Hello students, I hope you all are good. Now we are starting to make a video of the theory and practice of democracy, which is our paper of the third semester. So today is the first video in which we will discuss the first unit, origin of the idea, origin of the democracy, basically.
So let's start. So first of all, let's see that this first unit, our origin of the idea, which is the democracy, is called... इसमें हमें क्या क्या पढ़ना है इसमें हमें पढ़ना है डेमोक्रसी की कैसी जर्नी रही है यानि कि कहां से सुरुआत हुई इंडिया में और ग्रीक में ठीक है जो सबसे एसियंट डेमोक्रसी के अगर हम ओरीजन के ट्रेसिस अवर हमको मिलते हैं तो वो ग्रीक से मिलते हैं की व्यवस्था थी और ग्रीग में किस तरह की व्यवस्था थी इसके बारे में हम डिस्कस करेंगे और इसमें हम ऑल से एग्जामिन्स द बोर्डर एंड डिवर्लपमेंट्स ऑफ प्रोसीडूरल एंड सब्सक्राइब अकाउंट ऑफ डेमोक्रासी इसमें हम आधुनिक समय मे जो कानून बनाये जाते हैं वो किस टाइप की डेमोक्रसी है और दूसरा substantive accounts में हम देखेंगे कि डेमोक्रसी के अंदर में किसी भी institution के अंदर कितना उसको follow किया जाता है डेमोक्रसी को ठीक है यानि कि किसी institution में जब decisions making होता है क्योंकि democracy का मतलब है कि people जो हैं वो डायरेक्ट और इंडारेक्ट पार्टिसिपेट कर रहे हैं decision making में ठीक है और इसमें हम यह भी देखेंगे कि contemporary time में, contemporary innovations in democracy का मतलब है कि समकालीन समय में लोकतंतर का क्या सवरूप है, इसमें क्या-क्या नई चीजे एड हो गई हैं, तो हम Asian time में देखेंगे, modern time में देखेंगे और contemporary time में देखेंगे, और इसके बहुत सारे various methods of contemporary democracies आज के time में, समकालीन समय में लोकतंतर के अलग-अलग कौन-कौन से तरीके हैं जैसे कि मतदान हो गया इडमोक्रसी हो गया और लिक्विड डेमोक्रसी हो गया ठीक है इसके अलग-अलग मेथर्ड्स हैं आज के टाइमें डेमोक्रसी की ठीक है तो इसके बारे में हम जानेंगे तो चलिए स्टार्टिंग करते हैं हम ड ओरिजन मिलते हैं के जो हम ट्रेस कर सकते हैं इसको ठीक है द ओरिजन ऑफ द टर्म डेमोक्रासी कैन बी ट्रेस बैक टू एसियन ग्रीस जैसा कि मैंने बताया कि ग्रीक का जो प्राचीन ग्रीक था वहाँ पर छोटे छोटे सिटी स्टेट्स हुआ करते थे ठीक है वहाँ से इ इस term को पहली बार जो use किया गया था, the term democracy was first time used in 5th century BC by the Greek historian Herodotus in the sense of rule by the people.
पहली बार इस सब्द को पाँचवी साबदी में एक Greek historian थे, एक Greek इतिहासकार थे, उन्होंने, Herodotus ने इसको use किया था, किस sense में, rule by the people यानि कि लोगों का सासन. democracy is derived from a combination of two greek words demos meaning the people and kratos meaning power or to rule democracy जो है दो सबजों से मिल करके बना है एक तो demos और जिसका मतलब होता है people लोग दूसरा है kratos जिसका मतलब होता है power या to rule शासन करना ठीक है इस हिसाब से देमोक्रासी दस मीन्स रूल बाई दा डेमोज यानि कि इस हिसाब से इसका आत है लोक द्वारा सासन यानि लोगों के द्वारा सासन ठीक है लोक द्वारा सासन यानि लोगों के द्वारा सासन ठीक है निर्णय लेने के प्रक्रिया के दोरान में वो इक्वल होते हैं यानि कि सब के सब सदस्य जो है जब डिसिजन्स लिया जाता है तो सारे सदस्यों को इसमें सामिल किया जाता है पर एक्जांपल इसको आप ऐसे समझ सकते हो कि आपके परिवार में जो डिसिजन लिये जाते हैं तो उसको हो सकता है मालिजिए आपकी एजुकेशन के लिए कोई डिसिजन लेना है। तो इस प्रोसेस को हम डेमोक्रसी नहीं बोल सकते हैं डेमोक्रसी क्या होगी कि सारे सदस्यों को सब को बिठा करके पूछा जाएगा कि हाँ भाई आप या आप से संबंधित निर्णा लिया जा रहा है तो आप से पहले आपकी चॉइस पूछी जाएगी कि आपको कहां जाना सबसे पहले decision लिया जाएगा कि कहां जाना है तो यह होती है एक लोकतांतरिक process जिसमें आपकी क्या choice है आपके लिए निर्णा लिया जा रहा है तो वो matter करते है तो लोगों की क्या choice है जिसके लिए निर्णा लिया जा रहा है उन लोगों की क्या choice है उस पर ज़्यादा democracy में लोकतांतर पर ध्यान दिया जाता है और सारे के सारे सद्धिस्यों से पूछा जाता है यानि कि सब के सब समान है सबका समानता का वहाँ पर इसको follow किया जाता है और एंड दिफरेंट टाइप्स ऑफ ग्रुप्स एंड डिसीजन मेकिंग प्रोसेसेस थे एंड बिकोल डेमोक्रेटिक फोर एग्जांपल डेमोक्रेसी मैंने आप लोगों को एग्जांपल दे ही दिया और भी बहुत सारे जो भी सोसाइटी में हमारी सोसाइटी के और भी जो ओर्गेनिजेशन से जो इंस्टिटूशन से उन्हें भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है किस democracy का सामूहिक decision making process का इस्तिमाल कर सकते हैं हम democracy is a form of government in which power is held by the people either directly or through elected representatives तो democracy क्या है एक तरीके से सरकार का रूप है यानि कि इसमें ऐसी सरकार होती है जहांपर लोग या तो directly या indirectly उस decision making process में हिस्सा लेते हैं कौन सी decision making process की हम बात कर रहे हैं हम बात बात कर रहे हैं गवर्नेंस की सोसाइटी को कैसे गवर्न करना है इसकी हम बात कर रहे हैं ठीक है तो अब हम इससे संबंधित अभी तक का जो हम यह आईडिया जो हमें हमें पता चल गया है कि डेमोक्रासी क्या होती है तो इस हिसाब से डेमोक्राटिक जो स्टम होता है जो लोकतांत्रिक व्यवस्था होती है कुछ विशेष्टाएं होती हैं उसकी तो सबसे पहली विशेष्टा क्या है? Popular Sovereignty, इसका क्या मतलब है? लोगप्रिय संपर्भूता, the power to govern is derived from the people, popular का मतलब वही होता है, जो ज़्यादा लोग होते हैं, उसी को बोलेंगे हम, तीक है, तो यानि कि Popular Sovereignty ये एक विशेष्टा है, इसमें क्या होता है?
कि सासन करने की to choose their leaders through free and fair elections that are concluded without coercion or manipulations जहां पर ये चुनाव जो होते हैं free होते हैं यानि कि कोई पैसा नहीं लगता है fair होते हैं यानि कि इसमें कोई धोखा धडी नहीं होती है practical रूप से मतलब सिधान्तिक रूप से तो नहीं होती है practical रूप से होती है हम अपने इंडिया में ही देखते हैं हाँ free होते हैं लेकिन fair नहीं है ये भी और fair नहीं है तो ये एक part है किसका corruption का ठीक है वो एक अलग मुद्दा है तीसरी इसकी विशेस्ता है separation of power separation of power क्या होता है power is divided among different branches of government ठीक है for example executive, legislative and judicial to prevent any person or group from having too much control इसमें जो है सक्तियों का पर्थकरन होता है अलग-अलग कानून बनाने की शक्ति किसी और ब्रांच के पास है गवर्मेंट की गवर्मेंट को डिवाइड किया हुआ है ठीक है कानून कोई और ब्रांच बनाएगी उसको लागू कोई और करेगी एग्जिक्यूटिव करेगी उसके हिसाब से है या नहीं है तो for example इंडिया में क्या है Supreme Law of Authority Constitution ठीक है तो separation of power होता है कोई भी प्रांच एक दूसरे के कामों में हस्तसेप नहीं करती है, सिर्फ और सिर्फ हस्तसेप नहीं करती है, जुडिश्री के पास सिर्फ और सिर्फ पावर होती है, ये देखने की, जुडिश्रील रिव्यू की, की जो कानून बनाये गए हैं, इंप्लीमेंट किये गए हैं देने का यानि कि जस्टिस प्रोवाइड करने का ठीक है रूल ऑफ लॉग डेमोक्रेसिटिक सिस्टम में रूल ऑफ लॉग को प्लॉक किया जाता है इसका मतलब है एवरीवन इंक्लूडिंग गौर्मेंट ऑफिसियल्स इस सब्जेक्ट टू लॉ एंड नो वन इज अबॉव इट मतलब यह है कानून के सासन का मतलब होता है कि चाहे कोई गौर्मेंट ऑफिसियल्स है चाहे नेता है या कोई भी है उस प सब पे लागू होते हैं यानि कि अगर लेजिस्लेचर के लोग कानून बनाते हैं तो वो कानून उन पे भी लागू होते हैं ऐसा नहीं है कि उन पे नहीं लागू होते हैं पहले क्या होता था मोनार्कीज में राजा कानून बनाता था किसके लिए जनता के लिए लेकिन वो र के लिए वो समान कानून बनते हैं, किसी के लिए अलग-अलग नहीं बनते हैं, ठीक है, pluralism, there is a recognition and respect for diversity and existence of multiple viewpoints and interest, इसमें बहुलवाद होता है, यानि कि अलग-अलग तरीके के विविद और कई सायदरिष्टिकोणों और जो भी अलग-अलग ideology के लोग रहते हों, तो सब के हित protection of individual rights, इसका क्या मतलब है, citizens को कुछ basic rights दिये जाते हैं, उनको कुछ basic freedoms दिये जाते हैं, और उनको protect किया जाता है किसके दुआरा law के दुआरा, जैसे कि freedom of speech, freedom of assembly, freedom of press, है न, ये सारी चीजे किसके, ये सारे democracy में दिया जाती है, main जो democracy में जो feature होता है, वो होता है, कि ये liberalism को follow करते हैं, उदारवाद पे आधारित होती हैं, और इसमें क्या follow किया जाता है, लोगों के लिए, लोगों की सुन्तरता पे ज़्यादा दिया जाता है, ठीक है, accountability, जवाब देही, जवाब देही मतलब, leaders are accountable to the people and can be removed from office through elections or other mechanisms if they fail to meet the expectations of their constituents, जो नेता होते हैं, वो जनता के परती जवाब दे होते हैं जिनोंने उनको वोट दे करके बनाया होता है रेपरजेंटेटिव अपना बनाया होता है अगर वो जो काम के लिए बनाये गए हैं उसको पूरा नहीं करते तो लोग क्या करेंगे फिर उसको वोट नहीं देंगे ठीक है तो हमारे यहाँ पे जो फ्री और फेर एलेक्शन्स में जो एक जो इसका डेमोक्रसी का जो फीचर है उसमें ये भी है कि एलेक्शन्स जो हैं वो टाइम टू टाइम होते रहते हैं तो हमारे इंडिया में हर पांच साल में होते हैं तो क्या होगा अगर कोई नेता दंग से काम नहीं करेगा कोई पार्टी दंग से काम नहीं करेगी तो लोग अगली बार उसे वोट नहीं देंगे ठीक है तो जवाब देहिता बनी रहती है ल कैसे ये democracy उत्पन हुई, कैसे इसका उद्भव हुआ, कैसे ये originate हुई, ठीक है, the origins of democracy can be traced back to ancient Greece, specially to the city states of Athens in 5th century BC, Athens में 5th century में, 5th स्ताबदी में, एक Athens नाम का city state था, जहां पे हमें लोकतंतर के, कि उत्पति के क्या पता चलता है उसका पता लगा जा सकता है कि वहां से ये निकल के आया वहां के लोग जो है ये system of governance को follow करते थे ठीक है system of governance means government को follow करते थे इस तरह की ठीक है the Athenian democracy was characterized by a system of direct democracy लेकिन ये किस तरह की democracy थी Athens में direct democracy पर्तेक्स लोकतंतर था वेर ओल सिटिजन्स हैव इक्वल वोइस इन दा डिसिजन मेकिंग प्रोसेस और जहां पर क्या था सभी लोगों को समान अधिकार था इस डिसिजन मेकिंग निर्णय लेने की परक्रिया में आइदर बाई वोटिंग डिरेक्ली और बाई सर्विंग ओन जूरीज, चाहे वो हो सकता था कि वोटिंग डाल करके लोगों से, बिसिकली क्या होता था, वहाँ पर छोटी-छोटी असेम्बलीज होती थी, अभी आगे हम पढ़ेंगे इसकी फीचर्स में, तो सबको क्या है, इस decision making process में सामिल नहीं किया जाता था, slaves उस time में slavery बहुत जादा थी, दास्ता बहुत जादा था थी, तो दास्तों को इसमें vote करने का अधिकार नहीं था, और ना ही decision making process में भाग लेने का अधिकार था, known citizens का मतलब है जो विदेशी आकर के रह रहे होते थे, उनको भी इसमें अधिकार नहीं था, और ना ही बुढ़ों को और ना ही बच्चों को, तो citizens इस decision making process में कौन पार्ट कर लेता था फिर, जो उस टाइम, जो आदमी होते थे, यानि की man population, और वो भी वो ऐसी man population, जो state के काम आती थी, या तो निर्णय लेने में, या फिर न्याईक व्यवस्था में, या तो विधी के सासन में, या न्याईक व्यवस्था में, अगर आप ल आप कमेंट में पूछ सकते हो ठीक है तो अब हम जानते हैं अब हमें यह पता चल गया कि एथेंस में और जो ग्रीज में एक सिटी स्टेट था एथेंस वहां पर डेमोक्रासी का हम उद्भव देखते हैं कि वहां से यह शुरुआत होती है वहां के छोटी-छोटी स्टेट को पॉलिस बोला जाता था ठीक है वहां पर डिसीजन मेकिंग जो है किस तरीके से लेते लेते लोग तांत्रिक तरीके लेते थे सब लोग बैठ जाते थे तो सब लोगों से पूछा जाता था कि यह कानून बनना है अ तो क्या आप लोग सहमत हैं कि ऐसा कानून बनना चाहिए या नहीं बनना चाहिए तो सब लोग उसमें voting करते थे ठीक है फिर आप Athens की जो democracy थी उसके कुछ features थे उसकी कुछ विशेष्टाएं थी जैसे की citizen assemblies all male citizens were able to attend the assembly and vote on decisions related to the city states citizens assembly जैसे हमारे यहाँ पर आज के टाइम में लजिस्लेचर होती है ना कानून बनाने के लिए उस टाइम में ग्रीस में क्या थी सिटी असेंबलीज थी उनसे में वो जो सिटी स्टेट थे ना उनमें सिटी असेंबलीज थी उसमें कौन पार्टिसिपेट करता था मेल सिटीजन्स city state में ये हमें system ले करके आना है, तो क्या हमें ये लाना चाहिए या नहीं लाना चाहिए, ठीक है, हमें ये कानून बनाना है city state के लिए, क्या ये कानून बनना चाहिए या नहीं बनना चाहिए, तो इस बारे में निर्ना लिया जाता था, हमें आज, जैसे कि आज भी हमारे य तो सेम प्रोसेस वहाँ पे भी फॉलो होता था जूरी सिस्टम एथेंस की लोकतंतर की जो अगली विशेस्ता है वो क्या है जूरी सिस्टम जूरी ट्रायल्स वर यूज़ टू डिसाइड लीगल केसिस विद जूरी बिंग सेलेक्टिड बाई लोट यानि की ये एक जूरी सिस्टम होता था और ये जूरी सिस्टम किस से संबनित निर्णा लेते थे कानूनी मामलों से संबनित लीगल ठीक है और उसमें क्या है वो लोटरी के द्वारा इसको नेना लिया जाता था ठीक है एक तो ये क्या करते थे लीगल सिस्टम लीगल भाई लीगल ऐसे हम मान सकते हैं जैसे किसी की प्रोपर्टी का किसी ने हतिया लिया या फिर कोई क्राइम कर दिया किसी को मार दिया तो उसका नेन अगली जो विशेष्टा है, political officials, यानि कि राजनीतिक अधिकारी होते थे, और अधिकारी जनता द्वारा चुने जाते थे, और ये जो officials होते थे, कि कौन इनको चुनता था, जनता ही चुनती थी, और जनता में कौन आता था, again, सिर्फ और सिर्फ male citizens ही उनको चुनते थे, और जो मजिस्ट्रेट को चुना जाता था तो वो जनता चुनती थी और जो सेन सिटी स्टेट्स की शुरक्षा के लिए जो सेना का नेतर्तव करता था मिलिटरी जनरल उनका भी चैन कोन करते थे सिटीजनस ही करते थे ओस्ट्रसिजम ओस्ट्रसिजम क्या होता है ये एक ऐसी प्रिक्रिया है जहां किसी नागरिक को लोगतंतर के लिए अगर उसको खत्रा समझा जाए तो उसे 10 साल के लिए सहर से बाहर भेज दिया जाता था निस्कासित कर दिया जाता था अगर किसी को लगता था कि ये हमारे city states की लोगतांतरिक प्रक्रिया के लिए खतरनाक है तो उस वैक्ति को उस city states से बाहर भगा दिया जाता था दस सालों के लिए ये उस टाइम की जो democracy है लोगतांतर है उसमें ये सारी चीजे हुआ करती थी ठीक है after the fall of Athens the concept of democracy was largely forgotten in Europe for several centuries एनलाइटनमेंट एरा इन दा 18 सेंजुरी फिर क्या होता है धीरे-धीरे यहां पर यह जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया है इसमें बहुत ज्यादा करक्षण बढ़ जाता है ठीक है और इस करक्षण के खिलाफ और इस तरीके के खिलाफ वहां लोकतंत्र को क्या बोला है भीड़तंत्र बोला है और क्यों बोला है क्योंकि और सबसे खराब व्यवस्था बोला है क्यों क्योंकि इसमें बहुत ज्यादा करप्शन हो जाता है डिसीजन्स उसका ऐसा मानना है कि भीड़ तंत्र बोलते हैं उसको कि सबके हाथों में निर्णनिर्वाण की प्रक्रिया को कर दिया सबको दे दिया भी सब इसमें पार्टिसिपेट कर सकते हैं लेकिन उनका ऐसा मानना है कि इसको करने के लिए डिसीजन्स लेने के लिए और डिसीजन मेकिंग उस प्रोसेस में सामिल होने के लिए उस व्यक्ति में कुछ विशेस्ताएं होनी चाहिए सिर्फ और सिर्फ ऐसा नहीं है कि वो उस कि राज्य का नागरिक है तो उसको डिसीजन लेने में सामिल कर लो हो सकता है उसका ज्ञान ना हो या फिर उसका लोकतंत्र को क्या बोलते हैं मुख्यों का शासन बोलते हैं कि सब लोगों को और उनका ऐसा मानना है कि निर्णय लेने लिए बहुत जो शासक होता है या किसको निर्णय लेना चाहिए शासक को लेना चाहिए और कैसा निर्णय कैसा हो शासक दार्शनिक होना चाहिए उसे सब चीजों का घ्यान होना चाहिए, तो लोकतंतर को वो खराब मानते थे, ठीक है, तो इसलिए फिर दिरे दिरे एथेंस में से वहाँ से क्या चला गया, डेमोकरसी हट गई, उसकी जगह पे राजतंतर आ गया, मुनार्की आ गई, जो एरस्टोटल ने जो कंसेप्ट दि कि यह कानून ऐसे राजा द्वारा जाने चाहिए जिसे सब चीजों का ज्ञान हो ठीक है आठारवी स्ताब्दी में फिर एनलाइटलमेंट पुन्हर जागरण का काल आता है पुरुण पुन्हर जागरण के समय में फिर से दुबारा से ही और अच्छा अब फिर उसके साथ साथ में हम देखते हैं feudalism आ जाता है, feudalism के साथ साथ में हम वहाँ पे देख रहे हैं एक religious perspective भी वहाँ पे हो जाता है कि Pope Sahi आ जाती है कि सारे decisions जो है church के हिसाब, church जो है लेने लग जाता है, फिर church के खिलाफ में वहाँ पे आंदोलन होते हैं और Enlightenment period हम इसी क जनता जो है आवाज उठाने लग जाती है और अपने राइट्स की बात करने लग जाती है ठीक है फिर उसके बाद द एलाइटरमेंट फिलोसपर्स सच एज और यह यह देखो जब डेमोक्राफी खतम हुई तो किसके आइडिया इसके आदा किसके आइडिया जाए अरोस्टो ध्यान दिया ठीक है जो किसके एलिमेंट्स है मोडरन डेमोक्रासी के एलिमेंट्स है इन्होंने बोला कि इन्होंने क्या कहा जॉनलॉक और रूसो ने उन्होंने बोला कि जो डिसिजन मेकिंग प्रोसेस है वो लोगों के दुआरा ही होनी चाहिए लोगों को इसमें पार्टि और इसी के आधार पर फिर क्या होता है, United States is often considered one of the first modern democratic nation, with the adoption of कोंस्टिटूशन इन सेवन टी नेटी सेवन फिर युनाइटेड स्टेट्स पहला ऐसा राज्य बनता है जिसने डेमोक्रासी को मोडरन में यानि कि आधुनिक समय में अपनाया ठीक है कोंस्टिटूशन को स्विधान लागू किया स्विधान लागू किया तो इसी हदार पर सारे निर्णय लिए जाएंगे सेपरेशन ओपावर्स कर दिया और जो डिसीजन मेकिंग लोगों को vote देने का अधिकार मिल गया कि लोग अपने representative चुन करके अपना decision making में participate करेंगे ठीक है the constitution established a system of government that includes a separation of powers a bill of rights that protects individual liberties and a system of representative democracy since then democracy has spread to many other countries around the world और उसके बाद से फिर क्या हो गया कि सबसे पहले कहां आई यूएसए में अमेरिका में आई अमेरिका के बाद से वहां पर जो सिस्टम आया वह कैसा आगे रेप्रेजेंटेटिव डेमोक्रासी वाला प्रतिनिधिना प्रतिनिधि आत्मक प्रतिनिधि लोकतंत्र बेसिकली जो है इसका यहां पर किस पर ज्यादा विध्यान देना दिया जाने लगा अ इंडिविजुअल लिबर्टीज पर व्यक्तिकत प्रश्न प्रताओं पर ज्यादा लिखा दिया गया ठीक है हमने अभी तक रिज का देखा कि वहां पर कैसे सिस्टम चलता था जब सिटी स्टेट्स होते थे तो वहां पर क्या था सिस्टम डेमोक्रेटिक प्रवार्टिकल थिंकर्स ऊपर करके आए जिन्होंने डेमोक्रेटिक को क्रिटिसाइज किया और अ मतलब democracy मतलब वहाँ की जो city states की जो विवस्थाएं थी, फिर उनके आधार पर फिर वहाँ पर हम देखते हैं कि monarchy वाला जो है concept आ गया, फिर city states भी क्या हो गये, city लोग, इन city states ने क्या कर दिया, जो छोटे वाले city states थे, उनको capture करना शुरू कर दिया इन्होंने, जीतने लग और इसकी व्यवस्था भी चेंज होगी, डेमोक्रेटिक व्यवस्था से राजतंतर आ गया, राजतंतर के साथ साथ फिर हम देखते हैं फ्यूडलिजम भी आ जाता है, फ्यूडलिजम के में क्या होता है, जो जमीन होती है, वो जमीदारों के पास चली जाती है, ठीक है, तो फिर हम देखते हैं कि धरम का भी यहाँ पर आगमन हो जाता है और बोलते हैं कि जो राजा को सारे डिसिजन्स किसके आधार पर लेने चाहिए जो धार्मिक गुरू है जो वहाँ पर पॉप होते थे तो उनसे पूछ करके लेने चाहिए तो इस तरीके से हम देखते हैं कि पॉ इसके खिलाफ बोलना स्टार्ट कर दिया जिसमें जॉन लोक और हम रूसों को देखते हैं और फिर से वो बोलते हैं इंडिविजिल राइट्स की बात करते हैं ठीक है फिर वहाँ से हम देखते हैं दुबारा से डेमोक्रेसी के जो है बीच पनपने लगते हैं और पहला ऐसा लेकिन हमेशा से ही इंडिया में ऐसा नहीं है इंडिया में मोनार्की ही थी हमें इंडिया में भी प्राचीन समय में ऐसे ट्रेसेज मिलते हैं ऐसे सबूत मिलते हैं कि इंडियन जो एसियन सोसाइटीज थी वो डेमोकरेटिक होती थी वो लोगतांतरिक होती थी ठीक है तो इं जो आज के समय में हम डेमोक्रासी जो जानते हैं ना, same form में मौजूद नहीं थी, same तरीका नहीं था, इस तरीके की डेमोक्रासी नहीं थी प्राचीन भारत में, ठीक है, तो कैसी डेमोक्रासी थी, one of the earliest forms of democratic governance in ancient India was the system of सभा and समीती, तो कैसी डेमोक्रासी होती थी, सभा के रू� सभा और समितीज में, which were assemblies of people who came together to discuss and make decisions on important issues affecting their community. क्या होता था इन सभा में और समितीज में? सारे लोग बैट करके निर्णय लेते थे, जो कि किस मुद्धों पर, जो सारी community के लिए, जो सारे समुदाय को effect करते हैं, ऐसे मुद्धों पर निर्णय लिये जाते थे, इन सभा और समीतीज में बैट करके, ठीक है, the सभा was council of elders, that was responsible for making decisions on behalf of the community, जो सभा होती थी, उसके members कौन होते थे, उसके members होते थे, जो elders होते थे, कि जिनके पास ज्यादा ज्ञान था जिनके पास ज्यादा तजुर्बा होता था एलडर्स बुढ़े ठीक है वह इस काउंसिल के मेंबर होते इस सभा के मेंबर होते थे ठीक है यह एक तरीके की काउंसिल होती थी और जो डिसिजेंस लेते हैं पूरे समुदाय के लिए जैसे कि आज भी हमारे हिंदू मैथोलोजी में और इंडियन सोसाइटी में यह परचलित है कि बड़े बुढ़ों की राय लेने चाहिए तो सेम टाइप का सिस्टम था कि बड़े बुढ़ों की यह असेंबली थी एलडर्स की असेंबली थी एलडर्स मींस एल्डर्स मतलब वो बिल्कुल लाथी पकड़के चलने वाले बूड़े नहीं जिनके पास चीजों को समझने का चीजों का जिसके पास नोलेज थी ज्यान था कि भाई अब सूखा पड़ गया है तो इस सूखे से कैसे निपटना है बार आ गई है तो इससे हमें कैसे निपट तो ओविसली जो पड़े बुड़े होंगे उन्होंने तो अपने जीवन में पहले भी बार देखी होंगी, उन्होंने तो पहले भी सुखा देखा होगा, तो उनके पार ज़्यादात तज़ूरबा रहेगा, तो ऐसे लोग फिर उससे related decisions हो लेते थे, कि भाई बार आती है, त अच्छा तो सभा में कौन होते थे जो सोसाइटी के जो कम्यूनिटी के एल्डर्स होते थे ठीक है जिनके पास नोलेज थी समीती में कौन होते थे तो समीती वाज आ लारजर कांसिल देट वाज बेड आप ओफ ऑल मेंबर्स ऑफ डस कम्यूनिटी एंड वाज रिस्पोंसिप सिर्फ एल्डर्स ही नहीं होते थे जिनके पास कोई विशेष ज्ञान हो सिर्फ वहीं नहीं होते थे सारे लोग इसका पाठ होते थे और किस से संबंधित निर्णय लेते थे यूद से संबंधित और शांती से संबंधित कि कोई दूसरी कम्यूनिटी हम पे अटेक कर रही है सिस्टम थे उस टाइम के गवर्नेंस के ठीक है दिस एसेंबली जो वह रियूजिएली मेड आप ओप मेंबर्स फ्रॉम डिफरेंट सोशल एंड इकोनोमिक बैकग्राउंड्स इंक्लूडिंग द रूलिंग क्लास मार्चेंट्स एंड पीजेंस और यह जो सभा नीति होती थी इनके जो मेंबर्स होते थे ना वह अलग-अलग सामाजिक और इकोनोमिक बैकग्राउंड्स वालों के होते थे पर एग्जांपल हो सकते वह रूलिंग क्लास में भी अगर हम एसियन टाइम की बात करें तो कभी ले होते थे ना कभी लेकर फिर सरदार होता था अ तो इसमें कौन हो गया कभीले का सरदार भी इसका मेंबर हो गया और मार्चन्स कौन होते थे जो वैपार करते थे वो भी और पीजन्स मतलब जो किसान थे उनको भी इसमें इन असेंबलीज में सामिल किया जाता था देसिजन्स मेड बाई दीज असेंबलीज वोर बेस्ट ओना कंसेंसस जो निर्ने लिये जाते थे वो किस आधार पर लिये जाते थे वो सबके सर्व सहमती से लिये जाते थे सहमती के आधार पर सारे निर्ने लिये जाते थे यानि कि जब सारे लोग निर्ने ले लेंगे, सबके सब सहमत हो जाएंगे, तभी उस पर कोई वो लोग अगे उस decision को follow करते थे, ठीक है, with each member having an equal say in the matter, हर किसी का मत का value बराबर थी, ऐसा नहीं था कि एक, मान लीजिए 5 लोगों के, उस टाइमें 100 लोगों का एक community है, उस टाइ तो यह सो लोगों का एक कभीला है तो सो लोगों में से मान लीजिए कि उस वह में जो निर्णय लेना है तो निर्णय में सब को उसमें जो है सो के सो लोगों को उसमें वोट करने का अधिकार था सो के सो लोग जब सहमती देंगे ना तब भी कोई निर्णय लिया जाएगा ठीक है अच्छा अनुवर्ड डेमोक्राटिक गवर्नेंस इन एसिएंट इंडिया वास्तव पंचायत सिस्टम और हम एक दूसरा जो सिस्टम देखते हैं लोकतांतर का वो पंचायत सिस्टम पर नाल या पंचायत परनाली के रूप में हम भरत में देखते हैं दा पंचायत वर विलेज लेवल इंस्टिडूशन रिस्पॉंसिबल फॉर रिजोल्विंग डिस्प्यूर्ट्स एं� और यह जो पंचायते थी वो ग्राम स्तरिय संस्थाय थी जो विवादों को सुलजाने और सामाजी कल्यान को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार थी इवन जो पंचायत सिस्टम था वो राजाओं के टाइम पे भी बहुत सारी जगों पे फोलो किया जाता था कि गाओं के जो लोग थे जो पंचायत पाँच लोगों को चुना जाता था और वो लोग छोटे छोटे जो गाओं के ही जो भी किसी भी छोटे जो मुद्दे होते थ विलेज के लोग ही पांच में बस को चुन थे पंचायत का मतलब होता है पांच लोगों का सम्हूं ठीक है तो पंच सरपंच पंच आज के टाइम में भी है यह इंडिया में सिस्टम तो उस टाइम में यह पांच में बस को चुन लेते थे जो उन पूरी की पंचायत सिस्टम वाज़ एस सिस्टम ओफ लोकल गवर्नेंस थे वाज़ बेस्ट ओन द प्रिंसिपल्स ऑफ कंसेंसस एंड म्यूचुअल एग्रीमेंट और यह पंचायत सिस्टम कैसा था यह ग्रामीन समाज का एक व्यवस्था का एक सिस्टम था व्यवस्था थी गवर्नि पंचायते विवादों को सुलधाती थी और समुद्याय के कल्यान से सम्बंधित सारे निर्ण लेने का काम करती थी ठीक है democracy was a political system in the Vedic period हम देखते हैं कि Vedic काल में भी लोगतंतर एक राजनितिक व्यस्था के रूप में परचलित थी जो की विच लास्टिड फ्रॉम राउंड 15 हंड्रड बीसी इटू फाइव अंडर बीसी जो यह वेदिक पीरियड हम कब तक देखते हैं 1500 इसापूर्व से लेकर के 500 इसापूर्व तक यानि कि 1500 से लेकर 500 इसापूर्व तक लोकतांत्रिक व्यवस्था ही नोन एड जन्ना एंड विच वर रूल्ड बाय आफ पांचिल ऑफ एल्डर्स नोन एड द सभा अ कि यह इस टाइम में क्या होता था इस अवधि के दौरान समाज को विभिन कुलों में और जनजातियों में विवाजित था उस नमः पर समाज हमारा ठीक है जिन्हें जन भी का जना भी कहा जाता था जन बोला जाता था ठीक है और इसमें यह है किसके द्वारा सासिस होते थे बुजर्गों की एक परिशत द्वारा जो जिसे हम सभा बोलते हैं जो हमने पढ़ाना कि कैसा फोन था कैसी फॉर्म ऑफ गवर्नेंस थी डेमोक्राटिक तो थी अ लेकिन वह डेमोक्राटिक व्यवस्था कैसी थी तो व्यवस्था में हमने पढ़ाना सबा और समीती जो थी तो यही समीती का बता रहे हैं कि यह समीती हम वैदी काल में भी पाते हैं कि वैदी काल में इस तरह की समीती हुआ करती थी ठीक है अब वैदी काल में इस तरह की समीती हुआ करती है और वैदी काल में इस तरह की समीती हुआ करती है शेंचुरी बीसी द प्रायर टू द बर्थ ओफ गोतम बुद्ध हम देखते हैं कि जब गोतम बुद्ध गोतम बुद्ध कौन थे जिन्होंने बोध धर्म की रचना की जिन्होंने बोध धर्म को अ हिंदू धर्म में से ही निकल करके आ जिसको बोध धर्म को जन्म दिया ठीक है उस टाइम में भी उनके वहां पर भी क्या थी इस तरह की कि हम रिपब्लिक्स यानि कि गनतंत्र और लोकतंत्र पर आधारित व्यवस्ताओं को हम पाते हैं ठीक है अ कि इन जो यह जो रिपुब्लिक्स थे यह जो गणराज्य थे उनको महाजनपद कहा जाता था और इन राज्यों में कुछ नाम जो है वैसाली जो कि आप कहां पर है भारत बिहार में है ठीक है वैसाली में और तक्षिला तक्षिला और वैसाली के आप लोगों ने नाम सुने होगे उनको हम वैसाली को हम पहला वर्ल्ड फर्स्ट रिपुब्लिक मानते हैं दुनिया का पहला गणराज्य अम्मानते हैं ठीक है अ कि अच्छा द कंसेप्ट ऑफ डेमोक्रेसी इन एसिंट इंडिया फर्थ इवोल्ड डूरिंग दम वोरिया पीड़ियर हमने अभी देखा कि वैदिक पीरियों में तो था ही वैदिक पीरियों के बाद हम क्या देखते हैं मोरिया के टाइम में भी यह जो है हम डेमोक्रेटिक रूल हम देखते हैं और टाइमिंग क्या है 322 इसापूरों से 185 इसापूरों ठीक है और यह period कब था जब असोक समराट असोक ने जो है असोका implemented policies aiming at promoting social welfare and public participation in governance जब असोक समराट बनते हैं तो उन्होंने इस तरह के का सिस्टम अपनाया जहां पर ऐसा क्यों अपनाया उन्होंने वो सामाजिक कल्यान करना चाहते थे और चाहते थे कि जनता भी गवर्नेंस में शासन विवस्था में शासन परनाली में प्रशासन परनाली में क्या करें अ� रेथर देन बर्थ ऑफ सोशल स्टेटस असोका ने जो सिस्टम बनाया था ना नागरिक प्रशासन का उसमें इसके जो ऑफिसर्स होते थे ना उनको कौन कैसे अपोइंट किया जाता था कैसे चुना जाता था मेरिट के आधार पर चुना जाता था ठीक है राजसंतर में क्या होता है मेरिट नहीं होता है जो राजा के रिस्तेदार वगैरह होते हैं वहीं इस परशासन को चलाते थे ठीक है लेकिन असोका ने एक डेमोक्रेटिक सिस्टम इस्टेबलिस किया जहां पर जो ग्रामिन परसासन लोगों को परसासन में भाग देने के लिए प्रोथाहित किया गया और उसके लिए क्या किया कि उनको ग्राम व्यस्था को बनाए रखने के लिए उनको अलग-अलग पद दिये गए ठीक है वो जो है मेरिट के अधार पर उनकी काबलियत के हिस धर्म से है धर्म तो विशेष में हिंदू था और भूद्धरंभी जैसे कि आ गया था तो अशोका नहीं बोध्धरंभ को सबसे ज्यादा परचलन में ले करते आया आई थे तो उस टाइम पर हम देखते हैं अशोका के टाइम पर भी हम बोध्धरंभ देखते हैं अशोका ऑल्सएप डाइस टैब्लिसमेंट ऑफ डेमोक्रेटिक इंस्टिटूशन इस अ जो असोक थे उन्होंने नगर परिस्टो और ग्राम परिस्टो जैसे लोकतांतरिक संस्ताओं की स्थापना को भी परोच्छाहन दिया और स्थानिये मामलों के परबंध के लिए भी इन संस्ताओं को इंडिपेंडेंस दी रिस्पोंसिबल बना दिया किसके लिए जो स्थानि टाउन काउंसिल्स विलेज काउंसिल्स उन्होंने टाउन काउंसिल्स बनाई विलेज काउंसिल्स बनाई और उनको काम दिए गए मैनेजिंग लोकल अफेयर्स जो लोकल के कि भाई ऐसा ना हो कि कोई व्यवस्था ले करके आनी है कुछ काम करना है तो आप सीधा राजा के प हावेवर इट इज इंपोर्टेंट टू नोट थे डिस सिस्टम्स ऑफ डेमोक्रेटिक गवर्नेंस वर लिमिटिड इन स्कॉप एंड नोट प्रोवाइड इक्वल रेप्रेजेंटेशन ऑफ ओल मेंबर्स ऑफ था सोसाइटी हला कि यहां पर यह बात ध्यान देने लोग देनी जरूरी है कि जो यह लोकतांतरिक साशन था इन प्रणानियों का दायरा सीमित था यानि कि पूरे भारत में जितने भी एंपायर्स होते थे ना सबके वहां पर ऐसा सिस्टम नहीं था भारत उस टाइम पर ऐसा कुछ इंडिय जस्ट जो ग्राफिकल एरिया था और छोटे-छोटे समराज्यों में बटा हुआ था जैसे ग्रीज में सिटी स्टेट्स होगा करते थे ऐसे ही इंडिया में अलग-अलग छोटे-छोटे राज्य रजवाड़ा हुआ करते थी ठीक है और इन इसमें भी और जो यह जिन राज्य रजवाड़ों में जिन समराज्य जिन इंपायर्स में लोकतांत्रिक व्यवस्था होती थी वहां पर भी निर्णय लेने की प्रकारी में पर पर नाली में सब लोग सामिल नहीं होते थे अ यानि कि decision making process में सब सामिल नहीं थे उधारन के लिए इसमें क्या है for example women and lower caste individuals were often excluded from these systems औरतों को और जो lower caste के जो लोग थे उनको decision making process में सामिल नहीं किया जाता था overall while ancient India had some forms of democratic governance it is important to recognize that the concept of democracy as we know it today was not fully developed during this time हाला कि हमें traces तो मिलते हैं, हमें पता तो चलता है कि कहीं कहीं पे ऐसा democratic सासन हुआ करता था, लेकिन आज की जो democratic व्यवस्था है वैसा नहीं था, उसका सवरूप जो है वो एकदम अलग था, ठीक है, अब हम देखते हैं, हमने अभी Asian time में देखा, Asian time से हम बढ़ते बढ़ते ह मध्य कालिन पीरिड में भी इंडिया वाज रूल बाई वैरियस एमपायर्स और किंग्डम्स हमने देखा कि बहुत सारे एमपायर्स और किंग्डम्स ने यहाँ पे रूल किया विद सम रूलर्स प्रमोटिंग डेमोकराटिक प्रिंसिपल्स सच अच्छा पार्टिसिपेशन फिर भी हम देखते हैं कि मध्यकालीन में बहुत सारे राजों ने बहुत सारे समराटों ने जो लोकतांत्रिक सिद्धान्त हैं उनको बढ़ावा दिया ठीक है हाला कि however the colonial period in India from the 18th century onwards saw a significant erosion of democratic institutions लेकिन मध्यकालीन के बाद में जब हम आदुनिक समय में देखते हैं या आदुनिक समय में भी जब बिर्टिसर्स यहां पर आ जाते हैं तो उस टाइम में हम देखते हैं कि यह डेमोक्राटिक संस्ताइन बिल्कुल खत्म हो गई सारा का सारा डिसिजन्स को लेता था बिर्टिसर्स लेता ले लेते थे इंडियन को सामिली नहीं करते हैं ठीक है फिर 1947 में जब आजाद होते हैं और नया हम अपना स्विधान बनाते हैं 1950 में तो हम एक संपर्भु समाजवादी धर्मिपिक और लोकतांत्रिक गणराजय के रूप में उपरते हैं यानि कि अ हर एक वेक्ति जो 18 साल का हो गया है चाहे वो मेल है या फीमेल है उसको वोट देने का अधिकार है या चाहे वो बुड़ा है उसको वोट देने का अधिकार है और इस तरीके से हम अपने representative चुनते हैं जो आगे जाकर के हमारे लिए decisions लेते हैं यानि कि कानून बनाते हैं ठीक ह 2 में आएगी ठीक है तो उसमें हम modern developments देखेंगे और अलग-अलग क्या-क्या systems है democracy के क्या-क्या उसके mechanisms है उनको उस वीडियो में समझेंगे तो पहले यह वीडियो आप देख लीजिए इसमें अगर कुछ भी समझ में नहीं आता है तो आप कमेंट करके पूछ सकते हो कि मैं यहाँ पे हमें समझ में नहीं आया मैं हर कमेंट का reply करती हूँ और जो भी वेपर के हम वीडियो बना रहे हैं जब आपके exam होंगे तो exam से पहले हम live class लेंगे और आपके जितने भी doubts होंगे paper से सम्बनित उन सब के बारे में आप लोग उस live class में पूछ सकते हो ठीक है तो अभी next video जल्दी ही आएगी जल्दी upload करूँगी तब तक आप ये वाली video को देख करके अच्छे से समझने की कोशिश करें