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हिक्सियन सब्सिटूशन इफेक्ट का अध्ययन

हे गाइस वेलकम बैक टो लर्न टो कंपीट मेरे नाम है हरदेव ठागूर और आज हम जिस टॉपी की बात करने वाले हैं वो हिक्सियन सब्सिटूशन इफेक्ट इससे पहले हम इंकम इफेक्ट की बात कर चुके हैं जिसने वीडियो नहीं देखी उपर आई बटन दिया हुआ है उस पर जाएए और वीडियो को देखिए अगर हिक्सियन सब्सिटूशन इफेक्ट जानने से पहले एक बात जान लेते हैं कि सब्सिटूशन का क्या मिनिंग एक तरफ टी है, एक तरफ कॉफी है, अगर कॉफी का प्राइज इंक्रीज हो जाता है बहुत जादा, तो लोग क्या करते हैं, टी जादा पीना शुरू कर देंगे, और अगर टी का प्राइज इंक्रीज हो गया बहुत जादा, तो लोग कॉफी पीना शुरू कर देंगे, त चेंज करेंगे याद रखिएगा सबसे इंपोर्टेंट पॉइंट है कि रियल इंकम हिक्सियन सब्सिट्यूशन इफेक्ट में कॉन्स्टेंट रहती है जबकि मनी इंकम ही हम चेंज करते हैं और एक और बात इसमें सबसे इंपोर्टेंट है वह हमारी budget line के tangent है, BL budget line के tangent है, tangent point है ये even, तो यहाँ पे हमारा consumer equilibrium point है, इस consumer equilibrium point पे consumer OX quantity खरीद रहा है X commodity की, और OY quantity खरीद रहा है Y commodity की, और ये even point पे equilibrium पे है, अब किसी reason से क्या हो गया, X commodity का price जो हो गया, वो decrease हो गया, X commodity का price क्या हो गया, decrease हो गया, क्योंकि X commodity का price कम हो गया है, अ� जितता है उतने ही रुपए में जितने वह पहले उस पर खर्च कर रहा था तो हमारी बजट लाइन क्या हो जाती है आउटवर्ड शिफ्ट हो जाती है एक्स वाली साइड से जिसने बजट लाइन की वीडियो देखिए उसे पता है कि बजट लाइन कैसे आउटवर्ड एक्स कमॉरिटी खरीज सकता है इसलिए यहां से आउटवर्ड शिफ्ट होगी अब क्योंकि कंजूमर उतने ही पैसे में अ ज्यादा X commodity ले सकता है, इसलिए क्या हो गया, consumer की purchasing power बढ़ गई, consumer की money income मान लीजिए, पहले 50 रपे थी, 50 रपे वो X commodity पे भी खर्च कर रहा था, और Y commodity भी भी खर्च कर रहा था, मान लीजिए, X commodity पे 3 रपे खर्च कर रहा था, और Y commodity पे 20 रपे खर्च कर रहा था, अब क्या लेकिन उसकी purchasing power बढ़ गई, यानि कि वो ज़्यादा purchase कर सकता है, x commodity को, उसे हम कहते हैं कि उसकी real income बढ़ गई, इसे कहते है real income, यानि कि अब consumer की money income same है, money income पहले जितनी है, लेकिन उसकी real income increase हो गई, यानि कि वो ज़्यादा x commodity increase जाता है, पहले के पेशा, हिक्सन substitution effect में, हम real income को क्या रखते हैं, constant रखते हैं, तो real income को constant रखने के लिए, हम consumer की money income क्या कर देते हैं, decrease कर देते हैं, money income decrease होने से क्या होता है consumer की real income constant हो जाती है, क्यों? क्योंकि अगर हम इस real income को constant नहीं करेंगे तो consumer x commodity ज़्यादा खरीदेगा पहले के बिख्षा, और अगर वो x commodity पहले से ज़्यादा खरीदेगा, तो वो higher in difference का रुपे चला जाएगा, क्योंकि उसको ज़्यादा satisfaction मिलेगी, y commodity x commodity की consumption उसने बढ़ा दी, तो consumer क्या हो जाएगा, higher in difference का रुपे चला जाएगा, लेकिन Hickson ने क्या कहा था कि consumer जो है satisfaction same रखेंगे रखता है यानि कि पहले वाली इंडिफरेंस का रुप़ी रहना चाहिए और पहले वाली इंडिफरेंस का रुप़ी रहने के लिए हमने कंजूमर की मनी इंकम क्या कर दी डिक्रीज कर दी मनी इंकम कम कर दी और रियल इंकम क्या रही कॉंस्टेंट रही तो जैसे हम इसकी मनी नाम दे देते हैं, अब यह जो हमारी नई budget line आई है, B'and L', यह पहले वाली indifference का रुपे E2 point पे tangent है, E2 point पे tangent का मतलब क्या है, यह E2 point पे consumer equilibrium पे आ गया, अब E2 point पे consumer equilibrium पे आ गया, इसका क्या मतलब है, कि consumer ने X commodity की consumption को क्या कर दिया, increase कर दिया, और Y commodity की consumption को decrease कर दिया, यही ह यानि कि y के substitute में consumer ने x commodity जादा खरीदना शुरू कर दिया, क्यों? क्यों? क्योंकि x का price क्या हो गया है?

कम हो गया है, तो यही होता है Hickson Substitution Effect, Hickson Substitution Effect में हमने क्या चीज़ देखी? Real income जो है consumer की, वो constant रहती है, तो अगर real income constant है, consumer की x commodity का price decrease हुआ, तो consumer क्या कर देता है, y की consumption कम कर देता है, और x की consumption बढ़ा देता है, and वो same in difference के रुपे रहता है, उसकी जो satisfaction है, वो same रहती है, लेकिन consumer equilibrium point क्या हो जाता है, shift हो जाता है, पहले e1 consumer equilibrium point था, अब e2 हो गया, तो consumer equilibrium point shift हो गया, लेकिन consumer same in difference के रुपे है, satisfaction उसकी same रही, तो ये था Hickson substitution. इफेक्ट, अब इसमें एक और चीज जानने वाली है, जो हमने consumer की money income decrease करी, उसे हम क्या कहते है, compensating variation, compensating variation का क्या मतलब होता है, कि हमने real income को constant करने के लिए money income को क्या कर दिया, कम कर दिया, ताकि consumer ex commodity ज़्यादा ना ख्रीदना शुरू कर दे, और वो higher indifference curve पे ना चला जाए, ना worse of में रहे, better of का क्या मतलब है, consumer higher indifference कर पे चला जाएगा, और worse of का क्या मतलब है, consumer lower indifference कर पे चला जाएगा, लेकिन हमने consumer को ना better of में रखना है, ना worse of में रखना है, हमने consumer को same indifference कर पे रखना है, तो same indifference कर पे रखने के लिए, हमने money income जितनी decrease करी, उसे हम कहते है compensating variation, यह बहुत important point है, compensating variation क्या होता है, अब हमने इस diagram की बात करी, fix and substitution effect के, अब हिक्षिन substitution effect के बारे में कुछ important point जानने वाले हैं, पहला point क्या है, real income is constant, हमने देखा कि consumer की real income क्या रहती है substitution effect में, constant रहती है, second point क्या है, substitution effect is a negative, substitution effect क्या होता है, negative होता है, कैसे negative होता है, इसमें हमने देखा, price of x decrease हुआ था, जैसे ही price of x decrease हुआ, यानि कि x commodity का price decrease हुआ, consumer और demand क्या हो रही है? बढ़ रही है, तो क्या हो गया effect?

negative हो गया, जैसे कि हमने income effect में देखा था, consumer की income बढ़ रही थी, तो demand भी consumer की बढ़ रही थी, income के बढ़ने से demand क्या हो रही थी? बढ़ रही थी, ये positive effect है, जब दोनों same direction में जाएं, उसे हम positive effect कहते हैं, लेकिन जब एक नीचे वाली direction में जा रहा है, तो substitution effect negative effect है, क्योंकि इसमें price of x क्या हो रहा है? नीचे वाली direction में जा रहा है, यानि कि decrease हो रहा है, जबकि demand of x, यानि demand हम क्या कर रहे हैं, बढ़ा रहे हैं, यानि उपर वाली direction में, तो इसे हम negative effect कहते हैं, लेकिन income effect हमारा क्या था, positive था, क्योंकि इसमें दोनों same direction में जा रहे थे, income बढ़ रही थी, demand भी बढ़ रही थी, यह इंडिफरेंस कर्व थोड़ी फ्लैटर थी, फ्लैटर थी तो हमारे E1 पॉइंट जो यह consumer equilibrium point था, यह E1 से E2 पे जब shift हुआ था, लेकिन अगर हम दूसरा डाइग्राम यहाँ पे देखें, यह कर्व जो है थोड़ी convex है, convex मतलब ऐसे अंदर को मुड़ी हुई है as compared to this curve, इ ज्यादा है, यानि कि इसमें consumer ने x commodity को ज्यादा substitute किया, y के comparison में, y को ज्यादा कम किया, और x को ज्यादा खरीदना सुरू किया, as compared to this one, इसमें consumer कम substitution कर रहा है, यानि कि x commodity की consumption उतनी नहीं बढ़ा रहा है, जितनी इस वाले में बढ़ा रहा है, तो जितनी flat होगी, उतना substitution ज्य कॉनवेक्स है जबकि यह मोर फ्लैटर है इन डिफरेंस कर तो सब्सक्राइब कर सके आपका इशू एंड जय है