क्लास 10थ डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स का पहला चैप्टर छोटा सा प्यारा सा और मजेदार सा चैप्टर इस चैप्टर में बेसिकली आपको डेवलपमेंट की डेफिनेशन समझाई गई है कि विकास का मतलब क्या अच्छा विकास दुबे वाले नहीं ठीक है समझिए आप यहां जैसे अगर आप देखोगे तो चैप्टर में आपको वही बताया गया कि डेवलपमेंट क्या है इनकम के अलावा भी डेवलपमेंट हो सकता है आज मेरे पास बिल्डिंग हैं प्रॉपर्टी है बैंक बैलेंस है बंगला है गाड़ी है नेशंस के लिए डेवलपमेंट अलग-अलग होंगे तो कंट्रीज को कंपेयर कैसे करोगे कंट्रीज को कंपेयर करने के लिए जैसे आप अलग-अलग एटिबल यूज कर सकते हैं उसमें क्या पॉजिटिव है क्या नेगेटिव है कंट्रीज को कंपेयर करने के बाद में अगर आप इनकम के अलावा दूसरा एटिबल देखोगे तो वो हेल्थ और एजुकेशन है और इस पूरे डेवलपमेंटल प्रोसेस में जिस तरह से हम विकास को देख रहे हैं तो वो विकास के चलते कहीं ऐसा ना हो जाए कि हम एनवायरमेंट को अनदेखा कर दे तो यही चैप्टर की रूपरेखा है हेलो एवरीबॉडी दिस इज दिगरा सिंह राजपूत वेलकम टू आवर चैनल डेवलपमेंट चैप्टर शुरू होता है इस कहानी से कि विकास का मतलब हर एक व्यक्ति के लिए अलग-अलग है तो जैसे अगर हम देखेंगे गांव में रह रही है एक लड़की के लिए और शहर में रह रहा है एक लड़के के लिए दोनों के लिए डेवलपमेंट का मतलब अलग-अलग है तो व्हाट डेवलपमेंट प्रॉमिस डिफरेंट पीपल डिफरेंट गोल अलग-अलग लोग अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग डेवलपमेंट की डेफिनेशन दोनों अलग-अलग होते हैं क्या अब लेकिन यहां पे क्या देखने को मिलता है कि जो किसी एक व्यक्ति के लिए डेवलपमेंट हो सकता है वो दूसरे के लिए डिस्ट्रक्शन हो सकता है एग्जांपल कैसे देना है और यही चीज पे क्वेश्चन भी बनता है बार-बार तो आपको यह चीज ध्यान रखना है कि व्हाट मे बी डेवलपमेंट फॉर वन मे नॉट बी द डेवलपमेंट फॉर ठीक है व्हाट मे बी डेवलपमेंट फॉर वन मे बी डिस्ट्रक्शन फॉर अनदर एग्जांपल क्लासिकल है डैम वाला कि डैम का जब कंस्ट्रक्शन होता है तो उस डैम के कंस्ट्रक्शन से क्या हो जाएगा मजे ही मजे हो जाएंगी क्यों क्योंकि बहुत सारे लोग शहर में जो ले रहे हैं वो ये सोचते होंगे कि उन्हें बिजली मिल जाएगी गांव में रह रहे लोगों को ऐसा लगता हो कि पानी मिल जाएगा खेती हो जाएगी लेकिन वहीं पे आप देखोगे एक ट्राइबल कम्युनिटी जो है वो डैम को कभी भी डेवलपमेंट की तरह नहीं देखेगी वो इस तरह से देखेगी कि डैम से उनका डिस्ट्रक्शन हो गया क्योंकि उन्हें वहां से स्थापित होना पड़ रहा है ये इंपोर्टेंट टॉपिक और इंपोर्टेंट क्वेश्चन यहां से बनता है विथ इंपोर्टेंट एग्जांपल आगे देखें तो गोल्स अदर देन इनकम अब डेवलपमेंट का मतलब सिर्फ पैसा कमा लेना नहीं होता है फॉर एग्जांपल मैंने आपको एक ऑफर दिया कि आपको बहुत पैसा मिलेगा बहुत पैसा मिलेगा बहुत पैसा मिलेगा पैसा ही पैसा होगा लेकिन आपको उसके लिए अपना घर परिवार सब कुछ छोड़ना होगा कभी किसी से मिलने नहीं देंगे वापस तो हो सकता है कि आप उस चीज में झिझक जाओ और पीछे हट जाओ क्यों क्योंकि सिर्फ पैसा मायने नहीं रखता तो देयर आर गोल्स अदर देन कम सिक्योरिटी रिस्पेक्ट इक्वलिटी सेफ एनवायरमेंट डिस्टेंस फ्रॉम होम इसीलिए लोग वर्क फ्रॉम होम में परेशान हुए जा रहे हैं ठीक है ये सारे फैक्टर्स भी आप देखते हो किसी भी जॉब को डिसाइड करने से पहले तो इन शॉर्ट पीपल लुक एट मिक्स ऑफ गोल्स व्हेन इट कम्स टू देयर डेवलपमेंट लोग मिक्स ऑफ गोल को देखते हैं अब ये तो जब हमने इतना समझा कि इंडिविजुअल्स की डेवलपमेंटल गोल की डेफिनेशन अलग-अलग होती है वो सिर्फ इनकम को नहीं देखते इनकम के अलावा भी दूसरे एस्पेक्ट को देखते हैं तो उन इंडिविजुअल्स से ही मिलके एक दोती चार हम सब मिलके ही तो देश बनाते हैं तो हमारे देश का डेवलपमेंट क्या होगा नेशनल डेवलपमेंट क्या होगा ये भी एक बड़ा क्वेश्चन होता है व्हाई बिकॉज़ डेवलपमेंट फॉर इंडिविजुअल्स वैरी तो वो सारे इंडिविजुअल्स देश के लिए एक डेवलपमेंट कैसे सोच सकते हैं तब हमें समझ में आता है कि जो मैक्सिमम गुड फॉर मैक्सिमम पीपल होगा वो नेशनल डेवलपमेंटल गोल को डिफाइन करता है अब वैसे ही अगर आप देखोगे तो हर नेशन भी अलग-अलग बातें बोल सकता है भूटान बोलता है कि लोग खुश रहे वो हमारा डेवलपमेंट है इंडिया बोलता है कि हमें चांद तक जाना है वो हमारा डेवलपमेंट है पाकिस्तान बोलता है कि हमें तारों के नीचे से घुस के बस इंडिया तक पहुंच जाए वो हमारा डेवलपमेंट हो गया तो प्रॉब्लम यही आ रही है कि हाउ टू कंपेयर डिफरेंट कंट्रीज क्यों क्योंकि डेवलपमेंटल गोल इज डिफरेंट फॉर डिफरेंट पीपल आप कोई एक कॉमन एट्रिल नहीं ले सकते हो क्लास में क्विज करवाना है तो आप अलग लोगों को छाट होगे अब कबड्डी का मैच करवाना है तो आप अलग लोगों को छाट होगे तो वैसे ही क्राइटेरिया के हिसाब से डेवलपमेंट और डेवलपमेंट के की अंडरस्टैंडिंग वेरी कर सकती है इसी के लिए हमें कुछ तो कॉमन एटिबल चाहिए रहेंगे तो कुछ कॉमन एट्रिक्स के इस्तेमाल करके आप कंट्रीज को कंपेयर कर सकते हो और उन कुछ कॉमन एट्रिमेद है टिफिन लेके काम पे जा रहा है और वहां से पैसा कमा रहा है नहीं मुझे क्यों तोड़ा तो कंट्री की कोई इनकम नहीं होती है सारे इंडिविजुअल्स जो उस कंट्री में रह रहे होते हैं तो सारे इंडिविजुअल्स की इनकम को ऐड कर दो तो आपको कंट्री की इनकम यानी कि टोटल इनकम यानी कि नेशनल इनकम मिल जाएगी लेकिन एक समस्या है स्विटजरलैंड जैसा एक छोटा सा देश जिसमें जनसंख्या ही मुट्ठी भर है और इंडिया जैसा एक बड़ा सा देश इसमें इतनी जनसंख्या है कि हम आधे स्विट्जरलैंड को तो ऐसे ही हर दिन पैदा कर देते [संगीत] होंगे पॉइंट ये आ रहा है कि अब पॉपुलेशन वाला फैक्टर जो है तो टोटल इनकम जो दिखाओगे उसमें चेंजेज ला सकता है तो इसीलिए आप टोटल इनकम की जगह एवरेज इनकम देखते हैं एवरेज इनकम को ही पर कैपिटा इनकम कहा जाता है पर कैपिटा इनकम यानी कि टोटल इनकम डिवाइडेड बाय द टोटल पॉपुलेशन तो किसी की कम या ज्यादा पॉपुलेशन है तो उस उस फैक्टर को यहां पे न्यूट्रलाइज कर दिया जाता है तो एवरेज इनकम को पर कैपिटा इनकम कहा जाता है पर कैपिटा इनकम से ही कंट्रीज को कंपेयर किया जाता है वर्ल्ड डेवलपमेंट रिपोर्ट जो कि वर्ल्ड बैंक के द्वारा निकाली जाती है इस रिपोर्ट के अकॉर्डिंग सारी कंट्रीज की एवरेज इनकम यानी कि पर कैपिटा इनकम निकाली जाती है और उस बेसिस पर देखा जाता है कि कौन सी कंट्री कितना कमा रही है और उस हिसाब से आदर कंट्रीज कम्स इन दी कैटेगरी ऑफ रिच कंट्रीज और पुअर कंट्रीज तो ये एक कंपैरिजन का तरीका है यहां पे आपको अलर्ट होना पड़ेगा कि एवरेज इनकम इज गुड फॉर कंपैरिजन कि हां आप देख सकते हो कि अ पर कैपिटा इनकम यूएसए का इतना है इंडिया का इतना है लेकिन एवरेज इनकम की एक लिमिटेशन है वो यह है कि एवरेज इनकम [संगीत] डिस्पैरेज इनकम में आपको बता दिया गया कि ₹1000000 सब कमा रहे हैं लेकिन रियलिटी ये हो सकती है कि सिर्फ कुछ ही लोग जो हैं वो 10000 कमा रहे हैं बाकी बहुत सारे लोग 000 कमा रहे हैं और कुछ लोग जो है ₹ लाख कमा रहे हैं लेकिन जब एवरेज आउट करेंगे तो सबको 10000 मिल जाएगा तो इस तरह से क्या होता है कि एवरेज सबको एक जैसा दिखाता है कंट्री के अंदर जो डिस्पैरेज इनकम कभी भी शो नहीं करता है तो भाई साहब एक चीज तो क्लियर है कि इनकम डिस्पैरेज को हाइड करता है और दूसरे क्राइटेरियास की तो बात ही नहीं करता है क्योंकि डेवलपमेंट का मतलब सिर्फ इनकम नहीं है एग्जांपल के तौर प आपकी बुक में आपको तीन स्टेट्स का कंपैरिजन दिया गया है पंजाब बिहार और केरला अब जैसे यहां आप देखोगे तो पंजाब की इनकम तीनों स्टेट्स में सबसे ज्यादा है लेकिन दूसरे इंडिकेटर्स अगर देखा जाए जैसे इन्फेंट मोटिलिटी रेट लिटरेसी रेट नेट अटेंडेंस रेशियो इन्फेंट मोटिलिटी रेट में यह बताया जाता है कि आउट ऑफ़ द 1000 लाइव चिल्ड्रन बॉर्न इन अ पर्टिकुलर ईयर 1000 बच्चों का जन्म हुआ तो कितने बच्चों की डेथ हो जाती है और वो क्यों हो रही है अगर ज्यादा बच्चों की डेथ हो रही है तो मतलब वहां पे हेल्थ फैसिलिटी अच्छी नहीं है तो माना कि पंजाब में इनकम केरला से ज्यादा है लेकिन केरला में इन्फेंट मोटिलिटी रेट कम है व्हिच इज़ अ गुड साइन सिमिलरली लिटरेसी रेट पंजाब का कम है केरला का ज्यादा है अब पैसे ही ज्यादा क्या है तो उस पैसे का चाचार तो डालोगे नहीं आप तो ये जो दूसरे क्राइटेरियास है ये भी उतना ही इंपॉर्टेंट रोल प्ले करते हैं और ओवरऑल अगर बात की जाए कि कौन डेवलप्ड है तो ये देखने को मिलता है कि केरला ज्यादा डेवलप्ड है फाइन इसी तरह से देयर आर क्राइटेरियास अदर देन इनकम जिनको इंपॉर्टेंस दी जाती है और कंपैरिजन में इन्हें भी कंसीडर किया जाना चाहिए और ये वो क्राइटेरिया है जो पब्लिक फैसिलिटी से बेहतर बन सकते हैं पब्लिक फैसिलिटी क्या तो कुछ ऐसी फैसिलिटी होती है जो हम एक साथ मिलके एंजॉय करते हैं जो गवर्नमेंट मोस्ट ऑफ दी केसेस में कलेक्टिवली हमें प्रोवाइड करती है क्यों क्योंकि मनी इन योर पॉकेट कैन नॉट बाय ऑल द गुड्स एंड सर्विसेस यू नीड टू लिव वेल जैसे कि कोरोना जब आया तो आपको देखने को मिला कि कितना ही पैसा हो लेकिन सिर्फ पैसे से आप अपने आपको को बीमारियों से नहीं बचा सकते थे तो कुछ ऐसी चीजें होती जैसे सेफ एनवायरमेंट सिक्योरिटी हेल्थ एजुकेशन जो कलेक्टिवली बेहतर एंजॉय की जा सकती है अगर केरला का हेल्थ स्टेटस अच्छा है तो वहां की अ हेल्थ फैसिलिटी जो कि एक पब्लिक फैसिलिटी है उसने कहीं ना कहीं एक प्रॉमिनेंट रोल प्ले किया है वहां का पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम जो है तो उसने लोगों को खाना दिया है जिससे जच्चा और बच्चा दोनों की सेहत तंदुरुस्त रही है तो ये सारे केसेस को देखते हुए ये समझ में आता है कि क्राइटेरियास अदर देन इनकम आल्सो प्लेज द वेरी इंपोर्टेंट रोल व्हेन इट कम्स टू डेवलपमेंट और कंपैरिजन में इनका भी इस्तेमाल किया जाना चाहिए इसी चीज को ध्यान में रखते हुए यूएनडीपी यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत ह्यूमन डेवलपमेंट रिपोर्ट बनाई जाती है और इस ह्यूमन डेवलपमेंट रिपोर्ट में क्या किया जाता है कंट्रीज को इनकम के साथ-साथ दूस दूसरे भी क्राइटेरिया जैसे कि हेल्थ और एजुकेशन के बेसिस पर कंपेयर किया जाता है कंपैरिजन के बाद में एक ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स मिलता है और उस इंडेक्स के हिसाब से देखा जाता है कि कौन सा कंट्री ओवरऑल तरीके से डेवलप हुआ है आपको होमवर्क क्वेश्चन एक देता हूं कि आपको बताना है कि इंडिया का ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स में कौन सा रैंक है अब आप जैसे हमारे आजूबाजू देखोगे उस चार्ट में आपको पता चलता है कि कुछ कंट्रीज पर कैपिटा इनकम में इंडिया से कम होंगे लेकिन दूसरे इंडिकेटर्स में वो इंडिया से आगे हैं जैसे लाइफ एक्सपेक्टेंसी इन्फेंट मोटिलिटी रेट और लिटरेसी रेट तो ओवरऑल डेवलपमेंट इन एस्पेक्ट्स को भी कवर करना चाहिए विकास विकास विकास डेवलपमेंट की हमने बहुत बात करी लेकिन हमें ये समझना होगा कि डेवलपमेंट कितना सस्टेनेबल है सस्टेनेबिलिटी ऑफ डेवलपमेंट मतलब कि आज जिस तरह से हम विकास कर रहे हैं ना उस विकास के तहत क्या हो सकता है कि आगे जाके रिसोर्सेस ही खत्म हो जाए जैसे ग्राउंड वाटर टेबल क्रूड ऑयल रिजर्व्स की बात की जाए तो इसीलिए हमें डेवलपमेंट उस तरह से करना हो कि वो सस्टेनेबल रहे आगे आने वाली जनरेशन के लिए भी रिसोर्सेस बचे रहे इस सेंस में सस्टेनेबिलिटी ऑफ डेवलपमेंट भी बहुत इंपॉर्टेंट है जो कि इस चैप्टर का लास्ट टॉपिक था आई होप यू गाइस एंजॉयड इट अभी के लिए साइन ऑफ करता हूं साइनिंग ऑफ विद दिस टुगेदर वी कैन वी विल थैंक यू थैंक यू वेरी मच