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Tips for Creating an Impressive Project

एवरीवन एंड टुडे वी आर गोइंग टू कवर द काइंड ऑफ़ प्रोजेक्ट्स दैट वी शुड हैव इन आवर प्रोफ़ाइल टु मेक इट मोर इंप्रेसिव इफ़ वी वांट टु टारगेट सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग प्लेसमेंट्स एंड इंटर्नशिप्स। अब हम में से जितने भी स्टूडेंट्स आज यहां पर हैं वी आर ऑल कमिंग फ्रॉम डिफरेंट काइंड्स ऑफ़ बैकग्राउंड्स। कई स्टूडेंट्स होंगे जो ऐसे कॉलेजेस में हैं जहां पर ऑन कैंपस प्लेसमेंट्स काफी ज्यादा स्टंग है। कई स्टूडेंट्स ऐसे होंगे जिन्हें ऑफ कैंपस प्लेसमेंट्स के अंदर जाकर अप्लाई करना पड़ेगा। तो ऐसे में वी विल बी टारगेटिंग डिफरेंट काइंड्स ऑफ़ कंपनीज़। हम प्रोडक्ट बेस्ड, सर्विस बेस्ड, फinटेक फर्म्स, स्टार्टअप्स, मल्टीपल टाइप्स ऑफ़ कंपनीज़ के अंदर अप्लाई करेंगे। एंड फॉर ऑल ऑफ दीज़ कंपनीज़ आवर प्रोजेक्ट्स आर गोइंग टू बीेंट। व्हाई इज़ दैट? क्योंकि एज अ फ्रेशर जब भी हम किसी कंपनी के अंदर अप्लाई करते हैं व्हेन वी आर टारगेटिंग आवर फर्स्ट जॉब, तो हमें उस कंपनी को प्रूव करना होता है कि हमारे पास ऑन ग्राउंड प्रैक्टिकल स्किल्स हैं। हमें अच्छी टेक्नोलॉजीस आती हैं। जिससे हम एक्चुअली किसी कंपनी के अंदर जाकर काम कर सकते हैं। वहां पर कंट्रीब्यूट कर सकते हैं। बट एज अ फ्रेशर हमारे पास कोई फुल टाइम वर्क एक्सपीरियंस नहीं होता। ना ही कोई अच्छा रिक्रूटर या इंटरव्यूअर हमसे एज अ फ्रेशर फुल टाइम वर्क एक्सपीरियंस एक्सपेक्ट करते हैं। बट किसी ना किसी तरीके से हमारे जो स्किल्स होते हैं उनका हमें प्रूफ ऑफ वर्क देना होता है इन आवर प्रोफाइल और वो प्रूफ ऑफ वर्क हम देते हैं इन द फॉर्म ऑफ इंटर्नशिप्स एंड आवर प्रोजेक्ट्स। एंड एस्पेशली उन केसेस के अंदर जब हम अप्लाई ही इंटर्नशिप्स के लिए कर रहे हैं या फिर जहां पर हम ऐसे स्टूडेंट हैं जिसके पास कोई प्रायर इंटर्नशिप एक्सपीरियंस नहीं है वहां पर प्रोजेक्ट्स कीेंस हमारे रे्यूे के अंदर और ज्यादा बढ़ जाती है। तो इसीलिए एक रे्यूमे के अंदर एक प्रोफाइल के अंदर अच्छे प्रोजेक्ट्स का होना बहुत ज्यादाेंट है। सो व्हाट एक्सक्टली डू वी मीन बाय अ गुड प्रोजेक्ट? फ्रॉम द पॉइंट ऑफ़ व्यू ऑफ़ अ रिक्रूटर और एन इंटरव्यूअर? एक अच्छे प्रोजेक्ट के अंदर तीन इंपॉर्टेंट क्वालिटीज़ होती हैं। सबसे पहला इट इज़ यूनिक एंड सेल्फ मेड। अगर हम रिक्रूटर के पॉइंट ऑफ व्यू से देखें तो दिन के अंदर रिक्रूटर 100्स ऑफ रे्यूेस सिमिलर रेजु्यूेस के थ्रू गो थ्रू करते हैं। अगर हम इंटरव्यूअर की बात करें तो लाइन के अंदर वो मल्टीपल कैंडिडेट्स को इंटरव्यू करते हैं। तो ऐसे में जितने भी बेसिक कॉपी पेस्टेड प्रोजेक्ट्स होते हैं वो ऑलमोस्ट हर एक कैंडिडेट अपनी प्रोफाइल के अंदर ऐड करते हैं। तो यहां पर अगर हम स्मार्ट होकर थोड़ा सा एक्स्ट्रा एफर्ट लगाकर अपने प्रोजेक्ट्स को किसी ना किसी तरीके से यूनिक बना देते हैं तो वी स्टैंड अ वेरी गुड चांस एट हाईलाइटिंग आवर प्रोफाइल। ये हमें रे्यूमे शॉर्टलिस्टिंग के अंदर भी हेल्प करेगा। एंड ये हमें हमारे इंटरव्यूज के अंदर भी हेल्प करेगा। सेकंड चीज जो प्रोजेक्ट्स को काफी ज्यादा इंप्रेसिव बनाती है दैट इज द प्रेजेंस ऑफ रियल लाइफ यूज़र्स। अब यहां पर ऐसा नहीं है कि जो भी हम प्रोजेक्ट बनाएंगे उसके थाउजेंड्स ऑफ लैक्स ऑफ यूज़र्स होने चाहिए। अगर हम ऐसा प्रोजेक्ट बना पाते हैं जो रियल लाइफ के अंदर 50 20 नहीं तो एटलीस्ट 10 लोगों को भी हेल्प कर रहा है तो वहां पर हम प्रोजेक्ट लेवल से ऊपर जाकर प्रोडक्ट लेवल की चीज को बिल्ड कर रहे हैं। प्रोडक्ट बिल्ड करने का मतलब है कि जो काम एक्चुअली कंपनी में बैठा एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर करता है वो काम हमने घर बैठे अकेले अपने प्रोजेक्ट के थ्रू कर दिया है। एंड दिस इज़ द काइंड ऑफ़ प्रोजेक्ट जो एक्चुअली एक रियल लाइफ प्रॉब्लम को सॉल्व कर रहा है और कुछ रियल लाइफ यूज़र्स को हेल्प कर रहा है। सो दिस इज़ वेरी इंप्रेसिव टू हैव इन अ रे्यू। एंड थर्ड टाइप ऑफ़ प्रोजेक्ट जो इंटरव्यूअर को काफी ज्यादा इंप्रेस करते हैं। दोज़ आर डोमेन स्पेसिफिक प्रोजेक्ट्स। जैसे वन ऑफ़ आवर स्टूडेंट्स वाज़ सिलेक्टेड इन जेपी मॉ्गन। अब जेपी मॉ्गन के लिए जब उन्होंने इंटरव्यू किया था तो उनके रे्यूमे के अंदर देयर वाज़ अ प्रोजेक्ट व्हिच वाज़ अ फुल स्टक Zerodha इंस्पायर्ड डिप्लॉयड एप्लीकेशन। अब क्योंकि जेपी मॉ्गन अपने आप में एक फinटेक फर्म है और उनका जो प्रोजेक्ट था वो भी फाइनेंस रिलेटेड था। तो ऐसे में इंटरव्यू के अंदर बात करने के लिए उनके पास काफी सारे कांसेप्ट्स थे। व्हाई डिड इट हेल्प द स्टूडेंट? क्योंकि अगर हम किसी फाइनेंस रिलेटेड कंपनी के लिए इंटरव्यू कर रहे हैं तो वहां पर हमारे जो इंटरव्यू होंगे वह डे टू डे बेसिस पर उसी तरीके की चीजों के साथ डील कर रहे होंगे। तो उन्हें काफी ज्यादा इंटरेस्ट आएगा कि इस स्टूडेंट ने जो उनका डे टू डे काम है उसको किस तरीके से प्रोजेक्ट के अंदर बिल्ड किया है। सो दे विल नेचुरली हैव मोर क्वेश्चंस अबाउट इट। एंड क्योंकि स्टूडेंट ने खुद टाइम एंड एनर्जी लगाकर इस प्रोजेक्ट को बिल्ड किया था। सो दे कुड आंसर ऑल ऑफ द क्वेश्चंस वेरी कॉन्फिडेंटली। तो एक काफी बढ़िया ट्रिक भी इसको हम कह सकते हैं जो इंटरव्यूज के अंदर होती है कि जिस चीज में हम बहुत ज्यादा कॉन्फिडेंट होते हैं इंटरव्यू के अंदर बेस्ट केस सिनेरियो ये होता है कि हमारा ऑलमोस्ट पूरा इंटरव्यू उसी चीज के अराउंड अगर हो जाए तो हम सारे क्वेश्चंस को कॉन्फिडेंटली आंसर कर पाएंगे जो नेचुरली किसी भी इंटरव्यूअर को इंप्रेस करेगा। तो ऐसे में अगर हम डिपेंडिंग अपॉन द कंपनी डोमेन स्पेसिफिक प्रोजेक्ट्स अपने रे्यूे के अंदर रखते हैं तो वो हमें बहुत ज्यादा हेल्प करते हैं। इसी के साथ में वन ऑफ़ आवर अदर स्टूडेंट्स हु वाज़ सिलेक्टेड इन PhonePe एज अ सॉफ्टवेयर इंजीनियर उन्होंने डेल्टा फुलस्टक प्रोजेक्ट को इंक्लूड किया था रे्यूे के अंदर जिसके अंदर अ लॉट ऑफ़ेंट सिक्योरिटी फीचर्स वर इंप्लीमेंटेड स्टार्टिंग फ्रॉम ऑथेंटिकेशन ऑथराइजेशन एंड एरर हैंडलिंग। PhonePe इज़ आल्सो फाइनेंस रिलेटेड जहां पर सिक्योरिटी बहुत ज्यादाेंट हो जाती है। तो उनसे इन सारे फीचर्स के बारे में बहुत ज्यादा इंटरव्यू के अंदर बातचीत हुई। क्वेश्चंस काफी सारे पूछे गए। एंड सिंस द स्टूडेंट आंसर्ड देम कॉन्फिडेंटली क्योंकि उन्होंने प्रोजेक्ट को खुद बिल्ड किया था। तो ऐसे में ही वाज़ आल्सो एबल टू इंप्रेस द इंटरव्यूअर। अब रियलिस्टिकली स्पीकिंग इट इज़ नॉट वेरी पॉसिबल कि हम सिर्फ 15 से 20 दिन कोडिंग करें एंड उसके बाद वी विल बी एबल टू बिल्ड अ प्रोजेक्ट जो यूनिक भी हो जिसके अंदर रियल लाइफ यूज़र्स भी हो जिसको हम डोमेन स्पेसिफिक भी बना दें। ये ऐसी चीज है व्हिच विल रिक्वायर अ लॉट ऑफ़ टाइम एंड एफर्ट। अब जनरली हमारी जो पूरी लर्निंग जर्नी होगी टुवर्ड्स बिल्डिंग गुड प्रोजेक्ट्स उनको हम फोर स्टेजेस के अंदर डिवाइड कर सकते हैं। जिनमें से डिपेंडिंग अपॉन अस हम किसी भी पर्टिकुलर स्टेज के अंदर हो सकते हैं। जिसमें से द फर्स्ट स्टेज द स्टार्टिंग स्टेज इज़ एक्चुअली गोइंग आउट देयर सेलेक्टिंग अ टेक्स्ट टैक फॉर आवरसेल्फ एंड एक्चुअली लर्निंग दोज़ टेक्नोलॉजीस। एग्जांपल के लिए अगर हम मर्न या मीन स्टैक को सेलेक्ट करते हैं तो हमें पता है हमें जावास्क्रिप्ट को सीखना पड़ेगा। तो एक्चुअली जाकर जावास्क्रिप्ट के अंदर जो बेसिक सिंटेक्स होता है, फंक्शनंस किस तरीके से लिखते हैं, कॉल्स किस तरीके से लगाते हैं, एसिंक्रोनस चीजें जावास्क्रिप्ट के अंदर ये सारी चीजें हमें कवर करनी पड़ेगी। एंड उसके बाद वी कैन गो एंड स्पेशलाइज़ इन एनी ऑफ़ द फ्रंट एंड फ्रेमवर्क्स जिसमें रिएक्ट जेएस सीख सकते हैं, नेक्स्ट जेएस सीख सकते हैं, व्यू जेएस सीख सकते हैं। वी कैन आल्सो लर्न एंगुलर जेएस। सो डिपेंडिंग अपॉन हम कौन से टेक्स्ट को पिक कर रहे हैं, कौन सी टेक्नोलॉजीस को पिक कर रहे हैं। उस हिसाब से हमें किसी ना किसी लेवल तक प्रोजेक्ट्स बनाने से पहले उन टेक्नोलॉजीस को सीखना पड़ेगा, कवर करना पड़ेगा। अब हमारी जो डोमेन या टेक्स्ट है वो प्योरली हमारे इंटरेस्ट के ऊपर डिपेंड करता है। हम चाहे तो वेब डेवलपमेंट की तरफ जा सकते हैं। ऐप डेवलपमेंट की तरफ जा सकते हैं या किसी और डोमेन को भी एक्सप्लोर कर सकते हैं। आई हैव आल्सो क्रिएटेड अ डेडिकेटेड वीडियो एक्सप्लेनिंग द डिफरेंसेस बिटवीन वेब डेवलपमेंट एंड ऐप डेवलपमेंट। इसके साथ में आई हैव आल्सो क्रिएटेड डेडिकेटेड रोड मैप्स फॉर लर्निंग वेब डेवलपमेंट एंड ऐप डेवलपमेंट। तो इन रोड मैप्स के अंदर हमें काफी सारे रिसोर्सेज़ भी मिल जाएंगे। और उसके साथ में वी विल आल्सो गेट टू नो अबाउट द डिफरेंट टेक्स्ट टैक्स जो ऐप डेवलपमेंट एंड वेब डेवलपमेंट के अंदर एक्सिस्ट करते हैं। नाउ द सेकंड स्टेप इन द प्रोसेस इज़ टू बिल्ड सम बेसिक प्रोजेक्ट्स यूजिंग द टेक्नोलॉजीस दैट वी हैव लर्न। फॉर एग्जांपल अगर हमने जावास्क्रिप्ट सीखा है तो उसके बाद हम एक कैलकुलेटर एप्लीकेशन बना सकते हैं। टू एप्लीकेशन बना सकते हैं। वेदर ऐप बना सकते हैं। एक ई-कॉमर्स वेबसाइट बना सकते हैं। कोई अपने लिए एक पोर्टफोलियो पेज बना सकते हैं। बट यहां पर इंपॉर्टेंट चीज नोट करने वाली ये है कि ये सारे प्रोजेक्ट्स हमें बनाने तो हैं पर इन्हें रे्यूे के अंदर ऐड नहीं करना। क्योंकि कोई भी स्टूडेंट जो जावास्क्रिप्ट सीखेगा वो नेचुरली सबसे पहले इसी तरीके के प्रोजेक्ट्स को बिल्ड करेगा। तो ऐसे प्रोजेक्ट्स ऑलमोस्ट हर एक कैंडिडेट करता है। तो इनमें से कोई भी प्रोजेक्ट ऐसा नहीं है जो एक रिक्रूटर को इंप्रेस करेगा। हमारे रे्यूे के अंदर हमें अपनी प्रोफाइल के सबसे इंप्रेसिव पार्ट्स को ऐड करना होता है। तो इसीलिए बेसिक प्रोजेक्ट्स हम बनाएंगे जरूर पर उन्हें हम अपने रे्यूुमे के अंदर ऐड नहीं करेंगे। एंड व्हाई आर वी बिल्डिंग दीज़ बेसिक प्रोजेक्ट्स बिकॉज़ वी शुड ऑलवेज नो हाउ टू वॉक बिफोर वी स्टार्ट टू रन। अपने फुल स्टक डिप्लॉयड प्रोजेक्ट्स को बिल्ड करने से पहले जहां पर हम कुछ यूनिक आइडियाज ऐड कर रहे हैं। हमें बेसिक चीजें करनी आनी चाहिए। हमें प्रैक्टिकल चीजें करनी आनी चाहिए। हमें उस टेक्नोलॉजी से छोटी-छोटी प्रॉब्लम्स को सॉल्व करना आना चाहिए। बिफोर वी स्टार्ट सॉल्विंग बिग प्रॉब्लम्स। तो इसीलिए इन बेसिक प्रोजेक्ट्स को बनाना भी इंपॉर्टेंट है। पर इन्हें रे्यूमे में हमें ऐड नहीं करना। तो इसी तरीके से हम फ्रंट एंड के अंदर कुछ टेक्नोलॉजीस सीखेंगे। उसके अंदर कुछ बेसिक प्रोजेक्ट्स बनाएंगे। बैक एंड के अंदर वी विल स्टार्ट टू लर्न टेक्नोलॉजीज़। उसके अंदर कुछ बेसिक प्रोजेक्ट्स बनाएंगे। डेटाबेसिस को सीखेंगे। अपने कुछ बेसिक तरीके से अपने डेटाबेसिस को इंटीग्रेट करना स्टार्ट करेंगे। इन टर्म्स ऑफ़ डेटाबेस माय पर्सनल एडवाइस इज़ कि हमें एसक्यूएल मोंगो डीबी दोनों को कवर करना चाहिए। उसकी हमें एक ब्रॉड अंडरस्टैंडिंग मिलती है कि डेटाबेस की क्याेंस होती है एक फुल स्टैक सिस्टम के अंदर। इवन दो इंटरव्यूज के अंदर मेजॉरिटी इंटरव्यूअर्स हमसे एसक्यूएल से रिलेटेड क्वेश्चंस ही पूछ रहे होंगे। अब फॉर स्टूडेंट्स हु आर इंटरेस्टेड इन लर्निंग जावास्क्रिप्ट एक कंप्लीट प्लेलिस्ट है जावास्क्रिप्ट की जिसको हमने YouTube के ऊपर डाला हुआ है। उसके साथ में हमने एसक्यूएल का एक वन शॉट भी अपलोड किया हुआ है अपना कॉलेज YouTube चैनल पर जिसके अंदर हम एंड टू एंड एसक्यूएल को कवर कर रहे हैं फॉर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग इंटरव्यूज़। तो इन दोनों को जाकर भी हम चेक कर सकते हैं। नाउ द थर्ड स्टेप इन द प्रोसेस इज़ टू एक्चुअली बिल्ड फुल स्टक सिस्टम जिसके अंदर हम अपनी फ्रंट एंड की, बैक एंड की, डेटाबेस की नॉलेज को कंबाइन करेंगे। एंड यही वो प्रोजेक्ट्स होंगे जिनके थ्रू हम डिफरेंट-डिफरेंट फंक्शनैलिटीज़ को सीखने की कोशिश करेंगे। फॉर एग्जांपल कल को जाकर कंपनी के अंदर हो सकता है हमें लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग को इंप्लीमेंट करना हो। तो वीडियो स्ट्रीमिंग को इंप्लीमेंट करने के लिए हम कैसे वेब आरटीसी को यूज़ करते हैं उसकी हमें पहले से नॉलेज होनी चाहिए। तो उसके लिए वी कैन बिल्ड अ Google मीट इंस्पायर्ड फुल स्टक सिस्टम। उसी के साथ में कल को हो सकता है हमें चैट्स फीचर के ऊपर काम करना पड़ जाए। तो उसके लिए चैट्स को इंप्लीमेंट करने के लिए कैसे हम वेब सॉकेट सॉकेट. को यूज करते हैं। उसकी एक अच्छी अंडरस्टैंडिंग के लिए वी कैन बिल्ड एन Instagram इंस्पायर्ड और अ WhatsApp इंस्पायर्ड सिस्टम जिसके अंदर हम सॉकेट. को यूज़ कर रहे हैं। सिमिलरली जितने भी हम फुल स्टैक सिस्टम्स को बिल्ड करेंगे उन सबके अंदर वी आर गोइंग टू इंप्लीमेंट डिप्लॉयमेंट। वी आर गोइंग टू इंप्लीमेंट ऑथेंटिकेशन, ऑथराइजेशन ताकि कुछ कॉमन जो अच्छी प्रैक्टिससेस होती हैं एज अ सॉफ्टवेयर इंजीनियर वो हम अपने सारे प्रोजेक्ट्स के अंदर किसी ना किसी तरीके से शोकेस कर पाएं। इसके साथ में वी कैन आल्सो यूज़ वर्जन कंट्रोल विद आवर सिस्टम्स। हम गिट एंड GitHub को साथ के साथ सीखते-चलते हुए अपने फुलस्टक सिस्टम्स को बिल्ड कर सकते हैं। इफ यू वांट टू लर्न अबाउट वर्जन कंट्रोल, आई हैव आल्सो अपलोडेड अ कंप्लीट लेक्चर ऑन गेट एंड GitHub जिससे जाकर हम सीख सकते हैं। नाउ द फाइनल स्टेप इज़ टू बिल्ड आवर ओन यूनिक प्रोजेक्ट्स। अब ये जो प्रोजेक्ट्स हैं इन्हें हम टीम में भी बना सकते हैं। इन्हें हम सोलो भी बना सकते हैं। फॉर एग्जांपल वन ऑफ़ आवर सिलेक्टेड स्टूडेंट्स व्हाट शी डिड वाज़ उन्होंने अपने कॉलेज के सारे के सारे प्रीवियस ईयर क्वेश्चन पेपर्स को एंड उसके साथ में जो डिफरेंट रिसोर्सेज थे, नोट्स थे उनको एक सिंगल वेबसाइट के ऊपर अपलोड कर दिया। एंड उस वेबसाइट के ऊपर कोई भी कॉलेज का स्टूडेंट आकर रजिस्टर कर सकता था। एंड दे कुड टेक हेल्प फ्रॉम द वेबसाइट। अब ये उन्होंने एक ऐसा प्रोजेक्ट अपने लिए बना दिया जिसको उन्होंने डिप्लॉय भी किया। इट वाज़ अ फुल स्टक प्रोजेक्ट जिसके अंदर शी कुड ब्रिंग सम एक्चुअल यूज़र्स एंड उस कॉलेज के एक्चुअल स्टूडेंट्स ही उसके यूज़र्स थे जिनको वो प्रोडक्ट हेल्प कर रहा था। सो दिस वाज़ अ यूनिक प्रोजेक्ट इन हर प्रोफाइल व्हिच हेल्प हर विद अ प्लेसमेंट। इसके साथ में इस तरीके के प्रोजेक्ट्स हम टीम के अंदर भी बना सकते हैं। कई कॉलेजेस के अंदर कुछ टेक सोसाइटीज होती हैं जो टीम में आकर इसी तरीके की वेबसाइट्स को बिल्ड करती हैं। या फिर कई बार टेक सोसाइटीज के अंदर एक टीम बनती है जो किसी फेस्ट के लिए या किसी हैकेथॉन के लिए पूरा का पूरा एक सिस्टम बनाती है जिसके अंदर कोई भी हैकेथन के पार्टिसिपेंट्स आकर रजिस्टर कर सकते हैं। दे कुड सबमिट देयर प्रोजेक्ट्स ऑनलाइन। तो इस तरीके की चीजें भी हम टीम में कॉलेज के अंदर बिल्ड कर सकते हैं। तो फोर्थ स्टेज ऐसी है जिसके अंदर हम काफी क्रिएटिव हो सकते हैं और अपने यूनिक आइडियाज से कुछ यूनिक चीज को बिल्ड कर सकते हैं। अब जब हम इन चारों प्रोसेससेस के चारों स्टेप्स के चारों लेवल्स के थ्रू जा रहे हैं तो दो और इंपॉर्टेंट चीजें हैं जिनको हम साथ के साथ कर सकते हैं। जिसमें से सबसे पहला है पार्टिसिपेटिंग इन हैकथों्स। हैकथों्स ऐसी चीज है जिसके अंदर चाहे हमने लेवल वन कंप्लीट कर लिया है, चाहे टू कर लिया, थ्री कर लिया है। हम किसी भी स्टेज में जाकर पार्टिसिपेट कर सकते हैं। एंड इनफैक्ट द अर्लियर यू पार्टिसिपेट इन हैकेथों्स द बेटर इट इज़। व्हाई? क्योंकि शुरुआत में जब हम हैकथों्स के अंदर जाएंगे, हो सकता है उस टाइम पर हमें उतनी टेक्नोलॉजीस नहीं आती। लेकिन जो हमारा एक इनिशियल डर होता है, जब हम अपने फर्स्ट हैथॉन में जाते हैं, तो वो डर हमारे लिए खत्म हो जाता है। इफ यू वांट यू कैन बिल्ड अ टीम विद योर फ्रेंड्स एंड गो एंड पार्टिसिपेट इन द हैकेथॉन। द वर्स्ट केसेस कि आपकी टीम सेलेक्ट नहीं होगी। आपकी टीम हार जाएगी, जीत नहीं पाएगी। पर वहां से भी हमें काफी अच्छा खासा एक्सपोज़र मिलेगा। हमें पता चलेगा कि दूसरे लोग आर द विनर्स इन हैकथों्स। वो किस तरीके की चीजें बिल्ड कर रहे हैं। कौन-कौन सी टेक्नोलॉजीस पर काम कर रहे हैं। हमें वैसे प्रोजेक्ट्स बनाने के लिए क्या-क्या और नई चीजें सीखनी पड़ेंगी। तो काफी सारा अच्छा खासा एक्सपोज़र है जो हमें हैकथों्स के थ्रू मिलता है। एंड उसके साथ में हैथों्स में जो हम प्रोजेक्ट्स बनाते हैं उन्हें भी हम अपने रे्यूे के अंदर ऐड कर सकते हैं। सेकंड चीज जो हम कर सकते हैं दैट इज़ टू कंट्रीब्यूट इन ओपन सोर्स प्रोजेक्ट्स और टू पार्टिसिपेट इन ओपन सोर्स प्रोग्राम्स। अगर हमें किसी ना किसी एक टेक्नोलॉजी के ऊपर अच्छी खासी हमने पकड़ बना ली है तो उसके बाद में वी आर एलिजिबल टू गो आउट देयर एंड पार्टिसिपेट इन वन ऑफ द प्रोजेक्ट्स और मे बी टू अप्लाई फॉर अ प्रोग्राम लाइक जीसस व्हिच इज़ Google समर ऑफ़ कोड। जीसस करने का सबसे बेस्ट टाइम कॉलेज का फर्स्ट ईयर एंड सेकंड ईयर होता है। व्हाई? क्योंकि हमे मेजॉरिटी स्टूडेंट्स का टारगेट होता है कि फोर्थ ईयर के अंदर हम कोई ना कोई एक अच्छी प्लेसमेंट लेकर चले जाएं। तो जनरली फोर्थ ईयर हमारा प्लेसमेंट इंटरव्यूज के थ्रू जा रहा होता है। थर्ड ईयर के अंदर हमारी कोशिश होती है कि हमारी ऐसी जगह इंटर्नशिप लग जाए जहां से हमारे पास एक पीपीओ ऑफर आ सके। एंड बिकॉज़ जीसस के अंदर पीपीओ या फुल टाइम ऑफर का कांसेप्ट नहीं होता। तो इसीलिए कॉलेज का फर्स्ट एंड सेकंड ईयर बेस्ट टाइम होता है टू पार्टिसिपेट इन दीज़ प्रोग्राम्स। सो इफ यू वांट टू नो मोर इन डिटेल अबाउट Google समर ऑफ़ कोड, तो उसके बारे में आई हैव आल्सो अपलोडेड अ डेडिकेटेड सेशन ऑन YouTube। हम चाहें तो उसको भी जाकर चेक कर सकते हैं। नाउ रियलिस्टिकली स्पीकिंग इन सारे स्टेप्स को कंप्लीट करने में हमें अराउंड सिक्स टू 8 मंथ्स लगेंगे। अगर हम अपनी डेडिकेटेड तैयारी कर रहे हैं एंड इफ वी आर डूइंग इट लीनिएंटली तो हमें 8 टू 12 मंथ्स का टाइम भी लग सकता है। बट ये जो मंथ्स का टाइम है ये हमें लॉन्ग टर्म के अंदर बहुत ज्यादा हेल्प करेगा क्योंकि अच्छे प्रोजेक्ट्स हमारे लिए बहुत सारी अच्छी अपोरर्चुनिटीज को ओपन अप कर सकते हैं इन टर्म्स ऑफ़ प्लेसमेंट्स। अब जनरली जब हमने अपने लिए कुछ यूनिक प्रोजेक्ट्स बना लिए हैं तो नेक्स्ट स्टेप्स होते हैं टू लर्न अबाउट सम मोर एडवांस कॉन्सेप्ट्स। जैसे वी कैन लर्न अबाउट सम डिफरेंट एडब्ल्यूएस सर्विसेस लाइक EC2, S3, राउट 53। उसके साथ में वी कैन गो एंड लर्न अबाउट कंटेनराइजेशन, डॉकर, कुबेनिटीज़, हाउ टू सेट अप अ सीडी पाइपाइन या फिर यूनिट टेस्टिंग हम किस तरीके से कर सकते हैं। तो इस तरीके के कांसेप्ट्स के बारे में हम जाकर सीख सकते हैं। उसके साथ में डिपेंडिंग अपॉन अपने डिफरेंट प्रोजेक्ट्स को बनाते हुए हमें कौन सी फील्ड के अंदर ज्यादा इंटरेस्ट आया। उसके अंदर वी कैन आल्सो लर्न मोर थिंग्स एंड डेवलप अ नीश इन दैट। जैसे हम डेवोप्स को एक्सप्लोर कर सकते हैं। वी कैन एक्सप्लोर डिफरेंट क्लाउड टेक्नोलॉजीज़। चाहे वो जीसीपी हो गया, एडब्ल्यूएस हो गया, एज्योर हो गया। और वी कैन गो एंड बिल्ड अ नीश इन साइबर सिक्योरिटी। या फिर हमें नेटवर्किंग में इंटरेस्ट आ रहा था तो वहां पर जाकर हम चीजों को एक्सप्लोर कर सकते हैं। सो मल्टीपल प्रोजेक्ट्स को बिल्ड करना हमें खुद के इंटरेस्ट और खुद की नीश को एक्सप्लोर करने में भी बहुत ज्यादा हेल्प करता है। इफ यू आर इंटरेस्टेड इन लर्निंग दीज़ कॉनंसेप्ट्स वी हैव आल्सो अपलोडेड अ कंप्लीट डॉक्यूमेंट कंटेनराइजेशन ट्यूटोरियल ऑन अपना कॉलेज YouTube। तो उसको भी जाकर हम चेक कर सकते हैं। अब ये तो हमने कवर कर ली वो सारी चीजें जो इंपॉर्टेंट होती हैं जब भी हम प्रोजेक्ट बनाने की बात करते हैं जिनको हमें ध्यान में रखना है। पर उसके साथ में देयर आर आल्सो सम इंपॉर्टेंट डोंट्स जिनको हमें ध्यान रखते हुए चलना है और कुछ बेसिक मिस्टेक्स हैं जिनको हमें बिल्कुल नहीं करना है। जिसमें से फर्स्ट मिस्टेक है ऑफ बिल्डिंग बेसिक फ्रंट एंड प्रोजेक्ट्स। ऐसे प्रोजेक्ट्स जिसके अंदर सिर्फ फ्रंट एंड है वो भी फ्रेमवर्क भी नहीं है। सिर्फ hटीml सीएसएस जावास्क्रिप्ट को ही यूज़ करके हमने कोई प्रोजेक्ट बना दिया है। सो दीज़ प्रोजेक्ट्स आर नॉट एट ऑल इंप्रेसिव इन रे्यूमे। और ये हमारे रे्यूमे को कहीं भी शॉर्टलिस्ट कराने में हमें हेल्प नहीं करेंगे। तो हमें ऐसे प्रोजेक्ट्स को रेजुमे के अंदर ऐड करने की कोशिश करनी है जो हमारे लिए हमारे कॉम्पिटेंस को सेट करते हो। और कॉम्पिटेंस को सेट करने के लिए आज की डेट में इफ यू आर टारगेटिंग डेवलपमेंट बेस्ड रूल्स तो आपको फ्रंट एंड भी आना चाहिए। आपको बैक एंड भी आना चाहिए। आपको डिप्लॉयमेंट भी आना चाहिए। एंड उसके साथ में वी शुड आल्सो हैव गुड नॉलेज अबाउट डेटा बेसिस। सेकंड मिस्टेक जो हमें कमिट नहीं करनी है दैट इज़ कॉपी पेस्टिंग अ प्रोजेक्ट डायरेक्टली फ्रॉम गीब और फ्रॉम अ फ्रेंड। ऐसा प्रोजेक्ट अब अगर हम अपने रेजुमे के अंदर ऐड करते हैं जिसके ऊपर हमने खुद काम नहीं किया है जिसका कोड हमने खुद बैठकर नहीं लिखा है तो वो ऐसी चीज है जो हमें गारंटीड किसी भी कंपनी के इंटरव्यू से रिजेक्ट करा सकता है ऑलमोस्ट इंस्टेंटली इंटरव्यूज के अंदर किसी भी इंटरव्यूअर के लिए द बिगेस्ट टर्न ऑफ इज़ व्हेन यू कॉपी पेस्टिंग समबडी एल्स वर्क एंड क्लेमिंग इट एज योर ओन एंड कोई भी अगर सीरियस इंटरव्यूअर वहां पर बैठा होगा तो उसे 5 मिनट भी नहीं लगेंगे यह फिगर आउट करने में कि यह जो प्रोजेक्ट है यह एक्चुअली आपने बिल्ड किया है या नहीं किया क्योंकि क्योंकि कई बार इंटरव्यूअर्स सीरियसली उस प्रोजेक्ट के बारे में 20 टू 30 मिनट्स के डिस्कशंस में भी चले जाते हैं। और ऐसे में किसी भी एक्सपीरियंस सॉफ्टवेयर इंजीनियर को टाइम नहीं लगेगा। टू फिगर आउट दैट दिस इज़ समथिंग दैट यू हैव जस्ट कॉपी पेस्टेड फ्रॉम समबडी एल्स। तो ये एक ऐसी मिस्टेक है जिसको हमें बिल्कुल कमिट नहीं करना है। अपने रेज्यूुमे के अंदर हमें सिर्फ जेन्युइन प्रोजेक्ट्स को मेंशन करना है जिनकी हमें कंप्लीट नॉलेज हो और जिनके बारे में हम डिटेल्ड तरीके से सारे क्वेश्चंस को आंसर कर सकें जिनके बारे में हम बात कर सकें। एंड द थर्ड मिस्टेक जिससे हमें बच के रहना है दैट इज डूइंग ग्रुप प्रोजेक्ट्स इवन इफ दे आर नॉट एडिंग एनी वैल्यू टू अस। ग्रुप के अंदर टीम के अंदर प्रोजेक्ट बनाने का सेंस तब बनता है जब हम एक अच्छे बड़े लेवल के प्रोजेक्ट को कम टाइम के अंदर कंप्लीट कर सकें। तो मल्टीपल टीम मेंबर्स होते हैं जो डिफरेंट-डिफरेंट प्रोजेक्ट के पार्ट्स को हैंडल कर लेते हैं और वो प्रोजेक्ट जल्दी कंप्लीट हो जाता है। उसके साथ में टीम प्रोजेक्ट बनाने का तब भी सेंस बनता है जब टीम के डिफरेंट मेंबर्स को डिफरेंट टेक्नोलॉजीस आती हो। तो हम मल्टीपल फंक्शनैलिटीज को एक सिंगल प्रोजेक्ट के अंदर इनकर्पोरेट कर सकते हैं। एंड यही चीज है जो कई सारी टीम्स को हैकेथों्स के अंदर जितवा रही होती है। बट ऐसी टीम के अंदर काम करने का ज्यादा कोई बेनिफिट नहीं होगा जिसके अंदर चारप मेंबर्स हैं जिसमें से दो-तीन मेंबर्स कोई कोड नहीं कर रहे जिन्हें कोई इंटरेस्ट नहीं है प्रोजेक्ट बनाने में और बाकी दो लोग हैं जो मिलकर अपने प्रोजेक्ट को कंप्लीट कर रहे हैं। सो इंस्टेड ऑफ़ बिल्डिंग प्रोजेक्ट्स विद अनइटरेस्टेड पीपल इट विल बी बेटर टू क्रिएट अ प्रोजेक्ट ऑन योर ओन। अब जब भी हम टीम प्रोजेक्ट्स को रे्यूमे के अंदर मेंशन करते हैं तो वहां पर हमें ये जरूर ध्यान रखना है कि कोई भी जो भी इंटरव्यूअर होगा दे विल ट्राई टू ग्रिल यू मोर अबाउट द टीम प्रोजेक्ट्स क्योंकि वो फिगर आउट करने की कोशिश करेंगे कि इस टीम प्रोजेक्ट के अंदर कितना कंट्रीब्यूशन आपके अकेले का है। क्योंकि जनरली इस तरीके की जो सिचुएशन होती हैं वो काफी कॉलेजेस के अंदर कॉमन होती हैं जहां पर हाफ ऑफ द टीम इज नॉट इवन वर्किंग ऑन द प्रोजेक्ट। तो अपने रिज्यूमे के अंदर वही टीम प्रोजेक्ट मेंशन करने हैं जहां पर हमारा एक सिग्निफिकेंट कंट्रीब्यूशन रहा। इसके साथ में एक और जनरल सवाल होता है स्टूडेंट्स का कि कितने प्रोजेक्ट्स हैं जो हमें मिनिमम रेजुमे के अंदर ऐड करने चाहिए। तो ऐज़ अ स्टूडेंट मिनिमम एक्सपेक्टेशन इज़ कि एटलीस्ट दो फुल स्टक डिप्लॉयड अच्छे प्रोजेक्ट्स तो आपके पास होने ही चाहिए। एट मैक्स आप फोर प्रोजेक्ट्स हैं जो अपने रे्यूे के अंदर ऐड कर सकते हैं। तो इफ वी आर अपाइंग फॉर इंटर्नशिप्स तो दो अच्छे फुल स्टक प्रोजेक्ट्स ऐड करना इज़ गोइंग टू बी गुड इनफ। इफ वी आर अप्लाइंग फॉर फुल टाइम ऑफर्स तो वहां पर तीन प्रोजेक्ट्स ऐड करना इज़ गोइंग टू बी सफिशिएंट। पर ये सारे वो प्रोजेक्ट्स होने चाहिए जिनके बारे में हम इन डेप्थ बात कर पाए। तो आई होप कि आज के सेशन से जितने भी डाउट्स हमारे दिमाग में थे रिगार्डिंग द काइंड ऑफ प्रोजेक्ट दैट वी शुड बी क्रिएटेड टू बी एबल टू गेट शॉर्टलिस्टेड फॉर प्लेसमेंट्स और इंटर्नशिप ऑपोरर्चुनिटीज़ वो सारे डाउट्स हमारे दिमाग से क्लियर हो गए होंगे एंड सारी चीजों को मैंने कंप्लीट डेप्थ में आंसर करने की कोशिश की है। इसके बाद में इफ यू हैव एनी क्वेरीज यू कैन लेट मी नो इन द कमेंट सेक्शन। आई होप दैट यू फाउंड दिस सेशन हेल्पफुल। आज के लिए इतना ही। मिलते है नेक्स्ट सेशन के अंदर। टिल देन कीप लर्निंग एंड कीप एक्सप्लोर। [संगीत] नेवर सन इन