हेलो फ्रेंड्स वेलकम बैक टू माय चैनल स्टडी विथ एमएसए आज की वीडियो का हमारा टॉपिक है एक एसे जो जोसेफ एडिसन के द्वारा लिखा गया था जिसका टाइटल है सर रॉजर एट होम जो कि स्पेक्टर नामक एक पीरियोडिक में पब्लिश किया गया था तो सबसे पहले हम स्पेक्टर के बारे में कुछ इंफॉर्मेशन देखें द स्पेक्टर जो पीरियोडिक था उसकी शुरुआत सबसे पहले 1 मार्च 1711 में हुई थी और इसे दो लेखक जोसेफ एडिसन और रिचार्ड स्टील के द्वारा स्टार्ट किया गया था इसमें कई सारे एसेस हैं उसमें से एक एसे है सर रॉजर एट होम इसमें से कई सारे एसे जैसे कि द स्पेक्टर्स अकाउंट ऑफ हिमसेल्फ लेबर एंड एक्सरसाइज इनकी वीडियो हमारे चैनल पर अवेलेबल है डिस्क्रिप्शन में इन दोनों की लिंक दी गई है आप उस पर क्लिक करके वो दोनों वीडियो देख सकते हैं तो आज का जो हमारा टॉपिक है सर रोजर एट होम वो लिखा गया था जोसेफ एडिसन के द्वारा सबसे पहले हम जोसेफ एडिसन के बारे में कुछ इंफॉर्मेशन देखें जोसेफ एडिसन का जन्म 1 मई 1672 में यूनाइटेड किंगडम में हुआ था और उनकी डेथ 17 जून 1719 में यूनाइटेड किंगडम में ही हुई थी तोब ज्यादा समय ना वेस्ट करते हुए शुरू करते हैं आज की हमारी यह वीडियो सर रोजर स्पेक्टर क्लब के एक मेंबर थे यह ऐसे जोसेफ एडिसन के द्वारा लिखा गया था जिसमें वह अपने रीडर को अपने वांचकवू बारे में इंफॉर्मेशन देते हैं यह ऐसे 2 जुलाई 1711 और मंडे के दिन पब्लिश हुआ था उनके बाकी सारे एसेस की तरह इस एसे में भी जोसेफ एडिसन अपने आप को द स्पैक्टेटर के के नाम से संबोधित करते हैं यानी कि वो अपना नाम बताना नहीं चाहते इसीलिए इस ऐसे में जब भी कभी स्पेक्टेड शब्द आए तो हमें समझना है कि वो जोसेफ एडिसन है इस एसे में द स्पेक्टर यानी कि जोसेफ एडिसन बताते हैं कि सर रॉजर काफी समय से स्पेक्टर को अपने घर पे बुला रहे थे यानी कि इन्विटेशन दे रहे थे तो उनके बुलावे का मान रखकर वह सर रॉजर के कंट्री हाउस की विजिट के लिए जाते हैं वो वहां पर एक महीने के लिए सर रोजर के कंट्री हाउस में जाते हैं जो कि लेखक यानी कि स्पेक्टर एक मेहमान की तरह एक गेस्ट की तरह वहां गए थे पर सर रोजर के घर पर उनकी सर रोजर और उनके सर्वेंट्स के द्वारा इस तरह से केयर की जाती थी कि स्पेक्टेड को लगता था कि वह खुद अपने ही घर पर है स्पेक्टेड को उनकी मर्जी के मुताबिक उठने की और जब चाहे तब रात को सोने की खुली छूट थी यानी कि वह जब चाहे तब उठ सकते थे और जब चाहे तब सोने के लिए फ्री थे इस पर उन्हें किसी भी प्रकार की कोई पाबंदी नहीं थी और अगर वह चाहे तो उन्हें अपना खाना भी अपने रूम में खाने की परमिशन थी वो यानी कि स्पेक्टेड और सर रोजर रोजाना सुबह मॉर्निंग वक के लिए जाते थे और सर रोजर ने गांव के लोगों को स्पेक्टर की तरफ ना देखने की कुछ खास प्रकार की इंस्ट्रक्शन दी थी क्योंकि सर रोजर जानते थे कि स्पेक्टर को कोई भी उनकी तरफ देखता रहे घूरता रहे यह उन्हें पसंद नहीं था जैसा कि हमने द स्पेक्टर्स अकाउंट ऑफ हिमसेल्फ ऐसे में देखा था कि जिसमें वह अपने बारे में इंफॉर्मेशन देते हैं और वो बताते हैं कि वो एक एनोनिमस जीना चाहते हैं यानी कि कोई भी उनकी तरफ ना देखे कोई उनकी बातचीत ना करें वो अपने आप में ही मस्त रहना चाहते हैं जोगसर रोजर उनके क्लब के एक मेंबर थे तो वह उनकी इस हैबिट से उनकी इस आदत से वाकिफ थे स्पेक्टर को अगर कोई उनकी तरफ देखता रहे यह उन्हें बिल्कुल भी पसंद नहीं था इसीलिए सर रोजर ने पूरे गांव वालों को इसके बारे में कुछ खास प्रकार की इंस्ट्रक्शन दी थी अगर शॉर्ट में कहे तो सर रोजर स्पेक्टर को उनके कंट्री हाउस में पूरी कंफर्ट के साथ रहे उसकी पूरी केयर करते थे उसके बाद स्पेक्टर अपने रीडर्स को अपने वाचक को सर रोजर और उनके स्टाफ की एक अलग प्रकार की घनिष्ठ निकटता और रिलेशन के बारे में बताते हैं सर रोजर के कंट्री हाउस में कर्मचारियों का यानी कि काम करने वालों का एक बड़ा स्टाफ था जैसे कि उसमें बटलर थे बटलर यानी कि घर के सभी सर्वंट का एक हेड कुक यानी कि बावरची कोचमन और हॉर्स कीपर पादरी और क्लर्क ये सभी उनके स्टाफ में शामिल थे सर रोजर के स्टाफ के लोगों का व्यवहार एकदम उच्च कोटि का था और वो कुछ इस तरह से ट्रेन किए गए थे कि उनके काम पर शिकायत करने का किसी को अवसर ही ना मिले सब के सब सर रोजर और स्पेक्टेड की बहुत अच्छी तरह से देखभाल करते थे जब भी सर रॉजर कंट्री हाउस में आते तो सब के सब कर्मचारी सब के सब नौकर अपने मालिक को देखने के लिए निकल पड़ते थे और वह यह उम्मीद के साथ जाते थे कि सबको कुछ ना कुछ प्रकार का काम दिया जाए उन्हें काम मिलता तो उसे एक फेवर की तरह देखते थे और एकदम प्रसन्न हो जाते थे और अगर किसी को काम ना मिलता तो वह दुखी और अप्रसार रोजर के आगमन से सभी सर्वेंट्स की आंख में खुशी के आंसू आ जाते उन सर्वंट का सर रोजर के साथ का संबंध इतना गहरा और वास्तविक था कि अगर सर रोजर को खांसी भी आ जाती तो यह भी उन सर्वेंट्स के लिए एक चिंता का विषय बन जाता सर रोजर्स ने अपने सर्वेंट्स कभी भी नहीं बदले और सभी यहां काम करते हुए बुढ़े हुए थे यानी कि शुरुआत से लेकर अभी तक उन्होंने कभी भी अपने सर्वेंट्स को चेंज नहीं किया सर रोजर जिस तरह से अपने एंप्लॉयज के बारे में केयरफुल थे उतने ही वह अपने घर में रहने वाले प्राणियों के बारे में थे उन्होंने अपनी गैर मौजूदगी में अपने घोड़ों की सही तरह से देखभाल करने के लिए एक हॉर्स कीपर भी नियुक्त किया था कोचमन और हस कीपर बड़ी अच्छी तरह से उन घोड़ों की देखभाल करते थे उनके घर के परिसर में या तो आंगन में एक बूढ़ा कुत्ता रहता था पर सर रोजर ने उसके बुढ़ा होने के बावजूद भी उसे घर से बाहर नहीं निकाला था क्योंकि सर रोजर की उस कुत्ते ने पहले बहुत सेवा की थी यानी कि वह कुत्ता उनके बहुत से काम में आया था सर रोजर एक अत्यंत कृतज्ञ व्यक्ति है जो जानवरों द्वारा दी गई अच्छी सेवाओं को भी नहीं भूल सकते जब भी कभी सर रोजर अपने घर से किसी काम के लिए या तो खेत की तरफ जाते तब बटलर यानी कि हेड ऑफ सर जो था उसे स्पेक्टेड की केयर करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी और यह बटलर जो था वह बड़ा ही विनम्र इंसान था जो हर बार खाना बनाने से पहले स्पेक्टेड से कंसल्ट करता था उनसे बातचीत करता था उनसे पूछता था ताकि खाना स्पेक्टर की पसंद के मुताबिक बन सके उनके घर में पादरी यानी कि चपलेन था जो पिछले 30 सालों से सर रोजर के घर में रह रहा था इस पादरी को स्पेक्टेड को बौद्धिक कंपनी प्रदान करने के लिए कहा गया था पादरी एक अच्छी समझ रखने वाला और शिक्षित व्यक्ति था सामान्य तौर पर वह स्पेक्टेड के साथ तब होता था जब सर रोजर किसी काम से घर से बाहर जाते थे यह चैप्लिन विद्वता पूर्ण और हास्यप्रद व्यक्ति था यानी कि उसका सेंस ऑफ ह्यूमर बहुत ही अच्छा था इसलिए स्पेक्टर सर रॉजर की गैर मौजूदगी में इस पादरी के साथ रहना और उसके साथ बैठना उसके साथ बातचीत करना पसंद करते थे एक बार जब स्पेक्टेड और पादरी मॉर्निंग वॉक के लिए बाहर निकले थे तब सर रोजर उनसे मिले और उन्होंने पादरी से पूछा कि अगले रविवार को चर्च में कौन उपदेश देगा यानी कि कौन सर्मन देने वाला है तब पादरी ने उन सभी व्यक्तियों की सूची दिखाई जिन्हें इस वर्ष यानी कि पूरे साल भर हर रविवार को उपदेश देना है इससे पता चलता था कि वह पादरी कितना पाबंद था कितना पंक्चुअल था स्पेक्टर ने यह नोटिस किया था यह रिकॉर्ड किया था कि इस पादरी के आने के बाद सर रोजर के गांव में एक भी अदालती केस या किसी भी प्रकार का कोई विवाद नहीं हुआ था कोई भी प्रकार का झगड़ा यहां पर देखने को नहीं मिला था अंत में स्पेक्टेड कहते हैं कि सर रॉजर लंदन में रहने वाले सभी मास्टर्स के लिए एक आदर्श मॉडल के उद्देश्य को पूरा कर सकते हैं इसी के साथ यह ऐसे यहां पर समाप्त हो जाता है तो दोस्तों आज की वीडियो में बस इतना ही फिर से मुलाकात होगी ऐसी ही किसी वीडियो के साथ तब तक के लिए गुड बाय एंड टेक केयर