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சமூக சீர்திருத்தம் மற்றும் நோய்ப்பார்வைக் கோணங்கள்

कहां है कि मेरा बड़ा लड़का पेट में था तो मैं काम पर जाती थी करने काम ऐसा है कि सब इन थे कच्चा काम करते थे टपक जाता पैसा और कोई भी उठाने को अगर गोबर हो तो उठाया वह बच्चे को फोन उठा रहा है कभी-कभी तो हमने तो अपने प्यार में कभी करा नहीं था यहां के करना पड़ा और उठाते एक बार तो मेरे सारे कपड़े कि सनी ऊपर से टूटकर गिर गया और सारे हमें देख देखकर थूकते चलने वाले हमारे समाज का भी हमारा भी मनहु होगा कि हम से लिखने बैठे हैं या कुछ अच्छा काम कर सकते हैं जरूरी थोड़ी है हम तो लेकर चले बेहतर जा रहा है नहीं पड़ा है है पेट में तोड़फोड़ देना पड़ा है अ हैं तो एक दिन मेरे चाचा जी भी आया करते थे साथ में वह करवाया करते थे काम भी बाबा भी हुआ करते थे तो अब इंच और बाबा दोनों ही नहीं है तो मेरी दादी ने मुझे मैं छोटा सा था मैं को झाड़ू हथेली के लिए वहां से लेकर यहां तक मृत मैं थोड़ा सा काम करके आ जाती हो मैंने जैसे झाड़ू मारने शुरू कर दी छोटा सा था हाथ मे है यह थिक बचपन की दबी पड़ी में पॉजिटिव एनर्जी विच ईयर ऑल अबाउट गेटिंग जस्टिस विपिन यादव नो आई एम टॉकिंग अबाउट मेकिंग द ह्यूमन बींग ह्यूमन इट इज हैपनिंग एवरीव्हेयर इन थे कंट्री वेयर टॉकिंग 1.6 विमेन टुडे मॉर्निंग 2019 कि हजारों सालों की जो हमारी हिस्ट्री है उस पर कई लोग गैंग बड़ा प्राउड होते हैं लेकिन यह था इसी मुद्दा है जिसमें हमारे हमें अपने इतिहास के ऊपर शर्मिंदा होने की जरूरत है हमारी सामाजिक सच्चाई जिससे एक दर्पण के तौर पर हमें देखने की हिम्मत होने की जरूरत है कि यह व्यवस्था इसलिए जारी रहा क्योंकि हम जो दलित नहीं है कि हमें कोई तकलीफ नहीं से हुई उठाते में मजदूरी करते थे रोड पर सड़क पर ही काम करती थी गोबर कूड़ा उठा लिया कि में लगे रहते थे फिर यह तस्वीर साफ होगी तो फिर का काम करने लगे ₹10 महीना मिलता है हैं तो हमारे साथ सरे पाउडर तैयार जो हमारे घरवाले उनकी नौकरी नहीं थी सिर्फ वह बच्चा होगा फिर उसके दूध के लिए पैसे एडाप्टर के लिए तार से वॉट्स-ऐप ज्यादा परेशान फिर मैंने तो यह करना शुरू कर दिया तो यहां पर तो यह कच्चा काम होता था मतलब जिंदगी नरक होता था काम बिगड़ जाते हथेली पर रखकर पैसे देते थे हमारे लिए मतलब बाहर भारत यह ऐसे हमें घर में तो घुसने नहीं देते थे वह तो हम कच्चा काम करें गंदा काम करें तो वह कौन बंधेगा अपने घर में कोई नहीं पड़ने देगा छुआछूत तो है ही शुरू से ही अरबी है वह अभी चल रही है अब हमें कौन बैठा है अपने घर में कोई नहीं बताता कि एक जाता है कि तो भंग है अभी खत्म नहीं हुई है बताओ हुआ है कि जो सबसे कठिन वाला काम है वह सबसे कमजोर तबके के ऊपर डालने की जो बात हमारे देश में हमारी देश की प्रवृत्ति में या इसको हम तो साउथ एशियन रीजन में भी कह सकते हैं कि कुछ खास जो कमजोर तबके हैं जो दबे-कुचले हैं उनके जो जिम्मेदारी के ऊपर डालना और उनको उसकी बदले में सामान तो नहीं है तमाम की बात तो अलग है लेकिन उनको जो उसके बदले में जो मिलनी चाहिए उससे भी मतलब बहुत ही कम और बहुत ही मामूली तरीके से उनको कुछ वापस देते हुए उनकी शोषण करना यह हमारी एक बहुत पुराणी अपराध के तौर पर हमें समझना चाहिए है ना हमें जमीन मिली है ना हमें कोई ऐसा काम मिलता है दुनिया के यह बड़ी बिरादर के बच्चे स्कूल में बड़ी हम पढेंगे इस खोज में जाएंगे पुलिस में जाएंगे अच्छी नौकरी मिलती है वह ऑफिसों में हमें क्यों नहीं मिलती हमें इसी में कोई दखल नहीं दे सकता है छुट्टियों धकेला जाता है कि मैं कई कंपनी में गया इंटरव्यू दिया जॉब दिया जब मुझे कुछ नहीं मिला है कि मुझे मजबूरन रोड पर झाड़ू लगाने पड़े फिर से और मैं भी लगा रहा हूं शाम को मार्केट लगेगी उनसे 2 ₹2 पांचवा सिर पर लेता हूं फिर शाम उनके सहायक करता हूं क्यों क्योंकि जब हमारा स्किल मैंने बताया कि सबसे बड़ी कमी नॉलेज और स्किल हमारी वह नॉलेज इस तरह के जनरेट नहीं हो पाए हम उस चीज में परिपक्व नहीं हो पाए हम समाज के अनुसार पढ़ नहीं पाए हमें जो चाहिए था वह में नहीं मिलवाया तो हमें मजबूरन है उसका में जाना पड़ेगा तो अब हम उस काम में मजबूरन हमें दोबारा उस काम में जाना पड़ा तो हम यह लगता है यही हमारी रीत है इसको हमें करना ही पड़ेगा हम इस पर नहीं निकल सकते हैं है और समाज भी यही बोलते समय अब मैं कहीं अच्छी जॉब पर चला गया मेरे से कोई गलती हो गई तो पता आपको इसी चीज बताना चाहेंगे कि यह तो तुझे हमने रखी गलती कर ली क्योंकि तेरे लाइक के काम नहीं था क्योंकि तो आता हूं समाज से जिसमें रोग तुझे वही काम अच्छा रहता है तो करता वार है तुझे अच्छा काम पूरी नहीं करो कल पड़ा तो बता क्या रखें तुम मेरे अंदर एकदम से मोड़ा मेरा डालना यार यह सही कह रहा है मैं इस कॉन्फिडेंस कम हो जाएगा क्या सच्ची में नहीं कर पाऊंगा इस चीज को मेरा काम सफाई के मुझे वही करना चाहिए पुलिस लोगों के अंदर यह चीज इस तरह मिठाई जाती है में आ भीलवाड़ा विल्सन जिन्होंने इस आंदोलन में बहुत प्रमुख भूमिका अपनाया है अब वह कुछ वक्त तक उन्होंने सोचा था कि बहुत 5 जी बनेंगे और चर्च के अंदर भुनने डायलर ट्यून पाया और से रोकने के लिए कोई तैयार नहीं था जब यह लोग बाद में कोर्ट यह उसी कॉर्ड के अंदर जो टॉयलेट था वह यौन था और उस वह हाथों से आप आए हो रही थी जो कानून के खिलाफ उत्तर तो यह व्यवस्था कई सालों तक चली एक वक्त आया जहां यह है जहां लोगों को लगा इस समाज के लोगों को लगा कि इस व्यवस्था को रोकने के लिए कोई और कोई सरकार कोई भी कि तथाकथित उच्च जाति के समाज इसकी स्कूल रोकने के लिए को खुश कदम तब तक नहीं आएगा जब तक हम संगठित नहीं होंगे और हम अपनी आवाज नहीं उठाएंगे उस कारण से सफाई कर्मचारी आंदोलन स्थापित हुआ कि मुझे लगता है कि डॉक्टर अंबेडकर के बाद स्वतंत्र भारत में छूआछूत की व्यवस्था जाति व्यवस्था के खिलाफ सबसे बड़ा आंदोलन रहा है है अबे 1993 विशेष विप्रो लिमिटेड द प्रैक्टिस 2012 तक कोट 33 ईयर्स वे हैव डन नथिंग इवन व्हेन नॉट pre-defined दयाचंद अ असेंबली व्हेयर यू लेफ्ट योर फादर स्टीफन ईस्टवुड डिसाइड एवरीथिंग फॉर टेस्ट उसे जन्म मेंटेन वह चैलेंज एक दम विहवल मौत लेकर शिक्षण 150 डिस्ट्रिक्ट द डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट S2 पानी द पर्सन हू यंग एज सरेआम प्रेस द मैनुअल स्कैवेंजर बट और 10 ईयर्स टिल टुडे वे हैव नॉट पनिश्ड इवन ए सिंगल पर्सन नॉट इवन ए सिंगल पर्सन बिहाइंड द कोर्स म्यूट द वॉइस प्रेजिडेंट द मीनिंग ऑफ बर्थ इन थिस कंट्री बट वे हैव नॉट इवन पानी स्टीवेनस सिंगल पर्सन अट ए सिंगल मोमेंट इन अप क्रास कंट्री का लव विल बी देर द पीपुल केयरिंग द मिनिट्स विल कम एंड मिनिस्टर्स विल को इलेक्शंस विल कम इलेक्शंस विल गो बट थिंग्स विल नॉट चेंज रीमें इन थे सेम विद व्हाट इज द कोड वर्ड अखरोट मिला था द कोर्ट विल आस्क यू टो प्रोड्यूस यह प्रिंसेस व्हाट इज द डिस्टेंस अवे थिस यू हाउ टू मेक द फोटोग्राफ वन रीमेंस क्लीनिंग 100MB माय लाइफ इज कि अगर वेरी वेरी पेनफुल इस अ हुआ है हुआ है हुआ है हुआ है [संगीत] कि यह काम होना छोड़ देता है 2013 है वह ऐसा पूछने के लिए और उसने पूछा था कि तुम काम करते हो हम दिखाने गए थे हम दिखाने भी गए थे वहीं तुम अपना काम दिखाओ हम दिखाने भी गए थे कई के नाम भी लिखा था हमने अ इस तरह के आयोजनों के नाम भी लिखा हमने कि हम इसके भी करते हैं इसका भी करते हैं आई थी हमारे पास हम कारीगर वह लिखवाकर भी गए लेकिन उन्होंने फिर पता नहीं क्या करती हमने घर भी गिनवा थे और जिन काम काम करते थे उनके नाम भी गिनाए थे कि जी हां बेसिक कि इस कानून में दो-तीन चीजें थी यह बहुत इंपोर्टेंट है 11 का केंद्र टाउन अब इस मुए दी डिफिकल्ट कोई स्टेट गवर्नमेंट को अलग से इसको पारित करने की कोई व्यवस्था की जरूरत नहीं थी दूसरा जो बहुत इंपोर्टेंट पॉइंट है यह था कि अब हम कम से कम आगे से यह बहस खत्म करें कि है या नहीं है मैं न्यूज़ करें ब्लेजर है कि नहीं है डायलर ट्यून है कि नहीं है हम यह कहने से एक जॉइंट सर्वे होगा इस कानून के तहत जिसमें समाज के प्रतिनिधि आंदोलन के प्रतिनिधि और सरकार के प्रति मिल के सर्वे करेंगे अजय को कर दो कि अ कि मैं विधवा हूं मैं कि गाजियाबाद भी गई फार्म भर कई लोनिवि Work I अपने यहां भी बारा प्रदान के दो रवि भरा सबके द्वारा बलिया क्या इतनी फाइलों में 2025 फाइल भरी उनमें एक ही फाइल में मेरा नाम नहीं आया क्यों नहीं आया जब उन्नत उठाकर चोरों को कूड़े में फेंक दोगे तो आएगा कहां से तुरंत में गया तो आपका काम हो रखा है का सर्वे करने आए एक व्यक्ति बाय कास्ट वह मैं उस क्या वह हमसे पर यथा तो होने के बाद सर्वे कराए उन्होंने सारे में दिखा दे मैं यहां काम करती हूं यह घर यह घर ठीक है उनको उनको भी डरा दिया कि अगर जो आपने इनको काम पर रख लिया तो आप पर कानूनी कार्रवाई जैसे कि प्रावधान है जैसे क्यों सेक्टर में लिखा हुआ है ठीक है उन्होंने कहा छुड़वा लिया हमसे अच्छा-अच्छा छुड़वा लिया छोड़ने के बाद उन्हें पद उनसे कहीं भी हमने उपहार भी करिए हम क्या करें क्या न करें न गजब हो जाएगा कोई दिक्कत के बाद में एक दो बार नगरपालिका से बुलाने भी हम पहुंचे भी तो वहां कोई सुनवाई नहीं क्यों क्योंकि वह अधिकारी नहीं चाहते वह लोग नहीं चाहते कि इनका उद्धार हो यह रियल में समानता के भाव मतलब समान हो यह क्वालिटी में आए वह लोग ही नहीं चाहते वक्रीय होना चाहिए अपने फोन कर दिया तो उनको आपके वेरीफाई करना है कि आप एक सही में करते थे आज तक कोई सरकार की तरफ से कोई प्रॉब्लम नहीं कोई हुआ था नहीं कोई नहीं आया तो मतलब कि आपके तरफ से आप कानूनी प्रक्रिया है कि आप क्योंकि जिम्मेदारी दिया था वह आपने किया सामने तो सरकार ने कहा कि भई यह छोड़ दो मत उठाना हमने छोड़ दिया फिर कहीं के भाई तुम मैं पैसा मिलेगा तुमको दुकान-वुकान कर लेंथ लेकिन पैसा वैसा तो कुछ मिला नहीं हमने अपने घर में ही पैसा लगाया मेमो उसकी दुकान भी खोल ली बच्चों ने कुछ भी नहीं मिला मैं यहां हूं कि अ कि यहां पर सब बैंक वाले भी हमारी सुनते नहीं आए तो योजना भी आती है ना हम जाते हैं तो वह बैंक वाले भी नहीं सकते हैं गुर्जरों खाते भी कॉल करने दिया कितने धोखे खाए हैं बहुत ज्यादा हम लोग यह भी पाएंगे इस लोन जिसकी व्यवस्था पुनर्वास में की गई थी वह तो पुरुषों को जाता था और ज्यादातर लोग जो सकते हैं जिनको लोन मिलना था वह उनको डिपाजिट माना जाता था और बैंक को लोन देने के लिए तैयार नहीं है क्यों नहीं चली जब किसी को खरीदा ही नहीं तो क्या करते सब्जी की दुकान हमने खोल सकते हैं हम तो कोई सब्जी लेगा मैं मॉस की दुकान खोल ली थी हमने वह हमसे नहीं लिख यह तो बन गई है मैं क्यों सफाई के काम सुधार आ सकता हमारी जिंदगी में हैं और कौन से नहीं आ सकता है है मतलब जैसा हमारी लेडीस है तो इनको कोई सिलाई का काम हो या कुछ वैसा काम हो या बच्चों को पढ़ाने जैसा हमारे बच्चे लिखे पढ़े हैं कुछ ऐसे काम हमें सुधार नहीं आ सकता हूं मैं सफाई के काम में सुधार आएगा हम तो कीड़े मकोड़े मक्खी हैं कि मक्खियां तो हमें इसलिए कुचल कर चले जाओ आगे बढ़ जाओ कि हमारे बच्चों को नौकरी देव बढ़िया सा एक अच्छी नौकरी थे हमारे बच्चों को है जो कि हमारे बच्चे बढ़िया घर बना सकें बढ़िया खा सकें बढ़िया पैर सकें बढ़िया ऑफिस में हमारे बच्चे भी बैठ सकें जैसा बड़ी बिरादर बैक चाहिए हमारी तबीयत की नाली मोरी में हम मैं तो यह चाहते हो भाई देख मेरे बच्चे पढ़-लिखकर अफसर बने जब इतने पड़ा मैं वह मोहल्ला करके है और मेरे आदमी ने बयान जारी कर करना पड़ा है प्राइवेट स्कूल में सरकार से कोई सुविधा नहीं मिली हमारे तो मैं चाहते हो मेरे बच्चे हमारी बीत कि मेरे बच्चे अफसर बने बस कि हमारी किस्मत रहेगी झाड़ू मारना या उठाना मेरे मैं अपने बच्चों को नहीं सताऊंगी मैं मैं चाहते मेरे बच्चे पड़ा है और मुझे कुछ सुविधाएं मिला सरकार से मेरे बच्चों को पढ़ाने लिखाने कि अच्छे पोस्ट पर जाने के लिए बस मुझे और कुछ नहीं चाहिए कि क्लब एक तो भ्रष्टाचार जातिवाद भेदभाव ऊंच्नीच कहां तक इसको कम करेंगे कैसे करेंगे मुझे कुछ समझ में न लोग इस चीज को मान चुके हैं कि अब हमें इसी तरह जीना पड़ेगा अब कि लोगों के मन में ऐसी सेट बिठा दिया है कि यह एक पर्टिकुलर इसका टेस्ट है तो यही काम है इसका इसके ऊपर ने बढ़ेगा यह कुमार है तो यह बर्तन नहीं बनाएगा सुपर नहीं जाएगा यह जाएगा तो उसको अगर जो जाए जाना भी जाएगा तो उसको दबाया जाएगा क्या यार यह फिर हमारे बर्तन कौन बनाएगा हमारी सफाई कौन करेगा हमारा फल अगर आपको वाकई में लोगों की चिंता है तो उनका स्किल डेवलपमेंट पर सफाई का काम गलत नहीं है लेकिन उसको शेट्टी से कराएं उनके उनके प्रति जो जो पर निचले बीमारी से बीमार हो जाते हैं उनका इलाज अच्छे अस्पताल में कराया जाए उनके बच्चों के लिए अच्छे स्कूल में पढ़ाने की सुविधा दी जाए जो सफाई का काम कर रहे हैं और दूसरी चीज जैसे इनके सुन मर भी जाता है वह इतने गरीब होते हैं कि उनको अच्छा कंपोजिशन भी हो ठीक है और यह सारी चीजें ना देना उनको असफल में घुस आए जा रहे हैं वह आर्थिक रूप से सामाजिक रूप से और विकसित रूप से वह पिछड़ते जा रहे हैं अजय जो लोग पिछड़ते चले जाएंगे पीढ़ी-दर-पीढ़ी पिछड़ जाएंगे इसको एकदम से पूछ कि सरकार या कोई भी व्यक्ति व्यक्ति के सरकार भी नहीं कर सकती उनको धीरे-धीरे उनके स्थिति को सुधारो अर्थ अब अगर जो किसी को आदत यानी कि मनी अगर आप अर्थ से किसी को मजबूत करते हो सरकार हो या कोई भी व्यक्ति बजट से मजबूत हो जाता है तो वह इसका जो है स्टेट अपने आप चेंज हो जाता है उसकी स्थिति में परिवर्तन अपने आप आ जाता है ना कर दो लुट लो कर दो कि अ कर दो झाल