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उप्स (OOP) का परिचय और सिद्धांत

Nov 17, 2024

उप्स (OOP) का परिचय

उप्स क्या है?

  • उप्स का अर्थ: वस्तु आधारित प्रोग्रामिंग (Object Oriented Programming)
  • एक प्रोग्रामिंग पैराडाइम है, यानी प्रोग्रामिंग करने का एक तरीका
  • मुख्यतः डील करता है क्लासेस और ऑब्जेक्ट्स के साथ

क्लास और ऑब्जेक्ट्स

  • क्लास: एक ब्लूप्रिंट या खाका, जिसमें प्रॉपर्टीज और बिहेवियर्स को डिफाइन किया जाता है
  • ऑब्जेक्ट्स: रियल वर्ल्ड एंटिटीज की प्रेसेंटेशन, क्लासेस से बनते हैं
  • उदाहरण: कार की क्लास में ब्रांड, मॉडल, रंग जैसी प्रॉपर्टीज और एक्सीलरेट, ब्रेक जैसे बिहेवियर्स हो सकते हैं

उप्स के चार प्रमुख सिद्धांत

1. एन्कैप्सुलैशन (Encapsulation)

  • डाटा और मेथड्स को एक सिंगल यूनिट में बंडल करना
  • डाटा हाइडिंग: प्राइवेट एक्सेस मॉडिफ़ायर के जरिए डाटा को छुपाना
  • गेटर्स और सेटर्स का उपयोग करके डाटा को एक्सेस करना

2. इनहेरिटेंस (Inheritance)

  • एक क्लास का दूसरी क्लास से प्रॉपर्टीज और बिहेवियर्स को इनहेरिट करना
  • कोड रीउसिबिलिटी को बढ़ाता है
  • उदाहरण: कैट और डॉग क्लासेज एनिमल क्लास को एक्सटेंड कर सकते हैं

3. पॉलीमॉर्फिज़्म (Polymorphism)

  • एक ही मेथड के लिए कई इम्प्लीमेंटेशन
  • सबक्लास ऑब्जेक्ट को सुपरक्लास के रेफरेंस वेरिएबल के रूप में ट्रीट करना

4. एब्स्ट्रैक्शन (Abstraction)

  • इम्प्लीमेंटेशन डिटेल्स को छुपाना
  • यूजर इंटरेक्शन के लिए केवल जरूरी इन्फार्मेशन दिखाना
  • उदाहरण: टीवी और रिमोट का उपयोग

अन्य प्रोग्रामिंग पैराडाइम

  • इम्पेरेटिव: चरणबद्ध तरीके से प्रोग्रामिंग
  • डिक्लेरेटिव: क्या करना है इस पर फोकस
  • फंक्शनल: फंक्शन्स को वेरिएबल्स की तरह ट्रीट करना

निष्कर्ष

  • उप्स प्रोग्रामिंग का एक प्रभावी तरीका है जो क्लासेस और ऑब्जेक्ट्स पर आधारित है
  • उप्स के चार सिद्धांत प्रोग्रामिंग को मॉड्यूलर और रीउसिबल बनाते हैं

नोट:

अगले लेक्चर में हम मेथड्स और उप्स के इन चार सिद्धांतों को विस्तार से देखेंगे। इससे संबंधित अन्य प्रोग्रामिंग पैराडाइम्स का भी अध्ययन करेंगे।