वायुमंडल और इसके महत्व पर विचार
नोट्स: वायुमंडल (एयर) \n\n## अध्याय परिचय \n- वायुमंडल का अध्याय \n- कक्षा 7 की भूगोल \n- वायुमंडल का महत्व \n\n## वायुमंडल क्या है? \n- वायुमंडल "एयर का कंबल" है जो पृथ्वी को घेरता है। \n- वायुमंडल के चारों ओर विभिन्न गैसें मौजूद हैं। \n\n## वायुमंडल के स्फीयर \n1. ट्रॉपोस्फीयर: \n - पृथ्वी की सतह के निकट \n - सभी मौसम संबंधी घटनाएँ होती हैं (जैसे वर्षा, बादल आदि)। \n - इसकी औसत ऊँचाई 13 किमी है। \n\n2. स्ट्रेटोस्फीयर: \n - यह ट्रॉपोस्फीयर के ऊपर है \n - ओजोन परत यहाँ मौजूद है। \n - लगभग 50 किमी तक फैला हुआ। \n\n3. मिजो-स्फीयर: \n - यह स्ट्रेटोस्फीयर के ऊपर है \n - लगभग 80 किमी तक फैला हुआ। \n - उल्काओं का जलना यहाँ होता है। \n\n4. थर्मोस्फीयर: \n - यहाँ तापमान तेजी से बढ़ता है। \n - आयनोस्फीयर भी इसी में शामिल है। \n\n5. एजोस्फियर: \n - यह पृथ्वी के वायुमंडल का सबसे बाहरी हिस्सा है। \n - यहाँ हीलियम और हाइड्रोजन जैसी गैसें होती हैं। \n\n## वायुमंडल में गैसों का मिश्रण \n- अधिकतर गैसें: \n - नाइट्रोजन (78%) \n - ऑक्सीजन (21%) \n - अन्य गैसें: कार्बन डाइऑक्साइड, हीलियम, ओजोन आदि। \n\n## वायुमंडल के लाभ \n- मानव जीवन के लिए आवश्यक गैसों का स्रोत। \n- सूर्य की हानिकारक किरणों से सुरक्षा। \n- तापमान को संतुलित रखना। \n\n## एयर प्रेशर \n- पृथ्वी की सतह पर वायुमंडल का दबाव। \n- सी लेवल पर एयर प्रेशर सबसे अधिक है। \n- हाइट के साथ एयर प्रेशर में कमी आती है। \n\n## जलवायु और मौसम \n- जलवायु: लंबी अवधि के लिए औसत मौसम। \n- मौसम: दिन-प्रतिदिन की मौसम की स्थिति। \n\n## वायुमंडल में नमी \n- हवा में जल वाष्प की मात्रा को नमी कहते हैं। \n- गर्मियों में नमी अधिक होती है। \n\n## बारिश के प्रकार \n1. साइक्लोनिक वर्षा: साइक्लोन के कारण होती है। \n2. ओरोग्राफिक वर्षा: पहाड़ी इलाकों में होती है। \n3. कन्वे शल वर्षा: सामान्य वर्षा। \n\n## साइक्लोन \n- हवा की सर्कुलेटरी गति। \n- ओसियन से उत्पन्न होकर लैंड पर टकराती है। \n- उच्च वायुमंडलीय दबाव और निम्न वायुमंडलीय दबाव के कारण बनती है। \n\n## ओडिशा में साइक्लोन \n- 1999 में आया सुपर साइक्लोन। \n- उच्च वायु वेग और वर्षा के कारण व्यापक नुकसान। \n\n## निष्कर्ष \n- वायुमंडल का अध्ययन मानव जीवन के लिए आवश्यक है। \n- हमें पेड़-पौधों का संरक्षण करना चाहिए। \n