भारतीय कला और वास्तुकला
परिचय
- भारतीय कला और वास्तुकला की यात्रा लाखों साल पहले शुरू हुई और आज भी जारी है।
- मध्य प्रदेश की भीमबेटका गुफाओं में पेंटिंग प्राचीन मानव सभ्यता के इतिहास को दर्शाती हैं।
- भारत के इतिहास में विभिन्न राजा-महाराजा आए जिन्होंने कला और वास्तुकला को प्रोत्साहित किया।
सिंधु घाटी सभ्यता
- समय: 3000 BC से 1500 BC
- शहर: योजनाबद्ध तरीके से बनाए गए, पानी और स्वच्छता का खास ख्याल।
- ईंटें: समान आकार की, प्लानिंग में अप्पर सिटी और लोअर सिटी शामिल।
- सिटेडल: ऊँचाई पर स्थित, मुख्य इमारतें जैसे असेंबली हॉल, ग्रेनरी।
- सड़कें: मुख्य सड़क से जुड़ी, चौड़ाई 30 मीटर, राइट एंगल पर मिलतीं।
- घर: बेक्ड ब्रिक्स से बने, यूनिफॉर्म स्टैंडर्ड के साथ।
- जल आपूर्ति: हर घर का अपना वेल और ड्रेन सिस्टम।
मौर्य काल की वास्तुकला
- मौर्य शासन में कोर्ट आर्ट और पॉपुलर आर्ट का विकास।
- मौर्य महल: ईरानी एमेड पैलेस से प्रेरित, तीन मंजिला।
- मौर्य पिलर्स: 40 फीट ऊंचे, चुनार सैंड स्टोन से बने।
- स्तूप: बौद्ध धर्म के प्रतीक, सम्राट अशोक के कार्यकाल में पॉपुलर।
गुप्त काल की वास्तुकला
- मंदिर वास्तुकला का विकास: नॉर्थ में नागर शैली और साउथ में द्रविड़ शैली।
- गर्भगृह: मंदिर का सबसे पवित्र स्थान।
- शिखर: नॉर्थ इंडिया में कर्वी लीनियर, साउथ इंडिया में विमान।
- नंदी: शिव मंदिरों के सामने बैठती मूर्ति।
विभिन्न स्थापत्य शैली
- नागर शैली: नॉर्थ इंडिया की शैली, बिना बड़ी बाउंड्री वॉल्स के।
- द्रविड़ शैली: साउथ इंडिया की शैली, बड़ी बाउंड्री वॉल्स और गोपुरम।
- वेसर शैली: नागर और द्रविड़ शैली का मिश्रण, डेकन में प्रचलित।
महत्वपूर्ण स्थलों की वास्तुकला
- कोणार्क का सूर्य मंदिर, खजुराहो के मंदिर, महाबलीपुरम का शोर मंदिर।
- लाड खान मंदिर, बेलूर का चिन केशव मंदिर, हंपी का विरुपाक्ष मंदिर।
बौद्ध वास्तुकला
- महाबोधि मंदिर: ब्रिक वर्क का उदाहरण, सम्राट अशोक द्वारा निर्मित।
- नालंदा विश्वविद्यालय: महाविहार, मोनेस्ट्रीज का संकलन।
जैन वास्तुकला
- जैन मंदिर: तीर्थंकरों और अन्य देवी-देवताओं को समर्पित।
- माउंट आबू के जैन मंदिर, पालीताना के मंदिर।
इस्लामिक आर्किटेक्चर
- दिल्ली सल्तनत के समय में इंपीरियल स्टाइल का विकास।
- मुगल आर्किटेक्चर: ताजमहल, लाल किला, जामा मस्जिद।
औपनिवेशिक काल की वास्तुकला
- पुर्तगाली, फ्रेंच और ब्रिटिश शैलियों का प्रभाव।
- विक्टोरियन गॉथिक स्टाइल, इंडो पैरसीनिक स्टाइल।
चित्रकला
- प्रागैतिहासिक चित्रकला: भीमबेटका गुफाओं की पेंटिंग्स।
- म्यूरल पेंटिंग्स: अजंता, एलोरा, बाघ गुफाओं की चित्रकला।
- मिनिएचर पेंटिंग्स: पाल स्कूल, मुगल स्कूल, राजपूताना शैली।
- फोक पेंटिंग्स: मधुबनी, पट चित्र, कलमकारी।
मूर्तिकला
- सिंधु घाटी की मूर्तिकला: पत्थर और धातु की मूर्तियाँ।
- मौर्य और गुप्त काल की मूर्तियाँ: यक्ष, यक्षणी, भगवान बुद्ध की मूर्तियाँ।
संगीत
- वैदिक संगीत: सामवेद से उत्पत्ति, ध्रुपद शैली।
- हिंदुस्तानी और कार्नेटिक संगीत की विशेषताएँ।
नृत्य
- भरतनाट्यम, कुचीपुड़ी, कथकली, ओडिसी, मणिपुरी, मोहिनीअट्टम, कथक।
दर्शन
- भारतीय दर्शन: न्याय, वैशेषिक, सांख्य, योग, मीमांसा, वेदान्त।
पुरातन सभ्यताओं का प्रभाव
- सिंधु घाटी सभ्यता, मौर्य काल, गुप्त काल का प्रभाव भारतीय संस्कृति पर।
यह नोट्स भारतीय कला और वास्तुकला के इतिहास का उच्च स्तरीय सारांश है, जो विभिन्न युगों और शैलियों को संक्षेप में प्रस्तुत करता है।