साइंस और ज्योग्राफी: रिसोर्सेस

Aug 19, 2024

साइंस ज्योग्राफी - रिसोर्सेस एंड डेवलपमेंट

परिचय

  • साइंस और ज्योग्राफी का पहला चैप्टर है "रिसोर्सेस एंड डेवलपमेंट"।
  • यह अध्याय क्लास 8, 9 और 10 में भी पढ़ाया जाता है।
  • ज्योग्राफी में चीजों को याद करने की बजाय समझना और रिलेट करना महत्वपूर्ण होता है।

रिसोर्सेस का परिचय

  • रिसोर्सेस: प्रकृति में हर वह चीज जो हमारी नीड को सेटिस्फाई करती है।
  • इंडिविजुअल रिसोर्सेस: जैसे गाड़ी, घर आदि।
  • महत्वपूर्ण तत्व: टेक्नोलॉजी, इकोनॉमिकल वायबिलिटी, और सोसाइटी में उसकी वैल्यू।

रिसोर्सेस की कैटेगरीज

  • बायोटिक और एबायोटिक: जीवित और निर्जीव वस्तुएं।
  • रिन्यूएबल और नॉन-रिन्यूएबल: जो बार-बार उपयोग में लाई जा सकती हैं और जो नहीं।
  • ओनरशिप के आधार पर: इंडिविजुअल, कम्युनिटी, नेशनल, और इंटरनेशनल रिसोर्सेस।

रिसोर्सेस का डेवलपमेंट

  • इंडिस्क्रिमिनेट यूज से प्रॉब्लम्स उत्पन्न होती हैं।
  • प्रॉब्लम्स: डिप्रेशन, सोसाइटी का डिवाइड होना, और ग्लोबल इकोलॉजिकल क्राइसिस।
  • सस्टेनेबल डेवलपमेंट: ऐसा विकास जो एनवायरमेंट को नुकसान न पहुंचाए और भविष्य की पीढ़ी के लिए रिसोर्सेस को बचाए।

रिसोर्स प्लैनिंग

  • रिसोर्सेज का अनइवन डिस्ट्रीब्यूशन है, जिससे बैलेंस प्लानिंग की जरूरत है।
  • स्टेप्स:
    1. रिसोर्सेस की पहचान और इन्वेंटरी बनाना।
    2. टेक्नोलॉजी का उपयोग कर प्लानिंग स्ट्रक्चर बनाना।
    3. नेशनल डेवलपमेंट प्लान के साथ रिसोर्स प्लान को जोड़ना।

लैंड रिसोर्सेस

  • लैंड विभिन्न प्रकार की एक्टिविटीज़ को सपोर्ट करता है जैसे नेचुरल वेजिटेशन, वाइल्डलाइफ, ट्रांसपोर्ट आदि।
  • लैंड का उपयोग: फॉरेस्ट, एग्रीकल्चर, बिल्डिंग्स आदि।
  • लैंड डिग्रेडेशन: डिफॉरेस्टेशन, ओवरग्रेजिंग, माइनिंग आदि से होता है।

मिट्टी के प्रकार

  • एल्यूवियल सॉइल: नॉर्थ और नॉर्थ-ईस्ट इंडिया में, नदियों द्वारा लाया गया।
  • ब्लैक सॉइल: महाराष्ट्र, सौराष्ट्र, मध्य प्रदेश आदि में, कॉटन के लिए प्रसिद्ध।
  • रेड और येलो सॉइल: उड़ीसा, छत्तीसगढ़ आदि में।
  • लेटेराइट सॉइल: वेस्टर्न घाट, केरल में।

मिट्टी का संरक्षण

  • सोइल एरोजन: विंड, वॉटर और ह्यूमन एक्टिविटीज से मिट्टी की उपजाऊ परत का हटना।
  • संरक्षण विधियां: टेरेस फार्मिंग, कंटूर प्लाउइंग, विंडब्रीक आदि।

निष्कर्ष

  • यह अध्याय हमारे प्राकृतिक संसाधनों के महत्व और उनके उचित उपयोग की आवश्यकता को समझाने में मदद करता है।
  • सस्टेनेबल डेवलपमेंट और कंजर्वेशन पर जोर दिया गया है।

यह नोट्स अध्याय के सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं का सारांश प्रदान करते हैं और पुनः अवलोकन के लिए सहायक हो सकते हैं।