Hello everybody, this is Dighraas Singh Rajput. Welcome to Magnet Beans. इस वीडियो लेक्चर से हम एक नया चाप्टर स्टार्ट करने वाले हैं.
Class 7th History का चाप्टर. चाप्टर है Tracing Changes Through a Thousand Years. अब देखिए क्या है?
Heading से आपको क्या समझ में आया? एक Interesting चाप्टर है, देखो, Class 6th में आप लोगों ने जो History पढ़ी थी न, वो History हमें Ancient History के बारे में थी पूरा. अब Ancient History से हम जंप करके कहां आएंगे?
Medieval History पे आएंगे. तो, तो इस साल हम देखो जैसे जहां से स्ट्री स्टार्ट हुई तो हमने इंचेंट पढ़ लिया पूरा स्ट्री यहां से स्टार्ट हुई है इंचेंट पढ़ लिया अब आज आप जहां जी रहे हैं वह आपके अलग टाइम पीरिड है ठीक है मॉडर्न टाइम पीरिड हो गय टाइम पीरेड था जिसे हम ना तो इंशेंट में गिनते हैं ना मॉडर्न में गिनते हैं तो जो बीच वाला टाइम पीरेड है इसे कहा जाता है मेडिवल ठीक है जो मिड में है जो बीच में है तो मेडिवल हिस्ट्री हम क्या करने वाले हैं पूरी शब्द क्लास में यही पढ़ेंगे सब्सक्राइब इस आल अब इस तो अब देखो क्या है अब उस मिडिवल हिस्ट्री का जो 1000 years तो आपको एक history का outlook देगा बताएगा कि history क्या है कैसे है हम क्या पढ़ेंगे साल इनी सारी चीजों को बताने वाला है अब पहले chapter में भी हम क्या पढ़ेंगे तो start करते हैं यहां से देखिए understand the heading अब heading को समझो tracing changes through a thousand year मतलब एक 1000 साल का जो time period है ठीक है 100 साल को century बोलते हैं उ हैं क्या चेंज आया है अब जो एक हजार साल पहले था और जो आज इंसान है बचा तो कोई भी नहीं है ठीक है फिर हमें कैसे पता चलेगा तो हमने हिस्ट्री के थ्रू स्टडी किया हर चीज को हमने पढ़ा समझा जाना देखा सर्च किया ठीक है रिसर्च की तब पता चलता है कि एक हजार सालों में कितना कुछ बदल गया है कैसे बदला है उन्हें बात क्या चीजें बदली है और कैसे कैसे बदली है ठीक है अब देखो अंडरस्टेंट थी हेडिंग व्हाट टाइप ऑफ चेंज इस सब सवाल यह भी आता है डिंग कैपल थी ट्रेसिंग चेंजेस थ्रू थाउजन्ड यह तो हजार साल में चेंजेस बात कर रहे तो कि चेंजेस की बात कर रहे हो लोगों का कपड़े पहनने का तरीका बदल गया है लोगों का रहने का क्या क्या बदला है उन्हीं सारी चीजों को हम क्या करेंगे पढ़ेंगे अब देखो अभी आप अभी तक आपने क्या सोचा होगा कि हम खाने पीने की चीज कपड़े रहने का तरीका इन सारी चीजों की बदलने की बात कर रहे हैं ये तो बदला ही बदला है इसके साथ लोग ठीक है तो मैप ए और मैप बी है अब ए जो है इसे देखिए आप अच्छे से अच्छे आप दिवर्ड मैप ड्रॉन बाइट जियोग्राफर अलदेरी सी इन ट्वेल्थ सेंचुरी शोइंग दी इंडियन सब कॉंटिनेट फ्रॉम लैंड टू सी इट वास मेड इन 1100 1154 ठीक है तो ट्वेल्थ सेंचुरी में बनाया गया था 1154 वॉट दी यह अब देखो क्या यह मैप किसने बनाया यह मैप बनाया अलदेरी सी ठीक अलदेरी सी ने map बनाया है और ये जो map इन्होंने बनाया है तो इन्होंने map जो बनाया है तो उसमें इन्डियन सबकॉंटिनेंट को बताया है अब देखो आज हम इंडिया का map देखते हैं तो आज हमारा इंडिया का map कुछ इस तरह से होता है ठीक है आज हमारा इंडिया का map कुछ इस तरह से हम देखते हैं कि हाँ ये हमारा इंडिया है ठीक अब मैं बोलू कि ये भी इंडिया का map है तो आप कितने लोग मानोगे इस च श्रीलंका है तो श्रीलंका को उन्होंने क्या कर दिया श्रीलंका को ऊपर कर दिया और इतना बड़ा श्रीलंका कर दिया है फिर यह कुछ-कुछ आईलेंड जो होते हैं यह आईलेंड भी बनाया है उन्होंने तो अब यह पर्शन लैंग्वेज में लिखा दिखाओ तो यह उनके द्वारा मैप बनाया गया ठीक है जो हमारे पास यह बहुत पहले बनाया देखा से एक हजार साल पहले हो लगभग लगभग तो 900 साल पहले बनाया गया था अब क्या होता है अगर मैप बी को कंप्यूट करें मैप को कंप्यूट करते दिस अब कंटिनेंट फॉर दिए अर्ली 18th सेंचुरी एटलस नोवो ऑफ गोएम गोएलेमी दिए लिसले ठीक है यह फ्रेंच नीम है यह तो यह थे भी वह फ्रेंच कार्टोग्राफर कार्टोग्राफर क्या होता है कार्टोग्राफर यानि दिवन कुछ ड्रॉस दी मैप जो मैप बनाने का काम करते हुए कार्टोग्राफर कहा जाते ध्यान रखना वन मार्क्स में आ सकता है तो यह अ कि इन्होंने जो यह फ्रेंच काटोग्राफर ने इसलिए जो मैप बनाया था वह कुछ इस तरह से बनाया था अब देखो यह मैप और यह मैप में कुछ सिमिलरिटी देखने को मिल सकती है आपको फिर भी ठीक है यह स्रीलंका यह फिर नहीं दिए यहां तो स्रीलंका बहुत बड़ा सा इंडिया को अजीब सा बना दिया है तो अब देखो अब क्या है यही है tracing changes through a thousand year देखो क्या हो रहा है कि अगर हम देखते हैं यह कब बना था यह बना था 1720s में और यह कब बना था 1154 में तो इस sense में अगर अगर आप देखोगे तो पहले ऐसा देखा जाता था दुनिया के दुबारा इंडिया को इस टाइम पीरिड पर इंडिया को ऐसा देखा जा रहा था और आगे और ऐसा देखा जाएगा मतलब अभी हम ऐसे देख रहे हैं तो क्या होता है धीरे-धीरे ओवर दी पीरिड ऑफ टाइम चीजें बदलती है चेंजेस होते हैं ऐसा नहीं है कि जो आज से एक साल पहले जो लोग लिख रहे थे को क्या समझ में आना चाहिए ठीक है इस एक्जांपल एक्जांपल के बाद में आपको यह समझ में आना चाहिए देखो वह डिवेंडर स्टेन इन कंटेक्स्ट ऑफ दिस चैप्टर तो जो हमने भी एक्जांपल डिस्कस किया तो इस एक्जांपल को पढ़ने बाद में इस चैप्टर के कंटेक्स्ट में आपको क्या समझ में आया देखो वेन स्टोरियंस रीड डॉक्यूमेंट्स टेक्स्ट एंड मैप्स फॉर दिपास्ट दे हैं टू बी सेंसिटिव टू दिफरेंट हिस्टोरिकल बैग्राउंड्स टू दिफरेंट चीज है हमने दो मैप दिखे अब आज मैं हिस्टोरियन बन जाता हूं मान लो ठीक है आप बन जाता हूं चला आपको बनाते हैं आप हिस्टोरियन बन गए आप हिस्टोरी की स्टडी करते हो अब आपको कुछ हिस्टोरी लिखना है इंडियन सबकॉंटिनेंट के बारे में और आपके पास दो मैप आए तो आप दोनों मैं मैसेज किस मैप को सही मानोंगे बताओ क्यों सोर्स आप किसे चूज करोगे पड़ गए कंफ्यूजन में जी हां तो यहां पर जो बात की जाती है वह यह बात की जाती है कि हमें हमें हमेशा ध्यान रखना होगा जितने भी स्टोरियंस होंगे उन्हें ध्यान रखना होगा कि जब भी वह स्टोरिकल डॉक्यूमेंट पढ़ते हैं टेक्स्ट पढ़ते मैप्स पढ़ते हैं तो देमस भी वेरी संसिटिव अबॉट देट क्योंकि अगर वह चीजों को बस यूजी फॉर ग्रांटेड ले लेंगे कि हां यह सही ही होगा तो वह गलत भी हो सकते हैं क्योंकि जैसे एक एग्जांपल अभी मेरा लेफ्ट क्या हो गया यह वाला हो गया ठीक है मतलब इस साइड वाला मेरा लेफ्ट है अगर ऐसा देखा जाए लेकिन लेता हूं तो मेरा लेफ्ट तो इस साइड जाएगा तो उसी का उत्ता कंटेक्स्ट वाइस चीजें बदलती र एंजांपल दिया मैंने आपको तो स्टोरियंस को क्या करना होगा स्टोरियंस को इस चीज का विशेष ध्यान रखना होगा कि जब भी वह स्टोरिकल फैक्ट्स विगर्स मैप इन साइड चीजों को पढ़े लिखे समझे कुछ भी तो देश बी सेंसिटिव टू डिफरेंट हिस्टोरिकल बैग्राउंड्स अलग-अलग स्टोरिकल बैग्राउं तो देखो इस चैप्टर में आखिरकार हम पढ़ने क्या वाले हैं तो वह वियर्ग इंटरस्टेडी इन इस चैप्टर इस पूरे चैप्टर में हम क्या पढ़ेंगे न्यू एंड ऑल्ड टर्मिनलॉजी जिस तरह से मैंने आपको बताए कि इनफॉर्मेशन चेंज लिखते थे तो कहां से लिखते थे क्या सोर्सेस होते थे उनके उस चीज को पढ़ेंगे न्यू सोशल एंड पॉलिटिकल ग्रॉप्स तो आपका आता है कि हिस्ट्री जैसे में बला कि ट्रेसिंग चेंज इस तो हिस्ट्री बदल रही थी धीरे-धीरे अंपायर के लोग आ रहे थे तो वह कैसे हुए इस रहेंगे फिर ओल्ड रिएम पायर जो थे वह कहां चले गए नए अंपायर आया तो नए अंपायर आया तो उन्हें क्या चेंजिएस लेकर आए इस बारे में पूरी सबंध क्लास में पढ़ने वाले हैं और कि समप करते हैं तो यह समझना आपको कि जो चैप्टर के डिंग वह आपको यही बताने वाली है कि हिस्ट्री नवर रिमेंट्स स्टैटिक जैसा दिख रहा है आपको हमेशा वैसा नहीं होता है चीजें समय के साथ में बदलती है और इस साल की जो हिस्ट्री आप पढ़ेंगे सबंध क्लास में जो भी इसकी बढ़ने वाले बिल्ली में काफी इंट्रस् बदली है क्यों कैसे रिलीजन के फॉर्म में बदली चीजें कैसे रूलर्स के फॉर्म में बदली है कैसे जो आज इंडिया है वह कहीं ना कहीं उस समय पर शेयर पूरा था तो यही सारी चीजें हम इस साल स्टीम बढ़ने वाले हैं और इस चैप्टर में इस चैप्टर में यह सारे टॉपिक पढ़ने वाले हैं तो एक बेसिक इंट्रोडक्शन सबंध की हिस्ट्री का इस चैप्टर पोल्ड टर्मिनलॉजी इसको इस टॉपिक को स्टार्ट करने वाले हम नेक्स्ट वीडियो में इस चैप्टर के नोट्स आप हमारी ऑफिशियल वेबसाइट मैं ने इस डॉट कॉम पर जाकर बहुत आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं मैं ने इस डॉट कॉम पर क्लास सभी चैप्टर के सब टॉपिक एक अरेंज फॉरमेट में अवेलेबल है जिन्हें आप बहुत आसानी से पढ़ सकते हैं समझ सकते हैं डाउनलोड कर सकते हैं फिल्ड फ्री टू विजिट आर ऑफिशियल वेबसाइट मैं ने ब्रेंस डॉट कॉम में हम क्या पढ़ने वाले हैं इस वीडियो में डिस्कस करेंगे इस टॉपिक को न्यू एंड ऑल्ड टर्मिनलॉजी देखिए पिछले थाउजन ही है तो इस चैप्टर में आपको हम क्या बताने वाले हैं कि किस तरह से चीजें बदली है हिस्टरी में ठीक है अब किस तरह से चीजें बदली हैं तो उसमें यही बताया कि न्यू एंड ओल्ड टेर्मिनलॉजी कि जो टेर्मिनलॉजी का मतलब समझते हैं जैसे हम टेक्स में क्या है कि न्यू एंड ऑल्ड टर्मिनलॉजी का मतलब सिंपल साइए है कि जो ऑल्ड टर्मिनलॉजी थी जो पुराने शब्द थे जरूरी नहीं कि उनका जो मतलब पहले निकलता था आज भी वही मतलब हो मतलब मेरा क्या है मेरा जरूरी नहीं होता है ठीक है जो अर्थ होता है वह क्या होता है बदल जाता है समय के साथ शब्दों का जैसे लिवल पीरेड की बात करें तभी क्या यही मतलब होता था जी नहीं लेकिन आज बदल गया तो उसी कंटेक्स्ट में हम पढ़ेंगे उसी कंटेक्स्ट में हम समझेंगे कि कैसे समय के साथ में चीजों के मतलब बदल जाते हैं चीजों का फॉरमेशन समय के साथ बदल जाती है उसी तरह से क्या होता होगा लैंग्वेज भी बदल जाती होगी लैंग्वेज मीनिंग भी बदल जाता होगा चीजों का जी हां बदल जाता है तो कैसे बदलता है हम आपको वह बताते हैं एग्जांपल में एग्जांपल के थ्रू समझते हैं सारे चीजों को कि मेडिविल पर्शियन एंड मॉडर्न पर्शियन आट डिफरेंट ठीक है कैसे डिफरेंट है तो वो कैबलरी के सेंस में डिफरेंट है वह ग्रामर के सेंस में डिफरेंट है उनके अब जो पर्शन लैंग्वेज है तो वह पहले जो पर्शन लैंग्वेज बोली जाती थी पहले कौन सी पर्शन लैंग्वेज मतलब पहले याने जो मीडिवल पीरियड था ठीक है जिसे हम इस साल पढ़ने वाले हैं एंशन टाइम के बाद वाला पीरियड तो उस समय पर जो चीजें बदलती है ओवर दी पीरियोट टाइम समय के साथ में चीजें बदल जाती है ठीक अब क्या बदलता है कैसे बदलता तो उसका एक एग्जांपल यहां दिया गया टूडेडी टर्म हिंदुस्तान जो मैंने आपसे अभी पूछा था आज इस शब्द का यह पर्शियन वर्ड हो गया हिंदुस्तान तो क्या इस पर्शियन वर्ड का तब भी मीनिंग यही होता था ठीक है ओल्ड एंड न्यू टर्मिनलॉजी तो क्या ऑल्ड जैसे ऑल्ड टाइम पीरिड में अगर मेडिवल पीरिड में जाते हैं तो ऑल्ड मिनाजी सिराज यूज दिटर्म फ्रॉम एरिया पंजाब हर्याणा एंड दिल लेंट्स बिट्टीन गंगा यंद्र यमुना देली सल्तनत एरिया ठीक है तो उस समय पर इस हिंदुस्तान का मतलब यह जो हिस्टोरियन थे मिनाजी सिराज ठीक है मिनाजी सिराज कौन थे इस्टोरियन थे जो हिस्टोरियन थे जो हिस्ट्री लिखने का काम करते थे जो स्लेव मामलुक डिनेस्टी थी अभी हम प� तो देली सल्तनत के जो रूलर्स थे तो उन्हीं एक रूलर के अंडर में मिनाजी सिराज क्या करते थे हिस्ट्री लिखते थे तो इस समय पर उन्होंने जो एरिया था कहां से कहां तक का एरिया फ्रॉम पंजाब हरियाना ठीक है लेंड्स बिट्वीन गंगा एन यमुना य इतना भी जो देली सल्तनत के लोग आए थे यह वाला यह पंजाब ठीक है पंजाब हर्याना और यह देली और इतना एरिया मान लो तो इतने एरिया को सिर्फ इंदुस्तान का हो उन्होंने फिर जैसे-जैसे यह देली सल्तनत बढ़ती चले गई तो उन्होंने क्या क बढ़ता चल गया कि हां हिंदुस्तान बढ़ता जा रहा है हिंदुस्तान बढ़ता जा रहा है ऐसे लेकिन आज हमारे हिंदुस्तान मतलब यह हिंदुस्तान ही रहे गए तो नहीं हम चाहिए ना को भी बोल देंगे कि हिंदुस्तान है यह को जिस कंटेक्स्ट में यूज किया उसका मतलब कुछ और था वह चेंज होता रहता था लेकिन फिर बाद में क्या होता है बाद बाबर ऐसे दिखान रखने को अगर थे ठीक है अगर के पिताजी थे वह कौन थे हुमायू और हुमायू के फादर थे वह कौन थे बाबर तो बाबर मतलब अगर के दादा तो जब बाबर आए तो बाबर ने क्या किया बाबर यूज दी टर्म हिंदुस्तान टो के जो यहां का जो कल्चर था उस पूरे चीज को उन्होंने किस टर्म से रिफर किया उस पूरी टर्म उस पूरे एरिया को उस पूरे कल्चर को उस पूरे फॉना को उस पूरे लाइट साइड लेकर को उन्होंने क्या डिस्क्राइब किया हिंदुस्तान बोला अब देखो यही शब्द है शब्द है यह हिंदुस्तान उस समय पर इसका मतलब क्या होता था उस समय पर बस जो देली सल्तरनित वाला एरिया था वह होता था कब जब मिनाजी में तो फोटी सेंचुरी में तो बाबर ने जो टर्म यूज किया तो बाबर के टाइम पर जो टर्म यूज किया गया तो उसका मतलब क्या relate करना है कि कैसे new and old terminologies changes over the period of time समय के साथ में चीज़ें बदल जाती है अब जब ये meaning बदलाया तो जरूरी है कि history जैसे कि कहीं पर मान लो बाबर ने यूज किया हिंदुस्तान हमें बड़ा पसंद आया तो उसका मतलब यह हो सकता है कि उसको यहां का कल्चर पसंद आया जरूरी नहीं कि जमीन पसंद आई हो आया समझ में तो हिस्टोरियंस को जो हमने पिछले वीडियो में बात है कि स्ट्री लिखते समय इन सभी चीजों का बहुत विशेष ध्यान रखना होता है क्योंकि किस कंटेक्स्ट में लिखा विकॉस दे मेंट डिफरेंट थिंग्स इन डिफरेंट पास्ट की समय के हिसाब से जैसे इंदुस्तान जब और कुछ मिलिंग रखता था आज और कुछ मिलिंग रखता है तो जैसे एक टर्म अगर हमें एग्जांपल के लिए देखें क्या फॉरेइनर यह टर्म का मतलब आ� मद्देप्रदेश की किसी गांव से हो और आप देली में जाकर पढ़ रहे हो ठीक है आप पढ़ाई कहां कर रहे हो देली में जाकर पढ़ो फिर आपके जॉब देली में लग गई है तो वह दादी या फिर वह नानी क्या बोलती है बताएं कि उसका काम तो बहुत दूर लेकिन आप उसे नहीं जानते तो आप यह पर देशी बोलते हैं जैसे पुरानी मूवी में गाने भी आते थे पर देशी पर देशी वाले तो उस तरह से पहले फॉरेनर का मतलब क्या होता था पहले फॉरेनर का मतलब जिसे आप नहीं जानते हो वह आया हो वह फॉरेनर होगा आपकी स्टेट का हो या फिर आपके ही कंट्री के अमान लो कोई नागालेंड से आया है नागालेंड बोलते हैं वह हमारा ही भाई हमारा ही इंडियन है ठीक है लेकिन कोई अगर चाइनर से आ रहा है बॉडर लगी हुई है जो आपके लिए नया है वह फॉरेनर हो जाएगा तो यह वहीं चीज बताई गई है क्या है कि जो मीनिंग रहता है जो टर्मिनलॉजी रहती है उनका मतलब चेंज होता रहता है उनका मीनिंग चेंज होता रहता है वह दिपरिड ऑफ टाइम अब क्या मतलब होता है जैसे फॉरिंडर काम ने देखा कुछ और होता है पहले क्या होता था कुछ और होता था और जब हिस्टोरियंस अलग-अलग मतलब दर्शाती है फॉर एग्जांपल सिंपल टर्म लाइक फॉरेड के एक्जांपल से हमने आपको समझाया तेरे है तो यही आपकी बुक में भी हेडिंग दिए यही सारा कंटेंट आपको बताएगा या अब हम नेक्स्ट वीडियो में क्या करेंगे अब हम नेक्स्ट वीडियो में जो नेक्स्ट टॉपिक हमारा हिस्टोरियंस वाला चीजें नेक्स्ट टॉपिक हिस्टोरियंस इ चैप्टर के नोट्स आप हमारी ऑफिशल वेबसाइट मैंने ब्रेंट डॉट कॉम पर जाकर बहुत आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं मैंने ब्रेंट डॉट कॉम पर क्लास फोर्थ से क्लास ट्विल तक सभी सबजेक्ट सभी चैप्टर और सभी चैप्टर के सब टॉ� आप बहुत आसानी से पढ़ सकते हैं, समझ सकते हैं और नाउनलोड कर सकते हैं feel free to visit our official website magnetbrains.com मिलते हैं next video में, thank you, thank you very much Hello everybody, this is Dighraas Singh Rajput, welcome to Magnet Brains इस वीडियो में हम क्या पढ़ने वाले हैं? इस वीडियो में हम पढ़ेंगे historians and their sources देखिए पिछले वीडियो में हमने आपको क्या बताये था पिछले वीडियो में हमने आपको एक basic detail बताई थी कि कैसे over the period of time information changes information बदल जाती है उनका meaning बदल जाता है, language बदल जाती है जैसे हमने अलग-अलग terms देखे कि हिंदुस्तान शब्द का मतलब पहले क्या होता था और अब क्या हो गया फिर हमने क्या देखा जैसे फॉरेनर टर्म जो है तो आज उसका मतलब कुछ और होता है पहले कुछ और हुआ करता था तो अब सवाल यह आता है चलो शब्द तो बदल जाते हैं शब्द का मतलब बदल जाता है लेकिन हिस्ट सचेत रहना पड़ता होगा उन्हें बहुत चौकन्ना रहना पड़ता होगा उन्हें बहुत क्या केरफुली सारे टर्म्स को यूज करना होता होगा तो वह शारे टर्म्स लेते कहां से हैं वह इन टर्म्स को यूज कहां से करते हैं वह टाइटी सोर्सेस अवेलेबल टू देम वह किन सोर्सेस से लिखना पढ़ना स्टार्ट करते हैं वह कैसे काम करते हैं अपना यह सवाल होता है कि वह इस सारी चीजों को हम इस वीडियो में डिस्कस करने वाले हैं दिस यह रॉफली वियर गोइंट टू स्टडी दी थाउजन यह फ्रॉम सेवन हंड्रेड टू सेवन फिटी ठीक है तो इस साल की जैसे मैं आपको स्टार्टिंग वाले वीडियो में भी दाया है क्या इस चैप्टर के स्टार्टिंग लक्चर में बताया ना कि इस साल हम सेवन हंड्रेड से सेवन फिटी इस पर नहीं था ठीक है इस टाइम परियोड पर देखा जाता प्रिंटिंग प्रेस भी नहीं थी मतलब प्रिंटिंग भी नहीं होती थी तो फिर हिस्टोरियंस को हिस्ट्री लिखने के लिए मटेरियल कहां से मिलता था वह वेबसॉर्स इस ठीक है इस टाइम परियोड की हिस्ट्री लिखी जाए तो वह दिस्टर सेस्ट्री डूरिंग इस टाइम परियोड तो हिस्टोरियंस स्टेल रिलेट और इन्स्क्रिप्शन आर्किटेक्चर एंड टेक्स्ट्रियल रिकॉर्ड्स तो जी हां जो आपने सिक्स्ट क्लास में पढ़कर आयो जैसे सिक्स्ट क्लास में पढ़ाता है वह कॉइंज की स्टेडी करके क्या करते थे इस ट्री लिखते थे वह इन्स्क्रिप्शन टेक्शुअल रिकॉर्ड्स तो टेक्शुअल रिकॉर्ड्स में कुछ बुक्स वगैरह जो लिखी जाती थी हाथों से उनकी मदद से वह पढ़ते थे और हिस्ट्री लिखते थे कौन हिस्टोरियंस तो आया समझ में हिस्टोरियंस एंड देर सोर्सेस अगर हम पढ़ें तो लिखी जाती थी टेक्स्ट्रोल रिकॉर्ड्स इंक्रीज्ड इन दी पीरियड और इस टाइम पीरियड में टेक्स्ट्रोल रिकॉर्ड्स बढ़ने जो बुक्स थी बुक्स बढ़ रही थी बुक्स के थ्रू भी बुक्स को पढ़ पढ़कर हिस्टोरियंस हिस्ट्री लिखा करते थे अब देखो क्या है तो देखें तो यहां पर टेक्स्ट रिकॉर्ड जो है बुक्स जो थी वह बड़ क्यों रही थी बुक्स क्यों इंक्रीज हो गई थी क्योंकि पेपर सस्ता हो गया था उस समय पर इंक थ्रू दिस पीरियड पेपर बिकंब चीपर एंड वास अवेलेबल मोर वाइडली तो पेपर बुक मिल रहा था और सस्ता हो गया था तो इसके चलते बुक्स भी बढ़ना चालू हो गई थे तो अधिकतर लोग क्या धार्मिक किताबें लिखते थे इस टाइम पीरिड में तो यह टाइम पीरिड मॉडरनाइजेशन नहीं हुआ अभी तो सोसाइटी क्या थी हाईली रिलीजियस सोसाइटी होती थी बहुत ज्यादा धर्म से जुड़िया रहते थे तो जो धर्म से जुड़ी भगवान से जुड़ी थी कि अलग-अलग रिलीजन की अलग-अलग बुक्स लिखी जाती थी क्रोनिकल्स ऑफ रूलर्स वर रिटर्न क्रोनिकल्स ऑफ रूलर्स मतलब क्या है कि रूलर्स जो हुआ करते थे ना तो राजा के बारे में लिखते थे पीड़ियों के राजा और इन सारी चीजों के बारे में लिखेंगे तो रूलर्स और रूलर्स रूलर्स के लिखे जाते थे लेटर्स एंड टीचिंग ऑफ सेंट्स पिटिशन एंड जूडीशियल रिकॉर्ड्स तो अगर कोई मान लो संत है जैसे कभीर तो जाती थी इन सारे इशूस के ऊपर रिटर्न रिकॉर्ड्स होता था और वह रिटर्न रिकॉर्ड्स जो अगर आज तक बच गया है तो हमारे स्टोरियंस ने क्या किया है हमारे स्टोरियंस ने उन रिटर्न रिकॉर्ड्स के थ्रू हिस्ट्री लिखने की कोशिश दोस्तों यह इनमें बहुत बड़त में देखने को मिली क्योंकि पेपर सस्ता हो गया था और यह सारा कंटेंट लिखा जाता था ठीक है दिस ऑल बिकंट दिसोर इस ऑल बिकंट दिसोर से ऑफिस ट्री फॉर इस्टोरियंस तो इस टोरियंस के लिए अगर था बिकॉस देवन नो प्रिंटिंग प्रेस एट टाइम उस टाइम पर प्रिंटिंग प्रेस नहीं थी तो इन सारी चुगों को सर्कुलेट कैसे किया जाता था सवाल यह है तो सर्कुलेट कैसे किया जाता था मैं आपसे पूछता हूं बताइए सर्कुलेट ऐसे आर्किटेक्चर टेक्शुअल रिकॉर्ड यह सोर्स हो गया लेकिन टेक्शुअल रिकॉर्ड फिर वह बात आती कि टेक्शुअल रिकॉर्ड के लिमिटेशन होगी लिमिटेशन क्यों क्योंकि उस समय प्रिंटिंग प्रेस तो थी नहीं तो सर्कुलेट कैसे करते थे हम तो स सभी subjects, सभी chapters और सभी chapters के sub topics बिल्कुल इसी थरा एक arranged format में available है जिनने आप बहुत आसानी से पढ़ सकते हैं, समझ सकते हैं और download कर सकते हैं feel free to visit our official website magnetbrains.com मिलते हैं next video में, thank you, thank you very much Hello everybody, this is Dighraas Singh Rajput, welcome to Magnet Brains इस video में हम क्या पढ़ने वाले हैं?
इस video में हम पढ़ेंगे manuscripts and scribes के बारे में देखिए, पिछले video में मैंने आपको क्या बताया था? historian जो हिस्टोरियंस होते थे तो हिस्ट्री लिखते थे नो डाउट अब जब हिस्ट्री लिखते थे तो हिस्ट्री लिखने के लिए किन सोर्सेस का इस्तेमाल करते थे यह सवाल था ठीक है कि आप हिस्ट्री तो लिखोगे लेकिन आप हिस्ट्री लिखते समय किन सोर्सेस का यहां पर देखो मैंने आपको बताया था कि वह स्ट्री लिखने के लिए कॉइंस इंस्क्रिप्शन इन सारी चीजों को यूज करते थे उसी के क्योंकि printing press तो थी नहीं तब तो books कहां से आती थी फिर मैंने आपको क्या बताया था कि books आती थी manuscripts के form में हाथ से लिखी जाती थी कौन लिखता था ये manuscripts क्या होती है वही चीज हम इस वीडियो में पढ़ने वाले है manuscripts और scribes के बारे में is that clear तो आए देखते हैं समझते हैं क्या वेल्दी पीपल रूलर्स मोनेस्ट्री थी गए एंड टेंपल्स देवर कैप्ट इन लाइब्रेरीज एंड आर्चिफ्ट तो मैनुस्क्रिप्ट क्या होती है एंड रिटन बुक्स होती जी ने हाथ से लिखा गया है और हाथ से लिखा गया है कब बहुत पहले बहुत तो इतनी सारी कॉपी बना देते हो लेकिन कि निर्दी कोई हमी थक जाते कॉपी लिखते लिखते लेकिन पहले कहा तो तो पहले लिखना भी एक आर्ट था जिसे आता था उसकी बहुत वैली होती थी जैसे स्क्राइब के बारे भी मैं बताऊंगा आपको तो उस तरह से क्या है कि पहले हाथ से लिखना भी अपने आ� तो जो handwritten books होती थी उन्हें क्या कहा जाता था उन्हें manuscripts कहा जाता था जिसमें जो scribes होते थे वो लिखने का काम करते थे और बहुत सुन्दर तरह से लिख देते थे चीजों को ताकि क्या हो आने वाली generation क्या कर सके उसे पढ़ सके क्योंकि उस समय पर कोई printing इन प्रेस नहीं थी उस समय पर कोई कैमरा नहीं होता था कि फोटो खीच कर रख लो और डिजिटल फॉर्म में पढ़ लेंगे हम तो बहुत सारे लिमिटिशन थे ना तो समय पर जिसको जो आता था वह अपने आप में बहुत बड़ा हो जाता था तो जो लिखते लिखवाने का काम करवा पाते थे तो वेल्डी पीपल रूलर्स मोनेस्ट्री टेंपल्स यह सारी जो चीजें यही लोग क्या कर पाते थे यही लोग इन बुक्स को प्रिज़र्व कर पाते थे इन बुक्स को रख पाते थे मैन्यूसक्रिप्ट को अपने पास ला सकते रखे थे वह टैप इन लाइब्रेरी जन आर्चिप्स और इस तरह से जो हाथ से लिखी मैनुस्क्रिप्ट सोती थी उन्हें लाइब्रेरी में रखा जाता था आर्चिप्स में रखा जाता था चिप्स क्या होते हैं तो आर्चिप्स कुछ नहीं है सिंपल सी चीज है मतलब लाइब्रेरी की तरह ही आप समझोगे तो भी सही है कि जहां पर एक ऑफिशल रूम होता है जाते हैं तो यह मैन्यूस्क्रिप्स को यह प्रिजर्व करके रखा गया ठीक अब मैन्यूस्क्रिप्स वर रिटन बाय स्क्राइब्स मैन्यूस्क्रिप्स को लिखता कौन था तो जो लिखने वाला इंसान था वह कौन होता था वह होता था स्क्राइब्स आगे देखें तो आज आप कौन हो आप स्क्राइब हो एक तरह से ठीक है क्योंकि आप लिखते हो ना जस्ट जोकिंग ठीक है तो यह क्या है यहां पर स्क्राइब्स इस तरह से होते थे स्क्राइब जो होते तो वह क्या करते थे तो मेडिवल टाइम पीरिड में इंचेंट टाइम पीरिड में लिखते थे बुक्स को लिखते थे कॉपी करते थे और लिखने के बाद में क्या करते थे वह इस तरह से वेल्डी पीपल टीप से ना फ्रेंड की कॉपी में से तो ऐसे एक्सिलेंट कॉपी राइटर्स होते थे जो एक बुक में से देखकर दूसरी बुक में दोनों चीज मैंने आपको समझा दी अब इनकी कहानी में थोड़ी सी प्रॉब्लम है क्या प्रॉब्लम है देखो कि एक स्क्राइब कॉपी मैन्यूसक्रिप्ट देवर दे ऑफ इंट्रीड्यूज्ड स्मॉल चेंजेस हो यह सवाल आता है कि मैं लेंगे आपको अब स्क्राइब एक कॉपी में एक बुक में से देखिए दूसरी बुक लिख रहे होते कॉपी कर रहे होते तो छोटे-छोटे होगा आपने गलत लिख दिया हो कभी-कभी ऐसा होता है किसी की कॉपी में से और हम गलत लिख देते हैं तो भी जब लिखते थे तो जब वह कॉपी करते थे तो वाइल कॉपिंग देंट रिड्यूज स्माल चेंजेस हो तो आया ना समझ में कि जब आप चेंजेस आते हैं तो उसमें क्या होता है दिस स्माल चेंजेस ग्रीव सब्सक्राइब और फर्थ अपने एक एग्जांपल आपने आपके फ्रेंड से कॉपी ली, आपने कॉपी किया, ठीक है आप देख देख के लिखते जा रहे हो, तो अब आप जब देख के लिख रहे थे तो आपने कुछ गलती करी, फिर आपने आपकी कॉपी आपके फ्रेंड को दे दी, तीसरे फ्रेंड को दे दी, तो उसने है क्या कि इस स्माल चेंजेस जो स्माल चेंजेस पहले स्क्राइब ने किए तो वह स्माल चेंजेस सब्सक्राइब और फर्थर कॉपिंग तो जैसे-जैसे और मैनिस्क्रिप्ट की कॉपी होते चले गई और मैनिस्क्रिप्ट को क्या किया एक मैनिस्क्रिप्ट के द् तो जितना ज्यादा कॉपीज बनी उतनी ज्यादा मिस्ट्रिक्स वाइड होते चले गई और कभी-कभी इतनी वाइड हो गई कि मतलब ही बदल जाता था अलग-अलग ठीक है तो some text became subsequently different from another one तो जो original copy होती थी और जो last copy किसी scribe ने क्या किया होगा copy किया होगा उन दोनों में जमीन आस्मान का फरक हो जाता था message बदल जाते थे message बदलने के साथ-साथ में उनका meaning बदल जाता था तो ये एक challenge था ये एक problem था किस time period पे उस time period पे जब historians history लिखा करते थे तो उनके पास सोर्स क्या होता था textual records मतलब जैसे books books में क्या होता है यहां मैनुस्क्रिप्ट तो मैनुस्क्रिप्ट कौन लिखता था वह मैंने आपको बताया और जब मैनुस्क्रिप्ट लिखी जाती थी तो उसमें क्या प्रॉब्लम्स आ जाती थी यह भी मैंने बताया आया ना समझ में उसका एक एग्जांपल देखेंगे जगह अ� वाइस देर क्रोनिकल्स एडिफरेंट टाइम दिज वर हेंड रिटन ऑफन क्रिएटेड ��ंफ्यूजन अब देखोगा है इसका भी एग्जांपल आपको आप जैसे अब आप सबंध क्लास में हो अब आपकी फोर्थ क्लास की कॉपी उठाइएगा और सबंध क्लास की क� फोर्थ में क्या लिखा है सबंध में क्या लिखा है डिफरेंस आ गया हमारी हेंड राइटिंग चेंज हो जाती है हमारा लिखने का तरीका बदल जाता है पैटर्न बदल जाता है बदल जाता है तो वही चीज यहां पर बता गई कि जो ऑथर्स होते थे जो बुक तो वैसे ही क्या होता था कि जब authors क्या करते हैं कि वो अलग-अलग time period में books लिखते थे तो अलग-अलग time period में book लिखते समय these were handwritten हाथ से लिखी जाती थी तो often created confusion क्यों क्योंकि writing change हो जाती थी तो आज जो पढ़ेगा उस समय पे लिखी हुई book कब लिखी थी देखो 1356 में उस समय पे लिखी हुई book को आज कोई पढ़ेगा तो confused होई जाएगा ठीक है writing बदल गई बहुत सारी चीज़ें बदल गई तो ये सारे changes होते थे और इन सारे changes के कारण क्या होता था confusion create होता था ठीक है तो जैसे एक example में निकाल में क्या दिया गया है कि इन फोर्टींग सेंचुरी क्रॉनिकलर जियादिन बरीनी ठीक है तो यह जियादिन बरीनी जियादिन बरीनी एक हिस्टोरियन है एक पॉलिटिकल साइंटिस्ट थे पॉलिटिकल एडवाइसर थे देली सल्तनत ठीक है है देली सल्तनत वगैरह उसमें हम हर चीज को पढ़ेंगे ठीक है तो जियादिन बरीनी ने जब क्या किया बुक लिखी तो थर्टीन फिफटी सिक्स में अब थर्टीन फिफटी सिक्स में जो बुक लिखी उन्होंने और जो दूसरी बुक लिखी अनुवर्जन वास रिटर्न दूसरी बुक लिखी अनुवर्जन वास रिटर्न इसके चलते हम क्या होते हैं अधिकतर ऐसे कंफीजन्स क्रिएट हो जाते थे बोत वर्ड फ्रेंड फ्रॉम इच अदर दिखने एक ही क्रोनिकल जो है राजा का जियादिन बरीनी लिखा होगा तो ऐसे कंफीजन क्रिएट होते थे आया समझ में इस वीडियो में क्या पढ़ा रहा है इस वीडियो लेक्शन में डिस्कस किया मैन्यूस्क्रिप्ट क्या होती है स्क्राइब्स कौन होते थे और मैं बताया क्या चैलेंज होता था जब स्टोरियंस हिस्ट्री लिखते थे तो उन्हें बहुत एक कह सकते ना कि एक पहली clear है? तो इस video lecture में हमने यही सारी चीज़ें discuss करिए इस chapter के notes आप हमारे official website magnetbrains.com पर जाकर बहुत आसानी से download कर सकते हैं magnetbrains.com पर class 4 से class 12 तक सभी subjects, सभी chapters और सभी chapters के sub topics एक arranged format में available है जिनने आप बहुत आसानी से पढ़ सकते हैं समझ सकते हो, download कर सकते हैं सिंह राश्पूत वेलकम टू मैगनेट ब्रेंड्स इस वीडियो में क्या पढ़ने वाले हैं इस वीडियो में पढ़ेंगे न्यू सोशल एंड पॉलिटिकल ग्रुप्स के बारे में यह नए सोशल और पॉलिटिकल ग्रुप्स कहां से आए और क्या है देखिए कौन सा चाप्टर है हमारा चाप्टर है ट्रेसिंग चेंजेस थ्रू अथाउजन येर अब हजार साल का जो टाइम पीरेड था उसमें क्या क्या बदलावाएं हम उन्हीं सभी चीजों को पढ़ने वाले हैं अब जब हम उन्हीं सभी चीजों को पढ़ेंगे तो उस था तो इस समय पर कुछ नए-नए सोशल और पॉलिटिकल ग्रुप्स भी आ रहे थे अभी जो नए सोशल और पॉलिटिकल ग्रुप्स आ रहे थे यह कौन से सोशल पॉलिटिकल ग्रुप्स थे क्या चेंजेस आए इन्हीं सभी चीजों को इन्हीं सभी बातों को हम development तो ये जो time period इस टाइम पीरिड में बहुत सारे सोशल और पॉलिटिकल तरह-तरह के अलग-अलग सोशल पॉलिटिकल डेवलपमेंट होते हैं क्या होते हैं सोशल पॉलिटिकल डेवलपमेंट इस टाइम पीरिड में तो इस टाइम पीरिड में जो सोशल पॉलिटिकल डेवलपमेंट हो रहे थे तो जै मतलब आपका सोशल साइंस नहीं सोशल मतलब सामाजिक ठीक है तो सामाजिक विज्ञान यानि सोशल साइंस होता है जैसे आप सोसाइटी में जिसमें रह रहो ना उसके बारे में आपको जानकारी होना चाहिए सोसाइटी भी कौन सी वो वाली सोसाइटी नहीं जिसमें आपका घर है जहां पर सोसाइटी मतलब पूरा इन जनरल जो हमारा समाज है ठीक है तो उस सोसाइटी के बारे में और उस पॉलिटिकल स्ट्रक्चर के बारे में पॉलिटिकल राजनीतिक तो इन चीजों के बारे में पड़ेंगे तो हमारी सोसाइटी में हमारी पॉलिटिकल में क्या चेंज आ रहे थे उस समय पर तो पर्शन वील एन इरिगेशन स्प फायर आम इन कॉमबेट अब यह देखो तो यह कुछ नए ऐसे डेवलपमेंट होते जिसके चलते आगे हिस्ट्री बदली है स्पिनिंग वील आ गया थे रिगेशन तो एक तरह से इनोवेशन है यह स्पिनिंग आफ वरी पर्शियन विल का एक्जांपल दिया अब क् जब घूमता है तो यह क्या करता है पानी को चैनल कैनल में एक तरह से चैनलाइज कर देता है और फिर वहां से इरिगेशन के प्रपस के लिए यूज किया जाता है तो ऐसी डिस्कवरी हो गई थी फिर स्पिनिंग वील इन वीविंग तो जो कपड़ा बनाया जाता था तो तो कपड़ा बनाने के लिए spinning wheel चर्खा आ गया था ये भी उस समय पर लोगो आज हमें ऐसा लग रहा होगा कि यार ये भी कोई development की चीज है क्या ये तो ठीक है बहुत normal है लेकिन जब पहली बार आया होगा तो सोचो कितना अपने आपने एक achievement रहा होगा आज हम copy पर लिखते ह लग यार हम लिख सकते हैं वह वाली चीज है आप जब साइकल चलाना सीखते हो तो बच्चपन में आपके लिए बहुत बड़ा चीज में रहता लेकिन अगर आपसे आप जब बहुत बड़े हो जाओगे कार वगैरह एरोप्लेन वगैरह सब चलाना सीख लोगे तब तो यह फायर आम डेवलप हुए तो यह भी अपने आप में एक बड़ा अचीवमेंट था ठीक है तो इस संस में क्या है कि यह सारे जो अचीवमेंट्स हासिल कि यह सारे अचीवमेंट जो अचीव किए थे वह क्या थे वह अपने आप में बताया था कि सोशल मतलब सोसाइटी में या फिर कह लीजिए कि पॉलिटिकल स्ट्रक् अराइवल आफ न्यू फूड्स एंड विवरेज़ेस इसी के साथ साथ में क्या हो रहा है सोसाइटी में नए नए प्रकार के खाने आ गए थे अब यह नया खाना कहां से आया था भगवान देखे गए थे उपर से जी नहीं मतलब था पहले सी ही वो लेकिन उसे डिस्कवर जाते ना तो वैसे यहां पर क्या है नया खाना ने न्यू कॉप्स न्यू टाइप ऑफ क्रॉप्स वर डिसकवर्ड विवरजिस पीने वाली चीजें पीने वाली चीजें मतलब जैसे चाय ठीक है टी तो टी क्या है डिसकवर्ड की गई थी कि आप टी को पीया जा सकता ह अगर न्यू फूड्स में देखा जाते हो पोटेटोस कॉर्न चिली ठीक है टी एंड कॉफी तो यह सब सारी चीजें आई है कैसे आया तो डिस्कवर किया लोगों अमेरिका में डिस्कवर किया गया तो इस तरह से क्या है कि नया-नया खाने की अगर बात की जाए फूड फूड है बेट्स में बात की जाए तो डिस्कवरीज किये गए ठीक ऑल दो अलाव इट ऑल दिस न्यू आइडिया ऑल्सो टेमिन सबकॉंटिनेंट तो अभी हमने यहां पर क्या देखा यहां पर हमने सारी फिजिकल चीजें देखिए फिजिकल चीजें देखिए यह पर्शन वील बना इरिगेशन के लिए इसके अलावा बाकी दूसरे आइडिया किसी को दिखते हैं क्या नहीं दिखते हैं क्योंकि आइडिया तो हमारे अंदर विचार होते हैं फिर हम उनको बताते हैं किसी को जैसे मैं आपको पढ़ा रहा तो आपको क्या दे रहा है एक आइडिया दे रहा है तो वैसे क्या होता है कि समय के साथ में लोगों ने नए नए आइडियास डेवलप की नए तरीके से सोचना चालू किया तो नए आइडियास कैसे आए तो नए आइडियास है मतलब कि मान लीजिए किसी चीज के फिलोसॉफी आ गई किसी चीज की ठीक है किसी चीज की फिलोसॉफी आपको इंबेड कर सोच रहा है तो वह बताता है कि यूमन नीचर तो ऐसा होता है यूमन मींग्स जो होते हैं तो वह सेल्फ एंट्रिक होते हैं खुद के बारे में सो जाना चाहते तो यह आइडिया लोगों उस तरह से बातें करना चालू करी थी इस पीड़िट अ दिस वाज़ पीड़िट आफ तो कि मतलब कि लोगों एक जगह से दूसरे का मूव करना स् कि क्या उन्हें नई ऑपर्ट्यूनिटीज मिल जाए उन्हें नए काम मिल जाए उन्हें दो पैसे ज्यादा कमाने को मिल जाए तो इस पीरेड अ दिस वाज़ पीरेड ऑफ ग्रेट मॉविलिटी ठीक है मूमेंट ऑफ पीपल किसका मूमेंट हो रहा था लोगों का अ तो मतलब काम की तलाश में कभी हो सकता है कोई राजा अपना पूरा राजपात छोड़कर किसी दूसरे राजपात में चले गए ताकि उन्हें वहां पर क्या मिल जाए एक अच्छी जमीन मिल जाए सारी चीजें तो इस तरह से क्या होने लगा यह आशा करके बढ़कर जाते थे कि यहां कहीं और अच्छा कुछ मौका मिल जाएगा चलो यहां से मूव कर लेते तो इस तरह से लोगों ने मूवमेंट स्टार्ट कर दिया ठीक है फिर आगे क्या होता है अब जैसे जब लोग मूव कर रहे थे तो धीरे-धीरे क्या बना जो समय पर अगर जैसे देखा जाए हम कौन से इस पर है सेवन हंड्रेट से सेवन टीन फिटी के बीच की तो इस हिस्टोरिकल टाइम परिड में एक ग्रुप जो था वह इंपोर्टेंट बना ठीक है वह था राजपूत्र का ग्रुप अब राजपूत्र पद कहां से आता है देखो राजापूत्र ठीक है राजापूत्र मतलब क्या होता है सन ऑफ दी रूलर जो राजा के बेटे होंगे तो राजापूत्र हो जाएंगे राजा का पूत्र राजापूत्र तो राजापूत्र से निकल के क्या गया राजपूत्र राजपूत्र निकलकर आगा तो इस तरह से क्या है कि यह जो टर्म थी यह टर्म यूज की जाने लेगी किसके लिए यह टर्म यूज की जाने लेगी रूलर के लिए रूलर के बच्चों के लिए ठीक है लेकिन यह नहीं कि यह टर्म सिर्फ रूलर और रूलर के बच्चों तक ही सीमित रही ती टर्म इंक्लूडेड रूलर सोल्जर को भी यू कि एक कमांडर तो सोल्डर्स वगैरह शत्रीय ग्रुप के जो लोग रहते तो उन्हें भी राजपूत कहा जाने लगा वह सब इन दिया आर्मी ठीक है तो जो आर्मी वगैरह में काम करते थे उन्हें भी राजपूत कहा जाने ���गा तो रूलिंग क्लास फाइटिंग क्लास जो थी उसे किस टर्म से लेबल किया गया राजपूत से लेबल किया गया और इसमें क्या है एक शेवलरिक कोड क्या गया इनके लिए शेवलरिक कोड ऑफ कंडक्ट टर्म किया गया तर्म इस शब्द को आपको कॉइंट किया गया अभी शेवलरिक कोड ऑफ कंडक्ट क्या होता है देखो तो यह यूरोपियन कंसेप्ट है इस शब्द का शेवलरिक का मतलब होता है कि किसी के अंदर कुछ स्पेसिफिक क्वालिटी होना क्वालिटी सच एक्स्ट्रीम वेलर बहुत क्या होना एक तरह से शौर होना ठीक है एक्स्ट्रीम वेलर एंड ग्रेटर सेंस ऑफ लॉयलिटी वर एट्रीब्यूट्स पूर्व राजपूत बाय पोइंट्स एंड बार्ड्स ठीक है तो जो लोग कथाय सुनाते थे यहां पर स्पेलिंग गलत है बोर्ड नहीं है ब्रैड है तो तो क्या होता है यहां पर अगर हम देखें उस चीज को तो यह शेविलरी कोड ऑफ कंडक्ट को क्या किया था एट्रिब्यूट किया था राजपूत्स के लिए बताया था कि राजपूत्स जो होंगे राजपूत्स रूलर जो थे तो वह समय पर क्या थे बहुत ज़्यादा ए कि एक ग्रुप किसका बनकर वन ग्रुप ऑफ फीपल हुआ बिकेम इंपोर्टेंट इस पीड़ी और सुराजपूत्स तो इसी तरह से दूसरी और सुराजपूत्स तो इसी तरह से दूसरी इंपोर्टेंट ग्रुप इमर जो क्या है मराठा सिख सिख रूलर्स जाट्स अहोम्स यह नौर्थ इस्ट में आप आप ऑन ठीक है कास्त अब जो स्क्राइब थे हमने पड़ा था भी मैं कहा था आपको स्टाइडिंग में पिछले वीडियो में स्क्राइब पड़े तो स्क्राइब को भी एक इंपोर्टेंट कैटेगरी की तरह क्या किया गया कंसीडर किया गया जिन्हें कास्त कर कंसीडर पहले तक एंशेंट पीरियों में सिर्फ जो अधिकतर रूलिंग क्लास हो करती थी वह डॉमिनेट करती थी लेकिन अब क्या है कि आप क्योंकि मूवमेंट हो रहा है ठीक है मोबिलिटी थी यहां पर इस पीरियों अ दिस वास पीरियों ग्रेट मॉबिलिटी इस जाती को बिलॉंग करत आ� तो ये जाती शब्द कहां से निकल के आया कैसे डवलब हुआ उन चीजों को हम next वीडियो में पढ़ने वाले है clear है इस चैप्टर के notes आप हमारी official website magnetbrains.com पर जाकर बहुत आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं magnetbrains.com पर class 4 से class 12 तक सभी subjects, सभी chapters और सभी chapters के sub topics एक arrange format में available है feel free to visit our official website magnetbrains.com thank you, thank you very much हेलो हेलो एवरीबडी दिस इस दिग्राश सिंह राजपूत वेलकम टो मैगनेट ब्रेंड्स इस वीडियो में क्या पढ़ने वाले हैं इस वीडियो पर हम पढ़ेंगे इमर्जेंस ऑफ जातिस यह हमारा सब टॉपिक है किस टॉपिक का जो हम देख रहे थे न्यू सोशल एंड अगर आपको बताऊं तो जाती आने कास्ट हर इंसान के लिए लगाएंगे लगाएंगे कास्ट होती है कभी आपने सोचा कि आपको इस कास्ट कहां से मिली कहां से मिली यह कास्ट बताओ मुझे तो आप बोलोंगे हमारे पैरेंट्स की वह कास्ट थी तो हम भी उसी कास्ट को फॉलो कर रहे हैं ठीक है से मिली है उनके पैरेंट्स से मिली है तो उसी तरह से अगर आप यह अगर साइकल को देखोगे इस लास्ट अगर कड़ी तक पहुंचने की प्रशिक्ष करोगे तो क्या समझ में आएगा कि कहीं से तो जाती बनी होगी ना तो जाती बनी कहां से सोचिए दो मिनट तो जाती कहां से जंगलों में होता था जंगलों में होता था अधिकतर लोग क्या होते थे आदिवासी हुआ करते थे ट्राइबल कम्यूनिटीज रहती थी सब जंगलों में रहते थे इस तरह से सुसाइटी जी रही थी पहले ठीक तो अब क्या होता जब लेकिन ऐसा नहीं बहुत पहले आज से हजारों लाखों साल पहले हजारों साल पहले की बात करते हैं ठीक है तो आज से हजारों साल पहले गया तो वें दिक्लेरिंग ऑफ फॉरेस्ट टिवेट ड्यूट लिख लेंगे ऑफ फॉरेस्ट ड्वेलर्स अब है बिटाइट का मतलब जो रहने की जगह होती है ठीक है रहने की जगह होती है जैसे एबिटाइट का मतलब अगर आपको समझाएं तो पोलार रहे थे उनके है बिटाट में चेंज होगा क्योंकि आप उनके घर को खत्म कर दे रहे हो तो वह लोग कहां आ जाएंगे जितने भी फॉरेस्ट ड्वेलर्स थे फॉरेस्ट ड्वेलर्स थे जो तो कहां गए थे स्टार्टेड टिलिंग दी लैंड एंड पर आ जाते हैं पहले भी जमीन पर इस नहीं कि पहले हवा में उड़ रहे तो जमीन पर लग कि वह में सोसाइटी में तो जो कभी जंगलों में गूमा करते थे वह लोग अब क्या बन गए हैं वह बिकेम पीजेंट टीके किसार बन गए हैं वह ठीक है वह बिकेम पीजेंट स्लोली दे स्टार्टेड इन्फ्लूएंसिंग दिस सोसाइटी एंड बिकेम पार्ट ऑफ लार्ज कॉंप्लेक्स सोसाइटीज ठीक है तो बिकेम पार्ट ऑफ लार्ज कॉंप्लेक्स सोसाइटीज तो वह क्या करते हैं वह एक लार्ज बड़ी सी कॉम्प्लेक्स सोसाइटी का पार्ट बन गए देखो पहले क्या था यह पूरी दुनिया थी तो वह सिर्फ यह अपने जंगलों में रहा करते थे बाकी जो लोग रह रहे दुनिया यह लार्ज कॉम्प्लेक्स सोसाइटी थी दूसरी उनसे कोई मतलब जाता था लेकिन जब हमने क्या कर दिया उनके जंगलों को हटा दिया अब जंगल तो हट गए ठीक है तो वह लोग क्या करेंगे वह लोग धीरे-धीरे यह जो सोसाइटी जेन सोसाइटी के साथ में रहना स्टार्ट कर देंगे स्लोली देवी केम पार्ट ऑफ लार्ज कॉम्प्लेक्ट सोसाइटी आगे ने समझ में स्टेटमेंट क्या बोलना चाहता है कि अब वह जंगलों से बाहर निकलकर आकर लोगों में मिल घुल गए ठीक है जैसे हम लोग मिल जुड़ जाते ना किसी के साथ वैसे फिर क्या होता है अब society में आते हैं इस ट्रिम सोसाइटी में आते हैं वह गुल मिल जाते हैं गुल मिल जाने के साथ उनके बीच में डिफरेंस डेवलप हो जाते हैं पहले जंगलों में रहते थे सब एक जैसे थे सब समान थे लेकिन अब क्या हो गया किसी ने पैसा कमा लिया तो वो बड़ा आदमी बन गया रहेंगे जितना ज्यादा सोसाइटी डिफरेंशिएटेड होगा जितने ज्यादा क्या होंगे मतलब हम देखने के यहां पर सोचल इकनॉमिक डिफरेंस है कोई अमीर है कोई गरीब है तो जितने ज्यादा डिफरेंस डेवलप होंगे उसके चलते बाद होगा उसके ज्यादा लोगों में और उतना कि क्या आप चार लोग है चार लोग में से क्या होता है चार जैसे एक एग्जांपल दे रहा हूं मैं ठीक है इसको ऐसे नहीं देना चार लोग है तो चार लोग में से क्या होता है कि दो लोगों को फूटबॉल पसंद लोगों के क्रिकेट पसंद है इसी को क्या किसी को कह सकते हैं कि स्कूल में खेलना पसंद होता है किसी को स्कूल के बाहर खेलना पसंद जितने ज्यादा डिफरेंसेज होंगे तो सोसाइटी उतनी डिवाइड होते चले जाएगी उस समय की बात बता रहा हूं तो उसी के चलते क्या होता है उसी के चलते जाति और सब कास्ट ठीक है जाति या फिर सब कास्ट कहा जाता है जिसे वह बनते चले है देखो पहले सोसाइटी क्या थी पहले सिंपल सोसाइटी थी चार वर्ण हुआ करते थे चार वर्ण कौन-कौन से थे चार वर्ण में हम कहें तो ब्राह्मण ठीक है ब्राह्मण का अपने शत्रीय शत्री के बाद में वैश्य और शुद्र तो इस तरह से चार वर्ण हुआ करते थे और चार वर्ण को क्या कर दिया गया था चार वर्ण को को काम के हिसाब से डिवाइड कर दिया था ठीक है लेकिन अब मैंने आपको बताया कि जो फॉरेस्ट वेलर्स थे वह भी में सोसाइटी में मिल गए फिर हमने आपको बताए नए-नए सोशल ग्रुप से मर्ज हो रहे थे जैसे राजपूत्स मराठा सिख जाट रहों तो यह सारी चीजें क्या बताती है यह सारी चीजें इस चीज को दर्शाती है कि अभी तक जो सोसाइटी सिर्फ चार सब्सक्राइब और जातिस में डिवाइड होते चले गए तो यह इस बारे में था अगर इसी चीज को देखें तो जातिस वर्क ऑन दी बेसिस ऑफ देर बैग मिटा देते हैं तो लिख रहा था तो यहां पर क्या होता है जातिस वर्क ऑन दी बेसिस ऑफ occupation तो उनके बैकग्राउंड के बेसिस पर उनके ऑक्यूपेशन के बेसिस पर जातिस को और ज्यादा डिवाइड कर दिया गया जैसे एग्जांपल मैं आपको भी बताया कि अगर कोई लड़ाई वड़ाई करता था तो उसकी जाति को क्या कंसिडर किया गया आप सोचते होंगे न कभी कभी कि जाती इसकी से बनाई यह ऐसा क्यों डिविजियन आ गया तो गलती यहीं से होते चले गई कि हमने क्या करा कि हमने जैसे जैसे डिफरेंस बढ़ते चले गए तो डिवाइड करते चले गए लोगों को सोसाइटी के अंदर लोगों ने जो भी रहने वाले के पैदा हुआ तो वहीं पर रहेगा वह दूसरा काम नहीं कर सकता तो बाद में इसको और स्ट्रिक्ट कर दिया गया था लेकिन शुरुआत में तो यह सिर्फ काम के बेसिस पर था ठीक है अब क्या होता है रेंग्स वेर नॉट फिक्स कि पहले मैंने वही कहा कि पहले सिस्टम ऐसा था बदल सकते हो मान लो आप शुद्र के पैदा हुए लेकिन आप पूजा पार्ट करने का तो ब्राह्मण बन जाओगे पहले चेंज हो जाती थी चीजें ठीक है तो इस रैंक्स वर नॉट सिर्फ परमानेंटली तो जो सब जाति बनी थी सब कास्ट बनी थी जाति बनी थी ठीक है तो वह क्या थी वह उनके बैकग्राउंड विश्व था तो यहां पर किसी जाति को बहुत अच्छा माना जाता था तो वहीं पर किसी जाति को को दूसरे एरिया में क्या किया जाता था उसी जाति को दूसरे एरिया में अच्छा नहीं माना जाता था तो इस तरह से जो स्टेटस होते थे ठीक है जाति इसके देवे इस फ्रॉम एरिया टो एरिया एक एरिया से दूसरे एरिया अगर आप जाओगे तो वेरी क एंड रेगुलेशन टू मैनेज दी कंडक्ट ऑफ देर विंबर अब देखो क्या है अब हमने आपको बताया जैसे सोसाइटी थी सोसाइटी में क्या हो गया अलग-अलग जाती बन गई ठीक है अलग-अलग जाती बन गई प्लब यह एक विलेज है ऐसा एक्सांपल लेते हैं यह पूरा एक विलेज है अब यह विलेज में क्या हो गया यह विलेज में अलग-अलग जाती बन गई चार-पांच जाती अब जाती जो है तो क्या होता है कि यह जाती ए जो है तो ए जाती के लोगों ने अपने लिए खुद रूल्स एंड रेगुलेशन बना लिए ताकि वह अपने लोगों का कंडक्ट जो है अपने लोगों का जो पूरा दिनचरिया उसे कंट्रोल कर सके अपने लोगों को कंट्रोल कर सके तो एक तो यह हो गया ठीक है फिर उसके आदमें क्या होता है कि यह जो रेगुलेशन बनाया था तो दिस रेगुलेशन वेर एंफोर्स बाय एसेंबली ऑफ एल् आपने बना तो लिए पूरी जाति में लोग सुनेंगे किसी बात तो जो सबसे एलडर होते थे ठीक है जो सबसे बड़े बुजुर्ग होते थे तो बड़े बुजुर्ग की बातें मानी जाती थी और वह बड़े बुजुर्ग जो होते थे वह जाती पंचायत बनाते थे विलेज जाती जिन गाओं में रह रही थी यह बड़ा यूनिट जो मैंने बताया था विलेज तो वहां पर अपने ग्रुप की तो बात मानना ही मान रहता था उसकी साथ में क्या करना रहता था पूरे गाओं की पूरे विलेज की भी बात मानना रहता था आती थी अपने लोगों को समालने के लिए इस तरह से सिस्टम बनता चले गया ठीक है फिर क्या होता था टोगेदर देफ ऑनलाइट यूनिट ऑफ स्ट्रीड और इसी तरह से चार-पांच गांव चार-पांच गांव बनकर एक राज्य बन जाता था ठीक है महस्मति सामराज्य बन जाता था तो उस तरह से क्या होता है उस तरह से यह एक स्टेट बन जाया करता था यह सिंपल सा जितिकिसानी करने लगे तो उसके चलते क्या हुआ उसके चलते कोई अमीर हो गया कोई गरीब हो गया अब जब यह डिफरेंस बढ़ते चले गए तो उनके बीच में डिवाइड आ गई और डिवाइड किस फॉर्म में आ गई जातिस के फॉर्म में ऐसा नहीं होता है पहले क्या बैग्राउंड के बेसिस पर ऑक्यूपेशन के बेसिस पर डिवाइड कर दिया जाती तो उस जाति को बिलॉग करेगा ठीक है लेकिन फिर हम क्या देखते थे कि यह जो जाति थी तो जाति जो थी अपना ग्रुप बनाती थी इनके अपने रेगुलेशन होते थे इनकी जाति पंचायत होती थी जहां पर जो एलडर्स होते थे अपने हमने क्या करना होता था फॉलो करना था तो यही सारी चीजें क्या पड़ी हमने इस चैप्टर में पड़ी है तो नेक्स्ट वीडियो में पर क्या पढ़ेंगे अब हम नेक्स्ट वीडियो में हमारा जो अगला टॉपिक है रीजन एंड एंपायर इस टॉपिक को कंटीन्यू करेंगे नेक्स्ट वीडियो में आपकी बुक के असाप से सारे टॉपिक सब टॉपिक एक चीज को समझाते चल रहे हैं जैसे वाला जो टॉपिक था तो यह कहां मिलेगा आपको यह आपको न्यू सोशल एंड पॉलिटिकल ग्रुप जो थे तो उसी का एक magnetbrains.com पर class 4 से class 12 तक सभी subjects, सभी chapters और सभी chapters के sub topics एक arrange 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जिनका दबदबा था जिनकी बड़ी सी अंपायर थी उन सारे रूलर्स के बारे में हम पढ़ेंगे ठीक है तो इनके अंदर बहुत सारे रिजन्स हुआ करते थे बहुत सारे विजन कौन-कौन से हुआ करते थे तो यह जो एरियास है जैसे अगर आप देखोगे मुगल का टाइम पीरिट देखोगे तो जो इंडिया है ना मारा आज का इंडिया जितना बड़ा है उससे भी ज्यादा टेरिटरीज मुगल एंपायर के पास थी मुगल एंपायर मतलब जैसे अफगानिस्तन आज तो एक इंडिपेंडेंट नेशन हो गया लेकिन उस समय पर उन्हें पूरा मुगल्स ने सिर्फ नीचे का इतना यह छोड़ा था बाकि पूरा एक अभ्यात कर लिया था और यहां बाहर भी तक चले गए थे तो इस तरह से मुगल्स एंकंपास्ट मैनी रीजन्स बहुत सारे रीजन हुआ करते थे उनके पास में ठीक है और सारे रीजन्स के ऊपर एक ही इंडिया में तुगलक्ष जब देली सल्तानत के लोग आए थे तब उनका भी बड़ा एंपायर था मुझे पता है अभी आपको कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि तुगलक्ष को और मुगल्स को न क्योंकि अभी हमने यह चैप्टर नहीं पढ़ाए लेकिन आप इतना थे अब जैसे एग्जांपल में क्या दिया गया अश्वस्थित प्रश्चति प्रजिश प्रेजिंग दिदली सल्तान गियासुद्दिन बलबन तो एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक एक बेसिक आइडिया होता था इसलिए प्रश्रष्टि वगैरह जैसे हमने देखा था कॉइंस पर लिखवा देते थे इंस्क्रिप्शन के अंदर गुदवा देते थे पत्थरों में क्या करते थे पत्थरों में नककाशी करवा के वो लिखते थे तो यह सारी चीजें करते थ लगा कि अलग-अलग रूलर्स आते चले गए तो यह तो इलतुतमिष्ट के बाद में गियासुदिन बल्बन तो गियासुदिन बल्बन तो मतलब आज हमारे पास में प्रश्रष्टियां हैं तो उनसे हमारे स्टोरियंस पढ़ते हैं कि अच्छा क्या बोलना चाहिए क्या बताना चाहिए तिगे तो एक्सप्लेनिंग दिन रूलर हैड अवास्ट अंपायर फ्रॉम बैंगल टू अफगानिस्तान स्टोरियंस ठीक है अब सवाल यह राय जूत क्यों बोलेगा सोचा समझ में आए आपको देखो क्या है कि हमने यह प्रश्रष्टि में क्या देखा कि यह सिद्धिन बलबन बोलते हैं उनका बैंगाल से लगा कि अफगानिस्थान तक का पूरा सामराज उनका था ठीक फिर बाद में अभी जो हिस्टोरियंस आए तो उन्होंने स्टडी करा इस चीज को स्टडी करने पर पाया क्या कि दीजार आप वाइड दी रूलर्स केप्ट क्लीमिंग टो हैव कंट्रोल ओवर डिफरेंट पार्ट ऑफ दी सबकोंटिनेंट यह अलग-अलग-अलग पार्ट्स पर अपना कंट्रोल क्यों बताते थे तो उसके पीछे कारण है कारण सिंपल सा यह है कि यह प्रश्रष्टि तो तो उस तरह से क्या है कि अधिकतर जूटी या फिर एक्जागरेटेड क्लेम्स भी लिखवा दिए जाते थे पथ्थरों पे गुदवा दिया जाता था ताकि क्या हो ताकि कल को आने वाली जनरेशन अगर पढ़े जैसे आप आप पढ़ रहे हो कि जो 700 से 1750 तक का टाइम पीरिड रहा उसमें बहुत सारे एमपायर आए बहुत सारे एमपायर आए अलग-अलग किंग्रम्स रही चोला चोला तुख लग मुगल्स ठीक इस बीच में क्या होता था इस बीच में जो रूलर्स होते थे तो अपने क्लेम्स को बहुत एक्जागरेट करके बताते थे वो कारण भी मैंने आपको समझा दिया अब आगे देखते हैं क्या है तो by 700 AD there were many kingdoms having distinct geographical dimensions their own लैंग्वेज एंड कल्चरल कैरेक्टरिस्टिक अब इस चीज को समझना हमने आपको क्या बताया था कि जब बड़े-बड़े अंपायर नहीं थे ठीक है तो बड़े-बड़े नहीं अंपायर थी जब क्या इस तरह से छोटे-छोटे अंपायर सुवा करते थे जब कह स अभी जो छोटे छोटे rulers हुआ करते थे इसी जीस को हम यहाँ से पढ़ेंगे क्या region जो बोला है न तो यह एक specific region का ruler हो गया इतने specific area का ruler हो गया तो इसे regional kingdom बोला गया ठीक है अब इस तरह से regional kingdoms होती थी तो यह regional kingdoms जो होते थे तो उनका अपना distinct geographical dimension होता था उन्हें पता है कि हमारा culture यह होगा तो क्या था कि जैसे आज हम देश देखते हैं इस तरह से क्योंकि कोई बड़ा रूलर नहीं था सब अपने अपने हिसाब से छोटे-छोटे रूलर्स हुआ करते थे ठीक ओकेशनली इस तरह से क्योंकि कोई बड़ा रूलर नहीं था सब अपने हिसाब समझ सकता हूं थोड़ा सा ऐसा लग रहा है कि कहानी में बीच-बीच में कैरेक्टर कहां से आ रहे एकदम से आप हमें बात बताते हैं तो एकदम से कैरेक्टर आ जाते हैं तो वह थोड़ा सा इसलिए ऐसा लग रहा है क्योंकि क्या है यह जाते हैं नए नए ग्रुप्स आ जाते हैं पुराने ग्रुप्स मिक्स हो जाते हैं सारी चीज होती ना जैसे जाती ही मर्च हो गई ठीक है तो आप देखो यहां पर क्या है तो यह जो रीजिनल एंपायर हुआ करते थे ना यह रीजिनल एंपायर के ऊपर देखने को मिलते थे पैन रिजन मतलब पूरी कंट्री पर पूरी कंट्री पर इंक्लूडिंग डाइवर्स रीजन तो अलग-अलग रिजन जो तुम सबको एक साथ राक्य अपने अंडर में लियाया करते थे तो यहां पर हमने क्या देखने को मिला हमें आप राजा हो इसका मतलब यह नहीं कि आज से 1000 साल तक राजा बने रहोगे आप हारता है हर इंसान हारता हर इंसान की क्या होती जीत होती हार होती है ठीक है तो जीत और हार क्या एक सिक्के के दो पहलू होते हैं तो वैसे ही विद डिक्लाइन बड़े-बड़े रूलर में उन छोटे रूलर को हराकर उनका राज्य जो था वह अपनी या लेकिन सिर्फ क्या होता है फिर जो लास्ट कहा जाए कि लास्ट पैन इंडिया पैन रीजिनल या फिर पैन इंडिया रूलर जो थे मुगल्स तो मुगल एंपायर जब डिक्लाइन होने लगा औरंग जीप की डेथ के बाद में तो मुगल एंपायर के डिक्लाइन होने के बाद में क्या है रीमर्जन्स पेन रीजिनल एंपायर में ओक्यूपाई कर लिया गया था तो जब वह बड़ा सा एंपायर हारेगा मुगल एंपायर जैसे खत्म हुआ तो बापिस से रीमर्जन देखने को मिली रीजिनल स्ट्रीट्स की यही सारी चीज नहीं हो रही थी ठीक है बट दिए यह आफ इंपीरियल पेन रीजिनल रूल हैड अल्टर दी कैरेक्टर आफ रीजिनल एंपायर हाउ सवाल यह भी आता है कि क्या होता है कि जो इंपीरियल पेन रीजिनल रूल एक लंबे समय तक चलता रहा था हमने यह देखा कि रूलर आए जरूर थे यह हरे भी और हरने के बाद में रीजिनल रिजनल एंपायर स्री मर्ज भी हुए लेकिन जब रिमर्ज हो रहे थे तो उसके पहले एक समस्या यह भी थी क्या कि जैसे के एग्जांपल मैं आपको देता हूं क्या कि आपको पता है आजादी क्या होती है आपने एक बार आजादी देख ली ठीक है आपने उस चीज को देखा था ना तो ऐसे क्या होता है कि जो रीजनल एंपायर से रीमर्ज हो रहे थे तो यह कहने को तो रीजिनल थे लेकिन इन्होंने पैंड रीजिनल एमपायर को भी देखा है ठीक है इन्होंने मतलब वह चीज भी सफर करी है कि हां यार पूरे राज्य के ऊपर एक रूलर होता था जब कैसे देश चलता था जब कैसे पूरा राज्य चलता था ठीक है तो वो जो ट्रेट्स थे वो जो उनकी पैन रीजनल एंपायर की जो कैरेक्टर स्टिक्स थी जो आदते थी जो हम आगे पढ़ेंगे जैसे जो स्टाइल ऑफ गवर्नेंस था वह चीजें रीमर्ज होने के बावजूद भी रीजनल एंपायर में छोड़ी नहीं उन्होंने अडॉप्ट करके रखे उस चीज को रूल हैट एंटर दी कैरेक्टर ऑफ रीजिनल एमपायर हॉट तो यह बताया जाए जैसे अडॉक्शन और स्टाइल ऑफ गवर्नेंस मैनेजमेंट ऑफ दी इकोनॉमी एलाइट कल्चर्स एंड दी लैंग्वेजेस वास इन फ्यूज इन दी रीजिनल कंडम तो जो इस्टैब्लिश किया था पैन रीजिनल एमपायर्स अपनी अलग चोटी-चोटी रीजिनल एंपायर्स बना लेकिन वह किसके हिसाब से चल रहे थे आज भी चलते हैं वह उन्हीं स्टाइल के हिसाब से थे जो कभी पैन रीजिनल एंपायर्स ने स्टैब्लिश करी थी उनके ऊपर ठीक है तो आप शुरू अच्छूत नहीं थी रीजिनल किंग्डम्स आज भी क्या थी रीजिनल किंग्डम्स जो थी वह आज भी पैन रीजिनल जो सारे को एक सांच साथ मिला के बनाई गई थी तो पैन रिजिनल किंग्रम्स का अपने आप में क्या थी एक रिफ्लेक्शन थी एक आइना दिखाती थी ठीक है अब देखो क्या देर फॉर वी कैन से देट कैरेक्टर ऑफ डिफरेंट रीजन्स डिड नॉट ग्रिव इन आइसोलेशन तो आइसोसिलेशन आइसोसिलेशन मतलब यह कि जैसे एक एग्जांपल से समझना इस चीज को कि अ कि आप क्या बोलते हो आप बोलते हो नहीं मैं तो फोन नहीं चलाता हूं मैं तो पब जी भी नहीं खेलता हूं यह सारी चीजें नहीं करता हूं ठीक है तो आप क्या बोल रहे हो कि आप अलग रहते हो सबसे वैसे रीजनल किंडम क्या इसलेशन में ग्रो नहीं हुई है वह रिजिनल किंग्डम्स किसके कैरेक्टर्स के द्वारा इंफ्लूएंस हुई थी यह पैन रिजिनल जो एंपायर थे पैन रिजिनल कह सकते हैं जो एंपायर कभी हुआ करते थे तो उनकी कहीं ना कहीं आदित हैं तो इन्हीं सारी चीजों को हमने इस वीडियो लेक्शर में अब देखिए अब यह जो टॉपिक था आपका कौन सा रिजनल एंपायर इस टॉपिक को पूरा कंप्लीट कि हमने बीच में अमीर खुसरो की एक बॉक्स बना हुआ है ठीक है तो अमीर खुसरो कौन थे उन्होंने क्या कहा उस बारे में रीजन एंड लैंग्वेज के बारे में हम नेक्स्ट वीडियो में डिसकस करेंगे छोटा सा बॉक्स है इंपोर्टेंट है बताना है कुछ इंटरस्टिंग चीज़ें तो उसे हम नेक्स्ट वीडियो में डिसकस करेंगे इस चैप्टर के नोट्स आप हमारी ऑफिशियल वे� पढ़ सकते हैं समझ सकते हैं ना उनलोड कर सकते हैं फिल्ड फ्री टो विजिट आर ऑफिशल वेबसाइट मैं नेटमेंस डॉट कॉम मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में थैंक यू थैंक यू वेरी मच हलो एवरीबडी इस दिग्राश सिंह राजपूत इस बॉक्स को देखिए यह जो बॉक्स है आपकी बुक में इस बॉक्स में कुछ बहुत इंपोर्टेंट डिटेल दिए और उस इं� एंड डिटेल को हम इस वीडियो में पढ़ने वाले हैं यह देखिए यह किसका फोटोग्राफ है यह फोटोग्राफ है अमीर खुसरो का अमीर खुसरो कौन थे और उन्होंने क्या बोला वो मैं बताता हूं आपको तो बेसिकल एक आइडिया बताता हूं अमीर खुसरो जो खिलजी टाइम पीरियों जो था खिलजी टाइम पीरियों में उन्होंने काम किया था उस टाइम पीरियों में पोयम्स वगैरह लिखते हैं हिंदी में भी लिखते थे और यह ठीक तो जब वह इंडिया आए अफगानिस्तान से तो उस समय पर उन्होंने क्या सुथ देखा रीजन था इस रीजन में तरह-तरह की लैंग्वेज बोली जाती थी जैसे सिंधी लाहोरी कश्मीरी अब मुझे बताना है कमेंट सेक्शन में सिंधी लाहोरी कश्मीरी कहां की लैंग्वेज यह तो आप साइड लैंग्वेज से ही समझ जाओगे फिर आते कहां तो हम देखते हैं दवार समुद्री ठीक है यह दवार समुद्री लैंग्वेज कहां की थी सदन करनाटका जो करनाटका लैंग्वेज टो करना कि लैंग्वेज जो बोली जाती थी इस लैंग्वेज को क्या नाम दिया उन्होंने दवार समुद्री तेलंगानी तेलंगानी जो है तो यह लैंग्वेज कहां की थी तेलंगानी लैंग्वेज आंद्रप्रदेश की ठीक है गुजारी गुजारी लैंग्वेज कहां थी गुजरात की फिर माबारी तमिलनाडू की और गौरी जो थी बैंगॉल की तो आज बेंगॉल समझते हैं कि यह बेंगॉल आज के समय में वेस्ट बेंगॉल जो हमारा एक स्टेट है तीए गुजरात हमारा स्टेट है अब जब अमीर खुशरों समय आए इंडिया में जब ऑप्शन किया तो अमीर खुशरों ने क्या किन चीजों ऑप्शन किया अमीर उस समय पर सारी चीजों ऑप्शन करी क्या कि अलग-अलग लैंग्वेज अलग-अलग रीजन में बोली जाती थी अब दिपॉर्ड जाती हैं तो देखो अब यह क्या होता है कि इन्होंने यह सारी लैंग्वेज ऑब्जर्व करी अब इसी के साथ उन्हें एक इस रोवेंट ऑन टू एक्सप्लेइनिंग देट इन कंट्रास्ट टू दिस लैंग्वेजेस देर वॉस संस्कृत एक जो लैंग्वेज थी इन सारी लैंग्वेज के अलावा एक इंपोर्टेंट लैंग्वेज कौन सी थी संस्कृत संस्कृत जो आप पढ़ते हैं शुक्रित बहुत सांटिफिक लैंग्वेज पता है आपको संस्कृत बहुत सांटिफिक लैंग्वेज है विशुद प्राउड ऑफ आर लैंग्वेज अब यह किसी संस्कृत लैंग्वेज यह किसी रीजन को बिलॉग नहीं करती थी मतलब कि यह जो सारी लैंग्वेज उन्होंने बताइए दबाद समुद्री तेलगानी तो यह सारी लैंग्वेज इसका है यह सारी लैंग्वेज तो किसी ना किसी रीजन की है जैसे दे मतलब यह रीजन स्पेसिफिक नहीं थी कि सिर्फ यहीं पर बोली जाएगी ठीक है संस्कृत विश्व नोट बिलॉम टो एनी पर्टिकुलर रीजन इट वास एन ओल्ड लैंग्वेज एंड कॉमन पीपल डू नोट नोट इट ऑनली दी ब्रह्मण डू यह उन्हें एब्जर्फ करा कि एक ऐसी भी लैंग्वेज थी जो जो कॉमन सिटीजन होते जो कॉमन पीपल थे उन्हें इस लैंग्वेज के बारे में कोई जानकारी नहीं होती थी सिर्फ जो ब्रह्मण सुवा करते थे वो ब्रह्मण क तो यह उन्होंने अब्सर्ट किया अमिर खुशरों ने अब अमिर खुशरों ने जब यह उस तरह की सोसाइटी की एक चीज हमें यह भी बताता है कि क्योंकि ब्राह्मण्श ही संस्कृत जानते थे इस करण से डॉमिनेट करते थे क्योंकि पुराने वेद और यह सारी लिटरेचर से उपनिशद वेद तो यह सब क्या है संस्कृत में लिखी हुए थे और क्योंकि संस्कृत ब्राह्मण जानते थे वह डॉमिनेट करते थे सोसाइटी में इस चक्कर में ठीक है या मिर्खुशरों के ऑब्जर्वेशन थे जो हमने पढ़ें इस वीडियो आर नोन है चेंज ओवर डे टाइम जी हां देखो दवार समुद्री बोला जाता था सदन कर्नाटका की लैंग्वेज को तो लैंग्वेज तब भी वही थी आज भी वही है लेकिन उस समय पर उस लैंग्वेज को दवार समुद्री बोला जाता था और आज जो कर्नाटका में लैंग्वेज बोली जाती है उस लैंग्वेज को क लैंग्वेज का नाम बदल गया है आज किस नाम से जानते हैं यह मुझे आप बताएंगे ठीक है तो यह आप मुझे कमेंट सेक्शन में बताएंगे फिर क्या है गुजरी अब यह गुजरी लैंग्वेज जो है गुजरात की तो उस समय पर इस लैंग्वेज और तमिल नाडू की language ये दो तो मैंने आपको homework दे दिया आप पता करके मुझे comment section में बताएंगे जो लैंग्वेज बोली जाती है उसे गौरी कहा जाता था तो बैंगॉल में जो लैंग्वेज बोली जाती है उसे गौरी नहीं उसे आज हम क्या कहते हैं बैंगॉली लैंग्वेज कहते हैं ठीक है फिर जैसे हिंदावी जो है तो हिंदी हमारी हो गई तो दो जिस नाम से भाषा को जाना जाता था भाषा वही है लेकिन भाषा का नाम बदल गया और यही चीज ऑप्शन करी थी किसने लैंग्वेज बोली जाती है उसी के साथ उन्हें संस्कृत को एक यूनिक लैंग्वेज की तरह आइडेंटिफाई किया था जो सिर्फ किसे पता रहती थी जो सिर्फ ब्रह्मन को पता रहती थी तो यह सारा सब कुछ हमने इस वीडियो में पढ़ा है इस चैप्टर के नोट आप हमारी ऑफिशियल वेबसाइट मैं इप्रेस्ट डॉट कॉम पर जाकर बहुत आसा प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदेश प्रदे इस वीडियो में हम क्या पढ़ने वाले हैं? इस वीडियो में हम पढ़ेंगे Old and New Religions. किस बारे में है ये?
इसे समझिए. देखे, सबसे पहली और सबसे important चीज़ क्या है? हम ये देख रहे थे कि what are the various changes during this period?
हम मेडिवल हिस्ट्री पढ़ेंगे क्लास पूरी सबंध में हम जो सारी चीजें पढ़ने वाले हैं तो हम एक थाउसन येर के टाइम पीरिट की चीजें पढ़ेंगे देखिए कि क्या-क्या बदला है उसमें तो सवाल ही उठता है कि क्या-क्या बदला है हमने आपको चीजें बताएं एमपायर बदलें किस तरह से एमपायर बदलें एमपायर क्रिकेट वाले एमपायर नहीं एमपायर वाला कौन सा तरह से चीजें बदली ठीक है अब यह तो हमने क्या देखा कि रूलर्स बदलें एमपायर चेंज हुए लेकिन उसी के साथ साथ और भी चीजें बदली थी और जो चीजें बदली थी वह यह थी ओल्ड एन न्यू रिलीजियंस तो नए धर्म आए भी हैं पुराने धर्म जो थे उनमें भी कुछ बदला हुआ है क्या है सारी चीजें आइए इस वीडियो में समझते हैं तो सबसे पहले देखो क्या है रिलीजियन के अगर बात की जाए तो इस पीपल्स बिलीफ इन डिवाइन मतलब जो इस सांसारिक मोहमाया से ऊपर होता है है सांसारिक महुमादा मतलब वर्डली प्लेजर जो है ना जो दुनिया में हम सारी चीजें देखते हैं तो लोगों को यह मानना कि नहीं इसके ऊपर कौन है भगवान इस तरह से ठीक है तो यह जनता का अपना क्या रहता है विश्वास रखता है पीपल्स बिलीफ इन दिवाइन हर इंसान भगवान विश्वास रखता है ठीक है अब जो उनका विश्वास रखने का भगवान पसंद तो इस तरह से सबका अपना-अपना क्यों तो है पर्सनल व्यूपॉइंट होता है ठीक है हर इंडिविजुअल का पर्सनल व्यूपॉइंट होता है तो अब देखो क्या होता है अब यह पर्सनल व्यूपॉइंट रहता है लेकिन बट इट वास्ट प्रैक्टिस डिन कलेक्टिव वे इस चीज को समझना कि रिलीजियन को आप फॉलो करते हो आपके परसनल ओपिनियंस रहते हैं रिलीजियन को हमारे हिंदूज मिलकर एक तरह से पूजा करते हैं या फिर कह सकते हैं एक भगवान को मानते वह किसी भी त्यवार को एक तरह तरह से मनाते हैं तो रिलीजियन अपना परसनल बिलीफ रहता है आपकी परसनल वह रहती एक तरह से अटैचमेंट रहती गॉड के साथ में बट यू आर प्रैक्टिसिंग देड बिलीफ यू आर प्रैक्टिसिंग देड कंसेप्ट ऑफ डिवाइन इन एक क्लेक्टिव वे आप उस बिलीफ को एक कलेक्टिव सेंस में क्या करते हो प्रैक्टिस करते हो आप सभी के साथ मिलकर रिलीजियन को प्रैक्टिस करते हो तो अब देखा जाए तो परसनल बिलीफ लेकिन जब सारे परसनल बिलीफ्स तो यहां पर चीजें कैसे बदलती है कि हमने अभी तक क्या देखा कि हमारे जो बिलीफ थे तो हमारी सोसाइटी में जिस सोसाइटी में रह रहें तो ट्राइबल्स है तो ट्राइबल जंगलों में रह रहें उनका उनके लिए उनकी दुनिया उतनी है को कहीं ना कहीं क्या देगी शेप देगी मतलब वहीं तक रहे के सोचेंगे हम क्या है जैसे आप आज मॉडर्न वर्ल्ड में रह रहे हो ठीक है तो तो आप सब कुछ देखते हो आप इंडिया की भी चीजें देखते हो आप अमेरिका की भी चीजें देखते हो Avengers देखते हो आप जो बाहर की मूवीज हैं और आप इंडियन मूवीज भी देखते हो तो आपके बिलीफ आपका अगर environment दिखा जा तो कितना बड़ा हो गया एक कंडीशन के ऊपर डिपेंडेंट रहेंगे आगे तो यह एक्सांपल हो गया आप इस टॉपिक पर आते हैं तो बात करते हैं जो हमारा रिलीजियन होता है और रिलीजियन से जुड़े हैं जो हमारे बिलीफ्स रहते हैं तो दिस बिलीफ्स आर टेक्टेड विद दिस्टो शॉट एन एकनॉमिकल ऑर्गनाइजे� एडी की बात कर रहे हम से एड संचुरी की बात कर रहे हैं तो उस समय पर क्या होता है उस समय पर आजुबाजु सोसाइटी में जैसी ऑर्गनाइजेशन थी लोगों के बिलीव लोगों का सोचने का तरीका तरीका उस चीज पर डिपेंड करता था अब जब चेंज आ रहे थे हर तरह से चीजें बदल रही थी राजा बदल रहे थे रूलर बदल रहे थे लोगों का आज अब कह सकते हैं कि सोसाइटी की पूरी की पूरी सोसाइटी का स्ट्रक्चर बदल रहा था नए नए इनोवेशन हो रहे थे तो चेंज आ रहा था कहां पर सोशल और इकनॉमिक ऑर्गनाइजेशन में आजुबाजु आपके स्फेर में चेंज आ रहा था अब जब चेंज आ रहा था तो चेंज यह इंपोर्टेंट है क्या? कि जो चेंज आपके सोशल और इकनॉमिक आइडियाज में आया, तो वही चेंज क्या है? वह चेंज आपके रिलिजियस बिलीफ में देखो अब इसको ऐसे जोड़ते हैं हम क्या कि हमारे आजुबाजु जो चीज रहती है वह हमारे बिलीफ को शेप देती है ठीक है अब हमारे आजुबाजु में चेंजेस आएंगे चेंजेस इन सोशल एकनॉमिक आईडियास तो हमारे रिलीजियस बिलीफ जो है उसमें भी चेंज आना है तो हमारे रिलीजियस बिलीफ इस तरह से बदले तो क्या क्या रिलीजियस चेंजेस आएं देखो तो सबसे पहले क्या ए� बहुत सारे रिलीजियस बिलीफ से मिलकर हिंदूइजम बनाएं जैसे क्या होता था पहले हिंदूइजम में वेद और जो उपनिशद वगरा थे उसको ही फॉलो किया जाता था फिर कंसेप्ट किसका जाता है फिर कंसेप्ट आफ न्यू डाइटीज तो आज हिंदूइजम को कैसे देखते हम कि जो उस समय पर वेद और यह सारी चीजें थी उन्हें भी माना जाता है तो कंस्ट्रीप्ट बड़ा हो गया ठीक है तो इस तरह से हिंदूइजम में क्या हो रहा था चेंज आते जा रहे थे डाइटीज वगैरह की भी पूजा की जा रही थी नहीं सोसाइटी में ठीक है तो इस टाइम पीरियट से पहले तक अगर देखा जाए सेवन हंड्रेड के पहले तक अगर देखा जाए तो ब्राह्मण्स डॉमिनेट नहीं करते थे लेकिन सेवन हंड्रेड के बाद में ब्राह्मण्स डॉमिनेट करने लगी क्योंकि उन्हें सब्सक्राइब करें तो वह संस्कृत में लिखे हुए थे तो नहीं है तो हम क्या करेंगे डामिनेट करेंगे हमारे आप से चीजें बता देंगे ठीक फिर अगर दूसरी चीज देखे तो देवर गिटिंग दिस पोर्ट ऑफ पैटरोंस पैटरोंस का सपोर्ट मिल रहा तो उस टाइम पीरिट का 700 712 में मान लो अगर है समय पंच जैसे 2019 चल रहा है तो 719 ले लेते हैं 719 में ब्राह्मण हूं मुझे संस्कृत्र आती है मुझे लिखते आता है मैं प्रश्रष्टि लिख सकता हूं मैं चैप्टर वन में देंगे वह मुझे रहने के लिए घर देंगे खाने के लिए खाना देंगे और मुझसे बदले में क्या करवाएंगे बदले में वह जैसे कुछ पढ़ना है या फिर कुछ क्या करना है लिख कर देना है उनको तो वह में काम कर दूंगा उनका तो इस संस्कृत आती है तो उनकी डॉमिनेंस स्टैब्लिश हो जाएगी ना एस सिंपल इस थे ठीक है अब क्या होता है यह दो चेंजेस बताएं जा रहा था ब्रामण जो थे वह डॉमिनेट कर रहे थे अगली चीज क्या इमर्जेंस ऑफ आईडिया ऑफ भक्ति यह इंपोर्टेंट भक्ति क्या होता है भक्ति जैसे आज भक्ति शाहब को क्या समझ में आता है अगर मैं भी पढ़ाता नहीं हूं दो मिर्च लो बस भक्ति का मतलब क्या होता है तो भक्ति हमें सोचते ना बैठकर क्या भजन करना जो उसे तालियां बजाना सुंदर कांट पढ़ देना यह सारी चीज है यह भक्ति तो जी हां यही भक्ति है कैसे कि एक समय तक इस तरह से पूजा पार्ट विडिटेशन कर रहे हैं पूजा कर रहे हैं आर्थिक कर रहे हैं तो एक समय तक ऐसा नहीं होता था जो वर्षिपिंग का काम होता था ठीक है या फिर आप कह सकते हो अगर आपको इफ यॉर अब इफ यॉर डिजाइएड इफ यॉर नेट डिजाइएड टू प्रेस दी पड़ता था पहले ब्राह्मण का तो पहले ऐसा सिस्टम चलता था वह पर्सनली कुछ नहीं कर सकते थे लेकिन फिर आए आईडिया पर्सनल डाइटी एंड वेर दिए डॉफ प्रीस एन एलोबरेटेड रिचुअल्स वर्म नॉट रिक्वाइड टू प्रेस डाइटी नहीं समझ में आया मैं समझाता हूं देखो आईडीएव भक्ति में बोल दिया गया कि हर इंडिविजॉल का हर डिवोटी का जब जो भक्त होगा तो भक्त का क्या रहेगा भक्त के हर वक्त की इक्षा होगी कि उसके भगवान को चाहे तो अब क्लिय अब उसके उसे किसकी जरूरत नहीं रहेगी अब उसे प्रीस्ट और एलाबरेटेड रिचुअल्स की जरूरत जरूरत नहीं रहेगी डिवोशन ऑफ दी डिवोटी मतलब भक्त का जो भक्त की जो भक्ति है ठीक है डिवोशन ऑफ दी डिवोटी टूट विषय सही जा रही है सही दिशा में जा रही है तो यह भक्ति ट्रेडिशन था क्या तो बेसिकली भक्ति ट्रेडिशन का कहना सिर्फ बहुत अच्छा था कि जो प्रीस की डॉमिनेशन थी जो इलाबरेटेड रिचुअल्स थे कि आपको यज्ञ करवाना पड़ेगा इतना गी डालना पड़ेगा इतना पूजा पाठ यह सामग्री लगेगी तो वह इलाबरेटेड रिचुअल्स वह प्रीस की जरूरत इन लोगों ने बोला कि ऐसा जरूरी नहीं कि भगवान से मिलने के लिए हमें ब्राह्मण की जरूरत लगेगी प्रीस्ट की जरूरत अगर देखते हैं अगर हम तो अगर मेजर रिलीजियस चेंज देट अकर्ड डिविंग पीएड व न्यू रिलीजियंस अपियर्ड ठीक है न्यू रिलिजियस अपियर्ड इस्लाम एंड कुरान अब इस चीज को समझना यह क्या है इंपोर्टेंट है यहां रिलिजियस की जगह रिलिजियन करना है न्यू रिलिजियस अपियर्ड कैसे आए नए रिलिजियन कहां से आए भी आप सोच रहे होंगे बताता अब देखो यहाँ पे क्या बताया गया अदर मेजर रिलिजियस चेंजेज देट अकर्ड डूरिंग दी पीरियड वर न्यू रिलिजियन अपियर्ड अब न्यू रिलिजियन में क्या होता है कि देखो यह एक ऐसा टाइम पीरियड था जब ट्रांजेशन हो रहा अगर आप देखेंगे तो बुद्धिजम वगेरा ये पुराने रिलीजन थे ठीक है लेकिन इसलाम अगर देखो आप तो इसलाम इसी टाइम पीरेट में इमर्ज होता है मतलब इंडिया में इंट्रिडूस किया जाता है इसलाम को इंडिया में इंट्रिडूस कैसे किया ज थे इस्लाम के ठीक है मुस्लिम रिजन के फॉलोवर थे तो वह वेस्टरन कंट्री से वेस्टरन कंट्री मेडिल वेस्ट मिडिल इस्ट वगैरह जो है ना साउधी अरिबिया वगैरह तो वहां से मूव करते हैं वह क्यों मूव करते हैं ताकि वह अपने धर्म का हैं जिनका फेद क्या था इस्लाम था तो इस तरह से हमारी इस अगर इस चैनल के लिए बढ़ेगा और अपने प्रश्न पर चेंज हो रहा हिंदूइजम में डामिनेशन बढ़ते जा रही है ब्रामण की भकती ट्रेडिशन के आईडियाज इमर्ज होकर आ रहे हैं फिर क्या हो रहा है कि नए रिलीजियन भी मर जो क्या है तो नए रिलीजियन जो इमर्ज होकर उसमें इंपोर्टेंट रिलीजियन था इस्लाम और इस्लाम की जो होली बुक है उसे क्या नाम पैटरोन ऑफ इस्लाम एन उलेमाज तो फिर क्या होता अब जब यह नया धर्म आया हमारे देश में तो बहुत सारे रूलर्स ने उसे पैटरोनेज देना स्टार्ट कर दीजिए पैटरोनेज मैंने आपको बताया ना तो यह सब जो देली सुल्तान होंगे देली हिंदुइजम में पंडित्स होते हैं तो उसी तरह से इस्लाम में क्या होता जो रिलीजियस स्कॉलर्स होते जो थिव पर थिव क्रिटिक और कह सकते हैं रिलीजियस पर्सन होते हैं तो वह उल्लेमा होते हैं जो क्या करते धर्म का प्रचार करते हैं जिनके पास धर्म का नॉलेज होता था वह उल्लेमा जो थे ठीक है रिलीजियस तो इस्लामिक पर्सन जिसे कहा अब ये चीज भी एक important है, जैसे हमने देखा कि हिंदुइज्म में कितने अलग-अलग ways थे, कोई बोलता ब्राम्मन्स की domination जरूरी है, कोई बोलता नहीं भक्ती से काम चल जाएगा, कोई भक्ती tradition का supporter था, तो कोई क्या बोलता था, कोई बोलता था नहीं, आपको तो ब्राम्म ठीक है अब ये सिया मुस्लिम सुन्नी मुस्लिम क्या है तो जैस भोगे जै जैन में हमने देखा एक स्वेतांबर जैन होते हैं एक दिगांबर जैन होते हैं सिक्स्ट क्लास में पढ़ा था आपने ठीक है तो उसी तरह से मुस्लिम्स में भी क्या होते हैं कुछ सिया मुस्लिम्स थे कुछ सुन्नी मुस्लिम्स थे तो जो सिया मुस्लिम्स थे दे बिली� इसलाम को स्टार्ट किया है ठीक है तो वह सिया मुस्लिम जो थे वह मानते थे कि प्रॉफिट मुहम्मद के सन इनलॉथ है अली और अली इस दिल लेजिटिमेट लीडर ऑफ मुस्लिम कम्यूनिटी तो मुस्लिम कम्यूनिटी के लीडर कौन होना चाहिए अली होना चाहिए तो यह सिया कम्यूनिटी का मानना था वह सिया कम्यूनिटी किसको अपना लीडर मानती थी अली को वह अली अली वह दी सन इनलॉथ मुहम्मद प्रॉफिट मुहम्मद चीज ने धर्म स्टार्ट किया और उसी हैंड पर देखा जाए कि जो सुन्नी मुस्लिम थे तो सुन्नी मुस्लिम में क्या था तो यह एक इंपोर्टेंट चीज है यह जो सुन्नी मुस्लिम थे यह अली को नहीं मानते थे कि अली लेजिटिमेट लीडर ऑफ मुस्लिम कमिनिटी एक खलीफा में विश्वास रखते थे खलीफा कौन है तो खलीफा मतलब जो रूलर्स हुआ करते थे ऑटमन वह धर्म के भी लीडर होते थे और कंट्री के भी लीडर होते थे तो इस तरह से वह खलीफाज में विश्वास रखते थे तो बेसिक इन डिफरेंस और भी डिफरेंस इस बेसिक डिफरेंस ही हो गया सुन्नी मुस्लिम का यह मानना था कि खलीफाज आप देर टू ली अली सन इन लॉफ मोहम्मद वह लेजिटिमेट ट्रू लीडर ऑफ मुस्लिम कम्यूनिटी तो इस तरह से हमने क्या देखा एक बार समप करते न्यू एंड ऑल्ड रिलीजियंस में देखा कि नए रिलीजियंस इमर्ज हुए ठीक है उसके साथ में पुराने रिलीजियन तो यह सारी चीजें क्या करी हमने इस वीड��यो लेक्शन में पड़ी है अब next video lecture में हमारा जो last topic है उसे हम discuss करने वाले हैं इस chapter के notes आप हमारी official website magnetbrains.com पर जाकर बहुत आसानी से download कर सकते हैं magnetbrains.com पर class 4 से class 12 तक सभी subjects, सभी chapters और सभी chapters के sub topics एक arrange format में available है जिनने आप बहुत आसानी से पढ़ सकते हैं समझ सकते हो download कर सकते हैं feel free to visit our official website magnetbrains.com मिलते हैं next video में thank you thank you very much hello everybody this is digras singh राजपूत वेलकम टू मैगनेट ब्रेंड्स इस वीडियो में क्या पढ़ने वाले हैं इस वीडियो में पढ़ेंगे थिंकिंग अबाउट किक स्टार्ट मिलेगी किस्टार्ट मिलेगी मतलब आगे सम कैरेक्टर कहानी अलग-अलग एंपायर पढ़ते चलेंगे और जो अभी तक आपको बोरिंग लग रहा था वह खत्म होने वाला है यहां पर क्योंकि फर्स्ट चैप्टर में हम सिर्फ चेंजेस इस तरह से हिस्ट्री होती है ना तो उसी तरह से हम देखते क्या है कि टाइम रिफ्लेक्ट चेंजेस इन सोशल एंड इकोनॉमिक ऑर्गनाइजेशन है जिस तरह से इस ट्री क्या बताती है इस पर हमें चेंज बताती है कि आज से सौ साल पहले कैसा हुआ करता था आज क्या हो रहा है और आज से सौ साल बाद कैसा होगा जब सौ साल बाद लोग पढ़ेंगे तो वह कि जो टाइम होता है वह टाइम बताता है मतलब हिस्ट्री हिस्ट्री रिफ्लेक्ट दी चेंज इन सोशल एक नॉमिक ऑर्गनाइजेशन जो पास्ट का टाइम रहा है वह कुछ और सोशल और इकनॉमिक ऑर्गनाइजेशन को एक्सप्लेन करता है सिंग्नीफाई करता और तरह से पूजा पार्ट करना चाहते थे ओवर दी पीड़ेड ऑफ टाइम देश चेंज देर कोर्स ऑफ वर्शिपिंग उनका पूजा करने चीजें बदलती है इस तरह से ठीक है चीजें बदलती है टाइम के सा एक समय तक एक चीज डॉमिनेट करती है, दूसरे समय तक दूसरी चीज डॉमिनेट करती है, तीसरे समय तक तीसरी चीज डॉमिनेट करती है, ठीक है, मानते हो न इस चीज को, तो हम क्या कर सकते हैं कि अलग-अलग time period को अलग-अलग periods में classify कर सकते हैं, वही चीज यहाँ पर ह कि 780 के पहले की पूरी हिस्ट्री को इंचेंट हिस्ट्री क्यों बोल दिया क्योंकि उस पीरियड में एक कॉमन करेक्ट्रिस्टिक देखने को मिल रही थी पीड़ क्या होता है पीड़ पोजेस शेयर्ड करेक्ट्रिस्टिक्स जैसे एग्जांपल के रहे हो स्पोर्ट्स खेल रहे हो तो वह एक कॉमन कैरेक्टर स्टिक को क्या कर रहा है एक्सप्रेस कर रहा है वह बात अलार्ड इसकी कॉपी कंप्लीट नहीं होती तो वह बिचारा गेम्स की प्रेड में बैठकर कॉपी कंप्लीट करते रहता है ठीक टाइम पीरेड को मॉर्डर बोलने लगेंगे आया समझ में तो हम क्या करते हैं कि टाइम हमारी आरी सोसाइटी को रिफ्लेक्ट करता है और उसी टाइम को हम अलग-अलग कैटेगिरीज में क्या कर देते हैं डिवाइड कर देते हैं डिपेंडिंग ऑन दिस टाइम कैन डिवाइडेंट इंटू डिफरेंट पीरियड्स और टाइम को जब आपने डिफरेंट ने एक अलग पीरियड बता दिया ठीक है तो वह एक आईडिया रहता है कि इस एक आईडिया बट ब्रिटिश हिस्टोरियंस डिवाइड इट इंडिया इंटू थ्री पीरियड और इसी basis पर अगर हम देखें तो British historians ने Indian history को 3 period में divide कर दिया हिंदू, मुस्लिम और बृतिश अब देखो क्या है तो यह उन्होंने किस हिसाब से मतलब क्या common characteristics क्या shared characteristics देखी होगी इस time period में तो उन्होंने यह देखा है देखो कि Ancient India जो था हमारा पहले का time period जैसे जो आपने 6th class में पढ़ा था तो अधिकतर rulers कौन थे हिंदू थे तो इसलिए उन्होंने उस time period को हिंदू बोल दिया ठीक है ब्रिटिश ने इस टाइम पीरिड को क्या बोल दिया मुस्लिम फिर एंड में जो देखेंगे हम तो इस टाइम पीरिड को ने क्या बोला इस टाइम पीरिड को ने ब्रिटिश टाइम पीरिड बोला है क्यों बोला है यह भी हम देखेंगे आगे समझ में तो इस तरह से क्या किया जाता है इस तरह से पीरिड कर दिया लेकिन यहां पर एक प्रॉब्लम थी क्या कि सच डिविजन एग्नॉर्ड society में culture होता है, society में लोगों का रहने का तरीका होता है, अलग-अलग groups होते हैं, और आप पूरी की पूरी history को सिर्फ एक ruler के basis पर classify करते होगे, कि ruler हिंदू है, तो history के इस period को हम हिंदू बोल देते हैं, तो ऐसा नहीं है, ठीक है, इसलिए क्या होता है, therefore only a few historians follow this periodization, और इसी कारण से सिर्फ कुछ ही historians इस classification को सही मानते हैं, बाकि बहुत सारे historians क्या argue करते हैं, history is not only about the ruler and religion, it includes wide range of history, रेंज ऑफ अटिविटीज है वाइड रेंज ऑफ अर्ली सोसाइटी ठीक है वाइट रेंज ऑफ अर्ली सोसाइटी सच अफ हंटर गैदरर्स अर्ली परमर्स पीपल लिविंग इन टाउन एंड विलेजेस अब इस चीज को समझो देखो यहां पर गया मैंने आपको क्या बताया कि टाइम होता है टाइ लोगों क्या करते हैं अलग-अलग पर डिवाइड कर देते हैं और उस वेसिस पर ब्रिटिश ने तीन पर डिवाइड करें हिंदू मुस्लिम ब्रिटिश आगे समय तक अब आगे देखो क्या है फिर हमने यह भी बोला कि इस तरह से प्रोडक्टिशन क्या होता यह अ इस कंट्री में और भी जो रिच डाइवरसिटी है सिर्फ रूलरी थोड़ी न होते दूसरे जो कल्चर होते थे जूसरे जो नोमाइट्स होते थे दूसरे जो लोगों का रहने का तरीका होता था उस चीज को तो आपने इग्नॉर कर दिया तो उस चीज को इंक्लूड करने के गैधरर्स किसी और तरह से दी रहे हैं आज हम देखते हैं आज हंटर गैधरर्स के पास भी क्या है अब गन होती है ताकि वह शिकार कर सके लेकिन उस समय पर हंटर गैधरर्स के पास कपड़ा ही नहीं होते थे तो चीजें बदलती है ना तो वही हम एक अलग classification की यह जो बीच वाला time period था इसको आप सिर्फ rulers के religion तक सीमित रख रहे हो वह गलत है हम इसे कैसे देखेंगे हम इसे देखेंगे धर्म के हिसाब सौरी हम इसे देखेंगे अलग-अलग कल्चर के हिसाब से धर्म के हिसाब से नहीं देखेंगे तो इसलिए इस टाइम पीरियोड को मेडिवल हिस्ट्री बोला गया ठीक है अब आपको क्या है तो मेडिवल हिस्ट्री एक्सप्लेंज दी चेंजेस विच अकर्ड बिट्वीन इलेवन टो एटीन सेंचुरी इलेवन से एटीन सेंचुरी की बीच में जो चेंजेस हुए उन चेंजेस को क्या कहते हैं उन चेंजेस को हम मेडिवल हिस्ट्री के नाम से पढ़ते हैं कि यह जो टाइम पीरियोड था ठीक 11 से 11 से 18 तक 11 से 18 तक का जो टाइम पीरियोड उसे मेडिवल हिस्ट्री बुला गया क्यों मैं समझाता हूं आपको क्योंकि मेडिवल हिस्ट्री एंशियन से अलग थी ठीक है और मॉडर्न बनी नहीं थी ठीक है कि मॉडर्न है बनी नहीं थी कैसे हो मैं समझाता हूं यहां पर एंशेंट से अलग कैसे थी आपके मुझे भी यह सवाल है ना कि मेडिवाल हिस्ट्री एंशेंट से अलग कैसे थी तो देखो एंशेंट में सारी चीजें पुराने ट्रेट्स थे आदिवासियों की तरह लोग जी रहे थे बड़ा एंपायर न पाद में इंट्रोडूज हुए तो वह क्या था वह पूरा पुराना समय था चीज प्राचिन निकाल तो एंशेंट हिस्ट्री हो गई है फिर क्या होता है मद्दिकाल मेडिवल हिस्ट्री आती है तो मेडिवल हिस्ट्री मॉडर्न से कैसे अलग हो गई तो जाने के साथ में नए तरह तरह के अलग-अलग हतियार बनाने लगते हैं लोग ठीक है नए आइडियास आ जाते हैं तो इस तरह से वह बॉटन पीड़ेड कहा कहा लाया डेमोक्रिसी आ जाती है सारी चीजें तो मेडिवाल में यह सारी चीजें पाए तो उस सेंस में यह डिफरेंसेस है उसके कि यह टाइम पीरेड था 11 से 18 तक का यह कॉमन कैरेक्टरिस्टिक को दिस पोजेस अशेड कैरेक्टरिस्टिक तो यह जो शेयर कैरेक्टरिस्टिक थी इसी के बेसिस पर इसे क्या कहा गया कौन सा प्रिवेट कहा गया, medieval हिस्ट्री का पीरियड कहा गया आप मेडिवल हिस्ट्री क्या होता है क्या डिफरेंसेंस वह आपको समझ में आया तो इसी के साथ हमारा चैप्टर जो है वह यहां पर कंप्लीट होता है और नेक्स्ट चैप्टर से कहानी शुरू होगी कौन सी कहानी शुरू होगी तो अगर बिर्बल की कहानी शुरू नहीं होगी यहां पर कहानी शुरू होगी हम 14 अर्ली एंपायल अर्ली बनना स्टार्ट हो गई थी अब जो किंग्रम्स बनी थी तो जो अर्ली एमपायर्स थे उन्हें समझेंगे कि किस तरह के एमपायर्स थे बड़े-बड़े जो शुरुआती दौर में जो एमपायर्स थे कौन रूल करता था कैसे रूल करता था इन सारी अगला chapter start करेंगे तो magnetbrains.com पर जाकर आप हमारी official website से notes download कर सकते हैं बहुत आसानी से उसे के साथ साथ आपको वहाँ पर सारी चीज़ें एक arranged format 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