Hello दोस्तों, Welcome to English For All आज हम लोग पढ़ेंगे History of Novel और हमेशा की तरह बहुत ही असान Language में आपको पढ़ाऊंगा पूरा चैप्टर आपका एक ही वीडियो में कवर हो जाएगा इस वीडियो के बाद आपको कोई भी डाउट नहीं रहेगा तो चलिए शुरू करते हैं दोस्तों, 18th Century से पहले Literature को पढ़ना बड़ा मुश्किल काम था 18th Century से पहले Literature में Poetry थी, Drama था अब Poetry को Drama को वो ही समझ सकता था जो काफी पड़ा लिखा हुआ करता था लेकिन 18th century में प्रियोडिकल एसे और नौवल की शुरुवात हुई प्रियोडिकल एसे और नौवल बहुत ही जादा असान लेंग्विज में लिखा जाता था जिसकी वजह से आम इंसान भी कम पड़ा लिखा इंसान भी इसे समझ सकता था नौवल के आने से लोगों का नौवल एक सोर्स आफ एंटरेटेइन्मेंट बन गया था देखिए आजकल के जमाने में हम लोग बोर होते हैं तो हमारे पास बहुत सारी चीज़े हैं टाइम स्पेंड करने के लिए यूट्यूब है, इंस्ट्रग्राम है, फेस्बुक है, सिनेमा हॉल है लेकिन पहले जमाने में लोगों के पास ये सब नहीं था नौवल्स की लेंग्विज इतनी असान होती है कि कोई भी इसे असानी से पढ़ सकता था जैसे अगर आप पोईटरी को पढ़ोगे तो समझ नहीं पाओगे, पोईटरी सिर्फ और सिर्फ पढ़े लिखे इंसान को ही समझ में आ सकती है, तो इसी वजह से 18th century में novel काफी जादा hit हो गया, और दोस्तों जब इतने सारे लोगों ने novels को पढ़ा, तो society में change आया, जब ए तो उसमें करेक्टर कितनी सारी मुश्किलों से गुजरा, क्या क्या उसके चेलेंजिस आए, क्या क्या उसने अपनी जिन्दही में फैसले लिये, परिशानियों का किस तरहां से सॉल्यूशन निकाला, और क्या क्या डिसीजन लिये, ये सब आप पढ़ते हो उसकी लाइफ का, और जब आप उसकी कहानी को पढ़ते हो तो आपको भी समझ आती है क्योंकि नॉवल्स में जो करेक्टर्स होते हैं वो बिलकुल रियल जैसे होते हैं उनकी जिन्दही में भी प्रॉबलम्स आती हैं और वो भी कहानी में डवलप होते हैं उनकी भी कहानी में ग्रोथ होती है तो कहानी पढ़ने से लोग समझदार होने लगे इसके अलावा लोग सेंटिमेंटल होने लगे मतलब उनमें अलग-अलग सेंटिमेंट्स आने लगे अब देखो जैसे आप एक मर्द हो और आप ऐसा novel पढ़ रहे हो जिसमें एक औरत अपने challenges के बारे में बता रही है, एक औरत का rape हो गया, तो जो उसके उपर बीती है, वो आप जब पढ़ोगे तो उसके point of view से सोचोगे, उसकी आखों से देखोगे दुनिया को, क्योंकि आपने हमेशा अपने हिसाब से दुनिय आप देखोगे कि गाउं वालों को किस तरह के चैलेंजिस का सामना करना पड़ता है तो एक अलग तरह की फीलिंग आएगी जब हम एक कहानी पढ़ते हैं तो हम करेक्टर्स के बारे में पढ़ते हैं और हम करेक्टर्स की जिन्दगियों को जीते हैं और अलग अलग तरह के करेक्टर्स की जिन्दगियों को पढ़कर हमारे अंदर अलग अलग फीलिंग्स भी आती हैं इसके अलावा नौवल्स के अलग अलग जॉनरा होते हैं हॉरर की feeling अलग आएगी, romantic की feeling अलग आएगी, बातार ये समझ में, तीसरा change जो आया था वो था realistic plane, मतलब जो novel reality से connected हो, जिस novel में realism दिखाया गया हो, reality को दिखाया गया हो, तो लोगों ने जब novels को पढ़ा तो उनमे awareness आ रही थी, reality को जान रहे थे, इसके अलावा instruct reader बन रहे थ जैसे कि मैंने आपको बताया कि पहले जमाने में टीवी, इंटरनेट, सिनिमा हॉल नहीं हुआ करता था, तो लोगों को जब नौवल पढ़ने को मिला तो उन्हें काफी मज़ा आया पढ़ने में और वो एक अच्छे रीडर बन रहे थे, जब मोटी मोटी किताबे पढ़ने और वो एक अच्छे reader बन रहे थे आपकी book का second पेरा है what is novel novel क्या है दोस्तो novel एक लंबी कहानी होती है जिसमें बहुत सारे characters होते हैं अब आप बोलेंगे सर कहानी को तो story बोलते हैं देखे story आप 10-15 मिनट में खतम कर सकतो 15-20 मिनट में खतम हो जाती है story लेकिन novel को आप 15-20 मिनिट में खतम नहीं कर सकते, novel काफी बड़ा होता है, उसमें characters बहुत अच्छे से develop होते हैं, पूरी-पूरी जिन्दगियों को बया किया जाता है, novel word जो है ना, वो एक Italian word novela से बना हुआ है, novela का मतलब होता है new, नया, देखिये मैंना आपको बताया था क तो novel जो था वो कुछ नया था, कुछ अलग था novel आगा मतलब नया और novel तो नया था ही तो novel आगा से एक word बनाया है इनोंने novel मतलब कुछ नया, कुछ अलग एक बात और बताना चाहता हूँ आपको देखे English language बहुत सारे languages से मिलकर बनी है English language बहुत सारे languages के words को adopt कर लेती है, जैसे कुछ words है हिंदी के pajama हो गया, गुंडा हो गया आजकल एक word बहुत बहुत ट्रेंडिंग कर रहा है करमा यह सारे वर्ड इंग्लिश लैंग्विज में मिल गए हैं उसी तरह से इटालियन वर्ड नॉविला भी इंग्लिश में मिल गया है और नॉविला का मतलब आज की डेट में है छोटा नॉवल अ शॉर्ट नॉवल और लॉंग शॉर्ट स्� novel उससे बड़ा और novel सबसे बड़ा novel और story के बीच में जो कहानी आती है ना एक दो दिन में खतम होने वाली जो कहानी आती है पतली पतली books होती हैं उन्हें कहा जाता है novel आ I hope आपको समझ में आ रहा होगा अब देखिए पांच points हैं जो आपको याद रखने है novel में देखिए novel जो होता है ना वो छूटी छूटी details के बारे में भी आपको बताता है जैसे for example अगर आप सल्मान खान के फिल्म देखने जाओगे तो वहाँ पर आपको सारी चीज़े दिखाई देंगी वहाँ पर आपको बताए नहीं जाएगा आपको यह नहीं बताए जाएगा कि सल्मान खान ने कैसे कपड़े पहन रखें विलन कैसा दिखता है बॉडी कैसी लग रही है कैसा रंग है लेकिन नॉवल में तो आपको कु� आपको बताये जाएगा कि हीरो के बाल कैसे हैं, छाती चौड़ी है, रंग काला है, हाइट लंबी है, एक आदमी मिलने आया है उससे, काफी घबराया हुआ है, माते पर पसीना है, चेहरे पर पसीना आ रहा है, सांस पूल रहा है। ये सब छोटी छोटी बाते आपको बताये जाएगी ताकि आप imagination कर सको, कहानी को feel आप तभी कर पाओगे जब आपको details पता होंगी। दूसरा point, देखिए novel जो होता है न वो आपको अपने टाइम की सुसाइटी के बारे में बताता है जैसे फ़ोर एक्जामपल अगर आप इंडियन लिटरेचर पढ़ोगे अजाधी के टाइम का तो उसमें आपको पैट्रियोटिजम मिलेगा, देश भक्ती मिलेगी क्योंकि उस जमाने में हम लोग अजाधी के लिए स्रगल कर रहे थे नौवल सुसाइटी का मिरर होता है जो कुछ भी सुसाइटी में चल रहा होगा वो आपको नौवल में मिलेगा ना सिर्फ नौवल में कोई भी लिटरेचर आप पढ़ो जो कुछ भी सुसाइटी में चल रहा होगा वो आपको लिटरेचर में मिलता है तो अगर आपको फ्रेंच रेविलूशन के बारे में जानना है मानलो आपको देखना है कि फ्रेंच रेविलूशन में सुसाइटी में क्या हो रहा था फ्रांस में लोग किस तरह से जी रहे थे तो आप 18th century का लिटरेचर पढ़ो एक बहुत भैतरी नौवल है A Tale of Two Cities चार्ज डिकेंस ने लिखा है इसे उस नौवल में बताये गया है कि फ्रेंच रेविलूशन का किस तरह से सुसाइटी पर असर पढ़ा कमाल का नौवल है बहराल मैं जो बात बताना चाहरा हूँ उमीदा आपको समझ में आरा होगा तीसरी बात ये है कि ड्रामा में या पोइटरी में आपको इतना अच्छे से समझ में नहीं आता जितना नौवल में आप सुसाइटी को देख पाते हो दोस्तो एक अच्छा शायर वो ही होता है जो चंद पंक्तियों में घहरी बात बोल जाए या ड्रामा भी अगर आप पढ़ोगे तो जिन्दगी के बारे में पता नहीं लगेगा लेकिन नौवल में धीरे धीरे करेक्टर्स डवलप होते रहते हैं आप करेक्टर के साथ जुड़ जाते हो तो उसकी जिन्दगी जीने लगते हो इसलिए नौवल में आपको लाइफ अच्छे से समझ में आती है चौता पॉइंट है कि मॉडरन एरा माने नए जमाने के नौवल्स ने लिटररी प्रोस को अडॉप्ट कर लिया है मतलब जो literary prose हुआ करते थे वो अब novels बन गए हैं आज की date में सिर्फ novels लिखे जाते हैं novels ने literary prose को अपने में समाल ही आये अगला point है कि novel जो की एक literary genre है उसकी हिस्ट्री 2000 साल पुरानी हो गई है माने 2000 साल पहले नौवल आया था और आज की डेट में नौवल सबसे ज़ादा पॉपुलर है सभी लिटरेली जॉन्डरा में ड्रामा और पुइटरी नहीं चलता अब इतना नौवल चलता है दोस्तों कोई भी चीज इस दुनिया में एकदम से नहीं आती वो धीरे धीरे डवलप होती रहती है जैसे फर एकजैंपल आज आप स्मार्ट फून चला रहे हो लेकिन स्मार्ट फून को आने से पहले कई सारे मोबाइल्स आ चुके हैं और फिर धीरे धीरे डवलप होते होते आज मोबाइल स्मार्ट बन गया। उसी तरहां से नौवल भी एकदम से नहीं आया था। नौवल के आने से पहले नौवल जैसा कुछ बनाने का काम चल रहा था। जिसे कहा जाता है ग्रीक रुमेंसिस। ग्रीक रुमेंसिस आप नोकि इसके अंदर इमेजिनेटिव स्टोरीज थीं, कालपनी कथाएं होती थीं, जैसे एक मुर्गे ने मुर्गी के साथ अफेर चला रखा था, मुर्गे का दुश्मन लोमडी थी, अब मुर्गा लोमडी से किस तरहां से बचता है, क्या करता है, इस तरहां की इमेजिनेटिव स् कि प्यार कैसा होना चाहिए, एडवेंचर्स होते थे, किस तरहां से हीरो दुश्मन से लड़ रहा है, उसको मार रहा है, और आखिर में अपनी हीरो इनको बचा रहा है और दोस्तों ग्रीक रुमेंसिस ने अगले एक हजार साल तक लिटरेचर की दुनिया पर राज किया था, देखिए नौवल से पहले लोग ग्रीक रुमेंसिस को ही पढ़ा करते थे, हाला कि ये इतना बढ़िया तो नहीं था, लेकिन उस जमाने में लोगों के पास ओप्शन आपको लेकिन उस टाइम के हिसाब से वह पिच्चर लोगों को बड़ी अच्छी लगती थी बहराल तीन इंपॉर्टेंट नाम है जिनको आपको याद रखना है एकलॉक्स नाम के एक बुक थी जिसे वर्जिल नाम के एक राइटर ने लिखा था मेलॉरी ने मौटी दे अर् उस जमाने में क्या था इंग्लिश ना बहुत बड़ी लैंग्विज नहीं थी इंग्लिश आम बोलचाल की लैंग्विज थी और लिटरेचर को इंग्लिश में कोई भी लिखना पसंद नहीं करता था लेकिन फिर चौसर आय चौसर ने कहा कि मैं अपने वर्क्स को इंग्लि� father of English literature माना जाता है यह आपके किताब में तो नहीं है मैंने एक्स्ट्रा बताया आपको ठीक है आपके किताब में तो बहुत limited information लिखी हुई है बहराल मैं इतना detail में नहीं जाओंगा तो यह तीन नाम है Greek Romances के बस याद कर लो आपका काम हो जाएगा चलिए आगे बढ़ते हैं मारु साकी शिकुबू ने लिखा था मारु साकी शिकुबू एक विमेन थी और ये जपान में रहती थी ठीक है जैपनीज नॉवलिस्ट ही है अब बात करते हैं कि यूरोप का पहला नॉवल कौन सा था वर्ल्ड का फर्स्ट नॉवल तो टेल ओफ गेंजी था डॉन क्योटी को और इस नॉवल को लिखा था स्पैनिश राइटर ने जिनका नाम है मायल दी सर्वेंटीस दोस्तो ये नॉवल काफी बड़ा है और इसे दो पार्ट्स में पब्लिश किया गया था पहला पार्ट पब्लिश होता है 1605 में और दूसरा पार्ट पब्लिश होता है 1615 में दोस्तों मैं आपको बताना चाहता हूँ कि 18th century में मैगजीन और न्यूसपेपर में आउडियन्स का काफी इंटरेस बढ़ गया था खासतोर से मिडल क्लास लोगों का बहुत जाता देखो दोस्तों होता क्या है अगबार में लोग क्या पढ़ते हैं सरकार की क्या policies हैं, कहाँ पर क्या चल रहा है, किसने किसका murder कर दिया, कहाँ पर बरसात हुई, कहाँ पर बाड आई, टमाटर का भाव कितना बढ़ गया, आलू का भाव कितना बढ़ गया, ठीक है, पैट्रोल बढ़ने जा रहा है, तो इन सब चीज़ों में middle class का interest बहुत जा� और इसी तरह से महंगाई कितनी बढ़ जाया पर ग्लास को भी कोई फर्क नहीं पढ़ेगा तो मिडल ग्लास को टेंशन रहती है और उसका काफ़े इंटरस्ट होता है अगबार को तो इसलिए middle class का interest काफी जादा था अगबार और magazine में तो जब writers ने देखा कि लोग इतना शौक से newspaper और magazine को पढ़ रहे हैं तो उन्होंने भी novel को realistic बना दिया देखो newspaper में reality होती है और उसी realism को novel में डाला गया ताकि एक बड़ी audience को attract किया जा सके for example मैं असान language में आपको समझाता हूँ आजकल के जो बच्चे हैं, न्यू जेनरेशन है, उन्हें स्टेंट वगैरा देखने में बड़ा मज़ा आता है, तो मूवीज में इस तरहा का सीन डाला जाता है, कार वगैरा उड़ाई जाती है, ताकि जो नई जेनरेशन है, उसको अट्रैक्ट किया जा सके, बिल्कुल इसी तरहां से मिडल क्लास को न्यूसपेपर पसंद आ रहा था, और न्यूसपेपर में होती है रियालिटी, तो रियालिटी को नौवल में डाला गया, ताकि मिडल क्लास लोग न मैंने आपको बताया ना कि न्यूस्पेपर में रियलिटी होती है और उसी रियलिजम को नौवल में डाला गया ताकि एक बड़ी आउडियन्स को अट्रैक्ट किया जा सके। नौवल इस तरहां से लिखे जाने लगे जैसे कोई आम इंसान की कहानी हो। ऐसा लगे कि वो करेक्टर आप में से ही कोई है। आप उस करेक्टर को जानते हो आप उस करेक्टर से रिलेट कर पा रहे हो। अच्छा अगर दूसरी तरफ देखें अपर क्लास जो थी ना उसको पर upper class हमेशा से population में कम रही है, middle class लोग हमेशा से जादा होते हैं, तो बड़ी audience को attract करने के लिए spirit of realism को डाला गया novels में, और romantic elements को कम कर दिया गया था, imagination को, passion को, enthusiasm को कम कर दिया गया था, मतलब जो कहानिया थी वो आम इंसान से connect हो पाती थी, ऐसा नहीं था कि परियो की कहानी या फिर किसी जल परी को किसी इंसान से प्यार हो गया इस तरह की कहानिया नहीं थी रियलिस्टिक कहानिया बन रही थी दोस्तो 1740 के बाद इंग्लैंड में क्या हुआ इंडस्ट्रिलाइजेशन होना स्टार्ट हुआ जिसकी वज़ा से बिजनिस बड़ा जब बिजनिस बड़ा तो लोगों के पास पैसा आया और जब पैसा आया तो लोगों ने एंटरेटेइन्मेंट पर खर्च करना शुरू कर दिया देखो अगर कोई घरीब इंसान है बड़ी मुश्किल से दो टाइम का खाना खा पा रहा है तो क्या वो सिनीमा हॉल जाकर पिक्चर देख सकता है महंगा मुबाइल खरीज सकता है इंटरनेट चला सकता है नहीं चला सकता है तो बिल्कुल उसी तरहां से उस टाइम पर जो घर उनका पेट भरने लगा और थोड़ा बहुत पैसा उनका बचने लगा तो उन लोगों ने entertainment पर खर्च करना शुरू कर दिया जिसकी वज़ा से novels की demand बढ़ गई बात आ रही है समझ में तो industrialization की वज़ा से business बढ़ा और जब business बढ़ा तो पैसा आया और पैसा आना शुरू हुआ तो लोगों ने खर्च करना भी जादा शुरू किया novels को खरीदना शुरू किया दोस्तो novel इतना जादा popular हो गया था इतना चा गया था कि ड्रामा और पोइट्री धीरे धीरे गायब हो रहा था ड्रामा और पोइट्री के फीचर्स भी नौवल में आने शुरू हो गए थे नौवल्स को इस तरहां से लिखा जाने लगा कि उसमें थोड़ी बहुत पोइट्री भी आ जाए और ड्रामा के जो डायलोग्स होते हैं वो भी डाल दिये जाएं असान लेंग्विज में आप इस तरहां से समझो जिस तरहां से स्मार्ट फून के आने से रेडियो, टॉर्श, कैमरा, टेलिवीजिन, कैलकुलेटर बहुत सारे चीज़े खतम हो गई आज के जमाने में मुबाइल में आपको सब मिल जाता है तो बिल्कुल इसी तरह से novel के आने से drama और poetry खतम होने लगी novel ने अपने आप में drama और poetry को समालिया इसके अलावा novels में आपको social, political, cultural happenings भी देखने को मिल रही थी और scientific progress भी देखने को मिल रही थी मेरा smartphone वाला example आप लोग याद रखना बहुत असानी से चीज़ों को याद रख पाओगे दोस्तो अब आपका समझने का काम थोड़ा कम है, याद करने का काम जाता है, कुछ बहुत important works हैं जिनके नाम आपको याद रखने पड़ेंगे, जैसे 18th century के major works आपकी screen के उपर हैं, देखे कुछ works हैं जो 17th century के last में लिखे गए हैं, लेकिन उन works को भी आप 18th century में count कर सकते हो जैसे कुछ writers होते हैं ना जो poetry भी लिखते हैं, novel भी लिखते हैं, drama भी लिखते हैं, criticism भी करते हैं, सब कुछ try करते हैं, लेकिन इन writers का जो main focus था वो novels को लिखने में ही था हाला कि थॉमस हाडी ने पोइटरी पर काम किया है लेकिन इनके पोइटरी कोई खास नहीं थी कुछ पोइटरी इतनी कोई पॉपिलर नहीं होई है भाई साब का एक नौवल है टेस ओफ दी अर्बर विल्स मेरे फेवरेट नौवल में से एक है बड़ा मज़ेदार नौवल है वर्ल्ड वार फर्स्ट और वर्ल्ड वार सेकिंड भी आया था अमेरिका एक सूपर पावर बन कर उभरा था इसके अलावा इंग्लैंड ने जो कोलॉनीज बना रखी थी दुनिया भर में वो अजाध हो रही थी हमारा देश भी अजाध हुआ था तो दोस्तों दुनिया में बहुत तेजी के साथ में चेंजिस आ रहे थे और जब दुनिया में चेंजिस आ रहे थे तो लिटरेचर को तो बदल नहीं था इनोवेटिव स्टाइल लेकर आए निशिस पर काम करना शुरू करा नए नए टॉपिक्स को लेकर आए जैसे साइकलोजी है उसमें मेंटल स्रेस के बारे में बताया गया लोगों को जो टॉपिक्स थे ना वो और भी जादा बढ़ गए थे जैसे अगर आप पुराने जमाने के फिल्म्स देखोगे दिलेक कुमार सहाब के जमाने के फिल्म्स देखोगे तो उसमें जादा तर आपको एक ही कहानी मिलेगी आखिर में हीरो विलन को मार देता है और कहानी खदम हो जाती है लेकिन आज के जमाने में फिल्म आप देखो उसमें जमीन आस्मान का फर्क है नए नए innovative ideas आ रहे हैं, नए नए कहानिया हैं, नए नए topics हैं तो बिल्कुल उसी तरह से novels में भी हो रहा था, नए नए तरह के novels निकल कर आ रहे थे modern times में आप वीडियो को पाउस करकर note कर सकते हो सभी writers के नाम अब आते हैं immigrant novelist के उपर दोस्तो ये वो novelist थे जिनोंने किसी दुसरे देश में जाकर literature को लिखा दोस्तो बहुत सी women writers भी थी जिनोंने novel को develop करने में major role play किया है तो आप वीडियो को दुबारे से pause करकर इन सभी के नाम note कर सकते हैं अब ये जो novels की techniques आरी हैं लिखी हुई मैं आगे वाली slide में आपको बताऊंगा फिकर ना करें बहुत असान language में एक एक चीज को मैं cover करने वाला हूँ अब आजो इंडिया के उपर दोस्तो आपको पता होने चाहिए कि इंडिया की फर्स्ट नौवल थी राज मोहन्स वाइफ बाई बंकिम चंद्री चटोपाद्या है कहीं कहीं पर बंकिम चंद्री चटोपाद्या लिखा हुआ मिलेगा आपको राइटर का नाम कहीं पर आपको मिलेगा बंकिम चंद्री चटर जी एक ही बात है चटर जी हो या चटोपाद्या है एक ही बात है ठीक है भेराल इंडिया में जब नौवल्स लिखे गए तो उसमें पैट्रियोर्टिजम था सोशल इशूज थे क्योंकि उस टाइम हमारा देश अजाद नहीं हुआ था और हम लोग अजादी के लिए स्रगल कर रहे थे और जैसे कि मैंने आपको बताया लिटरेचर सुसाइटी का मिरर होता है तो सोशल इशूज और देश भक्ती आपको नौवल्स में भी देखने को मि मुल्क राज आनन्द, आरके नरायन और राजराव तीनों का writing style, techniques काफी similar थी जिस तरहां से आज के जमाने में बॉलिवुड में सल्मान खान, शारु खान और आमिर खान राज करते हैं तीनों का tribe बना हुआ है उसी तरहां से इन तीनों का tribe बना हुआ था अपने जमाने में, literature के दुनिया में examples इसलिए देता हूँ मैं आपको ताकि आसानी से याद हो जाए इसके बाद की जो list है वो ऐसे novelist हैं जिनोंने Indian literature को variety दी है अलग-अलग नए-ने topics लेकर आए हैं अलग-अलग niches पर काम किया है और literature को variety दी है इसके बाद जो list है इन writers ने novels को upgrade किया है novels को और ज़ाधा भैतर बनाया है इन लोगों ने literature में कमियों को ढूंडा और फिर उन कमियों के उपर काम किया उन कमियों को कम किया और novel को और भे ज़ाधा develop किया और भे ज़ाधा भैतर बनाया उसमें नए नए features लेकर आए ये लोग ठीक है इन तीनों ने novels को develop करने में बढ़िया काम किया है novels को improve किया है फिर इसके बाद जो list है ना सर वो उन novelist की है जिनोंने सबसे बढ़िया काम किया है इस time तक novel काफी develop हो गया था और इन लोग ने भैतरी novels को लिखा है अरुंधती रॉय की जो पहली book थी उसने तो आते ही धूम मचा दिया था market में इनके पहली बुक का नाम था The God of Small Things और पहली ही बुक ने Booker Prize को जीत लिया था सल्मान रुष्टी का नाम भी आपने सुना होगा इनके एक भैतरीन किताब थी Midnight's Children Midnight's Children ने भी Booker Prize को जीता था चलो आगे बढ़ते हैं दोस्तों novel और novelas के बीच में मैं बहुत अच्छे सा आपको difference बता चुका हूँ novela novel से छोटी होती है कुछ important और famous novela के नाम आपकी screen के उपर हैं आप वीडियो को pause करकर note कर सकते हैं दोस्तों अब हम बात करेंगे elements of novelas या फिर novel की देखिए novel हो या novela हो एक ही techniques तो उसे लिखा जाता है उसमें elements एक जैसे ही होते हैं बस फर्क इतना होता है कि novel थोड़ा चोटा होता है, novel बड़ा होता है, लेकिन जो technique होती है, जो elements होते हैं, वो same होते हैं. तो सबसे पहले element है theme, theme होती है novel की spirit, उसकी जान, एक central idea जिस पर पूरी कहानी घुमती है. जैसे मैंने भी थोड़े दिन पहले एक फिल्म देखी है, कास्ट रवे, क्या फिल्म है, घजब के फिल्म है.
तो इस movie में जो theme है, वो यह है कि चाहे आप कहीं पर भी फ़स जाओ, चाहे कितनी ही मुश्किले क्यों ना आ जाए, चाहे आपको कोई रास्ता ना दिखे, पर फिर भी अगर आपके अंदर जिन्दा रहने का जजबा है, तो आप सर्वाइफ कर जाओगे, और आपका टाइम पलट जाएगा, सर्वाइवल इसकी में थीम है, एक फिल्म थी, आमिर तो थीम एक central idea है जिसके चारों तरफ वो कहानी घूमती है next है plot plot होता है कहानी का structure देखे कहानी में कभी romance आ जाता है कभी comedy डाली जाती है कभी action आ जाता है कभी horror आता है कभी thriller आता है तो scene change होते रहते है emotions change होते रहते है और यह होता है structure की वजह से कहानी का एक structure बनाया जाता है एक plot बनाया जाता है कि पहले रुमैंस आएगा फिर थ्रीलर आएगा फिर क्लाइमेक्स आएगा फिर कॉमेडी आएगी बाता रही है समझ में जो धाचा होता है ना कहानी का वो होता है प्लॉट सिंपल प्लॉट वो होता है जहाँ पर कहानी बिलकुल सीधी सीधी चलती है जैसे एक फिल्म थी रिशी कपूर सहाब की दो दुनी चार लेकिन दूसरी तरफ एक फिल्म है रच ससन, माई गॉड के फिल्म है यार, अगर नहीं देखी तो देखना बहुत बढ़िया फिल्म है, तो रच ससन में काफी ट्विस्ट है, थ्रिलर है, एक्शन है, उसी तरहां से नौवल भी होता है, किसी की कहानी एकदम सीधी होती है, कि इसके बाद है करेक्टर, करेक्टर तो आपको पदा ही होगा जो कहानी में किर्दार होते हैं, बबली, रमेश, जॉन, सल्मान, अच्छा करेक्टर्स भी दो तरह के होते हैं, एक होते है में करेक्टर्स, में करेक्टर्स वो होते हैं जिनके आगे पीछे पूरी कहानी चलती है तो जो कहानी है वो इशान और आमिर खान के बीच में घुमती है पूरी कहानी है ठीक है तो वो दोनों हो गए में करेक्टर इसके अलावा बाकी के जो करेक्टर थे वो थे माइनर करेक्टर इशान के माबाब भाई उसके टीचेर्स उसके दोस्त वगैरा सब माइनर करेक्टर हीरो को protagonist बोलते हैं और villain को antagonist बोलते हैं नेक्स्ट है setting दोस्तों कहानी के हिसाब से उसकी setting रखना बहुत important है जैसे माललो आप बाजिराओ मस्तानी फिल्म देखने जा रहे हो तो एक अलग तरहा की setting होगी वहाँ पर किले होंगे, चारो तरफ सिपाई खड़े होंगे, हतियार वगैरा रखे होंगे, तोपे होंगी, तलवारे होंगी तो उस तरहा का scene create करने की कोशिश की जाएगी जैसा बाजिराओ के जमाने में होगा तभी तो आपको फील आएगा, मज़ा आएगा, अगर आप कोई डरावनी कहानी पढ़ रहे हो, तो वहाँ पर अंधेरा होगा, घर में कोई नहीं होगा, जंगल होगा आसपास, सन्नाटा होगा, इस तरहा का सीन क्रिएट किया जाएगा, ताकि आपको डर लगे, अब भला को नेक्स्ट है conflict, conflict मतलब टकराव, जैसे अपने यहाँ पर सास बहु के सीरियल्स में चलता रहता है, सास बहु को परिशान करती है, फिर बहु husband से शिकायत करती है, फिर husband मा से जाके लड़ता है, तो इस तरहां का conflict होता है और conflict create करने से readers जुड़े रहते हैं कहानी के साथ तब ही मज़ा आता है पढ़ने में आप जुड़े रहते हो conflict के साथ अगर conflict बना रहता है तो इसके बाद है language या फिर style देखिए भोजपूरी audience को भोजपूरी गाने सुनने में मज़ा आता है हर्याना के लोग हर्यानवी गाने सुनते हैं पंजाब में पंजाबी गाने चलते हैं बिल्कुल उसी तरहां से हर writer की अपनी एक vocabulary होती है अपना एक style होता है जैसे इंडिया में बहुत मशूर writer है चेतन भगत यहां के लोग बहुत पसंद करते हैं चेतन भगत को लेकिन चेतन भगत को अगर कोई London में पढ़ेगा तो वो दो तीन page पढ़कर किताब को भेग देगा कचरे में क्योंकि चेतन भगत यहां के audience के लिए लिखते हैं उनके असान language होती है बहुत जादा London में अगर कोई advance reader पढ़ रहा है जिसने पहले बहुत सारी किताबे पढ़ रही है तो उसको मज़ा नहीं आएगा वो कहेगा क्या लिखाया ये तो हर audience का अपना एक taste है और हर writer का अपना एक style होता है लिखने का उसकी अपनी एक vocabulary होती है अपनी एक language होती है दोस्तो अब last में हम पढ़ेंगे types of novels ये बहुत important है बिल्कुल असान language में आपको समझाऊंगा घबराना मत सबसे पहले है realistic novel ये वो novels होते हैं जो reality से connected होते हैं पढ़ते हुए ऐसा लगेगा कि characters आप ही की रोज मर्रहा की जिन्दगी से जुड़ा हुआ है जो आपके साथ होता है वो ही उस character के साथ भी होगा ऐसा लगेगा कि ये character मेरी society में सही है इसके बाद है Picardous novel Picardous novel में जो hero होता है ना वो dishonest होता है उसकी respect नहीं होती है वो corrupt होता है जैसे Don film में शारुखान शारुखान Don film में main character है लेकिन वो corrupt है dishonest है और डॉन करेक्टर सारे जहां में बदनाम भी है तो पिकारेस नौवल में जो करेक्टर्स होते ना सर वो डिसॉनेस्ट होते हैं उनकी रिस्पेक्ट नहीं होती है और वो करप्ट होते हैं और पिकारेस नौवल को एपिसोड्स में लिखा जाता है इसके बाद हिस्टॉरिकल नौवल माने वो नौवल्स जो हिस्ट्री पर बेस्ट हों जैसे पानीपत की लड़ाई पर कोई कहानी है या फिर 1947 में जब देश अजाद हुआ था उस टाइम का कोई नौवल है तो वो historical novel हो गया जो अतीत को बता रहा है, history को बता रहा है इसके बाद है epistolary novel epistolary novel वो होते हैं जिनमे letters के जरिये कहानी चलती है आपने आमिर खान के एक फिल्म देखी होगी गजनी गजनी में वो लड़की उसकी diary को पढ़ती है और diary में पढ़कर उसका आमिर खान की सारी कहानी पता लगती है तो उसी तरह से epistolary novel भी चलता है वो document पर ये letter पर चलता है लेटर पढ़ेगा करेक्टर और लेटर पढ़कर उसको पता चलेगा कि क्या कहानी चल रही है अभी हाली में मैंने एक बहुत ही भैतरीन नॉवल पढ़ा था The Color Purple उसकी पूरी कहानी जो है न वो लेटर्स में चलती है तो ये भी एक अलग तरह की टेक्नीक होती है इसके बाद है गौतिक नॉवल गौतिक नॉवल में ब्लैक मैजिक, भूत, चुड़ैल, हॉरर, थिरिलर, सूपर नैचुरल एलिमेंट्स होते हैं चुड़ैल आ गई, उसने कैद कर लिया, खून खराबा हो रहा है, ठीक है, और दुनिया तबह हो गई है, इस तरहा की बाते होती हैं, इसमें बिल्ली मर गई, कुट्टा मर गया, सूपर नैचुरल एलिमेंट्स डाले जाते हैं, बातार ये समझ में, इसके बाद है आटो बा जो जो राइटर्स के एक्सपीरियंस रहे हैं उन्हें वो कहानी की शकल दे देता है। हाली में मैंने एक ओटो बायग्राफिकल नौवल पढ़ा था जूटन। जूटन में ओम प्रकाश वालमी की सहाब ने बताया है कि दलित होने की वजह से उन्हें क्या क्या स्रगल फेस करने पड़े। इसके बाद है allegorical novel, allegorical novel में double meaning बाते चलती हैं, जैसे मालो एक writer को दूसरे writer पर attack करना है, तो वो direct उसका नाम नहीं लेगा, वो किसी और का नाम लेकर उस पर attack कर देगा, या फिर मालो सरकार के खिलाफ कोई आवाज उठानी है आपने, तो सरकार को आप direct नहीं बोलोगे, सरक अंग्रेजों के खिलाफ इसी तरहां से प्रोटेस्ट भी किये जाते थे इस तरहां की कहानी बनाई जाती थी जिससे सरकार का प्रोटेस्ट होता था लेकिन सरकार को आप डिरेक्टली ब� तो allegorical novel में indirectly बात बोली जाती है, इसमें double meaning होता है इसके बाद है utopian और dystopian novels दोस्तों ये दोनों एक दूसरे के contrary हैं देखिए इसमें क्या होता है, writer एक imaginary society को बनाता है utopia में वो society होती है जहाँ पर सब कुछ बहुत बढ़िया होता है एकदम perfect society कानून बहुत अच्छा होगा, सब लोग बहुत अच्छे होंगे, सब लोग कानून का पालन करेंगे हर चीज एकदम परफेक्ट होगी जबकि डिस्टोपिया में सुसाइटी बहुत ही खराब होती है लोग बहुत खराब होते हैं हर चीज एकदम खराब होती है कोई कानून नहीं होता कोई अच्छी सुसाइटी नहीं होती अब देखें रियल लाइफ में अच्छे और बुरे दोनों का मिक्स्चर होता है लेकिन यूटोपिया और डिस्टोपिया में राइटर एक imaginary world को बना देता है, जहां पर या तो सब कुछ बहुत अच्छा होगा, या सब कुछ बहुत खराब होगा. अगर सब कुछ बहुत अच्छा होगा, तो यूटोपिया, और अगर सब कुछ बहुत खराब होगा, तो ड उसको दहेश के नाम पर टॉर्चर किया जा रहा है तो उस टाइम उस लड़की पर जो बीत रही होगी उसके माइंड में जो चल रहा होगा वो बताय जाएगा आपको ताकि आप भी उसके दर्थ को एक्सपीरियंस कर सको या मालो किसी लड़की का रेप हो गया है उसकी सफरिंग्स को फील करने लगते हो दोस्तो इसके बाद आता है stream of consciousness novel अब इसमें क्या होता है देखिए एक character के mind में क्या चल रहा है यह आपको stream of consciousness novel में पता लगेगा जैसे माल लो मेरे mind में ये चल रहा है कि अगले साल मैं दुबाई जा रहूं घूमने और दुबाई जाने में कितना खर्शे आएगा क्या क्या लेकिन अगर आप मेरी कहानी पढ़ोगे तो आपको समझ में आ जाएगा कि मैं दुबाई जाने का प्लान बना रहा हूँ बातारीय समझ में जब आपको किसी करेक्टर के थॉट्स के बारे में पता लग जाता है जब आपको पता लगता है कि करेक्टर के माइंड में क्या चल रहा है उसको कहते है stream of consciousness जब एक करेक्टर सोच रहा होता है ना अपने माइंड में थॉट्स भी आपको पता लग जाते हैं जैसे अभी आप सोच रहे हो कि सर इतनी मेहनस से वीडियो बनाते हैं लाइक कर देता हूं वीडियो को तो ये बात आपने किसी को बता ही नहीं है आपके माइंड में लेकिन जब आप स्ट्रीम आफ कॉंशियसनेस नौवल को पढ़ो� उसकी ग्रोथ के बारे में बताये जाता है, करेक्टर कैसे स्कूल में था, उसके बाद वो कॉलेज में गया, फिर उसकी नौकरी लगी, फिर शादी हो गई, फिर बच्चे हो गए, अलग-अलग स्रेट्स होती हैं हर इंसान की, जैसे स्कूल में आपका माइंड सेट कुछ और उसकी सोच अलग अलग stages में बदलती रहती है उसके बारे में बताया जाता है buildings roman novel में दोस्तों मैं आपको बता दूं कि 20th century के first half में pulp magazines बहुत ज़्यादा popular हो गए थे ये काफी cheap होते थे कम दाम में मिल जाया करते थे और इन में कहानिया होती थी और इन pulp magazines में detective novels आने लगे detective novels यानि जासूसी कहानिया जिनमें सस्पेंस होता है तो एक एपिसोट संडे को बता दिया उसके बाद अगले संडे का इंतिजार करो जो दूसरा वाला एपिसोट आएगा वो अगले संडे आएगा जिसकी वजह से क्या होता था सस्पेंस बना रहता था लोग सोचते थे कि आगे कहानी में क्या होगा कहानी किस तरफ मोड लेगी कितना जादा सस्पेंस होता है साइंस फिक्षन मतलब ऐसा नौवल जिसमें काफी टेक्नोलॉजी वगैरा होती है जैसे कार्टून आता है न डोरिमोन दोस्तो साइंस फिक्षन 19th सेंचुरी के सेकिंड हाफ में काफी पॉपुलर हो गया था और साइंस फिक्षन का पहला नौवल है और इस novel को लिखा था Mary Shelley ने इस novel का नाम आप लोग याद रख लेना ये पहला science fiction novel था तो दोस्तों बहुत मेहनस से इस वीडियो को बनाया है प्लीज इस वीडियो को लाइक जरूर करना आपका पूरा चैप्टर मैंने एक ही वीडियो में कवर कर दिया है और अगर आपको Maharashtra Board Class 12 के English के बाकी चैप्टर्स देखने हैं इस प्लेलिस्ट पर क्लिक करकर आपको सभी चैप्टर्स मिल जाएंगे आज के लिए बस इतना ही जैहिं