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मोमेंट ऑफ फोर्स और ग्रेविटी

Apr 12, 2025

मोमेंट ऑफ फोर्स और सेंटर ऑफ ग्रेविटी

1. मोमेंट ऑफ फोर्स की परिभाषा

  • डिफिनिशन: टर्निंग इफेक्ट ऑफ फोर्स
  • मोमेंट ऑफ फोर्स को टर्निंग इफेक्ट कहा जाता है जो फोर्स के कारण उत्पन्न होता है।
  • इसका प्रयोग उस स्थिति में होता है जब कोई वस्तु एक निश्चित सेंट्रल पॉइंट (पिवट) के चारों ओर घूमती है।

2. टर्निंग इफेक्ट का कार्यप्रणाली

  • जब फोर्स अप्लाई की जाती है, तो टर्निंग इफेक्ट उत्पन्न होता है।
  • उदाहरण:
    • स्पैनर: इसे एक सेंट्रल पॉइंट पर फिक्स किया जाता है, जिससे यह घुम सकता है।
    • सीजर: जब फोर्स अप्लाई की जाती है, तो यह वस्तु को काटने के लिए घुमाता है।

3. टर्निंग पॉइंट (पिवट)

  • पिवट वह बिंदु है जिसके चारों ओर कोई वस्तु घूमती है।
  • उदाहरण:
    • किसी भारी वस्तु को उठाने के लिए एक हल्की फोर्स का प्रयोग करना।

4. मोमेंट ऑफ फोर्स का गणितीय सूत्र

  • मोमेंट = फोर्स × परपेंडिकुलर डिस्टेंस
    • फोर्स: न्यूटन में मापा जाता है।
    • डिस्टेंस: मीटर में मापा जाता है।
    • यूनिट: न्यूटन-मीटर

5. टर्निंग इफेक्ट का दिशा

  • मोमेंट का दिशा क्लॉक वाइज या एंटी क्लॉक वाइज हो सकता है।
  • दिशा को समझने के लिए पिवट बिंदु का ध्यान रखना आवश्यक है।

6. इक्विलियम की शर्तें

  • इक्विलियम:
    • जब कोई वस्तु रेस्ट में होती है या यूनिफॉर्म गति में होती है, इसे इक्विलियम कहा जाता है।
    • कंडीशन:
      • रिजल्टेंट फोर्स = 0
      • क्लॉक वाइज मोमेंट = एंटी क्लॉक वाइज मोमेंट
  • स्टैटिक इक्विलियम: वस्तु रेस्ट में होती है।
  • डायनामिक इक्विलियम: वस्तु यूनिफॉर्म गति में होती है।

7. उदाहरण

  • एक प्लक का वजन 20 न्यूटन, दूसरे फोर्स का टेंशन 25 न्यूटन।
  • दोनों फोर्सेस का परपेंडिकुलर डिस्टेंस निकालकर, मोमेंट की गणना करना।

8. निष्कर्ष

  • मोमेंट ऑफ फोर्स की समझ आवश्यक है ताकि हम सही तरीके से फोर्स और उसके प्रभाव को जान सकें।
  • फिजिकल क्वांटिटी की पहचान और गणना के नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण है।

नोट: प्रत्येक उदाहरण में ध्यान देना चाहिए कि फोर्स कहाँ लगाई जा रही है और उसका परपेंडिकुलर डिस्टेंस क्या है।