रासायनिक संतुलन (Chemical Equilibrium)
परिचय
- रासायनिक संतुलन महत्वपूर्ण विषय है।
- पिछले सत्र में थर्मोडायनामिक्स का अध्ययन किया गया था।
रासायनिक प्रतिक्रियाएँ
प्रकार
संतुलन की शर्तें
- संतुलन तब स्थापित होता है जब
- रिएक्टेंट और उत्पाद की सांद्रता समय के साथ कोई परिवर्तन नहीं करती।
- Forward और backward प्रतिक्रियाओं की दर समान होती है।
संतुलनों के प्रकार
-
Physical Equilibrium
- जैसे: ठोस से द्रव में परिवर्तन।
- उदाहरण: H2O (ठोस) ⇌ H2O (द्रव)।
-
Chemical Equilibrium
- जैसे: रासायनिक परिवर्तन में संतुलन।
- उदाहरण: A + B ⇌ C + D।
मास क्रिया का नियम
- रासायनिक प्रतिक्रिया की दर सीधे संबंधित होती है:
- रिएक्टेंट और उत्पाद की सांद्रता के साथ।
- संतुलन स्थिरांक (Kc) और दबाव स्थिरांक (Kp) की परिभाषा।
संतुलन स्थिरांक के गुण
- संतुलन स्थिरांक तापमान पर निर्भर करता है।
- यदि रिएक्शन उलटा कर दिया जाए, तो K का मान उलट जाएगा।
- यदि रिएक्शन को गुणा किया जाए, तो K की शक्ति भी उतनी ही होगी।
संतुलन पर प्रभाव डालने वाले कारक
- Concentration Changes
- रिएक्टेंट या उत्पाद की सांद्रता का बदलाव संतुलन को प्रभावित करता है।
- Pressure Changes
- गैसीय प्रतिक्रियाओं में दबाव का बदलाव संतुलन को प्रभावित करता है।
- Temperature Changes
- एंडोथर्मिक और एक्सोथर्मिक प्रतिक्रियाओं पर तापमान का प्रभाव।
जोड़ने वाली गैस का प्रभाव
- Constant Volume
- Constant Pressure
- संतुलन उस दिशा में बदलता है, जिसमें मोल्स की संख्या अधिक हो।
समवर्ती संतुलन (Simultaneous Equilibrium)
- एक रिएक्शन में अन्य रिएक्शनों के साथ संतुलन स्थापित होता है।
- समान पदार्थों की सांद्रता हर संतुलन में समान होती है।
निष्कर्ष
- रासायनिक संतुलन की अवधारणाएँ महत्वपूर्ण हैं।
- संतुलन स्थिरांक और विभिन्न कारकों का संतुलन पर प्रभाव अध्ययन करना आवश्यक है।
- इस सत्र में सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं को कवर किया गया है।
ध्यान दें: यह नोट्स रासायनिक संतुलन के महत्वपूर्ण बिंदुओं का सारांश प्रस्तुत करते हैं।