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ऑप्टिकल फाइबर कम्युनिकेशन का गहन अध्ययन

हेलो स्टूडेंट्स मैं आकाशदीप स्वागत करता हूं आपका के क्लासेस मेरठ परिवार में मैं आप लोगों को पॉलिटेक्निक के इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन ब्रांच में पढ़ाया जाने वाले सब्जेक्ट ऑप्टिकल फाइबर कम्युनिकेशन को पढ़ा रहा हूं इसके अंदर मैंने दो यूनिट कंप्लीट की है आपका बेसिक स्ट्रक्चर ऑफ ऑप्टिकल फाइबर फर्स्ट यूनिट और सेकंड है हमारा ऑप्टिकल सोर्स ठीक है थर्ड यूनिट का मैंने एक लेक्चर लिया है जिसके जो की है आपका ऑप्टिकल डिटेक्टर ऑप्टिकल डिटेक्टर के बारे में मैंने आपको फर्स्ट लेक्चर में बताया था मैं एक बार फिर से बता देता हूं बेसिकली ऑप्टिकल डिटेक्टर वह डिवाइस होते हैं जो ऑप्टिकल फाइबर केबल जो होता है हमारा उससे प्राप्त इलेक्ट्रिकल सिग्नल को कन्वर्ट करते हैं इलेक्ट्रिकल सिग्नल में ठीक है ना उसके जो ऑप्टिकल फाइबर केबल होता है उसके अंदर जो हमारा सिग्नल का ट्रैवलेटेशन मतलब ट्रेवल होता है वो होता है आपका लाइट्स वेव में जो हमारा ऑप्टिकल डिटेक्टर होता है उससे प्राप्त यानी की ऑप्टिकल फाइबर केबल से प्राप्त इलेक्ट्रिकल सिग्नल को कन्वर्ट करता है इलेक्ट्रिकल सिग्नल में जो भी हमारा लाइट सिग्नल है उसको कन्वर्ट करेगा इलेक्ट्रिकल सिग्नल में इसके अंदर जो फोटो डिटेक्टर होता है हम मोस्टली उसे करते हैं फोटो डायोड फोटो ट्रांजिस्टर न फोटो डायोड होता है आपका पिन डायोड होता है avlanshi डायोड होता है इनको उसे किया जाता है ठीक है यह क्या करते हैं इनके ऊपर जब हम लाइट को इंसीडेंट यानी की लाइट एनर्जी को डालते हैं तो यह क्या करते हैं उसको कन्वर्ट करते हैं इलेक्ट्रिकल एनर्जी में ठीक है ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि जो हमारा ओरिजिनल सिग्नल होता है ओरिजिनल सिग्नल है हमारा कोई भी जो की हमारा डाटा वॉइस और आपका क्या कहते हैं ऑडियो वीडियो की फॉर्म में होता है उसको वापस से हमें क्या करना होता है इलेक्ट्रिकल सिग्नल में कन्वर्ट ठीक है तो इसलिए हम उसे करते हैं इसका ऑप्टिकल डिटेक्टर का इससे पहले लेक्चर में मैंने आप लोगों को बताया था जो आपका न फोटो डायोड होता है उसकी वर्किंग प्रिंसिपल कैसे वर्क करता है वो सब मैंने बताया था उसके अंदर जो चार्ज जो आपका इलेक्ट्रिकल सिग्नल होता है वह फ्लो वह बेसिकली क्या होता है रिवर्स लीकेज करंट होता है उसके कारण होता है और लीकेज करंट जो डिवाइस है वो फ्लो होता है लीकेज करंट हमारा ड्यू तू माइनॉरिटी चार्ज करियर्स माइनॉरिटी चार्ज कैरियर सोते हैं उनके कारण हमारा लीकेज करंट फ्लो होता है जिसको हिंदी में बोलते हैं charandhara उसको बोला जाता है charandhara अब समझ लेते हैं ऑप्टिकल डिटेक्टर क्या है यहां मैं बता रहा हूं आप लोगों को ऑप्टिकल डिटेक्टर सपोर्ट कीजिए यह ऑप्टिकल डिटेक्टर क्योंकि आपकी ए रही है ऑप्टिकल फाइबर केबल से ऑप्टिकल फाइबर केबल से ए रही है वह लाइट एनर्जी और यह डिवाइस ऐसा डिवाइस होता है इसको ट्रांसड्यूसर भी बोला जाता है ट्रांसलेशन वह डिवाइस होते हैं जो एक फॉर्म की एनर्जी को दूसरी फॉर्म की एनर्जी में कन्वर्ट करते हैं तो जैसा आप देख रहे हैं यहां पर लाइट एनर्जी है ये यानी की लाइट सिग्नल उसको कन्वर्ट करेगा ये किस्म इलेक्ट्रिकल सिग्नल इसमें कन्वर्ट कर रहा है इलेक्ट्रिकल सिग्नल में ठीक है तो इलेक्ट्रिकल सिग्नल में अब देखिए लाइट एनर्जी है हमारी लाइट एनर्जी को कन्वर्ट करके किस में करो लाइट सिग्नल यह इलेक्ट्रिकल सिग्नल या इलेक्ट्रिकल एनर्जी ठीक है अब जैसे आप देख का रहे हैं यहां पर तो है हमारी जो एनर्जी है एक फॉर्म की एनर्जी वह लाइट है ठीक है और यहां पर है आपकी इलेक्ट्रिकल ठीक है तो ये एक फॉर्म की जो एनर्जी है आपकी मतलब एक फॉर्म मतलब उसका एक टाइप है लाइट और दूसरे टाइप में कन्वर्ट कर रहा है इलेक्ट्रिकल इसके अंदर जो फोटो डिटेक्टर होता है हम मोस्टली उसे करते हैं न फोटो डायोड होता है हमारा पीएम फोटो डायोड और आज हम इसी के बारे में स्टडी करेंगे और दूसरा होता है हमारा पिन फोटो कैसे वर्क करता है यहां पर देखिए यह आप देख रहे होंगे की यहां पर दो एनर्जी लेवल है आपका एव इसको बोला जाता है बैलेंस बैंक यह होता है बैलेंस बैंक और यह स्टेबल होता है अपने आप में एक स्टेबल होता है ठीक है इसको बोला जाता है कंडक्शन बंद इसको बैलेंस बंद एनर्जी यह कंडक्शन बंद एनर्जी ठीक है एनर्जी गैप ओके यहां से कोई अगर आपका इलेक्ट्रॉन है अगर हम उसको कोई एनर्जी देते हैं यानी की जाती है जो की हमारा लाइट के फॉर्म में होती है जैसे की मैं यहां बता रहा हूं यहां पर यह क्या है इनपुट लाइट सिग्नल तो बेसिकली ये होता है आपका फोटो फोटो एनर्जी लेवल में चला जाएगा और chhanant धारा यानी के लीकेज करंट जो होता है वह फ्लो होता है सेमीकंडक्टर में जो आपके माइनॉरिटी चार्ज करियर्स होते हैं जो माइनॉरिटी चार्ज कैरियर सोते हैं उनके कारण फ्लो होता है अब आप देखिए यह है आपका न जंक्शन न फोटो दियो ये डायग्राम है आपका ये पी टाइप है आपका और ये आंटे है एक्चुअल में जो हम इनको जोड़ते हैं वो रिवर्स वॉइस में जोड़ते हैं रिवर्स वॉइस का मतलब ये होता है की जो पी का बैटरी कनेक्शन होगा वो नेगेटिव से और एन का कनेक्शन होगा आपका पॉजिटिव से जैसे आप यहां देख का रहे हैं ये पी जो होता है ये नेगेटिव होगा आपका और ये पॉजिटिव होगा ठीक है ये नेगेटिव होगा ठीक तो क्या करते हैं ये जो रीजन है ये एक्चुअल में कहलाता है डिप्रेशन रीजन ठीक है डिप्रेशन को बोलते हैं हिंदी में बोला जाता है हमारे चर्च करियर्स नहीं पाए जाते हैं चार्ज कैरियर से मतलब हो गया आपका जिसके अंदर चार्ज होता है जैसे की आपका इलेक्ट्रोंस हो गया और आपके होल्स हो गई होल्स पे आपका पॉजिटिव चार्ज होता है और जो इलेक्ट्रोंस होते हैं उन पर नेगेटिव चार्ज होता है ठीक है तो दो तरीके के चार्ज कैरियर होते हैं एक पॉजिटिव और एक नेगेटिव तो diplation क्षेत्र वह क्षेत्र होता है जहां पर दोनों ही चार्ज करियर्स नहीं पाए जाते हैं तो फिर इसमें पाया क्या जाता है इसमें पाया जाते हैं आपके आ इन मोबाइल चार्ज कैरियर इन मोबाइल चार्ज कैरियर क्या होते हैं जिसके अंदर जिस पर ना तो नेगेटिव चार्ज होता है ना पॉजिटिव होता है एक्चुअल में जब कोई आप कहते हैं मटेरियल एक क्या करता है इलेक्ट्रोंस को लेता है तो उसे पर क्या होता है चार्ज ए जाता है पॉजिटिव और नेगेटिव इदर कुछ भी ए सकता है ठीक है ना तो उससे क्या होता है ये मोबाइल चार्ज कैरियर बनते हैं ठीक तो यहां पर आप देखेंगे पी के अंदर जो मोबाइल चार्ज कैरियर होते हैं वो ये होते हैं आपके नेगेटिव यहां पर आपके पॉजिटिव होगा जो इलेक्ट्रोंस और होल्स मूव करेंगे वह क्या करेंगे किधर पॉजिटिव की तरफ और जो पोल्स होगा वो करेगा नेगेटिव की तरफ ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जो अपोजिट चार्ज कैरियर होते हैं जो अपोजिट होते हैं चार्ज करियर्स वो एक दूसरे की तरफ अट्रैक्ट करते हैं और जो से होते हैं चार्ज कैरियर जैसे पॉजिटिव और नेगेटिव नेगेटिव वो एक दूसरे से निप्पल करते हैं यानी की दूर भागते हैं तो आप देख रहे हैं की यहां पर जो इलेक्ट्रोंस है उसे पर चार्ज है आपका नेगेटिव और यहां पर चार्ज पॉजिटिव तो ये अट्रैक्ट करेंगे और यहां पर क्या है आपका पी टाइप के अंदर क्या है यहां पर चार्जर नेगेटिव तो ये इधर की तरफ मूव करेगा इसको बोला गया है जी बंद डायग्राम ठीक है यह है एनर्जी बंद डायग्राम की एनर्जी ठीक है जो एनर्जी लेवल होता है इन दोनों का वो क्या होगा पी टाइप के केस में ये होगा आपका और एंड टाइप के केस में ये होगा और इन दोनों के बीच के गैप को बोला जाएगा फोर व्हीलर एनर्जी गैप इन दोनों के बीच के गैप को बोलते हैं हम और भी डैन एनर्जी गैप ठीक है इजी क्या होता है फोर व्हीलर एनर्जी गैप क्या होता है जो डिप्रेशन क्षेत्र के लिए क्या हो जाएगा यहां पर आपका एक है ये क्या है कंडक्शन बंद का एनर्जी लेवल है आपका बैलेंस बैंक का क्या है एनर्जी लेवल है एक इसके अंदर फर्मी लेवल आती है टर्म फर्मी लेवल एक्चुअल में क्या होता है जैसे टी है तो पी टाइप के लिए जो एनर्जी लेवल होता है वह 50% से कम होता है परमी लेवल जो होगा उसका पी टाइप के लिए कम होगा की वो नजदीक होगा किसके बैलेंस बैंक के और इन टर्म्स ऑफ कंडक्शन बंद तो यह क्या होगा नजदीक होगा कनेक्शन आ बैटरी को अप्लाई करेंगे या वो करेंगे ठीक है ना या लाइट एनर्जी को मतलब क्या किया जाएगा लाइट एनर्जी को इस वो क्या जाएगा तो क्या होगा आपका होल्स क्या करेंगे मूव करेंगे अपवर्ड अपवर्ड डायरेक्शन में और इलेक्ट्रॉन स्मोक करेंगे इस डायरेक्शन में ठीक है ना तो ये आपका डायग्राम है ठीक है एनर्जी बंद डायग्राम अब समझ लेते हैं इसका वर्किंग वर्किंग कैसे वर्क करता है ये देखिए यहां पर आपके जो बैटरी अप्लाई की है वो है आपकी नेगेटिव ये पॉजिटिव बैटरी को अप्लाई किया गया है रिवर्स वॉइस डायरेक्शन रिवर्स वॉइस में ठीक है रिवर्स वॉइस के अंदर जो करंट फ्लो होगा वह लीकेज करंट फ्लो क्षेत्र है आपका डिप्रेशन रीजन ये क्षेत्र को मैं शॉर्ट में लिख देता हूं और यहां पर आती है आपके इलेक्ट्रोंस यहां है आपके इलेक्ट्रॉन ठीक हो यह क्षेत्र के अंदर जो है आपका केस में पॉजिटिव होते हैं और इसके केस में आपके निगेटिव होते इसके बाद जो यह डिप्रेशन से नीचे का एंड टाइप का क्षेत्र इसको बोलते हैं डिफ्यूजन रीजन और ये वाला रीजन होगा अब्जॉर्प्शन रीजन ऐसा बोल सकते हैं जो आप लाइट को इंसीडेंट करेंगे वो उसको एब्सर करेगा ठीक है ना वो उसको अब्जॉर्ब करेगा तभी तो उसके अंदर कुछ मतलब प्रक्रिया होगी ठीक है ना तो उसको रीजन को बोला जाता है अब्जॉर्प्शन रीजन ठीक तो यह इसका बेसिक प्रिंसिपल है क्या कहते हैं आपका न फोटो डायोड का बेसिकली कम करता है आपका जो है लीकेज करंट पर इसके अंदर हम क्या करेंगे जो भी आपकी ऑप्टिकल एनर्जी है यानी की लाइट एनर्जी है उसको इंसीडेंट किया जाएगा ठीक है इंसीडेंट किया जाएगा और फिर उसके अंदर क्या होता है इलेक्ट्रोंस और होल्स का क्या होते हैं टूटने लगते हैं ठीक है टूटेंगे और वो क्या करेंगे आपका इलेक्ट्रिकल सिग्नल में कन्वर्ट करेंगे जो की आपका करंट फ्लो होगा रिवर्स लीकेज करंट ठीक है रिवर्स लीकेज करंट फोटो डायोड का वर्किंग है इसके बाद में जो सेकंड टाइप ऑफ फोटो डायोड या फोटो ऑप्टिकल डिटेक्टर हम उसे करते हैं वो होता है पिन डायोड पिन फोटो डायोड अब समझ लेते हैं यहां पर इन दोनों का बेसिक डिफरेंस क्या है आप देख रहे हैं यह जो डिप्रेशन क्षेत्र है किसका न फोटो डायोड का डिप्रेशन क्षेत्र होता है कम ठीक है डिप्रेशन क्षेत्र होता है कम जिस कारण से डिप्रेशन क्षेत्र पर ही हम क्या करते हैं इंसीडेंट करते हैं लाइट को अगर उसका क्षेत्र कम रखा जाएगा तो जो लाइट है हमारी वो एक्चुअल में प्रॉपर उसे पे इंसीडेंट नहीं हो पाएगी ठीक है ना तो इस कमी को दूर करने के लिए हमने उसे किया पिन फोटो दियो पिन फोटो डायोड के अंदर क्या होता है जो डिप्रेशन क्षेत्र है यानी की जो आई है आपका आई डिनोट करता है इंटरेस्टिंग लेयर को लेयर को यह एक्चुअल में जो पिंड डायोड है उसका डिप्रेशन क्षेत्र को बढ़ा देता है डिप्रेशन क्षेत्र को बढ़ाएगा इसके ठीक है तो डिप्रेशन क्षेत्र जब हमारा बढ़ जाएगा तो अब जो भी हमारी लाइट होगी जो हमारी लाइट है वह इस पर डायरेक्टली इंसीडेंट करेगी ठीक है उसे पर takraegi और लाइट का ऑप्शन होगा वह बिल्कुल सही होगा हमारी जो लाइट की डायरेक्शन होगी वो इधर-उधर मतलब एक पार्टिकुलर रीजन पर ही हमारी लाइट का फोकस रहेगा ठीक है जैसे की यहां पर दिखाया गया है और ये आपका डायग्राम है पिन फोटो डायोड का तो पिन फोटो डायोड के अंदर हम क्या करते हैं यह पिन फोटो इंसुलेशन करने के लिए यानी उसको इंसुलेटर करने के लिए उसे किया जाता है अप्लाई करेंगे ठीक है इसी का हो गया ठीक है ये आई और यह हो गया जो हमारा फोटो डायोड होता है वह वर्क करता है इस पर आपके माइनॉरिटी चार्ज कैरियर पर माइनॉरिटी चार्ज कैरियर यानी की उल्टा वर्क करता है ये ठीक है तो पी में माइनॉरिटी होंगे आपके इलेक्ट्रोंस और यहां पर एन में होंगे चार्ज कैरियर है जिसके कारण से करंट फ्लो होता है जिसको बोला जाता है लीकेज करंट यानी की क्षरण धारा ठीक तो जब हम इस पर लाइट को इंसीडेंट किया जाता है इंसीडेंट की जाएगी डिप्रेशन लेयर बनती है वह बहुत क्या होती है बहुत कम होती है तो जो हमारी लाइट का इंसीडेंट होता है वह प्रॉपर डायग्राम आपको समझ ए रहा होगा अभी आप इसको ड्रॉ कर लीजिए अब देखिए इसका नाम पिन फोटो डायोड क्यों पड़ा एक्चुअल में यह तीन चीज का कांबिनेशन होता है वह सिलिकॉन है यहां पर लिए इसके इलेक्ट्रोंस और होल्स पर कांबिनेशन होता है वो क्या करने लगता है टेंपरेचर के कारण टूटने लगता है जैसे-जैसे टूटेगा तो हमारे जो चार्ज करियर्स हैं उनकी संख्या बढ़ाने लग जाएगी जैसे ही चार्ज करियर्स की संख्या बढ़ेगी तो उसके अंदर जो मोमेंट होगा उसके कारण रिवर्स मतलब जो भी उसके अंदर माइनॉरिटी चार्ज करियर्स होते हैं उनके कारण क्या होता है एक करंट फ्लो होने लगता है ठीक है एक करंट फ्लो होने लगता है जिसको हम बोलते हैं लीकेज करंट इसको बोला जाएगा लीकेज करें लीकेज करंट और हिंदी में बोलते हैं इसको छरण धारा और यह होता है किसके कारण ड्यू तू माइनॉरिटी चार्ज कैरियर किसके कारण होता है यहां पर दिखाई क्या होगा आप लोगों को यह करंट कहां से प्राप्त किया जाएगा जो भी हमारे ये इलेक्ट्रिक यहां पर इलेक्ट्रिक कॉन्टैक्ट रिंग है इनके द्वारा अप्लाई करके ठीक है इनके द्वारा हम वोल्टेज को अप्लाई करके क्या करेंगे लीकेज करंट हम क्या करेंगे यहां से प्राप्त कर लेंगे ठीक है तो ये बेसिकली दो टाइप के हमारे फोटो ऑप्टिकल डिटेक्टर ऑप्टिकल डिटेक्टर के बारे में पहले भी आप लोगों को बता चुका हूं की जो ऑप्टिकल डिटेक्टर होते हैं वो उनका रीजन क्या होता है बेसिक पर्पस क्या होता है इसमें हमारे ऑप्टिकल फाइबर कम्युनिकेशन के अंदर ठीक है तो मैंने बता दिया अभी हमने दो प्रकार के पिंड डायोड और न फोटो डायोड इनके बारे में सिखा और पिन डायोड इसको क्यों बोला जाता है क्योंकि यह पी टाइप सेमीकंडक्टर वर्किंग समझो तो यहां पर देख लीजिए आप लोग कैसे समझेंगे इसको यह इसका कंस्ट्रक्शन डायग्राम है ठीक है कंस्ट्रक्शन डायग्राम के बारे में मैंने बता दिया की जैसे ही हम इस पर लाइट का इंसीडेंट करेंगे यहां पर देखिए एंटी रिफ्लेक्शन कोचिंग होती है इसके अंदर जो एंटी रिफ्लेक्शन कोचिंग होती है उसका में कारण है जो भी लाइट आपकी क्या होती है डिफरेंट मतलब डायरेक्शन से आती है उसको एक पार्टिकुलर डायरेक्शन में ठीक है ये जो कोचिंग होती है ये क्या करती है पार्टिकुलर डायरेक्शन में ही फोकस करती है डेट मेंस क्या अगर आपके लाइट का इंसीडेंट इधर से हो रहा है तो उसकी डायरेक्शन आप सिमिलर ऐसे होगी ठीक है ना तो एक डायरेक्शन में से डायरेक्शन में क्या करेगी ये इसको आ क्या करेगी कन्वर्ट करेगी ठीक है इस कोचिंग का ये कम होता है एंटी रिफ्लेक्शन यानी के जो रिफ्लेक्ट ना हो डेट मेंस की अगर कोई लाइट ए रही है पढ़ने के बाद में रिफ्लेक्ट हो जा रही है पर पढ़ने के बाद रिफ्लेक्ट हो जा रही है तो उसका कोई उसे नहीं रह जाता है हमारे किस में पेन फोटो डायोड या किसी भी और मतलब डिवाइस के अंदर क्योंकि जितने भी लाइट उसे पर ए रही है वह सब रिफ्लेक्ट हो रही है तो हमें इस प्रकार के कोचिंग बनानी होती है जो की क्या रिफ्लेक्ट ना हो यानी की एंटी रिफ्लेक्टेड बने डेट मेंस की जो भी लाइट उसे पर पड़े वो क्या हो जाए उसको अब्जॉर्ब कर ले वो उसको अब्जॉर्ब कर ले ठीक है तो यही कम है इसका एंटी रिफ्लेक्टिंग कोचिंग का जो भी आपके ये आपका रिफ्लेक्शन है ठीक है ना सपोस कीजिए यहां से कोई लाइट का इंसीडेंट होता है और वो इस तरीके से निकल जाती है तो क्या होगा उसका कोई उसे रहेगा नहीं हमारे इसमें जो आपका पिन फोटो डायोड होता है ठीक है तो ये आपका पिन फोटो डायोड का कंस्ट्रक्शन डायग्राम मैंने बता दिया है आप लोगों को अब इसका थोड़ा बाहर से वर्किंग समझ लेते हैं की क्या प्रकार वर्क करता है ये आई होप आपने सब बना लिया होगा यह है आपका पिन फोटो रहेगा जो हमारी ऑप्टिकल फाइबर केबल से आएगी ठीक है उसका फोकस सीधा उसे पर रहेगा इंट्रिसिक लेयर पे इसको बोला जाता है इंट्रिसिक लेयर यहां लिख देते हैं यह आपका होता है पी टाइप सेमीकंडक्टर और यह होता है आपका एन टाइप सेमीकंडक्टर एंड टाइप सेमीकंडक्टर ठीक है इसके अंदर जो मेजॉरिटी होती है आपकी होल माइनॉरिटी इलेक्ट्रोंस की माइनॉरिटी होती है इलेक्ट्रॉन इसके अंदर जो होती है आपकी इलेक्ट्रोंस की और माइनॉरिटी होती है और ठीक है यह हो गया इसको उसे करने का में रीजन होता है जो हमारा पीएम फोटो डायोड था उसके अंदर जो डिप्लीशन क्षेत्र था जहां पर लाइट का अब्जॉर्प्शन होता है वो बहुत कम होता है वो क्षेत्र को बढ़ाने के लिए हमने क्या किया है न न यानी की पी एन ऑटो ड्राइवर का उसे किया है जो इंट्रिसिक लेयर है उसे पर हम क्या करते हैं लाइट का फोकस किया जाता है उसे पर लाइफ में फोकस किया जाएगा ठीक है लाइट को यानी की इंसीडेंट किया जाएगा अब जिस कारण से यहां पे क्या होगा जो इलेक्ट्रॉन और होल्स का क्या कहते हैं आप के जो इलेक्ट्रोंस और होल्स होंगे वो क्या करेंगे आपका मतलब बॉन्डिंग उनकी टूटने लग जाएगी और वो संख्या में ज्यादा होने लग जाएंगे तो जिस कारण से यहां पे क्या होगा एक करंट फ्लो होगा जो की बहुत मात्रा में कम होता है जिसका मैन मिली एंपियर से भी कम हो सकता है खत्म होता है और वह होता है ड्यू तू माइनॉरिटी चार्ज करियर्स ठीक है इसके कारण तो बेसिक यही इसका जो प्रिंसिपल है वह हमारा यह है की हम जो इसके अंदर लाइट का वो करते हैं इंसीडेंट करते हैं वो आपका इंट्रिसिक लेयर पे किया जाता है ठीक है तो आज के हमारे दो टॉपिक जो की हमारे न फोटो डायोड और तीन फोटो डायोड द वो कंप्लीट मैंने आपको वर्किंग समझा दिया है ठीक है आई होप आपको ये चीज समझ आई होंगी अगर समझ नहीं आई है आप लोगों को कुछ इसमें प्रॉब्लम होती है तो आप क्या कर सकते हैं कमेंट कर सकते हैं ठीक है या नेक्स्ट लेक्चर के लिए आपको सकते हैं ठीक है कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं ठीक तो अब जो हमारा नेक्स्ट टॉपिक रहेगा इसके बाद वो रहेगा एवलांच फोटो डायोड और और डिफरेंट टाइप फोटो ट्रांजिस्टर हो गया इस तरीके के जो की हमारे ऑप्टिकल डिटेक्टर के रूप में उसे किए जाते हैं ठीक है तो इनको मतलब आप स्टडी करेंगे अगर आपके इन वीडियो इस इस वीडियो में कोई प्रॉब्लम होती है तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं आज की क्लास हम यह समाप्त करते हैं आपसे अब नेक्स्ट मुलाकात होगी आपका टॉपिक जब मैं लेके आऊंगा एवलांच फोटो डायोड और आपका फोटो ट्रांजिस्टर ठीक है तो आज के लिए इतना साफ करते हैं आपका मतलब ये लेक्चर अच्छी लगा हो तो आप कमेंट करके बता सकते हैं थैंक यू क्लास