रिलेशन और फ़ंक्शन का अध्ययन

Sep 8, 2024

रिलेशन और फंक्शन

परिचय

  • मेरा नाम है Relation और मैं हूँ Function।
  • सबसे पहले, रिलेशन पर आधारित आपकी पहली एक्सरसाइज।
  • रिलेशन का मतलब है रिष्टा, और कई प्रकार के रिश्ते होते हैं।

रिलेशन

  • किसी भी रिलेशन के लिए कम से कम दो लोग होने चाहिए।
  • हर रिलेशन के लिए एक कंडीशन होती है।
  • उदाहरण:
    • सेट A: {1, 2, 3}
    • सेट B: {4, 5, 6}

कार्टेशियन प्रोडक्ट

  • A और B का कार्टेशियन प्रोडक्ट निकालते हैं।
  • हर एक एलिमेंट को हर एक एलिमेंट के साथ लिखना।

रिलेशन बनाने की कंडीशन

  • उदाहरण:
    • (a, b) का रिलेशन बनाना है, जहाँ a + b = 7।
    • इससे हमें (1, 6), (2, 5), (3, 4) जैसे जोड़े मिलते हैं।

रिलेशन के प्रकार

1. रिफ्लेक्सिव रिलेशन

  • A में हर एक एलिमेंट अपने आप से जुड़ा होता है।
  • उदाहरण:
    • (1, 1), (2, 2), (3, 3)

2. सिमेट्रिकल रिलेशन

  • यदि (a, b) का रिलेशन है, तो (b, a) भी होना चाहिए।
  • उदाहरण:
    • यदि (1, 2) है, तो (2, 1) भी होना चाहिए।

3. ट्रांजिटिव रिलेशन

  • यदि (a, b) और (b, c) का रिलेशन है, तो (a, c) भी होना चाहिए।
  • उदाहरण:
    • यदि (1, 2) और (2, 3) हैं, तो (1, 3) भी होना चाहिए।

4. यूनिवर्सल रिलेशन

  • सभी एलिमेंट्स इस रिलेशन में शामिल होते हैं।

5. एम्प्टी रिलेशन

  • कोई भी एलिमेंट नहीं है, इसको कहते हैं empty relation।

फ़ंक्शन

  • फ़ंक्शन एक विशेष प्रकार का रिलेशन है जहाँ कोई डोमेन रिपीट नहीं होता।

फ़ंक्शन के प्रकार

  1. वन-वन (Injective)
    • हर एक डोमेन की एक ही इमेज।
  2. मैनी-वन (Many-to-One)
    • एक ही इमेज में एक से ज्यादा डोमेन।
  3. ऑन-टू (Surjective)
    • सभी कोडोमेन बिजी होने चाहिए।
  4. बायजेक्टिव (Bijective)
    • वन-वन और ऑन-टू दोनों होना चाहिए।

महत्वपूर्ण बातें

  • सभी रिलेशंस को ध्यान से समझना।
  • फ़ंक्शंस को सही तरीके से पहचानना।
  • ग्राफिकल दृष्टिकोण से समझना।

निष्कर्ष

  • रिलेशन और फ़ंक्शन का अध्ययन महत्वपूर्ण है।
  • इसके द्वारा हम डेटा के बीच के संबंधों को समझ सकते हैं।
  • अभ्यास करने से इसमें महारत हासिल की जा सकती है।