आर्थिक मॉडल का अवलोकन

Jun 9, 2025

Overview

यह लेक्चर क्लासिकल मॉडल में इनकम, आउटपुट, इंटरेस्ट रेट और गवर्नमेंट हस्तक्षेप के निर्धारण पर केंद्रित है, साथ ही टैक्स और फिस्कल पॉलिसी के प्रभाव समझाए गए हैं।

क्लासिकल मॉडल और उत्पादन

  • उत्पादन (आउटपुट) और इनकम लेबर पर निर्भर करते हैं।
  • लेबर डिमांड और लेबर सप्लाई का इंटरसेक्शन इक्विलिब्रियम एंप्लॉयमेंट तय करता है।
  • रियल वेज (वेतन/मूल्य स्तर) लेबर डिमांड-सप्लाई निर्धारित करता है।
  • डिमिनिशिंग रिटर्न्स: उत्पादन बढ़ाने पर अतिरिक्त लाभ घटता है।

लोन-एबल फंड्स थ्योरी (Interest Rate Determination)

  • मार्केट में सेविंग्स = लोन-एबल फंड्स की सप्लाई; इन्वेस्टमेंट = डिमांड।
  • इंटरेस्ट रेट बढ़ने पर सेविंग्स बढ़ती हैं, इन्वेस्टमेंट घटती है।
  • इक्विलिब्रियम इंटरेस्ट रेट वहां होता है जहाँ सेविंग्स व इन्वेस्टमेंट बराबर हों।

गवर्नमेंट का हस्तक्षेप

  • गवर्नमेंट बजट सरप्लस होने पर सप्लायर बनती है, डिफिसिट होने पर डिमांडर बनती है।
  • गवर्नमेंट की डिमांड इंटरेस्ट रेट से प्रभावित नहीं, फिक्स रहती है।
  • गवर्नमेंट डिमांड बढ़ने से फंड्स की कुल डिमांड बढ़ती है, जिससे इंटरेस्ट रेट बढ़ता है और प्राइवेट इन्वेस्टमेंट घटती है (Crowding Out Effect)।

टैक्स रेट का प्रभाव

  • टैक्स बढ़ने से लेबर की डिस्पोजेबल इनकम घटती है।
  • लेबर सप्लाई फंक्शन में बाय-डिफॉल्ट टैक्स का प्रभाव जोड़ा जाता है।
  • टैक्स बढ़ने पर आउटपुट, एंप्लॉयमेंट व एग्रीगेट सप्लाई कम हो जाते हैं।

ग्राफ/एक्वीलीब्रियम विश्लेषण

  • सप्लाई व डिमांड कर्व के इंटरसेक्शन से इक्विलिब्रियम फंड्स व इंटरेस्ट तय होती है।
  • गवर्नमेंट डिमांड बढ़ने से डिमांड कर्व राइट शिफ्ट होता है, जिससे इंटरेस्ट रेट ऊपर जाता है।

Key Terms & Definitions

  • रियल वेज — पैसा/मूल्य स्तर; वास्तविक क्रयशक्ति।
  • लोन-एबल फंड्स — वे फंड्स जो मार्केट में लोन के रूप में उपलब्ध हैं।
  • इक्विलिब्रियम इंटरेस्ट रेट — जहाँ सेविंग्स = इन्वेस्टमेंट होती हैं।
  • डिमिनिशिंग रिटर्न्स — लगातार अधिक लेबर पर अतिरिक्त उत्पादन में गिरावट।
  • Crowding Out — गवर्नमेंट डिमांड से प्राइवेट इन्वेस्टमेंट का कम होना।

Action Items / Next Steps

  • यूनिट-2 की चार वीडियो ("मनी") पूरी देखें।
  • नोट्स और क्लास के चार्ट्स का दोहराव करें।
  • अगली क्लास की सूचना/नोटिफिकेशन का इंतज़ार करें।