इतनी बड़ी बात हो गई किसी को पता तक नहीं चला सेंसर बोर्ड ने बॉलीवुड की एक फिल्म में 22 जगह पे कैंची चला दी सींस बदलने को मजबूर कर दिया तब सोचा था मैंने आखिर सनी पाजी ऐसा क्या बना रहे हैं जिससे सिनेमा वाले इतना डर रहे हैं और आज जब फिल्म देखी तो सारे 22 जवाब एक साथ मिल गए जाट रिलीज़ हो गई है थिएटर्स में गदर 2 के बाद सनी देओल का कमबैक हो रहा है 60 करोड़ बजट में 700 करोड़ का बिज़नेस क्रिटिक्स प्रूफ सिनेमा तो भैया ऐसा क्या हुआ कि गदर के ठीक बाद जाट की एडवांस बुकिंग 3 करोड़ से भी कम रह गई क्या पिक्चर खराब है या इसको बनाने वालों का दिमाग ऑनेस्टली जाट को पूरी तरह बेचा जा रहा है सनी देओल के स्टारडम पे जिसको कुछ लोग तुक्का बता रहे हैं गदर 2 का क्रेडिट सीक्वल फैक्टर को दिए जा रहे हैं तो भैया जाट सनी पाजी के लिए है डू और डाई सिनेमा 100 करोड़ के बजट के साथ-साथ खुद इनकी अपनी इज्जत दांव पे लगी है एंड पहला थॉट दिमाग में थिएटर से बाहर निकलते यही आया काश बॉलीवुड वाले ऐसा 10% सिनेमा बनाने लग जाए तो बॉलीवुड का कमबैक सिर्फ एक हफ्ते में हो जाएगा सच बताना लास्ट ऐसी कौन सी हिंदी फिल्म देखी आपने जिसमें हीरो से ज्यादा फोकस डायरेक्टर का विलेन के ऊपर होता है उसका अलग से अपना खुद का स्टोरी लाइन होता है रणदीप हुड्डा इन जाट भाई फिल्म देखकर शर्म आ जाएगी उन सब लोगों को जिन्होंने आज तक ऐसे एक्टर का सही ढंग से इस्तेमाल नहीं किया जाट में रणदीप हुड्डा मार किसी और को रहे हैं लेकिन दर्द सबसे ज्यादा बॉलीवुड क्रिएटर्स को हो रहा होगा अच्छे खासे शेर को बिल्ली बना के रखा है आज तक और सिर्फ विलेन नहीं विलेन के साथ उसका एक सपोर्टिंग कैरेक्टर विनीत कुमार जिनको पहचान मिलने में सालों लग गए थैंक यू छावा लोग इनकी कदर करना सीख गए जाट में विनीत शक्ल से कम और एक साउंड इफेक्ट की वजह से ज्यादा फेमस होंगे वो जिस तरीके से आवाज निकालते हैं उससे फिल्म का माहौल बिगड़ जाता है इस फिल्म को बनाने वाले जो जीनियस हैं उनके लिए यह सब करना बाएं हाथ का खेल है क्योंकि इनकी एक फिल्म थी क्रैक उसमें एक नोट आम और कील से फिल्म की पूरी कहानी सुना दी थी तो इस बार जाट ने सिर्फ दो शब्द से फिल्म की कहानी को शुरू करके खत्म कर दिया सॉरी बोल जब सनी देओल ने यह पहली बार बोला थिएटर में सब हंस रहे थे लेकिन बाद में जब फिल्म खत्म हुई यह सॉरी पूरी बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के मुंह से निकलेगी जो पता नहीं क्यों सलमान सनी देओल ऐसे एक्टर्स को ज्यादा सपोर्ट करते नहीं है जाट को आप एक एक्शन फिल्म समझ रहे होंगे सिर्फ मारधाड़ एक अकेला आदमी 100-200 लोगों को मार के खुद को हीरो साबित कर देगा और फिल्म का क्लाइमेक्स अपने हाथों से लिख देगा खा गए ना धोखा जाट एक स्टोरी बेस्ड सिनेमा है एक कहानी वो है जो अभी तक ट्रेलर पोस्टर से आपने सोची है दूसरी वो जो थिएटर्स में आपको चौंकाने वाली है देश की प्रेसिडेंट के टेबल पे एक डब्बा रखा हुआ है खोलने पे अंदर मिलती है चिट्ठी जिसके पीछे रखे हुए हैं हाथ के कटे हुए बहुत सारे अंगूठे सिर्फ अंगूठे नहीं पूरा का पूरा इंसान दफन है राणा टुंगा की जमीन में जहां पेड़-पौधे नहीं मुर्दों का सर बाहर निकलता है गमलों में पानी की जगह खून डला करता है राणा टुंगा कौन रावण के 10 सर के बीचों-बीच मौजूद है राणा टुंगा का सर इसकी खुद की लंका है जिसमें कदम रखने से सरकार क्या भगवान भी डरता है लेकिन यह सारा बना बनाया मेहनत का डर सिर्फ दो शब्दों से खत्म हो जाता है जब राणा टुंगा की लंका में घुस के जाट इससे सॉरी बुलवाने आता है सॉरी तक तो फिर भी ठीक था बात हाथ से तब निकलती है जब जाट की नजर राणा टुंगा के घर में मौजूद एक कमरे में पड़ती है जमीन पर बिखरी पड़ी है कई सारे पुलिस ऑफिसर्स की यूनिफार्म और हैरानी वाली बात सब पे एक लड़की का नाम है कपड़े यहां है तो पुलिस वाली लड़कियां कहां है क्या लगा राणा टुंगा सिर्फ रावण की पूजा करता है अरे वह तो हकीकत में उसी लंका से आया है जहां सच में रावण माता सीता को उठाने से भी नहीं डरता है इसके आगे जो फिल्म में होगा उसके लिए एक वार्निंग देना जरूरी है क्योंकि शायद ऐसा सिनेमा बॉलीवुड में आज तक बना नहीं होगा जहां इस तरह 100 200 लोगों का सर कटा होगा लिटरली फिल्म के हर दूसरे सीन में सर धड़ से अलग हो जाता है और डरावनी बात जानते हो सर काटने वाली तलवार एक औरत के हाथ में दिखाई गई है काफी टाइम बाद इतना स्ट्रांग इवल फीमेल कैरेक्टर देखने को मिला जिसके लिए आप बिल्कुल रेडी नहीं हो लेकिन और क्या ही एक्सपेक्ट करोगे उस फिल्म से जिसकी कास्ट में एनिमल और पुष्पा जैसी फिल्मों के एक्टर्स भरे पड़े हैं सोचो कितना मुश्किल होगा गदर जैसी फिल्म के बाद सनी देओल को लेकर एक एक्शन फिल्म बनाना लेकिन जाट ने इस चैलेंज को सिर्फ पूरा नहीं किया गदर से भी एक लेवल ऊपर कर दिया क्योंकि उनके सामने उनके ही जितना एक पागल कैरेक्टर जबरदस्त एक्टर को खड़ा कर दिया फिल्म में एक सीन है जहां सनी देओल पुलिस स्टेशन के अंदर जाते हैं वहां जो होगा उसके लिए कोई तैयार नहीं होगा ऐसा प्रेजेंटेशन सनी देओल का आज तक नहीं देखा होगा मैं बता नहीं सकती कितना खतरनाक तरीके से लोगों को मारा काटा गया है यह सब सींस क्रिएट करना बॉलीवुड फिल्म मेकर्स के लिए सपने जैसा है दोस्त हाथ से चलती हुई गाड़ी को रोक दिया सनी देओल ने और क्रिंज बोलने वाली ऑडियंस भी ताली बजाने को मजबूर हो जाए इस तरीके से उनके कैरेक्टर पर भरोसा करा दिया यह जो राम वर्सेस रावण के मॉडर्न फेस ऑफ तक फिल्म पहुंचती है उससे पहले का जो बिल्ड अप है दोनों कैरेक्टर्स की कहानी लिखी गई है वो बहुत ज्यादा इंटरेस्टिंग है भूल जाओगे आप यह सिर्फ एक एक्शन फिल्म है और फाइनली फिल्म का वो सीन जहां सनी देओल की रियल आइडेंटिटी को रिवील करते हैं आपके होश ही उड़ जाएंगे ज्यादा कुछ नहीं बोलूंगी सिर्फ एक शब्द बॉर्डर जिस तरीके से उस फिल्म को जाट से जोड़ा गया है फिल्म के मेकर्स को बोलना पड़ेगा वेरी चालाक ब्रो उस सीन के बाद फिल्म में लॉजिक फिजिक्स यह सब सवाल पूछने की हिम्मत नहीं होगी और एक्स फैक्टर सिर्फ हीरो नहीं विलेन की भी एक सीक्रेट आइडेंटिटी को छुपा के रखा गया है रणदीप हुड्डा को सिर्फ नाम से नहीं काम से भी राणा टूंगा साबित किया गया है सोचो इतना सब कुछ दिखा दिया फिर भी फिल्म सिर्फ 10 घंटों के बारे में बनाई गई है अरे सनी देओल ने शुरुआत से एंड तक कपड़े तक नहीं बदले बजट ने ही कंटेंट पर खर्चा किया है बॉलीवुड को बच्चा साबित कर दे ऐसा कंटेंट बना दिया है यह सनी नहीं शनी देओल है जो बॉलीवुड एक्टर्स की कुंडली में घुस गए हैं अगर 200 करोड़ कमाना इतना आसान है तो जाट जैसी फिल्म कम से कम 500 करोड़ डिर्व करती है अगर यह पूरा नहीं होगा तो इसमें सिर्फ पब्लिक का ही मुंह काला होगा हां लेकिन एक फैसला आपको खुद करना है एक्शन सिनेमा देखना पसंद है या नहीं इस फिल्म से आप रोमांस डांस मोटिवेशन यह सब एक्सपेक्ट मत करना पांच में से 3 स्टार्स मिलेंगे जाट को हीरो वर्सेस विलेन दोनों की कहानी बताना फिर आपस में भिड़ाना आंख और दिमाग दोनों को मजा आ गया दूसरा कमाल के एक्टर्स का और भी ज्यादा कमाल का इस्तेमाल रणदीप हुड्डा फायर सनी पाजी वाइल्ड फायर और विनीत प्लस रेजीना टोटल सरप्राइज़ कर दिया तीसरा एक्शन के पीछे कमाल की स्टोरी टेलिंग फिल्म में जो हुआ वो क्यों हुआ सब कुछ बता दिया एक्शन के एक-एक मुक्के का भी रीज़न दिखा दिया बाकी आधा सिर्फ दो शब्दों से फिल्म के कांसेप्ट को क्रिएट कर देना इतनी चालाकी से जाट को बॉर्डर से जोड़ देना डायरेक्टर है या फिर जादूगर समझ नहीं आता नेगेटिव्स में भाई यह सयामी खैर की एक्टिंग बहुत ही खराब थी इनकी वजह से फीमेल पुलिस का इमोशन उतना इंपैक्ट नहीं कर पाया दूसरा फिल्म में तीन-चार जगह पे वीएफएक्स थोड़ा-थोड़ा नहीं काफी खराब सा किया है मतलब खुली आंखों से नोटिस हो गया है और हां सेकंड हाफ के तुरंत बाद फिल्म में 15-20 मिनट का ब्रेक सा लग जाता है जाट ऐसा सिनेमा है जो थिएटर एक्सपीरियंस के लिए बना है कहानी में दिमाग भी लगाना पड़ेगा और सीटी ताली भी बजाना पड़ेगा सिकंदर के गम में डूबे हो तो जाट आपका फ्री में इलाज कर देगा आगे आपकी मर्जी है यार टेक केयर बाय-ब खूब सारा प्यार