[संगीत] स्टडी आईक्यू आईएस अब तैयारी हुई अफोर्डेबल नमस्कार दोस्तों दोस्तों पिछले एक दो दिनों से लगातार आप एक खबर सुन रहे होंगे कि जो कैप्टन अंशुमन सिंह जो कि वीरगति को प्राप्त हुए थे पिछले साल 2023 में 19 जुलाई को उनको कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया और उसको रिसीव करने के लिए जैसा कि आप देख सकते हो राष्ट्रपति जी ने उनकी जो धर्मपत्नी और साथ ही साथ उनकी जो माता जीी हैं उनको यह कीर्ति चक्र दिया लेकिन उसके बाद से कुछ कंट्रोवर्सीज हो गई और काफी दुख हो रहा है इसको देखकर जो कि नहीं होना चाहिए लेकिन ये आप देख सकते हो खबर जो कैप्टन अंशुमन सिंह के पेरेंट्स हैं उन्होंने क्लेम किया है कि उनकी जो डॉटर इन लॉ है मतलब अंशुमन सिंह की जो वाइफ है वो कीर्ति चक्र अपने साथ ले गई हैं हमें छोड़ दिया है और वह अपने साथ ले गई हैं और जो भी यहां पर एड वगैरह दिया गया है वो सब कुछ उनकी धर्मपत्नी को ही मिलेगा और यहां पर पेरेंट्स को कुछ नहीं मिल रहा है और इसी को लेकर जो पेरेंट्स हैं वो चाहते हैं कि जो ने ने ऑफ किन वाली पॉलिसी होती है अ स्पेशली मिलिट्री के अंदर इसमें बदलाव किया जाए ताकि पेरेंट्स को भी कुछ हक हो और इसी को मैं थोड़ा डिस्कस करूंगा वीडियो के अंदर कि एगजैक्टली ये नेक्स्ट ऑफ किन की पॉलिसी क्या है यहां पर उन्होंने आरोप क्या लगाए हैं सरकार से वह क्या चाहते हैं वो सारी चीजें आपको समझ में आ जाएंगी चलिए आगे बढ़ते हैं लेकिन उससे पहले मैं आप सबको यह भी बता दूं कि हमारा जो नया जीएस फाउंडेशन बैच है 2025 के लिए प्रतिज्ञा बैच ये आप ले सकते हैं बाय यूजिंग द कोड अंकित लाइव आपको मैक्सिमम डिस्काउंट मिल जाएगा और इसका जो लिंक है वो कमेंट सेक्शन में दिया हुआ है और इसके अलावा अगर आप एमसीक्यू वगैरह अटेंप्ट करना चाहते हैं तो मेरे ा पेज पर जाइए वहां पर स्टोरीज में जितने भी एमसीक्यू हैं उसको भी आप अटेंप्ट कर पाएंगे चलिए शुरुआत करते हैं और सबसे पहले ये देखते हैं कि एगजैक्टली हो क्या रहा है देखिए यहां पर आर्मी में इंडियन आर्मी में नेक्स्ट ऑफ किन जो पॉलिसी है जो रूल्स है उसमें बदलाव करने की बात कही जा रही है और उसका कारण यह है कि यहां पर जो पेरेंट्स हैं कैप्टन अंशुमन सिंह के उनका यह कहना है कि जो अभी एसिस्टिंग पॉलिसीज है वो यहां पर जो उनके स्पाउस होते हैं जो कि अंशुमन सिंह की पत्नी है उन्हीं को प्रायोरिटी करता है और यहां पर हमें मतलब बाकी के जो फैमिली मेंबर्स हैं उनको एक तरह से अकेला छोड़ देता है खैर यहां पर आप देख सकते हो फिफ्थ ऑफ जुलाई को अंशुमन सिंह को कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था मतलब कि बैट बैटलफील्ड में जो आपका सर्वोच्च बलिदान होता है उसके लिए दिया जाता है और ध्यान रखिएगा ये भारत का सेकंड हाईएस्ट पीस टाइम गैलेंट ऑनर है है और यहां पर जो अंशुमन सिंह की माता जी हैं मंजू एंड जो वाइफ है स्मृति उनको यह अवार्ड जो है दिया गया था जैसा कि आप अगेन पिक्चर में देख पाओगे खैर मैं यहां पर एक चीज बता देता हूं शायद बहुत से लोगों को नहीं भी पता हो लेकिन पिछले साल 2023 में 19 जुलाई को अंशुमन सिंह अ वो वीरगति को प्राप्त हुए थे बेसिकली उनकी पोस्टिंग हुई थी जो 26 पंजाब कोर है उसमें एज अ मेडिकल ऑफिसर और वो सियाचिन ग्लेशियर में उनकी पोस्टिंग थी क्या होता है 19 जुलाई को अनफॉर्चूनेटली सुबह के 3:00 बजे एक शॉर्ट सर्किट की वजह से जो इंडियन आर्मी का एम्युनिशन डंप होता है वहां पर आग लग जाती है इसको देखते हुए उन्होंने यहां पर ठाना कि जो भी लोग उसके अंदर फंसे हुए हैं मैं उनको बचा कर आऊंगा और वैसा ही किया बिना डरे वह उसके अंदर गए और करीब चार से पांच लोगों को वहां से निकाल लिया अब क्या होता है जब उन्होंने निकाल लिया तो उनके पास ऑप्शन था कि वह रुक सकते थे लेकिन क्या हुआ कि उसी के जस्ट बगल में एक और मेडिकल इन्वेस्टिगेशन रूम है तो वहां पर भी कुछ लोग फ हुए थे तो उनको निकालने के लिए जब वो अंदर गए वहीं पर वो ट्रैप होकर रह गए एंड अनफॉर्चूनेटली वो वीर गति को प्राप्त हुए तो यह अंशुमन सिंह का जो बहादुरी था जो उन्होंने बलिदान दिया उसके लिए उनको यह कीर्ति चक्र जो है दिया गया है एंड यहां पर अब क्या हुआ है कीर्ति चक्र देने के बाद फिफ्थ ऑफ जुलाई को दिया गया तो यहां पर कुछ दिन के बाद जो पेरेंट्स हैं उनका मीडिया में एक तरह से इंटरव्यू आता है और उसमें वो ये कहते हैं जो भी यहां पर फाइनेंशियल असिस्टेंट जितनी भी चीजें मिली हैं वो सब कुछ उनके वाइफ को मिला है और इसलिए हम चाहते हैं कि जो रूल्स हैं उसमें बदलाव किया जाए ताकि पेरेंट्स को भी कुछ असिस्टेंसिया खैर यहां पर अंशुमन सिंह की जो पेरेंट्स हैं सॉरी यहां पर स्पेलिंग मिस्टेक हो गया है तो उनके जो पेरेंट्स हैं उनकी गुहार क्या है मैं आपको बताता हूं उनके जो जो पिता है ना रवि प्रताप सिंह देखिए उन्होंने क्या कहा उन्होंने कहा कि हमारे पास हमारे बेटी की जो फोटो है उसपे जो माला टंगी हुई है उसके अलावा और कुछ भी यहां पर हमारे पास नहीं है मतलब हमारे बेटे से रिलेटेड जो बिलोंग थे चाहे उससे रिलेटेड जितनी भी चीजें है फोटो एल्बम कुछ भी हमारे पास नहीं है ऐसा लगता है कि यहां पर अंशुमन सिंह हमारे जीवन का हिस्सा था ही नहीं सोचिए वो एक पेरेंट्स ऐसा कह रहे हैं और साथ ही साथ उन्होंने यह आरोप लगाया कि उनकी जो ड डॉटर लॉ है मतलब जो स्मृति उनकी वाइफ है अंशुमन सिंह की वो सब कुछ लेकर चली जाती हैं इनफैक्ट यहां पर जो कीर्ति चक्र है वो भी वो अपने साथ ले गई अ मतलब उन्होंने क्वेश्चन किया कि क्या हमारा हमारे बेटे के ऊपर कोई भी हक नहीं बनता यहां पर चाहे कीर्ति चक्र हो फाइनेंशियल असिस्टेंसिया है तो कहीं ना कहीं यहां पर जो रूल्स है उसके अंदर बदलाव करने की आवश्यकता है फर्द आप देख सकते हो यहां पर बोला गया पेरेंट्स के द्वारा वी अपील टू आवर गवर्नमेंट टू री कंसीडर दज नॉर्म्स टू इंश्योर कि यहां पर जो पेरेंट्स हैं उनको अबन नहीं किया जाए मतलब दे वर नॉट टॉकिंग अबाउट कि उ उनके लिए दे वर टॉकिंग कि फ्यूचर में ऐसा फिर कभी ना हो क्योंकि अभी तक जो होना था वो तो हो गया लेकिन फ्यूचर में इस तरह की कभी भी सिचुएशन आती है तो किसी पेरेंट्स को इस फेस से ना गुजरना पड़े इट इज हार्ड रेंच टू बी लेफ्ट विदाउट एनी कनेक्शन हमारे पास कोई कनेक्शन ही नहीं बचा हमारे बेटे के लिए वी नीड फेयर ट्रीटमेंट एंड सपोर्ट फॉर ऑल फैमिली मेंबर्स टू ऑनर द सैक्रिफाइस ऑफ ब्रेव सोल्जर और एक तरह से वो आरोप लगाए कि यहां पर जब कृति चक्र वगैरह मिला तो उसके बाद जो उनकी डॉटर इन लॉ है उनको यहां पर छोड़कर वो गुरदासपुर चली गई लखनऊ से गुरदासपुर चली गई देखो मैं यहां पर एक चीज बता देता हूं आपको जो अंशुमन सिंह और उनके जो पेरेंट्स हैं वो एक्चुअली 20222 में ही लखनऊ शिफ्ट हुए थे देवरिया से लखनऊ शिफ्ट हुए थे तो ओबवियस सी बात है अंशुमन सिंह को तो जाना पड़ता था पोस्टिंग के लिए तो उनके जो पेरेंट्स हैं वो लखनऊ में रहते थे फिर आगे चलकर क्या होता है कि यहां पर जो अ अ अंशुमन सिंह और जो स्मृति हैं वो शादी कर लेते हैं 2023 में मतलब पेरेंट्स के सहमति से तो अंशुमन सिंह के पेरेंट्स ने कहा कि अ कंसेंट के हिसाब से हमने यहां पर जो शादी है वो नोएडा में हो गई थी तो उसके बाद क्या हुआ कि जब यहां पर खबर आती है 19 जुलाई 2023 को कि अंशुमन सिंह वीरगति को प्राप्त हुए हैं हमने यहां पर उनको जो है वा उनकी वाइफ को सबको जो है लखनऊ बुलाया और फिर हम चले गए गोरखपुर उनके लास्ट राइट्स के लिए जो रिचुअल्स होता है वो फॉलो करने के लिए फिर यहां पर जो 13वीं होती है आई एम श्योर आप सबको पता होगा 13वीं के बाद यहां पर जो स्मृति है उन्होंने इंसिस्ट किया अंशुमन सिंह के पैरेंट से कि मैं वापस अपने घर जो है गुरदासपुर जाना चाहती हूं और अगले दिन क्या है कि वो पहले नोएडा जाते हैं जो है और वहां से एक तरह से जो फोटो एल्बम है अंशुमन सिंह के क्लोथ्स हैं जितने भी उनसे रिलेटेड बिलोंग है वो नोएडा से आपका गुरदासपुर लेकर चले गए तो यही यहां पर एक तरह से आरोप है इनफैक्ट उन्होंने ये भी कहा कि जब कीर्ति चक्र मिला तो हमारे पास इतना भी समय में हमें नहीं दिया गया कि हम कीर्ति चक्र को अच्छे से टच भी कर सकें देख सकें और अल्टीमेटली जो स्मृति है वह कीर्ति चक्र लेकर अपने साथ चली जाती है अगेन ये आप देख सकते हो यही कर्ति चक्र की हम बात कर रहे थे खैर यहां पर मैं आपको एक और चीज बता दूं कि सेंट्रल गवर्नमेंट के अलावा यहां पर जो यूपी सरकार है उन्होंने भी एक तरह से 50 लाख का जो असिस्टेंसिया और इसको लेकर भी जो अंशुमन सिंह की माता जी उन्होंने कहा कि देखिए ये जितनी भी चीजें हैं वो सब कुछ उनके वाइफ के पास ही जाएगा उन्हो उने पेरेंट्स ने ये बताया कि एक तरह से जो एड्रेस है उन्होंने लखनऊ परमानेंट जो एड्रेस होता है तो उनकी वाइफ ने उसको गुरदासपुर शिफ्ट कर दिया तो फ्यूचर में कोई भी करेस्पॉन्ड कोई भी जो कम्युनिकेशन होता है वो सब कुछ गुरदासपुर जाएगा ठीक है तो ये एक तरह से यहां पर आरोप लगाया गया या फिर गुहार कह लीजिए खैर यहां पर मैं एक और चीज कहना चाहूंगा कि देखिए जो उनकी पत्नी है स्मृति उनका भी मैं थोड़ा सा कुछ कहीं स्टेटमेंट देखने की कोशिश कर रहा था लेकिन अभी तक कोई भी उनकी तरफ से स्टेटमेंट अभी आया नहीं है वो होता तो मैं जरूर बताता तो खैर आई होप कि आप समझ रहे होंगे कि यहां पर हो क्या रहा है यहां पर जो एन ओके के रूल्स है दैट इज नेक्स्ट ऑफ किन के जो रूल्स हैं वो क्या होता है देखो बेसिकली एक पर्सन के जो सबसे क्लोजेस्ट रिलेटिव होते हैं या फिर लीगल रिप्रेजेंटेटिव उन्हीं को नेक्स्ट ऑफ किन कहा जाता है आर्मी के अंदर क्या है कि अगर कहीं पर कुछ भी होता है सर्विस मेंबर को तो यहां पर जो भी एक्स ग्रेश अमाउंट या फिर जो भी मदद होती है वो एक तरह से जैसे आपने बैंक नॉमिनी सुना होगा ना सेम उसी प्रकार से कि नेक्स्ट ऑफ किन को दिया जाता है तो जब भी भी कोई आर्मी जो ऑफिसर है जो कैडेट है वो जॉइन करता है आर्मी में तो स्टार्टिंग में अगर उसकी शादी नहीं हुई है तो उनके पेरेंट्स एक तरह से नेक्स्ट ऑफ किन बन जाते हैं लेकिन शादी होने के बाद जो स्पाउस हैं ठीक है पति या पत्नी वो नेक्स्ट ऑफ किन बन जाते हैं तो एक इसी की वजह से यहां पर जो उनके पेरेंट्स हैं वो चाहते हैं कि जितनी भी बेनिफिट्स फाइनेंशियल असिस्टेंट बिलोंग ंग सब कुछ स्पाउस के पास ही जाता है पेरेंट्स के पास कुछ बचता ही नहीं है तो देखिए एक सिचुएशन आई है यहां पर और देखना होगा देखो मे बी हो सकता है सरकार कुछ एक्स्ट्रा कुछ अनाउंस कर दे पेरेंट्स के लिए एंड आई थिंक कि कुछ करना चाहिए अगर यह सिचुएशन है अभी देखना होगा कि अगर क्या स्मृति का कोई बयान आता है इसको लेकर खैर आई होप कि ये जो पूरा मुद्दा था जो चल रहा था वो मैं क्रिस्टल क्लियर आपको करना चाहता था बताना चाहता था इसके बारे में और जाने से पहले एक क्वेश्चन आप सभी के लिए क्या बता सकते हो देखो यहां पर दो कैटेगरी होती हैं गैलेंट अवार्ड्स की एक होता है गैलेंट इन द फेस ऑफ दी एनिमी और दूसरा होता है गैलेंट अदर दन इन द फेस ऑफ द एनेमी तो यहां पर क्या बता सकते हो कि इनमें से जो अवार्ड जो है तो यह जो कैटेगरी है ना गैलेंट इन द फेस ऑफ द एनिमी इनमें से कौन सा अवार्ड उस कैटेगरी से बिलंग करता है यह आपको यहां पर बताना है इसका राइट आंसर आप सबको पता है मेरे instagram's में डालता रहता हूं अगर आपको पीडीएफ हि है तो हो रहा 18th ऑफ जुलाई से यू कैन टेक दिस बाय यूजिंग द कोड अंकित लाइफ आई होप कि वीडियो आपको पसंद आया होगा मिलता हूं आपसे नेक्स्ट टाइम टिल देन थैंक यू वेरी मच सी यू सून स्टडी आईक्यू आईएस अब तैयारी हुई अफोर्डेबल