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Class 11 Political Science: Social Justice

हेलो एवरीबॉडी दिस इस digrasting राजपूत वेलकम तू माय नाइट ब्रेन इस वीडियो से एक नए चैप्टर स्टार्ट करने वाले हैं क्लास 11th पॉलिटिकल साइंस की जो आपकी प्यारी सी बुक है पॉलिटिकल थ्योरी का चैप्टर अन सोशल जस्टिस सोशल जस्टिस एक ऐसा चैप्टर है जो आपको आपने अभी तक जो बुक में पढ़ा है उससे रिलेट करना है ठीक है और इसे एक नए डाइमेंशन एक नए का सकते हैं आइडिया के साथ में देखना है आपके जो बुक है पुरी पॉलिटिकल थ्योरी की तो आपने इसमें अभी तक क्या देखा जैसे फ्रीडम आपने एक चैप्टर पढ़ा है एक चैप्टर आपने इक्वलिटी पढ़ा है तो जब मैंने इक्वलिटी चैप्टर आपको पढ़ाया था तब मैंने बताया था की कैसे इक्वलिटी जो है वो फ्रीडम से जुड़ा हुआ है दोनों जो इतिहास है एक दूसरे के साथ में चलते हैं वैसे ही आप देखोगे की जस्टिस जो है तो जस्टिस बहुत हद तक आपको जो टॉपिक्स आप आगे पढ़ोगे जस्टिस और इक्वलिटी में सिमिलरिटी देखने को मिलेगी ठीक है एक ऐसे भी पॉइंट आएंगे कुछ टॉपिक जहां पे आएंगे मैं आपको रिलेट करवाऊंगी की जस्टिस के जो प्रिंसिपल्स हैं वो इक्वलिटी के प्रिंसिपल से रिलेटेबल है बहुत ज्यादा तो बेसिकली हम इस चैप्टर को बहुत अच्छी तरह से पढ़ने वाले हैं समझने वाले हैं सारे ही डाइमेंशंस हैं पहला वीडियो लेक्चर है और जैसा आपको पता है की पहला वीडियो लेक्चर क्या होता है की इंट्रोडक्टरी वीडियो लेक्चर होता है जिसमें मैं आपको चैप्टर की थीम समझता हूं की चैप्टर किस बारे में है और साथ ही साथ में हम आपको ये बताते हैं की चैप्टर में आप कौन-कौन से टॉपिक्स पढ़ने वाले हैं फाइन तो समझते हैं देखो पहला सवाल जो आपके मैन में आया होगा की व्हाट इसे जस्टिस जस्टिस यानी न्याय ठीक है अब न्याय की जो हमारी डेफिनेशन है हम न्याय से क्या समझते हैं ना वो बहुत ज्यादा मल्टी डाइमेंशनल है ठीक जैसे क्रूड लेवल पे अगर देखा जाए तो हम जस्टिस को किस रिलेट कर देते हैं कोट्स से मतलब जो न्यायालय होते हैं ना हम क्या बोलते हैं की जस्टिस का कम न्याय कहां मिलता है तो आप चले जाओ कोर्ट में कोर्ट में चले जाओगे आपको न्याय मिल जाएगा ठीक है ये जो लेडीज जस्टिस होती है जो मूर्ति होती तो ये ये देखते समय क्या लगता है ये देखते समय लगता है की न्याय की देवी है ये ठीक है न्याय की देवी है पैर पढ़ो तो अब क्या होता है की हमारी डेफिनेशन वहां तक है की जस्टिस ये होता है की जस्टिस कोर्ट में दिया जाता है लेकिन जस्टिस को हम हमारी लाइफ के हर पिक्चर में देखते हैं जैसे क्या जैसे आप देख रहे द छोटा भाई है तो मम्मी पापा उससे ज्यादा लड़ प्यार कर रहे हैं तो आप क्या बोलते हैं की आप जस्टिस नहीं कर रहे होंगे पापा ठीक है ये गलत है वही चीज क्या होती है की स्कूल में स्कूल में आपके टीचर से आपकी नहीं बनती है ठीक है और एक बच्चा है वो टीचर का फेवरेट है तो टीचर है उसको चार नंबर ज्यादा दे दिया आपके दो नंबर काट ली उल्टे ठीक है ऐसा करते नहीं है टीचर लेकिन ऐसा होता है तो आप क्या बोलते हो की ये जस्टिस नहीं हुआ है तो हमारे साथ में क्या हो गया इंजस्टिस हो गया ठीक है तो उसे तरह से एक जस्टिस जो होता है ना जस्टिस एक ऐसी चीज है की हमें हर पॉइंट पे उसकी जरूरत होती है ठीक तो हर पॉइंट पे जो जरूरत होती है उसको बहुत अच्छी तरह से कंपेयर किया गया है लव के साथ में अभी वो समझता हूं मैं आपको ठीक है तो जस्टिस जो आपका चैप्टर है सोशल जस्टिस के बारे में बताता है ठीक है अब सोशल जस्टिस में आपको ज्यादा कंफ्यूज नहीं होना है न्याय के आगे सोशल लग गया मतलब सामाजिक न्याय की बात की जा रही है की सुसाइड लेवल पे जस्टिस किस तरह का होता है वो चीज यहां समझे जा रही है सोसाइटी लेवल पे जस्टिस समझ में आता है तुम्हें की सोसाइटी में जवाब देते हो रहते हो ना तो सोसाइटी में हर इंसान क्या चाहता है अपने लिए न्याय चाहता है और एक टाइम्स सी फुल डेट आदर पीपल शुड अलसो गेट जस्टिस ठीक है कैसे तो जैसे आप कंपेयर करो किस से लव से जस्टिस इस ए लॉट लाइक लव प्यार अब प्यार की जब बात कर रहे हो तो प्यार को सिर्फ गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड तक मत ले जाना ठीक है प्यार के जैसे अगर हम बात करते तो हर इंसान को प्यार चाहिए रहता है किस सेंस में तो माता-पिता से भाई-बहन से दोस्तों से ठीक तो हम एक्सपेक्ट करते हैं की हमेशा का रहे हैं प्यार बना रहे उसी तरह से हम जैसे व्हेन सी टॉक अबाउट लव तो एवरीवन नीड इट ठीक है प्यार की जब बात होती है तो हर इंसान को चाहिए रहता है वैसे ही जस्टिस भी हर इंसान को चाहिए रहता है ठीक है अब क्या हो जाता डिफरेंस के अलावा जैसे आप इंडिविजुअल लेवल पे देखते हो आप ठीक है आपको जैसे सरवाइव करना है तो आप लोगों के साथ में एक बॉन्ड बनाते हो ठीक है आप पेरेंट्स के साथ में एक बॉन्ड बनाते हो आप अपने फ्रेंड्स के साथ में एक बॉन्ड बनाते हो ठीक है कुछ लोग गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड बनाते हैं तो एक बॉन्ड जो बनता है ना आपका वो आपको क्या कर सकता है सरवाइव करते लगता है आप सेटिस्फाइड फुल करते हो ठीक है उसी तरह से जस्टिस जो होता है ना तो सोसाइटी के लेवल पे सुसाइड के लेवल पे क्या होता है सोसाइटी लेवल पे से देखोगे तो कुछ पावरफुल भी होते हैं कुछ वीक लोग भी होते हैं अब पावरफुल हमेशा क्या कर जाएंगे domininate कर जाएंगे किसके ऊपर वीक के ऊपर ठीक तो अब पावरफुल वीक के ऊपर डोमिनेट ना कर जाए और उसे बीच में क्या होता है की विक्स के राइट्स को प्रोटेक्ट किया जाए जैसे आप फ्रीडम और इक्वलिटी से जोड़ो इसे फ्रीडम में क्या होता है रीजनेबल रिस्ट्रिक्शन जो होते हैं कांस्टेंट्स जो होते हैं वो कांस्टेंट्स क्या दर्शाते हैं कांस्टेंट्स जस्टिस को ही तो दर्शाते हैं की कांस्टेंट्स होते हैं तभी वीक जो रहता है वो क्या करता है कॉन्फिडेंट फुल करता है की वो अपनी फ्रीडम को इंजॉय कर पाएगा बताया ना मैंने स्टार्टिंग में क्या आपको कनेक्ट करना है जो पहले के पॉलिटिकल इतिहास वैल्यूज थॉट्स जो आप पढ़ के आए दो चैप्टर में ठीक है तो सोसाइटी के लेवल पे जस्टिस की बात की जाती है की जस्टिस जो न्याय जो सोसाइटी लेवल पे होना चाहिए ताकि क्या हो की जरूरत हर इंसान को होती है जैसे मैं आपको बता रहा हूं जस्टिस जो होता है तो जैसे इंडिविजुअल हर इंडिविजुअल चाहता है की उसके कोई प्यार करने वाला हो वो किसी को प्यार करें एक बॉन्ड रहे ताकि वो सेंस ऑफ कंटेनमेंट है उसके अंदर तो वैसे जस्टिस की जब बात करते हैं हम तो जस्टिस भी क्या होता है की उसके लिए तो कम से कम जस्टिस हो ही हो हर क्या चाहता है की मुझे न्याय मिले मेरे साथ गलत ना हो और एक टाइम्स सी फुल डेट आदर पीपल शुड अलसो गेट जस्टिस ठीक है अब दो लोगों की लड़ाई होगी तो हमें देखते हैं की यार इसकी कोई गलती नहीं थी इसको जबरन इसकी टी हो गई है इसे भी है जस्टिस मिलना चाहिए तो जस्टिस समझ रहे हो ना आप जस्टिस क्या है एक ऐसी फीलिंग एक ऐसी फीलिंग की जगह हम कहेंगे की ऐसा आइडिया है की ऐसी वैल्यू है जो हर इंडिविजुअल सीट करता है ठीक है तो आदर फॉर क्वेश्चन फॉर जस्टिस आर ऑफ सेंट्रल इंपॉर्टेंस फॉर पॉलिटिक्स पॉलिटिकल थ्योरी क्या है पॉलिटिकल थ्योरी डील्स विद दी सोशल इकोनॉमिक डील विद डी आइडिया विच कंसर्न सोशल इकोनॉमिक लाइफ ऑफ अवर ऑफ इंडिविजुअल्स ठीक है तो इंडिविजुअल्स की लाइफ जो है उन्हें जो जो आइडिया इन्फ्लुएंस करते हैं वो सारे इतिहास आप पॉलिटिकल थ्योरी में पढ़ते हो जैसे फ्रीडम पड़ा है इक्वलिटी पढ़ा तो उसी तरह से जस्टिस भी क्या हो जाता है एक इंपॉर्टेंट आइडिया हो जाता है ठीक है और जस्टिस से जो है जितने भी सवाल है की जस्टिस क्या होता है सही मायने में क्या जस्टिस सिर्फ इंडिविजुअल अपने लिए देखता है समाज में जस्टिस किस तरह से आना चाहिए तो जस्टिस से जुड़े जितने भी सवाल है जस्टिस से जुड़े हुए हैं जितने भी डाइमेंशंस हैं हर चीज होती है तो देविका मैन इंपॉर्टेंट और सेंट्रल आइडिया ऑफ सेंट्रल आइडिया फॉर पॉलिटिक्स पॉलिटिक्स की बात करते हैं तो एक इंपॉर्टेंट मुद्दा बन जाता है ये आया समझ में तो बेसिकली ये वीडियो लेक्चर का पर्सपेक्टिव यही है की आपको जस्टिस के बारे में थोड़ी चीज बताइए जाए क्योंकि क्या होता है की अधिकतर हमने अभी तक जस्टिस जितना जाना था वही क्लास में चार नंबर को लेके जाओ लड़ाई हो जाती है इन पार्शियल्टी हो जाती तो हम जस्टिस को वहां तक सिंधी रखते द लेकिन जस्टिस एक बहुत ब्रॉड आइडिया है ठीक है उसे आप अलग-अलग पॉइंट ऑफ व्यू से देखने की कोशिश करो ठीक है और अगर नहीं देखा है आज तक तो इस चैप्टर को जब आप पूरा पढ़ोगे तो आपको समझ में आएगा की जस्टिस कितने मल्टी डाइमेंशनल चीज है ठीक है तो कौन-कौन से टॉपिक्स पढ़ोगे आप देखो अब ये सारे टॉपिक्स पढ़ने वाले हो व्हाट सी आर गोइंग तू स्टडी इन दिस चैप्टर तो सबसे पहला मूवी देखेंगे व्हाट इस जस्टिस अब इसमें क्या है व्हाट इस जस्टिस में देखो थ्योरी पढ़ रहे हो थिंकर्स के बिना थ्योरी अधूरी है ए गया समझ में थिंकर्स के बिना थ्योरी अधूरी है तो आप जस्टिस कैसे डिफाइन किया गया है चैप्टर वैन में भी आपने देखा था सॉफ्टवेयर्स और सिफारिश वगैरा जब ये बात कर रहे द तो उन्होंने जस्टिस को अपने अलग-अलग डाइमेंशनल बताया जस्टिस क्या है की जिसका जो ड्यू है वो उसे दे देना अब मैन लीजिए आपका एक दोस्त है ठीक है उसने आपके पास हथियार रखे द आप वो दोस्त गुस्से में आया आपके पास अब क्या उसको आप उसके हथियार दे दोगे जस्टिस की डेफिनेशन तो बोलते की जिसका जो व्यू है वो उसको दे दो उसके हथियार तो उसको दे दो लेकिन अभी वो सही मूड में नहीं है गुस्से में पता लगा आपने हथियार दे दी उसने किसी को जाके उदा दिया तो इस सेंस में क्या है की वहां पे हथियार नाभि लोग तो भी जस्टिस हो गया तो जस्टिस बहुत मल्टी डाइमेंशनल है तो उसी तरह से हम देखेंगे की एथेंस में जो थिंकर्स उन्होंने क्या कहा हमारा असिएंट इंडिया जो है तो जस्टिस को कैसे धर्म से रिलेट करता है चाइनीस फिलॉस्फर्स के पर्सपेक्टिव से देखेंगे हम ठीक है तो वहां पे आप जस्टिस की डेफिनेशन को अलग-अलग पॉइंट ऑफ व्यू से देखोगे कांत का क्या ओपिनियन है जस्टिस के ऊपर वो सारी चीज आपको कोई व्हाट इस जस्टिस वाला जो टॉपिक है आपकी बुक का उसमें samjhaunga अब जस्टिस को फिर तीन डाइमेंशन पे और एक्सप्लेन किया गया है अच्छी तरह से तो जैसे क्या है इक्वल ट्रीटमेंट फॉर इक्वल्स अब इक्वलिटी वाला चैप्टर आप पीछे पढ़ के आए हो तो इक्वल ट्रीटमेंट फॉर इक्वल्स ठीक है इक्वल्स के लिए एक बार ट्रीटमेंट जो उन इनिक्वाल से उनके लिए अनइक्वल ट्रीटमेंट तो क्या जस्टिस में भी यही अप्लाई होता है सवाल आया मैन में समझेंगे इसे आगे ठीक है प्रोपोर्शनेट जस्टिस प्रोपोर्शनेट जस्टिस मतलब क्या है की जस्टिस का जो proporation होता है वो वेरी करता है हर इंसान को एक प्रोपोर्शन में जस्टिस मिलेगा जैसे फॉर एग्जांपल मैं आपको एक बहुत अच्छी चीज बताता हूं की आप की अब जैसे मर्डर कर रहे हो आप ठीक है करना मत कभी अब मटर करते हो तो अगर आप वो सेल्फ डिफेंस में करते हो तो उसके अगेंस्ट मैं आपको पनिशमेंट कम मिलेगी ठीक है और अगर कोई इंटेंसिटी कर रहे हो की बस मारना ही था किसी को इसलिए मारा आपने तो उसके रिटर्न में आपको पनिशमेंट ज्यादा मिलेगी ठीक है तो वही है की प्रोपोर्शनेट जस्टिस को मतलब ये टॉपिक मैं samjhaunga की हम और अच्छे से फिर ए जाएगा रिकॉग्निशन ऑफ स्पेशल नीड्स तो ये व्हाट इस जस्टिस में आप ये तीन इशू पे जस्टिस को समझने की कोशिश करोगे क्या होता है की जब बात की जाती जस्टिस की तो रिकॉग्निशन ऑफ स्पेशल नीड्स इसे अलसो वैन ऑफ डी इंपॉर्टेंट क्राइटेरिया व्हेन सी टॉक अबाउट जस्टिस ठीक है न्याय देना है की जिसको आप जब भी न्याय देने की बात करोगे तो कभी-कभी आपको कुछ स्पेशल नीड्स को भी कंसीडर करना होगी जैसे मैंने आपको बताया मर्डर वाले केस में कोई सेल्फ डिफेंस में अगर गोली चला रहा है क्यों अगर गोली चला ऐसे कुछ बहुत सारे स्पेशल नीड्स होते हैं जहां पे जस्टिस को अलग डाइमेंशन से अलग चश्मे से देखा जाना चाहिए तो वो चीज हम यहां पढ़ेंगे ठीक है फिर वही वाली बात ए गई क्या आप जब थ्योरी पढ़ते हो थिंकर्स को नहीं पढ़ोगे तो थ्योरी अधूरी है तो यहां पे आपको जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन का जो फिलासफी की जस्टिस को किस तरह से जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन के थ्रू क्या किया जाता है आ समझा जाता है वो मैं आपको बताऊंगा जॉन रॉ थ्योरी ऑफ जस्टिस ठीक है जॉन रास थ्योरी ऑफ जस्टिस ये सबसे ज्यादा एक्सेप्टेड थ्योरी है ये थ्योरी जब आप पढ़ोगे ना तो ये थ्योरी आपको आज पढ़ोगे ग्रेजुएशन लेवल में भी पढ़ोगे तो जॉन रोल्स की थ्योरी जो है वो एक्सेप्टेबल है बहुत ज्यादा की जॉन रॉ के हिसाब से जस्टिस कब होगा सही मायने में वो आपको इस टॉपिक में जानने को मिलेगी और परस्पर सोशल जस्टिस ठीक है अब मेरे जैसे आपको स्टार्टिंग में क्या बताया की जस्टिस एक ऐसा वैल्यू जो सोसाइटल लेवल पे देखा जाता है ठीक है चैप्टर भी आपका सोशल जस्टिस है सामाजिक न्याय तो सोशल जस्टिस को कैसे pursive किया जा सकता है ठीक है सोशल जस्टिस को कैसे परसों किया जा सकता है फिर यहां पे आपको एक टॉपिक क्या मिलेगा फ्री मार्केट वर्सेस इंटरवेंशन अब इस टॉपिक कहां जोड़ सकते हो पता है इस टॉपिक को आप जोड़ सकते हो कहां पे क्लासिकल लिबरल्स और मतलब क्लासिकल लिबरलिज्म मॉडलिज्म जो है तो उनके हिसाब से फ्री मार्केट और स्टेट इंटरवेंशन जो स्टेट मार्केट में कंट्रोल करें या ना करें की मार्केट को फ्री छोड़ दे वो एक अलग क्या हो जाता है मैटर ऑफ डिस्कशन हो जाता है ये फ्रीडम से जुड़ा हुआ है मुद्दा ए गया आया समझ में तो मैं वही का रहा हूं की अभी दो इतिहास पढ़ के आए हो आप दो चैप्टर जो पढ़ते आए हो उससे जुड़ा हुआ है मैदान चैप्टर है छोटा चैप्टर है अच्छे से समझना जानना की जस्टिस के क्या-क्या अलग-अलग डाइमेंशंस है ये सारे टॉपिक्स हम इस पूरे के पूरे चैप्टर में पढ़ने वाले हैं मजेदार है क्लियर है तो आई होप आपको थीम समझ में आई है थीम के साथ-साथ में ये भी समझ में आया की हम कौन-कौन से टॉपिक्स इस पूरे चैप्टर में पढ़ने वाले हैं समझने वाले हैं आशा करता हूं चीज यहां तक क्लियर है हम ये मैन के चलते हैं की जस्टिस जो है वो कोर्ट्स के द्वारा दिया जाता है ये एक डेमोक्रेटिक कंट्री में जैसे देखा जाए तो जस्टिस जो है वो सुप्रीम कोर्ट है हाई कोर्ट है डिस्ट्रिक्ट लेवल पे जो कोर्ट्स हैं उनका कम होता है की वो न्याय दें ठीक लेकिन जस्टिस आज का कॉन्सेप्ट आज का आइडिया एक ऐसी वैल्यू है जो ह्यूमन सोसाइटी का सकते हैं अपने असिएंट टाइम से होल्ड करके रखे हुए हैं असिएंट टाइम से कैसे होल्ड करके रखे हुए हैं तो आप जैसे देखोगे आज डेमोक्रेटिक कंट्रीज में क्या होता है ज्यूडिशरी यूजुअली जस्टिस देने का कम करती है लेकिन आज से 1000 साल पहले जब डेमोक्रेटिक कंट्रीज नहीं हुआ करती थी डेमोक्रेसी जैसी कुछ चीज नहीं हुआ करती थी इंडियन कॉन्टेक्स्ट में अगर बात की जाए तो लेकिन तब भी न्याय का कॉन्सेप्ट तो था ठीक है लोगों को न्याय मिलता था जस्टिस मिलता था तो क्या होता है की जस्टिस एक ऐसा आइडिया एक ऐसी वैल्यू है जो पुराने टाइम से चली ए रही है ठीक है राजा वगैरा जो होते द तो पहले क्या होता था की राजा को ही क्या माना जाता था भगवान का एक स्वरूप माना जाता था तो उनके द्वारा जस्टिस दिया जाता था ठीक है तो ऑल कलर्स हैव इंटरप्रिटेड दी कॉन्सेप्ट ऑफ जस्टिस इन डिफरेंट वेज तो नोट ओनली अबाउट इंडिया वेरियस कलर्स ऑल ओवर दी वर्ल्ड हैव एंड अंडरस्टैंडिंग ऑफ जस्टिस व्हाट जस्टिस मिंस तू डेम ठीक है सबका अपना एक नोटेशन होता था वो उसे मोशन उसे आइडिया के हिसाब से क्या करते द जस्टिस को एक्सप्लेन करते द जैसे अगर आप असिएंट इंडिया की बात करते तो असिएंट इंडिया में जस्टिस वास इक्वल तू धर्म ठीक है जस्टिस वास इक्वल तू धर्म मतलब क्या है की जो भी राजा होगा ना राजा का राजा को अपने धर्म का पालन करना होगा अपने धर्म से मतलब यहां रिलिजियस मतलब जैसे धर्म को आज हम क्या समझ लेते हैं रिलिजन से जोड़ देते हैं वो रीजन नहीं है धर्म मतलब राजा का क्या धर्म होता है राजा का धर्म ही होता है की वो अपनी प्रजा का भला सोचे प्रजा का भला सोचे इन पार्शियल वे में ठीक है तो राजा अपना धर्म फॉलो करें सही तरह से मतलब वो न्याय दे रहा है लोगों को ठीक है तो जस्टिस वास इक्वल तू धर्म जस्ट सोशल ऑर्डर तो एक जस्टिफाई सोशल ऑर्डर्स जो एक्सप्लेन किया जा सके जिसमें पार्शियल्टी नहीं हो जो imparshaal हो ठीक है वही क्या हो जाता था जस्टिस हो जाता था इनीशिएट इंडिया की बात की जाए तो जैसे असिएंट टेक्स्ट देखोगे आप ठीक है अर्थशास्त्र देखोगे तो आपको उसमें ये जानने को मिलेगा की राजा जो है तो राजावास डायरेक्टली राजावास डायरेक्टली इक्वल तू दी जस्टिस ठीक है जो राजा होता था वो जैसा करेगा वो सीधा सीधा जस्टिस रिफ्लेक्ट करेगा राजा कहीं मैनिपुलेशन क्या राजा ने कहीं भी क्या कर दिया अपना सेल्फ इंट्रस अगर देखा तो वो जस्टिस के प्रिंसिपल्स के अगेंस्ट में हो जाता था तो जस्टिस इक्वल तू धर्म ठीक है सब अपने-अपने धर्म पे चलते रहे ठीक है एक का सकते हैं एक सोशल कंडक्ट को फॉलो करें की राइट पथ को फॉलो करें वो जस्टिस है क्लियर हुआ फिर जैसे अगर आप चीन की बात करते हो तो चीन में जैसे चीन में क्या है की कन्फ्यूशंस जो है तो वो उनके थॉट्स ने बहुत ज्यादा वहां की फिलासफी वहां के रिलिजियस पॉइंट ऑफ व्यू को इंश्योरेंस किया है तो कन्फ्यूजन जो है तो ये आर्डयू डेट किंग शुड मेंटेन जस्टिस बाय पनिशिंग रोंग ड्यूड एंड रीवार्डिंग दी वर्चुअल्स ठीक है तो कन्फ्यूशंस क्या कहते हैं जस्टिस को उन्होंने कैसे एक्सप्लेन किया चाइनीस कल्चर में आप कैसे देखोगे तो उनका ये मानना है की राजा जो है राजा जस्टिस देगा और राजा कैसे जस्टिस देगा ठीक है अब राज्यों को सपना थोड़ी ना है की जस्टिस कैसे देना है राजा जस्टिस देगा बाय पनिशिंग डी रोंग ड्यूड जो गलत कर रहे हैं उन्हें पनिशमेंट दे दो और जो सही कर रहे हैं रिवाइंडिंग भी वर्चुअल वर्चुअल्स मतलब क्या होता है जो अपने वर्चुअल पे चल रहा हो जो सही कम कर रहा हो ठीक है जो का सकते हैं की जैसे हम इंडियन कंटेंट में का सकते हैं जो अपने धर्म पे चल रहा हो ठीक है जो धर्म का पालन कर रहा हो वो virtualss होता है जो सही होता है तो ये चाइनीस कल्चर जो है तो वो भी क्या बताता है जस्टिस को एक अलग तरीके से इंटरप्रेट करके देता है बाकी अगर आप देखोगे तो नोटेशन वही रहता है की जस्टिस मतलब क्या है की ट्रीटिंग एवरीवन इक्वली ठीक है या फिर का सकते हैं की जो जस्टिफाई हो जो ट्रुथ हो वो जस्टिस से रिलेट कर दिया अब एथेंस जो है तो एथेंस ठीक है जैसे हम बात करते हैं एथेंस में ग्रीस जो था ठीक है तो मतलब ग्रीस जो था तो वहां पे एथेंस में अगर हम बात करें तो क्या होता है अर्ली रिपब्लिक जो हो रही है मतलब इनिशियली क्या होता है की जब डेमोक्रेसी वगैरा कुछ नहीं था लेकिन यहां पे जो बिफोर क्राइस्ट जैसे फोर्थ सेंचुरी ई अगर देखोगे ठीक है तो आज से 2400 साल पहले ग्रीस में क्या हो रहा है एक तरह से आप देखने को मिलेगा तो वहां पे डेमोक्रेटिक इतिहास की बात की जा रही है अलग-अलग थिंकर्स आते हैं अलग-अलग फिलॉस्फर्स आते हैं जो लोग आगे जाके पॉलिटिकल साइंस लेने वाले हैं ठीक है मतलब ग्रेजुएशन में भी आपको क्या करना है पॉलिटिकल साइंस में ही चीजों को परचेज करना है एक इंपॉर्टेंट चीज सुनो ठीक तो वेस्टर्न पॉलिटिकल थिंकर्स जो हैं ठीक है दो पेपर ऐसा आएंगे जो थॉट्स वाले आएंगे तो जिसमें आप इंडियन पॉलिटिकल थिंकर्स को पढ़ोगे वेस्टर्न पॉलिटिकल थिंकर्स को तो थिंकर्स को जब आप पढ़ते हो ना तो थिंकर्स को पढ़ते समय हमेशा एक चीज ध्यान रखना की आप उनका एक लाइफ स्केच जरूर पढ़ो लाइफ इसके जरूर पढ़ो क्यों क्योंकि लाइफ स्किल्स से आपको ये समझ में आएगा की कोई इंसान अगर वैसा बोल रहा है तो क्यों बोल रहा है क्योंकि उसके आजू-बाजू सरकमस्टेंसस वैसी है ठीक है ये बात मेरी ध्यान रखना ग्रेजुएशन में मेरी याद आएगी तब आपको समझ में आएगा की हान यार थिंकर के सिर्फ आइडिया से कुछ नहीं होता हम ये देखना हमें ये देखना चाहिए की उसके आजू-बाजू क्या चीज चल रही थी ये भी आगे मैं बताऊंगा आपको करंट के आइडिया से जुड़ के ठीक है इसी वीडियो में तो देखो क्या होता है एथेंस की अगर हम बात करते हैं तो वहां पे क्या होता है वहां पे एक एक लाइन बता दो मैं आपको जैसे 100 ग्रास प्लेटो अरेस्ट टोटल ये तीन की जो लाइन है ठीक है तो ये तीन की लाइन बहुत इंपॉर्टेंट है मतलब गुरु शिष्य इस तरह से है ठीक है तो अब क्या होता है की प्लेटो जो होता है तो बुक लिखते हैं अपनी डी रिपब्लिक ठीक प्लेटो जो रिपब्लिक लिखते हैं तो उसमें वो क्या करते हैं उसमें हर इसका जिक्र करते हैं वह दलित रिपब्लिक ये जो बुक है ना यह बुक हमें इन सारे इतिहास के बारे में बताती है की जस्टिस क्या होता है ठीक है इस बुक में मतलब बुक में ऐसे जस्टिस की डेफिनेशन नहीं लिखी है बुक जो है तो एक तरह से क्या है की कन्वर्सेशन के फॉर्मेट में है उनके जो गुरु द शौकर्स ठीक है प्लेटो के जो गुरु द सॉक्स तो सोक्रेट्स को ऐसा माना जाता था ही वाज दी वाज दी मोस्ट वाइस पर्सन इन डी रीजन ठीक है तो वहां जो पूरा एथिलीन था पूरे ग्रीस में सबसे ज्यादा वॉइस किसे माना जाता था सबसे ज्यादा समझदार माना जाता था शोक राइट्स को ठीक है अब सॉकेट जो द तब क्योंकि समझदार द तो इस कारण समस्याएं बहुत थी क्या होता है की जब एक इंसान समझदार होते हैं तो सारे मूर्ख उसे मूर्ख समझने लगते हैं ऐसी कहानी हो जाती है कुछ तो इस कारण से क्या होता है की उन्होंने मतलब आप खेल लाइफ स्केच आप पढ़ना ठीक है जब आप ग्रेजुएशन में पढ़ोगे हम सारी चीजों को तो मैं आपको मोटा माटी प्लेटो डिस्कस डी आइडिया ऑफ जस्टिस एंड है बुक रिपब्लिक अब रिपब्लिक जो बुक लिखते हैं ना तो वो बुक के अंदर क्या है की सब कुछ डायलॉग के फॉर्मेट में है मतलब सोक्रेट्स हैं सोक्रेट्स के साथ में जैसे ग्लू कौन है मतलब और लोग जो सिफलिस है तो जो ग्रीस में जो लोग रहते द अलग-अलग कोई मर्चंट था कोई कुछ था कोई राजा था तो वो सारे लोग क्या करते हैं आपस में बात करते हैं और वो बात करते हैं ऐसे नहीं हमने उनके चिड़चिड़ा सुनने में हमें मजा ए रहा है उनकी बात के थ्रू आइडिया आज निकल के आते हैं तो प्लेटो अपनी बुक में जस्टिस के बारे में बताते हैं तो जैसे क्या है डी यंग पीपल आज सोक्रेट्स वही सी शुड बी जस्ट ठीक है वही सी शुड बी जस्ट जस्ट समझते हो ना मतलब जो एक तरह से जस्टिफाई हो जो क्या हो जो जिस चीज को आप का सकते हैं जिसमें कोई भी इंटेंशंस हिडन नहीं हो आप जैसे जो है ट्रुथ जस्ट को आप ट्रुथ के साथ समझ सकते हो ठीक है तो जो जैसे ग्लूकोन जो है ठीक है ग्लू कौन-कौन है तो प्लेटो के ही एक बड़े भाई हैं ठीक है वो सॉकेट से पूछते हैं तो यंग पीपल आस्क सॉकेट क्यों पूछते हैं क्योंकि सोक्रेट्स तो समझदार है भाई से ना वो तो दी यंग पीपल आस्क सॉकेट वही सी शुड बी जस्ट ठीक है हमें क्यों जस्ट होना चाहिए ठीक तो ऑब्जर्व डेट पीपल हु आर जस्ट सीन तू बी मच बटोर ऑफ दें डोज हु वर जस्ट कहानी समझ में अच्छे से ठीक है एक बार मैं फिर से रिलेट कर देता हूं की हम जब बात करते हैं जस्टिस की तो जस्टिस एक ऐसा आइडिया एक ऐसा वैल्यू है जो पुराने समय से है ठीक है कोई ऐसा नहीं है की काली आया भी ब्रांड न्यू आइडिया है ऐसा नहीं है पुराने समय से अलग-अलग कल्चर ने अलग-अलग तरह से जस्टिस को एक्सप्लेन किया है अब हम एथेंस की अगर बात करें ठीक है तो वहां पे क्या होता है की जो थिंकर्स रहे हैं जैसे एरिस्टोटल प्लेटो सॉक्स तो इन लोगों के कन्वर्सेशन से इन लोगों के जो अकाउंट्स हैं जैसे बुक है रिपब्लिक उनसे हमें पता चलता है बहुत कुछ तो उसमें क्या पता चलता है की लोग पूछते हैं सॉकेट से सॉकेट से क्या पूछते हैं की हम एक जस्ट क्यों होना चाहिए तो सोक्रेट्स जो रहते हैं तो और मतलब अरगुमेंट भी देते हैं की देखो हम सही के पद पर चलते हैं हम जस्ट रहते हैं हमें कोई फायदा नहीं होता है उन जस्ट हो जाएंगे तो मैं फायदा होता है मतलब क्या है की जैसे एक एग्जांपल देता हूं मैं आपको क्या की किसी का समान चुरा लेना किसी का समान चुरा लेना एक anjust वे हो गया ठीक है लिविंग का तो अब क्या होता है लेकिन अगर आप समान नहीं चुराते तो आपके पास उसे चीज की कमी रहती है ठीक अब ऐसा नहीं है की मैं कोई चोरी का बड़ा दे रहा हूं कॉन्सेप्ट समझना ठीक है तो वो बोलते हैं की अगर हम अंगेस्ट होते तो उससे तो मैं फायदा हो जाता है कभी-कभी आप क्या करते हो जब जस्टिस का रास्ता छोड़ के ट्रुथ का रास्ता छोड़ के क्या का सकते हैं माला साइड वे में ठीक है ऐसे इंटेंशंस रहते हैं आपके जहां पे आप क्या करना चाहते हो कुछ गलत करना चाहते हो जब आप ऊंजस्ट हो जाते हो ठीक है तो दे ऑब्जर्व डेट पीपल हु वर anjust सीडी तू बी मच बटोर ऑफ डेम डोज हु वर जस्ट ठीक है जो सही अपने पथ पे चल रहा है ईमानदार है ईमानदार को कोई फायदा नहीं है जो बेईमान है उसे नुकसान हो रहा मतलब जो बेईमानी करता है उसे कभी-कभी फायदा हो जाता है ठीक तो इस तरह से वो सॉकेट से पूछते हैं की सॉकेट आप ये बताओ की जस्ट होने में फायदा क्या है ठीक है अन जस्ट हो जाओ तो कम से कम वैन चोरी जो हमारी करके बेईमानी करके क्या कर लेंगे कुछ कम तो लेंगे ठीक है इस तरह की बात पूछी जाती है अब देखो चॉकलेट क्या बोलते हैं समझ में अच्छे से पहला पॉइंट हम पढ़ेंगे पहले ये देखते हैं तो चॉकलेट रिमांड डीज यंग पीपल डेट इफ एवरीवन वर तू बी अन जस्ट नो वैन कूद बी शो ऑफ बेनिफिटिंग फ्रॉम इंजस्टिस नोबडी वुड बी सीकर एंड दिस वैसे लाइक तू हम ऑल ऑफ डेम ठीक है बहुत अच्छी चीज है क्या होता है की आप गलत रास्ता अपना के एक बार तो क्या कर लोग अपने आप को बेनिफिट पहुंचा लोग ठीक है जैसे वहां पे उन लोगों ने जो ये जो ग्लूकोन वगैरा जो यंग लोग द जिन लोगों ने सवाल पूछा था सॉकेट से तो सॉकेट से क्या कहते हैं की अंगेस्ट होने में फायदा है लेकिन फिर सॉकेट उन्हें समझते हैं देखो उन जस्ट हो जाओगे एक बार का फायदा भी हो जाएगा आपको लेकिन क्या हो जाएगा की लॉन्ग टर्म में अगर आप देखोगे तो आप anjust हुए हो आज ठीक है आज आपको फायदा हो गया कल कोई आपके साथ ऊंजस्ट हो जाएगा कहीं इंजस्टिस कल आपके साथ हो जाएगा आज तो आप इंजस्टिस कर रहे हो कल आपके साथ इंजस्टिस हो जाएगा तो नुकसान भी किसका होगा आपका ही होगा ना और सब जस्ट रहेंगे अगर ठीक है अगर सब जस्ट तरीके से कम करेंगे सब अगर ट्रुथ का सहारा लेंगे ठीक है सब अगर जस्टिस को फॉलो करके चलेंगे ठीक है सब अपने का सकते हैं की ये का सकते हैं क्या की पूरेस्ट फॉर्म में अगर रहेंगे तो किसी को कोई नुकसान नहीं होगा किसी को कोई फायदा भी नहीं होगा अब क्या होगा की नुकसान कभी भी किसी को भी हो सकता है और एक दो रास्ते बताएं मैंने बताया की एक रास्ता सीधा है इसमें आपको दिक्कत ही नहीं आएगी और दूसरा रास्ता क्या है की फायदे होंगे तो नुकसान भी होंगे फायदे होंगे तो नुकसान भी होंगे ठीक है तो आप किस पे प्रेफर करोगे लॉन्ग टर्म में अगर देखा जाएगा तो आदमी यही बोलेंगे की भैया सीधा साधा जीवन इंसान हवा हर इंसान क्यों नहीं फिर अंगेस्ट तरीका अपना लेता है जीवन में ठीक है क्यों क्योंकि हमें पता है की अल्टीमेटली फायदा नहीं होना है आते डी एंड ऑफ दी दे क्या होने वाला है सब बराबर हो जाएगा तो उसे तरह से क्या होता है सोक्रेट्स जो होते तो लोगों को बताते क्या है की इस एवरीवन वर तू बी अन जस्ट नो वैन कूद बी सर ऑफ बेनिफिटिंग फ्रॉम जस्टिस कोई भी सर नहीं हो सकता है आज आपको फायदा है कल नुकसान भी हो सकता है की हमेशा बेनिफिट हो ऐसा नहीं हो सकता है ठीक है तो नोबडी वुड बी सीकर एंड दिस वैसे लाइक्ली तू हम ऑल ऑफ डेम सभी को एक एन एक दिन नुकसान होना ही होना है अगर समझ में देखो एग्जांपल से मैंने बताया मैन लो जैसे क्या है की आप बात करते हैं किस चीज की चॉकलेट जैसे अगर ऐसे समझने की कोशिश करते हैं की आज तो आप क्या कर लोग चोरी कर लोग और अंगेस्ट तरीके से कम करके अपना फायदा मतलब अपने को प्रॉफिट पहुंचा लोग ठीक है आपने चोरी कर ली मेहनत करके समय लगता चोरी करके कम लिया बहुत जल्दी कम लिया लेकिन क्या होता है की आज आप ऊंजस्ट हुए कल कोई और भी anjust होगा कल आपके यहां चोरी हो जाएगी तो ये आपका मेहनत खत्म वो भी चले जाएगा ठीक है तो अल्टीमेटली क्या होगा नो वैन मस्ट क्या बोलते हैं नोबडी वुड बी सीकर एंड दिस वैसे लाइक्ली तू हम ऑल ऑफ डेम हर इंसान को नुकसान होना था क्लियर हो गया ना ये तो देयर फॉर सी मस्ट आवे डी लॉस एंड बी जस्ट तो हमें क्या करना चाहिए लॉस को भी करना चाहिए और बी जस्ट जो यहां पे ही जो कहानी है ना लॉस जो ए गए तो देखो क्या है की सारे लोग जो हैं मतलब एक इनट्यूशन तो ऐसे निकल के आती ना ह्यूमन नेचर है की हमारे हमें फायदा हमें फायदा हो तो उसके लिए अंगेस्ट हो सकते हैं वो इंजस्टिस का सहारा ले सकते द तो इसलिए लॉस बनाया गया है की लॉस के चलते क्या होगा की हर इंसान जो रहेगा तो अपनी बाउंड्री में रहेगा वो जस्ट तरीके से चलता जाएगा ठीक है तो वो जो यंग पीपल द ग्लूकोन वगैरा तो ये अरगुमेंट देते नो दे से देयर तू डू इंजस्टिस बाय नेचर इसे गुड मतलब अगर हम किसी के साथ अन्याय कर रहे हैं ना तो फायदा है हमें क्योंकि क्या मान्य करके हमारे प्रॉफिट की बात सोच रहे हैं ठीक है तो सफर इंजस्टिस इस इविल ठीक है लेकिन आप अगर इंजस्टिस सफर कर रहे हो अब वही अन्याय आपके साथ होगा तो क्या हो जाएगा वो फायदे का नहीं है वो फायदे का सौदा नहीं है मतलब इंजस्टिस करना फायदे का है लेकिन इंजस्टिस हो जाएगा तो फायदे का नहीं है मतलब ये वाली चीज देखिए एक्सीडेंट अगर आप जैसे एक तरह से देखा जाए एक्सीडेंट का एग्जांपल सही नहीं रहेगा की आप किसी को कोई नुकसान पहुंचा रहे हो तो आप किसी को नुकसान पहुंचा रहे हो तो आपको कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि आपने सफर नहीं किया सफर तो सामने अलग कर रहा है लेकिन वहीं नुकसान आपको अगर पहुंचा दिया जाएगा तो आप सफर करोगे ठीक है तो एक ही तराजू पे अपने आप को रख के देखने वाली बात होती है यहां पे तो क्या होता है बट डेट दी इविल इस ग्रेटर दैन डी गुड एंड सो व्हेन मैन हैव बोथ डैन एंड sufferd इंडस्ट्रीज एंड हैव हेड एक्सपीरियंस ऑफ बोथ तो अब जब इंसान दोनों चीज करता है ना इंजस्टिस करता भी है मतलब सफर भी करता है और एक्सपीरियंस भी करता है तो उसको एक अनुभव मिल जाता है किस चीज का की नॉट बीइंग एबल तू अवॉइड दी वैन एंड ऑब्टेन दी आदर थिंग डेट दे हेड बटोर एग्री अमोंग थेम्सेल्वेस तू हैव नेत्र हंस देयर रिसेस लॉस एंड म्युचुअल कोविंद ठीक है तो अब क्या होता है की जब आपने दोनों चीज देखी होगी ना दोनों चीज देखी होगी मतलब आपने क्या देखा होगा की इंजस्टिस सफर भी किया होगा इंजस्टिस किया भी होगा ठीक है दोनों वाली बात हो गई की इंडस्ट्रीज आपने किया भी है इंडस्ट्रीज आपने सफर भी किया है तब क्या होगा तब आपको ये समझ में आएगा की दोनों में ही फायदा नहीं है अल्टीमेटली तो अब क्या होता है जैसे आप इंडस्ट्रीज खुद के ऊपर थोड़ी ना करो किसी दूसरे के ऊपर करोगे और आपके ऊपर इंजस्टिस कोई दूसरा करेगा तो दो लोगों के बीच में इंजस्टिस वाली कहानी आती है तो वो म्यूचुअल लोग एग्री हो जाते हैं की ना हम किसी को इंजस्टिस किसी के ऊपर करें ना होने दें ठीक है तो क्या होता है यहां पे वही बताया की लॉ बना लिए गए और इस चीज को ऐसा बताया गया है की बेहतर क्या होगा की हम ना इंजस्टिस होने दें जस्टिस करें ठीक है इसमें ही क्या है सबकी भलाई है तो ग्लूकोन तू सॉकेट इन रिपब्लिक तो इस तरह से डायलॉग के फॉर्मेट में सारी चीज दिए हैं रिपब्लिक पढ़ने के बाद सोचना भी आप सोच रहे होंगे की यार ये भूखी पढ़ लेते हैं सर रिपब्लिक ठीक है तो काफी समय के बाद में जब आप इन इतिहास को अलग-अलग 10-2050 बुक्स में से पढ़ लोग उसके बाद में कहीं आपको रिपब्लिक जैसी बुक पढ़ने का का सकते हैं की एक थोड़ा सा चीजों को रिलेट करने का मौका मिल पाएगा समझ पाओगे ठीक है तो ये आपका बेसिक फाउंडेशन बन रहा है क्लास 11th में ध्यान रखना तो जस्टिस को क्या है अलग-अलग तरीके से बताया गया है अलग-अलग टाइम पीरियड में ठीक है अब जस्टिस को अलग-अलग तरीके से बताया गया तो यहां पे अल्टीमेटली निकल के क्या आया जस्टिस का मतलब ये की हमें लॉस को आवे करना चाहिए ठीक है हमें जस्ट रहना चाहिए तो चॉकलेट अल्टीमेटली क्या बोलते हैं ही एक्सप्लेन डेट जस्टिस दास नॉट ओनली मिन डूइंग गुड तू आर फ्रेंड्स एंड हम तो आर एनीमीज चैप्टर वैन में भी यही डेफिनेशन थी जस्टिस का मतलब सिर्फ ये नहीं होता है की हम हमारे दोस्तों के साथ सही करें हमारे एनीमीज के साथ गलत करें हमारे दोस्त अगर गलत करेंगे तो उनके साथ भी गलत करना पड़ेगा जस्टिस का मतलब क्या होता है जस्टिस का मतलब जो भी जस्ट हो अगर दोस्त ने मर्डर कर दिया ठीक है तो क्या है उसको सजा नहीं मिलना चाहिए क्या उसे भी मिलना चाहिए ठीक है तो इस तरह से सोक्रेट्स एक्सप्लेन करते हैं क्या की जस्टिस दज नॉट मिन डूइंग गुड तू ऑल फ्रेंड्स और परस्पर आर ऑन इंटरेस्ट और क्या होता है ये हम किसी को नुकसान पहुंचाएंगे ये सारी चीज करेंगे ना तो वो सिर्फ इसलिए करते की हम हमारा भला देखते हैं अपने इंटरेस्ट में चीज करते हैं तो हमेशा अपने आप को अपने अपने इंटरेस्ट को हमें अलग करके जस्टिस देना होगा जब आगे अभी जॉन रास की थ्योरी पढ़ोगे तो आपको समझ में आएगा ठीक है क्या करना होगा आपको एक तरह से अपने आपको हटा के देखना पड़ेगा जब भी आप देखते हो ना जैसे जस्टिस प्रोवाइड करने के बाद आती तो अपना प्रॉफिट अपना इंटरेस्ट आपको एक्सक्लूड करना होगा ठीक है तो जस्टिस इंवॉल्वेस वेल्डिंग ऑफ ऑल पीपल जस्टिस का मतलब क्या है की वेल्डिंग ऑफ ऑल पीपल इदर दे आर योर फ्रेंड और एनिमी कोई भी हो हर इंसान का भला होगा वही जस्टिस होगा ठीक है तो बीइंग जस्ट एंड व्हाट इसे ड्यू तू इ पसंद आज ह्यूमन बीइंग आर क्लाजली अब व्हाट इसे यू वाली कहानी क्या है तो देखो यहां पे समझाया गया है की हमें क्या करना होगा जस्टिस का सही मतलब क्या होता है वेल्डिंग ऑफ ऑल पीपल हर इंसान को सही तरीके से ट्रीट किया जाए तो इनसरिंग दी वेल्डिंग ऑफ पीपल इंक्लूड्स गिविंग एच है न्यूज़ डेफिनेशन आपकी बन रही है जस्टिस क्या है तो जस्टिस दज नॉट मिन डूइंग गुड तू अवर फ्रेंड्स एंड हम तू अवर एनीमीज और परस्पर आर ऑन इंटरेस्ट ठीक है जस्टिस इंवॉल्वेस ए दी वेल्डिंग ऑफ आदर पीपल इट इट रेस्ट ऑन डी पिलर डेट इनसरिंग दी बोलिंग ऑफ पीपल इंक्लूड्स गिविंग एच प्रसेंस हिज ऑन ड्यू ठीक है मतलब हर इंसान को उसका जो चुकता बनता है उसका जो उधर बनता है वो देना है अब बोलोगे सर उधर नगद कहां से ए गया इसमें बीच में तो उधर की मतलब क्या है यहां पे समझना उधर का मतलब ये होता है की हर इंसान का ड्यू ये ड्यू का मतलब क्या है डू का मतलब ये होता है जैसे की इंडिविजुअल लेवल पे मैं अगर जस्ट हूं ठीक है में जस्ट हूं तो मेरे साथ क्या होना चाहिए गलत नहीं होना चाहिए मुझे नहीं मिलना चाहिए ना तो डू का मतलब यहां पे वही होता है की बीइंग जस्ट एंड व्हाट इसे ड्यू तू इ पसंद है ह्यूमन बीइंग आर क्लाजली लिंक मतलब एक इंडिविजुअल ह्यूमन बीइंग होते हुए ठीक है अगर वो जस्ट है तो उसके उसके ऊपर कुछ वो बनते हैं मतलब का सकते हैं की उसके ऊपर कुछ न्यूज़ बनते हैं मतलब आपको सिर्फ पे करना पड़ेगा क्या पे करना पड़ेगा कहानी कन्फ्यूजन लग रही है तो देखो अभी मैंने सारे कॉन्सेप्ट समझा दिए दो मिनट में मैं आपको रीकैप करवाता हूं ठीक है क्या रे कैप करवाता हूं जस्टिस जो है ना जस्टिस का मतलब होता है की दोस्तों के साथ अच्छा होना dushwaron के साथ गलत होना जस्टिस का मतलब सिंपल से ही होता है की सबका भला हो जिसमें अब जब सबकी सबकी भले की बात करते हो आप तो इंडिविजुअल लेवल पे हर इंसान जो जस्ट है ठीक है जो सही तरीके से जस्टिफाई वैसे चल रहा है जो किसी का कुछ गलत नहीं कर जो इंजस्टिस का सपोर्ट नहीं कर रहा है तो उसे इन डीजल के साथ भी कुछ गलत नहीं होना चाहिए ठीक है अब उसके साथ कुछ गलत नहीं होना चाहिए ये उसका ड्यू है की उसके साथ कुछ गलत ना हो ठीक है मतलब मेरे ऊपर मतलब क्या है मैंने आप मेरे ऊपर ये एक तरह से का सकते हैं की मेरे पास ये अधिकार है या फिर का सकते हैं की मेरा ड्यू ये है की मैं जब सही चल रहा हूं तो मेरे साथ गलत नहीं होना चाहिए ठीक है अब मेरे साथ गलत कब होता है अगर मैन लो की मेरे साथ की गई तो वो क्या हो गया गलत हो गया ठीक है अगर मेरे साथ क्या किया जाए मुझे इक्वल राइट्स नहीं दिए गए तो वो गलत हो गया तो मेरा ये ड्यू है की अगर मैं जस्ट हूं तो मेरे साथ कुछ गलत ना हो ठीक है वही चीज यहां पे अगर जैसे देखोगे तो जस्टिस इन गिविंग एच पर्सन इस ड्यू ठीक टुडे आर अंडरस्टैंडिंग ऑफ व्हाट इसे जस्टिस इस क्लाजली लिंक तू अन अंडरस्टैंडिंग ऑफ व्हाट इस ड्यू तू इ पर्सन आगे अन ह्यूमन बीइंग ठीक है आज जो मैं बात कर रहा हूं ना की हमारे पर क्या डू है तो हमारे पास जो ड्यू है उसके अंडरस्टैंडिंग हमारी उसे चीज पे डिपेंड करती है की आगे अन ह्यूमन बीइंग हमारे क्या का सकते हैं हमारे हमारे क्या राइट्स होते हैं आगे अन ह्यूमन बीइंग्स हमारे क्या राइट्स होते हैं तो उसे एक्सप्लेन करते हैं जैसे मैन लो ये मैन्युअल कांड जो है अभी मैन्युअल कांत आपने कहां पढ़े हैं ये ज्योग्राफी में भी पढ़ा है आपने ठीक है तो पहले जो फिलॉस्फर्स होते द तो ऐसा नहीं की पॉलिटिकल साइंस के फिलोसोफर हो तो पॉलिटिकल साइंस भी बोलेंगे इन्होंने एथिक्स पे भी बात कारी है पॉलिटिकल साइंस में भी बात कारी है ज्योग्राफी पे भी बात की है नेबुलर हाइपोथेसिस ठीक है ध्यान आया तो उसे सेंस में क्या है की जस्टिस की जब बात की जाती है तो इमैनुएल कांत जो है उसको आज के कॉन्टेक्स्ट में थोड़ा सा जो हम रिलेट कर सकते हैं उससे बताया की इंडिविजुअल लेवल पे ठीक है पर्सन ऐसे ह्यूमन बीइंग कुछ चीज जो है तो वो उसका ड्यू होती है क्या होती है की ह्यूमन बीइंग्स पोजेस डिग्निटी ठीक है अब हर इंडिविजुअल की क्या होती है डिग्निटी होती है अब जब डिग्निटी है तो डिग्निटी के आगे ड्यू किया गया आपने क्या उसको उसकी सेल्फ रिस्पेक्ट दो ठीक है उसके साथ में कुछ गलत ना हो तो दें व्हाट इसे ड्यू तू इ ऑफ डेम इस डेट दे हैव डी अपॉर्चुनिटी तू डिवेलप डियर टैलेंट्स एंड परसू देयर गोल्ड ठीक है अब मेरी अपनी एक डिग्निटी है समझना मेरी अपनी एक डिग्निटी है आपकी अपनी एक डिग्निटी है तो हमारे लिए जस्टिस क्या होगा की हमें इक्वल अपॉर्चुनिटी मिल जाए हमारे साथ किसी प्रकार का डिस्क्रिमिनेशन ना हो ताकि हम क्या कर सके अपने आप को डिवेलप कर सके अपने टैलेंट्स को डिवेलप कर सके अब ये टॉपिक जो है जस्टिस का ये आपको किस मिलता हुआ लग रहा है ये टॉपिक आपको एकदम मिलता हूं लग रहा है किसके साथ में आपने जो पिछला चैप्टर पढ़ते आओ इक्वलिटी वाला ठीक है तो एक क्वालिटी वाले चैप्टर में भी हमने ये पढ़ा था ना की इक्वलिटी ऑफ अपॉर्चुनिटी होना चाहिए तो इक्वलिटी ऑफ अपॉर्चुनिटी प्रोवाइड करना अपने आप में न्याय होता है ए गया समझ में तो इक्वलिटी और जस्टिस ये सारी चीज आपस में ऐसे जुड़े हुए रहती है अब यहां पे आप कनेक्ट कर का रहे हो ना चीजों को ये जस्टिस क्या है जस्टिस का मतलब दोस्तों के साथ सही दुश्मनों के साथ गलत करना नहीं है जस्टिस का मतलब ये सब का भला हो ठीक है हर इंडिविजुअल का जो ड्यू है वो उसे मिलना चाहिए हर इंडिविजुअल के अपनी एक डिग्निटी होती है और उसे डिग्निटी उसे डिग्निटी को आप कैसे उसे प्रोवाइड कर सकते हो की उसे इक्वलिटी ऑफ अपॉर्चुनिटी प्रोवाइड करो ताकि वो अपने टैलेंट को डिवेलप कर सके और जब अगर आप इन सारी चीजों में हिंद्रांस क्रिएट करते हो तो डेट मिंस डेट पर्सन इस नॉट गेटिंग अन प्रॉपर जस्टिस ठीक है वो कहानी रहती है तो जस्टिस रिक्वायर्स डेट सी गिव सी गिव ड्यू एंड इक्वल consdition तू ऑल इंडिविजुअल ठीक है तो एक बार कंसंट्रेशन इक्वलिटी एक बेसिक पिलर हो जाता है जब आप जस्टिस की बात करते हो तो जस्टिस इस अन डायरेक्टली प्रोपोर्शनल तू इक्वलिटी की जस्टिस देने की बात करोगे तो इक्वलिटी देना होगा आपको ठीक है इंडिविजुअल लेवल पे आपको हर इंडिविजुअल की डिग्निटी के बारे में सोचना होगा उसे डिग्निटी के बारे में सोचते हो आपको एक और अपॉर्चुनिटी प्रोवाइड करना होगा अगर आप इक्वल अपॉर्चुनिटी प्रोवाइड कर रहे हो तो आप जस्टिस प्रोवाइड कर दे रहे हो अल्टीमेटली ए गया समझ में तो दिस ऑल अबाउट व्हाट इस जस्टिस तो पहला डाइमेंशन जो है वो क्या है इक्वल ट्रीटमेंट फॉर इक्वल्स सिंपल सा कॉन्सेप्ट है मैं आपको एग्जांपल से samjhaunga हेडिंग समझ में आएगी अपने आप पूरा टॉपिक समझ में ए जाएगा इक्वल ट्रीटमेंट फॉर इक्वल्स ठीक है जब आप जस्टिस की बात करते हो तो आपको जितने भी इक्वल्स हैं उनको इक्वल ट्रीटमेंट देना होगा इक्वल्स को इक्वल ट्रीटमेंट कैसे देना है सर इक्वल्स सब गड़बड़ हो गया दिमाग में ठीक है सिंपल करते हैं देखो की थर्ड क्लास के बच्चे सारे आपस में इक्वल हैं 11थ क्लास के बच्चे सारे आपस में इक्वल हैं ठीक है आप सभी 11th में ए गए ना तो ऐसे थोड़ी ना है की कोई थर्ड क्लास के बच्चों को 11थ में बिठा दिया होगा तो आप सब एक समान हो और थर्ड वाले सारे एक समान है अब जब दोनों ही कैटिगरी अपने आप में ये इधर इक्वल है ये इधर इक्वल है तो इन्हें एक जैसा ट्रीटमेंट मिलेगा और इन्हें एक जैसा ट्रीटमेंट मिलेगा क्लास 11th के बच्चों को 11थ के स्टैंडर्ड मतलब 11थ स्टैंडर्ड के लेवल का पेपर आएगा थर्ड के बच्चों को थर्ड स्टैंडर्ड के लेवल का पेपर आएगा तो वो इक्वल्स है तो वो इक्वल ही ट्रीट करना होगा ये इक्वल से नहीं इक्वल हिट करना होगा अगर समझ में इन अब ऐसा नहीं है की थर्ड क्लास के बच्चों से बोल दोगे 11 से कंप्लीट करो ए गया समझ में तो उसे सेंस में क्या है की ये सिंपल सा कॉन्सेप्ट जो है की जस्टिस अब जब भी जस्टिस की बात करते हो तो जस्टिस में हमेशा इक्वल्स शुड बी ट्रीटेड इक्वली क्लियर क्लियर हो गया ना इक्वल्स भी ट्रीटेड इक्वली ठीक समझते हैं देखो तो इट इस एक्सेप्टेड प्रिंसिपल डेट इक्वल इंपॉर्टेंस शुड बी गिवन तू ऑल पीपल देयर फॉर सेट एंड प्रिंसिपल्स हैव बिन पुट फॉरवर्ड इन दी रिगार्ड इन दिस रिगार्ड ठीक है इन दूसरी गार्ड तो अब यहां पे समझना क्या है अब आपको पता है जैसे इंडिविजुअल्स हैं ह्यूमन बीइंग्स हैं तो ह्यूमन बीइंग्स में इक्वलिटी एक कैसे होगी की सभी ह्यूमन बीइंग्स हैं अब जब सभी ह्यूमन बीइंग्स हैं अगर वो इक्वल है तो क्या होगा की हमें कुछ प्रिंसिपल्स को समझना होगा इस कॉन्टेक्स्ट में की जब सभी लोग इक्वल है तो हमें प्रिंसिपल ऑफ ट्रीटिंग इक्वल्स इक्वली ठीक है दिस प्रिंसिपल शुड बी अप्लाइड व्हेन यू आर व्हेन यू आर डेरिंग विद दी पीपल्स ठीक है जब आप लोगों के साथ में क्या करते हो डील कर रहे हो तो आपको ये प्रिंसिपल को अप्लाई करना होगा क्या है प्रिंसिपल ऑफ ट्रीटिंग इक्वल्स इक्वली सभी एक समान है तो एक समान लोगों को एक जैसा ट्रीट किया जाए जैसे फॉर एग्जांपल मैं आपको बताता हूं क्या की अब लाइन में खड़े हैं देखो अच्छे से समझना है एक और अलग डाइमेंशन दिखाऊंगा मैं की अब लाइन में खड़े हो टिकट लेने के लिए अब टिकट लेने के लिए जब आप लाइन में खड़े हो तो टिकट जब आप लाइन में खड़े हो तो क्या है की सभी लोग एक ही लाइन में खड़े हैं सभी लोगों को अपनी-अपनी बारीकी हिसाब से टिकट मिलता जाएगा क्यों क्योंकि सारे लोग इक्वल हैं तो वो जस्टिस हुआ है वहां पे ठीक है वहां पे क्या है जो हमारे ड्यू था की हम सभी लोग एक ही पोजीशन पे हैं सभी लोग इक्वल हैं तो हमारे लिए जस्टिस क्या होगा की हम सबको एक जैसा ट्रीट किया जाए अब मैन लो कोई व्हीलचेयर पे वहां ए जाता है तो उसे भी लाइन में लगना पड़े तो वो क्या है वो एक अलग डिबेट हो गया जो मैं आपको नेक्स्ट वीडियो में बताऊंगा ठीक है वो क्योंकि अनइक्वल हो गया ना तो अनइक्वल वाली तो बात ही खत्म हो गई हम तो बात करें जितने इक्वल हैं तो जितने इक्वल हैं उन सभी को एक जैसा ट्रीटमेंट मिलना चाहिए ये होता है सिंपल सी चीज की प्रिंसिपल ऑफ ट्रीटिंग इक्वल्स इक्वली ठीक है और ये किस चीज पे बेस्ड है ये इस असुंप्शन पे भेज दे की और ह्यूमन बीइंग्स तो ये ऑल आर ह्यूमन बीइंग्स अब ऑल ह्यूमन बीइंग्स अरे इक्वल ठीक है जब सभी ह्यूमन बीइंग्स है तो सभी ह्यूमन बीइंग्स इक्वल है और जब सभी ह्यूमन बीइंग्स इक्वल है तो दे डिजर्व इक्वल राइट्स एंड equalatement तो सभी को समान अधिकार दे दो सभी को क्या है समान रूप से ट्रीट किया जाना चाहिए अब क्या होता है तो देयर फॉर पीपल शुड नॉट बी डिस्क्र अगेंस्ट ऑन ग्राउंड ऑफ क्लास कास्ट रेस जेंडर एग्जांपल ये कॉन्सेप्ट समझना अच्छे से ठीक है अब जब हम बात करेंगे सभी ह्यूमन बीइंग्स से सभी इक्वल है ना तो इसीलिए क्या है की सभी को एक जैसे राइट्स एक जैसा ट्रीटमेंट मिलना चाहिए तो जब एक जैसे राइट एक जैसे ट्रीटमेंट की बात करो तो किसी के बीच में डिस्क्रिमिनेशन नहीं होना चाहिए ठीक है पीपल शुड नॉट बी डिस्क्रिमिनेटेड अगेंस्ट ऑन ग्राउंड्स ऑफ क्लास कास्ट रेस जेंडर ये कुछ भी क्राइटेरिया पर किसी के साथ डिस्क्रिमिनेशन नहीं होना चाहिए ठीक है अब देयर इस अन इक्वल राइट्स इन इक्वल ट्रीटमेंट तो क्या होगा इक्वल राइट्स और इक्वल ट्रीटमेंट कैसे मिल जाएंगे जैसे राइट तू लाइफ लिबर्टी प्रॉपर्टी राइट तू वोट विच इनेबल पीपल तू पार्टिसिपेट इन पॉलिटिकल प्रोसेस सोशल राइट्स जो होंगे तो सोशल राइट्स के मदद से क्या होगा विच शूट इंक्लूड दी राइट तू एंजॉय इक्वल ऑपच्यरुनिटीज ठीक है सोशल राइट्स दोगे तभी इक्वल अपॉर्चुनिटी इंजॉय कर पाओगे तो आपको अच्छा लग रहा होगा की हम इक्वलिटी चैप्टर पढ़ रहे हैं सर या जस्टिस चैप्टर पढ़ रहे हैं चैप्टर हमारा जस्टिस है अब वो जस्टिस चैप्टर को आपको किस पर्सपेक्टिव से हम समझना है की जस्टिस कब मिलेगा जब आप इक्वलिटी का प्रिंसिपल लगे ठीक है इक्वलिटी का प्रिंसिपल इक्वल्स के लिए लगे ठीक जैसे यहां तक क्या बताया गया है की अगर मैन लो की सारे लोग जैसे एम्पलाइज हैं सभी एम्पलाइज कम कर रहे हैं लेकिन मेल एंप्लॉय को ज्यादा पैसे मिल रहे हैं फीमेल एंप्लॉय को कम पैसे मिल रहे हैं तो वो क्या हो जाएगा वो एक तरह से इंजस्टिस हो गया जस्टिस क्या होगा की सभी जब एक साथ कम चालू किया है सभी एक ही जैसा कम कर रहे हैं तो एक ही टाइम एक ही टाइम पीरियड के लिए कम कर रहे हैं तो सभी को एक जैसे पैसे भी मिलना चाहिए ठीक है वो इक्वलिटी होगी मतलब व्हेन यू आर ट्रीटिंग इक्वल्स इन अन इक्वल रेट अब आपके मैन में बहुत सारे सवाल आए होंगे सर ऐसा हम इसका मतलब ये थोड़ी की सभी को एक जैसे सैलरी दे कुछ मैनेजर लेवल पे हो तो उनकी सैलरी ज्यादा होती है ठीक है कोई वर्कर लेवल पे होता है उनकी कम होती है तो ये जो चीज है अब इसमें क्या हो रहा है देखो ये इक्वल्स नहीं है ना इक्वल्स क्यों नहीं है क्योंकि जो मैनेजरियल लेवल पे वो अलग कम कर रहा है जो वर्कर लेवल पे वो अलग कम कर रहा है ए गया समझ में तो ये inquality है मतलब ये इक्वल्स नहीं है तो इकोस नहीं है तो आप इनको equalas तू रीड भी नहीं करोगे जैसे मैंने थर्ड और 11 का एग्जांपल दिया था लेकिन वर्कर सारे जो उनको इक्वल सैलरी मिलना चाहिए तो पेइंग इक्वल सैलरी इस एन एग्जांपल ऑफ ट्रीटिंग इक्वल्स इन अन इक्वल वे क्लियर हुआ यह सो दिस वैसे ऑल अबाउट इक्वल ट्रीटमेंट फॉर इक्वल्स तो एक डाइमेंशन क्या होता है न्याय कब मिलेगा जब आप सभी लोगों को एक समान नजर से देखोगे एक समान तरीके से ट्रीट करोगे ठीक है तो पहला डाइमेंशन आपने क्या देखा जस्टिस का पहला डाइमेंशन ये था की इक्वल ट्रीटमेंट फॉर इक्वल्स जो लोग बराबर हैं उनको बराबरी से क्या देखा जाए एक समान बराबरी से देखा जाए की इन्हें एक जैसे ट्रीटमेंट देना है हमें ठीक है तो जैसे हमने क्या देखा की सारे 11थ क्लास के बच्चे तो सारे इलेवंथ क्लास के बच्चों को एक जैसा पेपर दे दो तो वो जस्टिस हुआ क्यों क्योंकि सभी लोग 11थ क्लास में उनको इक्वल ही आपको ट्रीट करना होगा ठीक है ऐसा नहीं बोलोगे क्या ये बच्चा चार दिन स्कूल नहीं आया था तो उसको पेपर थोड़ा इजी दे देते हैं क्यों क्योंकि है तो सभी 11th क्लास में ना वहां पे स्पेशल कंसंट्रेशन नहीं देना है तो जस्टिस का एक डाइमेंशन क्या होता है जस्टिस का एक डाइमेंशन ये होता है जिसमें आप क्या बात करते हो की सभी इकोस को इक्वल ट्रीटमेंट मिलना चाहिए ए गया समझ में अब आपके मैन में जो सवाल आए होंगे उसे टॉपिक को जो मैंने बताया था पिछली वीडियो में तो आपके मैन में ये सवाल आए होंगे सर की वो 11th क्लास के सारे बच्चों को आप एक जैसा ट्रीट करोगे तो फिर उसमें मेहनत कौन क्यों करेगा ठीक है क्योंकि नंबर भी सब को एक जैसे मिल जाएंगे लेकिन आप यहां पे क्या बोलोगे सर एक जैसे नंबर नहीं मिलना चाहिए सभी को ठीक है तो मतलब एक अलग डाइमेंशन भी है जस्टिस के जब आप बात करते हो तो उसको अलग-अलग डाइमेंशन से देखा जाता है ठीक है तो पहली मतलब प्री रिक्विजिट कंडीशन क्या हो जाती है की आपको इक्वल ट्रीटमेंट देना है इक्वल्स को ठीक है तो वो न्याय मिला लेकिन अब दूसरा डाइमेंशन जो वो क्या है की प्रोपोर्शनेट जस्टिस होना चाहिए मतलब जस्टिस प्रोपोर्शन में मिलना चाहिए मतलब proporation में कैसे किसी को ज्यादा किसी को कम अब कुछ लोग तलवारे निकलेंगे की सर ये तो इक्वलिटी क्या है अगेंस्ट हो गया ठीक है देखो किसी को ज्यादा जस्टिस मिलना किसी को कम जस्टिस मिलना इक्वलिटी का अगेंस्ट में नहीं हुआ कैसे नहीं हुआ अभी एग्जांपल दूंगा ना जब चीज एकदम क्लियर हो जाएगी ठीक है तो यहां पे समझो क्या है देयर आर सैम सरकमस्टेंसस इन विच सी मिटे फुल डेट ट्रीटिंग एवरीबॉडी इक्वली वुड बी ट्रीटिंग एवरीबॉडी इक्वली वुड बी anjust अभी तक क्या पता है आपकी सबको इक्वलिटी ट्रीट करो यही जस्ट होता है यही जस्टिस होता है की हम सबको इक्वलिटी ट्रीट करें लेकिन कुछ सरकमस्टेंसस ऐसी भी ए जाती है जहां पे अगर आप सभी को एक जैसा ट्रीट करोगे तो वो ऊंजस्ट होगा जैसे अब क्या होता है की एक पेड़ पे चढ़ाना है वो जो कार्टून मैंने बताया था वहां पे हाथी भी ये चिड़िया भी है मेंढक भी है ठीक है भालू भी है बंदर भी है ये सारे जानवर हैं और आप बोल रहे हैं की सभी को पेड़ पे चढ़ाना है ताकि क्या हो हम सबको इक्वल ट्रीटमेंट दे रहे हैं तो क्या वो सरकमस्टेंसस में सभी को इक्वल ट्रीटमेंट देना सही था वो जो कार्टून हमने देखा था नहीं ठीक है अब बात कर लो क्या है की एक लाइन लगी है एक लाइन में क्या है की सारे दो पैरों पे जो खड़े हैं उसैन बोल्ट के भाई बहन वो सब तो लाइन में खड़े हैं लेकिन कोई व्हीलचेयर पे है तो अब क्या आप सभी को और उसे व्हीलचेयर पर जो इंसान है उसे इक्वली ट्रीट कर सकते हो नहीं तो कुछ सरकमस्टेंसस ऐसी होती है की जहां पे अगर आप सबको ट्रीट करोगे तो anjust कहलाएगा फॉर एग्जांपल यह एग्जांपल जो है ना तो आपके दिल को chhuyega क्यों क्योंकि होता है ऐसा क्या है हो वुड यू फुल इफ एवरीबॉडी गो फुल मार्क्स अगर हर इंसान को पूरे-पूरे नंबर मिल जाए मतलब क्लास 11th में हो सब इक्वल्स हो ठीक है बोलो हान सर इक्वल है इक्वल ट्रीटमेंट मिलना चाहिए हान सर मिलना चाहिए तो सभी को पूरे पूरे नंबर दे देते हैं हम ठीक है तो अब क्या होगा जब बैक बेंचर्स होंगे वो मुस्कुराएंगे ठीक और जो क्या हो जाएंगे टॉपर होंगे तो वो लोग क्या होंगे चतुर राम लिंगन जैसे जो लोगों ने उनकी ट बजेगी क्यों क्योंकि ये हो जाएगा ना ये बोलेंगे यार हम इतनी मेहनत कर रहे हैं हमें भी पूरे नंबर मिल रहे हैं ठीक है लेकिन जो मेहनत नहीं कर रहा है उससे भी पूरे नंबर मिल जा रहे हैं किस नाम पे की जस्टिस है भैया equalatement देना पड़ेगा ए गया समझ में तो इस केस में क्या होगा इस केस में जैसे आप देखोगे तो सभी को इक्वली ट्रीट करना अंगेस्ट होगा आया समझ में सभी को इक्वली ट्रीट करना अंगेस्ट होगा तो अब यहां पे ट्रीटमेंट जो होगी तो वो क्या होगी प्रोपोर्शन में होगी प्रोपोर्शनेट जस्टिस होगा मतलब जो टॉपर है उसमें ज्यादा मेहनत कारी इसके लिए उसको ज्यादा नंबर मिले जो बैकबेंचर्स द उन्होंने क्या कारी कम मेहनत कारी लेकिन उनको नंबर भी कम मिले ठीक है कम मेहनत का इसलिए नंबर भी कम मिले तो अब क्या हो रहा है की आप ये नहीं बोल सकते हो की दोनों एक ही क्लास में तो एक जैसे नंबर दो दोनों को क्यों क्योंकि यहां पे जस्टिस जो मिलेगा वो उनकी मेहनत के praposhan में मिलेगा प्रोपोर्शनेट जस्टिस आया समझ में इसे आप क्या का सकते हो इसे आप का सकते हो इधर आगे आते हैं देखो तो इसे आप क्या कहेंगे की हान अभी हम एक अगर आपके मैन में डाउट ए रहा है पहले डाउट समझ लो अगर आप बोल रहे हो की सर अभी आपने पहले क्या बताया था इक्वल ट्रीटमेंट फॉर इक्वल्स होना चाहिए यहां पे एक कोई ट्रीटमेंट नहीं हो रहा है कंफ्यूज हो रहा है तो अच्छे से कॉन्सेप्ट को समझो बाबू कॉन्सेप्ट क्या है की एवरीबॉडी स्टार्टस फ्रॉम दी से बेस लाइन ऑफ इक्वल राइट्स क्लास 11th में सभी आए सभी ने इक्वल बेस लाइन से स्टार्ट किया जैसे रेस होती ना रेस का कॉन्सेप्ट भी इसी चीज पे बेस्ड है अब क्या होता है जस्टिस क्या होगा जस्टिस होगा की आप सभी रनर्स को एक ही लाइन से खड़ा करो ठीक है सारे रनर्स को आप एक ही लाइन पर खड़ा करोगे ठीक है मतलब स्टार्टिंग पॉइंट एक ही होगा तो आप जस्टिस ठीक है यहां पर जस्टिस हुआ की सब एक ही लाइन से स्टार्ट होंगे मतलब सारे रनर्स हैं तो सभी इक्वल्स हैं तो आप सबको इक्वल ट्रीटमेंट दे रहे हो लेकिन इसका मतलब ये नहीं की दौड़ना भी सभी को बराबर होगा सभी को एक-एक मेडल दे देंगे नहीं अब क्या होगा आपने इक्वल बेसलाइन दे दी ना इसके बाद में जो जितना एफर्ट्स डालेगा जो जितनी तेजी से डालेगा उसको क्या होगा जो जितनी तेजी से दौड़ेगा उसे उसे हिसाब से रिवॉर्ड मिलेगा तो एवरीबॉडी स्टार्टस फ्रॉम दी से बेस लाइन ऑफ इक्वल राइट्स तो सोसाइटी में सबको इक्वल राइट्स मिले तो ये तो जस्टिस का एक डाइमेंशन हो गया मतलब यू आर ट्रीटिंग इक्वल्स इन ए इक्वल वे वो बेसलाइन हो गई लेकिन उसके बाद में क्या होगा मतलब ये आपने क्या दे दे इक्वल ट्रीटमेंट फॉर इक्वल्स ठीक है ये अब जब इक्वल से बेस लाइन से सबको एक एक जैसे राइट दे रहे हैं तो वो क्या होगा इक्वल ट्रीटमेंट्स ठीक है बट दिस सिचुएशन गिवन अबोव जस्टिस वुड मिन रीवार्डिंग पीपल रिकॉर्डिंग ऑफ देयर एफर्ट्स ठीक है तो अब जब रेस होगी तो उसके बाद में जस्टिस का क्या होगा की जब आप लोगों को उनके एफर्ट्स उनके का सकते की उन्होंने कितना एफर्ट लगाया उन्होंने कितना प्रयास किया उसे हिसाब से आ उन्हें रिवॉर्ड किया जाना चाहिए समझ में ए रहा है ना जैसे यहां पे ये एग्जांपल जो देखा था की टॉपर्स को ज्यादा नंबर क्यों मिलेंगे क्योंकि उन्होंने मेहनत उतनी की होगी ठीक है अगर आप वहां पे भी बराबर नंबर बांट दोगे तो फिर वो मेहनत क्यों करेगा तो जस्टिस का दूसरा डाइमेंशन क्या है दूसरा डाइमेंशन ये है जस्टिस का क्या आपको जस्टिस को प्रोपोर्शन में देना होगा किस प्रोपोर्शन में इन प्रोपोर्शन तू दी स्केल ऑफ स्केल एंड क्वालिटी ऑफ एफर्ट्स दी पीपल आर पुटिंग इन ठीक ए गया समझ में ये चीज ध्यान रखना आप अच्छे से की जस्टिस का एक डाइमेंशन जो जैसे क्वालिटी में मैंने बताया था की आपको डिफरेंशियल ट्रीटमेंट देना पड़ेगा जो पीछे रह गए उन्हें आगे लाना पड़ेगा लेकिन यहां पे आगे पीछे वाली कहानी नहीं है यहां पे तो सिंपल सी चीज है की न्याय जो रहेगा तो न्याय सभी को एक समान नहीं मिलेगा ठीक है क्यों क्योंकि जो जिस हिसाब से चीज करेगा उसको उसे हिसाब से नहीं मिलेगा ए गया समझ में तो अब आपकी डेफिनेशन देखो फार्मूले हो रही है जस्टिस में क्वेश्चन आएगा ना पंच नंबर में आएगा तो क्या लिखोगे जस्टिस में क्वेश्चन में सिर्फ एक लाइन लिख के ए जाओगे क्या नहीं ना तो आप कोई सारी चीज लिखना होगी जस्टिस के अलग-अलग डाइमेंशंस सारी चीज तो यह है जस्टिस में क्या की आप आपके दोस्त जस्टिस का मतलब ये नहीं होता तथा ये भी क्या आपके दोस्तों के साथ सही करो दुश्मनों के साथ गलत करो जस्टिस का मतलब क्या होता है जस्टिस इंवॉल्वेस ट्रीटिंग जस्टिस इंवॉल्वेस वेल बीइंग ऑफ ऑल ठीक है सभी का भला होना चाहिए एंड गिविंग इंडिविजुअल्स देयर यू ये तो जस्टिस का आपने एक का सकते हैं करेक्ट समझा दिया लेकिन जस्टिस में मल्टीपल डाइमेंशंस होते हैं जैसे फर्स्ट ऑफ ऑल या फिर का सकते हैं की दी बेसलाइन शुड बी इक्वल शुड बी ट्रीटेड इक्वली या फिर इक्वल ट्रीटमेंट फॉर इक्वल्स ये एक बेसलाइन हो जाती है जस्टिस का एक डाइमेंशन हो जाता है आते डी से टाइम जस्टिस या फिर दी आइडिया ऑफ जस्टिस स्टैंड्स ऑन प्रोपोर्शनेट जस्टिस ठीक है प्रोपोर्शनेट जस्टिस का आइडिया भी यहां पे स्ट्रांग खड़ा होता है की आपको क्या करना होगा इंडिविजुअल्स को इक्वल ट्रीटमेंट तो देना होगा लेकिन इक्वल ट्रीटमेंट के साथ-साथ में क्या चीज का ध्यान रखना होगा की जस्टिस वुड मिन रीवार्डिंग पीपल इन प्रोपोर्शन तू डी स्केल एंड क्वालिटी ऑफ देयर एफर्ट्स तो लोग जितने एफर्ट्स लगा रहे हैं उसे हिसाब से रिवॉर्ड भी मिलना चाहिए एग्जांपल में जैसे क्या है पेइंग करेंटली फॉर डिफरेंट वर्क पेइंग डिफरेंटली फॉर डिफरेंट वर्क क्या होगा जैसे इसका एक एग्जांपल देता हूं मैं आपको अच्छा सा क्या होता है की एक फैक्ट्री है अब एक फैक्ट्री के अंदर क्या है बहुत सारे एम्पलाइज कम कर रहे हैं तो एक एंप्लॉई जो वर्किंग मतलब का सकते हैं की मशीन वगैरा ऑपरेट करता है वर्कर्स की कैटिगरी में आता है उसकी सैलरी और एक का सकते हैं जो सी ओ होगा ठीक है तो के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर की और वर्कर की सैलरी में डिफरेंस होगा तो आप ये नहीं बोल सकते हो की ये तो आंदोलन बैठ जाओगे की सर क्या है inquality क्या है अगेंस्ट में ये सारी चीज आप क्यों ये जो प्रोपोर्शनेट जस्टिस का कॉन्सेप्ट यहां पे लागू होता है ठीक है तो आप क्या कर रहे हो डिफरेंट ट्रीटमेंट दे रहे हो यहां पे डिफरेंट पे कर रहे हो लोगों को क्यों बिकॉज ऑफ दिस स्केल एंड अन क्वालिटी ऑफ देयर एफर्ट्स तो जो क्वालिटी मतलब जो एफर्ट्स कौन लगा रहा है एक सी ओ लगा रहा है 24 घंटे सोचता है प्लानिंग लेवल पे चीजों को करता है सुबह आना है मशीन चालू करना है बंद करना है ठीक है अब मैं ये नहीं बोल रहा हूं वर्कर का कम छोटा है एक ऑर्गेनाइजेशन जब चलती है तो उसे ऑर्गेनाइजेशन के ऑपरेट होने में ठीक है एक नीचे वाले इंसान से लगा के ऊपर वाले इंसान का सबका एक इक्वल रोल होता है सभी लोग कोई किसी के बिना नहीं चलता ठीक है सब साइकिल में चलती है ये चीज तो उसे सेंस में क्या है सबकी अपनी साइनिफिकेंस होती है और लेकिन हम जब यहां पे प्रोपोर्शनेट जस्टिस की बात करेंगे तो सबके एफर्ट अलग-अलग हो जाते हैं अब जब सबके एफर्ट अलग-अलग हो जाते तो उसे हिसाब से क्या होता है की हम आ जो बेस खेल होता है वो भी डिफरेंट हो जाता है सभी का ए गया समझ में और ये जस्टिस के प्रिंसिपल के अगेंस्ट नहीं है जस्टिस के प्रिंसिपल्स में ही आता है विच विच कम सेंटर प्रोपोर्शनेट जस्टिस आया समझ में प्रोपोर्शनल जस्टिस की कहानी समझ में ए गई ना तो अब जैसे क्या आर्मी पर्सनल्स गेटिंग एक्स्ट्रा बेनिफिट्स आर्मी पर्सनल्स गेटिंग एक्स्ट्रा बेनिफिट्स कहानी को समझना अच्छे से की यहां पे आर्मी पर्सनल उसको जैसे आप देख तो एक्स्ट्रा बेनिफिट्स मिल जाते हैं ठीक है अब एक्स्ट्रा बेनिफिट्स का नाम सुनते से आधे से ज्यादा लोगों का क्या है कैंटीन में उनको समान सस्ता मिल जाता है तो अब उनको जो भी दूसरे एक्स्ट्रा बेनिफिट्स मिल रहे हैं वो क्यों मिल रहे हैं क्योंकि जिस लेवल पे वो कंट्रीब्यूशन दे रहे हैं उसे लेवल पे दूसरे लोग कंट्रीब्यूशन नहीं दे का रहे हैं हम एक नॉर्मल सिटिजन की तरह क्या करते हैं हम रिस्पेक्ट क्या लगाते हैं बिजनेस करते हैं हम हमारा पैसा रिस्क पे लगाते हैं टीचर जो है तो हम बच्चों के नंबर रिस्क पे लगाते हैं अच्छे से पढ़ाएंगे तभी नंबर आएंगे ना ठीक है और कोई प्रोफेशन है जैसे मैन लीजिए की डॉक्टर्स हैं तो डॉक्टर्स क्या करते हैं जान रिस्पेक्ट रहती है उनके हाथ में लोगों की जान रहती है चाहे तो बचा भी सकते हैं और चाहे तो डूबा भी सकते हैं तो इसके लिए क्या है की उनका बेस स्केल एक बिजनेसमैन का एक टीचर का सबका पे स्केल अलग होगा क्योंकि सब जिस तरह से कंट्रीब्यूशन कर रहे हैं वो अलग होगा अब वहीं पे आर्मी पर्सनल की बात करते हैं तो वो अपनी खुद की जान रिस्क पे लगाते हैं ठीक है तो इसके लिए क्यों नहीं वो एक्स्ट्रा डिजर्व करते हैं बताओ करते हैं ना एक्स्ट्रा डीजल तो यही कॉन्सेप्ट आपको प्रोपोर्शनेट जस्टिस में लगाना होगा की प्रोपोर्शनेट जस्टिस क्या बोलता है प्रोपोर्शनल जस्टिस यही बोलता है की क्या जस्टिस फूड मिन रीवार्डिंग पीपल इन प्रोपोर्शन तू दी स्केल एंड क्वालिटी ऑफ देयर एफर्ट्स ए गया समझ में ये सीधा सा सिंपल सा दूसरा डाइमेंशन था आपको डेफिनेशन में ऐड करना है जस्टिस में की एक तो आप क्या करते हो इक्वल ट्रीटमेंट देते हो इक्वल्स को दूसरा से टाइम पे आप प्रोपोर्शनेट जस्टिस भी डिस्ट उसे करते हो एक और डाइमेंशन है जिसे हम नेक्स्ट वीडियो में पढ़ेंगे इस टॉपिक को हम यहां पर कनक्लूड कर सकते हैं इस स्टेटमेंट के साथ में फॉर जस्टिस इन सोसाइटी डी प्रिंसिपल ऑफ इक्वल ट्रीटमेंट नीड्स मतलब आपको इक्वल ट्रीटमेंट तो देना होगा जस्टिस के जब बात करते तो इक्वल ट्रीटमेंट तो चाहिए ही चाहिए ठीक है इक्वल ट्रीटमेंट फॉर इक्वल्स तो जस्टिस के लिए क्या है दी प्रिंसिपल ऑफ इक्वल ट्रीटमेंट नीड्स तू बी बैलेंस विथ दी प्रिंसिपल ऑफ प्रोपोर्शनैलिटी ठीक है एक बैलेंस चेक आउट करना पड़ेगा की जस्टिस जो है तो इक्वल ट्रीटमेंट भी हो लेकिन proportionallity का प्रिंसिपल भी उसमें अप्लाई किया जाए क्योंकि कुछ लोग जो होते हैं वो एक्स्ट्रा एफर्ट्स देते हैं उन्हें उसे हिसाब से क्या किया जाना चाहिए एक्स्ट्रा बेनिफिट्स मिलना चाहिए एक्स्ट्रा प्रोपोर्शनेट में क्या मिलना चाहिए जस्टिस मिलना चाहिए जैसे अब क्लास में सारे बच्चे एग्जाम दे रहे हैं इसका मतलब ये नहीं की आप सारे बच्चों को एक जैसे नंबर दोगे इससे तो ये हुआ है ना की फिर बच्चे एफर्ट्स क्यों लगाएंगे ठीक है मेरिट जो है अपने अपने एंड पर जो एफर्ट लगा रहे हैं बच्चे वो लगाना बंद कर देंगे ठीक है तो उसे केस में क्या है आपको जस्टिस ऐसे देना होगा की जिसने जितना जिस प्रोपोर्शन में मेहनत जिस क्वालिटी लगाया है जिस स्केल एफर्ट्स लगे उसको उतना जस्टिस मिल जाए ठीक है अब जो तीसरा डाइमेंशन है वो मजेदार है तीसरा डाइमेंशन कौन सा है रिकॉग्निशन ऑफ स्पेशल नीड्स मतलब जस्टिस प्रोवाइड करते समय आपको कुछ केसेस ऐसे भी होंगे जहां पे स्पेशल कंसीडरेशन देना होगा जिन लोगों की स्पेशल नीड्स हैं तो उन्हें आपको उसे तरह से जस्टिस देना होगा अब आपको ये जो तीनों टॉपिक्स आपने पड़ेगा आपको इक्वलिटी चैप्टर से बहुत ज्यादा रिलेटेबल लगेंगे ये क्योंकि इक्वलिटी चैप्टर में आपने यही सारी चीज पढ़ी थी की इक्वलिटी का मतलब हमेशा ये नहीं होता की एक समान ही इक्वल ट्रीट किया जाए क्यों क्योंकि एक टाइम से हमने क्या देखा है की जब आप इक्वलिटी की बात करते हो तो आपको कुछ डिफरेंशियल ट्रीटमेंट भी देना पड़ता है ठीक है तो unicoli भी लोगों को ट्रीट करना पड़ता है और वो इक्वलिटी का विलास नहीं होता है वैसे यहां पे जब जस्टिस की बात करते हो आप तो आपको कभी-कभी कुछ स्पेशल नीड्स को कंसीडर करना पड़ता है तो वही सारी चीज मैं आपको इस वीडियो में बताऊंगा लास्ट में कंक्लुजन भी ड्रॉप करेंगे जस्टिस का पूरा ओवर ऑल ठीक है तो आगे बढ़ते हैं को समझो कहें सोमेटाइम्स एवं नॉन डिस्क्रिमिनेशन और इक्वल ट्रीटमेंट ऑफ इक्वल्स एंड रीवार्डिंग डेम प्रोपोर्शनेटली तू देयर एफर्ट्स माइक नॉट बी एन ठीक है ये लाइन जो है ये पिछले दो टॉपिक्स को रीकैप कर देती है यहां पे ठीक है की कभी-कभी जब आप जस्टिस की बात करते हो तो नॉन डिस्क्रिमिनेशन या फिर इक्वल ट्रीटमेंट देना इक्वल्स के लिए या फिर उन्हें रिवॉर्ड देना प्रोपोर्शन में जिस प्रोपोर्शन में उन्होंने एफर्ट्स लगे ये सारी चीज करने के बावजूद भी अन आप जस्टिस को एस्टेब्लिश नहीं कर पाते हो ये सारी चीज भी जो रहती है तो ये दिस माइक नॉट बी एन ठीक है अपने आप में पर्याप्त नहीं होता है देयर फॉर देयर फॉर अन स्पेशल नीड्स ऑफ पीपल आर रिक्वायर्ड तू बी रिकॉग्नाइज्ड ठीक है तो इसीलिए क्या होता है अब जब आप इन दो तरीके से पिछले दो तरीके जो आपने पढ़ के आए हो या फिर जो पिछले दो डाइमेंशन आपने जस्टिस के देखे उनसे जब आप अपने ऑब्जेक्टिव को सेटिस्फाई नहीं कर पाते हो तो आपको स्पेशल नीड्स को रिकॉग्नाइज करना होता है स्पेशल नीड्स क्या होती है देखो अब समझो स्पेशल नीड्स में सबसे अच्छा एग्जांपल जो रहता है तो वो फिजिकल डिसेबिलिटी का हो जाता है की फिजिकल डिसेबिलिटी आप जैसे क्या है आप मैप वर्क वाले जो क्वेश्चन आते हैं मैंने आपको पहले भी एग्जांपल दिया है उसमें अगर आप बोलोगे क्या की हमें क्या करना है इक्वलिटी को इक्वलिटी के प्रिंसिपल को ध्यान में रखते हुए क्या करना है सभी बच्चों को एक जैसा पेपर देना है चाहे उन्हें देखते ए रहा हो नहीं ए रहा हो मतलब विजुअल इंपेयर्ड कैंडीडेट्स को भी आपको मैप देना होगा अब विजुअल इंपेयर्ड कैंडिडेट मैप को कैसे पढ़ेंगे क्यों क्योंकि वो तो देख ही नहीं पाएंगे ठीक है तो इस केस में अगर आप इक्वल ट्रीटमेंट दे रहे हो ठीक है जो हमने जस्टिस का पहला डाइमेंशन देखा था कर गिविंग इक्वल ट्रीटमेंट तू इक्वल्स तो वो क्या हो जाएगा वो तो एक तरह से angstris हो गया क्यों क्योंकि वहां पे आपने इनकी स्पेशल नीड को रिकॉग्नाइज्ड ही नहीं किया विजुअल इंपेयर्ड कैंडिडेट जो द जिनकी कोई मतलब का सकते हैं जो देख नहीं सकते दृष्टिबाधित द आप उनसे बोल रहे हो मैप वाला क्वेश्चन करो तो ये तो क्या हो गया डिसएडवांटेज में एक स्टेप चलेगा ठीक है इक्वलिटी तो दो यहां पे inquality देखने को मिल रही है तो इस केस में क्या होता है की कभी कभी आपको जस्टिस एस्टेब्लिश करने के लिए यू आर रिक्वायर्ड तू यू रिक्वायर्ड तू टेक स्पेशल नीड्स ऑफ डी पीपल इन कंसीडरेशन ए गया समझ में ये ठीक है तो स्पेशल रिकॉग्निशन ऑफ दी नीड ऑफ पीपल विले डिसटीब्यूटिंग रिवार्ड्स एंड ड्यूटीज तो जब भी जस्टिस की बात की जाएगी जस्टिस में आप जब रिवार्ड्स को ड्यूटीज को डिस्ट्रीब्यूशन करोगे तो आपको एक पर्सपेक्टिव स्पेशल केसेस का भी रखना होगा स्पेशल नीड्स को भी देखना होगा की किसी को अगर स्पेशल ट्रीटमेंट की जरूरत है तो उसे वहां स्पेशल ट्रीटमेंट दिया जाए और तभी सही मायने में जस्टिस होगा आया समझ में तभी सही मायने में जस्टिस होगा जिससे हम अगर देखें की इंडिया में इंडिया में या फिर वर्ल्डवाइड अगर बात की जाए की ये स्पेशल नीड्स किन-किन क्राइटेरियास पर रिकॉग्नाइज्ड की जाती है अब तो मैं बोल दूंगा की यार मैं एग्जाम नहीं दे पाऊंगा मैं 10 मिनट लेट ए रहा हूं तो मुझे स्पेशल नीड मिलना चाहिए की मेरे को एक चार नंबर ज्यादा मिल जाए तो ये कोई स्पेशल नीड रिकॉग्नाइज करने वाला क्राइटेरिया नहीं बनता है तो व्हाट शुड बी क्राइटेरिया आ फॉर रिकॉग्नाइज दी स्पेशल नीड्स ऑफ डी पीपल ठीक है क्राइटेरिया क्या होना चाहिए तो जैसे फिजिकल डिसेबिलिटी हो गया आगे हो गया लेफ्ट लेग ऑफ एक्सेस ऑफ गुड एजुकेशन और हेल्थ केयर हो गया ठीक है तो यह कुछ क्राइटेरिया ऐसे हैं ठीक है जो वर्ल्ड वाइड क्या किया जाता है जिन्हें कंसीडर किया जाता है तो डीज आर सैम अन सैम ऑफ दी फैक्टर्स विच आर कंसीडर्ड ग्राउंड फॉर स्पेशल ट्रीटमेंट इन में कंट्रीज फॉर एग्जांपल जैसे देखते हैं हम तो अब क्या होता है फिजिकल डिसेबिलिटी अब कोई फिजिकल डिसएबल है ठीक है फिजिकल डिसएबल है तो ये जो फिजिकल डिसेबिलिटी वाला एग्जांपल है वो आप पिछले भी पिछला जो टॉपिक था ना प्रोपोर्शनेट जस्टिस उसमें ना उसे करो वो यहां पे उसे करना ज्यादा बेहतर रहेगा क्योंकि प्रोपोर्शनेट जस्टिस में तो हम ये देखते हैं की कौन कितना एफर्ट लगा रहा है उसे हिसाब से उसको रिवॉर्ड मिलना चाहिए ठीक है यहां पे हम एफर्ट की बात नहीं कर रहे हैं यहां पे हम बात कर रहे हैं की कौन एफर्ट लगाने में सक्षम नहीं है नीचे रह गया तो अब जैसे क्या है की जो फिजिकल डिसएबल होगा तो वो एक नॉर्मल वेलिंग के हिसाब से क्या होगा सही नहीं मतलब एक नॉर्मल ह्यूमन बीइंग जो है जिसके हाथ पैर सारी चीज दिमाग दिमाग से व्यवस्थित चल रहा है उनके बराबर अगर वो कम नहीं कर का रहा है ठीक है कोई व्हीलचेयर पे है तो आपको उसे इंसान को कुछ स्पेशल ट्रीटमेंट देना पड़ेगा उनके लिए रैंप बनाना होगा तभी जस्टिस एस्टेब्लिश होगा ना जस्टिस क्या है वेल बीइंग ऑफ ऑल ध्यान रखना तो अगर आप सीधी बनाकर छोड़ देते रैंप नहीं बनाते तो इस इंसान का भला कहां हुआ बताओ नहीं हुआ तो वो चीज वो पॉइंट जो है वो कंसीडर करना होता है तो फिजिकल डिसेबिलिटी आगे हो गया अब जैसा आप देखो एग्जाम में भी बहुत सारे ऐसा होता है ना की आगे रिलैक्सेशन होता है आगे क्राइटेरिया होता है अलग-अलग तो वो क्यों किया जाता है क्योंकि कुछ कैटिगरी के लोग होगा जैसे आप मैन लो की लॉक ऑफ एक्सेस तो गुड एजुकेशन एंड हेल्थ केयर अब शेड्यूल कर शेड्यूल ट्राइब के जो कैंडीडेट्स द तो उन्हें आगे में रिलैक्सेशन क्यों दिया जाता है देखा है तभी आपने एग्जाम में की एग्जाम में जो जनरल कैटिगरी के लोगों के लिए मैन लो 30 साल रखा गया है जो आगे कैप वही शेड्यूल का शेड्यूल ट्राइब के लिए 5 साल का रिलैक्सेशन होता है की शेड्यूल कास्ट शेड्यूल ट्राइब के इंसान 35 साल तक की उम्र वाले वो एग्जाम दे सकते हैं क्यों क्योंकि ऐसा माना जाता है की इन्होंने जो एट्रोसिटी फेस की है या फिर वो जो डिप्राइव्ड रहे हैं रिसोर्सेस हैं तो उसको कंपनसते हम आगे पर कर सकते हैं ठीक है आगे पे हम क्या कर सकते हैं उन्हें थोड़ा सा रिलैक्सेशन देकर compensat कर सकते हैं स्पेशल नीड को रिकॉग्नाइज किया गया तो वैसे ही fizical डिसेबिलिटी आगे लॉक ऑफ एक्सेस ऑफ गुड नोटिफिकेशन यह कुछ अन फैक्टर्स हैं जो कंसीडर किए जाते हैं आर सैम ऑफ दी फैक्टर्स विच आर कंसीडर्ड अन ग्राउंड फॉर स्पेशल ट्रीटमेंट इन में कंट्रीज ए गया समझ में ये समझ में आया ना कहानी की स्पेशल नीड्स क्या चीज है रिकॉग्निशन ऑफ स्पेशल नीड क्या चीज है अब देखो इसमें आगे और भी सवाल है की अन क्यों किया जाता है इसके पीछे वैलिड अरगुमेंट क्या है चलो देखते हैं तुझे प्रिंसिपल ऑफ टेकिंग अकाउंट ऑफ स्पेशल नीड्स ऑफ पीपल देस नॉट नेसेसरी कांट्रडिक्ट विद डी प्रिंसिपल ऑफ इक्वल ट्रीटमेंट ठीक है ये पॉइंट को अभी स्टार्टिंग में ही बता देते हैं अगर आप सोच रहे हो की सर ये स्पेशल नीड को रिकॉग्नाइज्ड कर रहे हो किसी की आप तो ये तो इक्वलिटी का अगेंस्ट में हो गया नहीं हुआ क्यों इसीलिए एनसीईआरटी वालों ने चैप्टर सिस्टमैटिकली लगा दिए इक्वलिटी आपने पिछले चैप्टर में पढ़ के आए हो ना की इस डिफरेंशियल ट्रीटमेंट देना कहीं से कहीं तक इक्वलिटी kavvalison होता ही नहीं है ठीक है उसी बेसिस पे तो रिजर्वेशन को हम क्या करते हैं आगे पढ़ोगे उसी बेसिस पे रिजर्वेशन को जस्टिफाई बताया गया है की जो डिफरेंशियल ट्रीटमेंट आप दे रहे हो वो इट इट देस नॉट कांट्रडिक्ट विद डी प्रिंसिपल ऑफ इक्वल ट्रीटमेंट ठीक है ये आ जो स्पेशल नीड्स को रिकॉग्नाइज करो तो इससे इक्वलिटी जो है इक्वल ट्रीटमेंट वाला जो प्रिंसिपल वो कहीं से कहीं तक कांट्रडिक्ट नहीं हो रहा है क्यों नहीं हो रहा वही वही समझ में ए रहा क्यों नहीं हो रहा है क्योंकि ये तो इक्वलिटी का भी एक डाइमेंशन होता है की इक्वलिटी भी क्या बोलती है की इक्वल शुड बी ट्रीटेड इक्वल एंड अनइक्वल शुड बी ट्रीटेड इन अनइक्वल वेव ठीक है तो ट्रीटिंग इक्वल्स इक्वल तू इंप्लायड आते पीपल हु आर नॉट इक्वल ठीक मतलब आप जब इक्वल्स को इक्वली ट्रीट करो इसका मतलब क्या है की जो इक्वल नहीं है ठीक है जो इक्वल नहीं है पीपल हु आर नॉट इक्वल इन सर्टेन इंपॉर्टेंट रेस्पेक्ट कूद बी ट्रीटेड डिफरेंटली ठीक है तो उन्हें एक आप अलग तरीके से ट्रीट कर सकते हो ठीक जो मैंने कल मतलब जो आपने जो पुराना चैप्टर पढ़ा था कौन सा वाला इक्वलिटी ए रहा उसमें भी समझाया था की जो नीचे रह गया है उसको ऊपर लाने के लिए अगर आप एक्स्ट्रा एफर्ट्स दे रहे हो तो इक्वलिटी का वॉलेट नहीं होगा वो तो एक तरह से क्या है इक्वलिटी को प्रमोट करने का एक स्टेप माना जाएगा क्योंकि आप एक लेवल प्लेइंग ग्राउंड बना रहे हो वहां पे ठीक है तो इस सेंस में क्या है की स्पेशल नीड्स का रिकॉग्निशन दस नॉट नेसेसिटी contradic दूसरी प्रिंसिपल ऑफ इक्वल ट्रीटमेंट रिकॉग्निशन ऑफ स्पेशल नीड्स अगर स्पेशल नीड्स रिकॉग्नाइज्ड ही क्यों करना है लोगों की ठीक है इससे जस्टिस मतलब ए अगर कोई अपोज कर रहा है तो इससे अच्छा है की रिकॉग्नाइज्ड मत करो ना लेकिन इसके पीछे लॉजिक होगा तभी तो रिकॉग्नाइज्ड जस्टिस को स्पेशल रिकॉग्निशन देने की जरूरत पड़ी है ठीक है स्पेशल नीड्स को रिकॉग्नाइज्ड करने की जरूरत पड़ी है ठीक है क्या है इसके पीछे राशन समझो तो इस पीपल हु एंजॉय वेरी डिफरेंट स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग एंड ऑपच्यरुनिटीज आर ट्रीटेड इक्वली इन ऑल रेस्पेक्ट विद डोज हु हैव बिन डिप्राइव्ड ऑफ एवं दी बेसिक मिनिमम नीड्स तू लाइव अन हेल्दी एंड प्रोडक्टिव लाइफ डी रिजल्ट इस लाइक्ली तू भी एंड अनइक्वल सोसाइटी नॉट nigility एंड जस्ट वैन कॉन्सेप्ट समझो बहुत मजेदार चीज बताइए की स्पेशल नीड को सर रिकॉग्नाइज करना ही क्यों है अगर आप स्पेशल नीड को रिकॉग्नाइज्ड नहीं करोगे ना तो जो इंसान जैसे अब दो ग्रुप है मैन लो ग्रुप एक ग्रुप बी ग्रुप ए जिस तरह से उसके पास में जो फैसेलिटीज रही एजुकेशन की हेल्प की और सारी चीज तो वो बहुत अच्छी रही है ग्रुप बी के पास में नहीं रही है अब क्या होता है अब जब आप बात करते हो की जस्टिस क्या होगा इक्वल ट्रीटमेंट देना है ठीक है तो इक्वल ट्रीटमेंट अब दोनों को इक्वल ट्रीटमेंट दोगे तो ये तो पहले से डिप्राइव्ड है इन्हें इक्वल ट्रीटमेंट देने से क्या फायदा मिलेगा क्योंकि ये तो वैसे ही नीचे है लेकिन आप इन्हें स्पेशल नीड देखिए जब बराबर पे लगे और बराबर पे लगे और तब बोलोगे की हान अब इक्वल ट्रीटमेंट दे दो तो समझ में आता है जो इक्वलिटी के प्रिंसिपल में हमने पढ़ा भी था ठीक है तो उसी केस में राशन यही है क्या की जो जो अलग-अलग सेट अन ऑफ ग्रुप है उन्हें आप क्या करोगे एक ही तराजू पे तोड़ने की कोशिश करोगे लेकिन दोनों का जो ब्रिंगिंग है दोनों का जो का सकते हैं क्या आ लेकिन स्टैंडर्ड था वो अलग-अलग था ठीक है और उसके बावजूद भी अगर आप क्या करोगे जो डिप्राइव्ड सेक्शन था उसको स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं दे रहे हो तो आप कभी भी इक्वल सोसाइटी नहीं बना पाओगे जो सोसाइटी बनेगी वो अनइक्वल ही बनेगी ठीक है तो इस केस में आया ना समझ में स्टेटमेंट पढ़कर समझ में ए जाना चाहिए की क्या रिस्टोर रहा होगा स्पेशल नीड्स को रिकॉग्नाइज करने के पीछे स्पेशल नीड्स को रिकॉग्नाइज करके आप जो depriet सेक्शन उसे ऊपर ला का रहे हो ऊपर कहना सही रहेगा ठीक है बराबरी पे ला का रहे हो अब यहां से सोसाइटी को आगे प्रोग्रेस करने में दिक्कत नहीं होगी वही वाली चीज एक एक बेसलाइन आप सेट कर रहे हो ठीक है और देयर फॉर रिजर्वेशन आर जस्टिफाई और इसी अरगुमेंट पर रिजर्वेशन जस्टिफाई है आएं समझ में रिजर्वेशन कैसे जस्टिफाई है हमने पिछले चैप्टर में पुरी एक रामायण महाभारत इसी में पड़ी थी की अब क्योंकि रिज़र्व यहां पे क्या हो रहा है रिजर्वेशन एक तरह का क्या है रिकॉग्निशन ऑफ स्पेशल नीड्स वाला जस्टिस का डाइमेंशन है क्योंकि जो सेक्शन पीछे रह जाए तो उसकी नीड्स को रिकॉग्नाइज्ड करके उसे बराबर पे लाना होगा ठीक है और उसे अरगुमेंट के हिसाब से हम रिजर्वेशन को जस्टिफाई बताते हैं हमारे कॉन्स्टिट्यूशन ने रिजर्वेशन को जस्टिफाई बताया है आया समझ में तो अभी मैंने आपको तीनों डाइमेंशन बताया अब यहां से एनालिटिक्स एनालाइज वाला पूरा पार्ट चालू हो जाता है ठीक है अब आपको चीजों को एनालाइज करना है मैं आपको एक बार थोड़ा सा स्नैप लिख के आप देखता हूं देखो हमने जस्टिस के तीन डाइमेंशन देखें तीन डाइमेंशन में मोटा माटी अगर मैं आपको समझाऊं तो पहला डाइमेंशन का रहा हूं हमारा पहला डाइमेंशन में हमने इक्वल्स को ट्रीटमेंट देने की बात कारी मतलब वहां पे सभी को एक समान नजर से देखने की बात करिए अब एक समांतर किसी देखोगे सर लोग आलसी नहीं हो जाएंगे ठीक है तो जो मेहनत कर रहा है उसको हमें क्या देना होगा एक्स्ट्रा रिवॉर्ड भी देना होगा एक फैक्ट्री में सभी लोग कम करते हैं सभी को इक्वल सैलरी मिल रही है लेकिन कोई चार घंटे ज्यादा रुक के एक्स्ट्रा प्रोडक्ट कम करके जा रहा है तो उसको बोनस दोगे तभी तो अगले दिन फिर कम करेगा ना तो बोनस देने की जो बात होती तो सेकंड प्रिंसिपल में पढ़ा था हमने जस्टिस के ठीक है सेकंड डाइमेंशन में देखा था प्रोपोर्शनेट जस्टिस में अब क्या होता है अब कोई बीमार था तो वो बीमार खुद जानबूझ के तो हुआ नहीं है ठीक है वो क्या होता है इस कारण से उसके घर में क्या पैसा ही नहीं जाएगा अभी एंप्लॉय ये ध्यान तो रखना पड़ेगा ना तो हम क्या करते हैं उसको स्पेशल नीड्स को रिकॉग्नाइज कर लेते हैं तो तीसरा डाइमेंशन जो था वो जस्टिस को किस नज़र से देखता है की आपको लोगों को स्पेशल नीड्स जो है लोगों की अगर कोई परेशानी में कोई नीचे है कोई डिप्राइव्ड है तो उसे रिकॉग्नाइज करते हो जस्टिस को उसे तरह से देना होगा ए गया समझ में तो ये तीन डाइमेंशंस हैं अब क्या होता है ये तीन डाइमेंशंस में लेकिन बहुत ज्यादा डिबेट होती है तो ये कनफ्लिक्ट क्रिएट होते हैं कैसे की यहां पे तमन्ना परसों इक्वलिटी में कल मेरिट अब जाओ आप जब आप बात क्या करते हो अब जब आप बात करते हो पहले वाले डाइमेंशन की जस्टिस के जस्टिस के पहले वाले डाइमेंशन की पहला वाला डाइमेंशन क्या है की इक्वल ट्रीटमेंट तू इक्वल्स ठीक है तो जब आप क्या कर रहे हो इक्वलिटी को परस करोगे ना तो इट में तिल मेरिट अब लोग ये बोल देंगे की सभी को तो इक्वल ही रहना है तो क्यों हम मेहनत करें मेरिट जो है जिसके अंदर ज्यादा पोटेंशियल है उसको भी आप नीचे लाकर बराबर पे कर दोगे ना अगर समझ में तो कुछ अरगुमेंट्स क्या होती है की जब आप एक जस्टिस को इक्वल इक्वलिटी वाले डाइमेंशन से देखने की कोशिश करोगे आप जब इक्वलिटी को परसों करोगे तो यू विल एंड अप किलिंग मेरिट ठीक है मेरिट यानी की जो मेरिट यानी जो आगे के लोग द उन्हें क्या कर दोगे खत्म कर दोगे एक तरह से आप इक्वलिटी के नाम पे सबको बराबर कर दोगे तो जो आपके पास में जो एक्स्ट्रा या फिर का सकते हैं की ऐसा टैलेंट था जो क्या था आउट ऑफ दी बॉक्स था उसको आप खत्म कर दोगे ठीक है तो एक तरह से अब आप सोच रहे होंगे की सर फिर तो इक्वलिटी को प्रमोट नहीं करना चाहिए क्योंकि इक्वलिटी के चक्कर में क्या हो जाता है की कंपटीशन खत्म हो जाता है और फिर जो मेरिट थी जो जिनके अंदर पोटेंशियल था वो खत्म हो जाते हैं ठीक है तो दूसरी चीज क्या होती है इम्फैसीजिंग वैन रीवार्डिंग मेरिट लेकिन जब आप मैरिड को रिवॉर्ड करोगे आप जब बोल रहे हो की sarquality के चलते मेरिट खत्म हो जाता तो इक्वलिटी को हमने आ प्रमोट करते इक्वलिटी को हम परसों नहीं करते हम तो क्या करेंगे मेरिट को प्रमोट करते हैं ठीक है तो इफ सी विल इम्फैसीज ऑन रीवार्डिंग मेरिट लेकिन अगर आप सिर्फ मेरिट ही मेरिट को मतलब जो का सकते हैं जिनके अंदर पोटेंशियल थी ठीक है आप उन्हें ही उन्हें प्रमोट करोगे उन्हें ही उन्हें रिवॉर्ड करोगे तो इसका दिक्कत क्या होगा पता है इसका दिक्कत ये होगा की दिस में अफेक्ट मार्जिन लाइफ पापुलेशन ठीक ये वही वाली चीज है स्पेशल नीड हम क्यों रिकॉग्नाइज करते हैं क्योंकि एक सेक्शन जो है वो मार्जिनलाइज्ड जो है वल्नरेबल है वो कैपेबल नहीं है ठीक है अब क्या होगा जब आप मेरिट को रिवॉर्ड करोगे ना सिर्फ तो क्या होगा की मार्जिन लाइट सेक्शन जो होगा बराबर तरीके से कंप्लीट नहीं कर पाएगा जैसे मेरिट की बात की जा रही है अगर रेस में तो रेस में क्या होगा जो दोनों पैरों से अच्छा है दो सकता है उसे बोल्ट है वो तो जीतेगा जीतेगा दिखती है लेकिन जो कमजोर है वो जीत पाएगा तो marginalisection तो इफेक्ट हो जाएगा अगर आप सिर्फ किस चीज की बात करते हो अगर सिर्फ आप मैरिड को रिवॉर्ड करने पर इम्फैसीज करते हो ठीक है तो दिस में इफेक्ट मार्जिन लाइफ पापुलेशन समस्या ये ठीक है तो आप प्रोविजनिंग स्पेशल क्या है तू मार्जिन दी क्वेश्चन अगेंस्ट इक्वलिटी अब वो सर्कल बन के फिर ए गया ठीक है लेकिन अगर आपका करते हो ये मार्जिन इस पापुलेशन को क्या करते हो स्पेशल केयर देते हो तो फिर सवाल में भी उठ जाता है की इनको स्पेशल केयर देंगे तो इक्वलिटी का प्रिंसिपल वायलेट हो गया सर यहां तो फिर तो इक्वलिटी खत्म हो गई ठीक है और इक्वलिटी लोग तो फिर वही मेरिट खत्म हो जाएगा मेरिट को रिकॉग्नाइज करोगे तो फिर मार्ग इसको दिक्कत होगी मार्जिनलाइज्ड स्पेशल दोगे तो इक्वलिटी खत्म हो जाएगी चक्कर ए गया ठीक है तो वो एक सर्कल बन जाता है पूरा सवाल क्या उठाता है विच प्रिंसिपल जस्टिस का कौन सा डाइमेंशन जस्टिस को किस पॉइंट ऑफ व्यू से देखा जाना सबसे बेस्ट होगा क्यों क्योंकि मैंने चारों आपको बताए हैं ठीक है मतलब ये सारी चीज जो अभी हमने तीन पढ़ के आए हैं ना तीन डाइमेंशंस अलग-अलग तो उसका करेक्ट ये है चार पॉइंट में तो अगर आप देखोगे तो यहां पे दिक्कत क्या हो रही है की एक चीज आप करने जाओगे दूसरी समस्याओं की दूसरी चीज करने जाओगे तीसरी समस्या होगी तीसरी चीज करने जाओगे 34 समस्या और चौथी समस्या को देखेंगे तो वापस पहली समस्या तो सवाल यही उठाता है की विच प्रिंसिपल इस दी बेस्ट ठीक है जवाब क्या लिखोगे तो इट bikams अन फंक्शन ऑफ गवर्नमेंट तू हार्मोनाइज दी डिफरेंट प्रिंसिपल्स तू प्रमोट अन जस्ट सोसाइटी हमें ये नहीं देखना है कौन सा प्रिंसिपल बेस्ट है हमें ये नहीं देखना कौन सी पॉलिसी बेस्ट है हमें ये नहीं देखना है की क्या क्या सिस्टम होना चाहिए कैसे प्रिंसिपल बनाया जाना चाहिए हमें ये देखना है कुल मिला के की कौन सा प्रिंसिपल जस्ट सोसाइटी को प्रमोट करने में मदद कर रहा है डेट्स इट ठीक है हमें तरीका नहीं देखना हमें क्या देखना है की किस हमारा गोल सेटिस्फाई हो रहा है ठीक है किस हमारा गोल सेटिस्फाई हो रहा है तो इट बिकम दी फंक्शन ऑफ गवर्नमेंट तू हार्मोनाइज दी डिफरेंट प्रिंसिपल्स तू प्रमोट अन जस्ट सोसाइटी तो गवर्नमेंट के ऊपर ये रिस्पांसिबिलिटी ए जाती है की जस्टिस को जस्टिस के जो अलग-अलग डाइमेंशंस हैं जस्टिस के जो अलग-अलग प्रिंसिपल्स हैं उनके बीच में हार्मोनाइजेशन होना चाहिए सभी में तालमेल बनाए नहीं कोशिश करें और तालमेल ऐसा बनाया जाए एक जस्ट सोसाइटी बन जाए ए गया समझ में सो दिस वैसे ऑल अबाउट दी रिकॉग्निशन ऑफ स्पेशल नीड्स स्पेशल नीड्स के बारे में मैंने आपको बताया समझाया ठीक है तीनों डाइमेंशन बता दिया कंक्लुजन भी बता दिया हमारा जो ब्रॉड हेडिंग था व्हाट इसे जस्टिस वो यहां पे कंप्लीट होता है नेक्स्ट वीडियो में जैसे आप क्या पढ़ोगे नेक्स्ट वीडियो में आप जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन के बारे में पढ़ोगे ठीक है अब क्योंकि आपने देखो थ्योरी पढ़ ली है लेकिन थ्योरी इन दी अब्सेंस ऑफ थिंकर्स इसे ऑफ नो उसे तो आपको थिंकर्स के डाइमेंशंस भी देखना पड़ेगा तो जॉन रास के बारे में पढ़ेंगे उनके जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन वाले कॉन्सेप्ट को समझेंगे ठीक है उसके पहले कार्टून है कार्टून का मतलब कार्टून जो है उसमें इनोसेंस ही बहुत अच्छी है ठीक है वो इनोसेंस को समझना वही इसे दी स्टैचू ऑफ जस्टिस ब्लाइंडफोल्डेड हम देखा होगा ना न्याय की देवी तो पट्टी बंद देते हैं काली वाली ठीक तो बच्चा पूछता है की वो ब्लाइंडफोल्डेड क्यों है तो लड़की क्या बोलती है सी इसे ब्लाइंडफोल्डेड बिकॉज से नीड्स तू बी इंपार्शियल ठीक है तो वो ब्लाइंडफोल्ड है डांस पे पट्टी क्यों बंद दी ताकि वो imparshail वे में दे सके ठीक है न्याय की बेबी है ना क्या कम होगा तो न्याय देना होगा और इसीलिए उनकी आंखों पर पट्टी लगा दी की वो इंपार्शियल वे में न्याय दे पाए तो बच्चा बड़ी इमोशंस में क्या पूछता है की ऑफ कोर्स सी नीड्स तू बी इंपार्शियल पार्शियल होना जरूरी है जैसे हम बोलते हैं ना की जस्टिस में क्या हो ना समानता होना जरूरी है लेकिन फिर वही है की स्पेशल नीड्स को भी रिकॉग्नाइज्ड करना होगा प्रोपोर्शनेट जस्टिस भी देना होगा तो बच्चा वही बोलता है की आंख पे पट्टी बंद ली उससे पार्शियल तो हो जाएगी बट आई वंडर अन हो दैन दज सी डी स्पेशल नीड्स ऑफ डी पीपल ठीक है लेकिन लोगों की स्पेशल नीड के बारे में भी तो सोचना होगा ना आप हमेशा imparshal हो के सबको इक्वली ट्रीट नहीं कर सकते हो ठीक है तो एक फूड फॉर थॉट वाली चीज है ये आई होप यू एंजॉय इट कोर थीम्स को अगर आप समझोगे तो ये है की जस्टिस जो है जस्टिस को आपने अलग-अलग डाइमेंशन में समझ चुके हो तीन डाइमेंशन आपने देखे हैं क्या-क्या द तीन डाइमेंशन आपने देखा की इक्वल ट्रीटमेंट शुड बी गिवन तू इक्वल्स ठीक है जस्टिस का एक मतलब क्या होता है की आप इक्वल ट्रीटमेंट तो इक्वल्स तू ठीक है जस्टिस को आपने दूसरे डाइमेंशन पे ऐसे देखा की प्रोपोर्शनेट जस्टिस भी होना चाहिए ठीक है रिकॉर्डिंग होना चाहिए अकॉर्डिंग तू दी एफर्ट्स विच पीपल आर पुट ठीक है उसे हिसाब से रिवॉर्ड किया जाना चाहिए उन्हें फिर तीसरा डाइमेंशन जो देखा आपने जस्टिस का तो उसमें आपने ये देखा की जस्टिस अलसो इंवॉल्वेस रिकॉग्निशन ऑफ स्पेशल नीड्स हमेशा लोगों को आप एक तराजू में नहीं तोड़ सकते हो कभी-कभी स्पेशल सरकमस्टेंसस कंडीशंस के हिसाब से लोगों को स्पेशल नीड्स को रिकॉग्नाइज करके उन्हें स्पेशल बेनिफिट्स दिए जाते हैं तो ये थ्योरी पार्ट था ठीक है आपने थ्योरी पे व्हाट इस जस्टिस को अच्छी तरह से समझ लिया अब सवाल ये आता है की थ्योरी के साथ में थिंकर्स भी आते हैं तो अब आगे आने वाले चैप्टर में आप क्या करोगे की जस्टिस आज अन पॉलिटिकल आइडिया पे किन थिंक करके इतिहास को हम मानते हैं समझते हैं तो जॉन हाउस का एक बहुत इंपॉर्टेंट कंट्रीब्यूशन है जॉन रॉ की जो थ्योरी है जस्टिस की वो बहुत इंपॉर्टेंट है जो नेक्स्ट वीडियो में आप पूरा अच्छे से पढ़ोगे और डिटेल में ठीक है अब उसके पहले एक preriquested कंडीशन जैसे हम देखे तो जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन जो है ठीक है वो एक इंपॉर्टेंट आइडिया देता है की इंपॉर्टेंट इनसाइड देता है अगर ये टॉक अबाउट जस्टिस ठीक है तो जस्टिस के ऊपर एक इंपॉर्टेंट आपको इनसाइड यहां पे जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन वाले टॉपिक में जानने को मिलेगी जो मैं आपको इस वीडियो में बताने वाला हूं समझने वाला हूं क्लियर हुआ यहां तक चीज चलो देखते हैं तो लॉस एंड पॉलिसीज स्ट्रेट इंडिविजुअल्स इन फेर मन्नार क्या होता है जस्टिस का मतलब क्या होता है सोशल जस्टिस का मतलब यही होता है ना की लॉस एंड पॉलिसी जो है वो इंडिविजुअल्स को फेर मैनर में जस्ट मैनर में ट्रीट करें ठीक है कोई किसी प्रकार का डिस्क्रिमिनेशन नहीं हो ये जस्टिस की कहानी है सोशल जस्टिस में हम का सकते हैं की जितने भी लॉस पॉलिसीज बनेंगे वो इंडिविजुअल्स को एक शेयर तरीके से ट्रीट करें शेयर मैनर में ट्रीट करें यही सोशल जस्टिस होता है ठीक है बट लॉज एंड पॉलिसी आर नॉट सफिशिएंट इन इट सेल्फ ठीक है सिर्फ लॉस और पॉलिसीज ला देने से चीजे सूरज नहीं जाएगी सोशल जस्टिस जो सिर्फ लोग और पॉलिसीज के ला देने से नहीं मिल जाएगा ठीक है वो अपने आप में इन एफिशिएंट है ठीक है बट इट इस नॉट सफिशिएंट तो सफिशिएंट नहीं है सिर्फ लॉस एंड पॉलिसीज क्यों क्योंकि सोशल जस्टिस अलसो कंसर्न्स दी जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ गुड्स एंड सर्विसेज ठीक है जस्टिस के देखो जस्टिस कहां-कहां जरूरत होती है जस्टिस की अगर बात की जाए तो जस्टिस हर महीने में जरूरत होती है जैसे अगर आप देख मार्क्स में ही डिस्ट्रीब्यूशन में लड़ाई टीचर जस्टिस नहीं कर रहा है ठीक है तो वो वहां से लगा के आप जैसे देखोगे तो कोर्ट्स में केस हो गए क्रिमिनल केसेस वहां जस्टिस चाहिए जस्टिस आपको रिसोर्सेस के डिस्ट्रीब्यूशन में भी चाहिए अब बात करते हो क्या है की लिविंग कंडीशंस इंडिविजुअल्स के क्या होना चाहिए और का सकते हैं की ऐसी हो की लोग अपना जीवन जी सके एक एक का सकते हैं की ब्लॉक पावर्टी लाइन से ऊपर आके वो एक मिनिमम स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग है लोगों का ठीक है हमें एक्सपेक्ट करते हैं लेकिन उसके लिए क्या है की रिसोर्सेस का भी तो डिस्ट्रीब्यूशन इक्वल होना चाहिए ठीक है वहां पे भी तो जस्टिस होना चाहिए तो ये वही कहा जा रहा है की सिर्फ लॉस और पॉलिसीज बना के इंडिविजुअल्स को फेर मैनर में ट्रीट कर देना लॉज एंड पॉलिसी के थ्रू जस्टिस ले आने से जस्टिस नहीं आता है ठीक है वो भी जरूरी है लेकिन उसके साथ-साथ आपको क्या देखना होगा की सोशल जस्टिस में आप क्या करें जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन को इंश्योर करें ऑफ गुड्स एंड सर्विसेज गुड्स एंड सर्विसेज बराबर रूप से लोगों के बीच में जस्टिफाई वे में लोगों के बीच में बैठे होना चाहिए ठीक है तो री डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ रिसोर्सेस तू रिड्यूस वीडियो सीरियस सोशल इकोनॉमिक इनिक्वालिटीज एंड प्रोवाइड अन प्लेइंग फील्ड फॉर सिटिजन ठीक है लेवल प्लेइंग फील्ड फॉर सिटिजन तो यहां पे एक पॉइंट आपको ध्यान रखना होगा की जब आप बात करते हो ना सोशल जस्टिस में क्या की जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन होना चाहिए रिसोर्सेस का तो इसमें आपको ये देखना होगा जस्ट रेजोल्यूशन में ऐसा नहीं की सबको बराबर बार दो आप यहां पे फिर स्पेशल नीड्स जो आपने पढ़ के आए हो एक जस्टिस का एक डाइमेंशन की स्पेशल नीड्स को रिकॉग्नाइज करोगे की कभी-कभी क्या होता है की कुछ सोशल ट्रॉमा के inqualities बहुत ज्यादा दीपाली रेटेड होती है ठीक है सोचें इकोनॉमिक इनिक्वालिटीज बहुत ज्यादा दीपाली रेटेड होती है जैसे मैन लो की जो कास्ट बेस्ड इनिक्वालिटीज थी उसके चलते क्या हो गया शेड्यूल कास्ट शेड्यूल ट्राइब के लोग जो द ठीक है जो लोअर स्टेट था सोसाइटी का वो ऊपर नहीं ए पाया उनके पास में इकोनॉमिक रिसोर्सेस नहीं द ठीक तो अब आपको क्या करना है आपको ये इंश्योर करना होगा की उन लोगों के पास इकोनॉमिक रिसोर्सेस पहुंचे हैं तो कैसे गवर्नमेंट अपने जेब से पैसा लेगी तो गवर्नमेंट को एक्स्ट्रा एफर्ट्स लेना पढ़ेंगे वहां पे गवर्नमेंट इसीलिए क्या होता है स्कॉलर शिप दे रही गवर्नमेंट इसीलिए हॉस्टल फैसिलिटी दे रही है ए गया समझ में तो हर चीज को आप जैसे देखोगे तो वो थिअरीज जो है वो थिअरीज हमारे लॉस को सपोर्ट करती है पीछे से समझ में ए रहा है ना की जो भी लॉस बनते द वैसे हवा में नहीं बनते बस की मंत्री जी सुबह सो के और लॉ बना देंगे उनके पीछे इतिहास होते हैं थिअरीज होती है आइडिया और लॉस बनाने के पीछे इतिहास थिअरीज किसकी होती ब्यूरोक्रेट्स की आप कल को ब्यूरोक्रेट बनोगे ठीक है तो आप जब ये सारे आइडिया थिअरीज पढ़ोगे नहीं तो फिर वो आप उन्हें पॉलिसीज में कैसे लगाओगे ए गया ना समझ में इसलिए पढ़ना जरूरी है लोग अगर सोचते होंगे अभी तक आपने तीन-चार चैप्टर पढ़ लिया आप सोच रहे होंगे की सर इसका साइनिफिकेंस क्या रहेगा लाइफ में तो मैं अभी बता रहा हूं की हर आइडिया हर थॉट जो आप पढ़ रहे हो समझ रहे हो ये आप कल को क्या करोगे ब्यूरोक्रेट बनने के बाद में अपने पॉलिसी फ्रेमिंग में इनसाइड चीजों को लगाओगे ठीक है दिमाग लगाओगे तो यहां पे आया ना समझ में की लेवल प्लेइंग फील्ड देना है इसके लिए आपको डिस्ट रिसोर्सेस का भी डिस्ट्रीब्यूशन जस्ट करना होगा ताकि आप जस्टिस को सही मायने में इंश्योर कर पाओ तो देयर फॉर जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन इस परसूइंग सोशल जस्टिस एंड इक्वलिटी विद डी हेल्प ऑफ लॉस एंड पॉलिसी तो जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन क्या होगा की आप लॉस और पॉलिसी इसके तो मदद लो ही लो साथ ही साथ में प्रोविजनिंग सैम बेसिक क्वालिटी ऑफ लाइफ कंडीशंस एंड ऑपच्यरुनिटीज ठीक है की रिसोर्सेस के थ्रू क्या करो आप बेसिक क्वालिटी ऑफ लाइफ एंड कंडीशंस जो है बेसिक क्वालिटी ऑफ लाइफ कंडीशंस इन ऑपच्यरुनिटीज में इससे क्या मेरा मतलब हुआ तो जैसे आप यहां पे ये देखो दो एग्जांपल अच्छे दिए हैं की बाय लॉ तो आपने क्या कर दिया बाय लॉ अपने जस्टिस प्रोवाइड करने की कोशिश कारी ठीक है आपने डायलॉग क्या कर दिया जैसे बिलॉन्ग कहेंगे की देश आजाद हो गया उसके बाद में आपने अनटचेबिलिटी को क्या कर दिया बन कर दिया ठीक है अनटचेबिलिटी को बन कर दिया लेकिन लोगों को अभी क्या है अब रिसोर्सेस नहीं है ना आपने antesability बिल ऑफ बन कर दे लेकिन सोसाइटल लेवल पे क्या थी अभी भी दिक्कतें थी जो शेड्यूल कास्ट शेड्यूल ट्राइब के लोग द जो एक लंबे समय से इस मैंने परेशान द अनटचेबिलिटी का जो कर्ज था उससे परेशान द तो वो इकोनॉमिकली बहुत कमजोर द तो वहां पे फिर जैसे गवर्नमेंट ने क्या है लैंड reformali ठीक है गवर्नमेंट ने लाइन पर हम कैसे लाइक तो लैंड रिसोर्सेस जो है लैंड जो है ठीक है एग्रीकल्चर लैंड जो है वो इन शेड्यूल कास्ट शेड्यूल ड्राइव के लोगों को बांटना चालू किया ताकि क्या और डिस्ट्रीब्यूशन जो है जस्टिस जो है तो वो हर महीने में देखने को मिले ऐसा नहीं की सिर्फ बाय लॉ अपने जस्टिस ले आए और प्रैक्टिकल अगर देखा जाए ऑन ग्राउंड तो ऑन ग्राउंड दिक्कतें कर रही थी ठीक तो जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन में रिसोर्सेस की बात की जाती है की प्रोविजनिंग सैम बेसिक क्वालिटी ऑफ लाइफ कंडीशन एंड ऑपच्यरुनिटीज तो जैसे एग्जांपल में लैंड रिफॉर्म इस वैन ऑफ दी क्लासिकल एग्जांपल ठीक तो अब जब ये आप जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन की बात करते हैं ना तो इन दी प्रक्रिया ऑफ जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन समटाइम दे आर डिफरेंट डिफरेंस ऑफ ओपिनियन ठीक है डिफरेंस ऑफ ओपिनियन कैसे है की जब आप बात करते हो की रिसोर्सेस को इक्वली डिस्ट्रीब्यूशन किया जाना चाहिए ठीक है exusustified वे मैं डिस्ट्रीब्यूशन होना चाहिए तो वहां पे बहुत सारे डिफरेंस ऑफ ओपिनियन ए जाते हैं मतलब ओपिनियन ऐसे ए जाते हैं की जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन कैसे आएगा हो एंड हो मच कितना रिसोर्सेस किसको देना है कैसे दोगे क्या क्राइटेरिया रखोगे तो डिफरेंस ऑफ ओपिनियन आर बाउंड तू हैव ठीक है तो आप ये चीज तो देखो मैन के चलो की सोसाइटी में अगर एक सेक्शन के लिए कुछ किया जाएगा तो दूसरा सेक्शन जिसके लिए नहीं किया जा रहा है वो आवाज़ उठेगा ठीक है तो इस तरह से क्या होता है डिफरेंस ऑफ ओपिनियन आते ही है एंड दिस डिफरेंस ऑफ ओपिनियन में अराउंड फ्रेशर्स फैशन एंड प्रवोक वायलेंस इन दी सोसाइटी और कभी-कभी डिफरेंस ओपिनियन इतने हो जाते हैं इतने घनघोर हो जाते हैं की के बीच में लड़ाई हो जाती है और आपने देखी होगी लड़ाई कहां तो प्रोटेस्ट अगेंस्ट प्रपोज तू रिज़र्व सीट्स इन एजुकेशन इंस्टिट्यूट ऑफ गवर्नमेंट एंप्लॉयमेंट क्या होता है की जब-जब रिजर्वेशन को बढ़ाने की या फिर जब इनिशियली जैसे आप देखोगे 90s वाले टाइम पीरियड में रिजर्वेशन लाने के बाद की ना तो समय पे लोगों ने प्रोटेस्ट किया ठीक अब देखो बीइंग अन स्टूडेंट ऑफ पॉलिटिकल साइंस आप अभी क्या क्लास में बैठ के सारी सारे इतिहास के पीछे का कॉन्सेप्ट समझ रहे हो ठीक है सर इतिहास के पीछे का कॉन्सेप्ट समझा तो अब आपको रिजर्वेशन जस्टिफाई लगता हुआ एक हद तक लेकिन आज जिस फॉर्म में उससे दिसाग नहीं करता हूं आप भी करते हो मैं भी करता हूं की आज उसको और मोडिफाइड किया जाना चाहिए लेकिन जो उसके पीछे सोच रही होगी वो तो जस्टिफाई थी ठीक है सोच जस्टिफाई थी अब लेकिन क्या हो रहा है की हम जब इस तरह से जस्टिफाई वे में कुछ चीजों को करने की कोशिश करते हैं ठीक है हम जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन करने की कोशिश करते हैं वो रिजर्वेशन के फॉर्मेट में हो या फिर लैंड रिफॉर्म्स के फॉर्मेट में हो तो हमेशा क्या होता है कनफ्लिक्टिंग ओपिनियन रहता है एक अपोजिट ओपिनियन रहता है अब दो ओपिनियन जो अपोजिट है आपस में जब दोनों टकराएंगे तो सी बात है वायलेंस भी होगा डिफरेंस ऑफ ओपिनियन क्लासेस भी होंगे ठीक है तो उसका अच्छा एग्जांपल क्या है प्रोटेस्ट ये जो प्रोटेस्ट किया गया था किसके अगेंस्ट में अगेंस्ट दी प्रपोज तू रिज़र्व सीट्स इन एजुकेशनल इंस्टिट्यूट एंड गवर्नमेंट एंप्लॉयमेंट लोगों ने बोला क्या आप रिजर्वेशन दे दोगे तो ये गलत है ठीक है अब सवाल वही आता है की क्या सही है क्या गलत है कितना जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन होना चाहिए कितना नहीं होना चाहिए इस जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन के आइडिया को एक थ्योरी की जरूरत है ना आप किस एक्सप्लेन करोगे तो आ व्हाट शुड बी योर ओपिनियन आपको ओपिनियन क्या होना चाहिए की क्या जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन सही है नहीं है तो आपको अभी न्यूट्रल रहना है क्यों क्योंकि अभी आप सिख रहे हो ठीक है तो कमली एग्जाम इन दी शूज इंवॉल्वड आपको क्या करना है की जो जो इश्यूज इंवॉल्वड है पहले उन्हें देखो थ्योरी जो थिंकर्स हैं उनके अरगुमेंट आपको कितना सेटिस्फाई करते हैं उसे चीज से समझो तो हम नेक्स्ट वीडियो में जो रोल्स की थ्योरी है जस्टिस की वो काफी हद तक जस्टिस को एक्सप्लेन करती है की जस्टिस क्या होना चाहिए कैसा होना चाहिए तो उसे हम नेक्स्ट वीडियो में पढ़ेंगे क्या पढ़ेंगे जॉन रॉस थ्योरी ऑफ जस्टिस उसे हम नेक्स्ट वीडियो में कवर करने वाले हैं ऐसे करता हूं यहां तक चीज आपको समझ में आई है जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन एक इंपॉर्टेंट टॉपिक था वह मैंने आपको समझाया है डायरेक्ट क्वेश्चन आता है की व्हाट डू यू अंडरस्टैंड डिस्ट्रीब्यूशन तो आपको समझना है जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन में सिर्फ लॉस सफिशिएंट नहीं है आपको एक टाइम क्या करना होता है कुछ बेसिक क्वालिटी ऑफ लिविंग कंडीशंस और ऑपच्यरुनिटीज को प्रोवाइड करना होता है वो जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन का पार्ट होता है तो ये एक बहुत इंपॉर्टेंट टॉपिक है इंपॉर्टेंट टॉपिक है इसे अच्छे से समझना ठीक है इस वीडियो के एंड तक मैं आपसे प्रॉमिस करता हूं की आपको एकदम क्रिस्टल क्लेरिटी होगी इस टॉपिक के ऊपर की जॉन अपनी थ्योरी ऑफ जस्टिस में क्या कहना चाहते हैं वो जस्टिस को कैसे डिफाइन करते हैं वो क्या तरीका बताते हैं जिससे हम जस्टिस को सोसाइटी में एस्टेब्लिश कर सकते हैं ठीक है तो अब देखो बहुत सारे एग्जांपल्स भी लेंगे सारी चीज सारी चीजों का मतलब हम क्या करेंगे कंप्रिहेंसिव वे में कवर करने की कोशिश करेंगे अब एक चीज आपको ये ध्यान रखना है की जब सोशल जस्टिस आपने पढ़ना स्टार्ट किया चैप्टर तो इस चैप्टर में आपने अलग-अलग तरीके देखिए कैसे जस्टिस कुछ एस्टेब्लिश किया जा सकता है थ्योरी पढ़ी आपने जस्टिस से जुड़ी हुई की नहीं आया आखिर होता क्या है लेकिन थ्योरी इन दी ऑप्शंस ऑफ थिंकर्स इस तो थिंकर्स का क्या पॉइंट ऑफ व्यू है तो हम जॉन्स जो एक अमेरिकन मोरल और पॉलिटिकल फिलोसोफर हैं उनके पॉइंट ऑफ व्यू से समझेंगे की कैसे जस्टिस कुछ एस्टेब्लिश किया जा सकता है ठीक है अभी इंपॉर्टेंट चीज क्या है की थ्योरी जब हम उनकी थ्योरी समझते तो उससे पहले आपसे कुछ सवाल पूछे जाएंगे जैसे एक सवाल मैं आपसे पूछता हूं ठीक है व्हाट इस अन गुड सोसाइटी अकॉर्डिंग तू यू एक अच्छी सोसाइटी आपके अकॉर्डिंग क्या होगी ठीक है आपसे पूछा जाए की आप किस तरह की सोसाइटी में रहना पसंद करोगे सोसाइटी मतलब कैंपस वाली नहीं मतलब समाज आप कैसा चाहोगे ठीक है तो आप क्या कहेंगे जहां पे हमारी पोजीशन प्रिविलेज पॉइंट पे होना चाहिए ठीक है तो सोसाइटी इन विच यू आर इंटरेस्ट आर एक प्रिविलेज्ड पोजीशन नहीं आया समझ में एक और एग्जांपल लेते देखो मैंने आपसे पूछा है की आप किस तरह का मैच देखना पसंद करेंगे तो आप क्या बोलोगे वो मैच देखना पसंद करेंगे जिसमें हमारी टीम जीती हो ठीक है आपकी टीम हर रही है तो वो मैच देखने में क्या मजा आएगा तो आप वही मैच देखना पसंद करोगे जिसमें आपकी टीम जीत रही हो वैसे ही आप ऐसे ह्यूमन नहीं ह्यूमन बीइंग क्या होता है नेचर होता है ना थोड़ा सा तो ह्यूमन बीइंग्स क्या चाहेंगे की वो किस तरह के समाज में रहे जहां उन्हें फायदा होता हो ठीक है सब अपना फायदा देखते हैं ना तो ह्यूमन बीइंग्स क्या करेंगे ह्यूमन बीइंग्स भी उसी तरह के समाज में रहना पसंद करेंगे जहां पे उन्हें फायदा होगा ठीक है तो इन व्हाट इसे डी गुड सोसाइटी अकॉर्डिंग तू यू अगर आप बात की जाए आपसे पूछा जाए की सही क्या होगा तो जो आपके फेवर में हो वो सही होगा ठीक है कड़वा है मगर सच है क्या कर सकते हैं ठीक है तो इन विच योर इंटरेस्ट आर ए primile posission अब क्या है इस पर्सपेक्टिव की एक लिमिटेशन है ठीक अगर आप इस तरह से सोचते हैं और यूजुअली ह्यूमन बीइंग ऐसे ही सोचते हैं यूजुअली ह्यूमन बीइंग ऐसे ही सोचता है अगर मैं आपसे बोलूं वहां अगर इसको जस्टिस से रिलेट करो की न्याय क्या होगा तो न्याय वो होगा जो आपके अगेंस्ट ना हो आगे तो मैं जस्टिस क्या होगा जस्टिस वो होगा जो आपके फीवर में होगा आप क्या अगेंस्ट ना हो मैन तो इस चीज को तो इस पर्सपेक्टिव की लिमिटेशन क्या हो गई पता है इस परफेक्ट की इस पर्सपेक्टिव की लिमिटेशन हो गई है की अपने आप में जस्ट नहीं है ठीक है ये अपने आप में शेयर नहीं है क्यों क्योंकि आप क्योंकि हर आदमी अपना इंटरेस्ट पहले सीकर करता है ना तो वहां पे क्या हो रहा है यहां पे आदमी किस तरह से सोच रहा है यहां पे आदमी इस तरह से सोच रहा है की मेरा फायदा होना चाहिए या फिर एक अच्छी सोसाइटी होगी जहां पे मैं प्रिविलेज पोजीशन में रहूं मतलब जस्टिस जहां पे कैसे दिया जाए मुझे ध्यान में रखते हुए दिया जाए ठीक है तो ये अपने आप में ही क्या हो गया अंगेस्ट और अनफेयर हो गया ये पर्सपेक्टिव और दुख की बात क्या है की सोसाइटी इसी तरीके से चलती है जब जस्टिस की बात की जाती है जैसे हम क्या बात करते हैं हमें बात करते हैं की जो गलत करेगा उसे पनिशमेंट मिलना चाहिए जो गलत करेगा उसे पनिशमेंट मिलना चाहिए लेकिन सवाल समस्या कहां जाती है अगर आपने गलत कर दिया तो आप आपका ये जो मतलब आइडिया था ना की जो गलत करेगा उसे पनिशमेंट मिलना चाहिए वो आइडिया डगमगाने लगता है ठीक है मतलब हम क्या करते हैं की रूल्स बनाएंगे लेकिन रूल्स जब खुद पे लागू करने के बाद आएगी तो हम थोड़े से क्या करने लगते हैं डाइस ही होने लगते हैं घबराने लगते हैं तो वो जो पर्सपेक्टिव है उसकी लिमिटेशन ये है की वो ऊंजस्ट है अनफेयर है ठीक है आप उसे शेयर नहीं बोल सकते उसे जस्ट नहीं बोल सकते हो तो अब इस पर्सपेक्टिव को ध्यान में रखते हुए ठीक है ये लिमिटेशन को ध्यान में रखते हुए जॉन रॉ जो है तो जनरल स्ट्राइक तू प्रोवाइड अन थ्योरी ऑफ जस्टिस ठीक है उन्होंने एक थ्योरी दी है जस्टिस की की अगर आप इस चीज को ध्यान में रखते हुए जस्टिस लगे तो हमेशा जो इंसान के पास पावर होगी वह जस्टिस ऐसे देगा की वो हमेशा प्रिविलेज पोजीशन में रहे ठीक है और ये अपने आप में क्या है जस्टिस का जो ऑब्जेक्टिव है न्याय को ही क्या कर जाता है ये नपुं तरीका ही नहीं है की न्याय को आप सही तरीके से दे सकूं ठीक है जस्टिस को डिफाइन करने का जस्ट तरीका ही नहीं है यह ठीक तो वो लिमिटेशन रही तो उसी के लिए जॉन जो है अपनी थ्योरी देते हैं अपनी बुक में ठीक है थ्योरी ऑफ जस्टिस जो देते हैं जॉन उसमें वह क्या बात करते हैं की कैसे एक सिस्टम बनाया जाए की जिसमें आ फेर और जस्ट तरीके से जस्टिस को लाया जा सके जस्टिस हो लेकिन जस्टिस भी जस्ट हो फेर हो अनफेयर ना हो उन जस्ट ना हो ए गया समझ में देखो ये कड़ी पहली है जैसे बोलते हैं ना चा मतलब आपको छत पर जाना है तो क्या होगा की जो सीढ़ियां होगी तो उसका पहला पहली जो सीडीओ की वो छोड़ोगे तब दूसरी पर चढ़ पाओगे इस चीज को अच्छे से समझ में आया ना की थ्योरी ऑफ जस्टिस की जरूरत जान रहा हूं मतलब जॉन हाउस ने जो जस्टिस दी वो क्यों दिए क्योंकि वो समझ रहे द की ये जो तरीका है जिससे हम जस्टिस देते हैं की जस्टिस देने वाला इंसान जस्टिस दे दे लेकिन वो हमेशा जो जस्टिस देगा वो अपने आप को प्रिविलेज पोजीशन में रखेगा तो जस्टिस देने का तरीका एंड जस्ट है ए गया ना समझ में इसके लिए ज्वाइन रॉस अपनी थ्योरी देते हैं मजेदार थ्योरी तो अब आगे की कहानी समझ में एक सीधी chadhoge ना दूसरी सीडी पे छोड़ो ठीक है दूसरी सीडी कैसे चाहते हैं देखो तो इंडिविजुअल्स विल टेक डिजाइन अबाउट हाउस सोसाइटी शुड बी ऑर्गेनाइज्ड थ्योरी ऑफ जस्टिस में थ्योरी ऑफ जस्टिस में जॉन दल सीधी सी बात क्या बोलते हैं की डिसीजन जो लेगा रूल्स जो बनाएगा रेगुलेशन जो बनाएगा वो बनाने वाले इंसान कौन होगा खुद इंडिविजुअल्स अभी बहुत सारे लोगों के मैन में सवाल आया होगा की सर जब इंडिविजुअल्स ही डिसीजन लेंगे ठीक है तो यहां पे क्या होता है मैंने की इंडिविजुअल्स विल टेक डिसीजन अबाउट हाउस सोसाइटी शुड बी ऑर्गेनाइज्ड मतलब आप एक सोसाइटी में जस्टिस की अगर बात करोगे तो जस्टिस कैसे आएगा जस्टिस कौन देगा इस चीज का डिसीजन इंडिविजुअल सीजन उसे सोसाइटी के लोग ही डिसीजन लेंगे सवाल ये है ना आपके सर इंडिविजुअल्स निर्णय लेंगे तो इंडिविजुअल्स तो फिर वही वाली बात हो जाएगी की वह अपना अपनी पोजीशन को अपने इंटरेस्ट को प्रिविलेज पॉइंट पे देखना चाहेंगे ठीक है तो ऑब्जेक्टिव तो खत्म ही हो गया हो तो फिर लिमिटेशन ए गई लेकिन जॉन उसको एक्सप्लेन करते हैं की हम क्या तरीका रखें जिससे इंडिविजुअल्स जो है इस लिमिटेशंस के ऊपर आए ठीक है तो क्या होता है जॉन बोलते हैं डिसीजन इंडिविजुअल इसीलिए बट बिफोर डेट दे शुड बी इन ओरिजिनल पोजीशन ठीक है क्या बोलते हैं देखो ये वाली लाइन जो है डिफरेंशिएट कर देती है सारी चीजों को जॉन से बोलते हैं की इंडिविजुअल्स को ही तय करने दो की सोसाइटी में जस्टिस कैसे आएगा न्याय चाहिए न्याय न्याय चिल्ला रहे हो ना न्याय मिलेगा लेकिन आप ही तय करो ठीक है ये भी बहुत अच्छी बात है की आप ही तय करो ना आए कैसे मिलेगा लेकिन आपके तय करने से पहले क्या होगा आपके तय करने से पहले आपको ओरिजिनल पोजीशन पे आना होगा ओरिजिनल पोजीशन पे आना होगा मतलब क्या होता है ओरिजिनल पोजीशन में समझता हूं आपको अन सिचुएशन इन विच ठीक है ओरिजिनल पोजीशन क्या है देखो ओरिजिनल पोजीशन ये है क्या सिचुएशन है इन विच नो वैन इन विच वैन डू नॉट नो डी पोजीशन विच ही शीट गोइंग तू ऑक्युपी रिच पुर प्रिविलेज और डिसएडवांटेजेस डिसएडवांटेजेस इन दी सोसाइटी ठीक है और इसे ही विलय ऑफ ignorence कहा जाता है ठीक है इसे ही विल ऑफ इग्नरेंस कहा जाता है अब जरा कहानी को समझना अच्छे से हान इंपॉर्टेंट चीज है यहां पे ये पूरा मतलब थ्योरी को समझने के लिए पॉइंट समझना बहुत ज्यादा जरूरी लोगों को ओरिजिनल पॉइंट समझ नहीं आता है जॉन्स क्या बोलते हैं की आपको तय करना है की समाज कैसा हो ठीक है आपको तय करना है समाज कैसा हो लेकिन आपको ये नहीं पता है की आपको समाज के किस हिस्से का पार्ट बनने वाले हो आया समझ में देखो एक एग्जांपल लेते हैं हम सबसे अच्छी चीज है एक केक है ये एग्जांपल बहुत प्रॉमिनेंट है और अधिकतर उसे किया जाता है थ्योरी समझते समय की केक है ठीक है अब वो केक में आठ लोग हम ऑटो लोगों को क्या है केक का हिस्सा मिलेगा ठीक है बधाई हो अब वो केक जब ऑटो लोगों को मिलेगा ना तो अब क्या है आपको तय करना है की मतलब आपको ही काटना है जैसे मैं बता नहीं इंडिविजुअल्स विल टेक डिसीजन हो दिस सोसाइटी शुड बी ऑर्गेनाइज्ड तो सोसाइटी क्या है केक है सोसाइटी में रूल्स कैसे होंगे उसको ऑर्गेनाइज्ड कैसे करना है किसको कितना है केक मिलेगा वो केक को जो काटोगे ना वो केक काटने का कम आपका ही है ठीक है आपको ही तय करना है तो मुझे चाकू दे दिया ठीक है गाना गाओ हैप्पी बर्थडे मैंने केक काट दिया मैंने केक काट दिया अब लेकिन आपको ये नहीं पता है की आपको कौन सा पीस मिलेगा मजे की बात ये है ए गया समझ में केक है केक काटना भी आपको लेकिन आपको ये नहीं पता रहेगा की आपको कौन सा पीस मिलेगा अब अगर मैन लो आपने क्या किया आपने चला की ये कारी की साथ पीस तो छोटे-छोटे काट दिए और एक पीस बहुत बड़ा काट लिया ठीक है और अब आप एक पीस बड़ा काट के क्या सोच के काट रहे हो की बड़ा पीस आपको मिल जाएगा ठीक है लेकिन मजे की बात क्या है की ये तय नहीं किया था की वो आपको कौन सा पीस मिलेगा तो बड़ा पीस किसी और किसी से मैं चले जाएगा ठीक है तो इसमें आदमी क्या करेगा इसमें सबसे जस्ट तरीका क्या रहेगा की इंसान जब डिसीजन लेगा केक काटने का तो ऑटो के ऑटो है को क्या करेंगे एकदम बराबर कटेगा क्यों क्योंकि उसे पता नहीं है की उसे कौन सा पीस मिलने वाला है ठीक है तो यहां पे उसी चीज को ओरिजिनल पोजीशन की बात की जा रही है क्या की इंडिविजुअल्स को तय करना है सोसाइटी कैसे ऑर्गेनाइज्ड होगी लेकिन वह तय करने से पहले इंडिविजुअल्स को ओरिजिनल पोजीशन में आना होगा अपनी ठीक है अब ओरिजिनल पोजीशन क्या होती है तो एक ऐसी सिचुएशन जहां पे इंडिविजुअल्स को नहीं पता होगा ठीक है वैन डू नॉट नो दी पोजीशन विच ही सी इस गोइंग तू ऑक्युपी मतलब आपको रूल्स बनाना है आपको ये तय करना है की सोसाइटी में जस्टिस ऐसे मिलेगा लेकिन आपको ये नहीं पता की आप सोसाइटी के किस हिस्से में जाओगे राजा मंत्री चोर सिपाही खेलते द ना चित आप ही बनाते हो फोल्ड आप ही कर तो आप ही डालते हो ठीक है लेकिन अब आप क्या है आप उसमें बेईमानी नहीं करोगे क्योंकि आपको पता है आपको भी नहीं पता है की आपको कौन सी चीज आने वाली है तो आप ईमानदारी से कम करते हो ठीक है उसी तरह से जॉन्स भी बोलते हैं की इंडिविजुअल्स तय करें लेकिन इंडिविजुअल्स को ये नहीं पता होना चाहिए की वो सोसाइटी के किस सेक्शन में वो जाएंगे ठीक है मतलब जो लॉस बनेंगे तो लॉस सब के लिए एक जैसे तभी बन पाएंगे जब इंडिविजुअल को अपना इंटरेस्ट ना पता हो ठीक है इंडिविजुअल को अपना इंटरेस्ट ना पता और इसे ही विलय ऑफ इग्नरेंस कहा जाता है इसका एडवांटेज क्या इसका एडवांटेज बहुत इंपॉर्टेंट समझना ठीक है टॉपिक को यहीं से कनेक्ट करना की इंडिविजुअल्स जब विलय ऑफ इग्नरेंस में रहते हैं मतलब इग्नरेंस के पर्दे में रहते हैं एक तरह से उन्हें नहीं पता रहता है की उन्हें क्या मिलने वाला है ठीक है जब वो विलय ऑफ ignorence में रहते हैं तो उसके चलते क्या होता है उसके चलते हैं वो जो डिसीजन लेंगे टेकिंग डी डिसीजन फ्रॉम दी पॉइंट ऑफ व्यू ऑफ वर्स्ट ऑफ तो आप क्या सोच के चलते हो भैया जो सबसे बुरा हो सकता है वो पॉसिबिलिटी लेकर चलो मतलब आप केक काटोगे तो एक भी केक के पीस को आप बड़ा छोटा नहीं करो क्योंकि आपको पता है की अगर सबसे छोटा वाला मुझे मिल गया तो सबसे घाटे में चले जाऊंगा तो सब बराबर काट दो जो भी मिले सब अच्छा रहेगा अगर मैं समझ में तो ये एक बहुत इंपॉर्टेंट कॉन्सेप्ट हो जाता जैसे समझ में आता है की जब जस्टिस को बनता जाएगा जब रूल्स रेगुलेशन बनाए जाएंगे ना तो इंडिविजुअल्स को ये नहीं पता होना चाहिए की उनके हिस्से में क्या ए रहा है अगर उन्हें ये पता होगा उनके हिस्से में क्या ए रहा है तो वो क्या करेंगे अब वही फिर क्या बात होती है इंडिविजुअल्स हमेशा क्या सोचने लगते हैं की मेरा इंटरेस्ट जो है ठीक है वो priveelit पोजीशन पे रहना चाहिए की आप इंडिविजुअल्स को जब ये पता ही नहीं रहेगा जब वो ओरिजिनल पोजीशन में रहेंगे व्हेन दे विल बी अंडर विल ऑफ इग्नरेंस तो उसके चलते क्या होगा वो हमेशा डिजाइन फर्स्ट ऑफ को ध्यान में रखते हुए लेंगे ठीक है हमेशा डिजाइन को डिसीजन फर्स्ट ऑफ को ध्यान में रखते हुए लेंगे मतलब मैंने पता है की नहीं सबसे छोटा केक का पीस भी मिल सकता है अगर वो ज्यादा छोटे केक की पीस काटेंगे तो वो ये सोच के चलता है की सब बराबर ही काटो ए गया ना समझ में केक वाला एग्जांपल है एग्जैक्ट एग्जांपल उसे ध्यान रखना ठीक है तो अब इसके एडवांटेज क्या है जो मैंने आपको बताया की इस ओरिजिनल पोजीशन में मैंने का एडवांटेज क्या है इन कंप्लीट ignorence ठीक है व्हेन डी इंडिविजुअल विल बी अंडर विल ऑफ इग्नरेंस तो इन कंप्लीट इग्नरेंस इंडिविजुअल विल नॉट नौ एंड व्हाट दे विल बी इंडिविजुअल्स को नहीं पता है की उसे सोसाइटी के किस सेक्शन में जाने वाले हैं ठीक है तो देयर फॉर दे विल सपोर्ट एंड डिजाइन अबाउट दी रूल्स एंड ऑर्गेनाइजेशन ऑफ डेट फ्यूचर सोसाइटी विच वुड बी फेर फॉर ऑल दी मेंबर्स आया ना समझ में जब इंटिस को नहीं पता है की वो क्या होने वाले हैं वो उन्हें क्या मिलने वाला है तो वो डिसीजन उसे तरह से लेंगे दे विल सपोर्ट अन डिसीजन अबाउट रूल्स एंड ऑर्गेनाइजेशन ऑफ डेट फ्यूचर सोसाइटी विच वुड बी फेर फॉर ऑल डी मेंबर्स तो डिसीजन इसी तरह से लेंगे सोसाइटी में जहां पे सारे इंडिविजुअल्स के लिए सारी फेर है क्योंकि उन्हें पता है अगर वो कहीं पे अनफेयर कम कर देंगे तो हो सकता है वो अनफेयर ब्रैकेट में भी चले जाए वो खुद अनफेयर वाले ब्रैकेट में चले जाएं ठीक है ए का मतलब समझ में आना यहां पे ए क्या है तो अब देखो केक को एक साइड रखते हो अगर थ्योरी से अगर समझे मैन लो हमें निर्णय लेना है की जस्टिस क्या होना चाहिए रूल्स रेगुलेशन हमें बनाना है इंडिविजुअल्स को और हमें पता है की यार हम तो अमीर हैं तो हम रूल्स एंड रेगुलेशन कैसे बना देंगे हम रूल्स एंड रेगुलेशन ऐसे बना देंगे की गरीबों को राइट्स ना मिले लेकिन अमीरों को पूरे पूरे राइट्स मिलना चाहिए ignorence यहां पर बहुत इंपॉर्टेंट हो जाती है ठीक क्योंकि देखो आपको पोजीशन समझ में आए ना पोजीशन क्या है की व्हेन यू आर गोइंग तू बी अंडर व्हेन यू आर गोइंग तू बी अंडर वेल ऑफ इग्नरेंस ठीक है एक बार थोड़ा पीछे से एक बार फिर समझो तो आपको और चीज बेहतर कनेक्ट हो पाएगी डिसीजन इंडिविजुअल्स कोई लेना है सोसाइटी कैसे ऑर्गेनाइज्ड करना है लेकिन इंडिविजुअल्स और अंडरवियर ऑफ इग्नरेंस वाले मतलब जैसे बरखा होता है ना जो पर्दा तो पर्दे के अंदर हो आप पर्दा किस चीज का इग्नरेंस का डाला हुआ है आपको पर आपको नहीं पता है कुछ भी नहीं जानकारी आपको की समाज कैसा बनने वाला है कल को ठीक है और पॉसिबिलिटी क्या है ओरिजिनल पोजीशन ओरिजिनल पोजीशन में हो की आपको यह भी पता है की आप वो जो सोसाइटी बनेगी उसके किस सेक्शन में जाने वाले हो एक और अच्छा एग्जांपल ध्यान आया है वो समझता हूं देखो की एक होटल है ठीक है तू खंडहर साहब है मतलब खंडहर हो गया पूरा उसको रिनोवेट करना है रिनोवेट करने की जिम्मेदारी आपको दे दी है ठीक अब आप जब रिनोवेट करने जाओगे ना तो आपसे ये बोल दिया गया है की आपको भी एक रूम मिलेगा इसमें अब आप क्या करोगे और लेकिन ये नहीं बताया की आपको कौन सा रूम मिलेगा तब आप क्या करोगे पता है आप सारे रूम को एक जैसा बनाओगे जो रूम खराब होगा ना सबसे ज्यादा उसे भी आप बराबरी पे ला के छोड़ोगे मतलब सारे रूम एक जैसे होना चाहिए जिसमें ज्यादा टूटा हुआ समान था उसको भी आप सुधरोगे खराब से खराब को भी सही करोगे आप क्यों क्योंकि आपको पता ही आपको ये नहीं पता है की आपको कौन सा रूम मिलने वाला है उसमें से तो वैसे ही मतलब क्या है जो आप रूम इंटीरियर डिज़ाइन कर रहा है सारी चीज कर रहा है तो ही और सी इसे अंडर वेल ऑफ इग्नरेंस ठीक है उसे नहीं पता की उसे क्या मिलने वाला है लेकिन तय उसे ही करना है की सारे रूम अच्छे हो क्योंकि उससे भी एक रूम मिलने वाला है तो वैसे ही इंडिविजुअल्स को सोसाइटी में ही रहना है लेकिन उन्हें ये नहीं पता है वो सोसाइटी के किस सेक्शन में जाएंगे वो अपार स्ट्रेट में लगा सकते लोअर स्टार्ट में भी पुर भी हो सकते हैं रिच भी हो सकते हैं तो उसके चलते क्या होता है उसके चलते जब आप इस तरह से क्या करते हो ये अपोज लेके चलते हो ठीक है वे लोग इग्नरेंस जब भी आप थ्योरी ऑफ जस्टिस लिखोगे जो इनरोल की तो वे ऑफ इग्नरेंस का कॉन्सेप्ट समझ में आया ना की आप ओरिजिनल पोजीशन पे आपको नहीं पता की आप किस पोजीशन को ऑक्युपी करने वाले हो ठीक है सोसाइटी में तो उसके चलते क्या होता है की आप जब भी सोचोगे जो भी निर्णय लोग तो आप अपने आप को फर्स्ट ऑफ पोजीशन पे रख के चलोगे और वो फर्स्ट ऑफ पोजीशन पे जब आप रख के चलोगे ना तो आप जब कंप्लीट इग्नरेंस में रहोगे तो आप ऐसे डिसीजन को सपोर्ट करोगे जिसमें क्या होने वाला है जिसमें जो सभी के लिए फेर है जो एकदम जस्टिफाई रहे और उसका एडवांटेज क्या है उसका एडवांटेज ये है की इससे विकार सेक्शन के बारे में भी सोचा जाता है ठीक है तो इट वुड मेक अन सेंस फॉर एच पर्सन हर इंसान के लिए सेंसिबल तरीके से डिसीजन लिया जाएगा यहां पे एक्टिंग इन हिज और हर ऑन इंटरेस्ट तू ट्री तू थिंक ऑफ रूल्स ऑफ ऑर्गेनाइजेशन डेट विल इंश्योर रीजनेबल ऑपच्यरुनिटीज फॉर दी विकार सेक्शन अलसो ठीक है मतलब क्या है समझना इसका एग्जांपल भी दूंगा की जब आप वे ऑफ इग्नरेंस के अगर मैं आके क्या करोगे वे ऑफ इग्नरेंस के अंडर में आके डिसीजन लोग तो उससे होने क्या वाला है उससे होने ये वाला है की आप जो हैं आप विकार सेक्शन के बारे में भी सोचोगे क्यों क्योंकि ये भी हो सकता है की आप खुद भी कर सेक्शन को बिलॉन्ग करो तो एग्जांपल में जैसे आप एजुकेशन हेल्थ फैसेलिटीज ये जो है ना तो आपको क्या करोगे एजुकेशन हेल्थ फैसिलिटी ऐसा नहीं की सिर्फ अपार क्लास के लिए अच्छी बनाओगे या फिर रूल्स जो बनाओगे ऐसे जस्टिस दोगे की अपार क्लास कोई सारी चीजें मिल जाए नहीं आप लोअर क्लास के लिए भी वो सारी चीज करोगे क्यों क्योंकि क्या भरोसा आप लोगों को क्लास में ए जाओ ठीक है यू आर हिंदी ओरिजिनल पोजीशन आपको ये नहीं पता है की आप सोसाइटी की सेक्शन में जाने वाले हो ठीक है तो जॉन अपनी थ्योरी में सीधी-सी चीज यही बताते हैं देखो जॉन ये नहीं बताया की ओरिजिनल पोजीशन में कैसे पहुंचा जाए इंसान को ठीक लेकिन जॉन बताते की अगर इस एप्रोच से चीजों को करवाया जाए जैसे अब आप होटल का वो कम करवाना है वो एग्जांपल में अगर आप किसी को ऐसा कम दोगे की एक कमरा हम आपको ऊपर वाला दे देंगे आप पूरे होटल के कमरे से कर दो तो ये तय है की वो पूरे कमरे में थोड़ी-थोड़ी मक्कारी कर देगा लेकिन उसे जो कमरा दे रहे हो उसको वो एकदम फास्ट स्टार बना देगा ठीक है तो उसे तरह से लेकिन अगर उसने ये बोलोगे तो तुम्हें कौन सा कमरा देंगे ये नहीं बता रहा है आप बनाओ अच्छे तो फिर वो अच्छे से कम करेगा ठीक है तो उसी तरह से सोसाइटी में भी जब आप जस्टिस की बात करते हो तो ये मत तय करो की जो लोग जस्टिस बना रहे हैं उनकी क्लास पता हो अगर आप क्या कर रहे हो जस्टिस के प्रिंसिपल सेट करने का कम आपने क्या दे दिया की सारे ब्यूरोक्रेट्स को दे दिया तो वो अपने लिए जस्टिस की डेफिनेशन हमेशा ऐसे बनाएंगे की वो एक प्रिविलेजेस प्रिविलेज्ड पोजीशन में मेरा है ठीक है तो क्या होना चाहिए की जस्टिस जो बना रहे हो उसे इंसान को बताने होना चाहिए की वो सोसाइटी के किस ब्रैकेट में आता है ठीक है ये एक लिमिटेशन है की वो आप उसको ओरिजिनल पोजीशन पे कैसे ले जाओगे लेकिन उनका आइडिया समझो की अगर इस तरीके से जस्टिस को तय किया जाएगा पॉलिसीज को रूल्स रेगुलेशन को तो दिखती है बात है की वो बहुत जस्टिफाई रहेंगे सब इस पोजीशन से सोचना चालू करेंगे की वो किसी भी सेक्शन में जा सकते हैं आया ना समझ में ये कहानी है तो ठीक है अब देखो क्या है अब सवाल ये आता है की इसे पॉसिबल तू रेज ऑल आर आइडेंटिटी एंड तू इमेजिन वैन सेल्फ अंडर दी वेल ऑफ इग्नरेंस ठीक है क्या ये ऐसा पॉसिबल हो सकता है ठीक है गजनी को देख रहे हो सभी लोग मतलब क्या है सब पॉसिबल हो सकता है की हम अपनी अपनी खुद की आइडेंटिटी दो पहलू होते ना तो जितना डिफिकल्ट ये है की आप अपनी मेमोरी को नहीं भुला सकते इट इस इक्वली डिफिकल्ट फॉर मोस्ट पीपल तू बी सेल्फ सैक्रिफिसिंग एंड शेयर देयर गुड फॉर्च्यून विद स्ट्रेंजर्स ठीक है अब देखना दो डाइमेंशन अच्छे से समझना देखो मैं पूरा प्रयास कर रहा हूं की हम एक स्लो में चीजों को समझते चले आपको तो अब बात क्या की गई अभी तक आपने क्या देखा की इंडिविजुअल जो है ओरिजिनल पोजीशन में ए जाना चाहिए ही और सी शुड बी अंडर दी वेल ऑफ इग्नरेंस जिसमें वो ये भूल जाए की उसके अपनी आइडेंटिटी क्या और फिर जस्टिस की बात करें फिर रूल्स एंड रेगुलेशन बनाएं ठीक है सवाल ये आता है की पॉसिबल नहीं है लेकिन कोई भी इंसान अपनी आइडेंटिटी को अपनी मतलब अपने आइडेंटिटी को बिना अपने इंटरेस्ट के कैसे इमेजिन कर सकता है ठीक है तो अब उसका दूसरा काउंटर अरगुमेंट भी यही है की आप जो बोल रहे हो कोई अपनी आइडेंटिटी को नहीं भूल सकता है तो इसीलिए हम वे ऑफ इग्नरेंस में लाने की बात करते हैं क्योंकि जब अपनी आइडेंटिटी को नहीं भूल कर सकता है तो इट इस इक्वली डिफिकल्ट फॉर मोस्ट पीपल तू बी सेल्फ सैक्रिफिसिंग तो वह जब रूल्स बनाएंगे ना तो वो जस्टिस हमेशा अपने ग्रुप के लिए अपने सेक्शन के लिए अपने खुद के इंटरेस्ट के लिए तो ऊपर रखेंगे ही रखेंगे क्योंकि आप खुद ही बोल रहे हो की वो पॉसिबल नहीं है की अपनी खुद की आइडेंटिटी को इंडिविजुअल्स जो है वो क्या करते हैं इरेस करते हैं तो इसके लिए जब वो अपनी आइडेंटिटी को ध्यान में रख के हमेशा रूल्स बनाएंगे ठीक है जस्टिस देने की बात करेंगे अगर तो वो क्या होंगे इट इस इक्वली डिफिकल्ट फॉर मोस्ट ऑफ डी पीपल तू बी सेल्फ सैक्रिफिसिंग तो इसीलिए वो सेल्फ सैक्रिफिस करेंगे ही नहीं तो यही मैं आपको एक्सप्लेन कर रहा हूं की तभी वे ऑफ इग्नरेंस का होना बहुत ज्यादा जरूरी है अब आप जैसे देखोगे ना तो सोसाइटी देख रहा है ये कॉन्सेप्ट समझना थ्योरी का बहुत इंपॉर्टेंट है हम हमेशा सेल्फ सैक्रिफिस को इतना मतलब क्या कर देते हैं उसको हीरोइन से क्यों जोड़ देते हैं की कोई अपना त्याग कर रहा है किसी चीज का तो हम उसको हीरोइन से क्यों जोड़ते पता है हम उसको अच्छा क्यों बताते हैं उसको अच्छा इसलिए बताते हैं हम क्योंकि त्याग कोई यूं ही नहीं करेगा जब तक आप उसके साथ में कोई insecting नहीं जोड़ो जैसा क्या होता है की कोई इंसान ईमानदार है ठीक है ईमानदार है समझना बहुत चीज बता रहा हूं मैं आपको अब आपको क्या आता है आपके अकाउंट में कहीं से पैसे ए गए लेकिन आप क्या कर रहे हो आपको पैसा लोटा दे रहे हो वापस ठीक है बदले में क्या मिला ठेंगा फिर भी आप कर रहे हो क्यों कर रहे हो क्योंकि उससे आप ईमानदारी को दर्शा रहे हो ठीक है तो ईमानदारी जो है ना हमने उसको किसके साथ जोड़ दिए गुड वैल्यू के साथ में जोड़ दिया है उससे आपको पैसे का लॉस हो गया अपने पैसे वापस लौटा दिया लेकिन आपकी सेल्फ रिस्पेक्ट डिग्निटी बढ़ गई है ठीक है अब ऐसा क्यों होता है की सर ईमानदारी की ही सेल्फ रिस्पेक्ट मिलती है और क्या का सकते हैं बेईमानी की सेल्फ रिस्पेक्ट नहीं मिलती है जो बेईमान होता है उसे सेल्फ रिस्पेक्ट क्यों नहीं कहा जाता है मतलब सोसाइटी उसको क्यों नहीं रिकॉग्नाइज करती बेईमानी करना भी तो कला है हर कोई नहीं कर सकता ना तो देखो इसी कॉन्सेप्ट को आपको समझना है की सोसाइटी जैसे इवॉल्व होते ए गई ना तो सोसाइटी को समझ आया की बेईमानी से लोगों को नुकसान होगा ईमानदारी से लोगों को फायदा होगा तो इसीलिए हमने क्या कर ईमानदारी वाले वैल्यू को हीरो आईएसएम से डिग्निटी से सेल्फ रिस्पेक्ट से जुड़ा है उसको अच्छा बताया उसको गुड वैल्यूज बना रहा है इसको बेड वैल्यूज में डाला ठीक है क्योंकि हमें पता है इंडिविजुअल कभी भी अपना फटा नहीं होते हुए देखेगा अगर राशनली सोचा जाए ठीक है वैल्यूज को एक्साइट कर के राशनली सोचोगे आपको पैसे मिलेंगे तो आप वापस नहीं लौट आओगे क्यों क्योंकि उससे फायदा हो रहा है आप लेकिन आप वापस लौट ए रहे हो आपका नुकसान हो रहा है तो बदले में क्या मिला तो बदले में हमें उसके साथ में वैल्यूज एसोसिएट करते हैं हम लोग ठीक है तो वही चीज यहां पे बताई गई है की वे ऑफ इग्नरेंस की जो कहानी है ना तो वो इंडिविजुअल अपनी आइडेंटिटी को नहीं भुला सकता है लेकिन अब आइडेंटिटी को जब नहीं भुला सकता तो हमेशा अपने इंटरेस्ट के बारे में भी सोचेगा इसीलिए सेल्फ सैक्रिफिस और इन सारी चीजों की बात की जाना चाहिए ताकि क्या हो इस चीज को जब आप हीरोइन से अच्छी वैल्यू से जोड़ के देखोगे ना तो आदमी उसके कम से कम का सकते हैं कहीं किसी मोड पे तो सेल्फ सैक्रिफिस करने को तैयार हो जाएगा ठीक है तो ये कन्फ्यूजन लग सकता है पॉइंट यहां पे थोड़ा तो उसको सिंपलीफाइड ऐसा कर सकते हैं हम की एडवांटेज बहुत ज्यादा वे ऑफ इग्नरेंस में होने के लिए लेकिन उसमें समस्या ये है की इंडिविजुअल अपने आइडेंटिटी को कैसे रेज करें अब जब इंडिविजुअल इरेज़ नहीं कर सकता है तो इक्वली वो ये भी डिफिकल्ट है की वो अपने इंटरेस्ट को सैक्रिफिस करें ठीक है तो उसमें लिमिटेशन से फीलिंग है दें हो दस दिस आइडिया लेकिन इतनी समस्याएं होने के बावजूद भी ये आइडिया कम कैसे करता है तो देखो क्या कहते हैं जॉन रॉ ठीक है कहानी समझ में ए गई ना की इंडिविजुअल्स अपनी आइडेंटिटी को रेज नहीं कर सकते हैं ठीक लेकिन फिर भी इसकी मतलब ये ये लिमिटेशन हो गई इस थ्योरी की वे ऑफ इग्नरेंस की लेकिन फिर वे ऑफ इग्नरेंस कैसे कम करता है तो वे ऑफ इग्नरेंस इस एक्सपेक्टेड इस अन अंडर मेल ऑफ इग्नरेंस इट एक्सपेक्ट पीपल तू बी जस्ट देयर यूजुअल राशन सेल्स ठीक है तो यहां पे आप किसी को फोर्स नहीं करोगे आप सेल्फ सैक्रिफिस करो वे ऑफ इग्नरेंस की पोजीशन में आदमी अपने आप को रेशनल सेल्फ में ले आता है रेशनल सेल्फ में कैसे लिया जाता है इसको वापस स्टार्टिंग से जोड़ना ठीक है थ्योरी के इस पार्ट को वापस स्टार्टिंग से जोड़ना वापस स्टार्टिंग से कैसे जोड़ना है देखो सिंपल सी कहानी बताता हूं हान आपको नहीं पता है अगर की आप किस पोजीशन पे जाओगे तो आप क्या करोगे आप ressionally ये सोचोगे की यार केक में छोटा कार्टू है बड़ा कार्टून मुझे नहीं पता है कौन सा इससे मिलने वाला तो सबसे ज्यादा ressionally आप क्या सोचोगे मतलब सारी वैल्यूज एक तरफ सारे मोरल प्रिंसिपल्स एक तरफ आपसे मैं एक रेशनल ह्यूमन बीइंग की तरफ पूछ रहा हूं की आप वो केक कैसे काटोगे अगर आपको नहीं पता आपको कौन सा पीस मिलने वाला है तो सबसे बढ़िया प्रॉफिट और लॉस सब कैलकुलेट करके भी अगर आप देखोगे मैथमेटिकल भी देख लोग ना तो सबसे बढ़िया तरीका यही रहेगा की आप सारे केक के पीस बराबर कांटो उसमें सबसे ज्यादा फायदा है ठीक है एक पॉसिबिलिटी होती है की आप सात हिस्से छोटे कर दो एक बड़ा रख लो ठीक है तो वो बड़ा आपको मिल गया तो ठीक नहीं मिला तो तो वो राशन नहीं है उसमें हाई रिस्क है लेकिन सबसे कैलकुलेटेड तरीका क्या होगा केक काटने का क्या सारे इससे बराबर काट दो ठीक है तो वेल ऑफ इग्नरेंस में जब इंसान रहता है ना तो इट एक्सपेक्ट पीपल तू भी जस्ट देयर यूजुअल राशन सेल्फ ठीक है हमने पता है की अगर हम क्या करेंगे किसी एक सेक्शन के हिसाब से सोचेंगे तो हम उसे सेक्शन में नहीं गए तो घटा ही होने वाला है ठीक है तो इट इस इन देयर इंटरेस्ट तू थिंक फ्रॉम डी पोजीशन ऑफ फर्स्ट ऑफ तो आदमी ये नहीं देखता की क्या मिल सकता है आदमी इस पॉइंट ऑफ व्यू से देखता है की क्या खो सकते हैं हम अगर हम जस्टिस के प्रिंसिपल सेट करते समय क्या करते हैं थोड़ी बेईमानी करते हैं किसी एक सेक्शन को फायदा करते हैं और हम अगर दूसरे सेक्शन में चले गए तो वो हमारी फर्स्ट ऑफ पोजीशन रहेगी ठीक है तो इसलिए हम क्या करते हैं की हम किसी भी सेक्शन में चले जाएं हमें नुकसान ना हो वर्स्ट ऑफ ठीक है तो उसे वर्स्ट ऑफ पॉइंट ऑफ व्यू से सोचते हैं और राशन पर्सन विल नॉट ओनली सी थिंग्स फ्रॉम दी पर्सपेक्टिव ऑफ फर्स्ट ऑफ दे विल अलसो ट्री तू इंश्योर्ड डेट दी पॉलिसी दे फ्रेम बेनिफिट दी सोसाइटी अस अन होल ठीक है और ये इसका एडवांटेज भी है समझना ठीक है अच्छे से समझना क्या होता है की जब एक राशन इंडिविजुअल जो देखता ना की अब मतलब हम अगर पहले अगर इंडिविजुअल के हिसाब से देखें तो अंडरवियर ऑफ फिंगर इस जो थ्योरी ऑफ जस्टिस बताती है की इंडिविजुअल्स कैसे डिसीजन लेंगे की वो अपने आप के बारे में सोचेंगे राशनली क्या मैं वर्स्ट ऑफ पोजीशन पे जा सकता हूं तो मुझे वर्स्ट टॉप पोजीशन से बचने के लिए है ऐसे डिसीजन लेना होंगे ऐसे रूल्स बनाना होंगे जहां पे मतलब ऐसे रूल्स बना होंगे ऐसे निर्णय लेना होंगे की जहां पे अगर मैं सबसे बुरी पोजीशन पे हूं तो भी नुकसान ना हो तो उसका तो फायदा देख ही रहा है वो साथ ही साथ में निंग ली एंड नो इंग्लिश में क्या कर दिया की पुरी सोसाइटी का भी फायदा देख लिया है कैसे इंडिविजुअल जब अपने आप को सबसे नीचे रख के देखेगा तो तो सबसे नीचे वाला सेक्शन जो सोसाइटी का उसके लिए भी अच्छे रूल्स बनाएगा ठीक है तो दे विल अलसो ट्री तू इंश्योर डेट पॉलिसी दे फ्रेम बेनिफिट दी सोसाइटी आज अन होल तो पूरे समाज को सबसे अच्छी चीज मिलेगी क्यों क्योंकि वो अपने आप को सबसे नीचे वाले सेक्शन के हिसाब से देख के रूल्स बनाएगा ना तो सबसे नीचे वाला सेक्शन के लिए भी रूल्स अच्छे बनाएगा ए गया ना समझ में ये कहानी है तो फेयरनेस वुड बी दी आउटकम ऑफ रेशनल एक्शन नॉट benobiles और जिरोनी सिटी ठीक है तो ये एक इंपॉर्टेंट चीज है क्या होता है की आप जो फेर सोसाइटी की जस्ट सोसाइटी की बात कर रहे हो ना तो वो राशन एक्शन से निकल के आएगी राशन एक्शन से कैसे निकल के आएगी देखना समझना राशन एक्शन से ऐसे निकल के आएगी की अगर हम बात कर देते हैं पॉलिसी बनाने वाले जैसे हम पहले क्या चलता था राजा की राजा के ऊपर छोड़ दिया की राजा इतना benovalent है की वो सभी के लिए सोचेगा लेकिन प्रैक्टिकल देखा जाए तो राजा सभी के लिए सोचेगा लेकिन पहले अपने लिए सोचेगा ठीक है तो उसमें जो फेयरनेस की आप बात कर रहे द ना वो सिचुएशन में वो राजा की benovalance और राजा की जेनेरोसिटी पे डिपेंड करती है की राजा कितना जनरल हो का रहा है प्रजा पे ठीक है लेकिन वो अपना इंटरेस्ट पहले इंश्योर करेगा लेकिन अगर राजा विल ऑफ इनग्रीन्स में दल दिया जाए समझ के देखना तब फेयरनेस जो आएगी ना तो वो राशन एक्शन का आउटकम होगा मतलब राजा ये सन लेगा की भैया मैं भी फकीर बन सकता हूं तो उसे हिसाब से मैं जस्टिस डन की सभी कल को मैं फकीर बानो तो मेरे लिए भी वही रूल्स रहे हैं ए गया तो उसे तरह से यहां पे फेयरनेस किसी एक इंडिविजुअल पर डिपेंड नहीं कर रही है इंडिविजुअल के कैटिगरी पे डिपेंड नहीं कर रही है वो जो फेयरनेस है वो जो जस्टिस है वो राशन एक्शन पे डिपेंड कर रहा है क्यों क्योंकि अंडर दी वेल ऑफ इग्नरेंस क्या है अंदर दी विल ऑफ इग्नरेंस पीपल आर थिंकिंग फ्रॉम दी पोजीशन ऑफ फर्स्ट ऑफ ये हमेशा अपने रेशनल सेल्फ से सोचेंगे कोई का सकते हैं कोई सजा संबंधी कोई अपने tillitation से नहीं सोचेंगे वो ये सोचेंगे की मेरे लिए क्या सबसे ज्यादा सही होगा तो मेरे लिए जो सबसे सही होगा वो रेस्टोरेशन से ही निकल क्या आएगा ठीक है तो रेशनल थिंकिंग नॉट मोरालिटी कूद लीडर्स तू बी फेर एंड जज imparshali रिगार्डिंग हो तू डिस्ट्रीब्यूशन दी बेनिफिट्स एंड बर्डन ऑफ अन सोसाइटी ए गया समझ में तो नेशनल थिंकिंग निकल के आएगी किस्म अंडर दी थ्योरी ऑफ जस्टिस अब देखो हमारा टॉपिक हुआ कंप्लीट यहां पे ठीक है टॉपिक कंप्लीट हुआ लेकिन अब इस टॉपिक को मुझे पता है ठीक है आई नो की अभी बहुत कन्ज्यूरिंग लग रहा होगा अब हम क्या करते हैं अब इस जितना आप मैंने आपको बहुत सारे डाइमेंशन क्योंकि एक ही वीडियो में दिखाएं ठीक है आप जैसे अगर और ग्रेजुएशन लेवल पे अगर पढ़ रहे हैं तो आपको तो उसमें और भी मल्टीपल चीज जानने को मिलेगी हम उन मल्टीपल चीजों में नहीं जा रहे हैं मैं आपको बेसिक थ्योरी समझा रहा था की थ्योरी है किस बारे में अब इस थ्योरी को हम फिर से एक बार क्या करते हैं रीकैप करते शॉर्ट में स्वीट में समझते हैं से ठीक देखो क्या होता है इंडिविजुअल्स हमेशा अपने इंटरेस्ट को प्रायोरिटी देते हैं ठीक और उसे हिसाब से इंडिविजुअल्स क्या करेंगे अगर जस्टिस इंडिविजुअल्स के ऊपर छोड़ दिया जाएगा तो वो क्या करेंगे वो अपना हमेशा ग्रुप अपने ग्रुप अपने इंटरेस्ट के बारे में सोच के जस्टिस लेंगे इसीलिए जॉन जो है जो थ्योरी देते हैं जस्टिस की तो वो बताते हैं की एक जस्ट और एक थ्योरी होना चाहिए तो जॉन की थ्योरी के अकॉर्डिंग वो क्या बोलते हैं की इंडिविजुअल cdcision ने लेकिन इंडिविजुअल्स को डिसीजन लेने से पहले आपको एक बरखा पहनना होगा एक उन्हें पर्दा पहनना होगा उससे क्या कहा उन्होंने वे ऑफ इग्नरेंस कहा और वेला ऑफ इग्नरेंस के अकॉर्डिंग क्या होगा की इन डीजल जब ओरिजिनल पोजीशन पे होगा तो वो वहां पे अपने ग्रुप के बारे में अपने इंटरेस्ट के बारे में नहीं सोचेगा वो ये सोचेगा एक ऐसी सोसाइटी एक ऐसा जस्टिस का प्रिंसिपल निकल के दो जिसमें सभी को फायदा हो क्यों क्योंकि उसे ये नहीं पता की वो किस पोजीशन पे जाने वाला है उसे ये नहीं पता है वो किस पोजीशन पे जाने वाला है तो इस हिसाब से वो बहुत जस्ट और फेर रूल्स बनाएगा सोसाइटी के हर सेक्शन के लिए ठीक है इससे क्या वो अपने आप को कहां रख के देख रहा है वो अपने आप को फर्स्ट ऑफ पोजीशन में देख के देख रहा है तो वो राशनली सोचेगा अपने खुद के लिए लेकिन उससे फायदा पुरी सोसाइटी को भी होगा क्यों क्योंकि वो जब वर्स्ट ऑफ पोजीशन से सोचेगा वो सोचेगा की सबसे नीचे वाले सेक्शन में खुद भी जा सकता हूं तो रूल सबके लिए एक जैसे बनाएगा तो उससे सबसे नीचे वाले सेक्शन को भी फायदा होगा केक वाला एग्जांपल ध्यान रखना केक काटते समय आगे से ध्यान रखना एग्जांपल ठीक है ये पुरी कहानी थी किस चीज की जॉन राव थ्योरी ऑफ जस्टिस किया है एंजॉय इट सारी चीज आपको समझ में आई है किसी प्रकार का डाउट नहीं है आशा करता हूं कॉन्सेप्ट यहां तक क्लियर है अगर आप चैप्टर को समझते हो तो ब्रॉडली हमने बहुत सारे अलग-अलग तरीके जस्टिस क्या है उसे समझा जस्टिस किस तरह से दिया जाना चाहिए जस्ट प्रिंसिपल को समझा और फिर हमने थ्योरी देखी वे ऑफ इग्नरेंस की थ्योरी ऑफ जस्टिस जो जॉन रोल्स के द्वारा दी गई जिसमें वे ऑफ इग्नरेंस एक इंपॉर्टेंट कॉम्पोनेंट है वो सारी चीज आपने पढ़ ली है अब आपके सामने जो टॉपिक है वो क्या है परस्पर सोशल जस्टिस जस्टिस यानी जस्टिस को हम इंडिविजुअल लेवल पे देखते द लेकिन चैप्टर आपका सोशल जस्टिस से आप इसको सुसाइड लेवल पे देखो सवाल ये आता है की आप समाज में न्याय कैसे स्थापित करोगे ठीक है हो वुड यू एस्टेब्लिश सोशल जस्टिस इन दी सोसाइटी में जस्टिस कैसे आएगा ठीक क्योंकि सोसाइटी में इनिक्वालिटीज और वो inqualities दिखाती है की जस्टिस नहीं है सोसाइटी में inqualities कैसी है तो आप देखेंगे की अमीर है गरीब है ठीक है सोसाइटी में inqualities कैसी है की आप देखेंगे कुछ लोग हैं जिनके पास में बहुत अच्छा क्वालिटी एजुकेशन जो है अवेलेबल है ठीक है और कुछ लोग हैं जो एजुकेशन से वंचित है इस कारण वो आगे नहीं बढ़ का रहे हैं ठीक है तो अब वहां पर चैनल को थैंक यू बोल सकते हैं की क्वालिटी एजुकेशन फ्री ऑफ कॉस्ट दिया जा रहा है लेकिन लेकिन अभी जो हमारा डिबेट है वो क्या है की इनिक्वालिटीज एक्सिस्ट करती है और इनिक्वालिटीज के चलते क्या होता है सोशल जस्टिस इस लेगिंग इन सब सोसाइटी और जहां पे inqualities है वहां पे सामाजिक रूप से न्याय नहीं मिल रहा है ठीक है इंजस्टिस है वहां जस्टिस नहीं है सोशल जस्टिस इस अन इस लेगिंग इन सच सोसाइटी तो अब क्या होता है अब देखो अब यहां पे हम अगर आगे डिबेट को अपना बढ़ते हैं मतलब ये पंच कॉन्सेप्ट समझ में ए गया ना की इनिक्वालिटीज है इस कारण वहां पे न्याय नहीं है सोशल जस्टिस नहीं है तो सोसाइटी वुड बी कंसीडर्ड अन जस्ट इफ डी डिफरेंस बिटवीन रिच एंड पुर इस आर सो ग्रेट अच्छा एक पॉइंट मैं आपको यहां समझा देता हूं पहले ऐसा नहीं है की inquality खत्म करने के लिए एकदम सब बराबर होंगे ठीक है आपको इक्वलिटी वाले चैप्टर में ये चीज समझे भी थी और हमने की क्या हो सकता है 19 20 इन इक्वालिटीज चल सकती है 1920 से चल सकती है या फिर का सकते हैं की नो सुसाइड अब्सोल्युटली इक्वल अब्सोल्युटली इक्वल तू हो ही नहीं सकता है कोई ठीक है एब्सल इक्वल नहीं हो सकता है सर तो अब आप बोल रहे होंगे सर आप खुद ही दो दो मुंह की बातें करते हो कैसे दो मुंह की बातें एक बोल रहे हो की इनिक्वालिटीज है इस कारण सोशल जस्टिस नहीं है और दूसरा खुद क्या बोल रहे हो की कहीं पे भी एब्सलूट इक्वलिटी तो ए नहीं सकती है जी हान दोनों ही बात मैं का रहा हूं पूरे होशंगाबाद मैं का रहा हूं लेकिन दोनों के बीच का डिफरेंस समझो इनिक्वालिटी का मतलब ये नहीं की जमीन आसमान वाले फर्क हो 19-20 चलेगा क्योंकि एब्सलूट इक्वलिटी कभी नहीं हो सकती क्योंकि जैसे 12th तक आप सभी पढ़ोगे अब सब एक ही प्रोफेशन में नहीं जाओगे ना कोई डॉक्टर बनेगा कोई इंजीनियर बनेगा कोई कैरेक्टर बनेगा कोई क्रिकेट मतलब स्पोर्ट्स पर्सन बनेगा अलग-अलग डाइमेंशन में जाओगे तो वो inqualities नहीं है वो तो क्या है की आपने अपने गोल्ड अपने एंबिशियस को अपने हिसाब से चूज किया क्लियर है तो हम यहां पे भी देख रहे हैं की आप सोसाइटी वुड बी कंसीडर्ड अंगेस्ट इफ डी डिफरेंस बिटवीन रिच एंड पुर आर सो ग्रेट ठीक है बहुत ज्यादा रिच और पुर के बीच में जैसे inqualities की बात कर रहे हैं अमीर है गरीब है तो अमीर गरीब के बीच में डिफरेंस अगर बहुत ज्यादा है तो इनिक्वालिटी kahlayegi ठीक है तब हम कहेंगे की सोसाइटी inequalib है क्लियर हुआ ठीक है दी रेला डिफरेंट हैव नो चांस अत ऑल तू इंप्रूव देयर कंडीशन होवर हार्ड दे में वर्क तो ये सही मैनो में सोसाइटी को हम अंगेस्ट बोलेंगे मतलब ये कंडीशन होगी तब अंगेस्ट सही मायने में kahlayegi वो ठीक है जब क्या होगा रिच और पुर के बीच में डिफरेंस बहुत ज्यादा होंगे ठीक है डी रिलेटिवली डी रिलेटिव डी रिलेटिवली डिप्राइव्ड हेड नो चांस आते ऑल तू इंप्रूव देयर कंडीशन और जो डिप्राइव सेक्शन रहेगा जैसे गरीब जो है यहां पे पुर एंड दिस केस ठीक है तो उनके पास में कोई मौका ही नहीं होगा चाहे कितने भी मेहनत करें ऊपर आने का तब हम कहेंगे की सोसाइटी क्या है अंगेस्ट है या फिर जो सोसाइटी है वहां पे क्या है सोशल जस्टिस की कमी है ठीक है तो जस्ट सोसाइटी यू शुड प्रोवाइड पीपल विधि बेसिक मिनिमम कंडीशंस तू इनेबल डेम तू लाइव हेल्दी एंड सीकर लाइफ एंड डिवेलप देयर टैलेंट आगे वेल आगे इक्वल ऑपच्यरुनिटीज तू परसू देयर चोसेन गोल इन सोसाइटी तो यहां पे एक जस्ट सोसाइटी क्या होगी फिर जस्टिस क्या कहलाएगा जस्टिस ये नहीं कहलाएगा की जिनके पास ज्यादा पैसे सबसे छुड़ा के ले आओ पैसे क्यों क्योंकि हमने डिस्ट्रीब्यूटर जस्टिस की बात आगे पढ़ा था हमने की डिस्ट्रीब्यूटर मतलब जो डिस्ट्रीब्यूटर नहीं क्या कहेंगे उसको प्रपोज्नेट जस्टिस की बात कारी थी हमने की जो लोग मेहनत कर रहे हैं तो उनको उसे हिसाब से रिवॉर्ड भी मिलना चाहिए ठीक है तो प्रोपोर्शनेट जस्टिस पड़ा हमने तो आज जस्ट सोसाइटी शूट प्रोवाइड पीपल विद दी बेसिक मिनिमम कंडीशन तो एक जस्ट सोसाइटी क्या रहेगी जहां पे इंडिविजुअल्स को एक बेसिक मिनिमम कंडीशन मिल जाए ठीक उसके हिसाब से फिर वो क्या हो जाए दे शुड आ डेट बेसिक मिनिमम कंडीशन शुड इनेबल डेम तू लाइव हेल्दी एंड सीकर लाइफ मतलब आप एक ऐसी सिचुएशन डिवेलप कर दो जहां पे लोग हेल्दी एक सीकर लाइफ जी सके आपने टैलेंट्स को क्या कर सके डिवेलप कर सके और अपने हिसाब से फिर वो चीज आगे ले जा सके आगे बढ़ सके ठीक है तो सीकर लाइफ एंड डिवेलप देयर टैलेंट सर्विलांस इक्वल अपॉर्चुनिटी तू परसू देयर चोसेन गोल इन सोसाइटी ये होता है सही मैनो में या फिर का सकते हैं की ये जो चीज आपको बताई है ये सही लाइनों में जस्ट सोसाइटी बनाती है सोशल जस्टिस ऐसे एस्टेब्लिश किया जा सकता है ठीक है अब क्वेश्चन आए होंगे आपके मैन में की ये बेसिक मिनिमम कंडीशन क्या होती है सर बेसिक मिनिमम कंडीशन क्या बात करो बेसिक मिनिमम कंडीशन क्या होती है रिकॉल करें एक बार सारा फिर से इनिक्वालिटीज है और इस कारण हम कहते हैं की सोशल जस्टिस इस नॉट देयर ठीक है सी आर लिंकिंग सोशल जस्टिस ठीक है सोशल जस्टिस इस लिंकिंग इन सर सोसाइटी जहां पे inquality होगी तो अब देखो कोई भी सोसाइटी perfectuli इक्वल नहीं हो सकती है डिफरेंस इस आर बाउंड तू हैव ठीक है डिफरेंसेस डिवाइड नहीं करते हैं लेकिन वो डिफरेंसेस जब ग्लैंडिंग हो जाते हैं ठीक है अगर वही सोसाइटी को अंगेस्ट कब कहोगे आप लॉक ऑफ जस्टिस कब कहोगे जब डिफरेंसेस बहुत ज्यादा हो जाएंगे जो डिप्राइव्ड सेक्शन है वो पोजीशन में नहीं है की वो अपने आप को ऊपर लासा के चाहे कितनी मेहनत कर ले तब ऐसी सिचुएशन में जस्टिस एस्टेब्लिश करने के लिए आपको क्या करना होगा बेसिक मिनिमम कंडीशन प्रोवाइड करना होगी ताकि इंडिविजुअल्स बेसिक मिनिमम कंडीशन में जैसे की यहां एक प्रॉपर हेल्थ में रह सके ठीक है दो वक्त का खाना कम सके अपने टैलेंट को डिवेलप कर सके और फिर वो उसे टैलेंट के हिसाब से आगे बढ़ सके या पीछे रह जाए वो उसकी दिक्कत है फिर ठीक है तो ये तरीका होगा तब जाके जस्टिस का एस्टेब्लिश होगा अब सवाल क्या आता है ये तरीका होगा जब जस्टिस कहीं जाके एस्टेब्लिश होगा तो क्वेश्चंस बहुत सारे आते हैं यहां पे क्वेश्चन क्या आते हैं पहला सवाल जो आता है पहला सवाल यही आता है बहुत बड़ा सवाल आता है की आपको बेसिक मिनिमम कंडीशन सेट कैसे करोगे और इसी चीज को लेके लोग लड़ते भी रहते हैं की बेसिक मिनिमम कंडीशन क्या होना चाहिए तो देखो वेरिएशंस बहुत ज्यादा है वेरिएशंस क्या बहुत बहुत ज्यादा है अब हमारे लिए बेसिक मिनिमम कंडीशन जैसे इंडिया के कॉन्टेक्स्ट में देखो जी इंडिया के कॉन्टेक्स्ट में बेसिक मिनिमम कंडीशन क्या हो गई की दो वक्त का खाना मिल जाए इंसान को पढ़ने को एक घर हो तो बहुत ही अच्छी बात है घर नहीं भी हो तो किराए का घर में रहने लेकिन इतना हो की किराया दे सके वो ये उसके लिए बेसिक मिनिमम कंडीशन हो गई लेकिन वहीं पे आप अमेरिका की बात करोगे तो वहां पे बेसिक मिनिमम कंडीशन में क्या बोलेगा आदमी की भैया मुझे घर भी चाहिए मुझे कर भी चाहिए बेसिक मिनिमम कंडीशन में ठीक है तो वो चीज वेरी करती है तो यही सवाल है की बेसिक मिनिमम कंडीशन होगा क्या और डिबेट है लोग बोलते हैं की क्या होना चाहिए बेसिकली कंडीशन ठीक है तो अब यहां पे वो ये इट इस एग्रीड डेट डी बेसिक अमाउंट ऑफ न्यूरिशमेंट नीडेड तू रेमैन हेल्दी ठीक है मतलब आप अब क्या होता है देखो अलग-अलग ऑर्गेनाइजेशन नहीं कोशिश की है जैसे आप देखोगे तो हमारी कंट्री पावर्टी लाइन वगैरा वाले जो कॉन्सेप्ट है तो उसमें हम क्या सोचते हैं पावर्टी लाइन वहीं पे तय की जाए जहां पे आदमी अपनी बेसिक मिनिमम कंडीशंस को सेटिस्फाई कर का रहा हो ठीक है तो जो क्वेश्चन था जो डिबेट था की आप क्या चीज को बेसिक मिनिमम कंडीशन तय करोगे तो बेसिकली हम कंडीशन क्या होगी इट इस एग्रीड डेट दी बेसिक अमाउंट ऑफ न्यूरिशमेंट नीडेड तू रेमन हेल्दी हाउसिंग सप्लायर ऑफ क्लीन ड्रिंकिंग वाटर एजुकेशन एंड अन मिनिमम वेज वुड कांस्टीट्यूट एन इंपॉर्टेंट पार्ट ऑफ डीज बेसिक कंडीशन ठीक है तो ये सारी चीज जो आपको बताई है ये एक इंपॉर्टेंट पार्ट बन जाती है बेसिक कंडीशन का ठीक है ये मिनिमम वेज मिनिमम वेज घर साफ पीने योग्य पानी खाने योग्य खाना ये सारी चीज बेसिक मिनिमम कंडीशन का पार्ट हो जाती है ठीक है और ये प्रोवाइड करेगा का मतलब आसमान में से नहीं गिरना ठीक है ये बेसिक मिनिमम कंडीशन प्रोवाइड करने का कम किसका हो जाता है बिकम थी रिस्पांसिबिलिटी ऑफ अन डेमोक्रेटिक गवर्नमेंट इट बी कॉम इट bikams रिस्पांसिबिलिटी ऑफ अन डेमोक्रेटिक गवर्नमेंट तू गिव और तू प्रोवाइड डीज बेसिक मिनिमम कंडीशंस क्लियर हो गया ना आप देखो कॉन्सेप्ट समझ में आना चाहिए बाकी सारी दुनिया तो मोह माया में चल रही है आपको चीजें इतनी पता होना चाहिए की सोशल जस्टिस को जब परसू करना है तो पहली बात करना क्यों क्योंकि inqualities है inqualities है तो यूनिक क्वालिटीज को आप कैसे पुरी तरह से खत्म नहीं कर सकते हो ठीक है नो सोसाइटी इस अब्सोल्युटली इक्वल लेकिन आप क्या कर सकते हो इक्वल प्लेटफार्म क्रिएट कर सकते हो और वो प्लेटफार्म क्रिएट कर लोग मतलब संवेग सांवरे और दिया था यू आर एबल तू एस्टेब्लिश सोशल जस्टिस एंड डेट प्लेटफार्म कैन बी क्रीटेड विद डी हेल्प ऑफ बेसिक मिनिमम कंडीशन इस डेट क्लियर अब बेसिक मिनिमम कंडीशन क्या है सवाल ये उठाता है तो वो मैंने बता दिया की दी शुड बी कॉम्पोनेंट्स ऑफ बेसिक मिनिमम कंडीशंस और कहां से आएगी आसमान से नहीं गिरेगी बेसिक मिनिमम कंडीशंस प्रोवाइड करने की रिस्पांसिबिलिटी होना चाहिए गवर्नमेंट की ठीक है एक डेमोक्रेटिक गवर्नमेंट की देखो एक-एक शब्द पता है एक-एक शब्द आपको एक-एक थ्योरी समझता है डेमोक्रेटिक गवर्नमेंट क्यों लिख दिया मोनार्की में आप मांग नहीं सकते हो राजा से बोलने जाओगे की हमें बेसिक मिनिमम कंडीशन तो राजा चार पार्ट लगाएगा ठीक है तो उसे केस में क्या है उसे केस में एक डेमोक्रेटिक गवर्नमेंट ही आपको बेसिक मिनिमम कंडीशन प्रोवाइड करेगी आया समझ में तो डेमोक्रेटिक गवर्नमेंट शुड ट्राई एंड हेल्प दी मोस्ट डिसएडवांटेज मेंबर ऑफ दी सोसाइटी जो मोस्ट डिसएडवांटेज सेक्शन है ना वही तो डिप्राइव्ड है ए गया समझ में इनिक्वालिटी की बात कर रहे हो आप बोल रहे हो की inquality है तभी सोशल जस्टिस है सोशल जस्टिस की कमी है और तभी सोशल जस्टिस लाना है तो वो जो सबसे नीचे जो सबसे डिप्राइव्ड सेक्शन है उसको ही तो आपको सबसे पहले ऊपर लाना होगा तो डेमोक्रेटिक गवर्नमेंट शोल्ड ट्री एंड हेल्प दी मोस्ट डिसएडवांटेज मेंबर ऑफ सोसाइटी व्हाट आर डी बेस्ट मैथर्ड तू अचीव दिस गोल ठीक है अब देखो कहानी एक चीज समझ में आएगी तो दूसरी आई ये आपको इतना अभी इतने पॉइंट तक एग्री हो गए ना आप मेरे साथ में की इनिक्वालिटीज है सोशल जस्टिस की कमी है जस्टिस लाना है बेसिक मिनिमम कंडीशन देना है कौन करेगा गवर्नमेंट करेगा अब सवाल आता है की गवर्नमेंट कैसे करेगी ठीक है सवाल ये आता है गवर्नमेंट कैसे करेगी तो व्हाट आर डी बेस्ट मैथर्ड और तू अचीव दिस गोल ठीक है ये जो गोल है की डिप्राइव्ड सेक्शन जो है मोस्ट डिप्राइव्ड सेक्शन जो है उसे हमें सोशल जस्टिस प्रोवाइड करना है तो गवर्नमेंट ही प्रोवाइड करेगी लेकिन कैसे करेगी सवाल ये आया ठीक है तो ये एक वेजिटेबल मुद्दा हो जाता है कैसे हो जाता है की कुछ मतलब अलग-अलग तरीके लेते हैं लोग ठीक है मतलब यहां तो एग्री हो गए की भैया सबसे डेप्लॉयड सेशन को ऊपर उठाना है तभी सोशल जस्टिस मिल पाएगा लेकिन गवर्नमेंट कैसे करेगी फ्री मार्केट छोड़ देगी की गवर्नमेंट इंटरविन करेगी तो उसमें भी अलग-अलग पॉइंट ऑफ व्यूज है ठीक है तो प्रमोटिंग ओपन कंपटीशन थ्रू फ्री मार्केट वुड बी दी बेस्ट वे ऑफ हेल्पिंग डी डिसएडवांटेज विदाउट हेविंग दी बटोर ऑफ मेंबर ऑफ दी सोसाइटी ठीक देखो ये चीज ध्यान रखना है ये कहां से निकल के आई है तो मैंने आपको बताया था क्या की प्रोपोर्शनेट जस्टिस होना चाहिए मतलब सोसाइटी में अब क्या है की कुछ लोग मेहनत कर रहे हैं अपनी मेहनत के दम पे पैसा कम रहे हैं ठीक है अब अगर आप क्या बोल दोगे आप बोल दोगे की नहीं इक्वलिटी ले आओ ठीक है तो क्या हो जाएगा जस्टिस मिल जाएगा और आप ये जो वेलोसिटी इनको क्या करते हो इनको कम नहीं करने दे रहे हो आप बोल रहे हो की आप पैसा कमाओ क्योंकि आपके पास तो है पैसा और जो दूसरे हैं जिनके पास पैसा नहीं है की आप पैसा कमाओ आपको पूरा ये सब फैक्ट्री भी आपकी सब आपका तो उससे क्या होगा एक समय के बाद में ये लोग तो नीचे रह जाएंगे ठीक है तो अगर आप ये तरीका लेकर चलते हो की इन्हें रोक दोगे इनके लिए मार्केट बंद कर दोगे तो दिक्कत यह है की यह एक्सेप्ट हो जाएंगे और इनकी तो इसीलिए एक तरीका यह बताया जाता है की जो हम बात करें की गवर्नमेंट कैसे अचीव करेगी ये गोल की वो जो का सकते हैं मोस्ट डिसएडवांटेज ग्रुप है उसका भला कर सके तो उन्हें सोशल जस्टिस देना तो एक तरीका ये है की आप ओपन कंपटीशन कर दो ठीक है फिर कंपटीशन फ्री मार्केट कर दो ताकि क्या है की जो अभी अच्छा कर रहे हैं वो और करते रहे और जिसके अंदर पोटेंशियल है लेकिन वो अच्छा नहीं कर का रहा तो उसके लिए अपॉर्चुनिटी ये दे देगी गवर्नमेंट की गवर्नमेंट ओपन कंपटीशन करेगी दे देगी और जो कर सकता है लेकिन कर नहीं पाया अभी तक तो सिर्फ मौका मिल जाएगा ठीक है तो एक तरीका ये कहा जाता है दूसरा तरीका क्या है तो गवर्नमेंट शुड टेक ऑन डी रिस्पांसिबिलिटी ऑफ प्रोविजनिंग अन बेसिक मिनिमम तू दी पुर बेसिक मिनिमम कंडीशन तू दी पुर इफ नेसेसरी एवं थ्रू ए डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ रिसोर्सेस और कुछ लोग ये बोलते हैं की एक रास्ता होना चाहिए की वो जो का सकते हैं मोस्ट डिसएडवांटेज मेंबर है सोसाइटी के वो फ्री मार्केट में सरवाइव नहीं कर पाएंगे ठीक है मैं पोटेंशियल ही नहीं उतना इसके लिए गवर्नमेंट को क्या करना चाहिए इसके लिए गवर्नमेंट को चीजों को तुक ओवर कर लेना चाहिए मौका मिले तो गवर्नमेंट ही रिस्ट्रिक्शन करें मतलब अमीर से लेके गरीब बनते हैं लेकिन गवर्नमेंट को ही करना पड़ेगा तो यहां पे आप देख लो क्या हो गया ये केपीटलाइज्म आईडियोलॉजी हो गए और ये आईडियोलॉजी में कुछ हज तक सोशल एग्जाम्स जुड़ी हो गई ठीक है तो यही खूबसूरत थी और सब्जेक्ट की समझ का रहे हो ना क्या खूबसूरती है सब्जेक्ट की आपने जो तीन चैप्टर पढ़ते आए वो भी आगे वही सारी चीज आपको रिलेट करना है अब ये इक्वलिटी में भी प्रिंसिपल्स पड़े द ये फ्रीडम में भी पढ़ा था आपने लिबरलिज्म आईडियोलॉजी से कुछ समझ ए रहा है क्लासिकल लिबरलिज्म और मॉडर्न लिबरलिज्म है ठीक है तो उसे तरह से यहां पे दो तरह के अरगुमेंट दिए जाते हैं जस्टिस के ऊपर ठीक है और ये जो अरगुमेंट से तो डीज आर प्लेसिड ऑन डी आईडियोलॉजिकल डोमैंस ऑफ डिफरेंट आईडियोलॉजिकल साइट्स ठीक है जो अलग-अलग आईडियोलॉजिकल सेट्स हैं उनके ऊपर ही बेस्ड है ये आइडिया भी ठीक आया ना कनेक्ट कर का रहे हो ना तो अब देखो कौन सा तरीका सही है सर फ्री मार्केट वर्सेस का सकते हैं गवर्नमेंट इंटरवेंशन तो ये वाली जो है तो सी विल brifali एग्जाम इन दिस डिबेट है जो डिबेट है इसे हम बहुत brifali पढ़ेंगे कब नेक्स्ट वीडियो में ठीक है तो आप सवाल ये आता है की इंडिया में क्या पोजीशन है सर तो इंडिया में सिंपल सी पोजीशन में आपको समझता हूं की फ्री मार्केट के भी थिंकर्स हैं जो इस थ्योरी को सपोर्ट करते हैं कुछ थिंकर्स ऐसे भी है जो क्या बोलते हैं की री डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ रिसोर्सेस होना चाहिए गवर्नमेंट को तो कवर कर लेना चाहिए आप किसके साथ जाओगे सर तो वो जो पुरी डिबेट है ना वो हम नेक्स्ट वीडियो में देखने वाले हैं अगर मैं समझ में तो परस्पर सोशल जस्टिस क्लियर हुआ की सोशल जस्टिस परसू करना पड़ेगा क्योंकि सोशल जस्टिस नहीं है सोशल जस्टिस को प्रमोट करना पड़ेगा अब प्रमोट करना है तो उसमें क्या है कैसे प्रमोट करोगे आप बैठते थोड़ी ना और firoge अब एक बेसिक मिनिमम कंडीशन सेट करोगे वो कैसे सेट करेंगे सर वो डिबेट है तो दो तरीके हैं दोनों तरीके क्या है तो वो नेक्स्ट वीडियो में पढ़ेंगे क्लियर हो गया पूरा वीडियो रीकैप करवा दिया अब डॉक्टर बी आर अंबेडकर की बात सुनो ठीक है क्या कहते हैं डॉक्टर बी आर अंबेडकर अन जस्ट सोसाइटी इस बेस्ट सोसाइटी इन विच असेंडिंग सेंस ऑफ रेवरेंस एंड डिसेंडिंग सेंस ऑफ कंटेंट ठीक है ट्रेंडिंग सेंस ऑफ रेवरेंस मतलब क्या होता है रेफरेंस एक तरह से मतलब क्या है की आप किसी को मतलब किसी की सेल्फ रिस्पेक्ट किसी को इंपॉर्टेंस देते हो तो वो रेफरेंस हो गया तो एसेंडिंग मतलब बढ़ता हुआ ठीक है तो लोगों की इज्जत बढ़ानी चाहिए असेंडिंग सेंस ऑफ रेफरेंस एंड डिसएडवांटेजेस ऑफ कंटेंप्ट ठीक है मतलब कोई किसी को बुरा लग रहा है अगर तो जो का सकते हैं की अपने जो भी gravyansh हैं अपने जो भी का सकते हैं कंप्लेंट्स है वो कम होना चाहिए लोगों को कंप्लेंट्स कम रहना चाहिए लोगों की इज्जत ज्यादा बढ़ाना चाहिए इस तरह से तो एसेंडिंग सेंस ऑफ रेवरेंस और डिसेंडिंग सेंस ऑफ कंटेंट बुरा ना लगे अच्छा लगे ऐसा ठीक है ये दोनों क्या होते हैं तो वो क्या कहते हैं इस डिसोल्वड इन अन क्रिएशन ऑफ कंपैशनेट सोसाइटी जब लोग बुरा कम मानेंगे लोग अच्छा ज्यादा मानेंगे और एक कंपैशनेट सोसाइटी बनेगी ना तब एक सोसाइटी जस्ट सोसाइटी रहेगी ये डॉक्टर बी आर अंबेडकर का गए हैं ध्यान आएगा ना ये सारा सब कुछ न्याय के मल्टीपल डाइमेंशंस हैं वो सारी चीज देखी आपने फिर अब थ्योरी पढ़ ली थिंकर्स को नहीं जाना तो क्या जाना जीवन में तो उसके लिए हमने क्या किया जॉन रोल्स जो है तो जॉन रोल्स की थ्योरी ऑफ जस्टिस समझिए चलो अब उसके बाद में देखो सारी लोकल अल्टीमेट टीम क्या है की सोशल जस्टिस ए जाए अब जब सोशल जस्टिस को आप परसू करने वाले हो तो पिछले टॉपिक में हमने वही पढ़ा परसूइंग सोशल जस्टिस अब इतने कहानी पढ़ने के बाद क्या बचा है ये लास्ट टॉपिक बचा है की आप जब सोशल जस्टिस को परसू करोगे सोशल जस्टिस प्रमोट करने की कोशिश करोगे कौन करेगा तो गवर्नमेंट करेगी अब गवर्नमेंट सोशल जस्टिस कहां से लेगी दुकान पे तो मिलता नहीं है तो गवर्नमेंट को सोशल जस्टिस एस्टेब्लिश करने के लिए दो तरीके हैं गवर्नमेंट स्टेट मतलब गवर्नमेंट यानी स्टेट हो गया तो स्टेट इंटरव्यू करके सोशल जस्टिस ले या फिर फ्री मार्केट के तरीके से ले तो यही डिबेट जो होती है पिछले वीडियो में हम छोड़ के आए द तो अब उसे डिबेट का कंक्लुजन जो है ठीक है वो इस पार्ट में हम निकलने वाले हैं ए गया ना समझ में कहानी रिलेट हो गई की क्या करने वाले हैं अब हम कहानी पढ़ेंगे यहां से ठीक है तो फ्री मार्केट क्या है स्टेट इंटरवेंशन क्या है वो मैं समझता हूं पहले फ्री मार्केट क्या है देखो तो इंडिविजुअल शुड बी फ्री तू ऑन प्रॉपर्टी एंड इंटर इन कांट्रैक्ट्स एंड एग्रीमेंट्स विद रिगार्डिंग विद आदर्श रिगार्डिंग प्राइस एंड वेजेस एंड प्रॉफिट ए गया ना समझ में तो फ्रेम मार्केट क्या होता है मार्केट को फ्री छोड़ दो अभी तक किसने बंद के रखा था सर मतलब ऐसा बंद के रखना फिर रखने वाली है वो नहीं कॉन्सेप्ट है कॉन्सेप्ट क्या है यहां पे कॉन्सेप्ट सिंपल सा ये है की आप क्या कर देंगे मार्केट में गवर्नमेंट कुछ नहीं करेगी मार्केट में एक बार जाएगा एक सेलर जाएगा सेलर को जितने में बेचना है उतने में बच्चों भैया ठीक है वायर को जितने में ठीक लगेगा खरीदना है उतने में खरीदो तो मतलब किसी तरह के रिस्ट्रिक्शंस किसी तरह की गाइडलाइंस नहीं है फ्री ठीक है फ्री है यहां पे तो पैसे वाला फ्री है यहां पे आजादी वाला फ्री है ठीक तो इंडिविजुअल शुड बी फ्री तू ऑन प्रॉपर्टी एंड इंटर इन कांट्रेक्शन एग्रीमेंट्स विद आदर्श तो इंडिविजुअल्स को जिसके साथ जैसे कॉन्टैक्ट में जाना है चाहे उसका घटा हो चाहे नुकसान हो इंडिविजुअल्स को फ्री छोड़ दिया जाए ठीक ये फ्री मार्केट की डेफिनेशन हो गई दे शुड बी फ्री तू कंप्लीट विद इ आदर तू जेन दी ग्रेटेस्ट अमाउंट ऑफ बेनिफिट ठीक है इंडिविजुअल्स की क्या कहानी है दे शुड बी फ्री तू कंप्लीट विद इ आदर तू जेन दी ग्रेटेस्ट अमाउंट ऑफ बे और यह फ्रिज की बात क्यों की जा रही मार्केट को फ्री छोड़ने की बात क्यों की जा रही है ताकि क्या वो जितना हो सके उतना उतना बेनिफिट निकलने मार्केट से हर इंडिविजुअल अब जरा दो मिनट के लिए क्या हो जाए थोड़ा सा नॉस्टैल्जिक हो जाओ ठीक है कहां नोस्टल होना है आपको तो हमने जब फ्रीडम चैप्टर पढ़ा था तो मैंने आपको वहां पर मतलब आईडियोलॉजिस्ट जब समझे थी लिबरलिज्म बताया था तो एक क्लासिकल लेवल में बताया था जब इतिहास नए-नए इमर्ज हो रहे तो उसे समय तक क्लासिकल लिबरलिज्म किस चीज की बात करता था वो भी कुछ इसी तरह के फ्री मार्केट की बात करता था आया ना समझ में तो क्लासिकल लिबरलिज्म वाला एग्जांपल यहां पे सेट होता है फ्री मार्केट में क्लासिकल लिबरलिज्म वाला तो ये फ्री मार्केट देखो कैसे आपको चैप्टर इंटरनेट करना है वही चीज यहां पे समझ रहे हो आप की फ्री मार्केट जो है तो फ्री मार्केट classicalism क्या आईडियोलॉजी से रिलेट होता है और इसके पीछे पुरी सोच क्या रही है देखो सोच सिंपल सी है रही है की इफ मार्केट आर लेफ्ट फ्री फॉर फ्री ऑफ स्टेट इंटरफ्रेंस दी सैम ऑफ मार्केट ट्रांजैक्शन वुड एश्योर ओवरऑल एंड जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ बेनिफिट्स एंड ड्यूटीज इन सोसाइटी आया समझ में तो ये फ्री मार्केट के जो फ्लैग बियर है जो फ्री मार्केट का झंडा लेकर चल रहा है की फ्री मार्केट करना है फ्री मार्केट करना है तो वो क्या सोच के फ्री मार्केट की बात कर रहे हैं पता है ना वो ये सोच रहे हैं की इस मार्केट आर लेफ्ट अन फ्री अन फ्री ऑफ स्टेट इंटरवेंशन दी सैम ऑफ मार्केट ट्रांजैक्शन वुड इंश्योर ओवरऑल जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ बेनिफिट्स एंड ड्यूटीज इन सोसाइटी क्लियर हो गया ये ठीक है अब सवाल ये आता है की ये कैसे होगा की जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन हो जाएगा सारी चीज फ्री रहेगी फ्री मार्केट से जस्ट डिस्ट्रीब्यूशन कैसे होगा तो देखो क्या अरगुमेंट है दो विथ मेरिट एंड टैलेंट वुड बी रीवार्डेड अकॉर्डिंग्ली इनकंबटेंट फूड गेट अन लेसन रिवॉर्ड जस्टिस क्या होता है जस्टिस एक तरह से ये देखा जाए की जिसका जो ड्यू है वो उसे दिया जाना चाहिए तो जिसके अंदर कैपेसिटी है जिसके अंदर टैलेंट है जिसके अंदर पोटेंशियल है वो इंसान जो है ठीक है उसको हिसाब से रिवॉर्ड मिलेंगे और जो इनकंबटेंट है वो जो इनकंबटेंट है उसे हिसाब से रिवॉर्ड नहीं मिलेंगे ठीक है और ये कम हो पाएगा जब आप ये देखोगे की इसके अंदर जितनी पोटेंशियल वो वैसे कम करें और वो फ्री मार्केट में ही होगा स्टेट इंटरवेंशन में जिसे क्या हो जाएगा की जो नेचर है ये लोग जो इनकंप्लीट नहीं है लेकिन गवर्नमेंट अगर उनकी भी मदद करने की तो सब बराबर ए जाएंगे तो फ्री मार्केट इस तरह की आईडियोलॉजी पे बेस्ड है ठीक है तो अब जरा इसको टॉपिक से रिलेट करो पिछले वीडियो में हमने पढ़ा था सोशल जस्टिस को कैसे परचेज किया जाए सोशल जस्टिस को कर्सिव करना है तो आपके पास दो तरीके से या तो गवर्नमेंट फ्री मार्केट वाली स्टडीज अडॉप्ट कर ले या गवर्नमेंट खुद इंटरव्यू इन करके रीड डिस्ट्रीब्यूशन करें रिसोर्सेस का दोनों में समस्याएं भी थी दोनों के फायदे भी द अब देखें जैसे आप फ्री मार्केट में फायदा क्या है की भैया क्या जो कैपेबल होगा वो सारी चीज ले लेगा जो कैपेबल नहीं होगा उसको कुछ नहीं मिलेगा ठीक और समस्या क्या समस्या ये है की सर जो इन कैपेबल है वो तो पीछे ही रह जाए क्योंकि ऊपर नहीं ए पाएगा ठीक है तो ये फ्री मार्केट की कहानी हो गई अब स्टेट इंटरवेंशन की कहानी समझो जरा ठीक है एक कहानी स्टेट इंटरवेंशन की भी सुनाता हूं मैं आपको ठीक है तो अब देखो क्या होता है आज क्या सिस्टम है लेकिन फ्री मार्केट आज है नहीं है तो सारी पॉलिटिकल थ्योरी बंद करो सिंपल बातचीत करते हैं ये बताओ मुझे की आज दूसरी मार्केट है या नहीं व्हाट इसे दिस सिचुएशन टुडे ठीक है आज क्या गवर्नमेंट इंटरमीन करती है नहीं करती है दो मिनट के लिए सोचो ठीक है अब यूं ही जैसे कभी-कभी सोच लेता है ना तो वैसे ही सोचो की क्या आज मार्केट का ऑब्जर्व कर आपने क्या मार्केट में सारे इंडिविजुअल्स फ्री है आपकी जो इच्छा होगी आप वो खरीद के ला सकते हो हान आप और बेचने वाले की जो इच्छा होगी वो भेज देगा सोचो जरा 2 मिनट के लिए आ नहीं बेच पाएगा सर क्यों क्योंकि गवर्नमेंट कहीं तो रेगुलेट करती है ना गवर्नमेंट ने कुछ तो टैक्स तो रेगुलेट कर रही है तो उसे तरह से आप थोड़ा सोचने की कोशिश करना तो हम आज के सिचुएशन देखें ठीक है तो अब्सोल्युटली अनरेगुलेटेड मार्केट ठीक है अब अगर आप क्लासिकल की बात करोगे ना तो दे वर दी सपोर्टर ऑफ अब्सोल्युटली अनरेगुलेटेड जब आईडियोलॉजी मैंने आपको समझे थी तो बताया भी था की वो क्या चाहते हैं की गवर्नमेंट कुछ कम ही ना करें गवर्नमेंट तो लॉयर ऑर्डर संभल ले मार्केट को पूरा फुल छोड़ दे लेकिन आज वैसे सिचुएशन नहीं है ठीक है आज अगर हम बात करें तो अब्सोल्युटली unwillited मार्केट आर नॉट सपोर्टेड तो अब क्या होता है आज के समय में फ्री मार्केट ऑपरेट्स विद सर्टेन रिस्ट्रिक्शन तो फ्री मार्केट तो ऑपरेट करते हैं लेकिन फ्री मार्केट के ऊपर रिस्ट्रिक्शंस लगी हुई है वो समझो तो फ्री मार्केट ऑपरेट्स विद सर्टेन रिस्ट्रिक्शन तो वो रिस्ट्रिक्शंस क्या है जैसे स्टेट कैन इंटरविन तू इंश्योर बेसिक मिनिमम स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग तू ऑल पीपल सो डेट दे आर एबल तू कंप्लीट ऑन इक्वल टर्म्स तो ये इस मामले में स्टेट इंटरव्यू करता है स्टेट इंटरवल ऑफ स्टेट क्या है ये समझो देखो अब कहानी को जरा जोड़ो दोनों स्लाइड्स को एक साथ जोड़ के देखो क्या होता है की फ्री मार्केट वर्सेस स्टेट इंटरवेंशन की डिबेट हैं की मार्केट को एकदम फ्री छोड़ दिया जाए स्टेट इंटरव्यू करें क्यों क्योंकि जस्टिस कैसे डिस्ट्रीब्यूशन किया जाए मतलब तरीका क्या होना चाहिए क्वालिटी खत्म होगी तभी जस्टिस आएगा ठीक है तो फ्री मार्केट वाले रेडिकल ने बहुत ज्यादा वो क्या बोल रहे हैं की एकदम पुरी तरह से छोड़ दो तभी जिसके पास मेरिट होगी वो क्या कर पाएगा मेरिट होगी टैलेंट होगी वो रिवॉर्ड ले जाएगा जो कैपेबल होगा उसको रिवॉर्ड नहीं मिलेगा लेकिन आज सिचुएशन थोड़ी सी मिक्स वाली है क्या की मार्केट तो फ्री है ठीक है लेकिन अब्सोल्युटली फ्री नहीं है अब्सोल्युटली फ्री नहीं है मतलब क्या है की फ्री मार्केट ऑपरेट्स विद सर्टेन रिस्ट्रिक्शन तो मार्केट फ्रिली ऑपरेट कर रहा है लेकिन उसके ऊपर कुछ रिस्ट्रिक्शंस लगा दी गई है रिस्ट्रिक्शंस क्या लगा दी गई है तो रिस्ट्रिक्शन लगाए गए जैसे स्टेट जो है वो इंटरविन कर सकता है क्यों इंटरविन करेगा स्टेट इसलिए नहीं की आपको रोकेगा क्या पैसा मत कमाओ या फिर किसी और को आपका पैसा छोड़के दे देगा स्टेटस सिर्फ इसलिए इंटरविन करेगा ताकि वो एक बेसिक मिनिमम स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग को एसेट कर सके ठीक है तो स्टेट कैन इंटरविन तू इंश्योर ऑफ बेसिक मिनिमम स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग तू ऑल पीपल सो डेट दे आर एबल तू कंप्लीट ऑन इक्वल टर्म्स ठीक है ताकि वो इक्वल टर्म्स पे कंपीट कर सके ये कहानी रहने वाली है ए गया ना समझ में तो अब देखो रिलेट करता है की मार्केट फ्री आज भी है आज अगर देखोगे तो मार्केट ऐसा नहीं की गवर्नमेंट किसी को फैक्ट्री चलाने दे रही है अब आपके पास कोई बिजनेस आइडिया बिजनेस स्टार्ट करो गवर्नमेंट आपको रोकेगी नहीं लेकिन गवर्नमेंट का कम जस्टिस प्रोवाइड करना है तो uninqualities को खत्म करने के लिए गवर्नमेंट मार्केट को रेगुलेट करेगी ताकि बेसिक मिनिमम कंडीशन है जैसे की कुछ एसेंशियल कमोडिटीज जो होती है तो उनके प्राइस को गवर्नमेंट रेगुलेट करती है बहुत ज्यादा आपको प्राइस नहीं चार्ज करने देगी उसके लिए क्यों क्योंकि गवर्नमेंट को पता है की ये बेसिक नेसेसिटी है ठीक है एक बेसिक मिनिमम स्टैंडर्ड जो है ना मार्केट का वो बनाए रखेगी किस चीज की कीमत कितनी होना चाहिए तो एक कैप लगा सकती है गवर्नमेंट ये सारी चीज कर सकती है ठीक है तो स्टेट कैन इंटरविन तू इंश्योर ऑफ बेसिक मिनिमम स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग तू ऑल पीपल सो डेट दे आर एबल तू कंप्लीट ऑन एकम टर्म्स डी की क्या वो सारे लोग इक्वल टर्म्स पे कंप्लीट कर सके और इस तरह से स्टेट इंटरव्यूइंग करता है तो ये फ्री मार्केट की कहानी बताई मैंने आपको अब फ्री मार्केट तो है लेकिन उसमें अन शॉर्ट ऑफ स्टेट इंटरवेंशन है क्लियर है अब अरगुमेंट्स जो है डिबेट जो है दोनों साइड पे स्टेट इंटरवेंशन वाले क्या बोलते हैं फ्री मार्केट वाले क्या बोलते हैं वो समझो जरा ठीक है तो स्टेट इंटरवेंशन वाले बोलते हैं की पुरी तरह से स्ट्रेट क्या करें सारी चीजों को रेगुलेट करें या फिर स्टेट के इंटरवेंशन जरूरी है तो वो लोग क्या रेजीमेंट देते हैं और जो फ्री मार्केट के बात करते हैं वो लोग क्या अरगुमेंट देते हैं दोनों के बीच में डिबेट हैं ये पिछले वीडियो में मैंने आपको बताया था की देयर इस अन डिबेट की क्या सही है क्या गलत है तो क्या सही है क्या गलत है उसे डिबेट को आप कैसे सॉल्व करोगे देखो तो बेसिक सर्विसेज हेल्थ केयर एजुकेशन शुड बी प्रोवाइडेड बाय प्राइवेट एजेंसीज फ्री मार्केट वाले ये बोलते हैं ठीक है की बेसिक सर्विस जो है वह बेसिक वह फ्री मार्केट रखो लेकिन फ्री मार्केट में बेसिक सर्विसेज जो है वो गवर्नमेंट नहीं प्राइवेट एजेंसीज प्रोवाइड करें ठीक है प्राइवेट एजेंसीज प्रोवाइड करें तो सवाल ही आता है की सर अगर बेसिक सर्विसेज को प्राइवेट एजेंसीज प्रोवाइड करेगी ठीक है फ्री मार्केट के नाम पे आप बोल रहे हो की प्राइवेट प्लेयर को जैसे प्रॉफिट कमाने की इच्छा हो वैसे प्रॉफिट कमाने दो ठीक है तो आप का रहे हो की बेसिक सर्विसेज प्राइवेट आ एजेंसीज को प्रोवाइड करने दो फिर सवाल ही आता है की सर गवर्नमेंट क्या करेगी ठीक है गवर्नमेंट क्या करेगी तो गवर्नमेंट हवन नहीं करेगी गवर्नमेंट का कम क्या होगा यहां पे देखो तो गवर्नमेंट का कम ही होगा की स्टेट पॉलिसी शुड ट्राई तू एंपावर पीपल तू बाय दोस्त सर्विसेज ठीक है सर्विसेज प्राइवेट एजेंसीज को प्रोवाइड करने दो लेकिन गवर्नमेंट जो रहेगा स्टेट जो रहेगा तो स्टेट को ऐसी पॉलिसीज बनाना ताकि लोग उन सर्विसेज को अफोर्ड करने की पोजीशन में ए जाए समझ रहे हो ना एग्जांपल ऐसा है की मैन लो कोई बीमार हो गया कोई बीमार हो गए तो वो हॉस्पिटल कहां जाएगा तो हॉस्पिटल के लिए तो प्राइवेट एजेंसी है अब प्राइवेट एजेंसीज ऐसा थोड़ी ना की ताऊ लगते हैं उनके ने इलाज कर देंगे वो तो पैसे चार्ज करेंगे अब जब पैसे चार्ज करेंगे इंडिविजुअल के पास पैसे नहीं है तो फिर क्या होगा इलाज नहीं हो पाएगा तो यहां पे बताया की गवर्नमेंट को ऐसी पॉलिसीज बनाना है की लोग पैसे कम पाए ठीक है तो गवर्नमेंट को एक फैसिलिटी टीईटी का कम करना है और रदर देना प्रोवाइड है ठीक है ये कॉन्सेप्ट फ्री मार्केट वाले लोग बात करते हैं तो आप देखें जैसे अगर समझो ना तो इसमें कैपिटल लिस्ट वाला एलिमेंट जो है वो फ्री मार्केट में ए गया फ्री मार्केट में कैपिटल वाला एलिमेंट ए गया की स्टेट पॉलिसीज शोल्ड ट्री तू एम्पायर पीपल तू बाय दोस्त सर्विसेज रोर ऑफ डी स्टेट शुड ओनली बी रोल ऑफ डी स्टेट शुड ओनली बी तू मेंटेन अन फ्रेमवर्क ऑफ लॉस एंड रेगुलेशंस तू इंश्योर डेट कंपटीशन बिटवीन इंडिविजुअल इंडिविजुअल्स रीमेंस फ्री ऑफ कोहीसियन एंड आ ऑप्टिकल्स ठीक है हो ये भी मैं समझता हूं तो यहां पे बोल रहे हैं की स्टेट जो होगा स्टेट को सिर्फ ये तय करना है की स्टेट इंफ्रास्ट्रक्चर बनाकर दे स्टेट क्या करके देख की लोग अफोर्ड कर पाए चीजों को बाकी चीजों को प्रोवाइड करने का कम फ्री मार्केट के हिसाब जैसे प्राइवेट एजेंसीज का होना चाहिए स्टेट को क्या करना होगा स्टेट को स्टेट ओनली बी तू मेंटेन फ्रेमवर्क ऑफ लॉस ठीक है लॉस बनाए रूल्स रेगुलेशन बनाएं ताकि क्या होता की फ्री मार्केट को ऑपरेट करने में दिक्कत है समझने में देखो अच्छे से यहां पे गाड़ी हमारा देश है मार्केट है यहां पे भी गाड़ी हमारा देश है मार्केट है ठीक है अब अब बस से कंपेयर कर लो की दोनों जगह मार्केट यानी बस है यहां पे क्या कहा जा रहा है की बस को चलाने का ड्राइवर का कम कौन करेगा ड्राइवर का कम करेगी प्राइवेट एजेंसीज और साफ सफाई conductory करने का हेल्पर का कम कौन करेगी गवर्नमेंट करेगी ठीक है ताकि किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आए गवर्नमेंट एक फैसिलिटी का कम करेगी प्रोवाइडर्स का कम नहीं करेगी यहां पे वही बताया गया है फ्री मार्केट के हिसाब से की गवर्नमेंट क्या करें कंपटीशन को इंश्योर करें फ्री और फेर कंपटीशन को इंश्योर करें ठीक है किसी प्रकार के क्वेश्चन ना हो किसी प्रकार के obsicals ना आए मतलब दो लोगों के बीच में दिक्कतें ना आए जैसे दो प्राइवेट प्लेयर्स हैं तो लीगल डिस्प्यूट्स ना आए ये सारे मेटल्स को लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करके रखना चोरी ना हो ठीक है ये सारा कम करने का कम किसका होगा गवर्नमेंट का होगा अकॉर्डिंग तू डी अकॉर्डिंग तू दी सपोर्ट अस ऑफ मार्केट उनका ये कहना है ठीक है अब वहीं पे स्टेट इंटरवेंशन की जो बात करते हैं जो लोग सपोर्ट करते हैं की स्टेट इंटरवेंशन होना चाहिए जस्टिस प्रोवाइड करते समय ठीक है जस्टिस प्रोवाइड करते समय स्टेट इंटरवेंशन होना चाहिए बोलो क्या कहते हैं की फ्री मार्केट गिव्स उस मोर चॉइसेज बट देयर आर सेट एन अरगुमेंट्स रेस बाय सपोर्टर्स ऑफ अन स्टेट इंटरवेंशन है नो डाउट देखो ये पॉइंट बहुत वैलिड है और फ्री मार्केट वाले हमेशा यही चिल्लाते रहते हैं की मार्केट फ्री होगा तभी क्या होगा वैरायटी ऑफ ऑप्शन अवेलेबल होंगे वैरायटी ऑफ ऑप्शन अवेलेबल होंगे आपके पास में अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट होंगे सर्विसेज की क्वालिटी इंप्रूव होगी ये सारी चीज ठीक है तो जितने ज्यादा कंपीटीटर्स होंगे तो वो क्वालिटी अपनी बेहतर होगी ना ये अरगुमेंट देते हैं लेकिन जो सपोर्टर्स है ना स्टेट इन इंटरवेंशन के तो वो लोग कुछ वैलिडिटी अरगुमेंट ये भी देते हैं क्या बोलते हैं ये लोग ठीक है जस्टिस क्या होगा जस्टिस ऑफ inqualities खत्म होगी उनका एक कहना है की फ्री मार्केट से inqualities खत्म नहीं होगी कैसे देखो तो आरती बेसिक्स सर्विसेज रब बेसिक्स सर्विसेज वुड बी अवेलेबल आते दी डिज़ाइन क्वालिटी एंड अफोर्डेबल कॉस्ट ठीक है अब आप स्टेट इंटर खत्म करके सब कुछ प्राइवेट एजेंसीज को दे दोगे तो प्राइवेट एजेंसीज नो डाउट चलो डिज़ाइन क्वालिटी जो है क्वालिटी तो प्रोवाइड कर देगी बट डी क्वेश्चन इस व्हाट इट बी अवेलेबल आते दी अफोर्डेबल कॉस्ट ठीक है तो क्या वो अफोर्डेबल कॉस्ट पर अवेलेबल होगी नहीं अफोर्डेबल पोस्ट पे आप अवेलेबल ही नहीं करवा पाओगे क्यों क्योंकि प्राइवेट एजेंसी का कम क्या होता है प्रॉफिट बनाना अब प्राइवेट एजेंसीज ऑफ प्रॉफिट बनाने का ऑब्जेक्टिव रखेंगे ना तो वो कभी भी किसी भी चीज को मतलब का सकते हो की आप लॉस खा के नहीं देगी ठीक है वो हमेशा ये इंश्योर करेगी की चीज हम अच्छी तरह से लेकिन उसके लिए आपसे पैसे भी उतना ही लेंगे तो ये समस्याएं अब इक्वलिटी एक्जिस्ट करती है तो तभी तो वो इंसान नीचे है उसको तो आपको क्या करना होगा सब्सिडाइज रेट पर प्रोवाइड करना होगा फैसिलिटी ठीक है लेकिन आप क्या बोल रहे हो की क्वालिटी अच्छी नहीं है लेकिन पैसे ज्यादा लेंगे तो वो नहीं है फॉन्ट कर पाएगा ना तो समस्या यही आती की फ्री मार्केट के चलते क्या है आपको चॉइस तो होगी लेकिन आर दी बेसिक सर्विसेज वुड बी अवेलेबल इन डी डिज़ाइन क्वालिटी एंड अफोर्डेबल कॉस्ट तो स्टेट इंटरवेंशन के जो सपोर्टर्स हैं वो क्या बोलते हैं की बेसिक विशेष तो गवर्नमेंट ही प्रोवाइड करें यह जो बेसिक सर्विसेज हैं ये प्राइवेट एजेंसीज को नहीं दी जाना चाहिए क्योंकि अगर प्राइवेट एजेंसीज को दी जाएगी तो कॉस्ट अगर कम करोगे तो डिज़ाइन क्वालिटी नहीं मिल पाएगी और क्वालिटी अगर सही करोगे तो कॉस्ट ज्यादा हो जाएगी तो बोल रहा हूं की फिर गवर्नमेंट कहां से देगी सवाली ए सकता है की जब प्राइवेट एजेंसी नहीं दे सकती तो गवर्नमेंट कहां से देगी तो गवर्नमेंट लॉस खा के भी देगी क्योंकि गवर्नमेंट क्या एक डेमोक्रेटिक गवर्नमेंट को क्या देखना है अपनी जनता का तो ध्यान रखना है हमारी माता पिता की तरह होती है ना गवर्नमेंट तो ठीक है तो उसे सेंस में क्या है की जो स्टेट इंटरवेंशन के सपोर्टर है वो ये बोलते हैं की स्टेट इंटरवेंशन जरूरी है ठीक है इस क्वालिटी इस क्वालिटी गुड्स एंड सर्विसेज आर अवेलेबल दें वही इसे इट आउट ऑफ रीच ऑफ पुर ठीक है आउट ऑफ रीच ऑफ पुर मतलब क्या देखो क्या आपने ये देखा भी होगा की प्राइवेट एजेंसी इसको चलो बोल दिया आपने की जस्टिस के लिए आपको क्या है जस्टिस के लिए गवर्नमेंट को बेसिक मिनिमम स्टैंडर्ड इंश्योर करना होगा लेकिन फ्री मार्केट के हिसाब से वो बेसिक मिनिमम कंडीशंस जो है वो प्राइवेट इंजन एजेंसी प्रोवाइड करेगी वो प्राइवेट एजेंसीज जब प्रोवाइड करेगी ना तो प्राइवेट एजेंसी अपना प्रॉफिट देखती है अब वो क्या है प्रॉफिट कहां मिलेगा उन्हें जहां पापुलेशन होगी अब गांव में दूर दराज के इलाकों में क्या एजुकेशन हेल्थ और ये सारी फैसेलिटीज पहुंच पाएगी जो बेसिक मिनिमम लिविंग के लिए जरूरी है ठीक है प्राइवेट इंजन से वाले नहीं जाएंगे क्यों क्योंकि प्राइवेट एजेंसी इसको मैन लॉस होगा तो सवाल ये आता है की गवर्नमेंट तो लॉस खा के भी वहां करेगी स्टेट इंटरवेंशन होगा तो लेकिन अगर प्राइवेट एजेंसीज नहीं होगी तो इनिक्वालिटीज के चलते क्या है और एरियाज तो डिप्राइव्ड रहेंगे ना तो इस क्वालिटी गुड्स एंड सर्विसेज आर अवेलेबल दें वही इस इट आउट ऑफ रीच ऑफ पुर स्टेट इंटरवेंशन होगा तो गरीबों तक पहुंचेगी लेकिन प्राइवेट एजेंसी गरीबों तक नहीं पहुंचा पाएगी जैसे आप देखते हो ठीक है जब हम जस्टिस की बात करते हैं तो और एरिया और अर्बन एरिया में सोशल जस्टिस में डिफरेंस दिख जाता है आपको फैसेलिटीज नहीं है वो इनिक्वालिटीज कैसे खत्म होगी बताओ ठीक है आप कास्ट सिस्टम को जो देखोगे ना तो कास्ट सिस्टम एक तरह की inquality बोलो हान ठीक है कोस सिस्टम एक तरह की inquality है तो शहरों में कास्ट सिस्टम टूट गया है मतलब उतना स्ट्रिक्ट नहीं है ठीक है वो क्यों क्योंकि अर्बनाइजेशन के चलते जब जॉब कल्चर में लोग आए हैं फिर उसके बाद में दूसरी चीज क्या है की लोग आपस में एक दूसरे से मंगल होते चले गए सारी तो शहरों में क्या एजुकेशन जॉब और इन सारी चीजों के चलते हैं कास्ट सिस्टम टूट गया लेकिन और एरियाज में आज भी क्योंकि वहां एजुकेशन नहीं है ना वहां डेवलपमेंट नहीं है तो वो inquality वहां पे है तो है ठीक है तो इस सेल्स में सवाल हो जाता है की आप जस्टिस हर इंसान तक नहीं पहुंचा पाओगे आखिर इंसान लास्ट मैन स्टैंडिंग ठीक है विल नॉट गेट दिस इस ठीक ये समस्याएं फ्री मार्केट 10 तू वर्क इन दी इंटरेस्ट ऑफ दी स्ट्रांग दी वेल्डिंग एंड दी पावरफुल यह एक स्ट्रांग अरगुमेंट होता है स्टेट इंटरवेंशन के सपोर्टर्स के द्वारा की जस्टिस अगर आप फ्री मार्केट के हिसाब से प्रोवाइड करने की कोशिश करोगे ना तो फ्री मार्केट हमेशा किसके फीवर में कम करता है फ्री मार्केट कम करता है दीप स्ट्रांग दी वेल दी एंड दी पावरफुल तो अब जो स्ट्रांग होगा जल्दी होगा पावरफुल होगा उसके पास तो उतना अमाउंट मतलब है सारा पैसा है की वो चीजों को जस्टिस को पैसे से इन्फ्लुएंस कर सकता है लेकिन गरीब के पास में पैसे की ही तो कमी है तभी तो जस्टिस नहीं मिल का रहा है ना तो ये समस्या रहती है ये समस्या रहती है पुरी लड़ाई इस चीज पे की जो पीछे रह गए वो ऊपर ए पाए ठीक है लेकिन अगर आप फ्री मार्केट छोड़ोगे तो जो ऊपर है तो हमेशा ऊपर जाएगा ये कहानी जो है ठीक है ये कहानी मैंने आपको समझे की अरगुमेंट्स जो हैं आई हैव अन डिबेट जो हैं फ्रॉम बोथ साइड्स तो फ्री मार्केट और स्टेट इंटरवेंशन के हिसाब से की जस्टिस फ्री मार्केट के हिसाब से अगर सही है तो वो क्यों है वो उनका क्या मानना है की जस्टिस कैसे दिया जा सकता है स्टेट इंटरवेंशन के थिंकर जो है किस तरह से अपोज करते हैं चीजों को ठीक है तो अब कंक्लुजन में क्या निकलेंगे अपन देखो कंक्लुजन में अपन निकलती हैं रस ठीक है आम का तो यहां पे क्या है फ्री मार्केट ऑफ अन एक्जीबिट और टेंडेंसी तू वर्क इन फीवर ऑफ ऑलरेडी प्रिविलेज्ड ठीक है तो फ्री मार्केट क्या करता है जो ऑलरेडी प्रिविलेज्ड है ठीक मतलब देखो एक चीज आपकी जो इस पैराग्राफ से पहले आपको जो लाइन लिखी है ना की दोनों साइड से अपने-अपने अरगुमेंट प्रेजेंट की जा सकती है ठीक है तो बोथ दी सपोर्टर्स ऑफ फ्री मार्केट एंड स्टेट इंटरवेंशन कैन प्रोवाइड एन अरगुमेंट फॉर डेम सेल्फ ठीक है और ये आप लाइफ के हर इस फेर में लगा लो पढ़ से छोड़ के आप दुनिया में कहीं भी चले जाओ हर चीज में वो हो जाती है मतलब हर इंसान के पास एक अपना अरगुमेंट होता है मतलब अपना साइड होता है अपना ट्रुथ होता है अब आप सवाल यह है की आपको उसमें से जेनुइन डिसाइड करना होता है ठीक है आपको इसमें से जेनुइन तो हम अगर जैसे देखे ना की फ्री मार्केट के पास भी अपने अरगुमेंट की क्यों फ्री मार्केट होना चाहिए जस्टिस प्रोवाइड करते समय क्यों स्टेट इंटरवेंशन होना चाहिए जस्टिस प्रोवाइड करते समय और सबसे बढ़िया तरीका क्या होता है एक मिडिल पथ होना चाहिए ठीक है तो फ्री मार्केट ऑफ्टन एक्जीबिट ए टेंडेंसी तू वर्क इन फीवर ऑफ ऑलरेडी प्रिविलेज ठीक है फ्री मार्केट ये मतलब का सकते हैं हर्ष रियलिटी है की फ्री मार्केट जो रहता है तो एक examates आते टेंडेंसी तू वर्क इन फीवर ऑफ ऑलरेडी प्रिविलेज जिन लोगों के पास में पहले से प्रिविलेज उन लोगों के फीवर में कम करता है फ्री मार्केट देयर फॉर देयर फोटो इंश्योर सोशल जस्टिस डी स्टेट शुड स्टेप इन सी डेट बेसिक फैसेलिटीज आर मेड अवेलेबल तू डी मेंबर ऑफ अन सोसाइटी तो आज क्या है आज हम देखेंगे तो मार्केट तो फ्री है आज लेकिन जरूरी क्या है की अब वो जब हमेशा प्रिविलेज को फीवर करता है फ्री मार्केट तो स्टेट की नेसेसिटी हो जाती है की अगर जस्टिस इंश्योर करना है तो स्टेट को इंटरव्यू करना होगा और ये देखना होगा की फैसेलिटीज अवेलेबल है या नहीं इसीलिए आप ऐसा भी स्कूल देखोगे की मतलब देखो मैं आपको एक बहुत हर्ष रियलिटी और समझता हूं एक और ट्रुथ बताता हूं बेटा ट्रुथ बताता हूं की एक बच्चा जो है नर्सरी से 12th तक पढ़ सकता है एक स्कूल में ठीक है इतने कम फीस वाले गवर्नमेंट स्कूल्स भी होते हैं और वहीं नर्सरी की फीस में इस बच्चे की पुरी पढ़ के बराबर की फीस लग जाती है कुछ स्कूल्स ऐसे भी होते हैं तो डिफरेंसेस है लेकिन गवर्नमेंट को ये करना है की बेसिक फैसेलिटीज लोगों को मिलती रहे तो फ्री मार्केट छोड़ोगे प्रिविलेज के फीवर में कम करेगा तो जो डिप्राइव्ड है वो तो और दब जाएंगे कुचल जाएंगे ठीक है तो इसीलिए देर फॉर तू इंश्योर सोशल जस्टिस दी स्टेट शुड स्टेप इन सीडी बेसिक फैसेलिटीज आर मेड अवेलेबल तू ऑल डी मेंबर्स ऑफ दी सोसाइटी और नॉट ठीक है ये जरूरी होता है तो कंक्लुजन समझ में आया ना की फ्री मार्केट सही है या स्टेट इंटरवेंशन सो सी कैन नॉट रन फ्रॉम दी फ्री मार्केट फ्री मार्केट तो जरूरी है तभी तो कंपटीशन होगा तभी चीज सही निकल के आएगी लेकिन आप पुरी तरह से स्टेट इंटरवेंशन को भी नहीं रोक सकते हो पुरी तरह से फ्री मार्केट को भी नहीं ला सकते हो तो वो क्लासिकल लिबरलिज्म वाली जो डेफिनेशन है फ्री मार्केट की वो कम नहीं करेगी स्टेट इंटरवेंशन जरूरी है ठीक है स्टेट इंटरवेंशन जरूरी है तो डेमोक्रेसी जो है डेमोक्रेसी में इशू ऑफ डिस्ट्रीब्यूशन एंड आ डिस्ट्रीब्यूशन एंड जस्टिस आर इन abilityable ठीक है मतलब इस चीज पे डिबेट रहती है की जस्टिस कैसे प्रोवाइड करोगे फ्री मार्केट स्टेट इंटरवेंशन किस तरह का जस्टिस क्या सब में इक्वलिटी होगी या फिर आप प्रोपोर्शनेट जस्टिस की बात करोगे तो तरह-तरह की डिबेट्स है ठीक है तो वो क्या सही है क्या गलत है वो डिबेट में ना जाते हम क्या देखेंगे पॉलिटिक्स इस अबाउट दी नेगोशिएशन ऑफ सच दिस एग्रीमेंट्स थ्रू डिबेट ठीक है पॉलिटिक्स क्या होती है और पॉलिटिक्स यही होती है की जो क्या सही है क्या गलत है उनमें नेगोशिएट करके एक सबसे मिडिल पथ निकल के लाया जा सके ठीक है तो और फिर क्या होता है स्टेडिंग की डिफरेंट प्रिंसिपल्स ऑफ जस्टिस शुड बी शुड हेल्प उस तू डिस्कस डी इश्यू इंवॉल्वड एंड कम तू एन एग्रीमेंट रिगार्डिंग दी बेस्ट वे ऑफ परसू इन जस्टिस जस्टिस की बात कर रहा हूं सोशल जस्टिस की तो जब आप क्या करते हो ये जो अलग-अलग प्रिंसिपल्स हैं की कैसे जस्टिस को लागू किया जाए यही मैंने आपको इक्वलिटी में बताया था यह आपको मैंने रिजर्वेशन वाले कॉन्सेप्ट में बताया था की हर चीज का एक साइड होता है बाकी हम जब इन सारे अलग-अलग अरगुमेंट को पढ़ते हैं ना और देखो ये तरीका होना चाहिए जो कंपटीशन की तैयारी कर रहे हैं और आप आंसर लिखने में अगर आप एक साइड पे तिलतेड हो जाते ना आप जैसे फ्री मार्केट को फीवर कर दे तो उसमें हेड इफेक्ट्स अब क्या कर सकता है अगर पुरी तरह से स्टेट इंटरनेशनल की बात कर दोगे तो डेवलपमेंट नहीं होगा उसमें भी डिफेक्ट्स है आपको हमेशा एक ऑप्टिमिस्टिक पर्सपेक्टिव आपके आंसर्स में दिखाना होगा ठीक है एक मिडिल पार्ट दिखाना होगा क्लियर है तो स्टडाइंग दी डिफरेंट प्रिंसिपल्स ऑफ जस्टिस शुड हेल्प उस तू डिस्कस डी इश्यू इंवॉल्वड एंड एंड कम तू एन एग्रीमेंट रिगार्डिंग दी बेस्ट वे तू परस्पर जस्टिस ए गया ना समझ में तो डिस्कशन डिबेट ही सबसे बढ़िया सॉल्यूशन है विदेश सी कम तू एन एंड वॉच चैप्टर हमारे चैप्टर पुरी तरह से कंप्लीट होता है आई होप यू आर अलसो एंजॉयिंग लाइक दिस ठीक है आप लोगों ने चैप्टर कंप्लीट कर लिया है नेक्स्ट वीडियो में एक मजेदार चैप्टर पढ़ेंगे अगला कौन सा राइट्स का अब देखो सारे चैप्टर रिलेटेड है अब ये सारी चीज जितने आपने पढ़ी जस्टिस फ्रीडम इक्वलिटी ये सब हमारे राइट्स का पार्ट है तो इस वीडियो में हम राइट्स वाला चैप्टर स्टार्ट करेंगे उसमें यही सारी चीज पढ़ने वाले हैं समझने वाले हैं आशा करते हैं यहां तक चीज आपको समझ में आई है किसी प्रकार का डाउट है फुल फ्री तू आस्किंग कमेंट सेक्शन चैप्टर कैसा लगा ये भी बता दीजिएगा मैग्नेट बेंज पर इसी तरह से क्लास फोर्थ से क्लास 12th तक सभी सब्जेक्ट चैप्टर टॉपिक सब टॉपिक सब कुछ सिस्टमैटिक वे में वीडियो लेक्चरर्स के फॉर्मेट में अवेलेबल है जिन्हें आप बहुत आसानी से देख सकते हैं पढ़ सकते हैं घर बैठे अपना सिलेबस कंप्लीट कर सकते हैं अपने जूनियर्स और सीनियर्स को जरूर बताइए मैग्नेट बींस के बारे में मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में तिल दें स्टे कनेक्टेड कीप लर्निंग थैंक यू थैंक यू वेरी मच