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कमजोरियों और उनकी पहचान

दोस्तों इस वीडियो को ध्यान से देखो ये वीडियो [संगीत] [संगीत] instagram's बम्स के बारे में तो पता ही होगा जिसको हम हिंदी में रोंगटे खड़े हो जाना भी बोलते हैं तो आपने कभी ना कभी ये देखा होगा किसी बिल्ली के रोंगटे खड़े होते हुए या फिर किसी कुत्ते के रोंगटे खड़े होते हुए ऐसा तभी होता है जब इन जानवरों के सामने कोई बड़ा जानवर आ जाता है ऐसी सिचुएशन में ये जानवर अपने आप को सिड़क रोंगटे खड़े हो जाते हैं और ये अपने दांतों को बाहर निकालकर अपने आपको ताकतवर और बड़ा दिखाने की कोशिश करते हैं ऐसा करने से ये कमजोर नहीं दिखेंगे और सामने वाला अपोनेंट इन पर हमला नहीं करेगा क्योंकि अगर ताकतवर जानवर को कमजोर जानवर के अंदर कमजोरी दिख गई तो कमजोर जानवर की जान चली जाएगी और यही सेम चीज हमको भी जान ों से मिली हुई है लेकिन थोड़े से मॉडिफिकेशन के साथ जानवर तो सिर्फ अपने शरीर को बड़ा दिखाकर अपने आप को बचाने की कोशिश करते हैं लेकिन इंसान हर वो तरीका इस्तेमाल करता है जिससे वो अपने आप को बड़ा और ताकतवर दिखा सके इंसान अपने आप को ताकतवर दिखाने के लिए बहुत सारी चीजों का सहारा लेता है जैसे कि जाति का धर्म का पैसों का और अगर वो यह सब नहीं कर पाता तो [संगीत] है अपने आप को ताकतवर दिखाने के लिए और यह सभी चीजें जो मैंने आपको अभी बताई है यह हम सब करते हैं और इसीलिए हम सब कमजोर लोग हैं लेकिन मजेदार बात यही है कि जब हम अपनी कमजोरियों को पहचान लेते हैं तब हम में उससे लड़ने की ताकत आ जाती है और इसीलिए मैं चाहता हूं कि आप इस वीडियो को पूरा देखें क्योंकि मैं इस वीडियो में ऐसे पांच साइंस बताने वाला हूं जो आपको आपकी कमजोरियां बताएंगे और उन कमजोरियों को दूर करने का सही रास्ता दिखाएंगे पॉइंट नंबर वन दोस्तों आजकल सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे इन्फ्लुएंस करस आ गए हैं जिनका पेज ही पूरा अपनी वीकनेस को एक्सेप्ट कर लेना सिखाने के बारे में है ये लोग इंसान की हर एक वीकनेस के पीछे इट्स ओके लगाकर बेचते हैं इट्स ओके टू बी वीक इट्स ओके टू बी फैट इट्स ओके टू बी लेजी इन इनफ्लुएंसर्स के टारगेट ऑडियंस ही वो लोग हैं जो लोग कमजोर हैं और उन लोगों को अपनी कमजोरी से दुख भी होता है लेकिन क्योंकि वो लोग बदलना नहीं चाहते हैं तो ये इन्फ्लुएंस करस उन लोगों को अपनी कमजोरी के साथ जीना सिखाने के लिए प्रेरित करते हैं अगर कोई इंसान बहुत मोटा है और अगर उसको कोई व्यक्ति बोले कि भाई कुछ कर इसके लिए वरना तू ठीक से जी नहीं पाएगा तो नॉर्मली तो उस व्यक्ति को बुरा लगना चाहिए उसको इस बात की सच्चाई समझ आनी चाहिए कि हां मैंने अपना शरीर खराब करके रखा हुआ है और मुझको यह शरीर दिक्कत भी दे रहा है और इसीलिए मुझे अपने शरीर को बदलना चाहिए अगर वो मोटा इंसान यह सोच पा रहा है तो वो अपने आप को जरूर बदलेगा लेकिन अगर वो मोटा व्यक्ति किसी इन्फ्लुएंस का फैन निकला जो अपनी कमजोरियों के साथ जीना सिखाते हैं तो वो बोलेगा कि आई लव माइसेल्फ मैं जैसा भी हूं मैं अपने आप को ऐसे ही पसंद करता हूं कोई दूसरा नहीं बताएगा मुझे कि मुझे कैसे जीना है मैं किसी दूसरे के लिए अपने आप को थोड़ी बदलूंगा भाड़ में गए दुनिया के लोग मैं तो ऐसे ही जीकर खुश हूं और ऐसे ही जिऊंगा इसे बोलते हैं टॉक्सिक पॉजिटिविटी ध्यान से समझो यहां पर व्यक्ति कर क्या रहा है ऐसा व्यक्ति यह नहीं देखता कि अगर कोई इंसान उसको कुछ बोल रहा है तो वह बोल क्या रहा है उसकी बात में सच्चाई कितनी है जो व्यक्ति हमें समझा रहा है क्या उसकी नियत हमको सच्चाई दिखाने की है या बस वह हमारा मजाक उड़ाना चाहता है टॉक्सिक लोग यह सब नहीं देखते वह बस बोलते हैं कि कोई दूसरा मुझे नहीं बताएगा मुझे क्या करना है भले ही दूसरा व्यक्ति उसे सच्चाई दिखा रहा हो बेशक आपको उस व्यक्ति को इग्नोर करना चाहिए जिसकी नियत आपको नीचा दिखाना है या फिर वह आपकी किसी ऐसी चीज को टारगेट कर रहा है जिसको बदलना आपके कंट्रोल में नहीं है या फिर उस चीज को बदलने की कोई जरूरत नहीं है जैसे कि आपका बॉडी कलर आपकी हाइट इन सब चीजों को टारगेट करके कोई तुम्हें नीचा दिखाए तो बेशक उसे इग्नोर करना चाहिए लेकिन अगर तुम सच्चाई को इग्नोर कर रहे हो अपनी बुरी हालत को इग्नोर कर रहे हो अपने अंदर के दुख को इग्नोर कर रहे हो ताकि तुम सच्चाई से बच सको मेहनत से बच सको और अपने अंदर की कमजोरी को छुपा सको तो तुम एक कमजोर इंसान हो अगर तुम्हें दिखता है कि तुम जैसे भी हो वैसे ठीक नहीं हो लेकिन फिर भी तुम कहते हो कि मैं अपने आप से प्यार करता हूं तो सुन लो कि तुम अपने आप से नहीं तुम अपनी कमजोरी से प्यार करते हो और तुम अपनी कमजोरी को बचाए रखना चाहते हो और उस कमजोरी को बचाए रखने की वजह यह है कि तुम उस कमजोरी के साथ रहने में कंफर्ट पाते हो योर करंट स्टेट ऑफ सेल्फ लव इंडिकेट्स योर वीकनेस हाउ एवर अ ट्रू सेल्फ लव विल ट्रांसफॉर्म यू इंटू अ स्ट्रांग इंडिविजुअल दोस्तों जो बातें मैं इस वीडियो में बोल रहा हूं वो जनरल बातें हैं ये बातें सब पर अप्लाई हो सकती हैं लेकिन अगर आप चाहते हो कि आपके प्रॉब्लम्स पर बात हो आपकी लाइफ की सिचुएशंस पर बात हो तो आप मुझसे वन टू वन कॉल पर बात कर सकते हो डिस्क्रिप्शन के पहले लिंक पर क्लिक करके पॉइंट नंबर टू दोस्तों वीडियो की शुरुआत में मैंने कहा था कि कमजोर व्यक्ति बाहर की किसी ना किसी चीज को पकड़कर अपने आप को ताकतवर दिखाता है अब मैं उसी बात को आगे बढ़ाने वाला हूं दोस्तों आपने कभी ना कभी ऐसे लोगों को नोटिस तो जरूर किया होगा जो हर सिचुएशन में अपने आप को डोमिनेट करना चाहते हैं जिनको हम दिखावा करने वाले लोग भी बोलते हैं जो कभी अपनी गाड़ी दिखाकर अपना घर दिखाकर अपना फोन दिखाकर अपनी बाइक दिखाकर अपना शरीर दिखाकर अपने आप को चार लोगों के सामने बड़ा साबित करना चाहते हैं अब हमें बाहर बाहर से तो ऐसा लग सकता है कि यह लोग बहुत ताकतवर लोग हैं लेकिन बात इसके बिल्कुल उल्टी है क्योंकि जब कोई व्यक्ति बाहरी चीजों को दिखाकर उसका शो ऑफ करता है और अपने आप को बड़ा साबित करता है इसका मतलब यह है कि वह अंदर से बहुत ही कमजोर है और अगर हमको उस इंसान के अंदर की कमजोरी को साफ-साफ देखना है तो उस इंसान के सामने एक दूसरा इंसान लेकर आ जाओ जो इंसान इस इंसान से उन्हीं सब चीजों में बड़ा है जिन चीजों का यह इंसान शो ऑफ कर रहा था जिस तरह से जब शेर हिरण की तरफ बढ़ता है तब हिरण को भागना पड़ता है उसी तरह से जब हाथी शेर की तरफ बढ़ता है तब शेर को भी भाग भागना पड़ता है और अगर तुम भी जानवर बने बैठे हो तो जब तुमसे छोटा जानवर तुम्हारे सामने आएगा तो तुम उसे डराओ ग और जब तुमसे बड़ा जानवर तुम्हारे सामने आएगा तब तुम्हें डरना भी पड़ेगा लेकिन अगर वहीं पर तुम एक ताकतवर इंसान हो तो तुम पर यह जानवरों वाला रूल अप्लाई नहीं होगा ना तुम किसी से डरो ग और ना तुम किसी को डराओ ग यह तो मैं लक्षण बता रहा हूं कि एक ताकतवर इंसान बन कैसा जाता है ना वो किसी से डरता है ना किसी को डराता है लेकिन इस तरह का इंसान बनते कैसे हैं तुम ऐसे तब बन पाओगे जब तुम अपनी असली ताकत को इस दुनिया में नहीं अपने ही अंदर ढूंढने लग जाओगे देखो बड़ी सीधी सी बात है तुम्हें इस दुनिया के हर उस चीज के आगे झुकना ही पड़ेगा जिस चीज को तुम अपने आप से बड़ा मान लोगे और अगर तुमने इस दुनिया की किसी चीज को बड़ा मान लिया है तो यह बात भी पक्की हो जाती है कि तुम भी वो चीज पाना चाहोगे या फिर उतना बड़ा बनना चाहोगे लेकिन यह बिल्कुल भी जरूरी नहीं है कि तुम भी उतने बड़े बन ही जाओ तुम भी उतनी ताकत पा ही लो तो फिर तुम अपने आप को बड़ा दिखाने का अपने आप को ताकतवर बनाने का यह तरीका आजमाओ ग कि अपने से छोटों के आगे शो ऑफ करोगे अपने से छोटों को को दबाओगे अब तुम्हारे साथ यह स्कैम होगा कि ना तुम सचमुच में बड़े बन पाए और जो लोग तुमसे बड़े हैं भी नहीं उनके सामने तुमको झुकना भी पड़ गया लेकिन जो सचमुच में ताकतवर इंसान होता है वो समझ जाता है कि ना इस दुनिया में कुछ बड़ा है ना इस दुनिया में कुछ छोटा है जो सचमुच में बड़ा है और जिसके जैसा सचमुच में बनना चाहिए वो मेरे ही अंदर है वो मेरी ही हाईएस्ट पोटेंशियल है और उसी को हम आत्मा कहते हैं उसी को हम कृष्ण कहते हैं उसी को हम शिव कहते हैं और उसी को हम सत्य कहते हैं और जो व्यक्ति सत्य की गुलामी करना शुरू कर देता है वो दुनिया के अंदर किसी के आगे नहीं झुकता और ना ही किसी को अपने आगे झुकाता है अब इस बात को एक छोटे से एग्जांपल से समझते हैं औरंगजेब छत्रपति संभाजी महाराज को दबाना चाहता था यह बताकर कि मैं तुझे बहुत ज्यादा दर्द दूंगा संभाजी महाराज ने कहा दर्द मेरे लिए बहुत बड़ी चीज है ही नहीं तेरे दर्द देने से मैं दब थोड़ी जाऊंगा औरंगजेब ने उन्हें बहुत दर्द दिया लेकिन संभाजी महाराज को झुका नहीं पाया आखिर में फिर औरंगजेब ने यह भी कहा कि मैं तेरे शरीर को बोटी बोटी कटवा दूंगा तुझे जान से मार दूंगा तो संभाजी महाराज ने फिर से कहा कि मेरे लिए शरीर बहुत बड़ी चीज है ही नहीं मेरे शरीर को नुकसान पहुंचाने से मैं तेरे आगे झुक थोड़ी जाऊंगा बात बस इतनी सी है कि अगर आपने इस दुनिया की किसी भी चीज को अपने आप से बड़ा मान लिया तो आपको उसके आगे झुकना ही पड़ेगा और अगर आप उस चीज के आगे झुक गए तो आप भी उस चीज को अपना आदर्श बना लोगे और उसको पाने के बाद उसका प्रदर्शन करोगे आप यह सब करोगे क्योंकि आपको आपके हाथों में ताकत चाहिए लेकिन यह करके कभी भी आपको ताकत मिलेगी नहीं क्योंकि ताकत बाहर इस दुनिया में कहीं भी नहीं है असली ताकत तो सिर्फ आपके अंदर है वो आपकी आत्मा की ताकत है वो की ताकत है और यह ताकत अनलॉक तभी होती है जब आपको इस दुनिया की सच्चाई पता चल जाती है जब आपको यह पता चल जाता है कि इस दुनिया की किसी भी चीज को पकड़ के अपने आप को ताकतवर बनाने की कोशिश कर लो कोई ना कोई मुझसे ज्यादा ताकतवर निकल ही आता है या फिर इस दुनिया की किसी भी चीज को पा लो मेरी इच्छाएं कभी खत्म ही नहीं होती जब यह साफ-साफ दिखने लग जाता है तब इंसान बाहर नहीं अपने ही अंदर डुबकी मारने लगता है और उसके बाद वो सिर्फ सच के आगे झुकता है क्योंकि उसको पता है कि दुनिया के आगे झुकने से कुछ नहीं मिलने वाला लेकिन वही बात है कि अगर तुम खुद प्रदर्शन में बहुत ज्यादा विश्वास रखते हो या फिर दूसरे के प्रदर्शन करने पर बहुत ज्यादा प्रभावित हो जाते हो तो तुम एक कमजोर इंसान हो पॉइंट नंबर थ्री दोस्तों आजकल सोशल मीडिया पर बहुत सारी ऐसी कंट्रोवर्सीज होती हैं जिसमें अगर एक इंसान दूसरे इंसान को गाली दे देता है तो दूसरा इंसान पहले इंसान के घर पहुंच जाता है उससे लड़ने के लिए उसके बाद वो दोनों ही अपने आप को ताकतवर और बड़ा साबित करने के लिए सब कुछ करते हैं और अपना टाइम वेस्ट करते हैं अब इनकी ऑडियंस को लगता है कि इनके पास लोगों की ताकत है शरीर की ताकत है हथियार की ताकत है और ये बेशक सच हो सकता है कि उनके पास ये सब ताकत है लेकिन इस ताकत के पीछे एक बहुत बड़ी कमजोरी छुपी हुई है जिसके ऊपर कोई ध्यान ही नहीं देता और वह कमजोरी है बिना कुछ सोचे समझे ही रिएक्ट कर देने की अब जैसे आपको आपका कोई रिश्तेदार मिला और आपको या फिर आपके कैरेक्टर को उल्टा सीधा बोल के चला गया और आपको उस चीज से बहुत हर्ट हुआ और आपको बुरा लग गया तो जब किसी के बुरा भला बोलने पर आप हर्ट हो जा रहे हो तो इसका मतलब यह है कि आपने अपनी आइडेंटिटी की चाबी दूसरों को देकर रखी हुई है अब दूसरे आपको जो भी आइडेंटिटी देंगे आप उस हिसाब से रिएक्ट करोगे जब आपके वो रिश्तेदार आपको बोलेंगे कि आप कितने अच्छे लड़के हो तब आप खुश हो जाओगे और जब वही रिश्तेदार आपको गाली देंगे तब आप दुखी हो जाओगे अब यहां से हमें दो कमजोरियां मालूम पड़ती हैं पहली तो यह कि आपने अपनी आइडेंटिटी का निर्धारण करने की जिम्मेदारी समाज को दे करर रखी है और क्योंकि आप समाज से चाहते हो कि वो बताए कि आप कौन हो इसका मतलब यह है कि आप खुद नहीं जानते कि आप कौन हो इसीलिए आपको समाज की गुलामी करनी पड़ती है ताकि समाज आपको सही नजर से देखे आपको सही व्यक्ति बोले एक बार सोच कर देखो वो इंसान कितना कमजोर होगा जो पहले तो किसी की गुलामी कर रहा है और अगर गुलामी में उसने कुछ गलती कर दी तो फिर मालिक की गाली भी खा रहा है और फिर और जोर से गुलामी कर रहा है ताकि मालिक उसकी तारीफ करें जब किसी ताकतवर इंसान को कोई बुरा भला बोलता है तो ताकतवर इंसान रिएक्ट ही नहीं करता क्योंकि उसको सामने वाले की बातों में झूठ दिखाई देता है और उसे झूठ इसीलिए दिखाई देता है क्योंकि वह सच जानता है मैंने पिछले ही पॉइंट में बताया था कि जो सच की गुलामी करता है उसका सर किसी के आगे नहीं झुकता फिर जब कोई व्यक्ति आपको हर्ट करने के लिए कुछ भी बोलता है तो आपको कुछ होता ही नहीं क्योंकि आप अपने आप को सामने वाले से ज्यादा जानते हो अगर वह आपके शरीर को लेकर आपको कुछ बोलता है तो आपको फर्क नहीं पड़ता क्योंकि आप शरीर शरीर के बारे में जानते हो और अगर वह आपके कर्मों को लेकर कुछ बोलता है तब भी आप जानते हो कि आप क्या कर रहे हो क्यों कर रहे हो आप अच्छे से अपने आप को समझते हो और इसीलिए आपको उस बात से भी फर्क नहीं पड़ता इस पोजीशन पर आने के बाद इस मेंटल स्टेट पर आने के बाद आपको कोई हर्ट ही नहीं कर सकता है क्योंकि आप जानते हो कि सामने वाले की नियत क्या है वो जो भी कुछ कह रहा है वो सच कह रहा है या फिर उसकी नियत सिर्फ आपको हर्ट करना है जब आपको सिर्फ सच से फर्क पड़ता है समाज से नहीं लोगों से नहीं तब आप लोगों की बातों पर रिएक्ट नहीं रिस्पांस करते हो शिशुपाल भगवान कृष्ण को गाली दिए जा रहा था भगवान कृष्ण को उसकी बातों से रत्ती भर भी फर्क नहीं पड़ रहा था वो शिशुपाल की बातों पर उसकी गालियों पर बिल्कुल भी रिएक्ट नहीं कर रहे थे क्योंकि उनको शिशुपाल से नहीं सच से फर्क पड़ता है धर्म से फर्क पड़ता है उन्होंने शिशुपाल की 100 गलतियां माफ करके रखी थी कि व सुधर जाए लेकिन वो अपने उस वरदान का गलत फायदा उठा रहा था इसीलिए जब श्री कृष्ण को यह दिखाई दे गया कि शिशुपाल के सुधरने का कोई चांस नहीं है तो श्री कृष्ण ने शिशुपाल का वध कर दिया अब इस स्टोरी को एज इट इज अपनी जिंदगी में मत उतार लेना कि तुम अपने रिश्तेदारों का या उन लोगों का जो तुम्हें बुरा भला बोलते हैं उनका वध करने निकल पड़े यहां से यह सीखने को मिलता है कि हमें हमारी सच्चाई पर हमारी ईमानदारी पर चलना है अगर हम सही हैं तो कोई कुछ भी कहता रहे हमें फर्क नहीं पड़ना चाहिए लेकिन अगर कोई तुम पर हावी ही होता जा रहा है तुम्हें बांधना ही चाह रहा है तुम्हें गुलाम ही बनाना चाह रहा है अगर वो इंसान तुम्हारे बिल्कुल सेंटर पर ही हमला कर रहा है तो रिस्पांस जरूरी है अगर आप एमएमए बॉक्सिंग सीखने जाओगे तो वहां पर भी आपका यही एटीट्यूड डेवलप करवाया जाता है वहां बताया जाता है कि आप लड़ाई इसलिए नहीं सीख रहे ताकि आप राह चलते सबको पीटते रहो बल्कि ये तुम इसीलिए सीख रहे हो ताकि तुम्हारे अंदर इतनी ताकत रहे कि जब तुम पर कोई हमला करे हावी हो तो तुम रिस्पांस कर सको तुम्हारे पास लड़ने की ताकत हो तुम्हें कोई गुलाम ना बना सके ये जो हम मूवीज में देखते हैं ना कि हीरो को या फिर विलन को किसी ने आंख उठाकर देख दिया और फिर उसने उसको गोली मार दी ये सब छपरिया वाली हरकतें हैं इसको कॉपी करने की कोशिश मत करना रिएक्टिव नहीं रिस्पांसिस बनो अपनी ताकत को अपनी ऊर्जा को सच्चाई के लिए और सही काम करने के लिए बचा कर रखो छपरी लोग हाईली रिएक्टिव होते हैं इनसे अगर कोई साधारण बात भी करो तो कोई भरोसा नहीं इनको गुस्सा आ सकता है कोई नहीं जानता ये किस बात पर रिएक्ट कर जाए तो ना ही अपने आप को छपरी बनने दो ना ही छपरी हों के साथ रहो क्योंकि बहुत ज्यादा रिएक्टिव होना तुम्हारी कमजोरी दर्शाता है पॉइंट नंबर फोर दोस्तों अगर किसी लड़के की जिंदगी में कोई लड़की होती है और उसका उसके साथ रिश्ता बहुत अच्छा है तो ये कोई बुरी बात नहीं है और ना ही ये बुरी बात है कि आपकी जिंदगी में कोई लड़की नहीं है लेकिन अगर आप वो इंसान हो जो अकेलेपन में बैठकर कलप है कि उसकी जिंदगी में कोई लड़की आ जाए तो उसको वो सब मिल जाएगा जो उसको चाहिए और अगर इसी माइंडसेट के साथ उसकी जिंदगी में कोई लड़की आ भी गई तो वो उससे इस इस तरह से चिपक जाएगा कि वो उस लड़की का जीना मुश्किल कर देगा और यह भी एक कमजोरी की निशानी है इस तरह के माइंडसेट के साथ जीने वाले हर एक लड़के के पास अगर कोई लड़की आ भी गई तब भी वो रोएगा और अगर कोई लड़की नहीं आई तब भी वो रोएगा क्योंकि इस तरह के माइंडसेट के साथ जीने वाला इंसान एक लड़की के अंदर कुछ ऐसा ढूंढ रहा है जो उसको उस लड़की से मिल नहीं सकता लेकिन साथ ही साथ मैं यह भी कहूंगा कि इस लड़के को उस लड़की से कुछ ऐसा भी मिल सकता है जो अगर इसे मिलने लग जाए तो ये शांत फील करेगा खुश फील करेगा लेकिन इस लड़के का माइंडसेट कुछ ऐसा है कि ये लड़का उस लड़की से ये चीज मांगेगा ही नहीं देखो अगर तुम इस माइंडसेट के साथ जीते रहे कि अगर तुम किसी इंसान के शरीर के साथ रिश्ता बना लोगे तो तुमको सब कुछ मिल जाएगा तो याद रखना तुम हमेशा तड़पते ही रहोगे लेकिन जैसे ही तुम सामने वाले इंसान को एक इंसान मानकर उसकी कॉन्शियस निस के साथ उसकी चेतना के साथ उसकी सोच के साथ रिश्ता बनाते हो तुम ज्यादा कनेक्टेड फील करते हो तुम ज्यादा खुश फील करते हो क्योंकि जब तुम शरीर से रिश्ता बनाते हो तब तुम बेहोशी की तरफ जाते हो तुम नशे की तरफ जाते हो लेकिन जब तुम कॉन्शियस निस से रिश्ता बनाते हो तब तुम होश की तरफ जाते हो लेकिन ज्यादातर ऐसा होता नहीं है तुम एक इंसान को अपने जिंदगी में नशे की तरह लाए हो जो तुम्हारे अंदर के दुख को थोड़ी देर के लिए भुला तो सकती है लेकिन मिटा नहीं सकती एक ताकतवर इंसान वो होता है जो समझ जाता है कि कुछ पा लेने से मेरे अंदर की तड़प दूर नहीं होगी वो दूर होगी होश में आ जाने से वो दूर होगी अपने आप को जान लेने से और अपने आप को बदल डालने से और अगर कोई इंसान मेरी मदद करता है मुझे बदलने में मुझे जानने में तो वो इंसान मेरे लिए अच्छा है उस इंसान के साथ मेरा रिश्ता बहुत अच्छा है अगर तुम्हें ये पता करना है कि जो रिश्ता तुम निभा रहे हो वो नशा है या होश तो यह देख लेना कि तुम सामने वाले इंसान से कितना ज्यादा चिपक रहे हो अगर तुम दिन रात उसी के साथ चिपका रहना चाहते हो तो समझ जाना कि तुमने एक नशा पाल लिया है और नशा ज्यादा दिन टिकता नहीं है होश में तो तुमको आना ही होगा वहीं पर एक ताकतवर इंसान यह जानता है कि किसी इंसान की जगह उसकी जिंदगी में कहां है और कितनी है जिसकी वजह से उसके रिश्ते एक ऑबसेस्ड इंसान से एक नशे में पड़े हुए इंसान से ज्यादा अच्छे होते हैं पॉइंट नंबर फाइव जो इंसान अपने आप को ताकतवर बनाने पर ध्यान देता है वो एक मैच्योर पर्सन की श्रेणी में आ जाता है क्योंकि वो जान जाता है कि अगर इस दुनिया में आजादी से जीना है तो ताकत पैदा करनी पड़ेगी वरना एक कमजोर इंसान को यह दुनिया क्या गुलाम बनाएगी उसके शरीर की बीमारियां ही उसको आजादी से जीने नहीं देंगी और इसीलिए जो भी इंसान अपने आप को ताकतवर बनाने पर ध्यान देता है वो अपनी जिंदगी में और भी ज्यादा ताकतवर लोगों को अट्रैक्ट करता है और साथ ही साथ उसके साथ जो कमजोर लोग होते हैं उनको भी ताकतवर बना डालता है लेकिन जो कमजोर इंसान होता है वो सिर्फ यह सोचता है कि ऐसा मैं क्या करूं कि लोग मेरी तरफ अट्रैक्ट हो लड़कियां मेरी तरफ अट्रैक्ट हो ये लोग अभी इमेच्योर बच्चे होते हैं या फिर इन लोगों के लिए एक बढ़िया नाम है जो कि है छपरी ये लोग सच मुछ में ताकतवर नहीं होते ये लोग बस अपने आप को ताकतवर दिखाने की कोशिश करते हैं ये लोगों का ध्यान खींचने के लिए तेज आवाज में बात करेंगे अलग लहजे में बात करेंगे इनका अपना एक डायलॉग होगा जो ये हर बात के आखिरी में मारेंगे अगर ये बातों से हेयर स्टाइल से चलने के अलग-अलग तरीकों से लोगों को अट्रैक्ट नहीं कर पाएंगे तो ये ट्रेंडी कपड़े पहनेंगे मुझे इन सब चीजों से दिक्कत नहीं है लेकिन मुझे दिक्कत यह है कि ये लोग अंदर से रो रहे हैं लेकिन बाहर से अपने आप को अट्रैक्टिव दिखाना चाहते हैं दिखाना चाहते हैं कि इनसे बड़ा कोई नहीं है ऐसे लोगों को बस जिंदगी में एक झटका मिलने की देरी होती है उसके बाद ये लोग शहरों में दिखाई देना बंद हो जाते हैं क्योंकि इन लोगों ने अपने आप को आजादी से जीने के लिए असली ताकत नहीं दी होती इसीलिए जिंदगी में झटका मिलने के बाद इन लोगों को गुलामी की जिंदगी जीनी पड़ती है तो अब से इस चीज के पीछे भागना बंद करो कि तुम कितने अट्रैक्टिव होते जा रहे हो और अपने आप को ताकतवर बनाने पर ध्यान दो और एक बात याद रखो कि यू विल नेचुरली बिकम अट्रैक्टिव इफ यू वर्क ऑन स्ट्रेंथ निंग योरसेल्फ बट इफ यू आर ओनली थिंकिंग अबाउट बिकमिंग अट्रैक्टिव यू विल अल्टीमेटली टर्न इंटू अ वीक पर्सन और यही थे वो पांच पॉइंट्स जो आपको आपकी वीकनेस बताते हैं और उन वीकनेस से कैसे ऊपर उठते हैं यह सिखाते हैं तो अगर आपको ये वीडियो अच्छी लगी है तो इस वीडियो को अपने उस एक दोस्त के साथ शेयर करो जो इस वीडियो को जरूर देखेगा और अगर मुझसे वन टू वन कॉल पर बात करना चाहते हो तो डिस्क्रिप्शन के पहले लिंक पर क्लिक जरूर करना और साथ ही साथ डिस्क्रिप्शन में एक