हूं जैसे मार्केट ऑर्डर लिमिट ऑर्डर है तो आईओसी ऑर्डर भी होता है तो आईओसी में जब क्लिक करता हूं तो 708 मान लो 3 वैल्यू है और इस पे ही मैंने टच किया कि प्लेस माय ऑर्डर प्लेस ऑर्डर मुझे इसी पर खरीदना है मे बी शायद इसी पर बेचना है अभी मिलेगा तो अभी खरीदना है राइट और नहीं तो कैंसिल कर देना है अभी दो या तो रहने दो तो जैसे ही प्लेस ऑर्डर पर हम टच करेंगे क्लिक करेंगे तो व 7083 पे ही ट्रेड होना चाहिए ना उससे ऊपर ना ही उससे नीचे अभी अगर होता है तो इमीडिएट अभी करो नहीं तो कैंसिल करो इमीडिएट और कैंसिल ऑर्डर जो होते हैं आईओसी ऑर्डर होते हैं बाय डिफॉल्ट मार्केट होते हैं ये बाय डिफॉल्ट मार्केट ऑर्डर ही होते हैं लेकिन मार्केट ऑर्डर में थोड़ा स्लिपेज हो सकता है ऊपर नीचे इमीडिएट और कैंसल ऑर्डर में स्लिपेज आप अलाउ नहीं करते आप बोलते अभी दो नहीं तो रहने दो राइट तो ये मार्केट ऑर्डर में थोड़ा बहुत स्लिपेज की चांस होती है लेकिन इसमें स्लिपेज की चांस नहीं होती यही केवल डिफरेंस है है क्या लिमिट ऑर्डर जो होते हैं वो आईओसी हो सकते हैं क्या लिमिट ऑर्डर जो होते हैं वो आईओसी हो सकते हैं क्या लॉजिकली सोचना लिमिट ऑर्डर क्या होता है लिमिट ऑर्डर होता है कि जैसे मुझे मान लो बाय करना है अभी प्राइस आ रही है 7083 7.30 मैंने बोला मुझको चाहिए ये लेट अस सपोज मैं थोड़ा एजरेट करके बोल रहा हूं मुझको चाहिए 00 में 4.50 पे मुझको चाहिए अभी दो नहीं तो रहने दो तो सामने से बो गा कंप्यूटर भैया रहने दो अभी वो प्राइस नहीं है तो कभी भी लिमिट ऑर्डर जहां पे आप खुद की वैल्यू डाल रहे हो जहां पर आप खुद की वैल्यू इंसर्ट कर रहे हो मतलब आप एओ लगा रहे हो लिमिट ऑर्डर लगा रहे हो क्या वो कभी आईओसी हो सकता है नहीं हो सकता है आपने जो वैल्यू लगाई है आपने जो वैल्यू लगाई है अब आप बोलोगे मुझे इसमें दो नहीं तो रहने दो तो वो सामने से बोलेगा ठीक है रहने दो नहीं है वो उस उस वैल्यू पे ही नहीं है हम अभी तो अभी दो नहीं तो रहने जब टच होगा तभी मिल पाएगा उस वैल्यू पे 4.5 पे तो ऐसा है इसका पूरा का पूरा कांसेप्ट आईओसी का राइट आईओसी और मार्केट में क्या डिफरेंस है बेसिक मार्केट ऑर्डर में स्लिपेज हो सकता है आईओसी में जो है स्लिपेज होने की कोई गुंजाइश होती ही नहीं है राइट ऑलराइट दोस्तों सो आई थिंक कि हमने इस सेशन में बहुत कुछ सीखा बहुत सारी नई टर्म सीखी अगले सेशन में हम लोग बात करने वाले हैं शॉर्ट सेलिंग के बारे में कवर ऑर्डर के बारे में ब्रैकेट ऑर्डर के बारे में और भी बहुत सारी बातें तो वो होगा हमारा पार्ट टू ऑफ अवर फाइनेंशियल एंड टेक्निकल एनालिसिस ऑलराइट और इसी तरीके से हम लोग आगे बढ़ते जाएंगे और फिर लाइव में इन सब चीजों की हम प्रैक्टिस करके आपको आदत डलवा देंगे इट्स ऑल अबाउट अवर हैबिट्स इजन इट हमारी अगर हैबिट्स हो जाएं डल जाएं तो हमें ये चीज फिर बड़ी लगेंगी ही नहीं ना फिर तो हमारे लिए रोजमर्रा का काम हो जाएगा कि आधा घंटा बैठ के देख तो लू शेयर मार्केट में फिर ये कॉमन हो जाएगा इस तरीके से ऐसे ऐसे कोई गेम खेलते हो उसको सीखने में लेआउट समझने में थोड़ा टाइम इन्वेस्ट करते हो कि नहीं करते हो ना जैसे अब फॉर एग्जांपल किसी ने फर्स्ट टाइम कोई पबज खेला कैंडी क्रश खेला कोई भी गेम खेला अरे पाच मिनट तो लगेगा उसको प्ले बटन कहां है करते क्या है वो सब सीखने में तो कुछ तो लगता है समय किसी चीज और फिर धीरे-धीरे हम उसमें एक्सपर्ट होते जाते हैं खेलने में भी वैसे ही यहां पे भी एक बार समझने की बात है और हमारा फाइनेंशियल नॉलेज जब अच्छा हो जाएगा तो ऐसे में हम इसको धीरे-धीरे अप्लाई करेंगे ना जब आदत में लेकर के आएंगे तब हमारे लिए चीजें फिर आसान हो जाएंगी रोजमर्रा की बात होगी ऑलराइट दोस्तों सो दिस इज ऑल देयर इन दिस पर्टिकुलर सेशन जय [संगीत] हिंद मेरे प्यारे दोस्तों सो लास्ट लेक्चर में आई होप आपको मजा आया होगा इसके पार्ट वन में अब आप टेक्निकली और साउंड होते जा रहे हो सीखते जा रहे हो शेयर मार्केट की इंटरनल डिटेल्स को पकड़ रहे हो और आप जो है किसी से बातचीत अगर करोगे या किसी को बोलोगे आजा यार मैदान में मैं भी देखूं तुम्हारा शेयर का नॉलेज कितना है तो यार इस कोर्स के बाद जो है आप पछाड़ दोगे यस दिल से पढ़ा रहा हूं मैं दिल से कोर्स बना रहा हूं आप लोगों के लिए सिर्फ और सिर्फ आप लोगों के लिए यस क्योंकि आप लोगों ने बहुत एक ट्रस्ट किया है और वही चीज आई होप आपको मिल रही है लाइव में भी हम इन्हीं सब चीजों पर और भी प्रैक्टिस कर रहे होंगे और वहां पर जो गलतियां हो सकती हैं जो आदतें डेवलप हो सकती हैं तो वह सब आदतें भी डेवलप करेंगे और गलतियां भी पकड़ने की कोशिश करेंगे राइट फाइनेंशियल एंड टेक्निकल एनालिसिस आगे देखते हैं इसमें हम पिछले सेशन में कुछ ऑर्डर्स के बारे में बात कर रहे थे राइट उन्हीं ऑर्डर्स के बारे में और आगे भी चर्चा करेंगे बट उनको आगे बढ़ाने से पहले कुछ और भी बातें हैं जो अभी हमें करनी है फिर वह ऑर्डर्स भी आगे बढ़ेंगे ऑलराइट जैसे कि कवर ऑर्डर है राइट ओसीओ ऑर्डर होता है राइट वन कैंसल्स द अदर कहते हैं उसको ओ सीओ वन कैंसल्स द अदर यह कहते हैं तो यह सब चीजें प्रैक्टिकल में भी करेंगे और थ्योरी में भी करेंगे बट वो सब चीजें करने से भी पहले की अभी बात हो रही है वो बेसिक जो चीजें थी जो मार्केट ऑर्डर लिमिट ऑर्डर स्टॉप लॉस मार्केट ऑर्डर स्टॉप लॉस लिमिट ऑर्डर ट्रिगर यह सारी की सारी चीजें आपको बता दी गई यह जो चीजें हैं यह सारी अभी के लिए सही है लेवल थोड़ा आगे और बढ़ेगा जब हम सीओ ओ सीओ वगैरह में जाएंगे जब हम ट्रेडिंग वगैरह पे जाते हैं तो जनरली स्टॉप लॉस लगता है ट्रेडिंग जो लोग करते हैं ना वो लोग स्टॉप लॉस का हमेशा यूज करते हैं जनरली अगर आपको लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करना है कि यार दो-तीन साल के लिए चलो भारतीय मैं जो इंफॉर्मेशन दे रहा हूं उसके लिए मुझे रिस्पांसिबिलिटी लेनी पड़ेगी तो मैं नहीं चाहता कि आप लोग ट्रेडिंग में लग जाए तुरंत तुरंत विदाउट हैविंग द बैकग्राउंड नॉलेज ऑफ दैट तो उन ऑर्डर्स को भी अपन देखेंगे बाद में ठीक है अब समझते हैं बीएससी और एनएससी के बारे में हम जान रहे हैं कि बीएसई होता है बम्बे स्टॉक एक्सचेंज एनएससी होता है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज बीएससी का जो इंडेक्स हो होता है उसको हम लोग कहते हैं सेंसिटिविटी सेंसिटिविटी इंडेक्स और जो एनएससी का जो इंडेक्स होता है उसको कहते हैं एनएससी एनएसई टॉप 50 एनएसई टॉप 50 अब इतना लंबा बोलने से अच्छा है लोगों ने क्या किया इसको इसको शॉर्ट कर दिया ओवर पीरियड ऑफ टाइम वो चलन चल पड़ा सेंसिटिविटी इंडेक्स से सेंसिटिविटी वर्ड से सेंस ले लिया इंडेक्स से x ले लिया और ऐसा करके इसका जो नाम पड़ गया वो पड़ गया सेंसेक्स ये एक इंडेक्स है क्या है ये एक इंडेक्स है जो कि हमें शेयर मार्केट में ये जो सेंसेक्स की वैल्यू ऊपर गई नीचे गई तो ये इंडेक्स से पता लगता है एनएसी टॉप 50 को शॉर्ट करके लोगों ने n यहां से उठा लिया 50 का इफ्टी लेकर के इसको बना दिया निफ्टी निफ्टी के साथ लोग जनरली निफ्टी 50 भी जोड़ देते हैं बट उसकी आवश्यकता नहीं होती है अंडरस्टूड है कि अगर निफ्टी वैल्यू है तो वह टॉप 50 कंपनीज का ही होता है ऑलराइट स्टेप बाय स्टेप चलेंगे और थोड़ा सा टेक्निकल पे जाएंगे फाइनेंशियल एनालिसिस पर जा रहे हैं सबसे पहली चीज यहां पर हमें यह समझना है कि मार्केट कैप किसको कहा जाता है किसी भी कंपनी का किसी भी कंपनी का मार्केट कैप कैप जो है वह है शॉर्ट है कैपिट इजेशन का मार्केट कैपिट इजेशन मार्केट कैपिट इजेशन मार्केट कैप या मार्केट कैपिट इजेशन का मतलब क्या होता है कि रफ अगर मुझे आज की डेट में वो कंपनी को बाय करना है रफल वर्ड इ इंपोर्टेंट यर इट नट इसका डिटेल कैलकुलेशन आप गर एमबीए वगैरह में करते हैं कॉमर्स बैकग्राउंड वाले जो होते हैं वो लोग करते हैं लेकिन हां इसको हम लोग अपने समझने के लिए यह कहते हैं कि रफल इफ द कंपनी इज टू बी बट इफ द कंपनी इज टू बी बॉट दिस मच मनी विल बी रिक्वायर्ड दिस मच मनी विल बी रिक्वायर्ड जितना उसका मार्केट कैपिटल इजेशन है मतलब अगर आपको कंपनी खरीदनी है रफल और अगर आप एग्जैक्ट भी कैलकुलेशन पे जाओगे अभी तो मैंने रफल लिखा है एग्जैक्ट कैलकुलेशन प भी जाओगे तो हार्डली 57 पर का फर्क पड़ता है इसमें कुछ और भी एसेट्स की गिनती वगैरह कर दी जाती है जैसे कि लैंड वगैरह है जो शेयर्स के फॉर्म में ट्रेड नहीं हो रहा जैसे मान लो एसबीआई है एसबीआई ने लैंड खरीदा था 00 पर स्क्वायर यार्ड कब 1950 में कोलकाता में आज वह एक प्राइम लोकेशन पर बहुत बड़ा एक इमारत है और साथ ही साथ वो तो 00 में खरीदा था आज उसकी वैल्यू जो है वह 2000 करोड़ रुपए हो चुकी है पूरी इमारत की वैल्यू और उस जगह की लोकेशन की वैल्यू तो कुछ ऐसी चीजें होती हैं जो कि आप मार्केट कैप में नहीं देख पाते मार्केट कैप में बहुत सारी चीजें नहीं देख पाते तो यह ऊपर नीचे 5 से 7 पर होता है बट एक रफल हम यह कह सकते हैं कि इफ द कंपनी इ टू बी दिस मच मनी विल बी रिक्वायर्ड एग्जांपल लेते हैं आ जाओ एग्जांपल लेते हैं और मार्केट कैप देखने की कोशिश करते हैं कुछ कंपनीज की ऑलराइट इसको ओपन किया जाए एंड यहां पर आते हैं हम मनी कंट्रोल पे सो दिस इज मनी कंट्रोल ऑलराइट मनी कंट्रोल पर गए हम ठीक है और यहां पर जैसे फॉर एग्जांपल हमने टीएस सर्च किया टीसीएस टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस में आप यह देख पाओगे यहां पर नीचे में इसका मार्केट कैपिट इजेशन आएगा यह ओवरव्यू है यह अपन पढ़ेंगे बाद में क्या होता है क्या नहीं यह सारी की सारी चीजें उसके बाद एमसी टेक्निकल्स में अगर बात करें तो यह यहां पर भी कुछ कुछ चीजें आ रही होंगी यह भी अभी आपको बाद में बताएंगे उसके बाद यह देखिए यह फोरम ब्रोकर रिसर्च बहुत सारी की सारी चीजें आ रही हैं ऑलराइट कुछ डील्स जो इन्होंने क्रैक की होंगी इनसाइडर जो इंफॉर्मेशन है ट्रांजैक्शन समरी है कॉर्पोरेट एक्शन वगैरह है वह सब की बात है अब आई हमारी बात फाइनेंशियल्स की फाइनेंशियल्स में आप दो चीजें देख रहे हैं कंसोलिडेटेड या फिर स्टैंड अलोन कंसोलिडेटेड या फिर स्टैंड अलोन कंसोलिडेटेड का मतलब मतलब होता है कि टीसीएस एज अ कंपनी उसके और भी सिस्टर कंसर्न्स हो सकते हैं छोटे-छोटे छोटे-छोटे जो कि होते हैं तो ऐसे में सभी का टोटल मिलाकर मार्केट कैपिट इजेशन कितना है मैंने ऐसा करते करते एक मच्छर मार दिया तो ऐसे में सभी का टोटल मिलाकर के मार्केट कैपिट इजेशन कितना है और अब जब हम यह कहते हैं कि स्टैंड अलोन तो अकेला टीसीएस का मार्केट कैपिट इजेशन कितना है तो आप देखिए यहां पे मार्केट कैपिट आइजे आपको यहीं से मिलेगा इसको जूम आउट करते हैं और आते हैं नीचे यह देखिए आप पियर्स में आइएगा कहां पे आएंगे पियर्स में आएंगे आप देख पाएंगे पियर्स का मतलब होता है साथ वाले तो जैसे इनका पियर ग्रुप है टीसीएस ो विपो एचसीएलटेक टेक 1 लाख 1 ख 14000 नहीं नहीं नहीं नहीं 11400 करोड़ 11 लाख अरे दज नंबर्स आर स्टैगरिंग 11 लाख 40000 करोड़ कैन यू इमेजिन दिस 1 करोड़ इमेजिन करते हो अब इमेजिन करो 1 करोड़ जो है 11 लाख बार मल्टीप्लाई हो चुका है यह वो नंबर है ये उसका मार्केट कैपिट इइ है मतलब आज की डेट में अगर हमको टीसीएस खरीदना है तो हमको 11400 करोड़ चाहिए होंगे तब टीसीएस मिलेगी टॉप फाइव कंपनीज में भी आती है टीसीएस इंडिया के os9 650 करोड़ अगर हमें विपो खरीदनी है तो 28034 करोड़ मतलब इसके बाद जो नेक्स्ट इसकी पियर है इसका मार्केट कैप उससे आधा है इसका मतलब यह भी है कि आप देख रहे हो इन सबको अगर मैं मिला दूं टॉप फाइव कंपनीज में जो फर्स्ट कंपनी है वह नीचे की चार के मार्केट कैपिट इजेशन के लगभग बराबर है टूथ 4 एड दिस फोर यू विल फाइंड कि यह वैल्यू इस ऑलमोस्ट इसके नजदीक आती है मतलब टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस इज अ कंपनी विच हैज अ मार्केट कैपिट इजेशन ऑफ फोसिस विपो एचसीएलटेक टेक मार्केट कैप यह निकलता कैसे होगा आओ समझते हैं कैसे निकलता है आते हैं वापस अपने इस पर मार्केट कैप निकालने के लिए आप खुद भी निकाल सकते हो वेबसाइट ऐसे लिख के दे देती है लेकिन आप खुद भी निकाल सकते हो या यह होता है मार्केट कैप इज हाउ मेनी नंबर ऑफ शेयर्स आर देर इन द मार्केट वॉल्यूम ऑफ शेयर्स टोटल नंबर ऑफ शेयर्स इन द मार्केट मल्टीप्ला बाय इट्स लेटेस्ट ट्रेडेड प्राइस एक शेयर की लेटेस्ट ट्रेडेड प्राइस कितनी थी अब यह जो शेयर्स हैं सबके शेयर्स हैं मैं उसका शेयर होल्डर हूं आप भी हो सकते हो इस कंपनी के खुद के ओनर भी इसके शेयर होल्डर हैं प्रमोटर्स जो है इस कंपनी के वो भी शेयर होल्डर हैं तो सबके शेयर्स की वैल्यू मल्टीप्ला बाय इट्स लेटेस्ट ट्रेडेड प्राइस गिव्स यू द मार्केट कैपिट इइ जेशन अगर आज की डेट में इसके दो करोड़ शेयर्स हैं और इसकी लेटेस्ट रेडेड प्राइस चल रही है मान लो 000 पर शेयर किसी भी कंपनी की तो ऐसे में यहां पर 2 करोड़ मल्टीप्ला बाय 000 तो यह हो जाएगा 2 टू 4 यानी कि मार्केट कैपिट इजेशन हो जाएगा 4000 करोड़ रुपी का मार्केट कैपिट इजेशन इस तरीके से मार्केट कैप निकाला जाता है लेटेस्ट ट्रेडेड प्राइस समझ रहे हो आप बात को इसका मतलब यह है कि कोई कंपनी की वैल्यू फिक्स नहीं रह रहती है क्यों क्योंकि उस कंपनी के शेयर की वैल्यू फिक्स नहीं रहती है उस कंपनी के शेयर का वैल्यू चेंज होता चला जाता है लेटेस्ट ट्रेडेड प्राइस अगर ट्रेड चल रहा है अभी सेशन चल रहा है ट्रेडिंग सेशन चल रहा है 915 से 3:30 के बीच की बात हो रही है जिस दौरान बाइंग सेलिंग चल रही है हर मोमेंट प एलटीपी चेंज करेगा कि नहीं खट खट खट खट चेंज करेगा एलटीपी हर मोमेंट प चेंज होगा तो ऐसे में हर मोमेंट मार्केट कैपिट इजेशन भी उसका थोड़ा-थोड़ा वेरी करता चला जाएगा यह है पूरा मुद्दा अगर आपको जैसे मार्केट कैपिट इजेशन एक सिंगल वैल्यू दिखती है तो यह पिछले दिन पे जो क्लोजिंग प्राइस थी शेयर मार्केट में इसके शेयर की जो क्लोजिंग प्राइस थी तो उसके करेस्पॉन्डिंग्ली यहां पे देखिए यह देखिए 11400 करोड़ तो ऐसे में 11400 करोड़ यह विथ रिस्पेक्ट टू प्रीवियस डेज क्लोजिंग प्राइस है एक शेयर की मल्टीप्ला बाय द टोटल नंबर ऑफ शेयर्स ऑफ दिस टीसीएस कंपनी इसको बोलते हैं मार्केट कैपिट आइजन बात समझ में आया रफल अगर बोले तो इसका मतलब यह है कि अगर मुझे आज की डेट में कंपनी खरीदनी है तो मुझे लगभग इतने पैसे पांच से सात पर ऊपर नीचे कर लेना इतने पैसे लगभग देने पड़ जाएंगे क्लियर है इसी बेसिस पे बीएससी ने और एनएससी ने कंपनीज को तीन कैटेगरी में डिवाइड किया है इसी बेसिस पे कैटेगरी हुआ है कंपनीज का कैटेगरी ये करना बहुत जरूरी होता है क्यों होता है अभी समझिए बहुत इंपॉर्टेंट कांसेप्ट आने जा रहा है भाई बड़े ध्यान से समझना है लार्ज कैप कंपनी मिड कैप कंपनीज एंड स्मॉल कैप कंपनीज पूरा अब आपको लग रहा होगा यार इससे अच्छा मैं कॉमर्स ही ले लेता क्यों यहां पर तो सीखने मिल ही रहा है पूरा पूरा बैकग्राउंड क्लियर हो जा रहा है तो आपको लगता हो बीन इंजीनियर सर का कॉमर्स बैकग्राउंड नहीं है सर का सीए का भी कोई बैकग्राउंड नहीं है कहां से कोई बात नहीं मेरे मदर एंड फादर पिछले 25 साल से यस से 25 इयर्स से मिलियन डॉलर राउंड टेबल ये एमडीआरटी होता है जो कि एलआईसी प्रोवाइड कराती है और चेयरमैन क्लब होता है एलआईसी का जिसके चलते हर साल यूएस भेजा जाता है मेरी मम्मी को पापा को वहां पे एज डिग्निटरीज फ्रॉम इंडिया बिकॉज ऑफ द बिजनेस दे डू थ्रू आउट छत्तीसगढ़ द हाईएस्ट यस और बचपन से मैं चीजें देख रहा हूं यार बचपन से बातें ही घर में इस तरीके की हो रही होती है फादर हैज बीन इन द इंश्योरेंस एंड द फाइनेंशियल कंसल्टेंट बिजनेस फ्रॉम द पास्ट मोर दन 25 26 इयर्स नाउ सो यह है लार्ज कैप जो है वह कंपनीज होती हैं जिनका मार्केट कैपिट इजेशन अभी मैं एमसी लिख रहा हूं जो कि ग्रेटर देन 10000 करोड़ होता है ओ सिर्फ 10000 करोड़ मतलब टीसीएस 11400 करोड़ वे बियोंड यह वे बियोंड दिस लार्ज कैप कैटेगरी मतलब डेफिनेटली इट्स लार्ज कैप कंपनी मिड कैप कंपनी उसको बोलते हैं जिनका मार्केट कैपिट इजेशन 10000 करोड़ से तो कम होता ही है लेकिन इनका 500 करोड़ से ज्यादा होता है यह सब फिगर्स किसम है करोड़ में जिनका मार्केट कैपिट इजेशन 500 से 10000 करोड़ के बीच में लाई करता है स्मॉल कैप कंपनीज उनको बोलते हैं जिनका मार्केट कैपिला लेस देन 500 होता है अच्छा जस्ट अगर इक्वल टू 500 हो गया तो हम कहते हैं जस्ट वो कंपनी मिड कैप बन गई तो लेस देन इक्वल टू साइन अगर जस्ट 10000 करोड़ हो गया तो हम कहते हैं वह कंपनी जस्ट लार्ज कैप भी हो गई तो इस तरीके से यहां पर इक्वल टू साइंस आते हैं ऑलराइट तो थोड़ा बहुत तो मैथमेटिक्स है यार इक्वल टू लेस दन इक्वल टू ग्रेटर दन इक्वल टू साइ है बस ये तो समझते हैं हम लोग जरूरी भी है समझना ठीक है फाइनेंशियल अपनी स्ट्रांग करोगे पीढ़ी दर यह इंफॉर्मेशन लोगों को ट्रांसफर करोगे और सभी लोग फाइनेंशली फ्री होंगे जरूरी है अब यह जो है ना लार्ज कैप मिड कैप स्मॉल कैप इनमें डिवाइड करने का रीजन क्या था क्या हम कंपनीज में ऐसी डायरेक्टली नहीं कर सकते भाई ठीक है यार कंपनी है क्यों उसको कैटेगरी कर रहे हो भेदभाव कर रहे हो भेदभाव इसलिए करते हैं ताकि सर्वेस कंपनीज के ऊपर बेहतर तरीके से किया जा सके बीएससी और एनएससी में होता है एक सर्वेस डिपार्टमेंट एक होता है सर्वेस डिपार्टमेंट सर्वेस डिपार्टमेंट सटोरिए यानी कि स्पेक्युलेटिंग ट्रेडिंग का कांसेप्ट भी बताने वाला हूं इनसाइडर रिंग ट्रेडिंग जो होती है उसका कांसेप्ट बहुत सारी चीजें अभी समझ में आने वाली है देखते जाओ बीएससी और एनएससी में जो सर्वेस की एक टीम होती है मैं जब बीएससी गया था मैं बम्बे स्टॉक एक्सचेंज हो कर के आया हूं और जब मैं बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज गया था जब मैं आईआईटी बॉम्बे में था तब की बात है यह तो वहां पे एक बड़ा सा रूम बहुत बड़ा सा और उस रूम के बाहर लिखा हुआ है सर्वेस डिपार्टमेंट बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज कहां पे दलाल स्ट्रीट में वहां पर लिखा है सर्वेस डिपार्टमेंट क्या होता है वहां पे वहां पे लोग होते हैं बहुत सारे एंप्लॉयड करीब 100 से ज्यादा लोग कंप्यूटर्स में चिपके रहते हैं और एल्गोरिथमिक कंप्यूटर जो होते हैं तुरंत तुरंत कहीं ना कहीं कोई ना कोई डिस्क्रिपेंसी है उसको तुरंत आइडेंटिफिकेशन ये प्रक्रिया चल रही है चल रही है चल रही है चल रही है तो ऐसे में आइडेंटिफिकेशन बहुत ज्यादा है reliance1 में क्या चल रही है मार्केट कैपिट इइ जेशन लग रहा होगा टीसीएस का कितना था 11 लाख 14000 करोड़ राइट आ जाओ आ जाओ आ जाओ नीचे नीचे फाइनेंशियल्स फिर पियर्स पियर्स पियर्स आ गया कंपनी नेम reliance1 करोड़ 1287 1118 करोड़ वो है थोड़ा सा पीछे 1 लाख करोड़ का करीब-करीब डिफरेंस आप कह सकते हो तो ये मार्केट कैपिट इजेशन है इसका अब ये इतनी बड़ी-बड़ी कंपनीज हैं जो लाखों करोड़ों में चल रही है इनका मार्केट कैप इतना बड़ा है आपको क्या लगता है सोच के बताइएगा क्या इनमें सट्टेबाजी होती होगी सट्टेबाजी इनमें पॉसिबल होती होगी बड़ी-बड़ी कंपनीज में नहीं जिनमें लाख-लाख करोड़ की जिनम कैपिला इजेशन है इसमें जो सट्टेबाजी है या इसकी संभावनाएं इसमें एकदम कम रहती है नेगलिजिबल रहती है तो इन लार्ज कैप कंपनीज को सर्वेस से दूर रखा जाता है सट्टेबाजी से दूर रखा जाता है ताकि फोकस इन पे किया जा सके जनरली क्विक कैश क्विक मनी बनाना होता है ना तो क्विक मनी के लिए ये होते हैं टारगेट सटोरियों के मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनीज क्योंकि यहां पे इतना बड़ा मार्केट कैप है और ऑलरेडी दुनिया भर के लोग इंडिया में तो है ही दुनिया भर के लोग इसमें ट्रेड कर रहे हैं फॉरेन इ वेस्टर्स भी होते हैं जो ट्रेड कर रहे हैं यहां पे तो ऐसे में सटोरियों के पास जो एक दो करोड़ चार करोड़ पा करोड़ होते हैं उससे यह इसकी मार्केट कैपिट इजेशन में कुछ चेंजेज कर पाएंगे इसके स्टॉक में कुछ हल्का सा भी चेंज हो पाएगा डेंट लगा पाएंगे डेंट भी नहीं लगेगा तो इसमें स्पेक्युलेटिंग ट्रेडिंग क्या हम समझ रहे हैं द कांसेप्ट ऑफ रिंग ट्रेडिंग ये रिंग ट्रेडिंग क्या होता है आओ समझते हैं रिंग ट्रेडिंग क्या होता है एक रिंग आप इमेजिन करो उसमें एक रिंग में ऐसे ब्रोकर्स बैठे हुए हैं एक रिंग में ब्रोकर्स बैठे हुए हैं ये सेबी अप्रूव ब्रोकर्स हैं सारे के सारे लेट अस से दैट दिस इज ब्रोकर ए ब्रोकर बी ब्रोकर सी ब्रोकर डी ब्रोकर ई ब्रोकर एफ एक्चुअली रिंग में नहीं बैठे रिंग ट्रेडिंग बोलने का मतलब है ये लोग एक दूसरे को जान रहे हैं ये लोग एक दूसरे को जानते हैं अब ये लोग क्या करेंगे किसी छोटी कंपनी को पकड़ते हैं ये लोग इन लोग का ये तरीका होता है किसी छोटी कंपनी को पकड़ते हैं और जैसे जिसका जिसका मार्केट कैप ही 500 करोड़ से कम है ऐसी कंपनी को पकड़ेंगे क्या करेंगे जैसे ये पहला वाला जो बंदा रहेगा पहला वाला ब्रोकर रहेगा ये सबकी सेटिंग है आपस में तो पहला वाला बंदा जो रहेगा ये क्या करेगा ये इस कंपनी के 1 लाख शेयर्स उठा लेगा एक बार में 1 लाख शेयर्स एक बार में खरीद लेगा जो भी प्राइस मिल जाए मेरे को कुछ भी मिल जाए लेटेस्ट ट्रेडेड प्राइस कुछ भी मिल जाए उस परे 1 लाख शेयर्स खरीद लेगा लेट अस सपोज कि यह शेयर को खरीदा एट अ रेट ऑफ र 80 पर शेयर र 80 पर शेयर तो इसने 8 लाख रप लगा दिए शेयर्स खरीदने में एक लाख शेयर्स खरीदा 080 में 80 लाख लगा दिए अब बी क्या करता है बी क्या करता है ब बोलता है ठीक है तू मेरे को दे दे कोई दिक्कत की बात नहीं है ये 1 लाख शेयर ना मेरे को पकड़ा दे तो यही 1 लाख शेयर ये चले जाते हैं फिर किसके पास b के पास तो यहां पे ये 1 लाख शेयर्स चले गए b के पास ये शिफ्ट हो गए b के पास अब क्या होता है ये ऐसे तो शिफ्ट नहीं होंगे ये बाय और सेल का प्रोसेस चल रहा होगा तो इसने ₹ 80 पर शेयर खरीदा मार्केट की जो भी प्राइस उस समय चल रही थी उसमें खरीदा ये क्या करेगा एक सेल ऑर्डर लगाएगा क्या करेगा यह एक सेल ऑर्डर लगाएगा उस सेल ऑर्डर में अब एक कांसेप्ट सीख रहे हम एओ एन कांसेप्ट क्या कांसेप्ट एओ एन इसको कहते हैं ऑल और नथिंग ऑल और नथिंग और ऑल और नन भी कहते हैं तो यहां पर यह एक ऑर्डर लगाता है उसमें एक चेक बॉक्स होता है चेक बॉक्स होता है ऑल और नन का एओ एन का इसका मतलब यह है कि अगर मुझे किसी एक पार्टी से एक लाख शेयर मिलेंगे तो ही मैं इसको कंसीडर करूंगा क्योंकि देखो ऐसा है भाई शेयर मार्केट में कौन किसको दे रहा है ले रहा है किससे ले रहा है पता तो नहीं लगता आज मैंने पांच शेयर खरीदे कहां से आए वो पांच शेयर पता नहीं तो क्या गारंटी होगी कि इसने जो 80 में शेयर 1 लाख खरीदे हैं वो बी के पास ही जाएंगे यह टेक्निक का वो लोग इस्तेमाल करते हैं यह चेक बॉक्स होता है जब आप शेयर को परचेस करते हो बहुत जगहों पर उसको कहते ऑल और नथिंग मतलब मैंने यह क्या किया बी क्या करेगा बी करेगा एक बाय ऑर्डर यह खरीदेगा ए से बी में आ रहा है तो यह खरीदेगा तो बी लगाएगा एक बाय ऑर्डर एक लाख शेयर का और यह चेक बॉक्स करेगा एओ का बोलेगा यह एक लाख शेयर मुझे किसी एक ही पर्सन से जिसके पास एक लाख देने की कैपेसिटी हो उसी के पास से मेरे पास आना चाहिए या तो पूरा एक जगह से आए या तो कुछ ना आए या तो पूरा एक जगह से आए या तो कुछ ना आए तो यह लोग इतनी बड़े वॉल्यूम में शेयर में आ जाते हैं कि उतने बड़े वॉल्यूम में कोई नॉर्मल पर्सन या रिटेल इन्वेस्टर उस समय ट्रेड नहीं कर रहा होता इसी को रिंग ट्रेडिंग कहेंगे कैसे बोलेंगे रिंग देखना फिर ये क्या करेगा ये अपना सेल ऑर्डर प्लेस करेगा ये सेल ऑर्डर प्लेस करेगा 80 में खरीदा था ये 100 में प्लेस कर देगा ये 00 में सेल ऑर्डर प्लेस कर देगा और ये उसी शेयर को फिर 00 में एक्सेप्ट भी कर लेगा ₹ 100 पर शेयर में तो इसको हर शेयर कितना 0 का फायदा हुआ 1 लाख शेयर्स तुरंत 20 लाख का फायदा हो गया तुरंत ₹ लाख का फायदा हो गया समझना जरूरी है कभी आपको कोई छोटी कंपनी के शेयर के दाम तुरंत बढ़ते हुए दिखने लग जाए और उस सेक्टर की कोई और कंपनी नहीं बढ़ रही है उस तेजी से तो समझना एक पॉसिबिलिटी बनती है कि रिंग ट्रेडिंग भी हो सकती है वहां पे बच के रहना लोग कंगाल बर्बाद हो चुके हैं कैसे हो चुके हैं मैं समझाता हूं आगे देखो अब बिल्कुल अवेयर रहो इस चीज में ठीक है ना सिर्फ ऐसा ही नहीं कि सिर्फ इन्वेस्ट करना है हमें ये भी देखना है कि कहां गलतियां हो सकती है ठीक है तो देखो ₹ 100 पर शेयर पे 1 लाख शेयर इसने ले लिया मतलब ₹ करोड़ इसने ले लिया अब बी की किसके साथ सेटिंग है सी के साथ यह फिर से एक ऑल और नन ऑर्डर देगा कि भाई किसी एक बंदे से यह एक यह एक क्या करेगा यह बाय ऑर्डर प्लेस करेगा और यह सेल ऑर्डर प्लेस करेगा यह सेल ऑर्डर रखेगा 0 प और इसको मालूम रहेगा इसने 120 पर रखा है और यह अपने ऑर्डर पर लिमिट लगा देगा अपने ऑर्डर पर लिमिट लगा देगा मुझे 120 प ही खरीदना है मुझे 120 प ही खरीदना है तो ओबवियस स बात है इसके शेयर जा ने वाले हैं किसको इसको यह वही जो टूल्स है ना जो हम लोग पढ़े पिछले सेशन में उन्हीं टूल्स का इस्तेमाल करके यह लोग गेम खेल जाते हैं तो भले ही शेयर मार्केट में बीएससी एनएससी डिस्क्लोज ना करें कि किसका शेयर किसको जा रहा है लेकिन उन टूल्स से इनडायरेक्टली ये लोग एक दूसरे को पहुंचाते जाते हैं शेयर को अब देखो कैसे होता है यह जो है अब इसने क्या किया ₹ 100 पर शेयर से इसने ₹ 120 पर शेयर इसको खरीद लिया तो ऐसे में फिर से ₹ लाख का फायदा b को हो गया और इसने 1 करोड़ 20 लाख में पूरे 1 लाख शेयर्स अब जो शेयर्स हैं वो किसके पास आ गए यह सारे शेयर्स चले गए c के पास ये सारे शेयर्स चले गए c के पास सिमिलरली आगे देखते जाओ अब आप समझ पा रहे हो आई थिंक कि भाई c से डी पे जाएगा इसने मान लो ₹10 पर शेयर पे जो है अपना एक बाय ऑर्डर दिया कि मैं खरीदना चाहता हूं इसने सेल ऑर्डर दे दिया और उसमें ऑल और नन वाली कंडीशन लगा दी तो ऐसे में क्या होगा यह सारे के सारे शेयर्स अब आ जाएंगे इसके पास तो ये आ गए ये डी के पास सारे के सारे शेयर्स इसके बाद फिर क्या होगा इसके बाद फिर यह होगा यह 0 का ऑर्डर लगा दिया मान लो तो अब क्या होगा अब यह 1 लाख शेयर्स आ गए इसके पास तो शेयर्स वही है यह सबके 20 20 लाख प्रॉफिट यहां से यहां तक सबके होते जा रहे है ये आखरी बंदे के साथ क्या होगा यही सोच रहे हो ना आप आखरी बंदे के साथ क्या होगा देखो क्या होगा आखरी बंदे के साथ यह होगा कि यह भी इसी सर्कल या रिंग का पार्ट है यह यह भी इसी सर्कल या रिंग का पार्ट है यह रिंग में जितने ज्यादा लोग होते हैं ना उतना अच्छा होता है तो यह ब्रोकर्स की आपस में डील होती है और जितने ज्यादा ब्रोकर्स होते हैं ना उतना अच्छा होता है तो ऐसे में यह क्या होता है यह बढ़ाते जाते हैं प्राइस को अंदर ही अंदर ट्रेड करके ट्रेड करके ट्रेड करके उसी को घुमाते जाते घुमाते जाते हैं ये फिर से ये काम करेगा क्या करेगा ये ये 0 में शेयर को खरीद लेगा और फिर से ए पे आएगी बारी फिर वह खरीद लेगा अब एक नॉर्मल इंसान अब यह मार्केट का शेयर प्राइस ये लोग क्या कर रहे हैं अगर यह हायर वैल्यूज में खरीदते जा रहे हैं तो ऐसे में क्या है इसका मतलब इसका मतलब यह है कि बाइंग प्राइस बढ़ रही है खरीदने की प्राइस को लोग बढ़ा रहे हैं यह आर्टिफिशली मार्केट को क्या कर रहे हैं मैनिपुलेट कर रहे हैं इसी को बोलते हैं यह इल्लीगल एक्टिविटी है और य भी एक तरीके की सट्टेबाजी में ही आता है इलीगल एक्टिविटी एक तरीके की सट्टेबाजी में अब यहां पर कोई बाहर का व्यक्ति है जो कि कभी कभार आता है शेयर में अपना इन्वेस्टमेंट करता है जो कि बहुत ज्यादा जानकार नहीं है तो यह देख रहा है इस कंपनी के शेयर मान लो ए बी सी कंपनी में मान लेता हूं इस कंपनी के शेयर उछल रहे हैं अरे भाई साहब आज सुबह 80 पर स्टार्ट हुआ था 80 पर शेयर अब यह बढ़ते बढ़ते बढ़ते बढ़ते ऐसे घुमा घुमा के घुमा लेटस सपोज 00 पर शेयर पे आ गया अरे मार्केट में न्यूज आग की तरह फैल जाएगी कि ये क्या हो रहा है इसमें आज के आज ही देखो 80 का जिसका था उसको 400 मिल गया चार गुना हो गया पांच गुना हो गया पांच गुना हो ही गया पांच गुना एक दिन में पैसा हो गया अब लोग क्या करेंगे नॉर्मल नॉर्मल लोग भी इधर-उधर से पैसे इकट्ठा करके अब पूरी देश की जनता व जो सेंसेक्स को देखती है और निफ्टी को देखती है वो आकर के यहां पर अपने पैसे लगाना शुरू कर देगी लगाना शुरू कर देगी चलो क्विक कैश मिल जाए कोई बात नहीं 400 भी मिल जाए कोई बात नहीं तो अपने को क्विक कैश मिल जाए फिर क्या होता है देखो इसमें इस तरीके से घुमाते घुमाते घुमाते ये एक्चुअली में क्या होता है जो पहला बंदा होता है ना यही इसको जिसने स्टार्ट किया रहता है वही इस रिंग को क्लोज भी कर देता है जिसने स्टार्ट किया रहता है वहीं से वहीं फिर घूमता है फिर घूमता है फिर घूमता है क्योंकि देखना प्रोसेस समझना कि पहले वाले बंदे ने जब स्टार्ट किया तो उसके तो पैसे ल गए ना 8 लाख 80 पर शेयर के हिसाब से एक लाख शेयर ले गया फिर उसने भले ही बेचा थोड़ा प्रॉफिट कमाया फिर बेचा थोड़ा प्रॉफिट कमाया इसने फिर बेचा थोड़ा प्रॉफिट फिर बेचा थोड़ा प्रॉफिट फिर बेचा थोड़ा प्रॉफिट लेकिन अल्टीमेटली इस बंदे के शेयर को भी इसको खरीदना होगा तब जाके एफ को प्रॉफिट होगा तो यही बंदा है अल्टीमेटली जो क्लोज कर देता है य क्या करता है इसके शेयर खरीदता है और मार्केट में जो भी हाईएस्ट प्राइस अभी चल रही है क्योंकि इन्होंने ऐसी इनसाइडर काम करके बढ़ा दिया प्राइस तो जो भी प्रिवेट चल रहा है उसको क्या करेगा एक लाख शेयर एक बार में नहीं देगा वो क्या करेगा एक और अ यहां पर कांसेप्ट समझो डी क्य कांसेप्ट क्या कांसेप्ट है य डी क कांसेप्ट यह आपके अप स्टॉक्स और जीरो प में भी है डी क स्टैंड्स फॉर डिस्क्लोज क्वांटिटी डी क स्टैंड्स फॉर डिस्क्लोज क्वांटिटी जब मेरे पास एक विंडो आया है को एक लाख शेयर्स को बेचना है मेरे को एक सेल ऑर्डर प्लेस करना है और नंबर ऑफ शेयर्स जो है 1 लाख है ठीक है और मुझे हर शेयर को बेचना है अभी जो प्रिवेंट प्राइस है मान लो 00 की प्रिवेंट प्राइस है मैंने बढ़ाते बढ़ाते 400 कर दिया उसको तो यहां पे एक और आता है ऑप्शन डी क का डिस्क्लोज्ड क्वांटिटी ये क्या करेगा यहां पे अब ये 1 लाख शेयर एक बार में तो कोई नहीं खरीदेगा तो ये क्या करेगा ये जो एओ वाला था ना ये ऑल और नन वाला इसको चेक नहीं करके इसको क्लोज कर देगा मतलब इससे फर्क नहीं पड़ता है कि भाई एक बंदा एक पूरा खरीदे या पूरी जनता पूरा खरीद ले एक बार में इससे फर्क नहीं पड़ता है एक बंदा एक बार में 1 लाख खरीदे तो ऑल और नन का इसने कैंसिल कर दिया अभी तक ये क्या करा था ये ऑल और नन में ऐसे टिक मार देता था अब यह टिक नहीं मार रहा अब इसको क्लोज कर दिया कैंसिल कर दिया तो ये जो डी क है ना डी क में क्या करेगा ये जैसे 1000 लिख देगा डिस्क्लोज्ड क्वांटिटी में क्या होता है इसका मतलब समझना ये क्या करेगा एक बार में एक 1 लाख शेयर्स ना डाल करके यह एक एक हजार एक एक हजार एक एक हजार करके 100 बार कर देगा यह होता है डीक का मतलब डी क जब हम इसको सेलेक्ट कर लेते हैं ना और कुछ डी क का नंबर डालते हैं बाय डिफॉल्ट यह 1 लाख ही लेता अगर आप यहां पे कुछ भी नहीं फिल करोगे लेकिन अगर आपने कुछ यहां पे फिल किया है तो वो उतने उतने शेयर एक बार में अपने ऑर्डर बुक से ट्रेड बुक पे लेके जाएगा मतलब ये आपकी ऑर्डर बुक है ऑर्डर लॉक भी कह सकते हो और ट्रेड बुक है ट्रेड लॉक कह सकते हो तो आपके पास आपके पास 1 लाख का ऑर्डर तो है ऑर्डर तो आ गया सेल का 1 लाख का लेकिन ये क्या करेगा ये एक-एक बार में 1 लाख नहीं 1-1000 भेजेगा ट्रेड बुक में फिर ये एक 1000 जो है सेल होंगे फिर इसका नेक्स्ट 1000 जाएगा और फिर वो सेल होगा फिर नेक्स्ट 1000 जाएगा और फिर वो सेल होगा ऐसा होने में भले ही थोड़ा टाइम लगेगा लेकिन छोटे-छोटे टुकड़ों में वह मार्केट में फैला देता है इससे लोग क्या करते हैं इससे लोग सेबी से बचने की कोशिश करते हैं कि कि कौन था जो 1 लाख शेयर्स एक बार में ट्रेड किया पकड़ो उसको उससे बचने की कोशिश करते हैं लोग लास्ट में और ऐसे में क्या करते हैं खूब सारा क्विक कैश कमाते हैं जब तक के सेबी को पता लगे सर्विलेंस डिपार्टमेंट को दो चार करोड़ रुपए कमाए कट लिए यह चीजें होती है तो इस तरीके के फ्रॉड को रोकने के लिए इस पैटर्न को पकड़ने के लिए समझने के लिए खास करके रिंग ट्रेडिंग जो इंडिया में बहुत प्रिवेंट थी पहले अभी कम हो गई अभी भी है बहुत मैनिपुलेटिव मार्केट है इंडिया का ऐसा नहीं है इंडिया का मार्केट इतना डिसिप्लिन नहीं है बाबू बहुत ज्यादा मैनिपुलेटिव है इसी कारण मैं आपको पूरा नॉलेज दे रहा हूं कि अगर कोई ऐसी कंपनी जिसका शेयर नॉर्मल बढ़ रहा था आज भैया पागल की तरह भाग रहा है शेयर कुछ तो गड़बड़ है दया कुछ तो गड़बड़ है है कि नहीं गड़बड़ यह है कि हो सकता है कि इस तरह की रिंग ट्रेडिंग चल रही होगी तो ऐसे में हमें ध्यान रखना होगा तो यहां पर हमने कांसेप्ट समझा रिंग ट्रेडिंग का सर्वेस डिपार्टमेंट इन्हीं चीजों को इन्हीं पैटर्स को सर्वेस करता रहता है कंटीन्यूअसली मॉनिटर करता रहता है यह देखना जरूरी होता है किन कंपनीज के लिए होता है जिन कंपनीज में से दो चार पाच करोड़ आप कोई कैश कमा सकते हो इसी तरीके से तो ये जो अरे अंबानी अदानी ये सब बड़े-बड़े लोग हैं इनको 1010 करोड़ 1515 करोड़ अगर मार्केट से चाहिए ना य छ आठ ऐसे बिठा देंगे इनको भी अच्छी खासी कमीशन दे देंगे और यह लोग करवा सकते हैं इस तरीके से मैं नहीं बोल रहा करवाते हैं लेकिन पॉसिबिलिटी तो बनती है यह लोग करवा सकते हैं तो इस तरीके से यह सब चीजें पूरी गणित होता है ठीक है तो ऐसे में लार्ज कैप कंपनीज में तो नहीं होता लेकिन मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनीज में ऐसा होता है और जब कोई ऐसा थर्ड पर्सन आकर के देखेगा जो रिंग का पार्ट नहीं होगा बोलेगा यार इसमें शेयर में इन्वेस्ट कर और जब तक के यह होगा और मार्केट में रेवलेशन होगा कि भाई इस कंपनी ने तो कुछ किया ही नहीं क्यों इन्वेस्ट कर रहे हो तुम लोग तब तक के बहुत लेट हो चुकी रहती है तब तक फिर बाय ऑर्डर्स कम और सेल ऑर्डर्स ज्यादा होते हैं और व कंपनी का जो शेयर होता है वह पूरी तरीके से क्रैश कर जाता है कंपनी का शेयर क्रैश कर जाता है कंपनी की रेपुटेशन भी डाउन हो जाती है सिर्फ इन लोगों की वजह से भले इसमें कंपनी का पार्ट ही ना हो कंपनी को पता भी ना हो कि ऐसा कैसे हो गया हमारे साथ और उसके शेयर बढ़ भी गए और फट से क्रैश भी कर गए तो इस तरीके से लोगों का नुकसान हो जाएगा जिसने 400 500 पे बाय इन कर लिया होगा उसके तो एक बार में पैसे डूब गए मैं तो ऐसे ऐसे लोगों की केस स्टडीज जानता हूं अपना यहां पे घरबार तक के दांव प लगा दिए कि बढ़ रहा है आज लगा देता हूं और उसके बाद बढ़ जाएगा पूरा गया पैसा पूरा खत्म हो गया सो प्लीज डोंट एवर डू दैट यू आर नाउ एन इफॉर्म एंड एन इंटेलिजेंट इन्वेस्टर माय डियर फ्रेंड्स आप इफॉर्म है इंटेलिजेंट है अब चीजों को जान रहे हैं समझ रहे हैं ऐसे चीजों में क्या होता है ना हमारे अंदर का ग्रीड निकल आता है तो मेरे को आपको सिर्फ स्टॉक मार्केट नहीं सिखाना है मेरे को यह भी सिखाना है कि कब क्या करना है अपने ग्रीड को वहां पर कंट्रोल करना है और वहां पर समझदारी और सूझबूझ से चीजों को देखना है परखना है कोई न्यूज नहीं आई कंपनी की कुछ कंपनी ने बोनस नहीं दे रही है कोई स्प्लिटिंग नहीं हो रही शेयर की तो लोग इतना साहित क्यों है क्यों लोगों के अंदर बुलबुले उठ रहे हैं वही बुलबुले थोड़ी देर में सारे बबल्स बर्स्ट हो जाते हैं सब कुछ क्रैश आउट हो जाता है क्रैश ये होता है मार्केट का अल्टीमेटली हाल सो आई होप कि हम लोग इन सब चीजों में कभी ना फसे कभी भी नहीं ऑलराइट यहां पर मैं आपको दो बातें और बताना चाहूंगा कि एक टर्म होता है जिसको कहते हैं ब्लू चिप कंपनी ब्लू चिप कंपनी आपने कभी-कभी सुना होगा ब्लू चिप कंपनीज उनको कहते हैं जिनका मार्केट कैप अच्छा होता है गुड मार्केट कैप जनरली मिड कैप और लार्ज कैप कंपनीज को कंबाइन करके हम लोग अ ब्लू चिप कंपनीज जो है वो कह देते हैं जनरली इन दोनों को कंबाइन करते हैं और बोलते हैं ब्लू चिप कंपनीज एक और चीज माय डियर फ्रेंड्स क्रिप्टो करेंसी क्रिप्टो करेंसी इसमें जो आज की डेट में रिंग ट्रेडिंग हो रही है ना जिसकी वजह से प्राइसेज राइज हो जाती हैं बड़ी तेजी के साथ लोगों को लगता है चलो लेट्स बाय इन यह भी वही है बबल जो बर्स्ट हो जाता है बाद में तो क्रिप्टो करेंसी को कोई कंट्रोल करने वाला कोई रेगुलेटर नहीं है यही तो हम लोग अभी तक बोल रहे थे क्रिप्टो करेंसी कैन नॉट बी रेगुलेटेड अभी क्या है यह चीजें रेगुलेट हो पा रही है अब ये चीजें रेगुलेट हो पा रही है कैसे रेगुलेट होती है आओ समझते हैं क्रिप्टो करेंसी तो मैंने ऐसी एग्जांपल दे दिया आपको अब मैं आपको बताता हूं यह चीजें सेबी रेगुलेट कैसे करते हैं ज क्रिप्टो करेंसी कोई गवर्नमेंट के कंट्रोल में नहीं है अगर इस तरीके का शेयर भाग रहा है 80 से 400 एक दिन में हो रहा है तो ऐसे में क्या होता है बड़े ध्यान से समझना सेबी ने इस चीज को कंट्रोल किया हुआ है ऐसा ना हो कि इस तरीके सटोरिए जो हैं पैसे पर पैसे लगा कर के पैसे बनाते चले जाएं और फिर एक बार में धड़ाम से मार्केट क्रैश हो जाए और एक नॉर्मल रिटेल इन्वेस्टर जो है वह कहीं का ना रहे सिमिलरली मैंने एक केस और बताया था आपको कि इन्वेस्टर इन्वेस्ट किया पैसे एकदम से गए नीचे डाउन चले गए स्टीप स्लोप आया उसने पैसे लूज कर दिए तो सेबी ने एक ब्रेकर लगाया है यस यहां पर कांसेप्ट आता है सर्किट ब्रेकर का यहां पे कांसेप्ट आता है सर्किट ब्रेकर का वेरी इंपॉर्टेंट सर्किट ब्रेकर आइए समझते हैं क्या है यही रेगुलेटरी जो चीजें होती हैं यह हमें अल्टीमेटली ब बहुत ज्यादा नुकसान से बचाती है जैसे क्रिप्टो करेंसी अनरेगुलेटेड है कोई कंट्रोल नहीं है एक दिन में 50 पर भी नीचे जा सकती है 100 200 300 पर भी ऊपर जा सकती है लेकिन सेबी के रेगुलेशन जो है जो बीएससी एनएससी पर लगते हैं तो जो सर्किट ब्रेकर का जो कांसेप्ट होता है व यही सब चीजों को कंट्रोल करने का काम करता है देखो कैसे होता है मान लो 8 पे शेयर ट्रेड हो रहा है 80 पे शेयर ट्रेड हो रहा है एक स्मॉल कैप कंपनी है एक स्मॉल कैप कंपनी है 80 पर शेयर ट्रेड हो रहा है अभी इसमें हर कंपनी के लिए एक परसेंटेज फिक्स हो जाता है कि यह उससे ऊपर नहीं जा सकती और उसके नीचे नहीं जा सकती उस पर्टिकुलर डे में एक दिन में एक कंपनी एक पर्टिकुलर लेवल से ऊपर नहीं जा सकती और एक पर्टिकुलर लेवल से नीचे भी नहीं आ सकती एक दिन में मतलब वो जो कंपनी के शेयर प्राइस रहेंगे ना वह बढ़ेंगे भी ना तो यह इतना ही बढ़ेंगे इतना बढ़ने के बाद क्या होगा क्या और बाय ऑर्डर्स ले सकते हैं क्या नहीं अगर इस कंपनी ने इस पर्टिकुलर अपर मार्क को हिट कर लिया इसके शेयर ने तो कंपनी की जो ट्रेडिंग होगी वो स्टॉप कर दी जाएगी अब बाइंग और सेलिंग सेलिंग जो वो हल्ट कर दी जाएगी जनरली जो फर्स्ट हल्ट होता है वह सिर्फ 45 मिनट का होता है 45 मिनट के लिए पहले हल्ट कर दिया जाता है और उसके बाद हल्ट मतलब स्टॉप नहीं किया गया पॉज दिया गया पॉज नाउ नो ट्रेडिंग इज अलाउड नो ट्रेडिंग इज अलाउड यह बंद कर देते हैं मतलब ट्रेड नहीं कर पाओगे बाय सेल नहीं कर पाओगे एरर आ जाएगा सिमिलरली 45 मिनट होने के बाद क्या होगा आधे घंटे के लिए ट्रायल बेसिस पर खोल के देखा जाता है आधे घंटे के लिए ट्रायल बेसिस पर फिर खोल के देखा जाता है जैसे ही खुलता है आधे घंटे के लिए फिर से भागने लग रहा है मान लो ऊपर और इस वैल्यू को भी क्रॉस कर रहा है तो आधे घंटे तक वेट नहीं करते जैसे ही फिर से इस वैल्यू को क्रॉस करने लग रहा है ये तुरंत फिर से रोक देते हैं तुरंत फिर से रोक देते हैं और फिर उस दिन के लिए इसको क्लोज कर देते हैं तो अब आप ये सिंपल सी भाषा में समझो कि अगर कोई शेयर है उस शेयर की अगर प्राइस फ्लक्ट कर रही है तो एक रेंज में ही करेगी एक दिन में और यह जो है ना ये ऊपर वाली लाइन और ये नीचे वाली लाइन इस ऊपर वाली लाइन को हम लोग कहते हैं अप्पर सर्किट इसको हम लोग कहते हैं अपर सर्किट और इस नीचे वाली लाइन को हम लोग कहते हैं लोअर सर्किट इसको बोलते हैं लोअर सर्किट ये बिल्कुल वैसे ही जैसे नेता लोग आते जाते रहते हैं बैरिकेड नहीं लगा देते यहां से आना जाना नहीं करना है एक तरीके का बैरिकेड है ना यह इससे ऊपर जा सकता बंद कर देंगे इसकी ट्रेडिंग और ना ही यह इससे नीचे आ सकता बहुत नीचे आ रहा है तो बंद कर देंगे ट्रेडिंग ताकि एक दिन में जो सटोरियों ने कांड किया होगा उसको हम मिटिगेट कर सके चीजों को एनालाइज कर सके सर्वेस डिपार्टमेंट को सूचना दे कर के इस कंपनी की पूरी चेकिंग करवा सके क्यों हो रहा है कैसे हो रहा है और यह अलग वैल्यूज होती है अलग-अलग कंपनीज के लिए यह कौन डिसाइड करता है यह बीएससी और एनएससी को अथॉरिटी दी गई है कि बीएसी और एनएसी अपनी अपनी लिस्टेड कंपनीज में कितना परसेंटेज ऊपर और कितना परसेंटेज नीचे अलाउ करेंगी वह यह डिसाइड करेंगी तो सेबी ने बोला है कि आप अपने हिसाब से डिसाइड कर लो कि कितना परसेंटेज जो है आप अपर सर्किट और लोअर सर्किट रखना चाहते हो जो अपर सर्किट लोअर सर्किट अला एबल है अला एबल परसेंटेजेस ऑफ सर्किट अपर हो या फिर लोअर हो वह कितना कितना है यह देखिएगा अपर और लोअर जो है वह है 2 पर 5 पर 10 पर 20 पर एंड 40 पर ऐसा है मतलब आप कितना भी ऊपर जाओ या नीचे जाओ 40 प्र से ज्यादा फायदा या 40 प्र से ज्यादा नुकसान आपका नहीं होने दिया जाएगा तो शेयर मार्केट में एक दिन में डोंट एक्सपेक्ट कि आपका 40 पर बढ़ रहा होगा क्योंकि वो सर्किट लग जाता है वहां पे सो दिस इज द अलाल परसेंटेज ऑफ सर्किट कुछ कंपनियो में 2 पर का लगता है कुछ कंपनियों में 5 पर का 10 पर का 20 और 40 वो डिपेंड करता है कंपनी किस नेचर की है किस सेक्टर की है वो सेक्टर कितना वोलेटाइल है बैंकिंग है कि फूड वाला सेक्टर है फूड वाला सेक्टर जनरली ज्यादा वोलेटाइल नहीं होता है ना तो इस तरीके की चीजें होती है बहुत सारे फैक्टर्स होते हैं पूरे फार्मूले होते हैं तो वो उस हिसाब से डिसाइड करते हैं तो एनीवेज यू शुड नो अबाउट अपर सर्किट एंड लोअर सर्किट अगर यह होगा और रिंग ट्रेडिंग भी चल रही होगी तो जैसे ही अब बताओ मुझे मान लो इसमें हमने 20 पर का सर्किट ब्रेकर लगा के रखा है तो ऊपर भी 20 पर का लगेगा नीचे भी लगेगा ऊपर 20 पर 80 का 20 पर 16 तो यहां पर ऊपर 90 का लगेगा और नीचे 16 माइनस करेंगे आप तो नीचे 64 का लगेगा मतलब उस दिन यह 64 से नीचे नहीं जा सकता और 96 से ऊपर नहीं जा सकता समझे अगर 20 पर का है 40 पर का होगा तो उसके हिसाब से व सर्किट वैल्यू चेंज हो जाएगी तो यह 2001 के बाद यह सारी की सारी चीजें हुई है जब चीजें थोड़ी ऑनलाइन बढ़ने लग गई तब यह सर्किट वगैरह का कांसेप्ट आया अपर सर्किट लोअर सर्किट तो यह अपने सर्किट को ही फॉलो करता हुआ जाता है जिससे क्या होता है सटोरियों को पता रहता है कि भाई आज के दिन आप इससे ज्यादा फायदा नहीं ले सकते उस कंपनी से पॉसिबल ही नहीं है तो इससे क्या हुआ है काफी ज्यादा जो इस तरह की रिंग ट्रेडिंग वगैरह है ना वो रिड्यूस डाउन हुई है बट ऐसा नहीं है होती है अभी भी 40 40 50 50 पर जिनकी होती है लिमिट उन परे वो लोग इस तरह के काम करते रहते हैं सो वी शुड नॉट फॉल प्रे इन दोस पर्टिकुलर सिचुएशंस ठीक है आई होप आप इस चीज को समझ पा रहे हैं और एप्रिशिया फिर एनएससी बोल लो जब भीय बोले ना एक तरीके का ना आपको इमेजिन करना है एक शॉपिंग मॉल यस एक शॉपिंग मॉल इमेजिन करो इमेजिन करो एक शॉपिंग मॉल और उस शॉपिंग मॉल में आपको बहुत सारी चीजें मिल रही हैं आपको यहां पर इक्विटी के फॉर्म में शेयर्स मिल रहे हैं इक्विटी के फॉर्म में शेयर्स मिल रहे हैं यहीं पर आपको फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस भी मिल रहे हैं यस फ्यूचर एंड ऑप्शंस क्या होते हैं यह फ्यूचर एंड ऑप्शंस कुछ लेक्चर है जहां पर ये भी डिस्कस किया जाएगा फ्यूचर एंड ऑप्शंस के बारे में भी डिस्कस किया जाएगा क्या होते हैं फ्यूचर एंड ऑप्शंस वो देखेंगे इन फ्यूचर्स और ऑप्शंस को हम लोग कहते हैं डेरिवेटिव्स ओ ये डेरिवेटिव्स क्या बोलते हैं इनको डेरिवेटिव्स तो एक एनएसई मॉल है मॉल के अंदर आप चाहो तो आप किसी कंपनी के जैसे फॉर एग्जांपल टीसीएस आप चाहे तो आप टीसीएस के शेयर्स खरीदें आपके ऊपर है आप चाहें तो आप टीसीएस के फ्यूचर एंड ऑप्शंस में इन्वेस्ट करें एक और चीज होती है जिसको बोलते डिबेंचर एक और चीज होती है जिसको बोलते हैं डिबेंचर तो इस तरीके से हर कंपनी का आप अलग अलग चीजें आप ले सकते हो हम जनरली शेयर्स की बात कर रहे थे इसके अलावा और भी चीजें फ्यूचर एंड ऑप्शंस डिबेंचर एटस एटस आपने रिसेंटली देखा होगा कि टाटा मोटर्स एक दिन में 22 पर नीचे आ गई 22 पर टाटा मोटर्स जो है कंपनी वो एक दिन में 22 पर नीचे आ गई इवन दो इवन दो उसका जो सर्किट है अपर सर्किट और लोअर सर्किट दे आर फिक्स्ड एट 20 पर अपर सर्किट और लोअर सर्किट आर फिक्स्ड एट 20 अच्छा 20 एक और चीज मैं क्लियर करना चाहूंगा यह किस वैल्यू का 20 पर होता है यह आपकी जो पिछले दिन की जो प्राइस होती है ना लास्ट ट्रेडेड प्राइस यह लास्ट वाली प्रीवियस डे वाली लास्ट ट्रेडेड प्राइस का 20 पर लेते क्योंकि बात समझो यह 20 बोल रहा हूं 10 बोल रहा हूं 40 बोल रहा हूं अब यह जैसे 80 पे ट्रेड करना स्टार्ट किया आज के दिन 80 से तुरंत 81 हो जाएगा फिर सर्किट चेंज हो जाएंगे कि नहीं क्योंकि 81 का 20 पर विल बी डिफरेंट ऊपर भी और नीचे भी 90 पे आ गया 90 पे अपर सर्किट विल बी डिफरेंट लोअर सकट विल बी डिफरेंट तो ऐसे में तो सर्किट ऊपर नीचे ऊपर नीचे ऊपर ऊपर कहीं कहीं चलता जाएगा लेकिन एक दिन में अपने को सर्किट फिक्स रखना है तो क्योंकि एक दिन में अपने को सर्किट फिक्स रखना है तो अपन पिछले दिन की जो लास्ट प्राइस होती है उस परे अपन सर्किट लेते हैं अब आते हैं वापस टाटा वाले एग्जांपल पे समझो कांसेप्ट समझो बड़े ध्यान से कि टाटा मोटर्स का एक दिन में 22 पर शेयर नीचे गिर गया था यस शेयर प्राइस 22 पर फॉलन लेकिन इसकी अपर सर्किट लोअर सर्किट लिमिट जो सेबी ने सेट की है एनएससी और बीएससी ने सेट की है वो 20 सेट की है फिर ये 22 पर कैसे गिर सकता है यस यह जो कुछ ऐसी कंपनीज होती हैं जो ऐसी कंपनीज जो बेसिकली क्या फ्यूचर एंड ऑप्शंस डिबेंचर इन सब में डील करती है इनके लिए अपर सर्किट लोअर सर्किट इज जस्ट अ फॉर्मेलिटी जैसे ही अप्पर सर्किट और लोअर सर्किट हिट होता है वैसे ही एक न्यू अपर सर्किट और लोअर सर्किट इनके लिए फिर से बना दिया जाता है कंप्यूटर के द्वारा यह अपर सर्किट और लोअर सर्किट के बीच में रहना इनके लिए जरूरी नहीं होता क्यों क्योंकि यह फ्यूचर एंड ऑप्शंस में भी प्रेजेंट है टाटा मोटर्स का आप फ्यूचर एंड ऑप्शन भी ले सकते हो टीसीएस का फ्यूचर एंड ऑप्शन भी ले सकते हो अगर किसी कंपनी का फ्यूचर एंड ऑप्शन भी रजिस्टर्ड है तभी जाकर व अपने सर्किट को ब्रेक कर सकती है इन कंपनीज को हम सर्किट ब्रेकर्स भी कहते हैं यह ऐसी कंपनीज है कि कहीं से निकलेंगी तो देखे हो ना कि भाई आम आदमी जो है रोड में ब्लॉकेज लगा हुआ है आम आदमी जो है वह बस खड़ा रह जाता है कि आगे तो देगा देने जाएगा जाने देगा नहीं पुलिस वाला भाई नहीं जाने देगा लेकिन जैसे ही वहां पर टाटा मोटर्स टीसीएस जैसी कंपनी आएंगी व सलाम साहब जाइए तो वो बैरिकेड खुल जाते हैं समझे उनके लिए बैरिकेड लगाना एक फॉर्मेलिटी है वो बैरिकेड तोड़ तोड़ के चले जाते हैं क्योंकि वो फ्यूचर एंड ऑप्शंस में डील करते हैं तो अभी के लिए बस इतना समझो कि जो भी कंपनी फ्यूचर एंड ऑप्शंस में डील करेगी उसके लिए अपर सर्किट लोअर सर्किट रखना एक फॉर्मेलिटी है जैसे ही अपर सर्किट या लोअर सर्किट हिट होता है वो जो कंपनी होती है उसके लिए एक नया अपर सर्किट और लोअर सर्किट कंप्यूटर ऑटोमेटिक जनरेट कर देता है गॉट द पॉइंट राइट तो इस तरीके से सेबी ने किया तो है इस तरीके के रेगुलेटर को लेकिन कुछ कंपनीज ऐसी हैं जो फ्यूचर ए ऑप्शंस में ट्रेड करती है तो इन जिन कंपनीज में फ्यूचर एंड ऑप्शन में ट्रेडिंग होती है जिनके लिए सर्किट रखना एक फॉर्मेलिटी है इन कंपनीज में अभी भी रिंग ट्रेडिंग प्रिवेंट है अभी भी रिंग ट्रेडिंग चलती है ठीक है तो हमें ध्यान देना होगा क्योंकि अगर उनमें सर्किट लगा दिया जो कि रिजट रहा जो मूवेबल नहीं रहा तो ऐसे में फ्यूचर एंड ऑप्शंस में ट्रेडिंग नहीं हो पाएगी ठीक है राइट सो दिस इज द कांसेप्ट हियर सो व्हाट आई हैव टोल्ड यू अबाउट द ब्लू चिप कंपनीज मैंने बताया आपको फिर मैंने आपको ये भी बताया कि सेबी जो है वो बीएससी और एनएससी को जो है कंट्रोल करता है और सर्किट ब्रेकर लगाने के लिए बोलता है जिसमें कि अपर सर्किट होता है और लोअर सर्किट होता है मैंने यह भी बताया आपको कि इसकी वैल्यूज कुछ अलबल इस तरीके की होती है जिसमें से कौन सी वैल्यू पिक कर करनी है वो यह लोग अपने हिसाब से सेलेक्ट करते हैं ताकि इन्वेस्टर्स का बहुत ज्यादा नुकसान ना हो सटोरियों का बहुत ज्यादा फायदा ना हो एक ही दिन में रिंग ट्रेडिंग को थोड़ा सा कम रखने के लिए लेकिन फिर भी कुछ ऐसी कंपनीज जिनका एनएससी हो या बीएससी हो फ्यूचर एंड ऑप्शंस में भी डील करते हैं तो उनके लिए अपर सर्किट लोअर सर्किट का कोई मायने नहीं है वो जस्ट एक फॉर्मेलिटी है उनके लिए आह सो यहां तक के हमारे होते हैं कांसेप्ट बहुत सारे क्लियर लास्टली मैं आपको एक चीज यहां पे और बता दूं बिफोर मूविंग टू द नेक्स्ट टॉपिक एक और ऑर्डर होता है जिसको कहते हैं मिनिमम फिल ऑर्डर यानी कि एमएफ ऑर्डर जैसे कि आपका ऑल और नथिंग ऑर्डर था वैसे ही एक मिनिमम फिल ऑर्डर होता है यह जो ऑर्डर्स है ना ये दोनों यह पहला वाला यह दूसरा वाला यह जो दोनों ऑर्डर्स है ये बेस्ड अपऑन नंबर ऑफ शेयर्स है जो हमने पिछले ऑर्डर्स देखे थे मार्केट ऑर्डर लिमिट ऑर्डर स्टॉप लॉस मार् ऑर्डर स्टॉप लॉस लिमिट ऑर्डर यह सब जो ऑर्डर्स थे वो क्या थे दीज ऑर्डर्स वर बेस्ड ऑन ऑर्डर्स बेस्ड ऑन ऑन प्राइस कितने पैसे में खरीदना है यह सब ऑर्डर्स वर बेस्ड ऑन प्राइस कितने पैसे में खरीदना है कितने पैसे में रोकना है लॉसेस को यह जो है यह है ऑर्डर्स बेस्ड ऑन नंबर ऑफ शेयर्स मतलब ऑर्डर बेस्ड ऑन शेयर्स भी कह सकते हो आप ऑर्डर्स बेस्ड ऑन नंबर ऑफ शेयर्स आप अपने प्रेफरेंसेस चूज कर सकते हैं तो एक एओ तो मैंने बता दिया आपको ये मिनिमम फील क्या होता है जैसे फॉर एग्जांपल मुझे 1 लाख शेयर्स खरीदने हैं किसी कंपनी के अब यह जो 1 लाख शेयर्स है ना अब हम यह कह सकते हैं कि मिनिमम फिल का जो ऑप्शन होगा एमएफ का सेलेक्ट करके हम बोलेंगे मिनिमम फिल इज 1000 शेयर्स मतलब मुझको एक शेयर वहां से एक शेयर यहां से एक शेयर वहां से एक शेयर यहां से नहीं चाहिए मुझको हजार हजार के बंडल में शेयर्स चाहिए कि कम से कम किसी के पास 1000 शेयर तो हो उसी से आपको शेयर लेना है जो देने के लिए रेडी हो जो सेल आउट करने के लिए रेडी हो तो मिनिमम फिल नाम से ही समझो कॉमन सेंस मिनिमम फिल कम से कम आप 1000 1000 करके तो फिल करोगे ही उससे ज्यादा भी कर सकते हो कोई अगर डायरेक्टली 1 लाख देने के लिए रेडी है सामने खड़ा है 1 लाख भी आ जाएगा लेकिन मिनिमम फ मतलब कम से कम इतना फील तो होगा ही होगा तो ये मिनिमम फील शेयर है तो एक एक दो दो एक एक दो दो करके नहीं आएगा बंडल्स में आएगा कभी 1000 आ गया कभी 1500 आ गया कभी 5000 आ गया ऐसे करके आएगा लेकिन हमेशा 1000 के ऊपर ही होगा इस तरीके के आपके ऑर्डर्स जनरेट होंगे समझ रहे हो नहीं तो फिर ऐसे में ना एक और चीज होती है कांट्रैक्ट नोट होता है आपके 1 लाख शेयर्स आ रहे हैं और आपके धना धन खूब सारे कांट्रैक्ट नोट बन के आ रहे हैं क्या हो रहा है 50 ठोक कांट्रैक्ट नोट 100 ठो कांट्रैक्ट नोट बन के आ रहे हैं 1 लाख शेयर लेने थे क्या पता आपके 50000 तो कांट्रैक्ट नोट्स बन गए हर अलग-अलग अलग शेयर के कोई यहां से मिला कोई वहां से मिला कोई यहां से मिला कोई वहां से मिला राइट तो यहां पे क्या होता है अगर एक बार में बहुत सारा मिलता है तो ऑर्डर क्वांटिटी बिल्कुल वहां से यहां आ गया उस बंदे से 1000 शेयर यहां आ गया तो ये चीजें क्या होती है ये मैनेज करने में कुछ लोगों को इजी हो जाता है जो लोग बल्क में ट्रेड वगैरह करते हैं यस जो लोग ट्रेड करते हैं जो ट्रेडर्स होते हैं जो लोग ट्रेड करते हैं लेनदेन करते हैं इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग करते हैं उनके लिए ये चीज फायदेमंद हो जाती है कभी-कभी देखेंगे आगे इंट्राडे के बारे में तो और भी बहुत सारी चीजें बात करनी है शॉर्ट सेलिंग बात करनी है जो कि अगले सेशन में बात करेंगे आगे बढ़ते हैं राइट कैसे सब चीजें यूज होती है तो प्रैक्टिकल की बात है ही कांसेप्ट मैंने बता दिया आगे देखते हैं आगे हमें समझना है कि यह जो बीएससी का इंडेक्स है क्या है इंडेक्स सेंसेक्स और ये जो एनएससी का इंडेक्स है क्या निफ्टी राइट निफ्टी 50 भी बोल देते हैं राइट तो ये इंडेक्सेस निकलते कैसे हैं य जो इंडेक्सेस हम बोलते हैं जिसको हम लोग कहते हैं स्टॉक इंडेक्सेस या शेयर इंडेक्सेस स्टॉक मार्केट को के रिप्रेजेंटेटिव होते हैं स्टॉक मार्केट के रिप्रेजेंटेटिव होते हैं जैसे हमारे देश के प्रधानमंत्री कहीं जाते हैं तो पूरी इंडिया को रिप्रेजेंट कर रहे होते हैं वो जो वहां पर काम करके आएंगे या कांड करके आएंगे उससे इंडिया की छवि बन जाती है तो वह हमारे रिप्रेजेंटेटिव होते हैं अगर मान लो हमें सिंगापुर में कुछ ना कुछ मान लो काम करना है अच्छा तो वहां पर हम अपने रिप्रेजेंटेटिव को भेजकर वह काम करवा सकते हैं व हो जाएगा अच्छा काम सभी को वहां पर जाकर के कुछ करने की जरूरत नहीं है वह रिप्रेजेंटेटिव भी वहां पर जाएंगे उनके रिप्रेजेंटेटिव से मिलेंगे तो बा सब लोग देखेंगे कि हां भाई ये रिप्रेजेंटेटिव आपस में बड़ा अच्छा झूल रहे हैं तो ऐसे में क्या है लोगों के बीच में थोड़ी सी ढाढस आएगी कि हां यह रिश्ते अच्छे हो रहे हैं बढ़िया है है ना राइट तो इसी तरीके से यह जो सेंसेक्स है और निफ्टी है यह दोनों ही दे आर रिप्रेजेंटेटिव्स रिप्रेजेंटेटिव्स ऑफ द रिप्रेजेंटेटिव्स ऑफ द स्टॉक मार्केट परफॉर्मेंस स्टॉक मार्केट परफॉर्मेंस यह है ये कैसे कैलकुलेट होते हैं ये ये कैलकुलेट होते हैं अपनी एक बेस वैल्यू से एक बेस वैल्यू से यह कैलकुलेट होते हैं इसको स्टार्टिंग से समझते हैं अपन थोड़ा सा कि हाउ डू यू कैलकुलेट दिस यह समझना भी अच्छा है जानना जरूरी है जान रहे हो तो डीप में चीजों को अच्छे से जानिए ठीक है फायदा होगा ठीक है कहीं बात करोगे कहीं कुछ बोलोगे मुंह खोलोगे तो यार निकलेगा ना कंटेंट निकलेगा कंटेंट समझे राइट जैसे फॉर एग्जांपल हम किसी चीज को क्या करते हैं एक पर्टिकुलर बेस से कंपेयर कर लेते हैं हमने क्या किया 2001 में अपने सारे बेसेस को रिवाइज किया और 2001 में एनएसई को स्टार्ट किया हमने 100 से यह हर नहीं है यह 100 वैल्यू है बस ये 100 वैल्यू है एक रिप्रेजेंटेटिव है हमने एनएससी काम ले रहा हूं 2001 में हमने स्टार्ट किया था एनएससी को 100 से उसके पहले बेस जो था 1970 1978 79 का था बेस फिर हमने 2001 में बेस को रिवाइज किया फिर से 100 पर लेकर के आए 100 पर लेकर के आए अब यहां पर क्या हुआ स्टेप बाय स्टेप चलते हैं पहला एग्जांपल मैं लेता हूं एग्जांपल नंबर वन लेटस सपोज वी हैव वन कंपनी जस्ट वन कंपनी एक स्टॉक एक्सचेंज है जहां पर एक ही कंपनी है कोई दूसरी कंपनी है ही नहीं मान लो फिर इसको कॉम्प्लिकेट करेंगे धीरे-धीरे थोड़ा सा और लेवल बढ़ाएंगे एक ही कंपनी है और लेट अस सपोज दैट कंपनी इज x ठीक है कंपनी एक है और उस कंपनी का एक एक जो शेयर है वो अभी लेट अस सपोज 00 का है और ऐसे में उसके 5000 शेयर जो है वो मार्केट में अभी प्रेजेंट है नंबर ऑफ शेयर्स 5000 प्रेजेंट है तो क्या कहेंगे इस कंपनी का मार्केट कैपिट इजेशन कितना है ₹5000000 शेयर्स हैं तो ये एक इकलौती कंपनी है यही है केवल और कुछ है ही नहीं मतलब यही है केवल और कुछ है ही नहीं ऐसे में हम कहेंगे इसका जो मार्केट कैपिट इजेशन है वो है 5 5 205 1 2 3 4 5 0 3 4 5 कितना हो गया ये 25 लाख तो हम कहेंगे इसका मार्केट कैपिटल इजेशन है 25 लाख रुपयों का खत्म अब अगर हमने इसी कंपनी से शुरुआत की है तो हम अपने बेस को सेट कर देंगे कि एनएससी में 100 का मतलब है 25 लाख का मार्केट कैपिटल इजेशन यह 100 का मतलब है 25 लाख का मार्केट कैपिटल इजेशन अब क्या होगा अब होगा यह कि जैसे जैसे कंपनी के शेयर ट्रेड होंगे धीरे-धीरे बढ़ेंगे या घट बढ़ेंगे या घट जैसे फॉर एग्जांपल मान लीजिए कि ओवर पीरियड ऑफ टाइम x का शेयर अब 800 में ट्रेड होने लग गया और नंबर ऑफ शेयर्स जो है वही रहे 5000 शेयर्स रहे मार्केट में और ये 800 में ट्रेड होने लग गया तो ऐसे में ये टाइम के साथ-साथ बढ़ा शेयर वैल्यू बाइंग और सेलिंग की वजह से तो ऐसे में कंपनी की जो वर्थ है मार्केट कैप है कितनी हो गई 8 5 40 मतलब हो गई 4 लाख रुपयों की 4 लाख र तो अब क्या होगा 00 वर इक्विवेलेंट टू 25 लाख तो ऐसे में हाउ मच विल बी द वैल्यू च विल बी इक्विवेलेंट टू 40 लाख अरे बचपन में भाई एक सेब जो है 0 का है वन इज एट 40 सो 50 सेब लोगे तो कितने का बढ़ेगा तो 50 कितने का होगा 2000 का तो ऐसे में यही क्रॉस मल्टीप्लिकेशन नहीं करते बचपन में अपन बस वही चीज है कि 100 अगर 25 लाख को रिप्रेजेंट कर रहा है तो यह वैल्यू कुछ अननोन ले लो y y रिप्रेजेंट्स 40 लाख y रिप्रेजेंट्स 40 लाख ये y की वैल्यू आ जाएगी कैसे क्रॉस मल्टीप्लिकेशन करके कि भाई 40 लाख बा 25 लाख * 100 40 लाख बा 25 लाख * 100 यानी कि ये हो जाएगा 4000 बा 25 4000 बा 25 कितना होगा 25 * 8 ये हो जाएगा 25 एक करोगे ये 400 में लेकर के जाओगे तो कितनी बार 16 बार हो जाएगा ऐसे में 160 हो गया ये 160 हो गया तो ऐसे में अब जो निफ्टी की वैल्यू हो जाएगी वो 160 हो जाएगी ये मैंने एक कंपनी को लेकर के आपको समझाया कि इस तरीके से होता है एग्जांपल ऑफ जस्ट वन कंपनी आम जस्ट फिर से बता रहा हूं मैं एक बार और कि भाई एक बेस लिया जाता है एक बेस लेना बहुत जरूरी है क्योंकि मार्केट कैपिला इजेशन तो करोड़ों अरबों खरबों में चल रहा है अभी हमने देखा टीसीएस का यस का देखें कितना बड़ा मार्केट कैप है तो उतना बोलते रहे 11 8985 पॉइंट दिस दिस इससे अच्छा उसको एक सिंपल नंबर में कन्वर्ट कर लो तो हमने क्या किया 2001 में का वैसे ही बीएससी का भी किसी एक ईयर में एक बेस ले लिया और उस बेस को हमने देखा कि वह कितने मार्केट कैपिट इजेशन के बराबर है अब मैंने यहां पे एक कंपनी एग्जांपल लि आपके लिए लेकिन जो एनएससी है उसने टॉप 50 कंपनीज को कंसीडर किया ये ऐसा करने के लिए टॉप 50 कंपनीज को कंसीडर किया ऐसा करने के लिए और बीएससी ने अपनी टॉप 30 कंपनीज को कंसीडर किया ऐसा करने के लिए तो एनएससी में इसलिए बोलते हैं निफ्टी 50 टॉप 50 मार्केट कैपिट इइ जेशन वाली जो कंपनीज होती हैं उनसे निफ्टी की वैल्यू को कैलकुलेट किया जाता है यहां से आता है निफ्टी यह तो एक से हमने बताया कि ऐसे प्रोपोर्शनेटली हो जाता है बिल्कुल वैसे ही प्रोपोर्शनेटली यह एनएससी और बीएससी चलता है उसमें बहुत थोड़ा बहुत और भी जुगाड़ लगते हैं फॉर्मूले लगते हैं इसको बोलते हैं स्टैंडर्ड एंड पुर एसएनपी का फार्मूला लगते हैं और वो मॉडिफाई होता है उस तरीके से तो बट यह रफ तरीका है समझने का कि ऐसे बेस बनता है उस बेस से फिर आगे बढ़ा जाता है तो जब अब एक बार बेस बन गया अब जो वैल्यू हुई 160 नेक्स्ट डे जो वैल्यू होगी वो इस पर चेंज होगा ना अब अपन को बेस से मतलब ही नहीं बेस तो बहुत पीछे चला गया अब बेस तो बहुत 2001 में चला गया बेस आज निफ्टी जो 15000 में है हम इसको कंपेयर उस बेस से नहीं करते हम उसको प्रीवियस डे से करते हैं प्रीवियस डे से आज कितना बढ़ा कितना कम हुआ लेटेस्ट ट्रेडेड प्राइस कितनी है कितनी बढ़ रही है कितनी कम हो रही है हम यह देखते ये ट्रेंड देखते हैं समझे बात को तो बीएससी लेता है टॉप 30 कंपनीज और इसको कहता है वह सेंसिटिविटी इंडेक्स यानी कि सेंसेक्स इन द सेम वे अब आ गया समझी और कि इसमें क्या है देखो 50 कंपनिया नहीं है 50 कंपनिया नहीं में मोर देन 1600 कंपनीज आर लिस्टेड एंड बीएससी में मोर देन 5500 कंपनीज आर लिस्टेड आज की डेट में तो ऐसे में इतनी सारी कंपनीज लिस्टेड है लेकिन जनरली टॉप 50 जो कंपनीज है और यहां की जो टॉप 30 कंपनीज है यह पूरे मार्केट के बिहेवियर को दर्शा देती हैं इसमें बस एक चीज मेक श्यर की जाती है कि जब हम कैटेगरी ऑफ कंपनीज इन 50 में एंड 30 में ले तो हम कोशिश करें करें कि हर कैटेगरी की कंपनी जो है हम कंसीडर कर ले अलग-अलग कैटेगरी में कंपनी होती है जैसे कि आईटी कंपनी होगी जैसे कि विपो हो गया फोसिस हो गया ऑटो की कंपनी होंगी जिसको बोलते हैं निफ्टी ऑट सेंसेक्स ऑट अगर मान लो निफ्टी के आगे कभी ऐसा लिखे मिले आपको निफ्टी ऑटो इसका मतलब ऑटो सेक्टर का खुद का निफ्टी है वो ऑटो सेक्टर का निफ्टी है समझे अगर कभी लिखा है निफ्टी बैंक तो वह बैंक के निफ्टी का परफॉर्मेंस है निफ्टी बैंक राइट सो यहां पे बैंक हो सकता है टेक्सटाइल इंडस्ट्री हो सकती है अह जैसे पोर्ट्स वगैरह है इंफ्रास्ट्रक्चर अदानी पोर्ट्स वगैरह इंफ्रास्ट्रक्चर में आता है पोर्ट वगैरह बनाते हैं वह लोग राइट सिमिलरली वीी कैन हैव एफएमसीजी फ़ास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स राइट साबुन तेल यह सब जो चीज़ें होती है वह सब आता है इस तरीके से बहुत सारी एकट एटस एक्सट्रा तो ये लोग क्या करते हैं हर सेक्टर की कंपनीज को यहां पे कंसीडर करते हैं टॉप वाली कंपनीज को और वहां से इंडेक्सेस को निकालते हैं जो कि रिप्रेजेंटेटिव होते हैं पूरे मार्केट का इस तरीके से 1600 कंपनीज को देखने की जरूरत नहीं है 5500 कंपनीज को देखने की जरूरत नहीं है इन 5030 कंपनी पे पेनी नजर रखिए और वहां से कंप्यूटर भाई साहब जो हैं वह सारा का सारा डाटा जो है निकाल के रेगुलरली अपडेट करते चले जाएंगे तो इस तरीके से हमारा बीएससी और एनएससी जो है ये निफ्टी और सेंसेक्स नहीं सेंसेक्स और निफ्टी बीएससी सेंसेक्स और एनएससी निफ्टी निकाल कर के देता है हमें क्लेरिटी मिली मजा आया तो ऐसे में अब आप बात समझ रहे हो कि इट्स ऑल अबाउट टेकिंग अ बेस और उस बेस पे फिर अपन लोग खेलते हैं तो हर कंट्री अपना अलग-अलग बेस लेती है और अपनी वैल्यूज जो है वो उस हिसाब से धीरे-धीरे रोजाना चेंज होती रहती है अगर एक ट्रेंड दिख रहा है ग्रो करने का तो एक स्ट्रांग इकोनॉमी के संकेत हैं अगर ट्रेंड दिख रहा है डिक्रीज करने का तो इकोनॉमिक एक्टिविटीज थोड़ी सी ढीली पड़ रही है यह इसका मतलब है ऑलराइट सो आई होप आप इस लेक्चर में बहुत कुछ जाने होंगे काफी सारी चीजें आपको समझ में आई होंगी राइट और इस लेक्चर में जो हमने डिटेल में चीजों को डीप में डील किया है मार्केट कैपिट इजेशन कुछ फाइनेंशियल चीजें यहां पर डील करी हैं वह भी आपको मजा आया होगा कांसेप्ट बहुत सारे थे यहां पर यह लेक्चर खत्म होता है अगला लेक्चर भी इसका पार्ट थ्री ही होगा लेकिन हम यहां पर आपसे एक गुजारिश करते हैं कि आप अपना डीमेट अकाउंट ओपन करिए थोड़ा समय आपको हम दे रहे हैं कि आप डीमेट अकाउंट ओपन करिए थोड़ा सा इन लेक्चर को देखिए कुछ लोग कभी काम में बिजी रहते हैं कुछ नहीं कर पाते हैं तो वह लोग लेक्चर कंप्लीट करें डीमेट अकाउंट का प्रोसीजर कंप्लीट करें जीरोधा का और अप स्टॉक्स की लिंक जो है व ऐप के अंदर है जीरोधा और अप स्टॉक्स का अकाउंट जो है आप ओपन कर सकते हैं वह करके रखिए यह सब जब आप काम कर लोगे तो जब हम आप आपको लाइव में चीजें करके दिखाएंगे तो आपको बहुत मजा आएगा अपने इंटरफेस को भी देख करके साल्ट नियस बात समझ रहे हो जी हां इसके बाद आपको कहीं और कुछ भी देखने की जरूरत नहीं है यू विल बी सेल्फ कंपलीटली मतलब आप पूरी तरीके से सेल्फ सफिशिएंट हो जाओगे चीजें समझने लग जाओगे और पूरा स्टॉक मार्केट जो है उसकी पूरी नॉलेज आपको मिल जाएगी तो बहुत-बहुत शुक्रिया जय हिंद वंदे मातरम [संगीत] मेरे प्यारे दोस्तों फाइनेंशियल और टेक्निकल एनालिसिस द सेम थिंग बट अब इसमें हम और भी डिटेल में चीजों को समझेंगे एंड आई सिंसियर होप कि अब तक के आपको सारी चीजें बहुत अच्छे से समझ में आ रही होंगी हम डेप्थ में डील कर रहे हैं चीजों को और आपने पिछले आठ लेक्चर बहुत अच्छे से देखे होंगे हम लोग लाइव सेशंस में बेसिकली आपके डाउट्स क्लियर करना हो गया लाइव जो है ट्रेड करना बाय और सेल का जो पूरा प्रोसेस होता है वेरियस प्लेटफॉर्म्स को यूज करके वो करना हो गया तो इन सबका जो पूरा सिस्टम होता है सब लाइव में समझते हैं एंड दीज आर द थिंग्स व्हिच आर द फाउंडेशन ऑफ दोज लाइव लेक्चर राइट सो फाइनेंशियल और टेक्निकल एनालिसिस में लास्ट क्लास में जो कि था लेक्चर नंबर एट उसमें हमने डिस्कस किया था हाउ डू वी कैलकुलेट निफ्टी एंड हाउ डू वी कैलकुलेट सेंसेक्स राइट निफ्टी कैसे कैलकुलेट होता है सेंसेक्स एक एग्जांपल लिया था मैंने एक कंपनी का वैसे ही हम बहुत सारी कंपनीज जैसे कि निफ्टी जो करता है वह टॉप 50 कंपनीज को लेता है और सेंसेक्स जो है टॉप 30 कंपनीज को लेता है अब ऐसे में अब आप यह सोच रहे होंगे कि क्या हमेशा व 50 कंपनीज फिक्स होती है क्या ओबवियसली नॉट राइट वह 50 कंपनियां वह 30 कंपनियां जो निफ्टी और सेंसेक्स लेते हैं कंसीडर करते हैं मार्केट कैप के बेसिस पर वो कंपनी टाइ टू टाइम चेंज होती है इसको कहते हैं एडजस्टमेंट इन द इंडस क्या कहते हैं एडजस्टमेंट इन द इंडस इसको जब यह लोग करते हैं तो यह लोग बेसिकली सेमी एनुअल बेसिस पे यह काम को करते हैं सेमी एनुअल बेसिस सेमी एनुअल बेसिस का मतलब होता है इन एवरी सिक्स मंथ्स आधे आधे साल में करेक्शंस लगाए जाते हैं इन इंडेक्सेस पे जो आपके निफ्टी है और सेंसेक्स है उस परे करेक्शन लगाए जाते हैं ये जो करेक्शन होते हैं इसमें क्या होता है देखिएगा कि टॉप 50 कंपनीज जो हैं जरूरी नहीं है कि वह हमेशा टॉप पे रहे कोई पीछे वाली कंपनी भी हो सकता है किसी और कंपनी को रिप्लेस कर दे तो हर सिक्स मंथ्स में इन टॉप 50 कंपनीज का फिर से रिवैल्युएशन होता है मार्केट कैप के बेसिस पे और फिर से रिवाइज्ड वे में आता है हो सकता है कि वो सेम रहे बट रिवाइज करना जरूरी है पता लगाने के लिए कहीं और कंपनी टॉप 50 में तो अपनी जगह नहीं बना ली तो फिर हम उस कंपनी को कंसीडर करेंगे निफ्टी के लिए टॉप 30 कंसीडर करेंगे हम सेंसेक्स के लिए टॉप 30 कंसीडर करते हैं सेंसेक्स के लिए और यह कंसीडर करते हैं निफ्टी के लिए सो आई होप यू गॉट द पॉइंट नाउ आल्सो सडली ऐसा होता है क्या कि एक करेक्शन लग गया निफ्टी में एक करेक्शन लग गया सेंसेक्स में सडन नहीं होता हम सभी लोगों को जिनके भी डीमैट अकाउंट्स होते हैं उनको सेबी की तरफ से सर्कुलर आता है ऐसा होने के चार हफ्ते पहले सेबी की तरफ से और आपके स्टॉक एक्सचेंज की तरफ से एनएससी और बीएससी की तरफ से मेल्स आते हैं रिसेंटली मुझे एक मेल आया था जिसमें कि बताया गया था कि वी आर गोइंग टू रिवाइज तो ये मेल्स आपको भी आएंगे जब आपका डीमेट अकाउंट बन जाएगा दैट इज़ देयर रिस्पांसिबिलिटी टू सेंड यू मेल मे बी सम मैसेजेस थ्रू द ब्रोकर्स सो दे विल डू दैट एंड दे विल सेंड दिस नोटिस फर वीक्स बिफोर चार हफ्ते पहले ही जनरली लोगों की टेंडेंसी क्या होती है पता है मैं आपको बताता हूं जब ये नोटिस आता है चार हफ्ते पहले कि ऐसा हम करने वाले हैं करेक्शन करने वाले हैं तो बहुत सारी वेबसाइट्स हैं वो पहले से ही कुछ फोरकास्ट करने लगती है कि नाउ दिस कंपनी इज गोइंग टू बी इन द टॉप 50 दिस कंपनी इज गोइंग टू बी इन द टॉप 30 तो ऐसे में ना उनके शेयर्स जो है वह भागने लग जाते हैं सिर्फ न्यूज के बेसिस पर एक्चुअल क्या है वह नहीं मालूम रहता है बात समझना बड़े ध्यान से समझना न्यूज के बेसिस पर भले ही एक्चुअल कुछ और ही हो रियलिटी कुछ और हो न्यूज में क्या होता है हो सकती है ऐसी बातें की जाती हैं कि हो सकता है कि यह जो पी क्यू आर कंपनी है दिस इज गोइंग टू बी इन निफ्टी एंड दैट आल्सो ऑन द टॉप 50 लिस्ट ऐसे में जब यह न्यूज़ में आएगा तो ऐसे में इसके शेयर्स भागने लग जाएंगे जब कभी भी इस तरह की न्यूज़ आएगी मेरा एक एडवाइस आप मानिए ऐसे शेयर्स में उस समय इन्वेस्ट मत करिएगा ऐसे शेयर्स में उस समय इन्वेस्ट मत करिएगा जब तक ये श्यर नहीं हो जाता हां अगर शर हो गया है जिस दिन वो टॉप 50 में आ चुकी है वो कंपनी जो पहले नहीं थी उसी दिन एगजैक्टली ऑन द सेम डे आप उसमें इन्वेस्ट कर सकते हो हो सकता है कि यह पी क्यूआर कंपनी जो न्यूज़ में चल रही थी लोगों ने कहा था कि यह एक्सपर्ट्स ने कहा था कि यह टॉप 50 में आएगी इसके शेयर बढ़ने लग गए तो आपको लग रहा होगा अरे यार मैं यहां पे अगर शेयर परचेस कर लेता मेरा अब तक के यहां पे हो गया रहता डोंट फॉल फॉर दैट ग्रीड क्योंकि बहुत बार ऐसा हुआ है इनफैक्ट मोर दन 50 पर मैं अपने एक्सपीरियंस से बता रहा हूं यही तो सीखना है आपको आप देखना youtube0 में आने वाली अरे बनाते हैं लोग उसके बाद लोग उसमें इन्वेस्ट करना शुरू कर देते हैं वो देखते हैं दो चार न्यूज आर्टिकल्स भी आ रखे हुए हैं जब एक्चुअली में निफ्टी का कैलकुलेशन होता है जब करेक्शंस लगते हैं एसएनपी स्टैंडर्ड एंड पुअर फार्मूले लगते हैं जरूरी नहीं है कि वो न्यूज़ के बेसिस पर आपने जो देखा वह निफ्टी ने भी वही निकाला डोंट गो फॉर दोस काइंड ऑफ सट्टेबाजी यह आप अपने तरीके की सट्टेबाजी कर रहे हो अपने तरीके स्पेक्युलेटिव उसी मोमेंट पे यस उसी मोमेंट प परचेस कर लो एक साल के अंदर आपको एक अच्छा रिटर्न मिल जाएगा मैंने कुछ ऐसी कंपनीज में इन्वेस्ट किया था जिन्होंने टॉप 50 में जगह बनाई और तुरंत इन्वेस्टमेंट कर दिया तुरंत इमीडिएट और ऐसे में दोस कंपनीज गेव मी 50 पर रिटर्न इन जस्ट वन ईयर जो शेयर मैंने 175 में खरीदा था वही शेयर 300 टच करने वाले थे एक साल के भीतर मोर दन 50 पर मोर देन 50 पर रिटर्न इन जस्ट वन ईयर तो वो मोमेंट होता है इन्वेस्टमेंट करने का दैट इज द मोमेंट ऑफ नॉट ट्रेडिंग लेके बेचना वाला नहीं रख देना पैसों को होल्ड करके रखना ठीक है फिर जब वो छ आ महीने के बाद अगर मान लो वो कंपनी का बैलेंस शीट अच्छा रहता है कंपनी अच्छा परफॉर्म करती है टॉप 50 में जगह बनाए रखी है कीप इट लॉन्ग टर्म रहने दो पैसे वहां पे जब आपको उस कंपनी से कोई भी बुरी न्यूज़ मिलेगी तुरंत निकाल लेना बट फिर भी आपको फायदा ही होगा क्योंकि आपने बहुत ही इनिशियल फेज में जब वो टॉप 50 में अपनी जगह बनाई उसी समय प आपने इन्वेस्ट कर दिया उसके बाद कंपनी ने आपको एक सफिशिएंट अमाउंट ऑफ प्रॉफिट दे ही दिया अगर कोई बैड न्यूज़ आती है थोड़ा सा नीचे जाता है तो इ आप कर दो उसको सेल ऑफ कर दो कोई बैड न्यूज़ आती है सेल ऑफ कर दो तो तो आपका एटलीस्ट ये प्रॉफिट तो बना रहेगा भले ही वहां तक नहीं गया लेकिन यहां तक तो आया बात समझ रहे हो बी वेरी क्लियर डोंट फॉल फॉर दिस न्यूज़ ऐसी न्यूज़ प नहीं जाना अच्छा करेक्शन लगने के बाद क्या होता है हर छछ महीने आप ऑब्जर्व करना करेक्शन लगने के बाद निफ्टी की जो वैल्यू होती है वो या तो एकदम से सट से नीचे जाती है या फिर हो सकता है कि करेक्शन लगने के बा एकदम से ऊपर भी जा सकती है तो आज निफ्टी 800 पॉइंट ऊपर खुला आज निफ्टी कभी-कभी आपने न्यूज़ में सुना होगा ये चीज 800 पॉइंट ऊपर खुला हम सिर्फ न्यूज़ देख लिए रहते हैं क्या पता आज वो दिन हो जब जो टॉप 50 या टॉप 30 कंपनीज जो एनएससी और बीएससी ने निकाला है वो चेंज हो गई हो तो ये जो 800 पॉइंट ऊपर खुलना या फिर 1000 पॉइंट नीचे खुलना राइट गैप अप ओपनिंग और गैप डाउन ओपनिंग ये सारी की सारी चीजों के पीछे का रीजन ये भी हो सकता है तो आपको न्यूज बता दी जाती है उसके पीछे का रीजन हमें देखना पड़ता है ऑलराइट आपको एक और मैं चीज बताना चाहूंगा यहां पे आपको यह तो पता है ना कि हमेशा स्टॉक मार्केट में हम जो ट्रेड कर पाते हैं वो 915 से लेकर के 3:30 पीएम के बीच में ट्रेड कर पाते हैं 9:1 एम टू 3:30 पीएम है कि नहीं एक ऐसा भी दिन है पूरे साल भर में एक ऐसा भी दिन है पूरे साल भर में जहां पर हम इवनिंग में भी ट्रेड कर सकते हैं और उस दिन होता है बहुत बड़ा शुभ मुहूर्त कहा जाता है बहुत बड़ा शुभ मुहूर्त कहा जाता है और वो कौन सा दिन होता है लक्ष्मी पूजन का दिवाली के टाइम पर लक्ष्मी पूजन का जो दिन होता है जिस दिन आप लक्ष्मी पूजा कर रहे होते हो उस दिन शाम को महूरत के हिसाब से यस शेयर बाजार भी महूरत फॉलो करता है लोग अरे लोगों के सेंटीमेंट्स पे बेस्ड है यार क्यों नहीं फॉलो करेगा महूरत तो 5 पीएम से लेकर के 7 पीएम के बीच में यूजुअली 5 से 7 बजे के बीच में वन आवर के लिए शेयर मार्केट खोला जाता है वन आवर के लिए शेयर मार्केट हमारे आपके लिए हम सबके लिए खोला जाता है कि आवर ट्रेड करो इसको बेसिकली इस ऐसा नहीं है कि इसमें प्री ओपनिंग और पोस्ट ओपनिंग नहीं होता यहां भी होता है ये एक घंटे का जो टाइम होता है जैसे मान लीजिए कि 5:30 बजे से लेकर के 6:30 बजे तक के यह ओपन किया गया शाम में तो शुरुआत के 510 मिनट प्री ओपनिंग सेशन भी होगा और 6:30 से 645 तक के पोस्ट सेशन भी होगा अभी तक मैंने आपको यह नहीं बताया कि पोस्ट सेशन में होता क्या है पोस्ट मार्केट सेशन में क्या होता है समझेंगे और बहुत मजा आएगा आपको कांसेप्ट समझेंगे ऑक्शनिंग का वो अब आगे चलके समझ में आएगा लेकिन ये एक मात्र ऐसा दिन है जिस दिन आप ट्रेड कर सकते हो यहां पे जनरली गोल्ड की ट्रेडिंग बहुत ज्यादा होती है जो एमसीएक्स होता है बीएससी और एनएससी के अलावा तीसरा और है एमसी एक् जहां पे कमोडिटी ट्रेडिंग होती है गोल्ड ट्रेडिंग राइट कमोडिटी ट्रेडिंग भी होती है गोल्ड ट्रेडिंग फूड ग्रेन की ट्रेडिंग टेक्सटाइल की ट्रेडिंग अलग-अलग कमोडिटीज जो होती है ना उनकी ट्रेडिंग होती है तो एमसीएक्स भी उस दिन काफी ज्यादा एक्टिव रहता है गोल्ड ट्रेडिंग बहुत ज्यादा होती है और इसका नाम जो होता है इसको बोलते हैं महूरत ट्रेडिंग क्या कहते हैं इसको महूरत ट्रेडिंग शुभ महूरत होता है महूरत ट्रेडिंग कहते हैं ऑलराइट कमिंग टू द कांसेप्ट नाउ अगर एक बात बताओ मान लो मैं निफ्टी कंसीडर करता हूं मैं बारबार निफ्टी क्यों कंसीडर करता हूं मैं बहुत ज्यादा सेंसेक्स यूज नहीं करता निफ्टी छ वर्ड है इज है इसीलिए क्या ऐसा नहीं है देखो निफ्टी में वॉल्यूम इसके बारे मैंने पहले बताया था निफ्टी में वॉल्यूम जो होता है मतलब हर दिन जो शेयर हाथों को चेंज करता है व बहुत ज्यादा होता है निफ्टी में कोई कंपनी अगर आ रही है तो उसके लिए प्रिविलेज होता है एक और चीज य से समझना है यह सब मार्केट के इंडिकेशन है कि कब आपको उस कंपनी में पैसे लगाने जैसे अगर कोई कंपनी सेंसेक्स में ऑलरेडी लिस्टेड है सेंसेक्स में ऑलरेडी लिस्टेड है लेकिन निफ्टी में लिस्टेड अभी फिलहाल नहीं है यह निफ्टी में फिलहाल लिस्टेड नहीं है जिस दिन सिर्फ अनाउंसमेंट हो जाए कि यह निफ्टी में भी आने वाली है यह निफ्टी में भी लिस्ट होने वाली है इसकी शेयर्स बिल्कुल पागल की तरह भागने लग जाते हैं हां सिर्फ अनाउंसमेंट अभी आई भी नहीं है निफ्टी में लिस्ट होना एक प्रिविलेज होता है शेयर मार्केट में जो हम लोग होते हैं इन्वेस्टर होते रिटेल और इंस्टीट्यूशनल निफ्टी में ज्यादा कंसीडर करते हैं खेलना ट्रेडिंग करना क्योंकि निफ्टी में वॉल्यूम हाई होता है लोग ज्यादा आते हैं यहां पे निफ्टी में तो ऐसे में निफ्टी में लिस्ट होना एक बहुत बड़ा प्रिविलेज होता है अगर कोई कंपनी अगर वाकई में निफ्टी में लिस्ट हो जाती है उसी दिन उसके शेयर आपको ले लेने चाहिए निफ्टी में लिस्ट होने का क्राइटेरिया कुछ डिफरेंट है इसीलिए उस क्राइटेरिया प हमन नहीं जा रहे हैं बट वो तो खैर एनएससी और बीएसी टाइम टू टाइम अपने क्राइटेरियास को बदलते रहते हैं कि आप अगर उसमें लिस्टिंग हो रही है आपकी क्राइटेरिया विल बी देयर फॉर द कंपनीज उसमें ना जाते हुए हम ये समझते हैं कि अगर कोई कंपनी ऑलरेडी मान लो सेंसेक्स में लिस्टेड है लेकिन निफ्टी में नहीं थी जिस दिन वो लिस्ट होने वाली है कीप एन आई आउट उस दिन आप उसके शेयर्स को परचेज करो एक महीने में आपको 20 पर तक का रिटर्न मिल सकता है हां जी एक महीने में 20 पर तक का रिटर्न मिल जाएगा यहां पे बैंकों की हालत खराब हो रही है एक साल में 4 पर नहीं दे पा रहे आपको एक महीने में इतना रिटर्न मिल सकता है तो कीप एन आई आउट ओके राइट अगर मैं बोलता हूं कि निफ्टी जो है वो 1 पर बढ़ा इफ आई एम सेइंग कि निफ्टी जो इंडेक्स है व 1 पर बढ़ा अब मैं आपसे एक सवाल पूछता हूं क्या निफ्टी में जितने भी कंपनीज लिस्टेड हैं सबका शेयर 1 पर बढ़ा क्या जी नहीं सबका नहीं लेकिन यह एक ओवरऑल मार्केट सेंटीमेंट को बता रहा है कि ओवरऑल मार्केट सेंटीमेंट ऐसा है कि सब कंपनीज को अगर मिलाजुला के ऑन एन एवरेज देखा जाए तो निफ्टी में बढ़ ही हुई है तो अगर निफ्टी 1 पर बढ़ता है इसका मतलब ये बिल्कुल भी नहीं होगा कुछ लोगों को डाउट हो सकता है कि निफ्टी बढ़ेगा तो सारी कंपनीज बढ़ेंगे नहीं निफ्टी हर कंपनीज का क्यूम लेटिव है कोई सेक्टर हो सकता है बहुत अच्छा करे कोई सेक्टर थोड़ा खराब करे तो ओवरऑल जो मार्केट सेंटीमेंट्स है वो पॉजिटिव हो गए क्योंकि एक सेक्टर ने बहुत अच्छा परफॉर्म किया सो यू गट द होल आईडिया राइट आगे बढ़ते हैं मार्केट कैप मार्केट कैप होता है कि अगर हम रली किसी कंपनी को खरीदना चाहते हैं तो हमें टोटल कितने पैसे देने पड़ेंगे वह मार्केट कैप होता है अब आपने जो न्यूज होते हैं या फिर वीडियोस होती है वहां पर आपने देखा होगा लोग एक टर्म यूज करते हैं उसम मार्केट कैप के आगे लिखा रहता है फ्री फ्लोट मार्केट कैप फ्री फ्लोट मार्केट कैप इसको ऐसे भी शर्ट में लिखते हैं एफ एफ एम सी फ्री फ्लोट मार्केट कैप फ्री फ्लोट ऐसे शेयर्स जो फ्रीली अवेलेबल है ध्यान से समझिए प्लीज बहुत बहुत इंपॉर्टेंट कांसेप्ट है ऐसे शेयर्स जो फ्रीली अवेलेबल है मार्केट में ट्रेड करने के लिए बाय सेल करने के लिए इन शेयर्स का जो मार्केट कैपिट इजेशन होता है इसको बोलते हैं हम फ्री फ्लोट मार्केट कैप क्या क्या बोल दिया मैंने इसको आप बड़े ध्यान से समझते हैं लेट अस सपोज एक कंपनी मैं लेता हूं मान लीजिए एक्स वाई जड एक्स वाई जड क कुछ भी ले लेते हैं लेट अस सपोज हमने कंपनी ली पर्ले एग्रो ठीक है अब इस कंपनी के लेट अस सपोज 10 लाख शेयर्स 10 लाख शेयर्स मैं कम जो है अमाउंट ले रहा हूं वैसे तो इसके करोड़ों शेयर्स हो सकते हैं 10 लाख शेयर मान लीजिए इस कंपनी के 10 लाख शेयर इन्होने बनाए उसमें से जब 10 लाख शेयर्स बनाए मतलब पूरी कंपनी को इन्होंने 10 लाख शेयर्स में डिवाइड कर लिया ऐसे में आप जानते हो प्रमोटर कौन होते हैं प्रमोटर होते हैं वह जो कि बेसिकली फाउंडर होते हैं एक भी हो सकता है और बहुत सारे भी हो सकते हैं प्रमोटर या फिर फाउंडर जिनको हम कहते हैं उन्होंने डिसाइड किया कि यह 10 लाख शेयर्स हम 10 लाख शेयर्स पूरे के पूरे पब्लिक में फ्लोट नहीं कराएंगे मतलब पब्लिक को नहीं देंगे ट्रेड बाय या सेल करने के लिए लेट अस सपोज इसमें से इन्होंने 6 लख शेयर्स जो है व खुद के पास रख लिए दे आर होल्डिंग तो मैं क हूं 6 लाख शेयर्स हेल्ड बाय द प्रमोटर्स और द फाउंडर्स तो इन्होंने 6 लाख शेयर को होल्ड कर लिया तो जो शेयर्स अवेलेबल फॉर ट्रेडिंग होंगे शेयर्स अवेलेबल फॉर ट्रेडिंग होंगे हमारे आपके लिए इंस्टीट्यूट्स इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए तो ऐसे शेयर्स अवेलेबल फॉर ट्रेडिंग विल बी ओनली कितने 4 लाख तो हम लोग 4 लाख शेयर्स पे ही ट्रेड कर पाएंगे 4 लाख अवेलेबल टू ट्रेड टू ट्रेड ट्रेड माने कि बाय या फिर सेल एज सिंपल एज दैट तो यह जो 4 लाख शेयर्स की जो वैल्यू होगी ना ये जो 4 लाख शेयर्स की टोटल वैल्यू होगी आज की डेट में हम उसको कहेंगे वो है फ्री फ्लोट मार्केट कैप उसमें ये 6 लाख शेयर्स जो ऑलरेडी हेल्ड बाय द फाउंडर्स हैं इसको हम लोग कंसीडर नहीं करते इसको कतई कंसीडर नहीं करते बड़े ध्यान से समझिए इसका इंपॉर्टेंस है बहुत बड़ा अभी आगे देखने वाले हम लोग यह लेक्चर काफी इंपॉर्टेंट होने वाला है ध्यान से समझिए यह जो 4 लाख शेयर जो ट्रेड होते हैं इनको कौन-कौन ट्रेड करता है आओ थोड़ा इसको भी समझते हैं यह जो शेयर्स अवेलेबल टू ट्रेड है हु आर ट्रेडिंग देम शेयर्स अवेलेबल टू ट्रेड हु आर ट्रेडिंग देम फर्स्ट वी वी आर कॉल्ड एस रिटेल इन्वेस्टर्स मेरे आपके जैसे लोग जो लोग पाच शेयर 10 शेयर 15 शेयर 25 शेयर ऐसे लेते हैं वी आर द रिटेल इन्वेस्टर्स सिमिलरली वी हैव इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स वी हैव इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर जिसके बारे में मैंने स्टार्टिंग में डिस्कशन किया था अब मैं इसी डिस्कशन को थोड़ा आगे बढ़ाते हुए आपको बताता हूं डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स एंड फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स मतलब घर के इंडिया के और वो इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स जो बाहर के फॉरेन के तो इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स हम जान रहे हैं अब वो घर वाले भी हो सकते हैं बाहर वाले भी हो सकते हैं ये दोनों आ जाते हैं इंस्टीट्यूशन इन्वेस्टर्स में इसके अलावा एचएन आई कैटेगरी के लोग भी होते हैं एचएन आई इन्वेस्टर्स होते हैं एचएन आई इन्वेस्टर्स कौन होते हैं एचएन आई इन्वेस्टर्स ये ऐसे होते हैं जिनकी शेयर्स में जो पार्टिसिपेशन होती है वो एक थ्रश होल्ड से ज्यादा होती है अगर मान लो किसी किसी का पोर्टफोलियो का वैल्यू है लेट अस सपोज वन करोड़ से ऊपर तो जनरली उसको हम लोग जो है हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स में लेकर के आते हैं उसको हम लोग लेकर के आते हैं हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स इंडिविजुअल जैसे सचिन तेंडुलकर अमिताभ बच्चन सागर डोजा ज्यादा बोल दिया क्या सो हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स ये वो होते हैं तो ऐसे में हम रिटेल इन्वेस्टर्स हैं और उसके अलावा और भी होते हैं हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स होते हैं क्या डिफरेंस होता है रिटेल इन्वेस्टर्स और हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स में इनके पोर्टफोलियो को इनके पोर्टफोलियो को पब्लिक भी किया जा सकता है अंडर देयर कंसेंट कि सचिन तेंडुलकर ने कौन-कौन से शेयर्स को परचेस किया है उसको पब्लिक भी कह सकता है अगर कंसेंट दें और यह जो हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल होते हैं तो यह जो इंडिविजुअल्स होते हैं यह अगर कोई शेयर खरीद रहे हैं बेच रहे हैं ना उससे मार्केट के सेंटीमेंट्स में हल्का-फुल्का फर्क पड़ सकता है तो ऐसे लोगों की कैटेगरी को ही अलग किया गया है रिटेल इन्वेस्टर्स खरीदो बेचो कोई लेना देना नहीं कोई मतलब नहीं है वो करते रहो आप ठीक है हम लोग करते हैं इस तरीके का लेकिन बेसिकली दीज आर द कैटेगरी व्हिच डू इट इन बल्क इन ह्यूज अमाउंट्स एंड दे डिफाइन सर्टेन मार्केट सेंटीमेंट्स आज की डेट में अगर जेपी मॉर्गन जो है वो आकर के यहां पे कोई कंपनी के शेयर्स खरीद लेती है मान लो एकस बैंक के शेयर्स खरीद लेती है उसको स्टेक को ले लेती है 5 पर 10 पर तो एक पॉजिटिव सेंटीमेंट जाएगा कि इतनी बड़ी ऑर्गेनाइजेशन इतना बड़ा जो है वहां पे इंस्टीट्यूशनल फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन वो आके एक्सेस बैंक को ले रहा है तो ऐसे में एक बहुत पॉजिटिव मार्केट सेंटीमेंट चला जाएगा तो ऐसे में शेयर्स शायद बढ़ने लग जाएंगे यह चीज होती है राइट सो दज आर द शेयर्स अवेलेबल टू ट्रेड एंड हु ट्रेड्स देम दिस पीपल ट्रेड देम ऑल राइट अब आपको ये चीज समझ में आई कि प्रमोटर या फाउंडर करके रखा है जिन शेयर्स को वो शेयर ट्रेडिंग के लिए नहीं है और जो शेयर अवेलेबल है ट्रेडिंग के लिए उनका जो मार्केट कैप है मतलब मान लो एक शेयर की वैल्यू है लेटस सपोज 00 4 लाख शेयर्स जो है व फ्लोट कर सकते हैं कर रहे हैं मतलब बाय और सेल में चल रहे हैं यह 6 लाख इन्होने होल्ड करके रखे हैं तो इन 4 लाख मल्टीप्ला बा 200 कर लो तो कितना हो गया 8 करोड़ तो हम कहेंगे कि इसकी फ्री फ्लोट मार्केट कैपिट इजेशन है 8 करोड़ सिंपल एट बात समझ में आ तो जब फ्री फ्लोट मार्केट कैपिला इजेशन लिखा रहे और आपको फिर यह इन फ्री फ्लोट जो अवेलेबल शेयर्स की जो मार्केट कैपिला इजेशन है उससे आप टोटल कैपिला इजेशन को कंपेयर करें तो ऐसे में हमें कुछ चीजें समझ में आती है आओ समझने की कोशिश करते हैं देखो बड़ा ही इंपॉर्टेंट चीज हम बताने जा रहे हैं आपको बड़े ध्यान से समझिए टोटल मार्केट कैप और एक है फ्री फ्लोट मार्केट कैप टोटल मार्केट कैप फ्री फ्लोट मार्केट कैप मैं कंपैरिजन दे रहा हूं आपको ठीक है मान लो किसी कंपनी का टोटल मार्केट कैप है अ रुपीज लेट अस सपोज 1080 करोड़ ठीक ₹ 1080 करोड़ और इसका फ्री फ्लोट मार्केट कैप है रुपीज लेट अस सपोज 560 करोड़ ठीक दूसरा केस ये केस नंबर वन है दिस इज केस नंबर वन दूसरा केस ले रहा हूं केस नंबर टू ध्यान से समझो अभी सब समझ में आ जाएगा क्यों पढ़ रहे हैं सब चीजें पढ़ना ही नहीं है क्यों पढ़ रहे हैं बात समझना रुपीज दूसरी कंपनी को भी कंपेयर करने के लिए मैंने सेम ऑलमोस्ट मार्केट कैप ले लिया टोटल लेकिन इसका जो फ्री फ्लोट मार्केट कैप है वह है 200 करोड़ वो है 200 करोड़ मुझे बताओ आपको किस कंपनी पर भरोसा ज्यादा होने वाला है इसको कंपेयर करके अगर देखते हैं तो किस कंपनी पर भरोसा आपका ज्यादा होगा हमारा भरोसा उस कंपनी में ज्यादा होता है जिस पे फाउंडर को खुद को भरोसा होता है इसको ऐसे सिंपल से समझो मैंने जब आप लोग को बताया कि मैं एक शेयर मार्केट का कोर्स लच करने जा रहा हूं और यह बैच आएगी इतने इतने बच्चे आएंगे इसके बाद एडमिशन को क्लोज कर दिया जाएगा राइट मैंने एक मेरे को पता था कि मैं क्या डिलीवर करने वाला हूं एंड व्हाट इज प्रिवेंट इन द मार्केट आई हैव सीन ईच एंड एवरीथिंग एंड आई नो व्हाट टीचिंग मुझे मालूम है और मैं क्या नॉलेज गेन करके बैठा हूं वो भी मुझे पता है तो मैंने कॉन्फिडेंटली आपको बोला कन्विंसिबल होगा अगर मैं ही अंडर कॉन्फिडेंट हूं मुझे ही कॉन्फिडेंस नहीं है अपनी चीज पे तो क्या आपको कॉन्फिडेंस आएगा नहीं आएगा प्रमोटर प्रमोटर कौन फाउंडर अगर फाउंडर को अपनी कंपनी पर कॉन्फिडेंस होगा क्या व अपनी कंपनी को ज्यादा डाइल्यूट करना चाहेगा या अपने कंपनी के ज्यादा परसेंटेज ऑफ शेयर्स को मार्केट में बाय सेल करने के लिए देना चाहेगा नहीं देना चाहेगा अगर फाउंडर को या प्रमोटर को खुद पर भरोसा होगा तो अपने पास व ज्यादा शेयर रखेगा और थोड़े से शेयर्स मार्केट में रिलीज कर देगा ऐसे में अगर हम ट्रस्ट वदस की बात करें मार्केट ट्रस्ट मनी कंट्रोल वेबसाइट में आप देखना ट्रस्ट वर्दी बुलिश बेरिश ये सब लिखा रहता है राइट अगर मार्केट ट्रस्ट वर्दी नेस की हम लोग बात करें कि लोगों का ट्रस्ट किस पे ज्यादा है तो ट्रस्ट वर्दी किस केस में आपको ज्यादा दिख रहा है आपको जिसका फ्री फ्लोट मार्केट कैप ओ कम है उसमें लोगों का ट्रस्ट जो है वो ज्यादा है और ऐसे में फ्री फ्लोट मार्केट कैप जिसका ज्यादा है उसमें लोगों का ट्रस्ट कम है जी हां अभी गिवन दैट कि हमने स्टार्टिंग सेम मार्केट कैपिट आइजे से की सेम मार्केट कैप से हमने कंपैरिजन किया कि दोनों का मार्केट कैप ऑलमोस्ट सेम लगभग सेम परसेंटेज में भी आप बता सकते हो परसेंटेज में कन्वर्ट कर सकते हो इसको परसेंटेज में कन्वर्ट करोगे तो आप बोलोगे दिस इज 560 डिवाइड बाय 1080 * 100 इतना परसेंटेज शेयर फ्री फ्लोट का है राइट या इतना मार्केट क्या है फ्री फ्लोट का है लेकिन इसका फ्री फ्लोट मार्केट कैप परसेंटेज में आप देखो 200 बा 1080 * 100 इसका जो मार्केट कैप है अब आप बोलोगे सर इसका परसेंटेज जो है यह तो कम है और इसका परसेंटेज जो है फ्री फ्लोट मार्केट कैप का ज्यादा है तो उल्लू नहीं बनने का इस तरीके से अपने को अपने को अब समझ में आ रहा है कि भाई साहब फ्री फ्लोट मार्केट कैप जिसका कम होता है इसका मतलब यह है कि फाउंडर अपनी कंपनी पर भरोसा कर रहा है जब फाउंडर को इतना भरोसा है अपनी कंपनी पर तो फिर हम उस कंपनी के न्यूज उसकी एनालिसिस करके उस कंपनी पर अगर अपने शेयर लगा दे उस कंपनी पर दांव लगा दे चांसेस है कि वो शेयर ज्यादा ग्रो करेगा ओवर पीरियड ऑफ टाइम फाउंडर का एक विजन होगा ना अपनी कंपनी को वो नहीं बेचना चाह रहा माल्या नहीं बनना चाह रहा वो माल्या कैसे बनते हैं मैं बताता हूं अभी थोड़ी देर में माल्या भी बनते हैं इस तरीके से प्लेजिंग ऑफ शेयर्स की बात करेंगे अभी थोड़ी देर में यह सब आपको देखना होगा और मैं मनी कंट्रोल वेबसाइट में हमारी फेवरेट मनी कंट्रोल वेबसाइट में सब देखेंगे लेकिन आपको समझ में आई ना ये चीज किसी कंपनी का फ्री फ्लोट मार्केट कैप कम है यह बुरी खबर नहीं है परसेंटेज में अगर हम लोग बात करके देखते हैं कि इसका फ्री फ्लोट मार्केट कैप 30 पर है उसका फ्री फ्लोट मार्केट कैप 60 पर है लोग बोलेंगे भाई इसका फ्री फ्लोट मार्केट कैप ज्यादा है इन्वेस्ट कर दो क्या बेवकूफी है समझ में आया क्लियर हुई चीजें प्रमोटर का भरोसा अपनी कंपनी पर ज्यादा होगा तो वह ज्यादा फ्री फ्लोट मार्केट कैप नहीं रिलीज करेगा अपने पास ज्यादा रखेगा यह एक पॉजिटिव सेंटीमेंट है कंपनी के लिए नेगेटिव नहीं है ठीक है ऑलराइट सो आई होप यू गट दिस वेरी मच इंपॉर्टेंट पॉइंट हाउ डू वी कैलकुलेट ट्रस्ट वर्दी ऑफ अ कंपनी ट्रस्ट तभी होगा जब प्रमोटर को अपनी कंपनी पे अपने प्रोडक्ट पे अपने लोगों पे भरोसा होगा तभी हमको उनके बिजनेस पे भरोसा होगा सो आई होप यू गॉट दिस पॉइंट वेरी वेरी क्रिस्टल क्लियर राइट आगे बढ़ते हैं अब एक और चीज मतलब हमने एग्जांपल के तौर पर किसी कंपनी के अभी अभी जैसे 10 लाख शेयर्स लिए थे यहां पर हमने 10 लाख शेयर लिए थे 6 लाख शेयर जो हेल्ड थे क्या एक बात बताना बड़े ध्यान से समझना कि रिटेल इंडिविजुअल इन्वेस्टर जो है हम लोग क्या हम लोग किसी एक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर से खरीदना बेचना बाय सेल का प्रोसेस कर सकते हैं क्या बिल्कुल कर सकते हैं यह बेचेंगे तो हम खरीद सकते हैं क्या हम लोग रिटेल इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स क्या हम लोग किसी फॉरेन कंपनी से या किसी हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल से खरीदने बेचने का प्रोसेस कर सकते हैं क्या बिल्कुल कर सकते हैं अगर यह बेचना चाहेंगे तो हम लोग खरीद सकते हैं मार्केट में रिलीज हो जाएंगे शेयर्स लेकिन लेकिन अगर मान लो हम लोग जैसे रिटेल इन्वेस्टर्स है रिटेल इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स हैं अगर हम लोग किसी प्रमोटर से शेयर को खरीदना चाहते हैं यह किसी प्रमोटर से लेना चाहते हैं क्या यह पॉसिबल है क्या ये पॉसिबल है यह पॉसिबल नहीं है हमारे लिए दो शेयर्स आर रिजर्व्ड शेयर्स उनमें ट्रेडिंग नहीं होती अगर प्रमोटर चाहे तो क्या वह मार्केट में उन शेयर्स को रिलीज कर सकते हैं हां वह चाहे तो अपने शेयर्स को मार्केट में डेफिनेटली रिलीज कर सकते हैं क्या यह मार्केट के लिए पॉजिटिव सेंटीमेंट होता है जब प्रमोटर अपने शेयर्स को मार्केट में रिलीज कर देता है प्रमोटर रिलीजिंग ओन शेयर्स इज़ दिस अ पॉजिटिव सेंटीमेंट या फिर एक नेगेटिव सेंटीमेंट बताइएगा प्लीज़ टेल मी दैट इज़ दिस अ पॉजिटिव सेंटीमेंट इन द मार्केट ऑर द नेगेटिव सेंटीमेंट इन द मार्केट यस यू आर राइट नाउ इफ यू आर थिंकिंग दैट दिस इज़ अ नेगेटिव सेंटीमेंट यस दिस इज़ अ नेगेटिव सेंटीमेंट प्रमोटर अपने ही शेयर को मार्केट में बेज दिया मान लो अपने 6 लाख शेयर्स उसने होल्ड करके रखे थे 2 लाख बेच दिया तो इट जनरली इंडिकेट्स अ नेगेटिव सेंटीमेंट बट यहां पर एक कैच है आइए केस बाय केस समझने की कोशिश करते हैं हम एग्जांपल लेना चाह रहे हैं हम लोग एग्जांपल ले रहे हैं अपोलो टायर्स का व आर टेकिंग एन एग्जांपल ऑफ अपोलो टायर्स नाउ दिस ज हैपेंड ऑलरेडी विथ अपोलो टायर्स एंड अदर कंपनीज लाइक डी मा आल्सो द सेम थिंग ज हैपन इसी तरह की चीज हुई है इन कंपनीज में बा बात समझना सेबी का एक नियम है सेबी का क्या नियम है सेबी का एक नियम है कि आप अगर कंपनी को पब्लिक में लेकर के आते हैं तो एटलीस्ट एटलीस्ट 25 पर शेयर्स जो है वह पब्लिक हो जाने चाहिए मतलब यह कि यू कैन नॉट होल्ड अगर आपकी कोई कंपनी है और आप उसको पब्लिक में लाना चाहते हैं आप स्टॉक्स में लिस्टिंग करवाना चाहते हैं यू कैन नॉट होल्ड मोर दन 75 ऑफ द कंपनी अगर कोई पब्लिक कंपनी है तो अगर कोई पब्लिक कंपनी है तो सेवी का नियम है कि अगर आप उसको मार्केट में लेकर के आ रहे हैं तो 75 पर से ज्यादा आप होल्ड नहीं कर सकते बीइंग अ प्रमोटर आप प्रमोटर हैं आप 75 पर से ज्यादा नहीं जा सकते आपको 75 या उससे कम अपने खुद का स्टेक रखना होगा मतलब 10 लाख शेयर है एग्जांपल के तौर पे तो आपको कम से कम पब्लिक में ा लाख शेयर्स तो देने ही होंगे और आप अपने पास 75 लाख या उससे कम जितना भी आप चाहो वो आप रख सकते हो ठीक है यह बात समझ में आई अब बात समझना अपोलो टायर्स की बात करता हूं मैं अपोलो टायर्स का क्या हुआ था देखो कंपनी ऐसा करने के लिए ये जो सेबी आईम सॉरी सेबी ऐसा करने के लिए कुछ समय देती है कंपनी को जनरली य टाइम होता है सिक्स मंथ्स का आईपीओ के रिलीज होने के बाद यह टाइम होता है छ महीने का जनरली अब ऐसे में क्या हुआ जब अपोलो टायर्स का आईपीओ आया था ठीक है आईपीओ आया था उन्होंने अपने अराउंड 22 पर जो शेयर्स थे वो सेल कर डाले 22 पर शेयर्स सेल कर डाले लेकिन एटलीस्ट कितने करने थे 25 पर शेयर्स को सेल करना था प्रमोटर्स के पास कितने रह गए आईपीओ के बाद प्रमोटर्स के पास कितने रह गए आईपीओ के बाद उनके पास रह गए 78 यह रूल के अगेंस्ट गए कि नहीं प्रमोटर्स रूल के अगेंस्ट गए कि नहीं कोई बात नहीं आईपीओ में नहीं बिक पाएंगे सारे शेयर कोई बात नहीं अपोलो टायर्स जो कंपनी थी मे बी नॉट एवरी बडी इज इंटरेस्टेड इन टायर्स तो जितना चाह रहे थे उतने नहीं बिक पाए कोई बात नहीं नाउ दे हैव एन ऑब्लिगेशन नियम है सेबी का कि आप 75 पर से ज्यादा कंपनी के शेयर्स होल्ड नहीं कर सकते बीइंग प्रमोटर तो जब ऐसा नियम है तो प्रमोटर्स ने जब उनके पास 78 पर जो थे शेयर्स थे उसमें से उनको और कितने मार् में छोड़ने हैं रिलीज करने हैं पब्लिक के लिए कितने रिलीज करने इसमें से 3 पर उनको रिलीज करना है तब जाके उनके पास 75 पर शेयर्स बचेंगे तो 78 पर - 3 पर विल गिव यू 75 कितना टाइम है इनके पास 6 महीने का टाइम है ये टाइम टू टाइम वैसे सिक्स मंथ्स फिक्स नहीं है इससे भी टाइम टू टाइम इन चीजों को चेंज करता रहता है तो अब इनको 3 पर अपने शेयर्स जो है सेल करने है अब आपको लगेगा 3 पर तो बहुत कम है इससे मार्केट में क्या फर्क पड़ेगा नहीं फर्क पड़ेगा जब दो करोड़ शेयर्स होते हैं ना तो 3 पर ऑफ दो करोड़ विल बी 6 लाख इजट इट 2 करोड़ का 3 पर विल बी 6 लाख 6 लाख शेयर्स तो इनको क्या करना पड़ा इनको अपने शेयर्स में से 6 लाख शेयर्स जो है मैं एग्जांपल ले रहा हूं ये दो करोड़ तो जस्ट एक एग्जांपल है तो 6 लाख शेयर्स आउट ऑफ 2 करोड़ इनको क्या करने पड़े मार्केट में रिलीज करने पड़े सेल करने पड़े सेल करने पड़े और जब मार्केट में इतने शेयर सप्लाई में आ जाए जाएंगे जितनी डिमांड थी एकदम से आ गए तो जो शेयर प्राइस होगी वह क्या होगी नीचे आ जाएगी यह जो केस है शेयर को प्रमोटर के द्वारा सेल करने का यह प्रमोटर की नीड है नहीं तो उसके ऊपर सेबी केस कर देगा इलीगल हो जाएगा तो सेबी के रूल्स को कंप्ला करते हुए वो 3 पर सेल कर रहे हैं तो जब शेयर्स नीचे गए हैं शेयर प्राइस नीचे गई है इसके पीछे का कारण एक यह भी हो सकता है कि प्रमोटर्स ने अपने शेयर को सेल किया अब ये दो केस हो सकते हैं प्रमोटर सेलिंग शेयर मैंने आपको बहुत सारी चीजें बता द अभी तक के प्रमोटर सेलिंग शेयर्स अब शेयर्स के शेयर प्राइस के नीचे जाने का जो कारण है वह हमने बहुत सारे कारण पहले भी देखे जैसे स्टॉक स्प्लिट लरेस लप्स का एग्जांपल लिया था मैंने याद आ रहा होगा आपको स्टॉक स्प्लिट से शेयर प्राइस से नीचे आ गया प्रमोटर जब अपने से सेल कर देते हैं शेयर्स चाहे वो प्रमोटर या तो मार्केट से पैसा लेना चाहता हो उसके पास फंड की कमी हो गई हो दिस मे बी ड्यू टू अ रीजन बिकॉज ऑफ लैक ऑफ फंड्स मार्केट से पैसा लेना चाहता है अपने शेयर्स को बेच करके लैक ऑफ फंड्स या फिर इट वांट्स टू कंप्ला विथ सेबी इट वांट्स टू कप्लाई विथ सेबी तो अगर प्रमोटर ने अपने शेयर्स को सेल किया है तो यही बात मैंने आपको पीछे बताई कि इट्स नॉट ऑलवेज ट्रू कि प्रमोटर रिलीजिंग देयर ओन शेयर्स इज ऑलवेज नेगेटिव यस इन जनरल इट इज नेगेटिव मोस्ट ऑफ द टाइम्स 90 पर ऑफ द टाइम्स इट इज अ नेगेटिव सेंटीमेंट कि अरे प्रमोटर अपना स्टेक बेच रहा है पैसा नहीं है क्या इसके पास इसकी जो सबसे वैल्युएबल चीज है कंपनी में वह है इसके खुद के शेयर यह अपने खुद के शेयर ही बेच दे रहा है पैसा नहीं है क्या इसके पास ऐसा होता है बात समझे तो जनरली 90 पर ऑफ द टाइम्स में य एक नेगेटिव सेंटीमेंट होता है लेकिन कभी-कभी ऐसा भी हो सकता है यू नीड टू हैव एन इंटेलिजेंट आई अ कीन आई ऑन व्हाट इज हैपनिंग इन द मार्केट तो अगर आप शेयर मार्केट में अगर आना चाहते हो तो अच्छे से आओ ना सब चीजें जान कर आओ आधा अधूरा ज्ञान जो होगा ना वह मुश्किल कर सकता है और जब पूरा ज्ञान होगा ना वो आपको लॉन्ग टर्म में बहुत प्रॉफिट करा सकता है लोगों ने पढ़ने लिखने में अपनी पूरी मतलब जान लगा दी बोलते हैं इसको शार्पनिंग द सॉ मतलब पेड़ को काटने से पहले अपनी ना आरी की जो धार होती है अपनी 100 की जो धार होती है उस परे काम करना जरूरी है तो हम वो कर रहे हैं तो प्रमोटर सेलिंग देर शेयर्स दे कैन इंडिकेट दिस कैन इंडिकेट ट देर इ अ लैक ऑफ फंड्स च इज डेफिनेटली अ नेगेटिव सेंटीमेंट इन द मार्केट जिसकी वजह से शेयर प्राइस हो गई है कम लेकिन प्रमोटर सेलिंग देर ओन शेयर्स दे आर कंप्लाइंग विद सेबी दिस इज अ न्यूट्रल इंडिकेटर नाइ दर पॉजिटिव नॉर नेगेटिव यू शुड नॉट मेक एन ओपिनियन ऑफ सच केस आपको इस केस में ना अपना एक पॉजिटिव ओपिनियन बनाना चाहिए ना ही एक नेगेटिव वो जस्ट अपना काम कर रहे हैं वह क्या काम कर रहे हैं कि उनको अपने स्टेक्स को 75 पर या उससे नीचे रखना था सेबी ने कहा है तो उनको मजबूरन 3 पर सेल करना पड़ रहा है ना ही यह पॉजिटिव चीज है ना ही नेगेटिव है ज टेक इट एस अ न्यूज एंड लीव इट उसको न्यूज की तरह ले और छोड़ दे ठीक है आप चाहे तो अगर कंपनी अच्छी है आपको कंपनी में सब कुछ ठीक ठाक लग रहा है तो आप इन शेयर्स को उस मोमेंट पर खरीद भी सकते हैं लॉन्ग टर्म के लिए उस कंपनी के शेयर्स को ख क्योंकि डाउन चले जाएंगे ना 3 पर शेयर मार्केट में मान लो अगर आ जाते हैं एग्जांपल के तौर पे तो शेयर प्राइस नीचे जाएगी तो ऐसे में आप खरीद भी सकते हैं लॉन्ग टर्म के लिए गट द पॉइंट वेरी क्लियर राइट लेकिन मोस्टली मैं बताऊं आपको मैं जननली बताऊं तो 90 पर ऑफ द केसेस में जब प्रमोटर अपने सेल कर रहे होते हैं शेयर्स दे आर बिकॉज ऑफ लैक ऑफ फंड्स यह हार्डली 10 पर ऑफ द केसेस में ऐसा होता है लेकिन अगर ऐसा एक भी बार हो रहा है 10 में से एक बार अगर हो रहा है 10 पर केसेस में तो ऐसे में हमें तो एक इंटेलिजेंट बिहेवियर अपना शो करना पड़ेगा वहां पर हम खरीद लेंगे शेयर को राइट ऐसा है पॉइंट आगे बढ़ते हैं अब और कांसेप्ट प आते हैं अब हम एक नेक्स्ट कांसेप्ट प आते हैं दैट इज़ कॉल्ड एज़ माय डियर फ्रेंड्स दैट इज़ कॉल्ड एज प्लेजिंग ऑफ शेयर्स प्लेजिंग प्लेज करना शेयर्स को यह इसका मतलब क्या होता है आओ समझते हैं आईपीओ आया कहीं पे किसी कंपनी का चाहे वह बीएससी में लिस्ट हो रही है या फिर एनएससी में लिस्ट हो रही है आईपीओ आएगा जब आईपीओ आया तो कंपनी के प्रमोटर्स ने डिसाइड किया कि हम इतना परसेंटेज जो है लोगों में देंगे और इतना परसेंटेज अपने पास रखेंगे यह आईपीओ में उन्होंने साइड किया और शेयर किया बीएससी और एनएससी के साथ लेटस सपोज उन्होने डिसाइड किया कि 60 पर विल बी अवर स्टेक प्रमोटर स्टेक प्रमोटर स्टेक एंड 40 पर ऑफ द शेयर्स विल बी अवेलेबल अवेलेबल इन द एक्सचेंज अवेलेबल इन द एक्सचेंज वेदर इट इज बीएससी और एनएससी फॉर ट्रेडिंग इट इज अवेलेबल यह तो हो गई इनिशियल बात लेकिन अब इनिशियल पब्लिक ऑफि के बाद अगर प्रमोटर फिर से मार्केट में आते हैं और अपने 1 पर 2 पर शेयर्स को बेच देते हैं 4 पर शेयर को बेच देते हैं तो ओवर पीरियड ऑफ टाइम अपने शेयर्स को अगर वह बेच देते हैं आईपीओ को हटा कर के आगे अगर अपने अपने शेयर्स को बेचते चले जाते हैं उसी को हम लोग बोलते हैं प्लेजिंग ऑफ शेयर्स क्या कहते हैं इसको इसी को हम लोग कहते हैं प्लेजिंग ऑफ शेयर्स जैसे कि हम लोग घरों के के लिए एक टर्म पढ़ते हैं ना मॉर्टगेज गिरवी रख देते हैं मॉर्टगेज ऑफ हाउस मॉर्टगेज ऑफ बिल्डिंग यह करते हैं उसी के इक्विवेलेंट उसी के इक्विवेलेंट होता है प्लेजिंग ऑफ शेयर जैसे आपने हमने अपना घर गिरवी रख दिया है उसी तरीके से मार्केट में प्रमोटर्स ने अपने शेयर को रिलीज कर दिया है हम घर गिरवी क्यों रखते हैं खुशी खुशी में तो नहीं रखते हमने इतनी मेहनत से कोई घर बनाया होगा उसको हमने में रख दिया मॉर्टगेज कर दिया उसको पैसे की जरूरत पड़ी होगी तभी हुआ होगा हमारे घर में पैसों की कमी हो गई होगी हमारे पास फंड्स नहीं होंगे बैंक अकाउंट खाली हो गए होंगे तब जाकर घर बेचने की नौबत आ गई यह भी बिल्कुल उसी के इक्विवेलेंट है तीन ऐसे बनाना यह इक्विवेलेंट का साइन होता है कि एक जैसे चीजें है दोनों एक जैसी एक प्रमोटर के पास सबसे बढ़िया चीज उसकी सबसे वैल्युएबल चीज क्या है कंपनी से रिलेटेड कंपनी की बिल्डिंग क्या नहीं कंपनी के एंप्लॉयज अकाउंट्स कंपनी के शेयर्स प्रमोटर के पास जो सबसे वैल्युएबल चीज है जो कंपनी से रिलेटेड है वो है कंपनी के खुद के शेयर्स उसको जब अपने खुद के शेयर्स बेचने पड़ रहे हैं ऐसे में खतरे की घंटी होती है ये खतरे की घंटी होती है ये मैंने बहुत सारी वेबसाइट्स में एक प्रोपेगेंडा देखा है बड़ी-बड़ी वेबसाइट्स में बड़ी-बड़ी वेबसाइट्स में में एक प्रोपेगेंडा देखा है वहां पे जब आप प्लेजिंग ऑफ शेयर्स को आप सर्च करोगे मैं मैं अभी कह रहा हूं आपको आप करना क्या सर्च करना प्लेजिंग ऑफ शेयर्स उस उन वेबसाइट्स में एक प्रोपेगेंडा चलाया जाता है वो पेड होता है प्रोपेगेंडा क्या होता है पता है पेड प्रोपेगेंडा कि प्लेजिंग ऑफ शेयर्स इज अ गुड थिंग उनमें क्लियर कट लिखा रहता है कि यह तो कॉमन है ऐसी कंपनीज में जो बड़ी होती हैं यह तो कॉमन है ऐसी कंपनीज में जो बड़ी साइज की होती है वो तो प्लेज करते ही रहते यह क्या मजाक हो गया प्लेज करते ही रहते हैं यह जब प्लेज अगर करते ही रहते हैं आप खुद देखना ऐसे बहुत सारी वेबसाइट्स में लिखा हुआ है सर्च करो ग में थोड़ा सर्च रिजल्ट्स फर्स्ट सेकंड पेज में देखो बड़ी-बड़ी वेबसाइट्स है वो जानी मानी दोस आर बेसिकली पेड आर्टिकल्स सो दैट व्हेन एवर समवन सर्चे प्लेजिंग ऑफ शेयर्स एंड ऑल अ नेगेटिव सेंटीमेंट शुड नॉट कम इन पीपल्स माइंड्स बट टू बी वेरी वेरी फ्रैंक टाइम एंड टाइम अन आई हैव टेस्टेड एंड आई विल शो यू इन द वेबसाइट जब जब प्लेजिंग ऑफ शेयर हुआ है कंपनी के शेयर प्राइस डाउन भी गए हैं और यह भी रिपोर्ट हुआ है कि कंपनी लॉसेस में थी अरे सिंपल सी बात है कोई अपने घर को गिरवी कब रखता है जब उसके पास पैसे नहीं होते जब उसके पास सब कुछ है तो क्यों बेचना चाहेगा सत्यम का स्कैम जो है वो इसका सबसे बड़ा एग्जांपल है रामालिंगम राजू याद है आपको 53 पर ओन कर रहा था वो बंदा अपने स्टेक्स को उसने 53 पर से सीधा 3 पर पर ले आया हर बार थोड़े थोड़े थोड़े थोड़े शेयर्स को सेल करता था उसको पता चल चुका था कि मेरी कंपनी में फ्रॉड हो रहा है तो ऐसे में जो प्रमोटर है वह फ्रॉड अगर कर रहा है और अपने यह एक इंडिकेशन हो सकता है कि कुछ तो गड़बड़ है दया कुछ तो गड़बड़ है य इंडिकेशन हो सकता है इसी कारण अगर प्लेजिंग शेयर्स की बहुत ज्यादा होती है और वो अपने शेयर्स को प्लेज करने के बाद कभी अन पलेज नहीं करते अन पलेज करने का मतलब होता है कि चलो टप हमने मार्केट से पैसे ले लिए और फिर हमने मार्केट से उसी प्रिवेट शेयर प्राइस में खरीद भी लिए वापस से शेयर अन पलेज कर दी पहले प्लेज किए मतलब बेचे और फिर अन पलेज किए मतलब वापस हमने खरीद लिया 2 पर शेयर बेचे 2 पर खरीद भी लिए इसका मतलब यह है कि कंपनी अब ग्रोथ अपनी स्टार्ट कर दी है लेकिन अगर प्रमोटर सिर्फ प्लेज ही प्लेज प्लेज ही प्लेज करता जाता है तो यह एक स्ट्रांग नेगेटिव साइन है इस बंदे ने जो सत्यम स्कम चलाया था राजू इसने पूरा पेड प्रोपेगेंडा भी उस समय चलाया था जी हां किसी को खबर तक नहीं पड़ रही थी और यहां पर कोई नेगेटिव न्यूज सत्यम के लिए कई दिनों तक के नहीं आ रही थी जब तक इसने अपने स्टेक सारे बेच ना दिए सारे स्टेक बेच दिए 3 पर पर अपने स्टेक ले आया पूरी कंपनी को बेच दिया अब भैया तुम लोग बेचो तुम लोग खरीदो जो करना है करो अपने स्टेक मैंने बेच दिए यह था बहुत बड़ा सत्यम स्कैम जो हुआ था था इसके बारे में हम लोग लाइव में भी अगर आप चाहोगे तो डिटेल में डिस्कशन कर सकते हैं तो एनीवेज प्लेजिंग ऑफ शेयर्स चाहे कहीं कोई कुछ भी लिखे मेरी पर्सनल बात मानो और जो भी बड़े-बड़े इन्वेस्टर्स हैं उनकी सुनो प्लेजिंग ऑफ शेयर्स इज नॉट अ गुड थिंग प्लेज करने के बाद अगर अन पलेज कर लिया तो डेफिनेटली इट्स अ गुड थिंग बट प्लेजिंग पे प्लेजिंग हो रही है शेयर्स की मतलब आप अपने शेयर्स को प्रमोटर्स अपने शेयर को 1 पर 2 पर 1 पर बेचे जा रहे हैं तो ये इट्स नॉट अ गुड थिंग एक और एग्जांपल देता हूं मैं स्टार्टअप्स का यहां पे एक एग्जांपल रिलेवेंट एग्जांपल है स्टार्टअप्स का आपको पता है स्टार्टअप से फंडिंग कैसे होती है आपका जो स्टडी टू विन है यह भी तो एक स्टार्टअप ही है कोई भी आप कंपनी ले सकते हो अगर उस कंपनी में जो फाउंडर मेंबर्स थे लेट अस सपोज तीन मेंबर थे 50 पर स्टेक 25 पर स्टेक 25 पर स्टेक ऐसे मान लो तीन फाउंडर मेंबर्स थे ऐसे अब ये लोग क्या कर रहे हैं इन्वेस्टर्स लेकर के आ रहे हैं और हर बार जब इन्वेस्टमेंट आता है तब ये अपने शेयर्स को डाइल्यूट कर देते हैं एवरी टाइम हर बार अपने शेयर्स को डाइल्यूट ही डाइल्यूट डालूट ही डाइल्यूट करते और आज की डेट में इनके पास शेयर्स कंपनी के अभी भी फाउंडर ही कहलाते हैं फाउंडर तो फाउंडर ही कहलाएगा लेकिन अभी भी इनके जो शेयर्स अभी बच रहे हैं वो बच रहे हैं 6 पर 3 पर 2 पर क्या समझ में आ रहा है इस चीज से यह बेचे प बेचे पड़ा है यह कंपनी क्या करती है बड़े ध्यान से समझना यह कंपनी जो इन्वेस्टमेंट करवाती है इन कंपनीज इन्वेस्टमेंट कराने के बाद एक अपने इन्वेस्टमेंट का यूज बजट सिर्फ और सिर्फ एक चीज में खर्च करती है और वह होती है मार्केटिंग इनके लिए सबसे बड़ी चीज होती है मार्केटिंग दूसरी बड़ी चीज मार्केटिंग तीसरी बड़ी चीज मार्केटिंग इनके लिए सबसे बड़ी चीज होती है मार्केटिंग किसी ना किसी तरीके से क्योंकि भाई साहब जो दिखता है ना वही बिक भी जाता है प्रोडक्ट में कोई दम नहीं हो कोई वैल्यू नहीं हो लेकिन यह मार्केटिंग पर अपना सबसे बड़ा खर्च करते हैं मैं ऐसी कंपनीज का एग्जांपल लूंगा बाद में लेकिन अभी फिलहाल हम स्टार्टअप्स पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे स्टार्टअप्स में वीसीज एंजल इन्वेस्टर सब आते हैं लेकिन इट इट इज द सेम प्रिंसिपल क्योंकि वो कंपनी अभी तक स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट नहीं हो पाई है तो इनके लिए बेसिकली एक तरीका पैसे जुगाड़ का यह है कि अपने शेयर्स दे दो पब्लिक के पास तो नहीं पहुंच पाए अभी तक के तो अपने इंडिविजुअल इन्वेस्टर्स के पास जाकर के उनको शेयर्स दे देते हैं और उनसे पैसे ले लेते हैं और फिर उस पैसे का एक बहुत बड़ा पोर्शन मार्केटिंग में खर्च करते हैं जब ऐसा करते हैं और लोग दिखते हैं आईपीएल में दिख जाते हैं इधर दिख जाएंगे उधर दिख जाएंगे य सब हर जगह दिखते हैं और जब य हर जगह दिखते हैं तो ऐसे में फिर और इन्वेस्टर्स अट्रैक्ट होते हैं इनकी तरफ जो इनके बारे में ठीक से नहीं जान रहे होंगे जो इनकी क्वालिटी को इन डेप्थ स्टडी नहीं करेंगे तो ऐसे इन्वेस्टर्स अगर सिर्फ मार्केटिंग में फसके इन्वेस्ट कर दिए तो ऐसे में उन इन्वेस्टर्स का पैसा डूब जाता है इन इस्ट इन इन्वेस्टर्स की तरफ से इस कंपनी के फाउंडर पर जोर आता है कि भाई कुछ करो कुछ करो कहीं ना कहीं से रेवेन्यू लाओ भाई लाओ कुछ ना कुछ करो तो फिर यह सोचते हैं रेवेन्यू कहां से लाए रेवेन्यू कहां से लाए रेवेन्यू कहां से लाए यह फिर कंपनी का जो अल्टीमेट एम था एक स्टार्टअप कब आता है पता है मन में एक इच्छा होती है आप भी स्टार्टअप करोगे बिजनेस करोगे स्टॉक मार्केटिंग सिर्फ पढ़ने के लिए थोड़ी है ठीक है ना यह जो स्टॉक मार्केट है इसे पढ़ने के थोड़ी आप अपना बिजनेस भी समझ सकते हो तो एक जब कंपनी स्टार्ट होती है ना तो एक मिशन होता है विजन होता है दिमाग में कि मुझे यह चेंज लाना है लेकिन जब ऐसी चीजें होने लग जाती है तो फिर मिशन विजन चेंज हो कर के अपने जो आका होते हैं उनके आका कौन होते हैं वो इन्वेस्टर्स होते हैं उनको रेवेन्यू देना होता है वो इन्वेस्टर्स है वो डोनेटर डोनेशन थोड़ी दिए है उन्होंने इन्वेस्टमेंट दिया है दे वांट सम रिटर्न्स ऑन देर इन्वेस्टमेंट 15 पर 20 पर क्योंकि अगर वो वही अगर वही पैसा अगर वो कहीं और लगाते स्टॉक मार्केट में लगाते अरे 20 पर रिटर्न तो वैसे ही चार पांच आईएम ग्रेजुएट्स को बिठाते और अपने पोर्टफोलियो को मैनेज करने के लिए बोलते जब मैं बोलता हूं पोर्टफोलियो पोर्टफोलियो का मतलब होता है जितने भी शेयर्स आपने इन्वेस्ट किए वो आपका पोर्टफोलियो है आपका रिज्यूमे एक तरीके से कि आपने कहां-कहां इन्वेस्टमेंट किया है तो अपने पोर्टफोलियो को मैनेज करने के लिए दो चार आईम ग्रेजुएट्स को बिठाते 20 पर 50 पर तक रिटर्न तो वैसे ही एक साल में ले आते आसानी से तो किसी कंपनी में स्टार्टअप में क्यों इन्वेस्ट किए ज्यादा रिटर्न के लिए बात समझ रहे हो पूरा कांसेप्ट क्या है यह जो शेयर्स घटते चले जाते हैं ना लोग के फाउंडर मेंबर्स के जो शेयर्स घटते चले जाते हैं यह एक नेगेटिव सेंटीमेंट है भले ही व फाउंडर आज भी है बट य नेगेटिव सेंटीमेंट है और वो क्या करेंगे जब दे इट विल बी बिकमिंग वेरी हार्ड टू यू नो मैनेज दे विल सेल ऑल ऑफ देर शेयर्स एंड देल जस्ट एग्जिट द कंपनी क्लासिकल एग्जांपल सो दिस इज कमिंग फ्रॉम देयर बट इसके बारे में थोड़ी और डिटेल में चर्चा की जा सकती है बट सिंस हमारा जो कोर्स है वो बिल्कुल आउट ऑफ ट्रैक चला जाएगा स्टार्टअप्स में जाएंगे किन स्टार्टअप्स पर भरोसा करना चाहिए किन पर नहीं करना चाहिए यह सभी चीजें जो होती है काफी समझने वाली होती है अरे मेरे को ऑफर आया कितने सारे ऐसे बहुत सारे बड़े-बड़े ब्रांड्स ऑफर आया लेकिन मैं कभी जवाइन नहीं किया आई नेवर वेंट एनीर कहीं नहीं गया मैं वई बिकॉज आई हैव आ हैव आई एम नॉट ओनली कंसर्न विद हाउ मच आई एम गेटिंग मे बी आई एम गेटिंग करोस ऑफ रुपीज मे बी अच्छा लगता है सोचने में लेकिन फिर भी मैंने देखा कंपनी का मिशन विजन क्या है फाउंडर मेंबर्स क्या कर रहे हैं तो भले ही हम यहां पर कम पैसे में लेकिन खुश है ना सुकून से है ना दैट इज मोर इंपॉर्टेंट राइट तो इसीलिए कभी स्टॉक मार्केट में भी जो ग्रीडिनेस है वो अपना हमको कंट्रोल करके चलना पड़ता है भले ही हमें 50 पर की जगह 40 पर रिटर्न आए क्या दिक्कत है किस्मत अच्छी रही तो शायद 40 की जगह 60 पर भी रिटर्न आ जाए पांच गुना भी हो जाए लॉरेस लैब्स जैसे हो सकता है कि नहीं राइट चलिए आगे बढ़ते हैं नेक्स्ट पॉइंट इज अब आप ये सोच रहे होगे कि सर अब कंपनी को पैसों की जरूरत है प्रमोटर ने प्लेज कर दिया तो क्या बुरा किया उसको पैसों की जरूरत है कंपनी ग्रो करनी होगी तो कंपनी ग्रो करने के अलग-अलग तरीके होते हैं उसको अपने शेयर ही क्यों बेचने पड़े यह सोचने का विषय हो जाता है टेकिंग अ लोन इज नॉट बैड यू कैन टेक लोन फ्रॉम बैंक्स यू कैन टेक लोन फ्रॉम योर एसेट्स व्हेन यू हैव नथिंग लेफ्ट देन यू प्लेज योर शेयर्स सो अल्टीमेटली दिस इज द पॉइंट हियर प्लेजिंग ऑफ शेयर्स इज नॉट गुड इज बैड दैट इज द बॉटम लाइन ऑलराइट यहीं से फिर एक और कांसेप्ट आता है जिसको कहते हैं साइफ निंग ऑफ फंड्स का साइफ निंग ऑफ फंड्स अगर कभी आप न्यूज में देखें कि फंड्स आर बीइंग साइफन इकोनॉमिक टाइम्स में ऐसे आर्टिकल्स आते रहते हैं फंड्स आर बीइंग साइ फंड इसका क्लासिक एग्जांपल है माल्या विजय माल्या क्लासिकल एग्जांपल साइफ निंग ऑफ फंड्स का मतलब यह होता है अपने शेयर्स को प्लेज करते जाओ प्लेज करते जाओ प्लेज करते जाओ जैसे जैसे अपने शेयर्स को आप प्लेज करते जाओगे आपको मिलते जाएंगे पैसे पैसे और पैसे पैसों का इस्तेमाल या तो कंपनी की ग्रोथ के लिए किया जा सकता है पैसों का इस्तेमाल कंपनी ग्रोथ के लिए किया सकता है या फिर पर्सनल पर्पसस के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है अपने खर्चे खा सकते हैं पैसे आए कंपनी के पास प्लेज हो गए ना शेयर्स तो कंपनी के खाते में पैसे आए खुद के खाते में नहीं आए कंपनी के खाते में आए लेकिन क्योंकि कंपनी का सीईओ माल्या है तो वो बोलेगा मेरा खर्चा यहां हो गया बिल यहां के दिखा देगा मेरा खर्चा वहां हो गया इधर हो गया इधर के बिल उधर के बिल ट्रेवल बिल फूड बिल सब दिखा दिखा के पर्सनल अकाउंट्स में इनको खींचना शुरू कर देता है और जब यह ऐसा होता है पर्सनल अकाउंट में जाता है कंपनी की ग्रोथ में यूटिलाइज नहीं हो पाता दिस इज एन अनलॉफुल एक्टिविटी अनलॉफुल एक्टिविटी एज पर सेबी एंड देयर फोर यू आर अाइड बाय लॉ टू पे द फाइंस फर्स्ट ऑफ ऑल जितनी आपने पब्लिक से ली है आप वो पे करेंगे या फिर आपको जेल होगी जिसकी वजह से मालिया भी भाग गया है लंडन य अरे ये सब लोग ये डिफॉल्टर लोग लंदन ही क्यों भाग जाते हैं इसके पीछे का रीजन आपको डिस्कस हियर वो सब तो youtube2 एक्टिविटी जो है ये होती है तब जब पर्सनल गेंस के लिए इस मनी को प्लेज किया जाता है और फिर इस मनी से आप जो भी चाहे अयाशी भी करनी है तो कर सकते हो तो ये एक अनलॉफुल एक्टिविटी है विजय माल्या ऑफ किंग फिशर इज द क्लासिकल एग्जांपल ऑफ दिस इसको बोलते हैं हम लोग साइफ निंग ऑफ फंड्स तो कभी किसी कंपनी के साथ एक बार भी एलिगेशन आ जाता है साइफ निंग का उस कंपनी में भले ही शेयर बढ़ रहे होंगे भूलकर भी इन्वेस्टमेंट मत करना तुम्हारे पास हजारों ऑप्शंस है डोंट फॉल फॉर दैट सिंगल ऑप्शन जिसमें साइफरिंग ऑफ फंड्स का जरा सा भी अगर साइफ निंग ऑफ फंड का जरा सा भी अखबार में कुछ भी आ गया कि हो सकता है साइफ निंग हो रही हो तब भी यह पॉसिबिलिटी है साइफ निंग ऑफ फंड में क्या होता है देखो विजय माल ने स्टार्ट कि अपनी कंपनी ₹ करोड़ में मान लो आज की डेट में पब्लिक वैल्यूएशन उसका हो गया है 500 करोड़ अब अपने अगर शेयर्स बेच कर के उसको 200-300 करोड़ मिल ही जा रहे हैं तो उसका रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट बहुत हाई हो गया कि नहीं अब ये वैसे 200 300 करोड़ में नहीं खेला था उसने तो हजारों करोड़ों में खेला था लेकिन आरओ आई यानी कि रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट बहुत ज्यादा हो गया एक बार कंपनी बड़ी हो गई शेयर प्राइसेस बढ़ गए इनिशियली 1 करोड़ लगाया था आज 200 करोड़ मिल रहे हैं कौन देगा 200 पर का रिटर्न सॉरी 200 पर नहीं 200 टाइम्स का रिटर्न 200 पर बोलने से डबल हो जाता है 200 पर बोलेंगे तो 2x हो जाता है 200 टाइम्स का रिटर्न कौन देगा कोई देगा कोई नहीं देने वाला तो बेसिकली रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट प्रमोटर्स के लिए तो अच्छा ही हुआ ना कंपनी को पहले हाइप क्रिएट करवाया थोड़ी दिनों तक चलाया दो चार साल तक के पैसा वहां से निकाल के भाग गए लंडन तो अगर साइफ निंग का कहीं से भी कोई भी आपको न्यूज मिले डोंट इन्वेस्ट इन सच कंपनीज तो ये प्लेजिंग से ही ये यहां पे कांसेप्ट कंसेप्ट आता है साइफ निंग ऑफ फंड्स का चलिए आगे बढ़ते हैं ऑलराइट दोस्तों सो हम आ चुके हैं हमारी फेवरेट वेबसाइट यानी कि मनी कंट्रोल पे और इस वेबसाइट में अभी हम लोग सर्च करते हैं प्लेजिंग अन पलेज कैसे पता लगती है किसी भी कंपनी की आओ समझते हैं मजा आएगा सबसे पहले हम लोग सर्च कर रहे हैं अभी टा मोट्स चलो देखते हैं टा को देखते हैं ये आ गया अपना टा मोटर्स लेट्स क्लिक इट एंड नाउ ये अभी ट्रेड चल ही रहा है अभी दिन के 1 बजकर एक बजने वाले हैं और टाटा का जो है 1.88 पर की आज के दिन में ग्रोथ दिया है ऑल राइट अब आप यहां पे आएंगे अभी तक हम लोग देखो क्या-क्या पढ़ रहे थे अपन कॉर्पोरेट एक्शन पूरा पढ़ लिया था हमने याद है आपको वेरी इंपोर्टेंट इसी के आगे आप जाओगे ना आपको मिलेगा शेयर होल्डिंग क्लिक इट शेयर होल्डिंग में क्लिक करेंगे आप आपको इस तरीके का एक पाई चार्ट बोलते हैं इसको पाई चार्ट मिल जाएगा जिसमें कि एक ओवरव्यू दिया है कि प्रमोटर के पास कितना है फॉरेन इन्वेस्टमेंट कितना है रिटेल इन्वेस्टर्स इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स इनके पास क्या-क्या है जैसे ब्लू कलर आप देख रहे हो ब्लू कलर इ अ प्रमोटर प्रमोटर होल्ड कर रहा है 46.4 जो इसके प्रमोटर्स हैं फाउंडर्स हैं जो इसके ओनर्स है वो ओन कर रहे हैं 46.4 पर टाटा मोटर्स का जो फॉरेन इन्वेस्टमेंट आ रखा है व आ रखा है 13.7 पर मोर ओवर इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने टाटा मोटर्स का 12.07 पर खरीद रखा है और पब्लिक के पास टा मोटर्स का 27.7 पर है आइए इस साइड पे इस साइड पे आप देख पा रहे हो बड़े ध्यान से देखना ये जो ये जो होल्डिंग है आप देखो ये जो ग्रे कलर की है ये होल्डिंग है इन परसेंटेज ऑफ द प्रमोटर 42.3 42.3 42.3 42.3 46.4 बढ़ गई प्रमोटर की होल्डिंग प्रमोटर्स की होल्डिंग क्या हुई बढ़ गई कहां गई प्रमोटर्स होल्डिंग अब देखो प्रमोटर्स में कौन-कौन है टाटा सस प्राइवेट लिमिटेड टाटा इंडस्ट्रीज लिमिटेड ये सब बहुत सारे मोस्टली टा वाले हैं तो इनकी होल्डिंग्स क्या हुई इनकी होल्डिंग्स बढ़ गई हैं तो यह तो बात समझो इन्होंने क्या किया है शेयर्स को अन पलेज किया है पहले इन्होंने आप देखो मार्च 2020 में इनके जो अ प्लेजिंग थी 3.9 5 पर की थी प्लेजेस एस ऑफ परसेंटेज ऑफ प्रमोटर शेयर्स 3.95 फिर जून में भी उतनी ही रही सितंबर में उतनी रही दिसंबर में उतनी रही लेकिन जब मार्च 2021 की बात करें तो उन्होंने अपने शेयर्स को अन पलेज किया है तो कहीं ना कहीं न्यूज में अन पलेज जरूर होगी ओ देखो मिल गई क्या लिखा यहां पे प्रमोटर्स अन पलेज 2.13 पर ऑफ शेयर्स इन लास्ट क्वार्टर टोटल प्लेज स्टैंड्स एट 1.82 पर ऑफ प्रमोटर होल्डिंग मतलब पहले इनकी जो प्लेजिंग थी वो थी 3.95 अब इनकी होल्डिंग है अ प्लेजिंग है सॉरी वो है 1.82 प्लेजिंग कम होना एक पॉजिटिव साइन है जिसका रिजल्ट बेसिकली मार्च 2021 के बाद आप इनके ए वन ऑफ़ द रीजंस नॉट सिंपली वन रीजन बट वन ऑफ द रीजंस दैट इज शेयर प्राइस आर इंक्रीजिंग आप इसमें अ आप वो उसमें जाइए शेयर आप इसमें थोड़ा सा फाइव डेज का वन मंथ का सिक्स मंथ्स का देख सकते हैं आप देख पा रहे हो जब यह अन पलेज की रिपोर्ट आई थी क्योंकि इनके शेयर प्राइसेस देखो ब बढ़ रहे थे कुछ इन्होंने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स जी हां इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में टाटा मोटर्स ने बहुत बड़ा काम किया है बसेस बनाने का इनको बहुत बड़ा पूरे थ्रू आउट द इंडिया इनको ठेका मिला कांट्रैक्ट मिला मोर ओवर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स लोगों ने अप्रिशिएट करना स्टार्ट किया सब्सिडी मिलने लग गई सरकार से शेयर्स बढ़ने लग गए जिसकी वजह से इन्होंने उसका मौका उठा कर के फायदा उठा कर के अपने शेयर्स को अनप्लेज्ड रहे हैं लेकिन पिछले अगर हम तीन महीने में देखें तो इनके शेयर प्राइसेस जो है पिछले तीन चार महीनों में यानी कि फरवरी अ मार्च अप्रैल मई इस इन सब महीनों में इनके शेयर्स जो हैं कंसिस्टेंट चल रहे हैं तो यह बेसिकली प्लेजिंग जो है देखने का तरीका है और अन पलेज अगर किसी ने किया है तो क्यों किया है वो भी समझने का एक तरीका है आप देखना आपको न्यूज में बहुत सारी ऐसी चीजें मिल जाएंगी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की वजह से ही टाटा मोटर्स में बहुत बड़ा परिवर्तन देखने को मिला ऑलराइट सिमिलरली हम लोग कुछ और देखते हैं अब मुझे बताओ क्या करोगे आप अपोलो सर्च करना है तो आप सीधा य प लिखना शुरू करो अपोलो टायर्स य आ गया अपोलो टायर्स क्लिक करिए इस पर अपोलो टायर्स जो है एनएससी में भी लिस्टेड है और बीएससी में भी लिस्टेड है देखिए आज भी ये थोड़ा सा पॉजिटिव ही चल रहा है और आते हैं हम कहां पे आते हैं शेयर होल्डिंग पे शेयर होल्डिंग पे देखना ओ वाओ नाइस देखो प्रमोटर्स की जो प्लेजिंग है देख रहे हो ध्यान से और जूम होगा क्या हो रहा है प्रमोटर्स की जो प्लेजिंग है वो कम हो रही है 16.2 से 14.06 अन पलेज कर रहे हैं 133.92 133.92 5.01 ये ग्रीन वाला बता रहा है प्लेजिंग अगर ये प्लेजिंग रिड्यूस हो रही है इफ दिस प्लेजिंग इज गेटिंग रिड्यूस्ड इट्स अ वेरी वेरी ब्यूटीफुल साइन देखो न्यूज़ दिस इज द न्यूज़ प्रमोटर्स अनप्लेज्ड 8.91 पर ऑफ द शेयर्स इन द लास्ट क्वार्टर ओ अन पलेज कर दिया इज इट अ गुड साइन फॉर द कंपनी और द बैड साइन इट्स अ ब्यूटीफुल साइन फॉर द कंपनी नाउ द टोटल प्लेजिंग स्टैंड्स फॉर 5 पॉइंट एट 5.01 पर ऑफ द प्रमोटर होल्डिंग्स सो यू शुड ऑलवेज लुक एट दिस टैब व्हिच टैब वी वेंट टू हम लोग गए शेयर होल्डिंग वाले टैब पे कहां पे दिखेगा ये हम ऊपर आ रहे हैं ऊपर आ रहे हैं ऊपर आ रहे हैं तो ये देखो यहां पे आओगे आप यहां पे बहुत सारी ओवरव्यू चार्ट मनी कंट्रोल इनसाइट्स मनी कंट्रोल टेक्निकल प्राइस एंड वॉल्यूम न्यूज़ फोरम रिसर्च डील्स हर चीज है उसी में एक चीज और है वो है आगे बढ़ते हुए शेयर होल्डिंग ये चीज तो यहां पे आपको प्लेजिंग का डाटा मिलेगा क्लियर हो गया पॉइंट व्हाई प्लेजिंग इज इंपोर्टेंट अंडरस्टूड अन पलेज हुई है मैंने ऐसे दो चीजों के बारे में बताया दो कंपनीज जिन्होंने अन पलेज कीए है प्लेजिंग आपको बहुत मिल जाएंगे अन पलेज करना एक पॉजिटिव इंडिकेटर होता है उस कंपनी के लिए अब हम लोग वापस से किसी एक शेयर को लेते हैं जैसे फॉर एग्जांपल चलो हम लोग आते हैं आईटीसी प आईटीसी आईटीसी आ गया आ जाओ आईटीसी प अब एक इंपॉर्टेंट चीज हम सीखने जा रहे हैं काफी ज्यादा इंपॉर्टेंट आप कोई भी वेबसाइट ओपन करना आपको ना यहां पर देखो दिन की रेंज य हमने देखा है एक दिन में लोवेस्ट कितना गया मतलब लोएस्ट एच मतलब हाईएस्ट तो दिन में लोएस्ट गया था आज की डेट में लोएस्ट गया 21 1.60 एंड हाईएस्ट गया 21 3.40 और ये जो डॉट है ये बताता है एवरेज वैल्यू ये जो डॉट है ये एवरेज वैल्यू बताता है कि लोएस्ट की तरफ ज्यादा जा रहा है हाईएस्ट की तरफ कम तो यह बता रहा है कि शेयर्स जो है ना प्राइस रिलेटिवली कम ही हो रहे हैं ऊपर गया था लेकिन फिर ज्यादातर समय तक नीचे ही नीचे घूम रहा है और लोएस्ट गया है ये हाईएस्ट गया है वो ये क्लियर हो गया ये मैं किसका देख रहा हूं मैं मैं देख रहा हूं आईटीसी का किसका देख रहा हू आईटीसी का 52 वीक की रेंज देखो 52 वीक की रेंज है मतलब पिछले एक साल की रेंज में लोएस्ट गया 16.35 और हाईएस्ट जा चुका है 29.2 ओवरऑल वैल्यू जो है बढ़ी है मतलब ऊपर नीचे ऊपर नीचे हुआ है लेकिन ओवरऑल वैल्यू जो है व अप साइड ही गई है मार्केट सेंटीमेंट आईटीसी को लेकर के रिलेटिवली पॉजिटिव है बहुत ज्यादा बढ़त नहीं देखी गई है बट ओवरऑल वैल्यू लेकिन अच्छी जा रही है ठीक है वॉल्यूम की बात तोय वॉल्यूम देखो 15 मिलियन 801 83 और य नंबर देखो बदलने का 883 था अब यह 00 2000 बढ़ गया देखो अब 300 400 बढ़ गया देखो 3717 वॉल्यूम 5162 एक बार में डेज बढ़ गया 5162 अब देखो 5162 नंबर 5691 मतलब हमारे बोलते बोलते वॉल्यूम बढ़ रहा है य वॉल्यूम क्या होता हैय बताता है कि कितने लोगों ने आज सुबह से इस शेयर को खरीदने बेचने की प्रक्रिया पूरी कर ली है कुछ लोग खरीदे होंगे कुछ लोग बेचे होंगे तो जितनी बार इस शेयर ने अपने हाथों को बदला है तो कितनी बार कितने शेयर्स ने हाथों को बदला है टोटल मिला के यह वॉल्यूम बताता है तो यह आईटीसी जैसा अभी बहुत अच्छा परफॉर्म नहीं कर रहा है आईटीसी इस वक्त जिस वक्त मैं रिकॉर्ड कर रहा हूं वीडियो को फ्यूचर का हम नहीं कह सकते लेकिन अभी बहुत अच्छा परफॉर्मेंस नहीं है फिर भी 25000 देखो अभी 3000 कुछ 4000 कुछ 5000 कुछ प था 25519 हो गया तब भी इतने लोग इसमें ट्रेडिंग कर रहे हैं अभी अभी इसमें देखो 2657564 बिड स् आस्क बिड और आस्क के जो आई बटन आपको दिख रहा है ना लेट अस क्लिक ऑन दैट एंड सी वन थिंग विल पॉप अप एक टेबल आ गया ओ एक टेबल आ गया देखो इसमें आई बटन में क्लिक करते ही टेबल आ गया और जिसकी वैल्यूज देखो धड़ाधड़ चेंज हो रही हैं यह बाय और यह सेल यह बाय मतलब बिड को बाय कहते हैं आस्क मतलब सेल करने वाले को आस्क जो बेच रहा हो होता है ना वो यह मांग रहा होता है कि मुझे इतनी प्राइस चाहिए तभी मैं बेचूंगा बाय करने वाला जो होता है वो बोलता है मैं इतने में बिड कर रहा हूं इतने में मिला तो ही मैं खरीदूंगा बोली लगाना बोली कब लगाते हैं खरीदते वक्त बोली लगाते हैं तो बाइंग इज फॉर बिड और बिड इज फॉर बाइंग एंड देयर फॉर आस्क इज फॉर सेलिंग तो ये है बाय बाय यानी कि बिड और ये है सेल सेल यानी कि आस्क अब ये टेबल क्या बता रहा है और इस टेबल को अगर हम ध्यान से देखें मार्केट टाइमिंग में मैं रिकॉर्ड कर रहा हूं मार्केट टाइमिंग के बाद 3:30 बजे के बाद यह सारी वैल्यूज में डैश डैश डैश डैश डैश लग जाएगा यह लाइव है जी हां लाइव है शेयर मार्केट का लाइव यह शेयर मार्केट का एक लाइव टेबल आपको दिया गया है और यह हर मोमेंट पर चेंज करहा है देखो बड़े ध्यान से ऑब्जर्व करो आप 3565 वो था 2278 21 1.75 1534 देखो ये सेल करना चाह रहा है बेचना चाह रहा है 1534 क्वांटिटी एट दिस प्राइस अब उसका बिक गया कोई नया बंदा आ गया 651 क्वांटिटी एट दिस प्राइस क्या हो क्या रहा है यहां पे अ इतना डायनामिक रहेगा तो मैं बोलते बोलते वैल्यूज बदल जाएंगी तो मैं एक काम करता हूं तो क्योंकि ये फटाफट चेंज हो रहा है व्हाट आई एम गोइंग टू डू इज यहां पे क्या है ना ये बड़ी स्क्रीन में स्क्रीनशॉट कैसे लेना है मुझे मुझे खुद को नहीं मालूम है अभी सीखना पड़ेगा मुझको तो मैं क्या कर रहा हूं उसकी फोटो ले ले रहा हूं एक मोमेंट पे और उसको मैं बना फिर आपको समझाता हूं कि हो क्या रहा है सो आई एम जस्ट क्लिक अ फोटो एंड देन आई एम कमिंग टू माय वाइट बोर्ड और इसको मैं बना लेता हूं ठीक है ऑलराइट अभी मैं भी थोड़ा-थोड़ा सीख रहा हूं आप लोगों का कोर्स बना रहा हूं ना तो आई एम आल्सो लर्निंग एक तरफ लिखा है बाय एक तरफ लिखा है सेल ठीक है तो मैंने क्या किया आईटीसी का जो बिड आस्क वाला जो सेक्शन हमने क्लिक किया आई बटन आई बटन में क्लिक करके एक टेबल आया उसी टेबल को हम लोग यहां पे बना रहे हैं एज इट इज तो क्योंकि वो टेबल क्या हो रहा था हर मोमेंट पर चेंज हो रहा था तो इसीलिए हमको बनाने की जरूरत पड़ रही है क्वांटिटी एंड यहां पर लिखा है प्राइस यहां पर लिखा है प्राइस और यहां पर लिखा है क्वांटिटी देख कैसे लिखा है क्वांटिटी प्राइस प्राइस क्वांटिटी बाय मतलब बिड और सेल मतलब आस्क आपको कोई शेयर खरीदना है कि नहीं खरीदना है तो आपको यह देखना बहुत जरूरी है अब इस कु वल है ले 5800 9420 4634 8396 एंड 4001 प्राइस इज 21 1.65 21 1.60 21.55 21.50 21.45 ठीक है और नीचे उसका टोटल किया हुआ है इन सबका ये टोटल है मतलब ये जो टोटल बाय अभी है इस मोमेंट पे वो है 296 835 यहां पे लिखा है टोटल किस चीज का बाय का टोटल ठीक सिमली यहां पे प्राइस जो है सेल कर दिया है 21 1.75 क्वांटिटी है 215 21 1.60 80 80 क्वांटिटी है 2257 21 1.85 क्वांटिटी है 3729 देन ये है 21 1.90 क्वांटिटी है 6541 और उसके बाद ये है 21.95 क्वांटिटी है 5481 और यहां पे टोटल नंबर ऑफ सेलर्स दिया है 386 483 386 483 ऑलराइट अब यह क्या बताता है यह जो बिड और आस्क का जो टेबल आता है ना मनी कंट्रोल जैसी वेबसाइट्स में और भी और भी सारी वेबसाइट्स में यह टेबल हर सेकंड चेंज होता है यह बताता है कि उस सेकंड उस पर्टिकुलर सेकंड प कौन सी हाई प्राइस आपको टॉप फाइव मिल सकती है आपके शेयर के लिए और कौन से लोएस्ट प्राइस अवेलेबल है बेचने वालों के तो अगर आप खरीदार है आप बाय करना चाहते हो अगर आप बेचना चाहते हो खरीदार हो तो आप सेलर्स वाले पर फोकस करेंगे अगर आप सेलर हो अगर आप इस साइड हो तो आप बाय यानी कि बिडर्स पर फोकस करेंगे अगर आप वाकई में अपने शेयर्स को बेचना चाहते हो तो आप बिडर्स पर फोकस करेंगे आपके पास शेयर्स हैं पहले से तो आप जो बिड कर रहे हैं उन पे फोकस करेंगे और अगर आप इस साइड हो खरीदना चाहते हो तो आप सेलर्स पे फोकस करेंगे ये टेबल क्या बताता है बात समझना किसी भी एक पर्टिकुलर सिचुएशन में हम या तो बाय साइड में होंगे या तो हम सेल साइड में होंगे तो पूरे टेबल का जो इंपॉर्टेंस है वो हमारे लिए होगा नहीं हमारे लिए एक तरफ जो टेबल का होगा ना वो ज्यादा इंपॉर्टेंट होगा एक मोमेंट पे अब जैसे फॉर एग्जांपल मैं बाय करना चाहता हूं मैं मैं खरीदार हूं तो मैं बेचने वालों को देखूंगा मैं देखूंगा देखो कैसे अरेंज्ड है ये बड़ा इंपॉर्टेंट है समझना किस तरीके से अरेंज्ड है आप देखोगे कि जो सेल प्राइसेस हैं वो ऊपर से नीचे बढ़ रही है इंक्रीजिंग फ्रॉम टॉप टू बॉटम वो जो सेल बताता है तो जो जब मैं खरीदना चाहूंगा ओबवियस सी बात है मैं सस्ता खरीदना चाहूंगा कि नहीं तो मैं ये बताना चाह रहा हूं उस तरफ कि इस पर्टिकुलर सेकंड में जो सबसे से सस्ता बेचने के लिए रेडी है वो सेल वाला क्या कर रहा है सेल वाला देना चाह रहा है तो मैं यहां से देख रहा हूं जो देने के लिए या बेचने के लिए रेडी है वो सबसे सस्ता वाला है 21.7 जो बेचने के लिए रेट उसने अपना ऑर्डर लगाया होगा अपने अपनी स्क्रीन पे सेल ऑर्डर तो उसने 21 1.75 प लगा कितने शेयर्स बेच रहा है वो 215 शेयर बेच रहा है सिमिलरली एक और पर्सन है जो सेकंड जो सेकंड सबसे सस्ता बेच रहा है जो सबसे सस्ता बेच रहा है वो 21 1.75 प बेच रहा है सेकंड में जो सेकंड सबसे सस्ता बेच रहा है वो 21 1.80 और उसके पास कितने शेयर है उसके पास 2257 शेयर है ओ यह वो डिस्क्लोज क्वांटिटी है क्या हां जी हो सकता है इन बंदों के पास लाखों लाखों शेयर हो लेकिन डिस्क्लोज कर रहे हो थोड़ा थोड़ा एक बार में थोड़ा थोड़ा यह वह डिस्क्लोज क्वांटिटीज यहां पर हमें शो हो सकती है अगर कोई दो लाख शेयर एक बार में कर दे ना तो यहां पर 2 लाख आ जाएगी वैल्यू यहां पर एक बार में 2 लाख वैल्यू आ जाएगी ऐसे में क्या होता है पता है जब इस तरीके की वैल्यू आती है 2 लाख अच्छा एक ही बंदा है 2 लाख शेयर सेल करना चाह रहा है और 21 1.80 में देना चाह रहा है फिर इसको तोड़ा जाता है फिर क्या करते हैं सारे बायर्स मिलके 21 1.80 से अपनी वैल्यू को नीचे ही रखते हैं ताकि वह सेलर जो है वह समझ जाए कि यार ये खरीदने वाले नहीं है इन लोग ने बिड 210 पे कर दिया मान लो बड़े ध्यान से समझो बाइंग और सेलिंग में कंफ्यूजन होता रहता है दिमाग में अरे खरीददार कौन है बेचने वाला कौन है खरीददार कौन बेचने वाला कौन है अरे अभी मैं किस पोजीशन पर अभी मैं खरीदने वाली पोजीशन प हूं बायर हूं मैं मैं देख रहा हूं बेचने वाले को अब एक बात बताओ कोई एक तुम्हारे सामने एक ठेला बिल्कुल लेकर के आया हुआ है एक ठेला किसका मान लो संतरे का संतरे का एक ठेला बेचना चाह रहा है वो व डिस्प है बेचने के लिए आप आप देख के समझ गए वो पूरा एक ठेला बेचना चाह रहा है व जल्दी बेचना चाह रहा है जल्दी में जल्दी में तो आप क्या करोगे मोल भाव करोगे कि नहीं आप बोलोगे भाई तू एक किलो दे रहा है 040 में एक काम कर तेरे ठेले में 100 किलो लग रहे हैं तू मुझको एक काम कर 000 में पूरा ठेला दे दे तो ऐसे में उसकी कंडीशन का हम फायदा उठा सकते हैं कि नहीं लेकिन अगर वही वो ठेला हमको मालूम रहे कि ये पूरा ठेला बेचना नहीं चाहता वो एक एक दो दो किलो करके ही बेचना चाहता है तो हम उससे 40 की चीज को 30 में नहीं मांगने वाले बल डर्स में क्या होता है बारगेनिंग हो जाती है ये एक तरीके से बारगेनिंग करने का तरीका है अगर आपको लग रहा है कि मार्केट में ऐसा भी कोई बायर आया है जिसके 2 लाख शेयर्स जो बेचना चाह रहा है एक बार में उसने डिस्क्लोज कर दिया क्वांटिटी गलती से करना नहीं चाहिए था जो कि तो ऐसे में जितने भी बायर्स है ना खरीददार है वो अपना जो बाय ऑर्डर लगाएंगे वो एक लोअर प्राइस पे लगाएंगे बोलेंगे मुझे नहीं खरीदना 21.8 पे मैं तो 210 में लूंगा मैं तो 200 में लूंगा और हो सकता है शायद मजबूरन उसको बेचना पड़ जाए क्योंकि बहुत देर तक वेट करेगा लोगों को पता चल जाएगा एक डेस्प्रिंग लाख शेयर बेचना चाहता है चलो एक काम करते हैं 200 प लगा के छोड़ देते हैं इंटेलिजेंट इन्वेस्टर्स डू लाइक दिस और ऐसे में उनको एक बार में कम रेट पर एक साथ वो शेयर्स मिल जाते हैं इस तरीके से मार्केट में सेंटीमेंट्स के साथ खेला भी जा सकता है आप नहीं जानते कौन है इट इज कंपलीटली एनोनिमस यू डोंट नो हु इज दैट बट स्टिल इवन इफ यू डोंट नो इट यू कैन सिंपली सेंस देर डिस्परेयूनिया मतलब बेचने वाले जो है सबसे सस्ता बेचने वाला यह है उसके दूसरे नंबर पर सस्ता यह है तीसरे नंबर पर सस्ता यह है चौथे पे और पांचवे पे और फिर इसके नीचे और भी होंगे सिर्फ ये टॉप ये बॉटम मोस्ट फाइव सस्ते सेलर्स को बता रहा है बॉटम मोस्ट फाइव सस्ते सेलर्स को बता रहा है बाकी और भी होंगे जिन्होंने इसके ऊपर और लगाया होगा कि नहीं मेरे को तो और महंगा बेचना है तो आपको इससे ये समझ में आता है कि आपको खरीदना अगर है तो आपको बिडिंग इससे थोड़ी सी कम करनी चाहिए आएगी वो प्राइस आएगी धीरे-धीरे आएगी जब लोगों के नहीं बिकेंगे तो वही लोग जो ट्रेड कर रहे होंगे ट्रेडर्स को तोड़ा जाता है ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग में तोड़ा ऐसे ही जाता है तो ऐसे में आएगी वो प्राइस जरूर आएगी थोड़ा रुक जाओ अगर वो सेलर जो है टॉप सेलर जो है जो सबसे सस्ता सेल कर रहा है वो 21 1.75 पे कर रहा है तो मैं थोड़ा रुक जाऊं ना मैं 21 1.75 पे ना करके मे भी मैं 210 पे अपना लिमिट लगा दूं कि मुझे 210 पे ही खरीदना है उससे ऊपर नहीं खरीदना उससे ऊपर बाय ऑर्डर जाना ही नहीं चाहिए लिमिट मेरी 210 की है तो यहां पर बाय ऑर्डर रहेगा लिमिट ऑर्डर वाला मार्केट वाला नहीं क्योंकि मुझे दिख रहा है कि वह टूट सकता है शायद तो लेट्स वेट थोड़ा वेट कर लेते हैं तो जो इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं ना इंट्राडे वालों के लिए ट्रेडिंग वालो इन्वेस्टमेंट वालों के लिए मतलब नहीं मैंने मान लो लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करना है मुझे क्या फर्क पड़ता है वो एक रप महंगा दे एक रप सस्ता दे मुझे तो दो साल के बाद निकालना है लेकिन अगर मुझे अभी ट्रेडिंग करनी मैं इसको तोड़ने की कोशिश जरूर करूंगा तो यह इंट्राडे के लिए समझो जो इंट्राडे ट्रेडिंग करने चाहते हो वो लोग ऐसे करोगे अपना जो बाय ऑर्डर लगाओगे वह आपका जो लीस्ट सेलर वाला होगा जो सबसे सस्ता सेल कर रहा होगा उससे कम करके लगाओगे उससे कम करके लगाओगे धीरे-धीरे टूटेगा क्योंकि बेचने वाला जो होता है ना वो डेस्प्रिंग होता है इसीलिए ना ऐसा होता है मार्केट में कि अगर सप्लाई डिमांड में जो चेंजेज आते हैं उसकी वह से ऊपर नीचे होता है पोजीशन स्ट्रांग होती है किसी की किसी की पोजीशन वीक होती है बेचने वाले की पोजीशन हमेशा वीक होती है क्योंकि उसने ऑलरेडी अपने पैसे जो हैं इन्वेस्ट कर दिए हैं बेचेगा नहीं तो उसको अपने पैसे वापस मिलेंगे नहीं खरीदने वाले की पोजीशन जो होती है वो स्ट्रांग होती है हमेशा अपनी पोजीशन को स्ट्रांग बना के रखना है जल्दबाजी में नहीं खरीद लेना है ध्यान रखो अगर आप बायर हो तो आप एक स्ट्रांग पोजीशन पर हो तोड़ने की कोशिश करो नहीं टूटेगा तब बाद की बात है देखेंगे खरीद लेंगे फिर उतने में लेकिन आपको अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे हैं तो आपको यह देखना है कौन से शेयर्स तोड़ सकते हो आप चार पांच तरीके की कंपनीज में बाय ऑर्डर लगा दो कोई ना कोई शेयर तो टूटेगा अगर आपने 100 शेयर खरीदे हर शेयर में दो रप तीन तीन रप का भी फायदा हो गया 00 400 का इंट्राडे में यही फायदा हो गया कि नहीं पर डे में कमाते हैं भैया लोग बहुत कमाते हैं मैं तो अभी 200 400 लोग तो लाख लाख शेयर एक एक बार में ट्रेड कर रहे होते हैं तो ये तरीका है समझने का अगर आप बायर साइड में हो तो ये है तरीका समझने का समझे बात को क्लियर हो गया पॉइंट हमेशा यू नीड टू बाय एट अ लेस प्राइस इसलिए सबसे लीस्ट प्राइस वाले का टॉप पे लिखा गया है यह पता नहीं के लिए कि वो इतने में सेल कर रहा है कम से कम बाकी लोग इससे महंगे हैं तो ये टॉप पांच लोगों के जो सबसे नीचे से पांच है ना बाकी लोग भी सेल कर रहे हैं लेकिन वो उससे और ज्यादा प्राइस में सेल कर रहे हैं क्लियर हो गई बात मजा आया अब मैं आता हूं बायर साइड प अब अपना साइड को शिफ्ट कर लेते हैं ठीक है अब हम जो है सॉरी अब हमें सेलर साइड प अब हम बेचना चाहते हैं अब हम बायर्स को देखेंगे यह बायर्स कितने में खरीदना चाहते हैं अब हमें सेलर साइड प अब हम बेचना चाहते हैं पहले हम खरीदना चाह रहे थे अब हम देना चाह रहे हैं ले भाई ले शेयर ले तो अब हम यह वाला टेबल ऑब्जर्व करेंगे ये वाला टेबल ऑब्जर्व किए बोले देखि भाई एक ने बिड किया है उसको 5800 शेयर एक बार में चाहिए भाई एक ने बिड किया उसको 9420 शेयर चाहिए तो मैं बेचना चाहूंगा तो मैं सबसे महंगा बेचना चाहूंगा ना प्रेफरेंस मेरा यही होगा तो आप देखोगे बिड में सबसे भारी प्राइस जो होगी मार्केट की सबसे भारी प्राइस टॉप वाली प्राइस फर्स्ट जो टॉप मैक्सिमम प्राइस प जो खरीदने के खरीदने के लिए उत्सुक है वह दिखेगा आपको फर्स्ट नंबर पे फिर यह सेकंड थर्ड फोर्थ फिफ्थ कहने का मतलब यह है कि यहां पे यह वाले टॉप वाली वैल्यू हाईएस्ट है और यहां पे ये वाली वैल्यू लोएस्ट है तो ऐसे में ये जो एरो दिखाएंगे ये हम ऐसे दिखाएंगे इंक्रीज कर रहा है ये नीचे से ऊपर ये इंक्रीज कर रहा था ऊपर से नीचे देखो यू आर ऑलवेज गोइंग टू सेल टू द पर्सन हु इज गोइंग टू गिव यू द मैक्सिमम प्राइस जो खरीदेगा सबसे महंगा वह अपने लिए सबसे फेवरेबल होगा क्योंकि अगर मैं बेचने वाला हूं और सामने खरीदार है वह महंगा खरीदने के लिए रेडी है मेरा फायदा मैक्सिमम हुआ कि नहीं तो अगर अगर कोई सेलर होगा ना वो सिर्फ टॉप वाले बायर को देखेगा वो बोलेगा अच्छा टॉप वाला बायर मेरे को इतना फायदा करा सकता है तो भाई जब वो तुम 21 1.75 पे बेचना चाह रहे हो 21 1.65 पे खरीदना चाह रहा है एंड इफ यू आर ओके विद दैट कि वो 21 1.65 पे भी खरीद ले तो भी मेरा प्रॉफिट होगा तुरंत आप अपना ऑर्डर को मॉडिफाई करोगे यस आपने इंट्राडे ट्रेडिंग में बडस का स्प्रेड देखा आपने बोला अरे यार यह बायर यह ऐसा कर रहा है मतलब मैं थोड़ा पाच पैसा 10 पैसा अगर कम कर दू तो कोई ना कोई बायर मुझे मिलने की चांसेस है लेट्स डू दिस ऐसा करने के बाद चांसेस है कि आपका शेयर तुरंत बिक जाएगा समझे तो इस तरीके से यह जो बायर और सेलर के जो बीच का यह जो टॉप मोस्ट डिफरेंस होता है ऊपर वाला जो सेलर है वह बता रहा है मतलब जो सेल करने वाला ऊपर वाला बता रहा व कितना सस्ते में सस्ता बेच सकता है और ऊपर वाला बायर यह बता रहा है कि कितना महंगे मह महंगा खरीद सकता है सस्ते में सस्ते बेचना और महंगे से महंगा खरीदने का जो डिफरेंस होता है इसको कहते हैं हम लोग टेक्निकली बिड आस्क स्प्रेड क्या बोलते हैं इसको इसको बोलते हैं हम लोग बिड आस्क स्प्रेड इस पर्टिकुलर चार्ट में बिड आस्क स्प्रेड कितना है बस टॉप वाले दोनों को माइनस करो यह जो बिड आस्क स्प्रेड है इन दोनों का ये टॉप वाले नंबर्स का ये है 10 पैसे का तो हम कहेंगे 10 पैसे का बिड आस्क स्प्रेड है जो कि अच्छा मार्केट में डिमांड है आईटीसी का हमने लिया है तो ऐसी बात नहीं है आईटीसी की डिमांड नहीं है बेचारा शेयर बढ़ता नहीं है इसके पीछे कारण है सोचेंगे अपन देखेंगे इसके पीछे कारण है बेचारा बढ़ नहीं पाता है शेयर अच्छा है बुरा शेयर नहीं है बडक स्प्रेड भी देखो मात्र 10 पैसे का है मतलब लोग खरीदना भी चाह रहे हैं और बेचना भी चाह रहे हैं दोनों चीजें हो रही है ऐसा नहीं है कि खरीदार को बायर्स नहीं मिल रहे खरीदार को बायर्स भी मिल रहे हैं और बायर्स को बेचने वाले भी मिल रहे हैं जो खरीदना चाहते हैं उनको बेचने वाले मिल रहे हैं बेचने वालों को खरीदने वाले मिल रहे हैं बहुत बड़ा बिड आस्क स्प्रेड है नहीं इसमें 10 पैसे का है मात्र तो बात समझ में आया यह टेबल हमें समझाता है जब हम अभी लाइव सेशंस करेंगे ना मैं लाइव सेशंस में इसका बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंस होता है इसको मैं प्रूफ कर दूंगा जब हम हर शेयर का बिड आस्क स्प्रेड वगैरह ऑब्जर्व कर रहे होंगे आप ये सोच रहे हो सर लाइव कैसे करेंगे लाइव तो आपने सैटरडेज को रखा हुआ है ऐसा है देखो हफ्ते भर में जो जो इवेंट घटित होते हैं हम उसकी डिंग करते रहते हैं फिर जो भी न्यूज होते हैं एनालिसिस होता है उसकी रिकॉर्डिंग करते रहते हैं ताकि आपका ना घंटों टाइम वेस्ट स्क्रीन में ना हो और पूरा का पूरा एक बार में हम लाइव में पूरे हफ्ते भर का जो जो हमने किया है स्क्रीन रिकॉर्डिंग की है वह सब आपके सामने रिवील करते हैं हफ्ते भर के बाद आपको चीजें फिर बेहतर वे में क्लियर हो जाती है दैट इज द अल्टीमेट थिंग वि वी डू इन अवर लाइफ ठीक है ऑलराइट किसी और का बिड आस्क स्प्रेड देखें इसका 10 पैसे का था तुरंत तुरंत पता लगाओगे बडस स्प्रेड कितना है आ जाते हैं पता लगाओगे ना पक्का चलो देखते हैं कोई और कंपनी का बडस स्प्रेड देखते हैं आ जाते हैं अपन एक कंपनी है आपको पता है एक कंपनी है आपने सुना भी नहीं होगा बलरामपुर चीनी मिल्स यह देखो बलरामपुर चीनी मिल्स पिछले साल इस कंपनी ने मेरे पैसों को डबल करने का काम किया था हां जी इस कंपनी ने मेरे पैसों को डबल करने का काम किया था आपको बता रहा हूं क्या हुआ था आपको मैं बलरामपुर चीनी मिल्स का जो शेयर प्राइस है ना ये दिखाता हूं google2 व में 0 का था आज वो शेयर 301 प चल रहा है और यह शेयर कुछ टाइम पहले 310 315 प भी चल रहा था और आज भी इसमें 2.55 पर की बढ़त है कौन सा सुना भी नहीं आपने बलरामपुर चीनी मिल्स सुने हो नहीं सुने हो आपको पता है इसके पीछे का लॉजिक क्या है बड़े ध्यान से समझो यार लास्ट ईयर क्या हुआ था यानी कि मैं बात कर रहा हूं 2020 की और अभी तक की बात करू हूं 2021 की भी क्या हुआ था बताओ सैनिटाइजर यस सैनिटाइजर सैनिटाइजर बनाने का जो पूरे देश में जो सिस्टम था वह बढ़ाया गया इंडस्ट्रीज सैनिटाइजर बनाने के लिए आगे आने लग गई जो कंपनी सैनिटाइजर बना सकती थी किससे बनता है इथेनॉल से बनता है राइट सैनिटाइजर अल्कोहल से बनता है उसमें इथेनॉल इज वन टाइप ऑफ अल्कोहल शुगर इंडस्ट्री में अल्कोहल जो है वह प्रोडक्शन हो जाता है और जहां पर अल्कोहल प्रोडक्शन ज्यादा होगा वही ना सैनिटाइजर बनाने की काबिलियत रखता होगा कैपेबिलिटी रखता होगा तो उसकी सेल्स बढ़ेंगी कि घट सैनिटाइजर बिजनेस में आने के बाद बढ़ेंगी शेयर प्राइस फिर बढ़ेंगे या घट बढ़ेंगे तो सिचुएशन के हिसाब से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का जमाना तो ऐसे में इलेक्ट्रिक व्हीकल की बैटरी बनाने वालों का जमाना सैनिटाइजर का जमाना अब आप सोचोगे यार सैनिटाइजर बात समझो बड़े ध्यान से समझो यार ये सैनिटाइजर का बिजनेस तो हम लोग भी खोल लेते हैं कल को फिर बोलोगे कपड़े का बिजनेस भी हम खोल लेते हैं अरे ऐमें कितने बिजनेस खोलोगे यही तो शेयर मार्केट है दोस्त अगर तुमको लग रहा है कि सैनिटाइजर का बिजनेस वाकई में अच्छा चल रहा है और तुमको लग रहा है कि हर घर की जरूरत सैनिटाइजर है प्रधानमंत्री आकर के बोल दिया हाथों को अच्छे से सैनिटाइज करें धोए ये करें तो एक बात बताओ तुम भले ही सैनिटाइजर का बिजनेस ना स्टार्ट कर पाओ मे भी तुम्हारे घर के आसपास में रिसोर्सेस नहीं हो लेकिन जो सैनिटाइजर बनाने की कंपनी है उनमें इन्वेस्ट करके तो अपनी वेल्थ को बढ़ा सकते हो बलरामपुर चीनी मिल्स इज वन सच कंपनी वेर आई इन्वेस्टेड प्राउडली इन्वेस्टेड एंड डबल्ड एंड देन आई आल्सो रिसेंटली मैंने अपने जो है एग्जिट भी ले लिया मैंने बहुत अच्छा प्रॉफिट गेन करके एग्जिट भी ले लिया इट्स ऑल अबाउट दिस थिंग जब आपको लगता हैना यार ये बिजनेस बड़ा अच्छा चल रहा है तुरंत दिमाग में आना चाहिए इस बिजनेस का शेयर तो देखो सैनिटाइजर कौन बनाता है सर्च करो सैनिटाइजर कौन बनाता है जो शुगर बनाने वाली कंपनी होती है वही सैनिटाइजर बना सकती है बनाएंगी जम के सैनिटाइजर और बढ़ेगा उनका बहुत ज्यादा मेडिकल स्टोर्स तक के पहुंच गए वो हर मेडिकल स्टोर में सैनिटाइजर्स ब्रांडिंग करते हैं अलग-अलग कंपनीज अपनी लेकिन बनती इन सब जगहों पे बनती इन सब जगहों पे तो जो बलरामपुर चीनी मिल्स आप देख रहे हो देख रहे हो ये ओवर दिस वन ईयर पीरियड डबल्ड डबल्ड द मनी यार डबल्ड बड़ी बात है कि नहीं डबल कर दिया कौन कहता है 2x 3x 4x नहीं हो सकता मैंने आपको 5x तक के दिखा दिया एक एक साल में पांच-पांच गुना पैसे बढ़ते दिखा दिया अगर इंटेलिजेंट तरीके से किया जाए ना कुछ भी पॉसिबल है कुछ भी पॉसिबल है आते हैं इसी के बिड आस्क वाले इंटेलिजेंट तरीके से लोग करते नहीं है और लोगों ने शेयर मार्केट को एक सट्टेबाजी बना के रखी हुई है थंबनेल बदल देंगे पहले लिखेंगे इसके शेयर बढ़ने वाले हैं यह खरीदो वो खरीदो क्या मजाक है यार तुमको कैसे पता खरीदने वाले तुमको अपने मार्केट को सेंटीमेंट्स को खुद के बिहेवियर को सबको समझना पड़ेगा तब जाकर तुम एक अच्छा डिसीजन ले पाओगे बिड आस प आते हैं आ जाओ देखो बिड और आ क्या चल रहा है मैं तो अभी खरीद ल इसका दो चार और मेरे को मालूम है अभी अगले साल और हो सकता है मैं आपको कंपल नहीं कर रहा खरीदने के लिए लेकिन अगले साल और बढ़ सकता है ठीक है तो ये जो सैनिटाइजर वगैरह है चलेगा ही चलेगा देखो बिड आस्क स्प्रेड कितने का आ रहा है इसमें इसमें सेल करने वाले सेल करने वाले 30.40 में सेल करना चाहते हैं हाई सेलिंग है इनकी और बाय करने वाले 301 में बाय करना चाहते हैं मतलब सेल करने वाले कॉन्फिडेंस में कि भाई अपन तो ज्यादा में सेल करेंगे भाई कॉन्फिडेंस मार्केट का दिखा रहा है बिड आस्क स्प्रेड जो है ना वो 40 पैसे का है बिड आस्क स्प्रेड जो है वो 40 पैसे का है मतलब सेल करने वाला क्या पलड़ा भारी है जिसमें सेल करने वाला ज्यादा है देखो बिड आस्क स्प्रेड में हो सकता है बाय करने वाले का पलड़ा भारी हो यहां पे सेल करने वाले का पलड़ा भारी है व सस्ते में नहीं बेच रहा भाई तेरे को नहीं बेच रहा अपना शेयर सस्ते में महंगे में बेचेगा इससे मार्केट का सेंटीमेंट पता चलता है कि बाय करने वाला जो है कम में खरीदना तो चाह रहा है लेकिन सेल करने वाला देना नहीं चाह रहा होल्ड करना चाह रहा है मार्केट का सेंटीमेंट बलरामपुर चीनी मिल्स को लेकर के कैसा है पॉजिटिव की नेगेटिव पॉजिटिव सो आई होप यू आर गेटिंग द होल फील ऑफ इट ऐसी ऐसी कंपनी बताई है मैंने कौन बताएगा तुमको बलरामपुर चीनी मिल्स कोई बताएगा बताओ कहां से पता चला मेरे को कोई य वीडियो से पता चला क्या अरे नहीं बाबा कोई य वीडियो से नहीं पता चला कहीं नहीं दिया है यह सब चीजें पता चलती है पर्सनल एक्सपीरियंस से ओवर पीरियड ऑफ टाइम मार्केट को देखना खुद को देखना मोदी ने स्पीच तो दे दी लेकिन उस स्पीच में जो बातें बोली है मेरा तुरंत ध्यान जाता उस पर किस सेक्टर में फर्क पड़ने वाला है मोदी जी ने बोला है हाथ अच्छे से धोए मोदी जी ने बोला है साफ सफाई रखें साफ सफाई रखने का एक मात्र आजकल तरीका चल रहा है सैनिटाइजर हर जगह सैनिटाइजर सैनिटाइजर दिमाग चलना चाहिए भाई सैनिटाइजर कहां बन रहा होगा कौन होगी कंपनी जो सैनिटाइजर बना रही होगी सर्च करना शुरू करो फिर न्यूज में तब चीजें मिलेंगी बाहर ऐसे सोचना पड़ता है तो य नीड टू लुक इन टू वेरियस एस्पेक्ट्स इस तरीके से आपको अपॉर्चुनिटी मिलती है तो आई होप यह जो पूरा का पूरा ले लेर था काफी बड़ा लेक्चर हो गया यह वाला यस आई नो दैट बट दिस वाज एन आई ओपनिंग सेशन था कि नहीं था बहुत सारी चीजें सीखने को मिली मजा आया बहुत सारा राइट तो आई होप कि यह सेशन आपके लिए बहुत ज्यादा फ्रूटफुल रहा होगा काफी बड़ा सेशन हो गया है ये आई नो दैट बट दैट वाज वेरी वेरी इंपॉर्टेंट टू बिल्ड योर अंडरस्टैंडिंग टू मेक श्यर दैट यू गेट इन इनटू अ दिस शेयर मार्केट विथ अ वेरी वेरी पॉजिटिव एंड अ स्ट्रांग सेंस ऑफ दिस होल बिजनेस ऑफ होल मार्केट नॉट सिंपली जस्ट पुटिंग योर हार्ड अर्न मनी योर पेरेंट्स हार्ड मनी इनटू दिस थिंग नो जय हिंद वंदे [संगीत] मातरम मेरे प्यारे दोस्तों फाइनेंशियल और टेक्निकल एनालिसिस में आगे बढ़ते हुए यह है पार्ट फोर इस पार्ट में और इसके बाद वाले पार्ट में हमें बहुत सीरियस हो जाना है क्योंकि जो मैं इंफॉर्मेशन देने वाला हूं अभी यस जो मैं इंफॉर्मेशन अभी देने वाला हूं वो सिर्फ और सिर्फ आपको पैसे छापने में मदद करने वाली है आपको लग रहा होगा अरे पैसे छापना बड़ी बात हो गई आपका पोर्टफोलियो आपका पोर्टफोलियो 10 करोड़ प्लस होना ही चाहिए बाय द कमिंग फाइव इयर्स अगर आप एक पर्टिकुलर अमाउंट से अभी स्टार्ट करते हैं किसी को थोड़ा जल्दी जिसके पास फंड है इन्वेस्ट करने के लिए किसी को थोड़ा देर लेकिन 10 करोड़ प्लस का सपना देखना अभी के लिए बहुत जरूरी है 10 करोड़ प्लस का पोर्टफोलियो अभी मैं कम बता रहा हूं मैं चाहता तो 100 करोड़ प्लस भी बोलता ऐसे 100 करोड़ प्लस की ऐसी कंपनियां होती है लेकिन अभी के लिए आप यह मान के चलिए कि आप एक करोड़पति पहले से हैं मैं आज स्ट्रेटेजी बताने वाला हूं काफी इंपॉर्टेंट सेशन है यह लेकिन स्ट्रेटेजी बताने से पहले कंपनी के बारे में आज हम लोग बात करने वाले हैं उनका फाइनेंशियल्स देखने वाले हैं फिर हम टेक्निकल चीजों प आएंगे कैंडल स्टिक पैटर्न और क्या स्ट्रेटेजी हम लोग यूज कर सकते हैं मैं आपको तीन बहुत ही इफेक्टिव और सिंपल स्ट्रेटेजी बताऊंगा सिंपल है सिंपल स्ट्रेटेजी है लेकिन प्रैक्टिस करनी पड़ेंगी जितना प्रैक्टिस करोगे उन स्ट्रेटेजी को उतना ज्यादा आप उसमें मास्टर होते चले जाओगे आपको अपनी तलवार की धार को तेज करना है तो रेगुलर प्रैक्टिस करनी पड़ेगी बार-बार करना पड़ेगा लेकिन न यह बात गारंटीड है आप बोलोगे सर पैसे छापने का असली तरीका आपने बताया है जो हम कई टाइम से ढूंढ रहे थे जो कोई नहीं बता पा रहा था उसका पूरा एनालिसिस करके आपने हमारे सामने खोल के रख दिया है आपकी आंखें चौंधी आने वाली है जी हां यह पार्ट फोर है पार्ट फोर और पार्ट फाइव फाइनेंशियल और टेक्निकल एनालिसिस का आंखें चौध आ के एकदम बाहर आने को हो जाएंगी कि ये कैसे हो गया हाउ दिस थिंग हैज हैपेंड दोज हु डोंट नो दे लाई इन द 97 पर जनता एंड दोज हु नो दे लाई इन दैट 3 पर जनता हु अर्न प्रॉफिट्स हु अर्न प्रॉफिट्स तो शेयर मार्केट की जो डेफिनेशन है ना वो यही है कि इन 97 पर लोगों का जो पैसा होता है यह % लोगों के पास जाता है और आज हम रेडी हो रहे हैं और आज हम अपना माइंड सेट बना रहे हैं इन 3 पर में आने का यह 3 पर लोग पैसा कमाने से पहले ना पैसा कमाने वाला माइंडसेट रखते हैं एग्जाम में टॉप करने से पहले ना आपका वह माइंडसेट होता है टॉप करने वाला वह मेहनत दिखती है वह जुनून दिखता है वही जुनून यहां पे दिखना चाहिए आपका पोर्टफोलियो खुद का पोर्टफोलियो प्रॉफिट के साथ 10 करोड़ से ऊपर का होना चाहिए 10 करोड़ प्लस होना चाहिए दैट इज पॉसिबल दैट इज पॉसिबल कैसे है पॉसिबल अभी सब प्रूव हो जाएगा लेक्चर नंबर फोर यह पार्ट फोर और पार्ट फाइव में बिल्कुल सीरियस रहना है इसी लेक्चर को आपको 10 बार देखना है आपको मिलियन डॉलर एडवाइसेज मिल रही हैं आने वाले टाइम में बस आपको एज इट इज चुपचाप एज इट इज हर चीज के पीछे का रीजन है जो मैं बताऊंगा आपको बहुत ही पेशेंस के साथ इनको देखना है सोचना है समझना है दो बार देखना है तीन बार देखना है चार बार देखना है 10 बार देखना है लेकिन यही व रामबाण लेक्चर है हो गई थ्योरी लेकिन जब तक के आप लक्ष्मी जी को प्रसन्न नहीं करोगे तब तक इस थ्योरी का कोई मतलब है क्या और लक्ष्मी जी जी कैसे प्रसन्न होंगी पता है जब आप उस माइंड सेट प आओगे लक्ष्मी जी उसी के पास आती हैं जो उस माइंड सेट के साथ होता है तो आपका माइंड सेट क्या होना चाहिए माइंड सेट होना चाहिए 10 करोड़ प्लस का पोर्टफोलियो आज मैं एक स्टूडेंट हूं आज मैं नहीं कमा रहा हूं आज मैं सिर्फ नॉलेज ले रहा हूं लेकिन फिर भी वो माइंड सेट जो है 10 करोड़ प्लस के पोर्टफोलियो का होना चाहिए और यह कब 10 का 100 हो जाएगा ना तुमको भी नहीं पता चलेगा ये 10 का 100 करोड़ हो जाएगा तुम्हें भी नहीं समझ में आएगा पता भी नहीं चलेगा जैसे मैं बता रहा हूं बिल्कुल वैसे ही फॉलो करना है मेरे ऊपर भरोसा करना है तुमने मेरे को हायर किया है तुमको सिखाने के लिए मैं आप लोगों के लिए जो है पूरी तरीके से समर्पित हूं क्योंकि आपने हायर किया है तो आपके हित की मैं बात कर रहा हूं तो इसी के लिए मैं पहले माइंडसेट बना लू अपना और अब एक दुकानदार की तरह सोचना है आपको कि आप एक शॉप चला रहे हो एक दुकान चला रहे हो एक दुकान में किस तरीके से प्रॉफिट जनरेट होता है वैसे ही आपका पैसा कैसे मल्टीप्लाई होगा ओवर पीरियड ऑफ टाइम कैसे स्टॉक्स सेलेक्ट करेंगे क्या होने वाला है वह सब जो है हम लोग समझने वाले हैं आई होप दिस इज वेरी क्लियर इन योर माइंड लेक्चर बड़ा होगा चीजें समझनी होंगी दिमाग एकदम खुला होना चाहिए और एकदम ध्यान यहां पे होना चाहिए कोई अपने दिमाग में अगर डाउट आ रहा है तो आप उसको लिख लेंगे और अगर वो डाउट सॉल्व नहीं होता है तो बाद में आप पूछ सकते हैं हमसे कोई दिक्कत की बात नहीं है लाइव सेशंस तो होंगे ही होंगे राइट देखिए सबसे पहली चीज मैंने आपको यह चीज पहले ही बता दी थी मॉड्यूल वन में जो शुरुआत के आठ लेक्चर थे उसमें मैंने बता दिया था कि screener.in वेबसाइट जो है वहां पे आप अपना अकाउंट बना लेंगे फ्री google.in को डिटेल में समझने वाले हैं हर कंपनी का पोर्टफोलियो जो होता है उसके फाइनेंशियल्स होते हैं उसमें कौन-कौन सी चीजें हमारे काम की होती हैं वो हम समझने वाले हैं ताकि हम बेहतर वे में कंपनीज को चूज कर सकें क्यों क्योंकि जितना अच्छा माल आपके दुकान में होगा उतना ही चांसेस है कि कस्टमर व माल खरीद के जाएगा चाहे आप कितने भी दाम में उसको बेचने की कोशिश करो चाहे आप उसको महंगा दो कम महंगा दो ज्यादा महंगा दो अगर आपके माल में दम है अगर आपकी कंपनी में दम है प्रॉफिट करके जाएगी अगर आपका कंपनी सिलेक्शन सही है तो प्रॉफिट करके जाएगी ओवरऑल पोर्टफोलियो जो है ना जो मैं बोल रहा हूं 10 करोड़ की बात वो होके रहेगा तो बिफोर बीइंग दैट पर्सन ना यू हैव टू बी इन द माइंडसेट ऑफ दैट पर्सन आप बोलोगे मेरे पास अभी 2000 भी नहीं है खर्चा करने के लिए मैं बोलता हूं इट्स ओके मेरे पास भी एक टाइम पे नहीं था इतना पैसा लेकिन वो माइंड सेट अगर होता है ना तो ओवर पीरियड ऑफ टाइम हम ग्रो करते हैं हम दिमाग चलाते हैं अपना क्योंकि हमारा माइंड सेट वैसा बन गया है तो आई होप आप ये चीज समझ पा रहे होंगे बहुत अच्छे से राइट आगे बढ़ते हैं ऑलराइट सो अब हम चलते हैं हमारी screener.in वेबसाइट पर यह हम आ गए मैंने आपको बता के रखा है कि screener.in पर आप लॉग इन करके रखेंगे ना तो इससे फायदा यह होगा कि आप अपनी वच लिस्ट यहां पर बना सकते हैं उसके साथ-साथ आपके जितने भी रेशो आप रखना चाहते हैं जो डिलीट करना है रखना है वह सब आप यहां पर अपनी कस्टमाइजेशन कर सकते हो लेट अस स्टार्ट बिल्कुल मैंने अभी ब्लैंक कर दिया है अपने स्क्रीनर अकाउंट को और एक फ्रेश आईडी से मैंने अभी इसमें लॉगइन किया है ताकि आप लोगों को यहां पे सिखाया जा सके सर्च फॉर अ कंपनी क्योंकि यह देखो आप जब अभी फर्स्ट टाइम लॉगइन वगैरह करोगे ना तो आपको भी बिल्कुल ऐसा ही दिखेगा आपको लग रहा होगा अरे यार ये वेबसाइट तो शुरू होते ही खत्म हो गई बहुत कुछ है इसमें आइए समझते हैं लेट अस सर्च फॉर अ कंपनी लेट अस सपोज वी आर गोइंग फॉर होंगे उसके बाद सबसे पहले आपको कुछ ऐसा दिखाई पड़ेगा reliance1 रेशो बुक वैल्यू डिविडेंड यील्ड आरओ सई आरओ फेस वैल्यू यह रेशो बाय डिफॉल्ट य हमेशा दिखाते हैं यह कुछ ऐसे नौ रेशो नौ डाटा है जो यह हमेशा दिखाते हैं दे विल शो इट एवरी टाइम इसमें अगर इस डाटा में हमको कुछ ऐड कर करना है तो हम इसमें ऐड भी कर सकते हैं जैसे फॉर एग्जांपल हमें कैपिटल वर्क इन प्रोग्रेस चाहिए सीडब्ल्यू आई प हम सर्च करेंगे कैपिटल वर्क इन प्रोग्रेस अपने आप आ गया और यह यहां पर देखिए सीडब्ल्यू आईपी का एक अपने आप ही यह देखिए 7111 करोड़ यह कैपिटल वर्क इन प्रोग्रेस आ गया अगर आपको कुछ हटाना है तो क्या-क्या हटाया जा सकता है तो इसमें देखिए जो हमने अभी ऐड किया है ना जो हमने खुद से ऐड किया वह हम हटा सकते हैं ऐसा करके सेव कर दिया हमने तो वह जो हमने ऐड किया था वह अब यहां से सीडब्ल्यू आईपी हट गया इसके बाद इसमें और भी चीजें हैं screener.in यह बहुत ही फ्रेंडली वेबसाइट होगी और यह हम हमेशा यूज किया करेंगे इसमें यह एक ओवरव्यू है स्टार्टिंग में आपका आता है ओवरव्यू यह बीएससी में भी लिस्टेड है और एनएससी में भी लिस्टेड है लेकिन मैंने आपको यह चीज बहुत ही क्लियर बताई है एनएससी में वॉल्यूम्स बहुत हाई होते हैं इसी कारण यूजुअली जो हम ट्रेड करेंगे वह हम एनएससी में करेंगे ठीक है दैट इज वेरी क्लियर राइट ऐसा एक क्या कि एनएससी में लिए हैं तो हम बीएससी में बेच नहीं सकते या बीएससी में शेयर लिए हैं तो एनएससी में नहीं बेच सकते ऐसा बिल्कुल भी नहीं है बीएससी में लिया हुआ शेयर एनएससी में बिक सकता है एनएससी में लिया हुआ शेयर बीएससी में बिक सकता है वायसा वर्सा है क्योंकि वह कंपनी का शेयर है वो ऐसा नहीं है कि एक स्टॉक एक्सचेंज तक सीमित है वो एक कंपनी की एक तरीके से धरोहर है उस धरोहर को एक्सचेंज आप किसी भी मोड में कर सकते हो जो लीगली सही है चाहे वह बीएससी के थ्रू हो या फिर वो एनएससी के थ्रू हो एनएससी में आपको वेट कम करना पड़ता है आपकी प्राइस जो है व चांसेस होती हैं उस परे आपको जल्दी मिल जाए टाइम कम लगे तो बहुत बार अलग-अलग तरह के स्टॉक्स होते हैं जहां पे हो सकता है बीएसई में ट्रेडिंग कम वॉल्यूम में हो रही हो लेकिन रिलेटिवली एनएससी में 10 गुना 20 गुना ज्यादा वॉल्यूम हो रहा हो तो आपका ट्रेड होने का चांस पक्का बैठता है तो इसीलिए हम एनएससी में यूजुअली जो है ट्रेड करते हैं एज अ रूल मैं अपना आप थम रूल आपको देना स्टार्ट कर रहा हूं पहला थम रूल जो आपको अभी लिख लेना है वो ये है कि हम उन कंपनीज में ट्रेड करेंगे ही नहीं थ्योरी बात अलग हो गई थ्योरी जितना हो गया वो छोड़ दीजिए पहला थम रूल आप लिख लो हम उन कंपनीज में ट्रेड या इन्वेस्ट नहीं करेंगे जो सिर्फ बीएससी में लिस्टेड है ठीक वी विल नॉट ट्रेड इन दोज कंपनीज व्हिच आर ओनली लिस्टेड इन बीएससी वी विल ट्रेड इन दोस कंपनीज व्हिच आर लिस्टेड इन बीएससी एंड एनएससी बोथ और मे बी ओनली एनएससी इफ ट्स द केस मतलब यह है कि उस कंपनी का एनएससी में होना अति आवश्यक है अगर वह कंपनी एनएससी में नहीं है तो हम उस कंपनी का पोर्टफोलियो चेक करेंगे ही नहीं हम उस कंपनी के फाइनेंस उसके क्रेडेंशियल कुछ नहीं चेक करेंगे क्लियर है पॉइंट बिल्कुल एनएससी में होना जरूरी है अब वह बीएससी में हो या फिर नहीं हो तो एज अ थम रूल इसको हमेशा याद रखिए अगर आप ऐसा करते हैं इसके बाद भी यू हैव मोर देन 1600 कंपनीज टू प्ले विथ टू इन्वेस्ट टू गेट मनी यू हैव मोर दन 1600 एंड दैट इज मोर देन इनफ दैट इज मोर दन इनफ और उन 1600 में से भी अभी हम फिल्टर करते जाएंगे कि हम एक्चुअली में किन कंपनी इस पे अपना पैसा लगाने वाले हैं क्योंकि हमारी दुकान में अपने डीमेट अकाउंट को एक दुकान मानेंगे आप और उस दुकान में हमेशा अच्छा सामान रखा जाएगा ताकि कस्टमर कस्टमर कौन दूसरा खरीदने वाला हमने अपनी दुकान में शेयर्स रखे हैं और सामने से कोई बाय करने वाला आ रहा है तो हम सेल तभी करेंगे हाई रेट्स प तभी कर पाएंगे जब हमारे पास हाई क्वालिटी के शेयर्स होंगे हाई क्वालिटी के शेयर्स का मतलब यह है कि हाई क्वालिटी की कंपनीज को चूज करना बहुत जरूरी है कैसे चूज करेंगे कैसे फिल्ट्रेशन होगा इन कंपनीज का वह सब अभी देखेंगे हम सो आई होप दैट इज वेरी क्लियर अभी हम रियल चीज पे आ रहे हैं रियल चीज कमाई करने पे क्योंकि ऑल दिस थिंग वी आर डूइंग वी आर डूइंग टू अर्न वी आर नॉट सिंपली डूइंग टू गेट दैट थोरेट्स वी आर इन 13 27000 करोड़ 9 2987 करोड़ मार्केट कैपिला इजेशन का मतलब हम जानते हैं करंट प्राइस मैं फिर से बता रहा हूं करंट प्राइस वह प्राइस है जिस पे लास्ट डे यह शेयर आखिरी बार ट्रेड हुआ था जैसे मान लीजिए आज है x तो x - 1 डे पे लास्ट जो डे था हमारा लास्ट वर्किंग डे उसमें कितने प्राइस प लास्ट टाइम ट्रेड हुआ था हाई और लो जो होता है ये 1 साल का दिखा रहा है हाई और लो की हम बात करें तो यह बताता है कि आज जिस दिन पे हम है इससे अगर हम 365 दिन पीछे देखें तो उसमें कितना हाई गया है कितना लो गया है आज जिस भी दिन पर हम हैं आज मान लो आप 25 जुलाई पे हो तो आप देखोगे पिछले एक साल 25 जुलाई से पिछले एक साल में कितना हाई तो ये वैल्यूज चेंज हो सकती हैं ऑन अ डेली बेसिस अगर ये हाई और लो चेंज हो जाए तो ठीक राइट करंट प्राइस होता है और एक है यहां पे इसी के जस्ट नीचे आप देख रहे हैं बुक वैल्यू बुक वैल्यू और करंट प्राइस बुक वैल्यू का मतलब होता है दोस्तों करंट वर्थ वर्थ मतलब होता है उस चीज की एक्चुअल वैल्यू एग्जांपल के तौर पे आप बड़े इजली वे में समझिए कि बुक वैल्यू और करंट प्राइस में डिफरेंस क्या है बुक वैल्यू को हम लोग वर्थ भी कहते हैं इस चीज का वर्थ व्हाट इज द वर्थ ऑफ दैट थिंग उसके बाद करंट प्राइस किस चीज में हमें मिल रहा है करंट प्राइस क्या है एग्जांपल के तौर पे मान लीजिए एक कांट्रैक्टर है उसने घर बनाया उसने 2 साल मेहनत करके एक 5 बीएच के का लेट अस सपोज एक बंगलो बनाया आलीशान बंगलो उसने बनाया और फिर उसने उसकी जो सेलिंग प्राइस रखी उसने उसकी जो सेलिंग प्राइस रखी लेट अस सपोज दैट ही गेव एस 6 करोड़ सेलिंग प्राइस मतलब इसमें मैं बेचूंगा 6 करोड़ में उससे नीचे नहीं जाना अब आप अगर कैलकुलेशन करने में बैठोगे तो आप बोलोगे यार जमीन इसने ली होगी ज्यादा से ज्यादा डेढ़ करोड़ की आज की डेट में इसने 300 गज का एरिया लिया है और इसमें कंस्ट्रक्शन किया है इसमें बढ़िया इसने फिनिशिंग तो दे दी है बहुत सब कुछ शानदार काम किया दो करोड़ से ज्यादा तो कंस्ट्रक्शन में में लगेगा ही नहीं तो इसका तो दाम 35 करोड़ होना चाहिए ये 6 करोड़ तो भैया बहुत ज्यादा है तो ये जो 353 करोड़ उसका वाकई में लगा है लेट अस सपोज वो है उसकी एक्चुअल वैल्यू बुक वैल्यू वो उसकी वर्थ लेकिन अगर उसका काम शानदार है भरोसा लोगों का उस पर है लोग बोलेंगे यार काम इतना गजब का किया ना ऐसा काम करवाने में अपने को टाइम लग जाएगा जो जिस तरीके से इसने इंटीरियर किया है तराशा है चीजों को जिस तरीके से वैल्यू एडिशन किया है स्पेस का यूटिलाइजेशन किया है यह सब करने में यार बंदे ने जान लगा दी अगर यह चीज अगर लोग सम समझ गए कुछ लोग हो सकते हैं जोय समझ जाएंगे तो वो लोग मे बी शायद उनको पता होगा कि ये साढ़े करोड़ की इसकी वर्थ है लेकिन फिर भी वो इस सेलिंग प्राइस में मे बी अग्री कर जाएंगे वो सेलिंग प्राइस में अग्री कर जाएंगे यह हो जाएगी फिर उसकी करंट प्राइस और यह जो होगी इसकी बुक वैल्यू या फिर बुक वर्थ बात समझ में आई तो ऐसे में अब हम वापस आते हैं हमारी स्क्रीनर वेबसाइट प एक-एक चीज समझेंगे स्टेप बाय स्टेप समझेंगे जब हम ये बोल रहे हैं ना बुक वैल्यू है 1104 करंट प्राइस है 2095 मतलब इसकी जो बुक बुक्स में वैल्यू है वो इतनी ही है शेयर्स की 1104 लेकिन लोगों ने ट्रेड कर कर के कर करके कर करके 2095 पे इसको ले आए हैं मतलब एक शेयर की वैल्यू ये वन शेयर का है वन शेयर की बुक्स में वैल्यू यही है और ये लोगों ने ट्रेड कर कर के यहां तक पहुंचा दिया इसको डबल कर दिया है लोगों ने ऑलमोस्ट मतलब 1.8 1.9 टाइम्स ऐसा है अगर मैं जेनुइनली बात करूं तो करंट वर्थ जो होती है आज की डेट में जो करंट प्राइस होती है वर्थ नहीं प्राइस तो करंट प्राइस जो है वह बुक वैल्यू से ज्यादा भी हो सकती है कम भी हो सकती है यहां पर आपको करंट प्राइस जो है वह ज्यादा दिख रही है इन कंपैरिजन टू बुक वैल्यू क्योंकि लोगों का रुझान इसकी तरफ बहुत ज्यादा है या फिर अगर कंपनी लॉसेस में जा रही है तो हो सकता है कि इसका उल्टा हो जाए यानी कि जो करंट प्राइस है मतलब आज की डेट में जो प्राइस है व कम हो जाए और उसकी बुक वैल्यू ज्यादा रह जाए कब होगा ये ऐसा कंपनी ने 800 900 में एफपीओ तो दे दिया ओवरऑल एवरेज बढ़ गया लेकिन उसके बाद मार्केट प्राइसेस स्टार्टेड फॉलिंग डाउन शेयर मार्केट उसका उस कंपनी का जो शेयर प्राइसेस थे वो नीचे नीचे जालना शुरू हो गया तो यह डिपेंड करता है कंपनी की पॉलिसीज क्या है मैनेजमेंट ने क्या डिसीजंस लिए हैं सरकार का उसके प्रति रोल क्या है बहुत सारी चीजें इसपे अफेक्ट करती है बट यू गट द पॉइंट कंपनीज को फिल्टर करना है हमें हमें एक एक कंपनी कंपनी को देखना नहीं है इस तरीके से कंपनीज को कैसे फिल्टर करना है वो सीखते हैं आओ फिर आगे बढ़ेंगे इसी में इसी में भी आगे बढ़ेंगे अभी बहुत लंबी बातें हैं अब आपको क्या करना है एक यहां पर तरीका सीखना है आपको स्क्रीनर में देखिए ऊपर में क्या लिखा है स्क्रीनर का लोगो है फिर फीड है फिर स्क्रीन है फिर टूल्स है आप क्लिक करेंगे स्क्रीन्स में स्क्रीन में क्लिक करने के बाद आप क्लिक करेंगे क्रिएट न्यू स्क्रीन में ये छानने की प्रक्रिया है इसलिए इसका नाम है स्क्रीनर जो छन्नी होती है उसको स्क्रीन कहते हैं जो हमारे घरों में चाय वाय छानने के लिए स्क्रीन होती है छन् निया होती है यह वही चीज है हम छानना चाह रहे हैं हम ऐसी कंपनीज को लेट अस सपोज निकालना चाहते हैं जिनका मार्केट कैपिला इजेशन मान लो 5 करोड़ से ज्यादा है या मे बी 50 लाख से ज्यादा है ज्यादा से ज्यादा कंपनी देखते हैं तो यह क्या करेगा स्क्रीनर वेबसाइट हर वो लिस्टेड कंपनी जिसका मार्केट कैपिटल इजेशन 50 लाख से ज्यादा है वो दे देगा लेट अस से मार्केट कैपिट इजेशन देखो आप अपन ने सिर्फ एम ए आर के ई लिखा अपने आप आ गया अब आप क्या करेंगे अब आप यहां पे ग्रेटर देन का साइन डालेंगे ग्रेटर देन का साइन रहा ये ये रहा ग्रेटर दन का साइन तो मैं इसको इसके साथ डालूंगा अ शिफ्ट के साथ तो शिफ्ट ग्रेटर दन साइन ग्रेटर दन अब देखिए ये जो आप यहां पे देखेंगे वैल्यू इन रुपी करोड़ तो ये ऑलरेडी करोड़ में ले रहा है अगर ये ऑलरेडी करोड़ में ले रहा है तो 50 लाख विल बी व्हाट 5 करोड़ तो 0.5 अब आप इसको एंटर करेंगे या इसको क्लोज कर देंगे और आप करेंगे रन दिस क्वेरी रन हो गई क्वेरी 3941 रिजल्ट्स आर फाउंड मतलब इंडिया में ऐसी लिस्टेड एनएससी और बीएससी दोनों की लिस्ट आई है हमने एनएससी बीएससी में डिफरेंशिया एनएससी और बीएससी दोनों में ऐसी लिस्टेड 3941 कंपनीज है 3941 अब इसको हम मार्केट कैप के बेसिस पर हम लोग इसको सॉर्ट कर सकते हैं अ ये मार्केट कैप के बेसिस पर आ गया टॉप पर रिलायस इंडस्ट्रीज फिर टीसीएस फिर एडीएसी बैंक फिर फोसिस हिंदुस्तान यूनिलीवर एडीएसी आईआईआई बैंक स्टेट बैंक कोटक महिंद्रा बजज फाइनेंस टॉप 10 कंपनीज हो गई यह क्वेरी के रिजल्ट्स आ गए तो आपने समझा किस तरीके से हमने किया मैं एक बार फिर से आपको यहां प करना सिखाऊंगा लेट अस डू इट वंस मोर कहां पे जाना है स्क्रीन में जाना है क्या करना है क्रिएट न्यू स्क्रीन करना है क्वेरी क्रिएट करनी है क्वेरी में आपको क्या लिखना है आपको लिखना है मार्केट अपने आप ही काफी सारा लिखा के आ जाएगा क्या आ गया देखो मार्केट कैपिट इजेशन ठीक अब इसमें हम क्या करेंगे ग्रेटर देन तो शिफ्ट आपके अपने हिसाब से आप करिएगा अब जैसे मान लीजिए मुझे 5 करोड़ से ऊपर की कंपनी चाहिए 10 करोड़ अरे अपना जब समझ रहे हो ना अपना पोर्टफोलियो जो हम 10 करोड़ से ऊपर का बनाना चाह रहे हैं तो हम ऐसी कंपनी में ही इन्वेस्ट नहीं करेंगे ना खुद की जिसकी अ 10 करोड़ से कम की मार्केट कैप है उससे ज्यादा मार्केट कैप तो हम अपने पोर्टफोलियो में इमेजिन कर रहे हैं दिस इज ऑल माय डियर फ्रेंड्स लॉ ऑफ अट्रैक्शन यस दिस इज हाउ लॉ ऑफ अट्रैक्शन वर्क्स देयर इज अ सॉलिड प्रूफ ऑफ दैट आई विल टेल यू व्हाई आई एम सेइंग देर इज अ साइंटिफिक प्रूफ ऑफ लॉ ऑफ अट्रैक्शन आप सही डिसीजन तभी ले पाते हैं जब आप सही माइंडसेट में होते हैं आगे आप देखिएगा हर चीज यहां पे प्रूव हो जाएगी मैं कुछ भी यहां पे हवाहवा में बात नहीं कर रहा हूं यहां पर हम लोग बहुत सॉलिड बातें कर रहे हैं रन दिस क्वेरी हमने क्या किया 10 करोड़ से ऊपर के देखे 33 कंपनियां आ गई हैं जो कि 10 करोड़ से ऊपर का मार्केट कैपिला इजेशन रखती है सॉर्ट आउट कर देते हैं इसको मार्केट कैप के टर्म्स में फिर से यही आ गई टॉप 10 कंपनीज उसके बाद यह पहले पेज में आप देख रहे हैं तो 25 कंपनीज हैं इस तरीके से बहुत सारे पेजेस हैं 121 पेजेस हैं जिसमें कि सारी कंपनीज दी हुई है ऑलराइट अब यहां पर टेक्निकल चीजों पर आते हैं बीएससी और एनएससी की हम लोग बात करते हैं आ जाइए बीएससी और एनएससी में जो स्मॉल कैप मिड कैप और लार्ज कैप कंपनीज की बात करते हैं तो यह बीएससी और एनएससी कौन-कौन से कैप एक है स्मॉल कैप एक है मिड कैप और एक है लार्ज कैप स्मॉल कैप मिड कैप लार्ज कैप बीएससी और एनएससी में कैसे डिफाइन होता है ये लार्ज कैप कंपनीज वो होती हैं जो मार्केट कैपिट इजेशन के हिसाब से टॉप 100 में आए जिन-जिन कंपनियों ने अपना स्थान टॉप 100 में बनाया है किसी भी एक क्वार्टर में क्वार्टर यानी कि थ्री मंथ्स में कि जिन भी कंपनियों ने ये तीन-तीन महीने में फिर लिस्ट रिवाइज हो जाती है तो तीन-तीन महीनों में जिन भी कंपनियों ने अपना स्थान टॉप 100 इन टर्म्स ऑफ मार्केट कैपिट इइ जेशन अपना स्थान बना आया है हम कहेंगे वह है लार्ज कैप कंपनीज जिन भी कंपनीज ने मार्केट कैप के बेसिस पर इन्होंने अपना स्थान टॉप 101 से 250 तक के बनाया है मतलब यह 150 कंपनीज हो गई हम कहेंगे वो है मिड कैप कंपनीज सिमिलरली जिन कंपनीज ने मार्केट कैप के बेसिस पे टॉप 251 से लेकर के 500 तक के अपना स्थान बनाया है हम उनको कहेंगे यह है स्मॉल कैप कंपनीज मतलब अगर हम हमारी लिस्ट में आए और लिस्ट में हम चेक करें तो हम यह कहेंगे कि पहला पेज क्या है पहला पेज में है हमारी 25 कंपनियां नेक्स्ट पेज में आते हैं नेक्स्ट पेज में अदानी से स्टार्ट हुआ है अदानी पोर्ट्स अदानी ट्रांसमिशन ऐसे करके फिर से आई 25 कंपनियां टोटल हो गई 50 अब हम क्या करेंगे एक एक पेज में 5050 को शो करेंगे तो यह 50 को हमने क्लिक कर रखा है पहले ही तो आप देख रहे हैं कहां से कहां तक के टॉप 50 में आ रही है कंपनीज करके लास्ट 50th वन है डबर इंडिया खुद करके देखिए साथ-साथ डबर इंडिया जिसका मार्केट कैप है 9374 करोस ये लार्ज कैप में है डेफिनेटली है लेकिन ये वो नंबर नहीं है जो लार्ज कैप को डिफाइन करता है उसके आगे और जाएंगे ना टॉप 100 को देखेंगे तो आगे और जाते हैं आगे और गए तो हमारे पास कोल इंडिया हिलको डॉक्टर रेडी लेबोरेटरीज गोदरेज कंज्यूमर ब्रिटानिया इंडस इंड बैंक बहुत सारी कंपनीज यहां पे दिख रही हैं ये जो टॉप 100 कंपनीज आप देख रहे हो लास्ट है पिरामल एंटरप्राइजेस पे तो पिरामल एंटरप्राइजेस पे आप देख रहे हो मार्केट कैपिला इजेशन आ रहा है 4278 करोड़ का यहां से ऊपर जितनी भी है वह सारी कैसी है लार्ज कैप कंपनीज कि स्टार्टिंग विथ उसके बाद सेकंड पेज के लास्ट में देखा पीरामल आप देखिएगा फर्स्ट से सेकंड सेकंड से थर्ड डिफरेंसेस देखिएगा करोड़ के बीच में जो 100 कंपनीज हमें दिखाई पड़ रही हैं यही टॉप 100 कंपनीज जो है इनको हम लोग कहेंगे मार्केट कैप के हिसाब से टॉप 100 कंपनीज ये हैं तो इनको हम लोग कहेंगे लार्ज कैप कंपनीज बिकॉज दे आर मार्केट कैपिट इजेशन इज लार्ज यह भी हम कह सकते हैं कि यह वह 100 कंपनीज हैं जिनकी वजह से इंडिया की इकोनॉमी चल रही है मेजॉरिटी में यह मेजॉरिटी में इंडिया की इकोनॉमी को इन्फ्लुएंस करने वाली कंपनीज हैं स्टॉक मार्केट को जहां से हमको पैसा बनाना है ये उनको इन्फ्लुएंस करने वाली कंपनीज हैं सो गेटिंग माय पॉइंट राइट ऑलराइट क्या इन टॉप 100 कंपनीज में से सब बढ़िया है क्या मार्केट कैप ज्यादा है तो इसका मतलब यह नहीं है कि वो बढ़िया है सबसे पहले इस मिस कंसेप्ट को दूर कर लेना तो एक पॉइंट तो मैंने यह लिखाया कि हम उन कंपनीज में ट्रेड करेंगे जो एनएससी में लिस्टेड 100% होनी चाहिए बीएससी में हो तो बहुत अच्छी बात है ऑप्शंस हमारे पास ज्यादा होंगे राइट ट्रेड करने के बीएससी में एनएसी में भी दूसरा यह कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि कोई कंपनी अगर लार्ज कैप है तो अच्छी है लार्ज कैप कंपनियां भी बहुत बड़ी बड़ी डिफॉल्टर्स है कैसे पता लगाए उनको स्क्रीनर से स्क्रीन आउट करके स्क्रीनिंग करने का मतलब क्या छानना घर में छन्नी है बिल्कुल वैसे ही छान रहे हैं हम तो वही स्क्रीनिंग कर रहे हैं ऑलराइट लेट्स गो अहेड लेट्स कम बैक अब आप यहां पे सिमिलरली नेक्स्ट पेज पर जाएंगे आपको फिर फिर से 150 कंपनीज दिखाई पड़ेंगी आगे वाली तो आपको 250 तक जाना है तो 150 से हम गए अब अब हम 200 पे एक और बार क्लिक करेंगे तो अब आ गए 250 पे यहां पर जो 250 कंपनी वेबको इंडिया डब्लू ए बी सीओ इंडिया इसका मार्केट कैप है 13000 करोड़ तो इसका मतलब 40000 करोड़ से 13000 करोड़ के बीच में आई है आपकी मिड कैप कंपनीज और फाइनली हम 500 तक भी जाते हैं लेट्स गो जरूरी है जाना एक बार आपको आईडिया आज की डेट में कैसी है इंडि इंडिया की इकोनॉमी वो समझना जरूरी है अब हम आए 300 आगे बढ़ाए कहां प पहुंचे बताओ 350 और आगे बढ़ाते हैं यह आ गए हम लोग कहां पे 400 ठीक है आगे बढ़ाते हैं और कहां तक आ गए 450 एक बार और बस एक बार और तो यह फाइनली 500 कंपनी कौन सी है टेक्नो इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग यह कंपनी है जिसका मार्केट कैप आज की डेट में 3608 55 करोड़ राउंड ऑफ कर लो 3600 करोड़ तो यहां पर हम लिखते हैं यहां पे यहां पे लिखते हैं कि भाई यहां तक के 40000 करोड़ तक के हमारी कौन सी थी लार्ज कैप थी आज की डेट में जो चल रही है उसके बाद जो वेबको आई वेबको इंडिया कितने प थी 13000 करोड़ पे थी 13000 करोड़ प तो इसके बीच में जितनी भी कंपनीज है वह सारी की सारी मिड कैप हो गई और उसके बाद वेबको के बाद अभी लास्ट में जो कंपनी आई है वह है इलेक्ट्रिकल कौन सा इलेक्ट्रिकल था एक बार फिर से देख लेते हैं यह वाला इलेक्ट्रिकल टेक्नो इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग 3600 करोड़ पे ऑलराइट सो टेक्नो इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग आई नीड योर 100% अटेंशन मिड कैप और यहां पर हो गया स्मॉल कैप तो ये हो गई हमारी कंपनीज ये आ गई 6000 करोड़ के आसपास 3600 करोड़ के आसपास 3600 करोड़ के आसपास तो आप समझो क्या हम कह सकते हैं कि हम जो बेसिकली है ना क्या करने वाले हैं ये लार्ज हो मिड हो स्मॉल हो या उससे भी और छोटी-छोटी कंपनीज हो हम कंपनीज को जज करने के लिए मोर और लेस इसका मार्केट कैप ना देख करके कंपनी को परखने की कोशिश करेंगे डिटेल में डेप्थ में आओ समझते हैं कि कंपनी को कैसे परखना है कंपनी को परखना एक आर्ट है उसको परखना भी जरूरी है एक बार फिर से लेट अस सर्च फॉर सम अदर कंपनी सच एज लेट अस सपोज कोई ऐसी कंपनी सर्च करते हैं जो कि बैंकिंग सेक्टर से हो एचडीएफसी एडीएसी बैंक लिमिटेड यहां पे भी आप देख रहे हो देखो मार्केट कैपिट इइ जेशन 829 है ना 1000 करोड़ 82910 करोड़ करंट प्राइस 1503 और बुक वैल्यू जो है इसकी काफी कम यानी कि 320 मतलब यह अपनी बुक वैल्यू से पाच गुना ऊपर चल रहा है अपनी बुक वैल्यू से पाच गुना ऊपर चल रहा है इतनी डिमांड है इतना भरोसा है लोगों का एक साल कौन सा एक साल जस्ट पिछला हमारे एक साल आज जिस डेट पर हम है उसके पीछे 365 दिन देखो उसमें हाईएस्ट यह है उसमें लोवेस्ट यह है यहां तक बातें आई थिंक क्लियर हो गई है अब मैं आपको फ्यूचर बताता हूं फ्यूचर यह है कि हम है इंडिया में इंडिया को कोसना छोड़ो इंडियन स्टॉक मार्केट इंडिया में हो अगर इंडिया अ अा नहीं लगता है तो अच्छा लगना चाहिए आज की डेट से क्यों क्योंकि हमारे पास है हमारे पैसे बनाने की मशीन मशीन कौन है इंडियन स्टॉक मार्केट यह चीज मैं यूएस स्टॉक मार्केट या जापान के स्टॉक मार्केट के लिए नहीं कह सकता इंडिया के स्टॉक मार्केट के लिए हमय कह सकते हैं यह पैसे बनाने की मशीन है जी हां मशीन है यह नोट छापने की मशीन है इंडियन स्टॉक मार्केट जो इससे छाप पाए जो कर पाए पूरी पू दुनिया की नजर और पूरी दुनिया का पैसा यहां पर लगता है क्यों जापान इतना इंटरेस्टेड इंडिया में क्यों रहता है क्या लगता है आपको जापान क्यों इतना इंटरेस्टेड इंडिया में क्यों इतना हाथ मिला मिला के मोदी जी के साथ जो जापानी प्राइम मिनिस्टर है वह भी लगा रहता है क्यों जापान को यहीं पर आकर के अपनी हाई स्पीड बुलेट ट्रेंस और यह सब फैसिलिटी प्रोवाइड करानी है आपको इसका एक बेसिक रीजन बताऊ जापान की इकोनॉमी को इससे फायदा होने वाला है कैसे फायदा होगा जापान की इकोनॉमी को बहुत बड़ा फायदा होगा आपको पता है 1991 के बाद आज तक के जापान का स्टॉक मार्केट स्टॉक मार्केट अपने उस 1991 के ऑल टाइम हाई को आज तक के छू नहीं पाया है आज तक नहीं छू पाया यह सब डेवलप्ड इकोनॉमी है यह सब कैसी इकोनॉमी है यह सब डेवलप्ड इकोनॉमी है इनमें प्राइसेस जितनी बढ़ने थी बहुत ज्यादा बढ़ ग लोगों का रुझान जितना ज्यादा होना था वह हो गया अब यह पैसा कमाने के लिए अपने देश में नहीं दूसरे देशों को देखते हैं डेवलपिंग नेशंस इनके लिए पैसे कमाने का साधन होते हैं जब इनकी कंपनिया यहां पर आएंगी इनकी कंपनियां यहां पर लिस्ट होंगी इनकी कंपनियों में 100 200 500 गुना प्रॉफिट होगा तो यह अपने देश उतना पैसा लेकर के जाएंगे जितने जितना इनका देश खुद इनको नहीं दे रहा है ना इतना इंडिया कमा के देगा इनको उतना इंडिया कमा के देगा उनको 1991 से लेकर आज तक के अपना पीक हिट नहीं कर पाया जापान का मार्केट क्या जापान की इकोनॉमी खराब हो गई क्या नहीं वह डेवलप्ड इकोनॉमी है इंडिया इज अ डेवलपिंग इकोनॉमी एंड माइंड माय वर्ड्स 30 से 40 सालों तक के आज की डेट से 30 से 40 सालों तक के इंडियन स्टॉक मार्केट विल बी अ मनी मिटिंग मशीन इफ यू कैन इंडियन स्टॉक मार्केट इ वेलकमिंग यू फ्रॉम बोथ हैंड्स इफ यू कैन इफ यू आर इंटेलिजेंट एंड वाइज जस्ट डू इट जस्ट टेक एज मच एज यू कैन दैट इज व्हाट इज इंडियन स्टॉक मार्केट सो बी थैंकफूल यू आर इन इंडिया यस यू कैन अर्न मनी राइट नाउ यू कैन पीपल कैन नॉट अर्न मनी इन डेवलप नेशंस फ्रॉम देयर स्टॉक मार्केट इतना नहीं ले पा रहे हैं लोग अपने डेवलप नेशंस में जितना वह इंडिया में आ आके इन्वेस्ट कर कर के यहां से उठा उठा के पैसा लेकर के जाते हैं यहां पर ग्रोथ अच्छी मिलती है उनको अगर इंडिया की जीडीपी में आपको बता रहा हूं इंडिया की जीडीपी कुछ नंबर्स के टम से बात करते हैं 8 पर के रेट से भी अगर बढ़ती जाए जीडीपी इंडिया की 8 पर के रेट से भी बढ़ती चली जाए तब जाकर हम यूएस के स्टॉक मार्केट और यूएस की इकोनॉमी को आने वाले 30 से 40 सालों में टच करने वाले हैं अगर इंडिया आज टू बी वेरी साइज नॉट इवन 8 इकोनॉमिक टाइम्स पढ़ना 8.13 पर आ से भी ज्यादा अगर इंडिया की इकोनॉमी 8.13 पर तक ब इसे बढ़े हर साल तब जाके क्योंकि यूएस भी बढ़ रहा है ना अपने हिसाब से यूएस भी भले ही 4 पर बढ़ रहा है लेकिन बढ़ तो रहा है इंडिया और यूएस को टच करने में इकोनॉमी को टच करने में 30 से 40 साल तक का समय लगेगा और तब तक के यह इंडियन स्टॉक मार्केट हमें पैसे देता रहेगा देता रहेगा और बहुत अच्छा रिटर्न देता रहेगा इसलिए इट्स द बेस्ट टाइम इट इज द बेस्ट एरा शायद यह एरा आपके आने वाले वंश को नसीब ना हो आपको हुआ है आप इसका फायदा उठा सकते हैं राइट ऑलराइट सो दैट इज द बेसिक रीजन वई वी शुड बी फोकस्ड ऑन द इंडियन स्टॉक मार्केट ऑलराइट ऑलराइट नेक्स्ट जो हम देख पा रहे हैं वह है प्राइस बाय अर्निंग रेशो आप ये देख रहे हैं स्टॉक प बाई कुछ लिखी हुई 30.1 समथिंग लेट्स डिस्कस व्हाट इज प्राइस बाय अर्निंग रेश प्राइस बाय अर्निंग प्राइस करंट प्राइस अर्निंग कितनी कमाई यह आप किसी स्टॉक के लिए भी निकाल सकते हो जैसे अभी आप स्क्रीनर में देखे तो स्टॉक प बाई लिखा था आप कंपनी के लिए भी प बाई निकाल सकते हैं स्टॉक का प बाई और कंपनी का पी बाई मतलब कंपनी की मार्केट प्राइस कितनी है मार्केट कैपिट आइजे कितना है आज की डेट में और कंपनी ने नेट प्रॉफिट पिछले साल में पिछले एक साल में एक फाइनेंशियल ईयर में कितना गेन किया है स्टॉक के लिए बात करें तो आज की डेट में स्टॉक की प्राइस कितनी है और पिछले एक साल में अर्निंग कितनी हुई है पिछले एक साल में एक शेयर पे एक स्टॉक पे अर्निंग कितनी हुई है एग्जांपल लेते हैं आइए समझिए एग्जांपल एग्जांपल यह है कि जैसे मान लीजिए आपने ₹ का एक शेयर परचेस किया वन शेयर और इस ₹ का जो शेयर है इसने आपको इसने आपको लेट अस सपोज ₹ का अर्निंग्स दे दिया आपको अर्निंग्स दे दिया तो नेक्स्ट ईयर एक साल में आपके पास टोटल हो गए 0 इन द वर्थ ऑफ दैट शेयर इन द इन द इन द वे ऑफ दैट शेयर उस शेयर के तरीके से आपके पास 0 हुए अगर आप बेचने जाओगे तो आपको 0 मिलेंगे तो ऐसे में प्राइस जो शेयर की थी वह थी 00 अर्निंग्स पर शेयर ₹ हम कहेंगे इसका प बाई इज फ यानी कि आपका लगाया हुआ पैसा आपको 5 सालों में वापस मिल जाएगा यानी कि आपका पैसा 5 सालों में दुगना हो जाएगा यह प बाई कहने का सिंपल सा मतलब है आप खुद सोचिए ना कि जिस रेट से अभी चल रहा है अगर 20 20 रप के हिसाब से हर साल अर्निंग होगी तो आपके 00 कन्वर्ट हो जाएंगे 00 रयो में तो आपके पैसे हो जाएंगे डबल तो यह इसको प बाई रेशो को हम एक और नाम से जानते हैं इसको कहते हैं पे बैक टाइम जितना आपने पे किया उतना ऐड होकर आपको पे बैक कब मिलेगा तो इस प बाई रेशो को एक और नाम से जाना जाता है इसको बोलते हैं पे बैक टाइम पेबैक टाइम आते हैं हम हमारी वेबसाइट पे और यहां पर देखते हैं reliance1 रेशो अगर आप देखते हो तो वह दिखाई पड़ रहा है 30.1 यानी कि आज अगर आप जितने भी पैसे डालेंगे उतना आपको वापस आने में 30.1 इयर्स लग जाएंगे लग रहा है यार यह तो बहुत घाटे का सौदा है यार इतना p बा e रे 30.1 यहां पे दो चीज हैं यहां पे एक है ट्रेडिंग और एक है इन्वेस्टिंग हम ट्रेडिंग की भी बात करेंगे हम इन्वेस्टिंग की बात करेंगे यह हमेशा याद रखो इस चीज को लिख लो अपनी कॉपी में अभी के अभी इन सब चीजों को लिखना है आपको खुद ही आपको मॉड्यूल वन तक के नोट्स मिल गए राइट अब यह चीजें वह हैं जो आपको खुद लिखनी है लिखिए पॉइंट पॉइंट यह है कि हम ट्रेडिंग करते वक्त ट्रेडर्स कौन होते हैं जो अपने शेयर्स को लॉन्ग टर्म 3 साल 5 साल 10 साल दादाजी के शेयर्स अभी बेच रहे हैं इतना लंबा नहीं होल्ड करते ट्रेडर्स वो होते हैं जो दो महीने ती महीने 4 दिन 5 दिन छ महीने इस रेंज में ही सेल आउट कर देते हैं और प्रॉफिट लेके निकल लेते हैं इनका पैटर्न होता है वो पैटर्न भी बताऊंगा मैं और भरोसा रखो उस पैटर्न को समझने के बाद आप ट्रेडिंग ही प्रेफर करोगे आपको लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट जो है ना बहुत ज्यादा मजा नहीं आएगा क्योंकि उसमें धीरे-धीरे दिखेगा अमूलेट होता हु ट्रेडिंग में फटाफट हर साल 40 पर 60 पर रिटर्न्स आप लेते चले जाओगे तो जो ट्रेडिंग होती है ना जो हम एक साल में कर रहे हैं तो हमें बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ता थोड़े टाइम के लिए हो सकता है हम रिलायस में भी अपने शेयर रखें जब वो चढ़ रहा हो और फिर हम एक पैटर्न के हिसाब से चलेंगे और जब वो वापस नीचे आ रहा होगा हम एग्जिट कर लेते हैं उसमें से वो हम समझ लेंगे कि कैसे होता है एक एक फिक्स्ड मेथड है वो करने की समझेंगे तो जब आप ट्रेड कर रहे हो ना तो ध्यान रखना p बा e रेशो मैटर नहीं करेगा इसको आपको इग्नोर करना है लेकिन हां आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टिंग करेंगे तो डेफिनेटली ये मैटर कर जाएगा ठीक है ट्रेडिंग से मैं आपको एक चीज बताऊं ट्रेडिंग से मैं आपको प्यार करा दूंगा योर ओनली वन एंड ओनली लव विल बी टू ट्रेड इन शेयर्स यू विल नॉट लव एनीथिंग एल्स इन द वर्ल्ड अपार्ट फ्रॉम योर फैमिलीज राइट तो मतलब मजा आएगा समझ रहे हो अच्छा आपको अर्निंग पर शेयर अगर जानना है तो ये screener.in पे ही आप जैसे देखिए ईपीएस सर्च करिएगा ईपीएस यानी कि अर्निंग पर शेयर पर शेयर में कितना अर्न हुआ तो यहां पे मिल जाता है यहां पे आप ईपीएस वगैरह सर्च करते हो ना वहां से मिल जाता है तो यह मेरा अभी ऐड हो गया एक काम करता मैं इसको हटाता हूं और फिर से आपको बताता हूं किस तरीके से आप अर्निंग्स पर शेयर ला सकते हो और वहां से आप य रेशो आप आराम से अपना निकाल सकते हो देखो अर्निंग्स सर्च करेंगे आप अपने आप आ रहा है अर्निंग्स पर शेयर में आना ईपीएस आ गया ईपीएस में क्लिक कर दो आ गया मतलब जिसने भी शेयर लिया पिछले साल reliance1 शेयर में 777 का मैक्सिमम फायदा हुआ किसी को हो सकता है ₹ का भी हुआ हो जिसने सही टाइम पर बाय किया होगा तो लोएस्ट लेवल से ले करके हाईएस्ट लेवल तक के 77.5 का फायदा हुआ अब अगर वो उसने सही टाइम पर एंट्री ली होगी और सही टाइम पर एग्जिट ली होगी तो उतना फायदा उसको मिलेगा यह है कहने का मतलब मतलब 2000 का जैसे एप्रोक्सीमेटली करंट प्राइस मान लो तो 000 में 77 का प्रॉफिट वो भी तब जब टाइमिंग सही हो तो यहां तक चीजें क्लियर हो गई मार्केट कैप करंट प्राइस हाई या फिर लो स्टॉक प बाई बुक वैल्यू बता दिया मैंने राइट बुक्स में वैल्यू मैंने एक और पॉइंट यहां पे कह रहा हूं कि अगर कोई ऐसा एसेट है जो हमने बहुत पहले लिया हो बुक्स में उसकी वैल्यू शायद बहुत कम हो आज की डेट में उसकी वैल्यू बहुत ज्यादा हो एसबीआई की बिल्डिंग कनॉट प्लेस में आपको पता है एसबीआई की बिल्डिंग कनॉट प्लेस में जो है जो टावर है एसबीआई का व आज अगर परचेस करने जाएं कोई अगर उसको खरीदना चाहे आज की डेट में तो दे वुड हैव टू पे 45000 करोड़ इन कनॉट प्लेस 45000 करोड़ और उन्होने कब लिया था 100 साल पहले जब वही जमीन 50 गज हुआ करती थी तब लिया गया था तो आज वो 45000 करोड़ है तो बुक्स में अभी भी वैल्यू वो 50 गज के हिसाब से ही है तो आप ये चीज को समझ पा रहे हो राइट आगे बढ़ते हैं डिविडेंड यील्ड यह चीज आपको बहुत अच्छे से समझ में आनी चाहिए डिविडेंड यील्ड डिविडेंड्स वह होते हैं जो पैसे कंपनी अपने शेयर होल्डर्स को देती है पर शेयर के बेसिस पर reliance1 पर बहुत कम है आओ कैलकुलेट करते हैं इस कंपनी ने अपने शेयर होल्डर्स को पर शेयर पे 31 पर का यील्ड दिया पैसे दिए एक्स्ट्रा पैसे दिए अपने शेयर होल्डर्स को मतलब कंपनी ने हर शेयर होल्डर के शेयर्स की वैल्यू को इतना परसेंट बढ़ा दिया बोला आज से आपके शेयर की वैल्यू इतनी नहीं इससे 31 ज्यादा एग्जांपल के तौर पर 2095 की करंट प्राइस है ठीक है इसी प्राइस पे ले लेते हैं चलो 2000 पे ले लेते हैं 2000 का 3 जब आप करोगे तो इसको आप मल्टीप्लाई करोगे 003 से क्योंकि 31 पर है तो 0031 अगर हम करते हैं तो यह आता है ₹ 20 पैसे यानी कि बोला कि भाई इस बार हमने बहुत प्रॉफिट कमाया है आज से आपकी शेयर्स की जो वैल्यू है सभी की मार्केट में हम छछ रप सबके शेयर्स की वैल्यू को बढ़ा दे रहे हैं वह कंपनी का डिविडेंड देने का तरीका होता है तो डिविडेंड ल्ड 31 पर मतलब 2000 का 31 पर कमिंग आउट टू बी 6.2 तो यह है डिविडेंड यील्ड डिविडेंड यील्ड जनरली कंपनीज देती है तब जब वो प्रॉफिट में होती है किसी कंपनी का जीरो हो बहुत सालों तक के जीरो जीरो हो तो ऐसे में उसका अपने ही शेयर होल्डर्स पर कोई इंटरेस्ट ही नहीं आ रहा तो कंपनीज को जनरली डिविडेंड देना चाहिए जो कंपनीज एस अ थम रूल याद रख लो डिविडेंड यील्ड प्रॉफिट में से उनके प्रॉफिट में से जो है आपको 5 पर से ज्यादा दे दे वह कंपनीज चाहती है उनके शेयर होल्डर्स को और ज्यादा प्रमोट करना उनके शेयर होल्डर्स रिच हो वो चाहती है 5 पर ज्यादा दे दे आर गुड वेरी गुड पाच से लेकर के दो के बीच में जो देती हैं दे आर ओके और दो से अगर कम है लेकिन पॉजिटिव में है कम से कम जीरो नहीं है इट्स ठीक है अगर मान लो शेयर प्राइस इसका बढ़ रहा है तो डिविडेंड की लालच ना करते हुए हम इसके शेयर्स पर ही खेल सकते हैं डिविडेंड की लालच ना करते हुए हम इसके शेयर्स प खेल सकते हैं तो डिविडेंड का मतलब यह हुआ डिविडेंड यील्ड 31 पर का मतलब यह समझ में आई बात आगे बढ़ते हैं दो बहुत इंपॉर्टेंट टर्म्स है आरओ सी एंड आर ओई रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड एंड रिटर्न ऑन इक्विटी रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड रिटर्न ऑन इक्विटी क्या मतलब इन दोनों का आइए समझते हैं आरओ सीई का मतलब मैं यहां पर लिख दे रहा हूं क्या है यह आरओ सीई आपने कितना कैपिटल एंप्लॉय किया और उसमें यह हमारे लिए नहीं है कंपनी के लिए कंपनी कंपनी के एनालिसिस करने के लिए रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड इसीलिए बहुत ज्यादा जरूरी है क्योंकि ये मैनेजमेंट की कंपनी के मैनेजमेंट की प्रॉफिट अर्निंग कैपेबिलिटीज को बताता है किसको बताता है मैनेजमेंट की प्रॉफिट अर्निंग कैपेबिलिटीज को यह बताता है अगर ये हम कह रहे हैं कि मैनेजमेंट का जो आर ओसी है जो कंपनी का आर ओसी है लेट अस सपोज 8 पर तो यह कंपनी का आरओ स का मतलब है कंपनी की मैनेजमेंट का जो प्रॉफिट अर्निंग कैपेबिलिटी है वो है 8 पर ऑन देयर कैपिटल रिटर्न ऑन देयर कैपिटल एंप्लॉयड इन्होंने जितना पैसा अपना लगाया है मैनेजमेंट ने जितना भी पैसा अपना लगाया है उसमें से 8 पर जो है वह रिटर्न ले पाए 100 करोड़ लगाया है तो उसको 108 करोड़ कर पाए 1000 करोड़ लगाया है तो उसको 1080 करोड़ कर पाए 8 पर बढ़ा पाए यह बहुत इंपॉर्टेंट हो जाता है समझने के लिए कि कंपनी सही दिशा में या सही हाथों में है या फिर नहीं है हम ऐसी कंपनीज को चुनते हैं जिसका आरओ सीई जो है वह ज्यादा हो हम फिल्टर करते हैं स्क्रीन आउट करते हैं ऐसी कंपनीज को स्क्रीनर में ही जिनका आर ओसी ज्यादा हो कितना ज्यादा हो देखते हैं ऐसी कंपनीज जिनका आरओ स ज्यादा होता है इसका मतलब यह है कि वहां का मैनेज इफेक्टिव है उसके प्रोडक्ट अच्छे हो रहे हैं उसको प्रॉफिट ज्यादा हो रहा है लोगों का भरोसा उस पर बढ़ रहा है मैनेजमेंट सही दिशा में चल रहा है ऐसी कंपनी डेफिनेटली ग्रो करेगी लोगों की नजरों में भी ज्यादा आएगी ऑलराइट तो ऐसे में आरओ सई रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड यह दो तरीकों से हो सकता है यह हो सकता है कंपनी का ओन कैपिटल हो कंपनी का ओन कैपिटल हो या फिर कंपनी की बोरोंग हो कंपनी का ओन कैपिटल या फिर कंपनी की बोरोंग हो बात समझ रहे हो बड़ा सिंपल है देखो मान लो खुद का कैपिटल है लेटस सपोज 1000 करोड़ और बोरोंग है लेटस सपोज 300 करोड़ तो मैनेजमेंट को कितना मिला टोटल पैसा 1300 करोड़ मिला मैनेजमेंट को खर्च करने के लिए यूज करने के लिए कितना पैसा मिला 1300 करोड़ मिला तो बेसिकली हम जब कभी भी आरओ सीई निकालते हैं तो हम कंपनी का खुद का कैपिटल और साथ ही साथ कंपनी ने अगर कोई बोरो इंग्स ली है वह दोनों को इंक्लूड करते हैं क्यों बड़ा सिंपल है जब मैनेजमेंट खर्चा करेगा तो बोरो इंग्स और अपना खुद का कैपिटल दोनों पे खर्चा करेगा दोनों का जब खर्चा होगा तो रिटर्न इस पे मिलने वाला है रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड इस पे होने वाला है अब वापस आ गए हम बैलेंस शीट पे प्रॉफिट एंड लॉस के नीचे जस्ट मिलेगा आपको बैलेंस शीट एकदम याद होना जाना चाहिए पहले क्वार्टरली स्टेटमेंट फिर पीएलएन पीएनएल एंड देन वी कम टू बैलेंस शीट बैलेंस शीट में आप देखिएगा फर्स्ट वन इज योर शेयर कैपिटल देन रिजर्व्स देन बोरो इंग्स शेयर कैपिटल मतलब शेयर होल्डर्स जितने भी हैं सबका टोटल पैसा मिलाकर शेयर कैपिटल में आप प्लस में क्लिक करेंगे तो यहां पे इक्विटी कैपिटल इक्विटी माने शेयर्स तो इक्विटी कैपिटल जितना भी है यह पूरा का पूरा है 6445 करोड़ सारे शेयर होल्डर्स का मिलाकर उसके बाद कंपनी के खुद के जो रिजर्व्स हैं पैसों के टर्म्स में करोड़ में 6937 27 करोड़ कंपनी के पास रिजर्व में है उसके अलावा कंपनी ने बोरोंग ली है उधारी बैंकों से बोरोंग हुई है कितनी 223 764 करोड़ तो बेसिकली मार्च 2021 पर जब हम आए तो हमने देखा कि यह है सिनेरियो यह है सिनेरियो बैलेंस शीट जब भी आप देखोगे ना तो आप हमेशा एक चीज का ध्यान रखना बैलेंस शीट हमेशा उस डेट तक की होती है कि यहां पर हम पहुंचे मार्च 21 में तो मार्च 21 पर आकर जब से कंपनी शुरू हुई है तब से लेकर अब तक के टोटल शेयर कैपिटल यह रहा टोटल हमारे पास रिज इतने रहे कंपनी के ri8 में देखो इनकी बोरो इंग्स बढ़ी थी फिर उसके बाद मार्च 2019 में फिर और बढ़ी बोरोंग 37000 करोड़ हो गई मार्च 2020 में और बोरोंग कहीं बैंक से लिए होंगे पैसे लेकिन इन्होंने बहुत बड़ा लोन रिपे कर दिया मार्च 2021 पे आकर तो इनकी बोरिंग्स हो गई कम बैलेंस शीट और पीएनएल स्टेटमेंट में एक बहुत बड़ा फर्क होता है बैलेंस शीट जो अभी हम यहां पर देखे यह बैलेंस शीट यह बताती है एक पर्टिकुलर टाइम पे जब से कंपनी शुरू हुई है तब से लेकर अब तक के यहां पे इस पॉइंट ऑफ टाइम पे क्या सिचुएशन एजिस्ट करती है लेकिन जब आप पी एंड एल प्रॉफिट एंड लॉस देखते हैं तो वह पर ईयर होता है कि प्रॉफिट एंड लॉस चाहे वो प्रॉफिट हो प्लस में लिखेंगे लॉस होगा माइनस में लिखेंगे तो मार्च 2010 का लिखा गया है इसका मतलब यह है कि मार्च 2010 का फाइनेंशियल ईयर जो रहा कब से कब तक रहा होगा 1 अप्रैल 2009 से लेकर 31 मार्च 2010 तक का जो टाइम रहा उस दौरान का क्या हिसाब किताब है वह यह है पीएनएल तो पीएनएल प्रॉफिट एंड लॉस और बैलेंस शीट दोनों में डिफरेंस समझ में आ रहा है प्रॉफिट एंड लॉस एक साल साल साल साल का होता चला जा है तो यह एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक साल का डाटा है बैलेंस शीट जो है वहां तक का डेटा है समझ में आई बात बैलेंस शीट जो है वो एक एक एक एक साल का नहीं है यह एक फाइनेंशियल वहां तक का डाटा है तो मैं मार्च 2020 का देखूंगा तो यह मार्च 2020 तक का डाटा जब से कंपनी शेयर मार्केट में आई तब से अब तक का यह फाइनल कंक्लूजन सिमिलरली मार्च 2021 प आ गया ये फाइनल आज की डेट में कंक्लूजन इस तरीके से देखा जाता है बात समझ में आया अब एक बात एस अ थम रूल हमेशा याद रखना है आपको बिल्कुल हमेशा याद रखना है एक कंपनी अगर व अपना कोई पैसा लगाती है रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड अगर देती है तो जितना ज्यादा रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड होगा उतना अच्छा होगा कि नहीं बिल्कुल होगा तो ऐसे में एक बात ध्यान रखिएगा इफ द कंपनीज रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड इज ग्रेट न 30 पर इट्स अ ग्रेट कंपनी इट्स अ ग्रेट कंपनी अगर एक साल में रिटर्न जो मिल रहा है व 30 पर ज्यादा मिल रहा है मतलब कंपनी का मैनेजमेंट इतना इफेक्टिव है कि वह जो पैसा लगाता है उसका 30 पर बढ़ा देता है तो ऐसे में इट्स अ ग्रेट कंपनी हमें क्या करना है मैंने फर्स्ट लेक्चर में ही बता दिया था हमें कंपनीज को इन्वेस्टमेंट पर लाना है ना कि शेयर्स को हमें कंपनीज को फोकस पर लाना है ना कि शेयर्स को हमें कंपनीज की एनालिसिस करनी है ना कि शेयर्स की और वही हम कर रहे हैं अब आक के इस लेक्चर नंबर 10 में जिस भी कंपनी का रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड 30 पर से कम लेकिन 15 पर से ज्यादा है इट्स अ गुड कंपनी इट्स अ गुड कंपनी इट्स अ गुड बिजनेस वेरी गुड एंड जिस कंपनी का आरओ स लेस दन 15 पर नो ट्रेड वी विल नॉट ट्रेड एस अ थम रूल इन दैट कंपनी क्यों 15 पर के रिटर्न के लिए थोड़ी हम यहां पर ट्रेड कर रहे हैं यार मार्केट में बहुत कंपनीज है जब हम फिल्टरिंग करना स्टार्ट करेंगे आपको एक से एक कंपनीज मिलेंगी तो इसीलिए मैं कह रहा हूं कि 15 पर से कम का अगर रिटर्न है वी विल नॉट ट्रेड इन दैट कंपनी आपको मैं जैसा बता रहा हूं भरोसा रखिए जैसा बता रहा हूं उस तरीके से आपको रिटर्न जो है मिलेंगे जरूर अमीर बनोगे यार क्यों नहीं बनोगे यह इंडियन स्टॉक मार्केट हमें अमीर बनाने के लिए ही है हम बनना चाहते हैं कि नहीं तो मैं जो रूल्स बता रहा हूं ना बिल्कुल एज इट इज फॉलो करने हैं बिल्कुल एज इट इज फॉलो करने हैं ठीक है नो इफ नो बट ट्स अ वेरी गुड वे रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड अगर लेस देन 15 पर है तब तो हम यार कुछ घर खरीद ले प्रॉपर्टी खरीद ले जो हमें दिख रही हो यार कुछ और चीज ले ले बंड्स में करले यार हम एसआईपी अगर करवा ले 15 पर तो वहां भी रिटर्न मिल रहा है जब कंपनी खुद 15 पर रिटर्न नहीं दे पा रही तो अपने शेयर होल्डर्स को क्या खाक 15 पर रिटर्न देगी तो 15 पर इज सम वैल्यू व्हिच इज काइंड ऑफ दैट सिग्निफिकेंट कि भाई 15 पर के लिए मे पास और भी ऑप्शंस है मैं उसके लिए इस इस इसमें माथा पच्ची क्यों करूं मैं कोई अच्छी जगह लैंड ना खरीद लू मेरे पास पैसा हो तो या फिर मैं कहीं और इन्वेस्टमेंट ना देख लू और भी बहुत सारी सोवन गोल्ड बॉन्ड्स हैं राइट कभी वो भी इन्वेस्टमेंट अच्छा हो सकता है किसी-किसी टाइम पीरियड में वो टाइम पीरियड की बात है बहुत सारी चीजें हैं तो 15 पर के रिटर्न के लिए थोड़ी हम इतनी मगजमारी कर रहे हैं हमें तो चाहिए 40 पर 60 पर 100% रिटर्न मैंने आपको दिखाया है फाइव टाइम्स रिटर्न इन वन ईयर ऐसा चाहिए हमको तो इसलिए जिस भी कंपनी का आर ओसी लेस देन 15 पर होगा हम उसमें ट्रेड नहीं करेंगे वो चाहे लार्ज कैप हो जैसे अभी रिंस देख रहे थे चाहे वो मिड कैप हो चाहे वो स्मॉल कैप हो इज दिस क्लियर इज दिस एब्सलूट क्लियर सो इस रीजन में जाना नहीं है और जिस गली में हमको जाना नहीं है उस गली की तरफ हमको देखना भी नहीं है कि होल्डर के पैसे पर उनको एवरेज रिटर्न पिछले साल कितना मिला तो जिन जिन लोगों ने कहने का मतलब है नहीं करेंगे एस सिंपल एस दैट कंपनी परफॉर्म करेगी तो शेयर परफॉर्म करेंगे कंपनी परफॉर्म नहीं करेगी शेयर परफॉर्म नहीं करेंगे एग्जांपल लो दूसरा टीसीएस एग्जांपल एचडीएफसी बैंक बैंकिंग सेक्टर में थोड़ी चीजें अलग हो जाएंगी लेकिन अभी हम टीसीएस लेते सर्विस सेक्टर की बात कर रहे हैं कंपनी परफॉर्म की आर ओसी हाई था 48.9 पर रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड बेहतरीन कंपनी बेहतरीन इजट इट रिटर्न ऑन इक्विटी 39.1 पर तो कंपनी परफॉर्म करेगी शेयर परफॉर्म करेगा कंपनी परफॉर्म नहीं करेगी शेयर परफॉर्म नहीं करेगा बड़े-बड़े इन्वेस्टर्स जो इस पर खेल रहे होंगे उनका इंटरेस्ट ही नहीं आएगा कंपनी का ही परफॉर्मेंस नहीं है अरे कंपनी परफॉर्म करके दिखाया तो भैया राकेश झुनझुन वाला का आंखें इस पर पड़े हैं टिक जाए बिल्कुल एकदम अरे क्या बात है क्या बात है यह होती है क्योंकि हम लोग रिटेल इन्वेस्टर्स है हमारे लेन देन करने से ना मार्केट नहीं करेगा मार्केट मूव करता है जब तक के फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स उसके अलावा हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल जैसे राकेश झुनझुनवाला रामदेव अग्रवाल रामाकृष्ण दमानी यह सब लोग जब तक एक्टिव नहीं होंगे ना उसको तब तक के उसको उठा नहीं पाएंगे इट विल नॉट बी एबल टू फ्लाई एंड न न वंस दस पीपल कम इन टू पिक्चर द मार्केट फ्लाइज एंड यू शुड फ्लाई अलोंग विथ इट मार्केट फ्ला एंड य शड फ्लाई अलोंग विथ इट हाउ डू यू नो ट सस पीपल इंटरेस्टेड हाउ ड यू नो कि राकेश झुनझुनवाला इस पर्टिकुलर शेयर में इंटरेस्टेड है मार्केट बताएगा मार्केट को समझना होगा मार्केट बताएगा नेचर बताता है ना अगर कुछ गड़बड़ी हो रही होती है वैसे ही मार्केट बताएगा आपको कि कौन इसमें आ चुका है कौन इसमें इंटरेस्टेड है आपको राकेश झुनझुनवाला जी से पूछने की न्यूज चैनल देखने की जरूरत ही नहीं है मार्केट बताएगा कैसे बताएगा समझेंगे तो इसीलिए बड़े ध्यान से आपको समझना है फेस वैल्यू आप जानते हो जब पहली बार शेयर आया था तब कितने भी रुपयो में आया हो फाइनली इन्होंने स्टॉक को स्प्लिट किया होगा और ऐसे करके अभी फेस वैल्यू जो है जो ओरिजिनल शेयर की फेस वैल्यू है एक रप रह गई है ओरिजिनल ओरिजिनल फर्स्ट टाइम जो शेयर आया था पहली बार जब रिलीज हुआ था कुछ नंबर ऑफ शेयर्स फिर स्प्लिट हुए होंगे उन शेयर की फेस वैल्यू एक रप रह गई है ठीक हैय है इसका मतलब ठीक और अर्निंग्स पर शेयर तो मैंने बीच में भी ऐड किया था वो आपको बताया था तो यह जो नौ चीजें हैं इसमें से कौन-कौन सी चीज अपने बढ़िया काम की है वो मैं आपको बताऊं हम लोग ट्रेडिंग करंगे जब तो हमारे लिए p बा e रेशो कोई काम का नहीं होगा ट्रेडिंग करेंगे तो हमारे लिए आरओ स काम का होगा हम लोग यह भी देखेंगे कि करंट प्राइस क्या चल रही है मार्केट कैप कितना है यह भी देखेंगे और कुछ और चीजें हैं यहां पे एक टर्म आएगी इसको आपको अपने स्क्रीनर में ऐड कर कर लेना चाहिए और वो है डेट टू इक्विटी रेशो देखो ये आ रहा है डेट टू इक्विटी आपको ये ऐड कर लेना चाहिए आप देखिए जैसे अभी टीसीएस चल रहा है इसका डेट टू इक्विटी आ रहा है 0.09 क्या मतलब है इसका डेट टू इक्विटी डेट मतलब है लोन कर्ज और इक्विटी मतलब शेयर होल्डिंग टोटल शेयर होल्डिंग जिसमें प्रमोटर की हमारी आपकी सब शेयर्स इंक्लूडेड है तो कितना कर्ज है डिवाइडेड बाय कितनी शेयर होल्डिंग है कितने लोगों ने इस कर्ज को सपोर्ट करके रखा है यह वैल्यू जितनी कम हो उतना अच्छा है डेट अगर बढ़ते जाएगा तो यह वैल्यू भी बढ़ती चली जाएगी कैसे निकलेगा ये यह निकलेगा आगे बढ़ेंगे आप बहुत ही टेक्निकल बड़ा ही सिंपल आगे बढ़ेंगे और देखेंगे आप आपका अ बैलेंस शीट डेट टू इक्विटी में आते हैं मार्च 2021 अब यह दोनों अगर हम मिला दे यह दोनों क्या है ऊपर वाले फर्स्ट और सेकंड शेयर कैपिटल एंड रिजर्व्स तो 370 करोड़ प्लस 8663 करोड़ इन दोनों वैल्यू को आप ऐड करिए अभी करिए मैं जो बोल रहा हूं ना वो करो आप 8663 करोड़ य लास्ट वाली वैल्यू प्लस 370 करोड़ इन दोनों को ऐड करो इन दोनों को ऐड करो कर लिए चेक आउट र कैलकुलेटर डू दिस 8663 3 + 370 अब 7795 डिवाइडेड बाय जो वैल्यू आपकी आई 7795 डिवाइडेड बाय जो वैल्यू आपकी आई 7795 क्या है पता है 7795 डेट है कर्स है बोरो इंग्स है यह 7795 आज की डेट में बैलेंस शीट देख रहे हैं ना आज की डेट में इतनी बोरो इंग्स टीसीएस की है तो चलो मैं ऐड करता हूं 8663 + 370 आपने किया होगा आपका आया होगा 8643 3 8643 इन दोनों को ऐड करके आया होगा और यह है 7795 तो 7795 / बा 8643 वैल्यू कितनी आ रही है 0.09 परसेंटेज में बोले तो 9 पर कहने का मतलब यह है इस कंपनी के ऊपर जो कर्ज है वो 9 प्र का है डेट टू इक्विटी रेशो में आप ऐसा कह सकते हो कर्ज इसके ऊपर 9 पर का है बहुत ज्यादा कर्ज वाली कंपनी होगी तो हम उसमें ट्रेड करेंगे क्या हम उसमें ट्रेड नहीं करेंगे बहुत ज्यादा अगर मान लीजिए डेट टू इक्विटी रेशो आता है यह वैल्यू आपको रखनी है यहां पे अर्निंग्स पर शेयर रखना है डेट टू इक्विटी रखना है तो बहुत ज्यादा अगर डेट टू इक्विटी रेशो आएगा तो हम उसमें ट्रेड नहीं करेंगे अब चलिए मैं आपको समझाता हूं इसके थम रूल्स आइए देखिए समझिए यहां प डेट टू इक्विटी रेशो जिको मैं कह रहा हूं डीई आर अगर डेट टू इक्विटी रेशो 15 पर से कम है अगर डेट टू इक्विटी रेशो 15 पर से कम है ऐसे में हम कहेंगे दिस इज अवर बेस्ट कंपनी और बेस्ट इन्वेस्टमेंट अ वेरी वेरी फैंटास्टिक कंपनी जिसमें 15 पर से कम है जैसे टीसीएस अभी देखिए 9 पर ही था इट विल बी अ गुड कंपनी बेस्ट कंपनी इन टर्म्स ऑफ डेट टू इक्विटी रेशो इसके बाद अगर डेट टू इक्विटी रेशो 50 पर से कम है 15 पर से ज्यादा है ऐसे में भी हम कहेंगे इट्स अ गुड कंपनी क्योंकि कंपनियां लेती है कर्ज अपने बिजनेस को चलाने के लिए कंपनियां कर्ज लेती है कभी नया प्लांट लगाना है कभी नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगानी है राइट सर्विस इंडस्ट्री है तो उसको एक्सपेंड करना है तो ऐसे में जो कंपनियां है वो लोन लेती है लेट देम टेक अगर एक डेट टू इक्विटी रेशो 50 पर से 15 पर के बीच में इट्स अ गुड कंपनी वैसे जितना कम हो उतना अच्छा है बट इट्स अ गुड वन एक और थम रूल अगर डेप्ट टू इक्विटी रेशो किसी कंपनी का 50 पर से ज्यादा है तो हम इसमें हमारा हार्ड अर्न मनी हमारा मेहनत का पैसा ट्रेड नहीं करेंगे इन्वेस्ट इसमें तो कत ही नहीं करेंगे ना ट्रेड होगा ना इन्वेस्टमेंट होगा इन्वेस्टमेंट और ट्रेड के बीच में आप डिफरेंस समझ रहे हो ना इन्वेस्टर लगा के छोड़ देता है ट्रेडर जो होता है देखते रहता है ही कीप्स एन आय कब बढ़ रहा है कब कम हो रहा है और फटफट डिसीजन ले लेता है 2 दिन में चार दिन में पांच दिन में उसका पोर्टफोलियो में 50 कंपनी सब पे रेगुलर आई रहती है तो यह चीज बड़ी इंपॉर्टेंट है आपको लिख लेनी है डेट टू इक्विटी रेशो 15 पर से कम होगा बेस्ट डेट टू इक्विटी रेशो 15 से 50 तो आ गुड और अगर 50 पर ज्यादा तो वी विल नॉट गो इन दैट टेरिटरी अवर हार्ड अर्न मनी वी वा डोंट वांट टू लूज इट ऑल राइट कमिंग टू बैक हियर अब आप सोच रहे होगे कि सर आपने तो सारी कंपनीज हटा दी इतने सारे आपने बता दिए तो अब बची क्या कंपनीज जिसमें यह भी हो वो भी हो कोई बात नहीं देखते हैं जिसमें यह भी हो वो भी हो ऐसी कितनी कंपनीज बच रही हैं आओ देखते हैं हमारा आरओ सीई हमने रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड क्या लिखा कौन सी है बेस्ट कंपनी रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड जो दे हमें 30 पर से ज्यादा आओ देखते हैं कितनी बेस्ट कंपनीज निकलती है तो यहां पर मैंने लगाया ग्रेटर का साइन और 30 और फिर लिख दिया यहां पे परसेंटेज ये यह स्क्रीन करते हो ऐसे ही लिखना है यह अपने यह कोडिंग का तरीका है इस वेबसाइट में कोडिंग का अपना तरीका है तो रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड जिस कंपनी का हो 30 पर से ज्यादा मतलब 30 से ज्यादा प्रॉफिट कमा रही हो और लिखो एंड जब आप एंड लिखोगे तो अपने आप ये नेक्स्ट लाइन में अपने आप आएगा आपको कुछ नहीं करना है आपके एंड का डी लिखते ही वह अगली लाइन में आ जाएगा अब आप लाओ डेट टू इक्विटी रेशो डेट टू इक्विटी आ गया डेट टू इक्विटी शुड बी बेस्ट के लिए मैंने क्या बताया था इट शुड बी लेस देन 15 पर आओ देखते हैं लेस देन 15 पर कितनी कंपनीज बचती है खेलने के लिए पैसे कमाने के लिए देखते हैं करें शल डू दिस लेट्स डू दिस ओ वी गट सी 183 सच गुड कंपनीज 183 ऐसी कंपनिया मिल गई जिनमें डेट टू इक्विटी रेशो कम है और रिटर्न ऑन कैपिटल इन्वेस्टमेंट काफी ज्यादा है 183 यार बहुत बड़ा नंबर होता है मैनेज करने के लिए भी 183 कंपनियां मैनेज करने के लिए बहुत बड़ा नंबर होता है जिसमें आपकी कौन-कौन सी कंपनीज आ गई हैं टीसीएस इनोसिस हिंदुस्तान यूनिलीवर एशियन पेंट्स आईटीसी नेसले इंडिया अडानी टोटल गैस उसके बाद डीवीज लेबोरेटरीज कोल इंडिया ब्रिटानिया एलएनटी इंफोटेक एचडीएसी एएमसी मारिक कोलगेट पीएनजी माइंड ट्री हनीवेल हनीवेल ऑटोमेशन है ये यह ऑटो वाली कंपनी नहीं हैय वो प्यूरीफायर बनाती है एयर प्यूरीफायर हनीवेल के वो आते हैं ना एड वेड आते हैं टीवी में आपने देखे होंगे ये वो है इंद्र प्रस्थ गैस आईजीएल पेज इंडस्ट्रीज एबोट ओरेकल फिनसर्व फाइनेंशियल सर्विसेस आईआरसीटीसी सुप्रीम इंडस्ट्रीज लरेस लैब्स लरेस लैब्स ग्लैक्सो स्मिथ क्लाइन फार्मा इप्का लैब्स कॉमटन ग्रीवेंस कॉमटन ग्रीव्स आई एम सॉरी दीपक नाइट्राइट कमंडल इंटे अच्छा कुछ कंपनीज इतना अच्छा परफॉर्म करने के बाद भी उनका मार्केट कैप इतना कम क्यों रह जाता है दोस्त बड़ी सिंपल सी बात है उस कंपनी का मार्केट ही इतना बड़ा नहीं है अब एक बात बताओ अगर एक कंपनी जो है जैसे उठाता हूं जैसे फॉर एग्जांपल एल एनटी इंफोटेक हर किसी को नहीं चाहिए तो इसीलिए कुछ ऐसे कंपनीज हैं ऑटो बनाने वाली कंपनी है अब यह अब एक बात बताओ ऑटो बनाने वाली कंपनी है हर किसी को नहीं चाहिए ऑटो तो ऐसे में जब हर किसी को नहीं चाहिए ऑटो तो ऐसे में उसका प्रोडक्शन भी उतना नहीं है तो जिसका मार्केट ही कम है एक एग्जांपल आपने देखा है सिक्योरिटी एसआईएस करके कंपनी है एसआईएस पता है आपको एसआईएस क्या है ये देखो एसआईएस लिमिटेड यह सिक्योरिटी सर्विसेस प्रोवाइड कराता है सिक्योरिटी सर्विसेस प्रोवाइड कराता है मतलब गार्ड वगैरह होते हैं इन आपकी बिल्डिंग्स के बाहर आपको एसआईएस का लोगो लगा कर के बैठे रहते हैं खड़े रहते हैं यह एसआईएस एक एजेंसी है जितना अर्बनाइजेशन होगा वहीं पर एसआईएस की जरूरत पड़ेगी जितने हाई राइज बिल्डिंग्स होंगे फ्लैट्स बनेंगे इंडस्ट्रीज बनेंगी वहां यह सिक्योरिटी पर्सनल्स जो लोग हैं सिक्योरिटी वाले र्ड है उनकी जरूरत पड़ेगी अदर वाइज जरूरत नहीं पड़ेगी तो इसका मतलब यह नहीं कि कंपनी खराब हो जाती मार्केट कैप कम है तो तो इससे माइंडसेट से हट जाओ इस कंपनी का मार्केट कैप है 6440 करोड़ लेकिन एक बात बताओ क्या एक खराब कंपनी हो गई क्या अरे भाई साहब ये देखो रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड 31.7 रिटर्न ऑन इक्विटी 35 एक साल में यह एक साल में भी नहीं होता है यह मैक्सिमम होता है अगर हमने इसको दो महीने में ही चेक करके उसी दो महीने में अगर ये काम कर दिया तो हम दो महीने में यह कर सकते हैं दो महीने में वो देखना सोचना समझना पड़ता है चीजों को तो आप बात समझो कि भाई हर कंपनी जो होती है ना वोह आपको देश और यह कंपनी ग्रोइंग है यह आपको आगे भी डिविडेंड देगी देखो डिविडेंड यील्ड 46 पर दे रही है बेचारी अभी भी और उसके अलावा रिटर्न्स भी अच्छे आ रहे हैं जितना अर्बनाइजेशन होगा यह कंपनी उतनी ग्रो करेगी जितने हाई राइज फ्लैट बनेंगे उतने लोग इसके पास आएंगे सिक्योरिटी सिस्टम्स के लिए या फिर सिक्योरिटी गार्ड्स के लिए इन सब मैनेजमेंट के लिए सिक्योरिटी को इंश्योर करने के लिए इसके पास आएंगे तो आप समझ पा रहे हो मेरी बात को कि अच्छी कंपनी बुरी कंपनी मार्केट कैप से नहीं देखते हैं अच्छी कंपनी बुरी कंपनी ऐसे करके स्क्रीन करके देखते हैं तो यह सब हो गई हमारी अच्छी कंपनियां ये सब हो गई अच्छी कंपनियां कितनी अच्छी कंपनी निकल गई हमारी 183 रिजल्ट्स हमने फिल्टर आउट कर लिए अच्छा पैसा तभी बनेगा जब अच्छी कंपनी में इन्वेस्टमेंट होगा थोरेट्स चीजें दूसरी तरफ है थोरेट्स प्रैक्टिकल के साथ कंबाइन करोगे तो भाई साहब खूब पैसे छापोल यह पैसा छापने नोट छापने इनकी बात नहीं कर रहा था मैं शुरुआत के आठ नौ लेक्चर में सब बातें ही नहीं की हमने क्यों नहीं की इसके पीछे का रीजन क्या है इसके पीछे का बड़ा ही स्ट्रेट फॉरवर्ड रीजन है फर्स्ट योर फोकस शुड बी ऑन लर्निंग शुरुआत के आठ नौ लेक्चर में फर्स्ट लेक्चर से मैं बोलू पैसे कमाओ पैसे कमाओ ना पहले लर्निंग ऑलवेज रिमेंबर माय डियर फ्रेंड्स हमेशा एक चीज याद रखना और मैं इस सेशन को यहीं से एंड करूंगा और आगे हम लोग इसके आगे और भी बहुत सारी बातें करेंगे हमेशा एक चीज मेरी याद रखना आप ये है वर्ड लर्निंग यह है वर्ड लर्निंग इस लर्निंग का पार्ट है अर्निंग लर्निंग का पार्ट है अर्निंग तो हमेशा हमारा प्राइमरी फोकस होना चाहिए लर्निंग पे जब आपका फोकस लर्निंग पे होगा ना तो उसके बाद यह अर्निंग अपने आप होने लग जाएगी तो मैं आपको जैसा सिखा रहा हूं जैसा समझा रहा हूं आपको बिल्कुल उसी तरीके से फॉलो करते चले जाना है अगर आप ये फॉलो करते चले जाओगे ना तो यह मेरा दावा है कि दिस इज द बेस्ट डिसीजन यू हैव टेकन इन योर लाइफ य आपने बहुत बढ़िया बहुत बेस्ट डिसीजन लिया अपनी लाइफ में ऐसी चीजें हैं जो चीजें एक्सपीरियंस से आती है ऐसी चीजें हैं जो मेहनत करने से समझने से एनालिसिस करने से आती है ऐसी चीजें आपको कहीं य वगैरह में नहीं मिलने वाली ऐसी चीजें ढूंढते रह जाओगे नहीं मिलने वाली यह ऐसी बातें हैं समझ रहे हो बात को ऑलराइट नेक्स्ट लेक्चर में हम इसको कंटिन्यू करने वाले हैं और आगे बढ़ेंगे और और भी डिटेल में चीजों को डिस्कस करेंगे स्ट्रेटेजी भी डिस्कस करेंगे जहां से आप इन्वेस्टमेंट अपना तब शुरू कर पाएंगे अभी तक तो हमने इन्वेस्टमेंट ही नहीं शुरू किया क्यों लर्निंग का सबसेट है अर्निंग तो पहला फोकस होना चाहिए हमारा लर्निंग पे उसके बाद बात करेंगे अर्निंग पे ऑलराइट राइट सो इंडियन स्टॉक मार्केट यू आर इंडियंस बी प्राउड ऑफ दैट वी कैन अर्न एंड वी विल अर्न जय हिंद वंदे मातरम [संगीत] मेरे प्यारे दोस्तों नाउ दिस इज लेक्चर नंबर 11 और फाइनेंशियल और टेक्निकल एनालिसिस का ही पार्ट नंबर फाइव एक यहां पर बहुत ही इंपॉर्टेंट टिप एक बहुत ही इंपॉर्टेंट बात बड़े भाई की सलाह आप यह भी मान सकते हो या भाई अगर मैं आपसे छोटा हूं तो भाई की सलाह मान सकते हो मेरे प्यारे दोस्तों आपको आई होप अब तक के मजा आ रहा होगा बहुत कुछ आपने सीखा होगा आगे और भी सीखना चाहते हैं और जो बीच-बीच में जैसे मैं बातें बोल रहा हूं कि लाइव सेशंस की जो हमारे ऑलरेडी स्टॉक मार्केट के प्रीवियस स्टूडेंट्स हैं वह उनके लिए फ्री है और आप सभी को मैं एक मैसेज देना चाहता हूं जो मेरे प्रीवियस स्टूडेंट्स हैं उनके लिए आप लोगों को कोई भी रिकरिंग पेमेंट भी करने की जरूरत नहीं है आपकी इच्छा है तो आप कर दीजिए वो अलग बात है लेकिन हम आपसे कोई भी डिमांड नहीं कर रहे हैं जस्ट बिकॉज यू हैव ट्रस्टेड अस थैंक यू सो मच इसीलिए कोई भी रिकरिंग पेमेंट करने की जरूरत नहीं है 6 महीने तक के आप हमारे साथ बने रहिए बाकी जो स्टूडेंट्स हैं जो अगर स्टॉक मार्केट लाइव हमारे साथ एनालिसिस करना चाहते हैं और भी आप देखोगे तो आपको समझ में आएगा वो अलग ही दुनिया है और उस दुनिया से अगर आप जुड़ना चाहते हो तो आप आपको आगे कैसे हमसे जुड़ना है थैंक यू सो मच बिल्कुल भी आप निश्चिंत रहिए कि आप जो है बिल्कुल सही हाथों में आप जुड़ने जा रहे हैं पहले आप पूरा कोर्स कंप्लीट कर लीजिए उसके बाद ये काम लेकिन जरूर करिएगा तभी आपको इसका पूरा बेनिफिट मिल पाएगा और आप मार्केट में बहुत अच्छे से प्रॉफिट कमा पाएंगे कि कभी भी ना आप कितने पैसे कमा रहे हैं चाहे आप अपनी सैलरी से लेते हो चाहे आप अपने बिजनेस से लेते हो चाहे आप स्टॉक से लेने वाले हो और खास करके जब आप स्टॉक से आज पैसे कमाना सीखने वाले हो तो कभी भी ना किसी को बताना नहीं है अपने को हम कितना कमा रहे हैं हाउ मच आर वी अर्निंग एज इन टर्म्स ऑफ परसेंटेज मेरे को 10 पर का रिटर्न मिला मेरे को 20 पर मिला मेरे को 50 पर मिला यह हमको ना ऐसे ढंडोरा नहीं पीटना है मैं आप लोग को इसलिए चीजें बता रहा था मैंने जैसे आपको फर्स्ट लाइव में पर्पस था लेकिन यहां पे ना इसका पूरा का पूरा साइकोलॉजिकल रीजन है साइकोलॉजिकल एस्पेक्ट्स हैं इसके अब हम उस साइकोलॉजी में नहीं जाते लेकिन कभी भी किसी को भी कितना कमाते हो उसमें बहुत ज्यादा फर्स्ट ऑफ ऑल खुश होने की जरूरत नहीं है आपका पैसा डबल हो गया तिगुना हो गया चौगुना हो गया अपने तक रखो क्लियर है पॉइंट कभी भी किसी को भी बताना नहीं मुंह बिल्कुल एकदम बंद होना चाहिए अब मैं इस पे नहीं जा रहा नहीं तो एक लेक्चर सिर्फ उसपे चला जाए मेरे एक से सवा घंटे का पूरा साइकोलॉजी पर जाएगा वो चीजें कैसे आपकी ह्यूमन साइकोलॉजी इन्फ्लुएंस होती है जब आप ये सब बातें अब लोगों को बताते हैं बहुत ज्यादा यह सब बारे में बात करते हैं लोग जो आपके आसपास के होते हैं किस तरह से आपको आपका कंपीटीटर देखने लग जाते हैं और किस तरीके से वह कंपीट करते हैं कुछ लोग जो कंपीट नहीं कर सकते व किस तरीके से जेलस होने लग जाते हैं तो ऐसा हर बार हर किसी के साथ नहीं होगा लेकिन अगर आपकी आदत पड़ गई और किसी एक के साथ भी आप ने इस तरह का व्यवहार किया अपने बारे में किया बोस्ट किया मैं इतना कमा रहा हूं सामने वाला उस हैसियत में नहीं है इस वक्त या वो उतना कैपेबल काबिल ही नहीं है उसको मालूम है और आप काबिल हो उसको बहुत अच्छे से पता है तो ऐसे में क्या होगा पता है ऐसे में आप कहीं ना कहीं जलसी दुश्मनी ये सब डेवलप करते चले जाएंगे तो आप कमाइए बहुत अच्छा कमाइए अपने तक रखिए बी वेरी वेरी क्लियर बी वेरी वेरी क्लियर क्योंकि आज मैं जो सिखाने जा रहा हूं ना वो है हमारा असली स्ट्रेटेजी कमाने की स्ट्रेटेजी तो इसलिए यह सब बातें खुद तक के आप रखेंगे आपको रिकमेंड करना है तो किसी को आप कोर्स जो है यह रिकमेंड कर सकते हो लेकिन बताना कि भाई यह जो है मैंने इसमें इतना कमाया मैंने इसमें उतना कमाया यह सब बताने की जरूरत नहीं है आप यह बता सकते हो कि हा लोग इतना कमाते हैं लोग 40 पर 50 पर मंथली रिटर्न भी ले आते हैं लोग ले आते हैं आपका आ रहा आ रहा इसमें बहुत ज्यादा शोष करने की जरूरत नहीं है हमको हम कभी भी इस तरीके की बातें नहीं करेंगे दिमाग में मैं पांच बार बोल रहा हूं इसका बहुत बुरा रिपर कशन होता है लाइफ में आपके माइंड में भी होता है और आप जिनसे सब बातें कर रहे हैं उनके माइंड में भी होता है आपके लिए क्लियर है पॉइंट आपके फादर आपके मदर आपके रिलेटिव्स ने चीजें फेस की होंगी तो इसलिए ज्यादा य सब बातें नहीं करनी पार्ट फोर में हम लोगों ने screener.in की जो वेबसाइट है उसमें हमने बहुत सारे टर्म्स को समझने की कोशिश की थी बहुत सारी चीजें बताई थी बुक वैल्यू क्या है और करंट मार्केट प्राइस क्या है ये बताया था कि अगर मान लीजिए करंट प्राइस जो है वो बुक वैल्यू से कम है तो इसका मतलब क्या है करंट प्राइस बुक वैल्यू से ज्यादा है तो इसका मतलब क्या है तो ऐसा है तो बुक वैल्यू और करंट प्राइस दोनों ऑलमोस्ट अगर बराबर है तो इसका मतलब क्या है इसका मतलब यह है कि वो शेयर के प्राइस जो है वो बुक्स के हिसाब से ठीक-ठाक वैल्यू पे चल रहे हैं अगर करंट प्राइस जो है वो ज्यादा है ग्रेटर है इन कंपेरिजन टू बुक वैल्यू और ग्रेटर भी नहीं मच मच ग्रेटर है मतलब आज की डेट में मार्केट इसको ओवर वैल्यू करके रखा है ऐसे स्टॉक से हम थोड़ा सा बचेंगे जिन स्टॉक्स की मार्केट वैल्यू हाई है लेकिन उनकी इंट्रिसिक वैल्यू जो कि बुक वैल्यू के ही नजदीक होती है इंट्रिसिक वैल्यू जो होती है ना बुक वैल्यू के नजदीक होती है तो अगर इंट्रिसिक वैल्यू मार्केट प्राइस से बहुत बहुत बहुत कम है करंट प्राइस बहुत ज्यादा चल रही है मान लो इसकी बुक वैल्यू है 100 मार्केट प्राइस दिखा रहा है 1200 1300 ऐसा दिखा रहा है कभी ना कभी यह क्रैश जरूर करेगा हमें ऐसी कंपनीज में नहीं जाना है हां थोड़ा बहुत अगर ज्यादा है तो एक पॉजिटिव सेंटीमेंट है बहुत अच्छी बात है मतलब जैसे ये मच मच मच ग्रेटर लगाया मैं जस्ट एक ग्रेटर लगा रहा हूं कि अगर बुक वैल्यू 100 है ये चल रहा है 200 पे 300 पे ये बहुत ही एक नॉर्मल सा सिनेरियो है यह बहुत ही नॉर्मल सा सिनेरियो जिसमें दुगना तिगुना चल रहा है य पॉजिटिव सेंटीमेंट है जिको लेकर के लेकिन अगर इतना गुना चल रहा है 10 गुना 12 गुना 20 गुना स्टे अवे फ्रॉम सच कंपनीज बी वेरी क्लियर अबाउट दैट स्टे अवे फ्रॉम सच कंपनीज क्लियर ऑलराइट इसके अलावा अगर बुक वैल्यू कम है मान लीजिए बुक वैल्यू है 90 अगर बुक वैल्यू ज्यादा है लेट अस सपोज कि बुक वैल्यू जो है 120 है और करंट प्राइस है 90 मतलब बुक्स में इस की वैल्यू ज्यादा है और लोग इसका मार्केट प्राइस जो आकलन कर रहे हैं वह कम कर रहे हैं इसकी इंट्रिसिक वैल्यू आपको पता है कि इसकी वैल्यू ज्यादा है कंपनी की आप इसमें ट्रेड कर सकते हैं आप इसमें कम दाम में खरीद सकते हैं अगर यह कंपनी हमारे पैमानों पर खरी उतरे तो पैमाने कंडीशंस पे खरी उतर जाए तो ऐसा नहीं है कि अगर बुक वैल्यू अगर मान लो ज्यादा है करंट प्राइस से तो हम खरीद ही लेंगे ये इंट्रिसिक वैल्यू वाला ही कांसेप्ट हम यहां पे यूज़ कर रहे हैं बुक मतलब इंट्रिसिक उसकी ओरिजिनल वैल्यू क्या है बुक्स में ऐसा है तो बुक वैल्यू अगर बहुत ज्यादा है और करंट प्राइस बहुत कम है जैसे फॉर एग्जांपल यह वाला केस है तो यह भी गड़बड़ है बुक वैल्यू 120 करंट प्राइस चल रहा है ₹ इसका मतलब यह कंपनी बहुत लॉसेस में जा रही है इसका मतलब यह है तो यह जो दोनों एक्सट्रीम केसेस आप देख रहे हो ना एक्सट्रीम्स मार्केट में कुछ ना कुछ गड़बड़ी उस कंपनी में कुछ ना कुछ गड़बड़ी को बताता है या तो लोगों ने सट्टेबाजी करके बढ़ा दिया है रिंग ट्रेडिंग कर दी है तभी बुक वैल्यू जो है इससे ज्यादा हो गई है बुक वैल्यू सॉरी बहुत कम हो गई है करंट प्राइस से या फिर उस कंपनी की मनोदशा उस कंपनी का सीईओ मैनेजमेंट सब ध्वस्त पड़ गए हैं लोगों का भरोसा उठ गया है तो इतनी इतनी कम हो चुकी है उसकी करंट प्राइस इन कंपेरिजन टू इट्स बुक वैल्यू जैसे सत्यम किंग फिशर यह सब इसके एग्जांपल्स है जिनकी बुक वैल्यू हाई थी लेकिन करंट प्राइस लोगों का भरोसा उठ गया करंट प्राइस डाउन चली गई ₹ शेयर चला गया तो ये आपको समझना जट एयरवेज क्लासिकल एग्जांपल कुछ दिनों पहले जट एयरवेज ₹ पर शेयर ट्रेड कर रहा था जेट एयरवेज का कोई खरीदने को राजी नहीं था फिर उसके बाद न्यूज़ आई कि जट एयरवेज इज गोइंग टू डू अ कम बैक एंड सो फिर धीरे-धीरे राइज होना स्टार्ट हुआ तोय जो दोनों एक्सट्रीम केसेस हैं इनसे आपको बचकर रहना है यह जो केस है एक नॉर्मल कंडीशन है इसमें लोग खरीदते बेचते रहते हैं इट्स ओके तो यह हो गया हमारा पहला वाला केस फर्स्ट केस सेकंड केस थर्ड केस फोर्थ केस फर्स्ट केस इज अ नो नो फोर्थ केस इज अ नो नो यस सेकंड केस एंड थर्ड केस आर ओके बट थर्ड केस इज बेटर एज कंपेयर टू सेकंड केस थर्ड केस में इसकी इंट्रिसिक वैल्यू इसकी ओरिजिनल वैल्यू आपको मालूम है हाई है लोग इसको अभी रिलेटिवली कम प ट्रेड कर रहे हैं तो अगर यह हमारे कुछ कंडीशंस पे इफ इट फॉलोज इफ इट फॉलोज सम कंडीशंस कौन सी कंडीशंस मैं अभी बताऊंगा कंपनीज को फिल्टर करने की कंडीशंस अगर इन कंडीशंस पे पैमानों पे खरी उतरती है और उसमें ऐसा कुछ है तो यह ट्रेड करने के लिए बड़ी ही शानदार कंपनी बन सकती है गॉट द पॉइंट वेरी क्लियर चलिए आगे बढ़ते हैं तो इन चीजों के बारे में हमने बात कर ली थी ऑलराइट नेक्स्ट पॉइंट आपको ध्यान देना है नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कॉरपोरेशंस एक पॉइंट वो बता दिया अभी दूसरा पॉइंट है कि नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कॉरपोरेशंस एंड बैंकिंग कॉरपोरेशंस कोर बैंक्स एंड बैंक्स इनमें आरओ सीई और डेट टू इक्विटी रेशो आपको देखने की जरूरत नहीं है इनमें नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कॉरपोरेशंस और बैंक्स में आर ओसी और डेड टू इक्विटी रेशो मायने नहीं रखता क्यों नहीं रखता क्योंकि यह वो एजेंसीज हैं जिनका ज्यादातर पैसा तो दिया रहता है किसी को लोंस वगर के फॉर्म में इनके पास मॉर्टगेजेस में जो है बहुत सारे लोगों के कभी लैंड कभी गाड़ी कभी घर कुछ ना कुछ रहता है तो ये वो कंपनीज होती हैं नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कॉरपोरेशंस और बैंक्स जिनके पास बहुत ज्यादा रिटर्न ऑन देयर कैपिटल एंप्लॉयड हमें दिखता नहीं है क्यों नहीं दिखता रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड क्योंकि इनका कैपिटल लोगों के पास चला जाता है और इनका धंधा ही वही है इनका बिजनेस ही है कि जितना ज्यादा लोंस देंगे क्यों पीछे पड़ जाते हैं आपको लोग लोंस देने के लिए आप एक बार क्या एसबीआई वगैरह से मिल लो या चले जाओ वहां पर या फिर कहीं प मॉल वल में एसबीआई कार्ड वाले दिख जाते हैं उनसे बातचीत वातची कर लो फोन कर कर के व पीछे पड़ जाएंगे कि आपको पर्सनल लोन चाहिए एजुकेशन लोन चाहिए हाउस लोन चाहिए क्या चाहिए आप बोलो तो हम देने के लिए रेडी है ना लोंस में 15 पर 14 पर 13 पर ऐसे रेट ऑफ इंटरेस्ट लगाते हैं तो यह उनका धंधा है तो उनका जो रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड है वप उके पास बचता ही नहीं वो दे देते लोस में कैपिटल ही नहीं बचता तो उनका रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड बहुत ज्यादा आपको नहीं दिखाई देगा बहुत दफा आपको कभी य 30 पर 40 पर नहीं दिखाई देने वाला एक्सेप्शनली गुड कंपनी होगी एचडीएफसी वगैरह तो उसमें थोड़ा सा ज्यादा हो सकता है बाकी कंपनीज में बहुत कम कर्नाटका बैंक देखो तो तो कहीं घुसी हुई कंपनी है राइट इट्स नॉट अ गुड कंपनी फॉर इन्वेस्टिंग कर्नाटका बैंक डेट टू इक्विटी रेशो य डेट प ही तो काम करती है पे काम चलता है इनका यह डेट दिए भी रहते हैं या फिर इनके इक्विटीज इनके पास कम रहते हैं तो इनके डेट टू इक्विटी रेशो हाई होते हैं यू कैन नॉट एक्सपेक्ट अ बैंक टू हैव अ डेट ऑफ 0.03 0.04 यू कैन नॉट एक्सपेक्ट इससे हाई ही होगा आई screener.in वेबसाइट पे कुछ बैंक्स के बारे में देखते हैं तो बैंक्स का अलग होता है बैंक सेक्टर इज अ डिफरेंट सेक्टर तो यहां पे अगर कोई बैंक सेक्टर को आपको देखना है तो एडीएसी को जैसे सर्च कर लेते हैं रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड 6.76 पर बस लेकिन रिटर्न ऑन इक्विटी इज हाई मतलब अगर आप इसके शेयर्स में खेलोगे तो आपको 18 पर का रिटर्न मिलेगा भले ही इसका आर ओसी कम है डेट टू इक्विटी भाई साहब कहां 7.56 दिस इज द डेट टू इक्विटी तो आई होप आप समझ रहे हैं अगर आपको बैंक सेक्टर में जाना है सारी बैंक्स को आपको देखना है तो अब एक काम करो नीचे आना पियर कंपैरिजन जहां पर लिखा है ना सेक्टर बैंक्स लिखा है बैंक्स में आप क्लिक करो सारी बैंक्स आ गई कितनी बैंक्स आ गई देखिएगा 35 35 लिस्टेड बैंक्स है आज की डेट में इंडिया में 35 लिस्टेड बैंक्स आरओ सीई आप देख रहे हो 6.76 6.04 4.86 6.65 देखो सबसे ज्यादा आरओ जो दे रहा है वो 9.90 दे रहा है कौन सा बैंक है यह यह एयू स्मल फाइनेंस बैंक यह सबसे ज्यादा आरओ स दे रहा है यह एयू स्मल फस बैंक 9.90 बाकी सभी बैंक का आरओ कम है इसका 8.92 इसका भी अच्छा है बंधन बैंक न्यूली एस्टेब्लिश है तो थोड़ा जो नए-नए होते हैं ना वो उनको ऊपर चढ़ते वक्त थोड़ा सा उनका ग्रोथ अच्छा दिखता है तो बंधन बैंक रिलेटिवली न्यू तो इस तरह की चीजें हैं तो जब कभी भी हम बैंकिंग सेक्टर में बात करते हैं अच्छा बैंकिंग सेक्टर हो गया अगर आपको एनबीएफसी देखना है यानी कि नॉन बैंकिंग सेक्टर की कंपनीज देखनी है फाइनेंशियल कंपनीज तो आप ऐसे जा सकते हो आप जाओ बजज फाइनेंस में बजज फाइनेंस में गए बजज फाइनेंस में भी आप देखोगे डेट टू इक्विटी जो है 3.57 रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड इज 9.32 इट्स अ गुड वन बजज फाइनेंस इज अ वेरी वेरी वंडरफुल कंपनी इट इज गिविंग 12.8 रिटर्न ऑन इक्विटी बीइंग अ फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन 12.8 पर आपको बाज फाइनेंस की कंपनी की हल्की-फुल्की स्टोरी आपको मैं बता दूं इन्होंने मोबाइल के जो हम लोग मोबाइल खरीदते हैं उसमें हम फाइनेंस वगर कराते हैं इन्होंने इस कांसेप्ट को इंडिया में इंट्रोड्यूस किया जिसके चलते कंपनी कहां थी और कहां पहुंच गई है मोबाइल फाइनेंसिंग का इन्होंने बिजनेस स्टार्ट किया था इंडिया में जो कि बड़ा चला इनका बहुत चला जैसे बड़ी-बड़ी रिटेल रिटेलर्स हैं जैसे कि क्रोमा है reliance1 वाइज किया और आपको मोबाइल लेना है अब तो आपको इन्वर्टर लेना है टीवी लेना है एसी लेना है सब में आप बजज फाइनेंस से फाइनेंस करवा सकते हो अगर आपको और फ की कंपनीज में जाना है तो आइए नीचे आते हैं पियर कंपैरिजन सेक्टर फाइनेंस क्लिक ऑन इट फाइनेंस 504 एबीएफसी लिस्टेड है आज का आज की डेट में इंडिया में hdfcfund.com तो यह सब है हमारी वेरियस फाइनेंशियल कंपनीज आप सभी में देखिए आर ओसी बहुत ज्यादा इनमें नहीं होता डेड टू इक्विटी रेशो इन में ज्यादा होता है तो ऐसे में यह कंपनीज उसी पे ही सरवाइव करती है तो इसीलिए यू कैन नॉट एक्सपेक्ट टू हैव अ हाई आरओ सई और अ लेसर डेट टू इक्विटी रेशो देयर आरओ सई विल बी लेसर एंड देयर डेट टू इक्विटी रेशो विल बी हायर सो इसीलिए जो कैटेगरी इजेशन हमने लास्ट क्लास में किया था उस कैटेगरी इजेशन में हमने यह देखा था कि भैया अच्छी कंपनीज वो होती है जिनका आरओ जो रहता है व रहता है हाई राइट डेट टू इक्विटी रेशो होता है कम तो यह जो थ्योरी है यह इनके लिए वैलिड नहीं है लिख लीजिए इसको प्लीज आगे बढ़ते हैं आप लोग तो पॉज करके आराम से लिख सकते हो राइट अभी स्क्रीनर पे ही आते हैं और हम एक काम करते हैं किसी तरह की कंपनी को ले लेते हैं जैसे फॉर एग्जांपल वी विल टेक पढ़ना हम सीख गए हैं यह पढ़ना हम सीख गए हैं कि यह जो है बढ़िया है यह समझ में आता है अब हमें आगे बढ़ते हैं पीयर में आप समझ रहे हैं इस तरह की और कौन सकन सी कंपनीज है उसकी बात हो रही है क्वार्टरली रिजल्ट्स मैंने आपको बता दिया था क्वार्टरली रिजल्ट्स तीन-तीन महीने के रिजल्ट्स है ये प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट्स के बारे में बता दिया था आपको राइट इसी प्रॉफिट एंड लॉस और इसके नीचे क्या होता है बाद में देखते हैं पहले बताओ इसके नीचे होता क्या है प्रॉफिट एंड लॉस के नीचे पीएनएल के नीचे आता है बैलेंस शीट बैलेंस शीट वहां तक की जानकारी देता है प्रॉफिट एंड लॉस उस साल की जानकारी आपको देता है आइए प्रॉफिट एंड लॉस को थोड़ा सा और डिटेल में देखा जाए प्रॉफिट एंड लॉस में आप देखिए आपको क्या-क्या पैरामीटर्स दिख रहे हैं प्रॉफिट एंड लॉस को स्टार्टिंग से देखना स्टार्ट करते हैं प्रॉफिट एंड लॉस में कंसोलिडेटेड फिगर्स इन रुपीज करोस बड़े ध्यान से देखना है मैं गारंटी दे रहा हूं इस लेक्चर में पैसे कमाना सीख जाओगे इतना मैं क्या बोला था आपको सिंपल है पैसा कमाना लेकिन इतना आसान नहीं है जिसने पेशेंस से यहां तक लेक्चर देखे होंगे आज बारी आई है उसकी पैसा कमाने की आज एक स्ट्रेटेजी समझने की तो जिसने यहां तक पेशेंस से लेक्चर देखे होंगे समझे होंगे ग्रास्पिंग एप्रिशिया होगा चीजों को आज वो फल मिलेगा अभी वो फल मिलेगा इसीलिए बड़े ध्यान से समझिए ठीक है ऑल राइट सेल्स हम समझ गए इसकी पूरी की पूरी टोटल रेवेन्यू टोटल सेल्स सेल्स में फिर एक्सपेंसेस कुछ हो जाते हैं तो जो ऑपरेटिंग प्रॉफिट आता है बेसिकली व इन दोनों को माइनस करके आता है सेल्स माइनस एक्सपेंसेस मतलब कितना आया माइनस कितना गया तो वहां से आता है इसका ऑपरेटिंग प्रॉफिट अब इन दोनों को माइनस करो इन दोनों को इन दोनों को इन दोनों को माइनस करो आपको यह बोल्ड में जो लिखा है ऑपरेटिंग प्रॉफिट ये मिल जाएगा ठीक है और क्या-क्या हमारे काम फंड्स होते हैं वो म्यूचुअल फंड्स में लगा दिया या फिर कहीं और इन्वेस्टमेंट कर दिया किसी दूसरी कंपनी में इन्वेस्टमेंट कर दिया तो वहां पे अदर इनकम कहीं और सोर्सेस से जो इनकम है वो कितने हैं यह करोड़ में सारे नंबर्स तो ये 05 तो मे बी इन्होंने शायद म्यूचुअल फंड्स वगैरह में इन्वेस्टमेंट किया होगा आजकल म्यूचुअल फंड्स का रिटर्न नहीं आ रहा तो शायद इनको रिटर्न नहीं मिल पाया 2021 में रिलेटिवली थोड़ा कम हो गया बट दैट्ची अच्छी बात है कि भाई मैनेजमेंट जो है कंपनी का ठीक-ठीक जगह प पैसे अपने लगाता है तो ओवरऑल बढ़ती है इंटरेस्ट की बात करें इंटरेस्ट का मतलब यह होता है कि इस कंपनी ने कितना पैसा करोड़ में इंटरेस्ट के फॉर्म में लोगों को दिया या बैंक्स को दिया इंटरेस्ट के फॉर्म में जैसे कि 2010 में इन्होंने 37 करोड़ एज एन इंटरेस्ट ही दे दिया 29 करोड़ एज एन इंटरेस्ट दे दिया 62 करोड़ एज एन इंटरेस्ट कर्जे लिए लोगों से बैंक से लिए अदर पीपल्स मनी इज आल्सो देयर सो ऐसे में क्या करेंगे लोगों को इंटरेस्ट पे करेंगे तो इनका इंटरेस्ट करोड़ों में जा रहा है 82 करोड़ 89 करोड़ 346 करोड़ 76 करोड़ 134 करोड़ 102 करोड़ अगर किसी कंपनी का इंटरेस्ट कम होता है तो यह कंपनी के लिए एक अच्छा इंडिकेटर होता है डेफिनेटली अगर किसी कंपनी का इंटरेस्ट अमाउंट जो है जो कंपनी दे रही है लोगों को एस एन इंटरेस्ट व कम हो रहा है तो एक कंपनी केलिए एक अच्छा इंडिकेटर होता है डेप्रिसिएशन क्या होता है डेप्रिसिएशन होता है कि अगर कंपनी ने कुछ खरीद के रखा है जैसे हम लोगों ने भी कोई मोबाइल वगर खरीदा है कुछ किया है जैसे फॉर एग्जांपल इफ यू हैव परचेस्ड अ फोन जस्ट आफ्टर जस्ट आफ्टर यू बाय इट द नेक्स्ट डे वांट टू सेल इट विल यू बी एबल टू सेल इन द सेम अमाउंट नो वी विल से दैट इट इज डेप्रिसिएशन जैसे maruti-suzuki अब मान लो करोगे जब आप अपनी गाड़ी लेक जाओगे तो जनरली जो एंट्री पैसेज होता है उसके लेफ्ट में या राइट में लिखा रहता है इंडियन ऑयल का पेट्रोल पंप है उसमें लेफ्ट में राइट में लिखा रहता है को को सीओ सीओ या फिर सीओ सीओ इस तरफ या इस तरफ लिखा रहता है क्या मतलब है इसका इसका मतलब है कंपनी ओंड कंपनी ऑपरेटेड प्रिफरेबली हम लोग क्या करते हैं प्रिफरेबली हम लोग वहीं से अपनी गाड़ियों में पेट्रोल भरवाने की कोशिश करते हैं जो कंपनी ओंड हो और कंपनी ऑपरेटेड हो हमें पता है की गारंटी होगी अगर कोई थर्ड पर्सन है जिसने कि पेट्रोल मंगवाया है वह क्या कर सकता है पेट्रोल में अपनी तरफ से कुछ केरोसीन रोसन मिलावट कर सकता है पेट्रोल के प्राइस राइज कर रहे हैं तो व कर सकता है प्रॉफिट मार्जिन के लिए और बढ़ाने के लिए चीजें होती है इस तरीके की माल प्रैक्टिसेस तो इसलिए हम प्रेफर यह करते हैं कोको में जाए इस इसी तरीके से पीरियड ऑफ टाइम मेंटेनेंस होगा उसके स्ट्रक्चर की वैल्यू स्टार्टिंग में 5 करोड़ में बनाया होगा लेकिन ओवर पीरियड ऑफ टाइम उसकी डेप्रिसिएशन करती जाएगी वैल्यू तो यह ओवरऑल डेप्रिसिएशन है पूरी कंपनी का तो ये जो डेप्रिसिएशन है आप देख रहे हो 2760 करोड़ 3021 करोड़ 3528 3024 ये डेप्रिसिएशन है तो सिंपल सी बात है बड़ा इंपॉर्टेंट थम रूल समझ लो जितनी बड़ी-बड़ी कंपनी होती जाएगी उसमें रिसोर्सेस उतने ज्यादा होंगे जितने ज्यादा रिसोर्सेस होंगे उतना ही अमाउंट डेप्रिसिएशन करोड़ में आपको इतना दिख रहा है तो इससे बहुत ज्यादा घबराने की बात नहीं है आपको यह भी देखना है कि क्या कंपनी के प्रॉफिट्स बढ़ रहे हैं ओवर टाइम प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट में वही तो देखेंगे नेट प्रॉफिट अगर कंपनी के प्रॉफिट्स भी बढ़ रहे हैं ओवर टाइम तो उसके अकॉर्डिंग डेप्रिसिएशन भी बढ़ रहा है तो ठीक है लेकिन अगर डेप्रिसिएशन बढ़ रहा है प्रॉफिट उतने नहीं बढ़ रहे इसका मतलब कंपनी लूज कर रही है कुछ ना कुछ और उतना वह गेन नहीं कर पा रही है आगे वह कंपनी और कर्जे लेने वाली है लोगों से मैं गारंटी के साथ बोल सकता हूं अभी देखो आगे मैं इसका कंपनी का फोरकास्ट करके दिखा देता हूं कंपनी का फ्यूचर दिखा दूंगा अभी आपको कंपनी का फ्यूचर ऐसे देखोगे इतने इतने इतने इतने करोड़ 5321 करोड़ पे आ गया प्रॉफिट प्रॉफिट बिफोर टैक्स के बाद आप आ जाओ टैक्स परसेंटेज पे टैक्स परसेंटेज कंसिस्टेंटली दिखना चाहिए आपको ऐसा ना हो कि कभी टैक्स कंपनी ने बहुत ज्यादा पटा दिया हो एकदम से 30 पर एकदम से 2 पर राइट यहां पे बहुत सारी चीजें होती है जब हम टैक्स में देखते हैं चीजों को कि टैक्स ज्यादा क्यों हुआ टैक्स कम क्यों हुआ एक कंसिस्टेंट लेवल ऑफ टैक्स होना चाहिए 20 25 30 पर जनरली कंपनीज 20 से 30 पर तक का टैक्स पटाती हैं आप लोग भी जो हमारी कंपनी में ये कोर्सेस वगैरह करते हैं पे करते हैं तो वी आल्सो हैव टू पे टैक्सेस एज जीएसटी गुड्स एंड सर्विस वी आर प्रोवाइड यू विथ अ सर्विस एंड वी हैव टू पे फॉर एवरी सिंगल रुपी अर्न्ड वी हैव टू पे % ऑफ द टैक्स तो ये जो टैक्सेस होते हैं ये बड़े-बड़े सेक्टर्स में 20 से 30 पर तक के जा सकते हैं इनके पास अलग-अलग चीजें हैं करने को तो अलग-अलग चीजों में ओवरऑल टैक्स जो सबको मिलाजुला के देखते हैं वो इतने परसेंटेज हो गया तो इसमें से आपने इतना परसेंट टैक्स हटाया आपका नेट प्रॉफिट इतना आया अब आप नेट प्रॉफिट को देखो और डेप्रिसिएशन को देखो पहले maruti-suzuki को फिर से उनका प्रोडक्शन करना पड़ा गाड़ियों का ढांचा तो वही रहा लेकिन गाड़ी की जो मेन जान है उसका इंजन है वह फिर से बनाना पड़ा bs6 वर्जन पर क्योंकि अब वह चीज नहीं बेच सकते ऐसे में उनको सफर करना पड़ा लॉस 7880 के बाद 7649 और फिर सीधा 2000 करोड़ का नुकसान झेलते हुए मतलब प्रमोटर हो कंपनी के जो इसके मेन शेयर होल्डर्स हो जिन्होंने कंपनी फाउंड की थी वह अपने शेयर्स को प्लेज कर दें हो सकता है प्लेज कर दे ताकि कंपनी में और पैसा दे सके बहुत सारी चीजें हो सकती है कंपनी को और पैसा देने के लिए तो क्या आज की डेट में अभी हम देख रहे हैं तो कंपनी थोड़ी सी maruti-suzuki होनी चाहिए और फिर उसके बाद अर्निंग्स पर शेयर आप देख रहे हो अर्निंग्स पर शेयर पहले होती थी 90 100 120 8 ढाई 50 अर्निंग्स पर शेयर तक भी गया है लेकिन इस साल रह गया है ₹1 45 मात्र तो थोड़ा सा डाउन ट्रेंड को शो कर रहा है अर्निंग्स पर शेयर तो ऐसी कंपनी से थोड़ा सा अपने को कम रहना है डिविडेंड पेआउट जो हुआ है इनका डिविडेंड पेआउट काफी अच्छा दिया इन्होंने शेयर मार्केट में अपनी धाक या पकड़ को बनाने के लिए इसी कारण अभी भी लोग इसमें ट्रेड कर रहे हैं क्योंकि डिविडेंड दे रही है कंपनी अभी भी लेकिन बहुत ज्यादा इस कंपनी में अभी जो टाइम है इस रिपोर्ट को देख कर के लग रहा है कि बहुत अच्छा टाइम अभी है नहीं हमरे पास और भी ऑप्शंस है बेसिकली अगर हम इसका ग्राफ देखें तो यह है जून 2020 से लेकर के यह है जून 2021 एक साल का है तो आप देख रहे हो कोई कंसिस्टेंसी नहीं है ग्रोथ में मतलब पहले थोड़ा बढ़ता हुआ दिख रहा था फिर डाउन गया फिर बढ़ता हुआ दिख रहा था फिर डाउन गया फिर बढ़ता हुआ दिख रहा है अभी तो यह कुछ कोई खास कंसिस्ट दिख नहीं रही है पिछले साल हुआ क्या था जब यह जो जून जुलाई अगस्त के बाद जो थोड़ा सा लॉकडाउन ओपन हुआ था लोग वापस काम धंधे पर लग गए दिसंबर दिसंबर में तो लोगों ने बहुत गाड़ियां खरीदी थी तो इसी वजह से इनकी सेल्स बढ़ गई तो शेयर प्राइस बढ़ गई और यह जनवरी फरवरी तक चला मार्च में लोगों ने गाड़ियां खरीदनी बंद कर दी लॉकडाउन लगने शुरू हो गए सेल्स कम हो गई शेयर प्राइस अपने आप कम हो गया मौका आएगा इसको खरीदने का भी बिल्कुल आएगा एक बार लॉकडाउन खुलेगा लोगों का रुझान बढ़ेगा ये maruti-suzuki नए मॉडल आएंगे बहुत शानदार जो कि मे बी शायद इलेक्ट्रिक हो मे बी शायद बीएस स स्टैंडर्ड का बहुत ही किफायती मॉडल हो जब ऐसा कुछ होगा तो यह ग्राफ फिर ऊपर जाएगा तब मौका बैठ सकता है ऐसा करने का तो आई होप आप इससे समझ पाए कि ऑटो सेक्टर कैसे बिहेव करता है यह हमारा ऑटो सेक्टर की एक कंपनी है लॉस जो है जो हमारा स्टेटमेंट है इसको पढ़ने का पूरा का पूरा तरीका सीएजीआर जो लिखा है सीएजीआर कुछ नहीं होता है कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट मतलब हर साल की ग्रोथ रेट परसेंटेज में कितनी है कंपाउंडेड करके तो % 11 पर -7 पर और 22 पर मतलब एक कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट किसकी स्टॉक प्राइस की स्टॉक प्राइस की कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट अगर 10 साल में देखी जाए तो 19 पर है 5 साल में देखी जाए तो 11 है 3 सालों में -7 पर है अगर एक साल में देखा जाए तो 22 पर है 22 पर यहां कहीं हुआ होगा अभी हमने ग्राफ देखा ना तो जिसने फॉर एग्जांपल इस पिछले एक साल में यहां पर परचेस किया होगा देखना यह वैल्यू कितनी है वैल्यू है 6490 6297 तो उसको यहां पे इतना रिटर्न मिला होगा 8232 75 ये वैल्यू देख रहे हो ये हाईएस्ट है ये लोएस्ट है एक साल का तो जिसने यहां पर खरीदा होगा ये बॉटम मोस्ट पॉइंट प टच कराओ यार प्लीज हां तो 6297 और 8232 इन दोनों कंपेयर करके देखो यह वही 22 23 पर के आसपास बैठेगा ये वो बता रहा है कि एक साल में किसीने मौका देख कर के इस लोएस्ट पॉइंट प लिया हो और यहां पर बेचा हो तो आएगा उसको मजा अपने को भी आएगा अभी दु को मैं स्ट्रेटेजी समझाऊ कैसे होता है ऐसे नहीं होता है इन्वेस्टमेंट ऐसे नहीं करना है ये एक समझने का तरीका है इन्वेस्टमेंट मॉडल्स के हिसाब से करना है स् के हिसाब से कैसे करना है बताऊंगा मैं अभी पहले समझना है अपने को फिर हो गया प्रॉफिट एंड लॉस के बाद बैलेंस शीट प आ गए बैलेंस शीट में मैंने मोस्टली आपको चीजें बता दी है पहले से ही कि शेयर कैपिटल क्या होता है रिजर्व्स क्या होते हैं बोरोंग क्या होती है अदर लायबिलिटीज मतलब कुछ और चीजें जो कंपनी दूसरों को ओ करती है वह अदर लायबिलिटीज है अदर लायबिलिटीज बहुत ज्यादा नहीं होनी चाहिए अदर लायबिलिटीज अगर ओवर टाइम अगर कांस्टेंट है या कम हो रही है तो बहुत अच्छी बात है लेकिन बहुत ज्यादा नहीं बढ़नी चाहिए अदर बिलिटी नहीं तो ऐसे में इसका मतलब यह होता है कि कंपनी ने कहीं ना कहीं लोन लिया होगा किसी से जब लोन लिया होगा तो चुकाने के लिए आगे हो सकता है चुकाने के लिए कुछ एसेट्स उसको बेचने पड़ जाए स्टॉक प्राइसेस क्रैश कर जाए फॉल कर जाए तो ऐसे में अदर लायबिलिटीज हो तो ठीक है कोई दिक्कत की बात नहीं है लेकिन बहुत ज्यादा नहीं होनी चाहिए आप ये ओपन करके देख सकते हो प्लस में क्लिक करके कि कौन-कौन सी लायबिलिटीज है ठीक है इसके बाद वाली चीजें बहुत काम की नहीं है कंपनी के फिक्स्ड एसेट्स क्या है कंपनी का द कैपिटल वर्क इन प्रोग्रेस क्या है कैपिटल वर्क कैपिटल वर्क इन प्रोग्रेस सीडब्ल्यू आईपी का मतलब ये होता है कि आज की डेट में कंपनी ने कितना पैसा लगा रखा है ओपनली कुछ ना कुछ काम करने के लिए कैपिटल वर्क इन प्रोग्रेस आज की डेट में कितना है तो लग रहा था अभी जो बैलेंस शीट की अभी बात करते हैं आज तक की अगर बात करें तो कैपिटल वर्क इन प्रोग्रेस आज की डेट में 1199 करोड़ चल रहा है 1199 करोड़ कैपिटल वर्क इन प्रोग्रेस है जितने भी मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज होती है ना जो कुछ ना कुछ मैन्युफैक्चर कर रही है जो सर्विस बेस्ड नहीं है गुड बेस्ड है सर्विस बेस्ड जैसे एडीएसी बैंक टीसीएस ये सब सर्विस बेस्ड है फोसिस ये सब सर्विस बेस्ड है यह मैन्युफैक्चर कर रही है इनमें आपको सीडल वैल्यू बहुत ज्यादा दिखेगी क्यों क्योंकि इनको मैन्युफैक्चर करने के लिए कुछ ना कुछ फिजिकल स्पेस चाहिए रहती है इंफोसिस टीसीएस जैसे जो होते हैं वह अपने ऑफिस को एक्सपेंड कर देते हैं तो ज्यादा लोग बिठा देते हैं कंसल्टेंसी में या फिर उन्होंने एक बिल्डिंग बनाई उसमें 3000 लोगों को एंप्लॉय कर दिया इस तरीके से वो लोग बड़ी आसानी से कर सकते हैं लेकिन यहां पर अगर मारुती को प्रोडक्शन बढ़ाना है तो उस फैक्ट्री में नहीं होगा वो फैक्ट्री ऑलरेडी अपने मैक्सिमम लेवल पर चल रही होगी फिर उसको नई फैक्ट्री बनानी पड़ेगी तो इनका कैपिटल वर्क इ प्रोग्रेस हाई होता है एग्जांपल के तौर पे मैं दूसरी कंपनी दिखाऊं आपको कैपिटल वर्क इन प्रोग्रेस अ कौन सी कंपनी बोल रहे हो जैसे मान लो बजज फाइंस देख लो कोई सी भी देख लो चलो है उसका कैपिटल वर्क इन प्रोग्रेस है 7 करोड़ वर्क इन प्रोग्रेस आया है स्टिल लेस देन कैपिटल वर्क इन प्रोग्रेस 1334 करोड़ इसका मार्केट कैप ही 425 का है उसमें इसका कैपिटल वर्क इन प्रोग्रेस 134 है क्यों क्योंकि इसको कुछ ना कुछ अगर करना है तो इसको अपना पैसा लगाना पड़ेगा फैक्ट्रीज बनाने के लिए मैनपावर बढ़ाने के लिए स्पेस एक्विजिशन करने के लिए इसीलिए जितनी भी मैन्युफैक्चरिंग कंपनीज होती हैं उन सभी में वापस में आपका कैपिटल वर्क इन प्रोग्रेस जो होता है वो हाई दिखाई पड़ता है एंड दैट्ची जन नहीं लेना है इसका हमारे डिसीजन मेकिंग में कोई भी फर्क नहीं पड़ने वाला है ठीक है इसका हमारे डिसीजन मेकिंग में कोई भी फर्क नहीं पड़ना इनफैक्ट अगर लेकिन अगर उसका सीडब्ल्यू आईपी कैपिटल वर्क इन प्रोग्रेस 2 करोड़ 5 करोड़ 10 करोड़ हो समझ जाना कंपनी डिफॉल्टर हो रही है मैनेजमेंट भागने वाला है उसका आगे का काम करने का कोई मतलब नहीं है उसका कोई कंपनी को लेकर के कोई दायित्व ही नहीं है लेकिन क्योंकि इन्होंने अपने रेवेन्यू को एक बड़ा चंक 1200 करोड़ नया कुछ बनाने में लगा दिया है इसका मतलब कंपनी काम कर रही है तो कंपनी पे पापा को ता और हमको भी होगा यह है इसका मतलब ऐसे इंटरप्रेट करना है चीजों को गॉट द पॉइंट क्लियर आगे बढ़ते हैं देखो इन्वेस्टमेंट कंपनी ने कुछ इन्वेस्टमेंट करके रखे होंगे तो आज तक के इसके कंपनी के खुद के इन्वेस्टमेंट हैं अच्छी बात है कंपनी के इन्वेस्टमेंट बढ़ने चाहिए बढ़ते हैं तो कंपनी कहीं ना कहीं अपने फंड को लगा रही है अच्छी बात है लगाने दो बढ़िया है इसके बाद आ गए कुछ कंपनी के अदर एसेट्स प्लस करके आप देख सकते हो कौन-कौन से एसेट्स बत अदर एसेट्स एक साथ दिया गया है वो एक साथ देखो तो कंपनी के फाइनली आ गए टोटल एसेट्स तो टोटल लायबिलिटीज एंड टोटल एसेट्स आप य देख रहे हो एक चीज बड़े अच्छे से ऑब्जर्व करो टोटल लायबिलिटीज टोटल एसेट्स मैच हो रहे हैं मतलब टोटल लेन इज इक्वल टू टोटल देन बैलेंस शीट में यही होता है बैलेंस शीट में टोटल लेन टोटल देन किसी को दिया किसी से लिया यह सब एकदम मैच हो जाना चाहिए इसमें मिसमैच होता तभी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नजर इन परे पड़ती है कि भाई इसकी बैलेंस शीट गड़बड़ जा रही है इसमें कंपनी के पास इतना पैसा था इसमें से रिजर्व इतना था शेयर कैपिटल इतना था लोगों से लिया इतना था तो कंपनी ने कितना कैपिटल वर्क इन प्रोग्रेस में लगाया इन्वेस्ट कितना किया तो कितना था कितना गया कितना लिया कितना गया अगर यह दोनों बराबर हैं तो बैलेंस शीट परफेक्ट है बढ़िया है एक एक रुपए का हिसाब किताब देखो दोनों चीजें बराबर है किसी भी कंपनी को ले लो जैसे आप हर जगह एक एक चीज और देखना जैसे ये जो बने हुए हैं सारे के सारे इसमें आप एक देखते हो व्यू कंसोलिडेटेड व्यू स्टैंड अलोन यह दो चीजें होती हैं व्यू कंसोलिडेटेड व्यू स्टैंड अलोन अभी तक जो हम देख रहे थे ना वो कंसोलिडेटेड नहीं था वो स्टैंड अलोन था जब हम व्यू कंसोलिडेटेड प क्लिक करेंगे तो कंसोलिडेटेड फिगर्स आ जाएंगे मतलब जैसे अतुल ऑटो है अतुल ऑटो बाय डिफॉल्ट इज अ सिंगल कंपनी लेकिन अगर मैं टीसीएस पे जाता हूं तो टीसीएस इज बेसिकली नॉट इवन दिस कंपनी इट्स अ ग्रुप ऑफ कंपनीज तो बाय डिफॉल्ट जब स्क्रीनर होता है ना तो यह कंसोलिडेटेड डाटा देता है मतलब टीसीएस और टीसीएस जितनी कंपनी में स्टेक लेके रखा है एक्वायर करके रखा है सभी कंपनी का टोटल मिलाकर के डाटा अगर आपको सिर्फ टीसीएस का देखना है तो आप व्यू स्टैंड अलोन में क्लिक करेंगे यह सिर्फ टीसीएस है और व्यू कंसोलिडेटेड में क्लिक करेंगे तो दिस इज द डाटा फॉर ऑल द कंपनीज एसोसिएटेड विद टीसीएस हम हमेशा अगर एक कंपनी के अंदर बहुत सारी कंपनीज हैं तो हम हमेशा कंसोलिडेटेड देखेंगे हम स्टैंड अलोन प नहीं जाएंगे हम किसम जाएंगे हम जाएंगे कंसोलिडेटेड पे हमें सबका परफॉर्मेंस देखना है क्योंकि उस कंपनी का मैनेजमेंट एक कंपनी में इवॉल्व नहीं है उस कंपनी का मैनेजमेंट मल्टीपल कंपनीज में इवॉल्वड है और उन सारी कंपनीज कभी होता है कभी किसी जैसे फॉर एग्जांपल टाटा मोटर्स क्यों घुस रही है अंदर क्यों धस जा रही है जमीन के नीचे इसीलिए जा रही है क्योंकि जगर और लैंडरोवर नहीं कर पा रहे परफॉर्म टाटा का न एक नंबर गाड़ी राइट टाटा की इलेक्ट्रिक व्हीकल्स एक नंबर बहुत बढ़िया लोग अप्रिशिएट कर रहे लाइक एनीथिंग सब्सिडी मिल रही है दिल्ली गवर्नमेंट से बाकी और भी स्टेट गवर्नमेंट से कि खरीदो य व्हीकल्स को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को पीपल आर प्रमोटिंग अच्छी गाड़िया है बहुत बढ़िया गाड़िया है राइट है कि नहीं बताओ बहुत शानदार गाड़िया है अभी जो आई है लेकिन यह घुस रहा है किसकी वजह से पता है जगर और लैंड रोवर की वजह से जेएलआर जिसको कहते हैं जगर लैंड रोवर उसकी से कम हो रही है जगर लैंडरोवर लोग ज्यादा खरीद नहीं रहे हैं उसके लिए उसको इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना पड़ा पूरी इंडिया देश भर में कम लोग खरीद रहे हैं हार्डली यू सी वेरी फ्यू लैंड रोवर्स और जगुआर्स इन द इंडियन स्ट्रीट्स सो हाउ दिस विल परफॉर्म इट विल नॉट परफॉर्म वेल तो स्टैंड अलोन कंसोलिडेटेड आई थिंक आप समझ गए बहुत अच्छे से अब आते हैं कैश फ्लोज में हमें जो कैश फ्लो से मतलब है वह मतलब है ऑपरेटिंग एक्टिविटीज इनकी जितने भी ऑपरेटिंग एक्टिविटीज हैं यही हमारे काम का होता है हम लोग अकाउंटेंट नहीं है कि हम लोग प्लस माइनस करते रहेंगे बी वेरी क्लियर वी आर शेयर होल्डर्स वी आर बिजनेसमैन एंड बिजनेसमैन आर ओनली फोकस्ड इन कैश फ्रॉम ऑपरेटिंग एक्टिविटीज हाउ मच कैश दे आर जनरेटिंग फ्रॉम देर ऑपरेटिंग एक्टिविटीज एंड इज इट इंक्रीजिंग ईयर बाय ईयर ऑर नॉट क्या यह साल दर साल इंक्रीज कर रहा है कि नहीं कर रहा है देखो यहां पे 2018 के बाद यह इंक्रीज नहीं कर पा रहा है जूझ रहा है लेकिन फिर भी 2021 में यह कंपनी के लिए एक अच्छा साइन है कि कंपनी ग्रो कर रही है करना चाह रही है इंडियन मार्केट इसको सपोर्ट कर रहा है तो देखो 2018 में मैंने बताया ना bs6 वाले नॉर्म्स आए थे साइन इट्स अ जेनुइन गुड साइन ल राइट आगे बढ़ते हैं रेशो में मैंने आपको बता दिया ऑलरेडी आर ओ सीई क्या होता है वो हमारे काम का है नेक्स्ट है डेटर डेज डेटर डेज का मतलब य होता है कि अगर किसी ने कर्ज इसको दिया है तो कितना जल्दी दिनों में उसका कर्ज जो है उसको मिल जाता है वापस इंटरेस्ट के साथ तो जनरली मती सुजुकी ने यह बहुत अच्छा है इनका यह चीज बड़ी मस्त है कि अगर किसी से भी इन्होंने कर्ज लिया है तो ऑन एन एवरेज इन्होंने 13 दिन में उसको रिपे कर दिया है ऑन एन एवरेज है हो सकता है किसी को उन्होंने चार दिन में रिपे कर दिया हो किसी से 4 करोड़ लिया 4 दिन में 4 करोड़ 2 लाख एक्स्ट्रा दे दिए हो सकता है चार दिन में वापस कर दिया हो हो सकता है बैंक से कोई लॉन्ग टर्म डेट लिया हो वो अभी तक चल रहा हो तो एक एवरेज है तो एक एवरेज है कि बताता है कि भाई ये अच्छी कंपनी है जल्दी-जल्दी अपने जिससे डेट लेती है उसको 10 दिन सा दिन छ दिन सात दिन में ऑन एन एवरेज रिपे कर देती है जब बैंक्स वगैरह देखते हैं ना इस चीज को तो बैंक्स वगैरह बोलते हैं कि हां कंपनी इ गुड वन अगर य हमारे से लोन लेने के लिए आते हैं तो डेफिनेटली वी कैन थिंक अपॉन इट यह है डेटर डेज का मतलब बाकी इन्वेंटरी टर्नओवर हमारे काम का नहीं है जो इनके पास इन्वेंटरी पड़ी है उसका टर्नओवर कितना है वह हमारे काम का नहीं है हमारे जो शेयर्स परचेस सेल करने में अगर मान लो हम लोग य बाय सेलिंग की प्रक्रिया अगर मान लो प्रमोटर्स ने अपनी प्लेजिंग 10 पर से ज्यादा कर दी है तो उस कंपनी में कतई इन्वेस्ट मत करना प्रमोटर्स ने अपनी प्लेजिंग 10 पर से ज्यादा कर दी है तो उसमें कभी भी इन्वेस्टमेंट मत करना इसको हमने प्लस प्लस दबाया पूरा खुल के आ गया प्रमोटर्स ओ ओ प्रमोटर्स ये शेयर होल्डिंग पैटर्न में प्रमोटर्स के पास कितनी है अभी प्रमोटर्स के पास 56.3 7 पर कंपनी है जो उसके ओरिजिनल फाउंडर है कौन है ओरिजिनल फाउंडर खुद कंपनी suzuki's मोटर कॉरपोरेशन के पास 56.3 7 पर है जो कि बहुत अच्छी बात है उसके अलावा फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स में यूरो पैसिफिक ग्रोथ फंड है और गवर्नमेंट ऑफ सिंगापुर है ये दो हैं अब ये गवर्नमेंट ऑफ सिंगापुर ने किस-किस में किया है वो आ गया वो जिससे अपने को फिलहाल कोई मतलब है नहीं उसके बाद अ डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स में एलआईसी ने इसमें इन्वेस्ट किया हुआ है एलआईसी पेंशन प्लान एलआईसी ऑफ इंडिया चाइल्ड फच एसबीआई एक्सेस बहुत लोगों ने आईसीआईसीआई इन्होंने इसमें इन्वेस्टमेंट maruti.com डीआईआई एफआईआई प्रमोटर्स दज आर स्ट्रांग हैंड्स एंड मेजॉरिटी ऑफ द शेयर्स आर इन स्ट्रांग हैंड्स एंड ओनली 5.44 पर आर इन अवर हैंड्स टू ट्रेड दैट इज अ वेरी वेरी वेरी गुड साइन ऑफ अ स्ट्रांग कंपनी एक स्ट्रांग कंपनी की जिसकी फाउंडेशन स्ट्रांग है जो कंपनी डूबने वाली नहीं है हां भले यह कंपनी शायद हमारे शेयर्स में हमको प्रॉफिट ना दे पाए लेकिन लेन अगर एज अ कंपनी बताऊं मैं और इसके फाइनेंशियल्स देखकर बताऊं तो यह तो गारंटीड है कि कंपनी डूबने वाली नहीं है यह कंपनी चलेगी और लंबी चलेगी यह बात पक्की है हां भले ही हमारे शेयर्स में रिटर्न ना दे पाए मे बी जब तक कोई बहुत अच्छा कारनामा ना करे तब तक मे बी शायद हमारे शेयर्स में शायद रिटर्न ना दे पाए लेकिन कंपनी वाइज अगर मैं बात करूं इट हैज अ स्ट्रांग फाउंडेशन व्हिच इज गुड कभी भी किसी भी कंपनी में अगर मान लो पब्लिक के पास 10 पर से ज्यादा हो वो कंपनी पब्लिक के पास 10 पर से ज्यादा हो ऐसी कंपनी में इन्वेस्टमेंट नहीं करेंगे हम ऐसी कंपनी में इन्वेस्टमेंट हम नहीं करेंगे पब्लिक कौन सी पब्लिक हमारे जैसी जनता रिटेल इन्वेस्टर्स अगर मैं पब्लिक में जैसे यहां पर क्या है ना इस इस पब्लिक में प्लस किया तो इसमें हो सकता है कि रिटेल इन्वेस्टर्स और एचएन आई दोनों आते किसी किसी कंपनी में आते हैं हाई नेटवर्क जैसे राकेश झुनझुनवाला हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स वो भी आ सकते थे हमें सिर्फ रिटेल्स को देखना है कि रिटेल इन्वेस्टर्स के पास 10 पर से ज्यादा ना हो अगर नहीं है तो यह एक स्ट्रांग फाउंडेशन पर बिल्ट कंपनी है बस बाकी खत्म हो गया यह एक पूरी कंपनी की फाइनेंशियल एनालिसिस हमने की फाइनेंशियल पूरे कंपनी के समझ लिए एक-एक इसको बिल्कुल बारीकी से एक एक चीज देख ली हमने अब हमें करना है बहुत ही इंपॉर्टेंट चीज और उस इंपॉर्टेंट चीज को करने से पहले टेक्निकल एनालिसिस करने से पहले मैं मैं आपको यहां पर सिखाऊंगा कैंडल स्टिक पैटर्न वहां से फिर हम लोग टेक्निकल एनालिसिस करेंगे और स्ट्रेटेजी समझेंगे वैसे टेक्निकल बहुत चीज हम कर चुके हैं ऑलरेडी बट हम उन चीजों को अप्लाई करने का टाइम आ गया है चार्ट्स में तो कैंडल स्टिक पैटर्न आपने जो चार्ट देखे होंगे ना आपको चार्ट्स ऐसे दिखाई देते होंगे मैं आपको दिखाता हूं ट्रेडिंग व्यू में चलते हैं अपन और यहां पर लेट अस सपोज वी आर गोइंग फॉर आईआर सीटीसी य आ गया इंडियन रेल केटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन राइट सो दिस इज आईआरसीटीसी नाउ देखिए यहां पे बड़े ध्यान से समझिए आपको जो यहां पे दिख रहा है अगर डे वाइज देखूं मैं 17 तारीख की एक कैंडल 18 तारीख की एक कैंडल 19 तारीख की 20 तारीख की ऐसे करके डे वाइज आपको कैंडल दिखाई दे रही है यह आपको पर डे कैंडल दिखाई दे रही है आप चाहो तो इसको श्रिंक करते जाओगे आपको वीकली कैंडल भी आ जाएंगी मंथली कैंडल भी आ जाएंगी ऐसे करके कैंडल्स दिखाई पड़ती है तो यह कैंडल जो है या तो आपको ग्रीन कलर की दिखाई पड़ रही है या फिर आपको रेड कलर की दिखाई पड़ रही है इजट इट व्हाट इज देयर मीनिंग लेट अस अंडरस्टैंड कैंडल स्टिक पैटर्न में आपको कैंडल या तो ग्रीन कलर की देखने को मिलेगी उसके अंदर ग्रीन कलर फीड होगा पूरी तरीके से या फिर आपको रेड कलर की देखने को मिलेगी उसके अंदर रेड कलर फिड होगा ग्रीन कलर की जो कैंडल होगी उसके ऊपर और नीचे यह इस तरीके का विक हो सकता है तो यह कैंडल की बॉडी है और यह कैंडल की विक है जहां पर आप आग लगाते हो वहां पर है तो यह ऊपर भी हो सकता है नीचे भी हो सकता है दोनों हो सकता है सिमिलरली रेड कलर वाली कैंडल है यह है उसकी विक ये ऊपर में विक ये नीचे में विक और यह है इस रेड कलर की कैंडल की बॉडी अब ये अलग-अलग शेप्स में हो सकती है देयर आर सो मेनी वेरिएशंस हो सकता है कि अब मैं वाइट कलर से बना रहा हूं च्च विल रिप्रेजेंट बोथ दोनों को रिप्रेजेंट करता हुआ वाइट कलर का कैंडल जिसमें कि हो सकता है कैंडल की कोई विक ही ना हो इज इ अ पॉसिबिलिटी हो सकता है कैंडल का एक विक हो और दूसरा विक ना हो इस तरीके का हो सकता है कि नीचे हो ऊपर विक ना हो ऐसा हो सकता है हो सकता है एक वक बहुत छोटा हो एक वक बहुत बड़ा हो इस तरीके से ऐसे ऐसे भी हो सकता है हो सकता है कि कैंडल में जो बॉडी हो बहुत ही छोटी हो इतनी छोटी की एक लाइन जैसे दिख रही हो यह भी हो सकता है हो सकता है यह इस तरीके से काफी ऊपर हो हो सकता है यह इस तरीके से काफी नीचे हो अलग-अलग फॉर्म में ये कैंडल बन सकती है लेकिन अगर हम मीनिंग समझ गए तो वो फिर मैटर नहीं करेगा अगर हम मीनिंग समझ गए तो बड़े ध्यान से समझिए ग्रीन कलर कैंडल का मतलब क्या होता है ग्रीन कलर कैंडल का मतलब होता है ग्रीन कलर इज ऑलवेज पॉजिटिव इन ऑल द कंट्रीज एक्सेप्ट चाइना चाइना को छोड़ कर के चाइना का स्टॉक मार्केट मत देख लेना प्लीज चाइना के स्टॉक मार्केट में ग्रीन कलर का मतलब होता है खराब रेड कलर का मतलब होता है शगुन ग्रीन का मतलब होता है अपशगुन बाकी कंट्रीज में जो जनरल नोमेन क्लेचर है जैसे ग्रीन का मतलब है जाओ निकलो जा सकते हो रेड का मतलब स्टॉप राइट तो बाकी कंट्रीज एक्सेप्ट चाइना यह कन्वेंशन फॉलो करते हैं चाइना के शेयर मार्केट में देखोगे तो रेड कलर का मतलब होता है बढ़ना उनके उनके झंडे का कलर भी देखना लाल कलर व उनके लिए ऑस्पी शियस है राइट तो ग्रीन इज़ पॉजिटिव मतलब बढ़ा है शेयर प्राइस एंड रेड हमारा मतलब है इसका नेगेटिव मतलब शेयर प्राइस कम हुई है अब देखो अगर मान लो कि आपको कोई ग्रीन कलर का कैंडल दिखाई पड़ता है तो इसकी जो टॉप मोस्ट प्राइस है जो टॉप मोस्ट लेवल है वह बताता है इसका क्लोजिंग प्राइस इसका बताता है क्लोजिंग प्राइस क्योंकि पॉजिटिव ग्रोथ हुई है बढ़ा है नीचे वाला बताता है ओपनिंग प्राइस ओपनिंग से लेकर के क्लोजिंग में बढ़त हुई है इंक्रीज हुआ है सिमिलरली रेड वाले में अगर हम देखेंगे तो रेड वाले में यह जो ऊपर वाला जो पार्ट यह जो ऊपर वाली लाइन है यह बताता है ओपनिंग प्राइस की ओपन इतने में हुआ लेकिन क्लोज जो है वह नीचे हुआ तो यह हमारी क्लोजिंग प्राइस यह बताता है हमारा क्लोजिंग प्राइस क्लोज इतने में हुआ बात समझ में आ रही है बिल्कुल क्लियर इसमें कक का मतलब क्या होता है देखो दिन भर में क्या होता है स्टॉक ऊपर नीचे ऊपर नीचे जाता है तो यह पूरे दिन भर का अगर आप डेली देख रहे हो तो अगर आप मिनट मिनट में देखोगे मिनट में भी देख सकते हो आप तो एक मिनट में भी सेम चीज बताएगा ये तो जैसे फॉर एग्जांपल डेली देख रहा हूं मैं तो डेली में सुबह 9:1 बजे से लेकर के 3:30 बजे तक के जो लोवेस्ट प्राइस गई वो कितनी गई भले ही ओपनिंग में ना हो प्राइस लेकिन लोएस्ट इतनी गई फिर से और हाईएस्ट प्राइस कितनी गई भले ये क्लोजिंग के टाइम पर ना हो बात समझ में आ रही है जैसे मान लो कि एक स्टॉक है जो ओपन करता है लेट अस सपोज ओपन किया 100 पॉइंट्स प ₹ प ओपन किया उसके बाद क्या हुआ ₹ प ओपन करने के बाद यह ऐसे बढ़ा फिर नीचे आया लेट अस सपोज नीचे आया 0 पे लेकिन फिर उसी दिन फिर ऊपर बढ़ा और लेट अस सपोज यह गया 0 पे फिर नीचे आया और लेट अस सपोज यह है 80 और इस पर आके क्लोज हो गया तो अगर ऐसा ऐसा वेरिएशन अब ये बहुत देर तक आप इमेजिन कर सकते हो बीच में और भी वेरिएशन हो सकता है पूरे दिन भर का तो आप पॉइंट य मुद्दा ये समझो कि बात यह है कि इसने लोएस्ट टच किया 60 हाईएस्ट टच किया 210 तो मैं यहां पर लिख दूंगा 60 और यहां पर लिख दूंगा 210 हाईएस्ट में लेकिन ओपन इस प्राइस में नहीं हुआ था ओपन हुआ था 100 पे क्लोज हुआ 180 पे तो ओपनिंग प्राइस हो गई 100 क्लोजिंग प्राइस हो गई 180 इस तरीके से एक ग्रीन कलर का कैंडल इस केस में बनेगा आई होप यू अंडरस्टैंड तो जब भी आप ग्रीन कलर को देखेंगे तो आप य समझना कि वो अच्छी बात है आपके दिमाग में पॉजिटिव सिग्नल जाना चाहिए ग्रीन कलर को देखते ही अगर हम वापस अब ट्रेडिंग व्यू में आए और देखें तो हम समझेंगे कि भाई साहब ये ऐसा हुआ है कि ये जो ग्रीन कलर है ये जो ग्रीन कलर है ये ग्रीन कलर बता रहा है पॉजिटिव इसका नीचे वाला बता रहा है ओपनिंग और इसके ऊपर वाला बता रहा है क्लोजिंग और एक छोटी सी विक है मे बी शायद आपको अभी दिख नहीं रही होगी एक छोटी सी नीचे विक है एक लंबी सी थोड़ी ऊपर वाली विक है वो बता रहा है लोवेस्ट और हाईएस्ट प्राइस ऑन दैट पर्टिकुलर डे आप चाहो तो इस ग्राफ को यह अभी डेली है देखो यह डे अब इसको चाहो तो आप 30-30 सेकंड में भी देख सकते हो तो सी द मार्केट्स इन सेकंड बोल रहा है सेकंड्स में तभी दिखाऊंगा जब इसको आप अपग्रेड करोगे कोई बात नहीं अ मत दिखाओ अभी के लिए फिलहाल ठीक है तो यह अभी डे में दिखा रहा है हमको डे में ही मोस्टली देखना होता है हमें अपग्रेड अपग्रेड करने की कोई मतलब नहीं है हम बाय डिफॉल्ट डेज में दिखाता है हम डेज में देख लेंगे वन वन डे में राइट चलो ऑलराइट सो दिस इज व्हाट इसके बाद हम आगे आते हैं रेड वाली को समझते हैं रेड वाली को समझते हैं ट्रेडिंग व्यू का प्रो वर्जन लेने का मतलब नहीं है उसका पूरा जुगाड़ होता है सबको मालूम रहता है जितने लोग करते हैं ना मेरे को नहीं लगता इवन राकेश झुनझुन वाला जी ने भी इसका प्रो वर्जन लिया होगा क्योंकि उसका जुगाड़ है ना जुगाड़ अवेलेबल है तो कोई इंटेलिजेंट आदमी 45 पर मंथ क्यों खर्चा करेगा उसका जुगाड़ है मैं बताऊंगा कैसे होता है सब ठीक राइट अब देखो ओपनिंग प्राइस क्लोजिंग प्राइस ये डाउन ग गया मार्केट इस शेयर का डाउन गया इसमें यह है इसकी हाईएस्ट यह हमेशा हाईएस्ट है प्राइस में और यह लोएस्ट है प्राइस में मतलब कम से कम इतना गया ऊपर से ऊपर उतना गया मतलब क्या हुआ होगा अब आप बात समझो इसको बनाऊंगा अगर हम बनाऊंगा हम बनाएंगे अगर हम तो ऐसे बनाएंगे ओपन हुआ हाई फिर क्या हुआ ओपन लेट अस सपोज 100 पे हुआ फिर क्या हुआ मे बी शायद नीचे गया फिर ऊपर फिर नीचे इस तरीके से गया बहुत नीचे गया लेट अस सपोज 60 लोवेस्ट चला गया लोवेस्ट 60 गया उसके बाद फिर ऊपर चढ़ने लगा फिर मान लो इस तरीके से बढ़ते बढ़ते इतने हाई पे गया लेट अस सपोज ये जो हाई है ये है मान लो 120 और उसके बाद फिर नीचे गया और नीचे जाकर के लेट अस सपोज 80 पे क्लोज हो गया 80 पे क्लोज हो गया तो आपको अगर इसका मैं बोलूं कैंडल बनाने को तो ये पूरे प्रोसेस का कैंडल कैसे बनाओगे ओपनिंग हुई कितने में ये कैसा कैंडल बने ओपनिंग ज्यादा क्लोजिंग कम तो कैंडल विल बी रेड तो कैंडल विल बी रेड टेलिंग यू यह 100 पे आया स्टार्ट हुआ 80 पे क्लोज हुआ बीच में जो टाइमिंग किसी भी टाइमिंग प मैक्सिमम गया 120 मिनिमम गया 60 यह है इसका मतलब सिमिलरली अगर मान लो एक कैंडल है मान लो ग्रीन कलर की कैंडल मैं बनाता हूं और इसमें मैं ऐसा दिखा रहा हूं व्हाट ड यू मीन बाय दिस लेट अस सपोज ये वैल्यू 60 है ये 70 है ये 90 है इसका मतलब बड़ा सिंपल है कि 60 पे ओपन हुआ बीच में कहीं पे 90 पे आया बीच में कब 9वा से लेकर के 33 के बीच में क्योंकि ये वाला जो वैल्यू है यह 9:1 बजे की वैल्यू है और यह जो वैल्यू है यह 33 बजे की वैल्यू है तो यह वैल्यू कहीं ना कहीं बीच की वैल्यू है ना इन दोनों टाइम के बीच की वैल्यू है 90 इसका मतलब ये है कि 9वा पे स्टार्ट हुआ हायर ट्रेड किया और हायर ही क्लोज भी हो गया लेकिन उतना हायर नहीं गया थोड़ा सा नीचे डिप हुआ और ओवरऑल वैल्यू थोड़ी सी ज्यादा रही ओपनिंग वैल्यू से ओपनिंग वैल्यू कम थी क्लोजिंग वैल्यू ज्यादा है तो ऐसे में पॉजिटिव सेंटीमेंट मार्केट का बता रहा है नीचे गया ही नहीं उस दिन जिस वैल्यू पर ओपन हुआ उसके नीचे उस दिन गया ही नहीं उस दिन उसके नीचे गया ही नहीं यह इसका मतलब अगर मैं इसको रिवर्स कर दूं तो ग्रीन कलर में ही अगर ग्रीन कलर में इसको रिवर्स कर दे ऐसा कर दे तो इसका मतलब क्या है इसका मतलब यह है कि ओपन हुआ हमारा इस वैल्यू पे क्लोज हुआ हमारा इस वैल्यू पे तभी ना ग्रीन आया जैसे मान लो ओपन हुआ 90 पे क्लोज हुआ 100 पे लेकिन यह जो लोएस्ट पॉइंट आया कहीं ना कहीं ऐसा आया दिन में बीच में जहां पर मे बी शायद यह हो गया होगा ₹ तो ऐसा हुआ कि भाई ओपन हुआ 90 पे और फिर ऐसे ऐसे बीच में कहीं प नीचे गया लेकिन फिर ऊपर आके पॉजिटिव सेंटीमेंट्स के साथ लेट अस सपोज 100 पे क्लोज कर गया कहीं ना कहीं 50 आया तो ओवरऑल जो है बढ़त दिखाई पड़ी आज के दिन ओवरऑल बढ़त दिखाई पड़ी आज के दिन यह है इसका मतलब सिमिलरली आप जो है रेड कलर से भी सोच सकते हैं रेड में सिर्फ फर्क इतना पड़ेगा कि ओपन जो रहेगा वो ऊपर आ जाएगा और क्लोज जो होगा वो नीचे आ जाएगा वेरी सिंपल रेड में ओपन होगा ऊपर आएगा और क्लोज होगा नीचे आएगा बाकी हाईएस्ट लो प्राइस ऐसे ही रहेगी हाईएस्ट ऊपर लोवेस्ट नीचे सो दिस इज ऑल अबाउट द कैंडल स्टिक पैटर्न बाकी आपको यह कैंडल स्टिक पैटर्न रेगुलरली देखने हैं ऑब्जर्व करने हैं और अब हम लोग आते हैं हमारी शानदार स्ट्रेटेजी में कितना भी पढ़ ले कितना भी सीख ले एग्जाम्स होते हैं हमारे अल्टीमेट मैटर क्या करता है भाई तुम्हारा सिलेक्शन हुआ कि नहीं तुम ईस की तैयारी कर रहे इंजीनियरिंग सर्विसेस य सिविल सर्विसेस गेट मे बी एनडीए मे बी एफ कट मे बी सीजीएल कुछ भी हो सकता है आरआरबी पीएससी कुछ भी तैयारी कर रहे हो भाई तुम कितना भी पढ़ लो भाई तुम 15 घंटे पढ़ते होगे दिन में यह बताओ रिजल्ट क्या मिला सिलेक्शन हुआ कि नहीं हुआ यही तो अल्टीमेट मैटर करेगा ना तुमने पूरा कोर्स कर लिया लेकिन तुमने स्ट्रेटेजी सीखी कि नहीं सीखी इन्वेस्टमेंट करना सीखा कि नहीं ट्रेड करना सीखा कि नहीं यही तो मैटर करेगा मैंने शुरुआत में ही यह बात बोल दी थी कि कैसे कमाते हो यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है आप कोर्स के बताओ सामने वाले का अगर इंटरेस्ट होगा उसकी लक होगी उसकी सद्बुद्धि उसके साथ होगी तो वो यहां तक पहुंचेगा नहीं तो मे भी शायद लोग कोर्स खरीद लेते हैं देखते नहीं है कोर्स तो मार्क्स कितने आए यह बताओ यही होता है सिलेक्शन हुआ कि नहीं हुआ यह बताओ यही होता है सिमिलरली पूरा कोर्स आपने किया आपको प्रॉफिट कितना हो रहा है आप यह बताओ यहां पे यह जो कोर्स है ना आपका जो कोर्स है इसकी यूएसपी यही है इसकी यूएसपी यही है कि मैं यहां पर आपको ना जीतना सिखा रहा हूं और जो चीज अभी मैं बताने जा रहा हूं वो बहुत इंपॉर्टेंट होने वाली है हम ग्रुप करने वाले हैं कंपनीज को यहां पे हम कंपनीज को तीन कैटेगरी में ग्रुप करने वाले हैं किन कैटेगरी में ग्रुप करेंगे इनटू थ्री कैटेगरी वीी आर गोइंग टू ग्रुप द कंपनीज और तीनों कैटेगरी के लिए स्ट्रेटेजी अलग अलग होंगी जब मैं लाइव सेशंस लूंगा तो मैं यह सब डिटेल में ना बताकर मैं डायरेक्टली कोड नेम से बात करूंगा उस कोड नेम से आपको समझ लेना है अगर मान लो क्यों है ऐसा लाइव सेशन में आपको पता है आपने पूरी थ्योरी समझ ली अगर मान लो मैं टे ग्रा में लिंक शेयर कर रहा हूं कि आओ लाइव सेशन में जुड़ मेरे साथ तो यह लिंक मान लो कहीं और किसी ने शेयर वेर इधर उधर कर दी टेंशन की बात नहीं है किसी को कुछ नहीं समझने वाला हम लोग कोड में क्या बात कर रहे हैं तो यह पूरी कोडिंग कर देंगे हम यहां पर अभी और वह जिसने लेक्चर देखे होंगे यहां पर उसी को वो कोड समझ में आएगा बाकी किसी किसी को वो कोड समझ में नहीं आएगा तो टेलीग्राम में जो लाइव सेशन के लिंक्स हम लोग भेजते हैं तो वह लाइव सेशन की लिंक भले ही मान लो कोई दोस्त होता है चलो मैं किसी की हेल्प कर देता हूं लाइव इसको ही भेज देता हूं चलो अटेंड कर लेगा समझ में कुछ नहीं आने वाला समझ में आप ही को आएगा जो इस लेक्चर को देख रहे तो हम अब हम अब से हम कोड्स में बात किया करेंगे तो यहां से आपको कोड्स को याद कर लेना जैसे मेरे दिमाग में एकदम फिट है ना कोड्स वैसे ही आपको कोड्स एकदम अपने दिमाग में चिपका देने है ऑल राइट लेट्स ग्रुप द कंपनीज सबसे पहली ग्रुप ऑफ कंपनीज है s40 यानी कि सुपर 40 यानी कि सागर 40 भी आप कह सकते हो एस फॉर सुपर एस फॉर सागर सुपर 40 कंपनीज उसके बाद है नेक्स्ट सुपर 40 नेक्स्ट कंपनीज जैसे निफ्टी बैंक होता है निफ्टी ऑटो है उस तरीके से हमने अपना कोड बना दिया s40 नेक्स्ट s40 नेक्स्ट जब हम s40 नेक्स्ट बोलेंगे तो आप समझ जाना किसकी बात कर में ठीक है और उसके बाद जो है हमारा s250 s250 तो कितने ग्रुप्स हो गए कंपनीज के s40 s40 नेक्स्ट s250 ये तीन ग्रुप है कंपनीज के s40 कंपनीज वो हैं जो कि लार्ज कैप कंपनीज हैं इनका कैपिट इइ जशन लार्ज में आता है मतलब टॉप 100 में लाई करती है टॉप 100 में लाई करती हुई उनमें से हम चुनेंगे टॉप 40 कंपनीज कुछ ऐसी 40 टॉप 40 नहीं कुछ ऐसी 40 कंपनीज जो हमारी क्राइटेरिया को फुलफिल करेंगी s14 नेक्स्ट में वो कंपनीज होंगी जो बेसिकली स्मॉल या फिर मिड कैप कंपनीज होंगी स्मॉल या फिर मिड कैप कंपनीज होंगी और s250 में बहुत सारी अदर डिफरेंट कंपनीज आएंगी यहां पे अदर कंपनीज आएंगे क्योंकि सिर्फ 250 कंपनिया ही तो नहीं होती स्मॉल या मिड कैप कंपनीज पे अपन जाते हैं 500 तक जाते हैं यहां पे हम अदर कंपनीज की बात करेंगे इनको कैटेगरी करेंगे अलग तरीके से इसका कैटेगरी इजेशन विल बी डिफरेंट इस इन अदर कंपनीज में स्मॉल भी आ सकती हैं कैटेगरी डिफरेंट है स्मॉल भी आ सकती है मिड भी आ सकती है और लार्ज कैप कंपनीज भी आ सकती इस कैटेगरी अलग ही है बिल्कुल ए4 कंपनीज व होती हैं जो हमारे हिसाब से कंपलीटली डेट फ्री है जिसके ऊपर कोई कर्ज ना हो बढ़िया कंपनी है किसके ऊपर कोई कर्ज ना हो डेट फ्री कंपनीज है डेट फ्री का मतलब यह है कि इनका जो डेट है वो च 5 पर 6 पर इससे ज्यादा नहीं है यह एकदम मतलब वर्चुअली डेट फ्री कहेंगे आप उसको वर्चुअली डेट फ्री कंपनी इनकी ब्रांड वैल्यू हाई है जैसे आज की डेट में हम लोग बोलते हैं डाबर तो डाबर की ब्रांड वैल्यू है राइट तो ब्रांड वैल्यू इज गुड रिकॉल वैल्यू इ गुड हिंदुस्तान यूनिलीवर रिकॉल वैल्यू इज गुड मार्केट कैप तो हाई है ही इसके अलावा दे आर द मार्केट लीडर्स फॉर द लास्ट 20 इयर्स मार्केट लीडर्स फॉर मोर देन यर्स इसके अलावा इनका आरओ सीई हाई है आरओ स हाई का मतलब ग्रेटर दन 15 पर है यह आर ओसी इनका हाई है यह कंपनी है मैंने आपको स्टार्टिंग के लेक्चर की बात कर रहा हूं लेक्चर नंबर वन कि हम जब कभी भी शेयर परचेस करते तो हम एक्चुअली कंपनी में हिस्सेदारी लेते हैं हम इतना सारा पढ़ के यहीं पर पहुंचे हैं तो आपको बड़े ध्यान से समझना होगा जिसका आरओ स हाई है मार्केट लीडर्स है वि फ्रॉम पास्ट मोरन 20 इयर्स उसके अलावा दे आर नॉन गवर्नमेंट दे आर नॉन गवर्नमेंट एंड दे हैव फ्यूचर ग्रोथ प्रोस्पेक्ट दे हैव फ्यूचर ग्रोथ प्रोस्पेक्ट नॉन गवर्नमेंट इसीलिए क्योंकि गवर्नमेंट कंपनीज भी हैं टॉप टॉप 100 लार्ज कैप कंपनीज में कुछ गवर्नमेंट कंपनीज भी हैं हम उनको इंक्लूड नहीं करेंगे क्योंकि गवर्नमेंट कंपनी ज्यादातर जो होती है ना वो इंटरनेशनल चीजों से काफी इन्फ्लुएंस हो जाती है जैसे मान लो एग्जांपल के तौर पे मैं एग्जांपल दे रहा हूं कोई भी कैपिट इइ जेशन की कंपनी हो ओएनजीसी की बात करते हैं ओएनजीसी में हमने इन्वेस्टमेंट कर दिया कल को सऊदी अरेबिया में मान लो कि एक बहुत बड़ा ऑयल का फील्ड था वहां पे आग लग गई ईरान ने उसके बम गिरा दिया कुछ हो गया ऑइल के प्राइस एकदम से बढ़ गए शेयर प्राइस एकदम से डाउन हो गए तो ये चीजें क्या होती है गवर्नमेंट से रिलेटेड जितनी चीजें होती है ना वो बहुत ज्यादा इन्फ्लुएंस होती है इंटरनेशनल रिलेशंस इंटरनेशनल मीडिया इंटरनेशनल इन्फ्लुएंस इंटरनेशनल इवेंट इंटरनेशनल न्यूज इन सब चीजों से गवर्नमेंट की कंपनीज को इन्फ्लुएंस होता है तो बेसिकली हम उन कंपनीज में ट्रेड नहीं करने वाले मोस्टली जो कि नॉन गवर्नमेंट नेचर की हो अनलेस एंड अनटिल जैसे व वो अगर कंपनी गवर्नमेंट की है लेकिन वह हमारे इंडिया तक ही सीमित है जिसका इन्फ्लुएंस सिर्फ इंडिया तक है जैसे आईआरसीटीसी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिजम आईआरसीटीसी इट्स अ गुड वन तो मोस्टली नॉन गवर्नमेंट ही होंगी और अगर कोई गवर्नमेंट कंपनी जैसे आईआरसीटीसी वगैरह है तो उसमें हम देख सकते हैं बाकी अगर ऐसी कंपनीज गवर्नमेंट वाली हैं जिनका इंटरनेशनल रिलेशंस इंटरनेशनल मीडिया न्यूज़ और इन सब से इन्फ्लुएंस होता है तो वहां पे अपन ट्रेड नहीं करने वाले कल को कुछ हो गया इंटरनेशनली हमारे पैसे डूब जाएंगे भैया तो हम उसमें ट्रेड नहीं करेंगे क्लियर अच्छा तो ये सब हो गई हमारी s40 ग्रुप की कंपनीज जो भी यहां पे निकल के आएंगी मैं इसकी पूरी की पूरी लिस्ट अभी लिखवा आंगा आपको जब मैं s40 बोलूं तो आज की डेट में s40 जो है मे बी शायद वो कल की डेट में s40 ना हो वो आपको फिर से लिस्ट निकालनी पड़ेगी मैंने मेहनत करके s40 पूरी की पूरी लिस्ट निकाली है मैं आपको अभी लिखवा आंगा पूरी लिस्ट वो आपको लिख लेनी है कि यह है आज की डेट में यानी कि जून 2021 मई जून 2021 की बात करें तो इन महीनों में या इस क्वार्टर में भी आप ले सकते हो इस क्वार्टर में यह है हमारी टॉप 40 कंपनीज यही 40-40 कंपनीज बार-बार चेंज होती रहेंगी आगे किस तरीके से हम इन चीजों में डील करेंगे 40 कंपनीज कब चेंज हो जाएंगी क्या हो जाएंगी तो ऐसा कुछ अगर होगा तो आपका ग्रुप हमेशा एक्टिव रहेगा मैं आपके चेंजेज आते हैं तो आपके और हां एक चैनल है हमारा सागर डेजा सागर डेजा इसी नाम से youtube1 हैं यहां पे मैं स्टॉक्स से रिलेटेड वीडियोस बनाने वाला हूं स्टॉक्स को एनालिसिस करती हुई उसमें कंटेंट रहेगा कुछ जनरलाइज नेचर का और वहां पे जो कंटेंट रहेगा वह इससे एकदम अलग रहेगा और उस कंटेंट को यूज करके और अपने नॉलेज को यूज़ करके आप बहुत अच्छा अपनी लाइफ में कर जाओगे स्टॉक्स की फील्ड में ठीक है डेफिनेटली कर जाओगे तो इसको सब्सक्राइब जरूर कर लेना और सिविल बंग्स की कोई वीडियो मैं भेजता हूं या कुछ भेजता हूं तो तुरंत इमीडिएट देख लेना ठीक है स्टॉक से रिलेटेड राइट सो आई होप यू विल डू दैट एज सून एज पॉसिबल डोंट वेस्ट बिकॉज ये जो ऐसी चीजें होती है ना कोई वीडियो बनाई मैंने उसका ना इंपॉर्टेंस उसी वक्त है अगर आपने उस समय अपनी नजर हटाई ना तो दुर्घटना घट जाएगी तो मैं मैं कुछ दिनों के बाद ये चीजें स्टार्ट कर दूंगा ठीक है और अगर आप बैच टूथी में अभी पहुंच चुके हैं तो मे बी य सब चीज स्टार्ट हो चुकी होंगी तो यह टाइम टू टाइम यह आपको हम देते चले जाएंगे ठीक है यह डाटा आपको हम टाइम टू टाइम देते चले जाएंगे अब आते हैं हम लोग स्मॉल या फिर मिड कैप कंपनीज जिसको हम कह रहे हैं ए4 नेक्स्ट मतलब 40 कंपनिया जो सुपर है लेकिन व मिड कैप में या फिर स्मॉल कैप में लाई करती है इनमें जैसे कि एग्जांपल मैंने आपको लास्ट लेक्चर में बताया था क्या एसआईएस सिक्योरिटीज एंड इंटेलिजेंस सिस्टम्स य इस तरीके 40 नेक्स्ट में आ जाएगी और भी बहुत सारे एग्जांपल्स हैं पूरे एग्जांपल्स लिखवा हंगा मैं तो चलो एग्जांपल्स लिखना स्टार्ट करते हैं मैंने सारे एग्जांपल्स लिख रखे हैं लेट अस राइट डाउन ऑल द एग्जांपल्स ऑफ s40 एंड s40 नेक्स्ट s40 की लिस्ट हम लिखते जा रहे हैं आपको भी लिखते जानी है साथ-साथ s40 की लिस्ट एज ऑफ मे जून s40 की लिस्ट है एज ऑफ मे जून 2021 अगर यह चेंज होता है तो आपके ग्रुप में आपको इंफॉर्मेशन मिल जाएगी आप चाहे छ महीने बाद भी रहे मैं सारे ग्रुप्स में चाहे आप बैच टू में रहे थ्री में रहे फोर में रहे हर बैच में ये अपडेट आपको मिलता जाएगा इट डज नॉट मैटर इन व्हिच बैच यू आर बट दीज आर द 40 कंपनीज एज ऑफ मे जून 2021 इवन इफ यू आर सीइंग दिस इन बैच टू और बैच थ्री जस्ट राइट देम डाउन तो जो एडिटिंग होगी वो करनी होगी वो आपके ग्रुप में आपको इंफर्म कर दी जाएगी क्लियर है ठीक है ऑलराइट हम लाइव सेशंस तो होंगे ही ग्रुप के वहां पे बता देंगे चलिए तो s40 कंपनीज पे आते हैं सुपर 40 कंपनीज पे फर्स्ट वन इज hdfcfund.com इक्विटी ये सब देखने की जरूरत डेट टू इक्विटी रेशो हो गया या फिर आपका आरसी हो गया सब देखने की जरूरत नहीं है तो मैं पहले बैंक्स लिखवा दे रहा हूं आपको उसके बाद सिंपली एडीएफसी नॉट द एचडीएसी बैंक सिंपली एडीएफसी इसके बाद है हमारे पास बजाज फाइनेंस बजाज फाइनेंस बजाज फाइनेंस सिक्सथ वन इज आईसीआईसीआई जनरल इंश्योरेंस आपको यह सर्च करना है आईसीआईसीआई जीआई जनरल इंश्योरेंस ठीक है आप ऐसे सर्च करना आपको कंपनीज मिल जाएंगी और आप एक वॉच लिस्ट बना लेंगे अपने अप स्टॉक्स में या जीरोधा अकाउंट में एक वॉच लिस्ट बना लेंगे और उस वॉच लिस्ट में आप इन s40 वॉच लिस्ट का नाम रहेगा s40 और आप इस वॉच लिस्ट को क्रिएट कर लेंगे इस वॉच लिस्ट में फिर ओवर पीरियड ऑफ टाइम मैं समझा दूंगा कौन सी कंपनी हटानी है कौन सी कंपनी डालनी है अगर जरूरत पड़ी तो ठीक है अगर नहीं चेंज करना होगा अगर मान लो क्या पता साल भर यही कंपनीज चलती रही टॉप 40 में तो चलने देंगे ठीक है राइट सो आई होप यू गेट द होल आईडिया बी एक्टिव इन योर ग्रुप प्लीज टेलीग्राम ग्रुप में एक्टिव रहिएगा ठीक है और वहां पर अपन क्या है थोड़ी कोडल लैंग्वेज में भी बात कर सकते हैं ताकि जो लोग एक्चुअली में कोर्स में एनरोल्ड है उनको बेसिकली फायदा हो उनको समझ में आए चीज राइट सो कोड्स में बात करेंगे आपसे आईसीआई सीआई जीआई एनएससी राइट फिर एचडीएफसी लाइफ एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस ठीक इसके बाद आठवा है बजाज फिस तो आप इसको सर्च करेंगे बजाज फिन एसवी से बजाज फिन एसवी से इसके बास है आईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस सो आई सी आई सी आई प्रू लाइफ आप ऐसे सर्च करेंगे प्रू लाई बस इतना आप सर्च करेंगे आपको मिल जाएगा ठीक है आईसी प्रू लाई य न हो गया इसके बाद यह दवा है हमारे पास एचडीएफसी एमसी एचडीएफसी ए एमसी यह कंपनी है इसके बाद 11थ जो कंपनी है वो है एन ए एम इंडिया एनए एम का मतलब क्या है निपन लाइफ इंडिया एसेट मैनेजमेंट ठीक है यह है एनए एम इंडिया इसके बाद है वी हैव पीजी पीजी एच एच ठीक है पीजी एच एच इसके बाद वी हैव मारिक मारिक यह हो गई हमारी 13 कंपनिया हो गई ठीक है य 13 कंपनिया हो गई च क 14 पर आते हैं मारकोवा मोली इंडिया लिमिटेड इसके बाद है हमारे पास हिंदुस्तान यूनिलीवर सो इसका कोड है यूनिलीवर हिंदुस्तान यूनिलीवर इस तरीके से उसके बाद नेक्स्ट है हमारे पास सो दिस इ बजाज एच एल डीएनजी हाउसिंग एंड डेवलपमेंट राइट राइट उसके बाद बजाज होल्डिंग्स उसके बाद डाबर डाबर डाबर के बाद वी हैव नेसले इंडिया वी हैव नेसले इंडिया 18 हो गई उसके बाते नेक्स्ट कंपनी है नेसले इंडिया के बाद है आईटीसी आईटीसी ठीक ये हमारी पोर्टफोलियो में सारी कंपनीज हमें वॉच लिस्ट में बना के रखनी है पोर्टफोलियो में नहीं पोर्टफोलियो वो हो जाता है जिसमें आप इन्वेस्टमेंट कर देते हो यह वॉच लिस्ट में रहेंगी हमारी वॉच लिस्ट में रहने का मतलब यह नहीं कि इसमें हम इन्वेस्ट कर रहे हैं वच लिस्ट में इनको रखना है ये हमारे क्राइटेरिया को सेटिस्फाई कर रही है एशियन पेंट ठीक बर्जर पेंट तो उसमें बी ई आर जी ई पी ए आई एन टी ये 21 हो गए आगे देखते 22 22 कौन सी है बर्जर पेंट के बाद एजो इंडिया ए के जड ओ आई एन डी आई ए एजो इंडिया इसके बाद है टाइटन इसके बाद है टाइटन इसके बाद है टाइटन के बाद है बाटा बाटा इंडिया उसके बाद पेज इंडिया है पेज इंडिया पेज इंड बस लिखना पेज इंडिया लिखने की जरूरत नहीं है यही आपका कोड है उसके बाद है वल पूल वल पूल वल उसके बाद 27 27 वर्लपूल के बाद हैवल्स हैवल्स की हवा याद रखिएगा उसके बाद है टीसीएस टीसीएस इसके बाद टीसीएस के बाद है हमारे पास पास इनफी मतलब इंफोसिस इनफी कहते हैं इसे शॉर्ट में इंफोसिस उसके बाद एचसीएल टेक एसील भी काफी बढ़ रहा है आजकल मतलब अच्छा इनोवेशन कर रहा है उसके बाद एट इंडिया है एट इंडिया ठीक अबाउट इंडिया उसके बाद है ग्लैक्सो स्मिथ क्लाइन आप जानते हो तो सिर्फ ग्लैक्सो सर्च करिएगा तो ग्लैक्सो मिल जाएगा आपको नेक्स्ट 33 एक टिकल कंपनी है सनोफी इंडिया है ठीक है सब सनोफी आप सर्च करेंगे बस इसके बाद एक कंपनी है फाइजर सो पी एफ आई जई आर फाइजर जो सीरम इंस्टिट्यूट के साथ मिलकर के वैक्सीन वगर का काम किया था राइट इसके बाद पिडीलाइट है जो फेविकॉल बनाते हैं सो पिडीलाइट इंडिया इसके बाद है आपके पास जिलेट जिलेट उसके बाद आपके पास है निफ्टी निफ्टी बी ईई एस निफ्टी बीज यह निफ्टी बीज क्या होता है तो यह जो बीज है ना बीज का मतलब होता है बेंचमार्क बेंचमार्क एक्सचेंज ट्रेडेड स्कीम्स यह जो अदर म्यूचुअल फंड की कंपनियां होती है ना उन्होंने भी आजकल अलग-अलग तरीकों से अलग-अलग फंडस को इकट्ठा करके निफ्टी में उसको ट्रेड कराना स्टार्ट कर दिया है एंड निपन इंडिया इज द फर्स्ट कंपनी टू डू दैट तो यह जितनी भी आपको अभी बीज बीज दिख रही है निफ्टी बीज ठीक है लिक्विड बीज गोल्ड बीज बैंक बीज ये सब ये वो है जैसे बैंक का या फिर गोल्ड का या फिर लिक्विड का यह सब जो पैसा है यह आप यही ट्रेड हो रहा है निफ्टी के अंदर और यह किसके द्वारा ट्रेड कराया जा रहा है निपन इंडिया जो खुद म्यूचुअल फंड्स कराती है म्यूचुअल फंड्स मतलब समझते हो ना क्या होता है बहुत सारे लोगों का फंड है म्यूचुअल इकट्ठा किया गया और उन सारे फंड्स को इन्होंने ये अपने शेयर होल्डर्स को देना स्टार्ट कर दिया पैसा इसमें एनएससी बीएससी में ट्रेड कराने के लिए स्टार्ट कर दिया तो ये वो वाली कंपनीज हैं तो ये जो बीज जितनी भी हैं यह सब निपन इंडिया की ही है जो म्यूचुअल फंड्स को लेकर यहां परके आया है उस पैसे को यहां पे आकर के इसने अपना अ कैश में अपने कैपिटल में दिखा के निफ्टी में घुस गया है अब जैसे निपन यहां पे लेकर के आया तो कुछ टाइम के बाद बाकी कंपनीज भी यहां पे इस तरीके से ला सकती हैं तो बीज लिखा हो तो बस आप ये समझ जाना कि दिस इज अ बेंचमार्क एक्सचेंज ट्रेडेड स्कीम्स बहुत बड़ी चीज हमारे लिए नहीं है यह भी एक तरीके का हमारे लिए शेयर ही है ठीक यह भी एक तरीके का हमारे लिए क्या है शेयर है सो दीज आर द 40 कंपनीज यहां पे लिखी हैं और यह पीछे लिखी थी सो आई होप यू हैव रिटन ऑल ऑफ देम अगर नहीं तो थोड़ा आगे पीछे कर लेना देख लेना तो आपको ये समझ में आ गया कि हमारी s40 कंपनीज जो होंगी वो ये होंगी ये हमारी सुपर 40 कंपनीज हैं उसके बाद आता है कौन सी कंपनीज उसके बाद आती है सुपर 40 नेक्स्ट चलिए अब जितनी भी सुपर 40 नेक्स्ट है s40 नेक्स्ट जिनकी कैरेक्टरिस्टिक एकदम सेम है s40 जैसी फर्क सिर्फ इतना है कि s40 नेक्स्ट जो कंपनीज हैं वो स्मॉल या फिर मिड कैप कंपनीज हैं सो लेट मी टेल यू अबाउट ऑल दोस कंपनीज s40 नेक्स्ट चलिए आते हैं फर्स्ट 3m 3m कार केयर 3 एम के बहुत सारे आपने शोरूम्स वगैरह देखे होंगे जहां पर कारों की सफाई उफाई करते हैं और कार से रिलेटेड ऑटोमोबिल से रिलेटेड ये लोग बहुत सारी चीज बनाते हैं तो 3 एम इंडिया है फिर एस्ट्रा जनेका तो एस्ट्रा जन एस्ट्रा जन इसके बाद हमारे पास है अवंती फीड अवंती फीड इसके बाद है बेयर बेयर क्रॉप इसके बाद बॉश लिमिटेड इसके बाद है हमारे पास सी ए पी एल आई कैपली पॉइंट कैपली पॉइंट इसके बाद सेवंथ कंपनी है हमारे पास सेरा टायर्स वगैरह बनते हैं इसके इसके बाद है हमारे पास डिक्सन डिक्सन ठीक है लिखते जाइए आप लोग उसके बाद है आइ चर मोटर्स सो आई चर एम ओटी डक्स वगर बनाते हैं उसके बाद इक्विटास ई की क्यू यू आई टी ए एस इक्विटास इसके बाद है इक्विटास बैंक इक्विटास बैंक बी एन के लिखेंगे आप ठीक है मैं एट जो आपको सर्च करना है डायरेक्टली वही बता रहा हूं उसके बाद है इरिस इसके बाद है फिन केबल्स इसके बाद है फिन केबल्स इसके बाद है हमारे पास अ फाइन ओ आरजी ओके इसके बाद है गोदरेज गोदरेज कॉर्पोरेशन सो गोदरेज सीपी आफ्टर दैट वी हैव एच ओ एन ए यूटी ओके इसके बाद वी हैव आईक इसके बाद वी हैव जे सी एच ए सी इसके बाद वी हैव के ए एन कंसाई एनई आर ये हो ग 19 आगे बढ़ते हैं 20वीं कंपनी 20वीं कंपनी है लाल पाथ लैब लाल पाथ लैब इसके बाद है मैकडोल मैक डॉवेल इसके बाद मैकडोल के बाद अंडरस्कोर एन डालेंगे आप ठीक इसके बाद है एमसी एक्स इसके बाद है एमसी एक्स मतलब कम्युनिटी ट्रेडिंग एनएससी में खुद के मब एमसीस एक एक्सचेंज है जो खुद इतनी बड़ी कंपनी है कि व निफ्टी में ट्रेड कर सकते हो आप उसके उसके शेयर प्राइस पर एमसीस के बारे मैंने बता रखा है आपको पिछले लेक्चर में उसके बाद मोतीलाल ठीक है ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेस ठीक है मोतीलाल ओएफएस इसके बाद है ओएफ एसएस इसके बाद है एसएफएल 25 नंबर पर है एसएफएल इसके बाद है एसई एसआईएस मैंने बताया था अभी थोड़ी देर पहले लास्ट लेक्चर में भी बताया था एस यू एन टीवी सन टीवी उसके बाद है सिंफनी आपने कूलर वगर देखें सिंफनी इसके बाद सिंफनी के बाद है हमारे पास राजेश एक्सपो राजेश एक्सपो ठीक उसके बाद नेक्स्ट राजेश एक्सपो के बाद ये है पॉली कैब पॉली कैब इसके बाद है रेडिको आर ए डी आई सी को सीओ इसके बाद रेडिको के बाद है रिलैक्सो रिलैक्सो हां जी आज भी चलती है बढ़िया रिलैक्सो ऐसी बात नहीं है उसके बाद है टेस्टी बाइट टेस्टी बाइट उसके बाद 34 नंबर पर आते हैं 34 नंबर पर है टीम लीज टीम लीज 35 नंबर पर है टीटी के प्रेस्टीज प्र बस इतना ही लिखना है आपको उसमें आ जाएगा फिर उज्जीवन उज्जीवन यू डबल जे आईवी ए एन फिर उ वन उजी वन एसएफबी उजी वन एसएफबी इसके बाद अपने पास है वी गार्ड केबल्स वी गार्ड के स्टेबलाइजर्स ये सब इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट वगर होते हैं जनरेटर उसके बाद है नाटी ओआरजी ओर्गा और लास्टली 4थ है विपन डी यह हो गई हमारी 40 कंपनियां एक बार मैं फिर से यह जो s4 नेक्स्ट है जो आज की डेट में कल को हो सकता है चेंज हो जाए आई विल इंफर्म यू तो यह है हमारी s40 नेक्स्ट गुड कंपनीज स्मॉल एंड मिड कैप कंपनीज में से ऐसी 40 कंपनी जो बहुत अच्छी है डेट नहीं है इन कंपनीज में बढ़िया अपने जोन में बढ़िया चलती हैं लोग पसंद भी करते हैं और प्रोडक्ट्स इनके अच्छे होते हैं लोग का भरोसा इन पे है अब यह सारी की सारी जो कंपनीज है किसमें s40 नेक्स्ट में आएंगी क्लियर है अब आपको क्या करना है s40 और x40 नेक्स्ट की जितनी कंपनीज है इनको थोड़ा सर्च कर कर के इनके बारे में बस और उनके फ्यूचर जो एक्सपेंशन है कंपनी का मैनेजमेंट क्या बोल रहा है मिशन विजन क्या है यह सब हल्का-फुल्का देख लेंगे एक बार की बात होती है बार-बार देखने की जरूरत नहीं पड़ती है फिर याद हो जाती है चीजें ठीक है सो यू गट द पॉइंट एंड आई होप यू गट द कंप्लीट आईडिया राइट तो s40 s40 नेक्स्ट दिस इज डन एंड दिस इज डन s40 इज डन s40 नेक्स्ट इज डन नाउ व्हाट नाउ कमिंग टू अवर s250 और फिर मैं बताऊंगा आपको आज की बेहतरीन स्ट्रेटेजी s250 मतलब यह भी अच्छी कंपनीज है सुपर कंपनीज हैं जिनमें आप आज की बताई हुई स्ट्रेटेजी को लगा सकते हो तो यह s250 कंपनीज है कैसी कंपनीज होंगी यह वो कंपनीज है जिनमें रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड जो है वह 15 पर से ज्यादा है मतलब इसका मैनेजमेंट 15 पर से ज्यादा अर्न कर पा रहा है तो हम भी शेयर्स में उतना अर्न करने की चांसेस रखते हैं इसमें डेट टू जो रेशो है या इसको ऐसे भी लिख सकते हो आप डेट बाय इक्विटी कर सकते हो डेट बाय इक्विटी रेशो वो लेस देन 50 पर है मतलब कंपनी के पास अगर 00 है तो इसने 50 से ज्यादा लोन नहीं लिया है उसमें अगर ₹ अपना है तो कंपनी ने उसमें 50 से कम ही लोन उसके ऊपर लिया है दैट इज द मीनिंग ऑफ दैट तो कंपनी के पास ₹1 अपने और 50 से कम रुपए बैंक के हैं ऐसा है उससे ऊपर नहीं है लोन के फॉर्म में तो डेट टू इक्विटी रेशो इज लेस दन 50 पर और इन कंपनीज का जो नेट प्रॉफिट है नेट प्रॉफिट है वह 100 करोड़ से ज्यादा है नेट प्रॉफिट जो है वह 100 करोड़ से ज्यादा है यह वह कंपनीज है s250 कंपनीज को निकालना बड़ा आसान है वेयर वी विल गो वी विल गो टू स्क्रीनर इन लेट्स गो देयर लेट्स गो टू स्क्रीनर स्क्रीनर ओपन किया हमने राइट अब यहां पे स्क्रीन में जाइए क्रिएट न्यू स्क्रीन ये आपको मालूम है कैसे करना है अब इसमें आइए आप सबसे पहले नेट प्रॉफिट सो नेट प्रॉफिट नेट प्रॉफिट कितना अपने को कितना चाहिए ग्रेटर देन कितना 100 करोड़ तो 100 लिखा हमने फिर हम क्या लिखेंगे एंड लिखेंगे नेक्स्ट लाइन में आ गया अपने आप फिर डेट टू इक्विटी रेशो तो डेट टू इक्विटी रेशो जो है वो कितना चाहिए लेस दन 5 क्या तो लेस देन हो गया हमारा 0.5 चीजें बहुत ज्यादा टेक्निकल नहीं है हर कोई समझ सकता है बस आपको इसको प्रैक्टिस करने की जरूरत है नेक्स्ट क्या चीज आएगी नेट प्रॉफिट डेट टू इक्विटी और अगली चीज होगी हमारी आर ओसी रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड ये आ गया कितना रिटर्न अपने को चाहिए कम से कम 15 पर से ज्यादा तो ग्रेटर देन 15 पर का साइन आप जरूर डालेंगे ऐसा और इसके बाद इस क्वेरी को रन कर देंगे रन कर दिए कितनी कंपनीज मिल गई अभी 262 कंपनीज हमें मिल गई 262 कंपनीज मिल गई व ऐसी कंपनीज हैं जो हमारी s250 में आएंगी 250 इसलिए लिखाया क्योंकि मुझे पता था कि लगभग 250 प्लस कंपनीज हैं और यह हमेशा इंडियन इकोनॉमी में 250 प्लस ही रहने वाला है आंकड़ा इसीलिए मैंने इसको नाम ही दे दिया s250 या आप चाहो तो इसको s250 प्लस भी कह सकते हो किय वो कंपनीज है जो अच्छी है दे आर वेरी गुड कंपनीज दे आर नॉट बैड दे आर वेरी गुड दे विल फॉल अंडर द कैटेगरी ऑफ वेरी गुड कंपनीज जिनका वो सेटिस्फाई हो रहा है क्राइटेरिया ऐसी कंपनीज हमारे पास बहुत सारी हैं 262 बस इन इन कंपनीज पे ही फोकस करो ना नेसले इंडिया कोलगेट पालमोली भंसाली इंजीनियरिंग कोल इंडिया सुप्रीम पेट्रो केमिकल्स आईएल केमिकल्स आईआरसीटीसी इंडियन एनर्जी एक्सचेंज कैम सर्विसेस दौलत इन्वेस्टमेंट पीएनजी और उसके बाद कैस्ट्रोल इंडिया अल्काला माइंस तान प्लेटफॉर्म सुवन फार्मा देख रहे हो सीएस अपोलो ट्राई कोट मारिक लक्स बहुत सारी गो स्मिथ क्लाइन सटा सॉफ्टवेयर सुप्रीम इंडस्ट्रीज बहुत सारी चीजें देखो बहुत सारे यह 50 आ रहे हैं एक पेज में इसी तरीके से आप आगे जाइएगा आपको सारी की सारी कंपनीज दिख जाएंगी तो यह वो 262 रिजल्ट्स है इसके अलावा मैंने आपको बताया हमें बैंकिंग सेक्टर की जो कंपनीज है बैंकिंग सेक्टर की कंपनीज में उन कंपनीज में जाना है उसमें आरओ सई और डेड टू इक्विटी रेशो का कोई मतलब नहीं है जैसे मैं एचडीएफसी सर्च करता हूं बैंकिंग की कंपनीज को जानने के लिए हम पियर्स में जाएंगे और बैंक्स में आएंगे तो हमने सारे बैंक्स निकाल लिए 35 बैंक आ गए इन 35 में से हम ऐसा लेंगे जिसका नेट प्रॉफिट जो रहा है नेट प्रॉफिट जो रहा है वह कितना रहा है नेट प्रॉफिट आप ले लो नेट प्रॉफिट क्वार्टर में ले लो 100 करोड़ से ज्यादा रहा है एक क्वार्टर में 100 करोड़ से ऊपर तो कितनी है वैसी कंपनीज हमारे पास हमारे पास 23 बैंक हो गई यह करूर वस्या बैंक जो है यहां तक या या बंधन बैंक भी ले सकते हो 24 बैंक्स हो गई मैंने आपको बताया बैंक्स में आपको आरओ सई और डेट टू इक्विटी नहीं देखना है लेकिन हम बैंक्स के लिए वो तो देख सकते हैं ना 100 करोड़ वाला क्राइटेरिया तो आपको स्क्रीन किया आपने तो आपको यहां पर कितनी कंपनीज मिली 250 एस 250 कैटेगरी में आपको 262 नॉर्मल कंपनीज मिली प्लस बैंक्स की बात करें तो हमें 20 बैंक्स मिल गई प्लस एनबीएफसी भी तो लेंगे एनबीएफसी ले लेंगे 26 बैंक्स मिली नहीं 24 मिली बंधन बैंक तक करेक्ट कर लेता हूं मैं बंधन बैंक तक मिल गई तो यह है बंधन बैंक तक के 24 और इसके बाद हम लोग नेक्स्ट पे आते हैं नेक्स्ट इज अवर एनबीएफसी एनबीएफसी की लिस्ट कैसे निकालो आप एनबीएफसी की लिस्ट निकालने के लिए सीधा बजज फाइनेंस को सर्च करो बजाज फाइनेंस को देखने के बाद आप आ जाओ पियर्स में पियर्स में आ जाओ फाइनेंस में फाइनेंस में फिर से आप आ जाओ इधर नेट प्रॉफिट क्वार्टर निकाल लेना एक क्वार्टर का निकाल लो ठीक है अच्छी बात है जितना ज्यादा इनका प्रॉफिट हो उतना अच्छा है और इसमें 100 करोड़ से ऊपर वाली जो है वैसे तो देखो एनबीएफसी बहुत सारी हैं 504 है लेकिन 100 करोड़ से ऊपर वाली जो है वो यहां तक है 35 एंजल ब्रोकिंग तक के एंजल ब्रोकिंग भी एक इसी तरह की कंपनी है जो कि बेसिकली लिस्टेड है स्टॉक मार्केट में और एंजल ब्रोकिंग कुछ टाइम पहले बहुत अच्छा रिटर्न भी दी है तो 35 कंपनीज आपको यहां से मिल गई 35 एंजल ब्रोकिंग तक के 35 कंपनीज आपको यहां से मिल गई दिस इज 35 अब मान लो इसमें से दो दो चार कंपनियां कॉमन होंगी जो 262 में पहले से ही आ चुकी होंगी मे बी बहुत अच्छी परफॉर्मिंग 262 में से दो चार आ गई होंगी इसको आप 250 मान लो 250 प् 25 275 प् 35 तो यह लगभग मिलाकर के अगर हम इंडिविजुअल यूनिक कंपनीज की बात करें तो लगभग हमारे पास 310 कंपनियां बैठती है लगभग हमारे पास 310 कंपनियां तो बैठ ही जाती है आरट दिस कंपनीज इनफ दोस कंपनीज आर द s41 दज आर s4 नेक्स्ट हो सकता है कि इन कंपनीज की कुछ कॉमन यहां पर भी आ गई हो कोई बात नहीं इनके लिए स्ट्रेटेजी अलग होती है तो जो मैं अभी स्ट्रेटेजी बताने वाला हूं वह है इन कंपनीज के लिए किनके लिए s250 प्लस वाली कंपनीज के लिए वो स्ट्रेटेजी है आर यू रेडी नाउ प्लीज आई एम अर्जिंग यू टू टेक अ फाइव मिनट ब्रेक थिंक अबाउट जो अभी तक के हुआ है और उसके बाद इसी लेक्चर में हम लोग स्ट्रेटेजी पे आएंगे इसी लेक्चर में हम लोग स्ट्रेटेजी पे आएंगे 5 मिनट का ब्रेक लीजिए खुद से ब्रेक लीजिए पॉज करिए पानी पीजिए ठीक है थोड़ा रिलैक्स होइए समझिए क्योंकि हम चीजें कुछ और नेक्स्ट लेवल प करने जा रहे हैं ट्रेडिंग व्यू में देखने वाले हैं तो इसलिए टेक अ डीप ब्रेथ टेक अ ब्रेक बिलीव मी इट विल हेल्प यू अ लॉट ठीक समझ में आ गई बात तो लगभग 310 कंपनीज के आसपास है कुछ कॉमन कंपनीज होती तो मैंने वो सब निकाल निकाल के लगभग 310 का आंकड़ा मैंने यहां पर बता दिया आपको ठीक क्लियर है पॉइंट चलो अब जो मैं स्ट्रेटेजी बताने वाला हूं द स्ट्रेटेजी चच आई एम गोइंग टू टीच यू इज कॉल्ड एज अप 20 क्या नाम है इसका अप 20 ये हम लोग नाम दे दिए इसको क्या नाम दिए अप 20 स्ट्रेटेजी यह नाम में ही समझ में आ जाएगा क्या नाम है इसका अप 20 स्ट्रेटेजी ठीक अप 20 का मतलब क्या है 20 पर अप अप 20 का मतलब यह है 20 पर अप 20 पर अप दिस इज द अप 20 स्ट्रेटेजी अप 20 स्ट्रेटेजी को समझने के लिए मैं आपको पहले थोरेट्स को वन वी हैव टू बाय न हैव टू सेल एवरीथिंग आई एम गोइंग टू टेल वाह नाइस न व्हेन वी हैव टू बाय व्हेन वी हैव टू सेल आई विल टेल ऑलराइट कैंडल स्टिक पैटर्न मैंने समझा दिया आपको अब मैं कैंडल स्टिक में नहीं बना रहा बहुत सारी बन जाएंगी अभी बोर्ड में मैं इसको नॉर्मल लाइन के फॉर्म में बना रहा हूं ठीक आपको क्या देखना है आपके पास जब इस तरीके का ट्रेडिंग व्यू में ग्राफ होगा मान लो इमेजिन करो कैंडल स्टिक वाला ग्राफ है इस तरीके का तो आपको यह देखना है कि कहां पे किस पर्टिकुलर पॉइंट पे लगातार बड़े ध्यान से सुनिए किस पर्टिकुलर पॉइंट ऑफ टाइम पे लगातार स्टॉक प्राइस उस पर्टिकुलर कंपनी की 20 पर इंक्रीस कर गई मतलब ग्रीन ग्रीन कैंडल्स हो हो और ऐसी तीन कैंडल्स या दो या फिर एक सिंगल बड़ी कैंडल हो जो कि 20 पर का जंप दे दे ऐसा कब हुआ था वो हमें देखना होगा लेट अस सपोज कि यहां पे तीन ग्रीन कैंडल्स होंगी लगातार जिसकी वजह से यहां से लेकर के यहां तक के ये 21 पर इंक्रीज कर गया मान लो 21 पर इंक्रीज कर गया तो हम क्या करेंगे आप बड़े ध्यान से समझो 21 पर इंक्रीज कर गया यही पोर्शन में सिर्फ इतने पोर्शन में एक बार बढ़ा 21 इंक्रीज कर गया कुछ ग्रीन कैंडल्स इस जन में है तो यहां पर हम क्या करेंगे इस स्टॉक के फिर नीचे आने का वेट करेंगे और जैसे ही य वापस से अपने बॉटम मोस्ट पॉइंट पर आएगा जिसमें पहले था वहां पर हम इसको बाय कर देंगे और जब यह अपने ऊपर वाले पॉइंट पर पहुंचेगा तो इसको हम फिर से सेल कर देंगे अभी यह बहुत कॉम्प्लिकेटेड लग रहा होगा लेट मी एक्सप्लेन एंड बी वेरी वेरी पॉजिटिव अबाउट इट यू आर गोइंग टू अर्न अ लॉट ऑफ मनी यस माय डियर फ्रेंड्स यू आर गोइंग टू लर्न अ लॉट ऑफ मनी दिस इज व्हाट इज कॉल्ड एज द अप 20 स्ट्रेटेजी अब 20 स्ट्रेटेजी में हम लोग क्या कर रहे हैं बड़े ध्यान से समझना अगर आपको ग्रीन कैंडल्स दिखाई पड़ती हैं तीन कंक्यूबिन दो या फिर एक अकेली कैंडल जो 20 पर जंप दे दी या तीनों मिलाकर 20 पर हुए फ्रॉम विक टू वक आपको विक से विक तक देखना है जैसे फॉर एग्जांपल मान लीजिए कि एक कैंडल ऐसी दिखी ठीक फिर अगले दिन दूसरी कैंडल जो है वह ऐसी दिखी फिर अगले दिन तीसरी कैंडल मान लो ऐसे दिखी ऐसे करके हुआ यूं कि यहां से लेकर के यहां तक के यह ग्रेटर देन % का जंप आ गया ग्रेटर दन इक्वल टू भी कह सकते हो 19.9 पर अगर हो गया तो तो ऐसा कोई वो नहीं है कि भाई हां लेकिन एक एक अपने को पता होना चाहिए कि ग्रेटर दन 20 पर अपने को लेना है एक रूल फॉलो करना जरूरी है क्योंकि 20 पर रिटर्न अगर ये 3 दिन में दे सकता है तो इसके पास पोटेंशियल हाई है व्हाई आई एम सेइंग 20 पर व्हाई नॉट अ जंप ऑफ 15 पर व्हाई नॉट अ जंप ऑफ 30 पर व्हाई नॉट अ जंप ऑफ 15 पर वी आर कंसर्न बिकॉज 15 पर रिटर्न के लिए हम शेयर मार्केट में नहीं आए इतनी मेहनत सीख रहे हैं 15 पर रिटर्न के लिए नहीं सीख रहे हैं 15 पर हमारे लिए एक्सेप्टेबल नहीं है हम शेयर मार्केट का पोटेंशियल जानते हैं ना कि वो 20 25 30 तो आराम से दे सकता है तो हम 15 पर पे क्यों सेटल हो तो इसलिए 20 पर से नीचे जनरली मैं देखता नहीं 30 पर से ऊपर क्यों नहीं जा रहे क्योंकि ऐसे स्टॉक्स जो जनरली 30 पर से ऊपर जाते हैं वो जनरली रिंग ट्रेडिंग इंटरनल जो ट्रेडिंग्स होती है आपने समझा है चीजों को कांसेप्ट को उनकी वजह से चीजें होती हैं और फिर जब ये इतना ऊपर जाती है ना तो उतनी तेजी से फिर नीचे भी ड्रॉप करती है इसीलिए 30 पर इज नॉट दैट फिगर व इज डन बाय अस और मे बी बाय सम हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स हमें टेंपरली उस जाल को देखकर उस जाल में फसना नहीं है हमें जाल पता है हमने आपको सब बता दिया कि कैसे जाल होता है यह जो 20 पर का मार्जिन है ना वो इतना आइडियल है इंडियन स्टॉक मार्केट के सिनेरियो में और ये चीजें एक्सपीरियंस से आती है यह इतना आइडियल है इंडियन स्टॉक मार्केट के सिनेरियो में कि अगर इतना अगर आपको 20 पर मिल रहा है तो 100% ये मान के चलो कि इसमें आपके जो हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स है ना उनका इंटरेस्ट आ चुका है उनका इंटरेस्ट आ चुका है अब आप बोलोगे सर इसमें भी तो रिंग ट्रेडिंग हो सकती है मैं कहूंगा बिल्कुल हो सकती है रिंग ट्रेडिंग ऐसी बात नहीं है कि रिंग ट्रेडिंग नहीं हो सकती लेकिन भरोसा रखो क्योंकि हमने कंपनीज अच्छी चूज की है ना हमने कोई फर्जी कंपनीज थोड़ी चूज की है हम जिन कंपनीज में ट्रेड कर रहे हैं कितना जांच परक के ट्रेड कर रहे हैं पिछले कितने लेक्चर से सिर्फ आप कंपनीज के बारे में समझ रहे हो तो हम कोई फर्जी कंपनीज में नहीं कर रहे हैं तो हमेशा बात समझना जो बिग शार्क्स होते हैं जो शार्क्स होते हैं वेल्स होते हैं जिनको हम लोग कहते हैं यह शार्क्स या वेल्स जो हैं इनका इंटरेस्ट हमेशा अच्छी परफॉर्मिंग कंपनीज पे ही होता है जो परफॉर्मेंस करती है ना तो परफॉर्म जो हाई लेवल प करती है बढ़िया करती हैं उन्हीं पर इनका इंटरेस्ट होता है सो बेसिकली वी आर लुकिंग फॉर दोज चच आर परफॉर्मिंग इन अ वेरी वेरी गुड मैनर सो दैट मींस डेफिनेटली इफ दे आर परफॉर्मिंग इन अ वेरी गुड मैनर दे हैव गुड फाइनेंशियल्स दे हैव गुड क्रेडेंशियल हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स आर डेफिनेटली देयर एंड दैट इज वई देयर इज अ जंप देयर तो यह मैंने कहा था ना मार्केट बताएगा कि उसमें शार्क प्रेजेंट है या फिर नहीं है यह मार्केट बताता है उसमें शार्क प्रेजेंट है या फिर नहीं है शार्क उसमें बैठ गई है शार्क उसमें प्रेजेंट है तो इट विल फ्लाई द स्टॉक विल फ्लाई नाउ व्ट चलिए तो अब इसको समझने के लिए हम लोग चलते हैं हमारे लैपटॉप में ऑलराइट सो अभी हम चलते हैं आई आरसीटीसी और उसी को कंटिन्यू किया जाए सो दिस इज आईआरसीटीसी नाउ अब आप यहां पर देख रहे हैं यहां पर यह यह देखिए कुछ इस तरीके से आपको दिखाई पड़ रहा है यहां पर पर कुछ लाइनें मेरी पहले की बनी हुई सेव्ड है सो आई विल जस्ट रिमूव दोज लाइंस रिमूव द ड्राइंग्स ऑल राइट चलिए अब देखिए क्या करना होगा हमें ना कुछ पहले ना शॉर्टकट्स जो जरूरी है वो सबसे पहले हम ट्रेडिंग व्यू में नीचे ले आते हैं कैसे लाएंगे नीचे आपको क्या-क्या चीजें चाहिए आपको चाहिए एक हॉरिजॉन्टल रे ठीक उस हॉरिजॉन्टल रे को आप क्या करिए यहां पे स्टार मार्क कर दीजिए जैसे ही आप यहां पे स्टार मार्क करेंगे फेवरेट्स में ले आएंगे यह देखिए यहां पे आ गया ये फेवरेट्स फेवरेट्स को हम लोग नीचे नीचे रख देते हैं ठीक है ये हमारे फेवरेट्स होंगे इजली एक्सेस करने के लिए इसको हटा देते हैं सिमिलरली हमारे काम का यह एक हॉरिजॉन्टल लाइन भी है इसको भी हम नीचे रख देते हैं इसके अलावे हमारे काम का यह एरो भी होता है ठीक कौन-कौन से हमारी ड्राइंग्स काम की है हम वो ले रहे हैं ठीक है इसके बाद यहां पे हमारा कोई काम का नहीं है ठीक जो जो काम का है बड़े ध्यान से देखिए समझते जाइए वही आपको यूज करना है ठीक इसमें भी आपका कोई काम का नहीं है आप आएंगे इसमें इसमें आपकी प्राइस रेंज जो है वह बड़े काम की है यह प्राइस रेंज है इसको आप लेंगे डेट एंड प्राइस रेंज है इसको आप लेंगे ठीक है मोस्टली इन पांचों से हमारा काम हो जाएगा इसके अलावे आपको कोई स्माइली वगर लगाना है तो आप खुशी खुशी लगा सकते हैं उसमें कोई रोक टोक नहीं है ऑलराइट चलिए अब देखते हैं यह आईआरसीटीसी का हमारा ट्रेडिंग व्यू है इसमें अब जो मैं अप 20 स्ट्रेटजी में आपको समझा रहा हूं सिखा रहा हूं इसमें आपको क्या देखना है इसमें आपको देखना है तीन कंक्यूपिसेंस जिसमें ग्रोथ 20 पर से ज्यादा दिखाई पड़ी हो या फिर दो ऐसी कैंडल्स जिसमें ग्रोथ 20 पर ज्यादा हो या फिर एक अकेली ऐसी बड़ी कैंडल जिसमें ग्रोथ 20 पर से ज्यादा हुई हो तो तीन कंकूट कंकूट देखना है तो देखिए कैसे देखेंगे हम इसमें आइएगा और आप यहां से देखिएगा 1 2 3 इसकी विक से लेकर इसकी विक क्या लग रहा है 20 पर होगा बना के देखो यहां से ऊपर इसको ड्रॉ करो और ऊपर लेकर के जाओ कितना है जस्ट 8.41 पर है 8.59 पर दैट्ची की तीन कैंडल्स देखिए 1 2 3 क्या लग रहा है होगा क्या नहीं होने वाला राइट पीछे की तीन कैंडल्स में भी लग नहीं रहा इस इन तीनों को देखिए 1 2 3 लग रहा है होगा नहीं टूथ इन तीन कैंडल्स को देखिए यह होगा क्या चेक करते हैं देखते हैं कितना बैठ रहा है ये थ्री कैंडल्स इज इट कमिंग टूथ मतलब इसकी विक से लेकर के यह बॉटम वाला जो बेस है वहां तक तो यह अपना आ रहा है 78 पर नॉट वर्थ इट सो वी विल लीव दैट तो ये आपको यहां पे बाइंग का इंडिकेटर नहीं दे रहा है सो वी विल रिमूव दोस ड्राइंग्स वी विल गो बैक और पीछे देखते हैं और होंगी कैंडल्स यार इतनी थोड़ी होती है और होती है और देखते हैं देखिए यहां पे ग्रीन कैंडल्स देखिए ग्रीन कैंडल्स पे फोकस करें इसकी विक यहां पे जा रही है देखो इसकी विक मैं हटा रहा हूं यहां से देखो विक यहां पे गई दिस इज द विक टूथ यहां से यहां तक देखते हैं 20 पर है उससे ज्यादा हो रहा है क्या आइए देखिए 20 या उससे ज्यादा हो रहा है क्या न टूथ पे ये ये ऊपर से नीचे नहीं देखना है हमें नीचे से ऊपर देखना है नीचे से ऊपर और ऊपर से नीचे में इट्स अ बिग डिफरेंस यस इट्स अ बिग डिफरेंस आप 18 1800 का नीचे आओगे 20 पर या 1800 से 20 पर ऊपर जाओगे दोनों चीजों में डिफरेंस है राइट तो अच्छा हुआ चीज यहां पर हमने देखी और हम देखिए इस कैंडल से देखेंगे 20 पर अपराइज हुआ कि नहीं हुआ थ्री डेज के अंतराल में या टू डेज या वन डे के अंतराल में लगभग 19 पर का लगभग आ रहा है तो आप 19 बोलो 20 बोलो एकदम हार्ड एंड फास्ट रूल नहीं है 19 पर भी हम काम चला सकते हैं 19 पर भी हम काम चला सकते हैं गट द पॉइंट वेरी क्लियर एकदम हार्ड एंड फास्ट नहीं है 1920 चलेगा यह भी 19 के करीब है इट्स ओके चल जाएगा अब हम क्या करेंगे इसके लोअर मोस्ट पॉइंट पे एक हॉरिजॉन्टल लाइन बना लेंगे सो लेट्स मेक अ हॉरिजॉन्टल लाइन हियर बना लिए एक एक और हॉरिजॉन्टल लाइन बनाएंगे इसके टॉप पोर्शन पर यहां पर बना लिए अब हमको कब खरीदना है हम देखो हम थोड़ा पीछे पीछे पीछे पीछे गए और ऐसी तीन कैंडल्स को खोजे अभी है 1 जून एकदम लेटेस्ट 1 जून की बात हो रही है एकदम ठीक है यह पोर्शन जो है एकदम लेटेस्ट पोर्शन है आपको य बताने के लिए देखो भाई आईआरसीटीसी में मौका आ रहा है राइट ऑलराइट देखो किस चीज का मौका आ रहा है जिन्होंने इन्वेस्टमेंट कि किया होगा उनको मिलेगा तोहफा तो देखो कैसे मिलेगा इस तरीके से मिलेगा बा बात समझिए बड़े ध्यान से यह पॉइंट जो है लोवेस्ट पॉइंट जो है यह पॉइंट पे बाय करना है और ऊपर वाले पॉइंट पे हमें सेल करना है नीचे वाले पॉइंट पर बाय करना है ऊपर वाले पॉइंट पर सेल करना है तो आप पीछे गए आपने देखा कैंडल वाला पैटर्न कहां बन रहा है अच्छा यहां बन रहा है तो हम अगर रेगुलरली देखेंगे अब तो हमारा मौका चला गया लेकिन अभी सीख तो सकते हैं अब मौका चला जा चुका है लेकिन अभी आगे तो सीखो ग और आगे जब आप करेंगे तो आप इस तरीके से आगे बढ़ेंगे तो देखिएगा यहां पर बड़े ध्यान से कि होगा क्या कि आप वेट करेंगे इस स्टॉक के नीचे आने का प्राइस के नीचे आने का नीचे आने का नीचे आने का कुछ दिनों में नीचे आएगा जब कुछ दिनों में नीचे आकर इसको हिट करेगा वापस देखो ये रेड कैंडल पे आके हिट किया तो हम इस पॉइंट पे यानी कि 668 पे बाय कर लेंगे और उसके बाद यहां पर बाय करने का कुछ दिन का इंतजार करेंगे जिस दिन आप बाय करोगे ना शायद हो सकता है उस दिन नीचे भी जाए अरे डरना नहीं है अपने को अपने को डरना नहीं अपने को मालूम है अपन ने कंपनी अच्छी ली है अपन ने स्ट्रेटेजी अच्छी तैयार करी हुई है और वह स्ट्रेटेजी फुल प्रूफ है कोई दिक्कत नहीं है जाने दो थोड़ा नीचे डरना नहीं कुछ लोग यहां पर डर जाते हैं और फिर बैक आउट कर देते हैं स्टॉप लॉस लगा देते हैं यह सब कर देते हैं आप रहने दो यहां पे उसके बाद कुछ दिन का वेट करो कुछ दिन का वेट आप करोगे आप देखोगे आपके प्राइसेस बढ़ने शुरू हो गए बढ़ने शुरू हो गए और आज की डेट में 1 जून की अगर मैं बात करूं तो जिस भी पर्सन ने इस दिन 12 अप्रैल को अपने पैसे लगाए होते तो अभी तक के उसका 16 पर प्रॉफिट बुक हो चुका है लेकिन अभी भी सेल करने का टाइम नहीं है अभी कुछ दिन में बढ़ेगा और जब अगर कुछ दिन में बढ़ेगा तो आज जो मेरी रिकॉर्डिंग डेट है 1 जून की है जब कुछ दिन में ये इंक्रीज करेगा कभी भी करे 8 8 जून 10 जून कभी भी करे तब वो सेल करेगा अब मैं मान ले रहा हूं कि 9 जून को वह सेल करेगा तो ऐसे में 12 अप्रैल से 9 जून यानी कि दो महीनों में 18.942179 दूसरी कंपनी में अपॉर्चुनिटी मिलेगी वहां डालना है फिर निकालते रहना है तो आप अभी अभी मौका नहीं है अभी आईआरसीटीसी में इन्वेस्ट करने का अभी क्या होगा अभी आपको देखना है ऐसी कैंडल्स दिखाई पड़ेंगी कहीं पर आती हुई रोज ऑब्जर्व करेंगे आप अब मैं ये ड्राइंग्स को हटा रहा हूं रोज ऑब्जर्व करेंगे आपको इस तरह की जब तीन कैंडल्स दिखाई पड़ेंगे आईआरसीटीसी की थ्री डेज तक कंटीन्यूअसली या एक ही कैंडल 20 पर की ग्रोथ दिखाएगी ग्रीन कैंडल तब बाय मत कर लेना ना ना ना ना तब आप मार् करना जैसे हमने मार्किंग की यहां पर यहां पर मार्किंग की तो यह कोई ना कोई फ्यूचर में भी ऐसा डे आएगा तो आप क्या करेंगे आप मार्क कर लेंगे इसको य ऐसा ऐसी मार्किंग कर ली आपने एक और हॉरिजॉन्टल लाइन यहां पर आपने एक और लगा दी मार्किंग कर ली तो आप क्या करेंगे जब आपको यह चीज दिखेगी आगे आगे चलके मान लो इस तरह का कुछ दिखेगा मैं एग्जांपल के तौर पर लेता हूं लेटस सपोज मैं एग्जांपल लेता हूं कि फ्यूचर में आप करोगे कैसे बड़े ध्यान से समझो रिमूव ड्राइंग मान लो कि आपको एक कैंडल यहां पर दिखी ठीक और आपको दूसरी कैंडल 20 पर की ग्रोथ की यहां पर दिखी मतलब आपने फ्यूचर फ्यूचर की बात कर रहा हूं मैं 14 जून 15 जून जो अभी आया नहीं है अगर आप यह बैच टू बैच थ बागे की बैचे में देख समझिए कि यह 14 जून मेरी रिकॉर्डिंग डेट का फ्यूचर है मेरी रिकॉर्डिंग डेट का फ्यूचर है तो कैंडल्स मान लो यहां पर बन के आ गई तीन कैंडल आ गई एक कैंडल दो कैंडल आ गई जिसने 20 पर की ग्रोथ दिखाई तो हम यहां पर बाय नहीं करेंगे जहां पे मेरा कर्सर है हम बाय करेंगे जब ये नीचे आएगा नीचे आएगा कभी ना कभी तो फिर से नीचे आएगा और जब नीचे आएगा तो यह हमारा बाय पॉइंट होगा फिर हम बाय करेंगे और फिर जब दोबारा इस पोजीशन पर जाएगा तो हम तुरंत ही इसको सेल कर देंगे अब आप सोच रहे होंगे कि सर यहां पर क्यों सेल करें हम व्हाई शुड वी सेल एट दिस पॉइंट वेयर माय कर्सर इज बड़े ध्यान से समझिए कि हमने यहां पे बाय किया हम यहां पर सेल क्यों करें और ऊपर गया तो मैंने क्या बोला मैथ फॉलो करिए स्ट्रेटेजी फॉलो करिए एक दो परट की लालच में जाएंगे तो ऐसे में क्या होगा दिक्कत हो जाएगी आपके नेक्स्ट लेक्चर में मैंने ये चीजें समझाई है कि स्ट्रेटेजी फॉलो करना क्यों जरूरी है ठीक है लालच नहीं करना है हमको कभी थोड़ा कम कभी थोड़ा ज्यादा होगा बट कोई बात नहीं ठीक ऑलराइट अब हम देखो और पास्ट में जाते हैं और पीछे जाते हैं या कोई और कंपनी भी लेकर के देख सकते हैं और फिर हम यहां पर आईआरसीटीसी में दोबारा से आएंगे एक क्लोथिंग कंपनी है लेट्स कम टू दैट टीसीएनएस क्लोथिंग देखो टीसीएनएस क्लोथिंग टीसीएनएस ब्रांड्स एनएससी की कंपनी है यह क्या करती है कंपनी देखना है तो देखो टीसीएनएस क्लोथिंग देखिए टीसीएनएस क्लोथिंग कंपनी इज अ बिग एरेल ब्रांड इन व्च ये जो डब्लू की विशफुल रेलिया 11 ये सब वूमेंस यर जो है है ना ये इसके अंदर आते हैं यह टीसीएनएस इनकी वेबसाइट देखो कितनी सिंपल सी है कुछ नहीं है वेबसाइट में लेकिन ये इन सबके ओनर हैं समझे तो यह टीसीएनएस क्लोथिंग पे आए अपन टीसीएनएस क्लोथिंग पे पीछे जाके देखते हैं कहीं पे 20 पर या उससे ज्यादा का कुछ जंप दिख रहा है क्या क्या यह 20 पर जंप है नहीं है पीछे जाते हैं पीछे जाते हैं और देखते हैं एक वीक से लेकर के दूसरी वक तक देखना है आपको 20 पर का जंप है क्या 437 है यह 495 आई डोंट थिंक सो इट्स 20 पर जंप उसके बाद पीछे जाते हैं देखो यहां पर आप देखिए आई थिंक दिस इज इट तो देखो यहां पर अपन क्या करेंगे यहां पर हम यह बनाएंगे यह विक से बॉटम विक से लेकर के इसकी टॉप विक तक के यह बॉटम विक और यहां से लेकर के टॉप विक सो लेट्स ड्र दिस ये वाली टॉप पिक थर्ड वाली इसकी तो 29.5 पर का जंप है 29.5 पर का जंप कब है 17 से लेकर के 19 फेब के बीच में 17 18 एंड 19 फब अब हम क्या करेंगे एक हॉरिजॉन्टल लाइन बनाएंगे देखो अब से आप इस हर कंपनी में इस तरीके की चीजें करके रखेंगे सेव करके ताकि जैसे ही आपको मौका लगे ऐसी कैंडल्स आपको दिखाई देंगी तो आप यह बना के रखेंगे और जैसे ही आपको मौका दिखे आप बाय कर लेंगे तो यह बाय पॉइंट है क्या क्या यह जो मैंने टॉप पर हाईलाइट करके रखा है अभी जहां पे कर्सर है क्या यह वाला बय बाय पॉइंट है क्या बाय पॉइंट नो इट विल कम डाउन वेट फॉर इट यह सोच कर इसके जाल में मत फंस जाना कि यहां पे बाय करना है वेट फॉर इट इट विल कम डाउन कम डाउन कम डाउन हमारी ब्लू लाइन नीचे वाली जो है उसमें आएगा उसको आने देना है जब वोह आएगा तब हम बाय करेंगे और अगर नहीं आया तो नहीं आया तो नहीं बाय करेंगे अभी नहीं आया है अभी नहीं बाय करना है अभी ये देखो नीचे ब्लू वाली लाइन तक के टच नहीं किया है उसके बाद ऊपर बढ़ना शुरू कर दिया नो वी विल नॉट बाय वी विल हैव टू कंट्रोल आवर सेल्व वी विल हैव टू कंट्रोल आवर सेल्स तभी करेंगे जब हमारे पास सही मौका होगा अभी वह मौका नहीं आया है अभी अगर और नीचे जाता है और हमारे इस ब्लू लाइन को टच करता है यह वाली कौन सी 394 वाली लाइन को टच करता है तब हम बाय करेंगे मैं इसको थोड़ा सा और जूम आउट करके आपको दिखाना चाहता हूं आप जूम आउट करके देखो क्या यह ब्लू प अभी टच किया ये कर्व नहीं किया तो हम जब तक के ब्लू लाइन में टच ना करें यह नीचे वाली ब्लू लाइन तब तक हम बाय नहीं करने वाले नेवर नेवर नेवर अब आप बोलोगे सर कभी नहीं टच किया तो बिल्कुल वाजिब है कभी नहीं टच किया यहां पे ब्लू लाइन में तो अरे कोई बात नहीं आपके यह कैंडल पैटर्स बन रहे हैं ना आगे भी तो तो हो सकता है आज मैं जैसे फॉर एग्जांपल 1 जून को रिकॉर्ड कर रहा हूं मे बी दोती च जून को ऐसी कैंडल पैटर्न आ जाए जो आपको 20 पर की ग्रोथ देते हैं तब आपकी ये दो ब्लू लाइंस नहीं होंगी तब आपकी दूसरी दो ब्लू लाइंस बनेंगी तब आपकी ये दो ब्लू लाइंस नहीं होंगी तब आपकी दूसरी ये जो ब्लू लाइंस आप देख रहे हो हॉरिजॉन्टल लाइन ये दूसरी हो जाएंगी फिर आप उसके बेसिस पे बाय या सेल करोगे जो आगे बनेगी तो जो भी लेटेस्ट ऐसा आपका थ्री कैंडल पैटर्न बन रहा होगा आप उसको देखोगे बहुत जल्दी नहीं है हमको टीसीएनएस क्लोजिंग में इन्वेस्टमेंट करने की हमारे पास बहुत सारी कंपनियां है अभी मैं आपको बहुत सारी कंपनियां दिखाऊंगा जहां पर अभी भी हम बाय कर सक सते हैं ऐसी आपको दसों कंपनी मिल जाएंगी जिसमें आज की डेट में आप बाय कर सकते हो देयर इज अ होल लिस्ट ऑफ कंपनीज वेर वी कैन बाय सो यह एनालिसिस करने का तरीका और आपने ऑब्जर्व किया अपनी वॉच लिस्ट में आपने क्लिक कर कर के देखा कि किस तरीके से आप कब इन कंपनीज को बाय कर सकते हो हर रोज थोड़ा विजिट कर कर के आपने देखा आधा एक घंटा लगता है हर कंपनी को क्लिक कर कर के उसके ग्राफ को लोड करा के विजिट कराने और यह जो मैंने एक बार इसम इस कंपनी के लिए बना दिया कंपनी के लिए यह सेव रहता है यह कहीं नहीं जाता यह सेव रहता है फिर आप दो दिन के बाद देखोगे आप देखोगे अच्छा इसके ग्राफ में कोई चेंज आया क्या कैंडल आया कैंडल आया अगर नहीं आया तो आप इसी का वेट करेंगे इसके यह वाले पॉइंट के आने का तभी आप बाय करेंगे नीचे वाले पॉइंट पर आने का अगर नहीं आया कोई बात नहीं वेट करिए तो कोई दूसरा कैंडल पैटर्न जनरेट होगा फिर उस कैंडल पैटर्न पर काम करेंगे बात समझे आएगा लेकिन जरूर आएगा लेकिन जरूर हमारे पास बहुत सारी कंपनीज है हमें अपना ऐसा डुबाना नहीं है ठीक है अब पीछे आओ पीछे आओ और कैंडल्स दिख रही है क्या हां यह देखो यहां पर अब मैं पहले यहां पर था इस पॉइंट पर था अब मैंने अब मैं यहां पर आया हूं ठीक ऑलराइट देखो पास्ट में क्या लोगों ने इस स्ट्रेटेजी से प्रॉफिट बुक किया है क्या चलो देखते हैं यहां से लेकर के यहां तक के दो कैंडल्स है इसकी विक यहां पर जा रही है दो कैंडल्स है इन दोनों कैंडल्स को अगर हम देखें तो देर इज 23.9 अच्छा ऊपर से नीचे नहीं आना है मैंने ही आपको बताया क्या करना है हमें नीचे से ऊपर जाना है तो तीन कैंडल्स हैं अपने पास 1 2 3 एक छोटी कैंडल भी तो है वहां पे यह कब की बा कब की बात बता रहा हूं मैं दिसंबर की बात बता रहा हूं तो 33 पर का ग्रोथ है यहां से 1 2 3 15 16 17 दिसंबर थ्री डेज में 33 का ग्रोथ है हम क्या करेंगे हमने ग्रोथ देखा अगर हम मान लीजिए ये यह चीज देख रहे हैं अ मान ली जी आप आप देख रहे हो आप हो 20 25 दिसंबर पे 25 दिसंबर के आसपास आप देख रहे हो तो आप ऑब्जर्व किए 25 दिसंबर को अब पीछे जाओ थोड़ा सा पीछे अपने आप को इमेजिन करो क्योंकि अगर यही एक्टिविटी आप रोज कर रहे होंगे तो आपको मौके मिलेंगे ना तो मान लो आपको इस तरीके का एक पैटर्न दिख गया आपने क्या किया बोला ठीक है भाई साहब एक काम करते हैं यहां पे एक हॉरिजॉन्टल लाइन और यहां पे एक हॉरिजॉन्टल लाइन बना देते हैं अब मेरा यह वाला हो गया बाय पॉइंट यह वाला हो गया सेल पॉइंट अभी यह वाला कर्व है ही नहीं आगे का अभी एजिस्ट ही नहीं करता ये मैं यह बता रहा हूं कि अब आगे की ट्रेडिंग आप करोगे कैसे हमें फ्यूचर को समझने के लिए पास्ट को समझना पड़ेगा ना कि पास्ट में कैसा किया गया होगा तभी आप फ्यूचर को पकड़ पाओगे तो अब आप इमेजिन करो कि यू आर ऑन 25 ऑफ दिसंबर 2020 एंड यू आर इमेजिनिंग कि भै अब मैं खरीदूंगा जनवरी को आपको मौका मिलेगा तो आपने जब यह कैंडल देखी 17 दिसंबर को एक महीने बाद आपको इसको खरीदने का मौका मिला ग्रैब योर अपॉर्चुनिटी एट दैट टाइम यस ग्रब इट आपको खरीदने का मौका यहां पर मिला जैसे ही खरीदने का मौका मिला आप यहां पर खरीदिए 18 जनवरी को खरीदिए और फिर आप इंतजार करिए सेल करने का कब इस पॉइंट पे या इन दिनों में जिस भी मोमेंट पर टच कर गया आप उस दिन नहीं देख पाए आप बोलोगे सर उस दिन नहीं देख पाए कोई बात नहीं अगले दिन बेच दो अरे अगले दिन आफ्टर मार्केट ऑर्डर दे दो अगले दिन एक एमओ डाल कर के अगले दिन बेज दो क्या दिक्कत है तो आपको कितना प्रॉफिट बुक हुआ और कितने दिनों में हुआ आइए देखिए यहां पे आपने खरीद लिया और यहां पे अगर आप राइट टाइम पे कर देते अगर चलो नहीं भी किए चलो मान लेता हूं मैं अगले दिन आपको लगा अरे उस दिन तो एकदम पीक आई कैंडल की मेरा ध्यान नहीं गया कोई बात नहीं मैं ऑफिस से आ मैं देखा अरे यार मिस हो गया चांस कोई बात नहीं मैं नेक्स्ट डे कर दूंगा अगर मैं नेक्स्ट डे भी करता हूं और मैं अगली कैंडल को ले रहा हूं मैं कम ले रहा हूं सेलिंग प्राइस हमारा सेल करने का तो भी 2 महीने में 59 डेज में आई हैव बुक्ड अ प्रॉफिट ऑफ 25 पर मोर देन 25 पर जिसने 1 लाख लगाया होगा उसका 125000 हो गया होगा मात्र दो महीनों में एक बैंक जो है 1 साल में 1 लाख का आज की डेट में 103000 2500 करके दे रही है 2 % चल रहा है सेविंग्स में इंटरेस्ट यहां पर एक लाख का 125000 हो चुका है बात समझ में आई आपको आई होप दिस इ क्लियर क्लियर हुआ य चीज अब आते हैं हम थोड़ा सा कॉम्प्लिकेटेड सिनेरियो में थोड़ा सा कॉम्प्लिकेटेड सिनेरियो इन द सेंस वह लेने के लिए आते हैं आईआरसीटीसी में आपको यह सिनेरियो आपको हर कंपनी में मिल सकता है इस तरीके का आप आइए थोड़े से कॉम्प्लिकेटेड सिनेरियो में फिर से हम आते हैं आईआरसीटीसी में चलिए आर सीटीसी य ठीक अब आईआरसीटीसी में अभी तो हमने यह समझा कि भाई साहब जिन्होंने यहां पर खरीदा होगा उनका बेचने का मौका आ सकता है अभी 9 जून 10 जून को आ सकता है और उनको इतना 181 पर रिटर्न मिलने वाला है ठीक है पीछे जाते हैं थोड़ा सा अपन हिस्ट्री से सीखने की कोशिश करें क्या यहां पर किसी को 20 पर का ग्रोथ दिख रहा है क्या यहां पर 20 पर का ग्रोथ दिख रहा है क्या अरे दिख रहा है भैया बहुत दिख रहा है देखो तीन यहां पर कैंडल है पीछे जा रहा हूं मैं थोड़ा सा यहां पर भी है देखो तीन कैंडल यहां पर भी है यहां पर यहां पर पाच है पाच में देखते हैं कितना आ रहा है पांच में नहीं लेना है अपने को तीन में ही लेना है एस पर द स्ट्रेटजी तो तीन कंकूट कैंडल्स को लो कितना ग्रोथ आ रहा है 17 18 पर यहां पर भी आ रहा है जितना उसमें आ रहा था ना आईआरसीटीसी के पिछले केस में उतना ही यहां पर भी आ रहा है लगभग लगभग ठीक है इट्स ओके इट्स ओके चलेगा इसको रिमूव करते हैं ड्राइंग को अपन आगे बढ़ते हैं आगे देखते हैं क्या यहां पे जो तीन कैंडल्स है न टूथ इसमें बुक हो रहा है क्या न टूथ इसमें बुक हो रहा है क्या नहीं हो रहा वो तो समझ में आ ही रहा है ऊपर जाओ नीचे जाओ उतना नहीं हो रहा बुक ठीक है राइट रिमूव कर देते ड्राइंग्स को पीछे आते हैं और किसी ने अगर 3 दिसंबर को देखा होगा और चार और पाच को देखा होगा तो ऑब्जर्वर को जैसे हम ऑब्जर्वर हैं क्या हमें कैंडल्स में ग्रोथ दिखी होगी अरे दिखी भैया ग्रोथ कितनी दिखी 27 पर की ग्रोथ दिखी ती च और 5 दिसंबर इन तीन दिनों में क्या हम वहां पर बाय कर लेंगे क्या नहीं जहां पर सब बाय करते हैं सोच के कि शेयर बढ़ रहा है हमें वहां पर बाय नहीं करना है हमें इसको फिर से नीचे आने देना है क्यों हो रहा है ऐसा व्हाई इज दिस हैपनिंग बिकॉज ये जो बिग इन्वेस्टर्स होते हैं जैसे ही ग्रोथ होती है अपने पैसे को निकाल लेते हैं इनको इंस्टेंट पैसे चाहिए रहते हैं मार्केट से तो जब जैसे ही बिग ग्रोथ दिखती है यह मार्केट से पैसे निकालकर फिर से इसको डाउन कर देते हैं तो हमें वह डाउन होने का वेट करना है यह मार्केट का पूरा चक्कर है साइक्लिक जो हमेशा चलता है और हमेशा लोग इसमें फसते हैं देखो क्या होता है बात समझना कि मान लो कि एसबीआई है आईसीआईसी है इनके म्यूचुअल फंड्स हैं म्यूचुअल फंड्स इन्होंने क्या किए स्टॉक मार्केट में लगा दिए अब इन्होंने म्यूचुअल फंड स्टॉक मार्केट में लगाया इनको दिखा भाई साहब अब 20 पर 25 पर की ग्रोथ हो रही है दो-तीन दिनों में और यह लोग म्यूचुअल फंड्स में क्या करते हैं पता है सब प्लानिंग से करते हैं मैं पूरी प्लानिंग आपको बताऊंगा अभी समझ लो ऐसे कि मान लो एसबीआई आईसीआईसी एडी सब मिलजुल के एक साथ मार्केट में पैसे डालेंगे शेयर प्राइस को बढ़ाएंगे रिटेल इन्वेस्टर्स भी क्या करेंगे उसी में हाथ धोने के लिए अपना भी आ जाएंगे थोड़ा सा और ऐसे में जैसे ही उनको रिटेल इन्वेस्टर्स का भी पुश मिलेगा तो वह अपना प्रॉफिट बुक करके सारे के सारे शेयर सेल करके शेयर प्राइस को नीचे गिरा देंगे इस टाइम पर जब नीचे गिर रहा होता है ना जैसे कि 8 दिसंबर 9 दिसंबर 10 दि तो दिल धकधक कर रहा होता है लोगों का दिल धकधक कर जिन्होंने हाई प्राइस पर खरीदा होता है उनका दिल धकधक कर रहा होता है कि क्या हो गया क्या हो गया करके इस तरह की चीज होती है हम तो वहां पर खरीदे ही नहीं वी आर स्मार्ट वी नेवर बाय एट दैट पॉइंट बट वी नो दैट इट इज गोइंग टू हिट द बॉटम पॉइंट तो वेयर वी विल बाय वी विल बाय हियर च डे 22 ऑफ दिसंबर वल बाय जब हम 2 दिसंबर को बाय करेंगे तो हम इंतजार करेंगे वेट करेंगे उसके बाद फिर आप देख पा रहे हो हम सेल कब करेंगे जब ये वापस अपने पीक को हिट करेगा वापस अपने पीक को हिट करेगा तो मार्केट की साइकोलॉजी समझा रहा हूं मैं आपको मिलियन डॉलर एडवाइस है ये किस तरीके से मार्केट काम करता है तो ऐसे में यू हैव बुक्ड अ प्रॉफिट ऑफ 27 पर मोर दन 27 पर इन लेस देन टू मंथ्स 53 डेज हो गया प्रॉफिट बुक यस यह प्रॉफिट बुक हो गया यह फिर से एकदम स्टीप क्यों बढ़ता है पता है फिर से एसबीआई आईसीआईसीआई म्यूचुअल फंड्स वाली कंपनी फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ये सभी को पैसों की जरूरत आन पड़ी सब मिलकर के एक शेयर में पैसा धन धना के लगाते हैं एक शेयर में जब यह पैसा धन धना के लगाते यह रोज कर रहे होते हैं यह कभी इस शेयर में करते हैं कभी उस शेयर में करते हैं इधर भागते हैं उधर भागते उनके पास पूरी टीम लगी रहती है तो यह धन धना के ऊपर इसलिए भागता है हमारी आपकी से नहीं भागता रिटेल इन्वेस्टर उनकी वजह से भागता है क्योंकि वो लोग पैसे लगा लगा के लगा लगा के शेयर प्राइस बढ़ा देते हैं और लगा लगा के शेयर प्राइस बढ़ा देते तो अगर हमने पहले से ही बाय कर रखा होगा तो हम यहां पर आते ही तुरंत सेल कर देंगे यहां पर आते ही तुरंत सेल कर देंगे बात समझ में आई बिल्कुल बात समझ में आई और हां यह यहां तक आएगा जरूर क्यों आएगा इसके पीछे कारण क्या है पता है कि वो उतना रिटर्न चाहते हैं कि वो पिछला वाला जो रिटर्न था उससे थोड़ा सा ज्यादा मिल जाए क्योंकि उतने टाइम में इंफ्लेशन भी तो हुआ होगा तो ये ये लोग जो होते हैं ना एनालिस्ट होते हैं जितने भी जैसे कि आपके एनालिस्ट हो गए एसबीआई में बैठे हुए एनालिस्ट हैं जो म्यूचुअल फंड्स में काम कर रहे हैं आईएम के ग्रेजुएट्स हैं उनको मालूम है भाई साहब 6 महीने में जो महंगाई है वह 2 प्र बढ़ गई 1 प्र बढ़ गई है तो अब रिटर्न हमें थोड़ा ज्यादा चाहिए पिछले बार से तो इस बार हमें थोड़ा ऐसे पैसे लगाने पड़ेंगे कि रिटर्न और ज्यादा है तो तो ये क्या करेंगे और फंड लगाएंगे और फंड लगाएंगे और शेयर प्राइस को बढ़ाएंगे और ऐसे करके एक दो कंपनी नहीं सारे मिलकर के ये काम करते हैं और पब्लिक को बेवकूफ बना देते हैं सारे मिलकर ये काम करेंगे तुरंत दो-तीन दिन में शेयर प्राइस उठा कर के प्रॉफिट बुक करके चल देंगे फिर गिरा देंगे शेयर प्राइस को देखो फिर गिर गई रेड रेड रेड फिर गिर गई फिर किसी को जरूरत पड़ी फिर एक लॉबी आई एसबीआई मिला दो या बजज फाइनेंस मिला दो इन सब कंपनियों ने अपने-अपने पैसे लगाना शुरू किए अपने ही शेयर्स प पे या किसी और कंपनी के शेयर्स पे डिसाइड करके आपस में और पूरी लॉबी ने इसको फिर से इंक्रीज कर दिया बात समझे और फिर कुछ दिनों में पैसे निकाल कर के फिर शेयर प्राइस डुबा दिए इसमें फसता कौन है इसमें फंसते हैं वोह 97 पर रिटेल इन्वेस्टर आप किसम हैं आप हैं 3 पर में आई होप आप ये चीज को बहुत अच्छे से समझ रहे अगर नहीं समझ रहे इस चीज को अगर आपका ध्यान इधर-उधर है टीवी देख रहे हो मोबाइल में दूसरी चीजें मैसेजेस आ रहे हैं की बात हो रही है य आपकी इतनी इंपॉर्टेंट बात हो रही है कि यहां पर आपको सब चीज छोड़ कर के इसी लेक्चर को फिर से दो बार चार बार 10 बार देखना चाहिए क्योंकि यह चीज मैं लाइव में फिर से एक्सप्लेन नहीं करूंगा बिकॉज लाइव में अगर कोई और लिंक विंग से देखता है तो उसको यह चीजें लीक हो जाएंगी तो लाइव में यह चीजें मैं एक्सप्लेन नहीं करने वाला यह जो स्ट्रेटेजी है आप 10 बार देखिए 50 बार देखिए लेकिन यह स्ट्रेटेजी आपको रिकॉर्डेड में ही देखनी होगी बात समझ में आ गई आपको बहुत अच्छे से आई होप सिंसियर होप कि आपको य चीज बहुत अच्छे से एकदम क्लियर समझ में आ गई होगी कि व्हाट वी आर एक्चुअली डूइंग हम लोग तब नहीं खरीद रहे हैं जब प्राइस हाई है हम सिर्फ उसको मार्क कर ले रहे कि यहां पर हाई पॉइंट आया था अगली बार भी व हाई पॉइंट आएगा क्यों आएगा अगली बार भी व हाई पॉइंट हम नीचे खरीदेंगे ऊपर नहीं खरीदेंगे तो तीन कैंडल्स हमने देखी हम नीचे खरीदेंगे उनके ऊपर नहीं खरीदेंगे क्यों होगा ऐसा इसके पीछे पूरा लॉजिक समझ पा रहे हो कि अगर मान लो इंफ्लेशन बढ़ रहा आधा पर 1 पर तो अगली बार जब ये कंपनी फिर से यहां पर अटैक करेंगी तो व पिछली बार से थोड़ा ज्यादा लेना चाहेंगी कि नहीं क्योंकि आधा एक परसेंट इंफ्लेशन का भी तो आ गया तो वहां तक वो पहुंचेगा जरूर जब तक एकदम भारी लेमन ब्रदर्स टाइप का रिसेशन ना आ जाए या फिर कंपनी एकदम वाहियात या दिवालिया ना हो जाए अगर कंपनी अच्छी है जो कि हमने बैकग्राउंड में कंपनी का चेक किया है कंपनी शानदार है जानदार कंपनी है जिस कंपनी के फाइनेंशियल्स अच्छे हैं बैलेंस शीट बढ़िया है तगड़ी है डेट नहीं है तो कंपनी खुद की वजह से कभी नहीं गिरेगी यह गिर रही है और उठ रही है यह हम लोगों की वजह से हम अगर स्ट्रांग कंपनी या स्ट्रंग फाउंडेशन लेते हैं तो उठना और गिरना यह हमारी फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस फॉरेन इंस्टीट्यूशंस हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स इनकी वजह से होता है यह कंपनी की वजह से नहीं होता तो यह जो खेल है अब कंपनी से हट चुका है क्योंकि हमने कंपनी तो सॉलिड ले ली ना क्योंकि हमने कंपनी सॉलिड ले ली तो अब कंपनी का खेल नहीं रहा यह अब यह खेल रह गया है हमारे और आपके बीच में क्या आप उस 3 पर में है या फिर उस 97 पर में डर के मारे छोड़ के भागने वालों में से हैं स्ट्रेटेजी अपनाए पूरी मार्केट मैंने आपके सामने खोल के रख दी है कि मार्केट में हो क्या रहा है समझ में आई बात इसका एक और वर्जन है दूसरा वर्जन आइए समझते हैं और पीछे चलके और कुछ कंपनीज में ऐसा हो सकता है अगर हो गया है कोई टेंशन की बात नहीं है अब आप एक बार यहां पे चेक करो तो एक दो तीन यहां पर चेक करो क्या यहां पे 30 पर का प्रॉफिट बुक हो रहा है क्या आओ चेक करें नीचे से ऊपर में 20 पर सॉरी 30 नहीं 20 ओ डेफिनेटली हो रहा है आप देख रहे हो 3 दिसंबर से 8 दिसंबर तो हम लोग यहां पे बाय किए यहां पर सेल कर दिए बात समझ गए आप यह तो क्लियर है मैं और पीछे आता हूं आपको एक चीज और दिखानी है मुझको आइए पीछे आइए पीछे आइए पीछे आइए पीछे आइए आपको कोई ऐसे तीन कैंडल्स दिखी क्या आपको तीन कैंडल्स नहीं यहां पर आपको ग्रीन ग्रीन दिख तो रही है यह अप्पर सर्किट अप्पर सर्किट हिट किया है इसने तुरंत तुरंत तुरंत तुरंत अपर सर्किट कोई गवर्नमेंट की पॉलिसी हुई होगी या बजट बजट आया होगा देखो 31 मार्च के बाद नया फाइनेंशियल ईयर शुरू हुआ अपर सर्किट अपर सर्किट अपर सर्किट कुछ ना कुछ गवर्नमेंट की पॉलिसी आई होगी तो ऊपर चला गया लेकिन हमें तीन ही कैंडल देखने तीन दो या एक आप बोलोगे सर देखो ग्रीन ग्रीन ग्रीन ग्रीन वाला पूरा रीजन चल रहा है तो यह ग्रीन ग्रीन वाले को मैं देखूं तो यह ग्रीन ग्रीन वाला तो मुझे 90 पर की ग्रोथ दे दिया उसको छोड़ दो वो कभी-कभी आया तो आया वो अपने काम का नहीं है 90 पर की ग्रोथ दे दिया वो कुछ लोगों के लिए दे दिया उस समय लेकिन हमें कंसिस्टेंटली पैसे कमाने हैं दो दिन में पैसे कमा के निकलना नहीं है तो इसीलिए रूल्स के हिसाब से चलिए और नेक्स्ट लेक्चर जो है व जरूर आप देखिएगा जहां पे मैंने समझाया इंपॉर्टेंस ऑफ रूल्स रूल्स को फॉलो करना क्यों जरूरी है कंसिस्टेंटली कमाने के लिए ठीक है तो ये कभी-कभी वाली चीजें हैं जो कभी-कभी एप्लीकेबल होंगी लेकिन हमें वो देखना है जो हर बार एप्लीकेबल होगी भले ही व हमें 27 30 प्र देगी दो महीने में कोई बात नहीं चलेगा जिंदगी भर कमाएंगे जिंदगी भर पैसे छापें ठीक है यह एक बार की बात नहीं है कि यहां पर हमको मिल रहा है तो चलो यहां पर लूट लो छोड़ दो इसको इसमें तीन कैंडल नहीं है कंकूट लीव इट नोबडी नोज कि अप्पर सर्किट अपर सर्किट हिट तो किया क्या पता किसी दिन लोअर सर्किट प आ जाता और गिरने लग जाता तो हो सकता है रिंग ट्रेडिंग हो रही हो हो सकता है तो इसीलिए इन सब चीजों में नहीं जाते हम लोग यह मार्केट का छलावा है मार्केट का दिखावा है लेट इट बी हम अपने नॉलेज के हिसाब से हम अपनी स्ट्रेटेजी के हिसाब से काम करेंगे अब देखते हैं और 30 पर पीछे थ्री कंकूट कैंडल्स मिल रहे है क्या थ्री कंकूट या टू या फिर वन इज इट वेरी क्लियर थ्री कंकूट या फिर टू या फिर वन देखते हैं टूथ कैंडल्स ओके 34.95 पर है इस कैंडल की बॉटम विक से 1 2 थ थर्ड कैंडल इसकी बॉटम इसकी टॉप विक तक दिस इज 35 पर का ग्रोथ अब हम इंतजार करेंगे अब हमें क्या करेंगे अगर हम इस डेट पे हैं मान लो आप 25 फरवरी पे हो खुद को इमेजिन करो उस डेट पे कि आप 28 19 20 फरवरी के आसपास में है इस इन दिनों में है इन तीन कैंडल्स का आपने देखा 34 आ गया अब आप इंतजार कर रहे हैं किस चीज का इंतजार कर रहे हैं इसके फिर से बॉटम को हिट करने का आप समझ पा रहे हैं मैं कहां जा रहा हूं आप समझ पा रहे हैं हम कहां जा रहे हैं यह बॉटम को हिट तो किया लेकिन और नीचे घुस गया नुकसान हो गया यह बॉटम को हिट किया और नीचे घुस गया नुकसान हो गया क्या नुकसान हुआ क्या अरे नहीं हुआ नुकसान आओ मैं समझाता हूं किस तरीके से नुकसान नहीं हुआ इसका मैं ले रहा हूं एक स्क्रीनशॉट और आपको मैं समझाता हूं थोड़ा सा आपके फायद और नुकसान के टर्म्स में ठीक अब आप क्या करिएगा अगर आपका नुकसान हो रहा है तो आप यह 30 पर के पीछे वाली और 30 30 पर को खोजिए 30 सॉरी 20 20 पर को खोजिए 30 तो अपने उससे आ गया कैलकुलेशन से मैंने आपको एक और चीज बताई थी अभी थोड़ी देर पहले कि हम लोग 30 30 पर प भी ज्यादा नहीं जाना चाहिए हमें क्योंकि जब हम 30 30 पर प जाते हैं तोहे पता होता है कि रिंग ट्रेडिंग या इस तरह की चीजें इवॉल्वड होंगी रिंग ट्रेडिंग या इस तरह की चीजें इवॉल्वड होंगी तभी देखो नतीजा क्या हुआ 30 पर ब बढ़ने के बाद उससे ज्यादा घुसा कि नहीं तो मार्केट जितना ज्यादा एक्सेप्शनली ऊपर जाएगा ना उतना ही ज्यादा एक्सेप्शनली उसको नीचे आना भी पड़ेगा क्योंकि जितने लोगों ने ये बढ़ाया होगा ना उतने लोग पैसा खींच के इसको नीचे भी करेंगे तो इसीलिए जितना ऊपर जाएगा उतना नीचे भी जाएगा इसी कारण ये 30 40 पर कभी राइज हो ना तो समझा करो एब नॉर्मल है लेकिन फिर भी आई विल टेल यू अ वे आउट ऑफ दिस अगर आपने यहां पे भी इन्वेस्टमेंट किया है आई एम टेलिंग यू अ होल सिस्टमैटिक प्रोसीजर आई एम टेलिंग यू अ वे आउट ऑफ दिस यू जस्ट हैव टू प्रैक्टिस इट प्रॉपर्ली आपको क्या करना है इसको प्रैक्टिस करना है अगर आपका पैसा घुसते जा रहा है इस तरीके से अगर हमारा पैसा घुस रहा है हमें लॉस ही लॉस बुक हो रहा है क्योंकि हमने यहां पर खरीदा ना इस पॉइंट पर खरीदा 5 मार्च को देखो य कर्सर और नीचे देखो 5 मार्च आ रहा है तो हमने 5 मार्च को खरीदा लेकिन उसके बाद 6 मार्च को नीचे चला गया 7 8 11 तो घुसते ही जा रहा है यार हमारा टेंशन बढ़ रहा है लोग यहां पे बेचते चले जाएंगे अपना अपना लेकिन फिर अप्पर सर्किट अपर सर्किट हिट किया फिर लोगों का बजट बजट आया उसके बाद 31 मार्च फिर लोगों का कुछ सेंटीमेंट बढ़े फिर लोगों ने खरीदना शुरू कर दिया तो अब आप यह बात को समझ पा रहे हो बड़े ध्यान से कि यहां पर हमने खरीदा है लेकिन हमारा पैसा घुसते जा रहा है घुसते जा रहा है प्रॉफिट ही बुक नहीं हो रहा फिर ले दे के 22 अप्रैल को हमारे बाय पॉइंट प आया तो हमने बिना प्रॉफिट किए निकाल लिया बिना प्रॉफिट किए निकाल लिया बिना प्रॉफिट किया थोड़ा बहुत प्रॉफिट किए निकाल लिया क्या मजाक है ऐसे थोड़ी होता है आओ समझाता हूं क्या करना होगा आपको फिर से बाय करना होगा ओ यस आपको फिर से बाय करना होगा लेकिन कब बाय करेंगे आपको मैं पूरी सिस्टमैटिक स्ट्रेटेजी अभी समझा रहा हूं कैसे बाय करना है कब बाय करना है आइए पीछे आइए पीछे आके आप फिर से कैंडल्स पर फोकस करिए कहां पर 20 पर से ज्यादा ग्रोथ दिखाई पड़ रही है क्या यहां पर 20 पर की ग्रोथ दिखाई पड़ी क्या थ्री कंकूट कैंडल्स में ओ 30 पर ग्रोथ है थ्री कंकूट मार्क कर लो इसको कर लो ठीक है अब आप क्या करोगे इसके पीछे और देखो और थ्री कंसेक्युटिव कैंडल जिसमें की 20 पर की ग्रोथ है क्या यहां पर है क्या न टूथी कैंडल्स यहां पर है क्या यहां पर नहीं है इसको छोड़ देते हैं इसको रहने देते हैं इसको डिलीट मार देते हैं ठीक इसके पीछे देखते हैं कहां पर है और थ्री कंकूट कैंडल्स वि 20 पर और मोर देन 20 पर ऑफ द ग्रोथ लेट्स सी यहां पर भी दिख रही है क्या नहीं दिख रही है अब आपको और पीछे आना होगा आपको 20 20 पर की ग्रोथ चाहिए ना आपको चाहिए 20 पर की ग्रोथ यहां पे है क्या 11 यहां पे लग रहा है शायद है एक बार करके देखते हैं तो ये है 1059 और ये है नहीं नहीं ये नहीं है ये तो अपन ने देखा था ये नहीं है थोड़ा पीछे आते हैं और और देखते हैं ये 991 से अ 1165 इज इट 20 पर नो 200 तो होना चाहिए इट्स नॉट 20 पर 915 से 1035 नो दिस वन इट 20 पर नहीं दिस इज नॉट आल्सो 20 पर आप और पीछे आएंगे अब देखिए यहां पर यहां पर दिख रहा है क्या 20 पर 717 से 910 मे बी चेक करते हैं इसके पीछे 20 पर कहां पर आ रहा है तो यहां से लेकर के यहां पर यस 30 पर की ग्रोथ है तो आप करिए यहां पर एक हॉरिजॉन्टल लाइन बनाइए यहां हटल लाइन फिर यहां पर भी एक हॉरिजॉन्टल लाइन ऊपर में भी बनाइए तो यह हो गई आपकी एक हॉरिजॉन्टल लाइन दो हॉरिजॉन्टल लाइन विद रिस्पेक्ट टू ये बॉटम वाले पॉइंट्स ठीक विथ रिस्पेक्ट टू बॉटम वाले ये जो बॉटम वाली आपको दिख रही है यह 20 30 पर 28 पर की मार्जिन है फिर यह आपकी एक और 30 पर की मार्जिन है ये 305 तो हमने हमको अगर यहां पे लॉस होगा ना तो हम और हिस्ट्री में जाएंगे इसकी हिस्ट्री खंगा लेंगे अगर हमको लॉस होने वाला होगा तो इसकी हिस्ट्री खंगा लेंगे क्यों क्योंकि जिन बैंकों को इस वक्त नुकसान हो रहा होगा या जिन इंस्टीट्यू इंस्टिट्यूशन को इस वक्त नुकसान हो रहा होगा व भी तो अपना प्रॉफिट बुक करेंगे बात समझ रहे हो वह भी अपना प्रॉफिट बुक करेंगे तो देखो आप क्या करोगे बड़े ध्यान से समझो इसका मैं काम करता हूं इसका प्रॉपर स्क्रीनशॉट ले लेता हूं इसका प्रॉपर स्क्रीनशॉट लेते हैं और इसको आपको अलग से एक्सप्लेन करते हैं सो अब यह इसका आपको बर्ड मिल रहा ची समझ में आ रही है ठीक तो चलो इसका अपन करते अपने लॉसेस को हमको मिनिमाइज करना है लॉसेस को क्या करना है मिनिमाइज करना है तो चलो इसका स्क्रीनशॉट लिया जाए स्क्रीनशॉट लेया हमने ठीक अब आ कम टू दिस माय सॉफ्टवेयर वन नोट पर आते हैं और यहां पर इसको हम इंसर्ट कर देते हैं पिक्चर को यीन हमने लिया यही वाला है राट यही वाला है इंसर्ट किया इर्ट करके थोड़ा सा बड़ा किया जाए अब आप बड़े ध्यान से समझो हाउ टू बुक प्रॉफिट इन डिक्लाइंग मार्केट इन फॉलिंग मार्केट हाउ टू बुक प्रॉफिट लराट अब आपको यहां से अपने फंड से समझना पड़ेगा मैं आपको बिल्कुल स्टार्टिंग से बता रहा हूं आपको कभी भी एक कंपनी में एक कंपनी में आपको कभी भी अपने टोटल फंड्स का 9 पर से ज्यादा नहीं जाना है इससे ऊपर नहीं जाना दिस इ द मैक्सिमम लिमिट जैसे फॉर एग्जांपल आपने डिसाइड किया है मैं एक साल की बात करता हूं मान लीजिए इन वन ईयर यू हैव डिसाइडेड कि मैं इस साल एक लाख रप शेयर्स में इन्वेस्ट करूंगा पूरा हिसाब किताब समझ लो यह पूरी स्ट्रेटेजी में यह भी चीज है तो एक साल में एक लाख रप इन्वेस्ट करूंगा इसमें आपको मेक शर करना है कि आप 000 से ज्यादा किसी एक कंपनी में यह पर कंपनी होगा 9000 पर कंपनी की तो किसी एक कंपनी में 000 से ज्यादा आप नहीं देंगे अब यह 000 भी हम एक बार में नहीं देंगे आप इसके शेयर इसको तीन बार में परचेस करेंगे 33 पर करके तो टोटल का 3 पर यानी कि 1 लाख का 3 पर यानी कि 3000 3000 और 3000 इसमें प्लस माइनस 100 200 शेयर प्राइस पर डिपेंडेंट होगा क्योंकि आपको एक शेयर खरीदना है क्या पता है एक शेयर आ रहा है 00 का तो आपके 3300 लग जाएंगे तीन शेयर खरीदने में थोड़ा बहुत ऊपर नीचे प्लस माइनस चलेगा तो ये प्लस माइनस मैं लिख दे रहा हूं यहां पे थोड़ा बहुत ऊपर नीचे प्लस माइनस प्लस माइनस लेकिन ये आपका मोटा मोटी हिसाब रहना चाहिए ये आइडियल है बिल्कुल दिस इज फॉलो बाय टॉप इन्वेस्टर्स ऑफ द वर्ल्ड दिस इज फॉलो बाय टॉप इन्वेस्टर्स ऑफ द वर्ल्ड एक कंपनी पर पूरा भरोसा नहीं होता एक दुकान है मान लो उसके सारे प्रोडक्ट खराब हो गए तो नुकसान होगा ना एकद प्रोडक्ट अगर खराब हो गया तब भी हम बड़े नुकसान से बच जाएंगे कि नहीं बात समझ रहे हो तो क्या हुआ आओ ग्राफ में आओ हमने देखा कि भैया यह जो है नीचे से ऊपर अपने को जबरदस्त ये यहां से लेकर के यहां तक गया है क्या प्रॉफिट हम अच्छा हुआ हमने टॉप पर इन्वेस्ट नहीं किया जहां पर मेरा भी कर्सर है वहां पर इन्वेस्ट नहीं किया वहां पर करते तो हम और जबरदस्त गिरावट प आते हमने कहां पर इन्वेस्ट किया है हमने यहां पर बाय किया है दिस इज अवर बाय पॉइंट सो यहां पर हमारा आया है फर्स्ट बाय यहां पर आया है हमारा फर्स्ट बाय बाय वन यहां पर जब हम बाय किए तो फिर से कम होने लग गया फिर से कम होने लग गया शेयर प्राइस तो देखो ऊपर में अच्छा हुआ बाय नहीं किया नीचे आने दिया उसको क्योंकि आपको मालूम है जो चीज ऊपर जा व चीज नीचे जरूर आती है नीचे आया अब हमको तो इतना तो नहीं पता था किय यहां पर ऐसा नुकसान हो जाएगा तो हम अपने नुकसान को कम करना चाहते हैं चलो कम करते हैं नुकसान को कैसे करें कम देखो आप बात समझो आप फिर से बाय कर लेंगे लेकिन आप यहां पर इस बाय में आपने 3 पर बाय किया एक कंपनी में कितना जा सकते हैं मैक्सिमम 9 पर मैक्सिमम जा सकता है तो आपने यहां पर बाय किया फिर य नी नीचे आने लग गया कोई बात नहीं कोई बात नहीं आपकी पिछली कैंडल आपने देखी है ना यह वाली यह पिछली पिछली कैंडल है जहां पर आपको 30 पर का रिटर्न मिला है यह वाला तो आप क्या करेंगे ये पिछली वाली कैंडल के बाय पॉइंट तक आने देंगे इस ये है पिछली वाले कैंडल का बाय पॉइंट है कि नहीं है तो यहां पे आप सेकंड टाइम बाय कर लेंगे सेम नंबर ऑफ शेयर्स लेकिन रिलेटिवली थोड़ा और सस्ता मिलेगा इस बार आपको इस बार आपको 30 पर सस्ता मिलेगा कि नहीं तो ये आपका बाय टू हो जाएगा बाय टू फिर से क्या होगा आपका 3 पर होगा अब आप देख रहे हो अरे फिर घुस रहे हैं मेरे पैसे फिर से घुस रहे हैं फिर से घुस रहे हैं मेरे पैसे कोई बात नहीं घबराने की बात नहीं है वहां पर एग्जिट कर जाओगे नहीं तो घबराने की बात नहीं है ऐसे नहीं होता जो चीज नीचे आई है कंपनी अच्छी है ऊपर जाएगी जरूर ये टेंपरली एक फेज आता है जब कंपनी क्योंकि स्ट्रांग फाउंडेशन प बिल्ड है कंपनी स्ट्रांग फाउंडेशन पे है गवर्नमेंट का सपोर्ट है अगर नहीं ही भी है तो भी अगर मान लो टीसीएस जैसी कंपनी है स्ट्रांग है काफी ऊपर जरूर आएगी ये सब किसकी वजह से हो रहा है सब जो आजकल जो ट्रेड हो रहे हैं फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस जो अपना कांड कर रहे हैं तो इनकी वजह से हो रहा है लेट इट बी डोंट वरी उस 97 पर में मत आओ अब आप इसको नीचे जाने दो जाने दो जाने दो जाने दो जाने दो कोई बात नहीं अब आप नेक्स्ट बाय और करोगे कब करोगे आप जब यह लगभग इसके आसपास पहुंच जाएगा जब ये लगभग आपके तीसरे वाले ट्रेड के आसपास पहुंच जाएगा जब ये इसके आसपास पहुंच गया है आपको इसकी विक दिखाई दे रही है इसकी विक थोड़ी सी और नीचे तक के है लगभग यहां तक के पहुंचाए तो जब यह लगभग यहां तक के पहुंच गया है तो आप यहां पर इसको बाय कर लो उस पॉइंट पर आपने बाय कर लिया तो बड़ी अच्छी बात है अगर आप उस पॉइंट पर बाय नहीं कर पाए मिस कर गए और अगले दिन प्राइस एकदम से बढ़ गई अगले दिन प्राइस एकदम से बढ़ गई तो आप यहां पे बाय मत करना अगर आप यहां पर चौकन रहे तो आप यहीं पर बाय करना बाय लो ऑलवेज लो हमेशा एक सिद्धांत बनाइए बाय करिए लो अब आप बोलोगे सर यह भी तो लो है क्योंकि उसके बाद ऊपर जा रहा है अरे अभी तो आप हिस्ट्री देख रहे हो तो ऊपर जा रहा है ना अगर आप इस दिन में हो तो कैसे पता चलेगा ऊपर जा रहा है अगर नीचे चला गया तो आपने बाय हाई कर लिया कि नहीं तो हमेशा बाय लो तो अगर आप इस पॉइंट को देख पाए तो आप यहां पर बाय करिए थर्ड बाय आपका यहां पे होगा जैसे ही आप थर्ड बाय यहां पे करेंगे आपने ऑटोमेटिक अगले ही दिन 30 पर का प्रॉफिट बुक कर लिया कि नहीं अगर आप बाय नहीं कर पाए तो छोड़ दो मत करो बाय फरदर मत करो इसको और ऊपर जाने दो ऊपर जाने दो अब आप एक बात समझिए आप जिन टुकड़ों में बाय कर रहे हैं उन्हीं टुकड़ों में सेल करेंगे आप एक बार में पूरा सेल नहीं करेंगे नहीं तो आपने जो यहां पर बाय किया इस लोकेशन प जो बाय किया है अगर आप यहां पर आके पूरा सेल कर दोगे या फिर यहां पर आके पूरा सेल कर दोगे तो नुकसान हो जाएगा आप जिन टुकड़ों में बाय किए हमेशा एक डायरी बना के रखो आपने किन टुकड़ों में बाय किया है तीज के टुकड़ों में बाय किया है तो आप एक काम करेंगे तीज के टुकड़ों मेंही सेल करेंगे या फिर मैं कह दू नंबर ऑफ शेयर्स आपने पाच पा शेयर लिए हैं पाच शेयर पाच शेयर पाच शेयर लिए हैं तो आप पाच पाच शेयर ही एक एक बार में बेचेंगे बात समझ में आई अब देखिए यहां पर होगा क्या यह जाएगा अब देखो य ऊपर जाएगा मार्केट क्यों नहीं जाएगा बिल्कुल जाएगा कंपनी अच्छी है तो यह यहां पर पहुंचा अब यह जैसे ही यहां पर पहुंचा इसके जो आपने सेकंड बाय किया था उसकी पोजीशन पर पहुंच गया कि नहीं यह उसकी पोजीशन पर पहुंच गया यह और ऊपर जाएगा जाने दो जैसे ही य ऊपर गया और यह आपकी पहली बाय के नजदीक पहुंच गया पहली बार जब आपने बाय किया था उसके नजदीक पहुंच गया आप वहीं पर इसको क्या करें आप वहीं पर इसको सेल कर दे अगर और ऊपर जाता है तो अच्छी बात है लेकिन अगर पहली बाय तक भी पहुंच गया है तो आप इसको सेल करते तो आपने सेकंड वाली बाय पर इतना बुक कर लिया कि नहीं सेकंड वाली बाय पर इतना प्रॉफिट बुक कर लिया इसके बाद आप क्या करेंगे इसके बाद आप वेट करेंगे इंतजार करेंगे एक प्रॉफिट तो आपने बुक कर लिया मतलब यह जो लॉस हो रहा था आपको यहां से बाय करके आपके पैसे घुस रहे थे अब एक्चुअली आपने क्या किया है आपने यह प्रॉफिट को बुक करके यह वाला जो आपका लॉस पहले हुआ था उसको आपने रिकवर कर लिया ऑलरेडी अब आईआरसीटी से आपको कोई भी प्रॉब्लम नहीं होगी नाउ यू जस्ट हैव टू वेट जब आप वेट करेंगे कुछ टाइम तक के वेट करेंगे ये ऊपर जाएगा लेकिन अभी सेल करने का टाइम नहीं है आपको मालूम है और ऊपर जाएगा भले ही दो महीने में नहीं तीन महीने में नहीं चार महीने में नहीं ये पता है कितने महीने में जा रहा है यह जा रहा है पाच महीने में आप देखिए पाच महीने में ऊपर जा रहा है और आप छठवें महीने में जाओगे मैं अभी स्क्रीनशॉट नहीं ले पाया छठ मने जाओगे तो इसको टच कर जाता है ये इसको टच कर जाता है छ महीने में तो आपका छ सात महीने में आपका यह वाला जो प्रॉफिट जो बचा हुआ था यह वाला जो प्रॉफिट बचा हुआ था यह सीधी लाइन बना रहा है थोड़ी टेढ़ी हो रही है मेरे से यह वाला जो प्रॉफिट बचा हुआ था बुक करने का यह वाला प्रॉफिट भी बुक हो गया कि नहीं तो आपका सिक्स मंथ्स में आपके सारे के सारे पैसे निकल आए विद अराउंड 35 पर प्रॉफिट इसके आगे का कर्व देखिएगा ये आगे और जाता है ऊपर और 6 महीने में 7 महीने में ऊपर आ जाता है सिक्स मंथ्स में आपको 35 पर प्रॉफिट बुक हो जाता है और जो आपने यहां पर बाय करके यहां पर इसको नीचे जाने दिया सेकंड बाय किया और उसमें आपने जो सेलिंग करके प्रॉफिट बुक किया यहां पर उससे क्या हुआ उससे आपने यह जो नुकसान किया था यहां पर देखो बड़े ध्यान से कर्सर को यहां पर जो नुकसान किया था उस नुकसान की भरपाई एडिशनल मिल गई तो यू आर एट नो प्रॉफिट नो लॉस एट दिस पॉइंट इवन इफ द मार्केट फॉल्स यू आर नॉट फॉलिंग एंड नाउ व्ट इज हैपनिंग इज आप वेट कर रहे हैं सिक्स मंथ्स तक के एंड सिक्स मंथ्स में य आर बुकिंग अ 35 पर प्रॉफिट चच इज वेरी डिसेंट फॉर अ सिचुएशन लाइक दिस ऐसी सिचुएशन के बावजूद भी जब सब लोग लुट गए लेकिन आप निकल लिए वहां से आपको फर्क ही नहीं पड़ा तो यह जो मैंने स्ट्रेटेजी बताई है जो कि हमारी अप 20 स्ट्रेटेजी है वह डेफिनेटली बहुत ही शानदार स्ट्रेटेजी है कभी-कभी आपको ऐसे पैसे घुसते हुए दिखें डोंट वरी बाय इट अगेन यू कैन बाय विद द सेम स्ट्रेटेजी और यू कैन बाय विद सम अदर स्ट्रेटेजी आई विल टेल अदर स्ट्रेटेजी आल्सो देयर आर सम अदर स्ट्रेटेजी एंड आई विल एक्सप्लेन इट फर्द सो देयर आर अदर स्ट्रेटेजी आल्सो बट दिस स्ट्रेटेजी व्हिच इज अवर अप 20 स्ट्रेटेजी इज द बेस्ट वन अगेन आई एम समरा इजिंग व्हाट यू नीड टू डू इज यू ऑलवेज नीड टू हैव अ मल्टीपल पोर्टफोलियो क्या होना चाहिए आपके पास आपके पास होना चाहिए मल्टीपल पोर्टफोलियो मल्टीपल पोर्टफोलियो होना चाहिए एक कंपनी में रूल्स बनाओ अपने सारा पैसा एक ही बार में लगा दोगे ना तो यह ऐसे जान बचाने का मौका ही नहीं मिलेगा पैसे बचाने का अभी मौका मिला क्यों क्योंकि हमारे पास और पैसे थे यहां पर इन्वेस्ट करने के लिए और यह ऊपर चढ़ेगा आज तक दुनिया में ऐसा नहीं हुआ है कि एक कंपनी एक बार फिर दो बार फिर तीन बार घुसने के बाद ऊपर ना उठी हो अगर वो स्ट्रांग कंपनी है तो वह एक दो तीन के बाद व ऊपर जरूर उठती है और हमने एक स्ट्रांग कंपनी सेलेक्ट की है चाहे कितनी भी स्ट्रांग हो उसमें आपके पैसे का 9 पर से ज्यादा नहीं जाएगा जिसमें कि 3 पर आपका एक बार में होगा 3 पर पर ट्रेड 3 पर देन अ अगेन ट्रेड फिर अनदर ट्रेड जैसे जैसे आप ट्रेड से एग्जिट करोगे जैसे आपने यह बाय किया है फिर आपने यह बाय किया है आप और बाय नहीं करेंगे आईआरसीटीसी एक एग्जांपल ले रहा हूं मैं आप और बाय नहीं करेंगे जब तक आप इनमें से किसी ट्रेड से एग्जिट ना कर जाएं मान लो आप ये ट्रेड से एग्जिट कर गए आपने सेल आउट कर दिया तब आपके पास ऑप्शन है कि आप अब 3 पर और बाय कर सकते हो मतलब एट एनी पॉइंट ऑफ टाइम मैं अब न्यू लेकर के आ रहा हूं एट एनी पॉइंट ऑफ टाइम एट एनी पॉइंट ऑफ टाइम यू विल हैव यू विल हैव ओनली 9 पर इन्वेस्टेड इन एनी कंपनी क्योंकि कभी-कभी कोई कंपनी जैसे आईआरसीटीसी का केस अभी मैंने दिखाया वो घुस जाती मैंने एक्सेप्शनल केस लेकर दिखाया आपको अब आप बाकी कंपनी देखोगे आप खुश हो जाओगे आप बोलोगे सर आपने तो एकदम खजाने की चाबी दे दी है यह मैंने एक्सेप्शनल क्योंकि मैंने एनालाइज कर रखा है ना तो मैंने आपको डायरेक्टली एक्सेप्शनल केस दिखा दिया आपका टाइम बचा दिया मैंने कि ऐ ऐसा एक्सेप्शनल केस होता है तो आपके पास बाकी 91 पर भी तो इन्वेस्टमेंट है अदर कंपनीज में वह 91 पर इन्वेस्टमेंट आपको बढ़ा देगा आपके पैसों को बहुत बढ़ाएगा मोर ओवर यह 9 पर मैं गारंटी देता हूं यह आपका यह स्ट्रेटेजी डूबने नहीं देगी यह आपका कम तो नहीं होगा हां यह हो सकता है कि यह बढ़ ही जाए ओवरऑल अगर आप थोड़ा सा वेट करें तो अगर आप वेट करोगे तो डेफिनेटली बढ़ेगा जैसे आईआर सिटी में पढ़ा एंड आई वुड रिकमेंड इट स्ट्रांग टू वच दिस अगेन बिकॉज दिस इज समथिंग व्हिच आई एम नॉट गोइंग टू रिपीट इन लाइव यह ऐसी चीज है जिसको मैं लाइव में रिपीट नहीं करूंगा ठीक है बी वेरी वेरी क्लियर अबाउट इट दिस इज पूरा हर चीज के पीछे का कोई हवाहवाई बात नहीं है हर चीज के पीछे का लॉजिक है मैं प्रूफ कर सकता हूं हर चीज हर चीज के पीछे का लॉजिक है हर चीज के पीछे की इकोनॉमिक्स है हर चीज के पीछे की इकोनॉमिक्स है सो आई होप आप समझ गए अप्लाई करिए वेरियस कंपनीज में इन स्ट्रेटेजी को और बताइए कि किस तरीके से आपको मजा आया और मुझे इस स्ट्रेटेजी को जिन्होंने भी देख लिया है ऑलराइट सो ये थी जस्ट हमारी फर्स्ट स्ट्रेटेजी दैट्ची अप 20 स्ट्रेटेजी बात समझ में आई दिमाग का ढक्कन खुल गया होगा कि नहीं सो हमने देखा किस तरीके से ट्रेडिंग व्यू का यूज करके हमने कैसे पता लगाया कि कब हमें बाय करना है और कब हमें सेल करना है एक और चीज बता दूं कि वॉच लिस्ट अगर आपको बनानी है तो वैसे तो वो बोलता है कि प्रो वर्जन लो लेकिन मोबाइल्स में जब आप जाओगे ना और ट्रेडिंग व्यू में लॉग इन करोगे तो वहां पे आप अपनी वॉच लिस्ट बना लो पहले वॉच लिस्ट जैसे कि कैसी वॉच लिस्ट जैसे कि आपकी s40 की वॉच लिस्ट है वहां पे आप सिर्फ वॉच लिस्ट क्रिएट कर लो फिर आप पीसी में सब देख सकते हो फिर आपको प्रीमियम वर्जन लेने की जरूरत नहीं है किसकी ट्रेडिंग व्यू की s40 नेक्स्ट की वॉच लिस्ट बना लो s40 की वॉच लिस्ट बना लो ठीक है ना s250 की वॉच लिस्ट बना लो यह वॉच लिस्ट आप बना लो समझे तो ये वॉच लिस्ट बना के आप फिर पीसी से फिर इस वॉच लिस्ट में कंपनीज को ऐड कर सकते हो इसमें कंपनी ऐड करते चले जाओ ऐड करते चले जाओ ऐड करते चले जाओ एक बार की बात है उसके बाद फिर जो कंपनी हटानी होगी लगानी होगी वोह तो अब आपको बता ही देंगे मजा आया आया ना मजा समझ में आया कि क्या हो रहा है यह एक तरीका था एक मॉडल था इन्वेस्टमेंट करने का और ये बहुत ही तगड़ा मॉडल था कोई हमसे पूछे कि भाई साहब आप बताइए कि आप की सबसे बढ़िया स्ट्रेटेजी कौन सी आज तक की तो मैं यही स्ट्रेटेजी बताऊंगा बट आई हैव अ नॉलेज ऑफ मोर देन अगर मेरे से स्ट्रेटेजी की स्ट्रेटेजी आप पूछोगे ना तो बुक्स इतनी है इतनी सारी इंफॉर्मेशन अवेलेबल है तो अगर सिर्फ स्ट्रेटेजी स्ट्रेटेजी प अगर मैं बनाऊ तो एक कोर्स सिर्फ स्ट्रेटेजी प बना सकता हूं मैं आई हैव मोर देन 50 कंपेन स्ट्रेटेजी कंपेन का मतलब समझ रहे हो कि ऐसी स्ट्रेटेजी की भाई आप लगाने पर मजबूर हो जाओगे ऐसी कंपाइलिंग स्ट्रेटेजी है लेकिन हमें टाइम एंड टाइम अगेन जो टेस्टेड है इस कोर्स में मैंने उन स्ट्रेटेजी को डाला है मेहनत है लेकिन पैसा भी तो है मेहनत तो लगेगी ना क्यों नहीं लगेगी हर काम में मेहनत लगती है क्या स्टॉक मार्केट में पैसे छापते तो हैं बाकी के कंपैरिजन में ज्यादा छापते हैं अगर आज आप कोई बिजनेस स्टार्ट करो आपको कितनी माथा पच्ची करनी होगी आप ये सोच के देखो यहां पे पैसे छापते तो हैं लेकिन उसमें भी मेहनत है उसमें भी मेहनत लगती है कुछ ऐसी स्ट्रेटेजी है जो मैं यूज करता हूं रेगुलरली वह मैं आपको दे रहा हूं जो मैं रेगुलरली यूज करता हूं वह मैं आपको स्ट्रेटेजी दे रहा हूं ताकि आप बन पाए एक वाइज और एक इंटेलिजेंट इन्वेस्टर इंटेलिजेंस आपका डेवलप हुआ फर्स्ट मॉड्यूल में वाइजनेस डेवलप हो रहा है आपका सेकंड मॉड्यूल में तो यू बिकम इंटेलिजेंट एज वेल एज यू बिकम वाइज एंड देन ओनली यू विल बी एबल टू अर्न अ लॉट ऑफ मनी दैट इज द अल्टीमेट एम इसके बाद एक और आएगा सिंपल मूविंग एवरेज लेकिन वो भी बताने से पहले अगला लेक्चर बहुत इंपॉर्टेंट होने वाला है वो आपको मिस नहीं करना चाहिए क्योंकि वो आपका माइंडसेट डेवलप करेगा वो लेक्चर बहुत जरूरी है फिर आएगा आपका लास्ट सिंपल मूविंग एवरेज वाला लेक्चर वो भी बहुत बेहतरीन स्ट्रेटेजी है ये दोनों स्ट्रेटेजी बहुत बेहतरीन है ये स्ट्रेटेजी जहां पे नहीं लग पाती जहां पे आपको 202 पर नहीं मिल पाता है जंप वहां वहां पे सिंपल मूविंग एवरेज एक अच्छा दे देता है रिटर्न हमारे पास बहुत सारी कंपनीज है ना तो कभी किसी कंपनी में वो पीरियड नहीं होगा लेकिन कभी ना कभी तो आएगा तो हम वेट करेंगे ना बहुत सारी कंपनीज है जिस कंपनी में जिस वक्त दिख रहा होगा उस कंपनी में उस वक्त हम इन्वेस्ट कर देंगे गट द पॉइंट वेरी क्लियर मैंने आपको एग्जांपल के तौर पर बहुत सारी कंपनीज दिखा भी दी जिन कंपनीज में आज की डेट में सब चीजें चल रही है इजट इट इसी तरीके से उन कंपनीज में आप रेगुलरली चेक कर सकते हो लेकिन अगला लेक्चर जरूर देखना और मैं भी कुछ नहीं बोलना चाहता यही है यहां पर समाप्ति इस लेक्चर की जय हिंद वंदे मातरम मेरे प्यारे दोस्तों आपको आई होप अब तक के मजा आ रहा होगा बहुत कुछ आप ने सीखा होगा आगे और भी सीखना चाहते हैं और जो बीच-बीच में जैसे मैं बातें बोल रहा हूं कि लाइव सेशंस की जो हमारे ऑलरेडी स्टॉक मार्केट के प्रीवियस स्टूडेंट्स हैं वो उनके लिए फ्री है और आप सभी को मैं एक मैसेज देना चाहता हूं जो मेरे प्रीवियस स्टूडेंट्स हैं उनके लिए आप लोगों को कोई भी रिकरिंग पेमेंट भी करने की जरूरत नहीं है आपकी इच्छा है तो आप कर दीजिए वो अलग बात है लेकिन हम आपसे कोई भी डिमांड नहीं कर रहे हैं जस्ट बिकॉज यू हैव ट्रस्टेड अस थैंक यू सो मच इसीलिए कोई भी रिकरिंग पेमेंट करने की जरूरत नहीं है 6 महीने तक के आप हमारे साथ बने रहिए बाकी जो स्टूडेंट्स हैं जो अगर स्टॉक मार्केट लाइव हमारे साथ एनालिसिस करना चाहते हैं और भी आप देखोगे तो आपको समझ में आएगा वो अलग ही दुनिया है और उस दुनिया से अगर आप जुड़ना चाहते हो तो आप बिल्कुल सही हाथों में आप जुड़ने जा रहे हैं पहले आप पूरा कोर्स कंप्लीट कर लीजिए उसके बाद य काम लेकिन जरूर करिएगा तभी आपको इसका पूरा बेनिफिट मिल पाएगा और आप मार्केट में बहुत अच्छे से प्रॉफिट कमा [संगीत] पाएंगे मेरे प्यारे दोस्तों सो इस लेक्चर में हम लोग काफी इंपॉर्टेंट बात करने वाले हैं जो इतना सब सीख के बाद जो यह नहीं फॉलो करेगा इसके लिए डेडिकेटेड लेक्चर है य इतनी बात के लिए जो अगर यह फॉलो नहीं करेगा ना तो उसके लिए जितना पढ़ा पढ़ाया है सारा कुछ वेस्ट है घंटों घंटों की वीडियोस हमने बना ली हमने देख ली लेकिन भैया अगर यह फॉलो नहीं करोगे तो गए जी हां गए आओ समझते हैं हाउ मच टू इन्वेस्ट हाउ मच टू इन्वेस्ट कितना इन्वेस्ट करना है कभी भी अपनी इनकम का आपकी जो भी इनकम है उसकी इनकम का मोर देन % कभी भी इन्वेस्ट आप स्टॉक्स में नहीं करेंगे आपको स्टॉक्स में स्टॉक मार्केट में आपको हमेशा अपनी इनकम का लेस देन 20 पर ही लगाना है चाहे जितना कंपेन स्टॉक आ जाए आपने कल पैसे लगा दिए आज कोई नया मार्केट में आ गया स्टॉक आप कंपल हो ग उसको लेकर मान लो के सल्स आ गया अब आप बोलोगे अरे भाई क्या स्टॉक है क्या रिटर्न दे रहा है नो डोंट बी ग्रीडी आई एम अगेन एंड अगेन टेलिंग यू नो मींस नो जितना मिल रहा है ना वह सिस्टमिकली कंसिस्टेंटली मिलता रहे जिंदगी बहुत अच्छी चलेगी अगर आपका इस साल का कोटा खत्म हो चुका है मान लो आपने साल भर का कोटा दो महीने में ही खत्म कर दिया है दैट्ची ग्रीड की ना फिर कोई लिमिट नहीं है ग्रीड की एक बार अगर आपने अपना रूल तोड़ा ना लक्ष्मण रेखा आपने पार करी ना तो सीता का अगवा होना तय हो जाता है और फिर बनती है रामायण समझे तो हम नहीं चाहते कि हम अपना पीस ऑफ माइंड खो दे राम जी का पीस ऑफ माइंड खो दिया था खो गए थे वो क्यों क्योंकि सीता मैया को लेकर के चल दिया था रावण हम नहीं चाहते कि आपके पैसे को इस तरीके से स्टॉक मार्केट लेकर चला जाए आपका पीस ऑफ माइंड खराब हो जाए इसीलिए 20 पर एक वो एक अमाउंट होता है जो मैं भी फॉलो करता हूं कि इससे ज्यादा नहीं अरे एक साल थोड़ी हमको खेलना है यार हमें तो टेस्ट मैच खेलना है और आने वाले 30 40 सालों तक खेलना है अपने आप रिजल्ट दिखेगा अरे 5 साल सा साल रुको तो कैसे नहीं आते तुम्हारे पोर्टफोलियो में 10 करोड़ रुपए तुम खुद देखना मैं तुमको एक चीज बता रहा हूं अगर आप इंटेलीजेंटली इन्वेस्ट करो तो साल में कम से कम मैं मिनिमम से मिनिमम बता रहा हूं बड़े ध्यान से समझो मिनिमम से मिनिमम कितना पता है मिनिमम से मिनिमम 60 पर रिटर्न आप ला सकते हो मिनिमम से मिनिमम 60 पर रिटर्न आप ला सकते हो एक साल में समझे मेरी बात को कम से कम 60 पर रिटर्न का मतलब यह होता है कि अगर आज की डेट में आप कुछ भी नहीं कर रहे हो अर्न अगर आपने कोई पार्ट टाइम स्टार्ट किया करो ना कोई पार्ट टाइम स्टार्ट क्यों नहीं करते करो ना कुछ काम करो मान लो ₹ ज महीना 5000 पर मंथ आज से लगाना स्टार्ट किया 5000 पर मंथ अगर 60 पर रिटर्न आपको देता है आपने 12 महीनों में लगा दिया 600000 0000 अगर आपको 60 पर रिटर्न देता है तो इसमें आपका 36000 ऐड हो जाएगा आपका बनेगा 96000 आफ्टर द एंड ऑफ द ईयर 96000 जो है वो तो है अगले साल आप लेट अस सपोज अपनी इनकम आपकी मैं इनकम भी नहीं बढ़ा रहा चलो आपकी इनकम वही रह गई आपने 5000 5000 करके और 60000 इन्वेस्ट किया तो यह जो है ना मैं आपको समझा रहा हूं क्योंकि हम लोग लीनियर सोच पाते हैं हम लोग कंपाउंडिंग इफेक्ट इमेजिन ही नहीं कर पाते हम लोग सिर्फ देखते रहते भाई साहब इसके पास 100 करोड़ आ कैसे गया हम सिर्फ ऐसे सोचते रहते यह क्या हो गया यह क्या हो गया ये क्या हो गया आप ये सोचते रह जाओगे सर के पास खरीद लिया अरे आपके आपका दिमाग चकरा जाएगा ऐ सोचते रहोगे तो करना शुरू करो हमने भी अर्ली एज से स्टार्ट किया था अगर आप अभी 20 22 की एज में हो ना अरे बेस्ट मौका है भाई बेस्ट मौका है बेस्ट मौका है कुछ फ्रीलांसिंग शुरू करो उसको लगाओ इसमें अभी देखो मैं 5 साल के बाद बता रहा हूं क्या होने वाला है आपका 60000 सेकंड ईयर का और 96000 फर्स्ट ईयर का जो हो गया सो हो गया यह टोटल मिला के कितना होगा 96000 प् 60000 यू हैव 156000 यू आर अर्निंग 60 पर रिटर्न ऑन दिस अमाउंट नाउ यू आर अर्निंग 60 पर रिटर्न नाउ वयर इज माय कैलकुलेटर भैया यस सो 60 पर ऑन दिस 156000 लेट मी कैलकुलेट इट फॉर यू 93600 बैठता है इसका 60 पर अगर दोनों को मैं ऐड कर दूं तो ये हो जाएगा 156000 गिविंग यू 29600 यह कब आ गया दूसरे साल के एंड में पहले साल के एंड में आपके पास 96 हो गए दूसरे साल के एंड में आपके पास ₹ लाख हो गए ा लाख कंपाउंडिंग इफेक्ट समझो अब इस चीज को 2496 उसके बाद आपने अगले साल और 60000 इसमें ऐड कर दिया और फिर जितना भी वैल्यू आया उसका 60 पर और अर्न किया तो 24900 प् 60000 दैट इज 39600 प्लस इसका 60 पर और लो अरे 60 मैं तो पा पाच गुना कर कर चुका हूं अपने पैसे तुम्हारे को तो मैं सिर्फ 60 पर दे रहा हूं 60 पर मेरा तो 500 पर प चलता है दिमाग लगाओगे तो तो ये देखो 39600 * 6 इसका रिटर्न बैठता है 185 760 और अगर इसको टोटल मारोगे तो ये बैठेगा 39600 तो 4953 60 बाय द एंड ऑफ थर्ड ईयर यू आर रिमेनिंग विथ ऑलमोस्ट ₹ लाख अब मान रहा हूं चलो मैं 3 साल में आप अभी 22 की एज में हो 25 साल में कोई नौकरी वगर लग गई अब आप 5000 से बेहतर 0000 महीने लगा सकते हो 00 महीने लगाओगे ना फिर उसके बाद मैं 15000 भी ले लूंगा तो मैं आपकी पूरी फाइनेंशियल प्लानिंग आपको करके बता रहा हूं एग्जांपल के तौर पे अब बाकी खुद की करना मेरे से लाइव में ये मत पूछना सर मेरी फाइनेंशियल प्लानिंग बताओ मेरी बताओ ये मैं एक एग्जांपल बता रहा हूं एंड डू योर फाइनेंशियल प्लानिंग अकॉर्डिंग नहीं कमाते हो कुछ फ्रीलांसिंग करो कुछ स्किल डेवलप करो हिम्मत सर के बच्चे वैदिक मैथ्स सीख के सिखा रहे हैं और स्टॉक्स में लगा रहे हैं मेरे पास बहुत सारे वैदिक मैथ सीख के लोग सिखा रहे हैं और उसके बाद कमा रहे हैं और स्टॉक्स में लगा रहे हैं अच्छा इंटेलिजेंट यही होता है तरीका करने का वाइज तरीका करने का अब मान लो ी इयर्स के बाद आफ्टर 3 इयर्स यू आर हैविंग अ फंड ऑफ 49560 नाउ आफ्टर थ इयर्स यू गेट अ बेटर जॉब यू हैव स्टार्टेड डिव 00 पर मंथ इनटू 12 मंथ्स यू हैव 0000 इन्वेस्टमेंट 0000 इन्वेस्टमेंट इफ यू हैव ₹ 20000 तो यहां पे फोर्थ ईयर में आपके पास आपने इन्वेस्टमेंट कर दिया इतने का टोटल हो गया इन दोनों को ऐड कर दोगे इन दोनों को ऐड करोगे तो टोटल हो गया 6360 और उसके बाद इसमें 60 पर और तो मैं सीधा इसमें 1.6 टाइम्स मल्टीप्लाई कर रहा हूं तो इंटू 1.6 किया आपके पास 4 साल के बाद पांचवें साल की शुरुआत में 9 लाख 8400 आपके पास आए 98 5400 98400 में आपने फ इयर्स में आपने फिफ्थ ईयर में और 0000 लगा दिए 1200 लगाने के बाद यह टोटल हो गया 00 लगाने के बाद यह टोटल आ गया 114 मैं थोड़ा सा कम करके राउंड ऑफ कर दे रहा हूं लाख 114000 114000 का और 60 पर बढ़त होगी 5 साल के बाद तो यह हो जाएगी 1.6 से मल्टीप्लाई ये बन जाएगा 1767 3216 इसको और कैलकुलेट करोगे ना आप मैं आपको बता रहा हूं आपका 5000 10000 अभी आपने इतना ही किया है आप 5छ साल के बाद 6 साल के बाद थोड़ा और कमाओगे 35 40 50000 की नौकरी 60000 की नौकरी पे आओगे कुछ ना कुछ हसल बसल करोगे तो जब आप ये करोगे ना आप 15200 महीने तक पहुंचते हो 15000 00 महीने तक के पूरा कैलकुलेशन किया हुआ है खुद से करना तो आपका जो पोर्टफोलियो है ना वो 10 साल के बाद 10 इयर्स के बाद 1 करोड़ प्लस का हो जाएगा विथ 1 करोड़ प्लस का इन्वेस्टमेंट आपका पोर्टफोलियो हो जाएगा मतलब आपके शेयर्स बेचने पे आपको मिलेंगे 1 करोड़ रए मतलब आज आप 22 की एज में हो 32 की एज में आने पे आपको ₹ करोड़ आपके शेयर्स बेच के ही आपको मिल जाएंगे सिस्टमैटिक तरीके से उसके अलावा और एक चीज समझो आप इन्वेस्ट कितना करोगे पता है आपको मैं आपको बताता हूं मेरा जो पूरा कैलकुलेशन किया हुआ है खुद करके देख लेना इन्वेस्टमेंट आप कितना करोगे फर्स्ट थ्री इयर्स में फर्स्ट थ्री इयर्स में आप 55000 पर मंथ के हिसाब से आपने कितने 12थ 36 मंथ्स तक के इन्वेस्टमेंट किया उसके बाद नेक्स्ट थ्री इयर्स में आपने 10100 के हिसाब से 36 मंथ्स तक इन्वेस्टमेंट किया इसमें उसके बाद इन्वेस्ट का मतलब ये नहीं लगा के छोड़ दिए हम रेगुलरली ट्रेड करते रहेंगे लेन देन बेचना ये सब चलता रहेगा हमारा बाइंग सेलिंग ये सब हमारी चलती रहेगी उसके बाद अगर आपने 000 अगले और 36 यानी कि तीन सालों तक कर लिया तो आप इतना 36 36 36 कितना हो गया ये 3 साल 3 साल 3 साल 9 साल हो गए लास्ट ईयर में आप 20000 ले लो 20000 * 12 20000 * 12 अब इस पूरा कैलकुलेशन करके खुद खुद से देखना 5000 * 36 180000 यहां पे आपने किया 180000 उसके बाद यह इसका डबल हो जाएगा यानी कि 360000 हो जाएगा ठीक है और ये हो जाएगा 540000 ऑब् वियस 540000 और ये हो जाएगा हमारा 240000 तो 240000 कितना आपने खर्च किया है अपना 540000 प् 360000 एंड देन प्लस 1 लाख 80000 इस तरीके से आपने 10 सालों में 1 लाख 20000 आपने खर्च किए हैं अपने इन्वेस्ट किए हैं बेसिकली दिमाग लगाया है और इन 13200 को आपने कन्वर्ट कर दिया है न करोड़ प्लस में और यह मेरी गारंटी है कम से कम वाली हां जी यह गारंटी है कम से कम वाली बात समझ रहे हो ना कम से कम वाली गारंटी है ये अरे कोरोना के टाइम पर मैंने पांच गुना कर लिया एगजाम लरेस लैब्स एग्जांपल के सल्स एग्जांपल पैन एशिया बायोटेक राइट एग्जांपल महिंद्र इ लगाओ उसको सही जगह पर करो यार इतना नॉलेज मिल चुका है आपको यू शुड बी यू आर डेस्टिन टू डू दैट सिंस यू हैव टेकन योर फर्स्ट स्टेप इन टेकिंग दिस कोर्स इट इज माय रिस्पांसिबिलिटी टू गिव यू दिस एडवाइस लेकिन रूल्स फॉलो करना है कभी भी इससे बचना है आपको किससे बचना है इससे बचना है इससे बचना है अगर आपका एलॉटेड फंड ऑलरेडी लग चुका है एलॉटेड फंड अगर ऑलरेडी आपने लगा दिया है जितना आपने आपने जैसे मान लो अपनी इनकम का 20 पर अलॉट किया और वो आपने लगा दिया है इसके बाद और नहीं लगाना है चाहे जो मर्जी स्टॉक आ जाए आप लॉन्ग टर्म का सोचना है आपको आपको शॉर्ट टर्म ग्रीडिनेस से निपटना नहीं है लॉन्ग टर्म सोचना है हमें भी अब आके बहुत जबरदस्त रिटर्न्स मिलने लग गए हैं अब आकर के मेरे पापा ने मेरे को एक ही चीज हमेशा बोली कि बिट्टू देख मेरा नाम घर पर बिट्टू है बोले देख बेटा ऐसा है स्टॉक मार्केट में आए दिन लोग आएंगे कमाएंगे और वही लोग गवाए गे जो लोग कमाएंगे वही लोग गवाए हमें वही नहीं करना है हमें वही नहीं करना है यह एक आदत की बात होती है एक बार अगर यह आदत बन जाए कि भाई अगर आपके अंदर ग्रीड वाली आदत बन गई एक साल आपने सोचा अरे ठीक है ना यार 10 पर और लगा देता हूं क्या हो रहा है बढ़ तो तो रहा है सबका ना रूल मींस रूल लाइफ का रूल है ये 20 पर ज्यादा नहीं फिर वो ना एक बार अगर आपने अपना रूल तोड़ा और आपने 10 पर मान लो डिसाइड किया था आपने 10 को 12 किया अगले महीने मन करेगा चल 2 पर और 14 लोग अपनी पूरी संपत्ति लुटा देते हैं ओवर कॉन्फिडेंस में आ जाते हैं अरे बढ़ तो रहा है यार कर देते हैं इसमें भी कर देते हैं उसमें भी कर देते हैं लुटा देते हैं संपत्ति इसीलिए स्टॉक मार्केट में अगर बढ़ना है तो आरजे की बात मानी राकेश जन वाला की बात मानिए बहुत सही कहता है वो आदमी वो बोलता है ग्रीडिनेस से बचे स्टॉक मार्केट में यंगस्टर्स को सलाह ग्रीडिनेस से बचे स्टॉक मार्केट से ना बचे लोग इसका उल्टा मतलब निकाल दिए लो जब उन्होंने कहा ग्रीडिनेस से बचे अपने में आए लेकिन स्टॉक मार्केट में यह लेकर आप ना आए आप दिमाग लेकर के आए और अपने साथ अपने रूल्स बनाकर लाएं जब आप अपने साथ अपने रूल्स बना कर के लाते हैं उन रूल्स को फॉलो करते हैं भले ही आप एक पॉइंट ऑफ टाइम प कम कमाते हैं लेकिन कंसिस्टेंसी नाम की एक चीज होती है कि नहीं और उस कंसिस्टेंसी के बलबूते पर आप लॉन्ग टर्म कमाते हैं लॉन्ग टर्म और आने वाले पांच आठ सालों में आप इतना आगे निकल जाओगे इतना आगे निकल जाओगे और उसी को कंसिस्टेंटली अगर करते चले जाओगे ना बता रहा हूं आपके बच्चे उनके बच्चे उनके बच्चे बैठ के खाने वाले बैठ के बिठाना नहीं है उन लोग को मोटे हो जाएंगे ओबेसिटी हो जाएगी बड़ी प्रॉब्लम है आजकल लेकिन एक कहने का तरीका है समझे तो आई होप दिस सेशन वास आल्सो यूजफुल यह सेशन जो था आपका बेसिकली इस पर था कि भाई साहब इतना सीखने के बाद क्या करना है हमको हाउ मच वी हैव टू इन्वेस्ट गेटिंग माय पॉइंट सिंसियर एंड सीरियसली विल यू फॉलो द रूल्स यस खुद से बोलिए मैं रूल्स फॉलो करूंगा मेरे रूल्स हैं मैं उन रूल्स को फॉलो करूंगा रूल्स को नहीं तोडूंगा मैं ह्यूमन ग्रीड को बीच में नहीं आने दूंगा य सिस्टमैटिक तरीका है पैसा कमाने का जैसे आप सैलरी से पैसे कमाते हैं काम करके पैसा कमाते हैं लेबर लेबर करके पैसा कमाता है डॉक्टर डॉक्टरी करके पैसा कमाता है इंजीनियर इंजीनियर गिरी करके पैसा कमाता है वैसे ही स्टॉक मार्केट में मैं ऐसा पैसा कमा रहा हूं एक इंजीनियर अगर मान लो असिस्टेंट इंजीनियर है किसी स्टेट का उसको दूसरे तरीके से पैसा कमाना है ये वही चीज है सेम चीजें हैं ये दूसरे तरीके से मतलब क्या उसको एक ब्रिज कांट्रैक्ट मिला उसने सही माल नहीं चुना खराब माल चुना और बाकी बचा हुआ पैसा अपने अंदर कर लिया ब्रिज या पुल गिरेगा इंस्पेक्शन होगा इंजीनियर सस्पेंड होगा जेल के अंदर भी जा सकता है व एक नुकसान है ना एक तरीके का अगर आप एथिकल नहीं रहोगे ना अपनी अप्रोच में पैसे कमाना कोई गलत बात थोड़ी है एथिकल रहना जो है वह है इंपॉर्टेंट चीज अगर आप अपनी इसमें अप्रोच में एथिकल रहोगे और अपने बनाए हुए रूल्स अपनी बनाई ई लक्ष्मण रेखा को पार नहीं करोगे तो हमेशा उस उस लक्ष्मण रेखा के भीतर आप फ्लरिज ही करते जाओगे जैसे ही आपने पार किया मैंने बताया ना एक आदत की बात है भाई आदत की बात वह फिर व आदत बदलते ना देर नहीं लगती एक बार कर लेते हैं एक एक बार से तो स्टार्ट होती है ना कोई एक सिगरेट पीना शुरू करता है तो क्या करता है एक बार ही तो पीता उसके बाद फिर एक बार और पी लेता है कब वो चेन स्मोकर बन जाता है बर्बाद हो जाता है लंग्स खराब हो जाते हैं जिंदगी बर्बाद हो जाती है पता भी नहीं चलता आई वुड सजेस्ट सिंस यू आर ऑलमोस्ट डन विद ऑल द लेक्चर व्हाट यू शुड डू नाउ इज यू शुड रेफर योर फ्रेंड्स यू शुड टेल योर फ्रेंड्स टेल योर फैमिली मेंबर्स टू गो थ्रू दिस कोर्स वंस टू कंपलीटली बी फाइनेंशली फ्री थ्रू आउट योर लाइफ बिकॉज यू नो व्हाट इज कमिंग अहेड इन द इंडियन स्टॉक मार्केट पीपल हु आर नॉट सीइंग दिस कोर्स आई एम बेटिंग दैट दे आर मिसिंग आउट ऑन अ ग्रेट अपॉर्चुनिटी इजट इट क्योंकि पैसे तो बनेंगे भाई मेरे बनेंगे तुम्हारे बनेंगे तुम्हारे वेल विशर्स हैं फैमिली मेंबर्स हैं कजिन उनको बताओ और बेसिक से लेकर इंटरमीडिएट मैंने डिसाइड किया था स्टार्टिंग में अभी तो काफी अच्छे लेवल प आ गए पर इंटरमीडिएट से भी थोड़ा ऊपर आ गए हैं हां बहुत हाई लेवल तक जाने की जरूरत भी नहीं अपने को अपन इंटरमीडिएट और उसके हाई के बीच में कहीं ना कहीं है अभी उस लेवल प जो बहुत अच्छा लेवल है समझ में आ रही है आपको चीजें राइट मार्केट की अंदरूनी चीजें समझ पा रहे हो तो रेफर करिए बहुत-बहुत शुक्रिया जय हिंद वंदे मातरम मेरे प्यारे दोस्तों फाइनली फाइनली यू शुड आई एम क्लैपिंग फॉर यू कि आपने इतना बड़ा कोर्स खत्म किया है एंड आई होप आपने ऑनेस्टली हर चीज देखी होगी और आपको बहुत कॉन्फिडेंस महसूस हो रहा होगा अपने इस नॉलेज पे और आपको गर्व करना चाहिए कि आपने इतना पेशेंटली इस पूरे कोर्स को देख लिया आज के शॉर्ट्स और रील्स की दुनिया में जहां पर ऐसे-ऐसे वीडियो चलती है ऐसे अगर आपने कर लिया है तो भैया यह तो बड़ा बात है बड़ी बात तो है ठीक है अगर आप हमारे साथ लाइव जुड़ना चाहते हैं तो उसके लिए थोड़ा सा पेमेंट भी करना पड़ेगा और आप लोग को पहले तो फ्री में आप जुड़ जाइए स्टडी टू विन एक्सक्लूसिव करके [संगीत] वहां पर हमारा शुरू हो रहा है और हम इतना भी नहीं चार्ज करते हमारे चार्जेस ऐसे रहते हैं ₹ 00 महीना ऐसे होता है इससे ज्यादा नहीं होता है तो जो भी है वो मैं आपको बता दूंगा विथ टाइम कभी-कभी चेंज हो सकता है फ्लकचुएट कर सकता है डिपेंडिंग अपॉन कि हम वो विथ टाइम हो सकता है फ्लक्ट करें तो इसीलिए एक रिकॉर्डेड वीडियो में कमिट करना कि इतने ही है तो ठीक नहीं होगा इसीलिए मैं वोह कमिट नहीं कर रहा हूं लेकिन ये हंड्रेड्स में ही रहता है ऐसे ही रहता है 200 300 400 मैक्स मैक्स टू मैक्स बता रहा हूं मैं तो यह आप स्टडी टू विन एक्सक्लूसिव करके एक ग्रुप है उसको जवाइन कर लीजिए बिल्कुल सिस्टमिक तरीके से मार्केट को हिट करिए और अगर आपको सही लगे तो आप आगे बढ़ते रहिए हम आपसे ऐसा भी नहीं कर रहे हैं कि एक बार में आप हमें इतने हजार रुपए दे दीजिए फिर एनरोल हो जाइए एक साल के लिए फस जाइए नहीं आपको पसंद आए आप आगे कंटिन्यू करिए नहीं पसंद आया मत करिए इट्स सो सिंपल और हमारे और जो लोग हैं वह हजारों की तादाद में लोग कंटिन्यू करते हैं दे नेवर लीव अस वंस दे जॉइन अस आई एम टेलिंग यू दे नेवर लीव कभी नहीं जाता सो चलिए इसी आशा के साथ कि आप भी कहीं नहीं जाएंगे और सिविल बीइंग्स क चलो वो तो [संगीत] वीडियोस हो यू विल फाइंड देम अ लॉट थैंक यू सो मच गुड डे जय हिंद वंदे मातरम