Transcript for:
Modern Indian National Movement

हेलो एवरीवन वेलकम टू रवि अदिति क्लासेस फ्रेंड्स आज की इस वीडियो में हम डिस्कस करेंगे हिस्ट्री यानी कि मॉडर्न हिस्ट्री के मोस्ट इंपॉर्टेंट क्वेश्चंस को देखिए आज का हमारा टॉपिक होने वाला है इंडियन नेशनल मूवमेंट यानी कि भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन तो इस वीडियो में फ्रेंड्स जितने भी नेशनल मूवमेंट्स हुए हैं हमारे इंडिया के अंदर मॉडर्न इंडिया के अंदर फ्रॉम 1885 टू 1947 टिल इंडिपेंडेंस उनको हम यहां पर डिस्कस करने वाले हैं तो फ्रेंड्स यहां पे सारे क्वेश्चंस आपको सिलेक्टेड और मोस्ट इंपोर्टेंट मिलेंगे अगर आप किसी भी एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं यह वीडियो आपके लिए काफ बेनिफिशियल होने वाला है तो देखिए पहले हम इस वीडियो में इस तरीके से डिस्कस करेंगे जो भी इवेंट हुए हैं उनके बारे में राइट और उससे रिलेटेड जो भी एग्जाम में क्वेश्चंस आते हैं ना जो पूछे जा सकते हैं उनको हम इस तरीके से डिस्कस करेंगे तो देखिए काफी बेनिफिशियल वीडियो रहेगा फ्रेंड्स आपके लिए इस तरीके से कुछ मैंने आपके लिए यहां पे इस वीडियो को बनाया है तो चलिए स्टार्ट करते हैं फ्रेंड्स इंडियन नेशनल मूवमेंट टॉपिक को और बात करें हमारा पहला इवेंट जो हुआ है मॉडर्न इंडिया के अंदर वो है 1885 का इंडियन नेशनल कांग्रेस राइट तो यहां पे बात करेंगे हम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बारे में बात करें इससे रिलेटेड क्वेश्चन क्या आपसे पूछा जा सकता है तो आपका क्वेश्चन देखिए ऑन हुज इनिशिएटिव वाज द इंडियन नेशनल कांग्रेस फाउंडेड इन 1885 तो क्वेश्चन में आपके लिए काफी इंपॉर्टेंट यहां पर पॉइंट है कि इंडियन नेशनल कांग्रेस इसको कब फाउंड किया गया है इसे फाउंड किया गया है 1885 में तो यह पॉइंट यहां पे आप साथ में याद रखें आपको बताना है कि यहां पे 1885 में जब आईएनसी का फॉर्मेशन हुआ है तो इसकी पहल किसने की थी तो इसकी पहल की गई थी फ्रेंड्स ए ओ ह्यूम के द्वारा द्वारा राइट आंसर ऑप्शन नंबर डी हो जाएगा देख सकते हैं यह है एओ यूम जिन्होंने इनिशिएटिव में समझते हैं आईएनसी फॉर्मेशन के बारे में द इंडियन नेशनल कांग्रेस वास फॉर्म्ड ऑन 28 दिसंबर 1885 तो यहां पे 28 दिसंबर 1885 को फॉर्म हुआ था फ्रेंड्स यहां पे आईएनसी किसके द्वारा बाय एओ यूम अदर फाउंडिंग मेंबर्स इंक्लूड दादा भाई नरोजी एंड दिनशा वाचा तो इसके जो अन्य संस्थापक हैं यह रहे हैं दादा भाई नरोजी और इनके साथ दिनशा वाचा द फर्स्ट सेशन वाज हेल्ड इन बॉम्बे इन 1885 अंडर द चेयरमैनशिप ऑफ वमेश चंद्र बैनर्जी तो आईएनसी का जो पहला सत्र था 1885 का इसे वमेश चंद्र बैनर्जी की अध्यक्षता में बॉम्बे में आयोजित किया गया था ध्यान रखिए वेन्यू भी आपके लिए इंपॉर्टेंट है बॉम्बे में इसे ऑर्गेनाइज किया गया था फर्स्ट सेशन ऑफ आईएनसी ओके चलिए नेक्स्ट बात करें फ्रेंड्स यहां पे कुछ इंपोर्टेंट क्वेश्चन जो स्टैटिक पोर्शन से आते हैं आईएनसी के फॉर्मेशन से रिलेटेड तो क्वेश्चन आता है कि फर्स्ट फ वूमेन प्रेसिडेंट कौन थी इंडियन नेशनल कांग्रेस की तो यह रही है फ्रेंड्स एनी बेसेंट और अगर आपसे वही पूछा जाए कि पहली इंडियन वुमेन प्रेसिडेंट कौन रही है आईएनसी की तो ये रही है सरोजिनी यरू तो ये दोनों इंपॉर्टेंट क्वेश्चन है इस टॉपिक से आगे बढ़ेंगे और आपका नेक्स्ट इवेंट यहां पे रहता है फ्रेंड्स पार्टीशन ऑफ बंगाल जो कि हुआ था 1905 में राइट तो इससे रिलेटेड क्वेश्चन क्या पूछा जा सकता है हु डिड द पार्टीशन ऑफ बंगाल इन 1905 तो आपको यहां पे यर तो याद रखना है कि पार्टीशन ऑफ बंगाल ये 1905 में हुआ था तो यह किसने किया था किसके द्वारा किया गया था आपको बताना है यह किया गया था फ्रेंड्स बाय लॉर्ड कर्जन ओके इसके बारे में डिटेल में देख लीजिए ऑन जुलाई 19 1905 लॉर्ड कर्जन देन द देन वाइस रॉय ऑफ इंडिया अनाउंस द पार्टीशन ऑफ बंगाल एंड इट वाज इंप्लीमेंटेड ऑन अक्टूबर 16 1905 तो लॉर्ड कर्जन जो कि उस टाइम पे वाइस रॉय हुए करते थे इंडिया के इन्होंने अनाउंस किया था इन बंगाल पार्टीशन को और यह कब इंप्लीमेंट किया गया इन्होंने अनाउंस किया जुलाई 19 1905 को और ये इंप्लीमेंट हुआ है अक्टूबर 16th 1905 को आफ्टर पार्टीशन बंगाल वाज डिवाइडेड इनटू वेस्ट बंगाल एंड ईस्ट बंगाल तो बंगाल के पार्टीशन के बाद इसे दो हिस्सों में बांटा गया आप यहां पे पिक्चर देख सकते हैं तो इस तरीके से वेस्ट बंगाल एंड ईस्ट बंगाल इस तरीके से इसे सेपरेट कर दिया गया ओके ऑन दिसंबर 12 1911 लॉर्ड हार्डिंगे रियूनाइटेड बंगाल तो देखिए पार्टीशन तो 1905 में हुआ मगर अगर आपसे पूछा जाए कि यह इसका रियन जो है यह कब हुआ है तो री यूनाइट हुआ है फ्रेंड्स बंगाल 1911 में तो यह दोनों ईयर आपके लिए काफी इंपॉर्टेंट है चलिए अगला यहां पे इवेंट रहता है फ्रेंड्स मुस्लिम लीग फॉर्मेशन जो कि हुआ था 1906 में ध्यान रखिएगा बंगाल पार्टीशन के ठीक नेक्स्ट ईयर जो है ना मुस्लिम लीग फॉर्मेशन हुआ था ओके तो इस तरीके से कुछ इवेंट्स आपको याद हो जाएंगे तो क्वेश्चन आता है यहां पे व्हेन वाज ऑल इंडिया मुस्लिम लीग फाउंडेड तो क्वेश्चन आप काफी इजली आंसर कर सकते हैं 1906 में फ्रेंड्स ऑल इंडिया मुस्लिम लीग की स्थापना की गई थी देखिए बात करें ऑल इंडिया मुस्लिम लीग इसे फाउंड किया गया है दिसंबर 13 1906 को कहां पर ढाका बांग्लादेश में द लीग वाज फाउंडेड एट द कॉन्फ्रेंस अंडर द कंट्रोल ऑफ सलीम उल्ला खान द नवाब ऑफ ढाका तो उस टाइम पे ढाका के जो नवाब थे सलीम उल्ला खान इनके कंट्रोल में यह लीक का फॉर्मेशन हुआ था द कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ दिस लीग वाज क्रिएटेडॉक्युमेंट्सफ्रैगमेंट अमृतसर पंजाब तो यहां पे जो यहां पे मुस्लिम लीग है इसका जो फर्स्ट सेशन था फ्रेंड्स यह 1908 में हुआ था 1906 में इसका फॉर्मेशन हुआ 1908 में जो है यहां पे पहला सेशन हेल्ड किया गया कहां पर वेन्यू याद रखिए अमृतसर पंजाब में द फर्स्ट सेशन ऑफ ऑल इंडिया मुस्लिम लीग वाज प्रेसा इडेडो बाय अगा खान तो उसकी जो प्रेसिडेंट शिप थी यह किसने की थी यह की थी अगा खान ने आगे बढ़ते हैं और नेक्स्ट यहां पे इवेंट रहता है स्प्लिट ऑफ कांग्रेस ओके बात कर लें इसके बारे में तो यह 1907 में हुआ था क्वेश्चन यहां पे आपसे पूछा जा सकता है कि इन व्हिच सेशन डिड द डिवीजन बिटवीन मॉडरेट एंड एक्सट्रीमिस्ट लीडर ऑफ कांग्रेस टेक प्लेस तो यहां पे कांग्रेस के उदारवादी व उग्रवादी नेताओं में वास्तविक नेताओं में विभाजन किस अधिवेशन में हुआ था तो यह हुआ था फ्रेंड्स सूरत कन्वेंशन जो कि 1907 में हुआ था तो इसके बारे में डिटेल में यहां पे डिस्कस करेंगे द सूरत सेशन ऑफ 1907 वास पॉपुलर नोन एज द सूरत पार्टीशन एज द कांग्रेस स्प्लिट इनटू टू ग्रुप्स दैट इज मॉडरेट्स एंड एक्सट्रीमिस्ट तो यहां पे जो सूरत सेशन हुआ 1907 में इसे सूरत पार्टीशन के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इसकी वजह से यहां पे कांग्रेस को दो हिस्सों में बांटा गया एक थे मॉडरेट्स और दूसरे थे एक्सट्रीमिस्ट तो यानी कि नरम गल एंड द गर्म दल ओके तो इस तरीके से इन्हें ये डिवा डिवाइड हो गए थे इट वाज हेडेड बाय मॉडरेट पार्टी लीडर रज बहरी घोष तो मॉडरेट पार्टी यानी कि जो नरम दल थे फ्रेंड्स इसके नेता थे राज बिहारी घोष द मोस्ट प्रॉमिनेंट लीडर्स ऑफ एक्सट्रीमिस्ट अब बात करें यहां पे हम गर्म दल की तो यहां के जो मेजर लीडर्स थे प्रॉमिनेंट लीडर्स थे ये बाल गंगाधर तिलक थे लाला लाजपत राय थे विपिन चंद्र पाल थे तो इन्हें तीनों को इन तीनों के ट्रायों को लाल बाल पाल के नाम से भी जाना जाता था दादा भाई नरोजी गोपाल कृष्ण गोखले मदन मोहन मालविया ये तीनों जो थे ये मॉडरेट लीडर्स थे ओके चलिए आगे बढ़ेंगे और आपका नेक्स्ट मूव यहां पे जो इवेंट है येता है इंडियन नेशनल मूवमेंट के अंदर खुदीराम बोस हैंग ठीक है ये 1908 में हुआ था फ्रेंड्स क्वेश्चन यहां से पूछा जा सकता है कि खुदीराम बोस वाज हैंग इन व्हिच ऑफ द फॉलोइंग जेल्स तो खुदीराम बोस को निम्नलिखित में से किस जेल में फांसी पर भेजा गया था तो यह भेजा गया था इन्हें मुजफ्फरपुर में राइट आंसर ऑप्शन नंबर बी हो जाएगा डिटेल में डिस्कस करते हैं इस इवेंट को ऑन अप्रैल 30 1908 खुदीराम बोस थ्रू अ बॉम्ब एट व्हीकल इन मुजफ्फरपुर किलिंग चीफ प्रेसिडेंसी मैजिस्ट्रेट डगलस किंग्सफोर्ड तो यहां पे अप्रैल 30 1908 को जो है खुदीराम बोस ने मुजफ्फरपुर में एक गाड़ी पर बम फेंका था ठीक है जिससे मुख्य प्रेसिडेंसी मजिस्ट्रेट जिनका नाम था डगलस किंग्सफोर्ड यहां पे इनकी मौत हो गई थी तो इस इस वजह से फ्रेंड्स जो है इन्हें खुदीराम बोस को यहां पे हैंग किया गया था मुजफ्फरपुर जेल में फ्रेंड्स यह जो यहां पे कंस्पिरेशन केस थी इसे अलीपुर बॉम कंस्पिरेशन केस भी कहा जाता है ठीक है तो इसके होने के बाद जो है यहां पे इन्हें यहां पे मुजफ्फरपुर जेल में भेजा गया था ही वास सेंटेंसड टू डेथ ऑन जुलाई 13 1908 एंड हैंग टू डेथ ऑन अगस्ट 11 1908 एज ऑफ 18 तो यहां पे देखिए 13 जुलाई 1908 को इन्हें मौत की सजा सुनाई गई और 11 1908 को जो है फ्रेंड्स यहां पे इन्हें 18 साल की उम्र में ही फांसी पर लटका दिया गया अगला रहेगा फ्रेंड्स यहां पे इवेंट गदर पार्टी जो कि 1913 में इवेंट है बात करें गदर पार्टी की यहां पे हु फाउंडेड द गदर पार्टी इन अमेरिका तो अमेरिका में गदर पार्टी की स्थापना किसके द्वारा की गई थी इसकी स्थापना की गई थी फ्रेंड्स यहां पे लाला हरदयाल और साथ में सोहन सिंह भागना तो ऑप्शन नंबर सी यहां पे राइट आंसर है सूटेबल बोथ यहां पे देखिए द गदर पार्टी वाज फाउंडेड बाय लाला हरदयाल ऑन 15 जुलाई 1930 इन सैन फ्रांसिस्को कैलिफोर्निया तो आई होप आपको यह क्लियर है आगे बढ़ेंगे और आपका नेक्स्ट मूमेंट आता है फ्रेंड्स यहां पे या फिर आप इवेंट कह सकते हैं गांधी जीज अराइवल इन इंडिया ठीक है गांधी जी का भारत में आगमन जो कि हुआ था 1915 में डायरेक्टली क्वेश्चन में पूछा जाता है फ्रेंड्स कि गांधी जी इंडिया कब आए थे तो यह 1915 में आए थे क्वेश्चन देखिए जो यहां से पूछा जा सकता है इन व्हिच ईयर डिड महात्मा गांधी रिटर्न टू इंडिया फ्रॉम साउथ अफ्रीका तो साउथ अफ्रीका से फ्रेंड्स महात्मा गांधी किस वर्ष वापस आए थे इंडिया यह आए थे ऑन जनवरी 9th 1915 डेट भी आप यहां पे याद रखें और फ्रेंड्स इसी दिन को हम मनाते हैं एज इंपॉर्टेंट डे उसके बारे में डिस्कस करेंगे आगे देखिए ऑन जनवरी 9th 1915 महात्मा गांधी रिटर्न फ्रॉम साउथ अफ्रीका ठीक है यह तो हमने डिस्कस कर लिया है नेक्स्ट देखिए देयर फॉर नाथ जनवरी इज सेलिब्रेटेड एवरी ईयर एज प्रवासी भारतीय दिवस तो इस दिन को ही प्रवासी भारतीय दिवस के रूप में मनाया जाता है एट दैट टाइम ही वास 45 ईयर 3 मंथ एंड 7 डेज ओल्ड गांधी जी वेंट टू साउथ अफ्रीका इन 1893 एट द एज ऑफ 24 तो यहां पे फ्रेंड्स साउथ अफ्रीका गए थे महात्मा गांधी जी एट द एज ऑफ 24 और जब ये रिटर्न आए इंडिया तो इनकी एज 45 थी है ना ठीक है तो यहां पे ये पर्टिकुलर डेट आपके लिए दिया गया है कि 45 इयर्स थ्री मंथ्स एंड से डे ओल्ड थे जब वोह रिटर्न आए थे इंडिया में नेक्स्ट रहता है फ्रेंड्स यहां पे इवेंट होम रूल मूवमेंट जो कि 1916 में हुआ इसके बारे में देखिए क्वेश्चन आ सकता है हु लेट द होम रूल मूवमेंट इन इंडिया तो भारत में होम रूल आंदोलन का नेतृत्व किसके द्वारा किया गया था यह किया गया था फ्रेंड्स एनी बेसेंट एंड बाल गंगाधर तिलक यहां देखिए इट वाज अ मूवमेंट स्टार्टेड टू गिव सेल्फ गवर्नमेंट टू इंडिया तो इस मूवमेंट को इस आंदोलन को चलाने का जो मेन उद्देश्य था वो क्या था इंडिया में सेल्फ गवर्नमेंट लाना ठीक है बाल गंगाधर तिलक फाउंडेड द फर्स्ट होम रूल लीग एट बॉम्बे प्रोविंशियल कॉन्फ्रेंस इन बल बेलगाम इन 1916 तो यहां पे बाल गंगाधर तिलक ने 1916 में बेलगाम में बॉम्बे प्रांतीय सम्मेलन में पहली होमरूल लीक की स्थापना की थी होम रूल आंदोलन का जो आदर्श वाक्य था यानी कि जो आप मोटो कह सकते हैं यह था फ्रेंड्स सेल्फ गवर्नमेंट फॉर इंडिया राइट द टर्म होम रूल वाज अडॉप्टेड फ्रॉम आयरलैंड तो यह वर्ड जो है ना यह कहां से अडॉप्ट किया गया है होम रूल इसको लिया गया है फ्रेंड्स आयरलैंड से ही नेक्स्ट आता है इवेंट यहां पे चंपारण मूवमेंट 1917 में हुआ है फ्रेंड्स इसके बारे में देख लेते हैं क्वेश्चन आपसे पूछा जा सकता है वयर डिड गांधी जी फर्स्ट यूज सत्याग्रह इन इंडिया इन 1917 तो गांधी जी ने 1917 में भारत में सबसे पहले सत्याग्रह का प्रयोग कहां पर किया था राइट आंसर हो जाएगा फ्रेंड्स यहां पे ऑप्शन नंबर सी चंपारण देखिए बात करें इसके बारे में तो पहला सत्याग्रह जो हुआ था है ना लेड बाय महात्मा गांधी ये था चंपारण सत्याग्रह कब हुआ था 1917 में चंपारण डिस्ट्रिक्ट में हुआ था जो कि बिहार की एक डिस्ट्रिक्ट है आई होप आपको ये क्लियर है आगे कुछ और इंपॉर्टेंट पॉइंट देखिए द चंपारण सत्याग्रह वाज इंप्लीमेंटेड बिकॉज द पीजेंट्स वर फोर्सड टू ग्रो इंडिगो इन अ पार्ट ऑफ देयर लैंड दिस क्रिएटेडॉक्युमेंट्सफ्रैगमेंट फर फोर्सिंग फार्मर्स टू ग्रो इंडिगो ऑन 3/20 ऑफ द टोटल लैंड कॉल्ड एज तिनकाठिया सिस्टम तो फ्रेंड्स यह चंपान सत्याग्रह क्यों किया गया था यहां पे जो फार्मर्स थे उन्हें फोर्स किया जा रहा था कि यह अपने लैंड के पर्टिकुलर एरिया में कुछ एरिया में जो है सिर्फ और सिर्फ इ इंडिगो को उगाएं ठीक है तो इसलिए यहां पे इस चंपारण सत्याग्रह को कंडक्ट किया गया था अगला रहता है इवेंट यहां पे अहमदाबाद मिल वर्कर्स एजीटेशन 1918 यानी कि अहमदाबाद मिल मजदूर आंदोलन बात कर ले इसके बारे में इन व्हिच यर डिड महात्मा गांधी लीड द सक्सेसफुल स्ट्राइक ऑफ मिल वर्कर्स इन अहमदाबाद तो यह हुआ था फ्रेंड्स 1918 में तो फ्रेंड्स देखिए बात करें इसके बारे में थोड़ा और डिटेल में महात्मा गांधी ऑर्गेनाइज द सत्याग्रह मूवमेंट अमंग द कॉटन मिल वर्कर इन अहमदाबाद इन 1918 तो यहां पे देखिए चंपारण आंदोलन के बाद ठीक नेक्स्ट ईयर हुआ था अहमदाबाद मिल मजदूर आंदोलन 1918 में कहां पर अहमदाबाद में द कॉटन मिल वर्कर डिमांडेड अ 50 पर वेज इंक्रीज बट द मिल ओनर्स वर विलिंग टू गिव ओनली 20 वेज इंक्रीज गांधी जी वेंट ऑन अ हंगर स्ट्राइक टू सपोर्ट द कॉटन मिल वर्कर तो यहां पर डिमांड क्या थी देखिए कॉटन मिल वर्कर्स चाहते थे कि उन्हें जो उनकी वेतन है वेज है उसे 50 पर इंक्रीस किया जाए बट जो वहां के जो मिल के ओनर होते थे वह सिर्फ इन्हें 20 पर देना चाहते थे तो इसलिए ही यहां पर गांधी जी जी ने यहां पे हंगर स्ट्राइक किया था और कॉटन मिल वर्कर्स को सपोर्ट किया था द रिजल्ट ऑफ सत्याग्रह वाज दैट द स्ट्राइक वास सक्सेसफुल द वर्कर्स वर 35 पर वेज इंक्रीज तो इन्हें फाइनली आफ्टर दिस सत्याग्रह 35 पर वेज इंक्रीज दिया गया आगे बढ़ते हैं और आपका नेक्स्ट इवेंट आता है फ्रेंड्स खेडा मूवमेंट 1918 में हुआ है अगेन यह तो इसके बारे में देख लीजिए क्वेश्चन आ सकता है कि हु वाज द लीडर ऑफ खेडा सत्याग्रह लच्ड अगेंस्ट द गवर्नमेंट तो सरकार के विरुद्ध जो शुरू किया गया था खेड़ा सत्याग्रह इसके नेता कौन थे तो फ्रेंड्स इसके नेता थे महात्मा गांधी राइट आंसर ऑप्शन नंबर ए हो जाएगा बात कर लेते हैं इसके बारे में भी यहां देखिए द खेड़ा सत्याग्रह वाज एन इंपॉर्टेंट मूवमेंट लॉन्च्ड इन खेड़ा डिस्ट्रिक्ट ऑफ गुजरात इंडिया ऑन मार्च 11 1918 अगेंस्ट द ऑपरेसिव पॉलिसीज ऑफ ब्रिटिश गवर्नमेंट रिगार्डिंग द पेमेंट ऑफ लैंड रेवेन्यू तो ये किसके अगेंस्ट थी ब्रिटिश गवर्नमेंट के अगेंस्ट थी कहां पे कंडक्ट किया गया था खेड़ा डिस्ट्रिक्ट गुजरात में कब कंडक्ट किया गया था मार्च 11 1918 को तो आई होप आपको यह पॉइंट क्लियर है और यह मूवमेंट क्यों किया गया था फॉर पेमेंट ऑफ लैंड रेवेन्यू द मेन डिमांड ऑफ दिस मूवमेंट वाज टू रिलैक्स रेवेन्यू कलेक्शन द फार्मर्स हैज टू रिफ्यूज टू गिव रेवेन्यू टू द गवर्नमेंट तो इस आंदोलन का जो मुख्य मांग था राजस्व वसूली में ढील देने की थी किसानों ने सरकार को राजस्व देने से इंकार कर दिया था राइट आगे बढ़ेंगे फ्रेंड्स और देखिए द पीपल ऑफ खेड़ा वर अनेबल टू पे द हाई टैक्सेस इंपोज्ड बाय ब्रिटिश ड्यू टू द क्रॉप फेलियर एंड प्लैग एपिडेमिक्स तो यहां पे जो फार्मर्स थे वह ब्रिटिश गवर्नमेंट को उनकी जो क्रॉप फेलियर हो गई थी प्लेग थी वहां पे उस वजह से वह टैक्स इसको पे नहीं कर पा रहे थे तो इस यह भी एक रीजन था इस सत्याग्रह का होने का खेड़ा लेड द प्रेजेंट मूवमेंट अंडर द लीडरशिप ऑफ गांधी जी एंड वल्लभ भाई पटेल तो अंडर गांधी जी एंड वल्लभ भाई पटेल इस खेड़ा पेजेंट मूवमेंट को कंडक्ट किया गया था नेक्स्ट इवेंट आता है फ्रेंड्स यहां पे रलेट एक्ट जो कि कब हुआ है यह हुआ है 1919 में क्वेश्चन देखिए व्हाट वाज द पर्पस ऑफ रलेट एक्ट तो फ्रेंड्स इसका मेन जो मोटिव था यह था डिटेंशन ऑफ अ पर्सन विदाउट अ केस फाइड बाय द गवर्नमेंट तो सरकार द्वारा बिना मुकदमा दायर किस किए किसी व्यक्ति को ब बंदी करना यह था मेन रलेट एक्ट का पर्पस ओके अब बात करें इसके बारे में देखिए रलेट एक्ट को पास किया गया था फरवरी 6 1919 को और इस एक्ट के तहत क्या बताया जा रहा था कि गवर्नमेंट के पास यह पावर होता है ये किसी को भी जेल में डाल सकता है विदाउट एनी ट्रायल और सेंटेंस ठीक है महात्मा गांधी कॉल्ट एज अ ब्लैक एक्ट दिस एक्ट वाज पास्ड ड्यूरिंग द टेनर ऑफ लॉर्ड कम्स फोर्ड तो यहां पे महात्मा गांधी जी ने इस एक्ट को कहा था ब्लैक एक्ट के नाम से ठीक है और इसे पास किया गया था अंडर हुज लीडरशिप उस टाइम पे यहां पे टेनर में थे लॉर्ड क्लम्स फोर्ड तो इनके टेन्यू में इस एक्ट को पास किया गया आगे बढ़ते हैं फ्रेंड्स वेरी इंपॉर्टेंट और काफी यह क्वेश्चन रिपीट होता है एग्जाम में हर बार और यह आता है इवेंट आपका जलियावाला बाग मसा कररी 1919 में हुआ था फ्रेंड्स देखिए बात कर ले इसके बारे में यहां पे व्हेन डिड द जलियावाला बाग म सकरे इंसिडेंट टेक प्लेस वेरी इंपोर्टेंट डायरेक्टली ऐसे ही एज इट इज क्वेश्चन एग्जाम में पूछा जाता है तो फ्रेंड्स जलियावाला बाग में सकरे जो है ना यह हुआ था 13th अप्रैल 1919 को आपको ईयर जो है काफी अच्छे से याद रख लेना है और थोड़ा सा इसके लेवल को बढ़ाने के लिए एग्जाम में ना आपसे डेट भी पूछा जाता है तो आपको यहां पे डेट एंड ईयर दोनों याद रख लेना है क्या था जलियावाला बाग मसक देख लीजिए द जलियावाला बाग मसक जिसे हम अमृतसर मसक के नाम से भी जानते हैं अप्रैल 13 1919 को हुआ था ऑन द डे ऑफ बैसाखी द ब्रिटिश आर्मी ओपन फायर ऑन अन आर्म इंडियंस एट जलियावाला बाग रिजल्टिंग इन द डेथ ऑफ 100 देयर तो यहां पे फ्रेंड्स अप्रैल 13 1919 बैसाखी का दिन था इस दिन ब्रिटिश आर्मी ने ना ओपन फायर कर दी थी वहां के लोगों के ऊपर जिसमें काफी लोगों की मौत हुई थी द रीजन बिहाइंड दिस इंसीडेंट वास अरेस्ट ऑफ इंडियन प्रो इंडिपेंडेंस लीडर डॉक्टर सैफुद्दीन किलो एंड डॉक्टर सत्यपाल तो इस घटना के पीछे की वजह भारतीय स्वतंत्रता समर्थक नेताओं डॉक्टर सैफुद्दीन किचलू और डॉक्टर सत्यपाल की गिरफ्तारी थी राइट नेक्स्ट देखिए पंजाब लेफ्टिनेंट गवर्नर माइकल ओ डॉयर वाज हेल्ड डायरेक्टली रिस्पांसिबल फॉर दिस मसक तो यहां पे रिस्पांसिबल कौन थे ये थे लेफ्टनंट गवर्मेंट गवर्नर थे पंजाब के माइकल ओ डायर ये रिस्पांसिबल थे इस हत्याकांड के लिए आफ्टर दिस मसा कर्र महात्मा गांधी रिटर्न द टाइटल ऑफ केसर हिंद तो यहां पे इस हत्याकांड के बाद महात्मा गांधी जी ने केसर हिंद का उपाधि जो था इसे लौटा दिया था और आफ्टर दिस मसा कर्रे रविंद्रनाथ टैगोर रिटर्न हिज नाइटहुड ऑनर ठीक है तो अपना जो नाइटहुड सम्मान था इसे भी रविंद्रनाथ टैगोर जी ने इस हत्या कांड के बाद लौटा दिया था नेक्स्ट इवेंट आता है खिलाफत मूवमेंट जो कि हुआ है 1919 से लेकर 1922 तक इसके बारे में देखिए क्वेश्चन पूछा जा सकता है आपसे हु लेड द खिलाफत मूवमेंट तो खिलाफत आंदोलन का नेतृत्व किसके द्वारा किया गया था यह किया गया था फ्रेंड्स शौकत अली एंड मोहम्मद अली के द्वारा ऑप्शन नंबर ए राइट आंसर है बात करें खिलाफत मूवमेंट है क्या तो देखिए खिलाफत मूवमेंट जो कि हुआ था फ्रॉम 1919 टू 1922 इट वाज एन एंटी ब्रिटिश मूवमेंट ये एक ब्रिटिश वि विरोधी आंदोलन था दिस मूवमेंट वाज स्टार्टेड बाय मौलाना मोहम्मद अली एंड म मौलाना शौकत अली तो क्वेश्चन में जैसे हमने डिस्कस किया इसे स्टार्ट किया गया था मौलाना मोहम्मद अली और मौलाना शौकत अली के द्वारा दिस मूवमेंट वाज एमडवर प्रेशरिंग द ब्रिटिश गवर्नमेंट टू मेंटेन द अथॉरिटी ऑफ़ द ऑटोमन सुल्तान एज अ खलीफ ऑफ इस्लाम आफ्टर द ब्रेकअप ऑफ़ ऑटोमन एंपायर आफ्टर द वॉर तो मैं आपको इसको जस्ट डिटेल में समझा देती हूं देखिए इस आंदोलन का जो मकसद था ना यह युद्ध के बाद तुर्क साम्राज्य को टूटने के बाद इस्लाम के खलीफा के रूप में तुर्क सुल्तान के अधिकार को बनाए रखने के लिए ब्रिटिश सरकार पर दबाव डालना था इस आंदोलन के जरिए मुस्लिम समुदाय के बीच एकीकरण की कोशिश की गई थी तो आई होप आपको यह क्लियर है क्या था खिलाफत मूमेंट आगे बढ़ते हैं और फ्रेंड्स आगे बढ़ने से पहले मैं आपको बताना चाहूंगी हमारे पेड पीडीएफ के वेबसाइट के बारे में जो कि है www.rapid.com यहां पर आपको रवि सर की जीके एंड अफेयर्स की जो पीडीएफ है ना हिंदी मीडियम एंड इंग्लिश मीडियम दोनों में मिल जाएंगी तो आप इस वेबसाइट से जाके उनको बाय कर सकते हैं देखिए फ्रेंड्स हाल ही में आपके लिए जो लास्ट फोर मंथ का करंट अफेयर्स है ना इसका पीडीएफ भी लॉन्च किया गया है जहां पे आपको जनवरी टू अप्रैल के सारे इंपॉर्टेंट करंट अफेयर्स मिल जाएंगे वेरी इंपॉर्टेंट पीडीएफ अगर आप इसे बाय करना चाहते हैं इस वेबसाइट से जाके बाय कर सकते हैं साथ में आपके लिए मंथली यहां पे करंट अफेयर्स का पीडीएफ अप्रैल का यह भी मिल जाएगा और फ्रेंड्स 2023 का पूरा ईयरली करंट अफेयर्स भी आपको यहां पे अवेलेबल किया गया है तो इनमें से कोई कोई भी पीडीएफ अगर आप बाय करना चाहते हैं इस वेबसाइट से जाके आप उन्हें बाय कर सकते हैं ओके चलिए वापस आते हैं टॉपिक के ऊपर और आपका अगला यहां पे इवेंट रहता है नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट ठीक है असहयोग आंदोलन कब हुआ था यह 1920 में हुआ था डायरेक्टली एग्जाम में पूछा जाता है यह कब हुआ था तो यह हुआ था फ्रेंड्स 1920 में देखिए हु स्टार्टेड द नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट तो असहयोग आंदोलन को किसने शुरू किया था इसे शुरू किया गया था महात्मा गांधी जी के द्वारा तो इसे शुरू किया गया था 1 अगस्त 1920 को ठीक है आप यह डेट याद रखें और इसे वापस कब ले लिया गया था इसे वापस ले लिया गया था फरवरी 1922 को चौरा चौरी इंसिडेंट के टाइम पे द लीडर ऑफ द नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट वाज महात्मा गांधी तो असहयोग आंदोलन के नेता थे महात्मा गांधी और नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट को अडॉप्ट किया गया था नागपुर सेशन में 1920 में आगे बढ़ते हैं नेक्स्ट रहेगा यहां पे पॉइंट ड्यूरिंग द नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट सीआर दास वाज द फर्स्ट टू बी अरेस्टेड तो यहां पे असहयोग आंदोलन के दौरान सबसे पहले जिनकी गिरफ्तारी हुई थी थे सीआर दास बिफोर स्टार्टिंग द नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट तो देखिए नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट के स्टार्टिंग से पहले जो केसर हिंद की उपाधि थी इसे गांधी जी ने रिटर्न कर दिया था अगला रहेगा यहां पे इवेंट आपका चौरी चौरा इंसीडेंट 1922 में हुआ था फ्रेंड्स इसके बारे में बात कर लेते हैं तो क्वेश्चन आपसे पूछा जा सकता है कि व्हेन डिड चौरी चौरा इंसिडेंट टेक प्लेस तो चौरी चौरा घटना कब हुई थी यह हुई थी फ्रेंड्स राइट आंसर हो जाएगा आप देखिए ईयर तो याद रखेंगे बट आपको यहां पे डेट भी याद रखना है फरवरी 4थ 1922 को हुआ था चौरी चौरा घटना अब बात कर लेते हैं इसके बारे में भी क्या था तो महात्मा गांधी कॉल्ड ऑफ द नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट ऑन फरवरी 12 1922 ड्यू टू द चौरी चौरा इंसिडेंट तो अभी थोड़ी देर पहले हमने डिस्कस किया फ्रेंड्स कि जो नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट था है ना ये कब हुआ था ये 1920 में स्टार्ट किया गया था अगस्त के टाइम पे और इसे बंद कब कर दिया गया था चौरी चौरा इंसीडेंट के बाद जो कि 1922 में हुआ था और यह चौरी चौरा इंसिडेंट कहां पर हुआ था यह हुआ था गोरखपुर डिस्ट्रिक्ट ऑफ उत्तर प्रदेश में नेक्स्ट इन दिस इंसिडेंट अ मॉब ऑफ फार्मर पार्टिसिपेटिंग इन द नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट क्लैस्ड विद द पुलिस एंड सेट अ पुलिस स्टेशन ऑन फायर इन दिस इंसिडेंट 22 पुलिस मेन एंड थ्री सिविलियंस वर किल्ड तो इस घटना में असहयोग आंदोलन में हिस्सा ले रहे किसानों की भीड़ पुलिस से भिड़ गई और एक पुलिस स्टेशन में आग लगा दी इस घटना से 22 पुलिस कर्मी और तीन नागरिक जो है मारे गए थे अगला इवेंट आएगा स्वराज पार्टी 1923 में फ्रेंड्स इसे फॉर्म किया गया क्या है इसके बारे में क्वेश्चंस देख लीजिए स्वराज पार्टी वास फाउंडेड बाय होम इन फर्स्ट जनवरी 1923 तो देखिए 1 जनवरी 1923 को फॉर्म किया गया है स्वराज पार्टी को किसके द्वारा यह फॉर्म किया गया है फ्रेंड्स देशबंधु चितरंजन दास और मोतीलाल नेहरू जी के द्वारा तो नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट के फेलियर के बाद यहां पे फॉर्म किया था गया था स्वराज पार्टी को कब जनवरी 1 1923 को किसके द्वारा चितरंजन दास और मोतीलाल नेहरू ने इसे फॉर्म किया था और स्वराज पार्टी की डिमांड क्या थी स्वराज पार्टी डिमांडेड टू मेक अ कॉन्स्टिट्यूशन फॉर इंडिया तो इंडिया का कांस्टिट्यूशन बनाया जा जाए ये डिमांड थी यहां पे स्वराज पार्टी की आगे बढ़ेंगे नेक्स्ट यहां पे देखिए द फर्स्ट सेशन ऑफ स्वराज पार्टी वाज हेल्ड इन अलाहाबाद तो यहां पे जो पहला सेशन था यह स्वराज पार्टी का ये अलाहाबाद में हुआ 1924 में महात्मा गांधी ने प्रेसा इड किया था बेलगाम सेशन ऑफ इंडियन नेशनल कांग्रेस द बेलगाम सेशन वाज ओनली कांग्रेस सेशन प्रेसा इडेडो बाय महात्मा गांधी तो यहां पे इंडियन नेशनल कांग्रेस का जो बेलगाम सेशन था इसे महात्मा गांधी जी ने प्रेसा इड किया था और यह इकलौता कांग्रेस का सेशन था जहां पर महात्मा गांधी जी ने इसे प्रेसा इड किया होगा राइट नेक्स्ट आता है फ्रेंड्स इवेंट यहां पे साइमन कमीशन 1928 में हुआ है क्या है देख लीजिए व्हेन डिड द साइमन कमीशन कम टू इंडिया तो साइमन कमीशन आया है फ्रेंड्स इंडिया में फरवरी 3 1928 को द साइमन कमीशन वाज अपॉइंटेड बाय ब्रिटिश गवर्नमेंट इन 1927 टू रिव्यू द गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1919 तो जो गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1919 था इसको रिव्यू करने के लिए ब्रिटिश गवर्नमेंट ने साइमन कमीशन फॉर्म किया था है ना इंडिया में यह 1928 में आया था द कमीशन वाज फॉर्म टू स्टडी कंसीट ल रिफॉर्म्स एंड गिव रिकमेंडेशन टू गवर्नमेंट ऑफ इंडिया तो देखिए दिस कमीशन इज पॉपुलर नोन एज साइमन कमीशन आफ्टर द चेयरमैनशिप ऑफ सर जॉन साइमन तो इस आयोग को सर जॉन साइमन की अध्यक्षता के बाद लोकप्रिय रूप से साइमन कमीशन के नाम से जाना जाता है इट वाज अ वाइट कमीशन एज देयर वर नो इंडियन मेंबर्स देयर वर सेवन ब्रिटिश एमपीज इन दिस कमीशन तो यहां पे कोई भी इंडियन मेंबर्स नहीं थे सेवन ब्रिटिश एमपीज थे तो इस तरीके से था साइमन कमीशन आगे बढ़ेंगे देखिए द सा कमीशन सेंट बाय ब्रिटिश गवर्नमेंट वाज बॉयकॉटेड एज नो इंडियन वर इंक्लूडेड इन दिस कमीशन तो क्योंकि इसमें कोई भी इंडियंस को शामिल नहीं किया गया सातों के सातों जो थे ब्रिटिश थे तो उन्हें यहां पे बॉयकॉट किया गया था दिस कमीशन पब्लिश्ड इट्स टू वॉल्यूम रिपोर्ट इन मे 1930 तो इस आयोग ने मई 1930 में दो वॉल्यूम रिपोर्ट को प्रकाशित की थी ठीक है चलिए आगे बढ़ते हैं फ्रेंड्स आपका नेक्स्ट इवेंट यहां पे आ जाएगा दांडी मार्च 1930 में हुआ है इसके बारे में देख लीजिए क्वेश्चन आ सकता है फ्रॉम वयर डिड गांधी जी स्टार्ट हिज फेमस दांडी मार्च तो गांधी जी ने अपना प्रसिद्ध दांडी मार्च कहां से शुरू किया था इसे शुरू किया था साबरमती आश्रम से इसके बारे में जानेंगे फ्रेंड्स तो देखिए मार्च 12 1930 को ना गांधी जी ने ानी मार्च को स्टार्ट किया था साबरमती आश्रम से दांडी तक महात्मा गांधी ब्रोक द सॉल्ट लॉ ऑन द बीच ऑफ़ दांडी इन गुजरात ऑन अप्रैल 6 1930 नेक्स्ट द वाइस रॉय ऑफ एट दैट टाइम ऑफ़ गांधी जीज दांडी मार्च वाज लॉर्ड इरविन तो उस टाइम पे वाइस रॉय कौन थे हमारे इंडिया के ये थे लॉर्ड एर्विन द दांडी मार्च वाज 240 माइल्स लॉन्ग तो 390 किमी तक चला था दांडी मार्च दिस मार्च वाज स्टार्टेड बाय गांधी जी विद 78 ऑफ हिज ट्रस्टेड वॉलंटस तो 78 वॉलंटस के साथ गांधी जी ने इसे स्टार्ट किया था नेक्स्ट रहेगा फ्रेंड्स फर्स्ट राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस 1930 से 31 में हुआ था इसके बारे में बात कर लेते हैं ठीक है तो क्वेश्चन आपसे पूछा जा सकता है कि व्हेन वाज द फर्स्ट राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस इनॉगरेशन बाय ब्रिटिश मोनार्क इन लंदन तो लंदन में ब्रिटिश सम्राट द्वारा प्रथम गोलमेज सम्मेलन का उद्घाटन कब किया गया यह किया गया 12 नवंबर 1930 को तो फ्रेंड्स इसको हेल्ड किया गया था नवंबर 12 1930 से लेकर के यहां पे आप देख सकते हैं जनवरी 19 1931 कहां पर रॉयल गैलरी हाउस ऑफ लॉर्ड्स इन लंदन इट वाज इनग्रेड बाय ब्रिटिश प्राइम मिनिस्टर रमसे मैकडोनाल्ड ठीक है तो इसे इनॉगरेशन किया गया था जॉर्ज वी के द्वारा और चेयर किया गया था बाय ब्रिटिश प्राइम मिनिस्टर और उस टाइम पे ब्रिटिश प्राइम मिनिस्टर थे रामसे मैकडोल एग्जाम में पूछा जा सकता है फ्रेंड्स कि पहले राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस के टाइम पे यहां पे ब्रिटिश के प्राइम मिनिस्टर कौन थे तो यह थे फ्रेंड्स राम से मैकडोल लॉर्ड इरविन वाज द वॉइस रॉय ऑफ इंडिया ड्यूरिंग द फर्स्ट राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस तो यहां पे वाइस रॉय कौन थे इंडिया के ये थे लॉर्ड इरविन अ टोटल ऑफ़ 74 डेलिगेट्स फ्रॉम इंडिया पार्टिसिपेटेड इन दिस कॉन्फ्रेंस इंक्लूडिंग 58 पॉलिटिकल लीडर्स एंड मेंबर ऑफ 16 प्रिंसली स्टेट्स तो आई होप आपको यह पॉइंट क्लियर है द इंडियन नेशनल कांग्रेस डिड नॉट पार्टिसिपेट इन दिस कॉन्फ्रेंस तो आईएनसी यहां पे पार्टिसिपेट नहीं कर रही थी नेक्स्ट आएगा आपका सेकंड राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस 1931 में हुआ है क्वेश्चन क्या पूछा जा सकता है देख लीजिए हु रिप्रेजेंटेड द कांग्रेस इन द सेकंड राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस तो पहले सेशन में तो आईएनसी पार्टिसिपेट नहीं कर रही थी सेकंड राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में यहां पे कांग्रेस के द्वारा कौन यहां पे रिप्रेजेंट कर रहे थे ये रिप्रेजेंट कर रहे थे फ्रेंड्स महात्मा गांधी कब से कब तक हुआ इसके बारे में देखिए तो फ्रेंड्स सितंबर से से लेकर के दिसंबर वन तक कंडक्ट किया गया था सेकंड राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस 1931 में में और इसमें इंडिया की तरफ से ओके आप कह सकते हैं कि इंडियन नेशनल कांग्रेस की तरफ से महात्मा गांधी रिप्रेजेंट कर रहे थे और इंडियन वुमन की तरफ से यहां पे सरोजिनी रायडू रिप्रेजेंट कर रही थी द कॉन्फ्रेंस वाज चेयर्ड बाय प्राइम मिनिस्टर ऑफ़ द यूनाइटेड किंगडम राम सेह मैकडोनाल्ड तो यहां पे सेकंड राउंड टेबल को भी किसने हेड किया था या फिर चेयर किया था रमसे मैकडोल जो कि उस टाइम पे प्राइम मिनिस्टर थे यूनाइटेड किंगडम के नेक्स्ट आता है फ्रेंड्स यहां पे पुना पैक्ट इससे रिलेटेड क्वेश्चन देख लीजिए क्वेश्चन पूछा जाएगा पुना पैक्ट वास साइ बिटवीन होम तो किसके बीच में इसे साइन किया गया था पुना पैक्ट को फ्रेंड्स यहां पे डॉ बी आर अंबेडकर और महात्मा गांधी जी के बीच में साइन किया गया पुना पैक्ट है क्या यहां पे देख लीजिए पुना पैक्ट वाज एन एग्रीमेंट साइंड बिटवीन महात्मा गांधी एंड भीमराव अंबेडकर ऑन सितंबर 24 1932 तो 1932 को महात्मा गांधी जी और भीमराव अंबेडकर जी के बीच में पुना पैक्ट को साइन किया गया अंडर दिस ग एग्रीमेंट द डिप्रेस्ड क्लासेस वर गिवन रिजर्वेशन ऑन इलेक्टोरल सीट इन द पार्लियामेंट ऑफ ब्रिटिश इंडिया दिस एग्रीमेंट वास साइंड बाय मदन मोहन मालविया ऑन द बिहा ऑफ महात्मा गांधी एंड डॉक्टर अंबेडकर एट पुणे जियारा वाड़ा सेंट्रल जेल तो फ्रेंड्स इस समझौते के तहत ब्रिटिश भारत की संसद में दलित वर्गों को चुनावी सीटों पर आरक्षण दिया गया था यह समझौता पुणे की यरवदा सेंट्रल जेल में महात्मा गांधी और डॉक्टर अंबेडकर की ओर से मदन मोहन मालवीय से ने हस्ताक्षर किया था तो आपको आई होप आपको यह पॉइंट क्लियर है आगे बढ़ते हैं और नेक्स्ट आएगा फ्रेंड्स यहां पे थर्ड राउंड ल कॉन्फ्रेंस जो कि हुआ था 1932 में ही तो फ्रेंड्स 1932 में आपको बताना है कि व्हेन वाज द थर्ड राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस हेल्ड यह हेल्ड किया गया 17 नवंबर 1932 को देखिए नवंबर 17 से लेकर के दिसंबर 24 तक कंडक्ट किया गया था थर्ड राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस यहां पे 46 डेलिगेट्स अटेंड कर रहे थे इस कॉन्फ्रेंस में द लेबर पार्टी गांधी एंड इंडियन नेशनल कांग्रेस डिड नॉट अटेंड द कॉन्फ्रेंस तो यहां पे लेबर पार्टी नहीं थी गांधी जी भी नहीं थे और इंडियन नेशनल से भी कोई यहां पर पार्टिसिपेट नहीं कर रहे थे आपको बताना है जैसे क्वेश्चन पूछा जाए कि कौन है इनमें से जो कि सारे तीनों राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में अटेंड करे थे तो फ्रेंड्स एक थे बी आर अंबेडकर जी सेकंड थे तेज बहादुर सप्रू थर्ड है यहां पे एम आर जयाकॉडी वेरी वेरी इंपोर्टेंट फॉर योर एग्जाम्स तो गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट से आपसे क्वेश्चन क्या पूछा जा सकता है हु वाज द वाइस रॉय ऑफ इंडिया एट द टाइम ऑफ गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 वेरी इंपॉर्टेंट क्वेश्चन तो यहां पे फ्रेंड्स भारत सरकार अधिनियम के समय भारत का वाइस रॉय कौन थे ये थे लॉर्ड विलिंगडन इसके बारे में देखिए गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 जो कि पास किया गया था ब्रिटिश पार्लियामेंट में 1935 में और ये आया था इनटू फोर्स कब 1937 में ओके तो इस एक्ट के तहत ही फ्रेंड्स वर्मा को सेपरेट किया गया था इंडिया से द काउंसिल ऑफ इंडिया वास अबॉलिश्ड बाय गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 तो यहां पे भारत परिषद को भी यहां पे समाप्त कर दिया गया था इस एक्ट के बाद नेक्स्ट इवेंट आएगा फ्रेंड्स यहां पे मुस्लिम लीग ठीक है देखिए मुस्लिम लीग की बात करेंगे 1940 में क्या हुआ है देख लीजिए इन विच सेशन ऑफ कांग्रेस डिड मुस्लिम लीग फर्स्ट प्रपोज द डिमांड ऑफ पाकिस्तान तो यहां पे मुस्लिम लीग ने पाकिस्तान की मांग का प्रस्ताव सर्वप्रथम कांग्रेस के किस अधिवेशन में रखा था यह रखा था फ्रेंड्स 1940 के सेशन में जो कि लाहौर में हो रहा था देखिए बात करें इसके बारे में द मुस्लिम लीग डिमांडेड अ सेपरेट मुस्लिम स्टेट पाकिस्तान इन इट्स सेशन हेल्ड इन लाहौर इन 1940 दिस रेजोल्यूशन इज आल्सो नोन एज लाहौर रेजोल्यूशन और पाकिस्तान रेजोल्यूशन तो फ्रेंड्स मुस्लिम लीग ने एक सेपरेट मुस्लिम स्टेट की डिमांड की थी कहां पर लाहौर के सेशन में 1940 में और इसे हम लाहौर रेजोल्यूशन और पाकिस्तान रेजोल्यूशन के नाम से भी जानते हैं तो यहां पे डायरेक्ट एक्शन डे यह मनाया गया अगस्त 1619 46 को बाय द मुस्लिम लीग एज अ मींस ऑफ फुलफिलिंग द डिमांड ऑफ पाकिस्तान तो मुस्लिम लीग द्वारा पाकिस्तान की मांग को पूरा करने के साधन के रूप में 16 अगस्त 1946 को प्रत्यक्ष कार्यवाही दिवस घोषित किया गया था ठीक है आगे बढ़ते हैं फ्रेंड्स और आपका यहां पे नेक्स्ट आता है क्रिप्स मिशन जो कि 1942 में हुआ है तो देखिए बात कर ले इसके बारे में यहां पे क्रिप्स मिशन से रिलेटेड आपसे क्वेश्चन पूछा जा सकता है कि क्रिप्स मिशन यह इंडिया में कब अराइव हुआ था तो राइट आंसर हो जाएगा फ्रेंड्स यहां ऑप्शन नंबर डी 1942 बात कर ले क्रिप्स मिशन के बारे में क्या था यह क्रिप्स मिशन वास सेंट बाय ब्रिटिश गवर्नमेंट इन मार्च 1942 विद द एम ऑफ सिक्योरिंग इंडियन कोऑपरेशन एंड सपोर्ट फॉर ब्रिटिश वॉर एफर्ट यहां पे देखिए फ्रेंड्स क्रिप्स मिशन को ब्रिटिश सरकार द्वारा मार्च 1942 में ब्रिटिश युद्ध प्रयासों के लिए भारतीय सहयोग और समर्थन को सुरक्षित करने के उद्देश्य से भेजा गया था क्रिप्स मिशन के प्रस्तावों को पोस्ट डेटेड चेक यह माना गया था महात्मा गांधी जी के द्वारा ठीक है और जवाहरलाल नेहरू और मौलाना आजाद जो थे क्रिप्स मिशन के आधिकारिक वार्ताकार थे देखिए व्हेन लॉर्ड डि लिंगो वाज द वाइस रॉय द क्रिप्स मिशन विजिटेक रॉय कौन थे इंडिया के जब यहां पे क्रिप्स मिशन आया था तो ये थे फ्रेंड्स लॉर्ड लिन लित गो द ब्रिटिश प्राइम मिनिस्टर एट द टाइम ऑफ क्रिप्स मिशन इन इंडिया वाज विंस्टन चर्चिल तो जब क्रिप्स मिशन इंडिया आया था उस टाइम पे ब्रिटिश प्राइम मिनिस्टर थे विंस्टन चर्चिल द क्विट इंडिया मूवमेंट वाज लच इन 1942 आफ्टर द फेलियर ऑफ क्रिप्स मिशन तो क्रिप्स मिशन के फेलियर के बाद ही क्विट इंडिया मूवमेंट शुरू हुआ था तो फ्रेंड्स आपका नेक्स्ट यहां पे इवेंट आ जाता है क्विट इरिया मूवमेंट जो कि हुआ है 1942 में इसके बारे में बात करें तो क्वेश्चन आपसे पूछा जा सकता है फ्रेंड्स यहां पे हु मूव्ड द क्विट इंडिया रेजोल्यूशन एट द बॉम्बे सेशन ऑफ कांग्रेस इन 1942 राइट आंसर हो जाएगा जवाहरलाल नेहरू देखिए क्विट इंडिया मूवमेंट को प्रपोज किया गया था बाय जवाहरलाल नेहरू द क्विट इंडिया रेजोल्यूशन वाज पास्ड बाय महात्मा गांधी एट द ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी सेशन एट द गोवालिया टैंक मैदान इन मुंबई ऑन अगस्त 8 1942 द पर्पस ऑफ दिस प्रपोजल वाज टू एंड ब्रिटिश रूल इन इंडिया तो सीधे-सीधे फ्रेंड्स इस यहां पे प्रपोजल का मेन जो रोल था या फिर ये आप कह सकते हैं कि मेन मकसद था कि ब्रिटिश रोल को इंडिया में खत्म किया जाए द मूवमेंट वाज आल्सो नोन एज अगस्ट मूवमेंट या फिर अगस्त क्रांति तो इन नामों से भी इस मूवमेंट को जाना जाता था द स्लोगन क्विट इंडिया यह किसके द्वारा दिया गया था यह दिया गया था सोशलिस्ट कांग्रेस लीडर यूसुफ मेहर अली के द्वारा अगला क्वेश्चन इसी टॉपिक से रह सकता है कि इन व्हिच जेल वाज गांधी जी अरेस्टेड एंड केप्ट ड्यूरिंग द क्विट इंडिया मूवमेंट तो फ्रेंड्स क्विट इंडिया मूवमेंट के टाइम पे महात्मा गांधी जी को गिरफ्तार करके किस जेल में रखा गया था इन्हें रखा गया था पुणा जेल में ओके तो क्विट इंडिया मूवमेंट के टाइम पे फ्रेंड्स काफी सारे कांग्रेस लीडर्स को ना गिरफ्तार किया गया था और गांधी जी भी उनमें से एक थे तो इन्हें अरेस्ट किया गया था अगस्त 9th 194 को और उन्हें पुना जेल में रखा गया था इसके अलावा नेहरू आजाद और जो अदर लीडर्स थे इन्हें डिटेन किया गया था अहमदनगर फोर्ट में नेक्स्ट देखिए ड्यूरिंग दिस मूवमेंट गांधी जी गिव द गिव द स्लोगन ऑफ डू और डाई तो जो आप ये डू और डाई का नारा देखते हैं ये गांधी जी ने ना इसी मूवमेंट के दौरान दिया था ठीक है द क्विट इंडिया मूवमेंट वाज लॉन्च्ड बाय गांधी जी ऑन 9थ अगस्त 1942 इन इंडिया ड्यूरिंग वर्ल्ड वॉर 2 चलिए आगे बढ़ेंगे नेक्स्ट क्वेश्चन आपका आएगा व्हिच ऑपरेशन वाज लच्ड बाय ब्रिटिश ड्यूरिंग अगस्त मूवमेंट मट तो अगस्त मूवमेंट के टाइम पे यहां पर कौन से ऑपरेशन को शुरू किया गया था बाय ब्रिटिश करेक्ट आंसर है फ्रेंड्स ऑप्शन नंबर डी ऑपरेशन जीरो आवर नेक्स्ट इवेंट आता है फ्रेंड्स यहां पे शिमला कॉन्फ्रेंस 1945 में हुआ था इसके बारे में जानते हैं देखिए क्वेश्चन आ सकता है कि इन व्हिच ईयर वाज द शिमला कॉन्फ्रेंस हेल्ड तो शिमला कॉन्फ्रेंस जो है फ्रेंड्स यह हुआ था 1945 में देखिए इसके बारे में द शिमला कॉन्फ्रेंस वाज अ मीटिंग बिटवीन वॉइस रॉय लॉर्ड वेवल एंड प्रॉमिनेंट पॉ लीडर्स ऑफ ब्रिटिश इंडिया इन शिमला तो शिमला में यह कॉन्फ्रेंस हुआ था बिटवीन वाइस रॉय लॉर्ड वेवल और अदर पॉलिटिकल लीडर्स तो यहां पे टोटल 22 डेलिगेट्स थे जो पार्टिसिपेट कर रहे थे कॉन्फ्रेंस स्टार्ट हुआ था फ्रेंड्स जून 24 1945 को और एंड किया था जुलाई 14 1945 को द शिमला कॉन्फ्रेंस प्रूव्ड टू बी फेलियर बिकॉज़ द मुस्लिम लीग पुट अ कंडीशन दैट इट वुड सिलेक्ट ऑल द मुस्लिम मेंबर टू बी अपॉइंटेड टू द वाइस रॉयज एग्जीक्यूटिव काउंसिल तो फ्रेंड्स जो शिमला कॉन्फ्रेंस था यह एक फेलियर था क्योंकि जो मुस्लिम लीग के मेंबर्स थे ना इन्होंने एक कंडीशन यानी कि शर्त रखी थी कि जो भी वाइस रॉय एग्जीक्यूटिव काउंसिल के मेंबर होंगे वह सारे जो हैं मुस्लिम मेंबर्स होंगे तो इस वजह से यह शिमला कॉन्फ्रेंस फेल हो गई थी नेक्स्ट आता है यहां पे आपका कैबिनेट मिशन प्लान जो कि 1946 में हुआ है इसके बारे में देख लीजिए क्वेश्चन आता है कि कैबिनेट मिशन प्लान वाज इस्टैब्लिशमेंट मिशन योजना को स्थापित किया गया था 1946 में है क्या कैबिनेट मिशन प्लान देख लीजिए द कैबिनेट मिशन केम इन 1946 टू डिस्कस द वे ऑफ कॉन्स्टिट्यूशन वाज फ्रेम्ड इन इंडिया तो इंडिया में किस तरीके से कॉन्स्टिट्यूशन को बनाया जाएगा इसको डिस्कस करने के लिए कैबिनेट मिशन को स्टार्ट किया गया था 1946 में तो यहां पे इट्स पर्पस वाज टू ट्रांसफर पावर टू इंडिया इन अ पीसफुल मैनर एंड टू बिल्ड अ कंसेंसस ऑन फ्रेमिंग कॉन्स्टिट्यूशन ओके नेक्स्ट पॉइंट यहां पे है द मिशन वाज अनाउंसड बाय ब्रिटिश प्राइम मिनिस्टर क्लेमेंट एटली तो क्लेमेंट एटली जो उस टाइम पे ब्रिटिश प्राइम मिनिस्टर थे इन्होंने य इस मिशन को अनाउंस किया था ऑन मार्च 24 1946 थ्री मेंबर ऑफ ब्रिटिश कैबिनेट लॉर्ड पैट्रिक लॉरेंस सर स्टाफोर्ड क्रिप्स और इसके अलावा एवी एलेग्जेंडर यह इंडिया आए थे इस कमीशन के लिए नेक्स्ट रहेगा फ्रेंड्स लास्ट यहां पे इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट यानी कि ठीक है 1947 का हमारा यहां पे आता है भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम क्वेश्चन यहां से क्या आते हैं वो भी देख लेते हैं बाय व्हिच लॉ वर पाकिस्तान एंड इंडिया डिवाइडेड इंटू टू इंडिपेंडेंट नेशन तो यहां पे फ्रेंड्स इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट 1947 के बाद पाकिस्तान और इंडिया जो है दो हिस्सों में बट गए थे ठीक है तो ये पॉइंट यही है नेक्स्ट देखिए ऑन जून 3 1947 माउंट बेटन अनाउंस द पार्टीशन ऑफ इंडिया इन अ प्रेस कॉन्फ्रेंस एंड आल्सो डिक्लेयर्ड द डेट ऑफ इंडिपेंडेंस ऑन त 15 1947 तो पार्टीशन ऑफ इंडिया को डिक्लेयर किसने किया था अनाउंस किसने किया था माउंट बेटन ने अनाउंस किया था और इंडिपेंडेंस डे भी बताया था कि अगस्ट 15 1947 को होगा द चेयरमैन ऑफ इंडिया एंड पाकिस्तान बाउंड्री कमीशन डिक्लेयर्ड बाय लॉर्ड बाउंड बेटन इन 1947 वास सिरिल रेडक्लिफ तो यहां पे जो इंडिया पाकिस्तान बाउंड्री कमीशन थी इसके चेयरमैन बताए गए थे सिरल रेडक्लिफ तो फ्रेंड्स यह हो गए आपके सारे इंडियन नेशनल मूवमेंट्स के इवेंट यहां पे हमने हर एक क्वेश्चन जो एग्जाम में आपसे पूछा जा सकता है टॉपिक वाइज डिस्कस कर लिया है अब कुछ डिस्कस कर लेते हैं अदर इंपॉर्टेंट एमसीक्यू जो इस टॉपिक से पूछे जाते हैं तो यहां पे आपका पहला क्वेश्चन है आजाद हिंद फौज वास फॉर्म्ड बाय तो फ्रेंड्स आजाद हिंद फौज जो है ना इसका घटन किसका किसके द्वारा किया गया था इसको गठन किया गया था सुभाष चंद्र बोस के द्वारा तो कब फॉर्म किया गया था अक्टूबर 21 1943 को सुभाष चंद्र बोस जी ने आजाद हिंद फौज को सिंगापुर में फॉर्म किया था और इसका आइडिया क्या था द आइडिया ऑफ इंडियन नेशनल आर्मी टू लिबरे इंडिया वास ओरिजनली कंसीव बाय राज बिहारी बोस हु माइग्रेटेड टू जापान इन 1915 तो भारत को आजाद कराने के लिए भारतीय राष्ट्रीय सेना का विचार मूल रूप से राज बिहारी बोस द्वारा कल्पना की गई थी जो कि 1915 में जपा चले गए थे नेक्स्ट क्वेश्चन आएगा पुना पब्लिक असेंबली वास फाउंडेड बाय इसको फाउंड किया गया था फ्रेंड्स महादेव गोविंद रनाडी के द्वारा कब किया गया था अप्रैल सेकंड 187 को पुणे में यहां पे पुना सार्वजनिक सभा को फॉर्म किया गया था बाय गणेश वासुदेव जोशी एस एच चिपलकट्टी एंड ईस्ट इंडिया एसोसिएशन तो लंदन इंडियन सोसाइटी और ईस्ट इंडिया एसोसिएशन की स्थापना इनमें से की गई थी दादा भाई नरोजी के द्वारा 18652 नरोजी इट वास फॉर्म्ड एज अ फोरम बाय इंडियन स्टूडेंट्स टू एक्सप्रेस पॉलिटिकल ग्रीवेंस ठीक है तो इसका गठन भारतीय छात्रों द्वारा राजनीतिक शिकायतों को व्यक्त करने के लिए एक मंच के रूप में किया गया था ईस्ट इंडिया एसोसिएशन को भी दादा भाई नरोजी ने फाउंड किया था कब अक्टूबर 1866mhz वाज टू प्रमोट पब्लिक इंटरेस्ट एंड वेलफेयर ऑफ इंडियंस तो इस एसोसिएशन का मकसद सार्वजनिक हितों और भारतीयों के कल्याण को बढ़ावा देना था अगला क्वेश्चन हुज स्टेटमेंट इज फ्रीडम इज माय बर्थ राइट एंड आई शैल हैव इट स्वतंत्रता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा यह किसने कहा था यह फ्रेंड्स कथन जो है ना दिया गया था बाल गंगाधर तिलक के द्वारा देखिए तिलक जिन्हें फादर ऑफ इंडियन अनरेस्ट भी कहा जाता है ठीक है ही बिलोंग टू एक्सट्रीमिस्ट ग्रुप और इन्होंने दो मैगजींस पब्लिश किए थे जो था केसरी जो कि मराठी लैंग्वेज में था और इसके अलावा एक और था जो था महारथा जो कि इंग्लिश में था नेक्स्ट हु थ्रू अ बॉम इन द सेंट्रल असेंबली ऑफ दिल्ली इन अप्रैल 1920 तो यहां पे सेंट्रल असेंबली जो कि दिल्ली में थी यहां पे अप्रैल 1920 में किसने बम फेंका था राइट आंसर हो जाएगा सरदार भगत सिंह तो देखिए इनके बारे में डिटेल में डिस्कस करें तो फ्रेंड्स 8 अप्रैल 1929 को भगत सिंह और और बुटु केश्वर दत्त इन्होंने बॉम थ्रो किया था सेंट्रल लेजिस्लेटिव असेंबली दिल्ली में दे स्टार्टेड शाउटिंग स्लोगंस इंकिलाब जिंदाबाद फ्रॉम द विजिटर्स गैलरी इन द सेंट्रल असेंबली हॉल आपका अगला क्वेश्चन हु अमंग द फॉलोइंग अटेंडेड ऑल थ्री राउंड टेबल कॉन्फ्रेंसेस तो फ्रेंड्स ये क्वेश्चन हमने जब डिस्कस किया था राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस वहां पे ही मैंने आपको बताया था कि तीनों राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस अटेंड करने वाले थे फ्रेंड्स बी आर अंबेडकर ऑप्शन नंबर ए राइट आंसर हो जाएगा ठीक है अगला क्वेश्चन इन व्हिच राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस डिड महात्मा गांधी पार्टिसिपेट महात्मा गांधी जी ने किस गोलम सम्मेलन में भाग लिया था तो इन्होंने सेकंड जो था ना राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस वहां पे पार्टिसिपेट किया था फ्रेंड्स आपका अगला क्वेश्चन इन व्हिच सेशन डिड मिलने एंड लिबरल लीडर ऑफ कांग्रेस री कन्वर्ज तो यहां पे जो कांग्रेस के उग्रवादी तथा उदारवादी नेता थे इनके बीच में पुनः मेल किस अधिवेशन में हुआ था यह हुआ था लखनऊ सेशन 1916 में बात करें फ्रेंड्स लखनऊ सेशन के बारे में तो देखिए यह था अंडर द प्रेसिडेंट शिप ऑफ का चरण मजूमदार राइट 1916 में इसको हेल्ड किया गया था अगला हु वाज द गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया एट द टाइम ऑफ सोय मटनी तो सिपाही विद्रोह के समय भारत का गवर्नर जनरल कौन था यह था लॉर्ड कैनिंग राइट बात करें इनके बारे में देखिए सिप म्यूटन 1857 में हुआ था कहां पे मेरठ में मे 10 1857 को दिस रिबेलियस वास स्टार्टेड बाय सोल्जर ऑफ बंगाल प्रेसिडेंसी अगेंस्ट द रूल ऑफ ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी तो यहां पे यह विद्रोह जो है ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के खिलाफ बंगाल प्रेसिडेंट शिप के सिपाहियों के ने शुरू की थी और यह रिवोल्ट एंड हुआ था ग्वालियर में जून 2058 को नेक्स्ट देखिए क्वेश्चन फ्रेंड्स आपका अगला क्वेश्चन है हु इज द ऑथर ऑफ द बुक यंग इंडिया तो यंग इंडिया बुक के ऑथर कौन है यह है फ्रेंड्स लाला लाजपत राय ऑप्शन नंबर बी यहां पे राइट आंसर हो जाएगा ऑप्शन नंबर बी को टिक कर लीजिए आगे बढ़ते हैं अगला क्वेश्चन व्हेन वाज लखनऊ पैक्ट साइंड तो लखनऊ समझौता कब हुआ था यह हुआ था फ्रेंड्स 19 16 में क्या है लखनऊ पैक्ट इसके बारे में जानते हैं तो देखिए द लखनऊ पैक्ट ऑफ 1916 वाज अ कॉम्प्रोमाइज बिटवीन इंडियन नेशनल कांग्रेस एंड मुस्लिम लीग तो यह एक समझौता था किसके बीच में आईएनसी और मुस्लिम लीग के बीच में द लखनऊ पैक्ट ऑफ 1916 वास साइंड बिटवीन बाल गंगाधर तिलक एंड मोहम्मद अली जिन्ना तो इन दोनों के बीच में यह साइन किया गया था अंबिका चरण मजूमदार प्रेसा इडेडो द लखनऊ सेशन ऑफ इंडियन नेशनल कांग्रेस इन 1916 तो यह हमने ऑलरेडी डिस्कस किया है फ्रेंड्स इन्होंने यहां पे प्रेसा इड किया था लखनऊ ऑफ आईसी अगला इन द कांटेक्ट ऑफ यर 1857 हु वास बिट्रेड बाय हिस फ्रेंड एंड वास किल्ड बाय द ब्रिटिश एस अ प्रिजनर तो देखिए क्वेश्चन है कि यहां पर देखिए वर्ष 1857 के संदर्भ में किसे उसके मित्र ने धोखा दिया था तथा अंग्रेजों द्वारा बंदी बनाकर मार दिया गया था तो इसका राइट आंसर है ऑप्शन नंबर सी तात्या टोपी तात्या टोपे वास बिट्रेड बाय राजा राजा मान सिंह ऑफ नारवा नेक्स्ट वन एंड वेर वा द रेजोल्यूशन ऑफ कंप्लीट इंडिपेंडेंस पास्ड बाय कांग्रेस तो कांग्रेस द्वारा पूर्ण स्वाधीनता का प्रस्ताव कब और कहां पारित किया गया था यह पारित किया गया था फ्रेंड्स लाहौर सेशन ऑफ कांग्रेस 1929 में यहां पे देखिए तो आईएनसी ने पास किया था रेजोल्यूशन ऑफ पूर्ण स्वराज है ना यानी कि कंप्लीट इंडिपेंडेंस का लाहौर सेशन में दिसंबर 19 1929 को और यहां पे प्रेसिडेंट कौन थे कांग्रेस के इस सेशन में जवाहरलाल नेहरू थे ऑन दिसंबर 31 1929 नेहरू होस्टेड द ट्राई कलर ऑन द बैंक ऑफ रा रिवर एंड डिमांडेड पूर्ण स्वराज अगला व्हिच पार्टी वास फाउंडेड बाय सुभाष चंद्र बोस आफ्टर लीविंग कांग्रेस इन 1939 तो 1939 में सुभाष चंद्र बोस ने कांग्रेस को छोड़ के कौन से नए पार्टी की फॉर्म की फॉर्मेशन की थी यह था फ्रेंड्स फॉरवर्ड ब्लॉक राइट तो देखिए ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक इज अ लेफ्ट विंग नेशनलिस्ट पॉलिटिकल पार्टी जिसको 1939 में फॉर्म किया गया था बाय सुभाष चंद्र बोस इन वेस्ट बंगाल फ्रेंड्स आपका अगला क्वेश्चन व्हेन वास गांधी इरविन पैक्ट साइंड तो ी इरविन समझौता यह कब हुआ था यह हुआ था मार्च 5 1931 को तो यहां पे फ्रेंड्स गांधी इरविन पैक्ट जो है यह एसोसिएटेड है इंडिया के सिविल डिसऑबेडिएंस मूवमेंट से इसको साइन किया गया था महात्मा गांधी और लॉर्ड इर्विन के बीच में कब मार्च 5 1931 को और इस ये जो गांधी र्विन पैक्ट था यह क्या था इसके बारे में बात करें तो यहां पे गांधी जी ने ना सस्पेंड कर दिया था सिविल डिसबी मूवमेंट और यह एग्री कर गए थे कि यह सेकंड राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में पार्टिसिपेट करेंगे तो यह था फ्रेंड्स गांधी रविन पैक्ट आपका अगला क्वेश्चन व्हेन वास द कांग्रेस ऑर्गेनाइजेशन डिवाइडेड इनटू लिबरल एंड एक्सट्रीमिस्ट ग्रुप्स तो य प कांग्रेस का डिवीजन कब हुआ था वेरी इजी क्वेश्चन फ्रेंड्स राइट आंसर हो जाएगा ऑप्शन नंबर ए 1907 तो फ्रेंड्स यहां पे कांग्रेस का जो सूरत सेशन था 1907 का यहां पर यह दोनों दो हिस्सों में बैठ गए थे मॉडरेट्स एंड एक्सट्रीमिस्ट के नाम पर और इसे हम सूरत पार्टीशन के नाम से भी जानते हैं अगला क्वेश्चन अकॉर्डिंग टू डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद हु वाज द फादर ऑफ तान राइट आंसर हो जाएगा फ्रेंड्स यहां पर ऑप्शन नंबर सी लॉर्ड मिंटो अगला वेर वाज द ओपन रिवोल्ट बाय नेवी ऑन 18 फरवरी 1946 यह हुआ था फ्रेंड्स बॉम्बे में देखिए इसके बारे में नेवल ऑफिसर ए ऑन द नेवल शिप एच एमआई एस स्वर्ड बिगन टू प्रोटेस्ट द लिविंग कंडीशन एंड द फूड गिवन टू देम द प्रोटेस्ट बिगन ऑन 18 फेब्रुअरी 1946 ओके अगला व्हेन वाज द इंडियन मुस्लिम लीग फाउंडेड वेरी वेरी इजी क्वेश्चन फ्रेंड्स इंडियन मुस्लिम का फॉर्मेशन 1906 में हुआ था एक बार फिर से डिस्कस कर ले तो ऑल इंडिया मुस्लिम लीग को फॉर्म किया गया 1906 में ढाका बांग्लादेश में और यह एक पॉलिटिकल पार्टी थी ब्रिटिश रूल के टाइम प इसे फॉर्म किया गया था तो एस्टेब्लिश पाकिस्तान एज सेपरेट मुस्लिम मेजॉरिटी नेशन और इसके लीडर कौन थे यह थे मोहम्मद अली जिन्ना अगला हु प्रोपाउंडेड द टू नेशन थ्योरी तो टू नेशन थ्योरी यह दिया गया था फ्रेंड्स इनमें से मोहम्मद अली जिन्ना के द्वारा तो देखिए द टू नेशन थ्योरी इज कंसीडर्ड टू बी द रियल फादर ऑफ सर सैयद अहमद खान हाउ एवर इन द अर्ली 20th सेंचुरी पाकिस्तान फाउंडर मोहम्मद अली जीना आल्सो प्रपोज्ड दिस थ्योरी नेक्स्ट हु वाज द फाउंडर ऑफ भारत सेवक समाज तो भारत सेवक समाज के यहां पे संस्थापक कौन है यह है गोपाल कृष्ण गोखले देखिए फ्रेंड्स बात करें इसके बारे में तो भारत सेवक समाज या फिर इसे हम द सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी भी कहते हैं वास फॉर्म्ड बाय गोपाल कृष्ण गोखले कब जून 12 1905 को पुणे महाराष्ट्र में द पर्पस ऑफ सोसाइटी वाज टू फाइंड एंड डेवलप पाथवे ऑफ वॉलंटरी सर्विस फॉर सिटीजन ऑफ इंडिया नेक्स्ट हु फाउंडेड द डेक्कन एजुकेशन सोसाइटी तो डेकन एजुकेशन सोसाइटी को फॉर्म किया गया है बाल गंगाधर तिलक और गोपाल गणेश अगार करर के द्वारा राइट आंसर ऑप्शन नंबर सी हो जाएगा कब फॉर्म किया गया था 18842 इंडिपेंडेंस डे सेलिब्रेटेड ऑल ओवर इंडिया तो फ्रेंड्स संपूर्ण भारत में प्रथम स्वाधीनता दिवस कब मनाया गया यह मनाया गया जनवरी 26 1930 को अगला व्हिच इंस्टिट्यूशन वास एस्टेब्लिश बाय रेवोल्यूशन लीडर्स इन बंगाल करेक्ट आंसर ऑप्शन नंबर बी अनुशीलन समिति अगला हु प्रेसा इडेडो द फर्स्ट सेशन ऑफ इंडियन नेशनल कांग्रेस करेक्ट आंसर हो जाएगा फ्रेंड्स वमेश चंद्र बैनर्जी अगला है अंडर हुज रूल वाज वर्नाकुलर प्रेस एक्ट पास्ड तो वर्नाकुलर प्रेस एक्ट इसे किसके शासन में पारित किया गया इसको लॉर्ड लिटन के शासन में पारित किया गया है आपका अगला क्वेश्चन हु सेड एवरी ब्लो ऑफ द लाठी ऑन मी विल बिकम अ नेल इन द श्रा उड ऑफ ब्रिटिश अंपायर य मुझ पर किया गया लाठी का एक-एक प्रहार ब्रिटिश साम्राज्य के कफन में खील बनकर रहेगा ऐसा किसने कहा था फ्रेंड्स यह कहा गया था लाला लाजपत राय के द्वारा ऑप्शन नंबर सी राइट आंसर हो जाएगा यहां पे तो देखिए लाला लाजपत राय जिन्हें शेरए पंजाब के नाम से भी जाना जाता है और इनके द्वारा ही यहां पे पंजाब नेशनल बैंक की फॉर्मेशन की गई थी 18940 वाज अपॉइंटेड बाय गवर्नमेंट टू इन्वेस्टिगेट व्हिच इंसिडेंट तो फ्रेंड्स यहां पे हंटर कमेटी को अपॉइंट्स सकरे ऑप्शन नंबर बी राइट आंसर है अगला देखिए व्हेन वाज लिबरेशन डे सेलिब्रेटेड बाय मुस्लिम लीग यह भी हमने डिस्कस कर लिया है फ्रेंड्स यहां पे लिबरेशन डे को मनाया गया 22 दिसंबर 1939 को नेक्स्ट हु बट द केसरी एंड मराठा न्यूज़पेपर राइट आंसर बाल गंगाधर तिलक अगला हु वाज द गवर्नर ऑफ इंडिया एट द टाइम ऑफ फाउंडिंग ऑफ इंडियन नेशनल कांग्रेस तो इंडियन नेशनल कांग्रेस के फाउंडिंग के टाइम पे गवर्नर ऑफ इंडिया कौन थे करेक्ट आंसर है फ्रेंड्स यहां पे लॉर्ड डफरिन अगला व्हिच मैगजीन वाज एडिटेड बाय गांधी जी तो गांधी जी इनमें से कौन से पत्रिका या फिर मैगजीन को एडिट करते थे यह था फ्रेंड्स हरिजन अगला रहेगा हु रिटर्न द टाइटल ऑफ सर नाइटहुड इन प्रोटेस्ट अगेंस्ट जलियावाला बाग मसक तो जलियावाला बाग मसक के टाइम पे जो नाइटहुड का खिताब है फ्रेंड्स यह रिटर्न कर दिया था रविंद्रनाथ टैगोर जी ने अगला हु वाज द फर्स्ट इंडियन टू पास द इंडियन सिविल सर्विसेस एग्जाम तो इंडियन सिविल सर्विसेस एग्जाम को पास करने वाले फ्रेंड्स पहले इंडियन यहां पे जो है ना यह है सत्येंद्र नाथ ठाकुर अगला द इल्बर्ट बिल वाज इंट्रोड्यूस्ड ड्यूरिंग द पीरियड ऑफ वच वॉइस रॉय करेक्ट आंसर ऑप्शन नंबर ए लॉर्ड रिपन आगे बढ़ेंगे और आपका अगला क्वेश्चन कुवर सिंह वाज लीडर ऑफ व्हिच प्लेस ड्यूरिंग रिवोल्ट ऑफ 1857 तो फ्रेंड्स कुवर सिंह जो थे ये बिहार के नेता थे ऑप्शन नंबर ए राइट आंसर है अगला व्हिच गवर्नर जनरल इज कंपेयर्ड टू औरंगजेब तो इनमें से किस गवर्नर जनरल की तुलना औरंगजेब से की जाती है यह है फ्रेंड्स लॉर्ड कर्जन और आपका अगला क्वेश्चन हु इज नोन एज द फादर ऑफ इंडियन नेशनलिज्म तो भारतीय राष्ट्रवाद के पिता कौन कहलाए जाते हैं राइट आंसर हो जाएगा ऑप्शन नंबर ए महात्मा गांधी तो फ्रेंड्स ये हो गए आपके टॉप 70 मोस्ट इंपोर्टेंट क्वेश्चन और साथ में हमने आपको हर एक इवेंट से रिलेटेड हर एक इंपॉर्टेंट क्वेश्चन बता दिया जो एग्जाम में पूछे जाते हैं तो यहां पे हमने इवेंट वाइज आपको ईयर वाइज जो है सब कुछ पढ़ा दिया है जो आपके एग्जाम में आ सकता है आई होप आपको यह वीडियो पसंद आया होगा तो वीडियो अगर आपने पूरा अच्छे से देख लिया है इन टेस्ट क्वेश्चन का आंसर आप हमें कमेंट करके बताएं पहला क्वेश्चन है ऑन हुज इनिशिएटिव वाज द इंडियन नेशनल कांग्रेस फाउंडेड इन 1885 तो 1815 में यहां पे इंडियन नेशनल कांग्रेस जब फॉर्म हुआ था तो इसकी पहल शुरू किसने की थी यह आपको हमें बताना है कमेंट करके और साथ में फ्रेंड्स यह भी बताएं कि उस टाइम पे गवर्नर कौन थे इंडिया के तो यह दोनों आपको हमें बताना है अगला क्वेश्चन हु वाज द फाउंड फाउंडर ऑफ भारत सेवक समाज तो भारत सेवक समाज के संस्थापक कौन थे यह भी आप हमें कमेंट करके बताएं तो यह दोनों आपके टेस्ट क्वेश्चन हो गए जिनका आंसर आपको हमें कमेंट करके बताना है फ्रेंड्स साथ में मैंने पेड पीडीएफ के वेबसाइट के बारे में ऑलरेडी बता दिया है यह है www.rapid.com यहां पर आपको रवि सर की जीके एंड करंट अफेयर्स की पीडीएफ हिंदी इंग्लिश मीडियम दोनों में मिल जाएगी तो आप इस वेबसाइट से जाके उनको बाय कर सकते हैं और देखिए जनवरी टू अप्रैल का जो लास्ट फोर मंथ का करंट अफेयर्स है यह भी आपको यहां पर मिल जाएगा राइट चलिए ऑलराइट फ्रेंड्स तो यह था हमारा आज का लास्ट स्लाइड आई होप आपको यह वीडियो पसंद आया होगा तो वीडियो अगर आपको पसंद आया है वीडियो को लाइक और अपने फ्रेंड्स के साथ शेयर जरूर करिएगा और यह वीडियो कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं मिलते हैं एक और इंपॉर्टेंट टॉपिक के साथ अगले वीडियो में तब तक के लिए थैंक यू एंड हैव अ नाइस डे