What's up everyone, welcome back to the channel, welcome to the 100 days commerce masterclass. अब आज और कल हम लोग business studies days celebrate करने वाले हैं, तो आज मैं आप लोग को दो parts में organize. पूरा कराऊंगा और इसी तरीके से कल हम लोग अगला चाप्टर यानि की स्टाफिंग पूरा करेंगे तो आज और कल के हमारे दो दिन रहने वाले हैं और गनाइजिंग और स्टाफिंग पर उसके बाद हम दो दिन बच्चों सेलिब्रेट करेंगे इकनॉमिक्स डे जिसक macro का काफी portion money banking उसके साथ ADAS अगले दो दिन में मैं cover कराने की कोशिश करूँगा तो इस तरीके से हमारा अगले चार दिन का program रहने वाला है हम लोग सिर्फ और सिर्फ cover करने वाले हैं क्या economics and business studies अच्छे तरीके से दो दो तीन तीन videos and फिर Monday onwards हमारी वापिस से और business studies को आगे बढ़ाते हैं let's begin अब बच्चों समझने की कोशिश करते हैं हम कि ये सबसे पहले organizing होता क्या है देखो बिटा business studies में ना सबसे अच्छा तरीका है पढ़ने का कि आप concept अच्छे से समझो, NCERT की heading settings learn करो और internally जो भी आपने समझा है उसको लिखने की कोशिश करो, तो conceptual clarity बहुत important है अच्छे examples के साथ, मैं आपको बहुत शानदार शानदार examples के मदद से समझा दूँगा, तो problem आने नहीं वाली, पाँच function आपने पड़े management में, सबसे पहला function क्या होता है, planning, जब आप सब कुछ plan करके चलते हो, each and everything is planned, है न, advance में decide करना, क्या होने वाला है, एक bank, एक bank जब अपना काम शुरू करता है, तो सबसे पहले plan करता है, इस अगले week में, इतने हम loan देंगे, इतना हमें लगबग revenue आएगा, यानि deposits आएगे, और ये उनकी planning है, अब planning हो गई, planning के बाद उन्हें क्या करना है, planning के बाद बच्चोंने काम को अच्छे से organize करना है, organize का मतलब है, जो मिलता जुलता काम है, for example, cash से related काम है, उसका उन्होंने cash का department बना दिया को एक साथ रखते हैं और उनके अलग-अलग departments बना देते हैं तो कोई भी काम repeat नहीं होता resources waste नहीं होते हैं और सब अच्छे तरीके से होता रहता है उसको क्या बोलते हैं organizing organizing बच्चो सब जगा देखने को मिलता है अब हमारा office है हर काम अच्छे तरीके से divided है मुझे पता है कि मेरी कहां पर जगा है अगर कोई staff है तो उसको बता है कि वो कहां पर बैठेगा उसकी क्या place है कौन सी चीज कहां मिलेगी ये भी organizing है क्या हमारे घर में भी मम्मी सब organize करके रखती है वो भी organizing है organizing का sir मतलब क्या होता है, देखो बहुत simple सी बात है, organizing में लिखा हुआ है, it can be defined as identifying and grouping, identify करना और group करना, अलग-अलग activities of the organization, और एक साथ लेके आना, क्या physical, financial और human resource को, यानि कि जो भी physical का मतलब, जो machine है, financial का मतलब, जो पैसा है, और human resource का मतलब, अब देखो मैं YouTube पे, पर वीडियो कर रहा हूँ, तो मुझे camera चाहिए, physical resource, मुझे बिजली चाहिए, इस बिजली के लिए bill भरना पड़ेगा, पैसा चाहिए, financial resource, और मेरा भी होना ज़रूरी है, जब तीनों चीज़े साथ में मिलके काम करती हैं, तो अच्छी organizing होती है, यही हमारी organizing की definition है, समझ गए, organizing में अब हमारे पास आता है, बच्चो, organizing का process, planning process मैंने आपको याद कराया था, S dies if, setting objective, developing premises, identifying alternative courses of action, evaluating alternative courses, of action, selecting an alternative, implementing the plan, follow up action.
पूरा बढ़ लिया, organizing process क्या है बच्चो, याद रखेंगे, organizing process है, I D A E organizing process क्या है हमारे पास, I D A E, sir what is this I D A E, ये I D A E क्या होता है, देखो हमें काम को organize करना है, departments बनाने है, grouping करनी है, तो सबसे पहले होगा identification, and and division of work, यानि मैं सबसे पहले काम को identify करूँगा, कि काम है क्या, और divide कर दूँगा, जैसे मैंने bank में बताया है न, कि भईया, loan वाले अलग, cash वाले अलग, deposits अलग, withdrawal अलग, manager के लिए अलग काम कर दिये, तो ये मैंने identify करा, और grouping करा, identification and division of work, first step is identification, and dividing the work as per plan, division से, क्या होता है कोई भी duplication नहीं होता सब कुछ clear होता है आसानी से हो जाता है फिर क्या करते है departmentalization डी का मतलब है department बनाना अब देखो bank में अलग अलग departments होते हैं colleges में अलग अलग departments होते हैं universities में अलग अलग departments होते हैं आपके घर पे अलग अलग department हैं मम्मी का kitchen department पापा का finance department हमारा सब खराब करने का department तो सब basically department बने होते हैं तो identification division कर दिया आपने फिर आप departments बना होगे बनाने को बोलते हैं departmentalization अब सर department कैसे बनाओ देखो बच्चो दो तरीके से department बनते हैं या तीन तरीके से भी बन सकते हैं या तो आप department बना सकते हो territory wise कि ये north department east, west, south चार बना दिये है ना या आप बना सकते हो product wise कि भईया मैं reliance हूँ तो मेरा एक department है tele communication का एक मेरा department है जो मेरा reliance smart है जिसमें मैं ये grocery वगैरा बेचता हूँ एक मेरा है कपड़े बेचने वाला reliance पता नहीं क्या नाम है उनका वो तो अलग-अलग departments बनाये हैं products के आधार पे ऐसे भी बन सकते हैं या फिर बन सकते हैं functions के आधार पे जैसे हमारे organization में functions पे बनते हैं क्योंकि हम सिर्फ पढ़ाते हैं हमारे पास multiple products नहीं है तो हमारा क्या है marketing department sales department, finance department तो इस तरीके से functions के आधार पे भी departments बन जाते हैं तो department में देखो क्या लिखा है या तो आप functional बना सकते हो functions के आधार पे या product के आधार पे divisional बना सकते हो IDA, अब इन department में duties assign करना, कौन सा department क्या काम करेगा, उसको हम क्या बोलते है assignment of duty, identification division of work हो गया, departments बन गए, अब department बना के खाली छोड़ने थोड़ी नहीं है, काम भी तो देना है, उसको बोलते है assignment of duties, एक बाद duties दे दी, उसके बाद क्या होगा, उसके बाद होगी reporting relationship established, ये सबसे important है बच्चों, reporting relationship का मतलब होता है, superior कौन होगा, subordinate कौन होगा, जैसे मेरी organization में मैं superior हूँ मेरे under बहुत सारे लोग काम कर रहे हैं मेरे से काम सीख रहे हैं मुझे काम करने में help कर रहे हैं तो एक superior subordinate relationship बनावा है कौन superior कौन subordinate सबको clear है किसको respect देनी है किससे काम लेना है किसको काम देना है सबको clear है क्योंकि levels बने होते हैं बच्चो तो चौथा काम होता है इन departments में boss बताना की कौन होगा उसके subordinates कितने होगे उसके अंडर वो बताना अब यहाँ पे छोटा सा concept आता है span of management अपनी copy में चल दी से, span of management, कई बार exam में आया, span of management का मतलब होता है बच्चों, how many subordinates are effectively managed by a superior, कि कितने subordinates एक superior अच्छे से manage कर लेता है, यह उसको span होता है, जैसे for example मैं superior हूँ, मैं 8 लोग अच्छे से manage कर सकता हूँ मेरे under में, तो मेरा span of management कितने लोगों का हो गया, 8 लोगों का हो गया, तो इसको हम लोग क्या बोल देते हैं, establish करना, reporting relationships, reporting relationships मतलब who will report to whom. In the fourth step, all the individuals are assigned some authority, कुछ power मिलती है और उसके साथ साथ जिम्मेदारी भी मिलती है. ठीक हो गया? तो IDAE ये पूरा का पूरा होता है बच्चो, हमारा organizing का process.
आगे चलते हैं, next क्या आ रहा है sir? Importance of organizing, काम divide करने से, departments बनाने से क्या होगा? सबसे पहले specialization मिलेगा बच्चो, देखो हमने काम बातावा है, मेरा काम सिर्फ पढ़ाने का है, मैं और कुछ बढ़ावा हूँ.
कुछ नहीं करता तो मैं सिर्फ पढ़ा ही रहा हूं सालों से पढ़ा रहा हूं क्या मेरे पढ़ाने में स्पेशलाइजेशन आ गया मैं इस काम में परफेक्ट हो गया एक इंडिवीजुअल हमारे और्गनाइजेशन में ऐसी है जो पीपीटीज बना रही है कई साल से पीपी आपको specialization आ जाता है, आप घर में देखो, मम्मी को खाना बनाने में specialization है, क्योंकि वो वोई काम कर रही है सालों से, right, next क्या आता है, clarity in working relationships, जब आप सब कुछ divide करके चलते हो, clear cut बता के चलते हो, तो clarity रहती है, clarity रहेगी, कोई confusion नहीं होगा, कोई resource waste नहीं होगा, best तरीके से goal वेस्टेज नहीं होगी तो आपका बढ़िया तरीके से प्रॉपर यूटलाइजेशन आफ रिसोर्सेज रहेगा Adaptation to Change Adaptation to Change का क्या मतलब होता है Adaptation to Change का मतलब होता है जब आप सबको प्रॉपरली उनका काम बता के चलते हो तो आप में Cooperation, Coordination बिल्ड हो जाता है अच्छे तरीके से Superior-Subordinate को और Subordinate-Superior को Cooperate करके चलते हैं साथ-साथ Coordinate भी करके चलते हैं तो उसके साथ Adapt करना इजी होता है there are better chances of adaptation. टेशन टू चेंज नेक्स्ट जब सब कुछ प्रॉपरली डिफाइंड होता है तो एडमिनिस्ट्रेशन अच्छा होता है एडमिनिस्ट्रेशन मतलब कंट्रोल अच्छा होता है सारी अक्टिविटीज अच्छे से परफॉर्म होती है उसके बाद ग्रोथ होती है एक्सपांशन होता है जब आप काम को बाट के चलते हो तो आप और चीजों पे भी फोकस कर सकते हो कर दिया, सब अलग-अलग कर दिया, तो मेरे को जादा समय मिला, expand कर सकता हूँ, और channels पे मैं काम करने लगा, growth हमारी होने लगी, COET के channel पे CA वाले channel पे, अलग-अलग channels पे काम होने लगा, तो growth होने लगी है न, next क्या आता है development of personnel development of personnel का मतलब होता है, जब आप काम बाटते हो, तो आप वो काम अब अच्छा feel होता है, enriched feel होता है अपनी अक्टिविटीज परफॉर्म करता है तो उसका भी ओवर ऑल डेवलपमेंट होता है ग्रोथ होता है बेसिकल यह फ्यूचर मैनेजर्स भी बना रहे हो यहां पर यह हम इस पॉइंट में लिखते हैं ठीक हो गया बेटा इसके बाद क्या आ रहा है हमारे पास अब आ रहा है हमारे पास ऑर्गेनाइजेशन स्ट्रक्चर देखो बच्चों स्ट्रक्चर का क्या मतलब होता है कि हम लोगों ने यह पढ़ा कि कोई भी मकान हो तो वह मकान सीधा नहीं बनता पहले उसका ब्लूप्रिंट Similarly बच्चो अगर कोई भी organization build हो रहा है या organization बना भी हुआ है तो उसका भी एक blueprint होता है जिस blueprint में सब लिखा होता है कि कितने department होने चाहिए, कितने लोग काम करने चाहिए कौन से department का क्या काम होगा सब कुछ बहुत clear होगा तो ऐसी चीज़ों को हम लोग क्या बोल देते हैं ऐसी चीज़ों को हम बोलते हैं organization structure तो what is organization structure? It can be defined as a network of job positions कितनी job positions होगी, responsibilities कितनी होगी, authority कितनी होगी लेवल्स पर ठीक है स्ट्रक्चर कैसे बनता है स्पैन ऑफ मैनेजमेंट से स्पैन ऑफ मैनेजमेंट मैंने आपको बताया हॉट मैनी सब ऑडिनेट्स कैन बी इजली मैनेज्ड बाया सुपीरिया ठीक हो गया बच्चों अब यह जो स्ट्रक्चर है यानी की कौन सी जॉब पोजीशन होगी कौन से क्या काम होगा किस डिपार्टमेंट का कितनी पावर मिलेगी यह दो तरीके के होते हैं बेटा स्ट्रक्चर कितने तरीके हैं दो तरीके के एक होता है हमारे पास फंक्शनल स्ट्रक्चर स्क्रीनशॉट जल्दी से फंक्शनल स्ट्रक्चर और दूसरा होता है वच्चो हमारे पास divisional structure एक functional एक divisional सर functional structure क्या होगा देखो जब भी एक organization में जो काम का division हुआ है वो division हुआ होगा on the basis of functions काम के आधार पे sales department, marketing department finance department, HR human resource department काम के आधार पे division हुआ हुआ है इसको बोलते है functional structure तो देखो क्या लिखा है यहाँ पे when the activities or jobs are grouped keeping in mind the functions then it is called functional structure, यह कहाँ पे चलता है बचो, यह कहाँ पे suitable होता है जब आपको functions के आधार पे काम बाटना है जब आपको specialization चाहिए हर function में, जब आपको similar nature का काम एक साथ जोड़ना है तो यह जब इसके suitability होती है जब आप ऐसा करते हो तो क्या-क्या advantages होते हैं, क्या-क्या फाइदे होते हैं आपको ऐसा structure बना के सबसे पहला benefit तो बचो आपको पता ही है specialization आपको specialization मिलता है काम में काम में specialization मिलता है जैसे finance वाला finance ही कर रहा है sales वाला sales ही कर रहा है marketing वाला marketing ही कर रहा है उस काम में perfection आ रही है न तो आपको सबसे पहले operational specialization आता है दूसरा क्योंकि जो similar nature की activities है वो एक department में डाल दी गई है finance की सारी activities finance department में sales की सारी activities sales department में तो यहाँ पे आपके लिए control करना और coordination बनाना आसान होगा होता है क्योंकि similar similar activities group कर दी जाती है similar departments में तो control बनाना आसान होता है managerial और operational efficiency बढ़ती है efficiency कैसे बढ़ती है क्योंकि एक काम जिसको सबसे अच्छा करना आता है वो ही कर रहा है specialist हर काम को कर रहे हैं तो wastage नहीं होगी समय बचेगा खर्चा कम से कम आएगा तो ultimately आपका efficiency बढ़ेगी duplication नहीं होगा जब सब कुछ बहुत clear होगा तो it will lead to minimum duplication of effort ट्रेनिंग करनी आसान होगी लोगों को काम सिखाना आसान होगी क्योंकि finance department में जो काम कर रहा है उसको बस finance ही सिखाना है तो ऐसे बच्चों बहुत सारे benefits हो सकते हैं advantages हो सकते हैं आप कोई भी तीन यहां से याद रख सकते हो नॉर्मली तीन से उपर नहीं आते हैं ठीक है perfect है तो आपका focus ना बस अपने अपने department पे हो जाता है, मतलब sales वाले बस sales पे ध्यान दे रहे हैं, finance वाले बस finance पे ध्यान दे रहे हैं, वो ये भूल जाते हैं कि overall organization का क्या goal था, suppose overall organization का goal था कि हमें अच्छी quality का product customer तक पहुचाना है, sales वाला वो बुली गया, sales वाला कह रहा है मुझे तो बेचना है, जो भी आएगा बेचूँगा, marketing वाला कह रहा है मैं बस marketing करूँगा, product अच्छा हो या बुरा हो मुझे कोई मतलम नहीं है, तो अपना काम अच्छे से करने के चक्कर में कई बार overall organization का काम हम लोग बुल जात कि भाईया कई बार less importance मिलती है overall objectives को coordination में problem आती है coordination में क्या problem आती है कि भाईया हर department अपने काम में expert है और वो बस अपना काम पूरा करना चाहता है तो दूसरे से कई बार वो इतना ज़ादा link नहीं कर पाता लड़ाई जगड़े हो सकते हैं वो यहाँ पे आ रहा है conflict of interest conflict हो सकता है चौता inflexibility inflexibility का मतलब वो ही है एक employee एकी काम में trained है for example मैं sales department में काम करता हूँ मुझे तो बस sales की ही training मिली है अब सपोस मार्किटिंग वाला आज छुट्टी पे है और मुझे मार्किटिंग का काम करने के लिए भेज दिया जाए मैं नहीं कर पाऊंगा यार इसी काम से बचने के लिए जॉब रोटेशन होता है बचों जॉब रोटेशन एक टर्म है जिसमें बोले जाता है कि एक इंसा flexibility थी ठीक है उसके बाद डिफिकल्ट टू फिक्स अकाउंटेबिलिटी अगर हमारा गोल अचीव नहीं होता इन केस आफ फेलियर ऑफ द ऑब्जेक्टिव तो हम पता नहीं लगा सकते कि किसकी वजह से ऐसा हुआ है फाइनेंस की वजह से सेल्स की वजह से तो समझ गए नेक्स्ट होता है दूसरा तरीका अब डिपार्टमेंट में आपको बता दी है इस इसका चार्ट बना लो अपने पास एक बार, बना के चलो जल्दी से, organizational structure, और दो तरीके से बनेगा बच्चो, functional and divisional. तो functional कौन सा होता है जिसके अंदर अभी मैंने आपको बताया departments बनते हैं on the basis of functions या on the basis of operations काम के आधार पे और divisional में क्या होगा डिविजिनल में बच्चो डिपार्टमेंट बनते हैं प्रॉड़क्ट के हिसाब से ये कौन फॉलो करता है ये फॉलो करती है वो कमपनी जो मल्टी प्रॉड़क्ट कमपनी है मल्टी प्रॉड़क्ट का मतलब एक से जादा प्रॉड़क्ट बनाती हैं बड़ी बड� यह एक से ज़्यादा products बनाती हैं, तो यह divisional structure follow करती है, क्यों? क्योंकि divisional में काम को divide करना पड़ता है, product के basis पर, देखो यहाँ पर बताता हूँ, जैसे मैंने यहाँ लिखा, यह हमारा general manager है, और general manager के अंदर, finance manager है, sales manager है, marketing manager है, human resource manager है, तो देखो काम के आधार पर है, यह तो हमारे पास हो गया functional structure, तक चल दो यह हो गया हमारे बाद फंक्शनल स्ट्रक्चर अब डिविजिनल में क्या होगा देखो डिविजिनल में होगा एक जनरल मैनेजर होगा इसके अंडर में जो डिपार्टमेंट होंगे वह ऐसे होंगे कॉसमेटिक्स गार्मेंट्स ग्रॉसरी और क्या लें मेकब बेच लिया कपड़े बेच लिये ग्रॉसरी बेच लिये फुटवेर यह बेच लिया देखो तो यह हमारे पास यहाँ पे जो डिपाटमेंट बन रहे हैं वो प्रोड़ट के बेसिस पे बन रहे हैं तो इसको हम कौन सा बोलते हैं इसको हम बोलते हैं डिविजिनल स्ट्रक्चर अब इसके अंदर भी कॉसमेटिक को भी चाहिए Sales, Marketing, इसको भी चाहिए, Finance, Sales, Marketing, इसको भी चाहिए, Finance, Sales, Marketing, इसको भी चाहिए, Finance, Sales, Marketing, इसका मतलब functional में तो हो गई होगा, लेकिन पहली नजर में अगर functions के आधार पे हुआ तो functional products के आधार पे हुआ तो divisional अब देखो इसके अंदर एक ही finance manager चाहिए था यहाँ चार department है तो चारों का अलग-अलग finance manager चार department है तो चारों का अलग-अलग sales manager तो यह expensive है यह costly है इसके अंदर जादा resource लगता है यह इसका demerit भी हम लोग पढ़ेंगे समझे तो देखो divisional में क्या होगा when organization is large in size and is producing more than one type of product तो यहाँ पे हम लोग लोग एक प्रोडक्ट को एक डिपार्टमेंट में डालते हैं उसको हम डिविजिनल स्ट्रक्चर बोलते हैं सूटेबिलिटी जो और ग्राहिशन मल्टी वहाँ पे चलेगा, जहाँ पे product specialization चाहिए, वहाँ पे चलेगा, जहाँ पे हर division में बहुत अच्छे तज्जोड, division अपने आप में आत्मनिर्बर है, यानि कि cosmetic department है, कितना बड़ा department है, कि उसको अकेले कोई अलग-अलग लोग चाहिए, वहाँ पे चलेगा, यहां पर चलेगा तो यह इसकी नीड होती है ठीक है इसके क्या क्वांटिज होंगे वहां पर बचों ऑपरेशनल स्पेशलाइजेशन जाता यहां पर प्रोडक्ट स्पेशलाइजेशन आता है आपका एक डिपाइटमेंट एक प्रोडक्ट में स्पेशलाइज होता है decision making होती है, fast decision making क्यों होती है, क्योंकि किसी और department पे आप interdependent नहीं हो, आपके पास अपना ही finance, अपना sales, अपना marketing, सब कुछ अपना है, तो आप किसी और department पे dependent नहीं हो, तो decision making quick होगी, उसके बाद accountability, यहाँ पे आप जवाब दे ही पकड़ सकते हो, है ना, आप देख सकते हो कि अगर overall company की sale नीचे जा रही है, तो कौन सा department cosmetic नहीं बिकरा, क्या footwear नहीं बिकरा, financial statements चेक कर लो, तो accountability जादा होती है यहाँ पे, flexibility आती है, आप अपने हिसाब से काम कर सकते हो, अगर दूसरा department का finance manager शुट्टी पे है, तो आपके बास दो तीन है, दूसरा वाला उदर भेज दो या, flexibility है, उसके साथ साथ growth होता है, growth तो होना ही है एक organization में, इसके disadvantages बचो, जादा resources चाहिए, product focus department होता है, यानि आपका जो department है, उसको product से मतलब है, focus करता रहता है कि जो चीज मेरी है वो अच्छी होती रहे उसके अंदर finance सही हो रहा है sales अच्छी हो रही है नहीं हो रही है इससे कोई मतलब नहीं है तो ये थोड़ा सा drawback है उसके साथ साथ conflict conflict तो बिटा वहाँ भी था यहाँ भी था जितने ज़ादा increase in cost खर्चे बढ़ते चले जाते हैं आपने देखा multiple staff चाहिए multiple managers चाहिए multiple specialist चाहिए तो खर्चे तो बढ़ेंगे इसका screenshot ले लो बच्चो ये इसका disadvantages हो जाते हैं और हमने आज की class में meaning clear क्लियर कर लिया इंपोर्टेंस क्लियर कर लिए प्रोसेस क्लियर कर लिया और नेशन स्ट्रक्चर क्लियर कर लिया तो आप इसको जल्दी से आज कंप्लीट कर लो एक बार देख लो शाम को 8 बजे मैं आप लोगों को इसी का दूसरा पार्ट आगे वाले ठीक है और वेरी बेस्ट एवरीवन थैंक यू सो मच फॉर जॉइंग इन एम वर्ड सीओ all super soon till then see ya take care bye bye keep growing and keep growing