एस 15: एंप्लॉई बेनिफिट्स नोट्स

Jul 26, 2024

एस 15: एंप्लॉई बेनिफिट्स

परिचय

  • आज का टॉपिक: एस 15 एंप्लॉई बेनिफिट्स
  • महत्वपूर्ण सहयोग: यह एक नया और महत्वपूर्ण टॉपिक है।
  • लेक्चर को 2 भागों में विभाजित किया गया है:
    • महत्वपूर्ण चर्चा
    • अन महत्वपूर्ण चर्चा

एंप्लॉई बेनिफिट्स का महत्व

  • एंप्लॉई बेनिफिट्स: स्टेटमेंट ऑफ प्रॉफिट और लॉस के अंतर्गत एक अलग हेडिंग।
  • एंप्लॉई बेनिफिट्स एक्सपेंस:
    • यह पी एंड एल में चित्रित होता है।

एंप्लॉई बेनिफिट्स के प्रकार

  1. शॉर्ट टर्म एंप्लॉई बेनिफिट्स
    • 12 महीने के भीतर भुगतान किए जाने वाले: सैलरी, बोनस, ओवरटाइम, एक्सपेंस, अलाउंस।
  2. अन्य लॉन्ग टर्म एंप्लॉई बेनिफिट्स
    • जैसे लॉन्ग टर्म बोनस।
  3. पोस्ट एंप्लॉयमेंट एंप्लॉई बेनिफिट्स
    • जैसे ग्रेच्युटी, प्रोविडेंट फंड।
  4. टर्मिनल या टर्मिनेशन बेनिफिट्स
    • जैसे वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम।

शॉर्ट टर्म एंप्लॉई बेनिफिट्स

  • शॉर्ट टर्म बेनिफिट्स हमेशा एक ही बार में पी एंड एल में जाते हैं।
  • इनकी अकाउंटिंग सरल होती है।

लॉन्ग टर्म एंप्लॉई बेनिफिट्स

अन्य एवं पोस्ट एंप्लॉयमेंट बेनिफिट्स

  • इनका ट्रीटमेंट एक समान होता है, प्रोजेक्टेड यूनिट क्रेडिट मेथड के अनुसार।

दिये गए बेनिफिट्स का कार्यान्वयन

प्रोजेक्टेड यूनिट क्रेडिट मेथड

  • इस मेथड के अंतर्गत दो मुख्य तत्व:
    • डीसीपी (डिफाइंड कंट्रीब्यूशन प्लान)
      • फिक्स्ड कंट्रीब्यूशन रहता है।
    • डीबीपी (डिफाइंड बेनिफिट प्लान)
      • फिक्स्ड बेनिफिट पर आधारित होता है।

अकाउंटिंग संचालन

  • डीसीपी:

    • सीधा खर्चा पी एंड एल में डाला जाता है।
    • कोई डिस्काउंटिंग नहीं की जाती।
  • डीबीपी:

    • फिक्स्ड बेनिफिट पर आधारित होता है।
    • इसकी गणना करने के लिए एक्चुरियल अनुमानों की आवश्यकता होती है।
    • डिस्काउंटिंग की जाती है।

कंट्रीब्यूशन एवं बेनिफिट्स

  • कंट्रीब्यूशन: एंप्लॉयर का दिया गया भुगतान।
  • बेनिफिट: एंप्लॉई को मिलने वाला अंतिम टोटल।

योजना संपत्ति (Plan Assets)

  • योजना संपत्ति क्या है?
    • यह एंप्लॉयर द्वारा की गई इन्वेस्टमेंट है।
    • हर साल कंट्रीब्यूशन किया जाता है।

सारांश

  • डीबीओ (डिफाइंड बेनिफिट ऑब्लिगेशन)

    • यह लायबिलिटी की एक राशि है जो एंप्लॉई को अंत में दी जाती है।
    • करंट सर्विस कॉस्ट और इंटरेस्ट कॉस्ट के रूप में बुक की जाती है।
  • प्लान एसेट्स

    • इसे कंट्रीब्यूशन के साथ लगाए जाने वाली इन्वेस्टमेंट के रूप में गिना जाता है।

अंतिम टिप्पणी

  • आगे के सत्र में बाकी बचे विषयों पर चर्चा की जाएगी।
  • पाठकों से अनुरोध है कि वे इन पॉइंट्स को स्पष्ट रूप से समझे।

धन्यवाद, सभी स्टूडेंट्स को!