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सी प्रोग्रामिंग - एक लेक्चर की ट्रांसक्रिप्ट से नोट्स

[संगीत] सो वेलकम एवरीवन आज हम पढ़ रहे हैं प्रोग्रामिंग इन सी ये वन शॉर्ट लेक्चर है दिक्कत की कोई बात नहीं है सब अच्छे से क्लियर हो रहा होगा अब पहले मुझे पता नहीं है लेक्चर कितना लंबा जाने वाला है बट पहले आपको बता देता हूं लेक्चर जितना भी लंबा हो आप आराम से देखिएगा पूरी प्रोग्रामिंग स अच्छे से क्लियर होगी इसमें आपको कोई दिक्कत नहीं आएगी अगर आप ये लेक्चर जैसे मैं बताऊंगा वैसे अच्छे से कवर करेंगे तो आपके प्रोग्राम में अच्छ नंबर आएंगे इसकी गारंटी मैं देता हूं अब स्टार्ट करने से पहले आपको दो तीन बातें बता देता हूं पहला आगे जब भी मैं आपको कोड लिखने के लिए क ह या कुछ प्रैक्टिस लिखने के लिए कू करने के लिए क हूं तो आप उसको सबसे पहले पेपर में करेंगे फिर उसी कोड को अपने लैपटॉप में किसी भी कंपाइलर में या वीएस कोड में रन करेंगे ठीक है इससे क्या होगा जब आप पेपर में कोड आंसर लिखेंगे अपना तब आपको दिक्कत नहीं आएगी वहां प जब आप पहले अगर ये सब नहीं करोगे तो वहां पे ब्रैकेट सेमी कॉलन ये सब मिस कर दोगे बट अगर आप पहले पेज प लिखते हैं फिर उसको उतारते हैं तो आपको ये सब चीजें मिस होनी बंद हो जाएंगी और आप अच्छे से प्रोग्राम लिखना सीख जाएंगे दूस दूसरी बात तो आपको बीच में ब्रेक लेने की जरूरत पड़ सकती है आप ब्रेक लो उससे मैं मना नहीं कर रहा हूं बट सपोज करो आपने यूनिट वन तक देखा फिर आपने ब्रेक लिया अब आप आके यूनिट टू से कंटिन्यू करने वाले हो तो जितना भी आपने पहले देखा था ना उसके नोट्स रिवाइज कर लेना एक बार कि हां हां मैं ये देख चुका हूं सीख चुका हूं अब मैं आगे बढ़ रहा हूं और फिर दोबारा कंटिन्यू करना बैठना ठीक है ऐसा नहीं कि कुछ देखा ब्रेक लिया फिर आगे आए जहां प जहां पे रुका था वहां प देखना शल कर दिया नहीं पहले पुराना दोबारा कवर करेंगे रिवाइज करेंगे और फिर आगे देखने बैठेंगे ठीक है अब आखरी पॉइंट हो सकता है आपको कुछ चीजें पहले से आती हो आपको लग रहा हो कि ये तो मुझे आता है मैं ये क्यों देखूं आप आपको जो चीज लग रही है मुझे आती है या तो उसको 2x पे देख लो या मेरे नोट्स से गो थ्रू कर लो खाली ताकि मैं जिस फ्लो में पढ़ा रहा हूं उसी फ्लो में बंदे रहो और आपको सब अच्छे से क्लियर हो जाए बाद में ऐसा ना हो कि आपने आता है सोच के छोड़ दिया और फिर आपको उसमें दिक्कत आ ठीक है ये सब बातों का मुझे लगता है आप ध्यान रखेंगे अब हम स्टार्ट करते हैं प्रोग्रामिंग सी का कंप्लीट वन शॉट लेक्चर ठीक है सबसे पहले यूनिट वन से स्टार्ट करेंगे यूनिट वन का सिलेबस देख लेते हैं बहुत बड़ा लग रहा सिलेबस देखने में यूनिट वन और फोर बहुत आसान है सबसे छोटी भी यही है टू बहुत बड़ी है और थ्री मीडियम लेवल है ठीक है वन में ज्यादातर थोट पार्ट है इसलिए हम को फटाफट कवर कर लेंगे और ये सिलेबस देख के घबराना मत बहुत इजी है वन आगे बढ़ते हैं ठीक है सबसे पहले व्हाट इज अ प्रोग्रामिंग लैंग्वेज प्रोग्रामिंग लैंग्वेज कुछ नहीं है एक सेट ऑफ इंस्ट्रक्शंस होते हैं जो हम कंप्यूटर को देते हैं ताकि वो एक ऑपरेशन जो हम चाहते हैं वो परफॉर्म कर सके ठीक है और प्रोग्राम लैंग्वेज इ अ सेट ऑफ रूल्स दैट प्रोवाइड्स अ वे ऑफ टेलिंग कंप्यूटर्स दैट व्हाट ऑपरेशंस आर टू बी परफॉर्म सिंपल सी डिफाइन है वैसे तो आती नहीं है बट आपको पता होनी चाहिए मैंने बता दी इसमें दो चीजें और होती है सिमटेक्स और सिंटेक्स सिंटेक्स मतलब कुछ रूल्स जो हमें फॉलो करने होते हैं प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का कोड लिखते वक्त ठीक है ये होता है सिंटेक्स अब सिमटेक्स सिमटेक्स मतलब वो वर्ड्स जिसके मीनिंग्स पहले से ही डिफाइंड है जो हमारे ट्रांसलेटर या कंपाइलर को उसके मीनिंग पहले से पता होते हैं वो होते हैं सिमटेक्स जैसे आप इंक्लूड लिखेंगे या फिर फॉर लिखेंगे या जिस सिंटेक्स में आप लिख रहे हैं उसका मतलब कैसे वो पता लगा रहे है उसको पहले से पता होता है प्री डिफाइंड वर्ड्स होते हैं वो बोलते हैं सिमटेक्स ठीक है समझ आ रहा होगा आगे बढ़ते हैं अब देखो क्या है कि लेवल्स तो सबके निकलेंगे इसने बहुत सही कहा है लेवल्स सबके निकलेंगे तो कंप्यूटर लैंग्वेज के भी निकलेंगे बिल्कुल निकलेंगे भाई कंप्यूटर लैंग्वेज के भी तीन लेवल होते हैं हाई लेवल मिड लेवल लो लेवल हाई लेवल लैंग्वेज कौन सी होती है जैसे सी हो गई पाइथन हो गई जावा हो गई वो सारी लैंग्वेज जिसमें हम कोड इंग्लिश लैंग्वेज या ह्यूमन अंडरस्टैंड लैंग्वेज में लिखते हैं और वो अपना कंप्यूटर अपने आप समझ जाता है वो अपने आप उसको समझ पाता है उसको बोलते हैं हाई लेवल लैंग्वेज द हाई लेवल लैंग्वेज इज अ वेरी सिमिलर टू ह्यूमन लैंग्वेजेस एंड हैज अ सेट ऑफ ग्रामर रूल्स दैट आर यूज टू मेक इंस्ट्रक्शंस मोर इजली अब जोब आप कोड लिख रहे हो अगर आपको कोडिंग थोड़ी बहुत भी आती है तो समझ आता है ना कि आई इफ से ये हो रहा है फॉर से हो रहा है क्योंकि वो बेसिक इंग्लिश में आप समझ पाते हो तो वो हाई लेवल लैंग्वेज ही होती है सारी python's लैंग्वेज भी बोलते हैं मिड लेवल लैंग्वेज इ अ कंप्यूटर लैंग्वेज इन व्हिच द इंस्ट्रक्शंस आर क्रिएटेडटेड डिजिट्स एंड स्पेशल कैरेक्टर्स इसमें आप मतलब वर्ड्स इसमें इंग्लिश के यूज़ करते हो ए बी सीडी लिखते हो बट आप इतनी अजीब चीजें लिखोगे आपको समझ नहीं आएगा इसका मतलब क्या है जैसे कि अगर आप यहां साइड में देख पा रहे हो तो एडी डीडी a b इसका मतलब है c = a + b ऐसे ही कुछ हो रहा है यहां पे अब आपको ये पढ़ के समझ आएगा कभी कि c = a + b हो रहा बिल्कुल नहीं होगा आएगा क्योंकि ये असेंबली लैंग्वेज है मिड लेवल लैंग्वेज है हाई लेवल लैंग्वेज नहीं है ठीक है अब आगे बढ़ते हैं लास्ट है लो लेवल लैंग्वेज लो लेवल लैंग्वेज को मिड लेवल मशीन लैंग्वेज भी कहते हैं और क्यों इसमें खाली बाइनरी अ बाइनरी चीजों का यूज होता है मतलब जीरो और वन की मदद में इससे इसमें लिखा जाता है खाली ठीक है कोई दिक्कत नहीं है सबसे लो लेवल होगी मशीन लेवल मिड लेवल में असेंबली लैंग्वेज और हाई लेवल में सी जावा ये सब आ जाती है लो लेवल लैंग्वेज इज द वन लैंग्वेज व्हिच कैन बी अंडरस्टैंड बाय द कंप्यूटर द मशीन लैंग्वेज कंटेंस ओनली टू सिंबल्स वन एंड जीरो क्योंकि बाइनरी की फॉर्म में लिखते हैं इसमें खाली इसलिए देखो यहां पे आपको इमेज लगा के भी समझाया है बहुत इजी है आगे बढ़ते हैं ट्रांसलेटर्स तीन तरह के ट्रांसलेटर्स होते हैं कंपाइलर इंस्ट्रक्टर और असलर ये तीनों तरह के कंपाइलर्स आपके काम आते हैं अ आपके कोड को मशीन को समझाने के ठीक है आप जो कोड लिख रहे हो वो मशीन लैंग्वेज में कन्वर्ट हो पाए या मशीन समझ पाए इसलिए ट्रांसलेटर की जरूरत होती है दीज आर सेट ऑफ प्रोग्राम्स दैट कन्वर्ट कोड ए डाटा फ्रॉम वन लैंग्वेज टू अनदर अब कंपाइलर क्या करता है हाई लेवल को मशीन लैंग्वेज में करता है इंटरप्रेटर भी वही करता है बट कंपाइलर की और इंटरप्रेटर में फर्क ये है कि कंपाइलर जो है सारा पूरा प्रोग्राम आपका वन गो में करता है इसका मतलब क्या है सपोज करो आपने 10 लाइनों का कोड लिखा पांचवी लाइन में एरर है तो अगर वो कंपाइलर के थ्रू डिकोड हो रहा है या डिबैक हो रहा है तो फिर वो पांचवी लाइन पूरा एंड तक रन हो जाएगा और जो जो एरस होंगे आपको सारे शो कर देगा देखो पांचवी में ये गलती थी छठी में ये थी सातवी में ये थी ठीक है बट अगर आप इंटरप्रेटर के थ्रू इसमें ये कोड रन कर रहे हो तो इसमें क्या होगा पांचवी प ही वो रुक जाएगा बोलेगा पांचवी पे एरर है पहले इसको सही करो वरना मैं आगे नहीं बढूंगा पाइथन में इंटरप्रेटर यूज होता है ये मतलब इंटरप्रेटर का बाले में कौन सा अच्छा लोग इसपे भी बात करते हैं बट दोनों ही अपनी-अपनी जगह सही है किसी के कुछ बेनिफिट्स होते है किसी के कुछ बेनिफिट्स होते हैं ठीक है आपको बस ये पता होना जरूरी है कि कंपाइलर इंटरप्रेट में क्या डिफरेंस है जो मैंने आपको बता दिया और दूसरी चीज कंपाइलर में कौन-कौन सी लैंग्वेज में कंपाइलर यूज़ होता है स c c+ प जावा इस सम में कंपाइलर पाइथन पर्ल और इसको मैं मतलब बोलता हूं मुझे इसको प्रोनाउंस कैसे करते हैं मुझे भी नहीं पता बट पाइथन पर्ल और मतलब में इंटरप्रेटर यूज़ होता है ठीक है आखिरी बचता है हमारा असेंबलर असेंबलर कुछ नहीं है जो असेंबली लैंग्वेज को मशीन लैंग्वेज में कन्वर्ट करे वो ट्रांसलेटर होता है हमारा असेंबलर ठीक है बहुत इजी है आगे बढ़ते हैं अब ये देखो यहां थोड़ा जी चीज है जैसे मैंने आपको स्टार्टिंग में बताया था ये पूरी यूनिट थोरेट्स कि ये है ना टाइप्स ऑफ कंप्यूटर एनवायरमेंट ये पूरी ही थ्योरी है इसमें समझाने ऐसा कुछ है ही नहीं मैं खाली रीड करता रहूंगा तो आपका भी टाइम वेस्ट होगा मेरा भी टाइम वेस्ट होगा मैं बस ये कहूंगा इसमें टाइप्स ऑफ कंप्यूटर एनवायरमेंट में सात एनवायरमेंट्स होते हैं वैसे तो पूछे नहीं जाते हैं बट एक जो जैसे क्लाइंट सर्वर हो गया पीयर टू पीयर हो गया ये सब पूछे जा सकते हैं तो आप एक बार रीड कर लेना जो दो पॉइंट हर एनवायरमेंट के जो आपको समझ आए इस इतने बड़े पैरा में से वो याद कर लेना मैं पढ़ के बोलूंगा इसमें आपको समझ जाने वाला कुछ नहीं है आपको याद ही करना पड़ेगा इसलिए मैं इसको स्पन नहीं कर रहा हूं खाली और तब भी मैंने इसको अपने नोट्स में डाला है ताकि आपको पता हो कि ये चीज भी कवर करनी है मिस मैंने नोट्स में कुछ नहीं करया सब कवर जरूर होगा ठीक है ये सात कंप्यूटिंग एनवायरमेंट्स है जो मैं चाहता हूं कि आप खुद एक बार पढ़ ले जो सी जिस कंप्यूटर एनवायरमेंट में आपको दो लाइनें समझ आती है आप हर उसकी दो लाइने याद करनी ज्यादातर नहीं आता है बट जो फेमस होते हैं जैसे क्लाइंट सर्वर है अपना डिस्ट्रीब्यूटर है पर्सनल है ये थोड़े फेमस वाले हैं इसमें एक आधा सवाल आ जाए तो आ जाए तो एक बार पढ़ जरूर लेना बस इसको मैं रीड करने को जितना वैल्युएबल नहीं समझ रहा इसको क्योंकि मैं सिर्फ रीड करूंगा आपको ना समझ आएगा क्यक समझ आने वाला इसमें नहीं है दोबारा बारबार रिपीट कर रहा हूं बहुत आसान है बस आप रीड करना थोट पार्ट है हो जाएगा आगे एल्गोरिथम्स एल्गोरिथम्स क्या होता है कुछ इंस्ट्रक्शंस या स्टेप्स हम फॉलो करते हैं कुछ क्या बोलते हैं प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए वो होते है एल्गोरिथम्स जैसे कि दज आर द सेट ऑफ वेल डिफाइंड इंस्ट्रक्शन और स्टेप्स इन सीक्वेंस टू सॉल्व अ प्रॉब्लम आपको प्रॉब्लम आई कि दो दो नंबर दूंगा मैं आपको उसको सम करना है टॉपिक कि आपने n1 में एक नंबर लिया n2 में एक नंबर लिया आपने सम में n1 प् n2 लिया और आपने प्रिंट कर दिया या फिर प्रिंट नहीं बोलेंगे डिस्प्ले बोलेंगे क्यों बोलेंगे बताता हूं अभी और डिस्प्ले में सम कर दि ये एक तरीका था आपकी उस प्रॉब्लम का जब आपको कहा गया आपको दो नंबर का सम दिखाना है ठीक है एल्गोरिथम मतलब डिफाइन इंस्ट्रक्शंस या स्टेप्स जो कि आप एक प्रॉब्लम सॉल्व करने के लिए लिखते हैं इन दिस इनपुट एंड आउटपुट मस्ट बी डिफाइंड एल्गोरिथम में आउटपुट और इनपुट मस्ट बी डिफाइन होना चाहिए और एल्गोरिथम का सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि एक प्रॉब्लम कैसे सॉल्व करनी है ये आपको पता चल जाता है किस लैंग्वेज में फिर आप उसको पकड़ो कि मैं इस लैंग्वेज में सॉल्व करूंगा जावा में करूंगा सी में करूंगा स प् प में करूंगा वो आपके ऊपर होता है ठीक है अगर आपने डीएसए का थोड़ा बहुत भी पढ़ा हो तो उसमें होता है डाटा स्ट्रक्चर्स एंड एल्गोरिथम वो किसी लैंग्वेज से बाउंड नहीं है कि आपको इस लैंग्वेज में करना पड़ेगा आप किसी भी लैंग्वेज में कर सकते हैं क्योंकि उसमें एल्गोरिथम्स होते हैं मतलब आप प्रॉब्लम सॉल्व कैसे करेंगे उसका तरीका है कोई सेट ऑफ रूल्स नहीं है कि आपको इसी लैंग्वेज में करोगे तो ही हो पाएगा इस लैंग्वेज में करोगे तो ही हो पाएगा आपको बस तरीका बता दिया कि दो नंबर लो दोनों को ऐड करो उसको सम में स्टोर करो वो दिखा दो ये तरीका है चाहे आप सी में करो चाहे में करसी में भी करो इसको एल्गोरिथम बोल देंगे ठीक है इट शुड बी इंडिपेंडेंट ऑफ एनी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज मैंने आपको बताई प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से इंडिपेंडेंट होना चाहिए यहां पे मैंने एग्जांपल भी आपको लिख के दिखाया कि एल्गोरिथम कैसा देखते है अब जनरली आपको एक और बात बता दूं कि एल्गोरिथम के अंदर अगर आप प्रिंट इनपुट ऐसे शब्द यूज करेंगे तो कई टीचर काट देते हैं मतलब वैसे तो नहीं काटेंगे बट कुछ अजीब टीचर होते हैं आपके कॉलेज में भी होंगे शायद वो काट भी सकते हैं पहले बता रहा हूं इसलिए जो भी क्या बोलते हैं प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के वर्ड्स है ना प्रिंट फॉर या फिर लूप नहीं लूप आप यूज कर सकते हो वो सिमटेक्स नहीं है तो प्रिंट वर्ड है या फिर इनपुट वर्ड है ये सारे आप जितना कम यूज करें उतना बेटर है जैसे प्रिंट की जगह मैं डिस्प्ले यूज करता हूं इनपुट लेना हो तो मैं डिक्लेयर लिख देता हूं वेरिएबल अगर लेना हो तो डिक्लेयर लिख दिया इनपुट लेना हो तो इनपुट तो लिख सकते हैं आप शायद इनपुट आप लिख दें इनपुट में दिक्कत नहीं होगी या फिर मैंने रीड लिखा हुआ इनपुट के बजाय मैं कह रहा हूं बहुत कम टीचर्स होते हैं बट होते हैं तो अगर आप नहीं भी लिखेंगे तो भी चलेगा लिखेंगे तो भी चलेगा वो टीचर पर डिपेंड करेगा फिर थोड़ा मैंने आपको पहली बात बता दी अब आगे बढ़ते हैं सूडो कोड सूडो का मतलब होता है फाल्स कोड का मतलब आपको पता ही कोड लिखना झूठा कोड मतलब आप कोड ही लिखेंगे बट उसके उसके डिटेल्स में ध्यान नहीं देंगे मतलब एक इनफॉर्मली लिखा गया प्रोग्रामिंग कोड सूडो कोड है इट इज एन इनफॉर्मल वे ऑफ प्रोग्रामिंग डिस्क्रिप्शन दैट डज नॉट रिक्वायर एनी स्ट्रिक्ट प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सिंटेक्स न अराइट टेक्निकल कंसीडरेशन अब देखो आपको जैसे मैंने बोला कि मैं आपको एक नंबर देता हूं इवन है तो बताओ ऑड है तो बताओ तो उसका पूरा प्रोग्राम लिखने बैठ गया ऐसा नहीं करना अगर आपको बस कोई प्रॉब्लम आए उसको देखना है कि क्या कोडिंग में मैं इसको कैसे करूंगा तो आप जो रफ लिख दोगे ना वो होता है सूडो कोड जैसे मैं लिख दूंगा कि अगर मे को इवन ऑड बताना है कि इफ परसेंटेज बाय 2 इ इ 0 तो इवन एल्स ऑड अब ना इसमें मैं सेमीकलन का ध्यान दूंगा ना मैं ब्रैकेट्स लगाऊंगा तमीज से मैं खाली रफी इसको एक पेपर में लिख दूंगा तो ये हो जाएगा सूडो कोड जिसमें मैं सिंटेक्स का ध्यान नहीं दूंगा कि भाई यहां कॉमा आना चाहिए यहां थोड़ी स्पेस आनी चाहिए यहां सेमीकलन आना चाहिए जब इन सब का बिना ध्यान दिए थोड़ी बहुत प्रोग्राम लैंग्वेज यूज करके कि इफ लिखोगे फॉर लिखोगे ये लिखोगे ब ब्रैकेट्स नहीं लगाओगे सेमीकलन नहीं लगाओगे ये सब नहीं लगा के इनफॉर्मली एक कोड लिखोगे तो उसको सूटो कोड बोलते हैं मतलब अब मैं थोड़ा ज्यादा ही टाइम दे रहा हूं ह टॉपिक्स को थोड़ा हम फास्ट फास्ट करना पड़ेगा वरना बहुत बड़ी वीडियो हो जाएगी ठीक है अब आप तक आपको सब समझ आ रहा होगा यहां पे मैंने स्टूडियो कोड का एग्जांपल भी दिखा हुआ है अच्छा एक और बात नोट्स बहुत बहुत बहुत बढ़िया है जो मैंने बनाए बहुत अच्छे हैं मतलब मोर देन इनफ है अगर आप खाली नोट्स से अच्छे से पढ़ लोगे ना इतने अच्छे से पूरी प्रोग्रामिंग हो जाए कि मजा आ जाएगा ठीक है आगे बढ़ते हैं अब फ्लो चार्ट फ्लो चार्ट होता है पिक्टोरियल रिप्रेजेंटेशन आपके प्रोग्राम का या एक एल्गोरिथम का या कुछ स्टेप्स या इंस्ट्रक्शंस का जो आप दिखाना चाहते हो ठीक है उसको फ्लोचार्ट बोलते हैं उसमें काफी सारे सिंबल्स का यूज होता है कुछ सिंबल्स का मैंने आपको बता रखे कि किस लिए कैसे यूज होते हैं इसके अलावा भी बहुत सारे सिंबल्स होते हैं बट आपको इस अभी जिस लेवल प आप है उसको इसके अलावा आपको कोई और काम नहीं आएंगे ठीक है जैसे कि जब आप प्रोग्राम फ्लोचार्ट जब भी बनाएंगे तो स्टार्ट और एंड आप हमेशा इस ओवल से बनाएंगे जब भी आपको कुछ स्टेटमेंट्स या प्रोसेस दिखाना तो आप स्क्वेयर में रेक्टेंगल रेक्टेंगल में सॉरी फिर डिसीजन दिखाना हो मतलब कि इफ एल्स ये सब लिखना हो तो इस रोमस में इनपुट आउटपुट लेना हो तो क्या बोलते हैं इसको क्या बोलते थे इसको पैरेललोग्राम में ठीक है फिर और डायरेक्शंस आप इस एरो के थ्रू श करेंगे एक फ्लो चार्ट आपको बना के दिखा देते हैं ये देखो ये एक फ्लो चार्ट है पता करने का कि नंबर अगर नंबर इवन होगा तो इसमें प्लस वन कर देगा ऑड होगा इसमें माइनस व कर देगा ये उस चीज का प्रोग्राम है यहां पे लिखा भी हुआ है इफ द यूजर वांट्स टू ऐड वन टू एन इवन नंबर एंड सबकट वन टू एन ऑड नंबर तो उस चीज का ये फ्लो चार्ट यहां पे बनाया हुआ है स्टार्ट और एंड है इसलिए ओवल में लिया है यहां पे इनपुट ले रहे हैं इसलिए पैरेललोग्राम में है डिसीजन बना रहे हैं इसलिए रोमस में है और ये स्टेटमेंट्स है या फिर कहलो प्रोसेस है इसलिए यहां पे अपने हमने रेक्टेंगल यूज किया हुआ है यस नो को ऐसे दिखाया हुआ है एरो ऐसे बनाया हुआ है आपने अगर पहले एक बार भी फो चड बनाया एक आध प्रोग्राम कभी तो आपको कोई दिक्कत नहीं आई होगी इसको समझने में वैसे ही मैंने अच्छे से समझा दिया इसमें कई लोगों को हो सकता है इस चीज का मतलब ना बता हूं मैं दोबारा बता देता हूं परसेंटेज का मतलब होता है रिमाइंडर निकालने के काम आता है देखो यहां पे फाइव लो फोर लो थी लो एक ही जगह अगर उसको आप टू से डिवाइड करोगे तो अगर रिमाइंडर जरो आएगा मतलब वो टू से कंप्लीट डिवाइड हो गया समझ आया परसेंटेज मतलब रिमाइंडर निकालते है अगर मैं 5 परट लिखता हूं तो उसका आउटपुट आएगा वन ठीक है क्योंकि वो टू से डिवाइड करेगा फोर तक जाएगा फिर एक बच जाएगा ठीक है रिमाइंडर वन आएगा अगर रिमाइंडर वन आया क्या वो इव होगा ऑड होगा ऑड होगा क्योंकि टू से कंप्लीट डिवाइड ही नहीं हुआ जो इव होते हैं वो तो कंप्लीट डिवाइड हो जाते हैं कि बस वही लिखा हुआ है तो परसेंटेज यहां से मैं बताता कि जो परसेंटेज है वो रिमाइंडर निकालने के काम आता है जो मैंने यहां पे मॉड्यूस ऑपरेटर के थ्रू भी लिखा हुआ है समझ आ गया होगा आपको वरना हम जब आगे प्रोग्राम सॉ लिखेंगे तब आपको और अच्छे से क्लियर हो ही जाएगा सी प्रोग्रामिंग का एक ओवरव्यू दे देते हैं आपको कि सिर्फ एक क्वेश्चन आ जाए कि व्हाट इज सी प्रोग्रामिंग तो आपको क्या लिखना है इट इज डेवलप्ड बाय डेनिस रिची स्ट्रक्चर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है हाई लेवल लैंग्वेज है ये भी लिख सकते हैं आप सपोर्ट फंक्शंस प्रोवाइड इजी रीडेबिलिटी और पावरफुल लैंग्वेज सिंपल कोई दिक्कत नहीं है सी लैंग्वेज के बारे में कुछ भी लिखने को आता है पांच पॉइंट आपको दे दिए फिर सी स टोकेंस इसमें सी टोकस लिखा हुआ है टोकन हर लैंग्वेज में होता है टोकेंस का मतलब होता है सबसे छोटा एलिमेंट एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का वो होगा टोकन अ टोकन इन सी कैन बी डिफाइंड एज द स्मालेस्ट इंडिविजुअल एलिमेंट ऑफ द सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज दैट इज मीनिंगफुल टू द कंपाइलर समझ आया सबसे छोटा लैंग्वेज जिसको कंपाइलर का मतलब कंपाइलर को उसका मतलब पता हो उसको बोलते हैं हम टोकन सी में छह तरह के टोकन होते हैं कीवर्ड्स आइडेंटिफिकेशन सबसे पहले कीवर्ड्स पढ़ते हैं कीवर्ड्स मतलब रिजर्व वर्ड्स जिसका जो कि हम वेरिएबल बनाने लिए यूज़ नहीं कर सकते और जिसके मतलब कंपाइलर को पहले से पता है कई बार बच्चे कीवर्ड्स और सीमें टेक्स को लेके कंफ्यूज हो जाते हैं बट सीमें टेक्स अलग चीज है कीवर्ड्स अलग चीज है ज्यादा डिफरेंस भी मतलब इनकी डिफाइंस ऑलमोस्ट सिमिलर हो जाती है कई बार इसलिए कंफ्यूजन रहती है बट दोनों अलग-अलग चीज हैं ठीक है कीवर्ड्स होते हैं दीज आर द रिजर्व वर्ड्स प्री डिफाइंड वर्ड्स हु हैव अ फिक्स्ड मीनिंग एंड कैन नॉट बी चेंज्ड जैसे अगर आप कोई भी सी का प्रोग्राम बना रहे हैं आप इंट लिखेंगे तो उसका मतलब जो कंपाइलर को पहले से पता है कि कोई इंटी जर वैल्यू बनाना चाह रहा है यूजर वही होगा अब इसका मतलब चेंज नहीं नहीं कर सकते ये होता है कीवर्ड्स ठीक है अब आगे बढ़ते हैं आइडेंटिफिकेशन कर आया है नंबर वन में वेरिएबल में तो नंबर वन जो मैंने एक वेरिएबल का नाम दिया उसको बोलते हैं आइडेंटिफिकेशन सिंबल नहीं हो सकता खाली नंबर्स अल्फाबेट्स और अंडरस्कोर ठीक है और कीवर्ड्स नहीं हो सकता वो जो आपने नाम दिया व कीवर्ड नहीं हो सकता इंट में पहला वर्ड अल्फाबेट है नंबर नहीं है सब सारे रूल्स फॉलो कर रहा है बट क्योंकि वो एक कीवर्ड है तो आप उसको एस अ वेरिएबल या आइडेंटिफिकेशन मतलब आपको कोई ब्लॉक का एंड या फिर स्टार्ट शो हो रहा होगा जब भी आप आगे हम प्रोग्राम देखेंगे तो आपको समझ आएगा कि ये कितनी जरूरी चीजें हैं जहां भी आपको पैरेंस लिखे आपको फंक्शन का रिकॉल होना चाहिए जहां भी आपको स्क्वायर ब्रैकेट्स लिखे आपको एरे का रिकॉल होगा येय यहां पे लिखा हुआ है ब्रेसस मतलब कोई ब्लॉक शो करता है पेंसिस मतलब फंक्शन कॉल या उसके पैरामीटर शो करता है और ब्रैकेट्स ये स्क्वायर ब्रैकेट्स मतलब एरे का किसी एलिमेंट को रेफरेंस किया जा रहा है ठीक है स्पेशल सिंबल से अब कमेंट्स कमेंट्स होता है कि जब आप खुद कुछ लिखना चाहो जो आप चाहते हो कंपाइलर ना पढ़े बट जब कोई कोड रीड करे तो उसको समझने में आसानी हो इसलिए हम कमेंट्स ऐड करते हैं अपने प्रोग्राम में ठीक है जैसे अगर आपने कुछ बहुत टफ प्रोग्राम बनाया कि ये एक क्लास दी ये वेरिएबल दिया बहुत कुछ कर रहे हो आप जब दोबारा कोड पढ़ने जाओगे आपको याद ही नहीं रहेगा कि मैंने ये क्या किया था तब आप वहां प कमेंट्स डाल देते हो कंपाइलर उस लाइन को इग्नोर कर देगा और आपने प्रॉपर अपने वडिंग में लिखा होगा तो आपको प्रोग्राम समझ आ जाएगा कैसे ये देखो अगर आप डबल स्लैश मारते हो तो उसके आगे उस लाइन में आपने जितना भी लिखा है तो वो पूरा कमेंट बन जाएगा अगर आप स्लैश फिर एट्रिक और उसके बाद कुछ भी लिखते हो कितनी मर्जी लाइन में लिखते हो वो पूरा कमेंट बन जाएगा जब तक आप एट्रिक और स्लैश दोबारा उसको बंद नहीं करोगे वो कमेंट्स ही रहेंगी आपको हम कोड लिखेंगे या फिर मैं आपको एक कमेंट्स दिखाई देता हूं अभी देखो फर्स्ट प्रोग्राम अब मैं इसको रन करूंगा कुछ होगा नहीं बट ये चीज कंपाइलर पड़ेगा ही नहीं एक तो पहले प्रॉपर इंग्लिश है अगर मैं इसको बिना कमेंट के लिखता तो एरर आ जाता वो बोलता है ये क्या है तो मेरे को समझने के लिए ये लिखना था कि जो मैं इसके अंदर लिखूंगा वो मेरा पहला प्रोग्राम है तो मैंने यहां पे इसको कमेंट बना के लिख दिया ऐसे ही आप दूसरे तरीके के भी कमेंट बना सकते हो ऐसे मल्टी लाइन कमेंट्स बनते हैं ऐसे सिंगल लाइन कमेंट्स बनते हैं ठीक है कोई दिक्कत नहीं होगी आगे बढ़ते हैं एक बेसिक सी प्रोग्राम एक बेसिक सी प्रोग्राम कैसा होता है मैंने यहां पर आपको दिखाया सबसे पहले शुरुआत होती है शग इंक्लूड एडी एडवर्ट आपका कोई भी प्रोग्राम बिना स्कन नहीं बन सकता क्योंकि श इंक्लूड एक प्री प्रोसेसर है प्री प्रोसेसर क्या होता है बताते हैं h एक स्टैंडर्ड इनपुट आउटपुट हेडर फाइल है ये इसम बात करते हैं यह जो पूरी लाइन है ना इसी की वजह से आप यह सब जो मतलब है इस सब चीजों के ये आपके कंपाइलर को पता चल पाते हैं अगर आप ये सब नहीं लिखोगे तो उसको मतलब नहीं बना चलेगी तो ये रन ही नहीं कर पाएगा ठीक है जैसे कि # ड एक प्रीप्रोसेस है प्री प्रोसेस का मतलब प्रोग्राम स्टार्ट होने से पहले कुछ फाइल्स को इंक्लूड करना पड़ता है इसलिए हैशटैग इंक्लूड प्रकर यूज़ किया यहां पे जो भी वर्ड्स हैशटैग से यूज़ हो वो प्रीप्रोसेसर होता है सबसे पहले प्रोग्राम स्टार्ट होने पे कं उसपे वर्क करेगा # डिफाइन # अफ # इफ # इंक्लूड ये सारे पोसेस होते हैं कि मतलब प्रोसेस करने से पहले कुछ चीजें मुझे चाहिए जो मेरे प्रोग्राम में कंपाइलर को पता हो उसे हम प्रीप्रोसेसर में डाल देते हैं तो वो ये होते हैं प्रीप्रोसेसर्स आर प्रोग्राम्स दैट प्रीप्रोसेसर प्रोग्राम्स दैट प्रोसेस द सोर्स कोड बिफोर कंपाइलेशन थोड़ा यहां पे प्रोग्राम गलत लिखा है प्रीप्रोसेसर्स वो प्रोग्राम लाइंस होती है दैट प्रोसेस द सोर्स कोड बिफोर कंपाइलेशन कंपाइल होने से पहले जो लाइंस अ क्या बोलते प्रोसेस होती है उन्हें प्रीप्रोसेसर्स बोलते हैं इसमें # इंक्लूड # डेफ टेफ ये सब आ जाता है फिर ए ए हमारी हेडर फाइल है जिसको हम इसके थ्रू इंक्लूड कर रहे अपने प्रोग्राम में ताकि इसके जो भी फंक्शंस है वो अपने प्रोग्राम में यूज कर सके इसके कौन से फंक्शंस है प्रिंट एफ है स्कैन एफ है ये सब इसी के फंक्शंस है इसकी अगर आपको ये फंक्शन अपने प्रोग्राम में चलाने है तो ये फाइल आप इंक्लूड करना जरूरी है इसलिए हम ऐसे लिखते हैं दूसरा मेन क्या है ये मेन फंक्शन जो है आपको कंपाइलर को स्टार्टिंग पॉइंट देता है मैंने यहां पे 40 फंक्शन डिफाइन किए होते इसी लोड के बाद तो फिर वो सबसे पहले कौन से फंक्शन को एग्जीक्यूट करे ये कंपाइलर को नहीं पता मतलब वो सीक्वेंस में नहीं जाएगा जहां आपने मेन लिखा होगा ना सबसे पहले वो उस फंक्शन के अंदर घुसेगा और उसको कैसे ड्यूट करेगा इसलिए मेन को हम क्या बोलते हैं सर्फ एज द स्टार्टिंग पॉइंट ऑफ द प्रोग्राम ठीक है अब मैंने जब ये प्रोग्राम बनाया इसको मैंने रन किया तोय आउटपुट आ रहा है मेरा प्रिंट कैसे करते आपको पता होगा फिर भी बता देता हूं प्रिंट एफ लिख के ब्रैकेट्स में डालते हैं अगर क्योंकि अल्फाबेट या कैरेक्टर है तो हम इसको कोर्स में डाल रहे हैं नंबर होता तो परसेंटेज डी वगैरह य सब यूज करके या फिर कर सकते ठीक है आगे बढ़ते हैं ऑपरेटर्स इन सी तीन तरह के ऑपरेटर होते हैं यरी ऑपरेटर बाइनरी ऑपरेटर नरी ऑपरेट य प्र मतलब जो खाली एक ऑपरेंट ले ऑपरेंट क्या होता है प्रोग्राम के ू समझेंगे इसको हम अभी इंट ए इ 5 लेते अभी मैंने वेरिएबल इंजर ए नाम का जिसका क्या बोलते हैं डटा टाइप इंजर एक सेकंड थोड़ा आपको बेटर दिख रहा होगा ठीक है अब अगर मैं जैसे मैं लिखता ए प् बी य जो मेरा प्लस का ऑपरेशन है य किन दो किन दो पे हो रहा है a और ब पे जिन दो वेरिएबल पे वर्क करेगा उनको हम बोलते हैं ऑपरेंट ठीक है अगर मैं कोई एक ऐसा फंक्शन यूज कर रहा हूं जो एक ही ऑपरेंट एक ही वेरिएबल पे काम कर सकता है उसको दूसरे वेरिएबल की जरूरत नहीं है अब काम पूरा करने के लिए तो उसे हम बोलते हैं यूनिरी ऑपरेटर ठीक है जैसे अगर मैं लिख दूंगा a + प्लस प्रिंट ए परसेंटेज t कमा a ऐसे हम प्रिंट करते हैं अगर किसी को नहीं पता तो बता दिया और अब देखना ओ शिट एरर आएगा वेरी गुड क्या कर रखा य सा लि सॉरी सॉरी मा ब आ क्यों आया क्योंकि ए प् प् इस ऑपरेटर ने काम किया इस वैल्यू को एक बढ़ा दिया यह दो होते हैं देखो ए प्लस प्लस और इसको प्लस प्लस भी लिख सकता हूं र सॉरी माय बड प्लस प्स इन दोनों का मतलब अलग होता है एक प्री में काम करता है एक आफ्टर में काम करता है कैसे आपको दिखाते हैं एक बार अब ये देखो ए प्लस प्लस कंट्रोल सी कंट्रोल बी अब मैं इसको रन करूंगा तो देखना क्या होगा पहले फ प्रिंट हो रहा है फिर सिक्स प्रिंट हो रहा है ठीक है अब यही चीज अगर मैं प्लस प्लस ए लिख के करू अब देखना क्या होगा अब पहले सिक्स प्रिंट होगा फिर सेन प्रिंट होगा ऐसा क्यों हो रहा है जब ये लाइन एग्जीक्यूट हो रही है तब वो ए क्योंकि प्लस प्लस a से पहले लिखा है तो वो पहले में प्लस कर रहा है फिर उसका जहां भी यूज हो रहा है य प्रिंट होना में यूज हो रहा है वहां पर उसको यूज कर रहा है ठीक है जब मैं ए के प्लस प्लस बाद में लिख रहा था तब वो पहले ए को यूज कर रहा था और फिर उसमें एक प्लस वन करना था अगर बाद में लिखोगे तो पहले यूज करेगा बाद में वन प्लस करेगा पहले लिखोगे तो पहले ही प्लस व करेगा और फिर उसको यूज करेगा सिंपल सीधा फर्क होता है ऐसे ही माइनस माइनस भी होता है मुझे एगजैक्टली नाम क्लिक नहीं हो रहा है अभी क्या नाम होता तो उसका यूनिरी ऑपरेटर और एक और नाम होता था इसका ब ये यूनिरी ऑपरेटर है समझ गए क्योंकि एक ऑपरेंट पे वर्क करते हैं इसके बाद बाइनरी ऑपरेटर्स ये सारे ऑपरेटर्स दो ऑपरेंट पर वर्क करते हैं इसलिए इनको बाइनरी ऑपरेटर्स बोलते हैं नरी ऑपरेटर्स इकलौता यही होता है हर लैंग्वेज में होता है मेरे ख्याल से पाइथन वगैरह इन सब में भी होता है इसमें क्या होता है ये तीन ऑपरेंट प काम करता है इसलिए इसको टरनरी ऑपरेटर्स बोलते हैं ठीक है ये लिखा हुआ है कि ये अर्थमेटिक ये सारे हैं रैशनल के ये सारे हैं लॉजिकल ये बिट वाइज असाइनमेंट ठीक है अब थोड़ा आगे बढ़ प्रेसिडेंस ऑफ ऑपरेटर्स अब देखो आपने बोर्ड मास पढ़ा होगा बोर्ड मास हम क्यों पढ़ते हैं क्योंकि हमें पता है जहां भी 5 डिवा बा 4 प् 3 आ गया तो हमें कैसे पता चलेगा कि पहले किसको एग्जीक्यूट करना है हमें बोर्ड मास पता है इसलिए हम पहले डिवाइड करते हैं फिर प्लस करते हैं ठीक है ऐसे ही जब इतने सारे ऑपरेशन है एक स्टेटमेंट में बड़े सारे आ गए तो आपको कैसे पता चलेगा पहले कौन सा करना है इसलिए होता है प्रेसिडेंस ऑफ ऑपरेटर्स कि अगर बड़े सारे ऑपरेटर्स लिखे आ गए तो पहले अगर उसम से य इसमें से कोई है तो पहले उसको कर दो ठीक है इसमें से कोई है तो उसके बाद इसम से कोई है तो उसको कर ठीक है अब बात करते हैं सबसे पहले एसोसिएटिविटी दो तरह की होती है लेफ्ट टू राइट राइट टू लेफ्ट इसको हम समझेंगे य देखो अब इट इसको ा देता अब देखो य इ 5 में क्या हो रहा है इ फ में पहले राइट से फ देख रहा है उसको लेफ्ट में डाल र है फ उसने राइट से उठाया उसको ए में पुट कर दिया तो य हुआ राइट टू लेफ्ट एक सेकंड राइट टू लेफ्ट हुआ य कहां गया कहां गया कहां गया असाइनमेंट असाइनमेंट ऑपरेटर की इसलिए जो एसोसिएट होती है होती है राइट टू लेफ्ट समझ आया अब देखो राइट टू लेफ्ट हमने देख लिया राइट ू लेफ्ट कैसे था जब मैं यहां पर लिख रहा था कि ए इक्ट 5 तोय राइट टू लेफ्ट है कैसे पहले ये फ देख रहा है राइट में इसने दे फ है इसको लेफ्ट में उठा के लेफ्ट में ए में कर दिया इसने तोय राइट ू लेफ्ट हुआ इसलिए अगर आप यहां पर देख रहे हो इसलिए हम य पर जब देख रहे थे तो असाइनमेंट ऑपरेटर हमेशा राइट टू लेफ्ट होते हैं ठीक है अब आपको ये देखो अगर मैं यही लिखू कि a इ 5 डिवाइड बाय व अब इसमें क्या होगा फव में पहले वो लेफ्ट देख रहा है कि फ है उसको फिर डिवाइड बाय व कर रहा है समझ आया थोड़ा मुश्किल लग रहा हो शायद कोई बात नहीं देखो पहले उसने लेफ्ट में फ देखा फिर उसको न से डिवाइड किया तो ये लेफ्ट टू राइट हुआ य पर लिखा भी होगा मल्टीप्लिकेटिव में ये सब जो भी है स्टार इनटू या फिर परसेंटेज ये लेफ्ट टू राइट है अगर यहीं पर मैं जैसे हमने पहले भी देखा था कि 5 परसेंटेज टू लिख दूं तो ये भी लेफ्ट ू राइट है पहले फाइव देखेगा उसको फिर मॉड्यूस करेगा टू के साथ उसका रिमाइंडर निकाल के ए में डाल देगा जब ये परफॉर्म हो रहा है तब यहां पे लेफ्ट टू राइट है जब य इसका आउटपुट मान लो वन आ जाएगा जब जब ये परफॉर्म होगा तो ये राइट टू लेफ्ट हो जाएगा इसलिए एसोसिएट बहुत जरूरी होती है असाइनमेंट ऑपरेटर ज हम देख रहे हैं तो वो राइट टू लेफ्ट परफॉर्म हो रहे हैं और और जब हम मल्टीप्लिकेटिव देख रहे हैं तो उसको है लेफ्ट टू राइट अच्छा एक और चीज अगर आपको नहीं पता बता देता हूं अगर मैं लिखता हूं ए प्लस इक्व इसका क्या मतलब है इसका मतलब है ए इ ए प्व ठीक है इसको आप ऐसे भी लिख सकते य दोनों अलग-अलग कैसे बताऊ अब आपको देखो ये दोनों एक ही चीज है अभी तक आप य यही मान के चलो जब आप बहुत आगे चले जाएंगे तो आपको समझ आएगा कि ये दोनों चीज अलग अलग होती है अभी इस साल अगले साल दो-तीन साल के लिए आपके लिए बहुत है कि ये एक ही चीज है आप मान के चल सकते हैं ये वैसे मैं आपको पहले एक हिंट दे रहा हूं अलग होती है ठीक है कैसे अलग होती है इसके बैक एंड पे है ये आप नहीं चाहिए उतना डीप कि स्टोरेज क्ला स्टोरेज में अलग फर्क पड़ जाता है ये सब व उसमें मचा नहीं जाते इन दोनों का मतलब ये आपके लिए एक ही है ठीक है a + = 1 का मतलब है a = a + 1 ठीक है य अगर मैं यहां पे मल्टीप्लाई लिख देता तो फिर इसका मतलब जाता है a * a = a * ठीक है ये भी क्या उसमें बोलते हैं असाइनमेंट ऑपरेटर्स ही होते हैं कि अगर आप इक्वल्स टू से पहले डिवाइड प्लस ये सब लगा दे तो साइनट ऑपरेटर्स के अंदर ही आता है ठीक है ठीक है अब ये सब समझ आ गया होगा आपको ये मैंने प्रेसिडेंस बनाने के लिए एक टेबल भी दे रखा है आपको ताकि सारी रेसिडेंस आपको समझ आ जाए इसमें से बिट वाइज वगैरह आपके काम शायद ना आए बाकी एक बार आप देख लेना आपको सारी ऑलमोस्ट पहले से पता होगी आप जैसे ऑलमोस्ट यही यूज करते होंगे जैसे यहां पे मल्टीप्लिकेटिव एडिटिव मल्टीप्लिकेटिव के बाद ही एडिटिव है ना ये तो हमें बोर्ड मास से ही पता चल जाता है ऐसे ऑलमोस्ट सारी आपको पता है आप उसी फ्लो में सॉल्व करते हो बट एक बार देख लेना टाइप कन्वर्जन इन सी सी में दो तरह के टाइप कन्वर्ज होती है इंपलीसिट एक्सप्लिसिट इंपलीसिट मतलब मतलब वो जो कंप्यूटर खुद कर दे एक्सप्लिसिट मतलब वो जिसमें हमें स्पेशली उसको बताना पड़े कि भाई देख पहले ये इसको ऐसे कन्वर्ट करना है फिर आगे बढ़ना है ठीक है वो एक्सप्रेस इड होती है ब में देखो लिखा हुआ है इट इज ऑटोमेटिक डन बाय द कंपाइलर बाय कन्वर्टिंग स्मॉलर डाटा टाइप्स इन टू अ लार्ज डाटा टाइप्स ठीक है जो ऑटोमेटिक डन करे बाय कंपाइलर वो होती है इंपलीसिट द कंपाइलर प्रोवाइड्स इंपलीसिट टाइप कन्वर्जन वन ऑपरेंट आर ऑफ डिफरेंट डटा टाइप्स जब आप फ्लोट और इंट को साथ में वर्क कर रहे हैं बिना कुछ स्पेसिफाई किए तो वो कंपाइलर खुद देख लेता है उसको इंपलीसिट बो बोते ये प्रोग्राम लिखा हुआ है ये देखो मैंने एक मेन फंक्शन लि मैंने क्या बोलते हैं डेटा टाइप वॉइड ली है वॉइड ली है इसलिए मैं रिटर्न में कुछ नहीं लिख रहा हूं अगर मैं य इंट लेता तो रिटर्न जीरो लिखना जरूरी होता है हमने देखा यहां पेय देखो यहां प मैंने इंट लिया था तो मैं यहां रिटर्न जीरो कर रहा था ठीक है वड लिए तो मैंने य रिटर्न लिखने की जरूरत नहीं है आगे बढ़ते हैं मैंने एक आ नाम का इंटी जर लिया जिसके मैं अंदर वैल्यू 40 स्टोर कराई फिर एक एक और इंज वेरिएबल या या ए नाम का जिसकी डेटा टाइप फ्लोट है फिर मैंने कहा a इ आ अब देख देखो एक ही डेटा टाइप फ्लोट है की डटा टाइप इंटी जर है अगर उसको उसमें स्टोर करना है तो दोनों फ्लोट होने चाहिए या फिर ये दोनों इंटी जर होने चाहिए तो ये जब इस इंटी जर को इस फ्लोट में स्टोर करेगा तो इस 40 नंबर को वो अपने आप फ्लोट में कन्वर्ट कर लेगा अगर आप अब इसका मैं जब ए प्रिंट करा रहा हूं तो उसकी वैल्यू देखो ऐसे आ रही है फ्लोट में जब आप प्रिंट कराते हो तो उसके पॉइंट के बाद छह डिजिट तक वो प्रिंट करता है उसको फर्क नहीं पड़ता कि छ के छ जीरो हो कुछ भी हो वो छ डिजिट तक प्रिंट करेगा देखा ये 40 अपने आप इंटी जर से फ्लोट में कन्वर्ट हो गया ना यहां पर अने स्पेशली कुछ लिखा थोड़ी a इक्व टू ब्रैकेट के अंदर फ्लोट लिखा हो फिर i लिखा हो ये अपने आप कर दिया कंपाइलर ने इसलिए ये हो गया इंपलीसिट अब एक्सप्लिसिट में देखो इज डन एक्सप्लिसिट टाइप कन्वर्शन इज डन बाय द यूजर बाय यूजिंग ब्रैकेट्स के दर टाइप ऑपरेटर ठीक है बिफोर द कन्वर्शन कन्वर्जन इज परफॉर्म अ रूटीन चेक इज डन टू सी इफ द डेस्टिनेशन टाइप कैन होल्ड द सोर्स वैल्यू अब इसका मतलब समझाते हैं देखो यहां पे भी हमने सेम वैसे ही प्रोग्राम लिया है यहां पे पहले मैंने एक आई लिया फ्लोट का इसकी डेटा फ्लोट है जिसके अंदर मैंने 40 पॉइंट के बाद जीरो तक एक नंबर फ्लोट स्टोर कराया मैंने छह डिजिट तब भी लिख दिया दो भी डाल दे तो भी वो फ्लोट ही समझता ब पॉइंट के बाद कुछ होना जरूरी था उसको फ्लोट समझाने के लिए ठीक है फिर उसके बाद या फिर आप खाली 40 भी लिखते ना अगर आपने खाली पहले फ्लोट लिखा है उसका मतलब भी वो 40 के पॉइंट के बाद छ जीरो समझता समझ आया देखो अगर अब मैं फ्लोट चलो उसमें नहीं जाते हैं चलो देखो फ्लोट लिखा आपने मतलब फ्लोट डेटा टाइप है आ लिखा मतलब आ वेरिएबल है इक्वल टू लिखा मतलब उसमें 40 वैल्यू डाल रहा है अगर आप यहां प सिर्फ 40 लिखते तो भी उसका मतलब ये 40 के बाद 6 जीरो समझता 40 पॉइंट के बाद दो जीरो लिखते उसका मतलब ये 40.6 0 समझता 40 पॉइंट 40 के बाद पॉइंट के बाद 70 लिखते 8 0 लिखते उसका मतलब वो यही समझता समझ आ गई आपको बात ठीक है फिर मैं आपने एक वेरिएबल लिया a नाम का जिसकी टाइप इंटी जर है अब आप क्या कर रहे हैं a में आ स्टोर करा रहे हैं अब एक फ्लोट वाला इंटी जर में स्टोर करा रहे हैं बट अब आपने स्पेसिफाई किया कि a इक्व टू ब्रैकेट के अंदर इंट लिखा फिर i लिखा पहले वो इसको आ इंट में कन्वर्ट करो और फिर उसको a में डालो ये आप स्पेसिफाई कर रहे हो तो ये कौन सी कन्वर्जन है एक्सप्लिसिट कन्वर्जन दोनों में कुछ पॉइंट्स पूछे जा सकते हैं तो ये दो पॉइंट्स लिख के एक ऐसा एग्जांपल बना के दिखा देना पूरे नंबर मिल जाएंगे इसका आउटपुट जवाब करेंगे तो खाली 40 आएगा जबकि हमने वैल्यू ये ली थी इसको हमने ए में शो कराया बट क्योंकि हमने इ स्पेसिफाई किया तो इं टीजर हो गया और वैल्यू ये आ गई ठीक है कोई दिक्कत नहीं होगी हमारी यूनिट वन में इतना ही था ठीक है [संगीत]