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बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति की समीक्षा

30 में 2024 और 5 अगस्त 2024 के बीच में क्या अंतर है अंतर सिर्फ यह है कि 30 मई को बांग्लादेश में डोनाल्ड लू असिस्टेंट सेक्रेटरी ऑफ स्टेट ऑफ द यूनाइटेड स्टेट्स जिसको ग्लोबली एक रेजीम चेंजर के नाम से जाना जाता है यह व्यक्ति बांग्लादेश जाता है वहां जाके कुछ प्लानिंग करता है वापस आता है और आज 5 अगस्त को शेख हसीना एक मिलिट्री हेलीकॉप्टर लेकर भारत की ओर आती है अपने पद से इस्तीफा देते हुए क्या हुआ ऐसा कि यह परिस्थिति आ गई आज के इस वीडियो में इस चीज को जानने की कोशिश करेंगे छात्रों का आंदोलन चल रहा था बांग्लादेश में छात्र प्रोटेस्ट यह कर रहे थे कि जो 2018 में कोटा पॉलिसी जिसको स्क्रैप कर दिया गया था कि 30 प्रत कोटा दिया जाएगा सरकारी नौकरियों में उन लोगों के परिजनों के लिए जो 1971 में देश की आजादी की लड़ाई लड़े थे जब इस पर्टिकुलर पॉइंट को 2018 में स्क्रैप कर दिया गया था उसके रिवाइवल को लेकर बांग्लादेश में छात्र बहुत पीसफुल तरीके से प्रोटेस्ट कर रहे थे पिछले चंद महीनों से यह प्रोटेस्ट चल रहा था यह कोई नया नहीं था इनफैक्ट पिछले छ से आठ महीनों से छात्र पीसफुल तरीके से आंदोलन कर रहे थे लेकिन पिछले छ से आठ महीने में कुछ ऐसी परिस्थितियां भी हुई कि 30 मई को डोनाल्ड लू को बांग्लादेश आना पड़ा परिस्थिति सबसे पहली यह थी कि बांग्लादेश में शेख हसीना ने चीन के साथ अपने संबंध बहुत अच्छे बना लिए थे चीन बांग्लादेश को कई बिलियन डॉलर की एड दे रहा था स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत चीन जो है अपने विद्यार्थियों को यूनान प्रोविंस में बंगला भाषा सिखा रहा था और सबसे बड़ी चीज यह भी है कि चीन उस समय बांग्लादेश की सरकार के साथ पिछले छ महीने से यह चीज में भी जुड़ा हुआ था कि चीन के जो राष्ट्र भाषा है मैंडरिन वह भाषा बांग्लादेश के अंदर बांग्लादेश की यूनिवर्सिटीज में भी सिखाई जाए बांग्लादेश की सरकार इसके ऊपर अमल कर रही थी कि क्या ऐसी पॉलिसी हमें बनानी चाहिए या नहीं पर बांग्लादेश को ऐसी नीति बनाने की क्या आवश्यकता थी कि वह चीनी भाषा अपने नागरिकों को सिखाए बांग्लादेश एक आज की डेट में एक ऐसा स्टेट है जहां पर सरप्लस लोग हैं टेरिटरी कम है ये लोग भारत आते थे अपॉर्चुनिटी के चक्कर में लेकिन अब क्योंकि भारत के बॉर्डर कड़े श कंजो में आ चुके हैं तो बांग्लादेशी इनफील्ट्रेशन भारत में रुक चुका है अब इन लोगों के पास कहीं जाने की और कोई रास्ता नहीं बचा था चीन ने यह देखा कि यह सरप्लस लेबर है मेरे यहां आएगी तो मेरी इकॉनमी में सरप्लस लेबर मुझे काम करने में मदद करेगी चीन की पॉपुलेशन ग्रैजुअली एड होती जा रही है और बांग्लादेशी लेबर अगर उसको यदि मिल जाए तो उसके लिए इससे बेस्ट कुछ नहीं हो सकता पाकिस्तानियों को वो रिक्रूट करके रखते हैं लेकिन को नौकर बना के रखते हैं जिसके लायक ही वो है बांग्लादेश वो लेबर के नजरिए से देख रहे थे इस कांटेक्ट में चीन और बांग्लादेश के बीच में जो यह इशू चल रहा था पिछले चंद महीनों से यह एक बहुत बड़ा फ्रिक्शन पॉइंट था अमेरिका के लिए क्योंकि अमेरिका को बार-बार यह लग रहा था कि अगर बांग्लादेश से छात्र बांग्लादेश छोड़कर अमेरिका नहीं आए और वो चीन चले जाए इससे चीन की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और एक आर्थिक तौर पर मजबूत चीन जो है अमेरिका को लगता है कि वो हमारे लिए हानिकारक है इसीलिए जब से चीन और बांग्लादेश के बीच में यह संबंध इस लेवल पर आ चुके थे कि स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत बांगला भाषा जो यूनान प्रोविंस की यूनिवर्सिटीज में सिखाई जा रही थी मैंडरिन जिसको सिखाने की कोशिश और एक मुहीम चलाने जा रही थी बांग्लादेश की सरकार बांग्लादेश के यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में यह सब चीजें देखते हुए अमेरिका को यह चीज समझ आ गई थी यह नहीं चलेगा इससे सबसे बड़ी बात यह भी है कि आज चीन की गतिविधियां जो साउथ चाइना सी में हो रही हैं उसके ऊपर नजर रखने के लिए चीन की इन गतिविधियों को काउंटर करने के लिए अमेरिका के पास कोई बहुत बड़ा फॉरवर्ड बेस भी नहीं है अब चाइना की इन गतिविधियों के ऊपर नजर रखने के लिए अमेरिका जापान या ताइवान में बैठकर साउथ चाइना सी में क्या हो रहा है वो नहीं देख सकती साउथ चाइना सी में जो हो रहा है उसको रोकने के लिए और उसको वहां पर देखने के लिए उसको या तो हांगकांग जाना पड़ेगा हांगकांग में उसने पिछले एक साल डेढ़ साल से काफी प्रोटेस्ट करवाए थे अमेरिका ने इंजीनियर वहां पर नाकाम रहा तो हांगकांग उसके हाथ से निकला वियतनाम के साथ उसने संबंध इंप्रूव करे लेकिन वियतनाम आज की डेट में चीन के आर्थिक रिश्तों में दोबारा डूब चुका है अब बचा क्या अब बचा था बांग्लादेश क्योंकि भारत ने स्पष्ट तरीके से मना कर दिया था कि हम अपनी टेरिटरी का दुरुपयोग आपको चीन को काउंटर करने के लिए नहीं देंगे ऐतिहासिक तौर पर यह गलती हम कर चुके हैं 1950 के दशक में जब हमने आपकी टेरिटरी अपनी टे रार आपके एडवेंचरिंग के लिए अलाव कर दी थी और उसका कमिया जा यह था कि 1962 की झड़प हुई जिसको हमें झेलना पड़ा आपको नहीं खैर इसके बारे में कभी गहरी वीडियो डिटेल में बनाएंगे लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि अमेरिका बहुत लंबे समय से एक बेस ढूंढ रहा था बांग्लादेश उसके लिए एक एप्रोप्राएटनेस पर भी नजर रख सकता है देश में रहकर वो चीन की गतिविधियों के ऊपर वैसे भी नजर रख सकता है नेपाल में ऑलरेडी अमेरिका का एक बहुत जबरदस्त डीप प्रेजेंस है ही है और यहां पर तो नेपाल की जो सरकार है वह ऑलरेडी अमेरिका के हाथ बिक चुकी है तो इन सारी परिस्थितियों को मद्देनजर रखते हुए अमेरिका बार-बार एक चीज के ऊपर फोकस कर रहा था कि किसी तरीके से बांग्लादेश को कन्विंसिंग देश को कन्विंसिबल नहीं चलाएंगे हम आपको अपना बेस सेंट मार्टिन आइलैंड का नहीं देंगे तब से अमेरिका ने गंदा खेल शुरू कर दिया इस परिस्थिति में डोनाल्ड डू आया डॉनल्ड डू के आने से पहले बैकग्राउंड वर्क ऑलरेडी चल रहा था बैकग्राउंड वर्क यह चल रहा था कि जो मणिपुर है वहां से अमेरिका अपने ऑपरेशन ऑलरेडी रन कर रहा था वहां पर जो कोकियो का एरिया है उस कुकं के इलाकों में वहां पर उसने अपना एक बहुत बड़ा एसेट जिसका नाम है हाउ कीप उसको नर्चर करके रखा हुआ है कुकी नेशनल आर्मी का व लीडर है अमेरिका का एजेंडा वह मणिपुर में चला ही रहा था वहां से यह सारे लोगों ने एकजुट होकर एक नया गेम प्लान रचने की कोशिश करी गेम प्लान कुछ ऐसा था कि बांग्लादेश में अगर शेख हसीना नहीं मानती है तो उसकी सरकार के खिलाफ प्रोटेस्ट इंजीनियर किए जाए छात्रों का यह जो प्रोटेस्ट था बड़े लंबे समय से पीसफुल तरीके से हो रहा था इसको वायलेंट बनाने की कोशिश की गई वायलेंट बनाने के लिए दो चीज का खास प्रयोग किया गया सबसे पहली चीज थी बांग्लादेश की अपोजिशन पार्टी बीएनपी और दूसरी थी सबसे इंपॉर्टेंट जमात इस्लामी आज की डेट में बीएनपी और जमाते इस्लामी को नर्चर करने वाले और कोई नहीं बल्कि पाकिस्तान है पाकिस्तान ने अमेरिका का इस पूरे प्रोजेक्ट में सहयोग दिया पाकिस्तान ने बीएनपी जमात को एक्टिवेट किया बीएनपी और जमात ने प्रोटेस्टर्स के साथ मिलकर इस पूरे पीसफुल प्रोटेस्ट को वायलेंट बनाया इतना वायलेंट बना दिया कि सोसाइटी अपने प्रोटेस्ट पोटेंशियल के थ्रश होल्ड से कंट्रोल के बाहर हो गई और जो नतीजा आज आपके सामने है वह आपके बिल्कुल स्पष्ट तरीके से प्रूव कर रहा है कि किस तरीके से प्रोटेस्ट को इंजीनियर करके आप इस प्रकार की हरकत कर सकते हैं और तो और सबसे बड़ी बात शेख हसीना को हटाने का कार्य जो बैकग्राउंड में चल रहा था इसके साथ-साथ दूसरा ऑब्जेक्टिव यह चल रहा था कि शेख हसीना हटेगी तो फिर कौन आएगा चुनाव तो करवा नहीं सकते हाल ही में हुए हैं बांग्लादेश में आर्मी का कंट्रोल रखी क्योंकि आर्मी जो बांग्लादेश की है वह आज की डेट में तीन वर्गों में बटी हुई है एक वर्ग है जो भारत को सपोर्ट करता है एक वर्ग है जो चीन को सपोर्ट करता है एक वर्ग है जो रेडिकल है जो पाकिस्तान को सपोर्ट करता है और जो वर्ग पाकिस्तान को सपोर्ट करता है उसने इनडायरेक्टली अमेरिका का सपोर्ट हासिल किया अमेरिका ने जो पाकिस्तान के वर्ग को सपोर्ट करता है उसने के थ्रू कन्विंसिंग वाले वर्ग को कि भी आप चीन का सपोर्ट मत कीजिए अमेरिका आपको ज्यादा पैसा देगा तो इस समय बांग्लादेश की आर्मी जो है दो हिस्सों में बढ गई एक जो भारत के साथ थी एक जो भारत के खिलाफ थी और जो भारत के खिलाफ थी उसमें एक चीनी वर्ग और जो पाकिस्तानी वर्ग था इन दोनों को जोड़कर अमेरिका ने अपना वर्ग बना लिया अब यह जो अपना वर्ग उसका बना इसने पूरे प्रोटेस्ट को इस लेवल का वहां पर मैन्युफैक्चर करके इंजीनियर करके ड्राइव किया कि आज एक ऐसी परिस्थिति आ गई कि शेख हसीना के पैलेस के बाहर जब प्रोटेस्टर्स ने जाकर प्रोटेस्ट किया तो शेख हसीना को मजबूरन वहां से भागना पड़ा अब आने वाली परिस्थिति में क्या होगा दो तीन चीजें हैं पहला कि बांग्लादेश आर्मी के कंट्रोल में आएगा इस आर्मी को कठपुतली आर्मी माना जाएगा इसको पीछे से अमेरिका चलाएगी और पाकिस्तान को अब एक बांग्लादेश के अंदर फ्री रन मिलेगा आईएसआई जितने रेडिकल सपोर्टर्स हैं बांग्लादेश के अंदर रेडिकल कैंपस से उनको रिएक्टिवेट करेगी उसके इस रिएक्टिवेशन से भारत के नॉर्थ ईस्ट के अंदर आप आने वाले समय में अनफॉर्चूनेटली और डिस्टेबलाइजेशन देखेंगे नॉर्थ ईस्ट और वोलेटाइल बनेगा क्योंकि आईएसआई की गतिविधियां और बढ़ेंगी दूसरा आईएसआई ऑलरेडी आज की डेट में अराकन माउंटेंस जो है म्यानमार के वहां पर बहुत गहरी तरीके से रोहिंग्यास के साथ खड़ी है अब उसको बांग्लादेश की भी टेरिटरी मिल गई बांग्लादेश की टेरिटरी रोहिंग्यास का अराकन योमा माउंटेन वाला रीजन इन दोनों जगह को मिलाकर यदि आप एक ब्रॉड पिक्चर बनाए तो आईएसआई के पास आज की डेट में नॉर्थ ईस्ट को डिस्टेबलाइज करने का एक पूरा फ्रंट मिल गया अमेरिका को देखिए अमेरिका ने यह पूरा गेम इस प्रकार से मैन्युफैक्चर किया कि इस मैन्युफैक्चरिंग गेम के दौरान वह सिर्फ और सिर्फ बांग्लादेश को एक सबक नहीं बल्कि भारत को भी सबक से भगा पाए अब आप कहेंगे कि अमेरिका को भारत को सबक से भगाने की क्या आवश्यकता थी आवश्यकता थी क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री अभी हाल ही में रूस की विजिट प गए तब से हम अमेरिका बड़ा निराश हुआ बैठा था कि आप रूस क्यों चले गए भाई हम निराश होते हैं जब आप पाकिस्तान से इंगेज करते हो हम भी तो हो सकते थे हम नहीं होते क्योंकि हम यह बात को मानते हैं कि आपके पास एक स्ट्रेटेजिक ऑटोनॉमी है अपने निर्णय लेने की हमारे पास स्ट्रेटेजिक ऑटोनोमी है हमारे अपने निर्णय लेने की अब क्योंकि भारत जो है रूस के साथ संबंध बनाक अभी आया तो अमेरिका निराश था अब अमेरिका की स्ट्रेटेजी भारत को आइसोलेट करने की देखिए कैसे बनी उसने पाकिस्तान का सहयोग लेकर पहले तो पूरे नॉर्थ ईस्ट में यह नया फ्रंट खोल दिया आज दूसरा पिछले अगर आप एक महीने से गतिविधियां देखें तो पाकिस्तान को आज की डेट में खुली छूट दे रखी है अमेरिका की तरफ से कि आप कश्मीर में जितनी मर्जी गतिविधियां करना चाहे करें और आप उसका कमिया देखिए कि आज भी कश्मीर के अंदर आए गए दिन हर एक सिंगल दिन में एक आतंकवादी हरकत हो रही है लोग मारे जा रहे हैं भारत की सेना इस समय कश्मीर में स्ट्रेच है दूसरी जग पर चीन को टैकल करने के लिए लद्दाख में स्ट्रेच है और अब तीसरी जगह जो उसके लिए नया फ्रंट खुलेगा बांग्लादेश की सीमा से लेके पूरा का पूरा नागालैंड मिजोरम से होते हुए अराकन योमा माउंटेन म्यानमार वाले जोन तक अरुणाचल की सीमा तक यह एक नया फ्रंट खुलेगा तो भारत को बेसिकली रीजनली तीन हिस्सों में बांट दो ताकि भारत की सेना भारत के रिसोर्सेस तीन जगह पर बटे रहे भारत कमजोर रहे कमजोर भारत अमेरिका के हित में है भारत स्ट्रांग ना बने यह उसके में बांग्लादेश के इस रेजीम चेंज ऑपरेशन से उसने यह अचीव किया और तीसरी सबसे बड़ी चीज अब आप समझने की कोशिश कीजिए यहां पर यह है जो मैंने आपको एक पिछले वीडियो में भी बात बोली थी और वही चीज मैं बोल रहा हूं अमेरिका आज की डेट में कुकी नेशनल आर्मी के साथ मिलके कुकी चिन ट्राइब जो है उनको एकजुट करके एक क्रिश्चन लैंड बनाने की कोशिश कर रहा है जब शी खत्म हुआ था उसके बाद इंडोनेशिया से ईस्ट तामूर को आजाद कराना और ईस्ट तामूर जैसे देश को क्रिएट कर देना इसमें अमेरिका का बहुत बड़ा हा था और जब से उसने वह किया तो इंडोनेशिया मलेशिया इन सारे ब्रुनेई मुसलमान देशों के आसपास ईस्ट तमोर एक क्रिश्चन देश वहां पर बनकर बसा हुआ है शेख हसीना इसके बारे में पहले ही चर्चा कर चुकी थी शेख हसीना ने यह बात पहले भी बोली थी कि अमेरिका यहां पर एक क्रिश्चन लैंड बनाने की कोशिश कर रहा है जिसमें वह टेरिटरी बांग्लादेश भारत और म्यानमार की तोड़कर यह लैंड बनाएगा और वह लैंड अब बनाने के लिए अमेरिका को और सहमति मिल गई है और यह लैंड आज की डेट में जो बनेगी इसका नाम रखा जाएगा आने वाले समय में जोगम क्योंकि यह जोगम एक शब्द जो आता है जो से और जो जो है एक ऐसा कॉमन टर्म है जो कुकी चिन और जो ट्राइब्स के लिए प्रयोग किया जाता है इन सारे ट्राइब्स को क्लब कि जा रहा है और यह सारे ट्राइब्स आज की डेट में अमेरिका के इस गेम प्लान के साथ समर्थक है अब आप सोचेंगे कि यहां पर क्रिश्चन लैंड बनाने की आवश्यकता क्या थी चीज को समझने की कोशिश कीजिए क्रिश्चन लैंड बनेगा इस क्रिश्चन लैंड को बनते ही अमेरिका का यहां पर एक परमानेंट बेस हो जाएगा यह परमानेंट बेस जैसे ही अमेरिका का बनेगा एक चीज तो त है अमेरिका भारत के ऊपर नजर रख पाएगा चीन के ऊपर नजर रख पाएगा म्यानमार के अंदर उसको एक खुला एक्सेस मिल जाएगा और यह खुले एक्सेस अमेरिका अपना गंदा गेम प्लान आगे बढ़ा पाएगा साउथ चाइना सी में गतिविधियों के ऊपर नजर रखने की लेकिन इसके साथ-साथ मैं आपको एक चीज की जानकारी और देना चाहता हूं यह एक जोगम नाम का इंडिपेंडेंट देश जो आज की डेट में अमेरिका बनाने की कोशिश कर रही है वह इसलिए भी महत्त्वपूर्ण है क्योंकि आज से पिछले 40 साल पहले से अमेरिका इस इलाके में ऑलरेडी बड़ा डीप इवॉल्वड है कंबोडिया लाओस और म यह तीन जगह ऐसी हैं यह तीन देश ऐसे हैं जहां पर अमेरिका एक भारी मात्रा में ड्रग ट्रेड में इवॉल्वड है अमेरिका यहां से ड्रग ट्रेड पूरे ग्लोबल लेवल पर खेलती है अमेरिका की सीआईए ने एक समय पर एक एयरलाइन बनाई थी और उस एयरलाइन का अगर आप नाम देखें तो उसका नाम है एयर अमेरिका एक सिविलियन लाइन एयरलाइन थी जो सिविलियन लोगों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने की कोशिश करती थी लेकिन यह सिविलियन एयरलाइन को ऑपरेट करती थी सीआईए और सीआईए इस एयरलाइन का प्रयोग करते हुए एक ढोंग रचते हुए कंबोडिया लाव से लेकर अफगानिस्तान ईरान तक ड्रग सप्लाई का गेम खेलती थी यह एयरलाइन सीआईए की पर्सनल एयरलाइन थी पूरे विश्व तौर पर ड्रग्स को सप्लाई करने की और आज यह बात सारी दुनिया जानती है कि किस तरीके से वैटिकन सिटी में और इटली के माफिया और अल्बानिया के माफिया के साथ मिलकर पोप की लीडरशिप के अंडर एक बहुत बड़ा ड्रग कार्टल यूरोप में चल रहा है अलग वीडियो कभी इस टॉपिक के बारे में भी बनाकर आपको बताऊंगा लेकिन फैक्ट ऑफ द मैटर बहुत स्पष्ट है दो तीन चीजें समझ लीजिए अब आप शेख हसीना चली गई है आर्मी का कंट्रोल बांग्लादेश में आ चुका है आर्मी के कंट्रोल से इस इलाके में तब दबा बनाना अमेरिका के लिए अब आसान है अमेरिका लॉन्ग रन में चाहेगा कि भारत डिस्टेबलाइज रहे नॉर्थ ईस्ट में आईईएसआई लो इंटेंसिटी कॉन्फ्लेट जारी रखेगा नॉर्थ ईस्ट के अंदर आईएसआई के भरोसे एक पूरा ड्रग कैंपेन यहां पर शुरू किया जाएगा अमेरिका की तरफ से ताकि नॉर्थ ईस्ट की जो सोशल डेमोग्राफी है भारत की वह डिस्टेबलाइज हो अगला पंजाब उड़ता पंजाब उड़ता नॉर्थ ईस्ट बनेगा और यह अमेरिका के हित में रहेगा क्योंकि नॉर्थ ईस्ट के लोग बहुत लंबे समय में से इंसर्जनल रहे हैं फ्रस्ट्रेटेड है ड्रग्स उनको एक रिहैबिलिटेशन देगा क्योंकि सरकार नहीं दे पाई अमेरिका ड्रग्स के थ्रू करेगा यही चीज पंजाब में आईएसआई ने करी है 84 के ग दंगों के बाद जब पॉपुलेशन फ्रस्ट्रेट हो गई खालिस्तान के पूरे वायलेंस के बाद जब पॉपुलेशन फ्रस्ट्रेट हो गई जब उसको क्लोजर नहीं मिला तो ड्रग्स ने वो रिहैबिलिटेशन किया जो सरकार को करना चाहिए था अब आप चीज को देखिए भारत के अंदर एक ड्रग इकॉनमी का पैदा होना भारत की सेना तीन जगह पर तीन अलग-अलग फ्रंट्स पर ऑक्यूपाइड हो जाना जिसकी वजह से भारत आर्थिक तौर पर मजबूत ना हो पाए और एक आर्थिक कमजोर भारत जिसमें हमेशा क्राइसिस केस हमेशा एक परमानेंट फीचर रहे अमेरिका के हित में क्योंकि अमेरिका इन सारी चीजों को प्रयोग करते हुए एक लंबा गेम खेल पाएगा कि वह चीन की गतिविधियों को रोक पाएगा तो यह बांग्लादेश का जो शेख सीना का आज का इंसिडेंट था इसको एक आइसोलेटेड इंसिडेंट मत समझिए इसके पीछे की जो यह लार्जर जिओ पॉलिटिक्स है जिसमें इंपैक्ट भारत में भी है म्यानमार पर भी है कंबोडिया लाउस प भी है भारत के कई नॉर्थ ईस्ट के राज्यों पर भी है भारत की सेना पर भी है भारत की आर्थिक स्टेबिलिटी प भी है इन सारे खेलों को भी समझिए तो आई होप अब आपको एक लार्जर पिक्चर क्लियर हो रही होगी धन्यवाद