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The Story of El Chapo

मेक्सिको सिटी से 55 माइल्स वेस्ट में मेक्सिको का सबसे मजबूत और मैक्सिमम सिक्योरिटी वाला प्रिजन मौजूद है जिसे एल्टी पलानो के नाम से जाना जाता है चारों तरफ कंक्रीट की दीवार और कंटीले तारों की फेन से घिरी यह जेल इतनी मजबूत है कि इसकी सिक्योरिटी के लिए जहां हर वक्त हजारों गार्ड्स मौजूद रहते हैं तो वहीं सेल्स में सीसीटीवी कैमरा से कैदियों पर 2400 घंटे नजर रखी जाती है इतना ही नहीं सिक्योरिटी में कोई कमी ना रह जाए इसलिए इस प्रिजन के आसपास के एरिया को फ्लाई जोन डिक्लेयर करने के साथ-साथ वहां मोबाइल नेटवर्क को भी बंद किया हुआ है इतनी कड़ी निगरानी और शक्ति के कारण यह प्रिजन अनब्रेकेबल बना हुआ था जहां से एक भी कैदी कभी भी नहीं भाग पाया था इसी रिकॉर्ड और इसकी अल्टीमेट सिक्योरिटी की वजह से साल 2014 में इस जेल में एक कैदी को लाया जाता है यह कैदी देखने में यूं तो एक मामूली सा इंसान दिखता था लेकिन उसका नाम उसकी असली सच्चाई को बयान करता था एल चैपो नाम से मशहूर यह इंसान दुनिया का सबसे बड़ा ड्रग स्मगलर और दुनिया के सबसे अमीर इंसानों में से एक था वो इससे पहले भी 2001 में पेंटे ग्रांडे नाम के एक हाय सिक्योरिटी प्रिजन से भाग चुका था जिसके बाद वह 13 सालों तक पुलिस के हाथ नहीं लग सका था ड्रग्स की दुनिया का यह गॉडफादर कहीं इस जेल से भी सबको चकमा देकर फरार ना हो जाए इसलिए उसे मेक्सिको की इस इंपॉसिबल टू ब्रेक प्रिजन आल्टी पलानो में और भी एक्स्ट्रा सिक्योरिटी के साथ रखा गया मेक्सिको की सरकार अब यह सोचकर निश्चिंत थी कि उसके देश का सबसे बड़ा मुजरिम देश की सबसे मजबूत सलाखों के पीछे 2400 घंटे सीसीटीवी की नजरों में है लेकिन केवल एक साल बाद ही सरकार का यह भ्रम और अल्टी पलानो की अल्ट्रा मैक्स सिक्योरिटी सब धरा का धरा रह गया मेक्सिको की सबसे मजबूत जेल तोड़ी जा चुकी थी वहां से किसी के ना भागने का रिकॉर्ड खाक में मिल चुका था कैमरों के जरिए निगरानी रखने वाले गार्ड्स की नजरों के आगे से एल चैपो टहलते टहलते अचानक अपनी सेल से गायब हो गया था दुनिया का सबसे बड़ा दग माफिया एक बार फिर जेल तोड़कर फरार हो चुका था लेकिन सोचने वाली बात है कि एल चेपो आखिर इतनी पुख्ता सिक्योरिटी के बीच इस इनस्केप बल प्रिजन से कैसे भाग निकला आखिर क्यों मेक्सिको से ज्यादा अमेरिका उसे पकड़ने के लिए बेताब था आखिर क्या है इस एल चेपो की पूरी कहानी द मैन विथ द टावल ओवर हिज हेड इज बिलीव्ड टू बी एल चापो बीइंग लेड बाय मेक्सिकन अथॉरिटीज टू एन एर पलेन बाउंड फॉर मेक्सिको सिटी दिस इज द मोमेंट हुन एल चापो गुजमान मेक्स द मेक्सिकन गवर्नमेंट लुक रिडिक मिय र्ड नाउ बींग ऑफर्ड फर एल चापो एंड दिस मोनिंग ब देर ड न सेंट्रल क्वेट आफ्टर मल्ल एपल ही बी बट र ट यूएस एल चैपो का जन्म 1957 में मेक्सिको के सिना स्टेट के टूना नाम के ग्रामीण इलाके में हुआ था उसका परिवार बेहद गरीब था जहां थोड़ी बहुत इनकम का जरिया फार्मिंग ही था हालांकि यह भी माना जाता है कि उसके पिता अफीम की खेती भी किया करते थे खेती से होने वाली ज्यादातर कमाई को उसके पिता नशे और अयाशी में उड़ा देते और घर आकर सभी के साथ मारपीट किया करते इन्हीं बुरी आदतों की वजह से उसके पिता घर चला पाने में सक्षम नहीं थे सात भाई-बहनों में एल चैपो सबसे बड़ा था इसलिए उसने तीसरी क्लास के बाद ही स्कूल की पढ़ाई छोड़कर छोटी उम्र से ही घर की जिम्मेदारियां उठाना शुरू कर दिया उसने घर चलाने के लिए कभी संतरे बेचे तो कभी कोई और छोटा-मोटा काम किया बचपन से ही उस के अंदर एक बात घर कर गई थी कि उसे बहुत सारा पैसा कमाना है चाहे उसके लिए उसे किसी भी रास्ते पर जाना पड़े इसी अमीर बनने की ख्वाहिश ने उसको जल्द ही क्राइम की दुनिया में धकेल दिया केवल 15 साल की उम्र में ही उसने अपने चचेरे भाइयों के साथ मिलकर मैरिहुआना की खेती करनी शुरू कर दी इस काम से होने वाली कमाई ने उसके अमीर बनने के सपने को पंख दे दिए उसने फैसला किया कि अगर अमीर इस टेढ़े रास्ते पर चलकर बना जा सकता है तो यही सही लेकिन एक ग्रामीण इलाके में रहकर आखिर कितना आगे बढ़ा जा सकता था इसलिए क्राइम की दुनिया में अपना नाम और पैसा बनाने के लिए उसने अपना घर और गांव पीछे छोड़ने का फैसला किया घर और गांव छोड़ते हुए उसने अपने मां-बाप का दिया हुआ नाम वाकिन आर्च वाल्डो गजमन लो एरा भी पीछे छोड़ दिया और अपना नाम एल चैपो रख लिया वो एक छोटे कद का इंसान था इसलिए लोकल लैंग्वेज में शुरू से ही उसे सब एल चैपो बुलाते थे लेकिन किसे पता था कि ये नाम आगे चलकर इतिहास के पन्नों में गुनाह की दुनिया का सबसे बड़ा नाम बन जाएगा एल चैपो ने अपना होमटाउन छोड़ने के बाद अपने करियर की शुरुआत एक कांट्रैक्ट किलर के तौर पर की वो चंद पैसों के लिए किसी को भी शूट कर देता उसके क्रूर स्वभाव को देखते हुए लेट 1970 में ड्रग माफिया हेक्टर एल्ग एरो पालमा ने उसे ग्वाद लहरा कार्टेल से जोड़ लिया जो उस समय मेक्सिको का लीडिंग क्राइम ग्रुप था यहां एल चेपो को सिनल रीजन और यूएस मेक्सिको बॉर्डर की तरफ ड्रग डिलीवरीज पर कड़ी निगरानी रखने का काम दिया गया वह अपने काम के प्रति इतना कठोर था कि शिपमेंट में जरा सी भी देरी होने पर वह ग्रुप के खास एंप्लॉयज तक को गोली मार देता एंबिशियस और रथसप्तमी [संगीत] ग्रुप का बिजनेस और भी तेजी से ग्रो करने लगा उसकी काबिलियत से खुश होकर 1980 में उसे ग्वाद लहरा कार्टेल के गॉड फादर मिगल एंजल फेलिक्स गला से मिलवाया गया गला ने उसे डायरेक्टली अपने साथ काम पर रखते हुए सभी लॉजिस्टिक्स को हैंडल करने का इंचार्ज बना दिया इस तरह एल चैपो ड्रग ट्रैफिकिंग से जुड़ी हर छोटी से छोटी जानकारी हासिल करने लगा ग्वाद लहरा कार्टेल में सब कुछ सही चल रहा था और उनका यह इलीगल बिजनेस मेक्सिको के साथ-साथ अमेरिका में भी काफी तेजी से बढ़ रहा था लेकिन 1989 में इस ड्रग माफिया संगठन को एक बहुत बड़ा झटका लगता है इस साल कार्टल के हेड फेलिक्स गलागो को ड्रग इंफोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन डीए के एक एजेंट के मर्डर केस में अरेस्ट कर लिया गया जिसके बाद उसका कार्टेल बिखर कर कई हिस्सों में डिवाइड होने लगा इसी मौके का फायदा उठाते हुए एल चैपो ने नॉर्थ वेस्ट मेक्सिको में कई और तस्करों के साथ मिलकर अपना खुद का सनावा कार्टेल बना लिया वह तब तक ड्रग ट्रैफिकिंग से जुड़ी बारीकियों को जान चुका था इसलिए उसे अपना कारोबार जमाने में ज्यादा परेशानी नहीं आई आने वाले सालों में जहां बाकी के कार्टेल गवर्नमेंट की बढ़ती पाबंदियों के चलते ड्रग्स की सप्लाई करने में परेशानियों से जूझ रहे थे तो वही एल चैपो ड्रग्स डिलीवरी के नए तरीके का ईजाद कर रहा था वो ड्रग्स को कभी फैर एक्सटिंग्विशर में डालकर तो कभी उन्हें मिर्ची पाउडर की कैंस में भरकर स्मगल करता इस तरह वो हर समय अथॉरिटीज की नजरों से बच निकलता इसके अलावा उसने ट्रांसपोर्टेशन का एक अनोखा जरिया ईजाद किया उसने मेक्सिको और यूएस बॉर्डर के आसपास बहुत सारी एडवांस अंडरग्राउंड टनल्स बनवाए जो कई किलोमीटर तक फैली हुई थी उन टनल्स में वेंटिलेशन इलेक्ट्रिसिटी और सप्लाई के लिए व्हीकल्स का भरपूर इंतजाम था लगभग सभी माफिया ड्रग स्मगल करने के लिए या तो रोड का इस्तेमाल करते या प्लेंस का या फिर समुद्र के रास्ते बोट्स का पर क्योंकि इन रूट्स पर मेक्सिको और यूएस अथॉरिटीज की सख्त निगरानी रहती थी इसलिए ज्यादातर कार्टिल पकड़े जाते लेकिन एल चैपो ज्यादातर सप्लाई टनल्स के थ्रू करता जिस कारण वो सभी की नजरों से दूर था इस तरह दिन पर दिन उसका धंधा बड़ा होने लगा और वह अपने नेटवर्क के जरिए मल्टी टन कोकेन को कोलंबिया और मेक्सिको से यूनाइटेड स्टेट्स में भेजने लगा उसका कार्टेल कोकेन के अलावा मैथम फेट माइन हेरो रोइन एक्ससी और मैरिहुआना के प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन में भी शामिल था कुछ ही वक्त में सिलवा कार्टेल का नेटवर्क फाइव कॉन्टिनेंट्स और करीब 50 कंट्रीज में फैल गया और यह दुनिया का सबसे पावरफुल ड्रग ट्रैफिकिंग ऑर्गेनाइजेशन बन गया एल जपो की किस्मत के सितारे बुलंदी पर थे उसका कारोबार आसमान छू रहा था जैसे-जैसे उसकी वेल्थ और उसका कार्टेल आगे बढ़ रहा था वैसे-वैसे वह गवर्मेंट की नजरों में भी आने लगा था उसकी ज्यादातर कमाई अमेरिका में ड्रग्स की स्मगलिंग करके होती थी इसलिए वो मेक्सिकन गवर्नमेंट के साथ-साथ यूएस गवर्नमेंट की क्रिमिनल लिस्ट में भी सबसे ऊपर आ चुका था एक बड़ा नाम बनने से वह गवर्नमेंट्स के अलावा मेक्सिको के अन्य ड्रग माफिया गुटों के निशानों पर भी था उसके राइवल्स उसको हटाकर अपना धंधा जमाना चाहते थे इसी जद्दो जहद में मे 1993 में एल चैपो को मारने के लिए उसके राइवल टीवाना कार्टेल ने उस पर अटैक कर दिया जो इससे पहले उसके कई मेंबर्स को मार चुका था इस आपसी झड़प को ग्वाद लाहा के एयरपोर्ट पर अंजाम दिया गया जहां एल चैपो को निशाना बनाते हुए कई फायर किए गए इस फायरिंग में वो तो किसी तरह बच निकला लेकिन इस दौरान छह लोगों समेत एक पादरी हुन जीसस पोसास ओकाम की मौके पर ही मौत हो गई एक हाई प्रोफाइल रिलीजियस फिगर की डेथ से पब्लिक समेत सरकार भी काफी गुस्से में थी जिसके चलते इस मामले में तेजी से एक्शन लिया गया फायरिंग में इवॉल्वड सभी के फोटोज मीडिया में पब्लिश करके उनके नाम के वारंट जारी कर दिए गए इनमें एक फोटो हुआकिन आचि वाल्डो गजमन नाम से एल जपो का भी था जो अब आम पब्लिक के बीच भी मशहूर हो चुका था वह पुलिस से बचने की कोशिश में जगह बदल कर रहने लगा वह सबसे पहले टोना जालिस को भागा लेकिन कुछ दिन बाद ही वो वहां से निकलकर मेक्सिको सिटी के एक होटल में छिपकर रहने लगा उसने वहां से अपने एक एसोसिएट के हाथों 200 मिलियन डॉलर्स अपने परिवार को भिजवाए और करीब इतना ही अमाउंट अपने एंप्लॉयज को प्रोवाइड कराया ताकि उसकी एब्सेंट में सिना लोवा कार्टेल बराबर चलता रहे इसके बाद वह अपना फेक पासपोर्ट बनवाकर ग्वाटेमाला में शिफ्ट हो गया हां छिपे रहने के लिए उसने ग्वाटेमाला के एक मिलिट्री ऑफिसर को करीब 1.2 मिलियन डॉलर की रिश्वत दी लेकिन उसके सारे इंतजाम रखे रह गए और इसी मिलिट्री ऑफिसर की लीड पर 9th जून 1993 को ग्वाटेमालान आर्मी ने उसको गिरफ्तार कर लिया उसे वहां से मेक्सिको लाकर ड्रग ट्रैफिकिंग ब्राइबरी और कंस्पिरेशन के जुल्म में पेंटे ग्रांडे नाम के एक हाई सिक्योरिटी प्रिजन में 20 साल की सजा के लिए भेज दिया गया इस तरह एल चैपो जेल की सलाखों के पीछे जरूर आ गया था लेकिन उसकी जिंदगी और दिनचर्या में रत्ती भर का भी फर्क नहीं आया था जहां उसके लिए जेल के अंदर बढ़िया खाने पीने खेलने पार्टी करने टीवी देखने और यहां तक कि उसकी गर्लफ्रेंड्स और वाइफ्स के आने तक का पूरा इंतजाम था तो वही बाहर उसका ड्रग्स का कारोबार बिना किसी रुकावट के बराबर चल रहा था उसने पैसे के दम पर दर्जनों गार्ड्स और जेल ऑफिशल्स को खरीद लिया था मोटी रिश्वत देकर उसने अपनी लग्जरी लाइफस्टाइल और बिजनेस मीटिंग्स का पूरा बंदोबस्त करके अपने ग्रोइंग ड्रग एंपायर को ऑपरेट करना जारी रखा उसके लिए सोने पर सुहागा तब हुआ जब उस जेल का डेप्युटी डायरेक्टर ऑफ सिक्योरिटी द मासो लोपेज न्यूनेस नाम का एक करप्ट ऑफिसर बना एल चैपो उस की हर एक डिमांड पूरी करता और उसे सूटकेस भर-भर के पैसे देता कैश हो गाड़ी हो बंगला हो या फिर कोई और सुविधा एल चैपो उसे सब कुछ मुहैया करवाता इस तरह एल चैपो और डमस की काफी गहरी दोस्ती हो गई जिसके चलते एल चैपो कैद में रहकर भी आजाद और आराम की जिंदगी जी रहा था उसकी जेल के अंदर की जिंदगी साल 2000 तक यूं ही मजे में चलती रही लेकिन इसके बाद उसकी सुविधाओं और कंफर्ट पर खतरा मंडराने लगा जेल में बढ़ते करप्शन के कारण सरकार ने गार्ड्स और ऑफिशियल पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया जिसके चलते साल 2000 के अंत में एल चैपो के दोस्त दामासो को डेप्युटी डायरेक्टर ऑफ सिक्योरिटी के पद से इस्तीफा देना पड़ गया वो इस झटके से संभला भी नहीं था कि कुछ दिन बाद 18 जनवरी 2001 को मेक्सिको के सुप्रीम कोर्ट ने ऑर्डर जारी किया जिसने उसकी रातों की नींद उड़ाकर रख दी सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के अनुसार अब मेक्सिको अमेरिका को एल चैपो जैसे प्रिजनर्स को सौंप सकता था जिनकी अमेरिका कई सालों से मांग कर रहा था दरअसल मेक्सिको दशकों से ड्रग्स के धंधे का अड्डा बना रहा है अमेरिका के मेक्सिको से बॉर्डर्स मिलने के कारण स्मगलर्स द्वारा वहां धड़ल्ले से ड्रग्स की सप्लाई होती रही है अमेरिका के अंदर लगभग 90 पर ड्रग केवल मेक्सिको से ही स्मगल होता है जिसे रोकने के लिए अमेरिकी सरकार हर साल बिलियन डॉलर्स खर्च करती है जब से एल चेपो ने इस कारोबार में कदम रखा था तब से वह इस पूरे कारोबार का मैक्सिमम शेयर हासिल कर चुका था उसके राज में यह कहावत आम हो गई थी कि मेक्सिको के बाहर कोई भी ड्रग्स एल चैपो के इशारे के बिना नहीं जा सकता उसकी यही पॉपुलर उसकी दुश्मन बन गई थी अमेरिका उसे अपने यहां ड्रग स्मगल कर अमेरिकन यूथ को बिगाड़ने के लिए पनिश करना चाहता था सुप्रीम कोर्ट के प्रिजनर्स एक्सचेंज वाले ऑर्डर के बाद एल चैपो जेल से भागने को बेचैन रहने लगा वह अमेरिका के हाथों नहीं आना चाहता था इसलिए उसने भागने के लिए जेल के गार्ड्स ऑफिशियल और जेल के वार्डन समेत 70 से ज्यादा लोगों को ढाई मिलियन डॉलर्स देकर अपनी साइड कर लिया इस पूरे काम में उसे एक दिन का भी समय नहीं लगा और 19 जनवरी 2001 यानी कोर्ट ऑर्डर के अगले दिन ही उसने भागने का फैसला कर लिया उस दिन उसकी इलेक्ट्रॉनिकली सिक्योर्ड सेल को खुला छोड़कर अंदर के सभी सीसीटीवी कैमरा को ऑफ कर दिया गया इसके बाद एल चेपो बिना किसी मशक्कत के अपनी सेल से बाहर निकला और धुलने के लिए जाने वाले कपड़ों की एक लॉन्ड्री कार्ट में छिपकर बैठ गया वहां से एक गार्ड लॉन्ड्री कार्ट को प्रिजन के फ्रंट गेट तक लाया जहां से एल चैपो को एक गाड़ी में बिठाकर रवाना कर दिया गया हालांकि एक थ्योरी के हिसाब से वह पुलिस की ड्रेस पहनकर सिंपली वॉक करके जेल से बाहर आया था इस पूरे एस्केप में उसकी सबसे ज्यादा मदद उसके दोस्त और जेल के एक्स डेप्युटी डे माजो लोपेज न्यूनेस ने की थी जो आगे चलकर उसके ड्रग के कारोबार का एक अहम चेहरा बनने वाला था एल चैपो जैसे क्रिमिनल का जेल से इतनी आसानी से भाग जाना मेक्सिकन गवर्नमेंट के लिए बेहद शर्मिंदगी भरा था गवर्नमेंट ने कार्यवाही करते हुए इस एस्केप में इवॉल्व सभी गार्ड्स और यहां तक कि वॉर्डन को अरेस्ट कर जेल में डाला वही जेल से भागने के बाद एल चैपो अपने अड्डे पर आजाद जिंदगी जीने लगा व पुलिस और सरकार के डर से छिपकर बैठा नहीं रहा बल्कि उसने सनावा काटेल को और भी एक्सपेंड करना शुरू कर दिया उसने देश विदेश के अन्य माफियाओं के साथ मीटिंग्स कर उन्हें अपने साथ मिला लिया और उसका कारोबार अब और भी स्पीड से ग्रो करने लगा वो ड्रग ट्रैफिकिंग में इतना बड़ा मास्टर बन चुका था कि एक तरफ वो इस कारोबार में अपने राइवल से चार कदम आगे था तो वही दूसरी ओर गवर्नमेंट अथॉरिटीज की पकड़ से भी कोसो दूर था इसके अलावा उसकी लग्जरी लाइफ भी चर्चा का विषय बनी हुई थी उसने एक के बाद एक चार शादियां की जिनसे उसे करीब 15 बच्चे हुए चार बीवियों के अलावा उसके मल्टीपल अफेयर्स भी थे साथ ही वह और भी कई अयाश कामों में लिप्त था इसके अलावा उसने लोकल पब्लिक में अपनी अच्छी छवि बनाने के लिए कुछ बिल्डिंग्स वगैरह बनवाकर सोशल वेलफेयर के भी काम किए जिससे बहुत से लोगों के बीच उसकी पर्सनालिटी रॉबिन हुड की बन गई वो दिखाने के लिए चाहे जो भी करता लेकिन उसका काम और पैसा लाखों लोगों की बर्बादी और हजारों लोगों के खून से सना हुआ था उसके कार्टेल ने 10 सालों के अंदर ही करीब 10000 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था उसके कार्टिल की इस क्रूरता का अंजाम यह हुआ कि उसके राइवल्स उसके रास्ते से हटने लगे और मेक्सिकन अथॉरिटीज के हौसले भी पस्त होने लगे 2006 में जब मेक्सिकन आर्मी ने ड्रग कर्टेल्स के खिलाफ एग्रेसिव एक्शन लेते हुए छापेमारी की तो बहुत से स्मगलर्स और उनके ग्रुप्स पकड़े गए लेकिन एल चैपो को आर्मी पकड़ना तो दूर उसको छूट तक नहीं पाई एल चैपो के खुले घूमने से नतीजा यह हुआ कि उसका सनावा कार्टेल पूरे मेक्सिको की ड्रग ट्रेड का 40 से 60 पर हिस्सा कंट्रोल कर हर साल 3 बिलियन डॉलर्स का रेवेन्यू जनरेट करने लगा चैपो लीडिंग ड्रग ट्रैफिकर बन चुका था और 2009 में फॉब्स मैगजीन के हिसाब से वह दुनिया के सबसे अमीर इंसानों की लिस्ट में 701 नंबर पर था उसकी नेट वर्थ उस समय $ बिलियन डॉलर से भी ज्यादा एस्टीमेट की गई थी उसकी इस कमाई का सबसे बड़ा हिस्सा अमेरिका में ड्रग स्मगल करके होता था इसलिए अमेरिका उसके पीछे हाथ धोकर पड़ा हुआ था अपने देश के अंदर इस बढ़ती ड्रग ट्रैफिकिंग को रोकने के लिए अमेरिका एल चैपो को पकड़वा करर अमेरिकन प्रिजन में कैद करके रखना चाहता था इसी कोशिश में अमेरिका ने उसे पब्लिक एनेमी नंबर वन डिक्लेयर करते हुए उसे पकड़ने से जुड़ी कोई भी इंपॉर्टेंट लीड देने के लिए 5 मिलियन डॉलर्स का रिवॉर्ड डिक्लेयर कर दिया साथ ही अमेरिकन एजेंसीज ने मेक्सिकन गवर्नमेंट को फंडिंग और हर संभव मदद भी दी ताकि एल चैपो को पकड़ा जा सके लेकिन इतनी सब तैयारियों के बीच भी एल चैपो जेल से भागने के बाद 13 साल तक फरार रहा मिलिट्री उसे जब पकड़ने आती उसे पहले ही खबर लग जाती और वह भाग निकलता लेकिन इस भागदौड़ में मिलिट्री ने उसके कई मेंबर्स और बॉडीगार्ड्स को अरेस्ट कर लिया था उन्हीं में से एक बॉडीगार्ड ने मिलिट्री को एक बड़ी लीड देते हुए खुलासा किया कि एल चैपो जल्द ही अपनी एक एक्स वाइफ से मिलने अपने एक सेफ हाउस जाएगा इस दौरान यूएस की मदद से मेक्सिकन अथॉरिटीज ने एल चैपो के खास एसोसिएट्स का फोन भी ट्रैक कर लिया था जिससे उसकी हर एक मूवमेंट को मॉनिटर किया जा रहा था 16 फरवरी 2014 को एल चैपो अपनी एक्स वाइफ से मिलने एक सेफ हाउस गया वहां उसने किसी को कॉल करने के लिए जैसे ही अपने एसोसिएट का फोन ऑन किया अथॉरिटीज को तुरंत उसके वहां होने की खबर लग गई मेक्सिकन मिलिट्री ने कुछ ही देर में वहां धावा बोल दिया लेकिन उस घर का स्टील गेट इतना मजबूत था कि उसे तोड़ने में ही मिलिट्री को काफी समय लग गया मिलिट्री जब अंदर गई तब तक देर हो चुकी थी और एल चेपो बाद टप के नीचे बनी एक खुफिया टनल से भाग चुका था लेकिन उसका इस तरह बार-बार भागकर बच निकलना ज्यादा दिनों तक नहीं चल सका वो इस बार सेफ हाउस से भागकर मजतलान गया था जहां यूएस एजेंट्स ने मेक्सिकन मरीन के साथ मिलकर उसे पकड़ने के लिए बेस सेटअप कर लिया था अथॉरिटीज को उसकी लोकेशन का पता लगाने में ज्यादा वक्त नहीं लगा 5 दिन बाद ही 22 फरवरी 2014 को एक होटल के फोर्थ फ्लोर के एक कमरे पर धाबा बोला गया जिसके अंदर एल चैपो छिपकर बैठा हुआ था इस बार उसे भागने का कोई मौका नहीं मिला और मेक्सिकन मरींस ने उसे फॉरन अरेस्ट कर लिया एल जपो को पकड़कर इस बार मेक्सिको की सबसे सिक्योर जेल एलटी पलानो में डाला गया मेक्सिको सिटी से 55 माइल्स वेस्ट में मौजूद इस जेल की सिक्योरिटी इतनी मजबूत थी कि यहां से एक भी कैदी भागने की हिमाकत नहीं कर सका था जेल चारों तरफ से कंक्रीट की दीवार और कंटीले तारों की फैन से घिरी हुई थी और अंदर जगह-जगह टावर्स मौजूद थे जिन पर 2400 घंटे गार्ड्स तैनात रहते जेल के एरिया को नो फ्लाई जोन डिक्लेयर किया हुआ था और कई किलोमीटर्स तक मोबाइल नेटवर्क की कनेक्टिविटी बंद कर रखी थी इसके अलावा जेल में 750 कैमरा द्वारा 2400 घंटे कैदियों पर निगरानी रखी जाती कुछ खास गार्ड्स को केवल कैमरों से मिल रही फीड को मॉनिटर करने के लिए रखा हुआ था इस तरह इस पुख्ता जेल से कोई कैदी भागना तो दूर भागने की प्लानिंग भी नहीं कर सकता था इस जेल की इसी मजबूती के कारण एल चैपो को इस जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया जहां उस पर हर एक सेकंड नजर रखी जाती एल चैपो के अल्टी प्लानो में कैद होने से पब्लिक और मेक्सिकन गवर्नमेंट तो निश्चिंत हो चुकी थी लेकिन अमेरिका को अभी भी डर सता रहा था अमेरिका को पता था कि एल चैपो के जेल में होने से भी ना तो उसका का बार रुकने वाला था और ना ही अमेरिका में ड्रग्स की सप्लाई बंद होने वाली थी इसके अलावा अमेरिका को डर था कि वह कहीं फिर से जेल तोड़कर ना भाग जाए इसलिए अमेरिका ने मेक्सिको की गवर्नमेंट से एल चैपो को उसे सौंप देने को कहा लेकिन मेक्सिकन अथॉरिटीज ने ऐसा करने से मना कर दिया मेक्सिकन प्रेसिडेंट एनरी के पेना नियतो ने तो यहां तक कहा कि मेक्सिको अपने कैदियों को संभालने के लिए कैपेबल है और एल चेपो पिछली बार की तरह जेल से नहीं भाग सकेगा लेकिन मेक्सिको के प्रेसिडेंट को उस वक्त इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि आगे चलकर उन्हें उनके यह शब्द भारी पड़ने वाले थे क्योंकि जेल में मौजूद शातिर एल चैपो की भागने की तैयारी उस दिन से ही शुरू हो गई थी जिस दिन उसे अल्टी पलानो में लाया गया था उसने कुछ ही दिनों में मेक्सिको के इस मैक्सिमम सिक्योरिटी प्रिजन से भागने का प्लान बनाकर अपनी सबसे खास बीवी एमा कोरोनेल को बता दिया जो अक्सर उससे जेल में मिलने आया करती थी उसकी य बीवी एमा एल जपो से 30 साल से ज्यादा छोटी थी इतना एज गैप होने के बाद भी उसकी एल चेपो से अंडरस्टैंडिंग काफी अच्छी थी और वो उसके क्राइम्स में बराबर इंवॉल्व रहती थी यही वजह थी कि एल चेपो ने इस जेल से खुद को निकालने की जिम्मेदारी एमा को सौंपी जिसने प्लान को एग्जीक्यूट करने के लिए अपने साथ एल चेपो के चार बेटों और उसके पहले जेल के एक्स डेप्युटी डायरेक्टर दामासो लोपेज न्यूनेस को शामिल कर लिया दामासो लोपेज तब से ही बेरोजगार हो गया था जब से उसे करप्शन के चलते जेल के डेप्युटी डायरेक्टर के पद से हटा दिया गया था काम की तलाश ने उसे एल चेपो के कार्टेल का हिस्सा बना दिया था एल चेपो को जेल से भगाने के लिए जमीन में नीचे एक बड़ी टनल खोदने का प्लान बना जिसे सीधा उसकी सेल के शावर एरिया से कनेक्ट करना था दरअसल कैदियों की सेल में केवल एक छोटा सा शावर एरिया ही ऐसा था जिसे प्राइवेसी के कारण सीसीटीवी की रेंज से दूर रखा गया था ये एक ब्लाइंड स्पॉट था जहां के विजुअल कैमरा कैप्चर नहीं कर सकता था इसलिए टनल को शावर एरिया से जोड़ने का प्लान था टनल एग्जैक्ट उसी सेल के अंदर खुले इसके लिए एमा ने उसे विजिटिंग आवर्स में मिलकर एक एक वॉच गिफ्ट की जिसके अंदर जीपीएस ट्रैकर लगा हुआ था प्रिजन अथॉरिटीज ने उसे नॉर्मल वॉच समझकर नजरअंदाज कर दिया था जो आगे चलकर उनकी सबसे बड़ी भूल साबित होने वाली थी जहां अब एक तरफ एल जपो जेल के अंदर से भागने की राह देख रहा था तो वहीं दूसरी ओर जेल के बाहर एस्केप प्लान को अंजाम देने के लिए उसके ग्रुप ने काम शुरू कर दिया जेल के 1 किलोमीटर के दायरे में एक जमीन खरीदी गई जहां एक ऐसा एटमॉस्फेयर क्रिएट किया गया कि दूर से देखने पर वो जगह एक कंस्ट्रक्शन साइट लगे वहां से जमीन में कई फीट नीचे टनल खोदने का काम शुरू हुआ जिसमें कई वर्कर्स द्वारा टर्न बाय टर्न दिन रात काम किया जाता दिन हफ्तों और महीनों तक सुरंग बनने का काम चलता रहा लेकिन प्रिजन अथॉरिटीज को कानों कान खबर तक नहीं लगी करीब 1 साल में एल चैपो की गैंग ने करीब 350 ट्रक मिट्टी खाली कर 1 किमी लंबी और करीब 1.7 मीटर ऊंची टनल बनाकर तैयार कर दी जिसमें लैंप्स और वेंटिलेशन पाइप्स लगाकर हवा और बिजली का भी पूरा बंदोबस्त था उसके अलावा वहां एक मोटरसाइकिल का भी इंतजाम किया गया ताकि एल चैपो के लिए टनल को पार करना आसान हो सके अब उसे अल्टी पलानो जेल में आए हुए करीब डेढ़ साल हो चुका था गवर्नमेंट यही मान करर बैठी थी कि वह यूही हमेशा मेक्सिको की सबसे मजबूत सलाखों के पीछे कैद रहेगा लेकिन 11 जुलाई 2015 का दिन इस जेल की सिक्योरिटी और मेक्सिकन गवर्नमेंट की इज्जत को मिट्टी में मिलाने वाला था इस दिन एल चैपो सबकी आंखों में धूल झोक करर एक बार फिर फरार होने वाला था 11 जुलाई को जब शाम का वक्त हुआ तो एल चैपो अपनी सेल में चक्कर काटने लगा वो बार-बार शावर एरिया की तरफ जाता और फिर वापस आकर टहलने लगता वो इस तरह शावर एरिया में नीचे खोदी जा चुकी टनल से भागने के सिग्नल का इंतजार कर रहा था लेकिन सीसीटीवी के जरिए नजर रखने वाले गार्ड्स उस जगह पर ब्लाइंड स्पॉट होने से इस पूरे मामले से बिल्कुल अनजान थे बार-बार शावर एरिया की तरफ जाने के क्रम में एल चैपो रात करीब 9:00 बजे फिर से शावर एरिया की तरफ गया लेकिन इस बार वो वापस नहीं आया जब वो शावर एरिया से 25 मिनट बाद भी बाहर नहीं आया तो गार्ड्स को कुछ गड़बड़ी महसूस हुई उन्होंने उसकी सेल खोलकर जैसे ही शावर एरिया की तरफ जाकर देखा तो उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई उस छोटे से एरिया में 20/2 इंच का एक होल था जिसके कई फुट नीचे सुरंग बनाई गई थी और वहां नीचे उतरने के लिए एक सीढ़ी भी लगी हुई थी सीढ़ी से नीचे उतर करर गार्ड्स टनल में आगे बढ़ते रहे जो करीब 1 किमी दूर उसी कंस्ट्रक्शन साइट पर जाकर खत्म हुई जिसे एल चैपो की गैंग ने खरीदा था एलटी पलानो की चारों ओर लगी फेंस वहां तैनात हजारों गार्ड्स और 2400 घंटे निगरानी रखने वाले सैकड़ों कैमरा की सिक्योरिटी सब कुछ रखा का रखा रह गया एल चैपो फिर से सभी को चकमा देकर फरार हो चुका था उसका दोबारा जेल से भागना मेक्सिकन गवर्नमेंट और खासकर प्रेसिडेंट पेना नियतो के लिए बेहद ही शर्मिंदगी की बात थी जहां देश विदेश में बदनामी हो रही थी वही अमेरिका मेक्सिकन अथॉरिटीज को इसके लिए फटकार रहा था इस घटना के बाद मेक्सिकन गवर्नमेंट ने फिर से हरकत में आकर एल्टी पलानो के कई सस्पेक्टेड गार्ड्स पर कड़ी कार्रवाई की क्योंकि इस एस्केप में भी कहीं ना कहीं प्रिजन अथॉरिटीज का इंवॉल्वमेंट था इसके बाद गवर्नमेंट ने उसको फिर से पकड़ने के लिए देश के बहुत से हिस्सों को लॉकडाउन कर जगह-जगह आर्मी को तैनात कर दिया साथ ही उससे जुड़ी इंफॉर्मेशन देने वाले के लिए 60 मिलियन मेक्सिकन पसोस का रिवॉर्ड डिक्लेयर कर दिया गया लेकिन इतना सब करने के बावजूद भी महीनों तक एल चैपो का कोई नामो निशान नहीं मिल सका उसे पकड़ने के लिए मैक्सिकन मिलिट्री के साथ दुनिया भर की टॉप लॉ इंफोर्समेंट एजेंसीज भी शामिल हो गई लेकिन हैरानी की बात यह थी कि जहां एल चैपो को मोस्ट वांटेड डिक्लेयर करके दुनिया की टॉप एजेंसीज ढूंढने में लगी हुई थी वहीं अक्टूबर 2015 में वो हॉलीवुड एक्टर शॉन पेन को इंटरव्यू दे रहा था जिसमें वह बड़े ताव से खुद को दुनिया का सबसे बड़ा ड्रग माफिया बता रहा था लेकिन इस माफिया की किस्मत ने एक बार फिर पलटी मारी जिससे उसके आजाद घूमने के दिन जल्द ही खत्म होने वाले थे मेक्सिकन मरींस आर्मी और फेडरल पुलिस समेत मेक्सिको की सभी फोर्सेस उसे पकड़ने के लिए दिन रात एक कर रही थी इसी कोशिश में 8 जनवरी 2016 को उन्हें एक पुख्ता लीड मिली जिसे फॉलो करते हुए नदन सनावा के लॉस मोचस शहर में एक घर पर रेड की गई उस घर के अंदर एल चैपो और उसके कई साथी मौजूद थे अथॉरिटीज को रोकने के लिए उसके साथी फायरिंग करने लगे जिसके जवाब में फोर्सेस ने भी ताबड़ तोड़ गोलियां बरसाना शुरू कर दिया इस शूटआउट में एल चैपो के पांच लोग मारे गए लेकिन इसके चलते एल चैपो को कुछ टाइम मिल गया जिस वजह से वो वहां से भी एक सीक्रेट टनल से होकर भाग निकला उसने टनल से बाहर निकलकर एक कार को बंदूक की नोक पर रोका और वहां से फरार होने लगा लेकिन इस दिन किस्मत एल चैपो की साइड नहीं थी वो कार से लॉस मोचस के साउथ में करीब 20 किमी दूर ही पहुंच पाया था कि तभी उसे चारों ओर से मिलिट्री की लहराती बंदूकों ने घेर लिया उसने उन्हें भी रिश्वत देने की कोशिश की लेकिन ये करप्ट सोल्जर्स नहीं थे जो बिक जाते उन्होंने उसे फौरन दबोच करर कस्टडी में ले लिया उसे कुछ दिन मेक्सिको की उसी अल्टीप्लेनो जेल में रखा गया जहां से वह पहले सुरंग बनाकर भागा था इस बार भी उसकी गैंग उसे सुरंग खोदकर भगाना चाहती थी लेकिन कहानी में मोड़ तब आया जब इस बार मेक्सिकन अथॉरिटी एल चेपो को अमेरिका को सौंपने को तैयार हो गई पकड़े जाने के कुछ वक्त बाद 2017 में एल जपो को अमेरिका ले आया गया जिस अमेरिका के हाथों पकड़े जाने से एल जपो घबराता था वो अब उसी के कब्जे में था उस पर न्यूयॉर्क की फेडरल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में कई महीनों तक ट्रायल चला उसे कोर्ट तक लाने ले जाने में सिक्योरिटी इतनी टाइट रखी जाती कि जब उसे रोड से गाड़ी में बिठाकर ले जाया जाता तो ट्रैफिक को रोक दिया जाता और पूरे सफर के दौरान ऊपर हेलीकॉप्टर से निगरानी की जाती इतने मजबूत इंतजाम करके अमेरिका उसे भागने का 1 पर भी मौका नहीं देना चाहता था अमेरिकन अथॉरिटीज के इंतजार की घड़ी जल्द ही समाप्त हो गई और 2019 में फेडरल कोर्ट ने एल चैपो को ड्रग ट्रैफिकिंग मनी लरिंग और मर्डर कंस्पिरेशन जैसे 10 क्रिमिनल केसेस में दोषी करार दिया कोर्ट ने उसे उम्र भर की सजा सुनाते हुए 12 बिलियन डॉलर्स का जुर्माना भरने का आदेश दिया तब से दुनिया का सबसे बड़ा ड्रग माफिया और टनल किंग एल चैपो यूएस के सुपर मैक्स प्रिजन में जिंदगी भर की सजा काट रहा है हालांकि यूएस अथॉरिटीज को आए दिन कोई ना कोई ऐसी रिपोर्ट मिलती रहती है जिसमें एल चैपो के फिर से भागने का शक जताया जाता है इस तरह अमेरिकन अथॉरिटी को भी हर दम एक डर सा लगा रहता है कि ना जाने ये शातिर मुजरिम कब कहां से और कैसे भाग निकले