यस पीपल गुड मॉर्निंग गुड आफ्टरनून गुड इवनिंग टू ऑल ऑफ यू कैसे हैं सब लोग होप सो आप सब लोग बहुत बढ़िया रहेंगे मैं बता दूं मैं भी बहुत अच्छा हूं तो भैया जिसका इंतजार था दैट इज द रिवीजन लेक्चर एप्लीकेबल फॉर मे नवंबर 2024 सो लेट्स स्टार्ट विद द रिवीजन लेक्चर फॉर योर एग्जामिनेशन तो सीए इंटरमीडिएट स्टूडेंट न्यू सिलेबस स्टूडेंट फॉर द मे नवंबर 2024 ये रहे आपके लिए रिवीजन लेक्चर सबसे पहला टॉपिक है दैट इज बेसिक एंड टैक्स रेट इस टॉपिक में कुछ चेंजेज है इस बार क्या-क्या चेंजेज है वो भी मैं आपको बताऊंगा और इस टॉपिक को पूरे को रिवाइज करें तो सबसे पहली चीज यह है क्या हम पढ़ने वाले हैं इनकम टैक्स लॉ क्वेश्चन ये आता है इनकम टैक्स कौन सी गवर्नमेंट लेती है तो मैं बता दूं इनकम टैक्स है वो सेंट्रल गवर्नमेंट लेती है अदर दन एग्रीकल्चर इनकम लेकिन इनकम टैक्स लेने के लिए गवर्नमेंट के पास पावर होना चाहिए यह पावर कहां दे रखा है तो मैं बता दूं यह पावर दे रखा है अपने कॉन्स्टिट्यूशन के सेवन शेड्यूल टू द आर्टिकल 246 सो कॉन्स्टिट्यूशन में आर्टिकल्स होते हैं आर्टिकल्स जो 246 है उसका सेवन शेड्यूल है उस सेवंथ शेड्यूल में कुछ लिस्ट दे रखी है दैट इज द लिस्ट वन यूनियन लिस्ट उसके साथ में स्टेट लिस्ट कॉन्करेंट लिस्ट तो यूनियन लिस्ट जो है दैट इज द लिस्ट नंबर वन उसका जो एंट्री नंबर 82 होता है वो बोलता है कि हमारी सेंट्रल गवर्नमेंट कोई भी इनकम पे टैक्स ले सकती है अदर देन एग्रीकल्चर इनकम तो उस पावर की वजह से हमारी सेंट्रल गवर्नमेंट इनकम टैक्स लेती है लेकिन क्वेश्चन ये आता है कि एग्रीकल्चर इनकम पे क्या इनकम टैक्स नहीं लगता मैं बता दूं एग्रीकल्चर इनकम पे नॉर्मली इनकम टैक्स नहीं लगता बट अगर स्टेट गवर्नमेंट चाहे तो इंट स्टेट गवर्नमेंट को ये पावर दे रखी है अंडर एंट्री नंबर 46 ऑफ द स्टेट लिस्ट में स्टेट गवर्नमेंट को पावर दे रखी है स्टेट गवर्नमेंट चाहे तो एग्रीकल्चर इनकम है उस परे टैक्स ले सकती है अब क्वेश्चन ये आता है कि इनकम टैक्स लॉ को पढ़ने के लिए किन-किन चीजों का नॉलेज होना चाहिए तो सबसे पहले आता है इनकम टैक्स एक्ट 1961 गाइज इनकम टैक्स एक्ट 1961 है नाना ये एक मेन सोर्स ऑफ द इनकम टैक्स लॉ है कुल मिला के ये क्रिकेट टीम जो है उसका कैप्टन है कौन रोहित शर्मा है और इनकम टैक्स एक्ट में हर चीज दे रखी है कि भैया आपका टोटल इनकम कैसे डिटरमाइंड होगा उसके साथ-साथ में आपकी टैक्स लायबिलिटी कैसे आएगी उसके बाद में आपका असेसमेंट प्रोसीजर कैसे होगा यह सब दे रखा है इनकम टैक्स एक्ट में और इनकम टैक्स एक्ट एप्लीकेबल होता है 1 अप्रैल 1962 से 1 अप्रैल 1962 मींस असेसमेंट ईयर 62 63 एंड प्रीवियस ईयर 6162 से ये इनकम टैक्स एक्ट 1961 है वो एप्लीकेबल होता है अब एक बात समझना इनकम टैक्स रूल्स 1962 क्या होता है तो इनकम टैक्स रूल्स क्या करता है इनकम टैक्स एक्ट को सपोर्ट करने के लिए बनाया जाता है जैसे इनकम टैक्स एक्ट में दे रखा है कि सेक्शन 32 में डेप्रिसिएशन मिलेगा एट प्रिस्क्रिप्शन टैक्स रूल्स में प्रिसक्राइब होती है एज वेल एज इनकम टैक्स एक्ट में लिखा हुआ है कि सेक्शन 1391 में आपको इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने पड़ेंगे इन द प्रिसक्राइब फॉर्म लेकिन कौन से फॉर्म में फाइल करना पड़ेगा आईटीआर वगैरह जो होते हैं इनकम टैक्स रिटर्न फॉर्म वो कहां दे रखे हैं इनकम टैक्स रूल्स में दे रखे हैं उसके बाद में आता है एनुअल फाइनेंस एक्ट एनुअल फाइनेंस एक्ट क्या होता है कि इनकम टैक्स एक्ट में जितने भी चेंजेज करने होते हैं वो चेंजेज होते हैं फाइनेंस एक्ट के थ्रू और मैं बता दूं आपके एग्जाम के लिए जो फाइनेंस एक्ट एप्लीकेबल है दैट इज द फाइनेंस एक्ट 2023 और फाइनेंस एक्ट कैसे बना था सबसे पहले फाइनेंस बिल प्रेजेंट किया था हमारी प्रेसिडेंट निर्मला सीतारमण जी ने एज ऑन द फर्स्ट फेप 2023 को तो फस्ट फेप 2023 को निर्मला सीतारमण जी ने फाइनेंस बिल प्रेजेंट किया था बजट प्रेजेंट किया था उसके बाद में क्या होता है उसपे डिस्कशन होता है डिस्कशन होने के बाद में फाइनेंस बिल है वो पास होता है लोकसभा में राज्यसभा में और उसके बाद में उसके बाद में प्रेसिडेंट के पास में जाता है और जिस दिन प्रेसिडेंट उसको साइन कर देते हैं वो फाइनेंस एक्ट बन जाता है पहले वो फाइनेंस बिल था और बाद में जाके वो फाइनेंस एक्ट बन जाता है तो मैं बता दूं अपना फाइनेंस एक्ट 2023 है वो 31 मार्च 2023 को हमारे प्रेसिडेंट जी ने उसपे साइन कर लिया था और जिस दिन साइन किया उस दिन से वो क्या बन गया तुम्हारा फाइनेंस एक्ट बन गया करके ठीक है चलिए उसके बाद में सर्कुलर नोटिफिकेशन क्या होते हैं तो मैं बता दूं सर्कुलर नोटिफिकेशन में क्या फर्क है नोटिफिकेशन जो होते हैं किसी भी अमेंडमेंट का इफेक्ट देने के लिए नोटिफिकेशन लाए जाते हैं किसी चीज को नोटिफाई करने के लिए नोटिफिकेशन लाए जाते हैं अमेंडमेंट करने के लिए नोटिफिकेशन लाए जाते हैं दैट इज नोटिफिकेशन नोटिफिकेशन हर किसी पे बाइंडिंग होते हैं मींस आप पे भी बाइंडिंग होंगे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट पे भी बाइंडिंग होंगे दैट इज कॉल्ड नोटिफिकेशन बट सर्कुलर क्या होते हैं इनकम टैक्स के इंटरनल पर्पस के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के इंटरनल पर्पस के लिए कुछ क्लेरिफिकेशन लाए जाते हैं कुछ सर्कुलर लाए जाते हैं ये आप पे बाइंडिंग नहीं होते ये सिर्फ इनकम टैक्स डिपार्टमेंट पे बाइंडिंग होते हैं इनकम टैक्स डिपार्टमेंट है वो उसको फॉलो करेगा आपको अगर आपके लिए बेनिफिशियल है तो आप फॉलो कर सकते हो दैट इज कॉल्ड सर्कुलर उसके बाद में गाइज सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जजमेंट क्या होता है ना हर चीज इनकम टैक्स एक्ट में लिख नहीं सकते थे तो बहुत बार क्या होता है डिस्प्यूट्स होते हैं और वो डिस्प्यूट को रिजॉल्व करते हैं वो कौन करेंगे केस लॉज करेंगे तो यहां पे बहुत सारे केस लॉज है हर हाई कोर्ट के केस लॉज आपको मिलेंगे सुप्रीम कोर्ट के केस लॉज मिलेंगे और वो सब आप पढ़ोगे तो इन सबकी जब कंबाइन स्टडी करते हैं तो हम बोलते हैं हम इनकम टैक्स लॉ पढ़ रहे हैं अब एक चीज समझना सेक्शन फोर होती है चार्जिंग सेक्शन ऑफ इनकम टैक्स क्या इनकम टैक्स लगता कब है पहली चीज तो मैं बता दूं इनकम टैक्स इज चार्ज फॉर एवरी असेसमेंट ईयर हर असेसमेंट ईयर में इनकम टैक्स लगेगा ऐसा नहीं कि जिंदगी में एक बार टैक्स भर दिया तो वापस टैक्स भरने की जरूरत नहीं अगले साल इनकम कमाओगे उसपे वापस टैक्स भरना पड़ेगा तो एव्री असेसमेंट ईयर है वो एव्री असेसमेंट ईयर में आपको इनकम टैक्स लगेगा सो इनकम टैक्स इज चार्ज फॉर एवरी असेसमेंट यर एवरी असेसमेंट ईयर में इनकम टैक्स लगेगा इट इज चार्ज ऑन द एवरी पर्सन हर पर्सन पे इनकम टैक्स लगता है और पर्सन की डेफिनेशन सेक्शन 231 में दे रखी है एंड गाइज इट इज एप्लीकेबल ऑन टोटल इनकम अर्न बाय पर्सन इन द प्रीवियस ईयर तो प्रीवियस ईयर में जो आप इनकम कमाते हो असेसमेंट ईयर में जाके उसपे टैक्स है वो लग जाता है और टैक्स लगता है जो रेट फाइनेंस एक्ट में दे रखी है तो नॉर्मली इनकम टैक्स की रेट है वो फाइनेंस एक्ट में दे रखी है एज वेल एज कुछ रेट ऐसी होती है जो इनकम टैक्स एक्ट में दे रखी है तो उस रेट से आपको इनकम टैक्स लगता है लेकिन सर प्रीवियस ईयर असेसमेंट ईयर का मतलब क्या होता है तो मैं बता दूं प्रीवियस ईयर ऐसा ईयर होता है जिस ईयर में आप इनकम कमाते हो तो जिस ईयर में आप इनकम अर्न करते हो दैट इज़ कॉल्ड योर प्रीवियस ईयर और जिस ईयर में उस इनकम पे आप टैक्स भरते हो दैट इज़ कॉल्ड योर असेसमेंट ईयर एग्जांपल के लिए आपके एग्जाम के लिए योर प्रीवियस ईयर इज़ अ 2324 सो प्रीवियस ईयर 2324 मींस व्हाट एवर इनकम यू हैव अर्न बिटवीन 1स्ट अप्रैल 2023 टिल 31 मार्च 2024 दैट इज़ योर प्रीवियस ईयर नाउ इसका असेसमेंट ईयर क्या रहेगा 2425 रहेगा एंड 2425 मीस 1 अप्रैल 2024 से लेकर 31 मार्च 2025 इज कॉल्ड योर असेसमेंट ईयर तो प्रीवियस ईयर वो ईयर होता है जिस ईयर में आप इनकम कमाते हो असेसमेंट ईयर वो ईयर होता है जिस ईयर में आप उसपे टैक्स भरते हो तो प्रीवियस ईयर में जो इनकम कमाओगे असेसमेंट ईयर में जाके उसपे आपको टैक्स भरना पड़ेगा रिटर्न वगैरह फाइल करना पड़ेगा असेसमेंट ईयर हमेशा ध्यान रखना ऑलवेज 12 मंथ का होता है लेकिन प्रीवियस ईयर आपका 12 मंथ से कम हो सकता है कौन से केसेस में 12 मंथ से कम हो सकता है अगर आपने कोई नया बिजनेस चालू किया है अगर आपने कोई नया बिजनेस चालू किया है या नया सोर्स ऑफ इनकम है वो आपका इमर्ज हुआ है तो उस पर्टिकुलर केस में आपका प्रीवियस ईयर है वो प्रीवियस ईयर 12 मंथ से कम का हो सकता है फॉर एन एग्जांपल आपने जो न्यू बिजनेस चालू किया वो 10 दिसंबर 2023 से चालू किया तो आपका प्रीवियस ईयर 10 दिसंबर 2023 से चालू होगा एंड 31 मार्च 2024 तक आपका प्रीवियस ईयर है वो कंप्लीट हो जाएगा तो मैंने क्या बोला कि प्रीवियस ईयर नॉर्मली तो 12 मंथ का होता है लेकिन यहां पे बेटा 12 मंथ से कम का हो सकता है अगर आपने कोई नया बिजनेस चालू किया नया सोर्स ऑफ इनकम है वो अगर आया है तो उस ई उस केस में आपका प्रीवियस ईयर उस डेट से चालू होगा जिस डेट को आपका नया बिज़नेस चालू होया या नया सोर्स ऑफ इनकम है वो आपका मार्केट में आया उसके बाद में डेफिनेशन आती है पर्सन की कि सर पर्सन किसको बोलते हैं तो मैं बता दूं यहां पे टोटल सेवन पर्सन है तो पर्सन की डेफिनेशन में कौन-कौन आएगा सबसे पहले इंडिविजुअल अ नेचुरल पर्सन एचयूएफ आएगा उसके बाद में कंपनी है पार्टनरशिप फर्म इंक्लूडिंग द एलएलपी एओ पी बीओआई लोकल अथॉरिटी एंड आर्टिफिशियल जूरिडिकल पर्सन ये तुम्हारे पर्सन की डेफिनेशन में आते हैं लेकिन सर एक बात बताइए एससी कौन होगा तो पर्सन रिक्वायर्ड टू पे द टैक्स और एनी अदर सम अंडर द इनकम टैक्स लॉ दैट इज़ कॉल्ड योर एससी कि उस पर्सन को जो पर्सन को इनकम टैक्स एक्ट में कुछ भी टैक्स भरना है या कोई भी सम पे करना है पेनल्टी वगैरह पे करना है फीज वगैरह पे करना है वो तुम्हारे एसएससी की डेफिनेशन में आ जाएगा तो मैं बता दूं एवरी एसएससी इज अ पर्सन बट एवरी पर्सन इज नॉट अ एसएससी सो आप लोग है वो पर्सन है बिकॉज़ आप इनकम टैक्स तो भर नहीं रहे तो आप पर्सन है बट आप एसएससी नहीं है बट मैं जो हूं मैं पर्सन भी हूं मैं एसएससी भी हूं क्योंकि मैं टैक्स भरता हूं तो मैं पर्सन भी हूं मैं एसएससी भी हो करके अब एक चीज समझना नॉर्मली क्या होता है जिस ईयर में आप इनकम कमाते हो दैट इज़ कॉल्ड योर प्रीवियस ईयर और असेसमेंट ईयर में जाके आपको रिटर्न फाइल करना पड़ता है असेसमेंट ईयर में जाके आपको टैक्स भरना पड़ता है बट गाइज मैं बता दूं यहां पे पांच एक्सेप्शनल केसेस हैं देयर आर फाइव एक्सेप्शनल केसेस वहां पे क्या होता है कि प्रीवियस ईयर में आप इनकम कमा रहे हो और प्रीवियस ईयर में ही आपको टैक्स भरना पड़ेगा मींस प्रीवियस ईयर में आपने इनकम कमाया प्रीवियस ईयर में ही टैक्स भरना है प्रीवियस ईयर में ही आपको अपना इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना पड़ेगा असेसमेंट ईयर तक रुकने की जरूरत नहीं है ऐसा कौन-कौन से केसेस में होता है तो कुछ केसेस ऐसे होते हैं जिसमें प्रीवियस ईयर में ही आपको टैक्स भरना पड़ेगा प्रीवियस ईयर में ही आपको अपना रिटर्न फाइल करना पड़ेगा ये फाइव केसेस में सबसे पहला तो अगर कोई नॉन रेजिडेंट का शिपिंग बिजनेस है आप समझिए एक नॉन रेजिडेंट है बांया करके ठीक है और वो बांया कहां से है फॉर एन एग्जांपल ऑस्ट्रेलिया से है तो ऑस्ट्रेलिया से वो शिप लेके आया चुक चुक चुक चुक चुक वो इंडियन पोर्ट पे आया और इंडियन पोर्ट से वापस जा रहा है एक बात बताओ अपने को क्या पता वो असेसमेंट ईयर में वापस आएगा या नहीं क्योंकि पता नहीं ना वो बांया वापस आएगा या नहीं आएगा नॉन रेसिडेंट तो उस बांया को वहीं पे पकड़ लिया जाता है इंडियन पोर्ट पे मुंबई पोर्ट पे जो है उसपे पकड़ा बोला ए भाई तू यहां से जा रहा है जो इनकम कमाया है तूने भाड़ा वाड़ा लिया है ना उसपे जो टैक्स आता है अभी भर के जा अभी का अभी अपना रिटर्न फाइल करके जा दैट इज द सेक्शन 172 नॉन रेसिडेंट का शिपिंग बिजनेस बेटा एक बात बताऊं ये जो सेक्शन है ये मैंडेटरी सेक्शन है जब इंडिया से बाहर कोई भी शिप जा रही है जैसे नॉन रेजिडेंट है वो शिप लेके इंडियन पोर्ट पे आया और इंडियन पोर्ट जैसे ही छोड़ के जाने वाला होता ना उसको धाप दिया जाता बोला इधर कहां जा रहा है करके ठीक है उसको धाप लिया जाता है और उसको बोला जाता है तू टैक्स भर के जाएगा दैट इज द सेक्शन 172 के उसके बाद एक सेक्शन होती है 174 दैट इज पर्सन लिविंग इंडिया परमानेंटली अब एक बात समझना इसमें क्या होता है एओ को लग जाता है जैसे ऊपर वाली सेक्शन है ना वो तो मैंडेटरी है लेकिन इस ये जो बाकी जितनी भी सेक्शन है ना उसमें ये लिखा होगा कि अगर एओ को ऐसा लगता है एओ को ऐसा लगता है कि कोई बंदा प्रीवियस ईयर में इनकम कमाया और प्रीवियस ईयर में इंडिया से बाहर जाने वाला है और वापस आने का उसका कोई इंटेंशन नहीं है करके ठीक है एकदम विजय माल बनने वाला है करके ठीक है तो जैसे ही विजय माल बनने वाला है तो उसको पकड़ ले जाता है कहां जा रहा है करके तू अभी का अभी टैक्स भर के जा अभी का अभी रिटर्न फाइल कर तो उसको प्रीवियस ईयर में ही क्या करना पड़ेगा रिटर्न फाइल करना पड़ेगा उसके बाद सेक्शन 174 ए क्या बोलती है कि अगर आपने कोई एओ पी बीओआई आर्टिफिशियल जूरिडिकल पर्सन है वो आपने किसी पर्टिकुलर इवेंट के लिए बनाया था पर्टिकुलर पर्पस के लिए बनाया जा और वो पर्पस आपने कंप्लीट कर दिया पर्पस आपने कंप्लीट कर दिया तो उस पर्टिकुलर केस में क्या करोगे आप उसको डिसोल्व कर दोगे तो ऐसा हो सकता है एओ बोले कि इसका जो इनकम है उसपे टैक्स अभी भरो जैसे फॉर एन एग्जांपल मान लो डांडिया का फेस्टिवल था और डांडिया के फेस्ट ल में हमने क्या सोचा कि हम डांडिया बेचेंगे हम डांडिया बेचेंगे पानी की बोतल बेचेंगे मान लो वो जो डांडिया में पहनने के कपड़े आते हैं वो हम बेचेंगे हमने यह सोचा ठीक है और हमने एओ ओआई बना लिया 10 दोस्तों ने मिलके एओ ओआई बनाया डांडिया का फेस्टिवल कंप्लीट हुआ और उस एओ ओआई को हमने डिसोल्व कर दिया तो असेसमेंट ईयर में टैक्स नहीं भरना हो सकता है असेस ऑफिसर आपको बोले इधर देख इधर ये अभी का अभी टैक्स इसी साल में आप भर दो दैट इज द सेक्शन 174a उसके बाद एक सेक्शन होती है 175 175 क्या बोलता है पर्सन लाइक टू ट्रांसफर प्रॉपर्टी टू अवॉइड टैक्स जैसे मान लो कोई पर्सन ऐसा है जो इंसॉल्वेंट होने वाला है तो वो इंसॉल्वेंट होने से पहले क्या करेगा पता है कि फटाफट जो प्रॉपर्टी है वो किसी ना किसी को ओने पोने दाम में बेच देगा कम दाम में बेच देगा अपने रिलेटिव को ट्रांसफर कर देगा एंड ऑल तो अगर एओ को लग जाता है कि प्रॉपर्टी वगैरह ट्रांसफर करके आगे जाके हो सकता है खुद को इंसॉल्वेंट डिक्लेयर कर दे दिवालिया डिक्लेयर कर दे तो उसको बोल सकते हो कि भाई तू ऐसा मत कर और प्रीवियस ईयर में जो इनकम है उसपे प्रीवियस ईयर में ही तू टैक्स भर दे प्रीवियस ईयर में ही अपना रिटर्न फाइल कर दे एंड लास्ट सेक्शन होती है 176 दैट इज डिस कंटिन्यूड बिज़नेस अगर मान लो आपका पहले से कोई बिजनेस चला आ रहा था और इस साल में आपने बिजनेस बंद कर दिया अगर आपने इस साल में बिजनेस बंद कर दिया बिजनेस या प्रोफेशन इस साल में बंद कर दिया और असेस ऑफिसर को लगता है तो असेस ऑफिसर आपको बोलेगा कि जो बिजनेस आपने बंद कर दिया तो प्रीवियस ईयर में ही आप इसका इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर दीजिए प्रीवियस ईयर में ही आप इस पे टैक्स भर दीजिए ऐसा असेस ऑफिसर है वो बोल सकता है यू गॉट माय पॉइंट र नॉट यस सो ये ऐसे केसेस है जिसमें प्रीवियस ईयर में आप इनकम कमाते हो प्रीवियस ईयर में ही टैक्स भरना पड़ेगा मीस प्रीवियस ईयर 23 24 में इनकम कमाया वही तुम्हारा असेसमेंट ईयर 2324 भी बन जाएगा और उसी टाइम आपको क्या करना पड़ेगा टैक्स भरना पड़ेगा दैट इज द सम एक्सेप्शनल केसेस इससे रिलेटेड आपको एमसीक्यू है या फिर तीन-चार मार्क का क्वेश्चन है वो आ सकता है करके अब बात करते हैं हम बेसिक कांसेप्ट के बाद कि आपके एग्जाम के लिए टैक्स रेट क्या एप्लीकेबल है तो मैं बता दूं आपका एग्जाम मे नवंबर 2024 के लिए फाइनेंस एक्ट 2023 एप्लीकेबल है और फिनेंस एक् 2023 के हिसाब से आपके लिए टैक्स रेट है वो टैक्स रेट कौन सी एप्लीकेबल है एक बात बताओ टैक्स रेट दो तरह की होती है वन इज द जनरल टैक्स रेट और जनरल टैक्स रेट मींस य स्लैब रेट एंड ऑल एंड वन इज द स्पेशियल टैक्स रेट जनरल टैक्स रेट क्या होता है जैसे यहां पे जो दे रखी है ना दिस इज द जनरल टैक्स रेट लाइक अप टू 250000 देयर इज नो टैक्स 250000 टू 55 दैट इज जनरल टैक्स रेट बट गाइज स्पेशल टैक्स रेट क्या होती है जैसे आपको पता रहेगा लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन शेयर मार्केट वाला 112a वाला टैक्सेबल ट द रेट 10 पर इन एक्सेस ऑफ़ द 1 लाख दैट इज द स्पेशल टैक्स रेट शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन ऑन द शेयर मार्केट 15 पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन प्रॉपर्टी वगैरह का 20 पर विनिंग का इनकम 30 पर दैट इज कॉल्ड योर स्पेशल टैक्स रेट पहले हम बात करते हैं जनरल टैक्स रेट की ठीक है उसके बाद हम बात करेंगे स्पेशल टैक्स रेट की अगर मान लो एग्जाम में क्वेश्चन आता है कि जनरल टैक्स रेट कहां दे रखी है एंड स्पेशल टैक्स रेट कहां दे रखी है तो एक चीज ध्यान रखना जनरल टैक्स रेट होती है ना यह जनरल टैक्स रेट दे रखी होती है फाइनेंस एक्ट में तो जो फाइनेंस एक्ट 2023 है उसमें ये जनरल टैक्स दे रखी है लेकिन स्पेशल टैक्स रेट कहां दे रखी है इनकम टैक्स एक्ट 1961 में तो जो सेक्शन 5 11a होती है 112a होती है 112 होती है आपकी विनिंग पे 30 पर वो सब कहां दे रखी है इनकम टैक्स एक्ट 1961 में दे रखी है तो अगर कोई भी पूछे कि जनरल टैक्स रेट कहां दे रखी है जनरल टैक्स रेट फाइनेंस एक्ट में दे रखी है और स्पेशल टैक्स रेट इनकम टैक्स एक्ट में दे रखी है तो चलिए सबसे पहले बात करते हैं जनरल टैक्स रेट की तो जनरल टैक्स रेट में लॉ मेकर्स बोलते हैं कि इन केस ऑफ द इंडिविजुअल एचयूएफ एओ पी बीई आर्टिफिशियल जूरिडिकल पर्सन सो इंडिविजुअल एचयूएफ एओ बी आर्टिफिशियल जूरिडिकल पर्सन इनके केस में भले ही यह रेजिडेंट है या नॉन रेजिडेंट है स्लैब रेट लगेगा मींस अप टू 250000 देयर इज नो टैक्स 250000 तक डैश पे डैश 250 टू 55 5 लाख टू 10 ख 20 मोर देन 10 ख 30 तो मैंने क्या बोला कि इंडिविजुअल एचयूएफ एओ बीओआई आर्टिफिशियल जूरिडिकल पर्सन भले वो रेजिडेंट है या नॉन रेजिडेंट है अप टू 250000 कोई टैक्स नहीं लगता दैट इज बेसिक एजमन 250 टू 5 लाख 5 5 लाख टू 10 लाख % मोर दन 10 लाख 30 पर लेकिन एक चीज समझना अगर कोई सीनियर सिटीजन है यहां सीनियर सिटीजन का मतलब होता है कि एक तो रेजिडेंट इंडिविजुअल होना चाहिए और जिसका एज प्रीवियस ईयर में 60 इयर्स या उससे ज्यादा हो चुका है तो अगर कोई इन रेजिडेंट इंडिविजुअल है और उसका ऐज अपने प्रीवियस ईयर में अपना प्रीवियस ईयर मीस प्रीवियस ईयर 232 जो प्रीवियस ईयर 2324 है इस प्रीवियस ईयर 2324 में अगर उसका एज जो है वो 60 इयर्स या उससे ज्यादा हो चुका है बट लेस दन 80 इयर्स उसको बोलेंगे सीनियर सिटीजन लेकिन एक चीज ध्यान रखना वो बंदा रेजिडेंट होना चाहिए रेजिडेंट इंडिविजुअल होना चाहिए अगर नॉन रेजिडेंट का एज जो है वो 72 इयर्स है तो भी वो सीनियर सिटीजन नहीं है तो सीनियर सिटीजन होने के लिए ए बाबू सीनियर सिटीजन होने के लिए ये रेजिडेंट होना चाहिए रेजिडेंट इंडिविजुअल इज 60 इयर्स र मोर इन द प्रीवियस ईयर तो उस पर्टिकुलर केस में अप टू 3 लाख तक कोई भी टैक्स नहीं लगेगा 3 लाख इज बेसिक एजमन 3 लाख टू 5 लाख 5 पर 5 लाख टू 10 लाख 20 पर मोर दन 10 लाख 30 पर अब एक चीज समझना क्वेश्चन यहां पे यह आता है कि सर आप बोल रहे हो कि प्रीवियस ईयर में प्रीवियस ईयर मींस प्रीवियस ईयर 2324 सो 2324 मीस 1 अप्रैल 2023 टिल 31 मार्च 2024 इस पीरियड में कोई भी पर्सन 60 इयर्स या उससे ज्यादा की एज का है एंड रेजिडेंट है वह सीनियर सिटीजन है लेकिन इसमें एक चीज समझना अगर कोई पर्सन ऐसा है जो अपना 60th बर्थडे सेलिब्रेट कर रहा है वो 60th बर्थडे सेलिब्रेट कर रहा है 1 अप्रैल 2024 को 1 अप्रैल 2024 1 अप्रैल 2024 मींस अपने प्रीवियस ईयर के बाद में आएगा तो अगर 1 अप्रैल 2024 को अपना 60th बर्थडे सेलिब्रेट कर रहा है तो भी यह माना जाएगा कि उसने 60 ईयर्स ऑफ एज कंप्लीट कर दिया है 31 मार्च 2024 को एंड गाइस इस साल में उसको हायर बेसिक एजमन 3 लाख का बेनिफिट मिल जाएगा तो मैंने क्या बोला कि अगर कोई इंडिविजुअल अपना 60th बर्थडे सेलिब्रेट कर रहा है केक काट रहा वो 1 अप्रैल 2024 को काट रहा है तो भी यह माना जाएगा कि उसने 60 इयर्स का एज कंप्लीट कर दिया है 31 मार्च 2024 को एंड ही कैन क्लेम द हायर बेसिक एमपन ऑफ़ द 3 लाख नाउ नेक्स्ट पार्ट सेज दैट कि अगर कोई इंडिविजुअल है वो सुपर सीनियर सिटीजन है टपर सीनियर सिटीजन मींस रेजिडेंट इंडिविजुअल जज 80 इयर्स र मोर इन द प्रीवियस ईयर देन अप टू 5 लाख इज़ अ बेसिक एग्मन 5 लाख तक कोई टैक्स नहीं लगेगा गाइज 5 लाख से लेक 10 ख 20 पर मोर दन 10 ख 30 पर मींस यहां पे सीधा सधा 20 एंड 30 पर का स्लैब रेट है यहां पे 5 पर वाला स्लैब रेट नहीं है तो यह तुम्हारी जनरल टैक्स रेट रही अगेन मैं रिवाइज करा रहा हूं देखिए इंडिविजुअल एचयूएफ एओ बीओआई आर्टिफिशियल जूरिडिकल पर्सन भले रेजिडेंट हो या नॉन रेजिडेंट हो अप टू 250000 नो टैक्स 250 टू 5 लाख 5 5 लाख टू 10 लाख 20 पर मोर दन 10 लाख 30 पर सीनियर सिटीजन मींस रेजिडेंट इंडिविजुअल एज 60 ईयर्स और मोर इन द प्रीवियस ईयर अप टू 3 लाख देयर इज नो टैक्स 3 लाख टू 5 लाख 5 पर 5 लाख टू 10 लाख % मोर दन 10 लाख 30 पर सुपर सीनियर सिटीजन रेजिडेंट इंडिविजुअल एज 80 इयर्स और मोर इन द प्रीवियस ईयर अप टू 5 लाख देयर इज़ नो टैक्स 5 लाख टू 10 लाख 20 मोर दन 10 लाख 30 बट एक चीज ध्यान रखना अगर कोई इंडिविजुअल अपना 60th या 80th बर्थडे सेलिब्रेट कर रहा है 1 अप्रैल 2024 को तो यह माना जाएगा कि ही हैज कंप्लीटेड द एज ऑफ द 60 इयर्स और 80 इयर्स ऑन द 31 मार्च 2024 एंड करंट प्रीवियस ईयर 2324 के लिए उसको हायर बेसिक एग्मन का बेनिफिट मिल जाएगा अब एक चीज समझना एक कांसेप्ट आता है सरचार्ज कि सर सरचार्ज कितना लगेगा तो आप इधर देखना मेरी तरफ सब लोग ध्यान दो सरचार्ज कितना लगेगा सरचार्ज डिपेंड्स ऑन योर टोटल इनकम कि आपकी टोटल इनकम कितनी है टोटल इनकम का मतलब पांचों हेड की टोटल इनकम दैट इज कॉल्ड ग्रॉस टोटल इनकम माइनस डिडक्शन अंडर चैप्टर सिक्स से आप लेस कर दीजिए आपको मिलेगा टोटल इनकम या जिसको आप नेट टैक्सेबल इनकम बोल सकते हो इफ योर टोटल इनकम इज अप टू 50 लाख तो आपको कोई सरचार्ज नहीं लगेगा इधर देखिए सब लोग देखिए इफ यू आर टोटल इनकम मींस आपकी जो टोटल इनकम है नेट टैक्सेबल इनकम वो नेट टैक्सेबल इनकम अप टू 50 लाख है तो गाइस आपको कोई सरचार्ज नहीं लगेगा बट सपोज इफ योर टोटल इनकम इज मोर दन 50 लाख 50 लाख से ज्यादा है एंड अप टू 1 करोड़ है तो आपको सरचार्ज लगेगा 10 पर की रेट से इफ योर टोटल इनकम इज मोर देन 1 करोड़ एंड अप टू 10 करोड़ है तो आपको सरचार्ज लगेगा 15 सॉरी नॉट मो मोर देन 1 करोड़ अप टू 10 करोड़ नहीं मोर देन 1 करोड़ अप टू 2 करोड़ है तो आपको सरचार्ज लगेगा 15 पर इफ योर टोटल इनकम इज मोर देन 2 करोड़ अप टू 5 करोड़ है तो आपको सरचार्ज लगेगा 25 एंड गाइज इफ योर टोटल इनकम इज मोर देन 5 करोड़ तो सरचार्ज लगेगा 37 पर तो मैंने क्या बोला सरचार्ज कितना लगेगा तो सरचार्ज डिपेंड्स ऑन योर टोटल इनकम इफ योर टोटल इनकम इज अप टू 50 लाख देयर इज नो सरचार्ज इफ योर टोटल इनकम मोर मन 50 लाख अप टू 1 करोड़ देन 10 पर मोर देन 1 करोड़ अप टू 2 करोड़ देन 15 पर मोर देन 2 करोड़ अप टू 5 करोड़ देन 25 एंड मोर देन 5 करोड़ देन 37 पर सरचार्ज ऑन द टैक्स और सरचार्ज किस पर लगेगा टैक्स पे लगेगा फर्स्ट आप टैक्स कैलकुलेट कर दीजिए और उस टैक्स प वापस आपको ऐड करना है सरचार्ज तो टैक्स जो आएगा उसका आपको 10 पर 15 25 37 एस द केस मे भी आपको क्या करना पड़ेगा ऐड करना पड़ेगा लेकिन बेटा एक चीज समझना कुछ चार स्पेशल इनकम होती है स्पेशल इनकम कौन सी जो शेयर मार्केट से रिलेटेड होती है एक तो आपका लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन 112a वाला जो 10 पर से टैक्सेबल होता है एक शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन िप व ए वाला जो कि 15 पर से टैक्सेबल होता है एक तुम्हारा डिविडेंड का इनकम जो कि नॉर्मल टैक्स रेट से टैक्सेबल होता है ये तो शेयर मार्केट वाली तीन चीजें हो गई वन इज द एलटीसीजी 112a एसटीसीजी 11a एंड डिविडेंड दैट इज फ्रॉम शेयर मार्केट एंड गाइस एक तुम्हारा कोई भी दूसरा लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन है कोई भी दूसरा लॉन्ग टम कैपिटल गेन मीस प्रॉपर्टी वगैरह बेचने से उसपे 20 पर से टैक्सेबल होता है एक चीज ध्यान रखना यह चार तरह की इनकम ऐसी है जिस पे मैक्सिमम सरचार्ज 15 पर हो सकता है उसपे 25 एंड 37 पर का सरचार्ज नहीं आएगा तो ये चार इनकम ऐसी है यह जो चार इनकम है वो ऐसी है कौन सा लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन 112a शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन 1a लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन 112 एंड डिविडेंड का इनकम गाइ ये चार स्पेशल इनकम ऐसी है कितना भी इनकम हो उसपे मैक्सिमम सरचार्ज है वो 15 पर हो सकता है उसके टैक्स पे उससे ज्यादा सरचार्ज नहीं आएगा मींस 25 एंड 37 ये सरचार्ज आपका नहीं लगेगा अब एक चीज समझना अगर मान लो यहां पे मैंने बहुत बढ़िया तरीके से दे रखा है आपको कैसे ध्यान देने का ठीक है देखिए सबसे पहले अगर आपकी टोटल इनकम अप टू 50 लाख है तो तो कोई सरचार्ज आएगा ही नहीं टोटल इनकम अगर आपकी 50 लाख से ज्यादा है अप टू 1 करोड़ है तो जो भी टैक्स आएगा उसपे आप 10 पर सरचार्ज ले लीजिए अगर टोटल इनकम आपकी 1 करोड़ से ज्यादा है अप टू 2 करोड़ है तो जो भी टैक्स आएगा उसपे आप 15 पर सरचार्ज ले लीजिए लेकिन यहां पे अब देखो एटिक चीजें है आपकी टोटल इनकम है वो मोर दन 2 करोड़ है मींस आपकी टोटल इनकम 2 करोड़ से ज्यादा हो गया तो सरचार्ज कितना होना चाहिए 25 बट रुको यहां पे क्या लिखा है अगर आपकी टोटल इनकम है वो मोर दन 2 करोड़ है एंड इट इंक्लूड द डिविडेंड कैपिटल गेन 11 111a 112a और 112 मींस स्पेशल इनकम है उसमें करके ठीक है स्पेशल इनकम है तो आप एक काम करो जो ये स्पेशल इनकम पे टैक्स आएगा उस परे सरचार्ज लेना है 15 पर बिकॉज मैक्सिमम सरचार्ज स्पेशल इनकम के टैक्स पे 15 होगा अब आपको यह देखना है कि रिमेनिंग इनकम कितना है आपका जो रिमेनिंग इनकम इस स्पेशल इनकम को हटा दो और रिमेनिंग इनकम देखो कितना है अगर रिमेनिंग इनकम जो है वो रिमेनिंग इनकम अगर अप टू 2 करोड़ ही है तो रिमेनिंग इनकम के पे जो टैक्स आएगा ना उसपे भी सरचार्ज आपको 15 पर लेना है लेकिन जो रिमेनिंग इनकम है इस इनकम स्पेशल इनकम को छोड़ के जो रिमेनिंग इनकम है वो इट सेल्फ इज मोर दन 2 करोड़ वो रिमेनिंग इनकम ही अगर आपका 2 करोड़ से ज्यादा है तो रिमेनिंग इनकम पे जो टैक्स आएगा उसपे सरचार्ज आपको 25 लेना है एंड रिमेनिंग इनकम अपने आप में अगर 5 करोड़ से ज्यादा है तो रिमेनिंग इनकम पे जो टैक्स आएगा उस पे आपको 37 पर सरचार्ज लेना है तो देखो मैंने क्या बोला आप देखो पहले टोटल इनकम अगर टोटल इनकम इज अप टू 50 लाख तो तो सरचार्ज आएगा ही नहीं लेना ही नहीं है कुछ सरचार्ज टोटल इनकम 50 लाख से ज्यादा है अप टू 1 करोड़ है तो 10 पर सरचार्ज ऐड कर दो यहां तक कोई दिक्कत नहीं अगर टोटल इनकम मोर दन 1 करोड़ अप टू 2 करोड़ है तो आप 15 पर सरचार्ज ऐड कर दो यहां तक भी कोई दिक्कत नहीं बट बाबू अगर टोटल इनकम 2 करोड़ से ज्यादा है तो तो 2 करोड़ से ज्यादा है और अगर उसमें यह एलटीसीजी 112a एसटीसीजी 111a एलटीसीजी एंड डिविडेंड का इनकम है तो इन इनकम पे जो टैक्स आएगा उसपे मैक्सिमम सरचार्ज 15 ऐड करो अब आप देखो रिमेनिंग इनकम कितना है रिमेनिंग इनकम अगर 2 करोड़ तक ही है तो रिमेनिंग इनकम पे टैक्स आएगा उसपे भी सरचार्ज आप 15 ले लो बट रिमेनिंग इनकम इज़ मोर दन 2 करोड़ अप टू 5 करोड़ है तो रिमेनिंग इनकम पे जो टैक्स आएगा उस पे सरचार्ज है वह आप 25 लो बट रिमेनिंग इनकम इट सेल्फ इज़ मोर दन 5 करोड़ तो रिमेनिंग इनकम पे जो टैक्स आएगा उस पे आपको 37 सरचार्ज ऐड करना है यहां पे मैंने बहुत बड़ी बढ़िया सी टेबल दे रखी है जब आप यह टेबल देखोगे आपको और ज़्यादा क्लेरिटी बैठ जाएगी उसके बाद क्वेश्चन यह आता है कि सर एक बात बताइए कंपनी के लिए टैक्स रेट क्या है तो कंपनी के लिए मैं बताऊं कंपनी के लिए टैक्स रेट क्या रहती है दैट डिपेंड्स कि कंपनी कौन सी है अगर कंपनी डोमेस्टिक कंपनी है या फॉरेन कंपनी है डोमेस्टिक कंपनी है तो डोमेस्टिक कंपनी के लिए टैक्स रेट है वो आपकी नॉर्मली 30 रहती है बट इ डोमेस्टिक कंपनी का टर्नओवर है वो प्रीवियस ईयर 2122 का टर्नओवर इज अप टू 400 करोड़ डोमेस्टिक कंपनी का प्रीवियस ईयर 2122 का टर्नओवर है वो अगर अप टू 400 करोड़ है तो डोमेस्टिक कंपनी पे टैक्स है वो 25 की रेट से आएगा इस साल में हम टैक्स कौन से ईयर के लिए निकाल रहे हैं प्रीवियस ईयर 2324 के लिए बट डोमेस्टिक कंपनी के लिए टर्नओवर कौन से ईयर का दे देख रहे हैं 2122 का देख रहे हैं तो 2122 का टर्नओवर इज अप टू 400 करोड़ तो डोमेस्टिक कंपनी का टैक्स रेट इज 25 बट डोमेस्टिक कंपनी का अगर टर्नओवर है वो 400 करोड़ से ज्यादा है या उस ईयर में डोमेस्टिक कंपनी था ही नहीं तो उस पर्टिकुलर केस में डोमेस्टिक कंपनी का टैक्स रेट है वो 30 फॉरेन कंपनी जो भी होती है ना उसका टैक्स रेट होता है 40 बट एक बात बताओ कंपनी के केस में भी सरचार्ज लगता है कंपनी के केस में सरचार्ज लगेगा इफ योर टोटल इनकम इज मोर देन 1 करोड़ एंड गाइज ध्यान रखना इफ योर टोटल इनकम इज मोर दन 1 करोड़ अप टू 10 करोड़ तो डोमेस्टिक कंपनी के केस में सरचार्ज लगेगा 7 पर एंड इफ योर टोटल इनकम इज मोर दन 10 करोड़ देन डोमेस्टिक कंपनी के केस में सरचार्ज लगेगा 12 और वही फॉरेन कंपनी के केस में 2 पर एंड 5 पर फॉरेन कंपनी के केस में सरचार्ज की रेट कम है फॉरेन कंपनी के केस में सरचार्ज की रेट कम क्यों है क्योंकि फॉरेन कंपनी के केस में आप देखोगे टैक्स रेट ऑलरेडी 40 पर है तो सरचार्ज की रेट कम है तो देखो सरचार्ज कैसे लगेगा इफ यूर टोटल इनकम ऑफ द डोमेस्टिक कंपनी मोर दन 1 करोड़ अप टू 10 करोड़ तो 7 मोर दन 10 करोड़ है तो 12 पर एंड फॉरेन कंपनी के केस में 2 पर एंड 5 पर की रेट से सरचार्ज आएगा अब एक बात समझना जो भी पार्टनरशिप फर्म है एलएलपी है एंड लोकल अथॉरिटी है उनके केस में टैक्स रेट क्या है तो मैं बता दूं पार्टनरशिप फर्म एलएलपी एंड लोकल अथॉरिटी के केस में टैक्स रेट है वो 30 है क्या यहां पे सरचार्ज लगता है आंसर इज यस यहां पे सरचार्ज लगेगा 12 पर की रेट से अगर आपका टोटल इनकम 1 करोड़ से ज्यादा है अब एक चीज समझना कोऑपरेटिव सोसाइटी के केस में टैक्स रेट क्या है तो कोऑपरेटिव सोसाइटी जो होती है है ना उसके केस में टैक्स रेट कैसे दे रखा है क्या देखो अगर कोऑपरेटिव सोसाइटी का इनकम अप टू 10000 है तो तो टैक्स रेट 10 पर यहां कोई बेसिक एमपन नहीं है 10000 से लेके 20000 तक टोटल इनकम है तो 20 एंड 20000 से ज्यादा है तो 30 पर यहां सरचार्ज कैसे लगेगा सेम एज डोमेस्टिक कंपनी मींस इफ योर टोटल इनकम इज़ मोर दन 1 करोड़ अप टू 10 करोड़ देन 7 पर मोर दन 10 करोड़ देन 12 अब एक और चीज समझना जो भी आप टैक्स निकालते हो उसमें सरचार्ज ऐड करते हो उसमें फिर आपको ऐड करना पड़ेगा 4 पर हेल्थ एंड एजुकेशन सेस सो हेल्थ एंड एजुकेशन सेस है वो मैंडेटरी है वो लगेगा ही लगेगा करके आपका इनकम कितना भी हो आपका टैक्स कितना भी हो उससे फर्क नहीं पड़ता जो भी टैक्स आएगा उस टैक्स में 4 पर की रेट से आपको हेल्थ एंड एजुकेशन सेस है वो लेना पड़ेगा चलिए अब एक और चीज समझना आपकी जो भी टोटल इनकम आती है ना और जो टैक्स लायबिलिटी आती है उसको राउंडेड ऑफ करना पड़ेगा इन द नियरेस्ट रुपीज ऑफ द 10 मींस 10 के नियरेस्ट में आपको राउंडेड ऑफ करना है अगर मान लो 12 2 3 4 है तो आप लोअर वाले 10 में आ जाइए 5 6 7 8 9 है तो आप हायर वाले 10 में चले जाएंगे जैसे मान लो 5836 है तो आपको 840 लेना है 835 है तो भी 840 लेना है बट मान लो 833 है तो आपको 830 है वो आपको लेना पड़ेगा उसके बाद मैंने कुछ एग्जांपल्स दे रखे हैं ये एग्जांपल करोगे तो आपको समझ में आ जाएगा अब एक कांसेप्ट आता है मार्जिनल रिलीफ ये मार्जिनल रिलीफ कहां लगता है तो मैं बता दूं मार्जिनल रिलीफ हर जगह लगेगा जहां-जहां सरचार्ज लगता है तो जहां-जहां सरचार्ज लगता है वहां वहां मार्जिन रिलीफ लगता है बिकॉज़ बहुत बार ऐसा होता है कि सरचार्ज की वजह से आप आपका जितना इनकम बढ़ा ना उस इनकम से ज्यादा आपका टैक्स बढ़ जाता है मेनी टाइम इट्स हैपन दैट कि आपका जो टैक्स है वह इनकम से भी ज्यादा बढ़ जाता है ड्यू टू द सरचार्ज तो उस पर्टिकुलर केस में यहां पे गवर्नमेंट आपको मार्जिनल रिलीफ देती है क्वेश्चन ये आता है कि मार्जिनल रिलीफ की सेक्शन क्या है मैं बता दूं मार्जिनल रिलीफ की कोई सेक्शन नहीं है मार्जिनल रिलीफ का कांसेप्ट है वो आपको जो दे रखा है वो दे रखा है कहां पे आपके फाइनेंस एक्ट में ही एक प्रोवाइज के फॉर्म में दे रखा है तो वहां पर आपका कोई मतलब सेक्शन नंबर नहीं है इसका अब ये मार्जिनल रिलीव कैसे मिलेगा जैसे मैं एक एग्जांपल लेता हूं कि जैसे एक कंपनी है देखो उस कंपनी का टोटल इनकम 1 करोड़ 1 लाख है और कंपनी का टैक्स रेट है फॉर एन एग्जांपल 30 पर तो 1 करोड़ 1 लाख पे टैक्स निकाला 30300 अब डोमेस्टिक कंपनी है इनकम 1 करोड़ 1 लाख है तो यहां पे क्या आपको सरचार्ज लगेगा आंसर इज यस बिकॉज इनकम इज मोर दन 1 करोड़ तो सरचार्ज इज एप्लीकेबल ट द रेट 7 पर आप इसमें 7 पर सरचार्ज को ऐड करते हैं तो 3242 10000 आता है क्योंकि टैक्स प्लस सरचार्ज अब एक चीज समझना ये कंपनी बोलती है हमने गलती कर दी कि हमने इनकम 1 करोड़ 1 लाख कमाया अगर हमने इनकम 1 करोड़ ही कमाया होता तो क्या होता एक बात बताओ अगर इनका इनकम 1 करोड़ ही होता तो उसपे टैक्स कितना आता सिर्फ 30 लाख आता उसपे टैक्स कितना आता 30 लाख आता क्या कोई सरचार्ज आता क्या आंसर इज नहीं आता तो कंपनी बोलती है हमने गलती कर दी बहुत गलती कर दी बिकॉज़ हम अगर इनकम 1 करोड़ ही कमाते तो हमारा टैक्स 30 लाख ही आता हमने 1 करोड़ 1 लाख कमाया हमारा टैक्स 32 42100 आ रहा है हमको नहीं चाहिए यह एक्सेस वाला 1 लाख कंपनी बोलती है कि यह 1 लाख निर्मला सीतारमन जी नरेंद्र मोदी जी आप ही रख लो हमको नहीं चाहिए तो भी हमारा 31 लाख होता है और आप यहां पे 32 42100 ले रहे हो यह तो गलत है ना क्योंकि आप यहां पर देखोगे आपकी इनकम में जो इंक्रीमेंट हुआ वह कितने से हुआ लाख से हुआ और उसकी वजह से आपके टैक्स में इंक्रीमेंट कितने से हुआ 242 10000 से हुआ तो यहां तो टैक्स जो है वह ज्यादा ब रहा है एज कंपेयर्ड टू इनकम तो यहां लॉ मेकर्स बोलते हैं डोंट वरी हम आपको 140 टू 100 का मार्जिनल रिलीफ दे देंगे और आपको ऑनली ₹1 लाख जो है वो हम चार्ज करेंगे मींस आपसे ₹1 लाख चार्ज करेंगे अब एक चीज समझना एग्जाम में आपको क्या करने का कि जब भी आपकी इनकम जैसे कंपनी के केस में लिटिल बिट मोर दन 1 करोड़ है या लिटिल बिट मोर दन 10 करोड़ है इंडिविजुअल एचयूएफ एओ बीओआई आर्टिफिशियल जूरिडिकल पर्सन के केस में लिटिल बिट मोर देन या तो आपका 50 लाख है या लिटिल बिट मोर दन 1 करोड़ है 2 करोड़ है 5 करोड़ है मीस जहां-जहां सरचार्ज लगता है या सरचार्ज की रेट चेंज होती है तो आपको क्या करने का देखो जो भी इनकम आती है ना उस इनकम पे पहले आप टैक्स निकाल दो उस टैक्स में आपको सरचार्ज है वो पहले ऐड कर दो और सरचार्ज ऐड करने के बाद बाद में आपको एक लाइन लिखने का जो मैं यहां बता रहा हूं देखिए आपको एक लाइन लिखने का ये सरचार्ज ऐड करने के बाद जो अमाउंट आता है उसके बाद ये लाइन लिखने का कि अबोव अमाउंट इज रिस्ट्रिक्टेड टू टैक्स ऑन 1 करोड़ मींस 1 करोड़ ही इनकम होता तो टैक्स कितना आता वो ले लो और प्लस कर दो एनटीआई - 1 करोड़ मींस 1 करोड़ के ऊपर वाला जितना भी इनकम है वो एज इट इज मोदी जी को दे दो निर्मला सीता रमण जी को दे दो तो जो भी आपका 1 करोड़ अगर इनकम होता तो टैक्स कितना आता 30 लाख आता 30 लाख के ऊपर का इनकम कितना है 1 लाख है वो एज इट इज गवर्नमेंट को दे दो 31 लाख आया और मैं बोल रहा हूं कि यह वाला अमाउंट जो है यह दूसरे 31 लाख से रिस्ट्रिक्टर इसका मतलब व्हिच एवर इज लोअर है वो आप कंटिन्यू कर दो यहां ऑटोमेटिक मार्जिनल रिलीफ मिल जाएगा ऑटोमेटिक मार्जिनल रिलीफ है वो आपका मिल जाएगा और फिर आप इसमें हेल्थ एंड एजुकेशन सेस ऐड कर दो अब एक बात समझना बहुत बत बार क्या होता है सरचार्ज की रेट चेंज होती है जैसे इंडिविजुअल एच एओ बी आर्टिफिशियल जूरिडिकल पर्सन में अगर 1 करोड़ से ज्यादा इनकम है तो आपके सरचार्ज की रेट है वो 100% की जगह 15 हो जाएगी तो आप वहां पे क्या करोगे कि टैक्स ऑन द 1 करोड़ निकालो ग प्लस एडिशनल इनकम दे दीजिए करके ठीक है उसके बाद में अगर 2 करोड़ है तो टैक्स ऑन द 2 करोड़ और एडिशनल इनकम है वो गवर्नमेंट को दे दीजिए तो यहां पे जहां-जहां सरचार्ज लगता है ना उससे लिटिल बिट इनकम ज्यादा है तो ये कांसेप्ट फॉलो करने का पहले क्या करने का आप टैक्स निकालो सरचार्ज ऐड करो फिर अमाउंट लिखो दिस अमाउंट इज रिस्ट्रिक्टेड टू रेस्टिक ड टू टैक्स ऑन 50 लाख 1 करोड़ 2 करोड़ 5 करोड़ 10 करोड़ जो भी केस रहे करके और फिर जो उससे ऊपर थोड़ा बहुत इनकम है वो एज इट इज गवर्नमेंट को दे दो तो आपको मार्जिनल रिलीफ है वो ऑटोमेटिक मिल जाएगा फिर लास्ट में आपको हेल्थ एंड एजुकेशन सेस है वो आपको ऐड करना है चलिए उसके बाद में एक सेक्शन आती है दैट इज द रिबेट फ्रॉम टैक्स ऑफ सर्टेन इंडिविजुअल एक बात समझना 87a का रिबेट ये 87a का रिबेट क्या बोलता है पता है कि अगर कोई भी पर्सन रेजिडेंट इंडिविजुअल है और उसका टोटल इनकम है वो 5 लाख से ज्यादा नहीं है टोटल इनकम इज अप टू 5 लख तो बेटा उसको रिबेट मिलेगा 87a का और 87a का रिबेट कितना मिलेगा 100% ऑफ द टैक्स पेबल और 12500 व्हिच एवर इज लोअर सो यह रिबिट किसको मिलता है अगर आप रेजिडेंट इंडिविजुअल हो मींस एच कंपनी वगैरह किसी को नहीं मिलता रेजिडेंट इंडिविजुअल को और आपका टोटल इनकम 5 लाख से ज्यादा नहीं है तो आपको 100% ऑफ टैक्स पेबल और 12500 व्हिच एवर इज लोअर का आपको रिबेट मिल जाएगा एक और चीज समझना यहां पे 5 लाख से अगर लिटिल बिट इनकम भी ज्यादा है तो भी यहां मार्जिनल रिलीफ नहीं मिलता मार्जिनल रिलीफ है वो मार्जिनल रिलीफ आपको नहीं मिलेगा यहां पे टैक्स भरना ही पड़ेगा जैसे आपकी इनकम है वो 5 लाख होती तो तो टैक्स नहीं लगता यहां 57000 है तो आपको टैक्स आएगा 14456 है वो आएगा यहां मार्जिनल रिलीफ का कोई कांसेप्ट नहीं है 87a रिबेट में एक और चीज समझना ये जो रिबिट है ना वो किसी भी टाइप की अगर आपकी इनकम है उसके साम उसके टैक्स के सामने मिलेगा कोई भी टाइप का इनकम हो इसका एक एक्सेप्शन है 112a एलटीसीजी के सामने नहीं मिलता 112a एलटीसीजी जो रहेगा उसपे जो टैक्स आएगा उसके सामने ये रिबेट नहीं मिलेगा बाकी कोई भी आपका इनकम पे टैक्स है उसके सामने यह रिबेट मिल जाएगा याद क्या रखना है इंडिविजुअल होना चाहिए रेजिडेंट होना चाहिए इनकम अप टू 5 लाख तो जो भी 100% ऑफ़ टैक्स और 12500 व्हिच एवर इज़ लोअर ये दोनों एग्जांपल आप देख लीजिए अब अपन चालू करते हैं बहुत ही इंटरेस्टिंग पार्ट और यहां पे अमेंडमेंट है अल्टरनेटिव टैक्सेशन रिजूम यस पीपल तो यहां पे आपको ध्यान देना है 115 बीएससी और यह एग्जाम में क्वेश्चन आने वाला है इस बार लिख के ले लो करके ठीक है क्यों आने वाला है उसके पीछे का रीज़न भी अभी मैं बताऊंगा तो सेक्शन है 115 बीएसी इस साल से पूरा अमेंड हो गया है बाय फाइनेंस एक्ट 2023 और ये सेक्शन क्या बोलती है समझने की कोशिश करना पहली चीज तो नाउ दिस सेक्शन इज एप्लीकेबल फॉर इंडिविजुअल एचएफ एओ पी बी आर्टिफिशियल जूरिडिकल पर्सन सबके लिए है मीस कुल मिला के जिन के लिए स्लैब रेट लगता है लास्ट ईयर तक क्या होता था दिस सेक्शन वाज एप्लीकेबल ओनली फॉर इंडिविजुअल एचयूएफ बट नाउ दिस सेक्शन इज एप्लीकेबल फॉर इंडिविजुअल एचयूएफ एओ पी बीओआई आर्टिफिशियल जूरिडिकल पर्सन ये सेक्शन जो है कोऑपरेटिव सोसाइटी पे नहीं लगती है कोऑपरेटिव सोसाइटी को छोड़ के बाकी कोई भी एओ पी बीओआई आर्टिफिशियल जूरिडिकल पर्सन इंडिविजुअल एचयूएफ भले रेज ट है नॉन रेजिडेंट है अब ये सेक्शन लगेगी यह सेक्शन बोलती है कि आपको स्लैब रेट कैसे चेंज हो जाएगा स्लैब रेट में आपको 3 लाख का बेसिक एमपन मिलेगा 3 लाख टू 6 लाख है उसपे आपको 5 पर टैक्स रेट आफ्टर दैट 6 लाख टू 9 लाख है उसपे 10 पर 9 लाख टू 12 लाख है उसपे 15 पर 12 लख टू 15 लाख है उसपे 20 पर एंड गाइस 15 लाख से ऊपर रहेगा उसपे 30 पर टैक्स रेट मीस 15 लाख तक यहां पर स्लैब रेट है तो अप टू 3 लाख इज अ बेसिक एमपन 3 लाख टू 6 लाख है 5 पर 6 लाख टू 9 लाख है 10 पर 9 लाख टू 12 लाख 15 12 लाख टू 15 लाख 20 पर एंड मोर दन 15 लाख इज अ 30 तो ये तुम्हारा स्लैब रेट रहेगा इसको आप याद कैसे रखोगे तो इधर ध्यान दीजिए इधर आप ₹ 3 लाख ऐड करते रहिए एंड यहां पे आप 55 पर ऐड करते रहिए लेकिन लास्ट में ध्यान रखना यहां पे 10 पर का जंप है तो यहां पे 3 लाख 3 लाख ऐड करिए 3 लख 6 लाख 9 लाख 12 लाख 15 लाख मोर दन 15 लाख एंड गाइस यहां पे जो जंप है पहला निल 5 10 पर 15 20 एंड यहां लास्ट वाला जो है वो 30 पर मींस यहां 10 पर का लास्ट में जंप है तो आप ऐसे याद रखिए ना कि 15 लाख से जो ऊपर रहेगा उसपे 30 पर है और पहले आप 55 पर है वो आप ऐड करिए करिए ठीक है चलिए अब एक चीज समझना यहां पे क्वेश्चन ये आता है कि सर आप बोल रहे हैं स्लैब रेट ये लगेगा सर क्या ये इंडिविजुअल एचयूएफ एओ पीवीआई नॉन रेजिडेंट है तो भी ये लगेगा आंसर इज यस सर अगर सीनियर सिटीजन है सुपर सीनियर सिटीजन है तो भी यही लगेगा आंसर इज यस भले वो सीनियर सिटीजन हो भले वो सुपर सीनियर सिटीजन हो तो भी आपको बेसिक एग्मन है वो य इस सेक्शन में 3 लाख का ही आएगा लेकिन सर एक बात बताइए स्पेशल रेट्स की इनकम कौन सी रेट से टैक्सेबल होगा जैसे जो स्पेशल रेट्स होता है एलटीसीजी 112a 10 वाला एसटीसीजी 1a 15 वाला एलटीसीजी जो है वो 20 विनिंग है वो 30 तो सर वो कौन सी रेट से टैक्सेबल होगा गाइ जो टैक्स रेट है उसी रेट से टैक्सेबल होगा मींस एलटीसीजी 1128 10 से एसटीसीजी 131 है 15 से विनिंग का 30 से एलटीसीजी है वो 20 से तो जो स्पेशल रेट है उसी रेट से टैक्सेबल होगा सर सरचार्ज लगेगा क्या जब टैक्स रेट ये वाला लग रहा है ये स्लैब रेट लग रहा है तो सरचार्ज लगेगा आंसर इज यस सरचार्ज वैसे ही लगेगा जैसा पहले अपन ने सीखा है कि अप टू 50 लाख का इनकम है कोई सरचार्ज नहीं 50 लाख से लेके 1 करोड़ तक है 10 पर 1 करोड़ टू 2 करोड़ आपका इनकम है तो 15 पर मींस आपका 50 लाख तक इनकम है कोई सरचार्ज नहीं 50 लाख से लेक 1 करोड़ है 10 पर 1 करोड़ टू 2 करोड़ है 15 पर 2 करोड़ से ऊपर है 5 करोड़ तक तो 25 एंड 5 करोड़ से ज्यादा है वहां 37 पर था बाबू यहां पे 37 पर वाला सरचार्ज का रेट हटा दिया है यहां 37 सरचार्ज नहीं लगेगा मीस इफ योर इनकम इज मोर दन 2 करोड़ ना देन मैक्सिमम सरचार्ज आपका यहां पे 25 लगेगा 37 पर वाला सरचार्ज नहीं लगेगा यह आपको ध्यान रखना है यहां 37 पर वाला सरचार्ज है वो नहीं लगेगा हेल्थ एंड एजुकेशन सेस है वो आपका 4 पर आएगा एक और चीज समझना अगर आप 115 बीएसी सेक्शन लेते हो और इस रेट से टैक्स भरते हो तो बेटा आपको एएमटी नहीं लगेगा जो अल्टरनेट मिनिमम टैक्स होता है ना वो एएमटी नहीं लगेगा एज वेल एज सर पुराना एएमटी क्रेडिट है उसका क्या करेंगे वो लैप्स हो जाएगा पुराना एएमटी क्रेडिट है वो लैप्स हो जाएगा क्योंकि जब एएमटी लग ही नहीं रहा है तो एएमटी क्रेडिट का क्या करोगे अचार डालोगे वो 15 इयर्स तक कैरी फॉरवर्ड कर सकते हैं बट उसका कुछ भी नहीं होगा वो लैप्स हो जाएगा अब एक चीज समझना अगर मान लो आप ये सेक्शन का बेनिफिट लेना चाहते हो 115 बीएसी का तो आपको कुछ बलिदान देने पड़ेंगे कुछ बलिदान देने पड़ेंगे कुछ आहुतियां देनी पड़ेगी सर क्या-क्या ब द दन देने पड़ेंगे क्या-क्या आहुतियां देनी पड़ेगी तो मैं आपको क्या करता हूं हेड बाय हेड समझाता हूं एक चीज समझना सबसे पहले अगर मैं सैलरी की बात करूं तो सैलरी हेड में यू नो दैट एक सेक्शन 16 में डिडक्शन मिलता है एक तो मिलता है एंटरटेनमेंट अलाउंस का एक मिलता है प्रोफेशनल टैक्स का तो वो डिडक्शन नहीं मिलेगा जो एंटरटेनमेंट अलाउंस का डिडक्शन गवर्नमेंट एंप्लॉई को मिलता है प्रोफेशनल टैक्स का डिडक्शन सबको मिलता है वो डिडक्शन आपको नहीं मिलेगा एक चीज समझना सर सेक्शन 16 में तो एक 50000 का स्टैंडर्ड डिडक्शन भी मिलता है है वो मिलेगा या नहीं मिलेगा बाबू वो मिलेगा भले आप 115 बीएससी लो या 115 बीएससी नहीं लो वो 50000 का स्टैंडर्ड डिडक्शन जो सैलरी में मिलता है वो मिलता रहेगा वो मिलेगा ये अमेंडमेंट है ध्यान देना बाबू लोगों जिन्होंने लास्ट ईयर एग्जाम दिया था और इस बार वापस दे रहे हैं मे 2024 में नवंबर 2024 में याद रखना पहले क्या था 115 बीएससी लेते थे तो वो 50000 का स्टैंडर्ड डिडक्शन नहीं मिलता बट अब मिलेगा सिर्फ क्या नहीं मिलेगा सैलरी में एक तो एंटरटेनमेंट अलाउंस का जो डिडक्शन गवर्नमेंट एंप्लॉई को मिल है वो नहीं मिलेगा और दूसरा प्रोफेशनल टैक्स का जो डिडक्शन मिलता है वो नहीं मिलेगा दूसरा आपको पता है लीव ट्रेवल कंसेशन लीव ट्रेवल कंसेशन जो घूमने जाते हैं बाय एयर गए तो इकोनॉमी क्लास का फेयर और एक्चुअल एक्सपेंडिचर व्हिच एवर इज लोअर बाकी किसी भी मोड से गए तो रेलवे का फर्स्ट क्लास एसी फेयर जो आपका लीव ट्रेवल कंसेशन का एमपन मिलता है वो एमपन नहीं मिलेगा उसके बाद जो एचआरए की एमपन है वो एचआरए की एमपन नहीं मिलेगी उसके बाद आपको कोई भी अलाउंस की एमपन नहीं मिल मिलेगी अलाउंस की एमपन में आपको पता रहेगा जैसे चिल्ड्रन हॉस्टल अलाउंस 300 पर मंथ पर चाइल्ड मैक्सिमम टू चाइल्ड चिल्ड्रन एजुकेशन अलाउंस टू 100 पर मंथ पर चाइल्ड मैक्सिमम टू चाइल्ड वो सब एमपन नहीं मिलेगी लेकिन बाबू चार एमपन मिलेगी मींस डीटीडीसी वाली चार एग्मन मिलेगी डीटीडीसी डीटीडीसी कैसे याद रखोगे पहले डी का मतलब होता है कि जो भी दिव्यांग एंप्लॉई होता है ना हैंडीकैप्ड एंप्लॉई होता है उसको पता है उसको जो ऑफिस से घर के लिए ट्रांसपोर्ट अलाउंस या जिसको क्यूटे अलाउंस बोलते हैं उस पे एगम मिलती है आपका 3200 पर मंथ का तो मैक्सिमम 3200 पर मंथ का एमपन मिला है मिलता है वो एमपन मिलता रहेगा दैट इज कॉल्ड योर डीटीडीसी में डी का मतलब उसके बाद दूसरा टी का मतलब होता है ट्रैवलिंग ऑन टूर अलाउंस जो एंप्लॉई ट्रेवलिंग ऑन टूर टूर पे जाते हैं तो उनको जो अलाउंस मिलता है जितना एक्चुअल एक्सपेंडिचर करते हैं उतना डिडक्शन मिलता है वो मिलता रहेगा उसके बाद डेली अलाउंस एंड उसके बाद कन्वेंस अलाउंस तो बेटा मैं बताऊं ये ट्रेवलिंग ऑन टूर अलाउंस डेली अलाउंस एंड कन्वेंस अलाउंस में क्या होता है जितना आप एक्चुअल में एक्सपेंडिचर करते हो उतना एमपन मिलता है तो यह एमपन आपको मिलता रहेगा तो यहां पे एक बात बताऊं मैं आपको देखो अगर आप 115 बीएसी का बेनिफिट लेते हो इस रेट से टैक्स भरते हो तो आपको कुछ जो है वो बलिदान देने पड़ेंगे कुछ आहुतियां देनी पड़ेगी क्या-क्या बलिदान देने पड़ेंगे तो सबसे पहला बलिदान तो यह है कि आपको एंटरटेनमेंट अलाउंस प्रोफेशनल टैक्स का जो डिडक्शन मिलता है सेक्शन 16 में वो नहीं मिलेगा लीव ट्रेवल कंसेशन एचआरए की एमपन नहीं मिलेगी किसी भी अलाउंस की एमपन नहीं मिलेगी बट गाइस डीटीडीसी की एमपन मिलेगी जो डीटीडीसी है डीटीडीसी की मिलेगी एक तो दिव्यांग एंप्लॉई के लिए क्यूटे वाला दूसरा तुम्हारा ट्रेवलिंग ऑन टूर अलाउंस करके तीसरा तुम्हारा डेली अलाउंस एंड कन्वेंस अलाउंस उसका एमपन मिलेगा एक और चीज समझना बेटा आपको पता है नॉर्मल केस में आपको पता है जो आप ऑफिस में काम करते हो तो आपको पर मील ऑफिस में खाना दिया जाता है तो ₹ तक का एमपन मिलता है पर क्यूजिक में ₹ तक का एमपन मिलता है वो परकू जिट में ₹ तक का जो पर मील है वो एग्मन नहीं मिलेगा अगर आप यह सेक्शन लेते हो तो तो आप लिख लीजिए यहां पे कहीं पे कि जो भी आपका ₹ पर मील का एमपन पर क्विजिन में मिलता है वो नहीं मिलेगा इफ एसएससी ऑप्टेड द 115 बीएसी सैलरी के बाद में हम बात करते हैं हाउस प्रॉपर्टी में गाइज हाउस प्रॉपर्टी में जो सेल्फ ऑक्यूपाइड प्रॉपर्टी रहता है ना उसमें यू नो दैट इंटरेस्ट का डिडक्शन मिलता है अप टू 2 लाख और 30000 सो अप टू 2 लाख और 30000 जो डिडक्शन मिलता है आपको वो नहीं मिलेगा जो अप टू 2 लाख या 30000 का जो आपको डिडक्शन मिलता है वो आपको नहीं मिलेगा सेल्फ ऑक्यूपाइड प्रॉपर्टी में इंटरेस्ट का डिडक्शन नहीं मिलेगा तो सेल्फ ऑक्यूपाइड प्रॉपर्टी का जो इनकम रहेगा वो ऑलवेज निल रहेगा कभी भी नेगेटिव नहीं आएगा ल ही रहने वाला है उसके बाद एक और चीज समझना आपके लेट आउट प्रॉपर्टी या डीम टू बी लेट आउट प्रॉपर्टी उसमें इंटरेस्ट का डिडक्शन मिलेगा आंसर इज यस लेकिन एक चीज समझना लेट आउट प्रॉपर्टी और डीम टू बी लेट आउट प्रॉपर्टी में आपका नेगेटिव इनकम आया मींस लॉस आया तो उस लॉस को आप किसी और हेड से सेट अप नहीं कर सकते मींस नॉर्मली क्या होता है हाउस प्रॉपर्टी हेड के लॉस किसी और हेड से सेट अप हो सकते हैं अप टू ₹ लाख वो सेट ऑ नहीं नहीं होंगे मींस उसको आपको कैरी फॉरवर्ड ही करना पड़ेगा हाउस प्रॉपर्टी हेड से सेटप हो सकता है बट किसी और हेड से सेटप है वो नहीं हो सकता है करके उसके बाद में अगर मैं पीजीबीपी की बात करूं तो बेटा एक तो तुम्हारा 10 ए जो एसी जड वालों का जो डिडक्शन मिलता है ना स्पेशल इकोनॉमिक जन में अगर आपने इंडस्ट्री लगाई तो फर्स्ट फाइव ईयर के लिए 50 सॉरी 100% ऑफ एक्सपोर्ट प्रॉफिट दूसरे फाइव ईयर के लिए 50 पर ऑफ एक्सपोर्ट प्रॉफिट तीसरे फाइव ईयर के लिए 50 पर ऑफ एक्सपोर्ट प्रॉफिट और एसई जड रिइन्वेस्टमेंट रिजर्व में जितना पैसा डाला व्हिच एवर इज लोअर वो डिडक्शन आपको नहीं मिलेगा 32 122a जो है वो आपको नहीं मिलेगा जो एडिशनल डेप्रिसिएशन है उसका डिडक्शन नहीं मिलेगा उसके बाद साइंटिफिक रिसर्च में जो डोनेशन वाली डिडक्शन है ना वो नहीं मिलेगी साइंटिफिक रिसर्च में आपको पता है मैंने आपको बताया था रिसर्च एसोसिएशन इंस्टिट्यूट कॉलेज यूनिवर्सिटी को आप डोनेशन देते हो साइंटिफिक रिसर्च के लिए सोशल स्टेटस्ट कल रिसर्च के लिए आईआईटी नेशनल लेबोरेटरी को डोनेशन देते हो तो उसका डिडक्शन मिलेगा डोनेशन का डिडक्शन नहीं मिलेगा बाकी बेटा आप अगर इनहाउस रिसर्च करते हो और 3511 का या 3514 का डिडक्शन ले रहे हो वो आपको मिल जाएगा सिर्फ डोनेशन का डिडक्शन है वो आपको नहीं मिलेगा उसके बाद आपको 35 एडी अरेव स्पेसिफाइड बिजनेस कोल्ड चैन फैसिलिटी वेर हाउसिंग फॉर एग्रीकल्चर प्रोड्यूस वेयरहाउसिंग फॉर शुगर स्लरी पाइपलाइन ट्रांसपोर्टेशन ऑफ आयरन ओर वाली याद आया उसके बाद में आपका हॉस्पिटल होटल होना चाहिए टू स्टार और वो कैटेगरी वो स्पेसिफाइड बिजनेस वो 100% डिडक्शन नहीं मिलेंगे उसके बाद आईएफओएस में अगर मैं बात करूं ना तो माइनर की इनकम जब आप पेरेंट्स के हाथ में ऐड करते हो तो यू नो दैट पेरेंट्स को एक 1032 में 1500 पर एनम पर चाइल्ड का एक एमपन मिलता है मैक्सिमम अनलिमिटेड चाइल्ड मैक्सिमम चाइल्ड की लिमिट नहीं है तो ये वाला जो एग्मन 1032 में जो मिलता है वो नहीं मिलेगा उसके बाद जो एमपी एमएलए को जो डेली या कंसीट अलाउंस होते हैं वो एम्प्ट होते हैं डेली एंड कंसीट अलाउंस है वो एम्प्ट होते हैं वो एमपन नहीं मिलेगा उसके बाद गाइस डिडक्शन अंडर चैप्टर सिक्स है एटीसी डी वगैरह जो है एटी यू एटी टीटी टीटीबी डिडक्शन कुछ भी नहीं मिलेगा लेकिन यहां पे ध्यान रखना तीन डिडक्शन मिलेंगे एक तो एड ज एड ज ले सक सकते हो ड ज क्या होता है पता है जा मत आ जा मत आ क्या होता है जब आप क्या करते हो न्यू एंप्लॉई को रिक्रूट करते हो आपका अगर बिजनेस है और बिजनेस में आप न्यू एंप्लॉई को रिक्रूट करते हो तो जितना उनका सैलरी है उसका 30 पर डिडक्शन मिलता है 80 ज ए में वो डिडक्शन मिलेगा 115 बीएसी ले रहे हो तो भी उसके बाद में एसीसीडी टू मिलेगा एसीसीडी टू क्या होता है कि एंप्लॉयर का न्यू पेंशन स्कीम में कंट्रीब्यूशन तो एंप्लॉयर ने जितना न्यू पेंशन स्कीम में कंट्रीब्यूशन किया वो जितना कंट्रीब्यूशन किया है और 10 पर ऑफ सैलरी और सेंट्रल गवर्नमेंट स्टेट गवर्नमेंट एंप्लॉई के केस में 14 पर ऑफ सैलरी उतना डिडक्शन एंप्लॉई को मिलता है एंप्लॉयर के कंट्रीब्यूशन का तो वो एसीसीडी टू मिलेगा एंड एक एटीसीसी ए2 मिलेगा एटीसीसी ए2 क्या है कि अगर अग्निवीर जो है आपने देखा होगा अग्निवीर के बारे में आपने बहुत सुना था बीच में प्रोटेस्ट वगैरह हुए थे तो अग्निवीर के लिए एक अग्निवीर कॉर्पस फंड बनाया है उसमें गवर्नमेंट कंट्रीब्यूशन करती है तो जो अग्निवीर रहेगा वो उसका डिडक्शन 8 स स2 में ले सकता है तो बेटा भले 115 बीएसी लग रहा है तो भी ये डिडक्शन तीन डिडक्शन मिलेंगे एड ज 8cc d2 एंड एसी स2 है ये मिलेगा इसके अलावा कोई भी डिडक्शन अंडर चैप्टर 6a नहीं मिलेगा अब एक और चीज समझना अगर इससे रिलेटेड इससे रिलेटेड मींस इन सेक्शन से रिलेटेड अगर कोई भी पुराना लॉस या अन एब्जॉर्ब डेप्रिसिएशन है तो उसको इग्नोर करना है इन सेक्शन से रिलेटेड अगर कोई भी पुराना लॉस या अन एब्जॉर्ब डेप्रिसिएशन है तो उसको आपको इग्नोर करना है करके ठीक है चलिए उसके बाद में बेटा यहां पे क्वेश्चन ये आता है कि क्या सर हम 115 बीएससी या नॉर्मल वाली कौन सी सेक्शन लेनी चाहिए एक बात बताऊं अभी मैं जो लाइन बोलने वाला हूं वो ध्यान देना इस साल से यह चेंज हुआ है कि यह जो सेक्शन है ना 115 बीएसी यह डिफॉल्ट सेक्शन है मतलब अगर आप कुछ भी नहीं बोलोगे तो आपको यह सेक्शन लगेगी मींस आपको इसी के हिसाब से टैक्स भरना है दिस इज द डिफॉल्ट सेक्शन डिफॉल्ट क्या होता है जैसे मोबाइल में सेटिंग होता है ना डिफॉल्ट सेक् सेटिंग सो डिफॉल्ट सेटिंग का मतलब डिफॉल्ट ये रहेगा तो आपको मैं बताऊं अगर कुछ नहीं करोगे तो डिफॉल्ट सेक्शन है वो यह है इस रेट से टैक्स भरना ही भरना है अब अगर आपको यह सेक्शन नहीं लेना है तो आपको रिटर्न फाइलिंग की ड्यू डेट से पहले-पहले अपने रिटर्न में एक फॉर्म भरना पड़ेगा और उसमें बताना पड़ेगा कि हम इस सेक्शन से ऑप्ट आउट कर रहे हैं अगर आप इस सेक्शन से ऑप्ट आउट करोगे तो फिर आपको नॉर्मल वाली टैक्स रेट लगेगी बट अदर वाइज गाइ दिस ईयर से इस साल से यह आपके लिए डिफॉल्ट टैक्सेशन रेजम है मतलब यह तो आपको लगेगा ही लगेगा अगर ये नहीं लेना है तो फिर आपको इससे बाहर जाना पड़ेगा रिटर्न फाइलिंग की ड्यू डेट से पहले-पहले आपको क्या करना पड़ेगा आपको एओ को बताना पड़ेगा अपने रिटर्न में बताना पड़ेगा कि हम ऑप्ट आउट कर रहे हैं 115 बीएसी से तब आप नॉर्मल प्रोविजन में चले जाओगे अब एक चीज समझना यहां पे एक इंटरेस्टिंग चीज ये आती है कि अगर आपको 115 बीएसी नहीं लेना है तो आपको क्या करना पड़ेगा अगर आपका पीजीबीपी का इनकम नहीं है तो एव्री ईयर आपके पास ऑप्शन है हर साल आपके पास ऑप्शन है हर साल आपके पास ऑप्शन है क्या हमको 115 बीएसी लेना है या नहीं लेना अगर कुछ नहीं बोलोगे तो 115 बीएसी है डिफॉल्ट बट अगर आपने 115 बीएससी से ऑप्ट आउट किया तो नॉर्मल वाले प्रोविजन के हिसाब से आपको टैक्स भरना पड़ेगा लेकिन एक चीज समझना अगर आपका बिजनेस का इनकम है पीजीबीपी का इनकम है तो आपको क्या करना है इस साल में पीजीबीपी का इनकम है आपको नॉर्मल प्रोविजन के हिसाब से जाना है तो आप इस सेक्शन से ऑप्ट आउट करो आप 115 बीएससी से ऑप्ट आउट मींस 115 बीएससी से बाहर आओ उसका फॉर्म भर दोगे हम नॉर्मल प्रोविजन फॉलो करेंगे अब क्वेश्चन ये आता है नॉर्मल प्रोविजन एक बार फॉलो कर दिया और अगर आपका बिजनेस का इनकम है तो हर साल आप नॉर्मल प्रोविजन फॉलो करोगे लेकिन अगर आगे जाके किसी साल आपने 115 बीएसी ले लिया आपने 115 बीएसी ऑप्ट इन कर लिया ऑप्ट इन कर लिया मीस 115 बीएसी लिया तो अगर आपने एक बार 115 बीएसी ले लिया तो फिर वापस आप 115 बीएसी से बाहर नहीं जा सकते जब तक कि आपका बिजनेस का इनकम है तो मैंने क्या बोला देखो अगर बिजनेस का इनकम नहीं है तो एवरी ईयर आपके पास ऑप्शन है कि 115 बीएससी से ऑप्ट आउट करना है या 115 बीएससी के हिसाब से जाना है 115 बीएसी इज डिफॉल्ट एवरी ईयर आपके पास ऑप्शन है लेकिन अगर आपका बिजनेस का इनकम है तो आप अगर 115 बीएसी से से ऑप्ट आउट कर लेते हो तो फिर हर साल आपको जो है वो नॉर्मल प्रोविजन के हिसाब से ही टैक्स भरना है लेकिन किसी ईयर अगर आपने 115 बीएससी के हिसाब से टैक्स भरा तो फिर वापस आप नॉर्मल प्रोविजन के हिसाब से टैक्स नहीं भर पाओगे जब तक कि आपका पीजीबीपी का इनकम है जब तक कि आपका पीजीबीपी का इनकम है अब एक और चीज समझना यहां पे एक इंटरेस्टिंग चीज ये आती है कि सर एक बात बताओ एग्जाम में अगर कोई क्वेश्चन आया और कुछ भी नहीं बोला तो हमको टैक्स कौन सी रेट से निकालना है मैं बताऊं कुछ भी नहीं बोला तो आपको टैक्स 115 बीएसी के हिसाब से निकालना है बिकॉज़ दिस इज द डिफॉल्ट टैक्सेशन रेजम लेकिन अगर एग्जामिनर ने यह बोला है कि एसएससी ऑप्टेड आउट फ्रॉम 115 बीएसी तो फिर आप नॉर्मल रेट के हिसाब से जो नॉर्मल स्लैब रेट था उसके हिसाब से टैक्स निकालो ग अगर मान लो एग्जामिनर ने यह पूछा है कि आप बेस्ट पॉसिबल टैक्स प्लानिंग बताइए क एसएससी को क्या करना है तो आप क्या करोगे दोनों के हिसाब से टैक्स निकालो एक बार निकालो ग डिफॉल्ट टैक्सेशन रिज्यूम ऑफ द 115 बीएसी और एक आउट आउट मींस नॉर्मल प्रोविजन के हिसाब से निकालो और जिसमें से जो बेनिफिशियल रहेगा वो एसएससी को आप सजेस्ट करोगे एक एक और चीज बता दूं यहां पे एक और अमेंडमेंट यह है दैट इज सेक्शन 87a का रिबेट और 87a का रिबेट जो है ना वो अगर आप 115 बीएससी में हो डिफॉल्ट टैक्सेशन रेजीम में हो तो यहां पे रिबेट का अमाउंट बढ़ा दिया है अपन ने क्या बोला था कि 115 अ बीएससी अगर आप नहीं लेते हो तो तो आपको 87a का रिबिट ये मिलेगा और 87a का रिबिट क्या बोलता था रेजिडेंट इंडिविजुअल आपका इनकम अप टू 5 लाख है तो 12500 और 100% ऑफ टैक्सेस व्हिच एवर इज लोअर का आपको रिबेट मिलेगा लेकिन गाइज यहां पे इन्होंने चेंज कर दिया और अब बोला कि अगर मान लो आप जो है आप जो है 115 बीएसी डिफॉल्ट टैक्सेशन रेजीम के हिसाब से टैक्स भरते हो तो बेटा ये रेजिडेंट इंडिविजुअल को रिबिट मिलेगा अगर आपका इनकम अप टू 7 लाख है तो 5 लाख की जगह यहां सेन हो गया एंड गाइज रिबेट का अमाउंट है वो 100% ऑफ टैक्स पेबल और 25000 व्हिच एवर इज लोअर मींस या 12500 की जगह 25000 हो गया आ करके ठीक है तो देखो 115 बीएसी में अगर आपका 115 बीएसी है और उस पर्टिकुलर केस में आपका इनकम अप टू 7 लाख है रेजिडेंट इंडिविजुअल है तो आपका टैक्स पेबल और 25000 व्हिच एवर इज लोअर है उतना रिबिट मिलेगा तो मार्केट में बोलते हैं 7 लाख तक की इनकम पे आपको कोई भी टैक्स नहीं लगता ड्यू टू दिस पर्टिकुलर केस लेकिन यहां पे एक चीज समझना अगर आपका इनकम 7 लाख से लिटिल बिट ज्यादा है तो यहां पे आपको मार्जिनल रिलीफ मिलेगा रिबेट में भी मींस यहां रिबेट के केस में मार्जिनल रिलीफ है वो मिलेगा जैसे आपका इनकम जो है वो 71000 है तो क्या ये रिबेट मिलेगा या नहीं मिलेगा मिलेगा यहां पे मार्जिनल रिप का कांसेप्ट है वो इंट्रोड्यूस किया लेकिन वो सिर्फ यहां पे किया है जो नॉर्मल वाला जो था जहां पे 12500 और 5 लाख वाला था वहां पे मार्जिनल रिलीफ का कोई कांसेप्ट इंट्रोड्यूस नहीं किया बट यहां पे मार्जिनल रिलीफ का कांसेप्ट है वो इंट्रोड्यूस किया है कि अगर आपकी इनकम लिटिल बिट मोर दन 7 लाख है करके ठीक है और उसकी वजह से टैक्स बढ़ रहा है तो यहां पे आपको मार्जिनल रिलीफ का कांसेप्ट है वो लगेगा आप यहां पे इस क्वेश्चन को देखोगे तो आपको इजली समझ में आ जाएगा अब ये तो बात हो गई आपकी जनरल टैक्स रेट की अब अपन बात करते हैं स्पेशल टैक्स रेट एक तो 115 बीब जो भी आपकी विनिंग की इनकम रहेगी लॉटरी क्रॉसवर्ड पजल्स हॉर्स रेसेस एंड ऑल करके ठीक है कार्ड गेम वगैरह तो उसपे 30 पर की रेट से टैक्स लगता है अब एक बात समझना जो आपकी ऑनलाइन गेम्स की विनिंग है ऑनलाइन गेम का मतलब होता है जो आप कंप्यूटर पे खेलते हो जैसे डम 11 करके या फिर रमी करके आजकल वो चलता है ना रमी करके तो रमी है डम 11 है उसके साथ-साथ में आपका जो क्रिकेट 11 सर्कल है तो वो जो गेम खेलते हो उस पे भी आपका विनिंग पे 30 पर की रेट से टैक्स लगेगा 115 बीबीजे में एक सेक्शन होती है 115 बीब 115 बीब क्या बोलती है कि जो इनकम आपकी सेक्शन 68 से लेकर 69 डी में टैक्सेबल हो रही है अब ये 68 से 69d कौन सी है ये वाली इनकम है मैं अभी आपको समझाऊ अगर 68 से लेकर 69d में टैक्सेबल होती है ना तो उसको डीम्ड इनकम माना जाता है और उसपे टैक्स रेट 60 होगा और सरचार्ज का रेट 25 पर हेल्थ एंड एजुकेशन सेज 4 पर मींस इफेक्टिवली आपको 78 की रेट से टैक्स लगेगा 60 टैक्स रेट प्लस आपका सरचार्ज 25 75 हो जाएगा और प्लस 4 पर आपका 78 पर हो जाएगा और इसके सामने कोई लॉसेस वगैरह सेट अप नहीं होता यह डीम्ड इनकम एज इट इज टैक्सेबल होती है 70 % से अब एक चीज समझना यह जो स्पेशियल रेट्स है ना ये स्पेशियल रेट्स की इनकम के सामने आपको कोई खर्चे का डिडक्शन नहीं मिलता मींस ग्रॉस इनकम है वो टैक्सेबल होगी इसके सामने कोई डिडक्शन अंडर चैप्टर 6 ए है वो नहीं मिलता एज वेल एज इसके सामने कोई भी बेसिक एग्मन का बेनिफिट नहीं मिलता बेसिक एजमन जो होती है उसका बेनिफिट आपको ये स्पेशल रेट्स की इनकम के सामने विनिंग वगैरह के सामने नहीं मिलता लेकिन दो-तीन इनकम के सामने मिलता है जैसे एलटीसीजी 112a है एसटीसीजी 11a है या एलटीसीजी आपका 112 वाला है जो मैं कैपिटल गेन में बताऊंगा वहां आप बेसिक एमपन का बेनिफिट रेजिडेंट इंडिविजुअल एचप ले सकता है लेकिन सर एक बात बताओ ये डीम्ड इनकम की जब आप बात कर रहे हो सेक्शन 68 क्या है सेक्शन 68 से लेके सेक्शन 69 डी सबसे पहले सेक्शन 68 दैट इज कैश क्रेडिट कैश क्रेडिट ये सेक्शन ये बोलती है कि मान लो आपके बुक्स ऑफ अकाउंट्स में कुछ पैसा क्रेडिट हुआ कुछ क्रेडिट हुआ आपसे पूछा ये पैसा कहां से आया आप उसका एक्सप्लेनेशन ही दे दे पा रहे हो आप जो है वो उसका एक्सप्लेनेशन नहीं दे पा रहे हो या फिर आप कुछ भी बोल रहे हो कि भगवान जी सपने में आए थे उन्होंने बोला था मैं तुमको 5 करोड़ भेज दूंगा तो शायद यह तो भगवान जी ने ही भेजा होगा इनकम टैक्स वाले बोलते हैं चुप फटाफट इसमें से 78 पर है वो हमको टैक्स दे दो करके ठीक है तो 78 पर तो टैक्स लेते हैं और सीए फाइनल में मैं पढ़ाऊंगा उसपे आपको 10 पर पेनल्टी और लगती है ठीक है तो कुल मिला के एक बात बताओ टैक्स कैश क्रेडिट क्या होता है कि आपके अकाउंट में कुछ पैसा आया और आप एक्सप्लेनेशन नहीं दे पा रहे हो या एक्सप्लेनेशन दे रहे हो वो सेटिस्फेक्ट्री नहीं है तो वो आपका इनकम माना जाएगा इस सेक्शन में और बेटा उसपे 78 पर टैक्स लगेगा अब एक और चीज समझना अगर मान लो आपने किसी से लोन लिया या बोरोंग किया मैंने मान लो किसी से लोन लिया मैंने मान लो अपना एक बंदा है जिसका नाम है फैजान भाई फैजान भाई से मैंने लोन लिया और मैंने बोला मेरे को पूछा ये पैसा कहां से लाया मैंने बोला फैजान भाई से लोन लिया फैजान भाई को इनकम टैक्स ऑफिसर ने बुलाया इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में बोला इधर आ फैजान बोला ये पैसा कहां से लाया था तूने कहां से कमाया था वो बोला पता नहीं कहां से आया था करके ठीक है अब वो उसका एक्सप्लेनेशन दे ही नहीं पा रहा है अगर फैजान भाई एक्सप्लेनेशन नहीं दे पा रहे तो ये माना जाएगा कि ये मेरा एक्सप्लेनेशन सेटिस्फेक्ट्री नहीं है और मेरे हाथ में ये सेक्शन लग जाएगी और मुझे इस परे टैक्स भरना पड़ेगा 7 % तो आप अगर किसी से लोन या बोरोंग लेते हो और उस बंदे का एक्सप्लेनेशन सेटिस्फेक्ट्री नहीं है तो भी ये माना जाएगा आपका एक्सप्लेनेशन सेटिस्फेक्ट्री नहीं है और बेटा आपको 78 पर टैक्स लग जाएगा एक और चीज समझना अगर कोई प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है क्लोजल हेल्ड कंपनी है उसने मान लो शेयर इशू किए शेयर इशू किए उसने शेयर का एप्लीकेशन मनी मिला या शेयर कैपिटल का पैसा मिला और आगे वाला बंदा जो है जिसने शेयर खरीदा है उसका एक्सप्लेनेशन सेटिस्फेक्ट्री नहीं है कि उसने वो पैसा कहां से लाया था तो ये माना जाएगा उस कंपनी का एक्सप्लेनेशन सेटिस्फेक्ट्री नहीं है और कंपनी के हाथ में वो इनकम माना जाएगा और बेटा टैक्सेबल हो जाएगा 78 पर से नेक्स्ट सेक्शन 69 दैट इज द अन एक्सप्लेन इन्वेस्टमेंट एक बात बताओ आपने कोई इन्वेस्टमेंट किया अगर आपने इन्वेस्टमेंट किया जैसे मान लो किसी कंपनी के आपने शेयर खरीदे और फिर इनकम टैक्स वालों ने पूछा यह पैसा कहां से लाया था आप बता ही नहीं पा रहे हो आपका एक्सप्लेनेशन सेटिस्फेक्ट्री नहीं है या आपका एक्सप्लेनेशन दे ही नहीं पा रहे हो तो वो आपकी क्या मानी जाएगी इनकम मानी जाएगी और 78 पर की रेट से टैक्सेबल हो जाएगा नेक्स्ट सेक्शन 69a दैट इज द अन एक्सप्लेन मनी और असेट अब एक बात बताओ आपके पोजीशन में कुछ कैश मिल जाता है मनी मिल जाता है बुलियन मिल जाता है ज्वेलरी मिल जाता है करके ठीक है अगर मान लो आपके पास में कुछ घर पे नोट मिले बहुत सारे करके ठीक है मनी मिला बुलियन मिला ज्वेलरी मिला और जो बुक्स में रिकॉर्डेड ही नहीं है आपसे पूछा ये कहां से लाया था बोला ये तो गंगा में बहाते बहते आ गया था बोला अच्छा तो हम तुमको गंगा में बहेंगे रुको करके ठीक है तो अगर मान लो आपके पास में कोई भी मनी बुलियन ज्वेलरी एनी अदर वैल्युएबल आर्टिकल एंड थिंग्स मिल जाता है और आप उसकी एक्सप्लेनेशन नहीं दे पा रहे हो या एक्सप्लेनेशन जो दे रहे हो कुछ भी दे रहे हो करके ठीक है तो उस पर्टिकुलर केस में आपके हाथ में टैक्स लग जाएगा 78 की रेट से उसके बाद सेक्शन 69 बी क्या बोलता है पता है कि आपका कोई इन्वेस्टमेंट है जो आपने बुक्स में रिकॉर्ड तो किया है बट फुल्ली रिकॉर्ड नहीं किया जैसे मान लो आज की डेट में गोल्ड की रेट है वो गोल्ड की रेट है 1 केजी का 60 लाख अब मैंने गोल्ड खरीदा 1 केज और मैं बोलता हूं मैंने तो 20 लाख में खरीदा है अरे कैसे 20 लाख में मैं खरीद लूंगा 60 लाख तो मार्केट प्राइस है मैंने बुक्स में रिकॉर्ड किया है सिर्फ 20 लाख पे मैंने बोला 1 केजी गोल्ड खरीदा है तो ये तो गलत है तो डिफरेंस कितना है उसकी फेयर मार्केट वैल्यू है 60 लाख माइनस मैंने बोला 20 20 लाख में तो डिफरेंस इज 40 लाख ये 40 लाख मेरे हाथ में टैक्सेबल हो जाएगा ट रेट 78 पर सेक्शन 69 सी क्या बोलता है अन एक्सप्लेन एक्सपेंडिचर अगर मान लो आपने खर्चा किया आपने शादी की और शादी में मान लो आपने बर्थडे पार्टी सेलिब्रेट की आपके गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड की बर्थडे पार्टी है बड़े क्रूज पे सेलिब्रेट की वहां पे ₹ करोड़ रप खर्चा किया इनकम टैक्स वालों ने देख लिया ओ भाई साहब दो 2 करोड़ रुपए पार्टी में उड़ा रहे हो कहां से लाए थे पैसा आपसे पूछा कहां से लाए थे बोला भगवान ने दिया था बोला भगवान ने प्रभु ने दिया था करके ठीक है बोले अच्छा अभी मैं दिलाता हूं रुको तो उस पर्टिकुलर केस में अगर आपने कोई खर्चा किया और आपका सोर्स बताना पड़ेगा वो पैसा कहां से लाया था अगर आपकी एक्सप्लेनेशन सेटिस्फेक्ट्री नहीं है तो 78 पर उसपे टैक्स लग जाएगा और सेक्शन 69 डी क्या बोलती है कि अगर मान लो ंडी पे मतलब प्रॉमिस नोट के बेसेस पे आप कैश में अगर लोन लेते हो या उसका कैश में लोन का रीपेमेंट करते हो किस पे करते हो हुंडी पे हुंडी का मतलब होता है प्रमिसरी नोट तो उस पर्टिकुलर केस में अगर आपने कैश में लोन लिया या कैश में रिपे किया हुंडी लोन तो बेटा ये से सेशन लग जाएगी और उसपे टैक्स लग जाएगा 78 पर अब नेक्स्ट सेक्शन आती है एग्रीकल्चर इनकम अब एक बात समझना एग्रीकल्चर इनकम पहले टॉपिक नंबर थर्ड में था बट न्यू सिलेबस में उन्होंने क्या किया उसको टॉपिक नंबर वन में ही डाल दिया एग्रीकल्चर इनकम क्या होती है तो एग्रीकल्चर इनकम अगर एग्रीकल्चर लैंड इंडिया में है और एग्रीकल्चर इनकम है तो वो पूरी एम्प्ट है लेकिन सर एग्रीकल्चर इनकम किसको बोलते हैं या तो आपका एग्रीकल्चर लैंड है उसको किसी ने को भाड़े पे दे दिया आपने किसी को लेट आउट किया है रेंट पे दिया है एग्रीकल्चर लैंड को और आगे वाला पर्सन उसपे खेती कर रहा है किसानी कर रहा है अग ठीक है ऐसा नहीं कि आगे वाला उसपे मूवी शूटिंग कर रहा है शाहरुख खान काजल के पीछे दौड़ रहा है और बोला तुझे देखा तो यह जाना सनम बोला ऐसा नहीं बाबू तो एग्रीकल्चर इनकम नहीं है मैंने मेरी लैंड किसी को भाड़े पे दी और आगे वाला बंदा है वो उसपे खेती कर रहा है एग्रीकल्चर एक्टिविटी कर रहा है तो जो भी इनकम मुझे होगी वो एग्रीकल्चर इनकम है या फिर मान लो मैंने एग्रीकल्चर प्रोड्यूस किया मींस पोटेटो वगैरह लगाया और वो पोटेटो को मैंने मार्केट में फिर सेल कर दिया मैंने पोटेटो उगाया पोटेटो को मार्केट में सेल कर दिया तो वो एग्रीकल्चर इनकम है आपने मान लो चावल उगाए आपने मान लो गेहूं उगाए आपने आपने और कोई भी फूड ग्रेन उगाया और उसको मार्केट में बेच दिया तो वो एग्रीकल्चर इनकम है एम्प्ट है या फिर मान लो आपका कोई ड्वेन यूनिट या कोई फार्म हाउस है फार्म हाउस को किसी को भाड़े पे दिया बट फार्म हाउस को भाड़े पे दिया सलमान खान को पार्टी करने के लिए नहीं फार्म हाउस को भाड़े पे दिया किसी किसान को अपना जो फूड ग्रेन है उसको स्टोर करने के लिए या जो वर्कर वगैरह जो है उनको रहने के लिए आपने उसको भाड़े पे दिया तो जो भी भाड़े का इनकम रहेगा वो भी एग्रीकल्चर इनकम है एम्प्ट हो जाएगा एज वेल एज द नर्सरी का इनकम नर्सरी का इनकम मतलब आप पौधे हैं वो पौधे उगाते हो और पौधे उगाने के बाद फिर साइकिल प ले जाकर पौधे बेचते हो कि भाई चंपा ले लो चमेली ले लो करके ठीक है गेंदा का फूल ले लो अगर मान लो आम का पौधा ले लो अगर आप पौधे बेचते हो दैट इज द नर्सरी का इनकम है वो भी एग्रीकल्चर इनकम माना जाएगा अब एक चीज समझना अगर मान लो आप एग्रीकल्चर प्रोड्यूस है उसको सेल कर रहे हो तो एग्रीकल्चर इनकम होगा सीधी सी बात है अगर आपने एग्रीकल्चर प्रोड्यूस ग्रो किया है खुद ने पोटेटो उगाया और पोटेटो बेच दिया एग्रीकल्चर इनकम अगर आपने रॉ फॉर्म में बेच दिया तो पूरा ही एग्रीकल्चर इनकम लेकिन अगर मान लो आप क्या करते हो उस एग्रीकल्चर प्रोड्यूस को फर्द प्रोसेस करते हो मींस आप क्या करते हो कि मान लो पोटेटो है वो पोटेटो से चिप्स बनाते हो और चिप्स बना के आप बेच रहे हो अगर पोटेटो से आप चिप्स बना के बेच रहे हो तो एक बात बताओ चिप्स बना के तो ये तो बिजनेस कर रहे हो तो पोटेटो से चिप्स बना के बेच रहे हो तो क्या आपका एग्रीकल्चर इनकम होगा आंसर इज नो इसमें पार्टी एग्रीकल्चर होगा पार्टली बिजनेस होगा अब कितना एग्रीकल्चर होगा कितना बिजनेस होगा वो मैं आपको यहां समझा रहा हूं समझने की कोशिश करना अगर आप क्या करते हो सेल करते हो आफ्टर फर्द प्रोसेस और वो प्रोसेस ऑप्शनल है पोटेटो से चिप्स बनाना जरूरी नहीं अगर ठीक है पोटेटो बिकता है मार्केट में या फिर शुगर कैन बिकता है आप शुगर कैन से शुगर बना के फिर बेच रहे हो तो तो एग्रीकल्चर इनकम कितना होगा कि अगर उस पोटेटो को आप मार्केट में बेचते तो कितनी फेयर मार्केट वैल्यू आती आप फर्द प्रोसेस ना करते और पोटेटो को उसी स्टेज पे अगर मार्केट में बेच देते तो कितना पैसा आता तो एफएमवी ऑफ द एग्रीकल्चर प्रोड्यूस फर्द प्रोसेस माइनस कॉस्ट ऑफ कल्टीवेशन लेस कर दो ये एग्रीकल्चर इनकम है और बिजनेस का इनकम कितना होगा जो फाइनल प्रोडक्ट आपने चिप्स बेचा या शुगर बेचा उससे कितना पैसा आया माइनस एफएमवी ऑफ एग्रीकल्चर प्रोड्यूस आपने कितना यूज़ किया था एग्रीकल्चर प्रोड्यूस आप ही ने ग्रो किया था वो कितना इस शुगर बनाने में या फिर आपका चिप्स बनाने में यूज़ किया तो उसका एफएमवी लेस कर दो मींस यहां पे जो एफएमवी है मोस्टली वो लेस कर दो और फर्द प्रोसेस कॉस्ट लेस कर दो जो बचेगा वो पीजीबीपी का इनकम होगा लेकिन गाइ एक बात बताओ अगर आप ग्रोइंग एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ टी कॉफी रबड में हो अगर आप ग्रोइंग एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ द टी कॉफी रबड में हो तो वहां पे स्पेसिफिक परसेंटेज दे रखे हैं कि इतना बिजनेस होगा इतना एग्रीकल्चर होगा सबसे पहला अगर आप ग्रोइंग एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ टी में हो चाय टी में तो यहां पे 4060 करना है अगर आप ग्रोइंग एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ रबर में हो और रबर में क्या कर रहे हो दो ही एक्टिविटी कर रहे हो रबर को सॉरी पहले कॉफी की बात कर लेते हैं ठीक है तो देखो सबसे पहले चाय ग्रोइंग एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ टी में हो तो 4060 करने का ग्रोइंग एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ कॉफी में हो और कॉफी में सिर्फ क्योर एंड क्योर एंड ग्रो करके बेच देते हो ग्रो क्योर करके बेच देते हो तो 25 75 करके अगर मान लो कॉफी में ग्रो क्योर रोस्टेड ग्राउंडेड अगर चार एक्टिविटी करते हो तो 4060 एंड गाइस अगर मान लो आप रबर में हो ग्रोइंग एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ रबर तो 35 65 अब हमेशा ध्यान रखना यहां परसेंटेज तो याद हो जाता है लेकिन ज्यादा परसेंटेज किसका है कम परसेंटेज किसका है तो ध्यान रखना इंडिया में मैक्सिमम पॉपुलेशन एग्रीकल्चर पे डिपेंडेंट है तो ज्यादा परसेंटेज एग्रीकल्चर का है और कम परसेंटेज है वो आपके बिजनेस का है तो जहां 6040 होगा तो 60 पर इज एग्रीकल्चर 40 पर इज बिजनेस जहां 75 25 पर होगा तो 75 है वो आपका किसके लिए है एग्रीकल्चर के लिए है 25 पर है वो आपके बिजनेस के लिए है तो ज्यादा परसेंटेज है वो हमेशा ध्यान रखना एग्रीकल्चर है कम वाला बिजनेस के लिए है एक और चीज समझना एक कांसेप्ट आता है पार्शियल इंटीग्रेशन पार्शियल इंटीग्रेशन क्या होता है कि एग्रीकल्चर इनकम ऐसे तो एम्प्ट होती है लेकिन बेटा टैक्स कैलकुलेट करते टाइम कभी-कभी एग्रीकल्चर इनकम को ऐड करना पड़ता है एग्रीकल्चर इनकम ऐसे तो एम्प्ट है क्योंकि वो इनकम में ही नहीं आएगा जीटीआई मेंही नहीं आएगा लेकिन बेटा टैक्स कैलकुलेट करते टाइम कभी-कभी एग्रीकल्चर इनकम को इंक्लूड करना पड़ता है कब तीन कंडीशन सेटिस्फाइड हुई तो पहला एससी इंडिविजुअल एचएफ एओ पीबीओ आर्टिफिशियल जूरिडिकल पर्सन मींस लैब रेट वाला है नेट एग्रीकल्चर इनकम आपकी 5000 से ज्यादा है और नॉन एग्रीकल्चर इनकम मींस अदर इनकम है वो आपकी बेसिक एजमन से ज्यादा है तो आपको क्या करना पड़ेगा पता है पहले आप क्या करिए जो आपकी टोटल इनकम है उसमें एग्रीकल्चर इनकम को ऐड करके और उसपे टैक्स निकालिए और फिर बेसिक एजमन जो होती है 250000 या डिफॉल्ट टैक्सेशन रेजीम में 3 लाख बेसिक एमपन तो बेसिक एजमन और नेट एग्रीकल्चर इनकम को ऐड करके उस पे जो टैक्स आता है वो पहले वाले टैक्स में से दूसरा वाला टैक्स लेस कर दीजिए और फिर आप ऐड कर दीजिए सरचार्ज हेल्थ एंड एजुकेशन सेस तो आपका नेट टैक्स पेबल आ जाएगा तो देखो ये पार्शियल इंटीग्रेशन का कांसेप्ट कब लगेगा जब तीन कंडीशन सेटिस्फाइड होनी चाहिए एसएससी कौन होना चाहिए इंडिविजुअल एचएफ एओ बीओआई आर्टिफिशियल जूरिडिकल पर्सन एग्रीकल्चर इनकम जो है वो आपका 5000 से ज्यादा है नॉन एग्रीकल्चर इनकम है वो आपका बेसिक एग्मन से ज्यादा है तो आप एक काम करिए पहले आपकी टोटल इनकम और एग्रीकल्चर इनकम को ऐड करके उस पे टैक्स निकालिए और दूसरा क्या करिए बेसिक एग्मन में एग्रीकल्चर इनकम को ऐड करके उसपे टैक्स निकाल दीजिए पहले टैक्स में से दूसरा टैक्स लेस कर दीजिए फिर आप हेल्थ एंड एजुकेशन सेस ऐड कर दीजिए आपको बेटा नेट टैक्स आ जाएगा सो गाइज दिस इज द कंप्लीशन ऑफ योर टॉपिक नंबर वन दैट इज बेसिक एंड टैक्स रेट करके बहुत ही इंटरेस्टिंग टॉपिक था इस टॉपिक से एग्जाम में अच्छा खासा कवरेज होने वाला है और 115 बीएससी तो आपका डिफॉल्ट टैक्सेशन रिजूम है तो इस पे तो आपको ध्यान देना ही पड़ेगा करके ठीक है सो ये आपका पहला रिवीजन था टोटल आपके सिलेबस में कितने टॉपिक है 13 टॉपिक है तो मैं आपको 13 रिवीजन लेक्चर है वो देने वाला हूं कब तक हो जाएंगे आई विल ट्राई टू कंप्लीट विथ इन द वन मंथ करके मैं वन मंथ का टारगेट लेके चल रहा हूं कि वन और वन एंड हाफ मंथ में यह कंप्लीट हो जाएगा और जब तक नए रिवीजन लेक्चर नहीं आते तब तक आप पुराने रिवीजन लेक्चर लास्ट ईयर वाले हैं उसको आप रेफर कर सकते हैं नए वाले में अमेंडमेंट है वो अमेंडमेंट कवर होंगे करके ठीक है चलिए तो आज के लिए इतना बहुत है बट मैं बता दूं जो लोग एग्जाम दे रहे हैं बाबू एक चीज तो है इस दुनिया में पढ़ना तो पड़ेगा बिना पढ़े कुछ नहीं हो सकता यू हैव टू स्टडी हार्ड बिकॉज़ हार्ड वर्क बड़ा जरूरी है मैंने ऐसे-ऐसे लोगों को देखा है जो बड़े टैलेंटेड थे पहले बट वो फेल हो गए बट ऐसे-ऐसे लोगों को देखा है जो टैलेंटेड नहीं थे बट हार्ड वर्किंग थे और वो पास हो गए एक चीज आप ध्यान दो अपने आप से पूछना कि आप अगर मान लो इस एग्जाम में क्लियर नहीं हुए नवंबर 2023 में तो कहीं ना कहीं पे आपने अपना 100% नहीं दिया था तो आप उसको एनालाइज करिए उसको इंप्रूव करिए और इस बार 100% देने की कोशिश करिए बिकॉज़ मैं हमेशा बोलता हूं गिव योर 100% आईसीआई विल गिव यू 50 पर एंड वी नीड ओनली 50 टू क्रैक द एग्जाम एंड मैं बता दूं नए सिलेबस में एक दो एग्जाम जो रहेंगे फर्स्ट और सेकंड उसका रिजल्ट बहुत अच्छा रहेगा रिजल्ट बहुत अच्छा रहेगा आईसीआई आपको पास करना चाहती है बस आप पास होना चाहते हैं या नहीं वो आप डिसाइड कर लीजिए करके ठीक है सो गाइ बेस्ट ऑफ लक फॉर योर एग्जामिनेशन मैंने ये रिवीजन लेक्चर यहां डाला है आपको कम से कम 10 बार इसको रिवाइज करना है 10 बार आप इसको सुनोगे लेकिन आपको कब सुनना है जब आप ऐसे ही कहीं टाइम पास कर रहे हो खाना खा रहे हो मेरे को लगा लीजिए मेरी आवाज जो है वो इतनी लाइक कर्कश वाली तो नहीं है करके ठीक है तो आपको इतनी लाइक स्मूथिंग लगेगी आवाज तो उसको सुनिए रिवाइज करिए जिससे कि कांसेप्ट है वो आपके दिमाग में बार-बार आते रहे बिकॉज़ रिवीजन इज अ मस्ट और आपको एटलीस्ट तीन-चार बार है वो रिवाइज करना है और उसके बाद में आपको एग्जाम के लिए जाना है थैंक्स अ लॉट पीपल दैट्ची [संगीत]