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Overview of Indian Historical Periods

वेलकम तू प ओनली इस कहते हैं एन जेनरेशन विच इग्नॉरस हिस्ट्री हस नो पेस्ट और नो फ्यूचर ऑफ कोर्स वे आर नोट डेट जेनरेशन हमें हिस्ट्री की इंर्पोटेंस बखूबी पता है लेकिन हिस्ट्री पढ़ने में थोड़ी बोरिंग तो लगती है और कई बार पढ़ने वक्त नींद भी आने ग जाति है लेकिन क्या हो की हम हिस्ट्री को एनीमेशन के थ्रू बहुत ही एंटरटेनिंग तरीके से कर करें तो आज के इस सेशन में हम बिल्कुल वैसा ही करने वाले हैं हम पुरी इंस्टेंट हिस्ट्री को एनीमेशन के थ्रू टॉपर्स सीक्वेंस में कर करेंगे इससे इसे समझना बहुत ही ज्यादा आसन हो जाएगा और यह मजेदार भी होगा इसके पहले की हम अपनी कंप्लीट जर्नी में आगे बढ़ मैं थोड़ी सी बातें आपको और भी बता देता हूं की ओनली इस के पास कई सारे ऑप्सनल्स अवेलेबल है हिस्ट्री स आई आर हिंदी लिटरेचर इंग्लिश में अवेलेबल है मतलब हिंदी इंग्लिश मिक्स करके आप कर कर लोग सीएसआईआर हिंदी और इंग्लिश में सेपरेट अवेलेबल है हिंदी लिटरेचर ऑफ कोर्स इन हिंदी सोशियोलॉजी हिंदी और इंग्लिश ज्योग्राफी भी हिंदी और इंग्लिश में अवेलेबल है यूपीएससी के जो भी आपकी ऑप्शन कोर्सेज हैं उनके बहुत ही सिग्निफिकेंट फीचर्स हैं लाइव और रिकॉर्डिंग क्लासेस होगी 10 रिवीजन टेस्ट होंगे दो फोलेंट टेस्ट होंगे रेगुलर आज रीडिंग प्रैक्टिसेज होगी पीपीटी वगैरा डाउनलोडेबल होगी डेली क्लास नोट्स मिल जाएगी पिक चैनल से होगा डाउट सेशंस होंगे और आपकी कोर्स की वैलिडिटी 31 दिसंबर 2024 तक रहेगी जो कोर्स की स्टार्टिंग की है डेट इस 899 इन कोर्सेज के बड़े में एडिशनल डीटेल्स के लिए आप कांटेक्ट कर सकते हैं पीडब्ल्यूडी को तो चलिए आगे बढ़ते हैं कंप्लीट हिस्ट्री स्वागत है आपका प ओनली इस में दोस्तों आपको तो पता ही होगा की हमारे प्यार भारत को वर्ल्ड का ओल्डेस्ट सिविलाइजेशन कहा जाता है और ऐसा है की इंडियन सबकॉन्टिनेंट की हिस्ट्री 2000 सालों से भी ज्यादा पुरानी है और दोस्तों इंडियन हिस्ट्री को जनरली तीन पार्ट्स में डिवाइड किया जाता है और ये है असिएंट हिस्ट्री मेडिकल हिस्ट्री और मॉडर्न हिस्ट्री दोस्तों इन दोनों पार्ट्स में आज हम बात करने वाले हैं की असिएंट हिस्ट्री की जहां हमें असिएंट हिस्ट्री की पुरी डीटेल्स और इससे जुड़े इंपॉर्टेंट इवेंट्स के बड़े में जानेंगे आई इस वीडियो को आगे बढ़ते हैं दोस्तों सबसे पहले हम बात कर लेते हैं क्लासिफिकेशन की अभी क्लासिफिकेशन की बात करें तो इंची हिस्ट्री को भी हम तीन पांच मिनट डिवाइड कर सकते हैं ठीक वैसे ही जैसे हमने हिस्ट्री के साथ किया था एक जो हिस्ट्री की बात करें तो इसके तीन सबसे बड़े थीम्स है हड़प्पा सिविलाइजेशन वैदिक पीरियड और बुद्धिस्म और जैनिज्म इसके अलावा गुप्त पीरियड को भी इंडियन हिस्ट्री का एक इंपॉर्टेंट पार्ट माना जाता है और ऐसे में पुरी असिएंट हिस्ट्री को हम प्रीहिस्टोरिकोलिथिक और नेउलिथिक में डिवाइड कर सकते हैं और यह सबसे पहले स्टार्टिंग करते हैं प्रीस्ट स्टोरी पीरियड से इसकी टाइमलाइन 30 लाख से 10000 ई तक मनी जाति है दोस्तों हम बता दें की स्टोन आगे उसे पीरियड को रेफर किया जाता है जब मैक्सिमम स्टोन टूल्स का उसे हुआ करता था और प्रीहिस्ट्री टाइम पीरियड में भी पांच पीरियड्स आते हैं और ये है तेल उलीथिक मिजोलिथिक नेउलिथिक कैलकुलेटर का अर्लीस्ट पीरियड प्लेस तू सीन पीरियड या आई सी में डेवलप हुआ और इस पीरियड में मेली हाथ और क्लेवर का उसे किया जाता था दोस्तों इस पीरियड की एविडेंस की बात की जाए तो इसके एविडेंस पंजाब में सुन वाली में पाकिस्तान में मिर्जापुर में और उत्तर प्रदेश के बेलन रैली में पे गए इस टाइम पीरियड में कटिंग के लिए मैक्सिमम स्टोन वेपन का उसे किया जाता था और इन्हीं स्टोन वेपंस के बेसिस पर इस टाइम पीरियड को थ्री टाइम पीरियड्स में डिवाइड किया गया है आई अब बात करते हैं मिडिल टाइम पीरियड की जिसमें टाइम पीरियड के एविडेंस हमें नर्मदा तुम भद्र और इंडिया में मिल जाते हैं इसके बाद आई होगी जिसे की आगे का लास्ट पीरियड कंसीडर किया जाता है क्योंकि इस समय तक क्लाइमेट कंपेरटिवली वार्मर और लेट हमीद होने लगा था और अगर इस चीज की एक और स्पेशलिटी की बात करें तो इस आगे में टूल्स और टेक्नोलॉजी में खूब इनोवेशन हुआ जिसे बोन टूल्स नीडल्स हरपूल पैरेलल साइड ब्लैड्स फिशिंग टूल्स और बर्नी सेक्टर दोस्तों अगर इन सबकी एविडेंस को देखा जाए तो मध्य प्रदेश की भीमबेटका में हैंड एक्सिस क्लीवर ब्लैड्स स्क्रैपर्स और बुरेंस ऐसेटम मिले इसके अलावा बेलन सुन छोटा नागपुर प्लेटराऊ महाराष्ट्र उड़ीसा पूर्वी घाट में भी अपार ली थी की आगे की मेजर साइट्स पे गए भारत में बोन टूल्स का एविडेंस में पे गए और अब आई बात करते हैं इस टाइम पीरियड को चीन कहा जाता है और दोस्तों भारत में मजो लिटिक आर्कियोलॉजिकल मटेरियल की खोज का क्रेडिट जो है अनइवन को जाता है दोस्तों इस टाइम पीरियड की में साइड को देखें तो भीमबेटका महादहा सराय नहर राय आजमगढ़ और लंगड़ा सेक्टर है आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें की भीमबेटका की पेंटिंग यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट की लिस्ट में भी शामिल है इसके बाद अब न्यू लिटिक या न्यूज़ जिसका टाइम पीरियड 7000 से 1000 ई तक था उसकी बात करें तो भारत में न्यूलीतिक आर्कियोलॉजिकल मटेरियल को डिस्कवर करने का क्रेडिट डॉक्टर प्रेम रोग हो जाता है तो उसे टाइम पीरियड में कैटल शिव और गोडसे से एनिमल्स का डॉमेस्टिकेशन शुरू हुआ था इस टाइम पीरियड की में साइड में से एक मेहरगढ़ है जो ब्रेड बास्केट ऑफ बलूचिस्तान के नाम से जानी जाति है इसके साथ ही कश्मीर वाली चिरान रैली और मास की एक्स्ट्रा यहां की प्रमुख साइट्स है दोस्तों मिलता है इसी वैसे कल दिए वह और महागरमी राइस कल्टीवेशन की अर्लीस्ट एविडेंस मिले और अगर साउदर्न इंडिया की बात करें तो यहां की में साइड से मास की ब्रह्मा गिरी और कोडीकालीन कर्नाटक पीएम पाली इन तमिलनाडु और पट इन आर्म्स प्रदेश और लास्टली हम का सकते हैं की न्यूलिटिक में इकोनामी का में फीचर एग्रीकल्चर एनिमल हसबेंडरी और मेटालर्जिकल प्रोग्रेस है आई अब बात करते हैं कैलकुलेटिक आगे की दोस्तों कैलकुलस एक स्टोन कॉपर आगे को भारत का फर्स्ट मेटल आगे कंसीडर किया जाता है और हड़प्पा कलर को कैलकुलेट थे कलर का ही पार्ट माना जाता है इस टाइम पीरियड की में साइट्स साउथ पूर्वी राजस्थान वेस्टर्न पार्ट ऑफ मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में लोकटेड है दोस्तों साउथ इंडिया और ईस्ट इंडिया में इसके अलावा तमिलनाडु की परमपल्ली में कई ब्रोंज और कॉपर ऑब्जेक्ट आशिक मैं गांव कौशांबी आलमगीरपुर और ऊपर एट सेक्टर भी इस टाइम पीरियड की में साइट है और अब अगर हम इस आगे की भी एविडेंस को देखें तो स्टोन ग्रिड के साथ भी स्टोन एग्स के भी उसे का सोर्स मिलता है दोस्तों इस टाइम पीरियड में ज्यादातर कर मिट्टी के ही बने होते थे और अगर एग्रीकल्चर की बात करें तो राइस वाइट मिले लेंटाइल्स ब्लैक ग्राम ग्रीन पीस और मूंग जैसे क्रॉप्स और पल्सेस ग्रुप की जाते थे इसके एविडेंस नवद्दातूली महाराष्ट्र में पे गए दोस्तों इस टाइम पीरियड के दौरान ही पूरे भारत में और फार्मिंग कम्युनिटी डेवलपमेंट होना स्टार्ट हो गई थी अब हम देखेंगे आयरन आगे के बड़े में इसका टाइम पीरियड 1500 ई तक माना जाता है इंडिया में आयरन इस का फर्स्ट एविडेंस अतरंगी खेड़ा में मिलता है की तब ह्यूमंस ने डिफरेंट लैंग्वेज के अल्फाबेट्स को डेवलप कर लिया था जिससे उसे समय के लिटरेचर और हिस्ट्री को रिकॉर्ड करना पॉसिबल और तमिलनाडु का आयरन आगे के इंपॉर्टेंट साइट्स और दोस्तों अब हम बात करेंगे हड़प्पा सिविलाइजेशन या सिंधु वाली सिविलाइजेशन के बड़े में जिसका टाइम पीरियड 2005 से 1750 ई तक मैन जाता है सिंधु वाली सिविलाइजेशन साउथ एशिया की पोस्ट अर्बन सिविलाइजेशन थी जो मैं सुपर तेमिया और इजिप्शियन सिविलाइजेशन के कंटेंपरेरी थी 1921 में फर्स्ट टाइम दयाराम सनी ने इसकी खोज की थी और जॉन मार्शल इंडस्ट्रियलिज्म टर्म उसे करने वाले फर्स्ट कॉलर थे कार्बन 14 डेटिंग के अकॉर्डिंग सिंधु वाली का मोस्ट एक्सेप्टेड टाइमलाइन 200500 से ₹1750 ई तक माना जाता है इसके करण इसे ब्राउन रिजवी कहा जाता है हड़प्पा मोहनजोदड़ो शान डरो लोथल तोलावीरा सुरकोट था कालीबंगा जहां से ब्लैक बैंगल्स मिले थे रोपड़ बनावली राखीगढ़ी आलमगीरपुर दैमाबाद कोटी दीजिए अमरी और सूतक एंड्राइड सिविलाइजेशन के में साइट्स हड़प्पा स्क्रिप्ट को इंडियन सबकॉन्टिनेंट में कोल्डेस्ट स्क्रिप्ट कंसीडर किया जाता है और मोहनजोदड़ो सिंधु वाली सिविलाइजेशन की सबसे लार्जेस्ट साइट है और भारत में राखीगढ़ी इंडस्ट्रियलिज्म की लार्जेस्ट साइड मां ली जाति है बहुत डायरेक्टर जनरल ऑफ आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया सिकंदर कनिंघम को फादर ऑफ इंडियन आर्कियोलॉजिकल किया जाता है और इस पीरियड में एग्रीकल्चर एनिमल हसबेंडरी क्राफ्ट मेजर इकोनामी एक्टिविटीज थे मैक्सिमम नंबर ऑफ ह्यूमन आइडियल मिलने के करण सिंधु वाली सिविलाइजेशन को मीठी आजकल माना जाता है इसके साथ ही कई हिस्टोरियन ब्लू को सिंधु वाली सिविलाइजेशन की और का एक बड़ा रीजन मानते हैं सिंधु वाली सिविलाइजेशन के बाद अब हम वैदिक कलर के बड़े में जानेंगे इसका टाइम पीरियड 1500 से 6000 ई तक कंसीडर किया जाता है दोस्तों वैदिक शब्द विथ से ड्राइव हुआ है जिसका मतलब है नॉलेज ऐसा माना जाता है की आर्यांस ने वैदिक कलर गुड डेवलप किया था पर शरीर एक संस्कृत शब्द है इसका मतलब होता है सुप्रीम आर्यांस अपने नॉलेज को एक जेनरेशन से दूसरे जेनरेशन में सुनकर पहुंचने थे इसके करण वैदिक साहित्य को श्रुति साहित्य भी कहा गया है वो खास गोइंग डिस्क्रिप्शन इराक के ट इनस्क्रिप्शन और सीरिया की मितानी डिस्क्रिप्शन में भी मिलता है और इस समय इंडो आर्यांस और संस्कृत लैंग्वेज बोली जाति थी और मेरी कलर को कन्वीनियंस स्टडी करने के लिए इसे दो पीरियड्स में डिवाइड किया गया है ऋग्वैदिक या अर्ली वैदिक पीरियड और लेटर वैदिक पीरियड में समझते हैं तो इस आगे की डिटेल राग वेद के 10 मस और 1028 में मिलती है अधिकतम मिली मुरार कीर्ति हकीम की पोजीशन हेरेडिटरी थी और वार में जितने वाले एडमिनिस्ट्रेटिव हेड होती थी इकोनॉमिकली ऋग्वैदिक सोसाइटी पेस्टोरेंट और एग्रीकल्चर बेस्ड थी और टाइम के 2 महीने इंस्टीट्यूट थे सभा इसमें कुछ चीज शामिल होते थे पर एक बड़ी बॉडी समिति इसका सपोर्ट किंग के लिए भी इंपॉर्टेंट था इस टाइम पीरियड तक वूमेन की सिचुएशन काफी बेहतर थी और सभा में वूमेन का भी पार्टिसिपेशन होता था इस टाइम पीरियड में सोसाइटी तीन पार्ट्स में डिवाइडेड थी जो की थे ब्राह्मण क्षत्रिय और कॉमनवेल्थ और शूज को ऋग्वैदिक पीरियड के लास्ट में एड किया गया था डिवीजन ऑक्यूपेशन की बेसिस पर किया गया था और इस आगे में फीमेल स्लेव्स का उसे डोमेस्टिक परपज के लिए किया जाता था ताकि एग्रीकल्चर और प्रोडक्शन के लिए राग वैदिक पीरियड में इंद्र अग्नि वरुण सोम और मारुति इसके बाद आई लेटर वैदिक पीरियड की इसका टाइम पीरियड अराउंड 600 ई तक कंसीडर किया जाता है इस टाइम पीरियड की इनफॉरमेशन का सोर्स संवेद यजुर्वेद और अथर्वेद है लेटर बेदी ग में भारत के तीन डिवीजन को एक्सप्लेन किया गया है जिम पहले है आर्यावर्त जो की नॉर्थ इंडिया में था दूसरा है मध्य देश जो सेंट्रल में था तीसरा है दक्षिण इंडिया लेटर वैदिक पीरियड को संहिता के रूप में भी जाना जाता है और इस पीरियड के पीरियड और आयरन वेपंस वेस्टर्न उत्तर प्रदेश पंजाब हरियाणा और राजस्थान में पे गए इस टाइम पीरियड में ही गुरु ने पंचलों के साथ मिलकर हस्तिनापुर को एस्टेब्लिश किया जिनके कौरव और पांडव सक्सेसर थे ऐसा माना जाता है की महाभारत की और 950 ई के राउंड हुई थी और इस वार के दौरान हिंदू रिलिजियस टेक्स्ट भागवत गीता एक्जिस्टेंस में इसके बाद द्वितीय की इकोनामी की बात करें तो इस पीरियड में एग्रीकल्चर में ऑक्यूपेशन था और 1000 ई में मेघालय थे कलर के बिगनिंग के साथ ही इंडियन सबकॉन्टिनेंट में आयरन का उसे होने रहा था तत्पर ब्राह्मण ग्रंथ में फ्लावर रिलेटेड रिचुअल्स की भी इनफॉरमेशन मिलती है और पीठ बार्ली राइस पल्स रेट टेट्रा इस समय की में क्रॉप्स थे वहीं यदि पॉलीटिकल ऑर्गेनाइजेशन को जान को लेटर वैदिक पीरियड तक सभा और समिति ने अपनी इंर्पोटेंस को दी थी और इसके स्थान पर पॉलीटिकल पावर में इंप्रूवमेंट हुआ था विद्युत पुरी तरह से खत्म हो गई और सभा और समिति जारी रही लेकिन किंग और रॉयल क्लास की वजह से उनका नेचर बादल गया आप गैदरिंग्स में विमेंस को अलाउड नहीं किया जा रहा था और टाइप के नाम एरिया बन गए थे पांचाल इसका सबसे बड़ा एग्जांपल यज्ञ और वाजपेई यज्ञ जैसे रिचुअल्स परफॉर्म किया जाते थे पॉलीटिकल ऑर्गेनाइजेशन के बाद वैदिक सोशल ऑर्गेनाइजेशन की बात करें तो उसे लेटर वैदिक पीरियड की सोसाइटी को कर पांच में डिवाइड किया गया था और यह थे ब्राह्मण क्षत्रिय तक सोशल डिवीजन स्टेट नहीं थी इस टाइम में फादर की पावर काफी बाढ़ गई थी और वह अपनी बेटे को प्रॉपर्टी से डिपराइट भी कर सकता था इसके अलावा इस टाइम ही गोत्र संस्था कराई हुआ और 1911 का प्रचलन शुरू हुआ इसके अलावा वैदिक पीरियड में केवल तीन आश्रस मेंशन है और ये है ब्रह्मचर्य गृहस्थ और वानप्रस्थ आई आवेदी पीरियड के में गॉड्स और रिचुअल को भी देख लेते हैं इस टाइम पीरियड में इंद्र और अग्नि जैसी देवताओं की इंर्पोटेंस कम हो गई और इनकी जगह पर प्रजापति या क्रिएटर को सुप्रीम माना गया और साथ ही रुद्रा और विष्णु जैसी देवताओं की इंर्पोटेंस इंक्रीज हो गई इस टाइम पीरियड में ही आइकोनोग्राफी एडेलेडली पूजा स्टार्ट हुई भूषण जो एनिमल हसबेंडरी देवता थे वो अब शूद्रों के देवता बन गए ए चुकी थी जिसके करण बुद्धिस्म और जैनिज्म का राइस हुआ और आई अब इन दोनों के फाउंड महात्मा बुद्ध और महावीर जैन के बड़े में जान लेते हैं सबसे पहले आई बात करते हैं गौतम बुद्ध के बड़े में इनका टाइम पीरियड 50063 ई से 483 ई तक बताया जाता है गौतम बुद्ध का जन्म 50063 ई में शाकिर पब्लिक की कैपिटल कपिलवस्तु में हुआ था बुद्ध को सिद्धार्थ की मनी एट तथागत के नाम से भी जाना जाता है और इनके फादर का नाम सुड़ौदान था और मां का नाम महामाया था जन्म के समय ही इनकी मां की डेथ हो जान की वजह से इनका ललन पालनपुर इनकी मौसी प्रजापति गौतमी ने किया जिन्होंने इनको गौतम नाम भी दिया इनकी पत्नी का नाम यशोधरा था पर इनकी बेटी का नाम राहुल बताया जाता है निरंजन या फल्गु नदी के किनारे उर बेला यानी बोधगया में इनलाइटनमेंट की प्रताप हुई थी पर एटीएस की आगे में उत्तर प्रदेश में कुशीनगर में साल ट्री के नीचे बुद्ध का महापरिनिर भारत हुआ इसके साथ ही महावीर जैन किंग प्रसेनजीत मंबी साथ और अजातशत्रु बुद्ध के ही कंटेंपरेरी थी आई अब बात करते हैं वर्तमान महावीर की इनका टाइम पीरियड 50039 से 467 ई तक कंसीडर किया जाता है तो दोस्तों महावीर स्वामी का जन्म वैशाली के करीब कुंडा ग्राम में हुआ था और ये नवरात्रि का कलन से बिलॉन्ग करते थे बुद्ध और महावीर एक दूसरे के कंटेंपरेरीज है वर्धमान महावीर के पिता नेत्रिका कलन के थे और मतवी के चीता की सिस्टर थी और 42 इयर्स की आगे में महावीर जैन को केवल सुप्रीम स्पिरिचुअल एक्सपीरियंस हुआ था और इसके अलावा 72 इयर्स की आगे पे पावापुरी में अराउंड 50027 ई में महावीर ने अपना शरीर तैयार किया दोस्तों अब हम बात करेंगे असिएंट इंडिया की कुछ मीन डायनेस्टी के बड़े में जिम से सबसे पहले है भयंकर डायनेस्टी इस डायनेस्टी का टाइम पीरियड लगभग 50044 से लेकर 492 ई तक कंसीडर किया जाता है और इस डायनेस्टी से मगध के फर्स्ट इंपॉर्टेंट रोलर थ्योरी बिंबिसार बुद्धिस्म के पैट्रिन भी थे और इनके रन की ड्यूरिंग मगध की कैपिटल राज गिरी या ग्रेवराज थी और मगध का फर्स्ट मेंशन हमें अथर्वेद में मिलता है विशाल ने मेट्रोमोनियल पॉलिसी को अडॉप्ट करके अपने अंपायर को एक्सपेंड करने की स्ट्रेटजी अप्लाई थी और जान लिटरेचर में बिंबिसार को श्रेणी के नाम से मेंशन किया गया है दोस्तों महात्मा बुद्ध के फ्रेंड और मैटर भी थे अकॉर्डिंग लॉर्ड बुद्ध से मिलने के बाद इतने प्रभावित हुए थे की वह बुद्धिस्म में कन्वर्ट हो गए अपने ही पिता को प्रजनन बनाकर प्रेसिडेंट में दाल दिया था और उनकी मृत्यु 492 ई में हो गई और दोस्तों लगभग 500-16 ई में ईरानियन रोलर डेरियस द्वारा पंजाब और सिंह कनेक्स किया गया और उन्होंने इंडियन सबकॉन्टिनेंट में और मैं एक और खराशि स्क्रिप्ट इंट्रोड्यूस की वहीं करीब 6 सेंचुरी ई में टर्बो द्वारा लोकायुक्त या मैटेरियलिस्टिक फिलासफी प्रोपाउंड की गई 6 सेंचुरी ई में जन्मे कपिल को संख्या सिस्टम का फाउंडर माना जाता है अब लगभग 5th सेंचुरी ई की बात करें तो इस टाइम परिणी द्वारा संस्कृत ग्रामर अष्टधारी लिखा गया इस टाइम पीरियड में टोंस डेवलप हुए और पहले बार कोइंस का उसे भी किया गया अंदाज का पहले वीरेंद्र सोसाइटी में भी इसी टाइम में देखने को मिलता है दोस्तों 492 से 460 ई के दौरान मगध शत्रु का रूल था उन्होंने लिखा और काशी जिला को अपने किंगडम में इंक्लूड कर फाउंडेशन राखी थी अजहचत्रुघन में ही महात्मा बुद्ध को महापरिनिर्वाण प्राप्त हुआ था और आजा दूसरों को हरण का डायनेस्टी का सबसे पावरफुल और एग्रेसिव रोलर कहा जाता है इनके टाइम पीरियड में दो इन्नोवेटिव वेपंस का उसे किया गया है इनमें फर्स्ट है वारंट जिसे मा शिलाकंटक का नाम दिया गया है और दूसरा है चेरियट विदेश जिसे रथमुसला के नाम से जान जाता है और इसी समय राजगीरी का फोर्टिफिकेशन भी किया गया था दोस्तों 40083 ई में दर्ज गृह के सत्ता अपने के लिए पोस्ट बुद्धिस्ट काउंसिल हेल्थ की गई थी जिसकी फर्स्ट अध्यक्ष मां का शिव थे और पितरण प्रियंका डायनेस्टी के रोलर शत्रु थे ये काउंसिल बुद्ध के महापरिनिर्वाण के तुरंत बाद ही ऑर्गेनाइजर की गई और इसका में पर पछता की बुद्ध की शिक्षाओं को विशेषता कहा जाता है उसे और डिसाइड प्लस के रूल्स को प्रिजर्व करना अतः शत्रु के डेथ के बड़े में बुद्ध और जॉन लिटरेचर में डिफरेंट इनफॉरमेशन मिलती है ऑलमोस्ट सभी राजाओं ने अपने पिता की हत्या करके ही सत्ता हासिल की थी जिसकी वजह से भी जाना जाता है अब हम बात करते हैं के नेक्स्ट और राजा शत्रु के बेटे उदयन के बड़े में जिन्हें उदयभद्र के नाम से भी जाना जाता है उदाहरण ने 460 से 444 ई तक मगध के सिंहासन पर रूल किया था उदय ने सन और गंगा रिवर की कनफ्लुएंस पर पाटिल पुत्र सिटी का फाउंडेशन रखा और अपनी कैपिटल राजगीर से पाटिल पुत्र ट्रांसफर की और इसके बाद हरिंका डायनेस्टी को शिशुनाग डायनेस्टी द्वारा सुचित्र किया गया और पाटिल पुत्र यानी मॉडर्न ने पटना को इसके कैपिटल के रूप में एस्टेब्लिश किया गया दोस्तों शिशुनाग डायनेस्टी के फाउंड शिशुनाग थे जिन्होंने लगभग 412 से लेकर 344 ई तक रूल किया था इस समय वैशाली को टेंपरेरी कैपिटल के रूप में डेवलप किया गया था इसके बाद इस डायनेस्टी के रोलर कलशो द्वारा अपनी कैपिटल को बादल पुत्र फिर से ट्रांसफर कर दिया गया राउंड 383 ई में सेकंड बुद्धिस्ट काउंसिल हेड हुई और इस काउंसिल का वेन्यू वैशाली था इसके अध्यक्ष थे टॉन्सिल में बुद्धिस्म खेरवाड़ा और महासंग्का में डिवाइड इसके बाद कलशो को डिफेंड कर मां पद्मानंद ने मकर डायनेस्टी में नंदा डायनेस्टी को स्टाइलिश किया और दोस्तों कहा जाता है की महापानमनंद एक शुद्ध थे इसीलिए नंदन एसटी को पहले नॉन क्षत्री डायनेस्टी भी कहा जाता है इस डायनेस्टी का उसे टाइम पीरियड लगभग 30044 से 3003bc तक माना जाता है और पाली टेक्स्ट में मा पद्मानंद को उग्रसेन का नाम दिया गया है दोस्तों महापन में नंदा कलिंगा कौन कर करने वाले पहले रोलर थे और उन्होंने कलिंगा में चैनल का निर्माण करवाया जिसके बड़े में कलिंगा रोलर खारवेल ने हाथी गुफा डिस्क्रिप्शन में मेंशन करवाया है इसे इनस्क्रिप्शन से यह भी पता चला है की वहां पद्मानंद कलिंगा से जिन सी की जन्म मूर्ति की लास्ट इंपॉर्टेंट भी माना जाता है और इसके साथ ही यह जेंडर ऑफ मेसिडोनिया के कंटेंपरेरी भी रहे हैं लेकिन दोस्तों लोगों पर बहुत ज्यादा टैक्स लगाने की वजह से लोग इसे काफी डिसेटिस्फाइड थे जिसका फायदा उठाया चंद्रगुप्त मौर्य ने अचानक्य की मदद से नहीं रिप्लेस कर मौर्य अंपायर की फाउंडेशन रखी| मोनेटाइजेशन करते हैं और दोस्तों मॉडर्न अंपायर को जन का सबसे इंपॉर्टेंट सोर्स क्वार्टरली के द्वारा लिखा गया अर्थशास्त्र बताया जाता है नॉर्थ इंडिया के पोस्ट नोटिफिकेशन का क्रेडिट भी चंद्रगुप्त मौर्य को ही जाता है क्योंकि चंद्रगुप्त मौर्य ने सबकॉन्टिनेंट के पहले बड़े अंपायर की फाउंडेशन राखी इसमें बिहार नेपाल वेस्टर्न और नॉर्दर्न इंडिया और डेक्कन शामिल है चंद्रगुप्त मौर्य के बड़े में रुद्रा मां के जूनागढ़ इनस्क्रिप्शन से पता चला है की चंद्रगुप्त ने सौराष्ट्र प्रोविंस में सुदर्शन लेख को कंस्ट्रक्ट करवाया था और चंद्रगुप्त की पहले लाइफ के बड़े में बात करें तो इसकी जानकारी विशाखा डेट की बुक मुद्रा रक्षा में मिलती है दोस्तों इसी टाइम पीरियड यानी ई में में भी ऑर्गेनाइजर की गई थी और इस काउंसिल की चेयर परसों स्कूल बहुत है और चंद्रगुप्त मौर्य इसकी पीटर थे इसी काउंसिल में 14 जैन पुरवास को रिप्लेस कर कंप्लीशन किया गया था चंद्रगुप्त के बाद उनके बेटे बिंदुसार ने 298 से 273 ई तक मौर्य डायनेस्टी की सत्ता संभाली बिंदुसार को ग्रीक में अमित रॉकेट के नाम से जाना जाता था और महाभारत में एमित्र घाट कहा गया है तिब्बती बुद्धिस्ट मोंक तरणता ने बिंदुसार को कंकड़ो डी लैंड बिटवीन तू सी कहा है और इनके ही टाइम पीरियड में सीरिया के रोलर आंटियों के डी फर्स्ट ने डेमेक्स नाम के एक एम्बेसडर को इंडिया भेजो था इसके अलावा बिंदुसार के बड़े में कहा जाता है की ये एक काफी टोलरेंट एंपरर थे अब बात करते हैं बिंदुसार के बेटे और मॉडर्न डायनेस्टी के सबसे प्रॉमिनेंट रोलर अशोक के बड़े में इंप्रेस शो का टाइम पीरियड 213 से 223 बी सी तक कंसीडर किया जाता है और अशोक को जनरली वेरियस इंक्रिप्शन में देवना प्रिया नाम से संबोधित किया जाता है इसके अलावा नोटबली बबलू डिस्क्रिप्शन में इन्हें प्रियदर्शी और मस्कीन में बुद्ध शाक्य के नाम से मेंशन किया गया है इसके अलावा रुद्रा दमन इनस्क्रिप्शन से भी भूख के बड़े में इनफॉरमेशन मिलती है अपनी इनस्क्रिप्शन द्वारा अशोक ने अपने अंपायर के लोगों से डायरेक्ट कांटेक्ट एस्टेब्लिश किया और बिंदुसार के शासनकाल के दौरान उन्होंने अंपायर के प्रोविंशियल कैपिटल तक्षशिला और उज्जैन के वायसरॉय अप्वॉइंट किया थे अशोक के समय ही मौर्य अंपायर अपने क्लाइमैक्स तक पहुंच गई थी और कलिंगा वार के डिस्ट्रक्शन के बाद अशोक ने मोगली पुत्र तृषा की गाइडेंस में वह जिस को अडॉप्ट किया इसके बाद ही अशोक ने थर्ड बुद्धिस्ट काउंसिल पाटलिपुत्र में 250 ई में कॉइन कराई इसका काउंसिल का वेन्यू पाटली पुत्र था और इसके अध्यक्ष मोबाइल पुत्र के साथ है इस काउंसिल के आउटकम के रूप में अभिनव पर टक्कर का कंप्लीशन हुआ और वो धर्म के प्रसार के लिए अशोक ने अपने बेटे महेंद्र और बेटी संघमित्रा को सीलोन या श्री लंका एक्सपीडिशन पर भेजो अराउंड 200 ई की बात करें तो यह वह समय था जब ग्रीक्स ने भारत पर अटैक किया इस समय तक भारत की सेंट्रल एशिया के साथ व्हाइटफील्ड हुए थे और इंडियन ने ग्रीक कलर से काफी चीज अडॉप्ट की जिसमें एस्ट्रोलॉजी करगी संहिता मेंशन है की इंडिया ने एस्ट्रोलॉजी ग्रीक सेडॉप की थी और सेंट्रल एशिया के शाकाज ने भारत पर अटैक किया शाखा ने इंडियन सबकॉन्टिनेंट के पार्ट्स को ग्रीक से ज्यादा कैप्चर किया और इंडिया में शकस मिली दो पार्ट्स में डिवाइड थे उनकी फर्स्ट ब्रांच तक्षशिला और मथुरा में और सेकंड ब्रांच नासिक उज्जैन में लोकेटेड थी मथुरा के पोशाक का रोलर राजू थे और उज्जैन के सबसे प्रॉमिनेंट आकर रोलर रूद्रमणि थे जिनकी इनफॉरमेशन का मेंस चुनगर इनस्क्रिप्शन है और इनके बाद हम बात करेंगे जो सेंट्रल एशिया में ईरान से आए थे इंडिया में भारतीय अंपायर की एक्चुअल फाउंडर मी थ्री डेट्स डी फर्स्ट थे और इनके बाद भारत में किसने की एंट्री हुई सेंट्रल एशिया में वेस्टर्न चीन की याची कास्ट के थे और दोस्तों साथ एरा और शार्क संवत का फाउंडेशन कनिष्क ने किया था एक ट्रेडीशन के अकॉर्डिंग कनिष्क का रूल 78 एज स्टार्ट हुआ था और कनिष्क ने ही बुद्धिस्ट काउंसिल कश्मीर के कुंडल वन में ऑर्गेनाइजर कराई थी फोर्थ इस काउंसिल की अध्यक्ष वासु मित्र थे और वाइस अध्यक्ष अश्वगोश से नोट करने वाली बात यहां यह है इस काउंसिल की पुरी डेलिबरेशन संस्कृत में ही कंडक्ट करवाई गई थी और इसके अलावा बुद्धिस्म की हीनयान और महायान का डिवीजन भी इसी काउंसिल में हुआ था इस टाइम पीरियड में अभी धर्म टैक्स का प्राकृतिक से संस्कृत में ट्रांसलेशन भी किया गया और कनिष्क के टाइम में ही भारत में जिसे कंधार आठ और मथुरा आर्ट के नाम से जाना जाता है इसके अलावा कुशानों को गोल्डन कॉपर कॉइन इशू करने का भी क्रेडिट दिया जाता है इसके अलावा दोस्तों मौर्य अंपायर को शुंग अंपायर ने रिप्लेस किया था और संगम अंपायर के फाउंडर पुष्यमित्र शुंग थे हमारे अंपायर की कमांडर र चुके पुष्यमित्र शुंग ने मौर्य अंपायर की लास्ट एंपरर की हत्या कर 185 ई में शुंग डायनेस्टी को एस्टेब्लिश किया और इस डायनेस्टी का टाइम पीरियड 185 से 149 ई तक कंसीडर किया जाता है और दूसरी कैपिटल विदिशा थी जो अग्निमित की बेटी के एडमिनिस्ट्रेशन में थी अपने रेन के दौरान पुष्यमित्र शुंग ने भरहुत सुख कंस्ट्रक्शन कराया और पुष्यमित्र ब्रह्मैनिज्म के फॉलोअर थे और उन्होंने ब्रह्मीनिज्म को प्रमोट करने के लिए बहुत सारे देवभूति शुंग डायनेस्टी के लास्ट रोलर थे और आपको बता दें की संगरूल्स ने गोल्ड और सिल्वर कोइंस बड़ी मंत्र में जारी किया थे इस टाइम पीरियड में मथुरा स्कूल ऑफ आर्ट क्लेरिस्ट हुआ और रियलिस्टिक ह्यूमन डिपिक्शन इंडियन आर्ट का एक इंपॉर्टेंट पार्ट बन गया दोस्तों शुभ अंपायर को कड़वे डायनेस्टी रिप्लेस किया और सोम डायनेस्टी के लास्ट रोलर देवभूति की हत्या उसके मिनिस्टर वासुदेव द्वारा की गई और इस तरह से करवा डायनेस्टी एस्टेब्लिश हुई एडवरटाइजमेंट की हत्या से मुक्त द्वारा की गई और एक नई ब्राह्मण डायनेस्टी आंध्र सातवाहन डायनेस्टी का फाउंडेशन रखा गया सातवाहन अंपायर की कैपिटल प्रतिष्ठान महाराष्ट्र में थी और इस डायनेस्टी के रोलर सातकर्णि डी फर्स्ट के बड़े में नंगी करके ग्रांट किया असद वह डायनेस्टी ग्रेटेस्ट किंग कोचिंग पुत्र सातकर्णि को माना जाता है राउंड 165 से 194 एड तक सातवाहन डायनेस्टी के लास्ट किंग सातकर्णि का टाइम पीरियड था सातवाहन द्वारा बहुत सारे चैत्य और बिहारस कंस्ट्रक्ट कराई गए जिम से फेमस मॉन्यूमेंट्स नासिक कनेरी हैं सद्भावना की ऑफिशल लैंग्वेज प्रकृति और इन्होंने मैनलाइकोप पर ब्रोंज और पोर्टिन कोइंस किया थे तत्वहन के बाद अब हम बात करते हैं इस वाकु डायनेस्टी की और दोस्तों इसबाकू रुलर्स पहले सद्भावना अंपायर में नाइट हुआ करते थे फाउंडर श्री शांत मूल थे और इस डायनेस्टी की एक सक्सेस सिर्फ नागार्जुन गोंडा स्तूप का कंस्ट्रक्शन करवाया था दोस्तों अब हम बात करते हैं और खारवेल के बड़े में डिटेल इनफॉरमेशन हाथी गुफा इनस्क्रिप्शन से मिलती है इस रिसेप्शन में इनके द्वारा साउथ साइड फिट करने के क्यीयनेस्टी के बाद अब हम बात करते हैं वाकाटक डायनेस्टी के बड़े में इसके फाउंडर विनयाशक्ति थे अजंता गेट नंबर 9 और 10 डायनेस्टी में ही क्रायो आउट किया गए थे और अराउंड मी की ज्योग्राफी का लास्ट टाइम था जो की ग्रीक लैंग्वेज में लिखी गई थी दोस्तों अब हम बात करते हैं असिएंट हिस्ट्री के वन ऑफ डी मोस्ट इंपॉर्टेंट चैप्टर यानी संगम पीरियड की इसका टाइम पीरियड 4 सेंचुरी ई से सेकंड सेंचुरी एड के बीच माना जाता है असिएंट तमिलनाडु में थ्री संगम को पॉपुलर वो चंदन के नाम से जाना जाता था और ये संगम पांडेम किंग की पिट्राज में ऑर्गेनाइज किया जाते थे संगम लिटरेचर तमिल कम इन चीन साउथ इंडिया की हिस्ट्री का में फोर्स है और ये लिटरेचर थॉट सेंचुरी ई से थर्ड सेंचुरी सी के दौरान लिखे गए थे संगम आगे की मेजर कंपोजिशन वैद्युतों के पाट्टुकड़ु और पीढ़ी कैलकुलेटर संगम पीरियड ग्रैजुअली डिक्लिन की तरफ मूव करने लगा के बाद अब हम बात करते हैं फर्स्ट सेंचुरी एड से पिस्सेंटली एड के बीच के टाइम पीरियड की और दोस्तों ये वह समय था जब अजंता की पेंटिंग्स को बनाया गया था अजंता पेंटिंग्स वक्त अगर इसकी बैटरी में बनाया गया था और अजंता की पेंटिंग्स जनरली बुद्धिस्म थीम पर भेज थी यहां की पेंटिंग ज्यादातर लाइफ ऑफ बुद्ध और स्टोरी पर बनी हुई थी और अजंता में टोटल ऐसी 29 केएफसी अजंता केव्स के बड़े में चाइनीस बुद्धिस्ट ट्रैवलर बाय चंद्रगुप्त सेकंड की रनिंग पीरियड में इंडिया आए थे और यूं इंसान जिन्होंने हर्षवर्धन की टाइम पीरियड में इंडिया को विजिट किया था उनकी बुक्स में भी इसका मेंशन मिलता है यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट की लिस्ट भी इंक्लूड किया गया है है दोस्तों वह सेंचुरी से थर्ड सेंचुरी तक इंडियन सबकॉन्टिनेंट में कुछ खास देखने को नहीं मिला बाय डी थर्ड सेंचुरी इंडिया के नॉर्थ वेस्ट में कुशन रूल का भी एंड हो चुका था और कुशन अंपायर को अफगानिस्तान और वेस्ट ऑफ इंडस्ट्री सस्सी इंडियन पावर के द्वारा दबाया गया दोस्तों 398 के आसपास गुप्ता एरा जिसे असिएंट गोल्डन आगे भी कहा जाता है उसकी शुरुआत होती है और इस टाइम पीरियड में हार्ट आर्किटेक्चर संस्कृत लिटरेचर स्टोंस कलर साइंस और टेक्नोलॉजी मेटल जी और फिलास्फाइड सेक्टर की फील्ड में काफी प्रोग्रेस देखने को मिलती है कुत्ता है इसलिए फाउंडर श्री गुप्ता थे जिन्होंने महाराजा का टाइटल झूठ किया था लेकिन गुप्ता डायनेस्टी की एक्चुअल फाउंडर चंदन गुप्ता फर्स्ट थे और इन्होंने 300-19 से 334 एड के बीच रूल किया था चंद को पहले गुप्ता रोलर थे जिन्होंने महाराजाधिराज डी ग्रेट किंग ऑफ किंग का टाइटल एडम किया था करीब 3008 के बीच में उनका हुआ तेरा के रूप में जाना जाता है कुमार देवी और चंद्रगुप्त पहले गोल्ड यह डिनर इशू करने वाले रोलर हैं और महरौली आयरन पिलर में इनके एक्सटेंशन का रिक्वेस्ट का डिस्क्रिप्शन मिलता है चंद्रगुप्त पोस्ट के बाद समुद्रगुप्त इस डायनेस्टी के नेक्स्ट रोलर बनते हैं और इनका टाइम पीरियड लगभग 300 35 से 300 एड तक बताया जाता है समुद्रगुप्त चंद्रगुप्त थे फर्स्ट की बेटे और गुप्ता डायनेस्टी में उनके सक्सेस थे इलाहाबाद पिलर डिस्क्रिप्शन में मेंशन है की समुद्रगुप्त ने दक्षिण पाठ में बहुत सारे किंग को रिपीट किया और उन्होंने अष्मवेद के जारी गोल्डन सिल्वर कोइंस अश्वमीत कोइंस भी इशू किया और फेमस स्टोरी विंसेंट स्मिथ ने समुद्रगुप्त को नेपोलियन ऑफ इंडिया का इसके अलावा इलाहाबाद पिलर इनस्क्रिप्शन में समुद्रगुप्त को धर्म प्रचारक बंधु कहा गया है और गुप्ता डायनेस्टी में अब बड़ी आई है नेक्स्ट रोलर यानी चंद्रगुप्त डी सेकंड की जिसे विक्रमादित्य के नाम से भी जाना जाता है और इनका टाइम पीरियड लगभग इस टाइम पीरियड में विक्रम आदित्य परम भागवत किया था इन्हें कोर्ट में फेमस नवरत्न मौजूद थे जो कालिदास अमर सिंह धनवंतरी ब्रह्म मित्र अरारुचि खटकड़ बेला भट्ट और शंकु थे और चाइनीस बुद्धिस्ट की कोर्ट को विजिट किया था लिटरेचर के फील्ड में इनके शासनकाल में बहुत प्रोग्रेस हुआ था और इसी समय को कालिदास का योग भी कहा जाता है चंद्रगुप्त सेकंड ने गोल्ड सिल्वर और कॉपर की कोइंस इशू किया थे और इस आगे में गोल्ड कोइंस को डिनर और सिल्वर कोइंस को रूपक कहा जाता था इस टाइम पीरियड के दौरान अराउंड 400 एड तक महाभारत और मेजर पुराण लिखी जा चुके थे दोस्तों विक्रमादित्य के बाद अब हम बात करते हैं उनका टाइम पीरियड 415 से 450 वीडियो में बताता है इस टाइम पीरियड में कुत्ता हेरा की सबसे ज्यादा कोइंस भयाना मुद्रा भांड राजस्थान से मिले इसके साथ ही फिटनेस इंस्ट्रक्शंस इनफॉरमेशन मिली है की कुमारगुप्त डी फर्स्ट के लास्ट डेज में पुष्यमित्र नमक जातियां ने गुप्ता अंपायर पर अटैक कर दिया था और उनसे लड़ने के लिए इनके बेटे स्कंदगुप्त को भेजो गया और वो उनको हारने में सक्सेसफुल रहे अराउंड 4005 से 400cc 780 तक का टाइम स्कंदगुप्त का माना जाता है और दोस्तों जूनागढ़ इनस्क्रिप्शन में हमें पता चला है स्कंदगुप्त ने सुदर्शन लेक को भी रिपेयर करवाया था इसके अलावा अनाज इनवेजन को रोकने का क्रेडिट भी स्कंदगुप्त को दिया जाता है और जूनागढ़ इनस्क्रिप्शन से इनफॉरमेशन मिलती है और 467 एज में स्कंद गुप्त की डेथ के बाद गुप्ता अंपायर का भी एंड हो जाता है विष्णु गुप्त 50046 तक लास्ट इग्नेश गुप्ता से गोल्डन आगे माना जाता है और आज से लेकर तक उसे फील्ड में प्रोग्रेस इस पीरियड में देखा जा सकता है कुत्ता अंपायर का ग्रेटेस्ट टेंपल देवगढ़ का दशावतार टेंपल है और गुप्ता किंग द्वारा बनाए गए बुद्धिस्ट में सारनाथ का धाम स्टूपनोटेबल है दोस्तों फिफ्थ सेंचुरी के और आते आते पूर्वी मालवा और सेंट्रल इंडिया के एक बड़े पार्ट में हुडा कब्जा कर लिया था और दोस्तों 400 से 500d यानी फिफ्थ सेंचुरी का समय नरक नीति का समय माना जाता है इस समय आर्यभट्ट की बुक आर्यभट्ट लिखी गई थी और इतना ही नहीं दोस्तों दुनिया को इस पीरियड में ही जीरो और डेसिमल सिस्टम के बड़े में भी जानकारी मिली दोस्तों अब अगर 500 पहले वीडियो के टाइम पीरियड में ए जाए तो ये वो समय था जब सेकंड जैन काउंसिल आयोजित की गई और काउंसिल का वेन्यू वाला भी और इसके अध्यक्ष कौन से अंतिम संकलन किया गया इनके साथ ही भारत में कई नई डायनेस्टी का राइस हुआ और इनमें सबसे फेमस है अराउंड 6 से 647 एड के हरियाणा के अंबाला जिला में हानेश्वर नमक जगह पर पुष्भूति डायनेस्टी का एस्टेब्लिशमेंट हुआ फर्स्ट डायनेस्टी में नरवर्धन राज्यवर्धन आदित्य वर्धन और प्रभाकर वर्धन जैसे रुलर्स हुए प्रभाकर वर्धन के दो बेटे राज्यवर्धन और हर्षवर्धन थे और हर्षवर्धन 606 एडी में थानेश्वर के रोलर बने हर्ष ने थानेश्वर से कन्नौज अपनी कैपिटल ट्रांसफर की भगवान सॉन्ग के अकॉर्डिंग हर्ष ने नॉर्थ इंडिया की पांच स्टेटस को अपने अंपायर में शामिल कर लिया था दोस्तों हर्षवर्धन को इंडिया का लास्ट हिंदू रोलर भी कहा जाता है और हर्ष ने तीन फेमस बुक्स नागानंद रत्नावली और प्रियदर्शी काली की थी वाणभट हर्ष जिन्होंने हर्ष चरित्र और कादंबरी जैसी बुक ही थी वे हर्षवर्धन के कोर्ट कवि थे इतना ही नहीं हर्ष के कोर्ट में हरिदत्त और जय हिंद जैसे फेमस स्कॉलर भी रहते थे हर्ष की लाइफ के बड़े में उनकी बायोग्राफी हर्ष चरित्र से इनफॉरमेशन मिलती है वहीं हर्ष के पीरियड की सोशल और रिलिजियस इनफॉरमेशन कादंबरी से मिलती है हर्षवर्धन के बाद राइस होता है अर्ली स्टेटस का जैसे हमने मेडिकल इंडिया के वीडियो में इसका लिंक आपको स्क्रीन पर दिखे रहा होगा उसमें कर किया है दोस्तों ये तो थी एक पॉलीटिकल जो है हिस्ट्री की और आशा करता हूं की आपको वीडियो पसंद आया होगा अगर आप ऐसे ही और वीडियो देखना चाहते हैं तो कमेंट क्षेत्र में जरूर बताइए मिलते हैं आपसे नेक्स्ट वीडियो में तब तक के लिए जय