वेपराइजर और तापमान नियंत्रण

May 29, 2024

लेक्चर नोट्स: वेपराइजर और तापमान नियंत्रण

परिचय

  • एनएसपीसीएल वेपराइजर और इलेक्ट्रॉनिक नियंत्रण
  • प्रोफेसर विलियम द्वारा मार्च 2017 में पेश

विषय-सूची

  • वेपराइज़र मेकेनिजम
  • तापमान और वेपराइज़ेशन के सिद्धांत
  • क्रिटिकल तापमान और संबंधित वैपर प्रेशर
  • इलेक्ट्रॉनिक नियंत्रण और अलार्म सेटिंग्स
  • आधुनिक उपकरण और उनके फायदे

वेपराइज़र मेकेनिजम

  • नियंत्रण साधन: वेपराइज़र का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक रूप से नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
  • शीतलन प्रक्रिया: लिक्विड को शीतलित कर वाष्प में बदलना।
  • इलेक्ट्रॉनिक अलार्म: सेटिंग्स के अनुसार विभिन्न अलार्म लगाए जाते हैं।
  • विश्लेषण और प्रदर्शन: विवरण और कार्यप्रणाली का विश्लेषण।

तापमान और वेपराइज़ेशन

  • क्रिटिकल तापमान: टेम्परेचर जिस पर गैस तरलवत नहीं रह सकती।
    • उदा. -108.6°C
  • वैपर प्रेशर और मोटरसाइकिल रेट: तापमान के आधार पर प्रेशर का बढ़ना और घटाना।
  • रूम टेम्परेचर वेरिफिकेशन: विभिन्न तापमान पर वैपोराइजेशन की जाँच।

वैपर प्रेशर और कनेक्टिविटी

  • कंडक्टिविटी लक्ष्य: साइट्रिक कंडक्टिविटी विश्लेषण।
  • सतही मॉलिक्यूल इंट्रैक्शन: इनकी गतिशीलता और पुनः प्रवेश।
  • सतह परसेंटेज: मॉलिक्यूल स्तर पर रासायनिक इंट्रैक्शन।

क्रिटिकल प्रॉपर्टीज

  • क्रिटिकल तापमान: ठोस, तरल और गैस अवस्थाओं का अस्तित्व।
  • इलेक्ट्रॉनिक नियंत्रित उपकरण: सही तापमान और प्रेशर के लिए इस्तेमाल।

परिणाम

  • प्राकृतिक वाष्पीकरण: उदा. - सामान्य तापमान पर न्यूनतम प्रभाव।
  • आधुनिक प्रथाएँ: इनका उपयोग तापमान और प्रेशर नियंत्रण के लिए।
  • सतत सुधार: एरर रिडक्शन और मानव त्रुटि को कम करना।

निष्कर्ष

  • महत्वपूर्ण सीख: वेपराइज़र और तापमान नियंत्रण का महत्व।
  • अभ्यास: इलेक्ट्रॉनिक अलार्म सेटिंग्स और उपकरणों के सही उपयोग।
  • आधुनिकता: निरंतर विकास और सुधार संबंधी विचार।

पुरा हुआ धन्यवाद!