पीरियडिक पैरालिसिस की जानकारी

Aug 22, 2024

पीरियडिक पैरालिसिस (Periodic Paralysis) पर चर्चा

मुख्य विशेषताएँ

  • पीरियडिक पैरालिसिस में मांसपेशियों की अचानक कमजोरी होती है, जो समय-समय पर होती है।
  • यह विकार मुख्य रूप से चैनलोपैथीज़ के अंतर्गत आता है, जो आयन चैनलों में दोष के कारण होता है।
  • सामान्यतः यह अनुवांशिक विकार होता है और ऑटोसोमल डोमिनेंट पैटर्न में पारित होता है।

प्रकार

  1. हाइपोकैलेमिक पीरियडिक पैरालिसिस

    • इसका संबंध पोटैशियम लेवल की कमी से होता है।
    • ग्लूकोस और पोटैशियम सप्लीमेंट्स से इलाज किया जाता है।
  2. हाइपरकैलेमिक पीरियडिक पैरालिसिस

    • इसमें पोटैशियम लेवल्स अधिक होते हैं।
    • यह व्यक्ति के उपवास करने और अधिक पोटैशियम लेने पर होता है।
  3. थायरोटॉक्सिक पीरियडिक पैरालिसिस

    • यह थायरॉइड हॉर्मोन की अधिकता के कारण होता है।
    • उच्च कार्बोहाइड्रेट डाइट और बीटा-ब्लॉकर्स का उपयोग किया जाता है।

प्रबंधन और उपचार

  • पोटैशियम का प्रबंधन:

    • हाइपोकैलेमिक स्थिति में, पोटैशियम सप्लीमेंट्स दिए जाते हैं।
    • हाइपरकैलेमिक स्थिति में, पोटैशियम-युक्त आहार से बचा जाता है।
  • अन्य उपचार:

    • इंसुलिन, कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स इत्यादि दवाएं स्थिति को प्रभावित कर सकती हैं।
    • सही मात्रा में और सही तरीके से पोटैशियम का सेवन अति आवश्यक है।

जोखिम और निगरानी

  • पीरियडिक पैरालिसिस के मरीजों को अपनी डाइट का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
  • नियमित व्यायाम और शराब से दूरी बनाए रखना चाहिए।

निष्कर्ष

  • पीरियडिक पैरालिसिस का प्रमुख कारण आयन चैनलों में विकार है।
  • सही प्रबंधन और उपचार से मरीजों की जीवनशैली में सुधार संभव है।