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साउंड के विशेषताएँ और प्रभाव

हलो बच्चो फिर अपनी position पर बाँगा फिर पीछे जाओंगा फिर position फिर आगे फिर position पर छोटा होने की वैसे हम neck डाई से उन्हें देख नहीं सकते हैं तो बच्चो ऐसा नहीं है neck को उपर करके यहाँ से अपने fingers को नीचे लेके आए हेलो 1 2 3 माइक चेक बच्चो क्या आप सभी को अब साउंड आ रहा है हाँ अब सभी लोगों को साउंड आ रहा है तो चलिए बच्चो आज हमारा जो टॉपिक है वो है साउंड बच्चो आज हम क्या करने वाले है आज हम आपकी क्लास 8th साइंस का चैप्टर 13 हम साउंड डिसकस करने वाले है एक सिंगल शॉट में तो बच्चो क्या आप सभी लोग तियार हैं आपका अपना चाप्टर 13 साउंड डिसकस करने के लिए बच्चो आज इस चाप्टर में हम किस फ्लो में पढ़ेंगे किन-किन टॉपिक्स पर बात करेंगे वो सारी चीजे एक बार मैं आपको बता देता हूँ कि आज हम बात करने वाले हैं इन सारे पॉइंट्स पर इन सारे पॉइंट्स को डिसकस करेंगे विथ एकजामपल और हम सी��ेंगे इन सारे पॉइंट्स के बारे में सबसे पहले हम बात करेंगे साउंड क्या है तो बच्चो जैसा कि आप सभी ने देखा होगा आपके घरों में जो खाना बनता है, जो खाना बनता है वो गैस पर बन रहा है, गैस सिलिंडर में, क्या है? कैमिकल गैस भरी हुई है, जिसके अंदर कैमिकल एनर्जी स्टोर है, वो हीट एनर्जी में कन्वर्ट होती है, जिससे कि हमारा खाना पकता है. आप अभी जिस रूम में बैट कर ये लेक्चर देख रहे हैं, तो आपको अपने फोन को चार्ज करने की ज़रूरत पड़ी होगी, लाइट आउन कर रखा है आपने, फैन चल रहा है, तो वो सब कैसे पॉसिबल है? वो सब पॉसिबल है एलेक्ट्रिकल एनर्जी के कारण. तो बच्चो, जैसे कि heat energy, chemical energy और electrical energy होती है, same वैसे ही sound energy होती है, तो sound भी एक energy का form है, है न बच्चो, sound भी क्या है, एक energy का form है, फिर हम discuss करेंगे, how sounds are produced, मैं sound कैसे produce कर रहा हूँ, आप उसको कैसे सुन पा रहे होंगे, different जो instrument होते हैं, वो sound कैसे produce करते हैं, तो हम इन सारी चीजों को देखें� फिर हम देखेंगे जो sound होता है वो एक जगे से दूसरी जगे transmit कैसे होता है, आखिर वो कौन सी चीज होती है, कौन सी चीज responsible होती है, जो की sound को एक जगे से लेके दूसरी जगे तक जाती है, फिर हम sound के कुछ characteristics के बारे में बात करेंगे, उसके amplitude, frequency और time period को देखेंगे, और इस lecture के end में हम बात करेंगे noise क्या है और noise पॉलिशन क्या है, I think आप सभी लोग इन सारे terms से familiar होंगे जिन लोगों ने पढ़ा होगा वो जानते होंगे, जिन लोगों ने नहीं पढ़ा उन्हें भी tension लेने की जुरूत नहीं है ठीक है बच्चो, तो चलिए start करते हैं अपना lecture, हाँ तो बच्चो हम देख रहे हैं sound around us आपके आसपास बहुत सारी ऐसे sources होते हैं जहां से sound produce होता है जैसे आपने देखा होगा musical instrument बहुत सारे musical instrument होते हैं चाहे वो गिटार हो, धोलक हो, या फिर हार्मोनियम हो बहुत सारे ऐसे इस्ट्रुमेंट होते हैं जो की बहुत ही प्लीजिंग, आरामदायक साउंड प्रोडूस करते हैं जिनने सुनकर हमें बहुत ही अच्छा लगता है फिर बच्चो आप सभी ने देखा होगा तो उस ताइम भी बेल बजाई जाती है तो आखिर ये सब जो चीज़े है ये कैसे हो रही है अभी इन सारी चीज़ों को आपने देखा होगा आज तक पर कभी सोचा है कि ये कैसे प्रोडूज हो रहा है हम इसे कैसे सुन पा रहे हैं तो आज हम बट उससे पहले बच्चो जो साउंड है वो क्या करता है साउंड हेल्प करता है हमें जैसे कि मैं अभी आप से आप मेरी बातों को सुन के समझ पा रहे हैं, तो बच्चो, कौन इन सब चीजों के लिए responsible है, वो है sound, अगर sound नहीं होता, तो मैं सिर्फ अपनी बात बोलता, पर आप उसको सुन नहीं पाते, नहीं समझ पाते, तो sound बहुत important है एक दूसरे से communicate करने के लिए, बच्चो, अब इन सारे sounds को आपने देखा होगा अपने आसपास, और भी बहुत सारी चीजें होंगी, जहां से आपने sound सुना होगा, तो आपके दिमाग में, कुछ शस भी आ रहे हों क्या होंगे वो questions? क्या होंगे बच्चों वो questions? तो वो ये हो सकते हैं कि sound कैसे produce होता है? इसके अलावा फिर आप ये सोच रहे होंगे कि हम sound को कैसे सुनते हैं? क्यों कुछ sound louder होते हैं? और कुछ क्या होते हैं? soft होते हैं? sound कैसे एक जग और बहुत दूर आप वो sound को सुन रहे हैं और फिर आपने देखा होगा भीड में जब हम अपने दोस्तों के साथ होते हैं तो हम जब हमारा दोस्त हम से दूर होता है तो हम चिलाते हैं यानि हम louder sound produce करते हैं तो वो sound कैसे हम से हमारे दोस्त तक travel करके जाता है कुर्सी की पेटी आप बान लीजिये, और copy pen लेके बैट जाएए, जो भी important points हो, उनको note करते जाएए, तो चलिए बच्चो चलते हैं आगे, बच्चो, अब हम बात करने वाले हैं, जो sound है, वो produce कैसे होता है, हमने देख लिया sound क्या है, sound एक energy का form है, अब sound produce कैसे होता है, तो तो उससे sound produce होता है, सर यह vibration क्या होता है, vibration क्या होता है, यहाँ पर definition लिखी है, to and fro, to and fro, or back and forth motion of an object is called vibration, नहीं आया समझ में, definition से, कोई बात नहीं, simple language में हम समझते हैं, आखिर यह कहना क्या चाहता है, तो बच्चो यहाँ पर देखिए, यहाँ पर यह क्या है, एक medium है, उसके कुछ particle है, एक medium का कुछ particle है, जो कि यहाँ पर arrange हुए है, अब बच्चों क्या है, हमें पता है, हर एक चीज, हर एक चीज stable रहना चाती है, जैसे कि आप रहना चाते हैं, मैं रहना चाता हूँ, तो वैसे ही इस universe में, हर एक चीज stable रहना चाती है, बट अगर उसे कोई disturb कर दे, कोई outer energy source का use करके, अगर disturb कर दे, तो उस system में disturbance create हो जाता है, आपको कोई बोले और पढ़ो तो क्या होता है आप लोग disturb हो जाते हैं क्योंकि एक external source of energy हमें क्या करती है हमारे उपर energy apply करती है जिसकी वैसे हमारे अंदर disturbance create होता है similarly अगर इस system को मैं क्या करूँ मच्चो ये एक system है जिसमें ये number of particles है अगर मैं इस system को outer source से energy supply करूँ तो क्या होगा इस सिस्टम में इनिशिली बच्चो इस सिस्टम में जो पार्टिकल है वो क्या है स्टेबल कंडीशन में है उनमें कोई भी प्रॉब्लम नहीं हो रही है बट जैसे ही मैं एनरजी सप्लाई करूंगा इस सिस्टम में तो क्या होगा ये जो पार्टिकल है बच्� उस एनर्जी को रिमूव करने के लिए यह जो पार्टिकल है अपने आस पास के पार्टिकल से जाकर टकराएंगे इससे टकराएंगे यह इससे टकराएगा यह एक दूसरे से क्या करने लगेंगे बच्चो टकराने लगेंगे आपस में जाकर कोलाइड होने स्टेबल हो जाएंगे जैसे कि आप सभी लोग जब डिस्टर्ब होते हैं यानि आपको जो मम्मी पापा गुस्सा करते हैं तो आप लोग क्या करते हैं आप लोग दोस्तों के साथ जाते हैं क्रिकेट खेलते हैं फूटबॉल खेलते हैं तो आपका जो माइंड है वह स्टेबल हो जाता है वापस बट जो पार्टिकल्स होते हैं वह ऐसा कुछ नहीं कर सकते हैं तो वह क्या करते हैं अपनी मीन पोजीशन पर अपनी मून मीन पोजीशन के अकाडिंग टू एंड प्रोमोशन करते हैं यहां पर कोई भी एक particle है जैसे हम बात करें इस particle की तो ये particle आगे जाएगा फिर पीछे आएगा आगे जाएगा पीछे जाएगा यानि वो अपनी position mean position के respect में to यानि आगे और fro यानि आगे पीछे आगे और पीछे motion करेगा जैसे कि अगर मैं बात करू� और फिर पीछे तो बच्चों यह जो मेरा मोशन हुआ इसे हम बोलते हैं टू एंड फ्रो मोशन और अगर कोई भी ऑब्जेक्ट टू एंड फ्रो मोशन करता है तो उसे हम कहते हैं वाइब्रेटिंग ऑब्जेक्ट जैसे कि मैं आपको बार की बताता हूं मैं अपनी पोजीशन के अकॉ वाइब्रेट कर रहा हूँ बच्चो, क्यों? क्योंकि मैं हिल रहा हूँ, to and from motion कर रहा हूँ, तो कोई भी object, कोई भी object जो कि to and from motion करता है, वो sound produce करता है, अब आपको easily समझ में आ गया होगा, to and from motion क्या होता है, या फिर vibration क्या होता है, आप चाहें तो एक example से करक जो स्टील का स्केल है या फिर प्लास्टिक की स्केल है उस स्केल को लीजिए और थोड़ा सा इलंगेट करके उसको ऐसे छोड़ दीजिए तो आप देखेंगे वो क्या कर रहा है continuously ऐसे move करने लगेगा यानि वो vibrate कर रहा है अपनी mean position के according एक बार आगे पीछे य यह याद रखना है कि कोई भी object, कोई भी body जो की vibrate कर रही है वो ही sound produce करेगी जैसे कि यहाँ पर हम देख सकते हैं जब हम बात करते हैं तो हमारी बात हमारे दोस्त को जो की हम से कुछ दूर पर खड़ा है उसको कैसे सुनाई देगी तो जैसे यहाँ पर मैं हूँ यहाँ पर मैं खड़ा हुआ हूँ और यहाँ पर आप लोग खड़े हुए हैं, यहाँ पर हमारा दोस्त अमित खड़ा हुआ है, ठीक है बच्चो, यहाँ पर मैं हूँ, और यहाँ पर मेरा दोस्त अमित खड़ा हुआ है, मैं यहाँ से बोलता हूँ, यहाँ से मैं बोल रहा हूँ, तो मैं क्या कर रहा हूँ, मेरे अंदर जो उन particles को मैं energy provide कर रहा हूँ, यानि वहाँ पर मैं disturbance create कर रहा हूँ, disturbance create कर रहा हूँ तो energy जब मैं इन particles को दूँगा, तो वो particles क्या करेंगे, energy को transmit करेंगे, एक जगे से दूसरी जगे, without the actual movement, यानि वो खुद movement नहीं करेंगे, but energy का transfer करेंगे, एक जगे से दूसरी जगे, इस व� एक वेव बनती हुए दिखाई देगी और वही वेव मेरे यहां से जो एनर्जी मैंने प्रोडूस की उस एनर्जी को कैरी करके अमित के इयर्स तक उस एनर्जी को लेकर जाएगी जिसकी वजह से अमित को ये सुनाई देगा कि मैं उससे कुछ कहना चाहता हूँ तो बच्चो समझ में आया आपको कैसे function करता है work कैसे function करता है sound कैसे हम एक दूसरे से communicate कर पाते हैं है तो आपको यह ध्यान रखना है वह ऑब्जेक्ट जो कि वाइब्रेट कर रहा है वह साउंड प्रोड्यूस करता है ठीक है जैसे कि बच्चों आपने यहां पर देख सकते हैं आप यहां पर देख सकते हैं आपने किया भी होगा आप एक रबर बैंड को स्ट्रेच करने के बाद किसी से अपने फ्रेंड से बोलिए कि उस रबर बैंड को वह एक बार पकड़े और छोड़ दे अ यानि जब वो उस rubber band को stretch करके वापस छोड़ेगा, तो rubber band क्या होगा, अपनी position के according, अपनी position के along क्या करेगा वो, to and fro, ये देखिये यहाँ पर, ये vibrate कर रहा है, एक बार आगे, एक बार पीछे, तो इसकी वज़े से आपने देखा होगा, sound produce होता है, आप चाहें तो इसको करक sound create होता है और आप ध्यान से देखेंगे अगर आप ध्यान से देखेंगे तो वो जो plate है वो जो बर्तन है वो क्या है vibrate करता रहता है यानि वो हिलता रहता है फिर आप एक glass में पानी भरिए एक glass में पानी भरिए उस glass पर धीरे से हल्के से किसी stick से touch कीजिए तो आप देखेंगे उस water में जो glass के अंदर water रखा है वहाँ पर waves generate हो रही है waves create हो रही है यानि vibration के कारण वेव्स का formation हो रहा है तो आप ऐसा देख सकते हैं तो बच्चो conclusion क्या निकला हमारा conclusion क्या निकला इन सारे example से conclusion ये निकला कि वो body जो की vibrate करेगी वो ही body sound produce करेगी समझ में आया बच्चो आप सभी को यानि sound is produced by a vibrating body ok आगे चलते हैं हम, आगे चलते हैं, अब हम देखते हैं कि कुछ instrument हैं यहाँ पर बच्चो, कुछ instrument हैं, उन instrument का वो कौन सा part है, जो की sound produce करता है, तो जैसे की vena, vena में कौन sound produce करता है, तो उसकी stretched string होती है, जो string होती है उस string पर, जब हम force apply करते हैं, तो वो to and fro motion करती है, यानि वैसे ही कुछ different instrument यहाँ पर लिखे हुए हैं उनके जो vibrating part है वो भी दिये गए हैं तो यह आपसे पूछा जा सकता है तो आप इसको note कर लीजेगा और आप इसके अलावा भी जो भी musical instrument आप जानते हो आप उनके बारे में भी लिख सकते हैं कि कुछ musical instrument ये है और उनका जो vibrating part ये रहा ठीक है बच्चो तो उनको भी आप note down कर सकते ह vibrations ऐसी होती हैं जिनने हम देख सकते हैं जैसे कि अभी example में हमने देखा था एक glass of water था उस glass of water में जो पानी रखा था बच्चो उस पानी में क्या हो रहा था उस पानी में waves generate हो रही थी जैसे ही मैंने इस glass को किसी stick से मारा तो क्या हुआ vibration के कारण अंदर भरे पानी में waves generate हो रही थी तो इस vibration को तो मैं देख पा रहा हूँ क्योंकि इसका amplitude ज़्यादा था बट कुछ ऐसे vibrations भी होते हैं, जिने हम देख नहीं पाते हैं, क्योंकि उनका amplitude बहुत छोटा होने की वज़े से हम necked eye से उन्हें देख नहीं सकते हैं, तो बच्चो ऐसा नहीं है कि हर vibrating body sound produce करीगी और उसे हम सुन लेंगे, यानि वो sound produce तो हो रहा है, बट इतना नहीं होगा कि हमार है ओके चलते हैं आगे हम बात करते हैं कि जो ह्यूमिन होता है बच्चों ह्यूमिन बिंग्स साउंड कैसे प्रोड्यूज करते हैं ह्यूमिन बिंग्स साउंड कैसे प्रोड्यूज करते हैं तो बच्चों हमारी जो बॉडी है हमारी बॉडी अगर आप अपनी नेक को ऊपर करें नेक को ऊपर करके यहां से अपने फिंगर्स को नीचे लेकर आए तो जैसे आप अपने फिंगर्स को नीचे लेकर आएंगे आपको एक उठी हुई चीज दिखाई देगी जैसे कि यह देखिए यह जो है यह क्या है यह मेरा वॉइस बॉक्स है जिससे लेरिंग्स कहा जाता है यह मेरा वॉइस बॉक्स है सभी इंसान जो कि बोल सकते हैं उनकी बॉडी में यह वॉइस बॉक्स होता है अब यह काम कैसे करता है तो बच्चों इस वॉइस बॉक्स में दो वोकल कॉर्ड होती कि जब हमारे लंग्स से, जब हमारे लंग्स से हवा इस स्लिट के थूँ होती हुए जाती है, तो जो vocal cords हैं, जो आसपास vocal cords होती हैं, वो vibrate होने लगती हैं, और उसी vibration के कारण, जो human beings हैं, वो sound produce करते हैं, आप इसके example को चाहें, अगर आप ऐसा करना चाहें, पॉलिथिन जो पॉलिथिन होती है न पतली उनको लीजिए दो पॉलिथिन को आपस में एकदम चिपका लीजिए उनके बीच में बहुत कम गैप रखिए उसको अपने मूँ के बीच में रखिए और उसमें हवा छोड़िये तो आप देखेंगे उसमें से आवाज प्रोड्य करते हैं दो वोकल कॉट के बीच में हल्की सी जगह होती है जहां पर साउंड प्रोड्यूज होता है ठीक है बच्चों आगे चलते हैं हम आगे चलते हैं बात करते हैं मीडियम फॉर प्रोपेगेशन बच्चों साउंड तो हो गया हमने देखा क्या है साउंड एक एनर्जी का फॉर्म है फिर हमने देखा साउंड कैसे प्रोड्यूज होता है तो हर वह बॉडी जो कि वाइब्रेट करेगी वही साउंड प्रोड्यूज है करती है, but sound कभी क्या होता है, कम frequency का होता है, कम amplitude का होता है, तो वो हमें सुनाई नहीं देता है, कभी हमें सुनाई देता है, तो उसके बारे में भी हम बात करेंगे, कब सुनाई देता है और कब नहीं, अब हम बात करने वाले है, medium for propagation, यानि जो sound produce हो रहा है, तो उसको मुझे आवाज सुनाई देगी. पर ऐसा कैसे हो रहा है? ऐसा कैसे हो रहा है? क्या sound के propagation के लिए किसी medium की requirement है? या फिर without medium भी sound propagate कर सकता है? तो बच्चों, जैसा कि हमने बात की, हमने देखा कि जो sound है, वो vibration, sound vibration की वज़े से produce होता है, यानि जब particles vibrate होते हैं, तो तभी sound का production होता है. अब हम बात कर रहे हैं कि sound यहाँ पर produce हो रहा है यहाँ पर source है और यहाँ पर receiver है तो बच्चो सोर्स जब साउंड प्रोड्यूस कर रहा है तो उस प्रोड्यूस साउंड को रिसीवर क्या करेगा कैच करेगा पर यहां से सोर्स से रिसीवर तक जो एनर्जी है वो ट्रांसमिट कैसे होगी अब बच्चो आपको एक एग्जांपल से मैं समझाता हूँ आपको हम सिफ यहाँ पर एग्जांपल ले रहे हैं तो बच्चो हम क्या करते हैं हमें कोई चीज ओडर करनी है हमें कोई चीज ओडर करनी है जैसे आपको पीजा खाना है आपको बर्गर खाना है तो प्रोसीजर क्या होता है हम क्या करते हैं हम ओडर प्लेस करते हैं हम ओडर प्लेस करते हैं अपने फोन से ओडर प्लेस करने से क्या होता है वहाँ पर इंफॉर्मेशन पहुँच गई कि आपको अब क्या होता है बच्चो एक डिलिवरी बॉय होता है एक डिलिवरी बॉय होता है जो की, जो की क्या करता है, तो उस दुकान से, जहां से आपने order place किया है, वो delivery boy उस दुकान पर जाता है, यानि source पर जाता है, वहां से वो packet को, जो भी आपने order किया है, चाहे वो burger हो या pizza, उसको collect करता है, और ले जाके, वो deliver कर दिता है, अपने हुआ क्या actual में यहाँ पर, यहाँ पर source में आपने requirement बताई, वहाँ से एक carrier आया, जिससे हम delivery boy बोलते हैं, उसने आपके product को उठाया, और ले जाके आपको deliver कर दिया, है न बच्चो, यही process हुई यहाँ पर, है न, अब हम अगर आवाज sound की, तो बच्चो, यहाँ पर source क्या कर रहा है, energy produce कर रहा है, तो उस energy को source से, receiver तक ले जाने के लिए भी एक carrier चाहिए, एक delivery boy चाहिए, और वो delivery boy का काम कौन करता है, तो वो करते है medium में present particles, medium में present particles काम करते है energy carrier का, यानि वही particles जो की medium में present होते हैं, वो क्या करते है, sources energy को carry करके उसे receiver तक पहुचाते हैं, तो आपको इस छोटे से एग्जांपल से समझ आ गया होगा कि जो साउंड है उसको प्रोपरेट होने के लिए एक मीडियम की रिक्वायरमेंट होती है क्योंकि मीडियम में ही उसे मिलते हैं वह पार्टिकल्स जो कि अनर्जी को पैरी करके एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा सकें यानि क्वेश्चन अगर आप से यह पूछा जाए कि क्या वैक्यूम में वैक्यूम में साउंड प्रोपरेट हो सकता है तो आंसर होगा नहीं क्योंकि वैक्यूम होता क्या है बच्चों vacuum वो इस जगे होती है जहाँ पर air भी present ना हो इसका मतलब vacuum में कोई particle है ही नहीं कोई energy carrier है ही नहीं तो जब particle ही नहीं होगा energy को transmit करने के लिए तो वहाँ पर energy transmit नहीं होगी और sound सुनाई नहीं देगा यही कारण है कि moon पर अगर आप अपने दोस्त से चिला के बात करेंगे तो भी वो सुनाई नहीं देगा उसको क्योंकि Moon पर, Atmosphere की absence में, वहाँ पर Air और Dust particle नहीं है, जैसे कि हमारे Atmosphere पर हैं. तो बच्चो, यही कारण होता है, कि जो Astronaut होते हैं, वो Different Instrument, कुछ अलग Instrument का यूज़ करते हैं, एक दूसरे से Communicate करने के लिए, वो Directly बात नहीं कर सकते हैं. तो आपको यह ध्यान रखना है बच्चो, Medium requirement होती है, Medium की Sound के Propagation के लिए, Vacuum में Sound Propagate नहीं हो सकता है. अब कौन से medium में sound propagate होता है? सिर्फ gases में होता है, liquid में होता है, या फिर air में भी होता है, या फिर solid में भी होता है, तो बच्चो हर एक medium, चाहे वो liquid हो, solid हो, या और gas हो, सारे mediums में sound propagate करता है, example से हम देखते हैं, हाँ तो बच्चो example से हम देखते हैं, कि जो sound है, वो liquid और solid में कैसे propagate करता है? bucket में water फिल किया हमने, उस बकेट में water फिल करके अपने हाथ में एक bell ली, उस bell को bucket के जो surface से उस से कुछ हुचाई पर रखके जब हम bell बजाएंगे और अपने ears को water के करीब लागे अलाएंगे तो हम देखेंगे हमें sound सुनाई दे रहा है, इसका मतलब जो sound है वो liquid में भी propagate होता है, और बच्चो यह प्रोपिगेट हो सकता है तो हाँ सॉलिड में साउंड प्रोपिगेट हो सकता है कैसे तो आप अपने किसी दोस्त के साथ ये एक्सपेरिमेंट करके देख सकते हैं अपना जो सर है उस टेबल पर किसी एक टेबल पर रखिए और अपने दोस्त से बोलिए कि वो उस टेबल के द करें अगर हम बात करें speed of sound अगर हम बात करें speed of sound तो वो किस medium में जादा होगी? gas, liquid और हम बात करें solid gas, liquid और solid तो speed of sound इन में से किस medium में जादा होगी और क्यों? तो बच्चो अगर हम बात करें तो जो gas में जो particles होते हैं energy carrier होते हैं वो क्या है? दूर है as compared to liquid और liquid में भी वो दूर है as compared to solid तो बच्चो जिसमें energy carrier पास होंगे वो energy को उतनी ही efficiently transmit कर पाएंगे एक जगे से दूसरी जगे और यही कारण है कि जो speed of sound है वो gases से ज़्यादा liquid में होती है और liquid से ज़्यादा solid में होती है क्योंकि अगर हम बात करें particles के arrangement की तो जो particles हैं वो यहां से पास आते जाएंगे ठीक है बच्चो इसका मतलब हमने देख लिया कि जो साउंड है उसको प्रोपेगेट होने के लिए एक मीडियम की रिक्वार्मेंट होती है और वो मीडियम में ही प्रोपेगेट कर सकता है क्योंकि मीडियम में हमें पार्टिकल्स मिलते हैं जो की एन तो बच्चो ये देखिए ये हमारे ear का structure है अगर हम इसको divide करें तो ये हो जाएगा हमारा outer ear और ये वाला जो portion है ये हो जाएगा हमारा inner ear अब बच्चो होता क्या है जैसे कि मैं आपको बोल रहा हूँ आप मेरी आवाज कैसे सुन पा तो बच्चों, जब मैं बोल रहा हूँ, तो मैं क्या कर रहा हूँ? Energy produce कर रहा हूँ, energy produce नहीं, मेरे अंदर जो energy है, उस energy को मैं convert कर रहा हूँ sound energy में, जिसकी वज़े से, जो medium है, यानि जो gaseous medium है, उस में disturbance create हो रहा है, और disturbance create होने की वज़े से vibration produce हो रहा है, और वो waves के form में आगे जा रहा है, जो कि आपके ears में enter करेगा, आपके ears में enter किया, क्या enter किया बच्चों? तो जो disturbance, जो disturbance मैंने create किया था, वो disturbance आपके air में enter करता है, वो vibration enter करती है, और वो जाती है, जाके आपके ears में जो ear drum होता है, ear drum, जो कि आप यहाँ पर देख सकते हैं, ear drum में जब vibration पहुँचती है, तो वो ear drum क्या होता है, vibrate करने लगता है, जो sound की vibration मैंने produce की है, वो vibration आपके, इएर के अंदर प्रोड्यूज इएरड्रम को वाइब्रेट करता है तो आपका इएरड्रम टू एंड प्रो आगे और पीछे की ओर मोशन करने लगता है जिसकी वजह से जो वाइब्रेशन प्रोड्यूज हुआ है वो अब जाता है इएरड्रम में प्रोड्य तो बच्चों ये simple सी process होती है कि हम sound को कैसे सुन पाते हैं हमारे ears में elementary and external auditory canal से क्या होता है sound आता है ear drum को vibrate करता है उससे signal inner ear में जाता है और inner ear से signal जाता है हमारे brains तक और हम चीजों को सुन पाते हैं ये रहा flow diagram सबसे पहले outer ear में sound आता है बच्चों पर आउटर इयर में जो साउंड है वो एयरड्रम को वाइब्रेट करता है, एयरड्रम वाइब्रेट होता है, वहाँ से जो वाइब्रेशन होती है, वो वाइब्रेशन जाती है, इनर इयर तक, इनर इयर तक जाती है, और इनर इयर से सिंग्नल जाता है ब्रेन तक, और फाइन जो की हमें बताता है हम चीजों को कैसे सुन पाते हैं हम sound को कैसे सुन पाते हैं तो ये process होती है सुनने की अब हम बात करें बच्चो अगर हम बात करें sound के कुछ characteristics की sound के कुछ characteristics की बात करें जैसे की amplitude, time period, frequency ये क्या होते हैं तो हम बात करें अगर amplitude की amplitude क्या होता है तो बच्चों आपको याद हो कि हमने बात की थी टू एंड प्रोमोशन की यानि जब हम एनर्जी प्रोवाइड कर रहे थे तो मीडियम के पार्टिकल है वह अपनी मीन पोजीशन के अकॉर्डिंग टू एंड प्रोमोशन कर रहे थे तो एम्प्रीट्य� तो बच्चो amplitude हम ऐसे define कर सकते हैं कि जो to and pro motion है particle का वो अपनी mean position से कितनी maximum distance तक आगे जाता है और कितनी maximum distance तक पीछे आता है वो कहलाता है उस particle का amplitude जैसे कि यहाँ पर एक particle है यह इस particle की mean position है मैं इस particle को energy provide कर रहा हूँ तो जिसकी वज़े से ये particle यहाँ पर पहुँचता है फिर वापस return अपनी initial position पर आता है और यहाँ पर आता है तो बच्चो वो क्या रहा है particle को जब energy दी गई तो वो आगे की ओर गया फिर अपनी position पर आया फिर पीछे की ओर आया फिर position पर आगे पीछे यानि वो आगे पीछे to and fro motion करने लगाओ तो बच्चो mean position से maximum distance maximum displacement जो पार्टिकल ने कवर की उसी मैक्सिमम डिस्प्लेसमेंट को एम्प्लीट्यूड कहा जाता है यानि अगर मैं डेफिनेशन दूं तो डेफिनेशन क्या हो जाएगी मैक्सिमम डिस्प्लेसमेंट आफ ए पार्टिकल प्रमिट्स मीन पोजीशन इज नोन ऐसे एम्प्लीट्य कि अनर्जी हम क्या करेंगे ट्रांसमिट करेंगे मीडियम में उतनी ही ज्यादा डिस्टर्बेंस क्रिएट होगी तो जितनी ज्यादा एनर्जी उतना ही बड़ा एंप्लीट्यूड योर कि एनर्जी और एंप्लीट्यूड तो आपको समझ में आ गया होगा कि पार्टिकल अपनी मुझे पोजीशन से मैक्सिमम कितनी डिस्प्लेसमेंट तै कर रहा है कवर कर रहा है उसे हम बोलेंगे एंप्लीट्यूड अ हाँ, तो बच्चों हमने देख लिया amplitude क्या होता है? Amplitude होता है maximum displacement of a particle from its mean position. अब हम बात करते हैं time period क्या होता है? तो बच्चों, time period वो time होता है जो कि एक particle को पूरा complete एक revolution लगाने में लगता है. यानि particle को यहां से start होके यहां पर जाने, फिर mean position पर आने, फिर यहां जाने और वापस यहां आने पर. जो time लगता है, यहां से उसने start किया था, उस तना वापस उसी position पर आने पे, जो time लगता है, उसे हम कहते है time period, जैसे कि मैं आपको बताऊं, अगर ये मेरी mean position है, तो मैं पहले आगे गया, फिर अपनी position पर आया, फिर पीछे गया, फिर अपनी position पर आया, तो इतना करने में, जो to and fro motion होता है बच्चो, उसे oscillatory motion भी कहा जाता है, to and fro motion को oscillatory motion भी कहा जाता है, तो I hope कि आपको time period भी समझ आ गया होगा, time period यानि वो time जो कि एक particle को पूरा एक complete revolution लगाने में लगता है, यानि अपनी initial position से start होके आगे, फिर पीछे, और फिर अपनी initial position पर आने में जो time लगता है, अब हम बात करते हैं बच्चो, frequency की, frequency क्या होती है, तो बच्चो एक second में, एक particle कितने revolution complete करता है, उसे कहते हैं हम frequency, जैसे कि यह to and from motion है, तो यहां से start होके, यह mean position से start होके, आगे जाना, फिर वापस पीछे आना, और फिर वापस mean position पर जाना, तो बच्चो यह एक complete revolution हो गया, अब जो frequency होती है, वो यह बताती है कि, एक सेकंड में पार्टिकल ने कितने complete revolution किये अगर जो particle है वो एक सेकंड में पाँच बार पूरा complete revolution कर लेगा तो हम कहेंगे उस particle की जो frequency है वो है 5 ठीक है बच्चो समझ में आया frequency यहाँ पर लिखा है to and from motion of an object is known as vibration and this motion is also called oscillatory motion vibration को ही oscillatory motion कहा जाता है frequency क्या होता है बच्चो number of oscillation per second number of oscillation per second और जो frequency की unit होती है वो क्या होती है वो होती है बच्चो hertz जिससे represent किया जाता है hz से frequency of 1 hertz is 1 oscillation per second ठीक है समझ में आया आपको कुछ characteristic sound की जैसे की amplitude time period and frequency ये सब क्या होते हैं ये सब आप से पूछे जा सकते हैं एक नमबर में तो इन सारे terms का आपको meaning पता होना चाहिए ठीक है बच्चो चलते हैं हम अगे अब जो amplitude and frequency होती है, ये किसी भी sound की दो important properties होती हैं, जो की हमें differentiate करना बताती है, इनकी help से हम differentiate कर सकते हैं, जो sound है, वो अलग-अलग sources से produce हो रहे हैं, अब बच्चो जो loudness है, अब loudness एक नया factor आ गया है, loudness क्या है, तो बच्चो आपने देखा होगा, कोई इंशान बोल रहा ह जैसे कि अभी मैं बात करूँ तो loudness अभी मैं बहुत तेज बोल रहा हूँ और अब मेरी आवाज दुनियेगा हलो बच्चों तो हम पढ़ रहे हैं sound तो यहाँ पर क्या हुआ मेरी जो sound है उसकी loudness कम हो गई तो आखिर ऐसा क्या हुआ तो बच्चों पहले जो मेरी amplitude था मैं उसे एक wave के form में convert करके बताता हूँ जो wave है wave क्या होता है what is wave तो बच्चो अगर किसी medium में, अगर किसी medium में मैं disturbance create करता हूँ और उस medium में एक जगे से दूसरी जगे energy transmit हो जाए without actual moment of particle, तो उसे हम कहते हैं wave, यानि एक जगे से दूसरी जगे energy का transmit होना without the actual moment of particle is known as wave, ठीक है बच्चो, तो हम बात करें, अगर मैं यहाँ पर एक wave form करूँ, यहाँ पर यह time है और यह है wavelength तो बच्चो हम बात कर रहे थे loudness की यहाँ पर देखिए यह जो क्या है एक sound produce किया मैंने यह कैसा sound है soft sound है soft sound है यह soft sound क्यों है क्योंकि बच्चो यहाँ पर जो amplitude है particles का वो क्या है amplitude क्या हो गया ये mean position है mean position से mean position से जो object की maximum distance है वो इतनी हो रही है ये कहलाएगा amplitude ये कहलाएगा amplitude अब हम बात करें amplitude कम है amplitude कम है यानि जो loudness थी sound की वो भी कम है अब अगर हम amplitude को बढ़ा दें अगर हम amplitude को बढ़ा दें इसका मतलब जो amplitude है वो बढ़ गया है, वो बढ़ गया है, यहाँ पर wavelength और यह है time, अब हम बात करें बच्चो, तो यह देखिए, amplitude बढ़ गया है, तो यह कौन सा wave है, यह हो जाएगा louder, यह हो जाएगा loud, louder sound हो जाएगा, क्योंकि यहाँ पर amplitude बढ़ा हुआ है, तो बच्चो, loudness और अगर amplitude कम तो जो loudness है वो कम होगी जिसे हम soft sound बोलेंगे अगर amplitude जादा तो loudness जादा होगी तो बच्चो loudness क्या है तो loudness simple सा हम कह सकते हैं कि हम medium में कितनी disturbance produce कर रहे हैं जितनी जादा disturbance उतने जादा amplitude और उतनी ही जादा loud sound produce होगा ठीक है बच्चो तो loudness जो है उसे किस unit में एक्सप्रेस किया जाता है उसे एक्सप्रेस किया जाता है डेसीबल में यहां पर कुछ आपको साउंड दिए हैं और उनकी लाउडनेस दिए जैसे कि हम नॉर्मल ब्रीथिंग करते हैं तो जब हम ब्रीथिंग करते हैं तो उसकी जैसे भी वाइब्रेशन होता है हमारी बॉडी में हमारे लंग में तो उससे जो साउंड प्रोडूज होता है वह होता है टेन डेसीबल का जैसे सॉफ्ट विस्फर 30 डेसीबल नॉर्मल कंवर्सेशन जैसे कि मैं आप सभी लोगों से बात कर रहा हूं है तो मैं अभी सिस्टी डेसिबल का जो लाउडनेस वह प्रोड्यूज कर रहा हूं बिजी ट्रैफिक में 70 और एवरेज जो फैक्ट्री होती है वहां पर 80 डेसिबल का साउंड प्रोड्यूज होता है और बच्चों अगर कहीं पर एटी डेसिबल से ज्यादा साउंड प्रोड्यूज हो रहा है और हम उस साउंड को कंटिनियूसली सुन रहे हैं तो वह हमारी मेंटल हेल्थ पर एफेक्ट करता है वह हमारी फिजिकल हेल्थ पर एफेक्ट करता है क्योंकि वह हमारी बॉडी के लिए क्या करता है हामफुल होता है ठीक है बच्चो आगे चलते हैं हम बात करते हैं फ्रिक्वेंसी के बारे में फ्रिक्वेंसी क्या होती है तो फ्रिक्वेंसी हमने देख लिया एक सेकंड में नंबर आफ रेवोलूशन एक सेकंड में कितने रेवोलूशन कंप्लीट कर रहा वेव फॉर्म हो रही है, उनमें क्या है? गैप है, वो दूर है, तो यहाँ पर हम बोलेंगे, फ्रिक्वेंसी कम है और पिच कम है, फ्रिक्वेंसी और पिच, यहाँ कम है पर अगर हम यहां पर बात करें यहां पर जो साउंड प्रोड्यूस हो रहा है यहां पर फ्रिक्वेंसी एंड पिच दोनों ही ज्यादा है तो फ्रिक्वेंसी और पिच एक दूसरे पर डिपेंडेंट करते हैं फिच जो होता है वो फ्रिक्वेंसी के डारेक्टली अलग होती है, जो छोटे बच्चों की आवाज होती है, वो थोड़ी soft, थोड़ी नरम, उनकी frequency काफी जादा होती है, but हमारी बात करें, जो बड़े लोग होते हैं, जैसे कि आप सभी हैं, आपकी आवाज थोड़ी different हो जाती है, है ना, क्योंकि आपकी जो frequency है, वो कम हो जाती जो vocal cord होता है, जो vocal cord होता है man में, man में जो vocal cord होता है, वो होता है 20 mm का, वो होता है 20 mm का, वही female का जो vocal cord होता है, वो होता है 15 mm का, और बच्चों का काफी short होता है, बच्चों के में जो vocal cord होता है, वो काफी short होता है, इस वज़े से, इस वज़े से, वो अलग-अलग आवाज प्रोडूस करते हैं, man जो है, वो जादा louder sound produce करते हैं, as compared to woman, अना बच्चो, तो ये होता है factor, ये होता है reason, आगे चलते हैं हम आगे, यहाँ पर आपको एक question दिया गया है, यहाँ पर एक question दिया गया है, उसमें पूछा गया है, यानि एक object है, जो कि एक second में, 20 time oscillate हो रहा है इसने 20 revolution complete किये तो इसकी frequency क्या होगी मैंने आपको बताया है frequency क्या होती है number of revolution per second तो आप इस question का answer मुझे comment करके बताएंगे कि इसका answer क्या होगा तो अब हम बात करेंगे audible and inaudible sound क्या होता है audible तो बच्चो नाम से समझ में आ रहा है audible sound यानि वो range जहाँ पर हम sound को सुन सकते हैं यानि हमारे ear sensitive होते हैं उतने range के sound के लिए यानि एक limit होती है बच्चो एक range होती है यानि इस range के अंदर जो भी sound आता है यानि जो भी sound की frequency इस range में आती है उससे कहते हैं audible sound और वो range होती क्या है वो होती है 20 hertz to 20,000 hertz यानि इस frequency की sound को जो human ear है वो सुन सकते हैं नाही 20 hertz से कम और नाही 20 hertz 1000 Hz से ज़्यादा की frequency वाली आवाज को हम सुन पाते हैं इसलिए इस range में आने वाली सारे sound को हम बोलते हैं audible sound यानि इस frequency range में जो आवाज produce होती है उसे हम सुन सकते हैं जिसे हम कहते है audible sound अब हम बात करें बच्चो inaudible की तो वो 20 Hz से कम और 20 1000 हर्ट से ज़्यादा होता है तो वह साउंड जिसकी फ्रेक्वेंसी 20 हर्ट से कम और 20,000 हर्ट से ज्यादा हो उसे हम कहते हैं इन आर्डिवल साउंड बट परिच्चे अगर हम बात करें हुमन बींग के अलावा दूसरे एनिमल्स की जो की अर्थ पर है तो वो इन रेंज से य की जो frequency वाले sound होती है उनको सुनने वाले भी animals होते है जैसे की ये dog dog 20,000 hertz से जादा की आवाज को सुन सकता है वहीं अगर हम बात करें जो hippo और dolphins होती है वो 20 hertz से कम frequency का sound produce करती है अब बच्चो देखा होगा आपने सुना होगा ultrasound के बारे में ultrasound क्या होता है कि कभी कोई doctor के पास जाता है उससे कुछ problem होती है तो doctor उसे रिकमेंट करता है अल्ट्रा साउन करवाने के लिए तो अल्ट्रा साउन में जो साउन प्रोड्यूस किया जाता है उसकी फ्रेक्वेंसी होती है 20,000 हर्ट्स से ज्यादा और इसी साउन का यूज करके हमारी बॉडी के अंदर जो एब्नॉर्मलिटी होती है उसका चेक किया जाता है आपने देखा होगा एक मशीन होती है ऐसे जिस भी हमारे बॉडी पार्ट का अल्ट्रा साउन करना होता है जैसे स्तमक करना है तो उस पर पहले एक लिक्विड जेल लगाकर और मशीन को उस पर घुमाया जाता है एक हैंडल होता उसको घुमाया जाता है जिससे कि हमारी body के अंदर, जो abnormalities होती है, वो चीजे पता चल जाती है, उनका हम check कर लेते हैं, ठीक है, अब हम बात करें बच्चो, noise and music, noise and music, इन में क्या difference है, तो बच्चो, noise मतलब, वो sound, वो sound, जो की हमारे लिए unpleasant है, unpleasant है नहीं, जैसे कि आप देख सकते हैं यहाँ पर, कंस्ट्रक्शन वर्क चल रहा है, तो इसमें प्रोडूज होने वाला जो साउंड है, वो हमारे लिए unpleasant होता है, यानि उसको सुनके, उसको सुनके क्या होता है, हमारे सर में दर्द होने लगता है, हमें irritation होता है, तो वो जो साउंड है, वो कोई सावी साउंड हो सकता है, वो को जो की हमारे कानों के लिए क्या होता है, अच्छा होता है, वो pleasing to our ears होता है, यानि उसको सुनके हमारा mind fresh हो जाता है, उसको सुनके हमें अच्छा लगता है, तो उसे हम बोलेंगे music, तो बच्चो, वो sound जो की हमें सुनके अच्छा लगता है, उसे हम music कहते हैं, जब की वो unpleasant sound, देख सकते हैं बच्चों आगे अगर हम बात करें noise pollution क्या है आपको पता है pollution क्या होता है जब कोई भी चीज excess quantity में हो जाए तो उसे हम pollution कहते हैं जैसे कि आप सभी को पता है air pollution जब environment में जो harmful gases हैं वो excess quantity में हो जाए तो उसे हम air pollution कहते हैं similarly वैसा ही होता है noise pollution जब क्या हो environment में excessive और unwanted sound है आ जाए जब बच्चों हमारे environment में excessive और unwanted sound आ जाए तो उससे ही हम कहते हैं noise pollution जैसे कि आप traffic में जा रहे हैं सभी लोग horn बजा रहे हैं तो क्या हो रहा है हमारा जो mind है वहाँ पर उस sound को सुनके क्या होता है हमें गुस्सा आने लगता है irritation होने लगता है tension हो लगती है stress होने ल� अब यह जो noise pollution होता है, इसके कारण क्या बिमारिया हो सकती हैं, तो बच्चों, उसके कारण lack of sleep, hypertension, high blood pressure, anxiety, और many more disorder हो सकते हैं, तो हमें noise pollution से बचना चाहिए, हमें कम से कम आवाज produce करना चाहिए, और दूसरे लोगों को भी यह बोलना चाहिए, कि वो sound pollution ना करें, वो noise pollution ना करे हमने sound के बारे में पढ़ लिया, sound क्या होता है, sound कैसे produce होता है, sound कैसे propagate होता है, और sound के कुछ characteristics भी देखें, बच्चो, अब इतना सब पढ़ लिया, अब अगर मैं आपसे कहूं, कि कुछ ऐसी चीज़े भी होती है, जिनने हम बिना सुने भी सुन सकते हैं, तर इसका क्या मतलब है, बिना सुने भी सुन सकते हैं, तो बच्चो, ये देखिए, इस पिक्चर को, इस पिक्चर को आप बिना सुने भी सुन सकते हैं, तो बच्चो आप लोग कमेंट करके बताएंगे कि इस पिक्चर को बिना सुने कौन क्या समझ पा रहा है क्या सुन पा रहा है आप लोग मुझे बताएंगे ठीक है बच्चो तो ये था हमारा आज का लेक्चर साउंड पर जहां पर हमने उसको डिसकस किया डिटेल में आपको