[संगीत] डियर स्टूडेंट्स वेलकम बैक यस दिस टाइम फॉर माय स्टूडेंट्स हु आर टेकिंग अप सिविल सर्विसेस एग्जाम वैसे मैंने यह मेंस के लिए बनाया आपको पता होगा पार्ट वन मैंने प्रीलिम्स के लिए बनाया है और मैं कोशिश करूंगा कि उस सीरीज को भी जारी रखें लेकिन आज हम कोशिश कर रहे हैं मेडन वीडियो है फर्स्ट वीडियो है सिविल सर्विसेस मेंस के जीएस टू पेपर के लिए अब आप पूछेंगे सर यह आप किनके लिए बना रहे हैं क्या जो अभी स्टूडेंट एक दो महीने में मेंस लिखेंगे 24 या 25 के वैसे मेरा इंटेंशन तो 25 के स्टूडेंट को हेल्प करने का है जो अभी शुरू कर रहे हैं अपने एग्जाम को जो मेरे साथ एक साल तक बने रहेंगे इस टाइप के वीडियो लेक्चर के पार्ट लेकिन फिर भी बाय नेचर ऑफ दिस वीडियो लेक्चर यह बिल्कुल यूजफुल होगा उनके लिए मेरे स्टूडेंट एंड तमाम स्टूडेंट जो हैं जो नहीं भी पॉल साइंस हेल्प कम्युनिटी के हैं लेकिन इस वीडियो को देख रहे हैं उनको यदि वह मेंस दे रहे हैं तो आप जब इस वीडियो को देखेंगे तब आपको समझ में आएगा इसमें क्या वैल्यू है और कैसे आपको यह फायदा हो सकता है बट आई मस्ट कांग्रेचुलेशन यू कि आप इस वीडियो को देखना शुरू कर चुके हैं इन फ्यू मिनट्स यू विल अंडरस्टैंड व्हाई तो आइए हम क्या इस परे डिस्कस करने वाले हैं इस फर्स्ट वीडियो में जिस सीरीज को मैं कोशिश करूंगा जारी रखने की इसमें हम जो जनरल स्टडीज टू पेपर है आपको पता है चार जनरल स्टडीज पेपर में से जीएस टू की पेपर य एसए को लगा दे तो पाच हो जाती है जीएस टू की पेपर है व्हिच परटेंस टू गवर्नेंस यहां पे लिखी हुई है गवर्नेंस कांस्टिट्यूशन पॉलिटी सोशल जस्टिस एंड इंटरनेशनल रिलेशन इन सब का मीनिंग आप अच्छी तरह समझते हैं इसके सिलेबस प भी चर्चा करेंगे इसके कैसे इसका जो पैटर्न है पेपर का वो क्या है क्या आपको डिमांड करता है और फिर इस वीडियो में हम लोग देखने की कोशिश करेंगे चार थीम और उसको कैसे क्वेश्चन में कन्वर्ट किया जा सकता है और कैसे उसके टेंप्लेट डेवलप किया की जा सकती है एक मैं टेंप्लेट आपको दे रहा हूं जिससे कि आप 200 एंड 250 वर्ड्स में उस आंसर को आसानी से लिख सकते हैं वन ऑफ द बेस्ट आंसर व्ट यू कैन राइट तो चलिए हम लोग शुरुआत करते हैं सिविल सर्विसेस मेंस जीएस टू पेपर गवर्नेंस कांस्टिट्यूशन पॉलिटी सोशल जस्टिस एंड आईआर उसके बारे में चार थीम को लेकर बिफोर दैट सिलेबस एंड एग्जाम पैटर्न व्हिच विल बी यूजफुल फॉर माय ऑल स्टूडेंट सी चाहे मास्टर्स में हो चाहे अंडर ग्रांड में आप इस वीडियो से फायदा उठा सकते हैं लेट अस बिगिन सबसे पहले देखिए सिलेबस मैं हमेशा कहता हूं कि शुरुआत जो है आपको सिलेबस से करनी चाहिए इसकी सिलेबस जो ऑथेंटिक है जो यूपीएससी के साइट से नोटिफिकेशन से ली गई है यह है मैं इसको पढ़ नहीं रहा हूं लेकिन इसमें चूंकि शुरू में कांस्टिट्यूशन और गवर्नेंस है तो बहुत सारे टॉपिक वो हैं जो किसी भी जगह आपको दिखेंगे इंडियन कांस्टिट्यूशन हिस्टोरिकल अंडरपिनिंग इवोल्यूशन कैसे होता है फीचर्स अमेंडमेंट एंड देन यूनियन एंड स्टेट के बारे में सेपरेशन ऑफ पावर है देन यह बहुत मजेदार है जिससे हमेशा क्वेश्चन पूछा जाता है कि इंडियन कांस्टिट्यूशन प्रोविजन के कंपेयर यूएसए से यूके से फ्रांस से की जाती है जो हमारे फॉर्म ऑफ गवर्नमेंट है या जो स्पीकर का रोल है या अपर हाउस का है लाइक दैट फेडरेलिज्म के जो फीचर्स है देन पार्लियामेंट एंड स्टेट लेजिसलेशन एज यूजुअल किसी भी एग्जाम में जो एग्जीक्यूटिव एंड जुडिशरी का रिलेशन है रिप्रेजेंटेशन ऑफ पीपल एक्ट प सीधा क्वेश्चन रहता है तो पूरा एक्ट आपको ठीक से पढ़ लेनी है एंड देन जो वेरियस कांस्टीट्यूशनल पोस्ट है पावर फंक्शनल जैसे फाइनेंस कमीशन है सीएजी है लाइक दैट इलेक्शन कमीशन उनकी क्या पावर रिस्पांसिबिलिटी फंक्शंस है स्टेट्यूटरी रेगुलेटरी एंड वेरियस कोजाई जुडिशल बॉडीज है जैसे नेशनल कमीशन फॉर वमन एंड एनएचआरसी एंड ल इसके बाद गवर्नमेंट पॉलिसी ए इंटरवेंशन फॉर डेवलपमेंट इन वेरियस सेक्टर्स क्या गवर्नमेंट ने किया है मान लीजिए एजुकेशन के फील्ड में हेल्थ केयर में ऑल एंड उससे जो इश्यूज आते हैं उसके प्रोग्राम के इंप्लीमेंटेशन में फेडरल स्ट्रक्चर के के चलते एंड अदर्स उसकी है द डेवलपमेंट प्रोसेस एंड डेवलपमेंट इंडस्ट्री द रोल ऑफ एनजीओ एसएचजी पे काफी क्वेश्चन रहता है सेल्फ हेल्प ग्रुप वन के लिए वेरियस ग्रुप्स एंड एसोसिएशन डोनर्स चैरिटीज इंस्टीट्यूशनल स्टेकहोल्डर जो डेवलपमेंट में जो स्टेकहोल्डर है तो ये डेवलपमेंटल स्टडी का पार्ट है है देन वेलफेयर स्कीम फॉर वल्नरेबल सेक्शन ऑफ द पॉपुलेशन बाय सेंटर एंड स्टेट इ द परफॉर्मेंस ऑफ दज स्कीम मैकेनिज्म ब्ला ब्ला इश्यूज रिलेटेड टू डेवलपमेंट एंड मैनेजमेंट ऑफ सोशल सेक्टर सर्विसेस रिलेटेड टू हेल्थ एजुकेशन ह्यूमन रिसोर्सेस इशू रिलेटिंग टू पॉवर्टी एंड हंगर इंपॉर्टेंट एस्पेक्ट ऑफ गवर्नेंस अभी आता है गुड गवर्नेंस ट्रांसपेरेंसी अकाउंटेबिलिटी ई गवर्नेंस एप्लीकेशन मॉडल सक्सेसेस लिमिटेशन एंड पोटेंशियल सिटीजन चार्टर ट्रांसपेरेंसी एंड अकाउंटेबिलिटी एंड इंस्टीट्यूशनल अदर मेजर्स ऑफ सिविल सर्विसेस इन डेमोक्रेसी इंडिया एंड इट्स नेबरिंग अब यहां से आईआर शुरू हो जाती है इंडिया एंड इट्स नेबरहुड रिलेशन जो हमारे जो पड़ोसी है उनके साथ रिलेशनशिप कैसा है साउथ एशिया में बाइटल ल रीजनल एंड ग्लोबल ग्रुपिंग्स में जो हम मेंबर हैं लाइक एसओ के ब्रिक्स के क्ड के एंड एग्रीमेंट्स इवॉल्विंग इंडिया और अफेक्टिंग इंडियाज इंटरेस्ट इफेक्ट ऑफ पॉलिसीज एंड पॉलिटिक्स ऑफ डेवलप्ड एंड डेवलपिंग कंट्रीज जो ग्लोबल नॉर्थ ग्लोबल साउथ ऑन इंडियाज इंटरेस्ट इंडियन ड पोरा जो है इस पर काफी क्वेश्चन रहते हैं एंड इंपॉर्टेंट इंटरनेशनल इंस्टिट्यूशन लाइक यूएन से लेके डब्ल्यूटीओ एंड वर्ल्ड बैंक आईएमएफ एंड ऑल एजेंसीज एंड फरा देयर स्ट्रक्चर मैंडेट क्या है और इंडिया का क्या उसमें रोल है सो आप देख सकते हैं कि यह सिलेबस बहुत ही कंप्रिहेंसिव है और सिलेबस से क्वेश्चन पूछे जाते हैं यह बात ध्यान रखिएगा आगे मैं आपको कुछ बताऊंगा अभी कैसे स्टैटिक को करंट से ये लिंक करते हैं अब आइए पेपर के पैटर्न टिप्स एंड स्ट्रेटेजी पर थोड़ी चर्चा करते हैं आपको 20 क्वेश्चन इसमें लिखने होते हैं सभी क्वेश्चन कंपलसरी है कोई चॉइस नहीं है तो 20 क्वेश्चन 3 घंटे में मतलब टू मेनी मैं ये कहूंगा पहला जो आपको समझना चाहिए कि आपसे बहुत ज्यादा क्वेश्चन लिखवाया जा रहा है तो इसका मतलब यह है जब क्वांटिटी ज्यादा होगी तो क्वालिटी क्या होगी कम हो जाएगी कोई भी सुपर ह्यूमन नहीं है कि आपको 20 टॉपिक्स दिया जाए इतने बड़े सिलेबस में और आपको कहा जाए लिखो और आप एक अच्छा आंसर लिखें तो मेरे अनुसार से आंसर बहुत ही एवरेज काइंड ऑफ आंसर होंगे जिनको 50 पर मार्क्स मिल भी रहे हैं उनके भी आंसर लगभग बस एप्रोक्सीमेट स्टैंडर्ड आंसर होंगे हो ही नहीं सकता बहुत ज्यादा अच्छा क्योंकि आपको सोचने के लिए वक्त ही नहीं है ऑन द फ्लाई आपको लिखना है 20 क्वेश्चंस जो क्वेश्चन नंबर वन टू 10 है 150 वर्ड लिमिट में लिखना है जो बहुत थोड़े से वर्ड है तो छोटा सा आंसर लिखना है और 10 से 20 तक थोड़े बड़े में लिखना है 250 वर्ड में वो भी बहुत ज्यादा नहीं है इन दोनों को यदि आप जोड़ दें तो आपको टोटल 4000 वर्ड लिखने पड़ते हैं तीन घंटे में जो कि एक एक सुपर ह्यूमन से एक्सपेक्ट किया जाता है नॉर्मली जो है 330 पौ घंटे चाहिए फिर आपको सोचना भी है इसका मतलब अगेन मैं कह रहा हूं कि यदि आप इस बात को समझ ले जो मैं कहना चाह रहा हूं कि आप इतने कम टाइम में इतना ज्यादा बहुत अच्छा आंसर नहीं लिख सकते क्योंकि आपको 20 थीम्स 20 टॉपिक प सोचना भी है लिखना भी है अपने थॉट को अरेंज करना भी है एक बार यदि आप इस बात को सम समझ गए तो आपका काम बहुत आसान हो जाता है क्योंकि आपको लगभग एप्रोक्सीमेट स्टैंडर्ड टू द पॉइंट लिखना है इधर उधर की बातें नहीं करनी है क्योंकि वर्ड लिमिट है ऑलमोस्ट ल क्वेश्चन मैंने जो मैंने करीब 20 20 इयर्स तो नहीं 15 इयर्स का लगभग क्वेश्चन मैंने देखा है एनालाइज किया है उसमें मैंने यह देखा है कि लगभग सभी क्वेश्चन जो एक साल में जो घटनाएं हो रही है इन फील्ड में मतलब गवर्नेंस में पॉलिटी में वेलफेयर इकोनॉमिक्स में डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स में और इंटर नेशनल पॉलिटिक्स में उसी से रिलेटेड रहते हैं कोई बाहर नहीं रहता लेकिन सीधा पूछने के बजाय जो है वो क्वेश्चन जो स्टैटिक इंफॉर्मेशन होते हैं उससे रिलेट कर देते हैं कैसे वो अभी मैं आपको चार क्वेश्चन हम डिस्कस करेंगे तो आपको समझ में आ जाएगा टिप्स एंड स्ट्रेटजी ये है कि जैसा मैंने पहले ही बताया कि 3.5 आवर्स मिनिमम चाहिए 4000 वर्ड लिखने के लिए चूंकि आपको उतना टाइम नहीं है इसलिए बहुत अच्छा आप वेल थॉट आंसर नहीं लिख सकते हैं ये आपके लिए बेनिफिशियल है इसका मतलब यह है कि मत सोचिए बहुत कि मैं कितना बढ़िया आंसर लिखूं आपका काम होना चाहिए आंसर लिख देना यदि 20 का 20 आपने लिख दिया और टू द पॉइंट लिख दिया जितनी बातें आपको याद है उस फैक्ट से रिलेटेड यदि उसको आपने उकेरना बन गया इसीलिए बेटर है कि टू द पॉइंट लिखिए स्टैंडर्ड लिखे एप्रोक्सीमेट आंसर लिखिए मैं हमेशा बताता हूं स्टैंडर्ड एप्रोक्सीमेट का मतलब ये होता है कि इधर-उधर की बातें मत लिखिए मतलब अपनी बात बहुत ज्यादा मत कहिए फैक्ट कहिए व्यू थोड़ा सा व्यू कहिए ज्यादा फैक्ट कहिए जो कि बहुत आसान है आपको याद रख कर के लिखना और एप्रोक्सीमेट आंसर का मतलब होता है कि जो थीम है उसके इर्दगिर्द आप घूम सकते हैं जरूरी नहीं है कि एकदम बुलस आई हिट करना है क्योंकि आपको इतना जल्दी-जल्दी में डिफरेंट डिफरेंट थीम्स लिखने हैं कोई भी सुपर ह्यूमन नहीं है कि वो एकदम पूरा उसके बारे में लिख सके वो आप आसपास लिख सकते हैं लेकिन स्टैंडर्ड लिखिए स्टैंडर्ड का मतलब है कि उसमें स्टैंडर्ड वर्ड स्टैंडर्ड फ्रेजस स्टैंडर्ड थॉट लिखिए जो कि एग्जामिनी को लगे कि आप बिल्कुल जो मेन स्ट्रीम है उस टाइप का आप पढ़ के और उसको लिख रहे हैं उस तरह के फ्रेजस आपको उसमें और वर्ड्स उसमें दिखने चाहिए टर्म्स दिखने चाहिए सो आफ्टर दिस चलिए अब मैं क्या कर रहा हूं ये देखिए मैं चार थीम इस पेपर में डिस्कस कर रहा हूं ऐसे यदि ये वीडियो आपको पसंद आया और आपने इसको लाइक किया और काफी लोगों ने देखा तो मैं कोशिश करूंगा कि साल भर इस तरह के पार्ट टू पार्ट थ्री कितने पार्ट ले आ पाते हैं ये तो देखते हैं तो उसमें हम लोग चार पांच थीम ले और उसको क्वेश्चन में मैं कन्वर्ट करूंगा जो मेरे अनुसार से क्वेश्चन बन सकते हैं और फिर उसका एक टेंप्लेट मैं लिख के दूंगा व आंसर नहीं दूंगा लेकिन आंसर टेंप्लेट होगी जो कि लगभग 200 वर्ड्स के आसपास तो होगी ही तो आप उसको 150 या 250 वर्ड में आराम से लिख सकते हैं और आपको एक ये क्यू भी है आपको सिखाता है कि इस तरीके से आप अपना नोट्स भी बना सकते हैं यदि आपने करीब 100 थीम पे इस टाइप का नोट बना लिया जो सिलेबस के हर पार्ट को कवर करता है तो बस उसको एक बार दो बार तीन बार आप एग्जाम के पहले और एग्जाम के टाइम में पांच छह बार रिवाइज कर लीजिए आपका जीएस टू पेपर बन जाएगा तो मैं आपको नोट मेकिंग भी बता रहा हूं कि इस तरीके से आप नोट बना सकते हैं चार नोट मैं आपके लिए आज बना रहा हूं चार थीम पे पहला थीम जो मैंने लिया है वह है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जो पूरे दुनिया को इसने हिला के रख दिया खास करके जेनरेटिव एआई उसकी प्रोस एंड कॉन्स पे हम लोग चर्चा करेंगे सेकंड थीम मैंने लिया है कांस्टिट्यूशन प्रोविजन फॉर स्पीकर एंड डिप्टी स्पीकर जो हाउस के होते हैं चाहे वो पार्लियामेंट के हो चाहे लेजिसलेटिव असेंबली के लेजिस्लेटिव काउंसिल के या राजसभा के उसके लिए क्यों इतनी हंकरिंग है क्यों इतनी मतलब आपाधापी है कि बिल्कुल कांस्टिट्यूशन कन्वेंशन कन्वेंशन और मोरालिटी सबको ताक पे रखने के लिए क्यों पार्टी रेडी है इस पे हम लोग करेंगे चर्चा राइट विंग जो है वो सर्ज हो रहा है यूरोप में अभी जो यूरोपियन इलेक्शन इलेक्शन यूरोपियन यूनियन के पार्लियामेंट का इलेक्शन हुआ है तो क्या इसका इंप्लीकेशन है दुनिया के लिए और इंडिया के लिए इस परे चर्चा करेंगे और इंडिया किस तरीके से एक टाइट रोप वक कर रहा है बैलेंसिंग एक्ट कर रहा है इसे नट करते हैं एक रस्सी पर चलके कि एक ही साथ जो है वह रीजनल सिक्योरिटी फोरम दो तरह के रीजनल सिक्योरिटी फोरम का मेंबर बन गया है एक तरफ एसओ और ब्रिक्स जो कि चाइना या रशिया के द्वारा लीड है किया जा रहा है और दूसरे तरफ जो है क्वाड और आईईट यट आईपीएफ जो कि यूएसए के द्वारा लीड किया जा रहा है ऐसे में जो है कैसे वह अपनी स्ट्रेटेजिक ऑटोनॉमी को बरकरार रख रहा है और स्ट्रेटेजिक चॉइस को वो एक तरह से बनाए रख रहा है कि कितनी टाइट रोप वॉकिंग है इस पर हम लोग चर्चा करेंगे और ये सब जो टॉपिक है आप समझ सकते हैं कि कितना इंपॉर्टेंट हो सकता है आपके रियल जो क्वेश्चन आएंगे हो सकता है इसमें से कोई क्वेश्चन आपको वहां दिखे भी चलिए अब शुरू करते हैं फर्स्ट थीम को मैंने क्वेश्चन में बदला है एआई आप सबको पता है आप लोगों ने शायद चैट जीपीटी यूज किया होगा जमना यूज किया होगा लामा तो अभी यहां पे है नहीं और कई आपने एआई के बारे में इतनी सारी बातें सुनी होगी मैं क्वेश्चन इसको फ्रेम ऐसे करा देखिए क्वेश्चन कैसे फ्रेम किया जाता है आप अपने से भी कर सकते हैं गेस करने के लिए कैपेबिलिटीज एंड पॉपुलर ऑफ द जेनरेटिव एआई वन ऑफ द टाइप ऑफ एआई हैज मेड इट द लेटेस्ट टेक्नोलॉजिकल रिवोल्यूशन स्वीपिंग अक्रॉस द वर्ल्ड एस द प्रोस एंड कॉन्स ऑफ द एआई आफ्टर ब्रिंगिंग आउट इट्स यूनिक फीचर्स एंड कैपेबिलिटीज ये क्वेश्चन है और आपको 250 वर्ड में मान लीजिए लिखना है अब मैंने एक टेंप्लेट आपको बना के दिया है टेंप्लेट में क्या है व्हाट एंड हाउ ऑफ एआई पहले तो एआई है क्या और यह कैसे कार्य करता है यह चलिए आपको लिखना भी चाहिए और समझना भी चाहिए एआई जो है वैसे ये बहुत नया नहीं है बहुत पुराना है इनफैक्ट हरबर्ट साइमन ने एआई पर बहुत काम किया था लेकिन नया क्या है वो है जनरेट एआई जनरेट एआई जिसमें कि जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम है वो ह्यूमन के लैंग्वेज को समझने लगता है जैसे आप बात करते हैं अलेक्सा से बात करते हैं या जो सीरी से बात करते हैं आप अपने कार में आजकल एआई है मैं अपने कार में भी बातें करता हूं तो वह पकड़ लेता है आपसे बातें कर सकता है आप पूछ सकते हो कि अभी इंडिया और की टी-20 मैच का स्कोर क्या हुआ तो आपकी वो लैंग्वेज को समझ जाता है चैट जीपीटी है जमुना है ये सब सब जो है जनरेट वे आए हैं मतलब आप बातचीत कीजिए और आपको वो हेल्प करेगा इसके पहले हम लोने चैट बोर्ड देखा था हर कस्टमर केयर पोर्टल चैट बोट लेके आते हैं वो भी एक तरह का जनरेट में आई है तो वो जो है उसके बारे में मैं ज्यादा बता रहा हूं एआई की अभी वही लेटेस्ट फॉर्म है तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जो है समझिए वोह है क्या उसको ह्यूज ह्यूज ह्यूज अमाउंट ऑफ डेटा से एक्सेस है मतलब उसकी यदि डटा सेंटर यदि आप देखेंगे तो देख के डर जाएंगे इतना ज्यादा सर्वर में डाटा है वहां पे कि आप डरावना है तो एक तो एआई की जो जो पिलर है वो है मैसिव अमाउंट ऑफ डेटा पहला दूसरा पिलर क्या है कि ये डेटा पर वो सोफिस्टिकेटेड एल्गोरिथम एक्ट करता है एल्गोरिथम मतलब आप कह सकते हैं कॉम्प्लेक्टेड को लर्न करता है पैटर्न ढूंढता है वो अभी की सबसे जो उन्नत हो सकती है सॉफ्टवेयर वो है या या प्रोग्राम है तो सोफिस्टिकेटेड एल्गोरिथम है और उस एल्गोरिथम में ऐसी-ऐसी चीजें हैं जैसे कि मशीन लर्निंग एल्गोरिथम है मशीन लर्निंग क्या होती है कि नॉर्मली कंप्यूटर ऐसे जो डिस्ट्रीब्यूटर डाटा होता है ना उसको नहीं समझ पाता है यदि आप उसको दे देंगे 2000 बच्चे का मैथमेटिक्स का नंबर और फिर ऐसे 50 स्कूल के हर क्लास के स्टूडेंट का मैथमेटिक्स का डाटा उसको ऐसे ही दे देंगे रॉ डाटा तो कुछ नहीं समझ पाएगा लेकिन यदि उसके पास मशीन लर्निंग एल्गोरिथम है तो उस डाटा को सीधा वो जो है समझ सकता है उसका पैटर्न निकाल सकता है और व प्रिडिक्ट भी कर सकता है कि आगे आने वाले समय में इस स्कूल के बच्चे कैसा मैथ में परफॉर्म करेंगे तो इस तरह की सोफिस्टिकेटेड एल्गोरिथम है जिससे कि वो इस डाटा पे प्ले करता है सोचिए क्या कैपेबिलिटी है देन इसके पास में डीप लर्निंग एक टेक्नोलॉजी होती है जिसको कि न्यूरल नेटवर्क कहते हैं अब यहां डिस्कस तो टोटल डिटेल में कर ही नहीं सकते हैं लेकिन इसने ह्यूमन के ब्रेन से लिया जैसे ह्यूमन ब्रेन एक्ट करता है उस टाइप से जो एआई जो है उसकी जो डीप लर्निंग ऐसी होती है कि डेटा लेबल्ड होता है और एक ही साथ वो कई लेयर्स ऑफ डटा पे जो है वो एक्ट करता है और लर्न करके जो है उसके पैटर्न को ढूंढने की कोशिश करता है न्यूरल नेटवर्क के जैसा इसके अलावा इसमें पैरेलल प्रोसेसिंग होती है मतलब ऐसे नहीं कि एक प्रोसेसिंग हुई डाटा पे फिर दूसरा एक ही साथ वो हजारों लाखों प्रोसेसिंग एक साथ कर सकता है इसके अलावा उसमें कंप्यूटर विजन की कैपेबिलिटी दी गई है जिसमें कि वह इमेज को सीधा देख करके उस इमेज को समझ सकता है कि वह क्या बताने की कोशिश कर रहा है ये एक कैपेबिलिटी है इसके अलावा इसमें फीडबैक लूप है जो उसको एक्सपीरियंस और लर्न ंग देती है अपने को इंप्रूव करने की क्षमता देती है मतलब जब यह आउटपुट निकालता है अपना मान लीजिए कोई प्रिडिक्ट करता है या कुछ भी तो फिर वो इनपुट में जाता है और उससे व फाइन ट्यून करता है अपने आगे के एक्शंस को इसके अलावा इसमें जो है डिसीजन लेने की क्षमता डेवलप की गई है और प्रिडिक्टिव कैपेबिलिटी यह प्रिडिक्ट भी कर सकता है और अपने आप डिसीजन ले सकता है नॉर्मल जो कंप्यूटर सॉफ्टवेयर होते हैं वो डिसीजन नहीं ले सकते हैं जो प्रोग्राम में लिखा होगा लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इस तरह से बनाया जाता है कि इन सब कैपेबिलिटी के बेसिस वो खुद निर्णय ले सके जैसे यदि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से युक्त कोई कार है तो वह खुद डिसाइड कर सकती है कि कब उसको रुकना है दाए मुड़ना है बाय मुड़ना है कहां ट्रैफिक है कहां पे एक्सीडेंट हो सकता है एंड प्रिडिक्ट प्रेक्ट प्रिडिक्टिव कैपेबिलिटी में वो कार यदि एग्जांपल ले तो वो प्रिडिक्ट कर सकती है कि आगे आने वाले समय में कितना ट्रैफिक होगा और किस स्पीड से हमें आगे बढ़ना चाहिए किस रूट से जाना चाहिए एंड इन सब के ऊपर जो है ह्यूज अमाउंट ऑफ ट्रेनिंग एंड लर्निंग है जहां इसको सिखाया जाता है कि कैसे डाटा पे आप जो है एल्गोरिथम चलाओगे कैसे डीप लर्निंग करोगे कैसे कंप्यूटर विजन डेवलप करोगे कैसे फीडबैक लूप यूज करोगे और इसको महीनों सालो ट्रेन करके तब जो है आपको यह दिया जाता है जब आप भी उस परे एक्ट करते हो तो लगातार वह अपने को इंप्रूव करता जाता है आप देखोगे यदि आप चैट जीपीटी के साथ लगातार कन्वर्सेशन कर रहे हो धीरे-धीरे वो आपकी बातें अधिक से अधिक समझने लगता है और अधिक इंटेलिजेंट वे में आपको हेल्प करता है दिस इज हाउ एंड व्हाट ऑफ एआई क्या है यह आपको मैं मैंने समझाने के लिए किया इतना ज्यादा आपको लिखने की जरूरत नहीं है अब देखिए यूनिक फीचर एंड कैपेबिलिटी जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की है जैसा मैंने बताया सबसे इंपॉर्टेंट है मशीन लर्निंग मतलब ये इट इज एबल टू एनालाइज अनस्ट्रक्चर्ड डाटा मैंने आपको एग्जांपल दिया जो कि कोई कंप्यूटर नॉर्मल नहीं कर पाता है पैटर्न को रिकॉग्नाइज कर सकता है प्रिडिक्ट कर सकता है यह नेचुरल ह्यूमन के जो लैंग्वेज है उसको समझ कर के प्रोसेसिंग कर सकता है इसके पास कंप्यूटर विजन है मतलब कि जो विजुअल्स है उसको देख के इमेज भी उसको प्रोसेस करके समझ सकता है इसके अलावा वह कंटीन्यूअसली ये लर्न कर सकता है इंप्रूव कर सकता है जो रूसो ने कहा था कि इसमें ह्यूमन के जैसा परफेक्ट एबिलिटी है कितनी भी अपने को परफेक्ट बना सकता है इसके अलावा यह कॉम्प्लेक्शन है ये एकदम बिल्कुल पर्सनलाइज कर सकता है अभी देखिए क्या होता है जब हम डॉक्टर के पास जाते हैं तो डॉक्टर हमें इन जनरल जो लोगों के शरीर पर जो चीजें दवाई काम करती है हमारी बीमारी को सुन कर के वो देता है लेकिन यदि एआई का यूज दिया जाए तो वो हमारे पूरे जेनेटिक मेकअप को देख के हमारे बॉडी का बायोलॉजिकल जो यूनिक होता है कॉमिनेशन उसको देख के हमारे हार्मोन के स्टेटस को देख के और हमारे पूरे मेडिकल हिस्ट्री को एनालाइज करके हमें यूनिक वे में ट्रीटमेंट दे सकता है दैट इज ओनली पॉसिबल हियर सेम वे में देखिए यदि मान लीजिए मैं आपको पढ़ाता हूं 100 बच्चों को 50 बच्चों को या 1000 बच्चों को तो मैं एक जनरल बातें बोलता हूं जो सभी बच्चों के लिए बोलता हूं क्योंकि मैं आपको नहीं जानता यदि पर्सनलाइज एआई के थ्रू यदि लर्निंग की जाए तो वो आप आपके पूरे बचपन से लेकर अभी तक के पूरे स्टडीज और आपका जो एपिस्टम जिकल स्टेटस है लर्निंग कैपेबिलिटी है कॉग्निशन है वो सब कु समझ कर के आपको पर्सनलाइज आपके पेस से जो है वो ज्ञान देने की कोशिश कर सकते हैं जस पॉसिबल सो पर्सनलाइजेशन जो है वो इसकी बहुत बड़ी फीचर है ये स्केलेबल है किसी भी लिमिट तक आप इसको स्केल कर सकते हैं पूरी दुनिया के प्रॉब्लम को भी इसमें फीड कर सकते हैं इसको ऑटोनॉमी एजेंसी एक मात्र ऐसी मशीन है जिसकी अपनी एजेंसी जिसमें डिसीजनल कैपेबिलिटी और परफेक्ट बिलिटी है ह्यूमन के जैसा सोचने की क्षमता है और डिसीजन लेने की और ऑटोनोमस है और यह एडेप्टेबल है सिचुएशन के अनुसार अपने को चेंज कर सकता है परिस्थिति के अनुसार बदल सकता है तो आप सोच सकते हैं कि एआई और एआई सिस्टम में क्या ह्यूज कैपेबिलिटी है और क्यों इसका इतना जो है य अभी इसकी चर्चा हो रही है लेकिन यदि इसके हम प्रॉस एंड कॉन्स को देखें तो आपको कुछ समझ में आएगा कि इसकी प्रॉब्लम भी कुछ है चलिए सबसे पहले अच्छाई देखते हैं अभी तक तो अच्छाई दे ही रहे हैं इट कैन प्रोपेल क्रिएटिविटी एंड इनोवेशन साइंटिफिक रिसर्च एंड डिस्कवरी उसका कोई अंदाज भी नहीं है किस लेवल तक जा सकता है हेल्थ केयर में लोग कहते हैं कि इसमें रिवोल्यूशन आ सकता है बीमारी को डायग्नोज करने में नए-नए ड्रग की डिस्कवरी में लाइक कैंसर एंड अदर्स जो है और पर्सनलाइज मेडिसिन जैसा अभी आपने हमने अभी आपको बताया क्लाइमेट चेंज में यह इतना ह्यूज जो क्लाइमेट की डाटा है उसको वह पैटर्न समझ सकता है टेंपरेचर की एंड डिफरेंट कैलेमिटीज की उसके बेसिस पर वह प्रिवेंट एक्शन जो है आपको बता सकता है रीजन वाइज बता सकता है इसके अलावा यदि क्लाइमेट चेंज हो ही जाए तो व एडाप्टिव स्ट्रेटजी भी डिवाइस कर सकता है कैसे आप क्लाइमेट चेंज के साथ जिंदा रहे ट्रांसपोर्ट में तो आप देखिए ड्राइवरलेस व्हीकल है या ड्रोन है या रूट एंड ट्रैफिक प्लानिंग है इसपे तो ह्यूज अमाउंट ऑफ एआई सिस्टम्स आर वर्किंग फाइनेंस में एआई सिस्टम वर्क हो रहा है एल्गोरिथमिक ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट डिसीजन में और मेनी में प्रिडिक्ट करने में भी फाइनेंसियल हेल्थ किसी कंपनी का किसी सिस्टम का किसी नेशन का इसके अलावा यह काफी एफिशिएंसी को ह्यूमन एफिशिएंसी और प्रोडक्टिविटी को बढ़ा देता है क्योंकि यह बहुत सारे जो रूटीन काम है उसको ऑटोमेट कर देता है उसमें आदमी की जरूरत नहीं पड़ती है ऑफकोर्स इसका एक दूसरा कॉन भी है जो एंप्लॉयमेंट को लेके है लेकिन फिर भी जो है सिस्टम और कंपनी की प्रोडक्टिविटी कई गुना इससे ज्यादा बढ़ जाती है क्योंकि यह डिसीजनल कैपेबिलिटी भी मैनेजर की बढ़ाता है मैनेजर इसका यूज कर सकता है अपने बांडेड राशनलिटी को बढ़ाने में उसको और कंप्रिहेंसिव राशनलिटी बना ने में इसके अलावा पर्सनलाइज डिजिटल एक्सपीरियंस जो मैंने आपको कहा कि आप यदि डिजिटल वे में लर्न कर रहे हैं तो आपको यह पर्सनलाइज लर्निंग एक्सपीरियंस दे सकता है कोई भी जो है पर्सनलाइज आप किस टाइप का मूवी पसंद करते हैं आप किस टाइप का डिजिटल वीडियो कंज्यूम करते हैं कैसा ऑडियो करते हैं सभी कुछ पर्सनलाइज य आपके लिए ला सकता है आपने देखा भी होगा एआई यूज होती है खतरनाक जो ऑपरेशंस है जहां पर कि ह्यूमन को भेजना बहुत अच्छा नहीं है डेंजरस है वहां पर जो है यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम से जो गाइडेड ड्रोन हैं वो बॉम को डिस्पोज कर सकते हैं डीप सी एक्सप्लोरेशन या ओपन स्काई में जैसे य हम भेजते हैं उसमें भी वह हेल्प कर सकते हैं इसके अलावा आप देख सकते हैं कि कई तरह के एक्सेसिबिलिटी जैसे कि अभी एक हो रहा है कि कोई जो है मान लीजिए कि इसका शरीर को लकवा मार गया है लेकिन ब्रेन तो बहुत ही अच्छा काम करता है अधिकतर लोगों का ऐसा ही होता है उनको केवल शरीर से प्रॉब्लम होती है ऐसे में जो है यदि उनके ब्रेन को कंप्यूटर सीधा रीड कर ले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम से और ऐसा किया जा रहा है ब्रेन कंप्यूटर कम्युनिकेशन तो वैसे में क्या है कि शरीर में मान ली किसी का नहीं हिल रहा है लेकिन वह ब्रेन से डायरेक्शन दे रहा है कंप्यूटर को और कंप्यूटर इंटर्न जो है मशीन चला रहा है वह मूवमेंट हो रही है उससे उससे सब कुछ हो रहा है तो समझिए व आदमी को फील होगा कि उसके हाथ पां सब चल रहे हैं इस टाइप की चीजें जो हैं तो इससे पॉजिटिव लिबर्टी सूची कितनी बढ़ जाएगी इवन जो आदमी का शरीर नहीं काम कर रहा है लेकिन वोह भी जो है एक्टिव लाइफ लीड कर सकता है इतनी बड़ाइयो के बाद इसकी जो बुराइयां देखिए क्या है इसका सबसे बुराई है एथिकल कंसर्न है इसमें फेयरनेस ट्रांसपेरेंसी एंड अकाउंटेबिलिटी की बहुत बड़ी इशू है जॉब डिस्प्लेसमेंट तो इतना बड़ा है क्योंकि ये कई काम को ऑटोमेट कर रहा है अभी जो आईटी के भी इंजीनियर को जॉब नहीं मिल रहे उसका बहुत बड़ा कारण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ऐसा भाव है जिसके थ्रू की आईटी सेक्टर में जॉब जॉब बहुत कम हो गए हैं बाय जॉब मतलब डिस्प्लेसमेंट हुआ अब आपको ना जेनरेटिव एआई को एक्सप्लोइट करने वाली नॉलेज चाहिए ना कि वो नॉलेज जो कि जेनरेटिव एआई खुद ही कर रहा है रिपीटिटिवली करता है और जिस तरह का एल्गोरिथम बनाया जाता है वो डेवलप्ड कंट्री के नजरिए से बनाया जा सकता है जो बायड हो सकता है और वो डिस्क्रिमिनेट कर सकते हैं किसी पर्टिकुलर रेस कल्चर सिविलाइजेशन या पर्टिकुलर रीजन को थर्ड वर्ल्ड को और और यह उस बायस एंड डिस्क्रिमिनेशन को और कई गुना बढ़ा देगा क्योंकि इसके पास तो वही डाटा है वही एल्गोरिथम है आप इससे कुछ भी पूछोगे तो आपको वही नॉलेज देगा जो इसके लिए ट्रेन किया गया है जो नॉलेज बायस और डिस्क्रिमिनेशन से बड़ा हुआ हो सकता है इट कैन परपे चुएट स्टीरियो टाइप और एमप्लीफाई एसिस्टिंग सोशल इक्वलिटी क्योंकि ये जो अभी की जो स्टीरियोटाइप है वुमेन के बारे में नीग्रोस ब्लैक एंड अदर्स वो सब जो है उसके डेटा में भड़े हुए हैं और वो एल्गोरिथम के थ्रू उसी को ये एमप्लीफाई करेगा तो एक तरह से और उस सोशल इक्वलिटी और स्टीरियो टाइप को बढ़ा सकता है इसके अलावा इसका यूज जो है वो माल प्रैक्टिस के लिए जो अनस्क्रिप्टेड कि कोई दूसरा आपको ठग रहा है फिशिंग इससे काफी हो रही है मतलब कि आपका यूजर आईडी पासवर्ड ये सब जो है उसको चुरा लेना एंड ऑल तो साइबर सिक्योरिटी थ्रेट कई गुना बढ़ गए हैं जेनरेटिव एआई के मिसयूज से इसके अलावा जो एक है कि इतना ज्यादा बड़ा डेटा सेंटर होता है इतनी उसमें हीट निकलती है इतना उसमें एनर्जी लगती है कि इसमें जो फॉसिल फ्यूल है सोचिए कितना ह्यूज इसमें बर्न कर रहा है कई लोग तो कहते हैं कि क्लाइमेट चेंज को बढ़ाने में जो है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के डेटा सेंटर और जो हार्डवेयर है जो चिप्स है उसका बहुत बड़ा योगदान है तो यह भी एनर्जी क्राइसिस भी इससे आ सकती है यह सारे इसके कॉन्स है अब आप डियर स्टूडेंट समझ गए होंगे मैंने बहुत डिटेल में बताया है यदि इतनी नॉलेज आपको किसी एक थीम प हो तो आपको 200 वर्ड 150 वर्ड लिखना कौन सी बड़ी बात है और आपको इसी तरह की नॉलेज हर थीम प लेनी है एटलीस्ट 100 थीम प एक साल में यदि आप तैयारी कर लेते हैं तो आप मान सकते हैं कि आपको लगभग 152 उसी से आएंगे यदि आपने सिलेबस कवर कर लिया है तो अब आइए हम दूसरे थीम पर चलते हैं क्वेश्चन में कन्वर्ट करते हैं अब ये हम इंटरनेशनल पॉलिटिक्स से डोमेस्टिक पॉलिटिक्स प आते हैं अभी हम लोगों ने देखा कि पार्लियामेंट में कैसी इस पे बहस हुई कि डिप्टी स्पीकर जो है हमें दे दीजिए विरोधी दल कह रहा है विपक्षी दल और उसको सरकार उसको अवॉइड कर रही है उसमें परंपरा का हवाला दिया जा रहा है और स्पीकर बनने के लिए कितनी जद्दोजहद हो रही है कैसे हेल बेल्ट अपऑन है तो मैं क्वेश्चन बना रहा हूं कि ऑफ लेट ऑल द रूलिंग पॉलिटिकल पार्टी इन बोथ नेशनल एंड स्टेट पॉलिटिक्स आर वेरी पर्टिकुलर ऑन हैविंग देयर ओन पार्टी मेंबर इलेक्टेड एज स्पीकर एंड डिप्टी स्पीकर एक्सप्लेन द रीजन बिहाइंड दिस फिनोमिना क्यों ऐसा है इन द लाइट ऑफ कांस्टीट्यूशनल प्रोविजंस कन्वेंशन एंड रिसेंट कोर्ट जजमेंट इसी टाइप के क्वेश्चन आपको बनाए जाएंगे अब इस पर देखिए मैं इसको चार पार्ट में बांटता हूं फैक्ट्स व्यूज कांस्टिट्यूशन मोरालिटी कन्वेंशन एंड एससी केसेस एंड ऑर्डर्स फैक्ट क्या है इसमें कोई व्यू नहीं है स्पीकर एंजॉय वाइड रेंजिन एंड वाइटल पावर्स टू रन हाउसेस वो मास्टर ऑफ द हाउस है समझिए वो बॉस है हाउस का हाउस जब मैं कहता हूं तो पार्लियामेंट हो चाहे स्टेट लेजिसलेशन हो लेजिसलेटिव बिजनेसेस उसके इशारे पर होता है कौन कितना देर बोलेगा कौन हाथ उठाएगा वाइस बोर्ड से हो रहा है किसको एक्सपेल कर दिया जाएगा कितना टा टाइम लोकेट होगा सब कुछ स्पीकर डिसाइड करता है एंड फेट ऑफ द हाउस मेंबर भी हम लोग ने देखा कैसे जो है हाउस के मेंबर को सस्पेंड किया जाता है बाहर निकाला जाता है इनफैक्ट उसको एक्सपेल कर दिया जाता है यह सब जो है डिसक्वालीफाई किया जाता है सबका भाग्य निर्मा विधाता जो है हाउस के मेंबर का स्पीकर बन जाते हैं आर्टिकल 1022 पार्लियामेंट के लिए 191 स्टेट लेजिसलेशन के लिए और 10थ शेड्यूल जो है स्पीकर को अधिकार देता है डिसक्वालीफाई करने का मेंबर ऑन ग्राउंड ऑफ डिफेक्शन और तब से तो समझिए स्पीकर की पावर कई गुना बढ़ गई है क्योंकि अब जो है दलबदल के कानून के तहत वह मेंबर को डिसक्वालीफाई कर सकता है इन आर्टिकल के थ्रू आर्टिकल 109 और 199 199 स्टेट लेजिसलेशन में 109 पार्लियामेंट में स्पीकर को अधिकार देता है कि वो डिक्लेयर कर सकता है किसी भी बिल को कि वो मनी बिल है केवल स्पीकर को ही अधिकार है और एक बार ऐसा हो जाने से वह बिल फटाफट जो है पास हो जाता है इसको भी बहुत बड़ा पावर माना जाता है आर्टिकल 100 और 189 जो है वो स्पीकर को कास्टिंग वोट का ऑप्शन देता है यदि मान लीजिए किसी इशू पे मसले पे दोनों पक्ष पक्ष और विपक्ष जो है बराबर हो जाए तो तराजू के पलड़े को एक तरफ झुकाने की क्षमता केवल स्पीकर का कास्टिंग वोट रखता है एक वोट से मामला इधर से उधर हो जाएगा तो आप समझिए इसको कांस्टिट्यूशन में कितना अधिकार दिया गया है अब मेरी यह व्यूज है आपको अपना व्यूज भी रखना है सिविल सर्विसेस मेंस एग्जाम में ऑलवेज समझिए इन व्यू ऑफ द कांस्टीट्यूशनलिज्म कांस्टीट्यूशनल नॉट कंटम कांस्टिट्यूशन प्रोविजंस एंड लेजिसलेटिव प्रैक्टिसेस नॉट ओनली प्रोविजन लेकिन जिस तरीके से व फाइना इट बन आउट हुई है लेजिसलेटिव प्रैक्टिसेस में स्पीकर आर द फाइनल आर्बिटर ऑफ द हाउस वो बॉस है उसके ऊपर कोई नहीं है दे आर द रेफरी और अंपायर ये जो लेजिसलेटिव पॉलिसी या पॉलिटी का जो गेम है संसद या राज्यसभा कहिए चाहे स्टेट ले उसकी जो गेम है उसका वह अंपायर या रेफरी वही है इसका जो डिसीजन होता है वो डिटरमिन करता है फेट ऑफ द पॉलिटिकल पार्टीज आपने देखा महाराष्ट्र में क्या हुआ पार्टी पूरी बिखर सकती है यदि स्पीकर आपके अगेंस्ट हो फेट ऑफ द पॉलिटिकल पार्टीज एंड मेंबर्स इन लेजिसलेट अना हमने देखा कि मेंबर्स को कैसे जो है बाहर निकाला जा सकता है सस्पेंड डिसक्वालीफाई किया जा सकता है सब स्पीकर के हाथ में है तो यह सुपर पावरफुल यह ऑफिस बन गया है इंडियन पॉलिटी में अब यहां पर आइए कांस्टीट्यूशनल मोरालिटी और कन्वेंशन की बात करें कांस्टीट्यूशनल मोरालिटी क्या कहता है जिसको अंबेदकर कहते थे कि कन्वेंशनल मोरालिटी से भी हाई रखना चाहिए कांस्टिट्यूशन मोरालिटी कहता है कि इस स्पीकर चूंकि रेफरी है एंपायर है पॉलिटी का उसको किसी पार्टी पॉलिटिक्स में नहीं पढ़ना है वो होता इनिशियली किसी पार्टी का मेंबर लेकिन द मोमेंट वो चुना जाता है स्पीकर उसको समझिए पार्टी छोड़ देनी चाहिए पार्टी के बारे में सोचना ही नहीं चाहिए वो पार्टी से ऊपर उठ जाना चाहिए पार्टिजन पॉलिटिक्स से ऊपर उठ जाना चाहिए और टोटली न्यूट्रल होना चाहिए ये मोरालिटी कहती है इंग्लैंड में एक कन्वेंशन है कि वंस ए स्पीकर ऑलवेज ए स्पीकर इसका मतलब यह होता है कि वहां पर स्पीकर इतने इंपार्शियल होते हैं कि सत्ता और विरोधी पक्ष दोनों कहते हैं कि भाई आप यदि चुनाव जीतते हैं तो आपको फिर से स्पीकर हम बनाएंगे हम कभी आपके अगेंस्ट में उमीदवार खड़ा करेंगे नहीं क्योंकि आप तो इतने निष्पक्ष हो हमें क्या प्रॉब्लम है दूसरे को क्यों जब तक आप हो तब तक आप ही रहो इन फैक्ट एज ए कन्वेंशन इंग्लैंड में स्पीकर जिस चुनाव क्षेत्र में खड़ा होता है कोई भी दल उसके अगेंस्ट में कोई कैंडिडेट नहीं उतारती इतनी इज्जत उनको दी जाती है क्योंकि वो पार्टिजन पॉलिटिक्स से ऊपर रखते हैं अपने को लेकिन इंडिया में अच्छा इंडिया में कुछ जो कन्वेंशन बहुत थोड़े से बने हैं इंग्लैंड से लिए हैं उसमें से एक कन्वेंशन पार्लियामेंट में बना है नॉट इन स्टेट लेजिसलेशन वो भी कोलिशन पॉलिटिक्स के दौर में 90 से शुरू हुआ कि डिप्टी स्पीकर का पद जो है जनरली सत्ता पक्ष जो है वो मेंबर ऑफ अपोजिशन पार्टी को दे देती है लेकिन अभी पिछले 10 सालों में इस परंपरा को भी नहीं माना और इस बार भी इसी को लेकर जद्दोजहद चल रही है यह तो कांस्टीट्यूशनल मोरालिटी एंड कन्वेंशन हो गए अब आइए कि सुप्रीम कोर्ट के केसेस एंड ऑर्डर्स क्या है बहुत समय तक तो यह रहा कि स्पीकर के जो यह पावर है जो यहां पर दिए गए हैं वह जुडिशियस स्क्रूटनी से बाहर है लेकिन कई कोर्ट डिसीजन में सुप्रीम कोर्ट ने यह कहा नो जब स्पीकर डिस क्वालिफिकेशन का डिसीजन लेता है तो एक कोर्ट की तरह होता है ल की तरह होता है और उसके सारे डिसीजन को हम स्क्रूटनी कर सकते हैं जुडिशियस समय से आप देखेंगे कि स्पीकर के किसी भी निर्णय को सुप्रीम कोर्ट सब में चुनौती दी जाती है और कई बार उस निर्णय को पलटा गया है उसमें जो बहुत फेमस केसेस हैं वसर बोमई केस है 1994 का जिसमें कि बहुत कुछ था सेंटल स्टेट रिलेशन से लेकर फेडर लेकिन यह भी मुद्दा आया था खी तो हलन एंड मैं तो प्रोनाउंस भी नहीं कर रहा हूं ज चुलू एंड अदर्स पढ़ लीजिएगा इसमें किस तरीके से कोर्ट ने कहा मैंने केवल यहां नाम दिया या जिसे कि आप नेट प जाक पढ़ पाए रवि एस नायक वर्सेस यूनियन ऑफ इंडिया ओम प्रकाश चौटाला वर्सेस कुवर भान नवम रेब वर्सेस डिप्टी स्पीकर और शिवसेना स्प्लिट केस जो अभी हाल में हुआ इन सब में सुप्रीम को कोर्ट ने डिक्लेयर किया कि हम जुडिशियस रिव्यू करेंगे उन्होंने यह भी कहा कि कई जगह पे स्पीकर बिल्कुल पक्षपात और पार्टिजन पॉलिटिक्स करते हैं जिसके चलते कि वो निष्पक्ष नहीं रह जाते हैं और जिसके चलते कि पॉलिटिक्स में एक तरह का हनन होता है पॉलिटिकल मोरालिटी का हनन होता है और पॉलिटिक्स गंदा होता है तो इस पूरे को आप समझ गए होंगे कि यह पूरा मसला क्या है और क्यों पॉलिटिकल पार्टी जो है वो अपना एंपायर रखने के लिए हेल्प एट है इस परे मैं क्रिकेट से हमेशा लॉगी करता हूं एक समय में जब इंडिया खेलने जाती थी पाकिस्तान तो पाकिस्तान के जो एंपायर होते थे समझ लीजिए कि वह पार्टिजन स्पीकर हैं तो वह इतने पक्षपाती होते थे कि बॉल जो है गावस्कर और उस समय बैंग सरकर ऐसे जो प्लेयर खेलते होंगे उनके पैर पे लगी नहीं क् एंपायर पहले से उंगली उठा के खड़े रहते थे पाकिस्तान के तो उस समय में हंसी में लोग कहते थे कि यह बेचारे लोग अपने पैर को ही छिपाने में लगे रहते हैं इसलिए आउट हो जाते हैं उस समय में ऐसे पार्टिजन एंपायर होते थे बाद में वर्ल्ड क्रिकेट ने न्यूट्रल एंपायर रखना शुरू किया और उससे समझिए कितनी फर्क पड़ी आज के समय में एंपायर कितने न्यूट्रल आपने कोई कंट्रोवर्सी नहीं सुनी होगी कि एंपायर पक्षपाती है तो क्या इससे क्यों नहीं मिलता कि हमें न्यूट्रल स्पीकर जो है लाना चाहिए किसी और सिस्टम से लाइक सुप्रीम कोर्ट जो है एक न्यूट्रल स्पी स्पीकर ऊपर से लाके बिठा दे फूड फॉर थॉट अब आइए तीसरे क्वेश्चन में हम चलते हैं यह टॉपिक मैंने लिया है सर्ज ऑफ राइट विंग फार राइट इन यूरोप यह भी एक बहुत बड़ी न्यूज़ अभी बनी है क्वेश्चन मैंने इस तरह से बनाया है देयर आर मेनी इंडिकेशन सच एज रिसेंटली कंक्लुडेड इलेक्शन फॉर यूरोपियन पार्लियामेंट दैट देयर इज ए सर्ज फॉर राइट एंड फार राइट पॉलिटिकल पार्टीज इन यूरोपियन नेशनल पॉलिटिक्स व्हाट आर द इंप्लीकेशंस टू द वर्ल्ड एंड स्पेशली टू इंडिया ऑफ दिस राइज ऑफ राइट विंग इन यूरोप फिनोमेना ऑफ दिस फिनोमेना इसके चलिए इसको भी फैक्ट्स व्हाई वर्ल्ड इज कंसर्न इंप्लीकेशन टू द वर्ल्ड इंप्लीकेशन फॉर इंडिया में बांटते हैं आपके लिए बहुत ज्यादा मसाला है 200 या 150 वर्ड में लिखने के लिए फैक्ट क्या है करेंटली राइट एंड फार राइट पार्टी आई होप कि आप लोग राइट और फार राइट समझते हो राइट मतलब यह होते हैं जो कंजरवेटिव पार्टी है फार राइट उसी का एक्सट्रीम हो जो कि नेशनलिज्म को बहुत तवज्जो देते हैं जो इमीग्रेशन को कटल करना चाहते हैं जो उनका नेशनल कल्चर है उसको चेरिश करना चाहते हैं वह एक तरह से सन ऑफ द सोइल जो वहां के धरती के पुत्र हैं जो वहां के लोकल लोग हैं उनको प्रश्रय मिले एंप्लॉयमेंट में अदर्स इन कंपेरिजन टू द माइग्रेंट्स या बाहर वाले लोग उसकी बात करते हैं तो इस तरह की जो पॉलिसी वाले जो जो अपने कल्चर को प्रिजर्व करना यह सब तो है ही तो वो कई कई बार वो मिलिटेंट नेशनलिज्म में बदल जाती है यह जो है राइट या फार राइट है इसके अपोजिट में लिबरल लेफ्ट एंड सेंटिस्ट होते हैं जो मल्टीकल्चरलिज्म सबको मिलाजुला के चलना माइनॉरिटी राइट इन सब की बातें करते हैं अभी क्या हो रहा है फैक्ट यह है करेंटली राइट एंड फार राइट पार्टीज आर रूलिंग इन इटली हंगरी एंड नीदरलैंड ये तीन कंट्री में तो जो है फार राइट ऑलरेडी रूल कर रहे हैं इन द रिसेंटली हेल्ड यूरोपियन पार्लियामेंट इलेक्शन वहां पे क्या होता है ना कि यूरोपियन पार्लियामेंट के लिए भी लोग वोट करते हैं जैसे हम लोग अपने पार्लियामेंट के लिए करते हैं वहां पे क्या हुआ कि राइट पार्टीज जो है फार राइट पार्टी दे परफॉर्म बेटर देन मेन स्ट्रीम लिबरल सोशलिस्ट एंड सेंटिस्ट पार्टीज इन मेनी कंट्रीज जैसे कि फ्रांस जर्मनी स्पेन इटली बेल्जियम हंगरी नीदरलैंड इन सब में फार राइट पार्टी ने ज्यादा अच्छा परफॉर्म किया इससे एक तरह का भूचाल आ गया यूरोप में और फ्रांस में तो जो उसके प्रेसिडेंट मैक्रो हैं उन्होंने एक स्नैप पूल डिक्लेयर कर दिया कि हमको लगता है जनता का मैंडेट ही नहीं है और वहां जो फार राइट पार्टी है लीपन की नेशनल रैली उसने ताल ठोका कि हां हम फ्रांस को हम चलाएंगे और अभी उस पर वोटिंग भी हो गई लेकिन फॉर्चूनेटली या अनफॉर्चूनेटली जो भी कर लीज आप जिस साइड में भी है थॉट के वो फार राइट पार्टी नहीं जीत पाई क्योंकि एक स्ट्रेटेजिक एलायंस मैक्रो ने जो कि सेंटिस्ट पार्टी को लीड करते हैं लेफ्ट पार्टी से किया और वहां फार राइट को उन्होंने तीसरे पोजीशन पे ढकेल दिया यह एक अलग कहानी है इसके अलावा यदि आप एक रिसेंट सेटबैक्स देखिएगा तो तो एक और सेटबैक होता है कि यूके में भी जो कंजरवेटिव पार्टी जो राइट विंग पार्टी मानी जाती है वो लॉस्ट बैड इन यूके लेकिन वो एक लोकल कारण है और वहां पर लेफ्ट पार्टी जो जीती है लेबर वो अब लेफ्ट रह नहीं गई सेंटिस्ट पार्टी है तो एक तरीके से यह दो धक्का तो जरूर लगा है फार राइट या राइट पार्टी को यूके और फ्रांस में लेकिन फिर भी यह फिनोमिना अभी काफी चर्चा में है कि इतनी जो सर्ज हो रही है फार राइट पार्टी का उसका दुनिया के लिए और इंडिया पर क्या इंप्लीकेशन है दुनिया क्यों कंस फार राइट यदि उदय हो रहा है तो उसका कारण है कि इसको फासिज्म से जोड़ा जाता है नाजिम से जोड़ा जाता है हिटलर से जोड़ा जाता है और सेकंड वर्ल्ड वॉर के कैटास्ट्रोफइजिंग में रंग गई है नियो लिबरल ग्लोबलाइजेशन 1990 से चल रहा है जिसको फ्रांसिस फुकु आमा ने एंड ऑफ हिस्ट्री मतलब एंड ऑफ आइडियो हिस्ट्री का उस प्रोजेक्ट को जो यूनिफाई करने का है लिबरल आइडियो जीी से उस पर एक बहुत ही डरावना चोट लगता है यदि फिर से राइट विंग पॉलिटिक्स उभर आए तो क्योंकि वह लिबरलिज्म के सीधे अगेंस्ट में जाते हैं तो इसके चलते जो है यूएस एंड वेस्टर्न यूरोप के जो लिबरल वर्ल्ड है जो वहां काफी डीप इंटरेस्ट है वो डर जाते हैं दुनिया के लिए चलिए इसका इंप्लीकेशन क्या है राइज ऑफ नेशनलिज्म पपु ज्म पॉपलिन मतलब कि अपने लोगों को प्रश्र देना है अपने कल्चर को बढ़ावा देना है सन ऑफ सॉइल को देना है एंड ऑल एंटी एस्टेब्लिशमेंट एंटी एंटाइटल मेंट इस तरह के पापुलिज्म एंड स्केप्टिसिजम टुवर्ड्स इंटरनेशनल कोऑपरेशन एंड इंटीग्रेशन या एंटाई ग्लोबलाइजेशन कहिए ये एक काफी चिंता का विषय वर्ल्ड के लिए है क्योंकि इससे ग्लोबलाइजेशन स्लो हो सकता है प्रोटेक्शन निज्म बढ़ सकता है एक प्रोटक्शनिस्ट फॉरेन पॉलिसी आ सकता है दुनिया इंटीग्रेट होने के बजाय डिसइंटीग्रेट हो सकता है हर कंट्री अपने कुकून में समझ सकता है ट्रेड पॉलिसी जो है वह ऐसे लग सकते हैं कि आपको काफी कस्टम ड्यूटी काफी देने पड़े इंपोर्ट बहुत कम हो जाए तो ग्लोबल फ्री ट्रेड को धक्का लग सकता है स्ट्रिक्टर इमीग्रेशन कंट्रोल बहुत बड़ा मुद्दा है राइट विंग उसी सर्ज पे है क्योंकि वहां के लोकल लोगों में बहुत गुस्सा है कि बाहर के लोग आके जॉब छीन लेते हैं उसमें भारतीय भी काफी हैं एशियन मुल्क काफी हैं तो स्ट्रिक्टर इमीग्रेशन कंट्रोल से जो है नॉलेज इकोनॉमी को हार्म हो सकता है क्योंकि कई दुनिया के कंट्री तो नॉलेज के चलते बने हैं इंडियन ने जाकर अमेरिका को बनाया सिल्कन वैली को बनाया है उस तरह की जो है चोट लग सकती है नॉलेज इकोनॉमी पे इट कैन आल्सो नेगेटिवली इंपैक्ट फ्री ट्रेड एग्रीमेंट मैंने कहा मल्टीलेटरल एग्रीमेंट आपने देखा ट्रंप कैसे प्रेरिश क्लाइमेट अकॉर्ड से लेकर के जेसी पोआ जो ईरान की न्यूक्लियर अ जो ट्रीटी थी उससे सबसे बाहर चले जाते हैं तो इवन वो ट्रंप अभी से कह रहे हैं कि हम तो इतने ज्यादा सहायता यूक्रेन को नहीं देंगे तो जो मल्टीलेटरल एग्रीमेंट है उसको चोट पहुंच सकता है कोऑपरेशन इन्वेस्टमेंट को भी चोट इससे लग सकती है है इसके अलावा पूरा जो प्रोजेक्ट है जैसा मैंने कहा नियो लिबरल ग्लोबलाइजेशन का उसकी बैक स्लाइडिंग हो सकती है वो पीछे जा सकता है इन सब के चलते दुनिया चिंतित है इंडिया को क्या इससे फायदे या नुकसान है लास्ट में देखिए देखिए इंडिया को स्ट्रिक्टर इमीग्रेशन नॉर्म यदि होता है तो हमें हार्म होगा क्योंकि हमारे बच्चे जो हैं जो यूरोप में और अमेरिका में जाकर के पढ़ना चाहते हैं या वहां जॉब करना चाहते हैं उनको कम अपॉर्चुनिटी मिलेगी तो इससे हमारा नुकसान है लेकिन जो इंडियन डायस्पोरा है यूरोप में या दूसरी जगह भी उनको फायदा और नुकसान दोनों है होता क्या है कि कई जो हमारे डायस्पोरा के लोग हैं डायस्पोरा मतलब जो इंडियन वहां पे बस गए हैं उसमें से कई जो है सिटीजन हो गए हैं यूरोप के या यूरोपियन कंट्री के तो उनको क्या होता है जब प्रोटेक्शन होता है जब बाहर से जैसे होता है ना कि आप यदि ट्रेन में घुस गए हैं और ट्रेन में बहुत भीड़ है और टीटी यदि करे कि दरवाजा खिड़की को बंद कर दे अब किसी को नहीं आने देंगे तो आपको फायदा हो जाता है क्योंकि और लोग नहीं घुस पा रहे आप पहले घुस गए हैं तो ये इंडियन डायस्पोरा को फायदा होता है इसी चलते कई जगह इंडियन डायस्पोरा जो सिटीजन बन गए हैं और जो थोड़े अमीर हो गए हैं वो राइट विंग को जो है वो वो जो है वो वोट देने लगते हैं इस चलते कि हां मत आने दो इंडिया से हमारे यहां हम बचे रहेंगे हमको जॉब हमारा प्रोटेक्टेड रहेगा निजी स्वार्थ है ये नहीं तो अदर वाइज इंडियन जो गए थे जब 60 70 में तो सभी जो है लेफ्ट विंग पार्टी लिबरल पार्टी को सपोर्ट करते थे क्योंकि उस समय वो इमीग्रेंट थे अब वहां पर सिटीजन बन गए हैं तो वो इमीग्रेंट को नहीं आने देना चाहते हैं तो उन डायस्पोरा को तो फायदा होगा लेकिन उनको एक दूसरा भी नुकसान होगा कि वहां कल्चरल बैकलेस हो सकती है जेनोफोबिया हो सकता है उनको जो है जा सकता है उनको पब्लिकली रिब्यू किया सकता है उन परे एक तरह से फिजिकल अटैक भी किया सकता है ये सब हुआ है तो ये उनको नुकसान है तो जो इंडियन डायस्पोरा है उसको इस राइट विंग पॉलिटिक से नुकसान और फायदे दोनों हो सकते हैं थर्ड है कि राइज ऑफ नेशनलिज्म एंड राइट विंग पॉलिटिक्स इन इंडिया मे मैच द पॉलिटिकल आइडियो कल शिफ्ट इन यूरोप इंडिया में भी कई लोग कहते हैं कि राइट विंग पॉलिटिक्स पिछले 10 साल में जो है वो काफी आगे बढ़ी है बहुत सर्ज की है तो उसी टाइप की जो है यहां पर भी पॉलिटिक्स हो रही है जैसे यूरोप में अब सर्ज दिख रही है तो एक आइडियो कन्फॉर्म हो सकती है तो इसका फायदा हमें जिस तरह से मिला हमारा वेवलेंथ लगभग उससे मैच कर सकता है इंडियाज राइजिंग कंसर्न ऑन सिक्योरिटी एंड टेररिज्म मे गेट मोर सपोर्ट फ्रॉम राइट लीनिंग यूरोप आपने देखा कि इजराइल जैसे कि राइट विंगस्टॉप वहां चलती है तो उससे हमें कितना सिक्योरिटी हेल्प मिला है तो जब राइट विंग जो होते हैं ना वो टेररिज्म और सिक्योरिटी को लेकर बहुत सेंसिटिव होते हैं तो वैसे में जो है इंडिया को वहां से हेल्प मिल सकता है क्योंकि इंडिया में भी राइट विंग द पॉलिटिक्स का ज्यादा जोर चले तो सिक्योरिटी एंड टेररिज्म प हमें हेल्प मिल सकता है तो कुछ हमें फायदे हैं कुछ हमें नुकसान है लेकिन दुनिया को डेफिनेटली जो है इससे डर लगता है अब आइए फाइनली चौथे थीम को क्वेश्चन में कन्वर्ट करते हैं यह है इंडिया कैसे टाइट रो बैलेंसिंग कर रहा है दो खेमे के बीच में क्वेश्चन है इंडिया सिमुल्टेनियस मेंबरशिप टू क्ड i2 य2 एससीओ एंड ब्रिक्स इज पुटिंग इट इनटू अ वेरी टाइट रोप सिचुएशन इन रीजनल एंड इंटरनेशनल पॉलिटिक्स एक्सप्लेन दिस सिचुएशन बाय साइटिंग रिसेंट डेवलपमेंट इन जिओ पॉलिटिक्स इन द कांटेक्ट ऑफ दीज ऑर्गेनाइजेशंस तो आपको पता है इसमें देखिए फैक्ट क्या है इंडिया जो है वो क्वाड का मेंबर है क्वाड जो है इंडिया यूएस ऑस्ट्रेलिया जापान की ग्रुपिंग है सिक्योरिटी डायलॉग ए सिक्योरिटी मैकेनिज्म जो कि चाइना के अगेंस्ट में है आईटी यू2 का मेंबर है इसमें कि इंडिया इजराइल यूएसए यूएई है जिसको वेस्टर्न क्वाड का कहा जाता है यह दोनों यूएसए लेड सिक्योरिटी फोरम है प्राइमर टू कंटेन द सिक्योरिटी थ्रेट फ्रॉम चाइना रशिया एंड ईरान दूसरी तरफ देखिए क्या मजेदार बात है कि इंडिया एसओ का मेंबर है जो कि एक सिक्योरिटी फोरम है जो कि एक एक तरह का समझिए कि वोह चाइना रशिया के द्वारा लीड किया जाता है और वो अगेंस्ट यूएसए और वेस्टर्न कंट्री दिखता है इसके अलावा इंडिया ब्रिक्स का भी मेंबर है जिसमें कि चाइना और रशिया दोनों ही हैं और वह भी जो है उसकी रीजनल जो जो जो एक फ्लेवर है वो एंटी वेस्टर्न कंट्री है रिसेंटली जो है ईरान को इंक्लूड कर दिया गया एससीओ में और इजिप्ट इथियोपिया ईरान और सऊदी अरेबिया यूएई को ब्रिक्स में इसके चलते और भी ये जो है थोड़ा अगेंस्ट वेस्टर्न दिखने लगा है ईरान के चलते मैं खास करके कह रहा हूं अब व्यूज क्या है इंडिया बीइंग द मेंबर ऑफ बोथ यूएसए एंड चाइना एंड रशिया लेड सिक्युरिटी ऑर्गेनाइजेशन अब देखिए ये दोनों ही एक तरफ ये यूएसए लेड सिक्योरिटी ऑर्गेनाइजेशन का मेंबर है दूसरी तरफ चाइना और रशिया लेड सिक्योरिटी ऑर्गेनाइजेशन आप समझ सकते हैं कि वेस्टर्न वर्ल्ड और चाइना रशिया में कितना ताना तानी है वैसे में इंडिया की क्या सिचुएशन हो रही होगी इट हैज टू परफॉर्म ए वेरी डेलिकेट बैलेंसिंग एक्ट व्हिच बिकम चैलेंजिंग एट टाइम्स अभी जब मोदी जी जाते हैं रशिया और पुतिन से गले मिलते हैं तो आप देखिए क्या हाई हुपा मस्ता है कैसे ज जेलेंस्की जो है किस तरह से उसकी बुराई करते हैं और वेस्टर्न कंट्री उसी टाइम में नाटो की समिट में किस टाइप से जो है इस मुद्दे को देखते हैं और इंडिया को कितना जो है टाइट रोप जो है वॉक करना पड़ ता है अभी एग्जांपल है वो रसिया विजिट जब मोदी जी की हुई है इंडिया आल्सो फेसेस चैलेंज इन बीइंग द मेंबर ऑफ एसओ एंड ब्रिक्स बिकॉज ऑफ द प्रेजेंस ऑफ पाकिस्तान एंड चाइना एक और प्रॉब्लम है कि इंडिया कैन नॉट सी आई टू आई टू पाकिस्तान एंड चाइना ऑफ लेट पाकिस्तान से हमारा कितना बुरा रिलेशन है चाइना के साथ हमारा लॉन्ग स्टैंडिंग अब जो है बॉर्डर डिस्प्यूट चल रहा है 2020 के बाद काफी बुरे हालत में और यह दोनों कंट्री जो है एसओ में है और चाइना तो ब्रिक्स में है और चाइना तो दोनों को लीड भी कर रहा है सेसे में जो है जो चाइना का जो प्रभाव बढ़ते जा रहा है इन ऑर्गेनाइजेशन में एक तरीके से वह रशिया को भी गाइड करता दिखता है इससे इंडिया बहुत अनजी अपने को इन ऑर्गेनाइजेशन में फील कर रहा है ऑफ लेट हम लोगों ने महसूस किया है कि इंडिया जो है अपने को डिस्टेंस कर रहा है एसईओ और ब्रिक्स दोनों से एसईओ जब मैं बोल रहा हूं तो संघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन एसईओ और ब्रिक्स दोनों से अपने को वो अलग कर रहा है थोड़ा सा डिस्टेंस कर रहा है आपने देखा है कि एसओ के हम चेयर पर्सन थे मतलब प्रेसिडेंट थे इंडिया 2023 में फिर भी हम लोगों ने अपने यहां कोई फिजिकल मीटिंग नहीं की उसका कोई खास कारण भी पता नहीं चला और वर्चुअल मीटिंग की इस बार जो 2024 में आस्ताना कजाकिस्तान में एसईओ की समिट हुई उसमें मोदी जी गए भी नहीं और एक्सटर्नल अफेयर मिनिस्टर ने उनको रिप्रेजेंट किया इससे यह लगता है कि इंडिया जो है इस अनीज सिचुएशन को हैंडल करने में थोड़ा उसको परेशानी तो हो ही रही है रिसेंट एनलार्जमेंट ऑफ एसओ एंड ब्रिक्स जो मैंने बताया कि एसओ में ईरान को शामिल कर लिया गया है और ब्रिक्स में तो चार-चार कंट्री ईरान के अलावा ऐसे में जो है और भी इंडिया के लिए चैलेंज बढ़ जाता है कि कैसे एक डेलिकेट बैलेंस करें इसका जो फ्रेंडशिप और पार्टनरशिप यूएसए के साथ पिछले दो दशक में इतना ज्यादा परवान चढ़ा है उसको कैसे हम बैलेंस करें वेस्टर्न कंट्री के साथ हमारे इतने मधुर संबंध हुए हैं हमारी जो बैंकिंग सिस्टम है जो इन्वेस्टमेंट है फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट है फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टमेंट है वो सारा जो है वो अब झुका हुआ वेस्टर्न के तरफ हमारा ईस्टर्न की तरफ ज्यादा नहीं है रशिया चाइना से उस तरह का हमारा फाइनेंसियल या बैंक का नाता नहीं है तो कैसे हम जो है इसको बैलेंस करें यह एक बहुत बड़ा चैलेंज इंडिया के लिए बनता जा रहा है ऑफ कोर्स इंडिया इज लेवरेजिंग इ इट्स स्ट्रैटेजिक ऑटोनॉमी इन बीइंग एबल टू बी इंक्लूडेड इनटू रीजनल सिक्योरिटी ऑर्गेनाइजेशन लेड बाय बोथ यूएसए एंड रशिया चाइना बट इट इज पोजिंग सिग्निफिकेंट चैलेंज टू इट्स स्ट्रेटेजिक चॉइस थ्रू इट्स फॉरेन पॉलिसी हां ये जरूर है कि इंडिया को एक ऐसी ब्यूटीफुल स्पॉट मिली हुई है ग्लोबल पॉलिटिक्स में बिकॉज ऑफ इट्स जिओ पॉलिटिकल सिचुएशन कि एक ही साथ जो है यह चाइना रशिया लेड सिक्योरिटी अरेंजमेंट और यूएसए लेड सिक्योरिटी अरेंजमेंट दोनों का इंपॉर्टेंट मेंबर बना हुआ है लेकिन यह इसकी बैलेंसिंग एक्ट को टेस्ट करती है और इसके स्ट्रेटेजिक चॉइस जो ये कर रहा है स्ट्रेटेजिक ऑटोनॉमी जो मेंटेन कर रहा है उसको एक बहुत ही एक पतले जो है समझिए धागे पर खड़ी दिखती है तलवार के धार पे खड़ी दिखती है सो आई होप डियर स्टूडेंट कि आप समझ गए होंगे कि किस तरीके से आप खुद ही किसी थीम को स्पॉट कर सकते हैं उसको क्वेश्चन में कन्वर्ट कर सकते हैं और उसको फैक्ट व्यूज एंड और चीजों से लेस करके अपने टेंप्लेट के फॉर्म में नोट बना सकते हैं यह कोशिश मैंने आपको इस वीडियो में की है यदि इस आपको यह पसंद आया हो तो चलिए आगे के मैं आपको ऐसे थैंक्स देता हूं और आपसे आह्वान भी करता हूं सब्सक्राइब करने का ओके थैंक्स फॉर वाचिंग यदि आपको ये पसंद आया हो तो लाइक करें शेयर करें सब्सक्राइब करें लोगों को बताएं पॉल साइंस हेल्थ कम्युनिटी का दारा बढ़ाएं जिससे कि अभी 140 और 150000 के बीच में सब्सक्राइबर वो तेजी से 150000 हो थोड़ी वजन और बढ़ेगी और यदि आप इंतजार कर रहे हैं सीईटी पीजी 2025 की कब बैच शुरू होगी तो आपको बताना है कि यह फर्स्ट अक्टूबर 2024 शुरू होगी यदि आप नेट जेआरएफ का दिसंबर बैच के लिए इंतजार कर रहे हैं तो मुझे भी पता नहीं है कब क्योंकि अब इनका रीटेस्ट जब होगा तभी नया डेट निकलेगा तब हम लोग डिसाइड करेंगे कब से वो बैच शुरू इसलिए मैं एक क्वेश्चन मार्क कर रहा हूं इस तरीके से आप मुझसे हमेशा मिल सकते हैं ऑलवेज याद रखिए पीओ एल एस सी हेल्प हर जगह केवल यही है वेबसाइट प science.in है ईमेल प पल s help@snapdeal.com