Transcript for:
कोर अंडरस्टैंडिंग ऑफ इकोनॉमी

यह ऐसे टॉपिक है कि ये कोर अंडरस्टैंडिंग ऑफ इकोनॉमी आपको आ गई उसके बाद जो भी बाकी थरी है करंट अफेयर से गवर्नमेंट स्कीम से है प्रीलिम्स है मेंस है आप मैनेज कर सकते हैं गाइडेंस कोचिंग के साथ भी बिना कोचिंग के भी तो तेंदुलकर ने क्या कहा था कि भाई सिटी एरिया के अंदर 000 आप खर्चा करते हैं उससे ज्यादा तो यू आर नॉट पुअर लेकिन आप समझो कि द लेवल ऑफ प्राइस या लेवल ऑफ इंफ्लेशन इज नॉट सेम एवरी वेयर नॉमिनल इंटरेस्ट माइनस इंफ्लेशन इक्वल रियल इंटरेस्ट और बाकी जो आपको उससे परचेसिंग पावर कम होता है अपने शब्दों में लिख दो बट दिस इ जनरल अंडरस्टैंडिंग कि महंगाई से लड़ना है तो रिजर्व बैंक ने लोन महंगे करने चा ताकि जनता खरीददारी कम करे और दुकानदार अपने प्राइस सस्ते करे कस्टमर को अटैट करने के लिए अनमी लेटस ककट आज का अपना टॉपिक है कि सिक्स एसेंशियल टॉपिक्स ऑफ इकोनॉमी सब्जेक्ट आप में से कितने लोग 2024 अटम देने वाले ओके और कितने लोग 2025 ट्रा कर रहे बाकी सब लोग बेस्ट देखिए इकोनॉमी में यह वाला सेशन मेरी लेने की काफी समय से इच्छा थी कि मैं चाहता हूं जो कोर सिक्स टॉपिक्स है इकोनॉमी के जो सबको पता होने चाहिए चाहे 2024 की 25 की तैयारी कर रहा है या आम कोई व्यक्ति है सबको पता होना चाहिए ऐसे सिक्स टॉपिक एक बार उतना पता कर लिया उसके बाद कोई कोचिंग जवाइन किया नहीं किया सेल्फ स्टडी से भी यू कैन मैनेज थिंग्स तो आज मैं आपको ऐसे छह टॉपिक्स पढ़ाने वाला हूं सबसे पहले हम लोग देखेंगे मॉनेटरी पॉलिसी मतलब सीआर आर एसएलआर ये सब बातें जो होती है फिर बजट टैक्सेशन तीसरा है करेंसी एक्सचेंज चौथा है जीडीपी कैलकुलेशन पांचवा इंफ्लेशन छठा पॉवर्टी मेजरमेंट यह ऐसे टॉपिक है कि यह कोर अंडरस्टैंडिंग ऑफ इकोनॉमी आपको आ गई उसके बाद जो भी बाकी थरी है करंट अफेयर्स से गवर्नमेंट स्कीम से है प्रीलिम्स है मेनस है आप मैनेज कर सकते हैं गाइडेंस कोचिंग के साथ भी बिना कोचिंग के भी बिना कोचिंग के भी बाकी चीजें कैसे निपटाने है इकोनॉमी में यह भी मैं आपको बताऊंगा यह स्लाइड लेकिन इसको हम रिविजिट करेंगे पूरा आज क्लास दे दो घंटे में खत्म हो जाए उसके बाद क्योंकि जब आपको यह छह टॉपिक पता चल जाएंगे तो बाकी सब फिर वो फोटो फ्रेम में बैठ जाएगा आप सबको मेरा रिक्वेस्ट है आज नोट पेन रेडी रखना क्योंकि बहुत सारे फैक्स और फार्मूला आपको लिखने होंगे रटने होंगे ओके तो विल स्टार्ट देखिए ये जो इकोनॉमी के अलग-अलग छह पिलर्स छह टॉपिक हमें पढ़ने हैं नॉर्मली मैं पढ़ाता हूं कि मोनेटरी पॉलिसी बजट टैक्सेशन ये सीक्वेंस में जाए लेकिन य के अंदर आप जानते हैं ज्यादातर लोग क्या तीन से सा मिनट वीडियो देखेंगे उसके बाद बाजू में साइड बार में कुछ ना कुछ दिखेगा उनको मूवी का रिव्यू आ किसी रोस्ट चला ये वो दे विल गो अवे इसलिए फिर मार्केट में इमेज क्या बने कि यह मास्तर को सिर्फ उतना सीआर ो पढ़ा नहीं आता है क्योंकि वोह पॉवर्टी मेजरमेंट तक बैठा नहीं जीडीपी तक वो बैठा नहीं वीडियो देखने उसी तरह कुछ टीचर है तो बस उनको सिर्फ शेरो शायरी करना आता हो सकता है व पढ़ाते भी होंगे पर वोय पर दिखता नहीं अपने तो इस बार मैं क्या करूंगा वी विल स्टार्ट इन द रिवर्स ऑर्डर कि सबसे पहले पॉवर्टी मेजरमेंट फिर इंफ्लेशन फिर जीडीपी फिर करेंसी एक्सचेंज फिर बजट टैक्सेशन और लास्ट में मट पॉलिसी देखें मोनेट पॉलिसी ट पर मेरे बहुत सारे बार वीडियो आ चुके सो ल स्टार्ट इन द रिवर्स ऑर्डर पॉवर्टी मेजरमेंट पॉवर्टी नापे कैसे तो एक तो काउंट कर लो इंडियन आइडल में कितने एप्लीकेशन फॉर्म आए थे पर अपने को थोड़ा ऑब्जेक्टिव चाहिए तो पॉवर्टी नापने के या डेपन जितना भी अभाव है उसको नापने के तीन तरीके हो सकते हैं एक है एब्सलूट यानी निरपेक्ष जिसके अंदर वर्ल्ड बैंक की लाइन है तेंदुलकर की लाइन है यह सब हमको देखना है कुछ हो सकते हैं रिलेटिव मेथड्स दूसरों के सापेक्ष में आप कितने पीछे और तीसरा हो सकता है कंपोजिट कि आपको कुछ आठ 10 सवाल पूछे जाए या कुछ तीन चार सवाल पूछे जाए और उससे तय किया जाए कि आपके जीवन में कितना अभाव है हाउ डिप्राइव्ड यू आर लाइक मल्टी डायमेंशन पॉवर्टी इंडेक्स हो सकता है ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स हो सकता है वगैरह सो वन बाय वन वी विल सी दिस सबसे पहले और सबसे आसान हम समझेंगे यह जो एब्सलूट मेथड है और उसमें भी वर्ल्ड बैंक वर्ल्ड बैंक ने यह बोला कि एक लाइन खींचते आर्टिफिशियल लाइन खींचते हैं 2.15 पर डे मतलब एक दिवस के अंदर अगर आप 2.15 या उससे ज्यादा खर्चा करते हैं तो फिर आप गरीब नहीं है और अगर उससे कम खर्चा करते तो आप गरीब है सो दिस इज द डेफिनेशन गिवन बाय वर्ल्ड बैंक अब इधर एक और चीज हमको याद रखनी कि जो 2.15 डल है मतलब ये कैसे एक तो भाव ऐसा हो सकता है कि सपोज हम क ड का 83 है जिसको हम कहते हैं नॉमिनल एक्सचेंज रेट तो इस हिसाब से यह कुछ निकल के आ कि जो भी रफ 0 के ऊपर कुछ होना चाहिए तो जवाब है नहीं यह लोग ऐसा बोलते हैं कि ये जो नॉमिनल एक्सचेंज रेट है इसको मत गिनो एक दूसरा एक्सचेंज रेट होता है जिसको बोलते हैं परचेसिंग पावर पैरि पीपीपी वैसे बात है कि सपोज इंडिया में एक बॉल पेन ₹ का है और यूएसए के अंदर वही बॉल पेन $ का है तो हम यह कहे कि $ इक्वल ₹10 हम यह ना कहे कि $ इक्वल 83 तो ऐसा परचेसिंग पावर पैरि नाम के कांसेप्ट से भी एक्सचेंज रेट निकाल सकते हैं जो वास्तविक जीवन में नहीं होता वह एक काल्पनिक मतलब हाइपोथेटिकल कांसेप्ट है कि सपोज ड इक्वल ₹ ऐसा कुछ साल पहले ओईसीडी ने बोला था तो ऐसा जो परचेसिंग पावर पैरि वाला नंबर होगा एक्सचेंज रेट होगा उस हिसाब से आप निकालो कि क्या आप अपने देश में 2.15 या उससे ज्यादा पर जीवित है पर डे तो आप गरीब नहीं है उससे कम है तो आप गरीब है तो मैंने आपको बताया कि लिखना पड़ेगा आज रटना पड़ेगा कुछ चीजें तो सबसे पहले ये लिख दो अपने नोट पेन में वर्ल्ड बैंक पॉवर्टी लाइन क्या है 2.15 या मोर तो आप गरीब नहीं है अपने शब्दों में लिख दो हिंदी में कि गरीबी रेखा विश्व बैंक की क्या है 2.15 या उससे ज्यादा पर आप जीवित है पर डे दिवस में तो आप गरीब नहीं है अपने वर्ड्स में लिखिए आई एम गिविंग यू 20 सेकंड्स पूरा फुल सेंटेंस भी लिखना जरूरी नहीं है आपने फ्रेज में लिख दिया काफी सो वर्ल्ड बैंक सेड 2.15 पर डे या उससे ज्यादा यह एक पॉवर्टी लाइन उनकी हो गई अब इसकी यह क्या है दिस इज एब्सलूट नंबर कि नंबर तय किया उसके ऊपर या नीचे आप है तो उस हिसाब से अगर हम सोचे तो यह एवेंजर मूवी के अंदर दो स्टार जो थे कैप्टन अमेरिका उसको मूवी के लिए मिले टू 15 मिलियन डॉलर्स और ये ब्लैक विडियो को मिले 14 मिलियन डॉलर्स तो इनमें से कोई भी गरीब तो नहीं है 2.15 के हिसाब से तो एब्सलूट पॉवर्टी लाइन जो हमने समझी कि ये 2.15 नंबर उस हिसाब से नाइ दर ऑफ देम इज पुअर लेकिन रिलेटिव रूप से देखना हो सापेक्ष रूप से तो यह ऐसा हुआ कि भाई कैप्टन अमेरिका को ज्यादा पैसा मिला बैन को कम मिला सो देन व से की रिलेटिवली सापेक्ष रूप से ब्लैक विडो इ पुर देन कैप्टन अमेरिका ऐसे कांसेप्ट यूरोप में ब्रिटेन वगैरह में है हमारे लिए काम के नहीं सो ल नॉट वेस्ट टाइम तो रिलेटिव पॉवर्टी लाइन में हम लोग जा नहीं रहे तो हम वापस आते हैं एब्सलूट वर्ल्ड बैंक देखा रिलेटिव होता है पर हम उसको देख नहीं रहे अब आगे बढ़ते हैं सो एब्सलूट के अंदर हमने देखा वर्ल्ड बैंक का था अब बात करते कंपोजिट कंपोजिट में ऐसा है कि सपोज हमने लाइन बना दी कि 2.1 या उससे ज्यादा आप स्पेंड करो तो आप गरीब नहीं हो तो इसका मतलब कि बाकी ऊपर जितने लोग है दे आर नॉट पुअर लेकिन आप समझो अगर आप दिन में डलर में जिंदा है तो कोई घर में गी दूध की नदिया बह नहीं रही है तो हाउ डू यू मॉनिटर दिस इन मोर रिफाइन मैनर ज्यादा बारीक तरीके से हम कैसे उसके अभाव को डेपन को नापे तो यूएनडीपी नाम की एक संस्था वो लेकर आती है मल्टी डायमेंशन पॉवर्टी इंडेक्स एमपीआई उसमें वो लोग तीन प्रश्न तीन कैटेगरी में प्रश्न पूछते हैं पहला आपको कुछ पूछा जाए आपकी हेल्थ के बारे में फिर पूछा जाए कुछ एजुकेशन के बारे में और लास्टली कुछ पूछा जाए आपके स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग के बारे में स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग में मतलब क्या बात होगी कि घर पर आप खाना पकाते हैं तो गोबर से पकाते हो वुड कोल एलपीजी स्ट केरोसिन क्या है या फिर क्या आपके घर में ये एनिमल कार्ट बाइसिकल कंप्यूटर टीवी फ्रिज मोबाइल कुछ है कि नहीं ऐसे अलग-अलग 10 सवाल आपको पूछेंगे और फिर जरा ग्रेडेड तरीके से वो नापने की कोशिश करेंगे आप कितने गरीब है सो दैट इज य एनडीपी इज मल्टी डायमेंशन पॉवर्टी इंडेक्स तो इसे हम क्या कहे एब्सलूट नहीं बोल सकते क्योंकि एक लाइन नहीं बोला 25 यह कुछ ग्रेडेड अप्रोच दिखा रहा है इसलिए इसको हम बोलते हैं कंपोजिट टाइप ऑफ इंडिकेटर कि जिसके अंदर एक तो यह मल्टी डायमेंशन पॉवर्टी इंडेक्स दूसरा भी एक निकाल सकते हैं डेशन के लिए ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स पर आज उतना हम उसको कॉम्प्लेक्टेड मेंशन पॉवर्टी इंडेक्स इट इज नॉट एब्सलूट इट इज कंपोजिट यहां पर आपको ऐसे 10 सवाल पूछेंगे कितने गरीब हो मतलब घर पर कितना सामान है खाना कैसे पकाते हैं वगैरह अब एक बार यूपीएससी ने ऐसा प्रीलिम में पूछा किय जो यूएनडीपी और उसका यह मल्टी डायमेंशन पॉवर्टी इंडेक्स है तो उसमें वो लोग क्या नापते हैं डेप्रिसिएशन तीसरा उसने बोला बजट डेफिसिट एंड जीडीपी ग्रोथ रेट तो बजट डेफिसिट और जीडीपी ग्रोथ रेट कहां पूछा सिंपल पूछ रहा है भाई तुम अपने घर पर गोबर से खाना पकाते हो कि एलपीजी सिलेंडर से सो थर्ड स्टेटमेंट इ रंग और उस हिसाब से एलिमिनेट करो जवाब आ जाए ए ओनली वन क आपके आजकल पेयर टाइप के क्वेश्चन पूछने का जमाना है हा तो भी कोई नहीं परचेसिंग पावर पेरिट नेशनल लेवल ऐसे कोई सवाल पूछ नहीं रहा है तो वो भी हट जाएगा तो द आंसर विल बी ओनली वन ऑफ देम इ करेक्ट अभी कुछ दिन पहले टॉम क्रूज की मूवी आई थी टॉप गन मेरिक तो फिर बॉलीवुड वाला कि हमको भी टॉप गन बनाना है जिसका नाम है फाइटर तो यूएनडीपी ने अपना बनाया यूएनडीपी ने अपनी यह मल्टी डायमेंशन पॉवर्टी इंडेक्स बनाई है कि जहां पर व 10 सवाल पूछते हैं तो उसकी देखा देखी में नीति कि भाई हमको भी य करना है तो वो भी अपना लेकर आए मल्टी डायमेंशन पॉवर्टी इंडेक्स कि उसके अंदर भी व ऐसे 10 सवाल पूछेंगे तीन कैटेगरी में कि हेल्थ क्या है एजुकेशन क्या है स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग क्या है फिर यहां अलग-अलग वो आपको क्वेश्चन पूछेंगे कुकिंग फ्यूल क्या है घर पे सैनिटेशन वाटर इलेक्ट्रिसिटी हाउसिंग क्या सुविधा है वगैरह सो दैट इज आल्सो वन टाइप ऑफ कंपोजिट मेजरमेंट ऑफ डेप्रोसिस ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स वो कभी और देख लेंगे हेल्थ एजुकेशन और स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग का वो क्यूब निकाल के जवाब करता है एब्सलूट वर्ल्ड बैंक देख लिया 2.15 याद रहना चाहिए अब एब्सलूट कुछ और लाइनस ऐसी हम देखते हैं जो भारत के अंदर बनाई गई भारत के अंदर एकदम पुराने जमाने में 79 में एक बनी अलग कमेटी अलग कमेटी ने ऐसा बोला कि देखो गरीबी को हम बस एक तरीके से देखते तुमको डेली खाना मिलता है कि नहीं कि तुम गांव में रहते हो 2400 कैलोरी आपको डेली मिलता है तो फिर तुम गरीब नहीं हो तुम शहर में रहते हो और 2100 कैलरी मिलता है तो तुम गरीब मतलब अनंत अमानी गरीब नहीं है अब आप कन 2100 उधर और इधर 2400 ऐसा क्यों इक्वल होना चाहिए उसका कारण कि रूरल एरिया गांव में आप समझो रोजगार कैसे मिलेंगे खेत मजदूरी करो कोई सड़क बन रही है कंस्ट्रक्शन मैनुअल लेबर की ज पर शक्ति ज्यादा चाहिए इसलिए कैलोरी ज्यादा चाहिए इसलिए उनका कैलोरी लाइन थोड़ा ऊपर रखा एंड दिस इज अलग कमिटी तो याद रखना अलग कमेटी कैलरी 2 1400 यह भी आप नोट पेन में लिख दो पॉवर्टी एस्टिमेशन भारत के अंदर एक यह था यह बहुत पुराना है अब इसको यूज नहीं करते लेकिन फिर भी कुछ जो एग्जाम है उसमें पूछा जाता है आई गिव यू 20 सेकंड्स इसको आप लिखिए 2100 2400 अलग कमेटी थी कैलरी इंटेक्स से किया इसके बाद कुछ वर्षों बाद एक सुरेश तेंदुलकर कमेटी बनी उसने कहा कि अपार्ट फ्रॉम फूड बहुत सारी और भी चीज हमको चाहिए कपड़े चाहिए मकान चाहिए एजुकेशन तो इन सबके लिए हम पैसों के रूप में जैसा वर्ल्ड बैंक बोल रहा था दो डलर पर डे तो सुरेश तेंदुलकर ने बोला मैं पर मंथ एक एक महीने बोलूंगा कि अगर आप सिटी एरिया में रहते हो और हज रप या उससे ज्यादा खर्च करते हो तो आप गरीब नहीं हो उससे कम खर्च करते हो तो आप गरीब हो सो यू आर बिलो पॉवर्टी लाइन एंड द पॉवर्टी लाइन इ डिफाइंड एट 000 पर मंथ प्रति महीने 000 या उससे ज्यादा आप स्पेंड करते हो आप गरीब नहीं हो वरना आप बिलो पॉवर्टी लाइन हो रूरल एरिया में लाइन थोड़ी नीचे रखी वो कितनी 816 सो दैट इज तेंदुलकर तो यहां पर आप देखो ना वो आपको पूछ रहा है तुम कितना कैलोरी में खाना खाते हो कितने कपड़े आपके पास खरीदते हो ही सिंपली सेइंग कि कुल मिलाकर खर्चा कितना है 816 फॉर रूरल एरिया 1000 फॉर सिटी एरिया अब इस हिसाब से 2011 में वो गिनने बैठा कि कितने लोग गरीब है तो पता चला जितनी पॉपुलेशन है उसकी 21.9 पर या क 22 पर गरीब है तो यह भी आपको याद रखना है बहुत सारे अलग-अलग एग्जाम में बारबार इसको पूछा जाता है सो प्लीज नोट दिस डाउन अपने शब्दों में जो भी फ्रेजस में लिखना है सुरेश तेंदुलकर 000 ब्रैकेट में अर्बन रूरल में 816 और पॉपुलेशन कितनी 21.9 पर कब 2011 सो दैट इज तेंदुलकर मेथड अगेन आई गिव यू 20 सेकंड इकोनॉमी में सारे फैक्ट्स याद नहीं रखने पर कुछ ऐसी कोर चीजें जो आपको हमेशा याद रखनी चाहिए 1000 सिटी एरिया 816 रूरल एरिया सुरेश तेंदुलकर 2122 बीपीएल है कब 2011 में ल राइट सो आई वाज सेइंग दैट 816 रूरल एरिया 000 सिटी एरिया और ऐसा मंथली खर्चा करना है तो एक बार प्रश्न पूछा मंथली खर्चा करना है मंथली पर कैपिटा कंजमपट्टी चर ऐसा कांसेप्ट किसने दिया जवाब हो गया तेंदुलकर कमेटी अभी मजा देखो एसबीआई वाले बोलते हैं कि भारत के अंदर ठीक है 2011 के अंदर पॉवर्टी थी 21 1.9 पर और एसबीआई वाले अब यह बोल रहे हैं अपने रिसर्च पेपर से कि अब यह गरीबी कम होके 5 पर हो गई इन द यर 2003 और रिसर्च पेपर इनका 2024 में आया अब प्रश्न ऐसा कैसे हो गया व उनका गणित ऐसा है कि देखिए पॉवर्टी लाइन हमने रूरल एरिया में कैसे डिफाइन की 86 पर मंथ फिर उसने कहा कि ठीक है ओवर द पीरियड ऑफ टाइम 2011 से लेकर 2022 तक महंगाई भी बढी है इंफ्लेशन है इंक्रीजड तो हम इस पॉवर्टी लाइन को थोड़ा ऊपर चढ़ाते क्योंकि अब आपको मिनिमम उतना भी स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग मेंटेन करने के लिए 800 नहीं चलेगा ज्यादा खर्चा करना पड़े तो बोलने लगे ओके 00 22 1622 आप हर महीने खर्च करते हैं तो आप गरीब नहीं है उससे कम है तो आप गरीब है और फिर उसने एनएसओ का एक रिपोर्ट निकाला कि मंथली हाउसहोल्ड कंजमपट्टी चर और उस हिसाब से सब रिवर्स इंजीनियरिंग किया और बोलने लगा कि हर एक व्यक्ति रूरल एरिया के अंदर 3700 खर्चा कर रहा है तो ये तो पॉवर्टी लाइन से ऊपर हो गया ना कि 00 खर्चा करो या उससे ज्यादा तो आप गरीब नहीं है और यह सब तो 3700 खर्च कर रहे हैं तो मतलब कोई गरीब नहीं है सिर्फ 5 पर जनता गरीब है ऐसा एसबीआई रिसर्च पेपर बोलता है हाउ एवर इससे अपनी एग्जाम में कोई काम का है नहीं क्योंकि यह कोई ऑथेंटिक जैसे कि नीति आयोग बोल दे या इकोनॉमिक सर्वे बोल दे या वर्ल्ड बैंक बोल दे तब बात मानने की बात है बट यस ऐसी भी कैलकुलेशन लोग करते हैं सो दैट इज पॉवर्टी लेवल फॉलन बिलो 5 पर वो हिसाब से बोल है तेंदुलकर की जो लाइन थी उसको एक्स्ट्रापोलेटिव ऑफ प्राइस लेवल ऑफ इन्फ्लेशन इज नॉट सेम एवरी वेयर मैं अभी आया प्लेन लेट था फिर मैं उतरा फिर एक उपी रेस्टोरेंट में गया तो इधर 0 में इडली सांबार मिल गया गुजरात के अंदर 120 या 150 से में मिलता नहीं मतलब उसी लेवल का रेस्टोरेंट आप देखो तो इसका मतलब कि दिल्ली में अगर किसी को इडली सांभर खाके अपनी लाइफ स्टाइल मेंटेन करनी है तो 80 र चाहिए गुजरात में उसको 0 चाहिए तो मतलब अगर दोनों ही हम माने गरीब है तो भी उसको इतना ही गरीब रहने के लिए भी ज्यादा पैसा चाहिए तो यानी कि वी हैव टू चेंज द पॉवर्टी लाइन फॉर एवरी स्टेट हर राज्य की प्राइस लेवल या इंफ्लेशन महंगाई के हिसाब से आपने उसको एडजस्ट करना चाहिए फॉर एग्जांपल हम जो यह बोल रहे हैं कि ऑल इंडिया लेवल पर सीटी ए में हमने लाइन को डिफाइन किया 000 में लेकिन महाराष्ट्र में फिर उन्होंने लाइन को डिफाइन किया नहीं उधर ₹ 26 चाहिए यह नंबर याद नहीं रखना बस आप कांसेप्ट समझो कि उतना ही लाइफस्टाइल मेंटेन करने के लिए महाराष्ट्र में आपको थोड़ा ज्यादा पैसा खर्चा करना पड़े उसी तरह मणिपुर के केस में ये थोड़ा फंट का इधर दिक्कत आ गया है 1170 खर्च करना पड़े क्योंकि आप जानते हैं मणिपुर के अंदर हाईवे बंद ब्लॉकेड ये सब के चलते पेट्रोल डीजल फूड एलपीजी सिलेंडर टाइम पे नहीं पहुंचता हर चीज महंगी होती है तो उसको उतना ही लाइफ स्टाइल मेंटेन करने 1000 नहीं 170 चाहिए उड़ीसा में आप पाएंगे कि कम है उड़ीसा में सिटी एरिया में आप अगर 861 भी खर्चा करते हैं महीने में तो यू आर नॉट अ पुअर पर्सन मतलब क्या कि वहां पर चीजें सस्ती होंगी लेकिन फिर भी आप पाएंगे कि वहां पर 33 पर पॉपुलेशन बिलो पावर्टी लाइन मतलब उनके पास उतने भी पैसे नहीं है उनकी 33 पर पॉपुलेशन के पास कि महीने में इतना खर्च कर सके खैर हमने सारे नंबर याद नहीं रखने हमने समझना क्या था कि इन गिवन ईयर हर राज्य के अंदर ऑफिशियल पॉवर्टी लाइन आर हायर इन सम स्टेट देन द अदर्स जैसे हमने देखा कि सपोज उड़ीसा में 800 र था और मणिपुर में जो भी 00 रप था तो इसका क्या कारण है पॉवर्टी रेट्स वेराई फ्रॉम स्टेट टू स्टेट नहीं प्राइस लेवल्स वेराई फ्रॉम स्टेट टू स्टेट प्राइस लेवल मतलब क्या इन्फ्लेशन महंगाई महंगाई से आपको एडजस्ट करना पड़े इसलिए हर अलग अलग होती है हा तो यह भी अपने नोट पेन में आप लिखो कि इन डिफरेंट स्टेट्स द पॉवर्टी लाइन इ डिफरेंट बिकॉज ऑफ प्राइस लेवल स्लश इंफ्लेशन हर राज्य में गरीबी रेखा अलग हो सकती है क्योंकि महंगाई या कीमतों का स्तर अलग-अलग हो सकता है एक बार पूछा था इन्होंने आई गव य जो भी 10 20 सेकंड में अपने शब्दों में लिख दो हर स्टेट में लाइन अलग होती है क्योंकि हर स्टेट में महंगाई अलग होती यह चीज मुझको भी नहीं पता थी जब तक इन्होंने पूछा नहीं 2019 में क्योंकि नॉर्मल बुक्स के अंदर इतनी गहराई से बात है नहीं यह पूछे फिर हम देखने जाए नेट पे और उसका पूरा प्लानिंग कमीशन के जमाने के रिपोर्ट्स हम पढ़े जो भी तेंदुलकर रिपोर्ट ने कहा था देन वी रिलाइज दिस इसलिए हमेशा प्रीवियस क्वेश्चंस देखने चाहिए एक दो साल के नहीं 5 साल के नहीं 10 15 साल के आपको देखने चाहिए और भी ज्यादा देखो तो और अच्छा है समझो यह पूरा रूम में डार्कनेस होती और मैं एक ट्यूबलाइट चालू करता मुझे इतना दिखाई देता सो दैट वाज कि मैंने ये बेसिक बुक जो भी एनसीआरटी या बजट इकोनॉमिक्स सर्वे न्यूज़पेपर देखे पर जो प्रोफेसर जो पेपर सेट करर है वो तो पूरा इकोनॉमिक्स पढ़ के आया होगा तो उसको और क्या-क्या मालूम है वह हमको नहीं मालूम तो एक दो और लाइट्स हमको चालू करनी पड़े वो कब चालू होती है जब आप पी वाई क्यू देखते हैं और ये इकोनॉमी ऐसा सब्जेक्ट इट इज नॉट लाइक हिस्ट्री कि हर साल जैनिज्म बुद्धिज्म का मतलब कि कुछ ना कुछ पूछते ही रहे ये ऐसी चीज हैय एक बार पूछा अभी पा साल तक फिर नहीं पूछे फिर एक बार पूछे कोचिंग वालों की एक दिक्कत यह होती है कि वह अपनी गलती या खामी मानते नहीं कि हां भाई मुझे नहीं पता था इन्होंने पूछा लेकिन अब मैं इसको अपडेट करूंगा वो आप पे थोप देते कि तुमको सपना आ जाना चाहिए था कि ऐसा ही होने वाला है एंड यूपीएससी टेस्टिंग आई क्यू नहीं क्यू तो पर मैं उसमें मानता नहीं नहीं पता है ठीक है हम भी अपडेट करें आपको भी भी कई चीजें नहीं पता आप भी अपडेट करें सो गो थ्रू द प्रीवियस क्वेश्चंस मॉक टेस्ट मॉक टेस्ट के पीछे आप भागते हैं वो सब चीजें सेकेंडरी है सिलेबस या चैप्टर खत्म होने के बाद फर्स्ट चिंग क्या करनी चाहिए पी वाई क्यू देखना चाहिए अभी ये जो पॉवर्टी लाइन बनाई ये भी ठीक है अब एक नया चीज आता है सोशो इकोनॉमिक का सेंसस सोशो इकोनॉमिक का सेंसस थोड़ा अलग है कि वो एक नंबर पे आपको रुक नहीं देता कि 000 एंड यू आर नॉट पुअर वो तीन टाइप में आपको डिवाइड करता है रूरल एरिया की हम बात करें उसका सर्वे आपको आप पूछे आप आकर आपको पूछे क्या तुम डायरेक्ट टैक्स भरते हो जैसे इनकम टैक्स आपका यहां भरता हूं क्या आपके पास सिंचाई वाली जमीन है डू यू ओन इरिगेटेड लैंड आपका यहां है घर में गाड़ी है वकल है फ्रिज है लैंडलाइन है 10000 या उससे ज्यादा कमाते हो घर में किसी के पास गवर्नमेंट जॉब है अगर कोई एक भी जवाब में आप टिक कर दोगे तो सोशियो इकोनॉमिक कास्ट सेंसस में आपको वो डाटा एंट्री करेंगे और फिर आपके घर को कैसा लिखेंगे ऑटोमेटिक एक्सक्लूडेड अपने आप निकाल दिया कहां से निकाल दिया तो सरकारी योजनाओं से फॉर एग्जांपल एक स्कीम है प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना पा लाख का हेल्थ इंश्योरेंस तो व आपको नहीं देंगे कि भाई तुम गरीब नहीं हो तो भारत के अंदर रूरल एरिया में करीब 39 पर हाउसहोल्ड कुछ ऐसे थे कि वह ऑटोमेटिक एक्सक्लूडेड और य सोश इकोनॉमिक का सेंसस ऐसा 2011 में इन्होने किया य एक बात हुई अभी इस उसके बाद कुछ ऐसे फैमिलीज है कि जिनको वो ऑटोमेटिक इंक्लूडेड कि उनको सीधा ही सभी स्कीम के अंदर एनरोल कर देंगे फॉर एग्जांपल ऐसा हास होल्ड की जिसके पास घर नहीं है ऐसी फैमिली डेस्टिट्यूट मतलब जो भीख मांग के जीते हैं मैनुअल के अवेंजर्स पार्टिकुलरली वल्नरेबल ट्राइबल ग्रुप्स जैसे वो जरावा शंपन अनमा निकोबार लक्षद्वीप वगैरह में पाए जाते हैं लीगली रिलीज बांडेड लेबरर्स बंधुआ मजदूर सपोज इट की भटी वगैरह में बाप दादा ने कोई पैसा उधारी में लिया और उसके बच्चों को गुलाम बनाक वो मालिक काम कराता ऐसी जो फैमिलीज है तो इनको ऑटोमेटिक इंक्लूडेड इन गवर्नमेंट स्कीम्स फॉर एग्जांपल प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना 5 लाख काती प्रधानमंत्री आवास योजना में जो भी 1.2 . 60 लाख र गांव में देंगे मकान बनाने के लिए वगैरह तो वह इस तरफ आ गए कि इनको सबको इंक्लूड कर दिया अब कुछ लोग बीच में होंगे लोअर मिडल क्लास टाइप कि ना तो वह इतने अमीर है ना एकदम इतने गरीब है तो उन सब मिडल वालों को वो सेवन पॉइंट्स पर क्लासिफाई करेंगे उनको सात सवाल पूछेंगे भाई आपका मकान कैसा है कच्चा है कि पक्का है घर में कितने एडल्ट मेंबर्स है कोई लिटरेट है कि नहीं पढ़ा लिखा है कि नहीं घर का मुखिया फीमेल है कि मेल है फीमेल हेड का मतलब क्या वो विधवा होगी घर में पुरुष कम है या नहीं है तो मोर प्रॉब्लम्स क्या सब लोग पीएच फिजिकली हैंडीकैप या चैलेंज है एससी एसटी परिवार है लैंडलेस हाउसहोल्ड है तो ऐसे आपको सात सवाल पूछेंगे सपोज दिस टू मेमन आर आस्क दिस सेवन क्वेश्चन इसमें यह बहन बोले कि ये जो भी सेवन क्वेश्चन थे आउट ऑफ देम मेरे फोर क्वेश्चन में स्टिक है या कि मैं उसमें डिप्राइव और यह बन कि यह क्वेश्चन के अंदर थ्री क्वेश्चन में मैं ी आउट ऑफ सेवन क्वेश्चन में मैं डिप्राइव तो फिर गवर्नमेंट क्या करेगी कि सबसे पहले ऑटोमेटिक इंक्लूडेड वालों को पैसा देगी उनकी सपोज गवर्नमेंट को प्रधानमंत्री आवास योजना में गांव के अंदर 100 हाउस कंस्ट्रक्ट करने उतना उनके पास फंडिंग है तो सबसे पहले यह जितने ऑटोमेटिक इंक्लूडेड वाले सपोज य 90 थे तो इनको पहले पैसा देंगे फिर जो 10 आए ये इनको जाएंगे इस भी फर्स्ट प्रायोरिटी किसको जाएगी यह बहन को क्योंकि इसके पास ज्यादा डेप्रोसिस संसस यह कोई पॉवर्टी लाइन नहीं है यह कोई गरीबी रेखा नहीं है इट इज यूज्ड फॉर फाइंडिंग बेनिफिशियरी फॉर द गवर्नमेंट स्कीम्स हा तो यह भी हेडिंग लिख दो अपने शब्दों में सोश इकोनॉमिक का सेंसस नीचे तीन एरो मार के फर्क बना दो ये तीन चीज होती है सब लिखने की जरूरत नहीं वो आप समझ ऑटोमेटिक इंक्लूडेड एक्सक्लूडेड और बीच में सेवन पॉइंट्स के डेपन वाले एक स्कीम का नाम लिख दो प्रधानमंत्री जन आरोग योना पा लाख का हेल्थ इंश्योरेंस एंड देन यू विल हैव द आईडिया क्वेश्चन ही ऐसे बनाए ना इफ यू आर पेइंग डायरेक्ट टैक्सेस मतलब समझो भारत के अंदर 7 लाख रुप तक तो एनुअल इनकम प डायरेक्ट टैक्स भरना नहीं इनकम टैक्स तो मालदार पार्टी हो गया ना इसलिए अब यह जो सोश इकोनॉमिक कास्ट सेंसस है इसमें आरोप क्या लगता है कि बहुत सारे लोग जो असल में मालदार पार्टी है पर वो कहे नहीं हम तो बहुत गरीब है वो अपनी एसेट्स को छुपाते हैं क्योंकि यहां पर क्वेश्चन कैसे भाई तुम्हारे पास इरिगेटेड लैंड है कि नहीं हाउस व्हीकल है कि नहीं 10000 से वो दे विल हाइड इट तो बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो उनको लद दे आर एलिजिबल दे आर गेटिंग बेनिफिट तो इसलिए कोई नया सेंसस होना चाहिए कास्ट सेंसस होना चाहिए यह व बहुत सारी कंट्रोवर्सी चलते रहती है र आज हमें सिर्फ बेसिक स्वाद लेना था तो हमने कुछ चीजों की बात करी सो दैट वाज इकोनॉमी का पिलर सिक्स ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट पॉवर्टी हेल्थ एजुकेशन यह सब और उसमें मैंने सिर्फ आपको एक बेसिक बताया पॉवर्टी मेजरमेंट कैसे होता है अब इसके आगे और क्या क्या बातें हो सकती है प्रीलिम के लिए कि अलग-अलग गवर्नमेंट स्कीम कौन सी है जैसे मनरेगा स्कीम गांव वालों को 100 दिन का रोजगार देंगे दन दयाल योजना ड नेशनल रूरल लाइवलीहुड मिशन उसके अंदर भी अभी बोला लखपति दीदी की जो महिलाएं गांव की उनको सेल्फ हेल्प ग्रुप में बिठाए एक एक लाख रुप हर साल कमाए न करोड़ महिलाओं को यह सब करेंगे ऐसी नए बजट में बात हुई से लेकर छोटी मोटी बहुत सारी स्कीम है सो दैट इज फॉर प्रीलिम्स मेंस में क्या हो सकता है मेंस में यूजुअली वो प्रश्न ऐसे पूछते हैं कि अच्छा इतनी सारी स्कीम है तो भारत में लोग गरीब क्यों है या व्हाट मोर वी कैन डू इसके आगे पीछे बातें होती है सो दैट इज पॉवर्टी मेजरमेंट अभी उसके आगे बढ़ते हैं पिलर फाइव इंफ्रास्ट्रक्चर इंफ्रास्ट्रक्चर के अंदर से हम कोई भी एसेंशियल टॉपिक या कांसेप्ट आज नहीं समझ रहे उसका कारण यह है कि अगर आप ओवर द पीरियड ऑफ टाइम प्रीवियस ईयर्स का एनालिसिस करें मुश्किल से एक दो सवाल आते हैं और वो भी हिट एंड मिस टाइप के होते हैं मतलब उसको जाना नहीं जाना ऑफकोर्स यू हैव टाइम यू शुड प्रिपेयर इट पर आज अगर मुझे टाइम लिमिट में या ये कहा जाए ये तुम्हारी जिंदगी का आखिरी लेक्चर है तो तुम कौन से पांच छह चीजें पढ़ाना चाहोगे तो इट इज नॉट समथिंग आई वुड लाइक टू स्पेंड माय टाइम ऑन तो इसको एक तरफ रखते हैं अब हम रिवर्स गियर में और पीछे चलते हैं दैट इज पिलर फोर पिलर फोर के अंदर हम देखते हैं सेक्टर्स ऑफ इकोनॉमी एग्रीकल्चर मैन्युफैक्चरिंग सर्विस सेक्टर जीडीपी इंफ्लेशन मैक्रो इकोनॉमिक इंडिकेटर्स तो दो चीज अभी हमको पढ़नी है एक के इंफ्लेशन और उससे पहले उसके बाद हम पढ़ेंगे जीडीपी सो नाउ टू थिंग्स वी विल स्टडी वन इज इंफ्लेशन एंड देन जीडीपी इंफ्लेशन आप यहां पर महंगाई इसमें क्या है पर इसमें भी आप देखिए आजकल काफी सारे सवाल वो पूछते हैं खासकर हाउ इट इज मेजर्ड कैसे महंगाई को नापा जाता है उसके बारे में प्रश्न पूछते हैं थोड़ी हमें समझ होनी चाहिए सपोज मैं अपना पैसा एक्सिस बैंक में डिपॉजिट करू 00 2020 के अंदर और यह लोग बोले कि तुमको 4 पर सेविंग इंटरेस्ट हम देते हैं एनुअली तो 2021 में मेरा टोटल बैलेंस हो जाएगा 104 तो यह जो मेरे पास पैसा अमले हुआ उसकी स्पीड क्या है तो ये छोटा सा हिरन है च इज रनिंग एट स्पीड ऑफ 4 पर या 4 किलोमीटर पर आवर तो इसको हम बोलते हैं नॉमिनल इंटरेस्ट नॉमिनल इंटरेस्ट कि जो आपको असल में बैंक दे रहा है या आपने जो भी शेयर मार्केट में डाला है बॉन्ड खरीदा कुछ भी नाउ सपोज इन द सेम टाइम फ्रेम 2020 के अंदर ओनियन का प्राइस चल रहा था 20 पर किलोग्राम मेरे पास 100 थे 20 का एक किलो नियन आता है तो 20 टास 5 इक्व 100 तो 2020 में मैं 5 किलो नियन खरीद सकता यूजिंग द ₹ यह मेरा परचेसिंग पावर था 2020 में लेकिन मैंने कहा नहीं मैं तो पैसा सेव करूंगा मैंने पैसा सेव किया लेकिन इस सेम टाइम फ्रेम में जब एक साल में मेरा पैसा 100 से बढ़कर 104 हुआ उसी दौरान नियन की महंगाई बढ़ गई कि वो ₹ की जगह ₹ 6 पर किलोग्राम हो गया विदन वन ईयर तो इन्फ्लेशन अगर नापना जाओ शायद होगा 30 पर तो यह जो लायन है वह भाग रहा है उसकी स्पीड 30 पर या 30 किलोमीटर पर आवर है तो स्वाभाविक है अपना जो ये हिरन है वो तो 4 किलोमीटर से भाग रहा है लाइन 30 किलोमीटर से भाग उसको खा जाएगा इन व्हाट सेंस कि अगर 2021 में मेरे पास जो 04 आ गए और मैं आपको बहुत बड़ा मालदार पार्टी समझू तो असल में ऑयन भी तो महंगा हो गया ₹ 6 तो हाउ मच आई कैन परचेस तो वैसी बात हो 04 / 26 यह करीब आएगा 4 किग्रा 4 किग्रा इसका मतलब कि 2020 में मैं 5 किलो खरीद सकता था 00 में 2021 में मैं 4 किलो खरीद सकता हूं 104 सो आई एम एट लॉस मेरा नुकसान हुआ है इसको मैथमेटिकली कैसे एक्सप्रेस करें तो इसका कांसेप्ट होता है रियल इंटरेस्ट रेट वास्तविक ब्याज वास्तविक ब्याज ऐसा है कि आपको जितना नॉमिनल मिल रहा है कितना चार उसमें से जो इंफ्लेशन है कितना 30 उसको आप माइनस करो तो 4 माइ 30 जवाब आ माइ 26 तो जब भी माइनस में जवाब आए तो याद रखना है कि आपका नुकसान हो रहा है आपका परचेसिंग पावर कम होगा उस जो भी आप चीज में इन्वेस्ट कर रहे हो अब स्वाभाविक यहां अपना नुकसान हो गया कि 30 पर की स्पीड से यह इंफ्लेशन यानी महंगाई भाग रही थी और अपना जो बैंक का सेविंग था वो 4 पर की स्लो स्पीड से जा रहा था तो दोनों का डिफरेंस जो नेगेटिव में माइन 26 आया तो इस सेड इमोजी है क्योंकि मेरा नुकसान हुआ इंस्टेड ऑफ 5 किलोग्राम आई कैन बाय ओनली 4 किलोग्राम ऑफ नियन तो मेरे पास विकल्प क्या है व्हाट इज द अल्टरनेटिव मुझे किसी और एसेट में इन्वेस्ट करना चाहिए जो इंफ्लेशन से ज्यादा तेजी से ग्रो करती हो कि अगर इंफ्लेशन 30 पर है और अगर हम देखें कि जो भी सोने का पहले 40000 था अभी 60000 70000 कुछ चढ़ गया एंड सपोज वो रेट है 35 पर तो फिर हो सकता है कि नाउ वी आर सेव्ड क्योंकि वो ऐसी सिचुएशन होगी कि महंगाई भागेगी लेकिन आपके पास जो पैसा है उससे ज्यादा स्पीड से ग्रो करेगा इधर आप डिफरेंस निकालो - 30 प्लस 35 तो जब प् 5 पर आएगा दैट मींस योर परचेसिंग पावर विल इंक्रीज तो यह कांसेप्ट है रियल इंटरेस्ट रेट अब लोग कहेंगे तो बराबर है बैंक में पैसा डालने में मजा नहीं है हमें गोल्ड में इन्वेस्ट करना चाहिए या कोई ऐसी चीज जो ऐसे तेजी से ग्रो कर रहे हो जैसे बिटकॉइन है या कुछ और अब इसमें तकलीफ क्या आगी इफ यू इन्वेस्ट टू मच इन गोल्ड सोना बहुत आप खरीदेंगे तो भारत में इतने अपने पास माइंस है नहीं हमें बाहर से आयात करना पड़ेगा इंपोर्ट बढ़ जाएगी इंपोर्ट बढ़ेगी तो करंट अकाउंट डेफिसिट बढ़ेगी वो क्या है वो आज समझेंगे थोड़े टॉपिक्स पढ़ने के बाद जब भी करंट अकाउंट डेफिसिट बढ़ती है तो अपना रुपया कमजोर हो जाए कि पहले एक डॉलर खरीदने के लिए आपको 75 देने पड़े अभी एक डॉलर खरीदने के लिए 83 देने पड़े और उसके चलते क्या होगा बाहर से आप जितना भी क्रूड ऑयल फर्टिलाइजर मेडिसिन अलग-अलग चीजें मंगाते हैं वो सब महंगा हो जाएगा तो बाकी चीजें और महंगी हो जाएंगी तो ये कैंसर जैसा स्प्रेड हो जाता है एक और बड़ी चीज लेकिन वह समझने से पहले पहले आप इतनी फार्मूला लिख दो लेट मी इरेज दिस नॉमिनल इंटरेस्ट माइनस इंफ्लेशन इक्वल रियल इंटरेस्ट और बाकी जो आपको उससे परचेसिंग पवर कम होता है अपने शब्दों में लिख दो आई गिव यू 20 सेकंड्स नॉमिनल इंटरेस्ट माइनस इंफ्लेशन इक्वल रियल इंटरेस्ट भी कुछ लिख लो याद रखना तो चार है 30 है 26 है ओके और उसके चलते क्या प्रॉब्लम बाकी तो सब दिमाग में बैठ गया जो चीज दिमाग में बैठ जाए उसको लिखने नहीं बैठना चाहिए अब आप समझो नाउ स्टार्ट प्रॉब्लम मैंने बैंक में पैसा डिपॉजिट किया र उसका क्या हुआ होगा बैंकर ने किसी को लोन में दिया होगा सपोज विजय माल्या को दिया एंड सपोज पैसों का कांसेप्ट नहीं है बार्टर इकोनॉमी है कि आप वस्तुओं के रूप में लेनदेन करते हैं तो ऐसा समझो कि मेरे पास 5 किलो नियन थे और मैंने बैंक में डिपॉजिट किए और बैंक वालों नेने वो पाच किलो ओनियन इसको दे दिए कि एक साल बाद वापस कर देना और मान लो यह भाग नहीं जाए यह कायदे से अपना लोन वापस चुका के जाए तो भी तकलीफ होगी क्योंकि आफ्टर वन ईयर व्ट ही विल रिटर्न वो हमको सिर्फ 4 किलो ही वापस करेगा ना क्योंकि वही तो हुआ मैंने डिपॉजिट किया 100 मैंने डिपॉजिट किया 100 ठीक है इसने उसपे प्रिंसिपल इंटरेस्ट के साथ अगर वो 104 भी रिटर्न कर दे तो ओनियन किलोग्राम के हिसाब से तो मेरे पास 4 किलो ही वापस आए ये ऐसी बात है कि आपका एक नेबर था पड़ोसी आपने उसको 5 किलो दिया था शुगर या ओनियन और वो आपको रिटर्न करता है 4 किलो आफ्टर वन ईयर तो यू आर एट अ लॉस तो हमेशा इन्फ्लेशन के अंदर आप समझो किसका फायदा हो रहा है जो डिपॉजिट कर रहा है पैसा उसका फायदा नहीं हो रहा है जो बोरो कर रहा है उसका फायदा है या फिर जो बॉन्ड इशू कर रहा है जिसने बॉन्ड इशू किया और उसके बाद महंगाई बढ़ गई और फिर वह आपको प्रिंसिपल एंड इंटरेस्ट रिटर्न कर रहा है तो भी यू आर एट अ लॉस और इकोनॉमी में यह सब यूजुअली टू सम गेम होता है कि आपका नुकसान है तो किसी का फायदा है शेयर मार्केट में अगर आप पैसा कमा रहे तो इसका मतलब किसी ने पैसा डुब होगा सो ही इज हैप्पी आप तो यह भी लिख दो आप कि इंफ्लेशन हेल्प्स द बरो महंगाई जो उधारी लेता है कर्जा लेता है उसको उसमें मदद आता है शर्त है कि उसने उधार लिया उस वक्त महंगाई कम होनी चाहिए और वापस करे तब तक बढ़ जानी चाहिए देन दिस सिचुएशन विल कम इंफ्लेशन हेल्प्स या बेनिफिट्स द बोवर या बन्श फिर बाकी सबका नुकसान है वो आप समझ सकते हैं इसलिए मैंने यहां पर नीचे देखिए इसका हैप्पी इमोजी है और मेरी साइड पर इसका सेड इमोज है क्योंकि मुझे 4 किलो ही वापस हुआ जबकि ये 5 किलो अनियन मुझसे लेके गया था अपने शब्दों में लिख दो आपको जो समझ आए इंफ्लेशन हेल्प्स द बोअर जरूरत हो तो दो चेहरे बना दो एक तरफ ये एक तरफ एक तरफ 5 केजी एक तरफ 4 केजी रिटर्न हुआ इंफ्लेशन हेल्प्स द बर्स तो यानी कि इन्फ्लेशन हर्ट द डिपॉजिटर्स एंड लेंडर्स अब आगे बढ़ते हैं हाउ ड यू मेजर दिस इलेशन मेगा को कैसे नापो ये बोलते हैं 4 पर इलेशन परसेंट है कैसे नापो ग सपोज हम एक बास्केट लेते हैं और ये बास्केट के अंदर मैं तीन चीज भरता हूं एप्पल जिसका भाव है ₹1 बन बटा जिसका भाव है ₹1 और चप्पल सी जिसका भाव है ₹1 और इन तीन का एवरेज निकालो तो क्या है 100 100 प् 100 प् 100 तीन ऑब्जर्वेशन है डिवाइड बा 3 300 डिवाइड बा 3 जवाब आएगा 100 तो मैं क्या ऐसा बोल सकता हूं कि सपोज 2012 के अंदर द लेवल ऑफ प्राइस इज ₹ लेवल ऑफ इंफ्लेशन इसके हिसाब से हम निकाले जवाब है नहीं यह रैशनल नहीं है क्योंकि एप्ल सपोज आप डेली खरीद रहे हैं या डेली या वीकली बेसिस पर खरीद रहे हैं बन बटा हो सकता है आप हर महीने में एक बार खरीद रहे हैं और चप्पल हो सकता है दो साल में एक बार खरीद रहे हैं तो आप तीनों चीजों को सेम फ्रीक्वेंसी में नहीं बाय कर रहे हैं तो अगर चप्पल महंगे हो गए तो आप रोज उसके लिए परेशान नहीं होंगे पर एप्पल या कोई और बेसिक चीज जैसे नियन या मिल्क या वेजिटेबल महंगे होते हैं इट हर्ट्स अस मोर तो अगर इंफ्लेशन को मेजर करना है तो ऐसा सिंपल एवरेज या सिंपल एरिथ मेे िक मीन नहीं होना चाहिए हमें उसको कुछ वेट असाइन करना पड़े भारा अक और वो वेट ऐसे असाइन करना चाहिए कि उस चीज को हम कितना फ्रीक्वेंसी चप्पल सपोज वन टाइम्स वेट अब ऐसा वेट एवरेज होता है उसमें क्या जितना वेट है तो नीचे उतने ही वजन से डिवाइड करना पड़ वजन कितना है 3 प् 2 5 प्व 6 तो 3a प् 2 बी प् 1c डिवा बा 6 ऐसा कुछ करूं और फिर उसमें जो भी प्राइस आ रहे उसी हिसाब से सपोज नंबर मुझे मिले 100 तो मैं कहू ओके इस नंबर को मैं एवरी मंथ मॉनिटर करूंगा और फिर मैं महंगाई को नापू तो हमेशा जो महंगाई नापी जाती है चाहे कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स है होलसेल प्राइस इंडेक्स है वी ऑलवेज असाइन वेट्स टू द कमोडिटीज और वो वेट कैसे असाइन करते डिपेंड करता है कि उसको कितना फ्रीक्वेंसी करते हैं कंज्यूम करते हैं अब आपका यह तो बराबर है पर इससे महंगाई कैसे पता चलेगी तो सपोज यर वन या बेस यर जो कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के लिए 2012 उसमें यह बास्केट का भाव कितना है र जो भी हमने सपोज य 3a प् 2 बी प्व डिवा बा 6 आंसर 100 फिर आपने हर साल हर महीने इसको मॉनिटर करना है आ जाओ बन पीछे यर टू में सपोज य भाव बढ़ हो गया 110 तो आप कहेंगे कितनी महंगाई बढ़ी है 100 से 110 10 पर महंगाई बढी यर थ में ये भाव और बढ़ के ये पूरा बास्केट जो था जिसमें हमने सब प्राइस डाले 3a प् 2 बी प् 1c डिवाइड बा 3 और ये सब करके जवाब आया सपोज 121 तो यर 3 का अपना इंडेक्स नंबर आया अब प्रश्न होता है महंगाई कितनी है कुछ लोग यह कहेंगे देखो 100 से लेके 121 हुआ यानी की इंफ्लेशन होना चाहिए 21 पर जवाब है नहीं जो इंफ्लेशन है उसको यर यर बेसिस पर नापा जाता है साल दर साल नापते हैं यर ऑन यर तो अगर आपको यर थ के अंदर 121 हो गया अपना इंडेक्स नंबर और आपको कहना है कि इन्फ्लेशन कितने परसेंटेज बड़ा है तो आपने प्रीवियस ईयर से कंपेयर करना पड़े मतलब कितना 110 से सो यू हैव टू कैलकुलेट कि 110 के मुकाबले 121 कितना बड़ा है तो यर थ का इंफ्लेशन ग्रोथ कैसे होता है व मतलब जैसे परसेंटेज गिनते हैं इस तरह से कि 110 था बेस में और उसके सामने 121 माइन टाइम 100 करो और फिर इसका भी जवाब आएगा करीब 10 पर तो आप कहेंगे ओके यर ्र में भी पिछले साल के मुकाबले 10 पर और महंगाई बढ़ी है सो इंफ्लेशन इ काउंटेड ऑन यर ऑन ईयर बेसिस अब इधर से एक बार झटका लगे ऐसा अभी अभी प्रश्न है यूपीएससी में देखिए फर्स्ट स्टेटमेंट तो इजी हैय जो प्राइस इंडेक्स है इट कैपचर्स द चेंज इन द एवरेज प्राइस ऑफ कांस्टेंट बास्केट ऑफ कमोडिटी बराबर है एपल बन बटा चप्पल लिया हर साल कर कांस्टेंट बास्केट ऑफ कमोडिटी है और उसका एवरेज प्राइस निकाल रहे वेड एवरेज है ओके सेकंड स्टेटमेंट क्या बोलता है कि अगर यह नंबर होते हैं 100 110 एंड 121 तो फिर इसका मतलब कि इंफ्लेशन यहां पर 10 पर और यहां पर 21 पर है जो कि गलत है मैंने आपको बताया क्योंकि यह भी 10 पर ही आएगा कंपेरर टू प्रीवियस र हम बेस यर के साथ उसको नहीं कैलकुलेट मतलब कंपेयर कर रहे तो यानी सेकंड स्टेटमेंट इज रंग यह क्रेजी इसलिए कि बेसिक कांसेप्ट तो ठीक है इतना किसी को पता भी हो कि यर ऑन ईयर नाप रहे हैं लेकिन असल में अपना जवाब सही है कि नहीं 21 है या कितना यह भी कैलकुलेट करना प मतलब मैथ्स या सीसेट का ज्ञान आपको जीएस में पूछ रहे हैं और यह तो सीडीएस एग्जाम में यूपीएससी ने किया है लेकिन इससे पहले उल्टा हो चुका है कि सीसेट की आप एक आईएएस का प्रीलिम का पेपर उसमें डाटा इंटरप्रिटेशन ऐसा पूछा कि आपको समझ होनी चाहिए कि मोनेटरी पॉलिसी में सीआरआर से क्या असर होता है तब आप उसको कैलकुलेट कर पाए तो पेपर टू में पेपर वन का ज्ञान पूछे ऐसा उनका चल रहा है बीच-बीच में ऐसे भी ट्रेंड दे विल आस्क य की एक एक कमोडिटी को कितना वेट असाइन किया उसको भी हम समझते हैं देखि मेजर हम इकॉनमी में इन्फ्लेशन को नापते हैं दो तरीके से होलसेल प्राइस इंडेक्स एंड कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स दोनों में फर्क क्या है फर्क यह है कि होलसेल प्राइस इंडेक्स में हम बेसिक प्राइस या मूल कीमत देखते हैं कि सपोज एक मोबाइल का भाव 10000 है तो हम सिर्फ 10000 ही लिखेंगे उस पर जीएसटी कितना चढ़ा वो फाइनल प्राइस हम नहीं लिखते लेकिन जो कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स होता है तो के पॉइंट ऑफ व्यू से सोचा जाता है तो वो मोबाइल खरीदेगा तो 10000 भाव भी है उस पर 18 पर जीएसटी भी है तो जब कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के अंदर डेटा एंट्री होती है उसकी एक्सेल फाइल में तो वह करते हैं प्राइस प्लस जीएसटी एंड अदर इनडायरेक्ट टैक्सेस तो एक पहला फर्क हुआ दूसरा जो डब्ल्यू पीआई है उसमें सिर्फ और सिर्फ फिजिकल गुड्स वस्तुओं को नापा जाता है कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स है कि जिसके अंदर गुड्स एंड सर्विसेस दोनों के प्राइस को मॉनिटर किया जाता है सर्विसेस जैसे कि एजुकेशन मेडिकल केयर एंटरटेनमेंट सिनेमा ये सबको वो काउंट करते हैं डब्ल्यू पीआई में वो काउंट नहीं करते तीसरा इनको कैलकुलेट कौन करता है तो डब्ल्यूपी आई को कैलकुलेट करता है इकोनॉमिक एडवाइजर टू डीपीआईआईटी मतलब कॉमर्स मिनिस्ट्री के नीचे डिपार्टमेंट उसके नीचे एक इकोनॉमिक एडवाइजर सीपीआई का सारा काम ये एनएसओ और उसके ऊपर मिनिस्ट्री है मोस पी मिनिस्ट्री ऑफ स्टेटिस्टिक्स एंड प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन यह लोग करते हैं अब यह जो बात है डब्ल्यू पीआई की जिसमें हम लोग गुड्स यानी फिजिकल वस्तुओं को ही नापते हैं उसके अंदर भी सारे जो प्रोडक्ट है उसको तीन ग्रुप में क्लासिफाई करते कि फ्यूल एंड पावर प्राइमरी आर्टिकल्स एंड मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स और फिर इसको इतना इतना परसेंटेज असाइन किया अब उससे प्रश्न उन्होंने बनाया कि अच्छा किसको ज्यादा वेट असाइन किया किसको कम हम सॉल्व करने नहीं बैठेंगे मेरा यह कहना है कि यह सब समझ आपको होनी चाहिए यह सैंपल के लिए मैंने सीडीएस का सवाल डाला है लेकिन आईएस प्रीलिम में भी ऐसा दो बार वो पूछ चुके हैं इन द लास्ट 10 इयर्स कि कितने कितने वेट असाइन किए जाते हैं एक साल दो साल का अगर आप पेपर देख के बोले यह तो काम का नहीं और ऐसा फैक्टस तो नहीं पूछते यूपीएससी टेस्टिंग आईक्यू नहीं क्यू तो ऐसी बातें करने वालों पर आप यकीन ना करें इकोनॉमी इज नॉट लाइक हिस्ट्री जानि जम बुद्धिज्म नहीं है हर टॉपिक हर साल आए तो यह सब भी चीजें आपको तैयार करनी चाहिए ओके सो दैट वाज इंफ्लेशन इन्फ्लेशन से हम ऊपर जाते हैं तो अब तक हमने देखा पॉवर्टी मेजरमेंट हमने देखा इंफ्लेशन अब और ऊपर जाते हैं मतलब रिवर्स गेयर में जीडीपी जीडीपी मतलब ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट एक तो फुल फॉर्म पहले लिखो हिंदी में सकल घरेलू उत्पाद ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट प्रोडक्शन नहीं है प्रोडक्ट है ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट व्याख्या क्या है किसी एक देश के अंदर एक साल में जितने गुड्स एंड सर्विसेस प्रोड्यूस होते हैं उसका फाइनल मार्केट वैल्यू क्या है जीडीपी इज द मार्केट वैल्यू ऑफ ऑल द फाइनल गुड्स एंड सर्विसेस प्रोड्यूस विदन डोमेस्टिक टेरिटरी ऑफ कंट्री फॉर गिवन यूजुअली वन ईयर इस पर हम वापस आते हैं एक साल के अंदर भारत में जितनी वस्तु और सेवा पैदा हुई उसका अंतिम बाजार मूल्य क्या है उसको बोलते हैं जीडीपी यानी आप समझो भारत की एरिया के अंदर जो पैदा हुआ वह भारत का जीडीपी है रतन टाटा ने ब्रिटेन की एक कंपनी जगर में पैसा इन्वेस्ट किया है ब्रिटेन में जगुआर कंपनी 500 गाड़ी बनाए तो व भारत का जीडीपी नहीं है प्रियंका चोपड़ा अमेरिका में जा के कोई फिल्म में काम करे वो फिल्म एक बिलियन डॉलर की हो जाए तो भी वो भारत का जीडीपी नहीं है उधर से वो कोई पैसा अपनी फैमिली को गिफ्ट में डोनेशन में भेजे तो भी वो भारत का जीडीपी नहीं है भारत के जीडीपी में सिर्फ और सिर्फ आप बात करो कि भारत में क्या पैदा हुआ है फॉरेन से आने वाले प्रॉफिट रेंट वेजस इन्वेस्टमेंट वी विल नॉट काउंट वी विल ओनली काउंट कि भारत का खुद का क्या पैदा हुआ है सो दैट इज इंडिया जीडीपी इसको कैलकुलेट करने की तीन फार्मूला एक-एक करके हम समझेंगे पहली फार्मूला है कैलकुलेशन यूजिंग द एक्सपेंडिचर मेथड ऐसा बोलता है कि अगर भारत देश में कुछ भी पैदा हुआ है तो अल्टीमेटली कोई उसको खरीदेगा या उसको बनाया गया तो बनाने में खर्चा हुआ होगा तो व्हाट एवर इज द मनी स्पेंट या व्ट एवर इज द एक्सपेंडिचर उसका टोटल निकालो तो आपको मिले की जीडीपी क्या है अब आप समझो कि भारत में अगर कोई कार बनी तो हम उसको खरीदेंगे तो यानी कि हम अजूम करें नॉट नेसेसरी की खरीदा ही जाएगा पर मान लीजिए लोग य खरीद लेंगे तो पहले हम यह गाड़ी जो है सपोज लाख र की ननो कार तो सी फॉर कंजन में आप लिख दोगे ननो कार कंजमपट्टी जब ये एनएसओ मिनिस्ट्री ऑफ स्टेटिस्टिक्स एंड प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन के नीचे एक संस्था है एनएसओ उसके सर्वेयर आएंगे और आपको पूछेंगे कि भाई आपने एक साल में कितना कंजंक्शन यूज कर रहा है जो खरीद रहा है उसमें कितना इंडिया मेड है कितना चाइना मेड है कार जैसी चीज में पता है छोटी मोटी पेन पेंसिल रबर मोबाइल रिस्ट वच में कहां पता चले तो एनएसओ वाले कहेंगे तुम चिंता मत करो तुम सीधाम को बोल दो कितना खर्चा किया भारत का माल है यूरोप कमाले हमको कुछ फर्क नहीं यू सिंपली टेल अस हाउ मच मनी यू स्पेंड तो इधर न करोड़ लिख दिया आप कहे भाई ये तो गलती हो जाएगी ना ये अपना नहीं था डोंट वरी आखिर में एनएसओ ऑफिसर क्या करेगा वह जाएगा आरबीआई के पास आरबीआई के पास भारत का बैलेंस ऑफ पेमेंट का डाटा होता है वो क्या है हम लोग आगे पढ़ेंगे उसमें हमको पता चल जाता है कि एक्सपोर्ट और इंपोर्ट कितना हुआ था तो वो आखिर में जाके आरबीआई को बोले सर बता दो पूरे साल में कितना इंपोर्ट किया था छोटी से छोटी सुई धागा से लेकर बड़ी से बड़ी कार या बु जितना सबका टोटल इंपोर्ट का एक तो नंबर होगा इतने बिलियन डॉलर तो उतना माइनस कर लेंगे लास्ट में तो वह कार जो गलती से ड हो गई थी रेड कलर की इस स्टेज पर हम इसको माइनस कर देंगे बाद में सो इट विल सेव द टाइम ट्रबल एंड इट विल आल्सो प्रिवेंट अस फ्रॉम एनी एरर तो याद रखना है कि जो एक्सपेंडिचर मेथड है इसमें हम क्या करते हैं कंजमेशन दोनों कार को हम गिन लेंगे और बाद में इंपोर्टेड चीज को माइनस कर देंगे ताकि अपना जवाब एरर में नहीं आए प्लस लोगों ने कुछ ना कुछ इन्वेस्टमेंट किया सपोज अदानी ने इन्वेस्टमेंट का मतलब क्या कुछ मशीनरी या कुछ बड़ा बिल्डिंग या कुछ बनाया गया तो सारे में जितना पैसा गया वो सब क्या एक्सपेंडिचर और उस हिसाब से कहीं पर किसी ने कुछ प्रोड्यूस किया होगा तो हम उसको गिन लेंगे तो अदानी अगर एक करोड़ का बुलडोजर खरीदे इन्वेस्टमेंट है सपोज अदानी कोई सिलेंडर बनाए लेकिन उसको किसी ने परचेज नहीं किया डोंट वरी जो भी अनसोल्ड इन्वेंटरी है कि j फोन ने j बनाया j टीवी बनाया किसी ने खरीदा नहीं फिर भी हम उसको गिन लेंगे क्योंकि यहां पर हमने क्या बोला जीडीपी मींस व्ट जो प्रोड्यूस हुआ है उसको गिनना है जो बाय हुआ है उसको गिनना है ऐसा जरूरी नहीं है तो अनसोल्ड इन्वेंटरी है तो [संगीत] कंजमपट्टी चर कि सपोज किसानों ने अनाज बनाया है और गवर्नमेंट उसको मिनिमम सपोर्ट प्राइस न्यूनतम समर्थन मूल्य प सपोज 000 में एक क्विंटल अनाज खरीदती है तो इसका मतलब गवर्नमेंट स्पेंड 000 इसका मतलब ने किसानों ने ₹ का अनाज पैदा किया था इट इज पार्ट ऑफ जीडीपी सो गवर्नमेंट एक्सपेंडिचर विल बी द थर्ड कंपोनेंट उसको आप ऐड करो तो आपको जीडीपी मिले लेकिन यहां पर एक ध्यान रखना है ट्रांसफर पेमेंट नहीं गिनते ट्रांसफर पेमेंट मतलब क्या सरकार आपको पैसा दे रही है लेकिन सामने आप कुछ प्रोड्यूस नहीं कर रहे फॉर एग्जांपल गवर्नमेंट अगर किसी गरीब आदमी को पेंशन दे कि तुम बहुत गरीब हो तुम बीमार हो तुम बूढ़े हो गए हो तो वो तो आदमी कुछ प्रोड्यूस नहीं कर रहा है फिर भी सरकार उसको पेंशन दे रही है तो यह ऐसा पैसा जा रहा है कि सामने कुछ प्रोड्यूस नहीं हुआ तो इसको जीडीपी में नहीं गिन सकते तो ट्रांसफर पेमेंट जो होते है जैसे पेंशन है बच्चों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप है ऐसी जो चीज कि जिसके सामने कुछ पैदा नहीं हो रहा है फॉर एग्जांपल 000 पीएम किसान स्कीम में किसानों को दिए जाते हैं पर वो ऐसी चीज है कि गवर्नमेंट उनसे कुछ खरीद नहीं रही सीधा पैसा दे रही है सो वी विल नॉट काउंट इट इन गवर्नमेंट एक्सपेंडिचर देन भारत से वाघ बकरी चा एक्सपोर्ट किया और सामने फॉरेनर ने उसका जो भी पैसा सपो 100 डलर तो उसका इक्विवेलेंट जो भी रुपया आया तो इसका मतलब क्या इंडिया में चाय बनी थी तो एक्सपोर्ट ई तो चाय बनी तो इंडिया का जीडीपी है एंड माइनस इंपोर्ट इंपोर्ट माइनस क्यों करना है क्योंकि वहां पर हमने कंजमेट इज जीडीपी का एक्सपेंडिचर मेथड दूसरा यहां पर हम जितनी प्रोडक्ट गिने गे उसमें कोई भी यूज्ड गुड्स नहीं गिनने सेकंड हैंड माल नहीं गिनना है जो कोई गाड़ी अगर 2003 में बनाई थी तो 2003 के जीडीपी में गिन लेनी है भले वो सेल ना हुई हो अनसोल्ड हो तो इन्वेंटरी में भी गिन लेनी है पर उसी साल गिनी है फिर बाद में सेकंड टाइम आप उसको रिसेल करें उसको नहीं गिनना है यूज गुड्स को हम नहीं गिनते बिकॉज जीडीपी मींस व्ट फ्रेश जो हमने बनाया उसकी हम बात करते हैं तो सबसे पहले अभी आप यह करो जीडीपी का डेफिनेशन लिखो सारी चीजें जीवन में याद नहीं रखनी पर कुछ याद रहनी चाहिए जीडीपी का ये फुल मतलब फिक्स डेफिनेशन है आप इसको लिखो गिव यू 20 सेकंड्स जीडीपी इज द मार्केट वैल्यू ऑफ ऑल द गुड्स एंड सर्विसेस प्रोड्यूस्ड विदन डोमेस्टिक कैटरी ऑफ कंट्री फॉर वन यर किसी एक देश की घरेलू सीमा में जितने भी अंतिम वस्तु और सेवा का उत्पादन हुआ उसका कुल बाजार मूल्य वह उसका सकल घरेलू उत्पाद है हिंदी में भी अगर मेंस लिखनी है तो इकोनॉमी सारी हिंदी में करनी जरूरी नहीं है उसके कीवर्ड्स आपको पता होने चाहिए फिर बाकी का खुद से ढालना चाहिए पूरा हिंदी में तकलीफ क्या हैग ऐसी जो किताबें अननेसेसरीली कॉम्प्लिकेटेड अनावश्यक रूप से जटिल कर अपत य भी ज्ञातव्य है फला डिम का तो व समझने में अपना तो सीधा बोल दो भाई यह है तो मतलब कीवर्ड्स आप तैयार करो बाकी की चीजें वो मतलब हिंदी के न्यूजपेपर हिंदी का इकोनॉमिक सर्वे ये सबसे आप वोकैबुलरी डेवलप करो और अपने शब्दों में लिख देना चाहिए एक तो ये हुआ दूसरा फिर आपको याद रखनी है यह फार्मूला यह फार्मूला भी जैसी ऐसे आप लिख दीजिए कि जीडीपी कैलकुलेशन वाया एक्सपेंडिचर मेथड क्या है सी प्स आ प्ज प् x - m इ जीडीपी और उसमें दो तीन खास बातें क्या है अनसोल्ड इन्वेंटरी को गिनना है आई में यूज्ड गुड्स को नहीं गिनना है ट्रांसफर पेमेंट जैसे पेंशन और स्कॉलरशिप को भी नहीं गिनना है सो प्लीज राइट डाउन आई गिव यू अनदर 20 सेकंड्स रात को 2 बजे भी कोई उठा के पूछे तो याद होना चाहिए सी आईजी एक्सएम है और एम के आगे माइनस है यूज गुड्स को काउंट नहीं करते ट्रांसफर पेमेंट काउंट नहीं करते अनसोल्ड इन्वेंटरी उधर जाती है दिस इ जीडीपी कैलकुलेशन वाय एक्सपेंडिचर मेथड एकदम कोर कांसेप्ट है अलग-अलग कोई भी एग्जाम उठा लो या तो आसान सा पूछे या डिराइवर करके एडवांस लेवल का पूछे लेकिन पूछते हैं हर साल नहीं पूछते पर कभी-कभी पूछते हैं अब जीडीपी कैलकुलेट करने की सिर्फ एक ही मेथड नहीं देर आर थ्री मेथड्स एक तो हमने समझ लीय ननो कार यलो हमने देख लिया कंजमेट गवर्नमेंट एक्सपेंडिचर एंड नेट एक्सपोर्ट नेट एक्सपोर्ट मतलब क्या है एक्सपोर्ट माइनस इंपोर्ट नेट का मतलब होता है शुद्ध शुद्ध मतलब क्या प्लस माइनस करके जो आखिर में बचा उसकी बात है तो एक्सपोर्ट और इंपोर्ट प्लस माइनस करके आखिर में बचा वो शुद्ध नेट एक्सपोर्ट सो एक्सपेंडिचर मेथड इ डन ऑफकोर्स यसे ज्यादा रिफाइंड है पर उसमें हम जाएंगे नहीं अपनी एग्जाम के लिए जितना रटना है उतना हमने रट लिया आगे प्रोडक्शन मेथड या ग्रॉस वैल्यू एडेड मेथड इसके अंदर यह करना है कि टोटल वैल्यू ऑफ सेल माइनस द कॉस्ट ऑफ इंटरमीडिएट गुड्स इसको एक एग्जांपल के स्टडी से समझते हैं फिर तीसरी मेथड में जाए देखिए सपोज यह ट्रैक्टर है 6 लाख र का लेकिन उसको बनाने में जो भी रबर टायर स्टील कांच का व होगा हेडलाइट यह सब था ऐसा इंटरमीडिएट गुड्स अगर 6 लाख र का था तो हम तो फाइनल गुड को ही कैलकुलेट करना चाहते हैं तो 16 माइनस सि तो जवाब आ जाएगा 10 तो उससे हम लोग जीडीपी निकालते हैं ऑफकोर्स इससे लं चलेगा पर अपने पास जितनी टाइम लिमिट है तो मैं आपको शॉर्ट में बता रहा हूं तीसरा मेथड है इनकम मेथड इनकम मेथड ऐसा कहता है कि हर एक आदमी जो पैसा कमा रहा है वह मतलब कुछ ना कुछ जीडीपी के अंदर कंट्रीब्यूट कर रहा है तो वेजस मतलब डब्लू जिसने लोन दिया तो इंटरेस्ट मतलब आई जिसका प्रॉफिट हुआ तो प और जिसने ल रेंट पर दिया था तो उसका आर मतलब डब्लू आई प आर इन चीजों को आप ऐड करते हैं तो भी आपको मिल जाता है उसको इनकम मेथड वाला जीडीपी कहते हैं अब खैर यह समझाने के लिए भी मुझे और 40 मिनट जा जिसमें हम आज नहीं जा रहे ड नॉट वरी आज मैं आपको ओवरव्यू दे रहा हूं तो एक बार फिर से इसको मैं ऐसे बताऊ कि जीडीपी कैलकुलेट करने के तीन तरीके एक तो एक्सपेंडिचर मेथड य गाड़ियों के एग्जांपल से देखा हो तो आसान था सी प् आ प्ज प् एक्स माइन ए फिर दूसरा ग्रॉस वैल्यू एडेड मेथड जो थोड़ा लंबा है जो आज हम पढ़ नहीं रहे उसमें ऐसा होता है कि अगर य ट्रैक्टर का टोटल वैल्यू 6 लाख था पर इसमें य जो भी स्टील रबर वगैरह लगा लाख र का इंटरमीडिएट गुड्स उसको माइनस आप करते तो अगर 10 लाख रुप आता तो इसमें से हम जीडीपी निकालते ए लास्टली जो इनकम मेथड है उसके अंदर क्या आएगा विप्रो में से आई हटा दो मतलब व जीडीपी कैलकुलेट करने का ऐसा तरीका है कि डब्लू फॉर वेजेस आई फॉर इंटरेस्ट ब्याज पी फॉर प्रॉफिट एंड आर फॉर रेंट किराया इन चारों को अगर आप ड कर तो आपको जो चीज मिले उसको बोलते हैं जीडीपी सो देर आर थ्री मेथड बाकी दो से अभी इंटीमेट डरने की जरूरत नहीं एक एक्सपेंडिचर मेथड समझ में आया काफी है अब इसके बाद एक तकलीफ चालू होगी वो उतना हम पढ़ेंगे उसके बाद ब्रेक लेते हैं फिर बाकी और भी कहानी एक घंटा उसको भी करते हैं पर एक क्योंकि हम कंटिन्यूएशन फलो में तो इसको समझना जरूरी है सपोज 2020 में भारत के अंदर कुल मिलाकर जो भी ओनियन फ्रूट वेजिटेबल एवरीथिंग कुल मिलाकर 198 लाख करोड़ का प्रोडक्शन हुआ तो इसको हम कहते हैं नॉमिनल जीडीपी नॉमिनल जीडीपी अब इससे अपने को पता नहीं चलता इसका कारण यह है कि सपोज पाकिस्तान में कुछ साल पहले आटा और र का और अभी हो जाए र का क्योंकि महंगाई चले तो क्या हम यह कहे कि पाकिस्तान का जीडीपी 10 टाइम्स बढ़ गया जवाब है नहीं व तो मिस मैनेजमेंट 10 टाइम्स बढ़ गया इसलिए उसका जीडीपी ऐसा आप दिखाएंगे तो करंट मार्केट प्राइस पर वर्तमान बाजार मूल्य अगर आप जीडीपी निकालते हैं तो क्या सच में बहुत ज्यादा प्रोडक्शन हुआ है या बहुत ज्यादा महंगाई बढ़ गई इसलिए तो नंबर बड़ा दिख सकता है तो मल इसमें मजा नहीं है करंट मार्केट प्राइस पर जब भी आप जीडीपी निकालते हो मजा नहीं है सो यू शुड एडजस्ट इट कि अच्छा अभी य दो किलो नियन पैदा हुए अभी भले इसका 00 भाव चल रहा है लेकिन बेज ईयर मतलब एक हम निश्चित करें 2011 कि 2011 में क्या भाव चलता था सपोज 2011 में उसका भाव चलता था 0 तो अभी के 2 किलोग्राम ओनियन ₹ के हिसाब से कितना ₹ का प्रोडक्शन था तो ऐसा जब आप जीडीपी निकालते हैं कि प्रेजेंट ईयर का प्रोडक्शन और प्राइस हम उसको एडजस्ट करें टू 2011 तो ऐसा जब जीडीपी के प्राइस को आप एडजस्ट करते हैं तो उसको हम कहते हैं जीडीपी एट कांस्टेंट मार्केट प्राइस या उसको हम कहते हैं रियल जीडीपी तो रियल जीडीपी सही चीज है क्योंकि वो हमें दिखाता है कि हां बराबर इतना प्रोडक्शन कम ज्यादा हुआ होगा अब दूसरा प्रश्न आता है तो ग्रोथ रेट क्या है ग्रोथ रेट ऐसी चीज है कि कंपेयर टू लास्ट ईयर कितना इंक्रीज हुआ तो करंट मार्केट प्राइस पे 2020 में 198 लाख करोड़ का प्रोडक्शन हुआ 2021 में 236 लाख करोड़ का प्रोडक्शन हुआ तो इधर से इधर ये कितना बड़ा है तो वो सब मैच निकालो आप तो कितना है 19.5 पर तो क्या ये अपना जीडीपी ग्रोथ रेट है जवाब है नहीं क्योंकि ये तो भाई इंफ्लेशन के चलते भी नंबर बड़ा दिख सकता है ना तो ये हमें कुछ सच्चा नहीं दिखाता तो हमने क्या किया दोनों ही साल के जो जीडीपी थे उनको 2000 के प्राइस के साथ एडजस्ट किया और रियल जीडीपी निकाला रियल जीडीपी 2020 का 135 लख 2021 का 147 इधर से इधर ये कितना बड़ा है वो बो परसेंटेज जैसा है तो 8.7 पर तो हा ये करेक्ट नंबर है दिस इज द इकोनॉमिक ग्रोथ रेट ऑफ इंडिया यह भारत का आर्थिक वृद्धि दर है तो करंट मार्केट प्राइस होता है कांस्टेंट मार्केट प्राइस होता है कांस्टेंट मार्केट प्राइस प हम जो निकाले वो सही है और उसी हिसाब से साल दर साल जो निकालते हैं वह अपना रियल ग्रोथ रेट है अब इसको हमें मैथमेटिकली एक्सप्रेस करना कांसेप्ट जिसका नाम है जीडीपी डिफ्लेटर जीडीपी डिफ्लेटर ऐसा है कि सपोज 2021 में क्या हो गया नहीं 2020 काही निकालते नो प्रॉब्लम हमें यह करना है कि किसी एक साल के लिए सपोज 2020 के लिए नॉमिनल जीडीपी क्या था करंट प्राइस प 198 और रियल जीडीपी क्या निकाला 135 मतलब इलेशन से एडजस्ट किया से 135 दोनों का रेशो निकाल के 100 से मल्टीप्लाई करो तो आपको नंबर मिले 146 तो नॉमिनल जीडीपी डिवाइड बाय रियल जीडीपी टाइम्स 100 तो 146 तो यह हुआ अपना जीडीपी डिफ्लेटर अब य जीडीपी डिफ्लेटर देख के हम इन्फ्लेशन यानी महंगाई को नाप सकते हैं आपके कैसे नाप सकते हैं भाई हर साल का ऐसा इंडेक्स नंबर निकालो कि सपोज 2020 में जीडीपी डिफ्लेटर का नंबर आया अपना 146 इससे पहले 2019 में था तो ये 1338 के सामने 146 कितना बड़ा है तो पता चले 5.80 पर बड़ा तो मतलब पूरे साल के अंदर 5.80 पर इंफ्लेशन या महंगाई बढ़ी है 2019 से 20 में ऐसा हर साल का आप निकाल सकते हैं जीडीपी डिफ्लेटर नंबर और उस हिसाब से यर ऑन ईयर इंफ्लेशन आप निकाल सकते हैं प्रश्न तो अभी तो व सीपीआई डब्ल्यूपी से कर ही रहे थे ना तो इसमें क्या अच्छी बात है या यह बेहतर कैसे है देखिए सीपी और डब्ल्यूपी में तकलीफ क्या थी हमने एक बास्केट में बहुत कम क चीजों को रखा हमने क्या रखा था एप्पल प्लस बन बटा प्लस चप्पल आपको असल जीवन में 00 और चीज होंगी बट वो सभी की सभी चीज छोटी सुई से लेकर बड़े हवाई जहाज तक तो प्राइस मॉनिटर नहीं कर रहा है लेकिन अगर हम चाहते व वांट टू मॉनिटर द प्राइस ऑफ एवरीथिंग तो मतलब हमें क्या करना चाहिए जीडीपी के साथ देखने वाला कोई नंबर पकड़ना चाहिए इसलिए जीडीपी डिफ्लेटर ज्यादा अच्छा क्यों है कि उसके अंदर द प्राइस चेंज इन एवरीथिंग द प्राइस चेंज इन एवरीथिंग इ काउंटेड इसलिए वो बेहतर चीज है सो य सीपीआई ए डब्ल्यू पीआई दूसरा सीपीआई डब्ल्यू पीआई में तकलीफ यह है कि इसके बास्केट में जितनी चीजें होती है दे रिमन अन चेंज फॉर मेनी इयर्स एक जमाने में यह डब्ल्यू पीआई और सीपीआई के अंदर वो लोग वीसीआर कैसेट टेप को भी प्राइस नापते थे और यह चलते चलते मेरे ख्याल से 2005 तक भी वह देखते ही थे जबकि 2005 तक में वीसीआर तो लोग कम देख रहे थे और डीवीडी का जमाना आ गया था वीसीडी का जमाना आ गया था पर वो लोग अपना बास्केट चेंज नहीं करेंगे तो इसलिए सीपीआई डब्ल्यूपी हमको रियल पिक्चर दिखा नहीं पाता क्योंकि उसके सैंपल के अंदर यूनिक नई जो प्रोडक्ट्स आ रहे हैं वो दिखती नहीं है जबकि जीडीपी डिफ्लेटर ऐसा है कि आज आपने कुछ नया इन्वेंट किया सपोज ये पावर पॉइंट स्लाइड चेंजर का मशीन जो शायद 10 साल पहले नहीं हो तो पर अभी तुरंत के तुरंत आ जाएगा सपोज इन म टेस्ला कार अभी भारत में प्रोड्यूस करना चालू करे तो अभी के अभी उसका प्राइस चेंज अगले साल तक के अंदर वो सब हम मॉनिटर कर पाएंगे जो सीपीआई डब्लू पीआई में नहीं होगा क्योंकि वो लोग बास्केट में ऐड ही नहीं करेंगे कि इलेक्ट्रिक व्हीकल कार का भी प्राइस तो मॉनिटर करना है इसलिए जीडीपी डिफ्लेटर इट इज अ बेटर थिंग आप कहे तो उसी को यूज करो सीपी डब्ल्यूपी बंद कर दो भाई यह तो निकालने में पूरा साल निकल जाएगा ना पूरे साल का कैलकुलेट करता है हमें तुरंत अगर आंकड़ा पकड़ना है कि भाई हर महीने क्या हो रहा है देन इट इज मच इजी की सीपीआई डपी की 50 100 चीजों का प्राइस मॉनिटर करते रहो देर फॉर वी यूज सीपीआई एंड डब्ल्यू पीआई फॉर मॉनिटरिंग प्राइस लद जीडीपी डिफ्लेटर उससे बहुत बेहतर चीज है अगर हम नापना चाहे आखिर में एंड दिस इ ला इसके बाद लेते ब्रेक के बाद एक घंटे और पढ़ा है पर अभी इसको पढ़ना जरूरी है क्योंकि हम अभी फ्लो में है जीडीपी हमने क्या देखा ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट उससे थोड़े और बड़े कांसेप्ट समझते जीएनपी मतलब ग्रॉस नेशनल प्रोडक्ट एंड एनडी आई नेशनल डिस्पोजेबल इनकम यह क्या है सबसे पहले जीडीपी क्या था कि भारत में जो पैदा हुआ व्ट एवर इ प्रोड्यूस इन इंडिया जीडीपी वो हमने देखा उस स्टेज पर हमने रतन टाटा ने ब्रिटेन में जगर कंपनी में इन्वेस्ट किया उधर 500 गाड़िया बनी हमने नहीं काउंट किया था लेकिन अब हम काउंट करेंगे व ऐसे कि जीडीपी के अंदर अब्रॉड से विदेशों से जितनी प्राइमरी इनकम आती है प्राइमरी इनकम मतलब क्या अगर किसी ने लेबर दिया है सामने वेजस आया अगर किसी ने कैपिटल लोन में दिया है सामने उसको इंटरेस्ट ब्याज कमाने को मिला यह रतन टाटा ने उधर एफडीआई में पैसा इन्वेस्ट किया शेयर में पैसा इन्वेस्ट किया सामने प्रॉफिट में आया है या रतन टाटा ने लंडन या दुबई में बंगला खरीदा था और उसके रेंट में कमाई आ रही है और रतन डाटा सपोज भारत में रहता है तो विदेशों से आने वाली अब्रॉड से आने वाली ये सब प्राइमरी इनकम को आप ऐड करो जीडीपी के अंदर तो सपोज जीडीपी था ₹1 इसके अंदर ये ₹ का एक्स्ट्रा इनकम ऐड किया आपने तो आपको मिला 120 वो क्या है जीएनपी है ग्रॉस नेशनल प्रोडक्ट सो जीएनपी इज व्हाट इंडिया के जीडीपी में अब्रॉड से आने वाली प्राइमरी इनकम या फैक्टर इनकम यानी कि यह वेजस इंटरेस्ट प्रॉफिट रट को आप ऐड कर दो आपको जीएनपी फुल फॉर्म याद रखना है ग्रॉस नेशनल प्रोडक्ट इसको आप लिख दो आई गिव यू 2 सेकंड इसके बाद एक और डेफिनेशन फिर हम ब्रेक लेते हैं ग्रॉस नेशनल प्रोडक्ट का हिंदी करने हम नहीं बैठेंगे क्योंकि मेंस में ऐसा कोई पूछने वाला नहीं है तो उसकी चर्चा करने में जाना नहीं डोमेस्टिक घरेलू नेशनल राष्ट्रीय घरेलू भारत में पैदा हु उसमें बाहर से आने वाला यह वेजस इंटरेस्ट प्रॉफिट रेंट ऐड किया तो हमको जो मिला ट इज ग्रॉस नेशनल प्रोडक्ट आखिर में यह जो जीएनपी निकाला पिछली स्लाइड में हमने निकाला जीएनपी ट इज ग्रॉस नेशनल प्रोडक्ट की रतन टाटा ने व जगर कंपनी में ब्रिटेन में इन्वेस्ट किया उधर से पैसा भारत में आया ट अंडरस्टूड जीएनपी के अंदर अब आप अब्रॉड से आने वाली सेकेंडरी इनकम या ट्रांसफर पेमेंट को काउंट करो ट्रांसफर पेमेंट या सेकेंडरी इनकम ऐसी होती है कि बिना मेहनत के वह पैसा आ रहा हो फॉर एग्जांपल यह परिणिता चौपड़ का चौपरा का मैरिज हो एंड देन उसकी बहन वहां से रेमिटेंस या गिफ्ट या डोनेशन में पैसा भेजे तो आप समझो इधर हमने कुछ प्रोड्यूस नहीं किया है वी आर गेटिंग मनी गिफ्ट एंड रेमिटेंस यह रेड क्रॉस और ऐसी विदेशी संस्थाए अपने को डोनेशन में पैसा दे चैरिटी दान सखावत में पैसा दे फाइंस जुर्माने में पैसा दे कि सपोज कोई फॉरेन की कंपनी उसने कुछ प्रदूषण किया हो इंडिया के अंदर और या उसपे हमने कोई पेनल्टी चढ़ा और उसने हमें दिया हो या आपने हेलमेट नहीं पहना था एंड देन यू हैड टू पे द फाइन ऐसी सब इनकम हैय बिना मेहनत की आई है तो सेकेंडरी इनकम आप ऐड करें किसम जीडीपी में हम ऐड नहीं करे जीएनपी में तो हमने पहले जीडीपी में से जीएनपी निकाला जीएनपी के अंदर सेकंडरी इनकम ऐड किया ये सब गिफ्ट टेंस डोनेशन चैरिटी तो हमको मिलता एनडी आई नेशनल डिस्पोजेबल इनकम नेशनल डिस्पोजेबल इनकम डिस्पोजेबल मतलब फेंकने लायक थ्रो करने लायक वो कचरे का बॉक्स में डिस्पोज हमने किया यहां पर कैसा कि डिस्पोज मतलब उड़ाने लायक खर्चा करने लायक तो अपने पास कुल मिलाकर उड़ाने लायक कितना धन है एक जितना जीडीपी पैदा हुआ एक जितना यह बाहर से रतन टाटा को मिला ऊपर से जो इनको गिफ्ट में रेमिटेंस में ये मिला सो दिस इज द टोटल इनकम दैट वी हैव कि उसको हम खर्च कर सकते हैं सो दैट इज एनडीआईमेज हैं नेशनल इनकम वगैरह पर कैपिटा इनकम आज उतना जटिल नहीं करना है आप यह सिर्फ फार्मूला अभी लिखो इधर मैंने आपको जीडीपी में क्या बताया कि भारत में पैदा हुआ उसमें रतन टाटा ने जगर कंपनी जो ब्रिटेन में थी उसमें इन्वेस्ट किया और उधर से उसको जो भी वेजस इं प्रॉफिट एंड में पैसा आया मतलब कि प्राइमर या फैक्टर इनकम उसको हमने ऐड किया करेक्ट अभी इसी लॉजिक पर सपोज जैकलिन फर्नांडीज जो कि श्रीलंका की सिटीजन हो या किसी और देश की हो तो उसने इंडिया से वेजेस कमाए हो तो हमने उसको माइनस भी करने होंगे ट इ आल्सो करेक्ट व मैंने अभी इधर आपको नहीं बताया क्योंकि फिर व ज्यादा कॉम्प्लेक्शन प्रोडक्ट तो वाइस से वर्सा आल्सो ट्रू कि जैकलीन फर्नांडीस या आलिया भट्ट जो ब्रिटेन की नागरिक है तो उसका पैसा आपको माइनस भी करना पड़ेगा वो भारत से कमा के उधर ले गई तो अपने में से माइनस करना पड़े सो अल्टीमेटली हम यह कह सकते हैं कि जीडीपी प्लस नेट प्राइमरी इनकम शुद्ध रूप से मतलब टाटा का पैसा प्लस किया आलया भट्ट और जैकलीन का माइनस किया तो जो मिला वो जीएनपी है दैट इज दथ आज की स्लाइड में मैंने इतना फाइनर चीजें नहीं बताई आपको क्योंकि फिर क्या वो जटिल हो जाता फिर लोगों का टेस्ट जो डेवलप करना है उसकी जगह व ओवरवे हो जाता है भाई बहुत कुछ आ गया तो हम लोग क्या पढ़ रहे थे हमने रिवर्स ऑर्डर में पढ़ना चालू किया था पॉवर्टी को गिन लिया वर्ल्ड बैंक का कितना भाई दो डलर ती डलर कितना था एकट बोलो 2.15 था तेंदुलकर ने सिटी में कितना बोला 1000 गांव में कितना बोला विलेज 86 ओके टोटल पॉपुलेशन कितनी बिलो पॉवर्टी लाइन थी 2011 में 1.9 थी फिर हमने देखा इंफ्लेशन उसके भी अलग-अलग मेथड्स देखे सीपीआई डब्ल्यू पीआई अच्छा डब्ल्यू पीआई में क्या गिनते हैं गुड्स गिनते हैं सर्विस गिनते हैं कि दोनों गिनते हैं ओनली गुड्स गिनते हैं जीडीपी की एक फार्मूला एक्सपेंडिचर मेथड की मैं सिर्फ अल्फाबेट लिखूंगा आप प्लस माइनस बोलना सी प्लस प्लस बब याद रहना चाहिए अभी थोड़ा और रिवर्स चलते हैं पिलर ्र ट इ इंटरनेशनल ट्रेड बैलेंस ऑफ पेमेंट करेंसी एक्सचेंज यह सब चीज उसमें आती उसमें जो कोर चीज हमको समझनी ट इ करेंसी एक्सचेंज मतलब एक डलर का 83 र किसने कैसे डिसाइड किया आपको करेंसी एक्सचेंज करनी है देर आर टू मेथड लीगल रूट से करना है तो जैसे वेस्टर्न यूनियन एक्सिस बैंक ग य क्या है दे आर ऑथराइज डीलर इनको लाइसेंस मिला है प्रश्न थोरा डीलर तो किधर से लाइसेंस मिला है फीमा एक्ट में फीमा एक्ट के अंदर मिलता है लाइसेंस कौन देता है आरबीआई तो डॉलर रुप कन्वर्ट करने के एक तो ऑथराइज डीलर होते हैं जिनको इलीगली करवाना है ब्लैक मार्केट में सराब हवाला एजेंट माफिया यह सब लोग हो सकते हैं र उनकी अभी हम लोग बात नहीं कर रहे सो यू कैन एक्सचेंज द करेंसी विद द हेल्प ऑफ ऑथराइज डीलर्स अब ऑथराइज डीलर क्यों आप हेल्प करेगा क्योंकि बीच में उसका कमीशन होता है उसका खरीदने का भाव अलग होता है बेचने का भाव अलग होता है टॉम क्रूज अगर अपना डॉलर बेचने आएगा ये लोग उसको 81 देंगे आप उससे डॉलर खरीदने जाओगे तो यह लोग आपसे 83 मांगेंगे तो र बीच में इसका प्रॉफिट है जस्ट लाइक आप कॉलेज की बुक्स खरीदने जाते हैं तो यूज्ड बुक्स को आप वो 60 पर में आपको बेचेगा पर आपसे बाय बैक करेगा तो 33 पर ही आपको देगा तो बीच में उसका कमीशन है सो दैट इज हाउ फॉरेक्स डीलर्स ऑपरेट अब प्रश्न य होता है ये कोई इंडियन इंपोर्टर है जिसको अमेरिका से हार्ली डेविडसन बाइक मंगवानी है और वो कहे मेरे ये ले लो 50 लाख और सामने मुझे इतने डॉलर दे दो तो समजो जो फॉरेक्स डीलर है उसके पास डॉलर छापने की प्रिंटर मशीन नहीं है तो वो डॉलर लाएगा कहां से सामने कोई और होगा ना जो बेचने आएगा अगर आप जाते हैं यूज्ड कॉलेज बुक्स खरीदने के लिए तो बुक डीलर के पास बुक छापने की मशीन नहीं है जरूरी है कि आपका कोई सीनियर होगा उसने उधर पहले बेचा है तब उसके पास वो बुक आए और सिमिलरली देयर मस्ट बी सम फॉरेनर जिसने इस डीलर को पहले डॉलर बेचे हो तो उसके पास डॉलर आए होंगे अब वो फॉरेनर क्यों डॉलर लेकर आएगा इंडिया में हो सकता है उससे इंडिया को मतलब दैट गाय वांट्स टू इंपोर्ट सम टी फ्रॉम इंडिया भारत से चाय खरीदनी थी डॉलर देक रुपया और उसने चाय खरीदा या हो सकता है कि उसको भारत के अंदर कुछ फॉरेन इन्वेस्टमेंट करना था लमार्ट कंपनी को फप कार् कंपनी खरीदनी थी या एल कंपनी को बेंगलुरु या चेन्नई के अंदर अपना प्लांट सेटप तो उनको पैसा इन्वेस्ट करना था डॉलर थे रुप में कन्वर्ट किया तो डीलर के पास इस तरह से पैसा आता है और व आपको एक्सचेंज करके देता है बीच में उसका कमीशन होता है अब करेंसी एक्सचेंज में हम एक सिंपल चीज यह समझनी है कि हमेशा जब लोकल करेंसी कमजोर हो जाए तो वह जो लोकल प्रोड्यूसर है उसको बहुत मजा दे देती है कैसे हम चाइना के एग्जांपल से समझे कि सपोज एक डॉलर की वैल्यू ऑफ पा यवान पांच युवान दोगे एक डॉलर खरीद सकते हैं बाद में किसी कारण से एक डॉलर की वैल्यू हो जाए सात युवान तो इसका मतलब कि डॉलर महंगा हो गया या डॉलर स्ट्रांग हो गया क्योंकि पहले पांच में मिलता था अभी सात देना पड़ेगा तो डॉलर स्ट्रांग हो गया और इसका मतलब कि यवान वीक हो गया अब आप समझो यह जो वीक हो गया फिर भी चाइना को मजा आया बहुत बढ़िया है हमें तो मजा आ गया ऐसा क्यों क्योंकि आप समझो सपोज इंडिया के अंदर करेंसी एक्सचेंज वन के अंदर र आते हो और र में 500 ग्राम चाय आती हो एट द सेम टाइम चाइना के अंदर एक डॉलर में पा युवान आते हो और पाच युवान में 500 ग्राम चाय आती हो मान लीजिए ऐसा कुछ चल रहा है दोनों जगह पर यह सिचुएशन थी तो इस स्थिति में यह जो अंकल है जो अमेरिका के बायर हैं वह कहां से खरीदेंगे तो वह तो समझो उनके पास तो डॉलर है तो वो यह देखेंगे भाई एक डॉलर में मैं इंडिया से खरीद तो भी 500 ग्राम मिलेगा चाइना से खरीद तो भी 500 ग्राम मिलेगा तो मैं प्राइस एगोस्टिक हो गया मुझे भाव से फर्क नहीं पड़ेगा वह इस पर देखेगा टेस्ट क्या है मुझे ब्लैक टी चाहिए ग्रीन टी चाहिए क्या है नाउ ऑब्जर्व अगर ऐसा हो जाए कि न डलर जो पहले पा यन था और पा यन में 500 ग्राम चाय आती थी उसके जगह ऐसा हो जाए कि डलर इक्वल 7 यन हो जाए और इंफ्लेशन रिमेंस अन चेंज मतलब चाय के भाव में कोई बदलाव ना आया हो मतलब चाइनीज मार्केट में पहले पाच युवान में 500 ग्राम चाय आती थी तो 6 यवान में सपोज 600 ग्राम चाय आ रही है तो सा युवान में 700 ग्राम चाय आ रही है तो अब अमेरिकन अंकल को पूछो कि भाई आप कहां से खरीदोगे तो वह सोचने बैठेगा कि देखो अब तो यह है कि मेरे पास एक डॉलर है इंडिया से 500 ग्राम चाय मिलती है और मेरे पास एक डलर है तो चाइना से मुझे 700 ग्राम चाय मिलती है सो नाउ आई विल लुक एट चाइनीज मार्केट क्योंकि वहां पर मुझे इंडिया के मुकाबले 200 ग्राम चाय ज्यादा मिल रही तो वो चाइनीज चाय खरीदना पसंद करेगा यानी कि यूवान का वीक होना कमजोर होना चाइना के हक में है शर्त है कि इंफ्लेशन मस्ट रिमन अनचेंज्ड महंगाई में कोई बदलाव नहीं आना चाहिए चीन में भी और बाकी देशों में भी वरना सोचो चीन में ये हो भारत में चाय और सस्ती हो जाए कि एक डलर की 80 और 80 में सपोज दो किलो चाय मिले सस्ता हो जाए तो फिर अंकल वापस इंडिया में आ जाएंगे तो हमारी धारणा यह है कि भाई इंफ्लेशन में कोई चेंज ना हो तो करेंसी जिसकी वीक होती है उसकी मौज हो जाती है उसके एक्सपोर्टर्स को ज्यादा ऑर्डर मिलते हैं इसलिए वीक यवान चाइना के हक में है स्ट्रांग डॉलर चाइना के हक में अब आप कहेंगे परन तो यह कैसे अपने आप को वीक रखता होगा दो तरीके अल्टीमेटली करेंसी एक्सचेंज रेट क्या है इट इज अ फंक्शन ऑफ सप्लाई एंड डिमांड एक तरफ सप्लाई है डॉलर की और सामने सप्लाई है युवान की अगर आप चाहते हैं कि यह कोई एक रेट पे फिक्स मुझे करना है कि पांच पे करू कि सात पे करूं और मुझे इसके मैनिपुलेट करना है इसमें बदमाशी करनी है दो तरीके हो सकते हैं या तो चाइनीज गवर्नमेंट या सेंट्रल बैंक एक वैक्यूम क्लीनर ले ले और मार्केट से सारे डॉलर को खरीदना या एब्जॉर्ब करना चालू करे तो अपने आप डॉलर की शॉर्टेज हो जाएगी तो वो महंगा हो जाएगा तो पाच का सात में हो जाए या दूसरा तरीका यह हो सकता है कि इस तरफ वो य का वजन मतलब जत्था बढ़ा दे कि प्रिंट एक्सेस युवान जरूरत से ज्यादा युवान प्रिंट करता रहे प्रिंट करता रहे तो क्या होगा तराज इस तरफ आ जाएगा तो भी बात वही है कि पाच की जगह सात यवान दो तब जाक एक डॉलर मिले आइर वे इ नॉट वेरी गुड थिंग क्योंकि जब आप चीज को अंडर वैल्यू रखते हैं तो बाहर से जितना माल इंपोर्ट करोगे व महंगा हो जाएगा कुछ लोग अभी सवाल यह करेंगे कि भाई अगर चाइना यह बदमाशी कर रहा है तो हमको भी यही करना चाहिए इंडिया शुड आल्सो कीप द रुपी अंडर वैल्यूड कि 50 रप का रुपया डॉलर का एक्सचेंज रेट मत होने दो र का कर दो इसके वास्ते आरबीआई सारे डॉलर खरीद ले मार्केट से या मार्केट में बहुत सारा रुपया प्रिंट करके दे दे यू आर राइट पर तकलीफ क्या होगी जब आप इंपोर्ट करोगे तो भी तो र का भाव लगेगा ना इट इज अ डबल एज स्ड तो बाहर से फिर आप जब भी यह क्रूड ऑयल फर्टिलाइजर मेडिसिन यह सब आयात करोगे तो पहले से ज्यादा महंगा हो जाएगा इसलिए यह जो तरीका इट इ नॉट गुड इन द लंग रन ऐसा इकोनॉमिस्ट का मानना है तो आप क चाइना तो तरक्की कर गया ना उसको फिर लॉन्ग टर्म में इशू य आते हैं कि इंफ्लेशन लोकली बढ़ जाता है य जितना पैसा उसने ज्यादा छाप दिया वगैरह र अभी उस सारी थस में हम लोग नहीं जा रहे अभी के लिए हमें सिर्फ बेसिक समझना है सपोज डलर की पहले वैल्यू थी 6 बाद में हो गई ड की तो य पर मैं यह कहूंगा कि रुपया कमजोर हो गया और मैं यह भी बोल सकता हूं कि डॉलर स्ट्रांग हो गया बराबर है सो व्हेन एवर करेंसी एक्सचेंज वो मतलब राइट हैंड साइड पर शिफ्ट कर रहा है इस तरह से रुपीज गेटिंग वीक डॉलर इज गेटिंग स्ट्रंग और इस सिचुएशन में मैंने आपको अभी बताया कि लोकल करेंसी वीक हो जाएगी तो एक्सपोर्टर के हक में क्योंकि उसको ज्यादा फॉरेन कस्टमर मिल जाएंगे तो इसलिए मैंने यहां पर आप देखो हैप्पी इमोजी दिया है वाघ बकरी चाय को मतलब इंडियन एक्सपोर्टर को क्यों रुपया वीक हो गया तो उसकी मौज हो गई उसको पहले से ज्यादा फॉरेन कस्टमर मिल जाएंगे हम अजूम करते हैं इंफ्लेशन में कोई बदलाव नहीं हुआ है इंडिया में और उसके राइवल कंट्री जैसे चीन में मतलब चाय के मार्केट में जो भी चाइना हो इथियोपिया हो श्रीलंका हो वहां कोई महंगाई में बदलाव नहीं हुआ इंडिया में मई में बदलाव नहीं हु तो इसको मौज हो जाएगी और आगे बढ़ते हैं अगर इस तरह राइट हैंड साइड प आने से इसको मौज हो गई थी ही वाज वेरी हैप्पी फॉर फाइंडिंग मोर कस्टमर्स देन रिवर्स इ आल्सो ट्रू कि अगर डॉलर की वैल्यू जो र की जगह डॉलर की वैल्यू र हो जाती या हम यह कहे कि रुपया स्ट्रंग हो जाता तो डॉलर वीक हो जाता तो क्या होता फॉरेनर यह सोचता कि भाई अब इंडिया से तो चार किलो ही चाय मिलेगी और चाइना में तो मुझे पा किलो मिल रही थी तो व आएगा नहीं द कस्टमर फॉरेन कस्टमर विल गो अवे तो इसलिए रुपए का स्ट्रांग होना या डॉलर का वीक होना इंडियन एक्सपोर्टर को मजा नहीं आया उसका एंग्री या सड इमोजी है अब और आगे बढ़ते हैं इंडियन इंपोर्टर के पॉइंट ऑफ व्यू से सोचो सपोज कोई इंपोर्टर डेल लैपटॉप इंपोर्ट कर रहा था तो अगर पहले जो भी मान लीजिए 000 का डेल का एकदम हाई एंड गेमिंग लैपटॉप था पहले आपको कितने में पड़ता सपोज 0000 में बाद में कितने में पड़ता 80000 में और उसके कारण जो इंपोर्टर है जिसका यह तमन्ना थी कि मैं ल का ऐसा गेमिंग लैपटॉप इंडिया में इंपोर्ट करूंगा और यह लोगों को बेचूंगा कस्टमर भी चला जाएगा भाई बहुत महंगा पड़ता है तो यानी रुपए का वीक होना डॉलर का स्ट्रांग होना इंडियन इंपोर्टर के हक में नहीं है ही इज वेरी एंग्री एंड सैड रिवर्स इ आल्सो ट्रू कि अगर यह जो डॉलर का भाव हमने किया 60 की जगह 40 हो जाए तो इसका मतलब रुपी गेटिंग स्ट्रंग डॉलर गेटिंग वीक तो इंडियन इंपोर्टर को मज आ जाएगी क्यों पहले यही डेल का लैपटॉप जो 000 का था इडियन इंपोर्टर के लिए वो 60000 का था अभी 40000 का हो गया तो दो बातें हो सकती है वो सस्ते में बेच पाएगा ज्यादा कस्टमर गेमिंग लैपटॉप खरीदेंगे या फिर कि वो थोड़ा ही भाव कम करे तो उसका प्रॉफिट मार्जिन बढ़ जाएगा क्योंकि 40000 मिलाके 50 में बेचे तो उसकी मौज है तो हमेशा यह याद रखना है कि ऐसा कोई एक फिक्स नंबर नहीं है कि जहां पर दोनों लोग खुश हो सके आदर द इंपोर्टर विल बी हैप्पी और द एक्सपोर्टर विल बी हैपी डिपेंड करता है ये किस तरफ स्लाइड कर रहा है यहां पर जो भी है आप टेबल बना केर लिख दो या इमोजी बना के लिख दो नंबर और यह इस तरह से आई एम गिविंग यू फुल वन मिनट ऐसा सब लिखने के अपने को जो समझ में आया इंपोर्टर हैप्पी एक्सपोर्टर हैपी टेबल या मैट्रिक्स अपने हिसाब से आप बनाओ 40 60 80 रुपी डॉलर स्ट्रंग एक्सपोर्टर हैप्पी इंपोर्टर अनहैप्पी उस दिशा में उल्टा हो जाएगा एक्सपोर्टर अनहैप्पी इंपोर्टर हैप्पी सो दिस इज वन थिंग अभी यह जो करेंसी एक्सचेंज है 60 हो गया 80 हो गया किसने डिसाइड किया कैसे डिसाइड किया सो देर आर थ्री वेज करंसी एक्सचेंज रेट रेजीम मतलब की यह कौन तय करेगा कि डर का 83 होना चाहिए या 75 होना चाहिए देर आर थ्री वेस एक होता है फिक्स या पैग एक्सचेंज रेट रेजीम पैग मतलब की सपोज एक नेल होता किल होती और उससे मैं हथोड़ा मार के इधर नोटिस बोर्ड लगा देता कि आज से डलर का वैल्यू जो भी 83 होगा अगर हम ऐसी सिस्टम अपनाते तो उसको हम कहते हैं फिक्स या पैक एक्सचेंज रेजम ज आरबीआई खुद से डिसाइड करे सेंट्रल बैंक खुद से डिसाइड करे र हम यह वाली सिस्टम में मानते नहीं एक जमाने में था पर वो कोलप्पन करते हैं अल्टरनेटिवली वी कैन हैव सिस्टम कि जहां पर मार्केट डिसाइड करें आरबीआई सेंट्रल बैंक अपनी आंखों पर पट्टी बांध दे कि भाई मैं देखता ही नहीं जिसको जो करना है करो मार्केट डिसाइड करें ड का 50 होना चाहिए 6 100 कुछ होना चाहिए अगर ऐसा एक्सचेंज रेट रिजिम होता उसे हम कहते हैं फ्लोटिंग या फ्लेक्सिबल एक्सचेंज रेट रिजिम यूएसए में यह चलता है मतलब अमेरिकन सेंट्रल बैंक या यूएस फेडरल रिजर्व यह नहीं देखते भाई एक डॉलर का पाच यन 6 व जिसको जो करना है करो मैंने आंख प पट्टी आई डोंट केयर सो दैट इज फ्लोटिंग या फ्लेक्सिबल इंडिया के केस में क्या है हम लोग बीच में है ना हम पूरी तरह फिक्स करते हैं ना हम पूरी तरह मार्केट को खेलने देते हैं हमारा ऑफिशियल स्टैंड यह है कि वी हैव अ मैनेज्ड फ्लोट सिस्टम कि वो ऐसा कि सपोज अचानक 0 हो फिर अचानक बढ़ के वो 75 हो जाए तो हम ये नहीं चाहे हम चाहे धीरे-धीरे उसके अंदर स्टेबल रहना चाहिए सपोज 2 पर 5 पर से ज्यादा बढ़ना नहीं चाहिए तो उस वक्त आरबीआई कुछ एक्शन लेता है तो हम बीच के अंदर है उसको कहते हैं मैनेज्ड फ्लोट मैनेज फ्लोट मतलब मैनेज फ्लोट में हम लोग क्या करते हैं कि आरबीआई देखेगा शांति से कि ओके र का 0 है किसी दिन 59 हो गया किसी दिन 61 हो गया तो आरबी बहुत उसके पेट से पानी नहीं लेगा भाई करने दो इ पर अचानक से अगर एक्सट्रीम वोलेट आ जाए कि भाई 60 का सीधा 75 या सीधा 83 हो जाए तो भाई आग लग गई है आग लग गई है तो उसको बुझाना पड़ेगा कैसे बुझाए आप समझो यहां पर डॉलर का प्राइस बढ़ रहा है इसका मतलब क्या डॉलर की शॉर्टेज हो रही है अगर ओनियन का प्राइस बढ़ता कब जब नियन की शॉर्टेज होती तो यहां पर उसी तर पर अगर हमें डॉलर के प्राइस को कंट्रोल करना है और वह बढ़ रहा है तो हमें क्या करना चाहिए मार्केट में ओनियन का सप्लाई बढ़ाते अगर ओनियन महंगा हो रहा होता इधर डॉलर महंगा हो रहा है तो डॉलर का सप्लाई बढ़ाएंगे तोब इंडियन सरकार तो किसको कॉल करे अमेरिकन सेंट्रल बैंक तो हमारी बात मानेगी नहीं हमारी खुद की सेंट्रल बैंक के पास अगर कुछ पैसा होगा अपने फॉरेक्स रिजर्व में तो उससे वो अपना फायर ब्रिगेड चालू करेगी और इसको स्टेबल रख के नीचे लाने की कोशिश करेगी और ये असल में हो रहा है पिछले एक दो साल में इंडिया के मार्केट में डॉलर की शॉर्टेज हो रही है उसके दो कारण है फैट टेपरिंग और रशिया यूक्रेन क्राइसिस ये क्या है अभी आगे स्लाइड में देखते हैं सो यस देयर कुड बी सच सिनेरियो कि अचानक डॉलर बहुत महंगा हो जाए क्योंकि डॉलर की शॉर्टेज हो गई ये हमारे लिए बहुत अच्छी बात भी नहीं आप कहने डॉलर शॉर्टेज हो ग तो अच्छा है ना ये जितना स्ट्रांग हो जा तुमने अभी तो सिखाया कि अपने एक्सपोर्ट इंप्रूव हो जाएंगे एक्सपोर्ट इंप्रूव हो जाएंगे पर सामने इंपोर्ट भी तो महंगे हो जाएंगे खासकर रशिया यूक्रेन क्राइसिस के बाद फर्टिलाइजर महंगा हो गया तो अपने किसानों को उतनी ज्यादा तकलीफ हो फिर इलेक्शन सीजन में भारत सरकार ने उतनी ज्यादा सब्सिडी देनी पड़े ताकि फर्टिलाइजर सस्ता लगे तो और जगह प्रॉब्लम होती है सो वी वांट स्टेबल एक्सचेंज रेट सो वी हैव मैनेज प्लॉट सिस्टम आरबीआई इंटरेंस इन केस ऑफ एक्सट्रीम वोलेट अय अलग-अलग सिचुएशन में जब भी रुपया स्ट्रंग होता है तो उसको वैल्युएशन बोलते हैं एप्रिसिएशन बोलते हैं जब भी वीक होता है तो उसको डीवैल्युएशन बोलते हैं या डेप्रिसिएशन बोलते हैं कौन स सिस्टम में कौन सा वर्ड यूज करते हैं यह सब लिखने की कोई जरूरत नहीं है यह जो पावर पॉइंट है आपको बाद में यह लोग आपके रजिस्टर ईमेल आईडी पर भिजवा देंगे नीड नॉट वरी यह तो सब एनसीआरटी में भी दिया है कुल मिलाकर तो फिर यह फॉरेक्स रिजर्व क्या है और यह कैसे एक्युमटिका वगर से नेट इतना पैसा भारत में आया और सामने इंडिया से 100 ड बाहर भी जा रहे हो जब हमने य पेट्रोल या क्रूड यल इंपोर्ट किया वगैरह तो प्लस माइनस करके डिफरेंस क्या है प्लस 120 आया माइनस 100 बाहर चला गया तो बचा कितना नेट 20 हा तोय नेट 20 जाएगा आरबीआई के फॉरेक्स रिजर्व के अंदर वो कैसे व लंबी कहानी है अभी तो हम बेसिक समझ रहे हैं तो ऐसे करके हम फॉरेक्स रिजर्व एक्यूट करते हैं इधर ओके 20 आ गया फिर अगले साल मान लीजिए क्राइसिस हो जाए 2020 है कोरोना है बाहर से जो भी पैसा आता था वह कम आने लगा सपोज $50 ओनली और हम जो बाहर से मंगवाते थे ये मास्क सैनिटाइजर या कुछ तो $ चले गए तोब प्रॉब्लम हो गई प् 50 आया - 100 चला गया सो देयर इज अ डेफिसिट ऑफ 50 उसको हम अगर सेटल नहीं करेंगे तो रुपया बहुत ज्यादा वीक हो जाएगा क्योंकि डॉलर की इतनी शॉर्टेज दिखा रहा है मार्केट में तो फिर हम क्या करेंगे अपने फॉरेक्स रिजर्व में जो 20 था उसको यूज कर लेंगे और बाकी अपने को लोन लेनी पड़ेगी कितनी 30 क्योंकि 50 का नंबर लाना है तो हम आईएमएफ से लेकर आएंगे उसकी पूरी सिस्टम होती है एसडीआर सिस्टम वह सब क्या होता है वह अलग से हम एनसीआरटी और फ्री लेक्चर में मैंने पढ़ा है उसम अभी हम जाने करंट अकाउंट क्या है मतलब जितना पैसा इंडिया में आता है जाता है उसका हम हिसाब किताब रखते हैं उसको कहते हैं बैलेंस ऑफ पेमेंट उसके दो पार्ट होते हैं करंट अकाउंट एंड कैपिटल अकाउंट करंट अकाउंट के अंदर हम क्या लिखते हैं पहले बल पार्ट जो दिखता है कि हमने यह रिमोट इंपोर्ट किया कैमरा इंपोर्ट किया तो इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट में कितना पैसा आया गया प्लस माइनस कर सो दैट इज विजिबल पार्ट फिर इनविजिबल पार्ट की जहा हमने कुछ इंपोर्ट किया अपन दिख नहीं रहा है जैसे कि सर्विसेस आपने अपने बच्चों को अमेरिका पढ़ने के लिए भेजा सो यू आर इंपोर्टिन सर्विस पर वो सीधा आपको दिखता नहीं कि बॉक्स में भर के एजुकेशन आ गया ऐसा जो भी इंपोर्ट एक्सपोर्ट होता है सर्विसेस का वो करेंगे देन ट्रांसफर ट्रांसफर मतलब बिना मेहनत के पैसा जो मिले जैसे रेमिटेंस फैमिली ने विदेशों से पैसा भेजा गिफ्ट में पैसा डोनेशन में पैसा आया एंड देन इनकम कि आपने किसी को फॉरेन में लोन दिया था और उसकी इंटरेस्ट की कमाई हो रही है रतन टाटा ने जगर ब्रिटेन की कंपनी में इन्वेस्ट किया प्रॉफिट आ रहा है प्रॉफिट मतलब शेयर होल्डिंग है तो डिविडेंड का पैसा मिले यह सब चीज सो दि आर पार्ट्स ऑफ करंट अकाउंट फिर होता है कैपिटल अकाउंट कैपिटल अकाउंट में क्या आएगा एक तो इन्वेस्टमेंट का पैसा इक्विटी इन्वेस्टमेंट जो दो टाइप का हो सकता है अगर कोई फॉरेनर इंडिया की कंपनी में अप टू 10 पर शेयर होल्डिंग खरीदे तो इसको हम बोलते हैं फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट एफपीआई मोर देन 10 पर शेयर होल्डिंग खरीद ले जैसे लमार्ट ने फ्लिपक के अंदर जो भी 60 पर शर होल्डिंग खरीद ली तो उसको हम कहते हैं एफडी मतलब फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट विदेशी प्रत्यक्ष निवेश तो यह सब में पैसा आएगा जाएगा प्लस माइनस आप नेट निकालेंगे कुछ फिर हम लोन में पैसा लाएंगे जाएंगे तो प्राइवेट कंपनी अगर बाहर से लोन लाती है एक्सटर्नल कमर्शियल बोरोंग भारत सरकार आईएमएफ वर्ल्ड बैंक से लोन लाती है सोवन डेट हां तो यह सब भी पैसा आता जाता है चच इज पार्ट ऑफ कैपिटल अकाउंट एंड लास्टली बैंक डिपॉजिट्स कमला हैरिस जो यूएसए की वाइस प्रेसिडेंट है लेकिन वह एक्सिस बैंक में अपनी सैलरी सेव करे जो इंडिया का बैंक है तो यह तो हो गया फॉरेन करेंसी नॉन रेसिडेंट अकाउंट एफसीएनआर अकाउंट तो ऐसा जो पैसा आया गया या सामने इंडिया का बिजनेसमैन उसने स्विटजरलैंड में अकाउंट खोल के उधर पैसा सेव किया सो दज आर ल पार्ट्स ऑफ कैपिटल अकाउंट कुल मिलाकर यह सब कुछ है उसको हम क्या बोलते हैं बैलेंस ऑफ पेमेंट तो बैलेंस ऑफ पेमेंट भुगतान संतुलन क्या है किसी एक देश के जितने रेसिडेंट है जो लोग उधर रहते हैं उसका बाकी दुनिया के साथ पैसों का जितना लेनदेन है इट इज द फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन रेकॉर्ड ऑफ द रेजिडेंट्स ऑफ अ कंट्री विथ रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड और उसके अलग-अलग कंपोनेंट करंट अकाउंट कैपिटल अकाउंट विजिबल इनविजिबल ये सब ये चार्ट लिखने की जरूरत नहीं है ऑलरेडी मेरी जो फ्री सीरीज है उसमें अलग अलग जगह आपको पिलर थ्री में मिल जाएगा तो ये सब कुछ करके एक्सपोर्ट में पैसा कमाया गिफ्ट डोनेशन रेमिटेंस में कमाया इंपोर्ट का पेमेंट किया इंटरेस्ट का पेमेंट डिविडेंड का पेमेंट फॉरेनर्स को किया लोन का पैसा आया एफडीआई का आया एनआरआई डिपॉजिट का आया ये सब में प्लस माइनस करके सपोज 120 आया था और 20 बाहर गया था तो नेट बचा 20 वो सब फॉरेक्स रिजर्व में अमले हो फॉरेक्स रिजर्व के अंदर भी अलग-अलग चीजें होती है कि फॉरेन करेंसी में रखा बॉन्ड्स में रखा गोल्ड में रखा आईएमएफ में डिपॉजिट किया वो सब करके आरबीआई ये पैसा स्टोर करता है आरबीआई के करीब 500 बिलियन डॉलर के आसपास होता है चाइना के पास 3 ट्रिलियन डॉलर मतलब 3000 बिलियन डॉलर जितना होता है वगैरह वगैरह तो इस कारण से अब आप समझ सकते हैं कि हमने आगे देखा था कि अगर इन्वेस्टर्स बैंक में पैसा सेव ना करें और गोल्ड में सेव करें तो हमारा इंपोर्ट का खर्चा बढ़ जाएगा तो जो करंट अकाउंट वाला पार्ट था उसमें अपनी डेफिसिट हो जाएगी तो इसका मतलब कि भारत का ये जो पूरा इक्वेशन था बैलेंस था वो गड़बड़ हो जाएगा बैलेंस ऑफ पेमेंट जिसके चलते रुपया फिर वीक हो सकता है क्योंकि व ऐसा दिखाता है भारत में डॉलर की शॉर्टेज हो रही है जितने भी डॉलर आते हैं उसको ले लेक हम लोग बाहर और माल इंपोर्ट कर रहे और उन सबको डॉलर में पैसा वापस भिजवा रहे हैं तो वीक रुपी हो जाए $75 का 83 हो जाएगा तो उससे फर्टिलाइजर मेडिसिन सब इंपोर्ट महंगा हो जाए तो इट क्रिएट्स अ प्रॉब्लम ऑफ इंपोर्टेड इंफ्लेशन फैट टेपरिंग एक चीज समझनी है उससे पहले हम समझे कि आर्बिट राज क्या होता है सपोज मुंबई में गोल्ड आया 800 के अंदर और दिल्ली में सोने का भाव चल रहा है 900 मतलब यहां पर डिफरेंस है 00 का इस र को हम कहते हैं आर्बिट तो अगर मैं मुंबई से 6800 में गोल्ड खरीद के दिल्ली में बेचू 6900 में तो मेरा प्रॉफिट होगा 00 तो इसको आप क्या बोलेंगे इसको कहते हैं आर्बिट कि दो मार्केट के अंदर किसी चीज का प्राइस डिफरेंट होने से हमें जो पैसा मिलता है उसको बोलते हैं आर्बिट्राज अब ऐसा आर्बिट यह तो गोल्ड में मैंने आपको बताया यह ब्याज में भी हो सकता है इंटरेस्ट रेट आर्बिट क्या हो सकता है कि कोरोना के दौरान अमेरिकन सरकार और सेंट्रल बैंक क भाई हम लोन सस्ते करते हैं ताकि इधर सब लोग लोन ले दे दनादन शॉपिंग करें बिजनेस रिवाइव हो सके तो सपोज कोरोना में अमेरिका में लोन इंटरेस्ट रेट चल रहा 4 पर और इंडिया के अंदर मान लो लोन इंटरेस्ट रेट चला 8 पर तो यहां आर्बिट्राज की सिचुएशन हुई ना उधर सस्ता है इधर महंगा है तो अगर कोई आदमी अमेरिका से लोन लेगा और हिंदुस्तानियों को देगा तो उसका इधर फायदा हो जाए कितना फोर बिकॉज ही विल टेक द लोन एट फोर पर इंटरेस्ट इन यूएस एंड देन ही विल टेक ही विल गिव इट ए लोन टू इंडियस एट 8 पर इसके साथ जुड़े कांसेप्ट है क्वांटिस इ इंटरेस्ट रेट आर्बिट हुआ यह असल में 2020 में आप जानते कोरोना आया कोरोना में अमेरिका की सेंट्रल बैंक ने यह सोचा लोन सस्ते कर देते हैं ताकि पब्लिक दे दनादन शॉपिंग करे इकोनॉमी रिवाइव हो जाए तो मान लीजिए पहले उधर उनका लोन इंटरेस्ट रेट चल रहा हो 10 पर कम करके हो जाए 4 पर या 5 पर जो भी तो बहुत सारे फॉरेन इन्वेस्टर क्या करेंगे यूएसए से 5 पर ब्याज पर लोन लेकर इंडिया में आ जाएंगे और इंडिया में इन्वेस्ट करें इंडिया के शेयर मार्केट में यह तो फिर भी कोई बड़ा प्रॉब्लम नहीं है एक जमाने में पहले पेन ड्राइव लानी पड़ती थी इधर की बात नहीं आई टॉकिंग गुजरात पहली पेन ड्राइव लगाई डाटा उड़ गया ऐसा जोरदार वायरस था उसने कहा दूसरी लगाओ तो मैंने दूसरा भी लगाया फिर वो भी उड़ गया फिर उसने कहा तीसरा मैं मेरे पास है नहीं फिर उस दिन मैंने टेक्निक समझी कि इसलिए आपने ईमेल कर देना चाहिए पावर पॉइंट मतलब फिर उसका वो देख ले सो टुडे आल्सो में जो आया तो मैंने पहले पावर पॉइंट ईमेल कर दिया प के भरोसे मत रहो क्वांटिटेशन सेंट्रल यह कौन सा ठीक चल रहा है क्या है ओके ो अमेरिकन सेंट्रल बैंक उन्होंने लोन सस्ते कर दिए और य कुछ फॉरेनर्स वो सारा पैसा लोन में लेकर इंडिया में इन्वेस्ट करते हैं खासकर शेयर मार्केट और उसके अंदर भी फार्मास्यूटिकल आईटी यह इंडस्ट्री जो कोरोना में ज्यादा तेजी से चल रही थी वहां पर वो इन्वेस्ट करते एस अ रिजल्ट लॉट ऑफ मनी इ कमिंग टू इंडिया और यह कौन सा मनी है तो भाई डॉलर वाला मनी है तो डॉलर का सप्लाई बढ़ने लगा और आप जानते हैं जो भी चीज का सप्लाई बढ़ेगा तो वह सस्ता हो जाएगा तो इधर डॉलर सस्ता हो गया कि पहले वह 75 में मिलता था वह 73 में हो गया दूसरा उसी वक्त आप देखेंगे कि इंडियन स्टार्टअप इंडस्ट्री में बहुत सारा इन्वेस्टमेंट फॉरेनर्स करने लगे तो स्टार्टअप्स में ढेर सारे लोगों को जॉब्स मिलती है तीसरा क्योंकि ये इन्वेस्टर दे दनादन शेयर मार्केट में पैसा डाल रहे हैं तो शेयर मार्केट ऊपर चला जाता है शेयर मार्केट एक ऐसा जानवर है उसको जितना पैसा खिलाओ इ गो अप सो एफपीआई इन्वेस्टेड दिस मच शेयर मार्केट गोइंग दिस मच यह सब हो रहा था तो ये जो पूरा फेज चला इसको हम कहते हैं यूएसए का क्वांटिटी एजिंग मतलब उनकी सेंट्रल बैंक अमेरिका की सेंट्रल बैंक ने अपना लोन इंटरेस्ट रेट सस्ता कर दिया मनी सप्लाई बढ़ा दिया और उसकी जो पॉजिटिव इफेक्ट थी पर यह सब टेंपररी स्टेरॉइड था फिर उसने वापस वो इंजेक्शन खींच लिया 2022 तक पहुंचते हैं तो दो तीन बातें हो गई अमेरिकन सेंट्रल बैंक को लगा भाई महंगाई बहुत बढ़ रही है हमको लड़ने की जरूरत है तो हम अपना डॉलर सप्लाई कम करते हैं नए नोट कम छापें सीआरआर एसएलआर ो यह सब इंक्रीज कर देंगे वो क्या है अभी आगे हम देखते हैं एज अ रिजल्ट व्हाट हैपन कि जो लोन इंटरेस्ट रेट पहले 5 पर था सपोज यूएसए में वो बढ़ा के हो गया 8 पर पैरेलली इंडिया के अंदर जो शेयर मार्केट में प्रॉफिट था वोह कम होने लगा पहले सपोज 15 पर था वो 4 पर हो गया उसके कारण क्या रशिया यूक्रेन क्राइसिस हो गई उसके बाद सब इन्वेस्टर्स सोचने लगे भाई इंडिया के अंदर कंपनिया खास प्रॉफिट कर नहीं पाएगी एक्सपोर्ट नहीं हो पाएंगे महंगाई बढ़ रही है तो व वो शेयर मार्केट से पैसा निकाल के भागने लगे तो शेयर मार्केट गिरने लगा अब वापस आर्बिट सिचुएशन क्या होती है कि आदमी गिरने बैठे कि अगर मैं इंडिया के शेयर मार्केट में पैसा रखू एंड इट इज गिविंग मी 4 पर रिटर्न इन 2022 जबक यूएसए में ले जाकर बंड खरीद और सपोज वहां पर इंटरेस्ट मिल रहा मुझे 8 पर तो आर्बिट्राज हो गया ना इधर कम उधर ज्यादा है तो इधर का पैसा उधर आप लेके जाओ अब कोस रियल नंबर इससे ज्यादा रिफाइंड है यह तो समझाने के लिए मैंने मोटे नंबर लिखे व ऐसी चीज है कि 0.1 पर का डिफरेंस हो लेकिन जो एक बिलियन डॉलर लाता ले जाता है तो 0.1 पर भी बहुत बड़ी रकम हो जाएगी उसके लिए सो देन प्रॉब्लम स्टार्टेड किय सारे फॉरेन इन्वेस्टर अपने डॉलर्स इंडिया से निकाल के वापस ले जा रहे हैं तो डॉलर की शॉर्टेज होती है और जो भी चीज की शॉर्टेज होती तो महगा हो जाता है तो 75 का था वो 83 का हो गया जिसके चलते ब से इंपोर्ट करते थे वो सब महंगा हो गया तो यह फर्टिलाइजर और चीजें महंगी हो रही है शेयर मार्केट गिर रहा है कंपनियों में ले ऑफ हो रहे हैं से लेकर बहुत कुछ प्रॉब्लम आते तो जो पूरा जमाना है इसको आप क्या कहेंगे इसको हम कहते हैं फेड टेपरिंग फेड टेपरिंग प्रश्न फेड टेपरिंग का मतलब क्या फेड मतलब यूएस फेडरल रिजर्व टेपरिंग मतलब कोई ग्राफ हो उसकी अगर विड्थ कम होना शुरू हो जाए यह विड्थ कम हो रही है तो उसको हम कहते हैं ग्राफ टपर कर रहा है वो 90 के रो ऐसा टप टाइप का पैट पहनते थे एक तो बल बेल बॉटम होता है और एक ऐसा जो नीचे से छोड़ इट इज द ग्राफ इ डिक्रीजिंग तो मनी सप्लाई डिक्रीज हो रहा है ऐसा वो दिखाते हैं तो दिस आर द प्रॉब्लम्स तो बार-बार जब कुछ भी आपको इकोनॉमी में यह प्रॉब्लम एंड फैट टेपरिंग फैट टेपरिंग तो बोलना क्या चाहते हैं दिस इज द थिंग दे आर ट्रांग टू से तो हमने देखा करेंसी एक्सचेंज अब इससे रिवर्स में जाते हैं बजट टैक्सेशन देखिए बजट टैक्सेशन खुद से ही दो तीन घंटे का मुद्दा है और मैं ऑलरेडी उसको य प पूरा कंप्रिहेंसिवली खत्म ही कर दिया कि बजट के अंदर कोर चीज क्या फिजल डेफिसिट और उसके आसपास के कांसेप्ट पार्ट्स ऑफ द बजट इनकम टैक्स जीएसटी य सब कैसे कैलकुलेट होता है और गवर्नमेंट स्कीम सब्सिडी क्या है लेटेस्ट बजट में इंम बजट का देखा है तो अनअकैडमी का अनस्टॉपेबल चैनल उधर पावर पॉइंट डाउनलोड और सब कुछ है और वीडियो तो मैं इसमें अफ कोर्स मैं आपको थोड़ा ओवरव्यू दूंगा पर मैं लंबी कहानी नहीं कर रहा क्योंकि कहानी उधर हो चुकी कुल मिलाकर बजट क्यों प्रेजेंट करना है असल में बजट नाम का वर्ड है ही नहीं में कांस्टिट्यूशन यह बोलता है कि भाई टैक्स लेना चाहिए तो एक फाइनेंस बिल रखो बिल मतलब होटल का बिल नहीं वो आप रखेंगे उसको पास करके आपको एक्ट करना है मतलब यह विधेयक है जिसमें से कानून बनाना है फिर कहता है कि जो भी खर्चे करने आपने तो सरकारी एक कांस्टीट्यूशनल फंड है जिसका नाम है कंसोलिडेटेड फंड ऑफ इंडिया उससे पैसा खर्च करना है तो आप एप्रोप्रियेट स्ट सो कांस्टिट्यूशन रिक्वायर्स अस टू प्रेजेंट थ्री डॉक्यूमेंट टैक्स लेने के लिए फाइनेंस बिल खर्चे करने के लिए एक्सपेंडिचर के लिए एप्रोप्रियेट होता है नॉर्मली हम फेब्रुवारी के फर्स्ट वर्किंग डे पर रखते हैं अगर वो फस्ट फरवरी हो तो फस्ट फेरी को रखेंगे इसको बोलते हैं जनरल बजट और उसके एक दिन पहले 31 जनवरी को हम रखते हैं इकोनॉमिक सर्वे इकोनॉमिक सर्वे में दो बातें होती है कि लास्ट ईयर का क्या डाटा था और अगले साल हम क्याक करना चाहिए सजेशन होते है लेकिन इलेक्शन ईयर में अगर हम ऐसा बजट रख देंगे और उसमें सब पपु जम लोकलुभावन हो कि भाई 50 लाख तक इनकम टैक्स नहीं है सबको एक एक लाख रुपए ट्रांसफर कर देंगे तो फिर तो कांग्रेस को कोई वोट नहीं दे सारे वोट बीजेपी को आ जाए तो यह तो मतलब ठीक बात नहीं होगी य इक्वल फूटिंग पर इलेक्शन नहीं होगा इसलिए पॉलिटिकल पार्टीज ने आपस में एक कन्वेंशन बना दिया है कि भाई जब भी लोकसभा इलेक्शन ईयर होगा तो चुनाव से पहले हम बजट रखेंगे पर वो इंटरम बजट होगा मतलब उसमें कोई मेगा अनाउंसमेंट बड़ी बड़ी स्कीम योजनाए नहीं होंगी और उसे एक दिन पहले जो इकोनॉमिक सर्वे रखते थे वह भी नहीं रखेंगे प्रोबेबली क्योंकि इकोनॉमिक सर्वे रखेंगे उसमें कुछ भी डाटा हो कि महंगाई बड़ी है बेरोजगारी बढ़ी तो अपोजिशन वालों को मुद्दा मिल जाए तो उसको नहीं रखेंगे इलेक्शन हो गया वोटिंग हो गया फिर य जो भी जून जुलाई में वापस से आएंगे और फिर इकोनॉमिक सर्वे तब रखेंगे और तब जनरल बजट रखेंगे जनरल बजट जो होगा इसमें मेगा अनाउंसमेंट हो सकते हैं तो चुनाव से पहले एक चुनाव के बाद एक अब ऐसा जो बजट होता है उसके दो पार्ट होते हैं एक होता है रेवेन्यू पार्ट उसमें कुछ पैसा आता है कैसे आता है टैक्स में पैसा आएगा टैक्स में पैसा आएगा तो कुछ डायरेक्ट टैक्सेस होंगे जैसे कॉर्पोरेशन टैक्स इनकम टैक्स वगैरह जो सीधा आपसे लिए जाते है कुछ इनडायरेक्ट टैक्स होंगे कि मैं कार खरीदूंगा प्लस जीएसटी कार शोरूम के मालिक को दूंगा वो गवर्नमेंट में देगा तो ऐसे नहीं ऐसे गया इनडायरेक्टली सो दैट इज जीएसटी इंपोर्ट एक्सपोर्ट पर लगे कस्टम्स ड्यूटी पेट्रोल डीजल वगैरह पर लगे एक्साइज और ये गुटका वगैरह पर एक नेशनल कैलेमिटी कंटिजेंट ड्यूटी ये सारे टैक्स जो आए सपोज ₹ तो यूनियन गवर्नमेंट के पास ₹ नहीं बचेंगे उसमें से ₹1 उसने स्टेट्स को दे देने पड़ेंगे क्योंकि फाइनेंस कमीशन ऐसा बोल के गया वित्त आयोग 15 फाइनेंस कमीशन जिसके बॉस थे एनके सिंह अभी 16 आया अरविंद पनागर या वो अपना रिपोर्ट देंगे तब उसको देखें उसके अलावा कुछ ऐसा पैसा गवर्नमेंट को आता है कि सपोज रेलवे टिकट बेचा पोस्टल टिकट बेचा ओएनजीसी कंपनी में इन्वेस्ट किया उसने प्रॉफिट में से डिविडेंड दिया वगैरह वगैरह तो इन सबको हम कहते हैं नॉन टैक्स रिसीप्ट टैक्स के अलावा वाली आमदनी सो दिस आर सम पार्ट ऑफ द रेवेन्यू बजट सब टॉपिक इनकमिंग आउटगोइंग में क्या होगा जो पुराने लोन का इंटरेस्ट चुकाना है स्टाफ को सैलरी देनी है ग्रांट देनी है सब्सिडी देनी है यह सब उसी तरह कैपिटल पार्ट ऑफ द बजट होता कैपिटल पार्ट में मेनली बात होती है लोन की जो लिया दिया और दूसरी होती है डिस इन्वेस्टमेंट मतलब भारत सरकार की ओएनजीसी में अगर 100% शेयर होल्डिंग थी उसमें से 5 पर सेल कर दिया उसमें से जो पैसा है ट इ डिस इन्वेस्टमेंट और भी कंपोनेंट है इसलिए नहीं जा रहा ऑलरेडी लंबी चौड़ी उसकी सीरीज है फ्री में अभी पढ़ाई है उसको आप देखना ताकि हम इस लेक्चर में और नए चीज समझ सके अब होगा यह कि बजट में अपनी इनकम हो सपोज 30 लख करोड़ और एक्सपेंस 40 से ख करोड़ तो मतलब देर इ सम शॉर्टेज उसको कहते फिजल डेफिसिट तो इंट बजट ने जो भी बोला की 16.8 लख करोड़ की फीजल डेफिसिट है फीजल डेफिसिट यानी राज कोश खाद या गाटा क्या है इट इज द मनी गवर्नमेंट है टू बोरो आमदनी और खर्चे में अंतर है तो मतलब कुछ घाटा है उना पैसा मार्केट से लोन में लेना पड़ेगा उसको हम कहते फिजल डेफिसिट और भी कहानिया इसलिए मैंने बताया अनस्टॉपेबल पूरी वीडियो लिस्ट दे अनस्टॉपेबल इ चैनल अब आगे बढ़ते हैं बजट टैक्सेशन ठीक है वो जान लिया जो जानना था नाउ कम्स द टॉपिक मॉनेटरी पॉलिसी मोनेटरी पॉलिसी यानी मौद्रिक नीति जो आरबीआई बनाए जिसमें य सीआरआर एसएलआर पोरेट ओपन मार्केट ऑपरेशन पीएसएल यह सब होता है फिजल पॉलिसी यानी राजकोष नीति जो सरकार बनाए टैक्स सब्सिडी वेलफेयर स्कीम डिस इन्वेस्टमेंट सरकारी कंपनियों के शेयर इन्वेस्टर को बेच देना या पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप कोई एक एयरपोर्ट बनाए 100 करोड़ गवर्नमेंट के मेरे पास 50 तुम 50 दो मिलकर बनाएंगे और अदानी एयरपोर्ट चलाए एयरपोर्ट के अंदर जो भी डोमिनोज मैकडोनाल्ड स्टारबक की दुकाने होगी उसका रेंट लेगा अदानी करके 50 साल तक तुम यह सब करो तो यह सब क्या पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप कुल मिलाकर इन सभी चीजों से व्ट डज आरबीआई या गवर्नमेंट वांट फर्स्ट वी वांट टू कंट्रोल इंफ्लेशन वी वांट टू इंप्रूव जीडीपी एक्सपोर्ट को इंप्रूव करना है गरीबी हटानी है सशक्तिकरण करना है एंपावरमेंट य सब इसके टारगेट होते तो अभी अपना मुद्दा है मॉनेटरी पॉलिसी सपोज एक दूध वाला दूध बेच रहा है तो दूध महंगा कब हो जाएगा कि अगर घास महंगा हो जाए ग्रास बिकम एक्सपेंसिव या फिर कि उसका य जो भैंस है उसकी एज बढ़ जाए वह बूढ़ी होने लगे तो स्वाभाविक है वह कम दूध देगी तो अगर व कम दूध दे रही और इसने सोचा नहीं मुझे तो इतना ही प्रॉफिट मार्जिन मिलना चाहिए तो यह दूध में 50 नहीं र पर लीटर में बेचूंगा एंड देन मिल्क विल बिकम एक्सपेंसिव ऑन द सेम लॉजिक लोन कब महंगे होंगे तो मिल्क की जगह अगर लोन की बात करनी हो तो लोन कब महंगे होंगे जब घास महंगा हो जाए घास का मतलब क्या रेपो रेट व क्या होता है अभी आगे स्लाइड में देखें सो लोन कैन बिकम एक्सपेंसिव इ द रेपो रेट बिकम एक्सपेंसिव दूसरा कारण यह हो सकता है कि यह जो भैस बूढ़ी हो गई थी मतलब उसका एज इंक्रीज हो गया था इसलिए व मिल्क कम दे रही थी उसी तरह अगर आरबीआई सी को बढ़ा दे कि 3 पर की जगह 4 पर हो जाए तो इसके पास लोनेबल फंड्स कम हो जाएंगे तो वो सेम लॉजिक आएगा भाई कि मेरी भैस कम दूध दे रही है मुझको इतना प्रॉफिट ही चाहिए सेम टू सेम तो मैं मिल्क मतलब यहां की लोन उसको एक्सपेंसिव कर दूंगा ऐसा कौन बोलेगा बैंकर अब समझते हैं तो भाई यह रेपो रेट क्या था और सीआरआर क्या था कुल मिलाकर बात य बैंकर अदानी को लोन दे रहा है तो लोन इंटरेस्ट रेट क्या होगा 16 होना चाहिए 14 होना चाहिए क्या होना चाहिए वो डिपेंड करता है किसको जो रॉ मटेरियल इन्होंने जो भैंस बांधी है उसको घास कहां से मिल रहा है रेपो नाम के लोन आरबीआई से लेगा जनता से वह डिपॉजिट लेगा तोय सब इसको क्या प्राइस पर पड़ रहा है अल्टीमेटली यहां पर हम गोल क्या रख सकते हैं कि सपोज ओनियन जिसका प्राइस र पर किलो से 50 से 150 हो जाए और आरबीआई चाहता है भाई यह गलत हो रहा है मुझे यह सब सस्ता कराना है तो आरबीआई यह करे कि मैं लोन महंगे करा देता हूं ताकि पब्लिक शॉपिंग कम करे शॉपिंग कम करें तो अपने आप डिमांड कम हो जाएगी कि सपोज मैंने सोचा मैं मुझे नई गाड़ी खरीदनी है मैं ना खरीदूंगा कम शॉपिंग करेंगे तो ट्रिकल डाउन इफेक्ट हो सकता है एज अ रिजल्ट द डिमांड विल डिक्लाइन फॉर यंस तो ओनियन का भाव कम होना चाहिए तो वो सस्ता हो जाना चाहिए क्योंकि शॉपकीपर को भी ऑयन बेचना है ग्राग नहीं आ रहा है तो वो सस्ता करे यह तो समझाने के लिए कांसेप्ट है रियल लाइफ में इतना आसान भी नहीं है क्योंकि ऑयन में अगर मानसून के चलते सप्लाई कम हो तो आरबीआई कुछ भी कर ले लोन सस्ता मेंगा उस तो में प्रॉब्लम रहेगा बट दिस इज जनरल अंडरस्टैंडिंग कि महंगाई से लड़ना है तो रिजर्व बैंक ने लोन महंगे करने चाहिए ताकि जनता खरीददारी कम करे और दुकानदार अपने प्राइस सस्ते करे कस्टमर को अटैक करने के लिए अब उसके वास्ते वह क्या कर सकता है लोन इंटरेस्ट रेट वो महंगा कर दे अपने आप पब्लिक शॉपिंग कम कर देगी लोन इंटरेस्ट रेट कैसे महंगे हो ग तो मैंने आपको बताया कि लोनेबल फंड्स कम करा दो लोन में घुमाने के लिए कम पैसा होगा दूध वाले के पास दूध बेचने के लिए कम होगा उसकी गाय कम दूध देती होगी तो अपने आप वो महंगा कर देगा हां तो इसके लिए हम क्या कर सकते हैं सीआरआर बढ़ा दो एसएलआर बढ़ा दो रेपो रेट बढ़ा दो ओपन मार्केट ऑपरेशन वगैरह के खेल करो इसमें हम असल में समझते हैं क्या बात है फर्स्ट ऑफ ऑल व्हाट इज सीआरआर जनता बैंकों में पैसा डिपॉजिट करती है सपोज ₹ तो ये सारे 100 बैंकर लोन में नहीं घुमा सकता उसमें से उसने 50 पैसा एक ट्रक में भर के आरबीआई में डिपॉजिट करना होगा इसको हम कहते हैं सीआरआर कैश रिजर्व रेशो सो आउट ऑफ द डिपॉजिट्स 450 लॉक्ड इनटू सीआरआर अब आप समझो अगर आपने ₹ बैंक में डिपॉजिट किया तो बैंक वाला आपको 6 पर इंटरेस्ट पे करेगा मान लीजिए सेविंग्स प बचत प आपको ब्याज मिले उसी तरह बैंकर उन डिपॉजिट में से 50 पैसा आरबीआई में डिपॉजिट कर रहा है लेकिन आरबीआई उस पर उस बैंकर को कोई पैसा नहीं देगा 0 पर इंटरेस्ट मतलब अकोस प्रिंसिपल रिटर्न हो सकता है पर इंटरेस्ट ब्याज उसमें से कुछ नहीं मिलेगा अब ऐसी सिचुएशन में आप समझो कि यह जो सीआरआर 450 था अगर इसको तीन कर दिया जाए इसको 10 कर दिया जाए तो उस हिसाब से कितने लोनेबल फंड्स बैंकर के पास अवेलेबल रहते हैं या फिर कि उसके पास जो गाय थी उसका जितना दूध था वह कितना बचता है बेचने के लिए वो चेंज हो जाएगा उसी हिसाब से अपना लोन महंगा कर देगा एंड द रेस्ट ऑफ द थिंग्स आर सेटल दूसरा होता है कि जितनी डिपॉजिट आती है उसमें से कुछ पैसा बैंकर ने स्टैचूट लिक्विडिटी रेशो यानी एसएलआर में लॉक करना पड़े कि ₹1 डिपॉजिट आया तो ₹1 उसने लिक्विड एसेट्स में रखने लिक्विड एसेट मतलब या तो कैश या एकदम तुरंत से कैश में कन्वर्ट हो जाए ऐसी एसेट्स जैसे कि गोल्ड है गवर्नमेंट सिक्योरिटी है इन सब में उसने ₹1 लॉक करने होंगे इसको भी कम ज्यादा रेशो करके आरबीआई लोन इंटरेस्ट रेट प असर डाल सकता है क्योंकि इससे फर्क पड़ता है कितना दूध बेचने के लिए बचा है व्हाट इज गवर्नमेंट सिक्योरिटी बेसिकली गवर्नमेंट वांट्स लोंस सरकार को लोन चाहिए शॉर्ट टर्म के लिए चाहिए लेस देन वन ईयर के लिए तो वह कुछ इन्वेस्टमेंट इंस्ट्रूमेंट इशू करता है ट्रेजरी बिल है वेज एंड मींस एडवांसेज कैश मैनेजमेंट बिल वगैरह वगैरह उसको एक साल से ज्यादा के लिए एक साल या उससे ज्यादा के लिए चाहिए तो व गवर्नमेंट सिक्योरिटी इशू करता है आरबीआई पब्लिक डेट मैनेजर है वो क्या करेगा गवर्नमेंट के वास्ते मार्केट में ऐसे गवर्नमेंट सिक्योरिटी नाम के पेपर इ करेगा आप इन्वेस्ट करो आपको 8 पर इंटरेस्ट और प्रिंसिपल मिल सकता है तो यह होता है गवर्नमेंट सिक्योरिटी अब बात रेपो रेट क्या है यह जो आरबीआई के क्लाइंट है जैसे एक्सिस एक्सिस के मुझे डिपॉजिट में पैसा नहीं आ रहा या डिपॉजिट में पैसा आया था पर वो लॉक हो गया फिक्स डिपॉजिट में विजय माल लेकर भाग गया और मेरा जो डिपॉजिटर है व पैसा वापस मांग रहा है मेरी हेल्प करो मुझे शॉर्ट टर्म के लिए लोन दे दो आरबीआई उसको लोन देगा शॉर्ट टर्म के लिए पर इंटरेस्ट चार्ज करेगा कितना 6.50 पर और एक चीज गिर रख वाएगा वो क्या गवर्नमेंट सिक्योरिटी जो एक्सिस ने आरबीआई में गिरवी रखनी होगी तो यहां पर आरबीआई का जो प्रॉफिट है इंटरेस्ट रेट है वो कितना 650 उसको हम बोलते हैं रेपो रेट सो रेपो रेट इज द इंटरेस्ट रेट चार्ज बाय आरबीआई ऑन इट्स क्लाइंट्स फॉर शॉर्ट टर्म लोस एंड गवर्नमेंट सिक्योरिटी टेकन एस कोलेट एक बात तो फिर रिवर्स रेपो रेट क्या है उल्टा कर दो कि कोई बैंकर आरबीआई को शट ट का लोन दे दे य पर समझो आरबीआई ने कटोरा लिया है और आरबीआई के ठीक है मुझे आप लोन दे दो मैं इंटरेस्ट पे करूंगा जो भी कितना 3.35 और मैं गवर्नमेंट सिक्योरिटी गरवे रखूंगा रिजर्व बैंक एक्सिस बैंक में या बड़ौदा बैंक में गरवे रखे तो यहां पर आरबीआई जो इंटरेस्ट रेट पे करेगा उसको हम कहते रिवर्स रेपो रेट हालांकि य इतनी इंपोर्टेंट चीज नहीं है क्योंकि अब इस पर आरबीआई का इतना ध्यान नहीं आरबीआई नया इंस्ट्रूमेंट लेके उसका नाम है स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी एसडीएफ एसडीएफ ऐसा है कि क्लाइंट जैसे कि बैंकर जनता से लोन लिया आगे लोन घुमाया फिर भी कुछ सरप्लस पैसा बचा है तो बैंकर कहे कि मैं इसको इन्वेस्ट कर देता हूं आरबीआई के पास तो बैंकर बैंक ऑफ बड़ौदा आरबीआई में पैसा डिपॉजिट कर रहा है और आरबीआई सामने कहेगा ठीक है आपका य सेविंग्स का पैसा मैं समझता हूं और इस पर मैं आपको 625 इंटरेस्ट पे करूंगा एंड दैट इज कॉल्ड स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी यहां पर आरबीआई कोई गवर्नमेंट सिक्योरिटी प्लेज नहीं कर कुछ गरवे नहीं रखेगा और सामने बैंकर ने भी कुछ गवर्नमेंट सिक्योरिटी गरवे नहीं रखना यह बिना कुछ किए जाता है पैसा तो यू कैन थिंक ऑफ इट लाइक अ सेविंग अकाउंट जहां बैंक ऑफ बदार बाकी बैंक अपना सरप्लस पैसा आरबीआई में सेव कर रहे हैं और आरबीआई वाला उसको इतना ब्याज दे रहा है आप प्रश्न आरब का नुकसान नहीं होगा इसको पैसा दे रहा है भाई इसको दे रहा है इंटरेस्ट पर सामने इसी पैसे को किसी और को रेपो रेट में घुमाएगा वो तो उसका तो काम हो गया और क्या-क्या चलता है र आए थे बैंक में डिपॉजिट सीआरआर में 450 लॉक हुआ 8 एसएलआर में लॉक हुआ बाकी सब लोन में घुमाया लोन में घुमाते हैं तो इसमें भी कोटा सिस्टम है कि 40 पर ऑफ द लोन मस्ट गो टू प्रायोरिटी सेक्टर मतलब किसानों को वीकर सेक्शन को स्मॉल बिजनेसेस को जाना चाहिए और फिर यह सब करने के बाद भी सरप्लस पैसा बचता है तो बैंकर क्या करेंगे या तो एसडीएफ में या रिवर्स रेपो रेट के अंदर आरबीआई में डिपॉजिट कर सो दिस आर वेरियस टूल्स ऑफ मोनेटरी पॉलिसी इसको प्लस माइनस करके आरबीआई इकोनॉमी को शेप दे सकता है मेन टारगेट तो रहता है कि इंफ्लेशन को 2 टू 6 पर ऑफ कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स ऑल इंडिया उसमें कंट्रोल करने की उसकी कोशिश होती अब यह ऐसी चीज है कि खुद के अंदर य डेढ़ घंटे का मुद्दा है और फ्री में भी मैंने उतना ही कंप्रिहेंसिवली पढ़ा है जितना पेड में हम पढ़ते हैं वो पूरी हर साल एक सीरीज चलती तो अभी चले विन 24 वो मेरी प्रोफाइल प जाना unacademy.com इधर उधर ढूंढोगे तो उसमें किधर है सेकंड नंबर का लेक्चर है मॉनेटरी पॉलिसी वह पूरा देखिए उसका फ्री हैंड आउट और सब कुछ है यहां पर कंप्रिहेंसिवली ये सारी बात हुई है यहां पर टाइम लिमिट के चलते हम पूरा वो नहीं पढ़े ये खुद में दो घंटे का मुद्दा है बट इट इज फ्री ड नॉट वरी तो कुल मिलाकर हमने छह टॉपिक पढ़े पॉवर्टी इंफ्लेशन जीडीपी करेंसी एक्सचेंज बजट टैक्सेशन मॉनेटरी पॉलिसी प्रश्न इसके बाद क्या इसके बाद भी आप ऑफकोर्स मेरे कोर्स चलते हैं पर वो कोर्स ना भी जवाइन करो तो भी खुद से भी इकोनॉमी सेल्फ स्टडी में पढ़ सकते हैं कैसे पहला आता है फाउंडेशन या थरी थरी के अंदर मैं कहना चाहूंगा एनसीआरटी में मजा नहीं है तमिलनाडु या महाराष्ट्र उसकी क्लास 11 12 की आप टेक्स्ट बुक डाउनलोड करके पढ़ो बहुत अच्छे से उन्होंने समझाया मैं उन दोनों स्टेट एजुकेशन बोर्ड को बहुत-बहुत बधाई देता हूं कि उन्होंने इतनी अच्छी किताबें की बिना कोचिंग के भी आप पढ़ के खुद से समझ जाए आपको छोटे मोटे जो कांसेप्ट है ऐसा कुछ वीडियो वीडियो देख के आपने क्लेरिटी ले ली तो देन इट इज अ वक इन द पार्क तो एनसीआरटी की क्लास 11 12 की अंदर एनसीआरटी क्लास 11 आप पढ़ सकते हैं दैट इज मेनली फॉर बिल्डिंग वोकैबुलरी एंड मेंस आंसर राइटिंग स्किल कि आजादी के बाद क्या हुआ था बाकी जीडीपी वगैरह समझना है तो यह मेरे लेक्चर से भी या तमिलनाडु महाराष्ट्र की बुक से समझोगे ज्यादा आसानी से समझ पाओगे एनसीआरटी अननेसेसरी कॉम्प्लिकेट किया है तो फाउंडेशन आप उधर से कर सकते किधर यह जो बताया तमिलनाडु या महाराष्ट्र उसके बाद आप मीस के लिए वोकेबल और थोड़ी बेसिक फंड मतलब स्किल्स डेवलप करना एनसीआरटी क्लास 11 आप देखो इंडियाज इकोनॉमिक डेवलपमेंट उसके बाद सरकार के जो इकोनॉमिक सर्वे हर साल आते हैं पिछले चार पाच साल के आप इकोनॉमिक सर्वे उठाओ और उसका वह जो भी वॉल्यूम वन हो उसके हर एक चैप्टर के इंट्रोडक्शन कंक्लूजन देखिए उसमें से बहुत सारे आपको आईडिया मिलते हैं सरकार की मैगजीन आती है योजना कुरुक्षेत्र दो अलग मैगजीन है उसमें एक एक पेज का प्रीफेस होता है चीफ एडिटर्स प्रीफेस दो साल के देख लो उसमें वमन एंपावरमेंट के लिए ये क्लीन वाटर सैनिटेशन के लिए ये करना चाहिए एक एक पेज की समरी पढ़ो आपकी वोकैबुलरी डेवलप होती है दो साल से ज्यादा मत पढ़ो क्योंकि बाद में वो वापस रिपीट हो जाएगा तारक मेहता सीरियल में क्या होता है रिपिटेटिव कि हां भाई अब दिवाली आएगी तो उसके फेस्टिवल के लिए हम तीन दिन पहले और तीन दिन बाद करके एक वीक और कुछ एपिसोड बनाएंगे नहीं राइट तो सिमिलरली यहां पर भी मैगजीन का भी एक साइकिल होगा ना कि ठीक है हमने ये चलाया योगा आयुर्वेद वमन एंपावरमेंट क्लीन वाटर सैनिटेशन फिर अगले साल कुछ और किया फिर तीसरे साल यर वन का वापस सेमक तो इसलिए दो साल काफी है कुछ लोग क्या फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं तो मतलब 10 साल का आर्काइव डाउनलोड कर ट इज ऑफ नो यूज वोकेबल डेवलप बाकी न्यूजपेपर पढ़ो कॉलम्स पढ़ो पर पहले फाउंडेशन क्लियर करने के बाकी जो करंट अफेयर्स पिछले कुछ सालों के आपको पता होने चाहिए हर साल में अपडेट डालता हूं पर आपको एक साल से ज्यादा के देखने पड़ उसका कारण यह कि अब समझो 2022 तक में में बहुत सारे अपडेट नए आ गए थे कोरोना और उसके दो साल बाद में नेने थीम्स आए सो विन 22 उसके बाद विन 23 यह सब फ्री अपडेट सीरीज होती है जो अनअकैडमी प आपको मिल जाएगी मेरे प्रोफाइल पे और अभी चल रहा है विन 24 सो दिस इज हाउ यू प्रिपेयर द थिंग्स फॉर फ्री बाकी स्ट्रक्चर तरीके से करनी है तो अकोस कोर्स भी चलते हैं देखो इकोनॉमी का मतलब क्या है एग्जाम पॉइंट ऑफ व्यू से माइक्रो इकोनॉमिक्स एंड मैक्रो इकोनॉमिक्स माइक्रो इकोनॉमिक्स मतलब एक एक घर का एक एक कंपनी का सप्लाई डिमांड इलास्टिसिटी यह सब पिछले 12 साल में सिर्फ दो ही सवाल आईएस एग्जाम में आए माइक्रो इकोनॉमिक्स के तो मैं हर साल लाइव नहीं पढ़ाता एक बार रिकॉर्डेड कर लिया फिर वो रह गया तो माय रिकॉर्डेड कोर्स जज अवेलेबल 2023 के अंदर उसके दो लेक्चर 20 40 20 30 पेज का एंड आउट होगा वो आप देख सकते हैं इफ यू हैव टाइम इफ यू हैव नो टाइम तो छोड़ो इसको बाकी सब्जेक्ट तैयार करो फिर आता है मैक्रो इकोनॉमिक्स जो अभी हमने पढ़ा मतलब पूरे देश के अंदर जो भी इंपोर्ट एक्सपोर्ट जीडीपी टैक्सेशन वगैरह इसमें दो चीज होती है प्रीलिम्स और मेंस प्रीलिम्स का लास्ट कोर्स जो भी दो दिन पहले खत्म हुआ पीसीबी 11 तो फरवारी से लेकर जो भी म महीने तक था व खत्म हु नेक्स्ट लाइव आएगा प्रीलिम्स के बाद तो प्रोबेबली जून वीक फॉर पीसीबी 12 मल यह नंबर क्या पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड 12 टाइम्स नो इट इज पोस्ट कोरोना बैच नंबर 12 कोरोना के बाद में 12वी बार पढ़ा रहा हूं यूजुअली मैं साल में तीन बार पढ़ाता हूं कुछ बार चार बार यूजुअली तीन बार तो ऐसा करते करते कोरोना के य बवी बार में पढ़ा रहा मेंस का जो कोर्स है वह पुराना मैंने दिवाली के बाद शुरू किया था नवंबर में और जनुअरी 2024 में खत्म ट वास कप क्वालिटी एचट प्रोग्राम नंबर थ प्रश्न तुम 11 बार य पढ़ तीन बार मेंस प पहले क्या था मैं कंबाइन पढ़ाता बाजार में सब जेरोक्स पायरेटेड आपको नोट्स भी मिलते उसमें क्या एक बहुत ज्यादा चली थी पीसीबी से पीसीबी से तक य हुआ कि प्रीलिम और मेंस कंबाइन था अब उसमें तकलीफ क्या होती है कि प्रीलिम मेंस कंबाइन करो तो प्रीलिम की अगली रात भी आपको 1000 पेज देखने पड़े और मेंस की अगली रात भी 1000 पेज देखने पड़े जबकि इधर और उधर दोनों जरूरी नहीं कि हमेशा काम के तो मैंने स्प्लिट कर दिया प्रीलिम्स का अलग मेंस का अलग सो नाउ दिस पीसीबी 11 12 ये सब क्या सिर्फ प्रीलिम्स के और मेंस का अलग है तो कपथ कपी फ वो मैंने अलग किया वो इसका चौथा सीजन हो रहा है इसलिए मैं ऐसा बोल रहा हूं ये जो मेंस का कोर्स आएगा वो जुलाई टू सितंबर के अंदर होगा मतलब जून में समझो प्रीलिम्स एग्जाम है 15 दिन में उसका रिजल्ट आएगा उसके बाद ही लोग सीरियसली उसको देखना अप्रिशिएट करना शुरू कर तो इट विल बी इन जुलाई सो दिस इज वन अब आप कहे यह सब तो ठीक है पर फिर 2025 की मुझे पढ़ाई करनी है तो यह तो आउटडेटेड हो जाएगा ना क्योंकि अगर यह समझो अक्टूबर तक तुमने निपटा दिया उसके बाद नवंबर दिसंबर जनरी फेबरी का बजट यह सब क्या हर साल मेरी फ्री सीरीज आती है जैसा 22 23 ऐसा करके नेक्स्ट ईयर आएगा वो होगा विन 25 ट विल स्टार्ट इन फेबरी 25 तो मतलब जो लोग फ्री में पढ़ चाहते उनको क्या करना पुराना बहुत सारा देख के यह सब आप करो अदर वाइज यह सब नहीं करना है तो स्ट्रक्चर तरीके से तो कोई एक आप पकड़ लो कि ठीक है पीसीबी 12 प्रीम का मेंस कापी फो और अगले साल विन 25 खत्म एक और चीज में आप सबको बताना चाहूं देखिए 100 जीएस के सवाल होते हैं इसमें लास्ट वन ईयर का करंट अफेयर्स कितना 12 15 सवाल होते हैं यह डिपेंड करता है कौन क्लासिफाई कर रहा है जो सिर्फ करंट अफेयर्स पढ़ाना हो तो वो क्या बता ना चाहिए कि भाई करंट अफेयर्स बहुत ज्यादा पूछते हैं जबकि बहुत सारी चीज ऐसी है कि वो तो सालों से चल रही है कैन यू से दैट सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट इज अ करंट मतलब लास्ट वन ईयर का वो तो कब से चल रहा है या जीएसटी क्या लास्ट वन ईयर का है नहीं वो तो 2017 से चल रहा है वगैरह तो ऐसा जो एकदम प्योर की लास्ट वन ईयर में हुआ और पूछा गया 1215 सवाल होते हैं जिसमें से असल सॉल्व हो सके ऐसे सिर्फ चार एक ही सवाल होते हैं मैगजीन वाले बोल सकते हैं देखो ये हो गया पर भाई असल में आप प्रैक्टिकली कितना याद रख के जा सकते हैं मैं उसकी प्रैक्टिकल बात करर तो इसलिए बहुत ज्यादा उसमें टाइम स्पेंड मत करो अको स्टडी मटेरियल फ्री में आपको चाहिए अनअकैडमी का मंथली मैगजीन है दो साल का कंपाइलेशन पीटी 730 है पी वाई क्यू की बुकलेट प्रीलिम और मेंस की प्रीलिम की हिंदी में भी ट्रांसलेट करके रखी है और अभी 2024 23 का जो आंसर किया है उस हिसाब से जो गलतियां थी उसको रेक्टिफाई करके रखी इंडिया ईयर बुक की समरी भी या बना दी है या बना के अभी अपलोड कर रहे हैं यह सब फ्री आपको मिल जाएगा अनअकैडमी की वेबसाइट पे या ये जो ये लोग आपको लिंक शेयर करें फ्री मॉक टेस्ट भी चलते हैं यूसीएससी वो एक घंटे का टेस्ट होता है स्कॉलरशिप प्राइस वगैरह मिलते हैं वो आप दीजिए प्राइस मिले और स्कॉलरशिप वो सब मिले हर महीने दो बार वो करते हैं वो टे ग्रा चैनल वगैरह आपको फॉलो कर मिल जाएगा फिर यूआई पीएमटी वो ऑल इंडिया टेस्ट मतलब दो-दो घंटे का प्रीलिम जीएस का पेपर वन जीएस का पेपर टू मतलब सीसेट वो सब चलता है मॉक टेस्ट प बहुत छाती मत पीटो उसका मैं कारण पहले भी कई बार बता चुका हूं देखो मैथ्स रीजनिंग वगैरह में मैं आपको बता दूं स्पीड नटू टाइम इक्वल डिस्टेंस तो फिर आपको 50 दाखिले गिनने हैं अपनी स्पीड बढ़ाने के लिए पर इधर मैं कहूं कि गांधीनगर गुजरात का कैपिटल है तो झारखंड का क्या कैपिटल है तो उसका थोड़ा उधर आप सॉल्व कर सकते जबकि आप रट के नहीं आए सो फर्स्ट यू हैव टू मेमोराइज द थरी एंड फैक्ट्स सो मॉक टेस्ट आर इंपोर्टेंट बट दैट इज नॉट द मोस्ट इंपोर्टेंट थिंग पहले आप बहुत ज्यादा ज्ञान जमा करो सपोज य समंदर में इतनी मछली है मैं ये तीन मछली पकड़ लू और इसमें से मैं एक एमसीक्यू बना दूं कि भाई यह मध्यकालीन का राजा एक दो और तीन उसने ये किया तो इससे अगर यूपीएससी वाला फिर ये तीन मछली पकड़ के आपको प्रश्न पूछे तो आप कहां से सॉल्व करोगे सिवाय क्या आप रट के गए सारा पूरा समंदर का मछली देर फोर मॉक टेस्ट आर इंपोर्टेंट बट वो मेन चीज नहीं है पहले आप सारी जो चीजें पढ़नी है वह सब करो पीवा क सॉल्व करो ओवर ग्लोरिफिकेशन ऑफ मॉक टेस्ट से बचे पीवा क आप करें तो कंप्लीट द सिलेबस सॉल्व पीवा क फिल द गैप एरिया प्रैक्टिस मॉक टेस्ट यह सब है 2025 की जो तैयारी कर रहे उन्होंने सबसे पहले कौन से सब्जेक्ट निपटाने चाहिए इकोनॉमी पॉलिटी आईआर यह तीन अगर आप पहले निपटा दो तो फिर आप करंट अफेयर्स और न्यूजपेपर और कॉलम्स को ज्यादा एप्रिशिया आर और इंटरनल सिक्योरिटी के कुछ आयाम खासकर आईआर के कि सपोज य इजराइल पलेस्टाइन उसपे वर्ल्ड लीडर्स क्या चुप है क्या कर रहे हैं क्या रशिया पलेस्टाइन रशिया और यूक्रेन में सेम उनकी पॉलिसी है तो ये सब क्या इंटरनेशनल एथिक्स वर्ल्ड हिस्ट्री पढ़ो मतलब डू नॉट स्टार्ट विथ एथिक्स फर्स्ट यू कंप्लीट पॉलिटी आईआर वर्ल्ड हिस्ट्री देन यू गो टू एथिक्स तो आप उसको अच्छे से अप्रिशिएट कर पाएंगे और जवाबों को एनरिच कर पाएंगे कुछ आप में से ऐसे लोग होंगे जो कॉलेज जाते हैं या नौकरी करते हैं फिर कह हमारे पास टाइम नहीं बचता तो आप यह करो जब भी ट्रेवल कर रहे हो जब भी इधर-उधर आप थोड़ा फ्री टाइम बचता है लंच आवर रिसेस वगैरह में छोटी-छोटी किताबें मिलती हैं आईआर इंटरनल सिक्योरिटी एथिक्स वर्ल्ड हिस्ट्री पोस्ट इंडिपेंडेंट यह सब आप देख सकते हैं खासकर ये जो वर्ल्ड हिस्ट्री पोस्ट इंडिपेंडेंट इंटरनल सिक्योरिटी कोई भी सस्ती अजन से आप किताब पढ़ो सबका सिमिलर माल रहता है उसमें एंड यू डेवलप इट तो टाइम आपको सही से मैनेज करना चाहिए कुल मिलाकर तो सात आठ क्या सब्जेक्ट है हिस्ट्री पॉलिटी इकोनॉमी जियोग्राफी साइंस करंट अफेयर सीसेट एंड मोर ये जो अनअकैडमी इसमें क्या होता है एक तो बैच सिस्टम होती है मतलब कि डेली दो दो तीन-तीन क्लास चलते रहे और इस हिसाब से अपनी पढ़ाई हो सो दैट इज बैच दूसरा ये होता है कि जो रिपीटर स्टूडेंट्स है या एडवांस की जिनको ये कहना हो कि भाई मुझे तो पॉलिटी तो आता है मुझे सिर्फ सपोज की ज्योग्राफी अपडेट करना है तो क्या उतना सिर्फ वो बैच देख सकता है ज ब वो भी ऐसा देख सकता है पर वो सब क्या एक ही सब्सक्रिप्शन जो लोग 2024 की तैयारी कर रहे हैं उनका गुम फिर के साला इंपॉर्टेंट टॉपिक बता इंपॉर्टेंट टॉपिक कोई प्रिडिक्ट नहीं कर सकता लेकिन अगर हम ऐसा माने कि पिछले साल की पैटर्न को कायम रखें तो जियोग्राफी एनवायरमेंट के 30 सवालों और हम प्रैक्टिकल बनके शायद 15 टिक कर पाए पॉलिटी के 15 सवालो प्रैक्टिकल बन के हम 10 टिक कर पाए पांच कैसे होंगे कि कोल कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया का यह वाला है कि नहीं या फॉरेनर्स को इंडिया के अंदर वो एडवोकेट बोल के वो कर सकता है कि नहीं वगैरह वगैरह सो देर आर सम रैंडम क्वेश्चन जो आपको नहीं कर पाएंगे इकोनॉमी एंड गवर्नमेंट स्कीम्स कुल मिला के सपोज 18 सवाल हो तो 10 हो पाए आपके तुम इधर इतना पढ़ाते हो और तुम खुद ही अपने को डाउन प्ले कर रहे टोटली एक्सेप्टेड क्योंकि वो बहुत सारी ऐसी चीजें बताते हैं जो अपने को नहीं पता होती ये अभी हमने देखा सुरेश तेंदुलकर बोल के गया कि भाई हर स्टेट के अंदर पॉवर्टी लाइन डिफरेंट होगी सो देर आर मेनी सच थिंग्स विच आर नॉट नोन टू अस बिकॉज दे आर नॉट गिवन इ बुक्स और वो पूछते हैं अभी पिछले एक दो साल से ऐसा किया शेयर मार्केट का सब एडवांस लेवल का पूछने लगे जो कि हम पहले नहीं तैयार करते अकोस मैंने मटेरियल अपडेट किया पर फिर भी ऐसी कोई गारंटी नहीं कि हो पाए सब कुछ तो मैं प्रैक्टिकल होके कम उसको रखता हूं ऐसा करके सपोज ये 35 क्वेश्चन हम खींच पाए बाकी हिस्ट्री साइंस स्पोर्ट्स अवार्ड्स यह सब में से आप और कुछ खींच पाओ एंड सपोज मे बी 40 राइट 629 रंग करके कुछ 76 मार्क के आसपास तो ऐसा अगर कट ऑफ हो सकता एक बात हो सकती थी अजूम की लास्ट ईयर जो 75 कट ऑफ था यह भी इफ एंड बट वाली बात है कुल मिलाकर यू हैव टू डू मोर देन दिस मैं सिर्फ आपको इसलिए बता रहा हूं कि रशियन सलाड वेडिंग या रिसेप्शन के अंदर वह मेन चीज नहीं है सब्जी रोटी दाल चावल मेन चीज है मतलब ज्योग्राफी एनवायरमेंट पॉलिटी इकोनॉमी ये ऐसी चीज है कि जो आप पढ़ के जाओगे तो भाई इतनी चार जाड़ी किताब मैंने करी और इतना मैं कुछ निकाल सकता हूं यू कैन नॉट से सेम थिंग विद सेम सर्टेनटीज टेक प्रेशर कुकर का हैंडल या उसका ढक्कन इतना लंबा होगा तो वो दाल गर्म होगी कि नहीं ऐसा वो प्रश्न पूछता है जिस पर आंसर की कोचिंग वालों की मैच नहीं होती है तो बहुत कुछ ऐसा साइंस टेग में आता है जो अपने को रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट ठीक नहीं सेम गोज फॉर हिस्ट्री स्पोर्ट्स अवार्ड में भी कुछ तो ऐसा हो पूछते हैं कि नहीं जमता है प्रायोरिटी ऑर्डर सबसे पहले जियोग्राफी एनवायरमेंट निपटा क्योंकि फॉरेस्ट सर्विस कंबाइन है तो वो उसका ज्यादा पूछते हैं फिर टाइम बचे इकोनॉमी गवर्नमेंट स्कीम्स पॉलिटी आईआर फिर टाइम बचे आर्ट कल्चर हिस्ट्री फिर टाइम बचे साइंस फिर टाइम बचे मिसस जनरल नॉलेज मिसाइल स्पोर्ट्स डिफेंस सबसे पहले थरी निपटा हो फिर कंटेंपररी इश्यूज मतलब जो पा सा 10 साल से चलते हैं जीएसटी और सी वगैरह फिर टाइम बचे तो एक साल का करंट अफेयर्स एक साल का करंट अफेयर्स मेन चीज नहीं है यूजुअली बड़े टीचर से आप पढ़ते हैं तो ज्यादातर चीजें उसने कवर कर दी होते है कुछ उसको फ्री में उसने अपडेट दे दिए होते हैं बाद में सो इट इज मेनेजेबल अनअकैडमी हाउ इट कैन हेल्प यू दो ऑरिंगर मतलब आप घर पर बैठते हैं और लाइव क्लासेस आप अटेंड करते हैं दूसरा इनका य ऑफलाइन सेंटर है जहां पर आपको ऑफलाइन में तैयारी करनी हो दोनों के अपने प्लस माइनस होते हैं सो डिपेंडिंग की किसको किस टाइप का गाइडेंस चाहिए यह वाला यह वाला य आप पर है कुल मिलाकर सब नेटफ टाइप का है कि जीएस क्रैश कोर्स सीसेट कोर्स मेंस आंसर राइटिंग प्रीलिम मेंस की टेस्ट सीरीज सब आपको एक ही बार में मिलता है और इसके अंदर अनलिमिटेड टाइम्स यू कैन रिव इट ऐसा नहीं कि टैबलेट लि और तीन बार के बाद खुले नहीं टॉपर्स भी पैदा हुए टॉपर्स के अंदर आप जानते हैं आजकल क्या चले कि सपोज कोई कहे कि हमारे इतने सारे टॉपर्स है तो बहुत सारे ऐसे होते हैं जो मॉक इंटरव्यू से आते हैं मॉक इंटरव्यू वाला क्या वो तो 10 जगह जाए तो 10 वाले क्लेम करें हमें यह देखना चाहिए कि तुम्हारे प्योर पेड प्रोग्राम्स को खरीदकर पढ़कर कितने बच्चे सिलेक्ट हुए वह नंबर है 7070 प्स जो बहुत ही हाई है वन यू गो फॉर इट अब बाकी लोगों के मैं नाम नहीं ले सकता परन फ्रंट पेज पे वो ऐड देते हैं तो आप देखना नीचे सब लिखा होता है कि भाई ये इंटरव्यू गाइडेंस वाला ये ये है ये है करके बहुत सारे फेमस हैं उनके इनसे काफी कम नंबर है आई एम टॉकिंग अबाउट पोरली जो उनके क्लासरूम या पेड स्टूडेंट्स सो दैट शोज द अचीवमेंट ऑफ अनअकैडमी सीरियस हार्डकोर यहां पर टीचर्स हैं और सीरियस लर्नर भी यहां जुड़ते हैं र तो ये आज का अंत है अनअकैडमी लेट्स क्रैक इट