अभी जब से अपना नीट का सिलेबस रिवाइज हुआ है डी एंड एफ ब्लॉक इसकी इज्जत बढ़ गई है इससे क्वेश्चन सीधे-सीधे एनसीआरटी की लाइंस से उठकर आते हैं यह पुरानी वाली डेफिनेशन है कि यह s और p के बीच में प्रेजेंट होते हैं नहीं यह डेफिनेशन अब हम कंसीडर नहीं करते जो एक्चुअल डेफिनेशन हम कंसीडर करते हैं ट्रांजीशन एलिमेंट्स की वो क्या होती है बेटा n - 1d में 10 नजर आ रहे हैं मतलब n - 1d बेटा कंप्लीट है हेलो बच्चों नमस्कार सत श्री अकाल आदाब कैसे हैं आप सब स्वागत है आप सभी का एक बार फिर से इनऑफ केमिस्ट्री की क्लास में तो नालायक क्या हाल चाल है तुम सभी के तो बेटा दिन की दो क्लासेस हो गई है प्रचंड में और अगर आप दिन की दो क्लासेस प्रचंड की ले रहे हो मतलब डेली दो चैप्टर का रिवीजन कर रहे हो देखना कहीं तुम्हारे घुटने टने फेल ना हो जाए वेरी गुड बेटा बहुत अच्छे अगर आप ईमानदारी से लगे हुए हैं और डेली दो चैप्टर का रिवीजन कर रहे हैं और क्लासेस अटेंड कर रहे हैं उसके बाद अपना डेली रूटीन फॉलो कर रहे हैं तो सीरियसली हेड्स ऑफ टू यू आपकी मेहनत को सलाम है बस इसी तरीके से करते रहो बेटा जरूर जरूर फोड़ के आओगे जरूर फोड़ के आओगे भरोसा है तुम लोगों पर ठीक है और हर साल होता है हर साल तुम देख लेना पिछले साल के भी प्रचंड बैच से पढ़ के कई बच्चों ने नीट का एग्जाम निकाला है ठीक है और यहां पर हम आज जो चैप्टर लेकर आए बेटा आपके लिए वो है डी एंड एफ ब्लॉक एलिमेंट्स ठीक है तो डी एंड एफ ब्लॉक एलिमेंट्स की अगर अपन बात करें डी एंड एफ ब्लॉक एलिमेंट 12थ का अभी जब से अपना नीट का सिलेबस रिवाइज हुआ है डी एंड एफ ब्लॉक इसकी इज्जत बढ़ गई है पहले इसको कोई पूछता नहीं था बहुत से तो छोड़ के चले जाते थे एक क्वेश्चन ही तो आना है एक क्वेश्चन के लिए पूरा चैप्टर कहां से करके जाएंगे यार है ना लेकिन अब तीन क्वेश्चन आने लग गए यहां से लास्ट ईयर भी आए उसके पहले भी आए तो बेटा ये चैप्टर की इंपॉर्टेंस बढ़ गई है क्योंकि अब मेटालर्जी वगैरह और पी ब्लॉक वगैरह ये सब हटा दिए ना अपने 12थ के पोर्शन से तो 12थ की केमिस्ट्री में डी ब्लॉक ने अपना अहदा और ऊंचा कर लिया है और इससे क्वेश्चन आ रहे हैं इससे क्वेश्चन कैसे आते हैं मैं आपको सीधे-सीधे बता देता हूं इससे जो क्वेश्चन आते हैं बेटा इससे क्वेश्चन सीधे-सीधे एनसीईआरटी की लाइंस से उठकर आते हैं एनसीआरटी की जो लाइने है वहां से क्वेश्चन बनते हैं और एज इट इज क्वेश्चन बनते हैं ठीक है तो मेरी कोशिश यह रहेगी कि मैं आपको कंप्लीट इस चैप्टर की एनसीआरटी आज इस लेक्चर में करवा दूं ठीक है तो चलिए शुरू करते हैं बात करें अगर इस चैप्टर की बेटा तो डी एंड एफ ब्लॉक एलिमेंट्स में हम बिल्कुल बेसिक से स्टार्ट करेंगे बिल्कुल जीरो से स्टार्ट करेंगे और लगभग लगभग सब कुछ जो एनसीईआरटी में इस चैप्टर में दिया हुआ है वो सारा सब कुछ कवर करेंगे आज इसी लेक्चर में ठीक है तो सबसे पहले अगर अपन बात करें शुरू करते हैं अपन फटाफट से ज्यादा टाइम वेस्ट नहीं करते हैं क्योंकि अब आप लोगों के पास उतना टाइम नहीं है आपको और भी क्लासेस वगैरह अटेंड करनी होती है ठीक है तो अगर अपन बात करें तो बात कुछ ऐसी है बेटा पीरियोडिक टेबल अपनी कुछ इस प्रकार से है ठीक है इधर अपना ये अपना ए ब्लॉक है इधर आ जाते हैं अपने डी ब्लॉक वाले इधर आ जाते हैं अपने पी ब्लॉक वाले ठीक है और नीचे अपना ऐसे एफ ब्लॉक प्रेजेंट है ठीक है तो अगर पोजीशन की बात करें अगर अपन डी ब्लॉक एलिमेंट्स की तो डी ब्लॉक वाले s और प ब्लॉक एलिमेंट्स के बीच में यहां पर प्रेजेंट होते हैं ठीक है और आपको मालूम ही है एस ब्लॉक वाले मेटल्स होते हैं और पी ब्लॉक वाले जनरली नॉन मेटल्स होते हैं तो यह मेटल से नॉन मेटल जो प्रॉपर्टीज के ट्रांजीशन हो रहे उसको रिप्रेजेंट करते हैं इसीलिए हम इनको ट्रांजीशन एलिमेंट बोला करते थे पहले डी ब्लॉक एलिमेंट्स को ट्रांजीशन एलिमेंट्स बोला जाता है ठीक है लेकिन य इसकी पुरानी डेफिनेशन है बेटा यह इसकी पुरानी डेफिनेशन है डी ब्लॉक एलिमेंट्स को ट्रांजीशन एलिमेंट्स भी बोलते हैं क्यों बोलते हैं डी ब्लॉक एट को ट्रांजीशन एलिमेंट्स क्यों बोला जाता है यह पुरानी वाली डेफिनेशन है किय एस और प के बीच में प्रेजेंट होते हैं और तुम में से कईयों को यही मालूम होगी है ना क्योंकि जब भी मैं पूछता हूं तुम यही जवाब देते हो क्योंकि एस और प के बीच में प्रेजेंट होते है इसलिए ट्रांजीशन एलिमेंट बोलते हैं नहीं यह डेफिनेशन अब हम कंसीडर नहीं करते जो एक्चुअल डेफिनेशन हम कंसीडर करते हैं ट्रांजीशन एलिमेंट्स की वो क्या होती है बेटा लिखेंगे ट्रांजीशन एलिमेंट ट्रांजीशन एलिमेंट्स वो एलिमेंट्स है लिखो डी ब्लॉक एलिमेंट्स डी ब्लॉक एलिमेंट्स [संगीत] हैविंग इनकंप्लीटली फिल्ड ए माइव डी सब शल ऐसे डी ब्लॉक एलिमेंट जिनका n माइव डी सब सेल जो है बेटा वो इनकंप्लीट है आइर इन देयर ग्राउंड स्टेट आइर इन देयर ग्राउंड स्टेट और एनी स्टेबल ऑक्सीडेशन स्टेट स्टेबल ऑक्सीडेशन स्टेट या तो इनकी ग्राउंड स्टेट में या फिर किसी भी स्टेबल ऑक्सीडेशन स्टेट में अगर इनका n - 1d इनकंप्लीट है तो हम उसे ट्रांजीशन एलिमेंट बोलेंगे ठीक है यह डेफिनेशन याद रखनी होती है अपने को ठीक है फॉर एग्जांपल जैसे कि आपको बोला गया कि भाई स्कैंडियम है स्कैंडियम का कॉन्फिन क्या होता है बेटा आर्गन 4s 23d 1 ठीक है ये इसका कॉन्फिन है अब आपने देखा इसका n - 1d कौन सा है n - 1d बोले तो सबसे जो आउटर मोस्ट शेल होता है ना बेटा वो एथ शेल कहलाता है मालूम है आउटर मोस्ट शेल को एथ बोलते हैं उससे एक अंदर वाला n -1 यानी कि पेन अल्टीमेट शेल कहलाता है ठीक है तो ये n -1 आउटर मोस्ट शेल फोर्थ है और जो थर्ड शेल है वो अपना n -1 है तो ये अपना n -1 शेल का डी सब शेल हो गया यानी कि n-1 d अभी देखो n - 1d इनकंप्लीट है ये ग्राउंड स्टेट है ग्राउंड स्टेट मतलब ज़ीरो ऑक्सीडेशन स्टेट ज़ीरो ऑक्सीडेशन स्टेट में 3d 1 है मतलब n - 1d इनकंप्लीट है अब जब ग्राउंड स्टेट में ही इनकंप्लीट है तो किसी भी ऑक्सीडेशन स्टेट में इनकंप्लीट ही रहना है तो ग्राउंड स्टेट में इनकंप्लीट मिल रहा है तो सीधे बोल दो कि हां ये ट्रांजीशन एलिमेंट है ग्राउंड स्टेट में कंप्लीट मिल रहा है तो फिर आप चेक कर लो इसकी जो स्टेबल ऑक्सीडेशन स्टेट शो करता है उसमें क्या यह n माइव इनकंप्लीट रखता है तो हां भाई यह तो रखता है इनकंप्लीट मतलब यह तो ट्रांजीशन एलिमेंट कहलाएगा जैसे कि आयरन ले लो बेटा आयरन सबसे फेमस डी ब्लॉक एलिमेंट आयरन क्या होता है बेटा 4s 23d 6 होता है हां भाई यह भी n-1 डी जो है इसका इनकंप्लीट है है ना n-1 इनकंप्लीट मतलब इसमें 10 इलेक्ट्रॉन नहीं होने चाहिए 10 से कम ही होने चाहिए ठीक है जैसे अगर अपन बात करें बेटा जिंक की बात करें जिंक का कॉन्फिन क्या होता है 4s 2 3d 10 क्या होता है 4s 2 आज कॉन्फिन भी लिखने सिखा दूंगा सारे इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन d एंड एफ ब्लॉक एलिमेंट के सारे कॉन्फिन लिखने सिखा दूंगा और बिलीव मी अगर इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन लिखना सीख गए तुम्हें कभी भी इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन याद नहीं करने पड़ेंगे आज के लेक्चर में जितने भी एक्सेप्शनल कॉन्फिन है डी एंड एफ ब्लॉक एलिमेंट के वो सारे भी लिखना सीख जाओगे और नॉर्मल वाले तो तुम्हे आता ही है एकदम आसान ठीक है तो टेंशन नहीं लेने का एकदम बिंदास क्योंकि यहां से कॉन्फिन पे भी क्वेश्चन आते हैं डी और एफ ब्लॉक एलिमेंट के कॉन्फिन पर भी क्वेश्चन पूछ लेता है एग्जामिनर ठीक है इसलिए मैं आपको कॉन्फिन भी लिखना सिखाऊंगा आप सीखना अच्छे से और फिर मुझे बताना मजा आया या नहीं ठीक है तो यहां पर देखो बेटा इधर देखो n - 1d कंप्लीट है n - 1d में 10 नजर आ रहे हैं मतलब n माइ 1d बेटा कंप्लीट है और अगर n - 1d कंप्लीट है इसका मतलब यह ट्रांजीशन एलिमेंट नहीं है लेकिन अभी ये सिर्फ ग्राउंड स्टेट में है हम इसकी स्टेबल ऑक्सीडेशन स्टेट भी देखेंगे सिर्फ इसको देखकर हम यह नहीं बोल देंगे कि ये ट्रांजीशन एलिमेंट नहीं है ठीक है सिर्फ इसको देखकर अभी तो यह जीरो ऑक्सीडेशन स्टेट यानी कि ग्राउंड स्टेट में है जिंक अपनी जो स्टेबल ऑक्सीडेशन स्टेट है वो है + 2 जिंक + 2 में भी हम इसका कॉन्फिन देखेंगे तो बेटा जिंक प्लट में भी चेक किया तो इलेक्ट्रॉन हमेशा आउटर मोस्ट शेल से निकलते हैं तो 4s से पहले इलेक्ट्रॉन निकलेंगे 4s से दो इलेक्ट्रॉन गए अभी भी 3d में कितने बच रहे हैं बेटा 10 ही बच रहे हैं यानी कि अभी भी n - 1d कैसा है बेटा कंप्लीट ही है n - 1d अभी भी कंप्लीट ही है दोनों में n - 1d ग्राउंड स्टेट में भी और स्टेबल ऑक्सीडेशन स्टेट में भी इसका मतलब जिंक इसका मतलब जिंक एक ट्रांजीशन एलिमेंट नहीं है इज नॉट अ ट्रांजीशन एलिमेंट और जिंक क्या बेटा इसकी फैमिली के सभी मेंबर यही शो करते हैं अपनी ग्राउंड स्टेट में एज वेल एज स्टेबल ऑक्सीडेशन स्टेट में n मावडी में 10 इलेक्ट्रॉन शो करते ही है तो इसका मतलब जिंक और इसकी फैमिली वाले तो नोट लगा के लिख ले क्या इसको नोट लगा के लिख ले लिख लो जिंक कैडमियम मरक्यूरी और कॉपरनिक यह सभी जिंक कैडमियम मरक्यूरी और कॉपरनिक आर नॉट ट्रांजीशन एलिमेंट्स यह ट्रांजीशन एलिमेंट्स नहीं है तो हमारे डी ब्लॉक एलिमेंट्स अगर हम देखें तो इन चारों को छोड़ के टोटल डी ब्लॉक एलिमेंट्स कितने हैं टोटल डी ब्लॉक एलिमेंट्स कितने हैं बेटा 40 है टोटल एक ग्रुप में चार होते हैं ऐसे 10 ग्रुप है तो टोटल ट्रांजीशन एलिमेंट्स कितने हैं हमारे पास हमारे पीरियोडिक में टेबल में टोटल ट्रांजीशन एलिमेंट्स कितने हैं 36 यह ग्रुप 12 को छोड़ के एक्सेप्ट ग्रुप 12 यानी कि यह जिंक वाला ऑल डी ब्लॉक एलिमेंट आर ट्रांजीशन एलिमेंट्स ठीक है याद रहेगा ठीक है कई बार कंफ्यूजन नहीं कॉपर में हो जाता है कि सर कॉपर को देखो जरा कॉपर भी तो 4s 1 3d 10 होता है कॉपर का कॉन्फिन हमें याद है सर और कॉपर में देखो n-1 डी जो है वो n-1 डी तो कंप्लीट है तो इसका मतलब य ट्रांजीशन एलिमेंट नहीं है बट अभी बेटा कॉपर अपनी ग्राउंड स्टेट में यानी कि जीरो ऑक्सीडेशन स्टेट में कॉपर इसके अलावा प्लसटू ऑक्सीडेशन स्टेट भी शो करता है कॉपर की एक स्टेबल ऑक्सीडेशन स्टेट प् भी है तो कॉपर अगर प्लट में है तो इसका कॉन्फिन क्या हो जाएगा बेटा दो इलेक्ट्रॉन निकालो यहां से 4s से एक इलेक्ट्रॉन जाएगा 3d से एक इलेक्ट्रॉन जाएगा तो 4s 0 3d 9 हो गया और 3d 9 क्या हो गया इनकंप्लीट हो गया इनकंप्लीट n - 1d हो गया इनकंप्लीट n - 1d हो गया इसका मतलब कि कॉपर इज अ ट्रांजीशन एलिमेंट कॉपर एक ट्रांजीशन एलिमेंट होता है कॉपर और इसकी फैमिली वाले ट्रांजीशन एलिमेंट में काउंट होते हैं सिर्फ ग्रुप 12 जिंक वाले ग्रुप को छोड़ के ठीक है तो आपसे अगर क्वेश्चन पूछा जाएगा च ऑफ द फॉलोइंग इज नॉट अ ट्रांजीशन एलिमेंट पता लगा लोगे ना इन चारों में से कोई एक होगा जिंक कैडमियम मरकरी और कॉपर निकम इन चारों को छोड़ के बाकी सभी डी ब्लॉक एलिमेंट्स ट्रांजीशन एलिमेंट्स होंगे वो वाला क्वेश्चन अपन नहीं कर रहे सेलेक्ट द ट्रांजीशन एलिमेंट अमंग द फॉलोइंग है ना इतना तगड़ा क्वेश्चन नहीं करेंगे अपन इतना टफ क्वेश्चन नहीं करेंगे ठीक है बात समझ में आ रही है चलिए नेक्स्ट अब सबसे इंपॉर्टेंट पार्ट आ रहा है अभी का इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिडेस इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन लिखना आना चाहिए भैया क्योंकि किसी भी एलिमेंट का इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन आपसे एग्जाम में पूछा जा सकता है और इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन लिखने का हमारे पास तरीका है हमारे पास ट्रिक है व ट्रिक किसी भी एलिमेंट का कॉन्फिन लिखने में हमारी हेल्प करती है याद है ना कैसे याद करवाया था मैंने श्याम श्याम पंडित श्याम पंडित श्याम दाता पंडित श्याम दाता पंडित श्याम फादर दाता पंडित श्याम फादर दाता पंडित श्याम ठीक है अब एस व से चालू होता है तो न टूथ फर 5 स सेन और 8 पटू से चालू होता है तो थ 4 प की नंबरिंग टू से चालू कर दो 5 सि से डी की नंबरिंग थ्री से चालू कर दो 3डी 4d 5d 6d और ये 4f और 5f ये रहा आपका सीक्वेंस किसी भी एटॉमिक नंबर का कॉन्फिन लिखना है इस सीक्वेंस में रख दो तो आपका काम हो जाएगा लेकिन सर वो तो ठीक है ये तो हमें भी आता है youtube4 s1 3d 5 और 4s 1 10 होते हैं लेकिन डी ब्लॉक में और एफ ब्लॉक में बहुत सारे ऐसे एलिमेंट हैं जिनके इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन में एक्सेप्शन है तो सर उसको कैसे लिखा जाए मैं हूं ना उसके लिए टेंशन का को लेते तुम लोग यह लिखना तुम्हें आता है ना तो बस तुम्हारा काम हो जाएगा तुम्हें वो नॉर्मल नोबल गैस वाले कॉन्फिन अगर लिखने आते हैं तो तुम्हारा काम हो जाएगा नहीं भी आते तो मैं सिखा दूंगा देखो सबसे पहले तो तुम्हें और आई थिंक अगर तुम यहां पर अभी आज डी ब्लॉक की क्लास अटेंड कर रहे हो तो तुम्हें स्कैंडियम का कॉन्फिन तो लिखना आता ही होगा अगर तुम्हें सिर्फ स्कैंडियम का कॉन्फिन लिखना आता है ना तो तुम हर किसी डी एंड एफ ब्लॉक एलिमेंट का कॉन्फिन लिख लोगे हर किसी डी एंड एफ ब्लॉक एलिमेंट का कॉन्फिन लिख लोगे मेरी गारंटी तो देखो स्कैंडियम का कॉन्फिन तुम्हें मालूम ही है जैसे अपन यहां तो ऑलरेडी लिखे हुए हैं मैं तुम्हें बताता हूं कि लिखना कैसे है है ना या एक काम करते हैं आगे अपने पास बाकी के भी लिखे हुए हैं बट ये तो एनसीईआरटी से टेबल अपन ने कॉपी करी है अपन खुद लिखेंगे बेटा ठीक है अभी मैं एलिमेंट सारे लिख दूंगा यहां पर फिर उसके बाद अपन खुद से लिखेंगे ये ठीक है जैसे कि देखो स्कैंडियम टाइटेनियम नेडियन क्रोमियम मैंगनीज आयरन कोबाल्ट निकल कॉपर जिंक ये सारे एलिमेंट लिख लिए अपन ने इस तरीके से अब स्कैंडियम का कॉन्फिन क्या होता है स्कैंडियम का कॉन्फिन क्या होता है बेटा आर्गन 4s 23d 1 ये हमारा सबसे पहला डी ब्लॉक एलिमेंट है बेटा और ये डी ब्लॉक एलिमेंट्स ऐसे ये जो ऐसे अपने को एक पीरियड में अपन देख रहे हैं तो इनको बोलते हैं हम सीरीज ये पहली डी ब्लॉक वाली सीरीज है जिसको फर्स्ट ट्रांजीशन सीरीज भी बोलते हैं या फिर 3डी सीरीज भी बोलते हैं क्या बोलते हैं 3d सीरीज फर्स्ट ट्रांजिशन सीरीज या 3d सीरीज ठीक है अब ये जो 3डी सीरीज वाले हैं ना इनको 3d सीरीज वाले इसलिए बोलते हैं क्योंकि इनके 3d सब शेल में इलेक्ट्रॉन फिल हो रहे हैं ठीक है जैसे स्कैंडियम के 3d में इलेक्ट्रॉन गया लास्ट वाला फिर टाइटेनियम में 3डी में इलेक्ट्रॉन जाएगा तो ये 3d 2 बन जाएगा ये 3d 3 बन जाएगा इस तरीके से ये इलेक्ट्रॉन जो है 3d में भर रहे हैं ठीक है तो स्कैंडियम का कॉन्फिन क्या है बेटा आर्गन 4 ए2 3d 1 आर्गन 4 ए2 3d 1 तो यहां पर स्कैंडियम के 4s में दो है 3d में एक इलेक्ट्रॉन है फिर देखो सबके 4s में दोदो इलेक्ट्रॉन रहेंगे और 3d में एक एक करके इलेक्ट्रॉन भरते जाएंगे सबके फोस में दोदो इलेक्ट्रॉन रहेंगे 3d में एक एक इलेक्ट्रॉन भरते जाएंगे तो देखो यहां पर 3d 1 3d 2 3d 3 3d 4 इधर फोर होते हैं ठीक है लेकिन क्रोमियम में हमें कॉन्फिन में एक्सेप्शन देखने को मिलता है कि 4s का एक इलेक्ट्रॉन यहां पर 3d में जंप कर जाता है ताकि ये 3d 5 हाफ फील्ड कॉन्फिन हो जाए इसलिए ठीक है ऐसा सीखा था आपने एटॉमिक स्ट्रक्चर में भी बताया गया होगा आपको हाफ फील्ड हो जाता है इसलिए क्रोमियम का एक इलेक्ट्रॉन यहां पर जंप कर जाता है फिर ऐसे 3d 5 3d 6 3d 7 3d 8 3d 9 होता है यहां पर और यहां पर टू होता है तो एक इलेक्ट्रॉन जंप होके इसको 10 बना देता है और ऐसा क्यों होता है क्योंकि फुल्ली फीड सब शेल हो जाता है तो स्टेबिलिटी ज्यादा होती है फुल्ली फीड सब शेल की और फिर ऐसे 4s 3d 10 ठीक है तो आपको करना कुछ नहीं है सारे एलिमेंट एक साथ लिख लेना बस 3d में एक-एक करके इलेक्ट्रॉन भरते जाना है ठीक है और बस ये याद रखना है कि कौन से एलिमेंट में एक्सेप्शन है तो देखो इधर क्रोमियम और कॉपर में एक्सेप्शन है ये आपको मालूम ही है और एक्सेप्शनल कॉन्फिन में क्या होता है कि 4s का इलेक्ट्रॉन 3d में चला जाता है यानी कि इलेक्ट्रॉन ns-3 में चला जाता है जब डी ब्लॉक के एलिमेंट में आपको एक्सेप्शन दिखने को मिलेगा कॉन्फिन में तो एक्सेप्शन किस बात का देखने को मिलेगा कि ns-3 में बस इतना और ऐसा क्यों होता है क्योंकि इनमें एनर्जी डिफरेंस भी उतना ज्यादा नहीं होता है ns-w d में अभी आगे इस पर बात करेंगे अपन ठीक है ठीक है तो आपने इस तरीके से लिख दिया मतलब 3d में आप एक-एक करके इलेक्ट्रॉन भरते जाओ अब आपको मालूम है क्रोमियम और कॉपर में एक्सेप्शन है तो क्रोमियम में 4s का एक इलेक्ट्रॉन 3d में डाल दो तो वहां पर 4s 2 3d 4 होना होना चाहिए था तो 4s 1 3d 5 हो जाएगा ऐसे ही यहां पर 4s 2 3d 9 होना चाहिए था तो एक इलेक्ट्रॉन उठा के इधर डाल दो 4s 1 3d 10 हो जाएगा ये है एक्सेप्शन बस इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन में बस इतना सा एक्सेप्शन है अब आगे के यह तो आपने कभी याद नहीं करे होंगे ये वाले तो आपने कभी याद नहीं करे होंगे ये भी नहीं करे होंगे थर्ड ट्रांजीशन और ये इसके बारे में तो सोचा भी नहीं होगा तुमने इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन लिखने का कौन से ये अपने अपने लास्ट वाले जो तुम ये बोल के छोड़ देते हो अरे सर ये तो रेडियो एक्टिव है इसका थोड़ी कॉन्फ़िगरेशन पूछेगा इसके बारे में थोड़ी पूछा जाता है तुम्हें यही तो बोल के ये छुड़वा दिए जाते हैं पूछ लेगा एग्जामिनर और मैं अगर एग्जामिनर होंगा तो जरूर पूछूंगा क्योंकि जब मैंने एनसीआरटी में अगर ये लिखकर दे रखे हैं तो इसका मतलब कॉन्फ़िगरेशन तुम्हें पता होने चाहिए और मैं पूछ सकता हूं और मैं तुमसे पूछूंगा रंट गे नियम का कॉन्फ़िगरेशन अगर मैं एग्जामिनर होंगा तो और तुम सही सही करोगे अगर तुमने पढ़ा है तो बहुत आसान है यह जो सबसे टफ एलिमेंट्स है ना इनका कॉन्फ़िगरेशन लिखना तो सबसे ज्यादा आसान है अपनी 3डी सीरीज से भी ज्यादा आसान है इनका कॉन्फिन लिखना बिलीव मी अभी देखना तुम लोग खुद बताओगे तो अपन एक काम करते हैं यह तो टेबल बनी बनाई टेबल है अपन खुद अपने हाथ से टेबल बनाएंगे यह वाली ठीक है हम क्या करेंगे एकएक करके यहां पर एलिमेंट्स लिखेंगे जैसे यहां पर पहले अपन 4d सीरीज के एलिमेंट्स को लिखेंगे बेटा ठीक है यहां पर फडी सीरीज के एलिमेंट्स को लिखेंगे फिर 5d सीरीज के एलिमेंट्स को फिर 6d सीरीज के एलिमेंट्स को लिखेंगे ठीक है और फिर उसके बाद उनके कॉन्फिन कैसे भरने हैं कैसे लिखने हैं वो मैं आपको बताऊंगा ठीक है तो सबसे पहले फटाफट से अपन 4d सीरीज और 5d सीरीज के एलिमेंट्स को लिख लेते हैं चलिए तो यह अपन ने लिख लिए सारे ठीक है अब जैसे मान लो आपको इनमें से किसी भी एलिमेंट का कॉन्फिन चाहिए कैसे निकालो तुम लोग कॉन्फिन तो तुम्हें देखो स्कैंडियम का कॉन्फिन याद है स्कैंडियम का कॉन्फिन बेटा अपन ने क्या लिखा था आर्गन 4s 3d 1 बस ये कॉन्फिन अगर तुम्हें याद है तो इसके ठीक नीचे वाले एलिमेंट आपको मालूम है स्कैंडियम ट्रियन लैंथम और एक्टिन यह एक ही ग्रुप के एलिमेंट है इसका कॉन्फ़िगरेशन क्या है बेटा आर्गन 4s 23d 1 तो इसके बाद वाले एलिमेंट का क्या हो जाएगा आर्गन के बाद नीचे नेक्स्ट वाली गैस कौन सी आती है क्रिप्टन 4s के बाद क्या आता है 5s और 3d के बाद क्या आता है 4d तो ये बन जाएगा 5s 2 4d 1 ऐसे लैंथम का क्या बन जाएगा इसके नीचे वाली नोबल गैस जनन 5s के बाद 6s 4d के बाद 5 एक्टिनियम का क्या बन जाएगा जनन के बाद क्या आ जाएगा रेडन यह आ जाएगा 7s यह आ जाएगा 6d 761 ठीक है सिंपल है तो आपको फर्स्ट एलिमेंट का कॉन्फिन तो मालूम ही है ठीक है अब जैसे एयम का कॉन्फिन आपसे पूछा जाए तो आप क्या बताओगे भाई स्कैंडियम का आर्गन 4s 31 तोय उसके नीचे आता क्रिप्टन 5s 41 क्रिप्टन 5s 4d 1 5 ए2 41 अब अभी फिलहाल के लिए क्या करो आप सभी में दोदो इलेक्ट्रॉन भर दो अभी फिलहाल के लिए आप सभी में दो-दो इलेक्ट्रॉन फिल कर दो ठीक है सभी में दो-दो इलेक्ट्रॉन फिल कर दो ठीक है और जब आप कॉन्फिन भरते हो तो आप क्या करते हो एक-एक करके इलेक्ट्रॉन फिल करना चालू करते हो तो यहां पर जैसे-जैसे आप एक-एक करके आगे बढ़ रहे हो एक-एक इलेक्ट्रॉन बढ़ता जा रहा है और इलेक्ट्रॉन कहां पर एंटर हो रहा है 4d में तो 5s 4d 1 है इधर टू हो जाएगा इधर थ्री हो जाएगा इधर फोर हो जाएगा इधर फ सक्स 7 8 9 और 10 ठीक है ये इनके कॉन्फिडेंस होने चाहिए थे लेकिन इनमें है एक्सेप्शन इनमें क्या है एक्सेप्शन अब वो एक्सेप्शन कौन-कौन से एलिमेंट्स में है वो आपको पता होना चाहिए जैसा आपको मालूम है 3d सीरीज में क्रोमियम और कॉपर के इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन में एक्सेप्शन है वैसे यहां पर कौन-कौन से एलिमेंट्स में है तो बेटा यहां पर नोबेलियम से लेके आप सारे एलिमेंट ले चलो सीधे कहां तक सिल्वर तक इन सभी में आपको एक्सेप्शन देखने को मिलेगा जिसमें से टेक्निशियन थोड़ा सा अलग है और अपना यह पैलेडियम थोड़ा सा ज्यादा अलग है यह दो तो स्टार वाले हैं बेटा इनको तो याद रखना इसमें तो दिक्कत है क्योंकि एनसीआरटी ने इसका कॉन्फिन अलग दे रखा है इसका एक्चुअल कॉन्फिन यही होना चाहिए बेटा टेक्नीशियन का 5 ए2 और 4d 5 पर एनसीआरटी ने डी ब्लॉक में इसका कॉन्फ़िगरेशन 5 ए1 4d 6 दे रखा है तो तुम्हें कभी अगर ऑप्शंस ऐसा भी मिले ना क्योंकि हो सकता है भाई एग्जामिनर की सरक जा उसने देख लिया भाई एनसीआरटी में लिखा हुआ है और दे दो हालांकि एग्जामिनर्स भी ये इस बात को जानते हैं और उन्होंने आज तक इसको नहीं छेड़ा इसीलिए आपकी पीरियोडिक टेबल की जो एनसीआरटी है उसमें आपको ये 5s 2 4d 5 ही मिलेगा और अपनी जो डी ब्लॉक 12थ क्लास की एनसीआरटी है उसमें 5 ए1 4d 6 मिला अपने को यहां पर लिखा हुआ मिलेगा ठीक है तो आपको दोनों याद रखने हैं टेक्निशियन में ये दिक्कत है 11थ क्लास में इसका अलग कॉन्फिन दे रखा है 12थ क्लास के एनसीआरटी में इसका अलग कॉन्फिन दे रखा है ठीक है तो इसको याद रखना ठीक है फ 51 46 भी लिखा हुआ अगर मिले ये लिखा हुआ मिले तो इसको टिक कर देना ये सही है पर ये अगर ना मिले और 5s 1 46 लिखा हुआ मिले उसके अलावा सारे बाकी के अलग मिले तो फिर वो वाला आंसर आप लगाएंगे ठीक है और पैलेडियम में जो एक्सेप्शन है वो थोड़ा सा अलग है वो कैसे है वो अभी मैं आपको बताऊंगा लेकिन ये जो बाकी के एक्सेप्शनल एलिमेंट है इनके कॉन्फिन में एक्सेप्शन है और जब एक्सेप्शन होता है तो बेटा क्या होता है ns1 d में आ जाता है यानी कि इन सभी के 5s के एक-एक इलेक्ट्रॉन उठा के इधर 4d में कर दो तो इधर 5s 2 4d 3 है तो ये क्या बन जाएगा बेटा 5s 1 4d 4 इधर क्या होना चाहिए था टू और फर इधर क्या हो जाएगा वन और 5 हो जाएगा 5s 1 4d 5 हो जाएगा ऐसे इधर क्या हो जाएगा वन और सेन हो जाएगा 5s 1 4d 7 हो जाएगा इधर टू और सेवन है तो ये क्या बन जाएगा वन और 8 बन जाएगा ये वन और ए बन गया ठीक है ऐसे ही ये 1 और 9 बन जाएगा एक्सेप्शनल केस है लेकिन मैंने आपको क्या बोला पैलेडियम है पैलेडियम तो थोड़ा ज्यादा एक्सेप्शनल है मतलब यह अलग ही है हमें यहां पर व और 9 भी देखने को नहीं मिलता हमें यहां पर क्या देखने को मिलता 5s 0 और 4d 10 तो एक यह भी इंपॉर्टेंट है बेटा इसको जरूर याद रखना इसका कॉन्फ़िगरेशन डायरेक्टली आपसे पूछा जा सकता है पैलेडियम का कॉन्फ़िगरेशन क्या होता है बेटा क्रिप्टन 5s 0 4d 10 ठीक है फिर सिल्वर है सिल्वर में भी एक्सेप्शन है तो 5s 1 4d 10 5s 1 4d 10 यह इनके एक्से ल कॉन्फिन आ गए तो यहां पर दो ऐसे हैं जो आपको स्पेशली याद रखने हैं ठीक है सिमिलरली अब त्रियम का याद हो गया तो लेथम का भी कॉन्फिन याद हो जाएगा ये क्रिप्टन 5s 2 4d 1 है तो ये नोन 6s 2 5d 1 हो जाएगा ठीक है अब इसके बाद के जितने भी कॉन्फिन है उन सभी में आपको क्या करना है 6s में तो दो इलेक्ट्रॉन आपको देखने को मिलेंगे ही 6s में दो इलेक्ट्रॉन तो देखने को मिलेंगे बस आप 5d में एक-एक करके इलेक्ट्रॉन भरते जाओ ठीक है 5d में एक-एक करके इलेक्ट्रॉन भरते जाओगे तो वन 2 3 4 5 6 ऐसे करके इलेक्ट्रॉन भरते जाना अब इनमें से कौन से ऐसे एलिमेंट्स है जिनमें एक्सेप्शनल कॉन्फिन है तो यह है वो दो अनमोल रतन जिनके कॉन्फिन में एक्सेप्शन है बेटा प्लैटिनम और गोल्ड इनमें और इनमें एक्सेप्शन है मतलब इनके 6स एस का एक इलेक्ट्रॉन 5d में जाएगा बस ये एक्सेप्शन है ठीक है तो यहां पर टू और सि इधर टू और सेन आ जाएगा इधर टू और एट होना चाहिए था लेकिन एक् तो कितना हो जाएगा बेटा वन और नान आ जाएगा कितना जाएगा वन और ना इधर टू और ना होना चाहिए था तो इधर क्या आ जाएगा बेटा वन और 10 आ जाएगा बस इतना सा चेंज है इनके कॉन्फिन में बाकी सबका कॉन्फिन सेम है और सबसे ज्यादा आसान पता है किसका है कॉन्फिन लिखना सबसे ज्यादा आसान कॉन्फिन लिखना किसका है मालूम है यह सडी सीरीज का यानी कि हमारी फोर्थ ट्रांजीशन सीरीज का फोर्थ ट्रांजीशन सीरीज है ना यह हमारी सेकंड ट्रांजीशन सीरीज होती है यह सेकंड ट्रांजीशन सीरीज है य थर्ड ट्रांजीशन सीरीज है थर्ड ट्रांजीशन सीरीज और यह है अपनी सेकंड ट्रांजीशन सीरीज ठीक है तो फोर्थ ट्रांजीशन सीरीज का इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन लिखना है और इसमें बेटा एक ही ऐसा एलिमेंट है जिसमें एक्सेप्शन है रंट गेनियस एक ही ऐसा एक्सेप्शन है इसमें एक्सेप्शन है एक ही ऐसा अपने को एलिमेंट देखने को मिलेगा ठीक है इसको ऐसे याद कर देना अपन आर डी शर्मा बुक में है मैथ के डिजाइनर रंगीन कंफ्यूजन ऐसे इनको याद करते हैं आर डी शर्मा बुक में है मैथ के डिजाइनर रंगीन कंफ्यूजन ठीक है और इसमें भी रॉट गेनियस जो है इसमें एक्सेप्शन है ठीक है रदरफोर्ड डियम डब नियम सीबोर्ग बोरियल एजियम मिटने एम डाम स्टियन रंड गनि और कॉपर निकम ठीक है एक्सेप्शन क्या है वही बस ns1 इलेक्ट्रॉन n - 1d में करना है अपने को तो देखो 7s 2 तो सभी में हमें देखने को मिलेगा इधर टू की जगह वन कर देना बस इसका एक इलेक्ट्रॉन d में शिफ्ट कर देना ठीक है इधर 1 2 3 4 5 6 7 8 नाइन होना चाहिए लेकिन एक इलेक्ट्रॉन इधर आ जाएगा तो 10 हो जाएंगे तो ये आपने सारे डी ब्लॉक एलिमेंट्स के कॉन्फिन लिख लिए और उनके भी लिख लिए जिनमें एक्सेप्शन था बस तुम्हें इतना सा याद रखना था कि किसकिस एलिमेंट में एक्सेप्शन है और आई थिंक इतना तो तुम याद रख ही लोगे बस सबसे ज्यादा दिक्कत तुम्हें इसमें आएगी नोबेलियम से लेकर सिल्वर तक में और उसमें भी दो स्पेशल एलिमेंट याद रखने हैं मुझे नहीं लगता यह याद रखना उतना मुश्किल है यहां पर मात्र दो ऐसे अनमोल रतन है प्लैटिनम और गोल्ड दो ऐसे प्रेशिस मेटल्स है नोबल मेटल्स है जिनके इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन में एक्सेप्शन है और यहां पर तो बेचारा एक ही है रंट गेनियस कॉन्फिन अब जैसे मैंने पूछा कि बताओ बेटा पैलेडियम का कॉन्फिन क्या होगा बताओ पैलेडियम का कॉन्फिन क्या होगा पैलेडियम का कॉन्फिन अभी-अभी याद कराया था कि ये तो एक्सेप्शन में भी एक्सेप्शन है 5s 0 4d 10 ये तो एक्सेप्शन वालों का भी एक्सेप्शन है अगर मैं आपसे रंट गेनियस पूछ लू बेटा तो रट गनि का कॉन्फिन क्या हो जाएगा रेडन 7 ए2 फिर क्या आना चाहिए था 6d ना आना चाहिए था यह कॉन्फिन होना चाहिए था लेकिन वन और 10 आ जाएगा वन और 10 आसान है ठीक है ये हमारे इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन है ऐसे ही एफ ब्लॉक एलिमेंट्स के भी कॉन्फिन लिखना सिखाऊंगा और एफ ब्लॉक वाले भी सारे कॉन्फिन लिख लोगे तुम लोग अगर तुम्हें स्कैंडियम का कॉन्फिन याद है तो एफ ब्लॉक एलिमेंट्स के भी कॉन्फिन लिख लोगे तुम लोग ठीक है तो अभी जब एफ ब्लॉक आएगा तब अपन डिस्कस करेंगे तब तक हम आगे चलते हैं आगे बढ़ते हैं नेक्स्ट बात करते हैं हम फिजिकल प्रॉपर्टीज की फिजिकल प्रॉपर्टीज देखो ये अपने डी ब्लॉक वाले जो हैं जनरली सारे के सारे मेटल्स हैं अपना जो डी ब्लॉक है यह पूरे के पूरे ए ब्लॉक और डी ब्लॉक ये दोनों मेटल्स ही रखे हुए हैं इसमें सारे के सारे मेटल्स ही हैं इसमें भी सारे के सारे मेटल्स ही हैं और इसमें ज्यादातर नॉनमेटल है पर कुछ मेटल्स भी आते हैं इसमें ठीक है तो अपना ए ब्लॉक डी ब्लॉक एफ ब्लॉक ये सारे मेटल्स से ही भरा हुआ है ठीक है तो जो मेटल्स प्रॉपर्टी शो करते हैं वही जनरल प्रॉपर्टीज ये भी शो करते हैं पर डी ब्लॉक वाले जो मेटल्स हैं जनरली ये ए ब्लॉक वालों के कंपैरिजन में ज्यादा हार्ड होते हैं इनकी जो है बॉन्डिंग एस ब्लॉक वालों के कंपैरिजन में ज्यादा स्ट्रांग होती है मेटलिक बॉन्डिंग स्ट्रांग मेटलिक बॉन्डिंग होने की वजह से ये ज्यादा हार्ड होते हैं बाकी नॉर्मल हीट और इलेक्ट्रिसिटी कंडक्ट वगैरह ये सब आराम से कर देंगे ठीक है नॉर्मल जो भी प्रॉपर्टी शो करनी है वो सब कर देंगे हमें जो पूछा जाता है वो पूछा जाता है बेटा मेल्टिंग पॉइंट्स के बारे में मेल्टिंग पॉइंट्स डी ब्लॉक वालों के हाईयर होते हैं इन कंपैरिजन टू ए ब्लॉक वाले क्योंकि बॉन्डिंग स्ट्रांग होती है ठीक है मेल्टिंग पॉइंट्स जो डी ब ब वाले होते हैं इनके ज्यादा होते हैं एस ब्लॉक वालों से हाईयर देन एस ब्लॉक मेटल्स अब इनके मेल्टिंग पॉइंट्स में अपने को एक ट्रेंड देखने को मिलता है इनके जो मेल्टिंग पॉइंट्स होते हैं ना इसमें अपने को ट्रेंड देखने को मिलता है जैसे-जैसे अपन एक पीरियड में लेफ्ट टू राइट आगे बढ़ते हैं जैसे स्कैंडियम है जैसे अपन 3डी सीरीज की बात करें तो स्कैंडियम से अगर अपन देखें तो स्कैंडियम से ऐसे ऊपर की तरफ जैसे लेफ्ट से राइट आगे बढ़ेंगे क्रोमियम तक जाएंगे तो अपने को मेल्टिंग पॉइंट इंक्रीज होते हुए नजर आएंगे मेल्टिंग पॉइंट इंक्रीज होते हुए नजर आएंगे ठीक है फिर एक पर्टिकुलर एलिमेंट तक इंक्रीज होते हैं मतलब मिड सीरीज तक इंक्रीज होते हैं और फिर वापस से डिक्रीज होने लग जाते हैं जैसे कि आप अगर क्रोमियम तक जाओगे स्कैंडियम से क्रोमियम तक स्कैंडियम से क्रोमियम तक गए मेल्टिंग पॉइंट ऐसे बढ़ते हुए मिलेंगे फिर वापस डिक्रीज होते हुए मिलेंगे इस तरीके से ग्राफ मिलेगा तो इसका ग्राफ अपने को यहां पर बना के दिया हुआ है जैसे कि देखो यहां पर ये 3डी सीरीज के मेटल्स का ग्राफ दिया हुआ है पले क्रोमियम तक इंक्रीज हो रहे हैं मेल्टिंग पॉइंट एंड देन उसके बाद डिक्रीज हो रहे है मैगनीज का एक्सेप्शनली लो मेल्टिंग पॉइंट होता है ठीक है मैंगनीज का एक्सेप्शनली लो मेल्टिंग पॉइंट हमें देखने को मिलता है मैंगनीज का एक्सेप्शनली लो मेल्टिंग पॉइंट हमें देखने को मिलेगा और फिर आयरन कोबाल्ट निकल और फिर कॉपर ऐसे इस तरीके से अपने को मेल्टिंग पॉइंट डिक्रीज होता हुआ मिल ठीक है तो देखो होता क्या है जब मेल्टिंग पॉइंट की बात आ रही है तो मेटल मेटल के बीच की बॉन्डिंग की बात होती है मेटल मेटल के बीच की बॉन्डिंग जितनी स्ट्रांग होगी मेल्टिंग पॉइंट उतने ज्यादा होंगे तो यहां पर d1 कॉन्फिन होता है स्कैंडियम में फिर d2 d3 d4 d5 अप टू d5 नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन बढ़ रहे हैं और जितने ज्यादा अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन प्रेजेंट होते हैं ना उतने ज्यादा इलेक्ट्रॉन बॉन्डिंग में पार्टिसिपेट करते हैं तो जैसे-जैसे अपन क्रोमियम की तरफ बढ़ रहे हैं नंबर ऑफ अनपेड इलेक्ट्रॉन बढ़ रहे हैं तो मेटलिक बंडिंग और स्ट्रंग होती जा रही है ठीक है इसलिए मेल्टिंग पॉइंट इनक्रीस होता हुआ मिल रहा है मैगनीज का लो मेल्टिंग पॉइंट एक्सेप्शनली अपने को उसके क्रिस्टलाइन स्ट्रक्चर की वजह से मैंगनीज का लो मेल्टिंग पॉइंट उसके क्रिस्टलाइन स्ट्रक्चर की वजह से मिलता है बेटा जिसमें उसकी वीक मेटलिक बॉन्डिंग होती है मैंगनीज में क मेटलिक बॉन्डिंग होती है मैंगनीज में वीक मेटलिक बॉन्डिंग होती है है ना जिसको अपन एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन बोलते हैं इसको अपन दूसरे टर्म में क्या बोलते हैं बेटा एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन मैगनीज की एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन कम होती है इसलिए एक ही बात है एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन बोल रहे इसका मतलब बंड स्ट्रेंथ की बात कर रहा हो मेटलिक बॉन्डिंग वीक है मैंगनीज में उसकी वजह से उसका मेल्टिंग पॉइंट कम है फिर उसके बाद जैसे-जैसे आयरन की बात करें अगर अपन यहां पर जैसे आयरन आ गया तो आयरन में d6 कॉन्फ़िगरेशन आ जाता है फिर d7 d8 d9 और फिर जिंक में कॉपर जिंक में d10 तो वापस से इलेक्ट्रॉन पेयर होना चालू हो जाते हैं और जनरली अनपेड इलेक्ट्रॉन ही बॉन्डिंग में पार्टिसिपेट करते हैं बेटा तो जब जब अनपेड इलेक्ट्रॉन बढ़ते जा रहे हैं मेल्टिंग पॉइंट भी बढ़ता जा रहा है फिर d6 के बाद पेयरिंग होना चालू हो जाती है d7 d8 पेयरिंग होना चालू हो जाती है नंबर ऑफ अनपेड इलेक्ट्रॉन कम हो रहे तो मेल्टिंग भी कम हो रहा है तो ऐसा पूछा जाता है कि क्या ट्रांजीशन सीरीज में या जैसे ऐसे पूछ लेगा इन 3d ट्रांजीशन सीरीज या 4d ट्रांजिशन सीरीज मेल्टिंग पॉइंट इंक्रीजस अप टू द मिडिल ऑफ द सीरीज एंड देन फर्द डिक्रीजस ठीक है तो इसका मतलब ये स्टेटमेंट सही है ऐसे स्टेटमेंट वाले क्वेश्चन पूछे जाते हैं ठीक है ये हो गया ठीक है देखो यहां पर जैसे टाइटेनियम से क्रोमियम तक इंक्रीज हो रहा है देन मैगनीज में एक्सेप्शनली लो है फिर देखो आयरन के बाद ऐसे डिक्रीजिंग में है सिमिलरली अपनी 4d सीरीज में जरको नियम से आगे अपन आगे चल रहे हैं तो मोलिन तक तो इंक्रीज हो रहा है देन टेक्नीशियन जो है इसका भी सेम रीजन है मैग्नीशियम और टेक्नीशियन सेम रीजन है मैग्नीशियम सॉरी मैग्नीज और टेक्नीशियन सेम रीजन है मेटलिक बॉन्डिंग वीक होने का ठीक है उसकी वजह से मेल्टिंग पॉइंट इनके कम हो जाते हैं फिर फर्द डिक्रीज हो रहे हैं सिमिलरली 5d सीरीज और ऐसे 3d 4d और 5d सीरीज में अगर अपन देखें तो अप टू द मिडल इंक्रीज हो रहे हैं एंड देन डिक्रीज हो रहे हैं मेल्टिंग पॉइंट्स तो मेल्टिंग पॉइंट बेटा इस तरीके से अपने को ट्रेंड में यहां पर देखने को मिलते हैं और ऐसा इसका रीजन क्या होता है मेल्टिंग पॉइंट इंक्रीज होने का रीजन क्या होता है इट इज डायरेक्टली प्रोपोर्शनल टू आई कैन से एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन जिसकी ज्यादा होगी भाई उसकी ही एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन जिसका ज्यादा होगा उसके मेल्टिंग पॉइंट्स भी ज्यादा होंगे ल्पी ऑफ एटमाइजेशन को सीधे-सीधे आप बॉन्ड स्ट्रेंथ से रिलेट कर सकते हो जिसकी बॉन्ड स्ट्रेंथ ज्यादा है मेटलिक बॉन्ड जो स्ट्रांग बना रहा है इसका मतलब वो ज्यादा एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन रखता है और उसके मेल्टिंग पॉइंट्स भी हमें ज्यादा देखने को मिलते हैं और मेल्टिंग पॉइंट में आपको यह भी देखने को मिलेगा बेटा कि 3d सीरीज एलिमेंट से ज्यादा मेल्टिंग पॉइंट 4d सीरीज वालों के होते हैं और इनसे ज्यादा 5d सीरीज वालों के होते हैं क्यों क्योंकि डाउन द ग्रुप एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन इंक्रीज होता है क्योंकि इसका रीजन क्या डाउन द ग्रुप एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन इंक्रीज होता है इसीलिए मेल्टिंग पॉइंट्स इंक्रीज होते मतलब मेटल मेटल बॉन्डिंग स्ट्रंग होती है डाउन द ग्रुप मेटल मेटल बॉन्डिंग ज्यादा स्ट्रांग होती है डाउन द ग्रुप इसीलिए मेल्टिंग पॉइंट भी हमें डाउन द ग्रुप इंक्रीजिंग मिलते हैं तो एक पीरियड में मेल्टिंग पॉइंट कैसे चेंज होता है मिडिल ऑफ द पीरियड तक तो इंक्रीज होता है फिर डिक्रीज होने लग जाता है डाउन द ग्रुप मेल्टिंग पॉइंट कैसे चेंज होता है डाउन द ग्रुप मेल्टिंग पॉइंट इंक्रीजस इन डी ब्लॉक एलिमेंट्स डाउन द ग्रुप मेल्टिंग पॉइंट इंक्रीजस इन डी ब्लॉक एलिमेंट उसका रीजन क्या है उसका रीजन है ये जैसा कि हम ग्राफ में देख सकते हैं ये ब्लू लाइन जो है य 3डी वालों के लिए है फिर ये येलो वाली 4d वालों के लिए और यह पिंक वाली 5d वालों के लिए है तो सबसे ज्यादा फडी वालों के मेल्टिंग पॉइंट हमें देखने को मिल रहे हैं ठीक है यह था हमारा मेल्टिंग पॉइंट बात करें एटॉमिक एंड आयनिक साइज जनरली जो एटॉमिक रेडियस जो आयनिक रेडियस का डर होता वही एटॉमिक रेडियस का ऑर्डर होता है एंड वाइस वर्सा जो एटॉमिक रेडियस का डर होता है वही आयनिक रेडिस का भी ऑर्डर होता है तो अपने जो एलिमेंट्स है डी सीरीज वाले जो डी सीरीज वाले हैं इनके साइज का ऑर्डर मैंने तुम्हे लिखाया था एक पीरियड में लेफ्ट से राइट साइज कैसे चेंज होता है यह मैंने तुम्ह लिखाया था जब पीरियोडिक टेबल पढ़ाया था तो कैसे अपन ने साइज का ऑर्डर कैसे देखा था साइज का ऑर्डर कैसे दिखा था बेटा अपन ने याद है ना इसमें मैंगनीज तक तो आयरन तक तो ऐसा डिक्रीज होता है फैको नहीं में साइज सिमिलर रहता है और कॉपर जिंक में साइज इंक्रीजिंग होता है और इसका रीजन क्या बताया था याद है कि यहां तक तो जड इफेक्टिव डोमिनेट करता है फिर जड इफेक्टिव और सिग्मा दोनों बराबर बराबर बढ़ते हैं और इन दोनों में सिग्मा डोमिनेट कर जाता है इसलिए साइज इनका बढ़ जाता है तो देखो यह कर्व अपने को यह सब शो कर रहा है कि पहले तो डिक्रीज होता है फिर फनी में देखो फै कोनी में ऑलमोस्ट सिमिलर होता है फिर कॉपर जिंक में इंक्रीज होने लग जाता है साइज ठीक है ऐसा हमें देखने को मिलता है हां हालांकि एक बात इंपॉर्टेंट मैंने यह भी बताई थी कि याद रखना इट इज यह एटॉमिक रेडियस का ऑर्डर है या आयनिक रेडियस का ऑर्डर है लेकिन अगर मैटेलिक रेडियस की बात करें अगर मैटेलिक रेडियस यहां पर कॉपर की रेडियस ज्यादा है मैंगनीज से पर मेटलिक रेडियस बेटा मैंगनीज की ज्यादा होती है और कॉपर की कम होती है याद रखना इसमें क्यूज बहुत होते हो तुम लोग है ना मैंगनीज की ज्यादा होती है क्रोमियम से कॉपर बोल दिया शायद मैंने ना क्रोमियम से मैंगनीज की ज्यादा होती है क्रोमियम से यह याद रखना ऐसे डाउन द ग्रुप अगर अपन बात करें डाउन द ग्रुप अगर अपन बात करें तो डाउन द ग्रुप डाउन द ग्रुप हमें साइज का ऑर्डर क्या देखने को मिलता है बेटा डाउन द ग्रुप साइज का ऑर्डर ये देखने को मिलता है कि 3d से बड़े होते हैं 4d वाले और 4d और 5d वालों का साइज सिमिलर होता है 4d और 5d वालों का साइज सिमिलर क्यों होता है बेटा 4d और 5d वालों का साइज सिमिलर क्यों होता है क्योंकि 5d वालों पर लग गया था क्या लैंथेनाइड कंट्रक्शन याद है लैंथेनाइड कंट्रक्शन क्यों लग गया था लैंथेनाइड कंट्रक्शन ड्यू टू पुअर स्क्रीनिंग ऑफ 4f सब शेल इलेक्ट्रॉन इनकी स्क्रीनिंग बहुत पुअर होती है उसकी वजह से जड इफेक्टिव बढ़ जाता है और जड इफेक्टिव बढ़ जाएगा तो वो क्या कर लेगा एटम के साइज को कांट्रैक्ट कर देगा एटम के साइज को कांट्रैक्ट कर देगा इसलिए फडी वालों का साइज छोटा हो जाता है तो आपसे साइज का ऑर्डर अगर पूछा जाएगा अगर मैं आपसे क्वेश्चन पूछूं करेक्ट ऑर्डर ऑफ साइज अगर मैं क्वेश्चन पूछूं और टाइटेनियम जरको नियम और हाफ नियम का ऑर्डर आपको लगाना है टाइटेनियम जरको नियम और हाफ नियम का आपको ऑर्डर लगाना है लगा दोगे आसान है है ना डी फडी और फडी फडी और फडी वालो का साइज सिमिलर होता है क्यों होता है ड्यू टू लैंथेनाइड कंट्रक्शन क्योंकि वालों पर लेंथ कंट्रक्शन लगता है इसलिए उनका साइज क्या होता है बेटा छोटा हो जाता है कांट्रैक्ट हो जाता है और आपको ये भी बताया था कि एक्टनाइड कंट्रक्शन जैसा भी कुछ होता है और ये भी बताया था कि एक्टनाइड कंट्रक्शन ज्यादा स्ट्रांग होता है इन कंपेरिजन टू लेंथ इड कंट्रक्शन ठीक है आयनाइजेशन एंथैल्पी आयनाइजेशन एंथैल्पी की अगर हम बात करें बेटा तो आयनाइजेशन एंथैल्पी जनरली इन एलिमेंट्स की जो होती है वो नॉर्मल ही होती है यहां पर जैसे आपको कॉपर और जिंक की मैं बात करूं अगर कॉपर और जिंक की मैं बात करूं तो कॉपर और जिंक में आयनाइजेशन एनर्जी आपसे पूछी जाएगी बेटा ie1 का ऑर्डर लगाओ और ie2 का ऑर्डर लगाओ फर्स्ट और सेकंड आयनाइजेशन एनर्जी पूछी जाएगी कॉपर और जिंक की किसकी ज्यादा होगी तो बता सकते हो क्या फर्स्ट और सेकंड आयनाइजेशन एनर्जी तो कॉपर क्या होता है बेटा 4s 1 3d 10 होता है 4s 1 3d 10 और जिंक क्या होता है 4s 2 3d 10 होता है ठीक है अब फर्स्ट आयनाइजेशन एनर्जी का ऑर्डर लगाना है तो तो क्या करना पड़ेगा देखो इलेक्ट्रॉन सबसे आउटर मोस्ट शेल से निकाला जाता है मतलब 4s से इलेक्ट्रॉन निकालना है इधर 4s व है उधर 4 ए2 है फुल्ली फिड ए सब शेल भी है जड इफेक्टिव भी उसमें ज्यादा है तो पहली आयनाइजेशन एनर्जी तो जिंक की ज्यादा हो जाएगी लेकिन जब एक इलेक्ट्रॉन निकाल देंगे दूसरा इलेक्ट्रॉन निकालने की बारी आएगी यानी कि जब सेकंड आयनाइजेशन एनर्जी को कंपेयर करेंगे तो यहां से एक इलेक्ट्रॉन गया तो ये तो 4s तो खाली हो गया बचा क्या 3d 10 और इधर क्या बचेगा बेटा 4s 13d 10 तो अब किसकी आयनाइजेशन एनर्जी ज्यादा हो जाएगी कॉपर में देखो 3d से इलेक्ट्रॉन निकालना है और वो भी फुल्ली फीड 3d उधर 4s से इलेक्ट्रॉन निकालना है तो सबसे पहली बात तो 3d न्यूक्लियस के ज्यादा पास है इस पर अट्रैक्शन ज्यादा है ठीक है दूसरा हैवी फुल्ली फीड तो अब ये दोनों फैक्टर किसको सपोर्ट कर रहे हैं कॉपर की आयनाइजेशन एनर्जी ज्यादा होने को सपोर्ट कर रहे हैं तो फर्स्ट आयनाइजेशन एनर्जी तो किसकी ज्यादा हो जाएगी बेटा कॉपर की जिंक की ज्यादा हो जाएगी कॉपर से और सेकंड आयनाइजेशन एनर्जी किसकी ज्यादा हो जाएगी कॉपर की ज्यादा हो जाएगी सिमिलरली आपसे अगर मैं पूछूं कि बताओ बेटा क्रोमियम और मैंगनीज इसमें आईव आ2 और आ3 का ऑर्डर फर्स्ट आयनाइजेशन एनर्जी सेकंड आयनाइजेशन एनर्जी एज वेल एज थर्ड आयनाइजेशन एनर्जी इसका ऑर्डर बनाना है चलो बताओ चलो बताओ बताओ किसका ऑर्डर ज्यादा हो जाएगा i1 किसकी ज्यादा होगी आ2 किसकी ज्यादा होगी और i3 किसकी ज्यादा होगी कॉपर का कॉन्फिन लिखोगे तो आर्गन 4s 1 3d 5 है ये और मैंगनीज 4s 23d 5 है ठीक है 4s 1 3d 5 और 4s 2 3d 5 अब इलेक्ट्रॉन तो 4s से निकलना है तो अब तो तुम समझ गए होंगे भाई किसकी ज्यादा होगी पहला वाला तो मैंगनीज की ज्यादा हो जाएगी क्योंकि वहां पर 4s 2 भी है और z इफेक्टिव भी उसी में ज्यादा है ठीक है फिर उसके बाद अगर एक एक इलेक्ट्रॉन निकाल दे तो एक-एक इलेक्ट्रॉन निकाल देने पर यह तो हो जाएगा 4s खाली और बचेगा 3d 5 और यह बचेगा 4s 1 3d 5 4s 1 3d 5 ठीक है तो अब इधर 3d से इलेक्ट्रॉन निकालना है इधर 4s से इलेक्ट्रॉन निकालना है इधर 3d से जो कि न्यूक्लियस के ज्यादा पास है और उसमें भी हाफ फील्ड 3d तो अब सेकंड आयनाइजेशन एनर्जी किसकी ज्यादा हो जाएगी बेटा क्रोमियम की ज्यादा हो जाएगी सिमिलरली अगर अपन थर्ड आयनाइजेशन एनर्जी की बात करें तो इधर से एक-एक इलेक्ट्रॉन और निकाल दो तो यह बचेगा d4 और यह हो जाएगा d5 तो d4 और d5 में अब आपको समझ में आ ही गया होगा किसकी आयनाइजेशन एनर्जी ज्यादा होगी मैगनीज की तो थर्ड आयनाइजेशन एनर्जी किसकी ज्यादा हो जाएगी मैंगनीज की सेकंड आयनाइजेशन एनर्जी किसकी ज्यादा हो जाएगी क्रोमियम की तो अगर मैं आपसे क्वेश्चन पूछूं च ऑफ द फॉलोइंग हैज मैक्सिमम सेकंड आयनाइजेशन एनर्जी तो बताओ क्या आंसर जाएगा क्या आंसर जाएगा जल्दी से बताओ सेकंड आयनाइजेशन एनर्जी मैक्सिमम चाहिए किसका क्या आंसर जाएगा अभी अभी एक क्वेश्चन किया था अपन ने इसके अकॉर्डिंग यह एक एक इलेक्ट्रॉन निकाल दिया सब में से तो यह 4 ए1 36 बन जाएगा यह d5 कॉन्फिन हो जाएगा 35 40 35 ये 4s 35 होगा और यह तो 4s 3d थ्री पे ही रहेगा ठीक है क्रोमियम की सेकंड आयनाइजेशन एनर्जी मैक्सिमम होगी इस तरीके का क्वेश्चन आपके नीट में और जेई में दोनों में आ चुका है इस तरह का क्वेश्चन नीट और जेई में दोनों में आ चुका है और फिर से भी आ सकता है ठीक है वापस से पूछे जाने की संभावनाएं हैं ठीक है चलिए आगे बढ़े बात करते हैं ऑक्सीडेशन स्टेट्स की बात करते हैं ऑक्सीडेशन स्टेट्स की तो सबसे पहली बात ये तो तुम्हारा फेवरेट है जब भी अपन बात कर रहे हैं ट्रांजीशन एलिमेंट्स की तो ट्रांजीशन एलिमेंट मतलब डी ब्लॉक एलिमेंट के बारे में सुनते तुम्हें एक ही चीज आती है सर वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट जब भी कुछ पूछो कि इसका रीजन क्या है कि डी ब्लॉक एलिमेंट है हां तो सर वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट डी ब्लॉक वाले वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं बस यही लाइन फिक्स है तुम्हारी यही लाइन तुमने रट रखी इसकी तो मुझे यह बताओ कि डी ब्लॉक के एलिमेंट्स वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते क्यों है रीजन क्या है इनके वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट शो करने का सबसे पहले तो लिखते हैं अपन डी ब्लॉक एलिमेंट शो वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट्स डी ब्लॉक एलिमेंट्स शो वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट्स और ऐसा क्यों करते हैं रीजन क्या है बिकॉज ऑफ द लेस एनर्जी लेस एनर्जी डिफरेंस बिटवीन ए ए एंड n माइव डी सब सेल्स देखो डी ब्लॉक वाले जो है ना इनका कॉन्फिन डी ब्लॉक वालों का जनरल इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन क्या होता है जनरल इलेक्ट्रॉनिक कन्फ होता है ns2 n - 1d या ns2 मत लिखो इसको वन से टू लिख लो n एव से टू n - 1d टू 10 ये इनका जनरल इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन होता है हालांकि आपको यह भी लिखा हुआ मिल सकता है कि ns0 सेट n -1 d 1 टू 10 ये भी लिखा हुआ मिल सकता है बट पहला वाला ज्यादा सही है अकॉर्डिंग टू एनसीआरटी पहला वाला ज्यादा सही है है ना पहला वाला ज्यादा सही है जनरल इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन ठीक है तो ध्यान से देखोगे तो इनके ns-01g में ज्यादा डिफरेंस नहीं है एनर्जी का इसलिए एए के इलेक्ट्रॉन के साथ-साथ n - 1d के इलेक्ट्रॉन भी निकलने लग जाते हैं इसलिए ये वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट्स शो करते हैं ठीक है इनमें से दो एलिमेंट ऐसे हैं बेटा जो कभी भी वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट शो नहीं करते एक तो है अपना स्कैंडियम और एक है अपना जिंक तो आपसे अगर ऐसे क्वेश्चन पूछा जाए वच ऑफ द फॉलोइंग ट्रांजीशन एलिमेंट या च फॉलोइंग डी ब्लॉक एलिमेंट डज नॉट शो एनी वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट तो आंसर स्कैंडियम या जिंक में से एक जाएगा ठीक है आ रही है बात समझ में स्कैंडियम या जिंक में से एक आंसर जाएगा अब ऐसे टाइटेनियम मेडियम क्रोमियम मैंगनीज इन सबको अगर आप ध्यान से देखो तो ये एक से ज्यादा टाइप की ऑक्सीडेशन स्टेट शो कर रहे हैं बेटा देखो + 2 + 3 + 4 + 2 + 3 प् 4 ये प् 4 तक ही जा रहा है ये प् 5 तक जा रहा है ये प् स तक और ये प् से तक जा रहा है क्यों क्योंकि इन पर्टिकुलर ऑक्सीडेशन स्टेट में ये नोबल गैस कॉन्फिन अचीव कर रहे हैं तो ये सभी इनकी मोस्ट स्टेबल ऑक्सीडेशन स्टेट में से एक है जैसे कि मैंगनीज + से की ऑक्सीडेशन स्टेट शो करता है उसमें उसका नोबल गैस कॉन्फिन होता है क्रोमियम + 6 में नोबल गैस कॉन्फिन रखता है तो ये इनकी वन ऑफ द मोस्ट स्टेबल ऑक्सीडेशन स्टेट्स में से एक है ठीक है और स्कैंडियम इसीलिए सिर्फ + 3 शो करता है क्योंकि + ट के बाद एक और इलेक्ट्रॉन देकर ये नोबल गैस कॉन्फिन अचीव कर सकता है इसलिए तुरंत एक इलेक्ट्रॉन देता है प्लट में जैसे होता ना एक इलेक्ट्रॉन देके तुरंत प्लस 3 में आ जाता है ठीक है और जिंक तो अपना प्लसटू में सड ओवल गैस कॉन्फिन अचीव कर लेता है वो भी एक स्टेबल कॉन्फिन होता है ठीक है एक और इंटरेस्टिंग चीज स्कैंडियम से लेकर मैगनीज तक जो इनकी हाईएस्ट ऑक्सीडेशन स्टेट है ना वही इनका ग्रुप नंबर होता है ध्यान से देखो यह ग्रुप नंबर थ्री है यह ग्रुप नंबर फोर है ये ग्रुप नंबर फाइव है ये ग्रुप नंबर सिक्स ये सेवन फिर आगे से चेंज होना चालू होता है ठीक है तो तो इनकी जो हाईएस्ट ऑक्सीडेशन स्टेट है वो इनके ग्रुप नंबर को रिप्रेजेंट करती है कहां तक अप टू मैंगनीज तक कहां तक अप टू मैगनीज ततक और ये प् 4 तक ही क्यों गया क्योंकि टाइटेनियम का कॉन्फिन क्या था बेटा टाइटेनियम का कॉन्फिन था आर्गन 4s 3d 4 4s 2 3d 2 सॉरी ठीक है तो यहां पर चार इलेक्ट्रॉन अवेलेबल है n ए और n-1 डी में तो दो यहां से गए दो यहां से गए तो सीधे प्लट और देन एंड देन उसके बाद प् 4 इस तरीके से ये ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं अब जब आयरन की बात आती है तो इलेक्ट्रॉन यहां पर पेयरिंग होना चालू हो जाती है बेटा यहां पर 3d स है ना तो यहां पर देखो इस तरीके से पेयरिंग होना चालू हो जाती है जब तक अनपेड इलेक्ट्रॉन थे अच्छे से बॉन्डिंग में पार्टिसिपेट करते हैं पर जब पेयरिंग होने लगती है पेयरिंग होने के बाद स्टेबिलिटी अचीव होना चालू हो जाती है तो उस ऑर्बिटल की एनर्जी बाकियों के कंपैरिजन में अलग हो जाती है इसलिए फिर वो अपने इलेक्ट्रॉन को बॉन्डिंग में पार्टिसिपेट कराने की टेंडेंसी कम रखता है इसलिए अब आपको देखो मैक्सिमम + 4 तक की ऑक्सीडेशन स्टेट मिल रही क्योंकि चार अनपेड इलेक्ट्रॉन है ऐसे कोबाल्ट में निकिल में आपको प् फ तक की मिलेगी बट स्टेबल तो कोबाल्ट की + 3 होती है आयरन भी प2 और + 3 में ही स्टेबल होता है मैंगनीज प्लट में ज्यादा स्टेबल होता है क्रोमियम प् 3 में ज्यादा स्टेबल होता है क्रोमियम प् 3 में ज्यादा स्टेबल क्यों होता है क्या रीजन होता है इसका क्रोमियम प् 3 में ज्यादा स्टेबल होता है हाफ फील्ड t2g कॉन्फिन की वजह से किसकी वजह से बेटा हाफ फिल्ड t2g कॉन्फिन की वजह से ठीक है बाकी तो निकेल जो है वो प्लसटू में आपको स्टेबल मिलेगा ही आयरन कभी-कभी प्लस स में शो करता है बट आयरन प्लस स में अनस्टेबल ही होता है बेटा रेयरली एक या दो कंपाउंड है आपके सिलेबस में तो एक भी कंपाउंड नहीं है जो प्लस स ऑक्सीडेशन स्टेट शो करता हो बट हां कुछ कंपाउंड है आयरन के ऐसे जिसमें वो प्लस स ऑक्सीडेशन स्टेट तक चला जाता है जैसे fe4 2 नेगेटिव है ना कुछ ऐसे पर्टिकुलर कंपाउंड्स है जिनम आयरन प्लस स शो करता है बट वो आपके सिलेबस में नहीं है आज तक नहीं पूछे गए तो ऑक्सीडेशन स्टेट्स की अगर अपन बात कर बेटा तो ऑक्सीडेशन स्टेट्स ये वेरिएबल शो क्यों करते हैं यह पूछा जाएगा तो उसका रीजन क्या है n और n-1 d में लेस डिफरेंस उसकी वजह से दोनों के इलेक्ट्रॉन पार्टिसिपेट करते हैं और n-1 d में काफी सारे इलेक्ट्रॉन होते हैं तो एक-एक करके जब निकलते जाते हैं तो ऐसे बहुत सारी ऑक्सीडेशन स्टेट शो करता है मैंगनीज यहां पर इन सभी में देखो ज्यादा चमक रहा है क्योंकि मैंगनीज सबसे ज्यादा नंबर ऑफ ऑक्सीडेशन स्टेट शो करता है तो आपसे अगर ऐसे पूछा जाएगा व्हिच ऑफ द फॉलोइंग एलिमेंट शोज मोर देन वन टाइप ऑफ ऑक्सीडेशन स्टेट या ऐसे पूछ ले च ऑफ द फॉलोइंग एलिमेंट शोज मैक्सिमम नंबर ऑफ ऑक्सीडेशन स्टेट च ऑफ द फॉलोइंग एलिमेंट शोज मैक्सिमम नंबर ऑफ ऑक्सीडेशन स्टेट्स क्रोमियम क्रोमियम की जगह कोबाल्ट लिख लेते हैं कंफ्यूज करने के लिए मैंगनीज आयरन जिंक क्या आंसर हो जाएगा बेटा क्या आंसर हो जाएगा मैंगनीज ठीक है तो यह वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट्स और जो भी ऑक्सीडेशन स्टेट ये शो करते हैं उस पर ठीक है अभी और भी कुछ जरूरी बातें करनी है इस पर ठीक है जैसे कि जैसे कि कॉपर है कॉपर प्लस व और प्लसटू दोनों ऑक्सीडेशन स्टेट शो करता है नोट लगाकर लिखेंगे इसको कॉपर प्लस व और प्लसटू दोनों टाइप की ऑक्सीडेशन स्टेट शो करता है बेटा कॉपर कैन शो प्लस वन एज वेल एस प्लसटू ऑक्सीडेशन स्टेट्स प्लव भी शो कर सकता है प्लसटू भी शो कर सकता है पर लफड़ा यह नहीं है लफड़ा यह है कि सर कॉपर अगर प्लस व में रहेगा तो कॉपर 4 एव 3डी 10 होता है तो 40 3डी 10 रहेगा कॉपर प्लसटू की अगर अपन बात करें तो आर्गन 4s 03d ये कॉन्फिन बनेगा ठीक है तो सर इसकी ज्यादा स्टेबल वाली ऑक्सीडेशन स्टेट कौन सी है कॉपर + 1 या प2 तो देखकर तो यही लग रहा है कि कॉपर प्लव ज्यादा स्टेबल है कॉपर प्लट से हां ऐसा होता भी है लेकिन जब गैसियस मीडियम में आप बात कर रहे हो सिर्फ कॉपर प्व आयन की तब गैसियस मीडियम में कॉपर प्व ज्यादा स्टेबल है कॉपर प्लट से लेकिन पानी में जाते ही सीन उल्टा हो जाता है इन एक्वसस यही तो नोट लगाकर लिखा है इन एक्स मीडियम कॉपर प्लसटू इज मोर स्टेबल देन कॉपर प्लस वन क्यों रीजन क्या उसका ड्यू टू इट्स हाईयर हाइड्रेशन एनर्जी ड्यू टू इट्स हाईयर [संगीत] हाइड्रेशन एनर्जी हाइड्रेशन एनर्जी बेटा कॉपर प्लसटू की ज्यादा होती है कॉपर प्लसटू की हाइड्रेशन एनर्जी ज्यादा होने की वजह से वो इसको स्टेबल बना देती है कॉपर प्लसटू में ले आती है प्लस व से ठीक है और यही रीजन है कि कॉपर प्लव डिस्प्रोशियम डिस्प्रोशियम इन एक्स मीडियम एक्स मीडियम में डिस्प्रोशियम क तो तो यार इन एक्स मीडियम यह नोट करने वाला पॉइंट है बेटा कॉपर प्लस वन है अगर एक्स मीडियम में बेटा तो यह डिस्प्रोशियम ये डिस्प्रोशियम आप बोल देंगे कि हां ये सही है आपसे अगर ऐसे पूछ लिया जाए स्टेटमेंट कि कॉपर प्लस व डिस्पोर्ट इन एक्स मीडियम तो आप बोल देंगे कि हां ये सही है ठीक है इंपॉर्टेंट है बेटा इंपॉर्टेंट है एकदम यह सब कुछ एनसीआरटी का ही पढ़ा रहा हूं बेटा कुछ भी अपने मन से नहीं है यहां पर है ना एक्स्ट्रा में आपको एक लाइन नहीं दूंगा मैं आज सिर्फ जो एनसीआरटी में लिखा हुआ है वही का वही देंगे आपको ठीक है और यह सब आपके एनसीआरटी में है यह प्रेजेंट है बेटा आपके एनसीआरटी में क्वेश्चन पूछा जा रहा है बेटा आपसे एक व्हिच ऑफ द 3डी सीरीज ऑफ द ट्रांजिशन मेटल एबिट्स एबिट्स द अ लार्जेस्ट नंबर ऑफ ऑक्सीडेशन स्टेट्स एंड वाई ये आपके एनसीआरटी का क्वेश्चन है बेटा आपके एनसीआरटी में लिखकर ये क्वेश्चन दिया हुआ है आपसे पूछा हुआ है इंटेक्स क्वेश्चन है एनसीआरटी का 8.3 एनसीआरटी खोल के बैठो तो आपको दिखेगा 8.3 आपसे पूछा है कि च ऑफ द फॉलोइंग 3डी सीरीज ट्रांजीशन मेटल एबिट द लार्जेस्ट नंबर ऑफ ऑक्सीडेशन स्टेट जल्दी से इसका आंसर लगाओ फटाफट से हुआ भाई यह क्वेश्चन तो करा हुआ है तुमने च ऑफ द थडी सीरीज ऑफ द ट्रांजीशन मेटल एबिट द लार्जेस्ट नंबर ऑफ ऑक्सीडेशन स्टेट डी सीरीज में से तो आपको पता ही है कौन है मैंगनीज क्यों क्योंकि 4s 23d 5 सा इलेक्ट्रॉन दे देता है और प्लस से तक चला जाता है ठीक है लार्जेस्ट नंबर ऑफ ऑक्सीडेशन स्टेट इसीलिए मैंगनीज शो करता है अच्छा एक इंपॉर्टेंट बात और याद रखना कि यह जो अपनी हाईयर ऑक्सीडेशन स्टेट है ना जैसे मैंगनीज प्लस से तक जा रहा है क्रोमियम प्लस सि तक जा रहा है तो इसकी स्टेबिलिटी अगर आपसे एक ग्रुप में पूछी जाए तो यह याद रखना है आपको कि स्टेबिलिटी ऑफ हाईयर ऑक्सीडेशन स्टेट स्टेबिलिटी ऑफ हायर ऑक्सीडेशन स्टेट इंक्रीजस डाउन द ग्रुप इंक्रीजस डाउन द ग्रुप इन डी ब्लॉक एलिमेंट्स डी ब्लॉक एलिमेंट्स में हाईयर ऑक्सीडेशन स्टेट्स की स्टेबिलिटी बेटा बढ़ती है हायर ऑक्सीडेशन स्टेट की स्टेबिलिटी बढ़ती है जैसे कि अगर मैं आपसे पूछूं कि क्रोमियम प् 6 मोलिन + 6 और टंगस्टन + 6 इनमें स्टेबिलिटी का ऑर्डर क्या रहेगा तो आप बताएंगे कि भाई ये ज्यादा स्टेबल है इनमें स्टेबिलिटी का ऑर्डर ये रहेगा टंगस्टन + 6 विल बी मोर स्टेबल देन क्रोमियम + 6 ठीक है डाउन द ग्रुप जाते हैं ना तो z इफेक्टिव बढ़ता है बेटा z इफेक्टिव इस पॉजिटिव चार्ज को स्टेबल बनाता है ठीक है चलिए आगे बढ़ते हैं बात करते हैं ट्रेंड्स इन द m + 2 से m स्टैंडर्ड इलेक्ट्रोड पोटेंशियल स्टैंडर्ड इलेक्ट्रोड पोटेंशियल की बात हो रही है बेटा + 2 से m यानी कि रिडक्शन पोटेंशियल की बात कर रहे हैं अपन ठीक है अ रिडक्शन पोटेंशियल बोल लो ऑक्सीडक्सी ऑक्सीडेशन पोटेंशियल बोल लो या फिर नॉर्मल स्टैंडर्ड इलेक्ट्रोड पोटेंशियल बोल लो कुछ भी बोल लो बात घूम फिर के एक ही आ जाती है ठीक है अब एक्चुअली में तो ये वैल्यू बेस चीजें होती है ये जो a न सेल की जो वैल्यू होती है ये सब वैल्यू बेस्ड होती है जब वैल्यू निकल के आती है तब हम किसी कंक्लूजन प पहुंचते हैं जैसे कि हम यहां पर देख रहे हैं ये आपको कुछ कु वैल्यूज दे रखी है नोट सेल की वैल्यू ये यहां पर ठीक है तो मेनली आपको यहां पर बहुत कंफ्यूजन होता है तो मैं आपका कंफ्यूजन दूर कर देता हूं मैं आपको जितनी चीजें बता रहा हूं बस उतनी चीजें याद रख लेना वो आपसे पूछेगा कि बताओ भैया मैंगनीज और जिंक के लिए ज्यादा नेगेटिव वैल्यू क्यों मिलती है ये और ये मैंगनीज के लिए देखो बेटा और जिंक के लिए देखो ये पूछता है कि ये वैल्यूज नेगेटिव ज्यादा क्यों होती है तो आपको पता ही होगा कि मैंगनीज जो है मैंगनीज + 2 में d5 कन्फ रखता है 35 और जिंक प्लसटू में जिंक प्लसटू में d10 कॉन्फिन रखता है इनकी स्टेबिलिटी की वजह से ऐसा हो रहा है इनकी स्टेबिलिटी की वजह से ऐसा हो रहा है कि मैंगनीज और जिंक यह दोनों के लिए अपने को इनके स्टैंडर्ड इलेक्ट्रोड पोटेंशियल की जो वैल्यू है फॉर रिडक्शन ऑफ m प2 से ए ये अपने को ज्यादा नेगेटिव मिल रही है ठीक है मेनली इन दोनों के बारे में में पूछता है हालांकि यह निकिल वगैरह के बारे में भी पूछेगा तो निकिल वगैरह के बारे में पूछेगा तो बोल देना इसकी हाइड्रेशन एनर्जी ज्यादा होती है इसलिए ऐसा होता है ठीक है पर एनसीआरटी में लिखा हुआ है इसलिए बोल रहा हूं ऐसा हालांकि आज तक निकेल के बारे में नहीं पूछा गया मैंगनीज और जिंक के बारे में ही पूछता है तो आप ये दो याद रखो जितने ज्यादा इसमें घुसो ग ना उतने ज्यादा तुम्हारे घुटने ढीले होते जाएंगे तो घुसना मत जितना मैं कह रहा हूं उतना कर लेना मैंगनीज और जिंक है इन दोनों के लिए याद रख लेना वो प्लट में d5 हैय प2 में d10 कॉन्फिन है इसलिए इनके स्टैंडर्ड इलेक्ट पोटेंशियल की जो वैल्यू है वो अपने को मोर नेगेटिव मिल रही है ड्यू टू स्टेबिलिटी ऑफ देयर प्लसटू आयन ठीक है निकिल के लिए अगर पूछ ले तो रीजन उसका हाइड्रेशन एनर्जी दे देना ठीक है ये एक पॉइंट याद हो गया अब इससे भी ज्यादा इंपॉर्टेंट जो इससे ज्यादा बार पूछा गया है कि कॉपर के लिए वैल्यू पॉजिटिव क्यों मिलती है कॉपर के लिए यह वैल्यू पॉजिटिव क्यों मिल रही है इस पर स्टार लगा लो कॉपर प सबसे ज्यादा बार कॉपर के लिए पूछा गया है कि कॉपर के लिए यह वैल्यू नेगेटिव पॉजिटिव क्यों मिल रही है देखो प्लस में प 34 बाकी सबके लिए आपको नेगेटिव नजर आ रही है बस एक कॉपर के लिए पॉजिटिव में नजर आ रही स्टैंडर्ड इलेक्ट्रोड पोटेंशियल की वैल्यू प्लसटू से जीरो के लिए रिडक्शन पोटेंशियल की वैल्यू ऐसा क्यों कि ए न सेल की वैल्यू जो है प्लसटू से ए यह पॉजिटिव है फॉर कॉपर इसका रीजन क्या है ऐसा क्यों है तो इसका रीजन अगर समझना है बेटा तो इसका रीजन समझने के लिए आपको मैं इधर लेकर आता हूं यहां पर लिखते अपन उसको कि न न सेल की जो वैल्यू है कॉपर के लिए फॉर कॉपर इसको ऐसे लिख लेते हैं ना कॉपर प्लसटू से कॉपर इज पॉजिटिव कितनी है प्लस का 34 प्लस का 34 ये प बाकी सबके लिए नेगेटिव आ रही है फिर इसके लिए पॉजिटिव क्यों आ रही है क्या रीजन है कि कॉपर प् 2 की ये जो वैल्यू है ये पॉजिटिव आ रही है तो रीजन है बेटा ड्यू टू रीजन क्या है इसका रीजन लिखो ड्यू टू इट्स हाई आयनाइजेशन एनर्जी एंड लो हाइड्रेशन एनर्जी एंड लो हाइड्रेशन एनर्जी क्या होता है देखो ये जो स्टैंडर्ड इलेक्ट्रोड पोटेंशियल की बात हो रही है ना ये एक एक्सपेरिमेंटल डाटा है हम एक्स मीडियम में यह प्रोसेस करवा के देखते हैं और उसके बाद जो डटा हमारे पास आता है उस पर हम बात करते हैं तो ये जो प्रोसेस होता है ना ये जो वैल्यूज निकाली जाती है कैसे निकाली जाती है जैसे कि मान लो कॉपर है ठीक है तो इसको अपन कॉपर को कॉपर प्लट में लेकर जाएंगे अगर और एक्स मीडियम में लेकर जाएंगे तो कैसे लेकर जाएंगे देखना जरा पहले तो कॉपर सॉलिड स्टेट में होगा तो क्या करेंगे पहले उसको गैसियस स्टेट में कन्वर्ट करेंगे सब्लीमेशन एंथैल्पी जिसको अपन एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन के नाम से भी जानते हैं ठीक है फिर उसके बाद जब यह गैसियस से प्लसटू में इसको लेकर जाएंगे तो यहां पर क्या लगेगा आयनाइजेशन एनर्जी आईव और आईईट तो मैं यहां पर इसको एंथैल्पी ऑफ आयनाइजेशन बोल देता हूं ठीक है और अब क्योंकि एक्स मीडियम में बात चल रही है बेटा पूरी तो अब क्या करेंगे अपन इसको तो हाइड्रेशन हो जाएगा तो यहां पर एंथैल्पी ऑफ हाइड्रेशन ठीक है ये वैल्यू मिलनी चाहिए थी नेगेटिव पर ये सिर्फ किसी एक फैक्टर पर डिपेंड नहीं करती है ये इस पे भी डिपेंड करती है इस पे भी डिपेंड करती है और इस पर भी डिपेंड करती है तीनों पर डिपेंड करती है इस पर भी इस पर भी और इस पर भी तीनों पर डिपेंड करती है अब इन तीनों का जो सम आएगा ना उससे अपने को वो वैल्यू मिलेगी नेगेटिव या पॉजिटिव तो एक्चुअली में होता क्या है ये कॉपर प्व और प2 की ये जो आयनाइजेशन एनर्जी है ना ये ie1 और ie2 का सम है ये i1 और i2 का सम है और i1 i2 का सम जो है ये वेरी हाई है ये ज्यादा है इन कंपेरिजन टू व्हाट इट्स हाइड्रेशन एनर्जी इसके कंपैरिजन में ये नेगेटिव वैल्यू होती है ये पॉजिटिव वैल्यू होती है तो इसके कंपैरिजन में यह वैल्यू ज्यादा है ज्यादा होने की वजह से पॉजिटिव वैल्यू ज्यादा होने की वजह से अपने को इसकी की ये वैल्यू पॉजिटिव मिलती है तो i1 और i2 का सम ज्यादा है कॉपर के लिए उसकी आयनाइजेशन एनर्जी ज्यादा है इस चक्कर में अपने को उसकी वैल्यू जो मिलती है वो पॉजिटिव मिलती है इसीलिए कॉपर हाइड्रोजन से ज्यादा बेटर ऑक्सीडेंट हो जाता है आपने इलेक्ट्रोकेमिकल सीरीज में देखा होगा कॉपर हाइड्रोजन के नीचे आता है बेटा इलेक्ट्रोकेमिकल सीरीज में कॉपर हाइड्रोजन के नीचे आता है इसीलिए कॉपर किसी भी एसिड से हाइड्रोजन को डिस्प्लेस नहीं करता है कोई भी एसिड जब कॉपर से रिएक्ट करेगा तो हाइड्रोजन गैस नहीं देगा ट्स वय ट्स वय ऐसा है इसलिए पॉजिटिव वैल्यू है इसलिए ट्स वाय कॉपर डज नॉट लिबरे हाइड्रोजन विद एनी एसिड्स आप किसी भी की कॉपर से रिएक्शन करवा दो जनरली डाइल्यूट एसिड से रिएक्शन अगर करवाओ ग तो करेगा ही नहीं कॉपर रिएक्शन जैसे कि आप वेरी डाइल्यूट hno3 की रिएक्शन करवा दो कॉपर से नहीं करेगा डाइल्यूट hso4 की रिएक्शन करवा दो कॉपर से वो नहीं करेगा अब ये रिएक्शन भी मैं आपको पी ब्लॉक में और सॉल्ट में पढ़ाऊंगा जैसे मैं अभी जवाब दे रहा हूं आप लोग भी जवाब दोगे कि बताओ कॉपर की और डाइल्यूट hno3 की रिएक्शन में क्या प्रोडक्ट बनेगा आप बता दोगे प्रोडक्ट क्या बनेगा बस बने रहना मेरे साथ ठीक है तो बेटा कॉपर किसी भी एसिड के साथ हाइड्रोजन लिब्रेट नहीं कर रहा क्यों क्योंकि कॉपर एक बेटर ऑक्सीडेंट है वो हाइड्रोजन को डिस्प्लेस नहीं कर पाएगा ठीक है बाकी जो वैल्यूज हैं उसके बेसिस पर सारी गणित चलती है e नो वैल्यू e नोट सेल की जो वैल्यू है उस पर तो आप इसके लिए याद रखना बेटा इसके लिए याद रखना और इसका याद रख लेना कभी अगर जरूरत पड़ जाए तो जैसे मान लो एनसीआरटी से क्या कई बार लाइन वाले क्वेश्चन पूछ लिए जाते हैं तो आपको ऐसे बोल देगा भाई इसकी वैल्यू जो नेगेटिव होती है वो इसकी हाई हाइड्रेशन एनर्जी की वजह से होती है तो बोल देना हां निकल के लिए हाइड्रेशन एनर्जी रीजन होता है ये सही है कॉपर की अगर अपन बात करें तो कॉपर इसकी वैल्यू पॉजिटिव क्यों मिलती है क्योंकि आयनाइजेशन एनर्जी ज्यादा होती है और और हाइड्रेशन एनर्जी कम होती है उसके कंपैरिजन में आयनाइजेशन एनर्जी के कंपैरिजन में और जिंक और मैंगनीज का आपको मालूम ही है ठीक है फिर इसके बाद हम बात करें वाई अपने को क्वेश्चन पूछ रहा है बेटा व्हाई क्रोमियम प्लट इज रिड्यूस एंड mn3 इज ऑक्सिडाइजिंग आपको ऐसे क्वेश्चन में ज्यादातर बहुत दिक्कत होती है है ना नो वाले मतलब वैल्यू दे दी जाती है और आपको कंफ्यूज कर दिया जाता है या फिर ऐसे पूछ लिया जाता है कि बताओ कौन ऑक्सीडर्म मेरे साथ बने हुए हो तो 100% तुम्हें फायदा मिलेगा अगर तुम पढ़ रहे हो सीरियसली तुम्हें डेफिनेटली फायदा मिलेगा जो बाकियों को नहीं मिल पाएगा इस बात की तो मैं गारंटी देता हूं एकदम ठोक के ठीक है तो आपको वो पूछ रहा है बेटा कि क्रोमियम प्लट रिड्यूस है और m प् 3 जबकि दोनों का कॉन्फिन d4 है जब दोनों का कॉन्फिन सेम है तो फिर एक रिड्यूस और एक ऑक्सीडो क्यों है तो ऐसा इसलिए बेटा क्योंकि क्रोमियम + 2 से क्रोमियम + 3 में आने की टेंडेंसी रखता है क्रोमियम + 3 में जब आता है तो ये d3 कॉन्फिन ले आता है बेटा और d3 कॉन्फिन t2g हाफ फील्ड कॉन्फिन होता है जो कि स्टेबल होता है इसलिए क्रोमियम + 2 + 3 में आने की टेंडेंसी रखता है + 2 से + 3 में आएगा तो एक इलेक्ट्रॉन देगा और इलेक्ट्रॉन दे का मतलब रिड्यूस करेगा इसका मतलब रिड्यूस एजेंट होगा तो क्रोमियम प्लट एक अच्छा रिड्यूस एजेंट क्यों है क्योंकि वो प् 3 में आने की टेंडेंसी रखता है और थ में आने की टेंडेंसी क्यों रखता है क्योंकि उसमें वो हाफ फिटजी कॉन्फिन बना लेता है सिमिलरली मैगनीज प् 3 की अगर अपन बात करें तो यह मैगनीज प् 3 से मैगनीज प्लसटू में कन्वर्ट होने की टेंडेंसी रखता है क्योंकि वहां पर ये d5 हाफ फील्ड कॉन्फिन अपना अचीव करता है हाफ फीड डी सब शल कॉन्फिन अचीव करता है ठीक है हा फीड डी सब शेल कॉन्फिन अचीव करता है तो यह हाफ फीड डी सब शल अचीव करना चाहता है और यह हाफ फील्ड टज कॉन्फिन अचीव करना चाहता है ठीक है एक्स मीडियम में बात हो रही है ना इसलिए ठीक है तो व प् 3 से प्लट में जाएगा एक इलेक्ट्रॉन लेकर यानी कि सामने वाले को ऑक्सीडक्सी करेगा मतलब ऑक्सिडाइजिंग एजेंट ट्स व mn3 इ ए ऑक्सिडाइजिंग एजेंट एंड क्रोमियम प2 इज एन रिड्यूस एजेंट ठीक है बात समझ में आ रही है एनसीआरटी का क्वेश्चन है एग्जाम में भी पूछे जाते कई बार ऐसे क्वेश्चन इंपॉर्टेंट है याद रखना इसीलिए करवा रहा हूं एनसीआरटी के सारे क्वेश्चंस इंपॉर्टेंट है नेक्स्ट ओहो ऐसे क्वेश्चन में तो तोते उड़ जाते सर हमारे ये जहां e नोट फ नोट लिखा हुआ दिखा ना हमें वैसे ही चक्कर आने लग जाते हैं अभी देखो तुमने पढ़ा हुआ है ये अभी तुमने ये पढ़ा हुआ है देखो द नोट सेल्य फॉर m+ 2 से m वैल्यू फॉर कॉपर इज पॉजिटिव ये तो अभी-अभी किया अपन ने कॉपर वाला तो है ना व्हाट इज द पॉसिबल रीजन फॉर दिस हिंट कंसीडर द हाई एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन एंड लो हाइड्रेशन एनर्जी लो वही वाला वही वाला आ गया सीन वही वाला आ गया क्या ये रहा कि कॉपर एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन ज्यादा है मतलब सॉलिड से गैस में कन्वर्ट करना है और गैस से प्लट में लेकर जाना है एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन एज वेल एज आयनाइजेशन एनर्जी ये भी हाई है ये भी हाई है ये भी हाई है ठीक है तो ये वैल्यू पॉजिटिव है ये वैल्यू पॉजिटिव है और ये वैल्यू नेगेटिव है तो इन दोनों का सम इससे ज्यादा है इसलिए वैल्यू पॉजिटिव मिल रही है ओबवियस सी बात है ठीक है जो ओवरऑल रिएक्शन है कॉपर यहां से यहां तक जाने की यहां से यहां तक जाने की वह तीन स्टेप में हो रही है तो इन तीनों का जो अलजेब्रिक सम होगा इन तीनों एंथैल्पी का वो इसकी टोटल एंथैल्पी चेंज होगी तो इन तीनों का जो एंथैल्पी चेंज आ रहा है उसका अलजेब्रिक सम ये पॉजिटिव ये पॉजिटिव ये नेगेटिव रहता है दोनों पॉजिटिव में ज्यादा है इससे जैसे बॉन एबर साइकिल में अपन ने किया था याद है ठीक है तो इसलिए इसके लिए अपने को वैल्यू पॉजिटिव मिलती है और वह खुद आपको देखो बोल रहा है हिंट दे रहा है कि कंसीडर दिस एंड दिस लो हाइड्रेशन एनर्जी एंड हाई एंथैल्पी ऑफ एटमाइजेशन आयनाइजेशन एनर्जी भी लिखना चाहिए था इनको ठीक है नेक्स्ट इसमें भी आप बहुत जो है कंफ्यूज होते हो कि सर यह दो टॉपिक बहुत खतरनाक है डील में है ना जबकि उतने खतरनाक नहीं है अगर मैंने जितना पढ़ा दिया उतना पढ़ लिया तुमने तो फिर ये उतने खतरनाक नहीं है बस जो पॉइंट मैंने लिखा दी बेटा उतने याद रख लेना अब इसमें भी मैंने तुम्हारे लिए कुछ चार पॉइंट निकाल दिए यहां से उस पूरे पैराग्राफ में से बस इन चार पॉइंट्स को याद रख लेना इसके अलावा कुछ भी याद रखने की जरूरत नहीं है और देखो कैसे याद रखना है + 3 से प्लट स्टैंडर्ड इलेक्ट्रोड पोटेंशियल की बात कर रहे भैया पथ से प्लट में रिड्यूस करना है इसको यानी कि स्टैंडर्ड रिडक्शन पोटेंशियल की बात हो रही है इट हैज लो वैल्यू फॉर स्कैंडियम स्कैंडियम के लिए लो वैल्यू क्यों है क्योंकि भाई स्कंडम + 3 जो है ना ये नोबल गैस कॉन्फिन होता है और यह हाईली स्टेबल होता है इसलिए + 3 से + 2 में नहीं आना चाहेगा इसलिए लो वैल्यू मिल रही है हाईएस्ट वैल्यू फॉर जिंक ऐसा क्यों क्योंकि भाई जिंक + 2 जो है ये स्टेबल होता है और जिंक + 2 में d10 स्टेबल कॉन्फिन हो जाता है + 3 में ले जाने में तो हालत खराब हो जाती है जिंक को जिंक जाता ही नहीं + 3 में + 3 में हाईली अनस्टेबल है इसलिए फटाफट से + 3 से + 2 में आ जाता है उसकी + 3 से + 2 में आने की टेंडेंसी है इसीलिए उसकी वैल्यू अपने को हाई मिलती है और हाई क्या हाईएस्ट वैल्यू मिल रही है जिंक के लिए तो फिर बोल रहा है कि कंपैरेटिव हाई फॉर mnnit.ac.in इसलिए mn2 में आने की टेंडेंसी रखता है और ये बोल रहा है इट हैज कंपैरेटिव लो फॉर fe3 ज्यादा स्टेबल है ये + 2 और + 2 ज्यादा स्टेबल थे इसलिए + 2 में आने की टेंडेंसी रखते हैं ये दोनों + 3 में ज्यादा स्टेबल है fe3 में ज्यादा स्टेबल क्यों है क्योंकि + 3 में ये d5 कॉन्फ़िगरेशन रख लेता है fe3 में d5 कॉन्फिन रखता है इसलिए स्टेबल होता है इसलिए इसकी + 2 में आने की टेंडेंसी नहीं है इसलिए इसके लिए कंपैरेटिव लो वैल्यू हमें देखने को मिलती है वेडियम के लिए भी दे रखा है अपने एनसीआरटी में पर अपने से इनके बारे में पूछा जाता है ठीक है नेक्स्ट बात करते हैं ट्रेंड इन स्टेबिलिटी ऑफ हाईयर ऑक्सीडेशन स्टेट्स ऑक्सीडेशन स्टेटस की स्टेबिलिटी की बात करें अगर हाईयर ऑक्सीडेशन स्टेट की स्टेबिलिटी जैसे कि आपको अगर अपन बात करें मैंगनीज क्रोमियम य प्लस से प् स तक की ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं तो जनरली अपने जो डी ब्लॉक वाले हैं जनरली जो अपने बलक वाले एलिमेंट्स है यह हाईयर ऑक्सीडेशन स्टेट जो शो करते हैं हायर ऑक्सीडेशन स्टेट्स जो यह शो करते हैं यह जनरली सिर्फ और सिर्फ ऑक्सीजन और फ्लोरीन के साथ ही शो करना पसंद करते हैं ओनली विद फ्लोरीन एंड ऑक्सीजन ऐसा क्यों है इसके पीछे क्या रीजन है ड्यू टू हाई इलेक्ट्रोनेगेटिविटी एंड स्मॉल साइज ऑफ फ्लोरिन एंड ऑक्सीजन ऑक्सीजन और फ्लोरिन की इलेक्ट्रोनेगेटिविटी बहुत ज्यादा है और दूसरा साइज भी छोटा है तो इतने ज्यादा प्लस से प् स चार्ज को लेकर आना किसी भी मेटल पर आसान काम नहीं है उतनी टेंडेंसी भी होनी चाहिए सामने वाले की इतने इलेक्ट्रॉन निकालने की तो यह काम कोई अच्छा हाईली इलेक्ट्रोनेगेटिव एलिमेंट ही कर सकता है और वो दोनों कौन है फ्लोरीन एंड ऑक्सीजन और ऑक्सीजन ज्यादा प्रिफरेबल होता है ऑक्सीजन ज्यादा प्रिफरेबल होता है क्यों क्यों ड्यू टू मल्टीपल बॉन्ड फॉर्मेशन टेंडेंसी ड्यू टू मल्टीपल बॉन्ड फॉर्म टेंडेंसी ऑफ ऑक्सीजन एटम ऑक्सीजन क्या है मल्टीपल बॉन्ड बनाने की टेंडेंसी रखता है तो ऑक्सीजन की रिक्वायरमेंट कम होती है जैसे कि अगर आपको मैंगनीज को + से में लेकर जाना है तो मैंगनीज अगर फ्लोरीन के साथ रिएक्ट करेगा + से में जाने के लिए तो m ए f7 उसको बनाना पड़ेगा लेकिन अगर ऑक्सीजन के साथ जाना है तो mn2 o7 बनेगा अब mn2 o7 में दो मैंगनीज के पास एक सात ऑक्सीजन है तो एक मैंगनीज के पास कितने आ गए 3.5 ऑक्सीजन आ गए है ना एक मैंगनीज के पास कितने आ गए 3.5 ऑक्सीजन यहां पर एक मैंगनीज के पास सात सात फ्लोरीन लगे हुए हैं सात सात फ्लोरीन मैंगनीज प लगेंगे तो इनमें होगा स्टेरिक ड्रेंस टर्मिनल पर सात सात फ्लोरीन एटम लगे हुए आपस में रिपल्शन करेंगे जबकि यहां पर मैंगनीज के टर्मिनल पे 3.5 ही आ रहे हैं तो यहां पर स्टेरिक रिपल्शन होने की वजह से यह एजिस्ट नहीं करता है जबकि mn2 o7 एजिस्ट करता है तो अपनी हाईएस्ट ऑक्सीडेशन स्टेट में एलिमेंट्स किसको ज्यादा प्रेफर करेंगे बेटा ऑक्सीजन को ज्यादा प्रेफर करेंगे क्यों करेंगे ड्यू टू मल्टीपल बॉन्ड फॉर्मेशन टेंडेंसी ऑफ ऑक्सीजन एटम आ रही है क्या बात समझ में ठीक है तो m27 बन जाएगा बट m ए7 डज नॉट एजिस्ट यह एजिस्ट नहीं करेगा सिमिलरली सीर ए6 की बात करें सीर ए6 एजिस्ट कर जाता बट वो भी अनस्टेबल होता है ड्यू टू स्टेरिक रिपल्शन सी ए6 भी अनस्टेबल ही होता है ड्यू टू स्टेरिक रिपल्शन एम ए f7 तो नहीं बनता है कि हालांकि mf4 बन जाता है यह एजिस्ट कर जाता है फ्लोरीन के साथ तक यह चार फ्लोरीन तक ही जोड़ पाता है हालांकि अगर अपन बात करें अपने जो ऑक्सी फ्लोराइड है वो जरूर इनको इनकी हाईएस्ट ऑक्सीडेशन स्टेट्स तक ले जा सकते हैं इनकी हाईएस्ट जैसे कि mno2 f3 है या mno4 है ऐसे ऐसे कंपाउंड्स बना के ऑक्सी फ्लोराइड बना के ये अपनी हाईयर ऑक्सीडेशन स्टेट्स में चले जाएंगे फॉर एग्जांपल जैसे कि अगर अपन यहां पर देखें तो ये अपने को दे रखे हैं हैलोजन के साथ जब ये कंबाइन होते हैं तो ये जब कंपाउंड्स बना रहे देखो क्रोमियम तो + स तक जा रहा है फ्लोरिन के साथ बट फिर भी ये अनस्टेबल होता है ये जल्दी टूटता है ठीक है ये सिर्फ फ्लोरीन के साथ ही जा रहे हैं लेकिन और और किसी हैलोजन के साथ नहीं जा रहे स cl6 बन रहा है क्या नहीं बन रहा v cl6 बन रहा है क्या नहीं बन रहा है इधर देखो एम ए सिर्फ mn4 तक ही जा पा रहा है वो भी सिर्फ फ्लोरीन के साथ जा रहा है और किसी के साथ नहीं जा रहा है टाइटेनियम की अगर अपन बात करें तो tf4 भी बनता है और टी cl4 t br4 ये सब बनता है टाइटेनियम सब बनाता है क्योंकि सिर्फ चार एटम्स की जरूरत है ठीक है ये तो tl4 भी बनाएगा ये तो ti4 भी बनाएगा ये सब बनाएगा लेकिन वैनेडियम अब इस पर पांच पाच आयोडीन नहीं लग पाएंगे छछ आयोडीन नहीं लग पाएंगे यह एजिस्ट नहीं करेगा ठीक है यह एजिस्ट नहीं करेगा ठीक है सिमिलरली यहां पर एक इंपॉर्टेंट बात आपको याद रखनी है एक तो कॉपर के लिए बेटा और एक आयरन के लिए कॉपर के लिए और आयरन के लिए क्या याद रखनी है आपको यह याद रखना है कि fe3 डज नॉट एक्सिस्ट मैं यहीं पर सीधे बता देता हूं ए आ 3 डज नॉट एजिस्ट क्यों एजिस्ट नहीं करता है इसका रीजन भी लिखवा देता हूं मैं आपको यहां पर कि बेटा fe3 जो है यह तो है ऑक्सीडेंट और i- जो है यह है रिड्यूस एजेंट और ऑक्सीडेंट और रिड्यूस एजेंट साथ-साथ नहीं रह सकते इसलिए i- क्या कर देगा fe3 को रिड्यूस कर देगा ये अगर fe3 और i- कंबाइन होके fe3 बनाना भी चाहेंगे ना तो fe3 में जो i- रहेगा ना ये इसको ड कर देगा तो fe3 मान लो बन भी गया तो वापस से टूट जाएगा fe2 बन जाएगा और i2 रिलीज हो जाएगा fe3 डज नॉट एजिस्ट सिमिलरली कॉपर की अगर अपन बात करें बेटा तो कॉपर भी एजिस्ट नहीं करता है आयोडीन के साथ प्लट में cui2 डज नॉट एजिस्ट cui2 भी एजिस्ट नहीं करेगा सेम रीजन है बेटा सेम रीजन कॉपर प्लट ऑक्सीडेंट है आ माइनस रिड्यूस एजेंट है cui2 बनता भी कोऑर्डिनेशन में एक रिएक्शन करवाई थी मैंने तुम लोगों को याद है साइनाइड वाली cn2 बनता है तो वापस से टूट जाता है cu2 cn2 बना लेता है cui2 अगर बनता भी है तो वापस से टूट जाता है बेटा cui2 रिलीज हो जाता है यहां से इसको आप cui2 i2 ऐसा भी लिख सकते हो एक ही बात है कॉपर + व में ठीक है तो ये एजिस्ट नहीं करता है यह टूट जाता है और + व में चला जाता है क्यों क्योंकि इसमें जो आ माइनस था उसने इसको रिड्यूस कर दिया ठीक है तो हैलोजन के साथ ये इस तरीके से अपनी हाईयर ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं यहां पर जो भी इंपॉर्टेंट पॉइंट थे वो तुम्हें बता दिए मैंने याद रखना इन सभी को सारे इंपोर्टेंट पॉइंट्स है ठीक है ऐसे ही ऑक्साइडस की अगर अपन बात करें तो ऑक्साइडस में देखो ये सारे के सारे अपने ऑक्साइडस के साथ अपनी हाईयर ऑक्सीडेशन स्टेट्स में जा रहे हैं mn2 o7 स्टेबल है cr3 स्टेबल है v2o 5 स्टेबल है tio2 h2o सब स्टेबल है सब स्टेबल है बस एक चीज याद रखना ये s2o 3 है मतलब सारे के सारे ये एओ टाइप के ऑक्साइडस बनाते हैं यानी कि प्लसटू वाले ऑक्साइड सभी बनाते हैं देखो प्लसटू में सभी ऑक्साइडस बनाते हैं एक्सेप्ट स्कैंडियम ये एओ टाइप का ऑक्साइड नहीं बनाता क्यों नहीं बनाता क्योंकि प्लस 3 ऑक्सीडेशन स्टेट में ही स्टेबल रहता है तो आपसे ये बोला जाएगा कि ऑल डी सीरीज मेटल्स फॉर्म एओ टाइप ऑफ ऑक्साइडस एक्सेप्ट स्कैंडियम तो ये स्टेटमेंट सही है और ये सारे के सारे ऑक्साइडस कैसे होते हैं बेटा किस नेचर के होते हैं बेसिक नेचर के होते हैं इस पर आपके नीट 2000 23 में क्वेश्चन आया था 22 या 23 में ठीक है ये पर्टिकुलर लाइन पे कि ऑल ये मैंने आपका जो क्वेश्चन प्रैक्टिस वाला सेशन में डालूंगा ना उसमें मैंने डिस्कस कर रखा है ये क्वेश्चन ठीक है तो अभी इसको देख के वो क्वेश्चन प्रैक्टिस जितने भी नीट में क्वेश्चन आए ना बेटा वो सब मैंने सॉल्व करवाए और वो क्वेश्चन सॉल्व करते करते तुम्हें यह पता लग जाएगा कि तुमने यह जो पढ़ा है उससे नीट का हर क्वेश्चन सॉल्व होगा हर क्वेश्चन ठीक है यह कुछ मिक्स ऑक्साइड आपको दे रखे हैं जिनके बारे में मैंने आपको ऑलरेडी बता रखा है मिक्स ऑक्साइडस क्या होते हैं ठीक है जैसे feo3 fe3 o4 है या co3 o4 है या m34 है दज आर मिक्सड ऑक्साइड बेटा मिक्स्ड ऑक्साइडस ठीक मतलब एक पर्टिकुलर ऑक्सीडेशन स्टेट का ऑक्साइड नहीं है इसमें जसे f34 है तो इसमें feo3 है और एओ है प्लस 3 वाला भी है और प्लसटू वाला भी है अगर मैं आपको क्वेश्चन पूछ fe4 में ऑक्सीडेशन स्टेट ऑफ क्या है तो आप बोलेंगे प्लस 3 भी है और प्लसटू भी है क्या बोलेंगे प्लस 3 भी है और प्लस ू भी है आ रही है बात समझ में एक मिक्सड ऑक्साइड है ठीक है चलिए आगे बढ़ते हैं नेक्स्ट हाउ वुड यू अकाउंट फॉर द इंक्रीजिंग ऑक्सीडक्सी इजिंग पावर का ये ऑर्डर होता है तो सबसे पहले तो देखो तुम्हें एक हिंट दे रखा है तुमसे क्वेश्चन ऐसा पूछा जा सकता है कि ऑर्डर ऑफ ऑक्सीडक्सी इजिंग पवर का ऑर्डर क्या हो जाएगा bo2 प्स cr2 72 माइनस और mno4 माइनस वो तुम्हें क्वेश्चन ऐसे देकर पूछ लेगा कि बताओ ऑक्सीडर्म क्या है कि mno4 नेगेटिव ज्यादा अच्छा ऑक्सीडेंट है cr2 72 नेगेटिव से और ये ज्यादा अच्छा ऑक्ड एजेंट है इससे तो ये जो भी आंसर है ये तो नोट सेल की वैल्यू जो है वो इसका आंसर देती है ठीक है इनकी स्टेबिलिटी ऑफ जिस भी ऑक्सीडेशन स्टेट में ये जाएंगे ऑक्सीडो के ये जिस भी ऑक्सीडेशन स्टेट में जाएंगे उसकी स्टेबिलिटी पर डिपेंड करता है और फाइनली ये आंसर अपने को स्टैंडर्ड इलेक्ट्रोड पोटेंशियल की वैल्यू से मिलता है ठीक है e नॉ वैल्यू से मिलता है अपने को इसका आंसर जिस भी ऑक्सीडेशन स्टेट में ये रिड्यूस होंगे जैसे कि ये + से में है + से से रिड्यूस होके + 2 में आएगा ये + 6 में है ये + 6 से रिड्यूस होके + 3 में आएगा और यह + 5 में है ये यहां से रिड्यूस होके + 2 में आएगा ठीक है तो जिस ऑक्सीडेशन स्टेट में ये जा रहा उसकी स्टेबिलिटी पर डिपेंड करता है कि इनकी ऑक्सीडर्म तो नट सेल की जो वैल्यू है वो अपने को बताती है स्टैंडर्ड इलेक्ट्रोड पोटेंशियल की वैल्यू ठीक है मैं ये कह रहा हूं कि वो तुमसे क्वेश्चन ऐसे भी पूछ सकता है देखो एनसीआरटी में दिया हुआ है अब वो तुमसे ऐसे क्वेश्चन पूछ लेगा बताओ इनकी ऑक्सिडाइजिंग पावर का ऑर्डर क्या है बताओ लो चार क्वेश्चन बना दिए सॉरी चार ऑप्शन बना दिए फर्स्ट सेकंड थर्ड फोर्थ ठीक है अब इसमें अपन ऐसे बना देते हैं ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे ऐसे बताओ क्या आंसर हो जाएगा तुमने अगर एनसीआरटी पढ़ी है तो तुम्हें याद आ जाएगा कि हां ऐसा तो एक अपना एनसीआरटी का एग्जांपल दे रखा है क्वेश्चन दे रखा है उसमें यह दे रखा है है ना है ना तो बेटा इस प्रकार के क्वेश्चन नीट में आते हैं ऐसे ही क्वेश्चन नीट में आते हैं और आई थिंक इस प्रकार के क्वेश्चन आपको इस बार भी नीट में देखने को मिलेंगे डी ब्लॉक से ठीक है नीट में नीट 2025 नीट 2025 ऐसे क्वेश्चन आने की संभावना है चलिए आगे बढ़ते हैं हाउ ड य अकाउंट फॉर द इरेगुलर वेरिएशन य एंथैल्पी ऑफ फर्स्ट एंड सेकंड इन द फर्स्ट स ऑ ये तो आई थिंक आप कर ही लोगे इसको तो होमवर्क में दे देना चाहिए मुझे है ना आयनाइजेशन एनर्जी में इरेगुलर पैटर्न क्यों नजर आ रहे हैं 3डी सीरीज में यह आपको बताना है ठीक है और कौन सी है सिर्फ फर्स्ट आयनाइजेशन एनर्जी पूछी क्या इन द फर्स्ट सीरीज ऑफ फर्स्ट और सेकंड आयनाइजेशन एनर्जी में इरेगुलर वेरिएशन देखने को मिल रहा है भाई साहब तो ऐसा क्यों हो रहा है यह आपको बताना है तो मैंने आपको क्रोमियम और मैंगनीज कॉपर और जिंक इन दोनों के एग्जांपल करवाए उस बेसिस पर यह क्वेश्चन सॉल्व हो जाएगा नेक्स्ट फिर बात करेंगे केमिकल रिएक्टिविटी एंड e नॉ वैल्यूज यहां पर भी आप कंफ्यूज होते हो तो यहां से भी मैं इस पैराग्राफ को एक्टैक करके दो लाइने लिखवाता हूं बस और वो दो लाइनों में तुम्हारा काम हो जाता है सुनो मेरी बात बस इतना सा ध्यान रखना इसमें यहां पर इस टॉपिक से तुमसे ये पूछा जाएगा कि बताओ कौन अच्छा ऑक्सिडाइजिंग एजेंट है और कौन अच्छा रिड्यूस एजेंट है बाकी पूरे पैराग्राफ में वही सब बातें वापस से कर रखी है कि इसके लिए वैल्यू ज्यादा नेगेटिव है उसके लिए वैल्यू ज्यादा पॉजिटिव है तो मैं तुम्हें जो लिखा रहा हूं बस वो लाइंस याद रख लेना m+ 3 कोबाल्ट + 3 दीज आर ऑक्सिडाइजिंग एजेंट्स क्वेश्चन पूछेगा आपसे सीधे च ऑ फॉलोइंग डाइजिंग एजेंट या ऑ फॉलोइंग इ रिड्यूस एजेंट तो इसको अपन ऐसे याद करते बेटा इसको हम ऐसे याद करते हैं कि मन को भाया ऑक्स मन को भाया ऑक्स मतलब ए प् 3 एंड सी प् 3 आर ऑक्सीडेंट्स ठीक है और टीवी को करो रेड टीवी को करो रेड मतलब टाइटेनियम वेडियम क्रोमियम आर रिड्यूस एजेंट इन प्लसटू ऑक्सीडेशन स्टेट ठीक है ठीक है बस यह दो लाइने याद रख लो यह दो इंपॉर्टेंट पॉइंट जो तुम्हें याद रखने बस इसके अलावा कुछ तुम्हारे काम नहीं आएगा इस हेडिंग में से ठीक है तो ए प् 3 स प् 3 दि आर ऑक्ड एजेंट्स टाइटेनियम प्लट डिम प् क्रोमियम प् आर रेसिंग एजेंट्स अब सुनो मेरी बात अभी एक क्वेश्चन आया था थोड़ी देर पहले कहां गया वह यह देखो क्रोमियम प्लसटू रिड्यूस एजेंट प्वा यही सब उस पैराग्राफ में दे रखा है आ रही बात समझ में कर पा र हो रिलेट ठीक है तो यह टॉपिक तुमने पढ़ रखा ऑलरेडी यह टॉपिक तुमने पढ़ लिया है ऑलरेडी यह टॉपिक तुमने ऑलरेडी पढ़ लिया है तो बस यह पॉइंट को याद रख लेना अब जैसे कि एक क्वेश्चन पूछा जा रहा तुमसे वाई इज द नॉट वैल्यू फॉर द ए ए प् 3 ए प्लट कपल मच मोर पॉजिटिव देन दैट ऑफ देन दैट फॉर क्रोमियम और ए प् 3 m प् 3 की जो वल है वो मोर पॉजिटिव क्यों है क्रोमियम प्लस 3 से और ए प् 3 से बताओ बेटा आंसर इसका बताओ कोशिश करो पढ़ लिया तुमने इसके बारे में तुम जानते हो ऐसा क्यों है है ना बस थोड़ा सा आंसर देने की कोशिश करो उसको रिलेट करने की कोशिश करो लिखो भाई कमेंट्स में लिखो आंसर क्या रीजन हो जाएगा भाई अपने को यह बोल रहा है कि e न वैल्यू फॉर m प् 3 ए प् 2 कपल मच मोर पॉजिटिव यह पॉजिटिव क्यों हो सकती है पॉजिटिव क्यों हो सकती है ध्यान से देखो m प् 2 है m प् 2 का कॉन्फिन क्या रहता है वही वाली बात है ना है ना 35 हाफ फीड हो गया स्टेबल हो गया क्या हो गया हाफ फीड हो गया स्टेबल हो गया तो इसकी जो m ए प् 2 से m प् 3 अपन इसको बनाएंगे जो थर्ड आयनाइजेशन एनर्जी है थर्ड आयनाइजेशन एनर्जी विल बी हाईयर क्यों क्योंकि वो d5 हाफ फील्ड में स्टेबल है इसलिए तो इसकी जो थर्ड आयनाइजेशन एनर्जी जो बहुत ज्यादा मिल रही है उसकी वजह से अपने को इस कपल की वैल्यू पॉजिटिव मिल रही है ठीक है इन कंपैरिजन टू fe3 और क्रोमन + 3 की वो बात कर रहा है ठीक है ऐसा क्यों हो रहा है ड्यू टू हाईयर थर्ड आयनाइजेशन एनर्जी ऑफ mn2 ठीक है फिर आगे देखो वई इज द हाईएस्ट ऑक्सीडेशन स्टेट ऑफ मेटल एबिट इन इट्स ऑक्साइड और फ्लोराइड ओनली अब इसका आंसर दे दोगे क्या तुम ऑक्साइड और फ्लोराइड ही क्यों क्योंकि इनकी इलेक्ट्रोनेगेटिविटी बहुत ज्यादा होती है इनकी इलेक्ट्रोनेगेटिविटी बहुत ज्यादा होती है और स्मॉल साइज भी होता है स्मॉल साइज भी होता है इसलिए ठीक है फिर उसके बाद च इज अ स्ट्रांग रिड्यूस एजेंट स प2 और fe2 अब तो इसका आंसर तुम लोग दे दोगे अब तो कंफ्यूज नहीं हो ना ऑक्सिडाइजिंग एजेंट कौन है रिड्यूस एजेंट कौन है अगर तुमसे ऐसा क्वेश्चन पूछा जाए च ऑफ द फॉलोइंग स्ट्रंग ड एजेंट तो मैंने अभी अभी तुमको क्या लिखाया था याद है टीवी को करो रेड दीज आर रिड्यूस एजेंट्स एंड गुड रिड्यूस एजेंट्स तो क्रोमियम प्लट इज बेटर रिड्यूस एजेंट बेटा क्रोमियम प्लट इज अ स्ट्रांग रिड्यूस एजेंट देन fe2 मतलब क्रोमियम प्लट और fe2 में आपसे कंपेयर करवाया तो बेटा क्रोमियम प्लट इज क्रोमियम ् 2 इज स्ट्रांग रिड्यूस एजेंट ऐसा क्यों है क्यों प् 3 लिख दिया क्या प्लसटू लिखो उसको भावनाओ में बह के थोड़ा अपन है ना प्लसटू इज स्ट्रांग रिड्यूस एजेंट स्ट्रांग रिड्यूस एजेंट ऐसा क्यों है भाई ऐसा क्यों है ऐसा इसलिए है क्योंकि ल2 से जब + 3 में जाएगा + 3 ज्यादा स्टेबल होता है क्यों ज्यादा स्टेबल होता है याद करो हाफ फील्ड t2g कॉन्फिन उसकी वजह से ज्यादा स्टेबल होता है प्लट से प् 3 में जाने की टेंडेंसी रखता है प्लट से प् 3 में जाएगा एक इलेक्ट्रॉन देगा एक इलेक्ट्रॉन देगा दैट मींस रिड्यूस एजेंट की तरह बिहेव करेगा बात समझ में आ रही है क्या मेरे लाल देखो आगे मैग्नेटिक प्रॉपर्टी की बात कर रखी है छोटी मोटी चीज है तुमने पढ़ी हुई है मैग्नेटिक प्रॉपर्टीज में तुमसे इस प्रकार के क्वेश्चन पूछे जाएंगे चच ऑफ द फॉलोइंग इज पैरा मैग्नेटिक चच ऑफ द फॉलोइंग इज डाय मैग्नेटिक कॉम्प्लेक्शन है ऐसे पूछ लेगा कैसे पता लगाएंगे कोबाल्ट का कॉन्फिन लिख लो आर्गन 4s 2 3d 7 होता है बेटा तीन इलेक्ट्रॉन निकाल दो तीन इलेक्ट्रॉन निकाल दिए तो यहां से दो गए तो ये जीरो हो गया यहां से एक गया तो ये सिक्स बन गया अभी d6 कॉन्फिन है कितने अनपेड इलेक्ट्रॉन मिल जाएंगे चार अनपेड इलेक्ट्रॉन मिल जाएंगे और ये जो स्पिन ओनली मैग्नेटिक मूमेंट है वो इसको रिप्रेजेंट करता है कि कितना ज्यादा पैराम मैग्नेटिज्म किसी में है स्पिन ओनली मैगनेटिक मूमेंट को अपन म से रिप्रेजेंट करते हैं याद करो इसका फार्मूला होता है अंडर रट n * n प् 2 इसकी यूनिट होती है बोहर मैग्नेटो बीएम बीएम इसकी यूनिट है ठीक है अब जैसे यहां पर आपको इसके लिए कोबाल्ट प् 3 के लिए निकालना है क्या निकालना है म का वैल्यू निकालना है तो ये n क्या है बेटा n यहां पे है नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन नंबर ऑफ अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन अनपेयर्ड इलेक्ट्रॉन रख दो आंसर आ जाएगा n क्या है यहां पर चार आ रहा है तो रख दो यहां पर चार तो म का वैल्यू क्या आ जाएगा बेटा 4 * 4 + 2 बोले तो अंडर रूट 24 और अंडर रूट 24 कितना आ जाएगा बेटा 4.89 बोर मैग्नेटो कितना आ जाएगा 4.89 बोर मैग्नेटो तो जितने अनपेड इलेक्ट्रॉन होते हैं ना उसी डिजिट में अपने को म की वैल्यू मिलती है चार अनपेड इलेक्ट्रॉन है तो 4 पॉइंट समथिंग मिलेगा तीन है तो 3 पॉट समथिंग दो है तो 2 पॉइंट समथिंग तो एक पॉइंट समथिंग ठीक है आसान है सिर्फ रिवाइज करवाया है आता है तुमको ऑलरेडी ये और अगर किसी कॉम्प्लेक्टेड लिगेंड दे रखा है तो पेयरिंग करवा देना वीक फीड लिगेंड दे रखा है तो बिना पेयरिंग के याद है ना अरे फूपा जी मामा जी जीजा जी याद है फूपा जी आएंगे तो पेयरिंग हो जाएगी अदर वाइज पेयरिंग नहीं हो पाएगी बहुत बढ़िया बेटा फिर इसके बाद एक टॉपिक और आता है कलर वाला और कलर वाला टॉपिक भी आपने जो है वो पढ़ लिया है कॉम्प्लेक्शन जो है वो जनरली कलर शो करते हैं ड्यू टू डीडी ट्रांजीशन ठीक है ना उसके बाद आते हैं अपन सीधे नेक्स्ट अब यह अपने कुछ जरूरी काम की प्रॉपर्टीज है आज का सेशन रिकॉर्डेड देने का मेरा मूड भी इसलिए था ताकि मैं आपको कम समय में ज्यादा से ज्यादा चीजें प्रोवाइड करवा सकूं है ना अभी अगर हम पढ़ रहे होते लाइव क्लास में तो अभी हमको दो या ढाई घंटे लग गए होते यहां तक पहुंचने में अभी हम डेढ़ घंटे में यहां तक अगर पहुंच गए और बिलीव मी एक भी पॉइंट हमने नहीं छोड़ा है सारे पॉइंट कवर करते हुए चल रहे हैं अपन तुम अच्छे से डी ब्लॉक का रिवीजन कर रहे हो ठीक है तो फटाफट फटाफट चलो खत्म करते हैं इसको फॉर्मेशन ऑफ कम कॉम्प्लेक्शन ऑफ कॉम्प्लेक्शन कॉम्प्लेक्शन का फॉर्मेशन सिर्फ डी ब्लॉक वालों की टेंडेंसी होती है भैया सबसे ज्यादा टेंडेंसी रखते हैं डी ब्लॉक वाले क्यों रखते हैं बेवकूफ की तरह वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट आंसर मत देना वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट आंसर मत देना कि यह वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं इसलिए कॉम्प्लेक्शन ऑफ कॉम्प्लेक्टेड क्यों रखते हैं क्योंकि स्मॉल साइज हाई आयनिक चार्ज और तीसरा इनके पास सबसे इंपॉर्टेंट वेकेंट डी ऑर्बिटल होते हैं इसलिए यह कॉम्प्लेक्शन स्टेट शो करते है इसलिए कॉम्प्लेक्टेड नहीं रखते ये ये यह तीन प्रॉपर्टीज इनके पास है इसलिए यह कॉम्प्लेक्टेड रखते हैं ठीक है वेरिएबल ऑक्सीडेशन अगर ऐसा होता तो जिंक और स्कैंडियम कभी भी कॉप्लेक्स नहीं बना रहे होते बनाते अच्छे खासे कॉम्प्लेक्टेड प्रॉपर्टी आपने आपकी केमिस्ट्री में जितने भी कैटालिस्ट पढ़े होंगे सारे डी ब्लॉक के ही मिलेंगे आपको क्यों क्योंकि इसका रीजन है वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट डी ब्लॉक वाले कैटालिटिक प्रॉपर्टी शो करते हैं क्योंकि क्योंकि यह वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं डी ब्लॉक वाले वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं इसीलिए ये कैटालिटिक प्रॉपर्टी शो करते हैं बेटा फॉर एग्जांपल आपकी एनसीआरटी की एक रिएक्शन लिखवा रहा हूं वैसे तो आपने कैटालिस्ट वाली काफी सारी रिएक्शंस पड़ी हुई है जिसमें एज अ कैटालिस्ट डी ब्लॉक वाले एलिमेंट्स या कंपाउंड्स का यूज किया जाता है है ना तो अगर आपको मालूम है आपने पढ़ा है आपको याद है तो मुझे बताओ एनई पीडीपीटी आपने ऑर्गेनिक में रिएक्शंस पढ़ी होंगी एनई पीडी पीटी कहां पर इनका एस अ कैटालिस्ट यूज किया जाता है हम याद करो ऐसे एन आई पीडी पीटी ऐसे लिखते हैं बताओ भैया कमेंट में बताते जाओ फटाफट से यह मत सोचना कि रिकॉर्डेड है तो क्या सर तो इंटरेक्ट कर ही नहीं पाएंगे आई कैन सी यू मैं देख रहा हूं तुमको ठीक है और अभी तक तुम लोग पढ़ रहे हो अच्छे से इसीलिए देख रहा हूं ठीक है और जब तुम रात में भी पढ़ रहे होते हो तब भी मेरी नजर होती है तुम पर ध्यान रखना रात में सिर्फ पढ़ाई और कुछ नहीं क्योंकि मैं तुम्हें देख रहा होता हूं ठीक है अब कभी भी रात में पढ़ रहे हो ना तो समझ जाना कि मेरी नजरें हैं तुम पर ठीक है और तुम अगर पढ़ाई से हटे तो बेटा सावधानी हटी और दुर्घटना घटी वाला काम हो जाएगा तुम्हारे साथ तो प्लीज ऐसा मत करना नालायक हो तो वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट चलो इसकी रिएक्शन लिखते हैं तो अपने को रिएक्शन दे रखी है बेटा आयोडाइड आयन की रिएक्शन दे रखी है पर सल्फेट आयन के साथ ठीक है इसमें हमने fecl3 फेरिक क्लोराइड का सॉल्यूशन हम एज अ कैटालिस्ट इसमें लेते हैं यानी कि f+ 3 एज कैटालिस्ट लेते हैं तो हमें ये रिएक्शन मिलती है i2 मिलता है इसमें और सल्फेट मिलता है अब कैटालिस्ट कौन होता है बेटा जो खुद कंज्यूम नहीं होता है पर रिएक्शन आसानी से करवा देता है तो यहां पर f+ 3 जो हमने डाला वो कंज्यूम नहीं हुआ है तो ये रिएक्शन हुई कैसे कैसे fe3 ने इसको कैटालाइज किया है उसको समझते हैं अपन तो सबसे पहले तो f+ 3 क्या करता है बेटा fe3 इज ऑक्सीडेंट तो ये इस आ माइनस जो कि एक रिड्यूस एजेंट है याद है ना fe3 डज नॉट एजिस्ट तो ये f+ 3 इस आ माइनस को ऑक्सीडर्म चला गया जितना + 3 से प2 में जाता है यह वापस से + 3 में आ जाता है इसको ऑक्सीडेंट आयन जो कि खुद सल्फेट में कन्वर्ट हो जाता है और इसको fe3 में कन्वर्ट कर्ट कर देता है तो जितना यहां पर कंज्यूम हुआ था वो fe2 बना था वो वापस से f+ 3 में कन्वर्ट हो जाता तो फाइनली अपने को fe3 उतना का उतना ही मिलता है मतलब ये कंज्यूम नहीं हुआ है तो fe3 ने इसको कुछ इस तरीके से कैटालाइज किया कि देखो ये + 3 और + 2 दोनों ऑक्सीडेशन स्टेट शो कर गया वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट शो करने की टेंडेंसी थी इसीलिए एज अ कैटालिस्ट ये बिहेव कर गया तो कुछ इस तरीके से ये कैटालाइज करते हैं रिएक्शन को ठीक है तो कैटालिटिक प्रॉपर्टी शो करते हैं फॉर्मेशन ऑफ इंटरस्टिशल कंपाउंड्स इंटरस्टिशल कंपाउंड्स कैसे बनाते हैं डी ब्लॉक वाले डी ब्लॉक वाले ऐसे बनाते भाई जो मेटल्स होते हैं ना अपने ये जो मेटल्स होते हैं अपने उनका स्ट्रक्चर कुछ इस प्रकार का होता है क्रिस्टलाइन स्ट्रक्चर कुछ इस प्रकार का होता है बेटा इनका ठीक है यह मान लिया हमने कि एक मेटलिक क्रिस्टल है अब इसमें सारे मेटल एटम्स रखे हुए बेटा यह सारे मेटल एटम्स है ठीक है तो इन मेटल एटम्स ने ने मेटलिक बंड बनाया हुआ है आपस में तो देखो जरा इनके बीच में थोड़ा-थोड़ा सा खाली स्पेस नजर आ रहा है क्या छोटी-छोटी सी खाली जगह नजर आ रही है ये इसको बोलते हैं बेटा इंटरस्टिशल साइड क्या बोलते हैं इसको इंटरस्टिशल इंटरस्टिशल साइट्स या इंटरस्टिशल स्पेस ठीक है तोय जब इन इंटरस्टिशल स्पेसेस में कुछ छोटे एटम्स लाइक कार्बन हाइड्रोजन नाइट्रोजन या बोरनन कुछ इस प्रकार के छोटे एटम्स आकर अगर इन इंटरस्टिशल साइट्स में फस जाए तब जो नए कंपाउंड्स बनते हैं उन्हें हम बोलते हैं इंटरस्टिशल कंपाउंड्स ठीक है तो बोरनन हुआ हाइड्रोजन हुआ नाइट्रोजन इनके जैसे स्मॉल एटम्स ऑक्यूपाइड साइट इंटरस्टिशल साइड और स्पेस इन मेटलिक क्रिस्टल इन मेटलिक क्रिस्टल टू फॉर्म इंटरसियल कंपाउंड्स टू फॉर्म इंटरस्टिशल कंपाउंड्स इंटर कंपाउंड बनाते हैं ये है ना जैसे कि फॉर एग्जांपल इनके फार्मूला भी ये नॉन स्टाक मेट्रिक कंपाउंड होते हैं दीज आर दीज आर नॉन स्टो मेट्रिक दीज आर नॉन नॉन स्टोमेन कंपाउंड्स ठीक है कोई एक पर्टिकुलर स्टा सोमेट नहीं होती है इनकी है ना अजीब अजीब से फार्मूला होते हैं फॉर एग्जांपल जैसे कि सी है ए3 ए है ी एच 0.56 देख र म 0.56 और टीई एच 1.7 कुछ इस प्रकार के कंपाउंड ऐसे ऐसे कंपाउंड ठीक है कुछ और भी है ऐसे-ऐसे कंपाउंड्स बनते हैं तो कोई ये पर्टिकुलर स्टेसो मेट्री नहीं होती इनकी कि फिक्स फार्मूला नहीं होता है इनका है ना कुछ इस प्रकार के ये कंपाउंड्स बनते हैं ठीक है अब खैर ये तो नहीं पूछा जाता अपने से कि इंटरस्टिशल कंपाउंड्स क्या होते हैं हां लेकिन इनके बारे में ऐसे पूछा जा सकता है इनकी प्रॉपर्टीज के बारे में पूछा जा सकता है कुछ जरूरी पॉइंट्स है जो आपको पता होने चाहिए इंटरस्टिशल कंपाउंड्स के बारे में जो कि अपन ने यहां पर लिखे हुए हैं कुछ केमिकल कैरेक्टरिस्टिक है इंटरस्टिशल कंपाउंड्स की जैसे कि इनका मेल्टिंग पॉइंट काफी हाई होता है जो प्योर मेटल होता है ना जैसे कि मान लो fe-c ज्यादा बढ़ जाता है दे आर वेरी हार्ड हार्ड भी होते हैं ठीक है कुछ बोराइड्स तो ऐसे होते हैं जो डायमंड लाइक हार्डनेस अचीव कर लेते हैं सम बोराइड्स अचीव डायमंड लाइक हार्डनेस और आपको पता ही है डायमंड इज द हार्डेनबर्ग डायमंड मतलब अपनी जो भी हार्ड टूल्स होते हैं जैसे आपने सुना होगा कि कांच को काटने में डायमंड का यूज किया जाता है जो बड़ी बड़ी चट्टाने जो अपन टनल्स वगैरह बनाते हैं ना तो कई बार क्या होता है जो बड़े-बड़े पहाड़ होते हैं उम बड़ी-बड़ी चट्टाने आ जाती है तो उन चट्टानों को भी कैसे काटा जाता है कई मशीनस ऐसी होती है जिनमें डायमंड कटर्स लगे हुए होते हैं तो उनकी हेल्प से हम उनको काटते हैं इतना हार्ड होता है डायमंड ठीक है लेकिन हम डायमंड से भी ज्यादा हार्ड है भाई अबकी बार 700 बार बहुत हार्ड डायमंड से भी ज्यादा हार्ड ठीक है दे रिटेन मेटलिक कंडक्टिविटी ये पता होना जरूरी है ये एक इंपॉर्टेंट पॉइंट है कि इंटरस्टिशल कंपाउंड्स जैसा मेटल प्योर मेटल कंडक्टिविटी शो करता है बिल्कुल वैसी कंडक्टिविटी ये शो करते हैं लेकिन ये अपनी रिएक्टिविटी खो देते हैं बेटा दीज आर केमिकल इनर्ट ये कंपाउंड केमिकल इनर्ट हो जाते हैं प्योर मेटल तो रिएक्टिव होता है लेकिन इंटरस्टिशल कंपाउंड्स आर केमिकल इनर्ट नेक्स्ट एलॉय फॉर्मेशन एलॉय फॉर्मेशन डी ब्लॉक वाले एलॉय भी बनाते हैं और अलोय कैसे बनता है जब दो या दो से ज्यादा मेटल आपस में मिक्स होकर एक होमोजीनस मिक्सचर अपने को देते हैं है ना अलोय क्या है होमोजीनस मिक्सचर ऑफ मेटल्स ठीक है पर डी ब्लॉक वाले ही क्यों बनाते हैं क्योंकि डी ब्लॉक वालों में साइज में उतना डिफरेंस नहीं होता है एक्चुअली में अलोय तब बनता है जब डिफरेंस इन साइज डिफरेंस इन साइज इज नॉट मोर देन % तब जाके अलोय बनता है जैसे कि मान लो मरक्यूरी है मरक्यूरी जो है आपने ये रिएक्शन कई बार देखी होगी अपनी जो रील्स वगैरह अगर आप कुछ साइंटिफिक चैनल्स को फॉलो करते हैं अगर फालतू के चैनल्स नहीं फॉलो करते वो रीलो वाले कौन सी रीलो वाले फोकट की वो नाच करने वाली रीले अगर उनको फॉलो नहीं करके कुछ साइंटिफिक रील्स भी आप फॉलो करते हो तो आपने देखा होगा मरकरी में आप कोई भी मेटल डालोगे तो मरकरी क्या कर लेता है उसको डिसोल्व कर लेता है अपने अंदर है ना तो देखना सर्च करना मरक्यूरी और गोल्ड की रिएक्शन को सर्च करना मरकरी क्या करता है गोल्ड को निपटा देता है डिसोल्व कर लेता है अपने अंदर ठीक है तो मरक्यूरी अगर आप गोल्ड डालोगे मरक्यूरी में तो यह गायब हो जाएगा गोल्ड फइल होती है आप उसको डालो वो गायब हो जाएगी डिसोल्व हो जाएगी ठीक है क्यों हो जाती है क्योंकि ये अलोय बना लेता है मरक्यूरी गोल्ड के साथ अलोय का फॉर्मेशन कर लेता है जिसको हम बोलते हैं अमलगम क्या बोलते बेटा अमलगम ठीक है तो मरकरी अमलगम का फॉर्मेशन कर लेता है ऐसे आयरन है आयरन में अपन दूसरे क्रोमियम हुए मैंगनीज हुए टाइटेनियम हुए ये सारे और भी कई सारे मेटल मिला के अलोय बनाते हैं जिससे हम किसका फॉर्मेशन करते हैं स्टील का फॉर्मेशन करते हैं स्टील का जो भी आयरन हम बिल्डिंग मटेरियल वगैरह में जो आयरन लग रहा है उसको आयरन थोड़ी बोलते उसको स्टील बोलते हैं वो स्टील कैसे बनाया जाता है आयरन में दूसरे मेटल्स को मिक्स करके अलॉयू मिक्स करके उसका स्टील बनाया जाता है ठीक है तो अलोय फॉर्मेशन की टेंडेंसी भी होती है व्हाट इज मेंट बाय द डिस्प्रोशियम पल देने की बात कर रहा है तो जब हम डी ब्लॉक में है तो डी ब्लॉक में एक अच्छा एग्जांपल है हमारे पास कि कॉपर प्सव एक्वसस मीडियम में डिस्प्रोशियम पली करेंगे जल्दी कंप्लीट करो बेटा इसको तुम लिखोगे मैंने तो लिखवा दिए अब तुम्हारे ऊपर है भैया तुम लिखो लिखा लिखा लिख ली क्या रिएक्शन अरे कॉपर प्लस वन जब डिस्पोर्ट होगा तो कैसे होगा कॉपर जीरो में जाएगा और प्लसटू में जाएगा ठीक है है ना नेक्स्ट एक्सप्लेन व्हाई कॉपर प्लस आयन इज नॉट स्टेबल इन एक्वा सल लो वापस से वही क्वेश्चन आ गया क्यों कॉपर प्लस आयन इज ये सब एनसीआरटी के क्वेश्चन है बेटा और यही अपने से एग्जाम में पूछे जाते हैं ठीक है कॉपर प्लस व आयन इज नॉट स्टेबल इन एक्वास सॉल्यूशन क्यों क्योंकि डिस्प्रोशियम में कॉपर प्लट की हाइड्रेशन एनर्जी ज्यादा है इसलिए कॉपर + 1 + 2 में चला जाता है ठीक है नेक्स्ट आगे बढ़ते हैं ऑक्साइडस एंड ऑक्सो एन आयन ऑफ मेटल्स ऑक्साइडस एंड ऑक्सो एना ऑफ मेटल्स में देखो मेनली डी ब्लॉक के जो ऑक्साइडस हैं बेटा मैंने उनके बारे में आपको ऑलमोस्ट सब कुछ बता रखा ऑलरेडी ऑक्सो एना आयस के बारे में अभी मैं आपको कुछ एक इंपॉर्टेंट पॉइंट है जो एनसीआरटी कटआउट में डाल के लाया हूं वो उसमें मैं आपको बता दूंगा जैसे कि डी ब्लॉक वाले जो मेटल्स हैं अब मेटल के ऑक्साइडस वैसे तो बेसिक होते हैं मेटल के ऑक्साइडस वैसे तो बेसिक होते हैं जैसे कि स है है mno2 का एसिडिक नेचर बढ़ता है आ रही है बात समझ में तो जैसे-जैसे इनके अपन जैसे cr2 o3 या mno4 की तरफ अपन जाएंगे सॉरी mno2 की तरफ अपन जाएंगे या फिर अपन जैसे v2o 5 की तरफ जाएंगे तो यह सब क्या हो जाते हैं बेटा ये एंफोटेरिक नेचर शो कर जाते हैं ये एंफोटेरिक नेचर शो कर जाते हैं दीज आर एंफोटेरिक ऑक्साइडस दीज आर एंफोटेरिक ऑक्साइडस और कुछ ऑक्साइडस हमारे पास ऐसे हैं जिनमें इतनी ज्यादा ऑक्सीडेशन स्टेट चली जाती है मतलब इतना ज्यादा पॉजिटिव चार्ज आ जाता है कि मेटल हो होने के बावजूद भी ऑक्साइडस एसिडिक बिहेवियर शो कर देते हैं ऑक्साइडस अपना एसिडिक बिहेवियर शो कर देते हैं तो डी ब्लॉक वाले बेसिक एसिडिक एज वेल एज एंफोटेरिक तीनों प्रकार के ऑक्साइडस हमें देते हैं जैसे कि अगर इनको आप पानी में डालोगे ना जैसे cr3 को आप पानी में डालो तो cr3 को पानी में डालने पर ये क्या बना लेगा h2 co4 बोले तो क्रोमिक एसिड इसको पानी में डालोगे hno4 देगा बोले तो पर मैंगनियर्स ठीक है है ना बात समझ में आ रही है तो इसके रिगार्डिंग कुछ इंपॉर्टेंट पॉइंट है जो मैं एज इट इज एनसीआरटी से उठा लाया हूं तो अपन एक बार फटाफट से इसकी रीडिंग लगा लेते हैं क्योंकि यहां से इसकी कुछ लाइंस उठके डायरेक्टली अभी 20222 में अपने से पूछी गई है लगातार दो साल तक तो यह इंपॉर्टेंट पार्ट है भैया एनसीआरटी का इसलिए ये मैं एज इट इज काट के उठा के ऐसे डाल के ले आया इसमें ठीक है देखो क्या बोल रहा है दिस ऑक्साइड आर जनरली फॉर्म जो लोग एनसीआरटी खोल कर बै होंगे उनको समझ में आ रहा होगा एक एक पॉइंट कवर हो रहा है और उसमें भी एक एक लाइन कवर हो रही है एनसीआरटी में भी है ना आ रही है ना बात समझ में तो यहां से डी ब्लॉक पढ़ लिया मतलब छुट्टी फिर उसके बाद टेंशन लेने की जरूरत नहीं है दज ऑक्साइड आर जनरली फॉर्म बाय रिएक्शन ऑफ मेटल्स विद ऑक्सीजन एट हाई टेंपरेचर वो तो हमें भी मालूम है ऑल द मेटल एक्सेप्ट स्कैंडियम फॉर्म ये देखो मैं जिसकी बात कर रहा था ना मैंने बोला था ना एग्जाम में आया था ऑल द ये एज इट इज लाइन उठकर आई थी ऑल द मेटल एक्सेप्ट एडियम फॉर्म एमओ ऑक्साइड व्हिच आर आयनिक आयनिक भी होते हैं और बेसिक भी होते हैं द हाईएस्ट ऑक्सीडेशन नंबर इन द ऑक्साइडस कोंसा इड विद द ग्रुप नंबर एंड इट्स अटेंड इन s2o 3 टू mn2 o7 ये लाइन भी मैंने आपको बताई थी कि मैंगनीज तक तो जो इनकी हाईएस्ट ऑक्सीडेशन स्टेट है ना वो इनके ग्रुप नंबर को रिप्रेजेंट करती है मैंगनीज की हाईएस्ट ऑक्सीडेशन स्टेट है + से उसका ग्रुप नंबर भी सेवन है स्कैंडियम की हाईएस्ट है प् 3 उसका ग्रुप नंबर भी + 3 है और क्रोमियम के लिए हाईएस्ट ऑक्सीडेशन स्टेट है + 6 उसका ग्रुप नंबर है सिक्स ठीक है फिर क्या बोल रहा है बियोंड ग्रुप सेवन नो हाईयर ऑ ऑक्साइडस ऑफ आयरन अबोव fe2 o3 आर नोन बेसाइड द ऑक्साइडस ये वाली लाइन इंपॉर्टेंट है ये भी आ चुकी है एग्जाम में बेसाइड द लाइन बेसाइड द ऑक्साइडस द ऑक्सो कटान स्टेबलाइज नेडियन + 5 एज vo2 प् यानी कि नेडियन जब + 5 ऑक्सीडेशन स्टेट में रहता है कटान की फॉर्म में तो vo2 प् की फॉर्म में रहता है + 4 vo2 प की फॉर्म में रहता है टाइटेनियम + 4 tio2 प् की फॉर्म में रहता यह लाइन इंपॉर्टेंट है बेटा रट नहीं है इसको यह ध्यान रखनी है क्योंकि कई बार अपने को डायरेक्टली पूछ लिया जाता है स्टेटमेंट में कि नेडिम प्लस फ में कैसे स्टेबल रहेगा रेनियम प् 5 में कैसे स्टेबल रहेगा कटान की फॉर्म में और एना की फॉर्म में ऐसे रहता है ये vo3 माइन की फॉर्म में v43 माइन नेयम प् 5 और कटान की फॉर्म में vo2 प अब देखना इसी को लेकर ना आगे दे रखी है एनसीआरटी में वो भी पकड़ेंगे अभी अपन एज द ऑ एज द ऑक्सीडेशन नंबर ऑफ मेटल इंक्रीजस आयनिक कैरेक्टर डिक्रीजस ये वाली बात सही है ये तो अपन ने अ फजंस रूल में पढ़ ली थी केमिकल बॉन्डिंग में पॉजिटिव चार्ज बढ़ता है तो आयनिक नेचर बढ़ते हैं अ कम होते हैं और कोवलेंको वेलेंट ग्रीन ऑइल mn2 o7 इज अ कोवलेंको पूछी जा सकती है इवन cr3 एंड v25 हैव लो मेल्टिंग पॉइंट्स मेल्टिंग पॉइंट लो क्यों हो गए क्योंकि आयनिक कैरेक्टर कम हो गए कोवलेंको इसलिए cr3 और v25 के मेल्टिंग पॉइंट कम है इन दीज हायर ऑक्साइडस द एसिडिक कैरेक्टर आर प्रेडोमिनेंट अभी बताया था आपको ठीक है द mn2 o7 गिव्स hno4 एंड cr3 गिव्स h2 cr4 आप तो भरोसा करते हो ना कि एनसीआरटी ही पढ़ाते हैं हम है ना अभी-अभी तुमको जस्ट पढ़ा के निकला हूं मैं और यह एनसीआरटी उठा के लाया हूं और ये एनसीआरटी में लाइनस एज इट इज लिखी हुई है जो तुमको यहां पर अभी बताई है पीछे ये देखो कि इसको डालेंगे तो h2 co4 बनेगा और इसको डालेंगे hno4 बनेगा एज इट इज लाइन लिखी हुई है एनसीआरटी में ठीक है तो तुम्हें एनसीआरटी ही पढ़ाई जाती है तो तुम सिर्फ अपने नोट्स भी पढ़ के जाओगे और एनसीआरटी नहीं पढ़ के जाओगे ना तो इसका मतलब यही है कि तुम एनसीआरटी पढ़ के जा रहे हो भरोसा किया करो अपने टीचर्स पे नालायक हो देखो m27 गिव्स hno4 एंड cr3 गिव्स h24 एंड h2c 27 ये होता है क्रोमिक एसिड ये होता है डाई क्रोमिक एसिड v25 इज हाउ एवर एंफोटेरिक देखो जरा ठीक है आ रही बात समझ में इन वेडियम देयर इज ग्रेज चेंज फ्रॉम द बेसिक अ अच्छा अपन ये वाली लान एंफोरिक दो मेनली एसिडिक एंड इज इट इट गिव्स vo3 माइ एज वेल एज vo2 प् ठीक है जब एसिड की तरह बिहेव करेगा तो vo3 माइ बनेगा जब बेस की तरह बिहेव करेगा तो vo2 प् बनेगा इन नेडियन देयर इज ग्रेडल चेंज फ्रॉम द बेसिक ये लाइन भी आ चुकी है एग्जाम में 2022 में और एक ही क्वेश्चन में आई थी ये सारी लाइन एक ही क्वेश्चन में इन रेडियम देयर इज अ ग्रैजुअली चेंज फ्रॉम द बेसिक v2o 3 टू लेस बेसिक v2o 4 एंड द एंफोटेरिक v25 v24 डिसोल्व इन एसिड्स टू गिव vo2 प् सल्ट्स यहां तक तो सही है देखो नेडिम यहां पर + 4 में है और वो ये बोल रहा है कि ये जब एसिड में डिसोल्व होता है तो vo2 प् सॉल्टस बनाता है ये नाडियम + 4 में किस फॉर्म में रहेगा यहां पर अपने को दे रखा है वेडियम + 4 में vo2 प् की फॉर्म में रहेगा vo2 प् की फॉर्म में रहेगा अब v2o 4 कैसा है बेटा v24 होता है बेसिक यहां पर लिखा हुआ है देखो हालांकि कम बेसिक पर बेसिक है v2o 4 ठीक है तो v2o 4 किसी भी एसिड से रिएक रिएक्शन करेगा तो एसिड का एनायत पार्ट आएगा और इसका कैटायोनिक पार्ट आएगा और इसका कैटायोनिक पार्ट क्या है vo2 प तो जो भी सॉल्ट बनेगा उसमें नेडियन + 4 में vo2 प की फॉर्म में रहेगा और जिस भी एसिड से रिएक्ट करेगा उसका एनाकु व कर रहा है v2o 4 तो इसका कैटायोनिक पार्ट क्या रहेगा बेटा vo2 प् और एसिड का एनिक पार्ट य पर रहेगा जैसे कि hso4 से मैं रिएक्शन करवा रहा हूं v24 की रिएक्शन मैंने करवा दी hso4 से यहां से देखो अब क्वेश्चन बन गया एक बताओ क्या प्रोडक्ट बनेगा एसिड बेस क्या बन जाएगा सल्ट अब सल्ट बनेगा तो सल्ट का फार्मूला क्या है अगर तुमने यह वाला लेक्चर अटेंड किया तो तुम फर्मूला लिख दोगे वरना जैसी आराम है ना आउट ऑफ सिलेबस क्वेश्चन टीचर ने तो पढ़ाया ही नहीं है टीचर एनसीआरटी तो पढ़ाता ही नहीं है यही सब करते रहोगे फिर तुम लोग है ना ब्लेम बाजी ठीक है लेकिन अगर तुमने ये लेक्चर अटेंड किया है और ढंग से किया है तो तुम ठोक के कॉन्फिडेंस के साथ सही करके आओगे इसको देखो कैसे ये है भाई अपने को मालूम है v24 इज अ बेसिक ऑक्साइड एंड h2so फ ये तो एसिड होता ही है करवा दो रिएक्शन बेटा एसिड बेस रिएक्शन होगी तो सॉल्ट बनेगा अब सॉल्ट जो बनेगा उसमें प्रोडक्ट में कटाय और एनायत में कटाय कहां से आएगा बेस से एना कहां से आता है एसिड से एनाइड क्या है बेटा इसका सल्फेट so4 2 माइ और ये कटाय के फॉर्म में किस फॉर्म में रहता है तो ये क्या oso4 बना लेगा सोचा था कभी तुमने कि तुम इस प्रकार की रिएक्शन के प्रोडक्ट अपने आप लिख दोगे कौन कहता है कि इनर्ग निक में रिएक्शन रट पड़ती है अरे कांसेप्ट तो समझो यारों आज के बाद से फालतू बातें मत करना इन ऑर्गेनिक रटना पड़ता है डी ब्लॉक तक में रिएक्शन तुम समझ के कर रहे हो रटना पड़ा तुमको रिएक्शन को हालत बातें करते हो रटना पड़ता है रटना पड़ता है दिमाग लगाते नहीं हो बेवकूफ हो जैसे बस ठीक है आ रही बात समझ में नालायक हो देखो फिर आगे देखो अभी तो आगे देखो सिमिलरली v25 रिएक्ट वि अल्कली एज वेल एस एसिड टू गिव v43 माइनस सॉल्ट ध्यान से देखना ध्यान से एकदम सिमिलरली v25 रिएक्ट अल्कली ए वेल एसिड टू गव vo3 माइन एंड v4 प्स रिस्पेक्टिवली अब इस लाइन में एक मिस्टेक है इसमें मिस्टेक क्या है अगर तुमने थोड़ा भी सीरियसली लेक्चर अटेंड किया होगा तो तुम्हें मिस्टेक नजर आ जाएगी अभी अभी जस्ट अपन ने पढ़ा कि नेडिम प् 5 जो है कटाय की फॉर्म में कैसे एजिस्ट करता है vo2 प्स की फॉर्म में यहां पर क्या लिखा हुआ है bo4 प् और vo3 प् तो बेटा बन ही नहीं सकता v4 प् इसका मतलब वेनेरियम का ऑक्सीडेशन स्टेट कितना जा रहा है देखो क्या यह पॉसिबल है यानी कि यहां पर मिस्टेक है एनसीआरटी में तुमने एनसी में मिस्टेक ढूंढ के निकाली है क्या बात कर रहे हो एनसीआरटी पढ़ के जाना चाहिए ये लो है ना अरे तुम लोग हो ही हीरो यार एनसीआरटी में मिस्टेक निकाल ली तुम लोगों ने तो बेटा यहां पर 4 प्स नहीं आएगा यहां पर क्या आएगा बेटा vo2 प्लस आएगा क्योंकि वो एंफोटेरिक है बेटा v25 वो एसिड की तरह भी रिएक्ट कर सकता है और बेस की तरह भी रिएक्ट कर सकता है एसिड और बेस दोनों की तरह रिएक्ट करेगा तो जब वो बेस की तरह रिएक्ट करेगा तो किस फॉर्म में रहेगा इस फॉर्म में रहेगा आ गया vo2 प् की फॉर्म में और जब एसिडिक ऑक्साइड की तरह बिहेव करेगा तो इसका एनायत है कैसे एजिस्ट करता है एना निक फॉर्म में ये bo4 3 माइ की फॉर्म में तो अगर v2o 5 बेटा किसी एसिड से रिएक्ट कर रहा है तो एसिड से रिएक्ट कौन करता है बेस इसका मतलब ये अपना बेसिक बिहेवियर शो करेगा v2o 5 ठीक है तो v2o 5 की मैं अगर h2so फ से रिएक्शन करवा दूं तो क्या बन जाएगा इसका कैटायोनिक पार्ट क्या है कैटायोनिक पार्ट है vo2 प् तो vo2 का होल स्क्वायर vo2 का होल स्क्वायर मतलब vo2 होटवा so4 और अगर आप किसी बेस से ए से रिएक्शन करा दोगे तो एसिड की तरह बिहेव करेगा और एसिड की तरह बिहेव करेगा तो यहां पर क्या आ जाएगा vo3 माइन तो अपना जो भी बेस है उससे कटाय निकाल के इस पर चिपका देना जैसे ए से रिएक्शन करवाइए तो na4 बन जाएगा है ना अरे भाई v25 की रिएक्शन तुमने ए से करा दी तो बेटा तुम्हें प्रोडक्ट क्या मिलेगा अब यह बेस से रि कर रहा मतलब ये एसिड है तो एसिड का दिया जाता है कि य बाप हे मां ओ रिएक्शन रट पड़ती है क्या करें इनॉर्गेनिक रटना है बायो रटना है यह रटना है वो रटना है समझ के पढ़ोगे कुछ नहीं रटना पड़ेगा और याद हमेशा रखना ही पड़ता है कुछ चीजों को फिजिक्स में भी तुम फॉर्मूला याद ही रखते हो डिराइवर करने नहीं बैठ जाते हमेशा मैथमेटिक्स में भी तुम फार्मूला याद ही रखते हो हमेशा डिराइवर करने नहीं बैठ जाते तो ऐसे फालतू की बेवकूफ वाली बातों में मत आया करो अपना दिमाग लगाया करो ठीक है बेवकूफ हो जैसी बातें नहीं करनी है कि रटना पड़ता है अरे बेवकूफ हो रटना भी पड़ता है तो रटो ना नीट निकालने के लिए अगर रटना पड़ रहा है तो रटो ना तुम्हें जेई निकालना तुम्हें इंजीनियर बनना है डॉक्टर बनना है या फिर तुम्हें फालतू की बातों में आके बस खाली घर प बैठे रहना है तुम्हें पंचायती लाल तो नहीं बनना ना पंचायती लाल अगर बनना है तो तो तुम ऐसी फालतू की बातों पर ध्यान दो और फालतू की बकवास करते रहो लेकिन अगर तुमसे कोई ऐसे बोले कि भाई रटना पड़ता है केमिस्ट्री को रटना पड़ता है मैथ्स के फार्मूले को रटना पड़ता है फिजिक्स के फार्मूला में तो बोलना ठीक है भाई कोई दिक्कत नहीं मैं रट लूंगा लेकिन मैं बन के रहूंगा डॉक्टर या इंजीनियर जो भी मैंने सोचा है वह मैं बन के रहूंगा ठीक है बात समझ में आ रही है अपना एटीट्यूड चेंज करो फालतू की बातें नहीं करने का अब देखो कितने इंपोर्टेंट कंपाउंड आ गए बहुत इंपोर्टेंट कंपाउंड आ गए बेटा हसते खेलते अपन फटाफट से के2 c27 तक पहुंच गए दो घंटे में ठीक है अब फटाफट से अपन k2c 27 और के को खत्म करते तो अपना डी ब्लॉक वाला पोर्शन खत्म हो जाएगा चलिए पोटेशियम डाई क्रोमेट पोटेशियम डाई क्रोमेट की अगर अपन बात करें तो k2 cr2 o7 बोलते बेटा इसको है ना अच्छा तो लिखा हुआ ही है पोटेशियम डाई क्रोमेट की बात करें अगर तो यह तो देखो सीधे-सीधे बात करता हूं मैं इसकी प्रिपरेशन की बात करेंगे इंडस्ट्रियल केमिकल है और यह जो इंडस्ट्रियल केमिकल है इनकी प्रिपरेशन इंपॉर्टेंट होती है तो k2 cr2 o7 की प्रिपरेशन आप आपको याद होनी चाहिए हां अब रटो रटना होता है केमिस्ट्री में रटो आ जाओ fe2 o4 इसको बोलते हैं बेटा क्रोमाइट ओर क्रोमियम अर्थ क्रस्ट में ऐसे क्रोमाइट की फॉर्म में मिलता है है ना ये क्रोमियम का ओर होता है ठीक है तो क्रोमाइट की रिएक्शन करवाते बेटा अपन सोडियम कार्बोनेट के साथ इसको फ्यूज करवाते हैं अपन ठीक है तो अपने को मिलता है बेटा na2 cr4 क्या मिलता है na2 co4 का येलो सॉल्यूशन मिलता है आपको येलो कलर का na2 cr4 आपको देखने को मिलेगा ठीक है अब ये जो na2 co4 है बेटा na2 cr4 को हम थोड़ा सा h2so फ मिला के वापस से कन्वर्ट करते हैं na2 cr2 o7 में क्रोमेट को डाई क्रोमेट में कन्वर्ट किया जाता है और जैसे ही ये डाई क्रोमेट में कन्वर्ट होता है बेटा इसका कलर हो जाता है ऑरेंज ठीक है इसका कलर कैसा था येलो इसका कलर कैसा हो जाता है ऑरेंज और अब इस na2 cr2 o7 को na2 cr2 o7 को अगर केसी मिला दूं तो k+ यहां से na0 को हटाएगा और खुद बना लेगा k2 cr2 o7 यह भी ऑरेंज कलर का होता है ठीक है बोले सर na2 cr7 बन गया तो उसका यूज कर लेते k2 c27 क्यों बनाया k2 cr7 पढ़ते हम na2 cr7 क्यों नहीं पढ़ते क्योंकि k2 c27 ज्यादा इंपॉर्टेंट है अपना इंडस्ट्रियल इंपॉर्टेंस k2 c27 ज्यादा रखता है क्यों ज्यादा रखता है सर na2 c27 क्यों नहीं रखता क्योंकि बेटा इसको हैंडल करना आसान है इसकी सॉल्युबिलिटी कम होती है इसकी सॉल्युबिलिटी ज्यादा होती है सोडियम के सॉल्टस हाईली सॉल्युबल होते हैं तो इसकी सॉल्युबिलिटी ज्यादा होती है इसलिए इसको क्रिस्टलाइज करना थोड़ा सा मुश्किल होता है इसलिए अपन इसको k2c 27 में कन्वर्ट करते हैं और फिर इसको यूज करते हैं आ रही है बात समझ में तो यह जो केमिकल है हमने सोडियम डाई क्रोमेट की जगह पोटैशियम डा क्रोमेट क्यों यूज किया बेटा क्योंकि इसकी सॉल्युबिलिटी ज्यादा थी उसकी कम थी इसलिए उसको क्रिस्टलाइज आउट करना आसान है उसको स्टोर करना आसान है उसको यूज करना आसान है ठीक है नेक्स्ट ये तो हो गई बात प्रिपरेशन की हमने बना लिया k2 cr2 o7 यहां से अपने को एक बात ध्यान रखनी है कि ये जो क्रोमेट है और ये जो डाई क्रोमेट है इसको बोलते हैं क्रोमेट cr4 2 नेगेटिव ये जो येलो कलर और ये जो ऑरेंज कलर आ रहा है ना बेटा ये किसकी वजह से आ रहा है ये क्रोमेट का येलो कलर है cr4 2 नेगेटिव का येलो कलर है ये डाई क्रोमेट का ऑरेंज कलर है ठीक है तो यहां से एक इंपॉर्टेंट बात ये ध्यान रखनी है क्या यहां से एक इंपॉर्टेंट बात हमें क्या ध्यान रखनी है बात हमें यह ध्यान रखनी है कि क्रोमेट और डाई क्रोमेट दीज आर इंटर कन्वर्टिबल एक दूसरे में कन्वर्ट किया जा सकता है इनको आप क्रोमेट को डाई क्रोमेट में कन्वर्ट कर सकते हो डाई क्रोमेट को क्रोमेट में कन्वर्ट कर सकते हो कैसे कर सकते हैं ऐसे कर सकते हैं बेटा कि अगर आपने मीडियम को एसिडिक कर दिया यानी कि पीए आपने लेस देन से कर दी तो तो ये कन्वर्ट हो जाएगा डाई क्रोमेट में और अगर आपने पीएच को मोर देन सेवन कर दिया यानी कि मीडियम अगर बेसिक कर दिया तो डाई क्रोमेट वापस क्रोमेट में कन्वर्ट हो जाता है ठीक है इसको याद रखना है रटना है इसको रटना है भाई रट लेना इसको ठीक है ठीक है चलिए आगे बढ़ते हैं तो क्रोमेट और डाई क्रोमेट की बात कर रहे हैं बेटा अपन दीज आर इंटरकन्वर्टिबल क्रोमेट एंड ा डाई क्रोमेट दीज आर इंटरकन्वर्टिबल ठीक है और इसीलिए देखो अपन ने na2 cro4 में h+ डाल के उसको किस में कन्वर्ट किया था cr2 o7 में k2 cr2 o7 को अगर आप हीट करोगे इसके हीटिंग इफेक्ट्स भी लिख ही लो अगर आप इसको हीट करोगे तो आपको क्या देखने को मिलेगा बेटा k2 cro4 देखने को मिलेगा cr2 o3 देखने को मिलेगा और ऑक्सीजन रिलीज होता हुआ मिलेगा ठीक है यहां पर यह ऑक्सीजन आपको रिलीज करके देगा ठीक है यह जो क्रोमेट और डाई क्रोमेट है इनके स्ट्रक्चर आपको कुछ इस प्रकार से देखने को मिलेंगे यह है आपका क्रोमेट का स्ट्रक्चर और यह है आपका डाई क्रोमेट का स्ट्रक्चर यह है आपका डाई क्रोमेट का स्ट्रक्चर क्रोमेट का स्ट्रक्चर और डाई क्रोमेट का स्ट्रक्चर दोनों टेट्रा हैड्रन है पर हाइब्रिडाइज्ड है लेकिन कई लोग इसको टेट्रा हैडल के चक्कर में हाइब्रिडाइज्ड इजेशन नॉट sp3 बट वो तुम्हारे सिलेबस में नहीं है इसलिए तुम्हें नहीं पढ़ाया जाता जाता है दीज आर टेट्रा हैड्रन बट नॉट sp3 हाइब्रिडाइज्ड दीज आर d3s हाइब्रिडाइज्ड अब तुम्हारे सिलेबस में नहीं है इसलिए लिख नहीं रहा मैं ठीक है याद रखना यह भी टेट्रा हैड्रन ही है अब ध्यान से देखो अब ध्यान से देखो नेगेटिव सिंगल डबल नेगेटिव सिंगल डबल नेगेटिव सिंगल डबल नेगेटिव सिंगल डबल ये दोनों नेगेटिव चार्ज और ये दोनों डबल बॉन्ड क्या रेजोनेंस में है रेजोनेंस हो जाएगा रेजोनेंस हो जाएगा इसका मतलब ये सारी बॉन्ड लेंथ एक बराबर आ जाएंगी तो क्या अपन ऐसा बोल सकते हैं कि इसमें ऑल स बॉन्ड लेंथ आर सेम ऐसा बोल सकते हैं अपन ठीक है हर किसी पर कितना चार्ज आ जाएगा हर किसी पर कितना चार्ज आ जाएगा -2 है और चार ऑक्सीजन पर तो हर किसी पर - 1/2 आ जाएगा ठीक है - 1/2 आ जाएगा हर किसी पर और + स ऑक्सीडेशन स्टेट है बेटा 0 कॉन्फिन है 0 कन्फ होते हुए भी यह कलर शो कर रहा है येलो कलर का है कौन से कलर का है येलो कलर का है यह येलो कलर का है य येलो कलर शो करता है और अपना डाई क्रोमेट कौन सा कलर शो करता है ऑरेंज कलर शो करता है तो य येलो कलर डी जीरो कॉन्फिन के बाद भी शो कर रहा है क्यों शो कर रहा है चार्ज ट्रांसफर की वजह से किसकी वजह से कर रहा है बेटा चार्ज ट्रांसफर की वजह से अब यहां पर देखो इधर देखो जरा ध्यान से नेगेटिव सिंगल डबल नेगेटिव सिंगल डबल नेगेटिव सिंगल डबल नेगेटिव सिंगल डबल ये नेगेटिव इन दोनों के साथ रेजोनेंस में ये नेगेटिव इन दोनों के साथ रेजोनेंस में है लेकिन यहां पर कोई रेजोनेंस नहीं है इसका मतलब ये ये ये ये तीनों बॉन्ड लेंथ सेम है ये ये ये ये तीनों बॉन्ड लेंथ सेम है रेजोनेंस हो के बॉन्ड लेंथ बराबर हो जाएंगी ना सभी सभी जगह बॉन्ड ऑर्डर बराबर और बॉन्ड लेंथ बराबर हो जाएंगी तो यहां पर कितने आइडेंट कल बॉन्ड है छह ये ये ये ये ये और ये ये छह बॉन्ड आइडेंट कल है इनकी बॉन्ड लेंथ सेम है और ये वाले जो बॉन्ड है ये इनके कंपैरिजन में बॉन्ड ऑर्डर कम रखते हैं यहां पर बॉन्ड ऑर्डर वन से ज्यादा है तीनों जगहों पे यहां पर बॉन्ड ऑर्डर वन से वन ही है तो यहां बॉन्ड ऑर्डर कम है इसलिए यहां बॉन्ड लेंथ ज्यादा रहेगी तो जो ब्रिजिंग वाले सीओ बंड है इनकी बंड लेंथ ज्यादा रहेगी ठीक है ये अगर एक्स बोल दूं नहीं इसको एक्स क्यों बोलेंगे इसको वा बोलेंगे और इनमें से किसी को भी मैं एक्स बोल दूं तो जो एक्स है और जो वा है एक्स छोटी रहेगी वा बड़ी रहेगी एक्स को बड़ा थोड़ी बना सकते हैं है ना बात समझ में तुम लोग समझ गए मैं क्या कहना चाह रहा हूं ठीक है और इसमें जो कलर आ रहा है इसमें भी कलर किसकी वजह से आ रहा है इसका जो ऑरेंज कलर आ रहा है बेटा वो भी किसकी वजह से आ रहा है इसका जो कलर आ रहा है वह भी किसकी वजह से आ रहा है चार्ज ट्रांसफर की वजह से क्योंकि यहां पर भी क्रोमियम प् सि ऑक्सीडेशन स्टेट में जीरो ऑक्सीडेशन स्ट ठीक है अब एक इंपोर्टेंट बात तुमको याद रखनी है क्या कि केट स2 से हम पढ़ क्यों रहे हैं क्योंकि के2 स2 से एक बहुत ही अच्छा ऑक्सिडाइजिंग एजेंट होता है बेटा इन एसिडिक मीडियम इज वेरी गुड ऑक्सीडेंट एक बहुत अच्छा ऑक्सीडेंट होता है जब भी इसमें जो डाई क्रोमेट आयन है ना ये बहुत अच्छा ऑक्सीडेंट है जब भी एसिडिक मीडियम में होता है तो यह ऑक्सीडक्सी होता है ऑरेंज तो जब भी ये ऑक्सीडेंट ग्रीन कलर में कन्वर्ट हो जाता है जब भी ये ऑक्सिडाइज करता है इसका ऑरेंज सॉल्यूशन ग्रीन में कन्वर्ट हो जाता है यहां पर प्लस 3 इलेक्ट्रॉन लिख लेना ठीक है ठीक है तो अगर इसकी रिएक्शंस की मैं बात करूं जब भी आपको ऐसे के2 c27 और h+ लिखा हुआ दिख जाए और h+ में भी अपन जनरली क्या लेते हैं बेटा h2so लेते हैं ठीक है h2so लेते हैं अपन जनरली इसको hclo2 c27 है ना cl5 करने के लिए hc2 sn4 बन जाएगा तो आपको रिएक्शन ऐसे पूछी जाएगी देखो आपको ऐसे पूछेगा fecl2 की रिएक्शन में k2 cr2 o7 से करा रहा हूं इन प्रेजेंस ऑफ h2so 4 बताओ क्या प्रोडक्ट बनेगा रिएक्शन रट नहीं पड़ती है है ना देखो आपने देख ही लिया भाई f+ 2 है k2c 27 है और उसके साथ में एसिड भी है तो ये तो एक ऑक्सीडेंट हो गया और ये क्या कर देगा अब इसको ऑक्सीडो fe2 को ऑक्सीडेंट में तो fecl3 बन जाएगा और खुद किसम कन्वर्ट हो जाएगा क्रोमियम प्लस 3 में नायक पार्ट कौन है यहां पर सल्फेट वाला पार्ट है तो cr2 ए4 होल थइस बन जाएगा बेटा यह लो है ना तो ये जब भी के2 c27 ऑक्सीडेंट हो जाएगा ग्रीन में किसम कन्वर्ट हो जाएगा ग्रीन में और किसकी वजह से क्योंकि क्या बन गया होगा cr2 ए4 होल थ्राइस बन गया होगा आ रही है बात समझ में क्रोमियम प् 3 में है ना रट नहीं नहीं पड़ती है बेटा जब भी सल्फर -2 से ऑक्सीडो बेटा आप उसको पहले जीरो में लेकर जाना तो जैसे मैंने यहां पर na2s की रिएक्शन करवा दी तो आपने देख लिया भाई सल्फाइड की रिएक्शन करवा रहे हैं सर k2c 27 से समझ जाओ -2 से ऑक्सीडो रहा है तो क्या मिल जाएगा सल्फर मैंने h2s की रिएक्शन करवा दी h2s में सल्फर -2 में है मतलब समझ जाना क्या मिलेगा सल्फर सल्फर जीरो में ठीक है so3 यहां पर देखो + 4 ऑक्सीडेशन स्टेट है ऑक्सीडो के किसम चला जाएगा + 6 में सल्फेट बन जाएगा य पर ये प्लस ऑक्सीडेशन स्टेट में है यहां पर ये प्लस 3 ऑक्सीडेशन स्टेट में है ऑक्सीडो के कहां चला जाएगा प् फ में नाइट्रेट बन जाएगा आयोडाइड है क्या बन जाएगा आ2 हैलोजन जब भी ऑक्सी होते हैं मानव से तो ऑक्सी होके जीरो में जाते हैं बेटा जीरो ऑक्सीडेशन स्टेट में ये माइनस से ऑक्सी होके जीरो में जाता है ये मानव से ऑक्सी होके जीरो में जाते हैं ठीक है तो ये इसकी रिएक्शन हो गई के2 cr7 की येलो एकदम आसान है ना लो k2c 27 समाप्त बस इतना ही था उसके बारे में है ना वैसे k2c 27 एक और काम आता है ड्रंकन ड्राइवर टेस्ट में ड्रंकन ड्राइवर टेस्ट में पहले के2 cr2 o7 का ही यूज किया जाता था कैसे किया जाता था ऐसे किया जाता था कि अगर कोई पीके गाड़ी चला रहा है अल्कोहल कंज्यूम करके अगर कोई गाड़ी चला रहा है तो एक इंस्ट्रूमेंट होता था उनके पास पहले व ऐसे सीधे मुंह में घुसा देते थे और बोते बोलते थे इसको ब्लो करो अगर इसको ब्लो किया मतलब फूंक मारी अगर इसमें तो आपकी सांसों में जो दुर्गंध है अल्कोहल की अल्कोहल वोलेटाइल होता है आपकी सांसों के साथ बाहर आएगा और अगर अल्कोहल उसमें प्रेजेंट हुआ और के2 c27 लगा होता है उसमें उससे रिएक्ट किया तो के2 c27 ग्रीन कलर शो कर देगा और ग्रीन कलर शो किया इसका मतलब पछी कटेगी बिना पछी कटे नहीं जाने देंगे या तो पछी कटा लो मतलब रख दो 500000 जो भी है या फिर कोर्ट से गाड़ी छवा छुड़वा लेना है ना ऐसा सीन हो जाएगा ठीक है तो इसलिए कृपया प्लीज डू नॉट ड्रिंक एंड ड्राइव और व्हाट डू यू मीन ड्रिंक करना ही नहीं है समझे ना सिर्फ ड्राइव करना है और वो भी लाइसेंस बन जाने के बाद समझ में आ गया नालायक ड्रंकन ड्राइवर टेस्ट ठीक है उसमें इसका यूज होता है एक और चीज में यूज होता है इसकी एक और रिएक्शन है k2c 27 की बेटा k2 c27 की रिएक्शन ऐसे है कि जब इसकी अपन h2o 2 से रिएक्शन करवाते हैं h2o 2 से रिएक्शन करवाते हैं तो ये अपने को cr5 देता है ब्लू कलर का कंपाउंड है ना ये cr5 ऐसे तितली नुमा स्ट्रक्चर रखता है ये अपन सॉल्ट में डिटेल में पढ़ेंगे क्रोमल क्लोराइड टेस्ट में है ना सॉल्ट में अपन डिटेल में पढ़ेंगे अभी मैं आपको बस हल्की-फुल्की जानकारी दे रहा हूं ये स्टेबल नहीं होता है ये ब्लू कलर थोड़ी देर में फेड हो जाता है तो उसको स्टेबल बनाने के लिए अपन डाई अल्का इथर का यूज करते हैं ठीक है इसमें क्रोमियम का ऑक्सीडेशन स्टेट प्लस सि होता है यह सारी चीज अपन सॉल्ट में ये वाली रिएक्शन पर्टिकुलर सॉल्ट में आएगी है ना तो अभी इसको ना भी लिखो तो भी चलेगा बात करें अगर अपन नेक्स्ट पोटेशियम परमैंगनेट की तो पोटेशियम परमैग्नेट की प्रिपरेशंस की अगर हम बात करें बेटा तो इसकी प्रिपरेशन देख लेते हैं सबसे पहले आ जाओ सबसे पहले अपन क्या करते हैं इसमें पैरोल साइट और लेते हैं बेटा क्या लेते हैं अपन पायरो साइट और लेते हैं पायरो का नाम मतलब उसका फार्मूला mno2 होता है पायरो साइट मैंगनीज अर्थ क्रस्ट में इस फॉम में मिलता है ठीक है इसको के के साथ इसको के के साथ फ्यूज किया जाता है और एक ऑक्सीडेंट लिया जाता है कोई भी अच्छा सा कोई भी अच्छा सा ऑक्सीडेंट अब आप यहां पर के स3 भी ले सकते हो बेटा के3 भी ले सकते हो आप यहां पर ओजोन भी ले सकते हो ठीक है और एयर और ट ऐसे भी लिखा हो सकता है पर जनरली एक अच्छा ऑक्सीडेंट यहां पर लिया जाता है तो यह आपको देता है बेटा k2 mno4 जो कि ग्रीन कलर का होता है जो कि ग्रीन कलर का होता है अब यह जो k2 mno4 आपने लिया है k2 mno4 को फर्द डाइल्यूट एसिड डालकर कन्वर्ट किया जाता है kmno4 में जिसका कलर होता है जिसका कलर होता है इसका कलर होता है पर्पल कौन से कलर का होता है बेटा य पर्पल कलर का कौन से कलर का होता है पर्पल कलर का kmno4 ठीक है kmno4 बन गया ठीक है यह इसका एक प्रिपरेशन वाला मेथड अभी इसके दो प्रिपरेशन वाले मेथड और हैं वह भी मैं आपको बताऊंगा पर उन दोनों में यह चीज कॉमन है कि आप पायरोसाइनिकल बेटा mno4 टू नेगेटिव मैगनेट आयन और इसको हम बोलते हैं पर मैग्नेट इसको हम क्या बोलते हैं पर मैगनेट आयन mno4 नेगेटिव mno4 नेगेटिव यहां पर ये प् से ऑक्सीडेशन स्टेट में बेटा और यहां पर ये प् स ऑक्सीडेशन स्टेट में है सबसे पहले तो यहां पर देखो यह दोनों नेगेटिव रेजोनेंस में है यानी कि ऑल ए ए बंड लेंथ आर सेम है ना मतलब चारों एम एओ बंड आइडेंट कल है और यहां पर भी ऐसे ही है यहां पर भी ऐसा ही है देखो जरा यहां पर भी ऐसा ही है ठीक है इसका स्ट्रक्चर इससे मिलता जुलता नहीं पर क्लोरेट आयन से मिलता जुलता नहीं है देखना जरा यह अपना पर क्लोरेट आयन है पर क्लोरेट आयन है तो ऐसा नहीं लगता कि परमैंगनेट और पर क्लोरेट मौसी के लड़के हैं आपस में है ना इधर बस ए ए ही चेंज है वहां पर स लगा दिया और यहां पर ए ए है बाकी सब कुछ सेम नजर आ रहा है है ना पर क्लोरेट आयन के जैसा स्ट्रक्चर है तो आपसे अगर ऐसे स्टेटमेंट पूछा जाएगा कि परमैग्नेट आयन हैज सिमिलर स्ट्रक्चर देन सिमिलर स्ट्रक्चर एज द पर क्लोरेट आयन तो आप क्या बोलेंगे हां बिल्कुल सही है यहां पर m ए बॉन्ड ऑर्डर वहां पर स बॉन्ड ऑर्डर सेम है ठीक है यहां पर भी सारे ए एओ बॉन्ड्स आइडेंट है और यहां पर भी सारे एमओ बॉन्ड्स आइडेंट है यहां पर + से है d0 कॉन्फिन है बेटा तो यहां पर जो कलर आया है वो कलर किसकी वजह से आया है चार्ज ट्रांसफर की वजह से कलर किसकी वजह से आया है चार्ज ट्रांसफर की वजह से और यहां पर प्लस स अभी यहां पर 0 कॉन्फिन नहीं है यहां पर d1 कॉन्फिन है और d1 कॉन्फिन है मतलब यहां चार्ज ट्रांसफर नहीं है यहां पर कलर किसकी वजह से आया है जल्दी से बताएंगे नालायक अगर डी व कॉन्फिन है तो कलर का रीजन क्या है डीडी ट्रांजिशन किसकी वजह से कलर आया है डीडी ट्रांजीशन और यहां पर भी यह भी टेट्रा हेडल है और व भी टेट्रा हेडल है लेकिन sp3 हाइब्रिडाइज्ड d3s हाइब्रिडाइज्ड और वह भी टेट्रा हेडल ठीक है फिर इसके सेकंड मेथड ऑफ प्रिपरेशन के बारे में अगर अपन बात करें तो वहां पर भी अपन यही करते बेटा mno2 को k के साथ फ्यूज करते हैं mno2 को k के साथ फ्यूज करते हैं इन प्रेजेंस ऑफ k3 और के3 कुछ भी आप ले लो k3 ले लो के स3 ले लो या ओजोन ले लो या फिर एयर वगैरह ले लो तो यह क्या बनाएगा बेटा mno4 2 नेगेटिव मतलब पर मैगनेट मैग्नेट आयन बनाएगा अब य जो मैग्नेट आयन है इसका अपन क्या करते हैं इलेक्ट्रोलाइट ऑक्सीडेशन करते हैं इसका अपन इलेक्ट्रोलाइट ऑक्सीडेशन करते हैं इन अल्कलाइन मीडियम क्या करते हैं बेटा इलेक्ट्रोलाइट ऑक्सीडेशन करते हैं इन अल्कलाइन मीडियम तो यह कन्वर्ट हो जाता है किसमें पर मैग्नेट आयन में ये किसम कन्वर्ट हो जाता है पर मैग्नेट आयन में ठीक है सेकंड मेथड तो यह हो गया और तीसरा मेथड है वह है लेबोरेटरी मेथड है ना कोई भरोसा नहीं है भाई एनटी का एनटी ऐसे पूछ लेगा च ऑफ द फॉलोइंग इज द लेबोरेटरी मेथड ऑफ प्रिपरेशन ऑफ के ए4 है ना ऐसे भी पूछा जा सकता है च ऑफ द फॉलोइंग इज द लेबोरेटरी मेथड ऑफ द प्रिपरेशन ऑफ kmno4 आपको यह भी याद होने चाहिए और लेबोरेटरी में इसको ऐसे बनाते हैं m प2 की रिएक्शन मैं करवा दूं अगर पर सल्फेट आयन से तो यह इसको सीधे ही पर मैग्नेट में ऑक्सीडो सल्फेट में कन्वर्ट हो जाता है ठीक है बाकी h2o वगैरह जो भी है मेनली वो तो लगे हुए रहेंगे पर मेन रिएक्शन यही होती है mn2 अगर पर सल्फेट से रिएक्शन करेगा तो वो आपको पर मैगनेट में ऑक्सीडो दे देगा ठीक है ये तो हो गई मेथड ऑफ प्रिपरेशन की बात ये उतना ज्यादा इंपॉर्टेंट नहीं होता है बात आती है kmno4 की प्रॉपर्टीज पर तो बेटा kmno4 जो है ना एक बहुत ही अच्छा ऑक्सीडेंट होता है kmno4 इज अ वेरी गुड ऑक्सीडेंट एक बहुत ही अच्छा ऑक्सीडेंट होता है और यह आपने फिजिकल में भी पढ़ा होगा और भी कई जगहों पर इनऑफ में भी पढ़ा होगा अगर सॉल्ट वगैरह पढ़ लिया तो कि kmno4 अलग-अलग इसका जो ऑक्सिडाइजिंग बिहेवियर होता है ना वो अलग-अलग मीडियम पर अलग-अलग तरीके से अपने को य शो करता है कैसे कि अगर भाई एसिडिक मीडियम है न्यूट्रल मीडियम है या फेंटली अल्कलाइन मीडियम है फेंटली अल्कलाइन मीडियम है फेंटली अल्कलाइन मीडियम है या फिर स्ट्रंग अल्कलाइन मीडियम है सिर्फ अगर अल्कलाइन मीडियम भी लिखा हुआ होगा ना तब भी आप न्यूट्रली कंसीडर करना बेटा ठीक है तो आपको यह मालूम ही होगा कि ए ए जो है जब एसिडिक मीडियम में ऑक्सीडक्सी स्टेट में है ये प् से से ऑक्सी होके कहां जाता है जब एसिडिक मीडियम में होता है तो प्लट में कहां पर जाता है प्लसटू में ठीक है और जब यह न्यूट्रल मीडियम में होता है तो mn4 में जाता है और बेसिक मीडियम में m प् 6 में जाता है मतलब एक इलेक्ट्रॉन का चेंज आता है यहां पर एक इलेक्ट्रॉन का चेंज आता है स्ट्रांग बेसिक मीडियम में इधर तीन इलेक्ट्रॉन का चेंज आता है और इधर पांच इलेक्ट्रॉन का चेंज आता है इसके ऑक्सीडेशन स्टेटस में ठीक है तो अगर एसिडिक मीडियम में रिएक्शन करवाई जाए kmno4 को एसिडिफाई करने के लिए ओबवियसली hso4 का ही यूज किया जाएगा बेटा है ना यानी कि लास्ट में जो mn2 बनेगा वो mnso4 बनाएगा ठीक है और इसका कलर होता है लाइट पिंक या फिर इसको ऐसे कलरलेस भी लिख देते हैं अपन किय कलरलेस होता है इतना लाइट पिंक होता है कि कभी-कभी तो दिखता ही नहीं है कलरलेस होता है ठीक है अब ये रिएक्शन है इसकी जैसे के2 27 की रिएक्शन हमने पढ़ी थी बिल्कुल वैसे रिएक्शन है बेटा fe2 को ऑक्सीडो fe3 में जाएगा sn2 को ऑक्सीडो sn4 में जाएगा सल्फर -2 से ऑक्सीडो के कहां जाता है याद हो गया होगा आप तो ज़ीरो में यानी कि सल्फर मिलेगा अ ये + 4 से ऑक्सीडो के + 6 में जाएगा यानी कि सल्फेट बनेगा i- i2 बना लेगा हैलोजन जब भी ऑक्सीडो हैं तो -1 से कहां जाते हैं ज़ीरो में ये ज़ीरो ऑक्सीडेशन स्टेट में नाइट्राइट + 3 से ऑक्सीडो के बेटा नाइट्रेट no3 - बनाएगा ऐसे c2 24 ऑक्सलेट आयन है उसमें कार्बन प् 3 ऑक्सीडेशन स्टेट में तो यहां पर आपको ये co2 दे देगा ठीक है आसान है ऑक्जेलिक एसिड के साथ तो kmno4 की टाइट्रेस तुमने फिजिकल में पढ़ी होगी ना kmno4 और ऑक्जेलिक एसिड की टाइट्रेस है ना वहां पर ये ऑटो कटलिस्ट की तरह काम करता है mn2 mn2 ये ऑटो कटलिस्ट की तरह काम करता है तुम्हें पढ़ाया गया होगा फिजिकल में mn2 ऑटो कटलिस्ट की तरह काम करता है जब ऑक्जेलिक एसिड वाली इसकी ट्र अपन पढ़ते हैं ना वहां पर ये तो हो गई बेटा एसिडिक मीडियम में रिएक्शन अगर न्यूट्रल मीडियम में रिएक्शन दी जाए ऐसे लिख दे न्यूट्रल या फिर अल्कलाइन लिख दे ऐसे लिख दे तो फिर क्या तो फिर ऐसे रिएक्शन याद रखनी है जैसे कि ये जो थायो सल्फेट है ये तो सल्फेट में कन्वर्ट होता है + 6 में mn2 mn4 में जाता है और यहां पर mn1 से खुद किसम जाएगा mn4 में यानी कि mno2 मिलेगा अपने को ठीक है और ये i माइनस वाली जो रिएक्शन है ना ये बहुत इंपॉर्टेंट है भैया i माइनस वाली रिएक्शन बहुत इंपोर्टेंट है आपको यहां पर मिलना चाहिए था i2 पर i2 ना मिलके आपको क्या मिलता बेटा आयोडेट आयन i3 माइनस आयन मिलता है ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ये i2 डिस्प्रोशियम है यह वाली रिएक्शन इंपॉर्टेंट है कई बार पूछी जा चुकी है एग्जाम में ठीक है तो ये है आपका बेटा kmno4 kmno4 समाप्त अब आपको क्या करना है यह आपका डी ब्लॉक खत्म हो गया बेटा डी ब्लॉक खत्म हो गया फिनिश कोई भी रिएक्शन पूछी जाएगी रिएक्शन डायरेक्टली यहां पर आपने लिखी हुई है इसके बाहर कोई रिएक्शन नहीं आएगी आपकी kmno4 की इसके बाहर कोई रिएक्शन नहीं आएगी आपकी के2 c27 की सब लिख लिया आपने ठीक है अब हम स्टार्ट करेंगे एफ ब्लॉक एलिमेंट्स एफ ब्लॉक एलिमेंट्स उतना बड़ा नहीं है उससे पहले तुम लोग क्या करो 10 मिनट का ब्रेक ले लो 10 मिनट का ब्रेक ले लो थोड़ा सा रिफ्रेश हो जाओ फिर एफ ब्लॉक के कॉन्फिन भी लिखना सिखाता हूं और उसके बारे में जो भी जरूरी बातें वो तुमको बताता हूं ज्यादा टाइम ना लगेगा एफ ब्लॉक को खत्म करने में ठीक है तो चलिए मिलते हैं थोड़ी देर के बाद बस वापस आते हैं अपन जल्दी से हां जी तो वापस से स्वागत है आप सभी का एक बार फिर से इनॉर्गेनिक केमिस्ट्री की क्लास में ले लिया ब्रेक सुसू पटी हो आए थोड़ा बहुत कुछ खा लिया रिफ्रेश हो लिया थोड़ा चल लिए इधर-उधर है ना तो लगभग लगभग ढाई घंटे में आपने पूरा डी ब्लॉक कर लिया है और ऐसा किया है कि बस अब और कुछ करने की जरूरत नहीं है अब जो मैंने क्वेश्चन प्रैक्टिस वाले जो नीट के पी वाईक वाला सेशन डाला हुआ है बस उसको जाके देख लेना ठीक है चलिए तो अब आगे बढ़ते हैं अपन एफ ब्लॉक की बात करते हैं फटाफट से एफ ब्लॉक को भी खत्म करेंगे एफ ब्लॉक में ज्यादा कुछ नहीं है जो भी जरूरी बातें होंगी वो सारी आपको यहां पर बता दूंगा एफ ब्लॉक आपको पता ही होगा बेटा दो सीरीज है इसमें एक लैंथम क्या के आगे वाली और एक एक्टिनियम के आगे वाली लैंथम के आगे वाले सारे लैंथेनाइड 14 एलिमेंट होंगे जिनको हम लैंथेनाइड बोलेंगे और एक्टिन के आगे वाले जो होंगे उनके हम एक्टिनॉयड्स बोलेंगे ठीक है कौन-कौन से एलिमेंट्स है बेटा अ याद है ना लास लेके लू तक मतलब लालू सारे के सारे एक साथ प्रेजेंट होते हैं मतलब सीरियम से लेके लुटे इयम तक बोले तो 58 से 71 एटॉमिक नंबर तक और एक्टिनॉयड्स की अगर अपन बात करें तो थोरियम से लेके यानी कि एटॉमिक नंबर 90 से लेके लॉरेंशियम 103 तक ये सारे हमारे एक्टिनॉयड्स कहलाते हैं सबसे पहले तो आपको ये सारे याद होने चाहिए कैसे याद करते हैं इनको सीने पर नदियां प्रेम ये लैंथम एफ ब्लॉक एलिमेंट नहीं है लैंथम तो बेटा डी ब्लॉक एलिमेंट है याद रखना ये डी ब्लॉक को बिलोंग करता है इसके आगे वाले ये 14 एलिमेंट जो है ये एफ ब्लॉक के एलिमेंट्स हैं तो सीने पर नदियां प्रेम की समाई यूं ही गदगद ब दिल हुआ और तुम यादगार लगते हो या और तुम यबल इस तरीके से याद रख लेना सीने पर नदियां प्रेम की समाई यूं ही गदगद तब दिल हुआ और तुम यादगार लगते हो ठीक है अब सबसे पहले इनके कॉन्फिन लिखना सीखो एफ ब्लॉक के कॉन्फिन तुमने सपने में नहीं सोचे होंगे कि हम एफ ब्लॉक के एलिमेंट्स के कॉन्फिन लिखेंगे पर तुम लिखोगे हां जरूर लिखोगे क्योंकि ये आसान है इनको लिखना और इनके कॉन्फिन सबसे ज्यादा पूछे जाते हैं और इनमें सबसे ज्यादा इंपोर्टेंट है बेटा यूरोपियम गेडो नियम ये तो सबसे ज्यादा है और टर्बिनेट नियम तो तीन बार पूछा है इसलिए तीन स्टार लगाएंगे इस पर ठीक है मतलब इनके कॉन्फिन आपको याद होने ही चाहिए किसी भी हाल में अब याद तो करने से रहे हम तो हम लिखना सीख लेंगे लिखना कैसे सीखेंगे पहले एक लाइन से आप इन सबको लिख लेना लैंथम और उसके आगे के 14 एलिमेंट को ऐसे लाइन से लिख लेना ठीक है अब जैसे-जैसे अपन एक-एक करके आगे बढ़ेंगे एक-एक इलेक्ट्रॉन बढ़ता जाएगा जैसे डी ब्लॉक में अपन ने लिखे थे ना बिल्कुल वैसे ए ब्लॉक में भी लिख लेंगे ठीक है कैसे लिखने अभी सिखाते हैं अभी सिखा टेंशन नहीं लेने का आप बस लेथम का कॉन्फिन लिख लो आपको स्कैंडियम का याद है तो आप ट्रियन का लिख लोगे उसके नीचे लैंथम आता है लेथम का भी लिख लोगे स्कैंडियम का क्या था आर्गन 4s 3d 1 तो ये ट्रिम का क्या हो जाएगा क्रिप्टन 4s 2 सॉरी 5 ए2 4d 1 फिर उसके लैंथम आ जाएगा लैंथम का कॉन्फिन क्या हो जाएगा जनन 6s 25d 1 लेथम का कॉन्ग क्या हो जाएगा बेटा जनन 6 ए2 5d 1 लास्ट इलेक्ट्रॉन 5d में जा रहा है इसका मतलब ये डी ब्लॉक एलिमेंट है इसके एफ में जीरो इलेक्ट्रॉन होते हैं तो 6 ए2 5d 1 4f 0 ये इसका कॉन्फिन होता है बेटा ठीक है अब जैसे जैसे एक एक करके आगे बढ़ते जाएंगे जो है अपने एफ में इलेक्ट्रॉन बढ़ते जाएंगे एफ ब्लॉक एलिमेंट्स का जनरल इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन क्या होता है बेटा कई बार नीट में यही पूछ लिया जाता है जनरल इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन बताओ डी ब्लॉक एलिमेंट्स का या एफ ब्लॉक एलिमेंट्स का तो डी ब्लॉक वालों का तो लिख लिया हमने एफ ब्लॉक वालो का भी लिख लेते हैं क्या होता है ns2 n-1 डी 0 सेव ए माइट एव से 14 यह इनका जनरल इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन होता है ठीक है मतलब यह सब शेल्स फिल होते हैं आउटर मोस्ट तो आपको इसमें बहुत सारे एक्सेप्शनल केसेस देखने को मिलेंगे एक्सेप्शनल कॉन्ग देखने को मिलेंगे और एक्सेप्शनल कॉन्फिन कौन से बेटा कि यहां पर फडी में कहीं कहीं बीच में एक एक इलेक्ट्रॉन आपको लगा हुआ मिलेगा 4f की जगह 5d में इलेक्ट्रॉन चला जाएगा मतलब इलेक्ट्रॉन आपको कई जगहो पर ऐसा मिलेगा कि कहीं पर फडी में इलेक्ट्रॉन है और कहीं पर नहीं है तो आप सीधे-सीधे ऐसे याद रख लो कौन से ऐसे एलिमेंट्स है जिनके फडी में एक इलेक्ट्रॉन है तो सबसे पहले तो ऐसे याद रखना इसमें सीरियम सीरियम गोनियम और टेडिम सीरियम गेडो नियम और लटटू इनमें 5d में एक एक इलेक्ट्रॉन प्रेजेंट होगा ठीक है और इसको कैसे याद रखना है इन तीनों एलिमेंट को से गुड लक कैसे याद रखना है से गुड लक से गुड लक अब इनको याद रख लेना कि यह तीन एलिमेंट है जिनके 5d में एक इलेक्ट्रॉन है ठीक है तो इनके 5d में एक एक इलेक्ट्रॉन में लगा देता हूं ऑलरेडी इनका जब कॉन्फिन लिखना है तो ठीक है तो ये था जनन 6s 5d 1 अगला एलिमेंट जो है ये ए ब्लॉक का पहला एलिमेंट है मतलब इसमें 4f में इलेक्ट्रॉन जाएगा तो 6 ए2 तो सभी में भरा हुआ है 6 ए2 तो सभी में कंप्लीट रहता है यहां पर कोई चिंता वाली बात ही नहीं है 6 ए2 सबके भर दो बस 4f और 5d से खेलना है अपने को अब एक एक इलेक्ट्रॉन 4f में बढ़ता जाएगा जैसे सीरियम है तो एफ ब्लॉक का पहला एलिमेंट है तो ये हो जाएगा 6s 5d 1 4 f1 फिर नेक्स्ट है प्रेज नियम प्रेज नियम में अपने को देखो ये तीन एलिमेंट है जिनके 5d में इलेक्ट्रॉन है बाकी इन सभी के 5d के इलेक्ट्रॉन 4f में जंप कर जाते हैं सभी के 5d के इलेक्ट्रॉन 4f में जंप कर जाते हैं तो यहां पर कॉन्फ़िगरेशन क्या होना चाहिए था 5d 1 और 4f 2 लेकिन 5d का इलेक्ट्रॉन 4f में जंप करेगा तो कितना हो जाएगा इधर रो और इधर थ्री हो जाएगा ठीक है इधर रो और इधर थ्री हो जाएगा ऐसे ही यहां पर फर फाइव एक-एक करके इलेक्ट्रॉन बढ़ाते जाओ सिक्स सेवन अब यहां पर एट होना चाहिए था और इधर जीरो होना चाहिए था जिस हिसाब से अपन भरते आ रहे लेकिन अभी एक इलेक्ट्रॉन कहां चला गया डी में तो ये क्या हो जाएगा सेन और वन एक इलेक्ट्रॉन उधर चला गया फिर वापस इधर देख रहे हैं अपन टर्मियस लिखूं तो इधर वन और इधर एट होना चाहिए लेकिन यहां पर 5d का इलेक्ट्रॉन 4f में जंप कर रहा है तो इसको जीरो और इसको ना लिख दो 0 10 0 11 0 12 0 13 0 14 और 11 यह आपने सारे कॉन्फिन लिख लिए f ब्लॉक एलिमेंट्स के से गुड लक ये वो एलिमेंट है जिनके 5d में एक इलेक्ट्रॉन प्रेजेंट है बस और इससे डायरेक्टली क्वेश्चन आए हैं और कॉन्फिन अगर तुमने ये लिखने सीख लिए तो वो क्वेश्चन कॉन्फिन वाले तुमसे आराम से हो जाएंगे बिल्कुल हो जाएंगे ठीक है तो जैसे हमने लैंथेनाइड के कॉन्फिन लिखे बिल्कुल वैसे हम एक्टिनॉयड्स के भी कॉन्फिन लिख सकते हैं ये रहे सारे एक्टिनॉयड्स लैंथम का कॉन्फिन अपन ने लिख लिया था तो एक्टिन का कॉन्फिन भी लिख लेंगे एक्टिन का कॉन्फिन क्या हो जाएगा रेडन 7s 2 और 6d 1 ये हो जाएगा बस यही कॉन्फिन रहेगा 5f तो जीरो रहेगा 5f में तो जीरो इलेक्ट्रॉन रहेंगे तो इसका 7s 2 और 6d 7s 2 6d 1 5f 0 अब इसमें भी वैसे याद रख लो कि कौन-कौन से ऐसे एलिमेंट है जिनके 6d में एक इलेक्ट्रॉन है वहां पर 5d के इलेक्ट्रॉन वाले याद रख लिए थे इधर 6d वाले याद रख लेंगे बस ये एक एलिमेंट यहां पर थोड़ा सा दिक्कत दाई है जिसका अपने को कॉन्फिन अलग से याद रखना मतलब ये एक्सेप्शन में भी एक्सेप्शन है इसको अपन अलग से याद रखेंगे क्योंकि यहां पर इलेक्ट्रॉन 5f में जाता ही नहीं है इधर इलेक्ट्रॉन जाता है सीधे डी में मतलब ये 5f 0 और 6d 2 होता है इसका भी 5f खाली होता है स्टिल ये एक एफ ब्लॉक एलिमेंट काउंट होता है ठीक है तो थोरियम का कॉन्फिन याद रखेंगे इंपॉर्टेंट है इसके अलावा वो एलिमेंट जिनके 6d में एक इलेक्ट्रॉन है वो ये रहे प्रोटेक्टिनियम यूरेनियम नेपच्यूनियम क्यूरियन और लास्ट वाला लॉरेंशियम इनके 6d में एक इलेक्ट्रॉन है कौन-कौन सा कैसे याद करना है इनको पारो यू नेपकिन कम लहराव पारो यूं नेपकिन कम लहराव ऐसे याद करते हैं इनको ठीक है अब इनके कॉन्फिन लिखने हैं तो देखो ये होना चाहिए था क्या 6d 1 5f 1 5f का इलेक्ट्रॉन उधर चला गया तो 6d 2 हो गया ये क्या होना चाहिए था 6d 1 5f 2 ये क्या होना चाहिए था 1 3 ये क्या होना चाहिए था 1 4 ये क्या होना चाहिए था 1 5 लेकिन प्लूटोनियम में 6d का इलेक्ट्रॉन इधर ही जंप कर जाता है तो क्या हो जाएगा वो 0 6 0 7 08 होना चाहिए था लेकिन ये तो क्यूरियन है इसका एक इलेक्ट्रॉन कहां जाएगा में तो इधर वन और ये सेवन हो जाएगा फिर ये वन और एट होना चाहिए था लेकिन बर्कलियम का 6d का इलेक्ट्रॉन इधर ही जंप कर जाता है तो ये हो जाएगा रो और 9 0 10 0 11 0 12 0 13 0 14 और यहां पर 1 और यहां पर 14 ये आपने एफ ब्लॉक वाले एक्टिनॉयड्स के कॉन्फ़िगरेशन लिख लिए तो से गुड लक और पारो यूं नेपकिन कम लहराव बस ये याद रख लेना इनके 6d में एक इलेक्ट्रॉन होता है इस पर क्वेश्चन कैसे किए जाते हैं वो मैंने आपको क्वेश्चन वाले सेशन में ऑलरेडी बताया है अब लैंथेनाइड पर आते हैं वापस से पहले लैंथेनाइड को थोड़ा सा डिस्कस करेंगे इनकी प्रॉपर्टीज को और फिर एक्टिनॉयड्स को थोड़ा सा डिस्कस करेंगे ठीक है लैंथेनाइड की अगर अपन बात करें तो इनके आयनिक साइज की अगर अपन बात करें तो लेफ्ट टू राइट जाने पर जेड इफेक्टिव बढ़ता है साइज कम होता है और क्योंकि इलेक्ट्रॉन 4f में बढ़ रहे हैं और 4f की होती है पुअर स्क्रीनिंग 4f की पुअर स्क्रीनिंग की वजह से जड इफेक्टिव बढ़ता है और इसकी पुअर स्क्रीनिंग की वजह से ही हमें देखने को मिलता है क्या लैंथेनाइड कंट्रक्शन क्या देखने को मिलता है बेटा लैंथेनाइड कंट्रक्शन तो लेफ्ट से राइट जाने पर इनका एटॉमिक एज वेल एज आयनिक रेडियस डिक्रीज होता है देखो लैंथम से अपन जैसे-जैसे आगे बढ़ते जा रहे हैं सबका आयनिक रेडियस डिक्रीज होता जा रहा है मेटलिक रेडियस की बात करें तो हां यूरोपियम बीच में थोड़ी सी गड़बड़ कर जाता है यूरोपियम का मेटलिक रेडियस थोड़ा ज्यादा होता है बट वो आपसे नहीं पूछा जाएगा टेंशन नहीं लेने का ठीक है और जैसे-जैसे चार्ज बढ़ेगा जैसे कि देखो + 2 और ये + 2 वाले हैं ये + 3 वाले हैं और ये + 4 वाले हैं जैसे-जैसे चार्ज बढ़ता है साइज और कम होता चला जाता है ठीक है तो एटॉमिक और आयनिक रेडियस में ऐसी कोई दिक्कत वाली बात नहीं है बस लैंथेनाइड कंट्रक्शन क्या होता है ये आपको याद रखना है ऑक्सीडेशन स्टेट्स की अगर मैं बात करूं तो हां ऑक्सीडेशन स्टेट थोड़ा सा इंपो इंपोर्टेंट हो जाता है लैंथेनाइड के केस में और एक्टन इड्स के केस में लेंथ ऑक्सीडेशन स्टेट्स की अगर मैं बात करूं बेटा तो जनरल ऑक्सीडेशन स्टेट जो है जनरल ऑक्सीडेशन स्टेट जो है वो सभी लेंथ इड्स की वो है + 3 ये सभी थ ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं तो जनरली अपन इनको लेंथ लेंथ इड्स को ऐसे रिप्रेजेंट कर देते हैं कि एल ए फॉर लेंथ इड्स और + 3 इनकी जनरल ऑक्सीडेशन स्टेट्स ठीक है और ऐसा ये क्यों करते हैं क्योंकि इनका कॉन्फिन देखोगे तो बेटा इनके ns2 और n -1 d में एक इलेक्ट्रॉन जनरली हमें देखने को मिलता है ठीक है तो ये तो निकल ही जाते हैं इजली तो इसलिए + 3 तो हर कोई शो कर देता है बाकी n - 2f में कितने इलेक्ट्रॉन है और कितने जा रहे हैं उस पर डिपेंड करता है कि क्या हमें ऑक्सीडेशन स्टेट देखने को मिलेगी पर हां यह तीन इलेक्ट्रॉन तो इजली चले जाते हैं इसलिए पथ ऑक्सीडेशन स्टेट तो आ जाता है इजली ठीक है तो सारे लेंथ इड्स + 3 ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते ही करते हैं लेकिन इनमें से कुछ ऐसे हैं जो ् 4 और प2 भी शो करते हैं प् 4 प्लसटू भी शो करते हैं जैसे कि कुछ एलिमेंट मैं लिख कर दे रहा हूं उनको याद करवा दूंगा यह प्लसटू ऑक्सीडेशन स्टेट शो करेंगे यूरोपियम थूलियम टर्ब और सरियम ये प्लसटू ऑक्सीडेशन स्टेट शो करेंगे कैसे याद करना है यूं तुम यादों में समाओ दो बार कैसे याद करना है यूं तुम यादों में समाओ दो बार ठीक है और प्लस फोर वाले कौन से हैं ये प्लस फो वाले हैं तो कैसे याद किया था यूं तुम यादों में समाओ दो बार नदियों से पर्वत तब दिखेंगे चार यूं तुम यादों में समाओ दो बार नदियों से पर्वत तब दिखेंगे चार ये वो सारे एलिमेंट है जो प्लस फ ऑक्सीडेशन स्टेट शो करेंगे अब ध्यान दो सारे के सारे लैंथेनाइड + 3 ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं सारे के सारे लैंथेनाइड + 3 ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं पर कुछ ऐसे हैं जो + ट भी शो करते हैं जैसे आपसे पूछा जाएगा यूरोपियम + 2 ऑक्सीडेशन स्टेट शो क्यों करता है तो यूरोपियम का आप कॉन्फिन लिखोगे अगर तो यूरोपियम का कॉन्फिन होता है बेटा नोन 6s 2 5d 1 नहीं 0 और 4f 7 ये इसका कॉन्फिन होता है ठीक है तो आप देख रहे हो यहां पे दो इलेक्ट्रॉन देते ही ये क्या हो जाएगा बेटा 4f से कंप्लीट कर लेगा 4 f7 कंप्लीट कर लेगा तो अगर मैं पूछूं कि थर्ड आयनाइजेशन एनर्जी हाई होती है यूरोपियम की क्यों होती है तो आप रीजन बता दोगे क्या कि भाई दो इलेक्ट्रॉन देते ही ये हाफ फील्ड कॉन्फिन अचीव कर लेता है इसलिए इसकी थर्ड आयनाइजेशन एनर्जी ज्यादा है ठीक है अगर मैं आपसे ऐसे पूछ लू कि भाई गेडो नियम गेडो नियम की आयनाइजेशन एनर्जी थर्ड वाली लो है गेडो नियम की आ3 लो है ऐसा क्यों है तो आप देखोगे बेटा गेडो नियम का जो कॉन्फिन होता है वो क्या होता है नोन 6 ए2 5d 1 से गुड लक गुड लक गुड फॉर गेडो नियम इट हैज वन इलेक्ट्रॉन प्रेजेंट इन फडी सब शेल एंड 4 f7 देखो तीसरा इलेक्ट्रॉन देते ही तीसरा इलेक्ट्रॉन देते ही तीन इलेक्ट्रॉन देने के बाद यह हाफ फीड हो जाएगा हाफ फीड हो जाएगा इसलिए तीसरा इलेक्ट्रॉन दे रहा था i3 लो होती है नीट का क्वेश्चन है है यह तुमसे पूछा जा सकता है यह तुमसे पूछा जा चुका है ठीक है नीट में पूछा जा सकता है बेटा याद रखना आने की संभावना है ठीक है चलिए आगे बढ़ते हैं आगे बढ़ते हैं तो मैं तुम्हें ये बता रहा था बेटा कि अपने लंथनॉइड में से ये वो सारे एलिमेंट है जो + 2 शो करते हैं ये वो सारा एलिमेंट है जो + 4 शो करते हैं अब + 3 तो इनकी कॉमन ऑक्सीडेशन स्टेट है ही मतलब ये ऐसा कि ये सिर्फ प2 ही शो करेंगे ये + 3 भी शो करते हैं + 2 भी शो करते हैं ये + 4 भी शो करते हैं और + 3 भी शो करते हैं यानी कि अगर ये + 2 से + 3 में जाएगा तो कैसे जाएगा एक इलेक्ट्रॉन रिलीज करके जाएगा एक इलेक्ट्रॉन देकर जाएगा एक इलेक्ट्रॉन देकर जाएगा तो जिसको भी देगा उसको रिड्यूस करेगा इसका मतलब क्या तुम समझ गए मैं क्या कहना चाह रहा हूं कि ये सभी कौन हो जाएंगे ये सभी जो प्लट ऑक्सीडेशन स्टेट शो कर रहे हैं ये सभी रिड्यूस ंग एजेंट्स हो जाएंगे और अब तुम समझ गए होंगे मैं आगे क्या करने वाला हूं ये + 4 है प् 4 से प् 3 में जा रहे हैं तो एक इलेक्ट्रॉन लेकर जाएंगे ना प् 3 में जिससे भी इलेक्ट्रॉन लेंगे उसको ऑक्सीडेंट्स जो यहां पर आपने लिखे हैं क्या यह ऑक्सीडेंट होंगे ऐसा आप बोल सकते हैं क्या यह क्या होंगे ऑक्सीडेंट्स तो एफ ब्लॉक एलिमेंट्स में से कौन ऑक्सीडेंट होंगे कौन रिड्यूस एजेंट होंगे यह भी आप बता सकते हो ठीक है और यह जो सीरियम है ना सीरियम यह तो एक बहुत अच्छा ऑक्सिडाइजिंग एजेंट है इट इज अ गुड ऑक्सीडेंट इट इज यूज्ड एज अ एनालिटिकल एजेंट रिएक्शन में इसको एनालिटिकल एजेंट की तरह यूज किया जाता है सीरियम इसको ऐसे लिखो कि एक अच्छा ऑक्सीडेंट होता है और क्योंकि सीरियम प्लस फ में नोबल गैस कॉन्फिन अचीव कर लेता है इसलिए प् 4 से प् 3 में धीरे जाता है स्लो स्टेप रखता है ये और स्लो स्टेप ही रिएक्शन के एलिस के काम आती हैय आपको मालूम होगा ठीक है इसलिए सीरियम का यूज किया जाता है एस अ एनालिटिकल एजेंट इसको हाईलाइट कर दूं क्या इसको हाईलाइट कर दूं इसको ऐसे हाईलाइट कर देता हूं यह लो साहब इसको हाईलाइट कर दिया इट इज यूज्ड एज एनालिटिकल एजेंट इन रिएक्शन ठीक है ये लो अब इनकी कुछ रिएक्शंस की बात करें अगर जैसे लैंथेनाइड की हम बेटा रिएक्शन की बात करें तो सिंपल है देखो कभी रिएक्शन पूछी तो नहीं गई अगर पूछी भी जाए तो तुम कर लोगे तुम्हें मालूम है कि इसकी जनरल ऑक्सीडेशन स्टेट जो होती है बेटा वो + 3 होती है लंथनॉइड की ठीक है तो इसको एलुमिनियम मान लो क्योंकि ये प्रॉपर्टी एलुमिनियम की तरह शो करते हैं हालांकि एलुमिनियम ज्यादा रिएक्टिव होता है लंथनॉइड कम रिएक्टिव होते हैं एलुमिनियम ज्यादा रिएक्टिव होता है ठीक है ये कम रिएक्टिव होते हैं पर रिएक्शन उसके जैसे ही शो करते हैं जैसे एलुमिनियम अगर ऑक्सीजन से रिएक्ट करेगा तो क्या बनाएगा al2 o3 ये क्या बना लेंगे ln2 o3 वो हाइड्रोजन से रिएक्ट करेगा एसिड से रिएक्शन करेगा ए वैसे तो वो तो अलग प्रोडक्ट देता है पर ये हाइड्रोजन गैस देंगे एल्युमिनियम भी हाइड्रोजन गैस दे देता है ठीक है ये भी हाइड्रोजन गैस दे देंगे एसिड से डाइल्यूट एसिड्स के साथ रिएक्शन करेंगे तो अगर एलुमिनियम क्लोरीन के साथ रिएक्शन करेगा alcl3 बनाएगा ये करेंगे तो nn3 कोई भी लैंथेनाइड रिएक्ट करेगा तो क्या बना लेगा ncl3 बना लेगा अगर सल्फर के साथ हीट करेंगे तो nn2 h3 बन जाएगा नाइट्रोजन के साथ हीट करेंगे तो l nn8 l nc2 बन जाएगा वाटर से रिएक्शन करवाने पर aloha.com लय क्या होता है लंथनॉइड को हम आयरन के साथ मिक्स करते हैं इस रेशो में 95 पर लेथड होते और 5 पर आयरन होता है और थोड़े बहुत ट्रेसेस होते हैं सल्फर कैल्शियम कार्बन और एलुमिनियम एससी का आलू ऐसे याद रखते हैं इसको एस सी का आलू इनके ट्रेसेस पाए जाते हैं बस तो ऐसा एक मिक्सचर तैयार किया जाता है जिसको बोलते हैं मिश मेटल एलॉय मिश मेटल क्या काम आता है लाइटर फ्लिंट बनाने के काम आता है शेल्स बनाने के काम आता है बुलेट्स बनाने के काम आता है तो अब तुम समझ ही गए होंगे कितना इंपॉर्टेंट है अगर बुलेट बनाने के काम आ रहा है तो है ना खासकर अमेरिका जैसे देश जो दूसरों की लड़ाइयां पर ही जिंदा है जिनकी जीडीपी तो उनके लिए तो ये बहुत जरूरी है है ना तो ये हमारा मिस्ट मेटल एलॉय है ठीक है सिमिलरली बात करें अगर अपन एक्टिनॉयड्स की तो इनके कॉन्फिन लिखने हमने सीखे और एक्टिनॉयड्स की अगर अपन ऑक्सीडेशन स्टेट्स की बात करें तो लैंथेनाइड के कंप रिजन में लेंथ इड्स तो प्लट प् 3 प् 4 जनरली यही ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं लेकिन एक्टिनॉयड्स बेटा कई सारी ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं एक्टेन इड्स लाइक ट्रांजीशन एलिमेंट्स अपने डी ब्लॉक वालों की तरह ये वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं बहुत सारी ठीक है जिसमें से याद रखना है कि अपना एक्टिनियम और थोरियम यह सिर्फ प्लस 3 और प् 4 ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं थोरियम याद है ना कॉन्फिन थोरियम क्या था रेडॉन 7s 2 5d 2 ठीक है नहीं 6d 2 6d 2 और 5f 0 ये कॉन्फिन था थोरियम का ये चारों इलेक्ट्रॉन देके नोबल गैस कॉन्फिन अचीव कर लेता है इसलिए सिर्फ एक ही ऑक्सीडेशन स्टेट शो करता है आपसे क्वेश्चन में पूछा जाता है नेपच्यूनियम प्लूटोनियम के बारे में कि मैक्सिमम नंबर ऑफ ऑक्सीडेशन स्टेट कौन सा एफ ब्लॉक एलिमेंट शो करेगा तो याद रखना नेपच्यूनियम और प्लूटोनियम ये + से तक ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं और यूरेनियम भी अमेरिकियन भी + स तक तो जाते ही है एटलीस्ट ठीक है तो ये भी डी ब्लॉक एलिमेंट्स की तरह वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट शो करते हैं रीजन क्या है रीजन क्या है वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट शो करेंगे लाइक डी ब्लॉक एलिमेंट्स लाइक डी ब्लॉक एलिमेंट्स रीजन क्या है इसका रीजन क्या है वहां रीजन क्या था ए और ए माइन वडी के बीच में लेस एनर्जी डिफरेंस यहां पर रीजन क्या हो जाएगा इसका लेस एनर्जी डिफरेंस बिटवीन 7 एस सडी 5f सब शेल्स इनके बीच में एनर्जी डिफरेंस कम है इसीलिए इनका इलेक्ट्रॉन जो है वो इजली रिएक्शन में पार्टिसिपेट कर जाते हैं और अपने को वेरिएबल ऑक्सीडेशन स्टेट शो होती है ठीक है ये इंपॉर्टेंट है भैया ये याद रखना यह वाला पार्ट अमेरिक + 6 यूरोपियम यूरेनियम + स नेपच्यूनियम और प्लूटोनियम + से तक जाते हैं ठीक है बाकी के सभी देखो नॉर्मल + 3 + 3 + 3 ये सब शो कर रहे हैं ठीक है पर ये तो स्टार्टिंग में प्लस से तक जाते ही हैं ठीक है नेक्स्ट बात कर रहे हैं नेम अ मेंबर ऑफ लंथनॉइड सीरीज व्हिच इज वेल नोन टू एग्जिबिशन स्टेट लो बता दो कौन हो जाएगा सबसे फेमस यही है सीरियम + 4 क्यों क्योंकि सीरियम का जो इलेक्ट्रॉनिक कॉन्फिन होता है वो होता है क्या जनन 6s 2 5d 1 और 4 f1 अब यहां से अगर यह इलेक्ट्रॉन गया यह एक गया यह दो गया ये दो और गए तो प्लस फ ऑक्सीडेशन स्टेट आ जाएगी प्लस फ में इसका कॉन्फिन कैसा बन जाएगा नोन के जैसा नोन के जैसा मतलब नोबल गैस कॉन्फिन अचीव कर लेगा यह नोबल गैस कॉन्फिन अचीव कर लेगा नोबल गैस कॉन्फिन अगर य अचीव कर लेगा तो इसलिए तो प्लस फ में आएगा और इसीलिए अपन इसका एनालिटिकल एजेंट की तरह यूज करते हैं याद है ना एनालिटिकल एजेंट रिएक्शंस के एनालिसिस में काम आता है इसलिए इसको एनालिटिकल एजेंट बोलते हैं ठीक है नेक्स्ट एक और क्वेश्चन एक्टिनॉयड्स क्शन इज ग्रेटर फ्रॉम एलिमेंट टू एलिमेंट देन लेंथ कंट्रक्शन यस दिस इज अ ट्रू स्टेटमेंट ये एग्जाम में भी आ चुका है यह नीट में दोबारा से पूछा जा सकता है बेटा नीट के लिए इंपॉर्टेंट है कि एक्टिनॉयड्स क्शन ज्यादा पावरफुल होता है लैंथेनाइड कंट्रक्शन की वजह से ऐसा क्यों होता है क्योंकि बेटा एक्टन इड कंट्रक्शन का जो रीजन था वो 5f सब शेल के पुअर इलेक्ट्रॉन थे 5f के अलावा 4f 3d 4d 5d बहुत सारे इलेक्ट्रॉन है जबकि लेंथ कंट्रक्शन था 4f सब शेल की पुर स्क्रीनिंग की वजह से लेंथ कंट्रक्शन यानी कि लंथनॉइड में आपको पुअर स्क्रीनिंग के इलेक्ट्रॉन कंपेरटिवली कम मिलते हैं इधर ज्यादा मिलते हैं इसलिए यहां पर कंट्रक्शन अपने को एलिमेंट टू एलिमेंट ज्यादा देखने को मिलता है एक्टन इड कंट्रक्शन इज पावरफुल देन लेथड कंट्रक्शन यह मैं आपको पीरियोडिक टेबल में बता भी चुका हूं ठीक है नेक्स्ट अब कुछ एनसीआरटी के कटआउटस है बेटा एनसीआरटी का कटआउट अगर एक बार अपन ने पढ़ लिए तो बस अपना एक्टिनॉयड्स के बारे में जो भी इंपॉर्टेंट एग्जाम में पूछा जाता है वो भी कवर हो जाएगा तो एक बार फटाफट से रीडिंग लगा लेते हैं फिर समाप्त ठीक है तो देखो क्या बोला जा रहा है द एक्टन इड्स आर हाईली रिएक्टिव मेटल्स याद रखेंगे भाई है ना स्पेशली व्हेन दे आर फाइनली डिवाइडेड जब वो फाइनली डिवाइडेड है तब तो और भी ज्यादा रिएक्टिव है ठीक है लैंथेनाइड के कंपैरिजन में ये ज्यादा रिएक्टिव हमें मिल रहे हैं द एक्शन ऑफ बॉयलिक गिव्स अ मिक्सचर ऑफ ऑक्साइड एंड हाइड्राइड राइट एंड कॉमिनेशन विद मोस्ट नॉन मेटल्स टेक्स प्लेस एट मॉडरेट टेंपरेचर मतलब जनरली नॉन मेटल्स के साथ रिएक्शन कर जाते मॉडरेट टेंपरेचर पे हाइड्रोक्लोरिक एसिड अटैक्स ऑल मेटल्स ये वाली लाइन इंपोर्टेंट है हाइड्रोक्लोरिक एसिड अटैक्स ऑल द मेटल्स बट मोस्ट आर स्लाइटली अफेक्टेड बाय नाइट्रिक एसिड ओइंग टू द फॉर्मेशन ऑफ प्रोटेक्टिव ऑक्साइड लेयर्स अल्कली हैव नो रिएक्शन तो देखो यहां पर एक इंपॉर्टेंट बात क्या आपको देखने को मिल रही है कि एफ ब्लॉक वाले मेटल्स एक्टन इड जो है वो बेस से रिएक्शन नहीं करते और एसिड से रिएक्शन कर लेते हैं एसिड में h स सभी से रिएक्ट कर जाता है पर नाइट्रिक एसिड के साथ मोस्ट ऑफ द मेटल जो है वो रिएक्शन नहीं देते क्यों क्योंकि इनके ऊपर एक प्रोटेक्टिव ऑक्साइड की लेयर बन जाती है जब भी ये hno3 से आप इनकी रिएक्शन करवाओ ग तो जो अपना मेटल है तो जो अपना मेटल है इस पर क्या होगा एक प्रोटेक्टिव ऑक्साइड की लेयर बन जाएगी प्रोटेक्टिव ऑक्साइड की लेयर बन जाएगी अब य जो प्रोटेक्टिव ऑक्साइड की बेटा लेयर है ना यह फदर hno3 से कांटेक्ट नहीं होने देती है इसका तो कांटेक्ट ब्रेक हो जाता है मेटल सिक्योर हो जाता है एकदम यह फिर रिएक्ट नहीं करता hno3 से तो मोस्ट ऑफ द एक्टिन रेंडर्स पैसिव इन hno3 ये ऐसे ही पढ़े रहते no3 में रिएक्ट नहीं करते द मैग्नेटिक प्रॉपर्टीज ऑफ़ एक्टन इड्स आर मोर कॉम्प्लेक्टेड लद द वेरिएशन इन द मैग्नेटिक ससेप्टिबिलिटी ऑफ द एक्टन इड्स विथ द नंबर ऑफ अनपेड फ इलेक्ट्रॉन इज रफल पैरेलल टू द करेस्पॉन्डिंग्ली है कि जैसे-जैसे 5f में इलेक्ट्रॉन बढ़ते जाते हैं नंबर ऑफ अनपेड इलेक्ट्रॉन बढ़ते जाते हैं तो इनका पैराम मैग्नेटिक बिहेवियर भी बढ़ता जाता है है ना और f0 और f14 वालों को छोड़कर बाकी सभी लगभग सभी पैरा मैग्नेटिक शो करते हैं ए0 और f1 वाले पैरा मैग्नेटिक बिहेवियर शो नहीं करते जनरली डाय मैग्नेटिक होते हैं और और आपको यह मालूम है ना कि मैग्नेटिक बिहेवियर सिर्फ स्पिन ओनली मैग्नेटिक मोमेंट से नहीं निकाला जाता है स्पिन ओनली मैग्नेटिक मूमेंट एज वेल एज ऑर्बिटल मैग्नेटिक मूमेंट इन दोनों से निकाला जाता है ठीक है तो दोनों अपना जो दूसरा वाला पार्ट है वो अपने सिलेबस में नहीं है इसलिए उसको अपन डिस्कस नहीं करते ठीक है द लेटर हैव हायर वैल्यूज हटाओ इसको फिर बात करते हैं ये लास्ट पैराग्राफ है शायद अपना ना इसके बाद तो अपना खत्म हो जाएगा हां ये लास्ट पैराग्राफ है बेटा अपना आज का अपना डी एंड एफ खत्म देखो क्या बोल रहा है इट इज एविडेंस फ्रॉम द बिहेवियर ऑफ द एक्टन इड्स दैट द आयनाइजेशन एंथैल्पी ऑफ़ द अर्ली एक्टेन इड्स दो नॉट एक्युरेटली नोन बट आर लोअर देन द अर्ली लिंथोइंगंबी एक्टेन इड्स इज लोअर देन द आयनाइजेशन एनर्जी ऑफ अर्ली लंथनॉइड ऐसा क्यों होता है दिस इज क्वाइट रीजनेबल सिंस इट इज टू बी एक्सपेक्टेड दैट व्हेन फाइ एफ ऑर्बिटल आर बिगिनिंग टू बी ऑक्यूपाइड दे विल पेनिट्रेट लेस इनटू द इनर कोर ऑफ इलेक्ट्रॉन द फ एफ इलेक्ट्रॉन विल देयर फोर बी मोर इफेक्टिव शील्ड फ्रॉम द न्यूक्लियर चार्ज देन द फ एफ इलेक्ट्रॉन यह बोल रहा है कि आयनाइजेशन एनर्जी ऑफ अर्ली एक्टन इड इज लेसर देन द अर्ली लंथनॉइड ऐसा क्यों होता है ऐसा इसलिए होता है कि जै से देखो फोर्थ शल है और ये फिफ्थ शल है 5f आपका इधर होगा 4f और बाकी वो सब इधर होंगे ठीक है तो यहां पर इलेक्ट्रॉन जो प्रेजेंट है ना इलेक्ट्रॉन आपको यहां से निकालने हैं इलेक्ट्रॉन फिफ्थ शेल से निकालने हैं तो इनको अच्छी खासी शील्ड मिल रही है इनसे अभी 5f में इलेक्ट्रॉन भरना चालू ही हुए हैं तो थर्ड फोर्थ सेकंड फर्स्ट ये सारे शेल के जो इलेक्ट्रॉन है वो इनको अच्छा खासा स्क्रीनिंग दे रहे हैं उसकी वजह से इन पर न्यूक्लियस का अट्रैक्शन कम है तो इलेक्ट्रॉन इजली निकल जाते हैं इसलिए अर्ली एक्टन इड्स की आयनाइजेशन एनर्जी कम होती है अब जैसे जैसे फ में इलेक्ट्रॉन बढ़ते जाएंगे क्योंकि पुअर स्क्रीनिंग है तो जड इफेक्टिव बढ़ता जाएगा जड इफेक्टिव बढ़ता जाएगा तो अट्रैक्शन बढ़ता जाएगा तो फिर आयनाइजेशन एनर्जी भी बढ़ती जाएगी तो इसलिए अर्ली एक्टिन इड्स लिखा हुआ है यहां पर ठीक है द फ एफ इलेक्ट्रॉन विल देर फोर बी मोर इफेक्टिवली शील्ड फ्रॉम द न्यूक्लियर चार्ज देन द फर ए इलेक्ट्रॉन अब 4f लैंथेनाइड के केस में इलेक्ट्रॉन यहां से निकल रहे थे यह न्यूक्लियस के ज्यादा पास है इन पर अट्रैक्शन ज्यादा है उन पर कम रहेगा इसलिए लंथनॉइड की आयनाइजेशन एनर्जी ज्यादा एक्टिनॉयड्स से अर्ली अर्ली एक्टिनॉयड्स की बात कर रहे हैं ठीक है बिकॉज द आउटर इलेक्ट्रॉन आर लेस फॉर्मली हेल्ड दे आर अवेलेबल फॉर बॉन्डिंग इन द एक्टन इड्स और यही रीजन था बेटा कि ये ज्यादा ऑक्सीडेशन स्टेट्स भी शो कर रहे थे बिकॉज आउटर इलेक्ट्रॉन आर लेस फर्म हेल्ड दे आर अवेलेबल फॉर बॉन्डिंग इन द एक्टन इड्स नेक्स्ट बोल रहा है अ कंपैरिजन ऑफ द एक्टन इड विद द लैंथेनाइड विद रिस्पेक्ट टू द डिफरेंट कैरेक्टरिस्टिक एज डिस्कस अबोव रिवील्स दैट बिहेवियर सिमिलर टू दैट ऑफ़ लेंथ ये पैराग्राफ उतना ज्यादा खास इंपॉर्टेंट नहीं है ठीक है इसको आप मतलब खुद से भी रीडिंग लगा लोगे तो भी चलेगा हाउ एवर इवन द अर्ली एक्टिनॉयड्स रिजेंट लैंथेनाइड इन शोइंग क्लोज सिमिलरिटी विद ईच अदर एंड इन ग्रेजुएशन इन प्रॉपर्टीज व्हिच डू नॉट एंटेल चेंज इन ऑक्सीडेशन स्टेट द लैंथेनाइड एंड एक्टेन इड कंट्रक्शन हैव एक्सटेंडेड इफेक्ट्स ऑन द साइज एंड देयर फोर द प्रॉपर्टीज ऑफ़ द एलिमेंट सक्सी ंग देम इन देयर रिस्पेक्टिव पीरियड्स द लंथनॉइड कंट्रक्शन इज मोर इंपोर्टेंट बिकॉज द केमिस्ट्री ऑफ एलिमेंट सक्सी ंग द एक्टन इड्स आर मच लेस नोन एट द प्रेजेंट टाइम कोई मतलब नहीं खास इसका ठीक है खत्म ये लो थैंक यू वाली दीदी आ गई तो थैंक यू वाली दीदी ने हमें कह दिया है कि आज के लिए इतना काफी है और आई थिंक डी एंड एफ ब्लॉक में इतना सफिशिएंट होता है नीट और जेई मेन के लिए तो आपसे बेटा क्वेश्चन तो सारे बन जाएंगे जो आपने आज यहां पर पढ़ा है टेंशन नहीं लेने का बाकी अब क्वेश्चन प्रैक्टिस वाला सेशन जो मैंने डाल दिया है उसको जरूर देख लेना डी ब्लॉक के क्वेश्चंस को कैसे अप्रोच करना होता है कैसे करना होता है वो आपको मैं आज यहां पर टॉपिक्स के साथ-साथ बताता गया कि किस-किस तरीके के क्वेश्चंस बनेंगे थोड़े बहुत क्वेश्चंस हमने किए और बाकी के क्वेश्चंस आप वहां पर कर लेंगे ठीक है तो चलिए मिलते हैं फटाफट से अब अगले लेक्चर में अगला होगा हमारा पी ब्लॉक पी ब्लॉक को भी इसी तरीके से एकदम खटाखट कंप्लीट निपटा देंगे ठीक है आई होप आप सभी को आज का लेक्चर समझ में आया होगा मिलते हैं अगले लेक्चर में तब तक के लिए धन्यवाद जय हिंद जय भारत वंदे मातरम और हां यह रिकॉर्डेड इसीलिए डाला था ताकि कम समय में आपको ज्यादा चीजें मिले और आप अच्छे से कंसंट्रेशन के साथ यह सब कंप्लीट कर सके ठीक है यही अभी अपन लाइव पढ़ते तो अपने को चार साढ़े घंटे लगते है ना उसमें बीच में डिस्टरबेंस थोड़ा ज्यादा होता है ठीक है तो आपको कैसा लगा आज पढ़ के आप जरूर बताना कमेंट्स में है ना आपको समझ में आया या नहीं और यह वाला एक्सपीरियंस कैसा रहा आप जरूर बताना ताकि हम आगे और इंप्रूव कर सके इसको ठीक है जो भी आपके लिए बेटर होगा जो भी आपके लिए बेस्ट होगा वो आपको डिलीवर करने की कोशिश करेंगे ठीक है बच्चों तो मिलेंगे अगले लेक्चर में तब तक के लिए धन्यवाद जय हिंद जय भारत वंदे मातरम बाय बाय