सिविक्स का अध्याय 2: संवैधानिक डिज़ाइन
परिचय
- अध्याय का शीर्षक: संवैधानिक डिज़ाइन
- विषय: लोकतंत्र क्या है? लोकतंत्र क्यों?
- लक्ष्य: संवैधानिक डिज़ाइन समझना
संविधान की आवश्यकता
- संविधान देश चलाने के लिए अनिवार्य है।
- दक्षिण अफ्रीका का उदाहरण:
- 1994 में स्वतंत्रता प्राप्त करना।
- स्वतंत्रता के बाद संविधान का निर्माण।
संविधान का महत्व
- संविधान जनता के अधिकारों को परिभाषित करता है।
- यह विश्वास और समन्वय को विकसित करता है।
- सरकार की शक्ति को सीमित करता है।
दक्षिण अफ्रीका की कहानी
- नैस्लीय भेदभाव (रंगभेद):
- काले और रंगीन लोगों के खिलाफ भेदभाव।
- यह भेदभाव अपार्थाइड के रूप में जाना गया।
- नेल्सन मंडेला:
- भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाने वाले नेता।
- उन्होंने जेल में समय बिताया।
स्वतंत्रता के बाद का संविधान
- स्वतंत्रता के बाद, काले और रंगीन लोगों को सरकार चलाने का अधिकार मिला।
- नेल्सन मंडेला ने राष्ट्रपति बनकर एक नया संविधान तैयार किया।
भारतीय संविधान का निर्माण
- संविधान सभा:
- 1946 में चुनाव हुए और 1946 में पहली बैठक।
- 299 सदस्य थे।
- संविधान का निर्माण समय:
- 26 नवंबर 1949 को तैयार हुआ।
- लागू होने की तिथि: 26 जनवरी 1950।
संविधान के सिद्धांत
- गाइडिंग वैल्यूज:
- सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक समानता।
- डॉक्टर भीमराव अंबेडकर:
- उन्होंने समानता के अधिकारों और आरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया।
संविधान का प्रीएम्बल
- प्रीएम्बल:
- संविधान की मूल विचारधारा का सारांश।
- यह बताता है कि हम एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणतंत्र हैं।
निष्कर्ष
- संविधान समाज की सर्वांगीण विकास का आधार है।
- यह सबको समान अधिकार एवं न्याय प्रदान करता है।
आगे की कक्षाएँ
- आगामी कक्षा में "लोग संसाधन के रूप में" अध्याय पढ़ा जाएगा।
नोट: सभी छात्र अपने ध्यान का रखें और कठिनाइयों को दूर करने के लिए लगातार अध्ययन करें।