Overview
इस लेक्चर में अनविंटेड (अलिखित) भारतीय इतिहास के स्रोतों का परिचय, उनका वर्गीकरण, विवरण और महत्व समझाया गया है।
भारतीय इतिहास के स्रोत : परिचय
- इतिहास को समझने के लिए मुख्यतः दो प्रकार के स्रोत होते हैं: लिटररी (साहित्यिक) और आर्कियोलॉजिकल (पुरातात्विक) स्रोत।
- इतिहास एक कहानी नहीं, अपितु प्रमाण और स्रोतों के आधार पर संकलित की जाती है।
साहित्यिक (लिखित) स्रोत
- लिटररी स्रोत दो भागों में बांटे जाते हैं: धार्मिक (रिलिजियस) और गैर-धार्मिक (सेक्युलर)।
- धार्मिक स्रोत: ब्राह्मणिकल, बौद्ध और जैन साहित्य, जिसमें वेद, उपनिषद, रामायण, महाभारत, पुराण, त्रिपिटक, आगम शामिल हैं।
- ब्राह्मणिकल साहित्य: वेदों के चार भाग - संहिता, ब्राह्मण, अरण्यक, उपनिषद; सामाजिक, दार्शनिक और सांस्कृतिक जानकारी देते हैं।
- बौद्ध साहित्य: त्रिपिटक (विनय, सुत्त, अभिधम्म); अधिकतर पाली भाषा में।
- जैन साहित्य: आगम (अर्धमागधी व प्राकृत में); महावीर के समय की जानकारी।
- गैर-धार्मिक स्रोत: धर्मशास्त्र, अर्थशास्त्र (कौटिल्य), संस्कृत एपिक्स, संगम साहित्य (दक्षिण भारत), नाटक/नाट्यकृतियाँ, मुद्रा राक्षस आदि।
विदेशी यात्रा वृतांत (फॉरेन लिटरेचर)
- ग्रीक, रोमन, चीनी यात्री (मेगास्थनीज, फाह्यान, ह्वेनसांग) ने भारत की समाज, राजनीति व अर्थव्यवस्था का विवरण दिया।
- विदेशी स्रोत भारतीय इतिहास की महत्वपूर्ण कड़ियाँ हैं।
पुरातत्विक (आर्कियोलॉजिकल) स्रोत
- मुख्य स्रोत: अभिलेख (इंस्क्रिप्शंस), मुद्राएँ (कॉइन्स), स्मारक (मॉन्यूमेंट्स), मूर्तियाँ, बर्तन।
- अभिलेख: पत्थर, तांबा इत्यादि पर लिखे, राजकीय व निजी दोनों प्रकार के; अशोक के शिलालेख, समुद्रगुप्त की प्रशस्ति प्रसिद्ध।
- मुद्राएँ: पंच मार्क, इंडो-ग्रीक, कुषाण, गुप्तकालीन सिक्के; शासन, आर्थिक और समाज का प्रमाण।
- स्मारक: टे म्पल, स्तूप, विहार; स्थापत्य एवं सांस्कृतिक जानकारी।
- उत्खनन स्थल: हड़प्पा, महेंजोदड़ो, वैष्णो, नालंदा, अमरावती, मथुरा आदि।
Key Terms & Definitions
- लिटररी स्रोत — लिखित ग्रंथ जैसे वेद, पुराण, बौद्ध तथा जैन साहित्य।
- आर्कियोलॉजिकल स्रोत — खुदाई में मिले पुरावशेष, अभिलेख, सिक्के, मूर्तियाँ।
- त्रिपिटक — बौद्ध धर्म के पवित्र ग्रंथों का संग्रह।
- संघम साहित्य — प्राचीन तमिल साहित्य, जो दक्षिण भारत के समाज का लेखा-जोखा है।
- अभिलेख — पत्थरों/धातु पर लिखे ऐतिहासिक शिलालेख।
- मुद्राएँ — प्राच ीन सिक्के जिनसे राजनीत-आर्थिक जानकारी मिलती है।
Action Items / Next Steps
- लिटररी और आर्कियोलॉजिकल स्रोतों का चार्ट बनाकर तुलना करें।
- ब्राह्मणिकल, बौद्ध, जैन, विदेशी यात्रियों के स्रोतों के उदाहरण याद करें।
- प्रमुख अभिलेखों और सिक्कों के नामों को रिवाइज़ करें।