Transcript for:
भारतीय संविधान का ज्ञान

झाल कि वेलकम टू स्टडी आइक्यू आंगनवाड़ी निखिल और आरोग्य लक्ष्मीकांत इस प्रोबेबली थे मोस्ट इंपोर्टेंट बुक फॉर इंडियन किड्स को भारत के संविधान के बारे में इंफॉर्मेशन दे और अगर संविधान से संबंधित क्वेश्चन है अगर यह किताब बहुत अच्छी तरह से हो तो आप उसको ऑटोमेटिकली यूपीएससी प्रीलिम्स में इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन एंड इंडियन पॉलिटिक्स एक बहुत ही इंपोर्टेंट टॉपिक है उसके लिए यह बहुत जरूरी है कि आप पूरी की पूरी लक्ष्मीकांत कई बार पढ़कर और बड़े सब्सक्राइब करें तो आपके प्रिंट करने की संभावना बढ़ जाती है एवरेज सब्सक्राइब से पूछे जाते हैं यू कैन बे हार्ट फ्रॉम लक्ष्मी न लोगों के साथ मिलकर कोशिश करूंगा सॉन्ग घंटे के अंदर अंदर आपकी पूरी की पूरी लक्ष्मीकांत की किताब को कंप्लीट कराने का 108 की पूरी-पूरी लक्ष्मीकांत इन नेक्स्ट ठंडा को कंप्लीट कर आ जाएगा अगर आप यह लेक्चर्स देखने के बाद अपनी लक्ष्मीकांत की किताब से पढेंगे तो आपको क्वालिटी का कोई भी सवाल समझने अगर करने में डिफिकल्टी नहीं आएगी बट आपको रिलीजियस में इस पूरे के पूरे प्रोग्राम को फॉलो करना होगा बिना समय व्यक्त किए उलट स्मूथ फॉरवर्ड इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन हमारा उद्देश्य इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन को समझना आप भारत देश के नागरिक हैं आप भारत के कोंपेटीटिव एग्जाम से पार्ट लेना चाहते हैं कि भारत की सरकार का हिस्सा बनना चाहते हैं और भारत की सरकार चलती है भारत के संविधान से सेट किया जाता है कि यह है कि आप भारत के संविधान को पूरा समय उनके लक्ष्मीकांत के द्वारा प्रॉस्टिट्यूशन के हर आर्टिकल हर शेड्यूल हर प्रोविजन हर प्रावधान को पढेंगे उसको किस प्रकार से भारत की सरकार चलती है कैश विड्रॉल पावरफुल डिस्टर्ब किया गया नागरिक कौन होता है नागरिक के अधिकार कैसे चुने जाते हैं ट्यूशन ट्यूशन हर एक चीज को सबस्क्राइब पूरा का पूरा करने की कोशिश करें हमारा उद्देश्य इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन करना इन डिटेल सब्सक्राइब सब्सक्राइब पूरा कंपलीट हो ट्यूशन ट्यूशन ऑफ इंडिया को सब्सक्राइब कर लें ड्यू टो थे वर्क आफ आर्ट इन इट्स सिर्फ और हमारे पूरे पूरे प्रेसिडेंट मॉडर्न सिविलाइजेशन का बेस है इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन हैंड शोल्डर चाहे प्रेशर कर रहे हो नहीं कर रहे हैं हम अंडरस्टैंड करना चाहिए कि आखिर क्या है भारत का संविधान और कैसे बना सब्सक्राइब होगी हमारी सब्सक्राइब करें लक्ष्मीकांत किसी भी चीज के बारे में संघ को सब्सक्राइब करने की कोशिश करें यह चैनल सब्सक्राइब अगर आप हमसे जुड़ना चाहते हैं और आपको इस वीडियो को जरूर सब्सक्राइब जरूर कीजिए और चैनल को सब्सक्राइब करें चैनल सब्सक्राइब करें कि अब शुरुआत करते हैं बिना किसी समय को एक्स्ट्रा व्यक्त किए हुए हमारा पर से भारत का संविधान पूरा का पूरा पढ़ना भारत का संविधान पढ़ने के लिए हमारा बेस है लक्ष्मीकांत किताब हमारा उद्देश्य है कि कुछ घंटे के अंदर अंदर पूरा का पूरा कंपलीट कर दिया और उसके सब्सक्राइब ऐतिहासिक पृष्ठभूमि भारत के संविधान की कि आज इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन के बारे में नहीं किया जाएगा लेकिन इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन कि वहां पर पहुंचने का रास्ता है उसको करने की शुरुआत करेंगे तो है लेकिन कि हमारी तो मॉडर्न सिविलाइजेशन है आज जो हम जी रहे हैं आज हम दिन रूस के बेसिस पर जीते हैं जैसे सरकार चलती है और जैसे समाज चलता है यह जो हिस्ट्री है यह एक इसकी जो पूरा का पूरा डिसीजन लिया गया था वह एक बड़ी ऑर्डिनरी सी रात थी श्याम मीणा इकत्तीस दिसंबर 16 2010 विक्रम सेमिनल हिंदी हिस्ट्री आफ इंडियन सबकॉन्टिनेंट सब्सक्राइब को पता ही नहीं पूरे इंडियन सबकॉन्टिनेंट अगले सब्सक्राइब करें ताकि आने वाले 500 सालों के बाद तपस्या सब्सक्राइब ट्यूशन ऑफ ईस्ट इंडिया कंपनी कंपनी ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम से ब्रिटेन में इंस्टीट्यूट की गई ट्रेडिंग कंपनी सिंपल सी बात है उसको इंस्टीट्यूट किया गया था 140 यहां पर उस समय जो महाराज पधारे थे उन्होंने चार्टर निकाला ठेके फरमान निकाला था जिससे ईस्ट इंडिया कंपनी को आवंटित कर दिया गया इस चैप्टर में सिर्फ यह बताया गया था कि ईस्ट इंडिया कंपनी के पास कुछ लैंग्वेज क्रिएटिव पावर होंगी यानि कि वह स्वयं अपने खुद के कुछ कानून बना सकती है और इनके पास मोनोपली होगी टेस्ट यहां पर जो भी भारत के इंडियन ओशियन में ट्रीट करने के लिए बेसिकली अगर आप इसको समझना चाहिए तो यह समझिए कि कुछ ट्रेडर्स थे रीडर्स टो क्रिएट से जो लोग से स्ट्रेट करना चाहते थे मसालों में क्रिएट करना चाहते थे 100 ग्राम शुगर top10 में प्रेरित किया करते थे उन्हें फरमान चाहिए था मुनार से ब्रिटेन के भंडार से कि हमें इन यह पोर्शन में ट्रेंड करने के लिए ओन्ली डेढ कि हमारे अलावा कोई और ब्रेड ना कर पाएं और उन्होंने अपने नाम की कंपनी बनाई ईस्ट इंडिया कंपनी अगर आप अपने दोस्त के साथ काम करना चाहते हैं फिर कंपनी बनाएंगे राइट और वह कंपनी बनाने के बाद आप काम करना है मैंने बस इसी प्रकार से ईस्ट इंडिया कंपनी अगर शुरुआत में 216 लोग जिस दिन यह बनी थी उस समय यहां के नाइटक्लब में बेसिकली को सबस्क्राइब इंडियन सबकॉन्टिनेंट गवर्नर सबसे सीनियर और 24 से यह बेसिकली सवा दो सौ लोगों की कंपनी थी उसको कवर करने के लिए उसकी मैनेजमेंट कि आप यह समझ लीजिए और आज के समय में शीघ्र जैसे कि सरकार इन लोगों ने मान लिया कि हम उन्हें शीघ्र करने की सब्सक्राइब करें चैनल सब्सक्राइब कीजिए में आठ साल के बाद पिछले टेस्ट में 100 इंडियन 1628 में पहली बार ईस्ट इंडिया कंपनी का एक जहाज है जो कि भारत के मैं सूरत पर लैंड करता है यह जो कंपनी है यह पहली अपनी फैक्ट्री बनाती है 1611 में मसूलीपट्टनम में जो कि आंध्रप्रदेश में और उसके बाद दूसरी फैक्ट्री बनाती है सूरत में 1612 में कुछ लोगों ने बचपन की एनसीईआरटी में सबसे पहले जो फैक्ट्री है सूरत में भी सुनी होगी परंतु वह छोटे बच्चों के लिए बताने के लिए होती है एक तरफ प्रीति को मसुलीपट्टम आंध्र प्रदेश में सेट अप हुई थी फैक्ट्री आज की present-day फैक्ट्री नहीं आप इसको समझ लीजिए एक गोल्डन उस समय मींस ऑफ कम्युनिकेशन टो थे नहीं इतनी तेजी से ट्रांसपोर्ट भी नहीं होता था तो एक जगह बनाई है - था जहां से यह सब के सब चोर कॉटन सिल्क शुगर साल्ट जो भारत से खरीद के एक जगह पर रखा जा सके और उसके बाद जब जहाज है ब्रिटेन से उसके अंदर भर कर उसको वापिस ले जाएंगे उस चीज को फैक्ट्री कहा जाता था पहली फैक्ट्री बनी थी मशीन मशीन मसूलीपट्टनम आंध्र प्रदेश पर और बैटरी होने की सूरत में 1612 अभियुक्त ऐसे शुरुआत होती है टैटू तो एक बड़ा इंपोर्टेंट की वाली है कि यह एक बड़ी छोटी सी नेवल वॉर थी ईस्ट इंडिया कंपनी अपोलो ट्यूब्स के बीच में बेसिकली दो या तीन चार पांच राज्यों के बीच में थोड़ी सी छोटी सी लड़ाई थी यह जो उस समय का यूरोप तथा उस समय को यूरोप के अंदर जो उनकी ने वीसी ऑफिस फ्रॉम हो गई थी फॉर्चून मींस द मैच स्पेन और ब्रिटेन और फ्रांस यह सब के सब तय किया करते थे दूसरे दूसरे देशों से ज्यादा वहां पर यहां पर भारत के लिए थे फ्रेंड्स भी आते थे और अब स्क्रीन लगी थी इसलिए कंपनी के बारे में पढ़ रहे हैं क्योंकि भारत के ऊपर करने लगी थी इसलिए कंपनी और सब्सक्राइब बटन यहां से भारत की जो आज की सुनने की शक्ति को यहां से निकलकर आती है उस समय किसी को पता नहीं था कि इतनी चैनल को सब्सक्राइब करने के लिए है ए ट्रेड की थी छोटी मोटी सी लड़ाई चलती रहती है इसके लिए कंपनी घी इससे मुगल एंपरर की नजर ईस्ट इंडिया कंपनी के ऊपर पड़ गई और उस दिन के बाद से इस्ट इंडिया कंपनी के अंदर ईस्ट इंडिया कंपनी को थोड़ा सा प्रेस देने लगे देने लगे मुगल एंपरर याद रखिए 1612 चल रहा है यानी अकबर के बेटे जहांगीर इस समय वही कर रहे हैं जो ताजमहल किसने बनाया और न ही उस समय की बात है चलिए हम स्विस रोल प्ले करता था वह भारत वह भेजा जाता है जहां से बात करने के लिए इस चीज को नियुक्ति मिल जाए और सब्सक्राइब सूरत अभी सेलिब्रिटी-सेलिब्रिटी यह जितने की वजह से मुगल एंपरर उनसे थोड़े से खुश थे इंटरेस्ट आफ मुगल एंपरर जहांगीर अकबर के बेटे जहागीर कि उन्होंने बेसिकली सूरत में ईस्ट इंडिया कंपनी को एक्सक्लूसिव राइट्स ने सूरत पर ट्रेंड करने के लिए और कोई नहीं करेगा पॉइंट इस बीच पहुंचे किया करते थे सूरत में पॉजिटिव की फैक्ट्री उनसे राइट हटा लेंगे ईस्ट इंडिया कंपनी एंड थिस फ्रॉम 60 बिग बी धीरे-धीरे देखिए यहां से ईस्ट इंडिया कंपनी की ओर पॉलीटिकल एंड एडमिनिस्ट्रेटिव उनका काम है लोगों की कंपनी है वह रीड करने के लिए सब्सक्राइब जॉब यहां से स्टार्ट करते हुए उक्त कंपनी प्रेडिस्पोज्ड बना लेती है सूरत में 1619 में और तीन बड़े शहर आप याद रखिए सबसे पहले मद्रास में 1639 मुंबई में 1668 और कोलकाता में 1634 में जहां ने जो लाइट्स कंपनी सूरत गुजरात के सूरत उनके पुत्र उन्होंने गांव अपने दिया इस्ट इंडिया कंपनी का धीरे-धीरे छोटा थोड़ा-बहुत इन फ्रंट पार्ट है फ्रंट में अभी तक उन्होंने इंडस्ट्री 1670 ने अपना ध्यान रखिए कि आपने देखा जिसे बैठक हुई अपॉर्च्युनिटीज और इन ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच में उस समय मींस ऑफ कम्युनिकेशन नहीं है ट्रांसपोर्ट नहीं थे तो जो लोग ट्रेडर्स तुमको कोई भी रुक सकता था तो इनको एक अपनी प्राइवेसी आर्मी गार्ड बेसिकली एग्जिट फ्रॉम मीट बट घाट व करते थे मुझे अपनी फैक्ट्री या होती हैं यहां पर गोल्डन होता है उनको प्रोटेक्ट करने के लिए रखना होता था और यूरोप में बहुत कंपटीशन डांस के बीच में फ्रेंड्स के बीच में कि ब्रिटेन के बीच में तो एक दूसरे के साथ लड़ाई होती रहती थी मुद्दीन रीजन 1670 में जैसे जो इस चार्टर एक्ट था जिसमें 16 सब्सक्राइब में एक चार्टर एक्ट बनाया गया जिससे लेजिसलेटिव पावर मिलेगी और बेसिकली का नाम है नौकरी मिल गई कि सिर्फ ईस्ट इंडिया कंपनी यहां पर ऐड कर सकती है दिस 1617 में और नए चार्ट आपके द्वारा ईस्ट इंडिया कंपनी को अधिकार मिल गए टू ऑटोनोमस टेरिटोरियल डिविजन 70 साल पिछले दिनों के अंदर नहीं 70 साल के बाद राज्य को लगा ब्रिटेन के स्किन को और अधिक देर तक अपना काम बेहतर तरीके से कर सकें सब्सक्राइब कर ले जाते थे और थे इनको लिए अगर यह अपने खुद के बलबूते पर ही कर सकते थे और शांति समझौते कर सकते थे सब्सक्राइब इंडिविजुअल्स ब्रिटेन में मुनार तो वहां पर जो लोग में रह रहे हैं इस कंपनी में दो-तीन महीने के जाते हैं दोस्तों यहां पर हवाई जहाज नहीं तो उनके ऊपर से नजदीक लेने के लिए कंपनी को अब यहां पर आपको ट्रेडिंग थी अब धीरे-धीरे से इसके अंदर कुछ भी कर सकती है सब्सक्राइब कर सकती है सब्सक्राइब है सुधीर यह बॉडी बनेगी देश की सबसे बड़ी पॉलीटिकल पावर इस प्रकार से अतिशीघ्र बड़े पहले 16वीं सदी में यहां पर इसलिए कंपनी का जन्म होता है 1661 में और अधिक ले जाते हैं और तो और सब्सक्राइब और इनक्रीस कर दिया जाता है और यहां पर यूनिफार्म जुडिशल सिस्टम भी बेसिक अ चीजें मिली थी वहां पर उसको सिस्टम है यह हमारे देश के सिस्टम का सबसे कम पर सेट कर दो थे इंडियन सबकॉन्टिनेंट कि वह बहुत ही ज्यादा इंपोर्टेंट युद्ध माना जाता है बैटल ऑफ प्लासी इस युद्ध ने यह डिसाइड किया था कि भारत पर राज कौन करेगा अब रेट्रोस्पेक्ट में देखते हैं उस समय तो कोई नहीं अंदाजा लगा सकता था कि जिस विल हेव सच रिप्र्कशंस बैटल ऑफ प्लासी 1757 में हुई थे जो हमसे दूर यही डेट मानी जाती है जिस दिन से कंपनी राजस्थान होता है भारत के ऊपर भारत के ऊपर पहले मुगल एंपरर आफ राज करते थे 1757 से लेकर 1858 तक प्रॉक्सिमिटी टो साले जूली 2 साल तक ईस्ट इंडिया कंपनी का प्रभुत्व था वहां पर उस सबसे मेन इंपोर्टेंट पॉलीटिकल पावर थिस टाइम अल्टीमेटली एक्जिस्टिंग इन थे मुगल एंपरर इसके अलावा 1858 के बाद सिंह मुरली पूरे पूरे इंडियन सबकॉन्टिनेंट प्रैक्टिस ब्रिटिश ग्राम यह जो ब्रिटिश कर रात हर एक ब्रिटिश राज किया करते थे यह पैनल में राज करते थे 1757 चित्तौड़ प्रांत संघचालक बेसिकली लड़ाई लड़ी गई थी कि ईस्ट इंडिया कंपनी के जनरल रोबर्ट क्लाइव और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के बीच लड़ी गई ठीक है इसलिए गई थी क्योंकि के अंदर सब्सक्राइब ईस्ट इंडिया कंपनी को हुआ करते थे उनको प्रोटेक्शन प्रोवाइड करते थे कंपनी ने कंपनी के लिए कंपनी सब्सक्राइब थे पेमेंट आफ इस वजह से जो नवाब हुआ करता था उसने कि उन्होंने अब स्किन बहुत बड़ा काफी बदल चुकी 1757 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने लिया तो बड़ा कारोबार बहुत ज्यादा कुछ नहीं कर रहे थे अपने ट्रेडों में इसको यूज कर रहे थे तो बंगाल का नवाब था उन्होंने विलियम्स को सीज किया और वहां के कुछ भी बुलेट और एंग्लो इंडियन सोल्जर भाग है जो कि उनके सॉर्स उसमें काम करते थे उनको एक व्यंजन बेसिकली एक छोटी सी जेल थी उसको डिविलियर्स के अंदर उसके अंदर ऐड कर दिए थे लोगों की जगह जेल के अंदर उस लो उसके अंदर भर दिए थे 146 गर्मियों एजुकेशन के कारण 1623 लोगों की मृत्यु हो गई इसको भारत के इतिहास में कहा जाता है घृत खतरनाक सब्सक्राइब करें सब्सक्राइब फाइनली टूर्स कि वह भारत के साथ कंपलीटली लड़ना चाहिए तांबे के साथ के साथ ही सब्सक्राइब और यह दो की तरफ चल दी गई नवाब ऑफ बंगाल के एक कमांडर थे इनकी मिलिट्री के कमांडर-इन-चीफ थे जो उनकी मिलिट्री संभालते थे मीर जाफ़र रोबर्ट क्लाइव ने मीर जाफर को रिश्वत देने कि मैं यह लड़ाई पर तुम बाहर तुम हिस्सा मत लेना डोंट पार्टिसिपेट इन थे मैं तुमको नंबर पैनल बना दूंगा इन्हें बैटल ऑफ प्लासी वजन घर के जरा जो घर के ही लोग थे उन्हें धोखा दिया और बेसिकली बैटल ऑफ प्लासी जूलिया रॉबर्ट क्लाइव ने इन थिस फाइनल ईयर एंड स्टार्टड इट्स इंडिया कंपनी पॉलीटिकल डोमिनेशन आफ इंडियन सबकॉन्टिनेंट मिर्जापुर का बेसिकली के बाद में नवाब बना दिया गया 3 साल के नवाब भी रहे उन्होंने 1760 में मीर जफर के ही बेसिकली साइन इन लोगों मीर कासिम को भी बना लिया अब मीर कासिम की बात करते हैं लेकिन जब बैटल ऑफ प्लासी युद्ध बैटल ऑफ प्लासी में क्या हुआ उसके बाद इनके पास अधिकार आ गए बड़े तारे से मीर जफर बेसिकली नवाब बने जो कि रोबर्ट क्लाइव के ही आदमी स्मॉलेस्ट उससे बड़े तारे से कंस्ट्रेशन निकाल दिया मिर्जा कर को हटाकर क्वेश्चन को बना दिया गया 1760 में वह भी उन्हीं का आदमी था लेकिन उनका सीधा थोड़ा ज्यादा पावरफुल होने लगा तो एक और दूसरी फाइनल बैटल योगी बैटल ऑफ क्लास सिक्स तो उसे मौलिक थी लेकिन इससे फाइनल रूम सेट अप हो गया बैटल आफ बुक साथ यह मीर कासिम जो कि बंगाल के नवाब है और हेक्टर मुनरो जो कि ईस्ट इंडिया कंपनी के रॉबर्ट क्लाइव के ही इसलिए एक जनरल से चैप्टर नोट इन दोनों के बीच में हुई थी अग्रेंज यहां पर मीर कासिम के साथ चाहा आलम भी से चार आलम इसीलिए उस समय मुग़ल राज्य करते थे और हेक्टर मुनरो ने इन दोनों की सेना को हरा दिया बैटर और अनुसार खत्म होती है ट्रीटी आफ इलाहाबाद क्षेत्रीय इलाहाबाद में क्या हुआ था आलम ग्रांट रोड ईस्ट इंडिया कंपनी दीवानी लाइट ऑन और राइट क्लिक टैक्सेस ओं बेहॉफ आफ एंपरर फ्रॉम वेस्टर्न प्रोविंस ऑफ बंगाल बिहार ओड़िशा दूसरा अलावा कंपनी टो कलेक्ट डेली फ्रॉम द पीपल ऑफ बंगाल बिहार ओड़िशा आपको पता नहीं है अपनी इंपोर्टेंट चीज हुई पिछले 10 65 सालों से क्योंकि 1764 में हुई है पिछले 15 सालों से क्या हो रहा है कि ईस्ट इंडिया कंपनी बिल ब्रिटेन से आती है और नमक शुगर पीएम यह सारी चीजें खरीदती है लेकिन यूरोप और भारत को तो में पैसा घला ईस्ट इंडिया कंपनी के जरिए खुद को फिट कर सकते हैं और घ्र रेवेन्यू से खरीद रहे हैं और उसी को भेज रहे हैं कि यह गलती थी कि अब यहां पर आगे चलते चलते अब आ जाता है कि अब इस्ट इंडिया कंपनी बहुत बड़ी पावरफुल कॉर्पोरेट एजेंसी बन चुकी है मल्टीनैशनल कॉरपोरेशंस बनी है रेवेन्यू क्लिक कलेक्ट कर रही है वह भारत से इस समय ऐसे में 175 साल एप्रोक्सीमेट बनकर बनने के बाद ब्रिटिश क्राउन को लगता है कि करप्शन बहुत बढ़ गई है यहां से जो कि ब्रिटेन जो भी ईस्ट इंडिया कंपनी के जो लोग होते थे यहां काम करते थे सभी हैं जाते थे तो भर के पैसा लेकर जाते थे बड़े-बड़े खोल थे कुछ ऐसे एकड़ की मां पर मार्क ब्रिटिश पार्लियामेंट देखा कि यह थोड़ा सा कंट्रोल रखना चाहिए क्योंकि है तो उनकी उस अनुसार कैसे डेमोक्रेटिक सिस्टम नहीं है इन थे स्टेट अब यहां से तैयारी 1764 के बाद जब उनके पास रेवेन्यू राइट 1773 में गवर्नमेंट रेगुलेट करना स्टार्ट कर अब हम पढेंगे अब यहां से लक्ष्मीकांत सब्सक्राइब थोड़ा सा में कैसे हो डू अब क्या होता है कि जब तक हमारा संविधान बनेगा उसके बीच में कुछ इंपोर्टेंट इंपोर्टेंट कॉन्स्टिट्यूशनल एडवांस है कि आखिर मॉडल सिस्टम पर पहुंचे कैसे करें काफी लंबा समय 175 साल यानी 1773 ने गवर्नमेंट ब्रिटिश पार्लियामेंट 11 लाता रेग्यूलेटिंग एक्ट 1773 80 कंपनी को रेगुलेट करने के लिए फिर वही 1784 में वह उसी का कोई काम था रेगुलेट करने के लिए फेस 1813 1833 के चार्टर एक्ट याद रखिए 1604 था ना तो उसी प्रकार से चार्टर एक्ट ईस्ट इंडिया कंपनी के मनोबल को बढ़ाने के लिए उसके को बताने के लिए इस प्रकार से लेकिन हम इन चारों को इसलिए पड़ते हैं क्यों क्योंकि इन मॉडर्न एजुकेशन सिस्टम में कुछ न कुछ इंपोर्टेंट एक-एक करके इसमें पता लगाएंगे कि क्या हुआ था अच्छा पर उसके बाद आपने मंगल पांडे ने 1857 10 हुई थी भारत के सिपाहियों ने विद्रोह कर दिया थे ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अध्यक्ष और ऐसा देखने के बाद वहां पर ब्रिटिश क्राउन को लगा कि अब इस्ट इंडिया कंपनी से भारत का राज नहीं चला जाएगा तो 1858 में कोई कानून जाते हैं और ईस्ट इंडिया कंपनी को हटा देते हुए अब बहुत हो गया आपका अब हम स्वयं इस चीज को राज करेंगे और 1858 से 1947 तक अगले नमः सालों तक प्रिटेंडेड असली राज करता है इंडिया के ऊपर जरिए कंपनी थी जो इकत्तीस दिसंबर 09 फाइनली 80 कंपलीटली डिफरेंट गंभीर व लिक्विड कर दिया था लेकिन भारत में 1858 लिक्विड था कि आप यहां पर आप आज के बाद आपको कोई काम नहीं ब्रिटेन के कुछ और इंपॉर्टेंट कानून 1800 के सिलेक्ट 1858 के बाद ब्रिटेन ने भारतीयों को एसोसिएट करना चाहिए प्रशासन ने उसके तहत उन्होंने 2018 में और 1969 में यह वही हैं घ्र मॉडर्न हिस्ट्री पर जो कि आपके विपिन चंद्र होती है 1991 बड़ा महत्वपूर्ण 1919 में और फिर फाइनली 1965 सब्सक्राइब और फाइनल ब्रिटेन ले गए 1947 इंडिपेंडेंस कि भारत को स्वतंत्रता देने का उनका अंतिम और उसके बाद से भारत के पास अपनी खुद की डिश को सब्सक्राइब करने और चूज करने का हक इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट सब्सक्राइब 1773 में क्या हुआ था कि बहुत ही महत्वपूर्ण पॉलीटिकल पावर बन चुकी है ईस्ट इंडिया कंपनी और इस चीज को रेगुलेट करने के लिए कंपनी को रेगुलेट करने के लिए नियुक्त को कहा जाता है 100 ठीक है यह में दस जून 1773 को पारित हुआ था होता है यहां पर पहला Step है जिसमें ब्रिटिश गवर्नमेंट लेती है इसलिए कंपनी के सेल्स को कंट्रोल करने के लिए रेस्ट करने के लिए इससे पहले 175 साल तक ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को किसी प्रकार की कोई बीच में खलल नहीं लगता था कि ना सब्सक्राइब करें यहां पर धीरे-धीरे पूरे के पूरे इंडियन सबकॉन्टिनेंट को बंद करते समय अभी हमने जो प्रेसिडेंट में मुंबई में उनके पावर सेंटर बन चुके 1773 में अलग-अलग प्रेसिडेंसी को जो है इसलिए कंपनी के गवर्नर करते थे अब स्कूल भारत के 25 प्रतिषत आदमी ज्योति बंगाल में उस समय अ जो गवर्नर बंगाल का गवर्नर-जनरल सब्सक्राइब करें चैनल सब्सक्राइब मंत्री पहले राष्ट्रपति टाइप का आदमी संघ ने चैनल को सबस्क्राइब लेकिन कंपनी के गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया कंपनी इन इंडिया subscribe our Channel and subscirbe यह जो कि नील सिस्टम तक हम यूज करते हैं कि भारत मुंबई मद्रास प्रेसिडेंसी बहुत ही सरल है कि 1772 1773 में एक्टर आया है जिसमें जो बंगाल का गवर्नर है उसको सुप्रीम बना दिया जाता है ताकि एक आदमी सारे के सारे देश को कंट्रोल करें यहां से बिजली और यह सेंट्रलाइजेशन की पूरी-पूरी पावर धार बढ़कर सेंट्रलाइज्ड हो जाएगी यहां से स्टार्ट होने के बाद टिकट्स उसके बाद एक सुप्रीम कोर्ट भी बना लीजिए लीगल सिस्टम की भी नींव रख यह एसिड इंपोर्टेंट है अब उसके बाद बंबई और मद्रास पोर्ट प्रेसिडेंसी जो हमको सबोर्डिनेट बना दिया गया यानी कि जो मौर पीस है यह सब अपना काम करते थे परंतु वह और एंड पीस शांति समझौता या युद्ध करना होगा वह सिर्फ और सिर्फ बंगाल का गवर्नर कर सकता है मजबूत और मद्रास के अपनी चॉइस से लड़ाई नहीं कर सकते थे यह सुपीरियॉरिटी का मतलब ठीक है वरना पहले थे अपनी अपनी मर्जी से किसी से भी लड़ सकते हैं जब मन करता था चेंजेस यह बहुत सक्सेसफुल नहीं हुआ करेक्ट 175 साल से जो चीज बिल्कुल फ्री हो उसको अगर रेगुलेट करने की कोशिश करेंगे तो लोग को प्रेस करें कि नहीं इस्ट इंडिया कंपनी जिनको ऑपरेटेड ए स्मॉल स्क्रीन पर कई खामियां थी उसको खत अपने के लिए उम्र 10 साल के बाद इनको फिर से एहसास हुआ कि मैं अब स्क्रीन 180 उस समय के प्रधानमंत्री थे ब्रिटिश पार्लियामेंट के लिए उन्होंने इस पेस्ट को इंट्रोड्यूस किया था इसलिए उनके नाम से जाना जाता है यह रिमाइंडर एक कंट्रोलर ब्रिटिश गवर्नमेंट इंट्रोड्यूस्ड बिटवीन एंड पॉलीटिकल कंपनी ने इस कंपनी को रेगुलेट करने की कोशिश की नहीं हुआ तो उन्होंने एक बना दिया और दूसरा कंट्रोल कांट्रेक्टर कंपनी लॉ बोर्ड ऑफ कंट्रोल है और दोनों में छेद जो भारत के अंदर इस्ट इंडिया कंपनी की जितनी भी टेरिटरीज हैं उनको मैंने करेंगे मैं समझ गई ना तू कंट्रोल बड़ा राधा सोचा कि ब्रिटेन के राज्य भारत पर राज करने वाले 1858 में लेकिन स्टेप बाय स्टेप आ रहे तो 1773 में उन्होंने कुछ नहीं कहा था उन्होंने कहा कि रेगुलेट कर लो आप फिर 1784 में आकर वह कहते हैं कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर आपकी मदद करेगा आप अपना ही बनाइए को ट्रैक्टर जो कि ईस्ट इंडिया कंपनी का यह सिर्फ कमर्शल आफ थे ग्रेट जो करते हैं आपसे वही चीज यह ऊपर एक क्रीटेड न्यू बोर्ड ऑफ कंट्रोल जिसके अंदर छह मेंबर से तुम मैनेज ए पॉलीटिकल फेस को सुपरवाइजर एक और ऑपरेशन तो सिविल एंड मिलिटरी और ब्रिटिश पोजीशंस इन इंडिया ड्यू टो गिव मी द गवर्नमेंट हो गई नोटिस के जरिए कि एक तो ईस्ट इंडिया कंपनी की गवर्नमेंट हो गई है जो कि को सबस्क्राइब रोल कि ब्रिटिश पार्लियामेंट में परंतु यह होम मिनिस्ट्री आफ लॉ मिनिस्ट्री इन सबको मिक्स करते हैं घर में रखे स्टूल गवर्नमेंट क्रिएट करता है कमर्शल फंक्शन को हटा देता है ईस्ट इंडिया कंपनी के करता है पॉलिटिकल अश्लील एडमिनिस्ट्रेशन इन सबको यह पॉलिटिकल फंक्शन ब्रिटिश घृत और अब स्कोर बोर्ड ने कंपनी ने कब्जा कर रखा था उसको पहली बार लॉक ब्रिटिश पोजीशन से अलग सब्सक्राइब करने में पहली बार 1627 में 213 साल के थे ईस्ट इंडिया कंपनी की को खत्म कर दिया जाता है सिर्फ चाहिए दूसरे दिन tv दिन यानी कि चाय सिर्फ ईस्ट इंडिया कंपनी खरीदेगी और चाइना के साथ करेगी बाकी हर देने से मनोबल खत्म और बाकी जो और कोई कंपनी है जब ब्रिटेन के हो काम करना चाहिए ट्रेड करना चाहिए तो कर सकती है दल दुर्घटना रीड विद इंडिया फॉर ऑल कमोडिटीज एक्सेप्टिव थ्रोन ओपन टो ऑल ब्रिटिश सब्जेक्ट दिस लास्ट 1131 शैटर बॉलीवुड कमियां आ तो एपिसोड नियर दिया सॉरी ब्रिटिश क्राउन और कंपनी टेरिटरीज कांस्टीट्यूशनल पोजिशन आफ ब्रिटिश इंडिया प्रेसिडेंट अब स्कूल बोल कर गया था जो कंपनी के लिए भारत में ब्रिटिश मिस्टीरियस को आने के लिए अलार्म कर दिया गया और सब्सक्रिप्शन को भी प्रमोट करने के लिए एक लाख रुपए का आवंटन किया गया था उस समय 1813 टोटल बजट 49 लाख जिसमें 1 लाख को प्रमोट करने के लिए 2% मीनिंग ऑफ द टाइम मजबूर बिजली शिक्षा के लिए यह 18 जिसकी वजह से आप और मैं दोनों के दोनों इंग्लिश और वेस्ट को समझते हैं तो यह चैनल सब्सक्राइब के लिए ईस्ट इंडिया कंपनी को की पावर देता है शीघ्र से शीघ्र अफ़्रीका है उसके पश्चिमी तट पर एक कंपनी कंट्रोल उसको ब्रिटेन ने ब्रिटेन के लिए लिखा हुआ था तो इसीलिए कहते हैं पर चैट अतिशीघ्र से संबंधित प्रावधान सब्सक्राइब हुआ था वहां पर बुलाकर कैसे हो जाता है कि जो गवर्नर जनरल ऑफ बंगाल से उसको फाइनली गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया नष्ट कर देते हैं और विलियम बेंटिक यह फर्स्ट गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया नियुक्त प्रेसिडेंट होने की संभावना इससे पहले भारत के पहले प्रधानमंत्री राष्ट्रपति का कोई चीज उस समय से नहीं देख नहीं सकते हैं और प्रधानमंत्री के बीच राष्ट्रपति थे आर्मी नेवी और कि यह रिपोर्ट संवाद करती थी तो आदमी और नीची इसकी जो पॉवर थी वह भी इन्हीं के पास हुआ करती थी और विलियम पेन्न क्वॉर्इल पावरफुल गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया के गवर्नर बंगाल मद्रास सारी की सारी लेजिसलेटिव पावर्स मिलेंगी पार्लियामेंट यही थे लॉ एंड ऑर्डर सिचुएशन इसके अंदर एक्स कहते थे टिकट एंड एक्टिविटीज pics कमर्शियल बॉडी मैग्नेट क्लीयरली एडमिनिस्ट्रेटिव बॉडी अब जो ईस्ट इंडिया कंपनी थी एप्रोक्सीमेटली 233 साल के बाद ट्रेन से भी हटा दीजिए बोला एडमिनिस्ट्रेशन कर दो बस इतना ही काम रह गया तुम लोग ट्रेन हम स्वयं देखेंगे लॉन्ग मेंबर मैकुले इन गवर्नमेंट जनरल काउंसिल प्रोविजन फॉर ओपन कंपटीशन नेगेटिव इफेक्ट इस एक्ट में यूज सिविल सर्विस होती थी ईस्ट इंडिया कंपनी के जो लोग यहां पर काम करने आते थे उसके लिए एक सिविल सर्विस का प्रावधान था ना भी बताता हूं इसमें क्या था इस एक्ट में ऐसा बोला गया था कि indians के लिए ओपन कर देनी चाहिए लेकिन जो ईस्ट इंडिया कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स है हमने भड़ास तक एवरी डे आफ्टर थे वोटर्स ने मना कर दिया कि नहीं करने का है तो यह नहीं करने दिया लॉर्ड कोडिफाइड कंसोलिडेटेड भारत के कानून सिर्फ हुआ करते थे मुगल टाइम में लिख लिख कर दिया पहली बार हिंदू-मुस्लिम लिमिटेड कंपनी भारत के संविधान के अनुच्छेद 14 15 16 की नींव रखी गई 18 सब्सक्राइब बटन पर होना चाहिए इंपॉर्टेंट ऑफ द अबव लिस्ट स्लेवरी इन इंडिया यूनाइटेड के द्वारा ट्यूशन अब हम यहां 40 साल पहले ब्रिटेन को था सब्सक्राइब टो कि चलें इस साल के बाद फिर दोबारा से आगे 20 साल में 1857 में फिर दोबारा से आया सेपरेटेड इमेजेस रिलेटेड एंट्रीज एक्जीक्यूटिव फंक्शंस ऑफ गवर्नर जनरल कौन थे सिपरेशन आफ पावर्स अनिवार्य हिस्सा भारत में गवर्नर जनरल के साथ भी बनाते थे एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और चीफ मिनिस्टर दोनों का काम करते थे अब डिफरेंस राग्नि बिल्कुल अलग बनाने से पहले सोच लें सब्सक्राइब करें इससे पहले करता है शे विल पावर इन के पास की सारी मिली पावर बैंक के पास कि युद्ध करते थे लॉबी यही बनाते थे काउंसिल आफ मिनिस्टर्स यह थे प्राइम मिनिस्टर एंड प्रेसिडेंट यह चीज को ग्रेट करने के लिए सब्सक्राइब मेंबर्स आफ लेजिसलेटिव काउंसिल ऑफ इंडियन लॉ गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया होता है इसके पास से छह लोगों के पहले गवर्नर जनरल के अंदर ले लें और यह भारत के लिए यहां पर क्लिक करें और विडियो फर्स्ट टाइम रिप्रेजेंटेशन इन इंडियन सेंट्रल लेजिस्लेटिव भारत में जो लोग रहते हैं लेकिन यह नहीं है मद्रास के कुछ बदमाशों ने ब्रिटेन के लोग रहते थे तो उनको ऐड कर लिया गया 6 हफ्ते में चार लोगों को ऐड कर दिया जाता इंट्रोड्यूस ओपन कंपटीशन सबस्क्राइब इंडियन अब्जॉर्ब स्कूल वह है जो पहले सिविल सर्विस किसी को नहीं उपलब्ध होती थी अब ओपन करने के बाद याद रखिए एग्जाम भी 1857 में इंडिया में नहीं हो रहा है यूनाइटेड अफ्रीकी टीम ने हो रहा है तो यह जो भारतीय वहां पर जाकर एग्जाम दे सकता था वह बेसिक लिए भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी में इंजीनियर सिविल सर्वेंट बन सकता था इसलिए हमें इस प्रेड दिखाता हूं यह क्या था सबसे पहले Play Services अपने नेशनल कान्वेंट वैंकूवर ने इसके बारे में बता देता हूं वॉरन हेस्टिंग्स यह 1773 वाले हैं ठीक है भारत के पहले तक भारत की राजधानी बंगाल के पहले गवर्नर जिंदल फाउंडेशन रखते हैं इंडियन सिविल सर्विस की थी लेकिन कॉर्नवॉलिस फाइनली अश्लील अश्लील हम लाते हैं इनको फादर ऑफ इंडियन सिविल सर्विस पहले कौन से समय इंडियन सिविल सर्विस इसको दो में डिवाइड डिवाइड सबस्क्राइब इंडियन सिविल सर्विस अंकों को वेंटिलेटर कहने का मतलब सिर्फ और सिर्फ पूछती थी इस टाइप की पोस्ट ओं थे ईस्ट इंडिया कंपनी की पर उसमें सिर्फ यह सच यूरोपियन सी बेसिकली अलर्ट इन लव विड मे अब हुं गवर्नमेंट ऑफ इंडिया 91 आने वाले हैं उन्होंने ऑल इंडिया सर्विस की मूर्ति का हिस्सा था और 20 सेंट्रल सर्विस यूपीएससी सिविल सर्विस घ्र सेंट्रल सर्विसेज ने पूरे इंडियन सबकॉन्टिनेंट इंडियन सिविल सर्विस ना इंडियन सिविल सर्विसेज यहां पर इसको इंपीरियल सिविल सर्विसेज था यह सब्सक्राइब करें गांव में सिविल सर्विस रेलवे मार्ग कि सिस्टम इन आर्मी इन चारों की चारुल हैं यह ब्रिटेन के लिए सबस्क्राइब इंडियन रेलवे आर्मी चीफ ने इसके बारे में बात करने के बारे में करें सब्सक्राइब कर दिया है और इसको सेंट्रल लेजिस्लेटिव काउंसिल रजिस्ट्रेशन है में चार मेंबर मद्रास बंबई के उन से खुद हुए सब्स्क्राइब बटन टेंशन है लेकिन सब्सक्राइब टो मैं भी थोड़ा सा कंपैरीजन है आप स्क्रीनशॉट ले लीजिएगा आप इसको पढ़ लीजिएगा सरलता से बातें सेमी समझाएं कि हमने कुछ ज्यादा इस कदर खास बदलाव नहीं आएगा ठीक है चलिए इसका स्क्रीनशॉट ढींढसा मेरे टेलीग्राम ग्रुप पर ले सकते हैं चलिए अब आते हैं 1898 मंगल पांडे अपने देखिए आमिर खान ने बिजली की ब्रिटिश के अध्यक्ष विद्रोह कर दिया था इसके बड़े तारे से निवेदन है लेकिन वह इतिहास में पढ़ने के लिए हैं सवाल यह है कि 1857 के सिपाही विद्रोह के बाद इसको भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम भी कहा जाता है उसके बाद ब्रिटिश अर्थ को लगा कि अब कंट्रोल हमेशा हम लेना चाहिए गहने ईस्ट इंडिया कंपनी को लिक्विडेट कर दिया गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1858 के द्वारा इसको कहा जाता है एक्सपोर्टेड गवर्नमेंट ऑफ इंडिया कई जगह पर एक्सपर्ट इन बटन पर क्लिक रहते थे गवर्नमेंट आफ इंडिया यहां पर रूल कंपनी तो 1858 में 1757 में प्लासी लेकर 1858 तक भारत कोट 10 कंपनी तथा ट्रैक जो रास्ता मेजर पॉलीटिकल पार्टीज इसके साथ पेट्रोल में मुगल समिति दो पॉलीटिकल पावर इंडियन सबकॉन्टिनेंट कंपनी 1858 के सब्सक्राइब करें अब खत्म अब पूरे के पूरे इंडियन सबकॉन्टिनेंट पर ही सिंगल सुपर पावर लार्जेस्ट पॉलीटिकल पावर घृत कि उन्हें ब्रिटिश दैनिक डेली 1858 राघवीर वह पूरा यहां पर खत्म हो जाता है वहां पर ब्रिटेन की महारानी भारत में कौन है इस विडियो को क्विट इंडिया कंपनी ही वॉइस कर दी गई है तो फिर बेसिकली जो उनका कॉन्ट्रैक्ट तथा उसका तो रोल नहीं है तो Dual गवर्नमेंट पहले अब तक 1800 1776 से लेकर और 1858 तक पूरा कर रहे हैं तो ब्रिटिश पार्लियामेंट के द्वारा और जो ईस्ट इंडिया कंपनी से ब्रिटिश कंपनी नहीं किया तो subscribe and subscribe this स्पेसिफिक को कहा जाता है कि ब्रिटेन के गृह मंत्री कौन है उधर उसी प्रकार से कहना है हमारे फाइनेंस मिनिस्टर मेरा टैबलेट ब्रिटिश कैबिनेट ब्रिटेन तथा सब्सक्राइब सब्सक्राइब करने के लिए भारत के प्रश्न को चलाने के लिए इसके अलावा सब्सक्राइब करे था कि पहला आदमी सब्सक्राइब करें तो सब्सक्राइब टो मैं इंडिया को चलाता है 22 रॉय रैकेट चला रही विड्रॉन इन इसके अलावा सेक्रेटरी ऑफ स्टेट इसके पूरे प्रशासन की देखरेख करते हैं यह सब्सक्राइब करें और सब्सक्राइब और फिर को जवाब नहीं करता है यह सब्सक्राइब सब्सक्राइब कर लें और इंडिया का सबसे सीनियर मोस्ट पॉवरफुल पॉलीटिकल भारत के प्रधानमंत्री डा की स्थिति बदतर व्यवहार के चलते हैं तो रिपोर्ट हुआ 1858 में उन्होंने अपनी सारी की सारी पावर अपने पास लेगी नावला डिफिकल्ट की इंडियन को हमारी एडमिनिस्ट्रेशन में साथ रखना चाहिए असोसिएट रहना चाहिए इंडियंस को हमारी एडमिनिस्ट्रेशन के साथ इस पॉलिसी के तहत अग्नि-3 लो आते हैं 1830 1898 1992 जिसमें यह कोशिश की जाती है कि भारतीय जो है वह ब्रिटिश एडमिनिस्ट्रेशन क्योंकि इंडिया का है उसके अंदर धीरे-धीरे किस प्रकार से एसोसिएट किए जाएंगे तो अभी तक अभी तक हमने देखा है जितनी भी जो कानून से आप पढ़िए लक्ष्मीकांत के चैप्टर में दिए हुए हैं 1773 से शुरू होते हैं और 1857 अधिक उसमें भारत के ऊपर जो पॉलीटिकल पावर राज करती है वह ईस्ट इंडिया कंपनी के बारे में पढ़ रहे हैं कि उनके द्वारा कि जो भी इस समय एडमिनिस्ट्रेटिव एंड लेजिसलेटिव रिसर्च से उससे भारत का भविष्य डिसाइड नहीं होता अभी हम सिर्फ से ब्रिटेन पड़ते हैं क्योंकि ब्रिटेन के ही लें इस जो डिसीजन से ब्रिटेन के जो एक है उसे भारत का इस समय जो कॉन्स्टिट्यूशनल भविष्य में डिसाइड हो रहा है Google बैकेम नोट इंपोर्टेंट है स्पाइरल लेजिसलेशन इस गर्लफ्रेंड उनका जो कहानी है वह बेसिकली चलती तो आराम से 1857 तक है उसके बीच में इस समय ऑरेंज और भी आता है शून्य के समय जिसमें और उसे इवेंट्स एंड 2 दर्स ओं हिस्टॉरिकल इवेंट कॉन्स्टिट्यूशनल लिमिट नहीं है कॉन्स्टिट्यूशनल इवेंट्स ऑफ बंद से 1000 1979 आ रहा तक पिघला सब्सक्राइब कंपनी के काम के लिए उन्हें इस लेख को पढ़ा जाता है कि 1858 अब हम को ले जाता है पास अपने जिस बात पर अपने पति सारी मूवी देखिए भगत सिंह की मूवी देखिए गांधी की मूवी देखिए रानी लक्ष्मी बाई की ढील दी दिल्ली में अगर देखा जाए तो जो रिपोर्ट या तो कंपनी ब्रिटिश ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी से ब्रिटिश ब्रिटिश राज कर रहे हैं बट 1858 अब इस पॉलिसी के तहत की साइड में सेट करना चाहिए 1868 में कानून घृत 18 पर नियुक्त और सब्सक्राइब के गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया को सब्सक्राइब अब तो वह उसके पास जिसको इंडियन फ्लैग इंडियन सेंट्रल काउंसिल कह है अब इंटर्व्यूअर हमसे बड़े हो गए पार्लिमेंट बने इसीलिए जो कानून आता है उसको इंडियन काउंसलेट कहते हैं क्योंकि उसी में क्योंकि इसका मेन उद्देश्य है भारतीयों को प्रशासन में वस्तु स्ट्रेट करने का और कैसे करेंगे लेजिसलेशन के द्वारा एक्जीक्यूटिव फंक्शन पार्टियों को 1999 में मिलेंगे तो 1858 से लेकर 1999 तक इंडियन कांउसिल सेक्स पड़ते हैं क्योंकि सिलेक्ट के विकास लेकिन रिलेटेड टू लेजिसलेशन और बाहर ब्रिटेन का उद्देश्य था कि न्यूक्लियर रिएक्शन महसूस किया जाए एकजुट में कभी भी नहीं कर रहें हैं एग्जिक्यूटिव का बाद में यहां पर क्या करते हैं जो 1773 ने जोल सेंट्रलाइजेशन स्टार्ट होती है और 1833 तक प्रत्येक पर पहुंच जाती है क्यों 1833 पर गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया हो जाता है उस सेंट्रलाइजेशन को खत्म किया जाता है यह संघ पावर गई थी उनको वापिस ले जाते हैं सब्सक्राइब हैं और यहां पर 1868 से अपनी सेंडल स्टेशन की तरफ बढ़ते हैं 1935 यह तस्वीर प्रोविंसेस जो उनकों सेंटर से 1800 33 सर्वे कंप्लीट सेंट्रलाइजेशन आफ इंस्टीट्यूशंस इन इंडिया बाय एसोसिएटिंग विद अब यहां पर पहली बार भारतीय भी थे जिसमें से पहले तीन लोग राजा महाराजा पटियाला दिन ऐसा करने से बहुत दूर नौकरी में भी वाइस प्रेसिडेंट छह महीने के लिए यह जो यहां से यहां तक फ्री हूं बिजनेस जिससे इन पावर इन वन टू द प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया अंडर आर्टिकल 377 सेम पावर भारत के राष्ट्रपति थे उस समय क्वार्टर पर कंट्रोल करते थे प्रधानमंत्री ने बनाई गई को सब्सक्राइब करें चैनल को सबस्क्राइब मंत्री घ्र यह नॉर्मल ही पोस्टेड बाय लॉर्ड कैनिंग और उसके बाद से आज तक उसी प्रकार से सब्सक्राइब मेंबर्स रेवेन्यू मिलिट्री लॉक यह पहले सब्सक्राइब तो करते हैं कोट 18 शिक्षक एक रेप्रेजेंटेटिव इंस्टिट्यूशन रिप्रेजेंटेटिव कहने का मतलब कि भारतीय हैं वह लेजिसलेटिव में मेंबरशिप रख सकते हैं कुछ न कुछ उसमें कर सकते हैं ठीक है दूसरा डिसेंट्रलाइजेशन शुरुआत करता है और फाइनल कंप्लीट कल्मिनेशन 1937 वजह से कंपनी को सबस्क्राइब उस समय के भारत के वाइसरॉय लॉर्ड इन थिस टर्म 6 महीने के लिए डुबोकर सकता था इस वजह से बात किए हुए संघ शिक्षा पर उसके जो सबसे घृणित जरूरत पड़ने पर क्लिक कर सकता सब्सक्राइब गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया यहां पर पूरा हो गया है कि 1773 से 1868 अभी तक यहां पर कंटिन्यू बनी हुई जिसको गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया की टीम कहा जाता था चार से छह नंबर हुआ करते थे कि कानून बनाया करते थे 1872 में यह सिर्फ जनरल ऑफ इंडिया के दो फंक्शंस को अलग-अलग कर लें इस लेप को अलग-अलग 1868 इसको कंपलीटली सेट कर लें 1819 सब्सक्राइब इसी से 1946 से 1968 पिछले गाने को फिर से बिजली काट कर हटा दें तब ही यह फैमिली यहां पर सब्सक्राइब कर लें और इसमें जो 1950 में छब्बीस जनवरी को हमारा संविधान बन गया तो स्टेट असेंबली इन टाइम लिमिट बन गई और उन्हें इलेक्शन 1951 फाइनली जाकर पार्लियामेंट आफ इंडिया कि आज तक सबस्क्राइब करें कि वह घृणा को मिलती है भारत के इस कंपनी के पद पर नियुक्त 6100 के लिए उनके पास कानून बनाने के लिए सब्सक्राइब बड़ी बनानी पड़ती है और 1947 करते हैं कि नया संविधान बनाने में समय लगता है हैं और भारत इंटरनेट पर लिमिट्स और भारत को संविधान बनाने का विधि काम सौंपा जाता है टिल थे टाइम जब तक एक नया पार्लिमेंट 1951 में बन कर रेडी नहीं हो जाता है यह हमारे इंडिया के मॉडर्न पार्लिमेंट की हिस्ट्री 1898 में आ जाते हैं 1898 में हमने 1868 का क्या फिर 1898 में फिर दोबारा से इंडियन कौन से लेखक जिसमें लिमिटेड रिप्रेजेंटेशन आती है विद इंटरेस्ट कलेक्शन यह भारतीय अग्रहरि है आप जितनी पड़ेगी कॉन्स्टिट्यूशन के हिस्ट्री तो आपको पता चलेगा कि भारत चाहते थे ब्रिटेन से कम करता 18018 में कांग्रेस बन चुके याद रखिए जिसका नाम है भारत के लोग उनकी बातों को तक उनकी डिमांड की गई परंतु भारत को भारतीय उनको और चाहिए ले लो इन इंग्लैंड शॉट रिमोट पर रिस्पोंस लेकिन जो पॉइंट्स हैं वह आते हैं 18 साल के बाद अब यहां से जवन प्रिंस में बढ़ेंगे प्रीलिम्स क्वेश्चन आएगा तो 10 फर्स्ट टाइम जॉब्स इन थे इलेक्शंस आते हैं इंडिया में हाथ से पहले इलेक्शन निमित्त नॉमिनेट हो रहे हैं जो मेंबर हैं जो नॉमिनेट हो रहे हैं नॉमिनेटेड बनारस महाराजा पटियाला सूट दिनकर राव अब पहली बार 1803 टिल है रिलेटिव्स जिसके हम बात कर रहे हैं यह लिक्विड है इस प्रति डेडिकेशन से यह नोट पर्टिकुलर बॉडी मिनट पर एक एक बूंद और यहां पर अब यह मॉडल यहां पर जो भी आपके साथ हैं यह सब कुछ मिलता हाइड्रेट करता था 300 साल पहले की बात है नोटिफिकेशन विक्रम और इंपोर्टेंट है इन आंकड़ों से 10 मिनट और एवं 1858 के बाद एक बाघ के अनुसार लें और लॉर्ड मिंटो भारत में ब्रिटिश के मेंबर सेक्रेट्री आफ स्टेट इन दोनों का नाम लेकर 19 सब्सक्राइब लोगों के लिए सब्सक्राइब कर सकते हैं यह 1999 में यहां पर करो ऐसी गड़बड़ी स्टार्ट होती है जिसके हम आज तक भुगत रहे हैं इंट्रोडक्शन आफ थिस सेपरेट इलेक्टोरेट्स पर क्लिक कर लें मिनटों के दिमाग में आता है कि मुस्लिम जो लेजिस्लेटिव कॉउंसिल उसमें जो मुस्लिम मेंबर होंगे उसने सिर्फ मुस्लिम वोट कर पाएंगे फर्स्ट टाइम इन इंडिया इसका नुकसान है वह 1947 में भारत विभाजन के द्वारा इस पर एक सब्सक्राइब बटन क्लिक करें सब्सक्राइब वह वापिस ले रहे हैं परंतु विडियो में 1969 में क्या-क्या चीजें हैं सबसे पहले जो लेजिसलेटिव काउंसिल है उसको बड़ा कर दिया गया है 1660 नंबर का फर्स्ट टाइम एसोसिएशन ऑफ इंडिया में एग्जिक्यूटिव काउंसिल के अंदर इंप्रूव हो जाता है सब्सक्राइब कर लें 19 के बाद अब यह जो कानून आएंगे तब तक भारत अपनी ड्यूटी किसी और के हाथ में महात्मा मोहनदास करमचंद सबस्क्राइब इंडियन अगले जो कानून हैं 1919 में वॉन्टेड चैनल को सबस्क्राइब करना न भूलें और यह इंडिया में पहली बार रिस्पॉन्सिबल गवर्नमेंट स्कूल रॉबर्ट प्रॉब्लम है कि मिनिस्टर्स एंड ए रिस्पांसिबल सुसंबद्ध आईए अब बात करते हैं उसके बारे में ऑफिस हाई कमिश्नर आफ इंडिया हस क्रीटेड इन लंदन अब से पहले आप देखिए इंडिया करूं किस प्रकार से हो रहा है वाइसरॉय है ग्रहण करें प्रिंटेड सेक्रेटरी ऑफ स्टेट है पार्लियामेंट सब्सक्राइब और ऑफिस आफ थे कमिश्नर आफ इंडिया केम फर्स्ट टाइम इंडियन रेलवे स्टेशन 1994 लोगों को पहले दूसरा इन थे थर्ड एंड फोर्थ एंग्लो-इंडियन को याद रखिएगा है कि किस प्रकार से हैं दायर की होती है क्रीटेड सेंट्रल पब्लिक सर्विस कमिशन हिंदी 906 यानि कि यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन यूपीएसपी 1919 के कानून के द्वारा बनाया जाता है मोटे टुकड़ों इस कानून के वजह से आप आज यूपी के एग्जाम दे सकते हैं तो क्या हुआ फिर से देखते 1919 में तैयार की हुई सबसे पहले चीनी सबसे इंपोर्टेंट है सबसे कन्फ्यूजिंग बड़े ही होगा आपके लिए दायर की क्या होता है कि उत्तरी अरब देश के प्रकार से चलता है सबसे पहले सबसे ऊपर है किमामी सेवई जो कि देश का प्रेसिडेंट प्राइम मिनिस्टर की तरह उसके बाद जो प्रोविंसेस है अलग-अलग उनके पास अपने पॉवर से छोटे-छोटे उनके गवर्नर उनको अरुण कर रहे हैं और बींस के सब्जेक्ट्स ने दो प्रकार के साथ उन्होंने कानून बना दिए एक तो है ट्रांसपोर्ट सब्जेक्ट एक है रिजल्ट सब्जेक्ट ट्रांसपोर्ट सब्जेक्ट का मतलब था कि गवर्नर डेविड आफ मिनिस्टर्स रिस्पांसिबल टो लेजिसलेटिव काउंसिल तो भारत में एक तो वाइसरॉय की कैंसिल है कि यह 22 रॉय के काउंसिल है जो कि इंडियन पार्लिमेंट का काम करती है उसके बाद अलग-अलग प्रोविंसेस है अलग-अलग प्रोविंसेस की खुद की लेजिसलेटिव काउंसिल ने विधानसभा के समय विधानसभा ठीक है अब रिस्पॉन्सिबल गवर्नमेंट ट्रांसपोर्ट सबस्क्राइब करना न भूलें सब्सक्राइब अवर चैनल को सब्सक्राइब स्कूल बनाने का यह मिनिस्टर रिस्पांसिबल टो थे लेजिसलेटिव काउंसिल के मेंबर सब्सक्राइब न एग्जीक्यूटिव काउंसिल की मदद लेकर को रिस्पोंड नहीं किसी भी तरीके से उनको कानून को और उसके साथ कैमरे इंडियन सेंट्रल लेजिस्लेटिव सब्सक्राइब करें कि वह अब तक एक ही अब उसको दो भागों में बांट दिया गया अप्पर हाउस और लोकायुक्त विधेयक इस प्रकार से पार्लिमेंट पूरा का पूरा बनता जा रहा है और क्रैक इलेक्शन 2018 हो गए हैं इंडियन लेजिसलेटिव काउंसिल्स में एक्सटेंडेड न इलेक्ट्रिक 6 यौन लिमिट सेंटेंसेस आफ प्रॉपर्टी को वोट करने की शक्ति मिल गई है सेंट्रल पब्लिक कमीशन बनाया जाता है 1968 में बनता है इसके अंदर लिखा गया था 1994 से कानून और को बना दिया जाता है सब्सक्राइब 1919 घंटे के अंदर ही एक प्रावधान था एक ऐसे कमीशन का जो कि इसके बारे में निर्णय लेंगे कि काम कैसे किया चैनल सबस्क्राइब नहीं किया था कि subscribe and subscribe में का प्रोविजन जिसमें स्टूडेंट कमीशन बनाने की बात की गई है जो कि 10 साल के बाद दोबारा से कमीशन बनाइएगा जो किस चीज को लाइक करें का युद्ध स्थल से थोड़ी सी पहले गया साइमन कमीशन के नाम से अपने हिस्टोरिकल फोटो जरूर देखूंगी साइमन कमीशन के नाम से भी साइमन कमीशन के अंदर साथ मेंबर थे साथियों के साथ वाइट से इस चीज का बड़ा सा बेसिकली क्या नाम है पोजीशन हुआ था इन्हीं प्रोटेस्ट इन लाजपत राय की लाठीचार्ज के दौरान मृत्यु हो गई थी जो कि एक पसंद नहीं आया था सबस्क्राइब कोई भी नहीं है उसके बारे में राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में होगी टेबल पे कमिशन की रिपोर्ट के ऊपर ही डिस्कस की गई थी और फाइनल राउंड टेबल कॉन्फ्रेंसेस का रिजल्ट निकला वो हमारा आखिरी गवर्नमेंट आफ इंडिया 10 कि कपिल डिटेल न बेसिकली भारत का संविधान कब 60% हम यहीं से निकाल है यहां तक 1965 तक आते-आते मॉडर्न इंडिया की जो नीम होगी वह सारी की सारी डिसाइड हो चुकी है गवर्नमेंट कैसे होगी सरकार कैसे बनेगी सिपरेशन आफ पावर्स सरकार पेट्रोलियम सब कुछ इसके 16433 इंडियन कांस्टीट्यूशन हस बीन पिक्ड फ्रॉम गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट नाइट शिफ्ट गवर्नमेंट ऑफ इंडिया से ज़िलों गैंगेस्टर एक्ट ब्रिटिश पार्लियामेंट इन इंडियन कांस्टीट्यूशन लॉ एंड ऑर्डर सिचुएशन इन वर्ल्ड और 1919 में ब्रिटिश जनरल नॉलेज के लिए को मुंबई से कट कर दिया गया था बिहार और ओडिशा को लेकर गया हुआ करते थे को सबस्क्राइब करके डिफरेंट इसमें दो कि टेक ऑल इंडिया फेडरेशन बनाने की बात की गई जिसमें प्रोविंसेस और प्रिंसली स्टेट यूनिट्स बनाया जाएगा यूनाइटेड स्टेट्स आफ अमेरिका के तहत ठीक है परंतु पर इस्टेट माने नहीं यह ऑल इंडिया फेडरेशन यूनिट कभी भी एक्जिस्टेंस में अस्तित्व में नहीं आई रे टूरी 512 भी याद कर लीजिए का यार की प्रॉब्लम सिर्फ इंट्रोड्यूस प्रोविंशियल ऑटोनॉमी 1919 में दायर की गई सब्सक्राइब कर दी गई सेंट्रलाइजेशन 1868 यहां पर कंप्लीट हो जाती है अब जो उनके पास कंप्लीट अमेरिकन टाइप की जाती है लेकिन हम थोड़ा सा रखेंगे अपने इंटरव्यू के लिए करते हैं लेकिन पहले सेंटर 1919 में दिया गया है रेलवे स्टेशन को बढ़ा दिया गया था ड्यूरिंग लास्ट विमेन एंड लेबर 1999 में सिर्फ मुस्लिम के लिए 1919 में स्थित इंडियन क्रिश्चियन एंग्लो-इंडियन और यूरोप के लिए ठीक है और इस एक्ट के तहत दो और वीरवार को इंडिया इस्टैबलिश्ड बाय थे गवर्नमेंट आफ इंडिया टो 8th रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा बनाया गया था सबस्क्राइब यूपीएससी सिविल सर्विसेज के ज्वाइंट कमिश्नर बनाया जा सकता है 1957 यह इसी के तहत सुप्रीम कोर्ट घ्र था 1947 में सुप्रीम कोर्ट करना हुआ था लुट गया नोबेल प्राइस इसके बाद थोड़ी चार-पांच साल के वॉल्व टूट जाती है ब्रिटेन को लग जाता है कि अब भारत हमसे नहीं समझेगा और भारत की जोक्स इंडियन नेशनल मूवमेंट है मिसलेड बाय ऑलमोस्ट एवरी सेक्शन आफ सोसायटी एंड महात्मा गांधी एंड कांग्रेस टू द बेसिकली फाइनली गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट के तहत लास्ट में 1947 में इंडिया इंडिपेंडेंस डे अट nh-2 मेक प्रोविजन फॉर सेटिंग अप न इंडिपेंडेंट डोमिनियंस को 720 फरवरी 1947 को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे वह डेकोरेशन करते हैं कि किसी भी हालत में 1948 से पहले भारत से ब्रिटिश राज खत्म 1948 1947 तो सब्सक्राइब 1947 को अगस्त में कि उस साल फ़रवरी में इटली प्राइम मिनिस्टर है जो वह कह रहे हैं कि कुछ भी अगर इस साल 1948 तक बटन पर क्लिक करें धूम-3 को उस प्रोटेस्ट 1947 को ट्यूशन फॉर असेंबली विल नॉट अप्लाई टू द अमेज़िंग समझने की कोशिश की नियुक्त चल रही है 1968 में फैमिली टू फैमिली बना लीजिए और उसमें मैंने पहले भी ले सकते हैं तो साथ रह सकें सब्सक्राइब तो जैसे घृणित तब तक हम ऐसे में झूमती 1947 ब्रिटिश और लिमिटेड है कि जो पोस्टेड असेंबली के द्वारा जो संविधान बनाया जाएगा वह उन जख्मों पर लागू नहीं होगा जो नहीं चाहते हैं अनिल * उसी दिन माउंट बेटन प्लेन लॉर्ड माउंटबेटन अपना एक लाइन भी प्रस्तुत करते हैं भारत को divide करने का दो प्लेन फाइनली जाकर कांग्रेस को और मुस्लिम लीग को दोनों को मानना पड़ता है वह मान लेते हैं और भारत का विभाजन तय हो जाता है 3 1947 को माउंटबेटन प्लैन एक्सेप्ट होता है कांग्रेस और मुस्लिम लीग को चार जून 1947 को इंडिया का जो यह इंडिपेंडेंस एक्ट है इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट ब्रिटिश पार्लियामेंट मे इंट्रोड्यूस किया जाता है 18 जुलाई 1947 को इसको रॉयल सेंट यानि कि बेसिकली जो वहां की मुनार है उस साइन कर देते हैं मैम पिक कम्स इनटू फोर्स ओं मंडे अगस्त और डिप्टी 9907 भारत स्वतंत्र हो जाता है दोस्तों एबीपी न्यूज़ ब्रिटिश राज के द्वारा दो साल तक ब्रिटिश भारत की धरती पर एंड फाइनली पंद्रह अगस्त उन्नीस सौ सैंतालीस को नियुक्त इंपोर्टेंट 1947 को कानून बन चुका था कि कुछ भी हो जाएगा 15 अगस्त को सब्सक्राइब कर सकते हैं यहां पर जो सब्सक्राइब के द्वारा बनाया गया कि दिल्ली में ब्रिटिश पार्लियामेंट के द्वारा कोई भी कर सकते हैं और को हो कि इन डिक्लेयर्ड इट्स एनुअल फंक्शन अच्छा जो क्वांटिटी बॉडी थी है वह डाल फंक्शंस ओं स्टूडेंट अर्थात कानून पुस्तक समीक्षा संविधान बनाइए कॉस्ट्यूम लिए वह लेजिसलेटिव जब तक संविधान नहीं बनेगा तब तक पार्लियामेंट का काम करेंगी सबस्क्राइब इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट आफ इंडिया मिशन वे 15 अगस्त से घ्र घ्र कॉल फॉर बीइंग फ्रॉम पीपल इन सब्सक्राइब माय चैनल सबस्क्राइब नहीं किया इन बॉम्बे इंडिया मेंबर बनाए गए थे पंडित नेहरू पंद्रह अगस्त उन्नीस सौ सैंतालीस का अखबार है यह बॉम्बे टाइम्स हिंदुस्तान टाइम्स इंडिपेंडेंस डे रॉक बैंड आज हमने रिलैक्स चपाती स्टार्ट किया था इकत्तीस दिसंबर 16 आंखों से इन थे अर्ली एंड वेक अप सिड 337 304 47 साल के अगस्त 15 1947 को आज की तरफ बढ़ रहे हैं 100 को सबस्क्राइब भी हो रहे हैं ब्रिटिश रूल घृत गवर्नर जनरल एंड न्यू स्टार जिंदगी से भारत का स्वतंत्रता दिवस सब्सक्राइब शताब्दी के भारत में स्वतंत्रता का मंगल प्रभात हिंदुस्तान के द्वारा लिखा गया था सबस्क्राइब विधान परिषद द्वारा शासन सत्ता ग्रहण विधान परिषद में असेंबली के द्वारा पॉवर को लिया गया नियुक्त अपनी आंखों में एक भी आंसू कि हमारा राष्ट्रगान भी यहां पर लिखा गया है व्हाट्सएप पाकिस्तान मां के नुस्खे में डॉन वहां से पेपर पाकिस्तान हिस्ट्री डेफिनेटली सबस्क्राइब इंडियन यूनियन के साथ-साथ भारत का ऑडिशन ऑडिशन ले टू द ग्रेटेस्ट मैन हजारों लोग मारे गए हिंदू मुस्लिम रिलिजियस राइट्स एंड थे फ्लैश लाइट्स ऑफ पीपल अपने पुराने जहां रहे थे उस दिन की बर्फ वहां से उखाड़कर फेंक दिए गए जीवन कंप्लीट में अस्त-व्यस्त हो गया है और पार्टीशन ओं है कि जख्म जो है दोनों दोनों देशों के लिए अभी भी नहीं भरे हैं हैवी राइट द थर्ड स्किन थे इंडिपेंडेंस इसके बारे में बात करेंगे दूसरे दी हिस्टोरिकल बैकग्राउंड ऑफ द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन है अब हम फाइनली अपने भारत के संविधान पर आ जाएंगे सिर्फ एक छोटी सी कहानी और बस क्योंकि हम अगले इलेक्शन में करेंगे कि आखिर संविधान बनने का क्या प्रभाव तथा भी हम करें बात की थी आज हमने 1947 तक कि ठीक है 1773 से 1947 है यही आपका पहला चैप्टर आपको बताएगा उसमें से आपको बस यह क्वेश्चन जा समझना होता है कि कौन सा इवेंट कब हुआ कम इन अस रिप्रेजेंटेशन कब हुई प्रेजेंटेशन का इलेक्शन कब स्टार्ट हुए इसलिए विभाजित हुई कुंवर डेट है अब हम बात करेंगे अग्नि क्लास केंद्र 1947 लेकर 1950 तक कि एक छोटा सा प्रोसेस संविधान बनने का कंटेंट फ्रॉम ड्रॉन इन स्टॉक ट्रेडिंग द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन के चैनल आर्टिकल भी चैनल बीच पार्ट हर उसका पूरा प्रावधान है इसके निबंध मिल कंप्लीट ने हॉल लक्ष्मीकांत इन्हें डांस फॉर एनीथिंग एस यू कैन कनेक्ट विद मी ओन दिस टेलीग्राम अकाउंट फॉर्म पीडीएफ में एंड और अगर कोई और किसी प्रकार का डोंट है फ्लाइंग यह मैं सोशल मीडिया और आप में चेक कर सकते हैं बात करते हैं इंडियन संविधान की अग्नि परीक्षा केंद्र तक पोस्टेड असेंबली एंड हाउ इंडियन कांस्टीट्यूशन वास फॉर्म्ड फ्रॉम द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन एंड आर्टिकल वे विल नॉट मेक थे मोस्ट ब्रिलिएंट ऑफ द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन डॉक्यूमेंट को सब्सक्राइब करें लाइक और सब्सक्राइब पूरा जो है वह सब्सक्राइब के बेसिस पर अपनी पूरी जिंदगी जी रही है सब्सक्राइब मिडल है कि दिनेश क्लास डू नॉट मिनट ए माई नेम इज सुमित वरिष्ठ वकील और आई विल सी यू इन हरियाणा हैव अ नाइस डे है