कि नमस्कार दोस्तों वेलकम टू स्टडी आइक्यू श्रीमान श्याम को दोस्तों आज के अपने सेक्शन में हम कवर करेंगे आर्टिकल फॉर टीम को जो कि हमारा पहला फंडामेंटल राइट है क्योंकि बात करता है राइट टू इक्वालिटी इनकी समानता के अधिकार की आज भी अपने सेक्शन में हम आर्टिकल प्रोटीन का मतलब देखेंगे साथी में इससे जुड़े हुए सभी केस क्लोज देखेंगे और इससे जुड़ी हुई अलग-अलग डॉक्ट्रींस भी हम कवर करने की कोशिश करेंगे तो चलिए शुरुआत करते हैं सबसे पहले दोस्तों अगर अभी तक आपने स्टडी आइक्यू जूडिशरी को यहां पर सब्सक्राइब नहीं किया तो फटने से सब्सक्राइब कर लीजिए खासकर के वो लोग जो की या तो चिड़ी की तैयारी कर रहे हैं या फिर किसी ने एग्जामिनेशन जैसे कि फ्लाइट आदि की तैयारी कर रहे हैं अगर आप लीगल अवेयरनेस में भी विश्वास रखते हैं तो इस चैनल पर आपको काफी कुछ मिलेगा आप इसे सब्सक्राइब कर सकते हैं चलिए अब बात करते हैं और टिफिन की देखें जस्टिस पीएन भगवती ने आर्टिकल प्रोटीन की इंपॉर्टेंस पर हाईलाइट करते हुए कहा था कि यह एक ऐसा वायरल प्रिंसिपल है विटलाइज्ड को ऑफ रिपब्लिक डे जब देखिए हमारी फॉर्म ऑफ गवर्नमेंट जो है वह रिपब्लिकन फॉर्मेट भी है जहां पर हमारा हेड ऑफ द स्टेट वह शुभेंदु पब्लिक होता है अब उन्होंने कहा कि इस प्रिंसिपल में जहां पर है डोंट इस स्टेज बाय रिपब्लिक यह एक राइट टो इक्वलिटी का प्रिंसिपल है जो कि इसके को लाइक करता है देखिए अगर बात करें मुनार की तो वहां पर सबको पता है कि भाई जो है दस टेस्ट है वह एक ही फैमिली से आना है लेकिन रिपब्लिकन एवं में जहां पर हमने पहले जो प्रेसिडेंट देखे वह एक ऐसे प्रेसिडेंट से जो कि ऐसी को मिनट इसे थे आज की जो हमारी प्रेसिडेंट है वह आती है ट्राईबल कम्युनिटीज यानि कि इससे पहले हम सब देख चुके हैं कि मुस्लिम कम्युनिटी से हुए भी प्रेसिडेंट रह चुके हैं से 15 मिनट इसे भी प्रेसिडेंट रह चुके हैं हिंदू कमेटी से भी प्रेसिडेंट रह चुकी हैं यानी कि रिपब्लिकन फॉर्म ऑफ गवर्नमेंट में जो सबसे इंपोर्टेंट जो प्रिंसिपल काम कर रहा है वह क्वालिटी का प्रिंसिपल क्योंकि सभी को समान अधिकार मिल चुका है कि वह टॉप पोस्ट तक पहुंच सकते हैं भारत की नव ऐसे में दोस्तों उन्होंने एक दो और बातें कहीं उन्होंने कहा कि जब हमारे संविधान निर्माताओं ने संविधान बनाया था उस समय उन्होंने जैसे सोसायटी की एक टी-शर्ट इस क्लास इटेलियन सोशियो इकोनामिक ऑर्डर की दुल्हन कल्पना की थी वह आर्टिकल फोटो में दिए गए राइट टू इक्वालिटी के प्रिंसिपल से ही संभव है इस वजह से उन्होंने कहा कि अगर हम नोटिफिकेशन या फिर से किसी एक को चुनने के प्रति तो हम डिवोशन को यूज करेंगे तो यह बात हुई कि अब बात करते हैं चैनल को सब्सक्राइब करें सबसे पहले की जिम्मेवारी दी गई है को ऑप्शन नहीं है अगर यहां पर एसिड होता तो यह डाट यह डाट आता कि कैसे जब यहां पर हमने शब्द यूज कर दिया एनी पर्सन नोकिया 1110 स्टेट शाल नॉट डिनॉय एनी पर्सन इक्वलिटी बिफोर लॉ एंड प्रोडक्शन यहां पर इसको भी कीजिए फर्स्ट क्वालिटी फॉर प्रोटेक्शन ऑफ लॉस अब यहां पर यह और यहां पर सिर्फ तो यह डिटेल्स जिसे आज हम डिस्कस करने की भारत की भारत की हम सब जानते हैं कि भारत की झोली में जाता है इसे हम रिटेल में डिस्कस कर चुके हैं जैसे कि हमने शुरुआत कि यहां पर जो यह है यह ऊपर राघवन में सिर्फ भारत के नागरिक इसके अलावा भी जाते हैं लीगल रिसर्च कंपनी भी चीज ध्यान रखना है कि जो की नियुक्ति इसको बोलते हैं उन्हें पार्टी वोटिंग के तहत कोई प्रोटेक्शन नहीं मिलते हैं ना जैसे कि हमने इसमें देखा इस आर्टिकल में दो कंसेप्ट से बेसिकली वन इज इक्वलिटी बिफोर लॉ एंड सेकेंडरी स्कूल प्रोटेक्शन ओ क्लॉक इक्वलिटी बिफोर लॉ की अगर बात करें दोस्तों यह एक ब्रिटिश और का कंसेप्ट यानि कि हमने ब्रिटिश ट्यूशन ब्रिटिश पार्लियामेंट्री फॉर्म इसे यहां से ऐड किया है और प्रोटेक्शन जो है वह अमेरिका और चीन का कंसेप्ट फर्स्ट क्वालिटी और यह एक लेखक हूं कहां गया है क्योंकि यह को करता है स्टेट गवर्नमेंट टो प्रोवाइड करता है सरकार को प्रोवाइड करता है कि सरकार किसी के प्रति भेदभाव नहीं करेगी subscribe and subscirbe दूसरा subscribe comment and subscirbe यह थोड़ा सा और आधे घंटे में समझेंगे सबसे पहले बात कर लेते हैं नेगेटिव कंसेप्ट की दैट इज इक्वलिटी बिफोर लॉ गीत उससे भी पहले हमें यह समझना चाहिए कि आर्टिकल फॉर रूटीन में जो आर्टिकल फुटर में हमने इक्वलिटी बिफोर लॉ मेडिकल प्रोटेक्शन ऑफ रोक रखा है यह एक और रिक्वायरमेंट को फॉलो करता है भारत ब्रिटिश यूनिवर्सल डिक्लेरेशन नॉन ह्यूमन राइट्स में एक यह जो प्रिंसिपल दिया गया है हम उसे भी फुल कर रहे हैं मैं आर्टिकल रूटीन क्या है यह प्रिंसिपल कहते जी ऑल अरे इक्वल बिफोर लॉ एंड ऑर्डर इन टाइटल विदाउट डिस्क्रिमिनेशन प्रोडक्शन आफ थिस आर्टिकल फॉर टेलिंग और हमारा संविधान का वह मैच कर रहा है कि से यू डियर 4 में दिए गए प्रिंसिपल से जो कि इन दोनों ही प्रिंसिपल को लेकर चलता है चलिए अब बात करते हैं इक्वलिटी बिफोर लॉ की जिसे हमने अभी कहा कि यह ब्रिटिश टेलीविजन का कंसेप्ट है और यह एक नेगेटिव कंसेप्ट है क्यों नेगेटिव कंसेप्ट थोड़ा सा से समझते हैं देख ना इक्वलिटी बिफोर लॉ मिंस लॉ लॉ यहां पर आ ड्यू टो विच डाइजेस्टिव डायजिन यहां पर कहां का इसका मतलब निकलता है कि देर शेल्बी रूल ऑफ लॉ आफ इक्वलिटी बिफोर लॉ का मतलब केवल इतना है जो 181 के जो रूल ऑफ लॉ की डिग्री ली थी वह लागू होगी अब लें और उसमें यह भी कहा गया है दश एल्बम नो वन विल बे अबाउट द नौ परसेंट से भी ब्लॉक पॉजिटिव फॉर लोग थोड़ा सा हम और डिटेल में डिस्कस करेंगे इसमें यह कहा गया है धैर्य सेलेब्स की तरफ पोस्ट द पावर ऑफ द सिस्टम एंड कोट्स फॉर इक्वैलिटी मतलब यह है कि फिर कोई किसी कर्मचारी पर काम करने वाले कर्मचारी को मजबूर हो या फिर कोई बहुत ही बड़ा सब्सक्राइब पर कानून लागू होगा किसी ने अगर किसी का मर्डर कर दिया किसी ने चोरी की है किसी ने भी कोई यहां पर चीटिंग की इन सबके ऊपर आईपीसी बराबरी से लागू होगा किसी ने भी कोई कॉन्ट्रैक्ट तोड़ा है तो कॉन्ट्रैक्ट लो बराबरी में लागू होगा इसका मतलब यह है कि इक्वलिटी बिफोर लॉ कहती है कि कानून की नजरों में सब बराबर है आपने देखा भी है लेडीस ड्रेस को आपने देखा भी है कि उनकी आंखों पर पट्टी बंधी होती हैं और हाथ में एक वे जो मशीन होती अब ऐसा क्यों है देखिए ऐसा इसलिए है क्योंकि उनको प्रोहिबिट किया गया है या उनके जो प्रिंसिपल है वह यह है कि वह यह नहीं पर करती है कि मैं किसके साथ न्याय कर रही हूं और मेरे सामने कौन है वह यह देखती है कि सही पलड़ा किसका है और गलत किसका है और बिना भेदभाव के कि सही कौन है गलत कौन है वह यह न्याय करती हैं ना इक्वलिटी बिफोर लॉ मींस द बेस्ट ऑल द पर्सन शोल्ड बे ट्रीटेड लाइक थिस पेज एंड लायबिलिटीज इंपोज्ड बाय फैंस आफ डिस्क्रिमिनेशन बिटवीन वन पर सेंट एंड द प्रिंसिपल से बात करते हैं कि रूल ऑफ लॉ का जो बेसिक प्रिंसिपल प्रिंसिपल है वह इसमें रखा गया है इक्वलिटी बिफोर लॉ शीघ्र ही होता है रूल आफ लॉ ओर रूल आफ लॉ इसे थोड़ा सा बीडीसी ने एक किताब लिखी थी इंट्रोडक्शन टू द कॉन्स्टिट्यूशन की किताब में उन्होंने रूल आफ लॉ ओर रूल आफ लॉ ग्रेजुएट किया कि प्लेटो और एरिस्टोटल के समय में शब्द का इस्तेमाल होता था उसे थोड़ा सा और उन्होंने में बेसिक प्रिंसिपल्स थे बेसिक प्रिंसिपल्स थे बेसिक प्रिंसिपल सबसे घृणित जिसके पॉवर और डिस्क्रीशनरी पावर्स टो मीट ऑफिशल्स इसका मतलब है कि इसका मतलब है आ रहा है दोस्तों कि जो भी व्यक्ति कानून तोड़ रहा है केवल उसी को आपके पास पर विश करने की एक पॉवर है गवर्नमेंट ऑफिशल्स के पास उसे ही पर विश करने की पावर है बट ऑफिस के पास आर्मी तेरी पॉवर नहीं है कि वह किसी को भी मनचाहे पनिश कर लेंगे किसी को भी नहीं पर इस करेंगे आप ने फ्रांस की अगर हिस्ट्री पड़ी होगी तो वहां पर आपको देखने को मिलता है कि एक समय ऐसा भी था कि रूलर्स अरेस्ट वारंट बेचा करते थे यानी कि आप अगर किसी को अरेस्ट करना चाहते रूलर को पैसे देकर आप उसे अरेस्ट वारंट खरीदने थे आप अपनी मनमर्जी से किसी को भी अरेस्ट कर सकते थे ना डाइट चार्ट बैटरी आपके पास आर्मी रैली पॉवर है कि आप वह अरेस्ट वारंट के तहत किसी को भी अरेस्ट कर सकते हो लेकिन रूल ऑफ लॉ क्या कहता है रूल ऑफ लॉ है कि दुबई ऐप सलूट सुप्रीमेसी आफ लॉर्ड थेरे हद बीन नो आर्बिट्रेरी पावर यानि की आपके पास केवल उन्हीं को पनिश्ड करने की पावर होगी जो कि कोई कानून तोड़ते हैं कोई कानून नहीं तोड़ा है तो आप उसे पनिश्ड नहीं कर सकते दूसरा इसमें जो प्रिंसिपल था जस्टिस क्वालिटी भी चार लौंग एडाप्टिव विलो अब इसमें जो कि हमने अभी डिश किया यही व प्रिंसिपल है जो कि आर्टिकल में हमने डोंट किया है रूल ऑफ लॉ टो कंपलीटली भारत में ऐड नहीं किया गया इसमें जो बेसिक प्रिंसिपल आफ में ऐड किया है जस्टिस इक्वलिटी बिफोर लॉ जो कि टिफिन में हम पढ़कर भी आ रहे हैं ना क्वालिटी फ्लोर जैसे कि हमने एक्सप्लेन किया कि भाई सभी क्लासिक जो है जो सभी लोग हैं जो सभी लोग हैं वह कानून की नजरों में बराबर है किसी के साथ भी भेदभाव नहीं किया जाएगा नाम सेक्शन फॉर द सेम फॉर ऑल इसमें लॉज एम्पलाइज इन थे सेम मैनर कॉफी बीट ऑफिसर माइंड एवरी वन इन इंग्लैंड विद अशीष जैन ऑफिशल आफ स्टेट फॉर र प्राइवेट इंडिविजुअल आईएस बाउंड टो बे थे सेम लॉ यह रूल ऑफ लॉ का सेकंड प्रिंसिपल आफ इक्वलिटी बिफोर लॉ और हमने भारत में भी इसे लागू किया है आर्टिकल वोटिंग के तहत थर्ड जो प्रिंसिपल है रूल ऑफ लॉ का डेट कॉन्स्टिट्यूशन इज द रिजल्ट ऑफ ऑर्डिनरी लॉ आफ लैंड दीक्षित प्रिंसिपल को थोड़ा सा और समस्या रूल ऑफ लॉ का हमारा कंसेप्ट क्लियर हो जाएगा हम जनरली क्या कहते हैं कि कॉन्स्टिट्यूशन इजी बेसिक लॉ आफ थे लैंड रिटन कांस्टीट्यूशन खास करके जो है वह बेसिकली अ फील होता है जो बाकी के सारे संविधान के बाद कानून बनते हैं वह कानून जो है वह संविधान के दायरे में ही रहेंगे आपने मेरी अगर पहले की क्लासेज भी देखे होंगे तो इसमें हमने कहा भी था डेट कॉन्स्टिट्यूशन जो है वह क्या है बेसिक लौट लूप है अब बाकी के जितने भी कानून बने चाहे वह कोई कानून बने वह कानून जो उन्हें पावर कहां से मिल रही है कॉन्स्टिट्यूशन से मिल रही है वह कानून जो है इस कॉन्स्टिट्यूशन के दायरे में ही रहेंगे साथ में हम यह कहते हैं कि हम जो लिबर्टी रिटर्न कोशिश करें भारत के संविधान की अगर बात करें तो एक रिपोर्ट सबस्क्राइब करें यह समय मिल जाता है कि जो रूल ऑफ लॉ कर थर्ड प्रिंसिपल को यह कहते है कि कॉन्स्टिट्यूशन नहीं है विच सिर्फ व इट इज द जजमेंट वैरीयस पोस्ट्स बाय दर्स ओं गंगा क्यों इसको भारत में रिटन कांस्टीट्यूशन रिटन कांस्टीट्यूशन होने की वजह से ने कहा कि यह हमारी जो कि हमारा बेसिक है कि जितने भी कानून के दायरे में रहकर और इसी से हम देते हैं लेकिन इंग्लैंड में जहां पर लाया गया था वहां पर रिटन कांस्टीट्यूशन वहां पर क्या है और हम पहले ही देख सकते हैं वहां पर ले या फिर इसलिए कि वह शीघ्र ही वाले थे छोटे वहां पर पार्लिमेंट या लेजिस्लेटर्स सुप्रीम रहती है अब ऐसी सिचुएशन में जहां पर लेजिस्लेटर्स सुप्रीम रिटन कांस्टीट्यूशन नहीं एक किताब है जिसे संविधान वहां पर हमने यहां पर ने कहा कि इंडिविजुअल रूम्स एंड सब्सक्राइब उन्हें यहां पर उल्टी गंगा बह रही है उन्होंने कहा कि ट्यूशन में लिबर्टी की वजह से है वह हमारे जो कानून और उनके साथ जुड़ी हुई जजमेंट की वजह से और अब स्कूल रिजल्ट एंड इवन अंडर डिविडेंड ऑप्शन आफ प्रिंसिपल्स हम यहां पर झुक से उन्हें यह जो पहला प्रिंसिपल था वह मैंने देखा है फुट सुप्रीमेसी आफ दिनों डेटिंग और बैटरी पावर विद थे गवर्नमेंट ऑफिशल्स दूसरा है इक्वलिटी बिफोर लॉ एंड तीसरा है क्या द कॉन्स्टिट्यूशन इज ए रिजल्ट आफ ऑर्डिनरी लाइफ इवेंट्स इन तीन में से जो रूल ऑफ लॉ की तीन प्रिंसिपल्स ढंग से प्रिंसिपल व हमने किया है ना वर्सेस स्टेट ऑफ जस्टिस रेड्डी ने कहा था उन्होंने कहा था कि TV और इसे सब्सक्राइब करें कि कोई भी ऐसा नहीं होगा ऐसी कोई नहीं होगी जो कि के ऊपर हूं यह 10 इंडो अमेरिकन सोसायटी इन विच बाय थे प्रिंबल एंड पार्ट्स 6 पॉइंट फोर्थ ऑफ बिर्थ इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन तो यह बेसिकली थोड़ा सा जजमेंट में कुछ बात कही गई है आप उसे कोर्ट करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं ना आगे बढ़ते हैं और फट से बात करते हैं क्या कहा गया है कि रूल ऑफ लॉ की जो हमने बात कही है खासकर के जूस का सेकंड प्रिंसिपल हमने बात की है वह हमारे आर्टिकल वोटिंग में हमने पेट व्यायाम और आर्टिकल वोटिंग किया है बेसिक फीचर है हमारे कॉन्स्टिट्यूशन का तो इसी हिसाब से हम अगर बात करें तो रूल ऑफ लॉ का व प्रिंसिपल है वह बेसिक फीचर बन जाता है हमारे संविधान का अब सेकंड प्रिंसिपल की बात करते हैं दैट इज इक्वल प्रोटक्शन आफ लोग देख इक्वल प्रोटक्शन आफ लॉज में अगर आप यहां पर ध्यान दें तो जो वर्ड है वह लांच अब यह जो लांच शब्द इस्तेमाल किया गया है यह रूल ऑफ लॉ से थोड़ा डिफरेंट है बेसिकली यह जो नॉलेज शब्द इस्तेमाल किया गया है इसको यूज किया गया है ऑर्डिनरी स्टेट्यूट के लिए जो हमारे ऑर्डिनरी कुन होते हैं उनमें यह इस तरह उनको रेफर करने के लिए इस्तेमाल किया गया है Twitter प्लूरल टर्म क्वालिफिकेशन ऑफ लॉस एंड यहां पर क्लीयरली रेफर कर रहा है स्टेट्यूट्स को नौ यह क्या कहते हैं चलिए से थोड़ा सा समझते हैं कहा कि मेडिकल प्रोटेक्शन ऑफ लॉ आफ स्टूडियो डी गवर्नमेंट व्हो ई एम ई नॉट डिनॉय पीपल इक्वल प्रोटेक्शन ऑफ लॉस इन इक्वल सर्कमस्टांसिज उसको समझकर थोड़ा सा देखिए दो बच्चे हैं एक बहुत ही बड़ा है एक बहुत ही छोटा इन दोनों की नींद से नहीं हो सकते हैं अगर कोई छह महीने का बच्चा है उसका जो कि अगर कोई 11 साल का बच्चा कि अलग इसी तरह सब्सक्राइब 280 क्लास है ऐसे कुछ लोगों का ग्रुप है जो कि हमेशा से और दूसरा ग्रुप है जो कि हमेशा से इन दोनों की साइज अलग-अलग हो गई इन दोनों की क्षमता से अलग हो गए कि दोनों को एक ही तरह से ट्रीट करोगे तो यह इन फैक्ट इन क्वालिटी हो जाएगा एनसीआरटी में बहुत अच्छा एग्जांपल है जहां पर नियुक्त घ्र यह अलग-अलग तो उसको नहीं दिया गया तो उसे बहुत बड़ा नियुक्ति के यहां पर हमने को हमने अलग-अलग इसी को हम यहां पर इसे सब्सक्राइब का मतलब यह कि जो लोग सरकार में हैं उन्हें आप जो लोग कुली पुलिस ने उन्हें आप निकली ट्रीट करेंगे अब यह तीन हम यहां पर लोग देख जो कि तीनों अलग-अलग इसी व्यक्ति का सबसे लंबे अगर कोई व्यक्ति तो इसे हम यहां पर कोई नहीं देंगे इसे हम किसी व्यक्ति के बराबर में खड़ा कर देंगे क्योंकि यह दोनों से सरकमस्टेंसस इन्हें कोई ट्रीटमेंट लेकिन अगर यह चौथा व्यक्ति कि मुझे भी तो अगर हम उसे वह करते हैं तो यहां पर जो व्यक्ति जो प्लीज उन्हें आपने से प्लेटफार्म पर खड़ा करके यहां पर कोई क्वालिटी की बात नहीं कि यहां पर आपने बात कर लो मतलब कि जो लोग प्लीज सब्सक्राइब उन्हें अलग-अलग सब्सक्राइब नहीं सकते हैं यहां से हम शुरू करते हैं कंसेप्ट ऑफ रिजर्वेशन यहीं से रिज़र्वेशन हमारा बेसिक कंसेप्ट है वहीं से उसकी रूट कॉल है अब एक खास करके हमारी सोसाइटी के अगर हम बात करें तो कई सारी यह क्लासेज रही हैं जो कि हिस्टॉरिकली डिप्रेस्ड रही है इस स्टोरी के लिए पिछड़े वर्ग रहे हैं ट्रेवल्स की बात करें या फिर हम विकास की बात करें खासकर दलित जाते हैं ऐसे लोगों को हमेशा से जो अपर कास्ट यह वर्णन उन्होंने दबाया कभी नहीं कभी उन्हें सम्मान नहीं दिया गया उन्हें पोषणीय नहीं दिया गया ऐसे में आज हमने उनकी अगर हम उन्हें उन्हें एक्स्ट्रा मदद नहीं करते हैं उन्हें हम रिजर्वेशन नहीं देते हैं क्योंकि उनका हमेशा से ऐसा क्यों नहीं मिली उन्हें कोई रिसोर्सेस डेवलपमेंट की क्षमता जो कि जो उनकी अगर हम आज ब्यूटीफुल प्रोटेक्शन ऑफ लॉ की बात करते हैं तो हम क्या कर रहे हैं तो ऐसे लोग हैं जो हमेशा से पिछड़े हुए हैं उन्हें हमने कुछ रिजर्वेशन दे दी उन्हें हमने कुछ रिजर्वेशन इन एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस में दे दी कमेंट बॉक्स में दे दी ताकि वह अपनी जो थोड़ी-बहुत कैपेबिलिटीज की कमी है उसको उसकी वजह से पीछे न रह जाएं उन्हें भी बराबरी का अधिकार मिल सकें तो यह कौन प्रोटेक्शन ऑफ लॉस इक्वल प्रोटक्शन आफ फ्लॉवर्स में अगर हम बात करें तो हमने यह ड्राइड किया है अमेरिकन कॉन्स्टिट्यूशन से उसमें भी सेक्शन-1 है 14% का कमिटमेंट का कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ़ प्यास का वहां से हम यह कंसेप्ट को उठाया है ना यह जो कंसीडरेशन आफ इसको हमने ऑलरेडी कि जो चरणजीत लाल चौधरी यूनियन ऑफ़ इंडिया केस में सुप्रीम कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया ने कहा है कि सरकार से यह बातें सुप्रीम कोर्ट ने इस पूरे कंसेप्ट से लेकर कहीं है दूसरी बात यहां पर कहीं डे स्टेट कैन वे इंक्रीज इनेबल क्लासिफिकेशन फॉर थे परपज आफ लेजिसलेशन तीसरा है प्रेजेंटेशन और इनेबल हिस एंडेवर आफ लेजिसलेशन एंड चौथा है कि बर्डन आफ प्रूफ इस ऑन 240 लेजिसलेशन यह तीन पॉइंट्स आपको शायद इतने ज्यादा क्लियर नहीं हो पाए होंगे पहला पॉइंट हमने इसके 2 क्लियर हुई जाते व्हाट इज दिस क्लासिफिकेशन रीजनेबल क्लासिफिकेशन व्हाट इज द प्रिवेंशन ऑफ विज़िबल इसको थोड़ा सा समझेंगे लेकिन उससे पहले सेंट स्टीफंस का एक वेज जोक्स था उसे देख लेते हैं सर्विसज यूनियन और यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली में क्या कहा गया इससे जुड़ा हुआ कुछ बात कही गई चलिए देखते हैं इसमें कहा गया देखिए प्रोडक्शन आफ लॉयर्स डिग्रेडेड पॉजिटिव वाइब्रेशन हॉटस्पॉट ऑफ स्टेट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ने सब्सक्राइब एवरीवन एंड यहां पर यूज किया गया स्कूल के प्रिंसिपल को कि नव मेनका गांधी के केस में भी यह बात कही गई दैट आर्टिकल प्रोटीन स्ट्राइक शेट्टी आर्बिट्रेशन डिटेक्शन एंड शोल्ड फीयर एंड इक्वलिटी इन दी ट्रीटमेंट क्लीनिक है और इस पर हम बाद में आएंगे सबसे पहले यहां पर डॉक्ट्रिन आफ पिंपल क्लासिफिकेशन की जो बात कही गई है उसे हम समझते हैं लेकिन यह दिन तीन पॉइंट्स आप देखना चरणजीत लाल चौधरी वर्षीय ऑफ इंडिया में इसमें यह जो पिंपल क्लासिफिकेशन है इसे थोड़ा सा समस्या फटाफट से और उसके लिए हमें समझनी होगी डॉक्टर नौकरी नेवल क्लासिफिकेशन दांव क्या है यह चैप्टर नोट पिंपल क्लासिफिकेशन चलिए देखते हैं हमने अभी बात की कि जो ऐसे लोग हैं हमने एक्सांपल भी लिया कि एक बच्चा है और एक बहुत ही बड़ा है 6 महीने का बच्चा और 11 साल का बच्चा इन दोनों में हमने खाना अगर खिलाने तो एक साथ खाना नहीं खिला सकते हैं हम यहां पर इन्हें क्लासिफाई करेंगे एक छोटा बच्चा उसे हम उस हिसाब से खाना खिलाएंगे एक बड़ा बच्चों से हम उसके हिसाब से खाना चाहेंगे इसे हमने क्लासिफाइड कर लें दोनों बच्चों को हमने उनकी ऐज के हिसाब से क्लासिफाइड कर लिया था और अब क्या मैं ऐसा कर सकता हूं कि इस तरह से क्लासिफाई करना शुरू कर दूं कि भई जिसके सफेद बाल हैं जिस बच्चे के भी अगर बाल सफेद है उसे मैं ज्यादा खाना दूंगा जिस बच्चे के बाल सफेद नहीं है उसे हम दूसरा खाना देंगे क्या यह पिंपल क्लासिफिकेशन होगी मान लीजिए अब इसे लाइक आता है छोटे बच्चों के लिए मैंने अगर यह कहना शुरू कर दिया कि जो बच्चों के बाल सफेद हैं उन्हें सह दूंगा जो बच्चों के बाल ब्लैक है उन्हें में यह दूसरा खाना दूंगा क्या यह पिंपल क्लासिफिकेशन है बिल्कुल नहीं है पिंपल क्लासिफिकेशन का क्या मतलब है चलिए समझते हैं इस एक्ज़ांपल से वैसे तो आपने समझ लिया होगा आ न िकया कहता है इट्स गुड टू इक्वल प्रोटक्शन आफ लॉग इन 10th आर्टिकल फॉर 10 बूंद डाल लो स्विट्जरलैंड करेक्टर इट इज नॉट वेयरिंग डिग्री ऑफ पेरिमीटर ऑफ़ द डिफरेंट टाइप्स आफ पर्सन वेयरिंग ट्रीटमेंट सिमला एग्रीमेंट कोट बाय नेचर अटेनमेंट एंड सरकमस्टेंसस इन थिस पोजिशन इसमें सिंपल सी बात यह कही गई है रिबन क्लासिफिकेशन में कि भई देखिए हम यह चीज को शुरू करते हैं यहां यह चीज को एक्सेप्ट करते हैं कि सभी लोग जो है सेम नहीं होते हैं वहीं जब सभी लोग यह टेंट के पास लेवल पर सेव नहीं होते कई सारे ऐसे लोग हमें देखने को मिलते हैं कि जो पिछड़ गए हैं और कई सारे जो है वह ब्रिटिश उसे बिलॉन्ग करते हैं ऐसे में हम इन दोनों के बीच में रीजनेबल क्लासिफिकेशन करेंगे और यहां पर उनको अलग-अलग ट्रीटमेंट करेंगे तो आर्टिकल प्रोटीन में ही रिबल क्लासिफिकेशन कोड एंड ड्रोस किया गया है टेस्ट पिंपल क्लासिफिकेशन की अगर बात करें तो स्टेट ऑफ मुंबई वर्सेस बलसारा का एक हिस्सा जिसमें इसे डेवलप किया गया अब इसमें क्या कहा गया है चलिए देखते हैं ना यह सेट क्लास लेजिसलेशन को तो आप नहीं कर सकते क्लासिफिकेशन को कर सकते हैं इसलिए का क्या मतलब हुआ कि आप किसी से लोगों को अलग से क्लासिफाई कर दो और उनके हिसाब से कानून बना था जैसे कि मैंने अभी कहा कि एक ऐसा व्यक्ति है जिसके अब हाईट बहुत शानदार है एक ऐसा व्यक्ति है जिसकी हाईट बहुत कम है आपने इन दोनों को केवल हाईट के बेसिस पर डिवाइड करके कहा कि जो कम हाइट वाले हैं उन्हें अलग एजुकेशन देंगे जो ज्यादा हिट होने लगे जो ऑप्शन है यह कोई बात थोड़ी हुई है कोई आईएस आर्बिट्रेरी आपने यहां पर क्लासिफिकेशन कर दी यह क्लास गूलर जो है वह क्लास के बेसिस पर यहां पर आपने क्या कर दिया क्लासिफिकेशन कर दिया और लेजिसलेशन बना दिया जो कि आर्टिकल फॉर किड्स फॉरवर्ड करता है इसे हमने क्लास लेजिसलेशन कह दिया कि आपने लोगों को दो क्लासेस में डिवाइड कर दिया और उनके बेसिस पर आपने यहां पर क्या कर दिया लेजिसलेशन बना दिया जो कि आर्मी रैली में आपने डिवाइड किया था विशेष बल क्लासिफिकेशन जो है वह इससे अलग हो जाता है पिंपल क्लासिफिकेशन क्या कहता है पिंपल क्लासिफिकेशन कहता है कि आप दोनों ग्रुप को अगर आप एक बहुत बड़ा समूह है लोगों का उसको अगर आप क्लासिफाई करना चाहते हो तो ग्रुप में डिवाइड करना चाहते हो इन दोनों अब इसको आप पिंपल क्लासिफाइड करोगे फॉर एग्जांपल यह कैसा ग्रुप है जिसमें कि कुछ लोगों ने खाना खाया हुआ है कुछ लोगों ने खाना नहीं खाया हुआ तो आप यहां पर जिन लोगों ने खाना नहीं खाया हुआ उन्हें खाना खिलाने के लिए उन्हें अलग रूप में डिवाइड कर दोगे और जिन्होंने खा लिया है उन्हें अलग रूप में डिवाइड कर दो कि आप ऐसे थोड़ी कहोगे कि जिनके यहां पर जिन्होंने स्पेन हुआ उन्हें हम खाना खिलाएंगे जरूर रिस्पेक्ट नहीं पैदा होने खाना नहीं खिलाएंगे सो व्हाट इज हैपनिंग आप यहां पर एक पिंपल क्लासिफिकेशन कर रहे हो एक ऐसी क्लासिफिकेशन जो कि रेशनल क्लासिफिकेशन आपको यहां पर कर रहे हो रामकिशन डालमिया वर्ष जज जस्टिस ऐसा तेंदुलकर का 1958 का केस में यह बात कही गई थी ड्यू डेट फॉर रजिस्ट्रेशन एंड सब्सक्राइब यहां पर हमें ध्यान रखना है कि जो क्लासिफिकेशन आर्टिफिशियल या फिर नहीं हो सकती है ए लव रिजनेबल क्लासिफिकेशन कैसी होगी उसे जानने के लिए दो टेस्ट हमें दिए गए हैं कौन से दो टेस्ट है देखिए सेट ऑफ वेस्ट बंगाल वर्सेस अनवर अली सरकार का एक हिस्सा जिसमें कि यह दो टेस्ट समय देखने को मिले पहला है इंटेलिजिबल डिफरेंट या का और दूसरा है रेशनल रिलेशन का नाइन टेरिबल डिफरेंट या तो अभी हमने देखा दर्द क्लासिफिकेशन व स्विफ्ट अनइंटेलिजिबल डिफरेंट या वेस्ट इज दिस विच डिस्टिंग्विशेज दोस्त बैटर ग्रुप्ड टुगेदर फ्रॉम ईच अदर हमने देखा कि इंटेलिजिबल डिफरेंट या क्या है इंटेलिजिबल डिप्रेशन का मतलब यह है कि आपने दो ग्रुप में बांटा यतिन ग्रुप में आपने एक बड़े ग्रुप को बांटा आ वह ग्रुप को इस तरह से बांटा के आप वहां पर आर्बिट्रेज वे मुसलमान नहीं रहे हैं आप वहां पर एक रेशनल भिन्न उस पॉइंट के रैसलमेनिया से बात नहीं रहे थे एग्जांपल मैं अगर यहां पर पूछो कि जो लोग नए एडिशन इंस्टीट्यूट में आए हैं और जो लोग ऑलरेडी 2 साल से अलग से जुड़ी श्री में कार्य कर रहे हैं तो मैं यहां पर उन लोगों के ऊपर ज्यादा ध्यान देना चाहता हूं जो कि नए आए हैं क्योंकि उनका कोई बात नहीं है दोनों 2 साल से तैयारी कर रहे हैं उनका काफी अच्छा बीच बन चुका है उनके ऊपर मुखवास थोड़ा कम ध्यान दूं तो यहां पर क्या होगा मैंने इस तरह से दो लोगों को यह दो ग्रुप में बांट दिया कि भाई जो नए है वह साइड हो जाओ जो पुराने हैं वहीं दूसरी साइड हो जाओ इससे होगा क्या यह मेरा एक नेशनल डिसीजन था कि वह दो ग्रुप को मैंने नेशनल मेजबान टीम अगर मैं यहां पर यह कहूं कि जो लड़के हैं वह एक साइड हो जाए लड़की एक साइड हो जाए मैं जो लड़की उनके ऊपर ज्यादा कुछ करूंगा यह मानते हुए कि लड़के तो हमेशा कमजोर ही होते हैं पढ़ाई में क्या यह नेशनल है यह बिल्कुल नेचुरल नहीं है यह नेशनल क्लासिफिकेशन है तो रीज़नेबल क्लासिफिकेशन का जो पहला टेस्ट है वह यह है कि इन टेरिबल डिफरेंट या करना है यानि कि आपको रेशनल बेसिस पर साउंड बेसिस पर दो ग्रुप में अगर बांटने तो दूर राशनल बेसिस पर बांटना है दूसरा यहां पर क्या है वे चैनल रिलेशन होना चाहिए ना आप इस वजह से दो ग्रुप को लेफ्ट कर रहे हो उस क्लासिफिकेशन के बीच में और उसको अचीव करने के लिए एक ऑब्जेक्टिव भी होना चाहिए अवधेश वे लिंक बिटवीन टू ऑब्जेक्ट्स फॉर एग्जांपल मैंने यहां पर कहा कि मुझे आप सभी लोग जो मेरे इंस्टिट्यूट में पढ़ रहे हो आप सभी को जुडिशरी क्लियर करवाना है इसलिए मैंने कहा कि जो नए हैं वह एक साइड हो जाए तो पुराने स्टूडेंट्स को एक्साइट हो जाएं अब ऐसा मैंने क्यों किया क्योंकि जो नए स्टूडेंट्स उन पर में ज्यादा ध्यान देना चाहता हूं पुराने उन पर शायद मुझे इतना ध्यान देने की जरूरत ना रहे क्योंकि उनकी तैयारी अच्छी खासी हो चुकी है ना क्योंकि मैं दोनों ही ग्रुप को जुडिशरी क्लियर करवाना चाहता हूं इसलिए मैंने यहां पर क्या किया इस तरह से दो ग्रुप में aapko Bata तेजल लिंक बिटवीन डायरेक्शन आफ डिवाइडिंग यू इनटू ग्रूसम एंड दर्स एंड बिटवीन 20 एंड ऑब्जेक्टिव टाइप वांट टो अचीव थिस ऑब्जेक्टिव कि है कि मैं अब दोनों कुछ दूसरी क्लियर करवाना चाहता हूं 10000 नैक्सेस बेसिकली बिटवीन भी क्लासिफिकेशन पिंपल क्लासिफिकेशन है क्वाइट एक्टिव दैट यू वांट टो अचीव न मैं चाहता था कि भई दो ऐसे ग्रुप्स ऐसे एक बहुत बड़ा ग्रुप है जिसमें कि कुछ बच्चे अमल ह्रदय कुछ बच्चे ग्रह है वह ओवरवेट है अब ऐसे में दोनों ग्रुप को बांट रहा हूं जो मरीजों उनको मैं साइड कर रहा हूं जो व बैठा हूं उनको साइड कर रहा हूं इन दोनों को मैंने दो ग्रुप में इसलिए वाटर ताकि जो मन रिसर्च है उनको मैं अच्छा खाना खिला सकूं जो व बैठा हूं मैं अच्छी एक्सरसाइज घराचो सकून इन दोनों को अलग-अलग रूप में बांटने का जो ऑब्जेक्टिव था वह यह था कि हल्दी चाइल्ड जो है वह हम अपनी सोसाइटी को देख सके 100 डेज जो क्लासिफिकेशन एक तरफ मल्हार इस दूसरी तरफ है ओवरवेट इन दोनों को मैंने डिफरेंस एंड क्यों किया ताकि मेरा जो ऑब्जेक्टिव है हल्दी जो सोसायटी को साइड देने हल्दी चिल्ड्रन देने वह मैं अचीव कर सकूं सुंधा लिंक बिटवीन भी क्लासिफिकेशन एंड ऑब्जेक्टिव इसे हम बोलते हैं नेशनल रिलेशन आगे बढ़ते हैं हमें देखने को मिलता है दोस्तों यह जो टेस्ट के लोकेशन का यह हमने कई सारे केसेस में फॉलो किया है जैसे चिरंजीलाल वर्षीय इंडिया चौधरी विशिष्ट पैटर्न रामकृष्ण डू सब्सक्राइब वर्मा वर्सेस स्टेट ऑफ यूपी में अभियुक्त के समय यहां पर देखना चाहिए वर्सेस इंडिया में देखने को मिलता है कि रूल सेंट्रल सब्सक्राइब उसमें में देखने को मिलता है कई लोगों को डिवाइड डिवाइड कर दिया गया इससे पहले से पहले उन्हें अलग में इसके बाद में जो क्लासिफिकेशन की गई के बेसिस पर क्लासिफिकेशन की गई पिछले नहीं मानी गई क्योंकि वहां पर न तो इंट्री था और कि कोई वह जो क्लासिफिकेशन की जा रही थी कोई ऑब्जेक्ट को फुल नहीं कर रही थी क्योंकि जो क्लासिफिकेशन है कंप्लीट लिए आरबीआइ है अपने एक डेट को यहां पर जो है क्लासिफिकेशन का जो है सदन बना दिया या आपने डेट को क्लासिफिकेशन का पेस्ट बना दिया अब यह डेट कैसे आपने जूस कि इसका कोई जवाब नहीं था सरकार के पास इसलिए यहां पर होने पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा डाइट रूल नंबर-34 ऑफ सेंट्रल सर्विसेज पेंशन रूल्स 1972 इसका जो है इसे अनकंस्टीट्यूशनल करार किया गया उन्हें ग्राइंड क्लासिफिकेशन मेड बाय एडमिन डिप्रेशन होल्डर रिटायरिंग बीइंग रिसाइटिड एंड रिटर्निंग आफ्टर थे डेट वास नॉट बे यूज्ड टो ऑन द नेशनल प्रिंसिपल यह क्रिस्टल प्रिंसिपल नहीं था और आर्मी रैली आपने किसी भी डेट को उठाकर और उसे यहां पर आपने जो है कब्ज बना दिया तो यहां पर इसे शटडाउन कर दिया गया जो हमने यहां पर पिंपल क्लासिफिकेशन की बात कि इसे हम बोलते हैं ओल्ड डॉक्ट्रिन यह अपने बल क्लासिफिकेशन कि हमने बात की इसे हम बोलते हैं ओल्ड डॉक्ट्रींस एक और यहां पर इंपोर्टेंट केस आया आप रैप वर्सेस स्टेट ऑफ तमिलनाडु का केस था ना यह इसे हम बोलते हैं डॉक्ट्रिन आफ आर्बिट्रेशन इसमें आती है इसे हम न्यूड आर्ट एंड भी बोलते हैं तो यह भी जुड़ा हुआ है आर्टिकल से ही इन फैक्ट यह डौ जो हमने डॉक्टरों ने उसी के बाद आता है यह डौ के बाद डेढ डॉक्टर ने इस केस में सुप्रीम कोर्ट ने कुछ बातें कहीं उसे हम यहां पर समझ लेते हैं विड्थ क्वालिटी नॉट फॉलो थे प्रिंसिपल्स आफ नेचुरल जस्टिस तो इसमें घी क्वालिटी की बात करते हो अगर आप बात करते हो वह केवल एक ही नहीं करता उसके साथ प्रिंसिपल्स आफ नेचुरल जस्टिस सब्सक्राइब करें कि दूसरे इसमें जो बात कही गई डेट आर्टिकल फॉर द है वह स्ट्राइक शूट आर्मी ट्रेंनिंग फ्रॉम डिटेक्शन टूल एंड चोरस एंड इक्वलिटी टो आर्टिकल फॉर द है वह मार करता है आर्बिट्राइरनेस पेट तो किसी भी कंडीशन में आर्मी ट्रेनर नहीं होनी चाहिए आप यहां पर आर्बिट्रेशन एसक्यू पर फोकस कर रहे हैं इस नौकरी के तहत इस डॉक्टर इनको डायनेमिक कंसेप्ट कहां गया उन्होंने कहा कि इक्वेलिटी जो है वह बहुत ही डायनेमिक कंसेप्ट है विटामिन ई एस्पेक्ट्स एंड डाइमेंशंस एंड नॉट बे वाइंडिक्टिव ट्रेडिशनल डॉक्ट्रिन थे लिमिट्स क्वालिटी 2032 बेसिकली इसमें कंप्लीट फोकस है कि स्टेट में नहीं होनी चाहिए क्वालिटी का केवल यही मतलब है कि अगर आप आती है तो उसे कर दिया को कर दिया प्रोटेक्शन ऑफ कीजिए अब बात करते हैं इसमें अगर आप पिंपल क्लासिफिकेशन कर भी रहे हैं पुलिस ने बल क्लासिफिकेशन में अगर कहीं आर्मी ट्रेनर जाती है उसे हम स्ट्रक डाउन कर देंगे तो इसमें बेसिक जो फोकस है आज की डेट में भी अगर हम इसकी बात करते हैं पिंपल क्लासिफिकेशन की अगर हम बात करते हैं एक और प्रोडक्शन आफ फ्लॉवर्स कि अगर हम बात करते हैं तो वहां पर बेसिक कंसेप्ट यही है लैटर कैन बे नो 8 मिस्ट्री असेंबी इलेक्शंस फ्रॉम डिस्टेंट तो यह था बेसिकली यहां पर जो हमने कि देखा और इसी के इसको या इसी डॉक्ट्रिन को हमने मेनका गांधी वर्सेज आफ इंडिया और आइडिया शेट्टी वर्सेस इंटरनेशनल एयरपोर्ट अथॉरिटी के केस में भी अपॉइंट होते हुए देखा लेकिन यह डॉक्टर नहीं है दोस्तों इसे साइज का नाम आपने सुना होगा जो कि उन्होंने को क्रिटिसाइज करते हुए कहा कि शीघ्र ही ई वांट योर वॉलेट सिक्योरिटीज नॉट नेसेसरीली आर्बिट्रेज vol2 आदमी रिएक्शन ऑर्डिनरी वर्ल्ड इट्स क्वालिटी यानी कि यह कहा गया कि देखिए कोई भी आदमी रिएक्शन है अगर वह क्वालिटी क्वाइट जो आर्मी रिएक्शन है वह हमेशा क्वालिटी क्वालिटी करेगा ऐसा जरूरी नहीं है जैसे कि हमने पिंपल क्लासिफिकेशन की बात की कि भई दो ग्रुप को हम अलग-अलग डिवाइड करते हैं वह आप आर्बिट हो सकता है कि आपको आर्बिट्रेरी लगे लेकिन वह हमेशा क्वालिटी क्वालिटी करेगा ऐसा जरूरी नहीं है लेकिन यह बात मानी कि भाई जो आदमी रिएक्शन होते हैं ऑर्डिनरी वह क्वालिटी क्वालिटी करते हैं तो बेसिकली यह जो डॉक्टर ने आई है इसे यहां पर क्रिटिसाइज भी किया गया है इनके इस दौरान फ़्यू एक्सेप्सनस टो आर्टिकल प्रोटीन क्वालिटी की भी कुछ यहां पर एक्सेप्शन जैसे कि प्रेसिडेंट और गवर्नर है जो भारत में दया नॉट आंसरेबल टो डिकोड और ऑफिशियल एक्स साथ में कोई क्रिमिनल प्रोसीडिंग उनके खिलाफ नहीं शुरू की जा सकती जब वह अपने ऑफिस में हैं नो प्रोसेस फॉर ईयर्स टो इंप्रिजनमेंट आफ प्रेसिडेंट और गवर्नर जब वह फोल्ड करें अपनी पोजीशन सिविल प्रोसीडिंग्स ओन पर्सनल एक्स ओनली टू मंथ्स आफ्टर गिविंग नोटिस इसके साथ-साथ मेंबर ऑफ पार्लियामेंट रियल लाइफ लायबल फॉर एनी थिंग साइड और डॉन इन द पार्लियामेंट इसी तरह से आर्टिकल 31c की अगर हम बात करें या फिर जो पॉइंट्स बैलेंस होते हैं वह भी भारत में यूनिटी एंड वे करते हैं तो यहां पर कुछ ऐसे एक्सेप्शन जो कि आर्टिकल फोर्टीन के बेसिक प्रिंसिपल को वेलवेट करती हुई दिखाई देते हैं लास्ट विल कनक्लूड विद 300 बोंस बट एंड डेविड विटर लाइक सबस्क्राइब क्या था मिडनाइट subscribe Video Channel कि डॉक्टर ने लिमिट तो जो भी हमने बात कही कि जो पॉजिटिव है जो हमारी डॉक्टर ऑफ आर्बिट्रेशन है वह हमने टॉप कि उसके साथ हम इस लैटर को कंप्यूटर करेंगे आज की डेट में यह डॉक्टर ने जो है वह हम लागू करते हैं यहां पर मैंने जो बात है वह यह है दैट इन इक्वलिटी एंड लिबर्टी अनुसार मोड नुव्वु द टू सेंटेंसेस आफ की बात करते हैं क्वालिटी की कोई जगह नहीं बचती है अगर कहीं क्वालिटी के खिलाफ में आपको यह लेख पसंद आया होगा थैंक यू थैंक यू हुआ था