99 पर लोगों को यही लगता है कि टीचर एक-एक लाइन पढ़कर आपको मार्क्स देते हैं लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है मैं उत्तर पुस्तिका केवल पहला प्रश्न चेक करता हूं और मैं पहला आंसर ठीक से चेक करता था और मुझे उससे पता लग जाता था कि बच्चा कितने पानी में है बीए और एमए के एग्जाम में आपको आंसर कैसे लिखना होता है कितने पेजेस प लिखना होता है फ्लो चार्ट या कहीं इंडिया का मैप डायग्राम फ्लो चार्ट तो आपको कैसे यूज़ करना है आंसर नहीं भी आता तो आप कैसे आंसर लिखोगे मैं तो हमेशा ट्राई करता था मिक्स ऑफ पॉइंट्स और पैराग्राफ ने पढ़ाई जितने भी करली हो लेकिन आंसर चेक करने वाले टीचर जैसा आंसर चाहते हैं कि कैसे इंट्रोडक्शन रहेगा फिर सब हेडिंग से लिखेंगे फ्लो चार्ट्स का अच्छे से यूज़ करेंगे अगर आप वैसा आंसर नहीं लिख कर आते हो तो आपके मार्क्स को काट लिया जाता है आज की इस वीडियो में मैं आपको यही बताऊंगा विद इन दैट लिमिटेड टाइम पीरियड ऑफ थ्री आवर्स इज वेरी वेरी चैलेंजिंग मेकिंग श्यर दैट यू आर राइिंग एन इंट्रोडक्शन बॉडी एंड कंक्लूजन एंड द राइट कंटेंट इन द लिमिटेड सॉर्ट ऑफ टाइम एंड द वर्ड्स दैट यू हैव तो आंसर कैसे लिखना है जैसे आपके कॉलेज के टीचर्स आते हैं एमिनर इज एबल टू अंडरस्टैंड व्हाट यू रिटन ऑलवेज अंडरलाइन की वर्ड्स एंड फ्रेजस क्योंकि इस वीडियो को बनाने से पहले मैंने कई सारे कॉलेज के स्टूडेंट से बात करी जो बीए और एमए कर रहे हैं या जो कर चुके हैं वो कैसे अपना आंसर लिखकर आते थे कि जब मैंने खुद अपने एग्जाम दिए थे तो मैं कैसे आंसर लिखकर आता था आज के इस वीडियो में मैं आपको ये सब कुछ बताऊंगा इस वीडियो को आप एंड तक जरूर देखना यह वीडियो आपको आपके एग्जाम में बहुत अच्छे मार्क्स दिलवाए गी मैं मनीष वर्मा आप सभी का स्वागत है हमारे च मैं रोजाना मैं कई स्टूडेंट्स से बात करता हूं और वो मुझे यही कहते कि मैं लिख के तो बहुत कुछ आता हूं लेकिन मेरे मार्क्स क्यों नहीं आते और मुझे ऐसे ही दो स्टूडेंट मिले जिनमें एक का नाम तो मोहित और एक का नाम था मोहिनी अब होता क्या है कि मोहिनी पूरे साल पढ़ाई करती है कॉलेज भी जाती है टीचर्स के लेक्चर भी सुनती है क्लास नोट्स भी बनाती है रिवीजन भी करती है बहुत मेहनत करके पढ़ाई करती है लेकिन जो मोहित है ये एग्जाम के ठीक एक हफ्ते पहले अपनी पढ़ाई स्टार्ट करता है टॉपिक की स्टोरी को समझ लेता है ताकि ये बनाक लिख सके और इस तरीके से मोहित पूरे साल ना पढ़कर एग्जाम के कुछ दिन पहले पढ़ता है तो जब एग्जाम दोनों देने जाते हैं तो मोहिनी काफी शौक हो जाती है क्योंकि मोहित के मार्क्स मोहिनी से ज्यादा आ जाते हैं आखिर मोहित ने अपने आंसर को किस तरीके से प्रेजेंट किया जिस तरीके से मोहिनी पूरे साल पढ़ाई करके प्रेजेंट नहीं कर पाई आज मैं आपको यही बताने वाला हूं अब एक-एक करके आपको मैं स्टेप बाय स्टेप बताऊंगा सही से समझना यही चीज आपको फॉलो करना है देखिए चाहे आप जिस भी कॉलेज के अंदर हो किसी कॉलेज के अंदर आठ में से चार क्वेश्चन करना होता है और किसी में 10 में से पांच क्वेश्चन करने होते हैं और कई कॉलेज तो ऐसे भी है जहां पे आपको एमसीक्यू क्वेश्चन भी दिए जाते हैं तो एमसीक्यू क्वेश्चंस के अंदर आपको सिर्फ लगा के आपको सही आंसर देना होता है लेकिन जो थोरेट्स है जिसमें आपको आंसर इस तरीके से पेजेस में लिखना होता है इन आंसर को आपको कैसे प्रेजेंट करना है अब इसको समझते हैं देखिए आंसर लिखने का जो पूरा प्रोसेस है ये आपको मैं स्टेप बाय स्टेप बताऊंगा जैसे आपको क्वेश्चन पेपर मिलता है तो आप क्या करते हो क्वेश्चन को देखते हो और जैसे आपने देखा भाई ये करूंगा मैं मैं ये करूंगा मैं ये करूंगा आप टिक लगा लेते हो और उसके बाद आप लिखना स्टार्ट कर देते हो ये बिल्कुल गलत तरीका है जैसे ही आपको क्वेश्चन पेपर मिलता है इसके बाद आपको ये चूज करना है कि सबसे बेस्ट आंसरेबल क्वेश्चन कौन सा है क्योंकि आपका फर्स्ट क्वेश्चन जो आपके आंसर शीट पर लिखा होना चाहिए वो इतने बेहतरीन तरीके से लिखा होना चाहिए ताकि फर्स्ट क्वेश्चन ही देखकर टीचर ये जज कर ले कि आपके आगे के क्वेश्चन भी दमदार होने वाले हैं और फर्स्ट क्वेश्चन प आपको सबसे ज्यादा मेहनत भी करनी है इसलिए आपको कुछ सेकंड्स देना है क्वेश्चन को रीड करने में और ये डिसाइड करने में कि सबसे पहले आप किस क्वेश्चन का आंसर देने वाले हो और जैसे ही आपने ये चूज कर लिया उसके बाद आपको क्वेश्चन के हर एक पोर्शन को डिवाइड करना है न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत अब जो क्वेश्चन बन कर आ रहे हैं एक ही क्वेश्चन में तीन से चार चीजें पूछी जा रही है मैं आपको एग्जांपल भी दिखाता हुआ चलूंगा एक ही पॉइंट स्किप मत करना ये बहुत काम की चीजें है ये देखिए मान लो ये एक क्वेश्चन है इस क्वेश्चन में आपसे पूछा गया है कि बादल फटने की घटनाओं तो पहला इसमें घटना बताना है दूसरा इसमें इंपैक्ट यानी कि क्या प्रभाव पड़ा तीसरा अपनाए जाने वाले उपाय यानी कि इसी एक क्वेश्चन में तीन चीजें आपको बतानी है घटना प्रभाव और उपाय अब एक-एक करके आपको तीनों को डिफाइन करना होगा अब कई सारे स्टूडेंट्स क्या करते हैं कि जो क्वेश्चन मार्क है बस इसके पहले का पोर्शन पढ़ते हैं इसके बाद के पोर्शन में थोड़ा बहुत लिख के आंसर को फिनिश कर देते हैं बट ऐसा नहीं होता आपको हर एक पॉइंट को अंडरलाइन कर लेना है कि ये पोर्शन मुझे कवर करना है अपने आंसर में जैसे एक क्वेश्चन और है ये देखिए इसके अंदर एक पोर्शन ये रहा फिर दूसरा यहां पे है फिर तीसरा यहां पूछा गया है चौथा यहां पूछा गया और पांचवा यहां पूछा गया इस तरीके से आपको पहले क्वेश्चन को अंडरलाइन कर लेना है ताकि जब आप आंसर लिखना स्टार्ट करो तो इन्हीं पॉइंट्स को आप अपने आंसर शीट में लिखते जाओ डिफाइन करते जाओ फिर इस पॉइंट को उठाओ आंसर शीट में लिखो डिफाइन करो इस तरीके से आपको पूरा आंसर देना है जैसे कि एक क्वेश्चन और है इस क्वेश्चन में आपसे दो चीजें पूछी गई है पहला कारण और दूसरा प्रोविजन यानी कि प्रावधान अब कई स्टूडेंट्स क्या करेंगे कि कारण बता देंगे और प्रोविजन बताएंगे ही नहीं तभी आपके मार्क्स करते हैं फिर आप कहते हो कि मैं लिख के तो बहुत बड़ा-बड़ा आया था सब कुछ लिख दिया था मेरे मार्क्स कम कैसे आ गए दिक्कत तो यही होती है क्वेश्चन की डिमांड नहीं समझते क्वेश्चन की डिमांड समझना है अब हम आ जाते हैं जब आपको आंसर शीट मिल जाती है आंसर शीट मिलते ही कई स्टूडेंट्स क्या करते हैं ना अपना स्केल लेंगे इधर लाइन डालेंगे फिर इधर लाइन डालेंगे वो सोचते हैं कि लाइन डाल देते हैं थोड़ा इधर मार्जिन आ जाएगा लिखना कम पड़ेगा और हमारी सीट्स भी भर जाएगी और टीचर को लगेगा अरे इस बच्चे ने पूरा शीट भर दिया है आपको मार्क्स मिल जाएगा ऐसा नहीं होता जो टीचर आपके आंसर शीट को चेक करने वाले हैं ना अब वो ये चीज समझ चुके हैं अब ये डेटेड चीज हो गया अब देखो इन सब चीजों को छोड़ दो नया तरीका अपनाओ जो अब मैं आपको बता रहा हूं आपको लाइनिंग वाइनिंग कुछ नहीं करनी बस आपको आंसर नंबर इस तरीके से ऊपर सेंटर में डालना है चाहे आप आंसर नंबर वन कर रहे हो टू कर रहे हो थ्री कर रहे ट्स अब टू आप जो भी कर रहे हो आप इसको इस तरीके से अंडरलाइन कर दीजिए इसके बाद आपको जिस भी क्वेश्चन का आंसर देना है उस टॉपिक के बारे में ब्रीफ डिस्क्रिप्शन दो कि उसका मतलब क्या है इस तरीके से छोटा सा इंट्रोडक्शन दो अगर हिंदी में लिख रहे हो तो परिचय इस तरीके से लिख कर ही आपको अपने आंसर की शुरुआत करनी है क्योंकि कई सारे स्टूडेंट्स तो इस कंफ्यूजन में रहते हैं कि आंसर की शुरुआत कैसे करें आंसर की शुरुआत इंट्रोडक्शन या परिचय लिखकर करें और तीन-चार लाइन में आपका परिचय खत्म हो जाए मैं आपको एग्जांपल देता हूं जैसे कि मान लो इनको एक क्वेश्चन दिया गया फूड सिक्योरिटी और इस स्टूडेंट ने क्या किया अपने इंट्रोडक्शन में में थोड़ा सा डाटा ले लिया जैसे कि फूड सिक्योरिटी में 121 में से भारत 107 व रैंक पे आता है तो इस तरीके से डाटा डाल सकते हो और टॉपिक के बारे में ब्रीफ डिस्क्रिप्शन दे सकते हो कि फूड सिक्योरिटी का क्या मतलब है एक एग्जांपल और दिखाता हूं मैं ये देखिए यहां पे इस स्टूडेंट ने परिचय डाल दिया और गुप्ता पीरियड के बारे में पूछा गया इससे कि गुप्ता पीरियड को सण यग क्यों कहा जाता है तो इसने इस तरीके से यहां पे डिस्क्राइब कर दिया इस तरीके से दे सकते अगर आप नहीं लिखते हो परिचय तो देखिए टीचर इस तरीके से यहां पे खुद लिख देते टीचर को खुद लिखने का मौका मत दो अब सब कुछ पहले लिख कर चलू अब इंट्रोडक्शन में क्या लिखना है क्या नहीं लिखना कुछ यहां पे भी कंफ्यूजन हो रहा होगा आपको देखिए आपको मैं एक चीज बताता हूं यहां पे एक क्वेश्चन आया साचि का स्तूप सांचे के स्तूप के बारे में आपको क्या लिखना होगा कि सांचे के स्तूप क्या है और ये किससे बिलोंग करता है ये बुद्धिज्म से बिलोंग करता है थोड़ा सा इस तरीके से लिख दो तो इंट्रोडक्शन में बेसिकली आपको तीन चीजें मेंशन करनी होती है जैसे सांचे का जो स्तूप है वो क्या है वो बुद्धिज्म का एक सिंबल है प्रतीक है व्हाई इसको क्यों बनाया गया था और इसको कब बनाया गया था अगर आपने डब् का फार्मूला भी फॉलो कर लिया तो आपका इंट्रोडक्शन इफेक्टिव बन जाएगा ये चीज आपको ध्यान रखना है तो ये हो गया हमारा इंट्रोडक्शन का पोर्शन अब इसके बाद आपको क्या करना है आपको हमेशा डेफिनेशन लिखनी है अलग-अलग पॉलिटिकल स्कॉलर्स या हिस्टोरियंस के द्वारा दिया गया है आपको उनके द्वारा जो दी गई डेफिनेशन वही लिखना है देखिए आपने आंसर को अपने तरीके से खुद से बना के लिखने की कोशिश करिए चल ये भर देता हूं इसका मतलब ये होता है थोड़ा सा यहां से उठाया थोड़ा सा यहां से उठाया और आप चीजों को बनाक लिख रहे हो लेकिन आप किसी थिंकर्स के अकॉर्डिंग नहीं लिख रहे हो अगर आप थिंकर्स के व्यूज नहीं डाल रहे हो तो चाहे आप कितने भी पेजेस भर के आ जाओ आपको मार्क्स नहीं मिलेगा इससे मार्क्स काट लेते हैं इंट्रोडक्शन के बाद ही आपको थिंकर्स के व्यू जैसे कि अकॉर्डिंग टू दिस अकॉर्डिंग टू दिस इस तरीके से आपको इनवर्टेड कोमा लगाकर आपको आंसर को एज इट इज लिखना होता है कि इन थिंकर्स के द्वारा क्या कहा गया है इसलिए हर एक क्वेश्चन के लिए एक से दो या दो से तीन थिंकर्स का नाम आप याद कर कर जाओ कि इन्होंने क्या कहा है इस पर्टिकुलर टॉपिक के बारे में अगर आपको नहीं भी पता तो आप पूरे सिलेबस में से जिसका भी नाम जानते हो थोड़ा बहुत भी जानते हो तो थिंकर्स के नाम डालक जरूर लिखूं अब इससे यह होगा कि टीचर को लगेगा कि सच में आपको टॉपिक के बारे में पता है देखो टीचर को ये क्यों बता रहे हो कि आपको कुछ भी नहीं पता है टीचर को आपको बताना होगा कि भाई आप सब कुछ जानते हो आप ज्ञाता हो आप विद्वान हो और टीचर को ये दिखाने के लिए आपको इस तरीके से थिंकर्स के नेम यूज़ करने होंगे अब एक चीज और कर सकते हो आप इस थिंकर ने किस बुक में अपने विचार दिए आइडियाज दिए आप उस बुक के नेम भी मेंशन कर सकते हो जैसे कि आपने प्लेटो का नाम सुना होगा प्लेटो ने अपनी बुक्स रिपब्लिक के अंदर अपने आइडियाज दिए हैं चाहे एजुकेशन पे आइडियल किंग के ऊपर दिया है एंड आपने एरिस्टोटल का नाम सुना होगा एरिस्टोटल की बुक का नाम है पॉलिटिक्स तो पॉलिटिक्स में एरिस्टोटल ने अपने विचार दिए हैं वैसे ही जेएस मल है जिसने अपनी बुक ऑन लिबर्टी में लिबर्टी पे अपने विचार दिए हैं आइडियाज दिए हैं वैसे ही बहुत सारे पॉलिटिकल स्कॉलर्स हैं जैसे जेएस मल है जेम्स मिल है हरबर्ट स्पेंसर है डेविड रिकार्डो है कार्ल मार्क्स है हॉप्स है रूसो है जॉन लोक है ऐसे कई सारे और भी स्कॉलर्स हैं थोड़े बहुत आपको इनके बारे में पता होना चाहिए देखिए तभी आप आंसर अपना इफेक्टिव बना सकते हो जैसे आपने थिंकर्स के व्यूज लिख लिए इसके बाद आपको हमेशा फ्लो चार्ट और डायग्राम बनाना ही बनाना है ये चीज तो तो ध्यान रखो अगर आपको अपने आंसर को लो के आंसर से अलग बनाना है तो आपको चार्ट मेथड्स को यूज करना होगा अब इसमें क्या करना होता है देखिए जैसे आपने थिंकर्स के व्यूज लिख दिए उसके बाद ही आप जो आगे लिखने वाले हो उसको पहले ही एक डायग्राम या फ्लोचार्ट्स में बता दूं जैसे आगे मैं जो भी स्टोरी बताने वाला हूं उसको मैंने इस तरीके से पहले पॉइंट्स में बता दिया देखो भाई मैं ये पॉइंट्स बताने वाला हूं आगे तो टीचर क्या करेंगे आगे आपने जो आंसर लिखा है उसको पढ़ने से पहले वो इन्हीं पॉइंट्स को पढ़ लेंगे ये देखिए आप इस तरीके से भी पॉइंट्स को बना सकते हो अब इससे क्या होता है कि बड़े-बड़े पैराग्राफ लिखने की बजाय आप ब्रीफ में टीचर को समझा देते हो कि आप क्या कहना चाहते हो ये हो गया फ्लो चार्ट का तरीका एंड एक तरीका डायग्राम बनाने का है जैसे मान लो एक क्वेश्चन आ गया सांची का स्तूप बताइए तो आप इमेजिन करोगे अपने माइंड में उसके बाद आप सोचोगे अच्छा कि सांची जो भोपाल में है वो कैसा बना हुआ है स्ट्रक्चर माइंड में सोचकर और आप सोच सोच के लिख रहे हो लेकिन टीचर को आप कैसे बताओगे टीचर को आप कैसे समझाओ ग तो सबसे अच्छा ऑप्शन यही रहेगा कि आपको जितना भी पता है आप उससे एक डायग्राम बना दो ये देखिए इस तरीके से इस बच्चे ने क्या किया इसका एक डायग्राम बना दिया और इस डायग्राम के बारे में लिख दिया कि इसको अंड कहा जाता है इसको हर्मिया कहा जाता है और इस डायग्राम को बनाने के बाद इसी डायग्राम को देख देख देख कर इसने यहां पे एक्सप्लेन कर दिया तो एक्सप्लेन करने में आसानी भी हुई और साचिक स्तूप क्या है कैसा इसका स्ट्रक्चर है टीचर को ये भी समझ में आ गया तो यहां से आपका आंसर और लोगों से अलग हो जाता है आपको मार्क्स मिलने के चांसेस बढ़ जाते हैं टीचर आपने मार्क्स काट ही नहीं सकता एक तरीका और बताता हूं ये बहुत इफेक्टिव तरीका है मैं खुद इस तरीके को अपनाया करता था जैसे कि एक क्वेश्चन है गुप्ता पीरियड ड के टाइम पे महिलाओं की कंडीशन कैसी हुआ करती थी कंडीशन बतानी है तो इसका सही तरीका क्या होगा बताने का कि पहले मैं अपना हिस्टोरिकल बैकग्राउंड बताऊं उसके बाद मैं गुप्ता पीरियड में आऊ कि गुप्ता पीरियड में ऐसी थी इससे पहले ऐसी कंडीशन हुआ करती थी तो टीचर को समझ में आएगा लेकिन अगर इन्हीं चीजों को मैंने पैराग्राफ में बता दिया कि हड़प्पा में ऐसा था मौर्य काल के दौरान ऐसा था तो टीचर या तो पढ़ेगा नहीं या पढ़ेगा भी तो वो बोर हो जाएगा क्या पता उसको समझ में नहीं आए और इस वजह से वो मार्क्स भी काट ले लेकिन वो मार्क्स काट ले ऐसा होना भी नहीं चाहिए इसलिए आपको ग्राफ का मेथड यूज करना है अब यह कोई मैथमेटिक्स नहीं है मैं बताता हूं कैसे बनाना है जैसे इस तरफ लिख दिया महिलाओं की स्थिति और इस तरफ लिख दिया सारे टाइम पीरियड कि किस टाइम पे कैसी कंडीशन थी देखिए हड़प्पा काल के दौरान महिलाओं की कंडीशन इस लेवल तक की थी यानी कि ठीक-ठाक थी महिलाओं की कंडीशन महिलाओं को रिस्पेक्टफुल तरीके से देखा जाता था ना ही कोई डिस्क्रिमिनेशन था इसके बाद जैसे ही हम वैदिक पीरियड में आते हैं महिलाओं की कशन थोड़ी डाउन होती है इसके बाद मोर्य काल के दौरान ज चंद्रगुप्त मौर्य का शासन हो रहा होता है उस दौरान में महिलाओं की कंडीशन डाउन होती है इसके बाद मर्य काल के बाद के शासन के दौरान पोस्ट मोरियम पीरियड में महिलाओं की कंडीशन थोड़ी और डाउन हो जाती है और इसके बाद आता है गुप्ता पीरियड का टाइम और इस टाइम भी महिलाओं की कंडीशन और डाउन हो जाती है अब इससे क्या समझ में आ रहा है आपको कि हड़प्पा सभ्यता में जो सबसे अच्छा माना जाता था महिलाओं की कंडीशन और इसके बाद धीरे-धीरे धीरे धीरे देखिए ग्राफ कैसे डाउन किया जा रहा है गुप्ता पीरियड के दौरान महिलाओं की कंडीशन काफी डाउन हो आपको भी आं से समझ में आ गया और आपने टीचर को भी आसानी से समझा दिया कि भाई ये थी महिलाओं की कंडीशन टीचर बोलेगा बच्चा बड़ा अच्छा पढ़कर आया पूरा कांसेप्ट क्लियर है देखिए अब ऐसा जरूरी नहीं है कि ये सिर्फ हिस्ट्री में मेंही हो सकता है ऐसा ही सेम मेथड आप पॉलिटिकल इकोनॉमिक्स या एजुकेशन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन कंपैरेटिव पॉलिटिक्स सभी जगह पे य एप्लीकेबल है बस आपको अपने अकॉर्डिंग थोड़ी क्रिएटिविटी दिखानी होगी और उसको फिट करना होगा आंसर के अंदर कि कहां पे क्या फिट हो सकता है ये आपको ध्यान रखना है जैसे एक और मैं आपको दिखाता हूं र्ट मेथड का यूज करके आप और क्या-क्या दिखा सकते हो जैसे कि एक क्वेश्चन में पूछा गया कि प्राचीन टाइम पे व्यापार कैसे हुआ करते थे अब प्रेड एक्टिविटीज को दिखाने के लिए कि कौन से काल में कैसा था कौन से टाइम पीरियड में इसका सबसे अच्छा तरीका क्या है जैसे इस आंसर में बताया गया कि हड़प्पा सभ्यता के टाइम पे व्यापार एक्टिविटी अच्छी खासी थी लेकिन नॉर्मल थी इसके बाद बैदिक काल में थोड़ा सा डाउन हुआ लेकिन वैदिक पीरियड के बाद जब सिक्सथ सेंचुरी बीसी में आए तो व्यापार गतिविधि यानी जो ट्रेड एक्टिविटी थी ये बढ़नी स्टार्ट हो गई फिर ये बढ़ते चले गए मर्य काल में बढ़ी इसके बाद ये मौर्योत्तर काल यानी मर्य काल के बाद के टाइम में और बढ़ी लेकिन इसके बाद इसका डाउनफॉल स्टार्ट हो गया यानी गुप्त काल में आते-आते यानी गुप्ता पीरियड में व्यापारिक गतिविधि या ट्रेड एक्टिविटी में काफी डाउनफॉल आ जाता है तो इस तरीके से देखिए कितनी आसानी से इस तरीके से ग्राफ में समझा भी दिया गया तो टीचर को समझ में भी आ जाएगा आप इस मेथड को यूज कर सकते हो अपने आंसर को इफेक्टिव बनाले में ताकि आपको बड़े-बड़े पैराग्राफ भी ना लिखना पड़े और चार्ट और ग्राफ के मेथड से आप आंसर भी इजली समझा दो अब कई सारे स्टूडेंट तो ये सोच रहे होंगे कि इस टाइप का क्वेश्चन आएगा तभी तो ऐसा ग्राफ बनेगा अब इससे अलग क्वेश्चन आए तो कैसे ग्राफ बनाएंगे हम देखिए जब आप क्वेश्चन को पढ़ोगे और आपका कांसेप्ट क्लियर है तो आप खुद उसका ग्राफ या चार्ट या डायग्राम खुद बना लोगे और वैसे ही अगर कोई एक्टिविटी बता रहे हो या रिलेशन बता रहे हो तो आप इंडिया का मैप भी बना सकते हो कि भाई इंडिया के मैप में ये जगह यहां पे है और इस तरीके से आप चीजों को आसानी से समझा सकते हो नेक्स्ट जो पॉइंट है वो क्या है ऑलवेज राइट आंसर इन पैराग्राफ देखिए क्लास सिक्स से 8 या 11 12थ में पॉइंट्स में आंसर लिखे जाते इस तरीके से फर्स्ट पॉइंट बनाते थे और आप आंसर इस तरीके से लिख देते थे सेकंड पॉइंट बनाया आंसर लिख दिया बट अब ऐसा नहीं लिख आंसर को पैराग्राफ में लिखना है अब मैंने पैराग्राफ कहा तो आप इस तरीके से पैराग्राफ मत बना देना भाई कि समझ में भी ना आए पैराग्राफ इस तरीके से भी नहीं बनाना और पैराग्राफ इस तरीके से भी नहीं बनाना ना ज्यादा छोटा हो और ना ही बहुत ज्यादा बड़ा हो अगर ज्यादा ही बड़ा होगा तो टीचर को लगेगा यार कैसे इतना बड़ा आंसर पढ़ूं यार क्या-क्या इसने लिख दिया टीचर को बोरिंग से महसूस होगा टीचर को बोर फील नहीं करवाना वरना वो मार्क्स काट लेगा देखिए इस तरीके से पैराग्राफ लिखिए पैराग्राफ फिर चेंज कर देती है इस पैराग्राफ में आपको एक पूरी बात कंप्लीट कर देनी है तभी आप पैराग्राफ चेंज करोगे ये हो गया आपका पैराग्राफ का मेथड और इसी पैराग्राफ के बीच-बीच में आप इस तरीके से फ्लो चार्ट का यूज कर सकते हो ताकि आपको ज्यादा बड़ा-बड़ा आंसर ना लिखना पड़े ये देखिए अगर डिफरेंस पूछा गया है कहीं डिफरेंस बताऊं तो आप टेबल का भी यूज़ कर सकते हो एंड हमारा नेक्स्ट पॉइंट क्या है राइट आंसर टू द हेडिंग पॉइंट्स कुछ ऐसे क्वेश्चन होते हैं जिनकी डिमांड ही होती है पॉइंट्स में आंसर देना जैसे कि प्राइम मिनिस्टर्स के क्या पावर है यह देख सकते हो यह सारे पावर्स रेजिडेंट्स के यह पावर्स हैं तो आपको सिंपल इन पॉइंट्स को लिखकर हेडिंग बनाकर इनको डिफाइन कर देना होता है तो अगर कोई ऐसा क्वेश्चन आया है जिसमें पॉइंट्स बनाया जा सकता है उन पॉइंट्स को डिफाइन किया जा सकता है तो हमेशा उन क्वेश्चंस के अंदर आपको आंसर पॉइंट में ही देना चाहिए जैसे कि आपने फर्स्ट पॉइंट लिखा इस तरीके से और इसको डिफाइन कर दिया सेकंड पॉइंट लिखा इसको डिफाइन कर दिया आप इस तरीके से भी पॉइंट्स में आंसर लिख सकते हो लेकिन जब आपको आंसर अच्छे से नहीं आता तो कोशिश यही करना हमेशा पैराग्राफ मेंही ख क्योंकि टीचर क्या करते हैं कि अगर आपने पॉइंट्स लिखा है और अगर वो करेक्ट पॉइंट है तो उसी पॉइंट को टिक करके आपको मार्क्स दे देते लेकिन अगर पॉइंट्स ही गलत है तो वो अंदर का पढ़ेंगे ही नहीं और आपके आंसर को वो काट देंगे लेकिन अगर आपने बिना हेडिंग डाले पैराग्राफ लिख दिया तो टीचर कुछ तो मार्क्स देंगे एंड इसके बाद सबसे ज्यादा इंपोर्टेंट है अंडरलाइन इंपोर्टेंट वर्ड देखिए टीचर्स आपके पूरे आंसर को नहीं पढ़ते क्योंकि एक दिन में उनको 20 आंसर शीट चेक करना होता है अब 20 कॉपीज को वो चेक करेंगे तो सारे कहां से पढ़ लेंगे इसलिए आपको क्या करना है जो आपने लिखा है आपको लगता है कि हां इसमें य इंपोर्टेंट पॉइंट है तो टीचर को बस वही इंपोर्टेंट पॉइंट जो आपने पैराग्राफ में आंसर लिखा है बस वही इंपोर्टेंट पॉइंट दिखा दो इसको अंडरलाइन जरूर कर दो जो जो इंपोर्टेंट लगे तो टीचर क्या करते हैं वही अंडरलाइन वाले पॉइंट्स को पढ़ते हैं और आपको मार्क्स दे देते हैं अब इससे फायदा क्या होता है कि टीचर आपके पूरे आंसर को नहीं पढ़ते और टीचर का टाइम भी बचता है और टीचर इसी खुशी में आपको मार्क्स दे देता है ये चीज आपको ध्यान रखनी अब नेक्स्ट पॉइंट क्या है एंडिंग ऑफ दी आंसर अब आपको आंसर की एंडिंग कैसे करनी है देखिए जब आप किसी की मूवी देखते हो तो उसकी एंडिंग काफी धमाकेदार तरीके से बनाई जाती है कईयों की एंडिंग इमोशनल होती है जो आपको रुला देती है कईयों की एंडिंग सस्पेंस छोड़ देती है जैसे केजीएफ की एंडिंग देख लीजिए आप तो आपको एंडिंग थोड़ा सा क्या करना है अट्रैक्टिव बनाना है अब कैसे अट्रैक्टिव होगा ये आपको एंड में क्रिटिसिजम देना है टॉपिक की आलोचना करनी है क्या सही है और क्या क्या गलत है बताना है आपको उस क्वेश्चन के आंसर में एंड एंड में कंक्लूजन जरूर देना है तो आंसर की शुरुआत कैसे करनी है इंट्रोडक्शन से आंसर को खत्म कैसे करना है कंक्लूजन से यानी कि निष्कर्ष लिखकर आपको आंसर को खत्म करना है ये होता है सबसे बेहतरीन तरीका आंसर देने का एंड एक चीज को लेकर काफी कंफ्यूजन है हमारे सभी स्टूडेंट्स के बीच में कि जो क्वेश्चन आते हैं एग्जाम्स के अंदर उसके एंड में कुछ ऐसे वर्ड्स लिखे होते हैं अब उनको हम कैसे समझे देखिए इन सभी टाइप्स के क्वेश्चन को मैंने चार टाइप से बांट दिया है जैसे जो पहले टाइप्स के क्वेश्चन है आप देखोगे क्वेश्चंस के एंड में आता है सरलीकरण कीजिए विदकरण कीजिए स्पष्ट कीजिए प्रकाश डालिए एंड हाईलाइट का मतलब प्रकाश डालि होता है विस्तार से बताइए व्याख्या कीजिए या इस टॉपिक से आप क्या समझते हैं इस टाइप के जितने भी क्वेश्चंस आते हैं इस सभी क्वेश्चन एक जैसे ही होते हैं आपको ध्यान रखना है बस आपको बहका के लिए घुमाने के लिए कि आप बहक जाओ और गर्ल्स लत आंसर लिख दो ध्यान रहे यह सारे क्वेश्चन एक जैसे ही होते हैं और इनका आंसर भी एक जैसा ही लि होता है जरूरी नहीं है कि किसी क्वेश्चन के पीछे ये है और किसी क्वेश्चन के पीछे ये लिखा हुआ है तो आपका आंसर ही अलग हो जाएगा ऐसा नहीं है तो इन सभी का यही मतलब होता है इस फर्स्ट कैटेगरी में जो आपको बता रहा हूं इस टाइप के क्वेश्चन में आपको व्याख्या करनी होती है इसका मतलब यह हुआ कि जो आपसे क्वेश्चन पूछा गया है आपको उस क्वेश्चन का आंसर अपने वर्ड्स में देना है आप क्वेश्चन को पढ़िए उसके बाद जो आपको समझ में आ रहा है उस क्वेश्चन का आंसर अपने तरीके से आप दे सकते हो अपने व्यक्तिगत विचार डाल सकते हो या जैसा आपको समझ में आता है आप वैसा लिख सकते हो ये उम्मीद की जाती है इस टाइप टाइप के क्वेश्चन में आप सभी से लेकिन जो सेकंड कैटेगरी के क्वेश्चन होते हैं इस कैटेगरी में आपसे डिस्क्राइब यानी वर्णन कीजिए सूचित कीजिए यानी इंडिकेट कीजिए नमरे यानी कि जहां गिनवाला पड़े आपको या ब्रिंग आउट यानी कि उल्लेख कीजिए इस टाइप के जो क्वेश्चंस होते हैं इसको मैंने सेकंड कैटेगरी में रखा है अब इन क्वेश्चंस में क्या होता है आपको वर्णन करना होगा जैसे कि यहां पे स्कोप होता है कि आप अपने तरीके से लिख सकते हो बनाकर लिख सकते हो पूरा फ्रेमवर्क आप अच्छे से तैयार करके आंसर को लिख सकते हो थोड़ा सा बुकस लैंग्वेज थोड़ा आपकी अपनी लैंग्वेज हो गया अब बना के लिख दिया आपने लेकिन जो इस टाइप की क्वेश्चन आते हैं आपको स्कोप नहीं होता कि आप अपने तरीके से कुछ डाल सको उसमें जैसे एक क्वेश्चन आया है अकबर के द्वारा जो मनसबदारी व्यवस्था की शुरुआत की गई थी इसका वर्णन की थी अब क्या आप इसमें अपने पिचार डालोगे बिल्कुल नहीं अकबर कौन था अकबर ने मनसबदारी व्यवस्था की शुरुआत कब की और मनसबदारी का मतलब क्या होता है यही है वर्डन करना जहां पे आप अपने तरीके से कुछ नहीं लिख सकते एज इट इज जो फैक्ट है आपको सिंपल वही बताना हो आप अपनी तरफ से कुछ नहीं डाल सकते जैसे कि एक क्वेश्चन आया कि भारत में जनजातियों को अनुसूचित जनजातियां कहा जाता है पहला पोर्शन य है एंड इसके बाद कहा गया है कि भारत के संविधान में इनके लिए कौन-कौन से प्रावधान दिए गए हैं सूचित कीजिए सूचित का मतलब होता है कि आपको गिनवाला पड़े सूचित कीजिए यानी कि इंडिकेट कीजिए या नमरे कीजिए अगर क्वेश्चन के एंड में इस टाइप के वर्ड्स आपको मिले तो समझ जाना जो फैक्ट है वही बताना है सेफ जोन में रहोगे अपनी तरफ से कुछ भी बना के लिखोगे पकड़ जाओगे मार्क्स कट जाएगा अब इसके बाद क्या है थर्ड कैटेगरी के जो क्वेश्चन होते हैं एंड में देखोगे आप आलोचनात्मक व्याख्या कीजिए आलोचनात्मक समीक्षा कीजिए कीजिए या समालोचनात्मक मूल्यांकन कीजिए इस टाइप के क्वेश्चंस की डिमांड होती है कि आप एंड में एडवांटेज और डिसएडवांटेज दोनों बता के चलो लेकिन आपको डिसएडवांटेज ज्यादा बताना होता है कमिया क्या है आपको ये ज्यादा बतानी होती जैसे आपने गुण बता दिया 30 पर और आपने दोस्त बता दिया % पोर्शन सिफ दोस्त दोस्त के डाल दिए ये उसके डिसएडवांटेज है एक जो एंड में मूल्यांकन आता है जैसे कि इस टॉपिक का मूल्यांकन कीजिए तो मूल्यांकन का मतलब भी आलोचना ही करना होता है ये दोनों ही सेम है अलग नहीं है बस मूल्यांकन इसलिए थोड़ा अलग होता है मूल्यांकन में आप अपने सुझाव भी दे सकते हो आपने पहले उसकी आलोचना भी कर दी गुण दोष भी बता दिया और थोड़े अपने सुझाव सजेशन भी दे दिए इसलिए मूल्यांकन थोड़ा सा इससे अलग होता है बाकी सब कुछ सेम है तो इस तरीके से इस टाइप के क्वेश्चन में आपको आंसर लिखना होता है एंड कई बार क्या होता है कि स्टूडेंट से लिखते लिखते गलतियां हो जाती है तो क्या करते हैं वो इस तरीके से काट देते हैं इस तरीके से नहीं काटते मान लो किसी वर्ड में मिस्टेक हो गई है तो आप इस तरीके से एक लाइन काट दीजिए बस आगे लिखना स्टार्ट ज्यादा कटपट नहीं करना आपका आंसर जितना सुंदर दिखेगा मार्क्स अच्छे मिलेंगे जब आपको आंसर आता ही ना हो तो उस टाइम क्या किया जाए देखिए मान लो एक क्वेश्चन है आप इस क्वेश्चन में से पॉइंट को उठाओ हेडिंग बनाओ एक्सप्लेन कर दो अंदर का माल मटेरियल टीचर कम पढ़ते हैं हेडिंग्स को हीं पढ़कर आपको मार्क्स दे देते तो क्या करना है ना आपको जैसे देखिए राजा राम मोहन रॉय आप इस पॉइंट को उठाइए और स्टार्टिंग की दो-तीन लाइन सेही लिख दीजिए बाकी अंदर आप जो भी लिख रहे हो टीचर को इससे मतलब होता ही नहीं है तो इस तरीके से आप पॉइंट्स को क्वेश्चन से ही उठाओ और उसके बारे में ही लिख दो ये बहुत बहुत इफेक्टिव तरीका है एंड कई स्टूडेंट्स ये भी कहते हैं कि हैंड राइटिंग बहुत गंदी है मार्क्स तो नहीं कट जाएंगे देखिए मैंने कई सारे ऐसे यूनिवर्सिटी या कॉलेज के टीचर्स से बात कही है जो आपके आंसर शीट को चेक करते हैं देखिए मैंने उनसे पूछा कि सर मेरी राइटिंग बहुत गंदी है अब करूं तो करूं क्या आंसर भी लिखना है तो टीचर ने यही कहा कोई बात नहीं अगर आंसर रीडेबल है पढ़ने लायक है तो राइटिंग के मार्क्स नहीं कटते आपको मार्क्स मिलते हैं राइटिंग बहुत सुंदर है तो हां एक दो मार्क्स एक्स्ट्रा मिलने के चांसेस बढ़ जाते हैं लेकिन गंदे राइटिंग होने से मार्क्स नहीं करते अगर वो पढ़ने लायक है और जब टीचर्स आपके आंसर शीट को चेक करते हैं तो अब तक मैंने जितने भी पॉइंट्स बताए हैं इन चीजों को ध्यान में रखते हुए अगर आप अपने आंसर को लिखते हो तो आपके आंसर के बि हाफ प आपको बहुत अच्छे मार्क्स मिलते हैं और आपके ग्रेजुएशन में इतने मार्क्स आएंगे या मास्टर्स में आपने कभी सोचा भी नहीं होगा तो इस वीडियो को देखने के बाद अब आपको ये चीज समझ में आ गया होगा एग्जाम में आंसर कैसे लिखते हैं ये चीज आप हमारे नोट्स से भी समझ सकते हैं नोट्स के अंदर मैंने बीए और एमए के जितने भी इंपोर्टेंट क्वेश्चंस होते जैसा मैंने फॉर्मेट इस वीडियो में बताया उसी फॉर्मेट में हम आंसर बनाकर आपको देते हैं 10 से 12 क्वेश्चन होता है और वही क्वेश्चन आपके एग्जाम में भी आता है नोट्स को डाउनलोड करने की लिंक इस वीडियो के नीचे डिस्क्रिप्शन बॉक्स में है आप लिंक पे क्लिक करके जो भी आपको नोट्स चाहिए जिस भी आप सेमेस्टर में हो जिस भी कॉलेज में हो आप उस नोट्स को डाउनलोड करके अभी से पढ़ना स्टार्ट कीजिए उन्हीं में से क्वेश्चन आपके एग्जाम में आएगा उस नोट्स के अलावा आपको कुछ और पढ़ने की जरूरत बिल्कुल भी नहीं क्योंकि चैनल पे ऐसी वीडियोस आती रहती है जो आपके बहुत काम की होती है नए हो तो प्लीज सब्सक्राइब कीजिए बेल आइकॉन ऑन कीजिए और इस वीडियो को सभी जगह शेयर करना आपको यह वीडियो कैसी लगी नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताना ताकि मेरा मोटिवेशन बना रहे और मैं आपके लिए ऐसी ही वीडियोस लेकर आता हूं मिलूंगा नेक्स्ट वीडियो के अंदर अपना और अपनों का ध्यान रखना जय हिंद जय भारत