डिफ्रेक्शन ऑफ लाइट: ऐसा फिनोमेना जिसमें लाइट किसी ऑब्जेक्ट के शार्प एज पे इंसीडेंट होने के बाद बंद हो जाती है और ऑब्जेक्ट से बनने वाले शैडो एरिया में स्प्रेड होती है।
इसे 'बेंडिंग ऑफ लाइट अराउंड कॉर्नर्स' के रूप में जाना जाता है। लाइट बेंड होकर उन एरियाज़ में फैल जाती है जहाँ शैडो एक्सपेक्ट की जाती है।
महत्वपूर्ण बिंदु
जब लाइट किसी ऑब्जेक्ट के शार्प कॉर्नर्स से टकराती है, तो लाइट फैलने लगती है और एक पैटर्न बनाती है।
यह पैटर्न शैडो एरिया में अल्टरनेटिंग ब्राइट और डार्क फ्रिंज उत्पन्न करता है।
स्फेरिकल वेव फ्रंट
लाइट स्फेरिकल वेव फ्रंट की फॉर्म में ट्रेवल करती है।
टकराने पर नए वेव फ्रंट बनते हैं जो सभी डायरेक्शन में फैलते हैं।
महत्वपूर्ण परिणाम
ऑब्जेक्ट के शैडो वाली जगह में भी लाइट का स्प्रेड होना।
अल्टरनेटिंग ब्राइट और डार्क फ्रिंज का निर्माण।
निष्कर्ष
डिफ्रेक्शन के कारण लाइट की शैडो में महत्वपूर्ण परिवर्तन होता है।