Transcript for:
दवा वितरण प्रणाली के महत्वपूर्ण पहलू

novel drug delivery system B Pharmacy 7th semester novel drug delivery system को हमने start किया था जहाँ पर हमने unit 1 से लेकर unit 4 तक सारे lectures को completely cover किया है और सादे notes को application पर upload करा है अब आज के इस lecture में हम पूरी unit 5th को cover करेंगे जहांपर हम देखने वाले हैं ocular drug delivery system and intrauterine drug delivery system जिनको short में बोलते हैं ODDS एंड आईडीडीएस आईडीडीएस का मतलब आईडीडीएस स्टेंड फॉर इंट्रा यूटराइन ड्रग डिलीवरी सिस्टम एंड ओडीडीएस स्टेंड फॉर ओकुलर ड्रग डिलीवरी सिस्टम तो लेक्चर को ध्यान से सुनना लेक्चर थोड़ा सा लेंदी होगा क complete होने वाली है cover पर यहाँ पर एक एक चीज मैं आपको अच्छे से बताऊंगा और अगर importance की बात करूँ तो question कहां से बनते है question बनते है intraocular barrier से या फिर सबसे important question है method to overcome देखो यहाँ पर हम जब आखों में दवाई देते हैं तो दवाई देते हैं न जब तब दवाई को अंदर जाने में problem होती है ठीक है तो जब आप दवाई दे रहे हो ना तो दवाई जो है लोस हो जाती है दवाई जो है यहां से ड्रेनेज हो जाती है ड्रेन आउट हो जाती है तो दवाई जो है प्रोपर कोंटेक्ट में नहीं आ पारी दवाई जो है प्रोपर एब्जोर्ब नहीं हो पारी तो वो हैं जो दवाई को रोक रही है absorb होने से जो दवाई को रोक रही है absorb होने से वो सारी रुकावटों को हम पढ़ेंगे हम क्या क्या देखने वाले हैं ऐसी कौन कौन सी रुकावटे हैं जो की दवाई को रोक रही है और और साथ ही साथ उन रुकावटों को हम कैसे रोकेंगे रुकावट को अगर मैं अंग्लिश में बोलूं तो बेरियर्स सारे तरह के बेरियर्स पढ़ेंगे कि इसे कौन से बेरियर्स हैं जो कि दवा को पेनेटेट करने दवा को परमियट करने दवा को एब्जॉर्व होने में देखो आईएडी जो होता है प्रेगनेंसी को रोकने के लिए होता है ठीक है तो दोनों ही काफी इंट्रेस्टिंग टॉपिक है आखों में दबाई देंगे और फिर सीधा जाएंगे इंट्रा यूटराइड तो चलिए लेक्शर को स्टार्ट करते लेक्शर को ध्यान से सुनना और समझना अगर आपको और लेक्शर की रिक् चेक कर सकते हैं हमारी playlist जहां पर आपको unit wise सारे lecture मैंने mention किए हुए हैं और अगर आपको notes के requirement है तो आप चेक कर सकते हैं हमारी application depth of biology की application आप download कर सकते हैं play store से और आपको वहाँ वहाँ पर सारे notes available मैंने कराए हुए हैं, वहाँ पर live lectures भी होते हैं, online classes भी होती हैं, तो जरूर download कीजेगा depth of biology application, चलिए lecture को start करते हैं, सबसे पहले start करते हैं, ocular drug delivery system, जिसको short में बोलते हैं, ODDS, देखो नाम से पता लग रहा, ocular मतलब कहाँ पर देंगे, आखों में देंगे, आखों की बिमारी को सही करने के लिए देंगे, तो यहाँ पर लिखा है, need to treat optical, आखो की बिमारी को सही करने के लिए हम देते हैं ODDS और ये जो ODDS होता है ये local action देता है मतलब कि अगर मैं आखो को सही करने के लिए ODDS दे रहा हूँ तो वो सिर्फ आखो को ही सही करेगा एक particular area पे एक particular site पे वो काम कर रहा है that's why हमने लिखा है है local action तो अगर आपका ODDS जो है local action देता है तो इसका मतलब वो systemic action नहीं देगा तो सीधी सी बात है कि ODDS जो है local action देता है और ODDS जो है ophthalmic disease को सही करता है करने में काम आता है नाम से पता लग रहा Ocular Drug Delivery System मतलब की Ophthalmic Disease को सही करने के काम आता है आखों की बिमारी को सही करने के काम आता है साथ यह एक Local Action Provide करता है Systemic Action Provide नहीं करता क्योंकि यह Particular Area पे Particular Site पे जाके Act कर रहा है वो है आपकी आख आईडियल ओप्थल्मिक ड्रग डिलिवरी अगर मैं बात करूँ क्या क्या आईडियल प्रॉपर्टी होनी चाहिए तो सीधी सी बात है अगर आपका ODDS है तो ODDS किसके अंदर पढ़ रहे हो आप? NDDS के अंदर और NDDS में आपने अभी तक क्या पढ़ा है? कि जो भी ड्रग है वो धीरे धीरे रिलीज होगी और कंटिन्यू रिलीज होगी ताकि आपका जो एफेक्ट है वो बना रहेगा अच्छे से आएगा तो यहाँ पर एक वर्ड है सस्टेन रिलीज होना तो आपकी जो ODDS है must be able to sustain release of drug ड्रग को वो सस्टेन रिलीज करें इतने capable वो हो अगर मैं बात करूँ कि ऐसी कौन-कौन सी ड्रग है और क्या-क्या एक्शन देगी तो कुछ ड्रग जो होती है एंटी इंफ्लामेट्री होती है कुछ ड्रग्स जो होती है एंटी इंफेक्टिव होती है जैसे कि एंटी वाइरल, एंटी बायटिक, एंटी बैक्टीरियल, आ� ठीक है तो कुछ ड्रग होती है anti-infective कुछ ड्रग होती है anti-inflammatory मान लीजिए आखों में inflammation हो गया है तो anti-inflammatory देते हैं और अगर आपको pupil को constrict करना है छोटा करना है तो उसके लिए myotics दी जाती है तो यहाँ पर मैंने बता रखा ह�� major class of drug use कौन-कौन से drug use होती है myotics anti-inflammatory anti-infective जैसे antiviral antibiotic antibacterial ठीक है तो यह सारा एक introduction part हो गया ठीक है सर अभी तक हमने देखा कि Ocular Drug Delivery System जो है आखों में दी जाती है अब सबसे पहले ये बता दीजिये कि हमने ODDS बनाया क्यूं जब हमारा काम आखों में जो वो नॉर्मल हम दवाई डालते हैं ना आई ड्रॉप उनसे हो रहा था तो फिर हमने ODDS क्यूं बनाया डॉक्टर ने मुझे दी आई ड्रॉप की आई ड्रॉप डालो मैं अपनी आखों में आई ड्रॉप डाल रहा हूं तो आई ड्रॉप डालने के साथ क्या होता है मुझे आसू आते हैं आसू आने से क्या होता है वो ड्रॉक जो है एक तो डालूट हो जाता है मान लीजिए मेरा आप NDDS पढ़ रहे हैं, आपको बता है conventional का मतलब पुराने doses form हो गए और ODDS updated नए वाले हैं तो हम ये कह रहे हैं कि जो conventional doses form था वो आखों से निकल रहा था क्योंकि आशू आ रहे थे, क्योंकि हमें problem आ रही थी तो उसकी वज़े से क्या होता है हमारों जो conventional drug है, जैसे कि हमारा जो eye drop हो गया, वो sight of action तक पोच पा रहा है कि नहीं पोच पा रहा है, क्योंकि वो dilute होके वैसे ही निकल रहा है, ठीक है, दूसरा उसका drainage हो रहा है, निकल रहा है, मतलब drainage हो रहा है, वो क्या हमारी आखों की layer को, या जो भी protective barrier से, barrier को cross नहीं कर पा रहा है.

क्या वो हमारी आखों में बहुत देर तक कॉंटेक्ट में है क्या नहीं है क्योंकि अगर वो कॉंटेक्ट में होता आखों के साथ जुड़ा रहता तो वो एब्जॉब हो जाता पर वो तो आसूओं के थूँ निकल के बह जा रहा है ठीक है तो इस कारण से यहाँ पर हम हमारा कोई भी पेनिट्रेशन नहीं है कोई भी ड्रग का एब्जॉप्शन नहीं है और उसकी वजह से अगर एब्जॉप्शन नहीं होगा तो बायो अव्यवेलिटी नहीं आएगी और एक्शन में नहीं आएगा तो यह सारी दिक्कत आ रही है जब आप इनवेशनल वो cross नहीं कर पा रहा था आखों में barrier बहुत सारे थे और context ज़्यादा देर तक नहीं हो पा रहा था site of action पे वो drug नहीं जा पा रही थी और penetration उस drug का नहीं हो पा रहा था permeation उस drug का नहीं हो पा रहा था absorption उस drug का नहीं हो पा रहा था bioavailability उस drug की नहीं आ पा रही थी और जो conventional doses form है ना तो इतनी सारी दिक्कते थी तब जाके हमने कहा कि नहीं बईया अब हम लेंगे ODDS ओडीडियस इट इज डाइप ऑफ एंडीडियस नोवल ड्रग डिलीवर सिस्टम ऑकुलर ड्रग डिलीवर सिस्टम जहांपर ड्रग जो है सस्टेन रिलीज होगी ड्रग जो है सारे वेरियर को क्रोज करके अंदर पहुँच जाएगी साइट अफ एक्शन पे जाएगी और अ है ठीक है तो यहां पर लिखा है कन्वेंशल डोजेस के नोट पास ऑप्थेल्मिक बेरियर जो अप्थेल्मिक बेरियर है ना हमारे आंखों की जो बेरियर है तरह-तरह की लेयर से हमारे जो पुराने डोजेस पर पास नहीं कर पा रहे और जब पास नहीं कर पा रहे तो पहुंच नहीं पा रहे तो उसके लिए हमने बनाया और डीए समझ में आ गया अब यहाँ पर वही सारी बातें लिखी है कि ओडीडियस जो है प्रोलोंग ड्रग रिटेंशन देता है क्योंकि इसका एब्सॉप्शन अच्छा है इसकी बायो अविबिलिटी अच्छी है आपको पता है कन्वेशनल डोसेस फॉर्म जो है सही से काम नहीं कर ठीक है वही सारी बातें लिखी है फिर आपका डाइग्राम दे रखा है यह डाइग्राम आपको एजटिस बनाना है क्योंकि ओडीडीएस आया और आख नहीं है तो फिर नंबर कैसे मिलेंगे क्योंकि ड्रग तो आखों में दे रहे हो तो एक नॉर्मल आई का डाइग्राम बनाना आपको पता है यह सब पहले पढ़ चुके हैं लेंज आईरीस आईरीस इस द कलर फुल पार्ट आफ द आई यह कंजक्टिवा होता है यह आपका विटरस बॉडी होती जहां पर विटरस चैंबर होता है ठीक है यह आपका एक आंटर बल्जिंग पार्ट ठीक है और यह जो सिलेरी बॉडी है यह लेंस को होल्ड करके रखती है रेटिना पर इमेज बनती है यह सारी चीजें आपको पता है ऑप्टिक नर्व जो है ब्रेन तक सिंग्नल लेकर जाती है सारी चीजें बना ना टॉपिक ए ओडीडीएस ड्रग को देना है सिर्फ आंख का डाइग्राम बनाना है 1212 लाइन लिख दोस्तों ज्यादा कुछ नहीं है है ठीक है अब देखो यहां पर दे रखा है एडिटिव्स फॉर ऑप्थेल्मिक प देखो बात करते हैं ophthalmic preparation देखो ophthalmic preparation हो या कोई सी भी preparation हो additive तो डालने पड़ेंगे additive मतलब excipients जैसे की buffering agent, preservative, isotonic agent, chelating agent, thickening agent वही कल यह सब चीजें डालनी पड़ेगी अब जैसे एग्जांपल दो तो प्रिजर्वेटिव को डालते हैं विक्तिया की ग्रोस से रोकने के लिए बचने के लिए आईसोटोनिक एजेंट को डालते हैं आईसोटोनिक से मेंटेन करने के लिए तो तरह तरह के एजेंट हमें अब देखो objectives की बात करें कि ODDS से हमें क्या फायदा है तो ये सारी बाते मैंने आपको बता दी कि conventional system के हमारे जो eye drop था उसके काफी ज़ादा side effect थे तो हम ODDS बनाए और भी कई reason है ODDS बनाने के जो मैंने आपको आगे बता दी आ दिया कि अब शुभी नहीं हो पा रहा बायो अवेबिलिटी नहीं आ पा रही एक्शन नहीं हो पा रहा पेनेट्रेशन नहीं हो पा रहा साइड इफेक्ट ज्यादा थे और बेड़ियर क्रोस नहीं कर पा रहे थे तो वह सारी चीजों को ओवरकम करने के लिए हमने बनाया ओडीडीएस और वही सब ऑ� उसके बाद यहाँ पर आपको दे रखा है, an ideal ophthalmic drug delivery system should have the following characteristics, अगर आपके पास एक drug delivery system है ophthalmic के लिए, तो क्या-क्या ideal characteristics होने चाहिए, वो देखो, सबसे पहला, अगर मालिजिए मैं यहाँ पर खड़ा हूँ, और मेरे पास यह ocular drug delivery system है, मैं कह रहा हूँ कि यह must एकदम, एक number ठीक है तो मैं कैसे बोल रहा हूँ कि ये आईडियल है मैं कैसे बोल रहा हूँ कि ये बहुत अच्छी है क्योंकि ये मेरी आँकों के बेजेर को क्रोस कर लेगी क्योंकि इसका एब्सॉप्शन अच्छा होगा क्योंकि इसकी बायो एबिलिटी अच्छी होगी ठीक है देख लो सारी चीजें वही है शुड एक्जिबिट गुड कोणियल पेनेट्रेशन वही वाली बात है कि पेनेट्रेशन अच्छा होना चाहिए तभी हम आइडिल बोलेंगे ठीक है और भी देखो नॉन इरिटेटिव होना चाहिए कमफर्टेबल होना चाहिए और जब हम इसको लेंगे तो हमारी आखों मे ठीक है और इसकी रियो लोजिकल प्रॉपर्टी अच्छी होनी चाहिए मतलब कि फ्लो प्रॉपर्टी अगर हम ODDS लेते हैं तो उसकी जो विस्कोसिटी है वो जादा भी नहीं होनी चाहिए कम भी नहीं होनी चाहिए क्योंकि कम होगी तो बहुत जादा फ्लो करेगा जादा हो ये सब ideal characteristics हो गए ODDS के तो these are the ideal characteristics these are the objectives और उसके पहले हमने देखा था human I और उससे पहले हमने देखा था कि हम ODDS को क्यों प्रिफर कर रहे हैं ठीक है अब यहां पर आपको दे रखा है ओक्यूलर ड्रग डिलीवरी सिस्टम कई तरह से जैसे अगर कन्वेशनल की बात करें तो कन्वेशनल में सॉलूशन हो गया सस्पेंशन हो गया इमल्चन हो गया ओइंटमेंट हो गया इंसर्ट्स हो गया जेल्स हो गया अगर मैं वेस उसके बाद कुछ एडवांस टेक्निक्स भी हैं जैसे SI-RN, जीन डिलिवरी, स्क्लेरल प्लग्स, कोई कंट्रोल रिलीस वाले भी हैं जैसे इंप्लांट, हाइड्रो जेल, पोलिमरिक सोलूशन, कोलाजन शिल्ड, कॉंटेक्ट लेंस, साइकलो डेक्स्ट्रेन, माइक्रो नि तो ये सारे आपके होगे control release वाले और कुछ particulates भी होते हैं जैसे microparticle, nanoparticle तो इस तरह का classification आपको लिख देना है आपको बहुत अच्छे से number मिल जाएंगे आगे चलते हैं यहाँ पर वही advantage दे रखा है आपको देखो advantage वही सब है गुमा फिरा के जैसे objective में लिख दो आप ideal property कह लो आप yodds कह लो आप या advantage कह लो वही सारी बाते हैं सब repeat हो रही है ठीक है चलिए, disadvantage देख लो, कि ODDS, जिसको अभी तक हम अच्छा बता रहे हैं, कि यहाँ इसका penetration अच्छा, इसका permeation अच्छा, इसकी viability अच्छी, इसका action अच्छा, इसके side effect कम है, इसका absorption अच्छा, तो उसके नुकसान क्या हो गए? नुकसान क्या हुए, वो देखो. एनिस्टेविलिटी कई बार यहाँ पे प्रेजर्वेटिव चाहिए होता है यह भी एक दिक्कत है कैन नोट बी टर्मिनेटेड डूरिंग एमरजन्सी यह भी प्रॉबलम है कि टर्मिनेट नहीं कर सकते एमरजन्सी के केस में कोज इंटरफेरेंस विद वीजन हमारी आँकों की वीजन के साथ इंटर placement and removal is difficult, उसको लगाना और उसको हटाना, difficult होता है ODDS को, it may suffer occasional loss, कभी कबार loss होता है, sir अभी तो आपने बोला loss नहीं होगा, अरे कभी कबार होता है, कैसे होता है, अगर आप अपनी आँखों को rub कर रहे हो, नींद में उठकर ऐसे rub कर रहे हो, या आप लगा कर सो गए, तो उस condition उसके बाद बात करते हैं barriers की, देखो barriers कई तरह के, अब यहाँ पर barriers से मतलब क्या है, जैसे माली जी यह मेरी आँख है और यहाँ पर मुझे drug देना है, तो यह drug जो है मेरी आँखों में अंदर तक, site of action तक जा ही नहीं पा रहा, चुकि रस्त में इतने barrier आ रहे हैं कि ठीक है कई तरह के बेरियर होते हैं कुछ डाइनमिक होते हैं जो मुवमेंट वाले होते हैं कुछ स्टेटिक होते हैं कुछ प्री कोडिनियल एक पॉइंटर से पहले वाले तो यहां पर आप देखो प्री कोडिनियल में आते हैं ड्रेनेज ऑफ ड्रग सॉल्यूश यहां पर आपको ज़रूर करें और यहां पर आपको ज़रूर करें और यहां पर आपको ज़रूर करें और यहां पर आपको ज़रूर करें और यहां पर आपको ज़रूर करें और य��ां पर आपको ज़रूर करें और यहां पर आपको ज़रूर करें और यहां पर आपको ज़र� ठीक है इसका action ही नहीं आ पाएगा तो lacrimation, tear dilution, drainage of drug solution यह हो रहा है pre corneal में फिर dynamic की बात करें तो lymphatic flow की वज़े से और जो blood flow हो रहा है हमारे conjunctiva है और coroid में तो इसकी वज़े से फिर static कौन-कौन से है आपका corneal epithelium हो गया coroid हो गया, retinal pigment epithelium हो गया ठीक है ड्रग को पेनेट्रेट करना है आई में साइट ऑफ एक्शन में तो कोणिया से ही जाएगी वहाँ पर भी देखो आप अब यहां पर जो ब्लड ऑक्यूलर बेरियर होता है ना यह देखो ब्लड ऑक्यूलर बेरियर यह जो है कई तरह की ड्रग को रोक देता है इट रेस्ट्रिक्ट मॉस्ट आफ द ड्रग ब्लड ऑक्यूलर बेरियर रेस्ट्रिक्ट तो हम क्या करते हैं इसमें इंफ्लामेशन कर देते हैं अलगा सा अगर इसमें इंफ्लामेशन होगा ना तो फिर यहां से ड्रग जो है आसानी से पास हो जाएगी सीधी सी बात है देखो यह रोक रहा है यह रोक रहा है तो इसको हमें क्या करना पड़ेगा इंफ्लाम करना प� और भी देखो यह जो blood ocular barrier है ना है दो part में divide किया गया है एक तो होता है blood aqueous barrier एक होता है blood retinal barrier I repeat blood ocular barrier divided into two sub parts blood aqueous barrier and blood retinal barrier यह जो blood aqueous barrier होता है यह बना होता है ciliary epithelium and capillaries of the iris I repeat दो तरह से हमने blood ocular barrier को sub parts में divide किया है पहला है blood aqueous barrier दूसरा है है ब्लड रेटिनल बेरियर जो ब्लड एकवस बेरियर होता है वह बना होता है सिलेरी पिथिलियम एंड कैपिलरी ऑफ द आइरीस और जो हमारा ब्लड रेटिनल बेरियर होता है यहां पर आपको टाइट जंक्शन देखने को मिलता है बेट्विन रेटिनल एंड ए अगर अगर एक्चुअल में मैं देखूं तो कितने तरह के बेरियर होते हैं तो देखो ऑक्यूलर सर्फेस बेरियर ऑक्यूलर वॉल बेरियर रेटिनल बेरियर विट्रस बेरियर देले क्राइमल फ्लूट बेरियर सॉल्यूबिलिटी ऑफ ड्रग लेब फिलेसिटी ऑफ ड्र देखिए तो वन बाइवन सारे बेटेश देखते हैं सबसे पहले ऑक्यूलर सर्फेस बेटेश से स्टार्ट करेंगे है तो देखो यह जो ऑक्यूलर सर्फेस बेटेश होता है ना यहां पर आप ध्यान से सुनना है कि जो आपकी corneal layer है और जो आपकी conjunctival superficial layer है ये दोनों ही मिला कर बनाते हैं ocular surface और ये जो ocular surface बन रहा है ना ये एक तरह से barrier का काम करता है drug को permeate नहीं होने देता, penetrate नहीं होने देता, absorb नहीं होने देता I repeat ये जो ocular surface barrier है ये बनता कैसे है ये बनता है corneal and conjunctival superficial layer से मिलकर इन्ही की वज़े से यहाँ पर लिखा है this created defense barrier against permeation from undesirable molecule देखो यह जो बन रहा है ना ocular surface barrier इसकी वज़े से अब कोई भी permeation नहीं होता है और यह जो barrier बन रहा है यहाँ पर corneal surface होती है 5% और conjunctival surface होती है 95% अगर मैं यहाँ पर बात करूँ तो यह होती है 5% यह होती है 95% ठीक है आउट आउट आउट दूसरा है आपका ओकिलर वॉल बेरियर, अब यहाँ पर ध्यान से सुनना, स्क्लेरा और कोरोइड, कोरोइड जो होता है न, स्क्लेरा के जस्ट नीचे जो मिलता है वो कोरोइड ही है, देखो कोरोइड, बिनित स्क्लेरा, यह जो कोरोइड होता है, यह हाईली वेस्कुलर टी उसे प्रॉपर या नहीं बोलेंगे प्रॉपर ही है वो ठीक है I just cross check तो मैं आपको बोल रहा था तो इसके नीचे जो मिलता है वह यहां पर लिखा है बिनित इसके अधिक कोरोइट जो होता है हाइली वेस्कुलर होता है इसके थिकनेस मैंने आपको बता दी और यह तीन लेयर से बनता है यह भी मैंने आपको बता दिया उसकी बाद इसकलेरा की बात करें तो कंटेन इस्ट्रोमा मेड ऑफ बंडल अफ कोलाजन एंड फाइब्रो ब्लास्ट किस से से बनता है कोलाजन के बंडल से और फाइब्रो ब्लास से मिलकर बनता है और इसकी थिकनेस होती है 0.3 से लेकर वन एमेंट तक तो यह दोनों मिलकर जो है ऑकिलर वॉल बेरियर बनाते हैं जो कि ड्रग को पेनेक्ट्रेट नहीं होने देते उसके बाद आता है रेटिनल बेरियर देखो ब्लड रेटिनल बेरियर यह तो आपने सुना होगा यह जो आपका ब्लड रेटिनल बेरियर होता है यह बनता है एनर और आउटर ब्लड रेटिनल बेरियर से मिलकर यह देखो अगर मैं ब्लड रेटिनल बेरियर को खोल के देखो ना तो यहाँ पर एक तो inner होता है एक outer part होता है अब दोनों को देखते हैं outer part को भी देखते हैं और inner part को भी देखते हैं I repeat यह जो blood retinal barrier था यह inner और outer part से मिलकर बनता है अब देखो outer part में क्या होता है और inner part में क्या होता है अगर मैं बात करूँ outer blood retinal barrier की तो यह बना होता है tight junction से composed of tight junction of retinal pigment epithelium cell कौन से cell होती है retinal pigment epithelium cell और अगर मैं बात करूँ inner वाले part की inner blood retinal barrier की तो यह बना होता है आपके retinal capillary endothelial cell यह किस से बना होता है retinal capillary endothelial cell तो यहाँ पर बस इतना साथ आपको याद रखना है कि जो retinal barrier होता है या फिर आप बोलेजे blood retinal barrier होता है वो दो parts से बिलकर बनता है outer inner outer बनता है composed of tight junction of retinal pigment epithelium cell inner बनता है comprises of retinal capillary endothelial cell अब यहाँ पर आपको दो तो तरह की सेल देखने को मिलती है एक तो होती है एस्ट्रोसाइट एक होती है मुलर सेल यह दोनों जो है टाइट जंक्शन को सपोर्ट प्रोवाइड करती है यह जो आपको टाइट जंक्शन देख रहा है इस टाइट जंक्शन को सपोर्ट प्रोवाइड करने का काम होता है अगर मैं बात करूँ उसमें से भी Astrocyte की तो Astrocyte help to maintain integrity and also enhance the barrier property of retinal endothelial capillary तो ये बात ध्यान रखना कि barrier property में लिख किसकी वज़े से आ रही है एस्ट्रोसाइड की वज़े से यह एनांस कर रहा है बेरियर प्रोपर्टी को उसके बाद होता है विट्रस बोडी तो इट ओक्यूपाई वॉल्यूम अबाउट 4.5 एमल और ड्रग आर रैपिडली एलिमिनेटेड यह पीछे वाला चम्बर यह विट्रस चम्बर है ना फिर रेटिना वगेरा आता है तो यह जो विट्रस चम्बर मैंने आपको बताया था ना यहां से जो है ड्रग जो है एलिमिनेट हो जाती है ठीक है तो यह भी एक तरह क्या हो गया बीरियर हो गया नेक्स्ट है आपका लेक्राइमल फ्ल्यूड, तो यह जो लेक्राइमल फ्ल्यूड है, नाम से पता लग रहा है, आसू की बात हो रही है, तो इट इज आ एक्वस फ्ल्यूड, विच मेंटेन आईसोटोनिसिटी, देखो यह जो लेक्राइमल फ्ल्यूड होता है न, यहाँ प दे दे रहा है उसको साइट अफेक्शन तक नहीं पोषण दे रहा उसको एब्जॉर्व नहीं होने दे रहा कई तरह से हम बोल सकते हैं ठीक है तो यह लेकरामल फ्लूट किस तरह से काम करता है मैंने आपको पहले बता दिया जिसे मान लीजिए आपकी आंख है यहां पर आपने दवाई लगाई तो दवाई लगाने से क्या होगा कि जैसे आप टॉपिकल एप्लीकेशन करोगे जैसे आप सर्फेस पर दवाई लगाई लगाई लगा इतनी active रहेगी ही नहीं उसके बाद drug का absorption diminish हो जाएगा और जब absorption ही नहीं होगा तो action ही नहीं आएगा bioavailability ही नहीं आएगी कोई pharmacological action ही नहीं है बेकार है सब ठीक है तो इस तरह से काम होता है यह एक तरह का barrier है और यह जो है rapid clearance कराता है drug की रैपिड क्लियरेंस ओफ ड्रग बाय लेक्रिमेशन एंड नेजो लेक्राइमल ड्रेनेज अगर नेजो लेक्राइमल ड्रेनेज की वजह से नाक से भी निकल जाती कई बार ड्रग ठीक है आसू से नाक से अगर इनसे ड्रग निकल रही है तो ड्रग एब्जोबी नहीं हुई भले माना मैंने ड्रग को देना है आख में, पर डिपेंट करता है ना कि सॉलिबिलिटी क्या है, पीएच क्या है, पीकेए क्या है, पार्टिशन कोफिशेंट क्या है, उसी भी आप पे ड्रग जो एब्जोब होता है, फर्थर एक्शन आता है, तो सॉलिबिलिटी ओफ ड्रग तो सॉलिबिलिटी ऑफ ड्रेग पर भी डिपेंड करता है कि वह अंदर जाकर एब्जॉब होगा नहीं होगा लाइक पी एज पार्टेशन कॉफिशेंट पी के ए एंड ड्रेग पर्मियबिलिटी आयोनाइजिशन अनायनाइस फॉर्म डिपेंड करता है सब पर उसक देखो हमारी आख में जो cornea होता है ना outer bulging part वो होता है negative charge का और अगर हमारा cornea negative charge है ना तो हमें drug देनी चाहिए positive charge वाली ताकि वो फटा-फट absorb हो जाए क्योंकि opposite charge attract each other तो यहाँ पर लिखा है corneal epithelium bears a negative charge that's why ketinic species जो होती है drug की वो फटा-फट पेनिट्रेट कर जाती है पोजिटिव चार्ज वाली ड्रग फटाफट पेनिट्रेट कर जाती है आप सभी यह जानते हैं कि जितना जग ड्रग जो है जदा लिपोफिलिक नेचर का होगा उतना ही ड्रग जो है इजिली परमियेट हो जाएगा जो आउटरमोस्ट आपका कोणिया लिपिथिलियम है ना पर इनर स्ट्रोमल लेयर अफ कोणिया अगर मैं बात करूँ inner stromal layer of cornea की तो वहाँ पर सिर्फ hydrophilic drug ही आएगा तो ध्यान रखना अलग-अलग जगे पे अलग-अलग drug का nature जो है काम आता है outermost corneal epithelium is tend to permeate only lipophilic drug whereas inner stromal layer of cornea permeate hydrophilic drug तो जो एक optimum value होती है आपके partition coefficient की वो होनी चाहिए 2 to 4 ODDS की ठीक है उसके बाद बात करते हैं final और last molecular weight and size of drug तो आपका जो molecular weight होता है वो 500 delta n से कम होना चाहिए तब जाके आपकी drug जो है radially absorb हो जाएगी penetrate हो जाएगी और diameter जो है 2 nm से कम होना चाहिए ठीक है molecular weight की बात हो गई size की बात हो गई 2 nm से कम होना चाहिए चलिए आगे चलते हैं यहाँ पर आपको बढ़िया सा फ्लो चार्ट बता रखा है कि सबसे पहला बेरियर कौन सा आता है मालिजिये मैं ड्रग जो है आखों में डालने वाला हूँ यह मेरी ड्रग है इसको मैं आखों में डालने वाला हूँ तो ड्रग जब आखों में जाए� यह तरह के barrier आते हैं line से इधर से इधर ड्रग जो है permeate हो रही है तो ड्रग के permeation में यह सारे barriers आते हैं उसके बाद यहाँ पर आपको लिखा है कि इतने तरह के barrier पढ़ ले चलो इनको बचने का तरीका पढ़े हैं कि कैसे हम अमरी ड्रग को अंदर पहुचाएं तो सबसे पहला है injection लगा दो जहाँ पर लगाना है exact उसी site उसी जगे पर injection लगा दो सीधी सी बात है particular target पर लगा दो दूसरा NDDS बना लो जैसे microparticle, nanoparticle, liposome, niosome जब आप NDDS बना लोगे तो बहुत बढ़िया बात है फिर तो बेटर परमियबिलिटी, बेटर ट्रीटेबिलिटी, ड्रग का जो रिलीज होगा वो भी सस्टेन रिलीज होगा, ठीक है, एक्शन भी अच्छा आएगा, तो ये सब आप कर सकते हैं, या फिर आप माइक्रो नेडिल, हाइड्रो जेल, कॉंटेक्ट लेंस, इंसर्� जो कि मैंने आपको लिखा है नीचे control release में ठीक है आगे चलते हैं आप alternate drug delivery routes को try कर सकते हैं जिसे आप दे सकते हैं intravitral injection यहाँ पर हम क्या करते हैं deliver the drug directly into vitreous humor जिसमें हमने क्या करा cornea और sclera दोनों को avoid कर दिया यह दोनो barrier को avoid कर दिया सीधा injection के थूँ हमने हमारी drug को deliver कर दिया vitreous humor में पर इस case में क्या हो सकता है, cataract हो सकता है, ध्यान रखना cataract are the adverse effect, यह ध्यान रखना, तो हमने क्या करा, intravitreal injection से drug को deliver कर दिया directly vitreous chamber में, जिसकी वज़े से हम 2 barrier से बच गए, नियोरिस्कलेरा बट इस कंडीशन में कैटरेक्ट जो है एक एडवर्स एफेक्ट के तरह यहाँ पर शो हो सकता है उसके बाद है आपका सब कंजक्टिवल इंजेक्शन यहाँ पर हम क्या करते हैं यह ड्रग इस डिलिवर्ड बिनित द कंजक्टिवल मेम्रेन to reach sclera drug को हम कहाँ पर डालते हैं beneath the conjunctival membrane क्यूं ताकि वो sclera तक पहुँच जाए और इसका जो side effect है वो IVI से कम है ये जो IVI था न इससे इसका side effect कम है मतलब जो sub conjunctival injection है इसका side effect कम है as compared to IVI then next is intracameral injection it is generally employed for anterior segment procedure अगर हमारी आगों में जो anterior segment वहाँ पर अगर हमें कोई भी प्रोसेजर को परफॉर्म करना है जैसे कि मान लीजिए एग्जांपल दो तो अगर हमें कैटेरेक्ट सर्जरी करनी है तो कैटेरेक्ट सर्जरी में आपको काम आता है इंट्रा कैमरल इंजेक्शन जो के अफिशेंट होता है कोस्ट एफेक्टि और भी कई तरीके हैं आप प्रोड्रग बना लो प्रोड्रग आपको पता है कि शुरू में इनेक्टिव होती है बाद में जाकर एक्टिवेट हो जाती है जैसे एक एक्जांपल दू तो डिपी विफिन इस प्रोड्रग ओप एपिनेफरिन ठीक है और इट एक्जबिट बे� उसकी बाद है penetration enhancer, देखो, कई तरह के penetration enhancer आप यूज़ कर सकते हैं, जैसे chitosan, chitosan is found to be suitable for ocular drug solution and gels due to its bioadhesive and permeability enhancing property, आप chitosan को यूज़ कर सकते हैं, यूज करिए पेनेट्रेशन एनांसर की रूप में इसकी बायोडेसी प्रोपर्टी अच्छी है पर्मियोबिलिटी प्रोपर्टी अच्छी है तो इसकी वजह से अच्छा से पेनेट्रेट करवा देगा ड्रग को तो पेनेट्रेशन एनांसर यूज कर सकते हैं पर उ injection, intracameral injections और आप microparticle nanoparticle, liposome, niosome hydrogel, contact lens, insert, implant microneedle इन सब को यूज़ कर सकते हैं ताकि आप barrier से बस सके और भी चीज़े हैं जिसे आप viscosity enhancer को यूज़ कर सकते हैं जिसे माले जी ये आख है आख में अगर drug viscous होगा, लगा रहेगा कि वो contact में रहेगा और अगर वो contact में रहेगा तो कहीं न कहीं वो absorb होना भी start हो जाएगा क्योंकि वो contact तो यहाँ पर लिखा है अगर आपने विस्कोसिटी अच्छी रखी तो विस्कोसिटी अच्छी रखने की विज़े से उसका elimination जो है slow हो जाएगा क्या वो निकलेगा क्या फटा फटा नहीं निकलेगा गाड़ा है वाई विस्कस है निकलेगा ही नहीं और वहाँ पर residence time उसका प्रोपाल सेलिलोस अर्थ एग्जांपल पॉलिमर यूज़ एज विस्कोसिटी एनआंसर उसके बाद माइक्रोएमोल्शन हो गया लाइफ ऑफ हो गया जो कि आप यूनिट फॉर में ऑलरेडी पढ़ चुके हैं एंडीडीएस में यह सारा पढ़ चुके हैं नायोसोंस हो गया नेनो पार्टिकल हो गया न कि उसके बाद आपको ऑकुलर फॉर्मलेशन यहां पर दे रखा है आपको पता है कि कन्वेशनल डोजेस फॉर्म जो है इसे काम नहीं कर रहे थे तो हम और डिएस पर शिफ्ट हुए तो यह कन्वेशनल डोजेस फॉर्म के बारे कुछ खास है नहीं जो खास था जो में था वो हमने पढ़ लिया उसके बाद आपको यहाँ पर दे रखा है दरिसेंट फॉर्मिलेशन ट्रेंड डेट आफ करेंटली बिंग एक्सप्लोर आरेस फॉलोस अब जो रिसेंट फॉर्मिलेशन से वो क्या क्या है जैसे कि पॉलिमरिक सॉलूशन हो गया अब यह पॉलिमरिक सॉलूशन हम क्यों बनाते हैं देते हैं, bioavailability of topically applied peptide and protein, जो peptide हैं, जो protein है, जो कि हम topically applied कर रहे हैं आखों पे, उसकी bioavailability बढ़ाने का काम होता है, ocular penetration and answer, नाम से पता लग रहा है, penetration and answer, पेनेट्रेट करने के लिए आखों में, polymeric solution, ठीक है, अब next topic आता है OcuSerts और ये जो OcuSerts होता है कभी-कभी 2 marks ये 5 marks में पूछे जाता है तो एक पर देख लो ये जो OcuSerts होते हैं या फिर आप बोल लो Ocular Inserts होते हैं are defined as a sterile preparation सबसे पहले तो ये sterile preparation होती है तो free from micro फ्री फ्रॉम कंटामिनेशन फ्री फ्रॉम फॉरेंड पार्टिकल होती है दूसरा मल्टी लेड होती है सॉलिड भी हो सकती है सेमी सॉलिड भी हो सकती है यह इस तरह की डिवाइस है जो कि हम प्लेस करते हैं कहाँ पर कंजक्टिवल सेक में जिसको बोलते हैं किल्डी सेक ठीक है कल DSEC जिसका size और shape जो है specially design किया जाता है ताकि वो ophthalmic application में काम आ सके I repeat, OCCISERT या फिर Ocular Insert यह एक तरीका sterile preparation होता है जो की multi-layered होता है, solid या semi-solid हो सकता है यह इस तरीके device होते हैं जो की हम conjunctival SEC में place करते हैं और इसकी size और shape जो है इस तरह से design की जाती है कि यह ophthalmic preparation में काम आ सके यहाँ पर मैंने बात करी हुई है कि यह जो आक्योसाइट्स होते हैं यह डिलीवर करते हैं जो आपके ड्रग होता है उसको कॉंस्ट्रेंट रेट से बाई डिफ्यूजन मेकेनिज्म हो देखो सीधी सी बात है और किसार्ट से तो ड्रग तो जो है कॉंस्ट्रेंट रे� ठीक है तब ही अच्छा काम करेंगे अब इसकी वज़े से क्या होता है औकिसर्ट्स इंक्रीज कोडनियल कोंटेक्ट टाइम और मैंने आपको बोला कि जितनी जदा कोंटेक्ट में रहेगा उत्ते ही जदा चांस है कि ड्रग का एब्सोब्शन होगा प्रोलोंग डूरेशन आफ एक्शन उसके बाद यहाँ पर आपको दे रहा है जनरली all type of occupants consist of three components तीन चीजों से मिलकर बनता है एक तो central drug reservoir अब नाम से पता लग रहा है drug reservoir मतलब drug यहाँ पर भर भर के है दिरे दिरे release होती रहेगी उसके बाद है rate controlling membrane आपको पता है rate controlling membrane क्यों यूज़ करी जाती है ताकि drug जो है इसमें से धीरे धीरे release होती जाए नाम से पता लग रहा rate controlling membrane drug के release rate को control करने वाली membrane तो एक तो हो गया central drug reservoir मतलब drug बरबर के है एक हो गया rate controlling membrane जो कि drug के release rate को control करती है और एक हो गया an outer anvil ring meant for easy handling इजी हेंडलिंग के लिए एक आउटर हमने एन्वल रिंग लगा रखी है तो यह इसका डाइग्राम होता है ठीक है फिर आपको बता रखा है आप्थेल्मिक इंसर्ट जो होते हैं तीन सरे से होते हैं इनसोलिबल सोलिबल बायोरेडिबल देख लेना यह छोटा सा क्लासिफि औकिलर इंसर्ट्स के या औकिसर्ट्स के यह पांच में अलग से आता है तो फिर आपको इसका डाइग्राम बनाना है इसके बारे में बताना है और इसके एडवांटेज डिस एडवांटेज भी मैंने अच्छे कासे आपको दे रखे हैं फॉर्मुलेशन भी बता रखे है ता ठीक है और यहां से जो ड्रग है वो दिरे दिरे रिलीज होता है क्योंकि यहां पर रेट कंट्रोलिंग मेमरेन है तो कॉंस्टेंट रेट से ड्रग रिलीज होगा यह मैंने आपको बता दिया एक्यूरेट डोजिंग है ठीक है और रेडक्शन आफ सिस्टमिक अब्सॉप्श लोकल एक्शन दे रहा है और लोकल एक्शन ही होने चाहिए था मैं ठीक है वही यह काम कर रहा है side effect भी काम है shelf life भी अच्छी है exclusion of preservative thus reducing the risk of sensitivity reaction preservative की ज़रूरती नहीं है तो sensitivity reaction होगी नहीं आखों में आख बड़ी sensitive हमारी ठीक है तो सब चीज़ दिखनी पड़ती है फिर यहाँ पर characteristics दे रहे हैं आक्योसाइट्स के या ओक्यूलर इंसाइट्स के देखो यहाँ पर तो अच्छे से फेका हुआ है देखो बायो स्टेबल होना चाहिए बायो कंपेटिबल होना चाहिए नॉन टॉक्सिक होना चाहिए नॉन कार्सिनोजनिक होना चाहिए हम जो आखों में लगा रहे हैं, अक्यूसर्ट्स, क्या वो हमें कैंसर कर दे? नहीं, क्या वो हमारे लिए टॉक्सिक हो?

नहीं, क्या वो बायोस्टेबल हो? बिल्कुल, वो बायोस्टेबल हो, हमारी बोडी में जाके खराब ना हो, हमारी बोडी क they are non-toxic and non-carcinogenic and they release the drug at a constant rate they are non-immunogenic and non-mutagenic क्या वह उमारी बोड़ी में जाके mutation करे? नहीं नहीं क्या वह उमारी बोड़ी में जाके immune cells से disturb करे?

नहीं तो non-immunogenic, non-mutagenic, non-toxic, non-carcinogenic and biostable and biocompatible and they release the drug at a constant rate good mechanical strength अच्छे मजबूत हो ऐसा नहीं कि जल्दी तूट जाए एजिली इस्टेलाइजेबल अच्छे से इस्टेलाइल कर सकें बहुत आसानी से इस्टेलाइल हम कर सकें मैनुफेक्ट्रिंग इसकी इजी है और यह ज़्यादा महिंगा भी नहीं है और इसमें हम बहुत तरह की ड्रग को इंकोपरेट कर सकते हैं ठीक है उसकी बाद they do not interfere with vision हमारे देखने से भी यह जो आँकों में हम लगा रहे हैं interfere नहीं करता है vision के साथ अब इसके formulation method दे रखे हैं, यह देखो कितने अच्छे points हो गए ना सारे, इसके formulation method दे रखे हैं, जिसे आपका solvent casting method हो गया, glass substrate technique हो गई, melt extrusion technique हो गई, अब मैं आपको एक melt extrusion technique बता देता हूँ, वैसे तो काम नहीं आएगी, फिर भी सुन लो, सबसे पहले जो यह melt extrusion technique होती है ना, यह solvent casting technique की या फिर आप बोल लीजिए solvent casting method का एक alternative method है, melt extrusion technique, ठीक है यहां पर हम क्या करते हैं यहां पर हम यूटिलाइज करते हैं नोन ऑर्गेनिक सॉल्वेंट्स को इस प्रोसेस में हम लेते हैं पॉलिमर और कुछ अधर कंपोनेंट जिनको हम करते हैं मेल्ट देखो यहां पर लिखा है कि हमने लिया पॉलिमर या फिर कुछ अधर component जिसको हमने किया मिल्ट और मिल्ट करने के बाद हम उसे पास कराते हैं एक डाइ से ताकि फिल्म प्रेपेर हो जाए तो सबसे हमने हमने लिया पॉलिमर पॉलिमर के साथ हमने लिए अधर कंपोनेंट उसको हमने करा मिल्ट उसको मैं पास कराया डाइ से ताकि एक film जो है prepare हो जाए, और ये जो film prepare होती है, इसको हम अपने according trim कर लेते हैं, this approach is not for thermo liable substance, ये जो approach होती है, melt exclusion, ये thermo liable substance के लिए बिल्कुल भी नहीं होती है, ठीक है, तो इस तरह से आप बना सकते हैं, बहुत easy theories हैं, बहुत easy characteristics हैं, advantage हैं, और इसके diagram है, और hockey sets का general introduction है, I think 5 marks के लिए ये तो sufficient है, अब ये आपका हो गया है पूरा ophthalmic वाला part अब चलते हैं intrauterine पे देखो IUD देखो ये आप पहले भी पढ़ चुके हैं अरे सर अभी तो topic इस टाट नहीं हुआ हमने पहले कहां पढ़ लिया अरे IUD आपने पढ़ा हुआ है आपने HAP में पढ़ा हुआ है आपने class 12 में पढ़ा हुआ है reproduction पढ़ा था ना वो तो अच्छे से याद रहेगा तो बेटा reproduction रोकने के लिए जो use कर रहे हैं आईओडी है ठीक है यह आपका स्पर्म हां सर हमारा ही है और यह उनका ओवम अब यह किन का है वो तो आप ही को पता है सबका अपना-अपना तो यह ओवम है यह स्पर्म है इनके मिलन को रोकना है क्यों सर अरे भाई शादी की बाद मिलन अच्छा है पहले मिलन अच्छा नहीं है इनका तो इनके मिलन को रोकना है तो उसके लिए यूज़ करो IUD इंट्रा यूटेराइन डिवाइस ये क्या करते हैं ये जो है फर्टिलाइजेशन को रोकते है स्पर्म और ओवम के मिलने को रोकते हैं तो इसके मिलन को रोकना है और इसके मिलन को रोकने के लिए वी यूज़ IUD इंट्रा यूटेराइन डिवाइसेस तो यहाँ पर लिखा है, इंट्रा यूटेरा और डिवाइजेस, IUD is a small object which is placed in the uterus through the cervix root to avoid pregnancy. महिलाओं में, cervix root के थूँ हम uterus में लगा देते हैं IUD. I repeat, females में, cervix root के थूँ हम uterus में लगा देते हैं IUD को, जो की prevent करता है pregnancy को.

कैसे प्रेवेंट करता है इस बिचारे स्पर्म को इस बिचारे बिचारा क्यों बोल रहा हूं क्योंकि मिल नहीं पारा ना अगे जाके तो इस बिचारे स्पर्म को ओवम से नहीं मिलने देता पताओ कितना बुरा आदमी है बीच का बेरियर है ना ये मिलने देगा ना ये ब ठीक है, the IUD can be removed easily by pulling string gently using forceps, देखो यह जो forceps होता है न, इससे आप easily IUD को निकाल सकते हो, क्योंकि वहाँ पर क्या होता है, IUD में thread होता है इस तरह से, अगर मैं आपको diagram दिखाऊं, तो आप देखो चाहे हॉर्मोनल रिलीजिंग आयूडी हो चाहे कोपर रिलीजिंग आयूडी हो दोनों में आपको थ्रेड दिख रहा है नीचे दागा दिख रहा है लटका हुआ तो ये आयूडी जो है इजिली यहाँ पर विद दे हेल्प ओफ दिस थ्रेड ठीक है दायूडी केन बी रिमोव इजिली इस फोर्सेप की मदद से ऐसे पिक करके निकाल सकते हैं पता लगा कल को आप excited हो जाओ कि नहीं यार अब तो मैं कर लूँगा force app मेरे हाथ में लाओ निकाल लेता हूँ ऐसा नहीं होता भाई expert doctor, expert nurses चलो the effectiveness of IUD as a birth control is considered to be 99.2 to 99.9% approximately 100% पर कोई ना कोई lucky winner होता है जिसको IUD लगाने के बाद भी pregnancy हो जाती है क्योंकि उसका sperm इतना तगडा होता है ठीक है यह आयूडी बहुत कोशिश करती है अगर मैं आपको एक आइडिया दूना तो आयूडी कई तरह की कोशिश करती है पता है आयूडी क्या क्या करती है यह आयूडी जो है अलग-अलग तरह की होती है जैसे हॉर्मोन रिलीजिंग आयूडी कॉपर रिलीजिंग आय� भी कई तरह की होती है, hormonal, copper, non-medicated, medicated, कई तरह की IOD होती है, और यह जो IOD क्या करती है, यह sperm को inactivate कर देती है, sperm की mortality को खतम कर देती है, moment को खतम कर देती है, sperm के लिए, environment unsuitable बना देती है कि वो पहुँच नहीं पाए रास्ता खराब कर देती है फिर भी कोई sperm अगर पहुँच जाए तो वो सच्चा प्यार है ठीक है मतलब मजाग में बोल रहा हूँ फिर भी एक याद रखने का तरीका हो गया कि 100% तो नहीं है 99.2 से लेकर 99.9% तक IUD लगाने के बाद pregnancy हो ही नहीं सकती फिर भी 100% तो हम sure नहीं है ठीक है और ऐसा नहीं है कि भाईया आयूडी अगर फीमेल ने लगा ली तो आप स्टीडी और एड्स से बच जाओगे स्टीडी बोले तो सेक्स्वल ट्रांस्पिटेड डिजीज एड्स बोले तो एक्वाइड इमिनो डेफिशेंस सिंड्रोब वन अब द स्टीडी इनसे आ� अब देखो आयोडी का मैंने आपको पहले ही बता दिया फर्टिलाइजेशन को रोकता है ओवाम और स्पर्म को मिलने नहीं देगा कई तरह के आयोडी होती है जैसे मैं बात करो कर कोपर रिलीजिंग आयोडी की ठीक है नाम से पता लग रहा है कोपर रिलीजिंग मतलब इस तरह के आयोडी जो की कोपर को रिलीज करती है अब जब ये कोपर रिलीजिंग आयोडी कोपर को रिलीज करेगी ना कोपर आयन को जब रिलीज करेगी तो ये कोपर आयन जो होते हैं स्पर्म के लिए टॉक्सिक सावि� कि तो यह आईएडी जो कोपर रिलीजिंग आईएडी एक इस तरह से काम करती है कोपर रिलीजिंग आईएडी जो होती है कोपर को रिलीज करती है और यह कोपर जो है इस पर के लिए टॉक्सिक होते हैं ना रहेगा इस पर ना करेगा वह फर्टिलाइजेशन ना मिलेगा व कि यह क्या करती है यह हॉर्मोनल आईवीडी जो होती है यह आपके म्यूकस को बढ़ा देती है जैसे मान लीजिए आपकी पूरी वेजाइना है यह फैलोपियन ट्यूब है ना इस तरह से वेजाइना पनी हुई है तो यहां पर जब स्पर्म आएगा तो यह पर माया तो यहां पर क्या होता है म्यूकस म्यूकस म्यूकस हो गया तो इस पर के लिए रस्त इस पर के लिए रस्ता ही नहीं है क्योंकि यहां पर तो म्यूकस ही इतना कर दिया अनफेवरेबल इनवार्मेंट बना दिया तो बिचारा स्पम निकल ही नहीं पाएगा तो यहां पर लिखा है कि यह थिक कर देती है आपके सर्वाइकल म्यूकस को और इनिविट कर देती है स् अगर मैं बात करता हूँ advantage of IUD की क्या-क्या advantage होते हैं intrauterine devices के तो सबसे पहला long lasting एक बार लगाया IUD tension गतम अब बले कितना ही आप unprotected कर रहे हैं तो कोई problem नहीं है क्योंकि sperm तो active नहीं रह पा रहा इस पर तो फर्टाइल नहीं रह पा रहा इस पर तो मोटाइल नहीं रह पा रहा इस पर तो वायवल नहीं रह पा रहा इस पर जो है ट्रांसफर नहीं हो पा रहा फैलोपिन ट्यूब तक इस पर जो है फर्टिलाइज नहीं कर पा रहा एक को बहुत तरीके से लिख थकते हैं पर ये रिवर्सिबल कोंटर सेप्शन है मतलब कि अगर आपने आयूडी यह एक तरीका private method है, discrete method है, एक unique method है, Alexa method है, highly effective method है, safe है, इसका initial cost जरूर high है, जब इसको लगाओगे न, IUD को, तो पैसा तो लगेगा, पर बार-बार इसको निकालने की, लगाने की जरूरत नहीं है, यह एक बार लगा लो, आपका काम चलता रहेगा, तो इसलिए यह consider किया गया है, cost effective, यह convenient है, इसको रैपिडली रिवर्सिबल कर सकते हैं, मतलब कि अगर हमारा मन खतम हो गया कि नहीं अब तो यार बच्चा करना है तो अठा दो IOT, सीधी सी बात है, ठीक है, अगर हमें लंबे टाइम तक बेबी नहीं चाहिए तो उस कंडिशन में ऐसे बर्थ कंट्रोल बहुत ही अच् जो breast feeding होता है उसमें कोई ये effect नहीं करेगा उसमें भी interfere नहीं करेगा मतलब कि IUD का कोई दिक्कत नहीं है IUD का ऐसा नहीं है कि drug interaction करेगा ये breast feeding में दिक्कत करेगा ये sexual life में कोई दिक्कत करेगा ये कोई interfere नहीं करता ये बस sperm को दिक्कत करता है ठीक है the user has no बार बार ऐसा भी नहीं है कि यार जैसे अनप्रोटेक्टिट सेक्स से तो हमें ध्यान रखना पड़ता है ना प्रोटेक्शन यूज करना पड़ता है पर इसमें आयूडी लगाई तो इसे बार बार परेशानी वाली बात नहीं है अब जैसे माले जिये हमने बोला है सभी को कि हम दो हमारे दो यह जो slogan निकले थे उसमें हमने बोला था कि always use protections multiple sex partner अगर आप कर रहे हैं तो यह सब public की headache थी कि यार हमें protection use करना है ध्यान रखना है multiple sex partner नहीं करना है अब यहाँ पर IOD हो गया ना तो यहाँ पर हमें headache तो वो tension वाली बात नहीं कि अंदर IOD है इस विडियो को दिखाने से बहुत दिक्कत है आपका जो menstruation cycle है वो पूरा period बिगर जाता है तो अगर किसी को pill avoid करने है तो IUD लगा सकता है ठीक है तो IUD बहुत सही चीज है breast feeding के साथ interfere नहीं कर रहा drug interaction नहीं करवा रहा sexual life के साथ interfere नहीं कर रहा hormonal cycle को disturb नहीं कर रहा pills को avoid करने के सबसे best route है अगर इसके failure rate की बात करूँ तो सिर्फ 1-2% chances है इसके failure होने के ठीक है और यहाँ पर last में लिखा है a hormone releasing IUD इसको बोलते हैं मिरेना यह suitable for heavy menstrual bleeding यह बहुत ज़ाधा suitable सावित हुई है अगर आपको बहुत ज़ाधा heavy bleeding होती है तो आप यह वाली IUD लगाईए ठीक है अब देखो disadvantage दिक्कत तो है इतने सारे फाइदे देख लिये है तो आप दिक्कत भी देख लो improper insertion of IUD leads to uterus perforation अगर आपने किसी एरे गेरे doctor से या less expert या Lex Aspert Nurse से अगर आपने IUD को insert करवाया risk लिया तो उस condition में uterus फट सकता है आपका बहुत दिक्कत हो सकती है बहुत complications आ सकते हैं a trained medical professional should only insert and remove it अगर आपको लगाना है या आपको निकलवाना है तो सिर्फ और सिर्फ trained medical staff, trained medical professional और we can say a registered medical practitioner वो भी trained experienced ही इस काम को करेगा in the first 3 to 6 month the user undergo longer, heavier and sometime painful menstrual bleeding देखो इस line का मतलब सेदा सा है कि किसी भी महिला ने अगर IUD लगवाया तरविक्स के त्रू तो स्टार्टिंग के 3-6 महीने में उसको लॉंगर हेवियर और पैनफुल मेंस्ट्रल ब्लीड हो सकता है ऐसी कोई प्रॉब्लम वाली बात नहीं है जादा ना सोचे समटाइम स्पोर्टिंग और लाइट ब्लीडिंग अकर इन बिट्विन पीरियट्स प ठीक है इतना सोचने वाली बात नहीं है परेशान होने वाली बात नहीं है अगर आप IUD यूज़ कर रहे हैं तो इस सारी बाताएं आपको याद रखनी है क्योंकि इस सारे दिक्कत वाली बातें हैं डिसडवांटेज यूज़ ओफ लेवन अगेस्ट्रेल में रिजल्ट इन अन्प्रेडिक्टेबल ब्लेडिंग लास्टिंग फोर अबाट फोर मंथ ऑफ यूज़ अगर आपने आयूडी यूज़ किया है लेवन अगेस्ट्रेल भी एक तरह का आयूडी अभी मैं आपको बताऊंगा तो उस कं होती जाएगी इन द इनिशियल फर्स्ट येर अरांड 20 परसेंट वुमन एक्सपीरियंस एमिनोरिया एप्सेंस ऑफ मैस्ट्रॉल ब्लीडिंग अलग-अलग कंडीशन है देखो किसी में ब्लीड ज्यादा हो रहा है हेवी हो रहा है पैंट फॉल हो रहा है किसी में हो नहीं रहे तो यह साइड एफेक्ट है और भी साइड एफेक्ट है हैडएक होगा मोड स्विंग होगे नोजिया होगा बैक पेन हो� तो ये सारे आपको side effect देखने को मिल सकते हैं और IUD की वज़े से PID भी हो सकता है अब ये PID क्या है? IUD तो सलो समझ में आता है intra-uterine devices तो IUD की वज़े से PID भी हो सकता है PID stands for pelvic inflammatory disease और अगर pelvic inflammatory disease हो गई तो infertility हो सकती है फिर मां कभी मां बन ही नहीं पाईगी ठीक है? तो ये सारे disadvantage है तो कुछ बुरी बात है उसके बाद यहाँ पर आपको दे रखा है कि कई तरह की IOD होती है जैसे कि non-medicated IOD, copper releasing IOD, hormone releasing IOD, अब देखो, one by one देखते हैं और यह IOD को हमने किस basis पर classify किया है, there are three type of IOD depending on their mechanism of action, किस तरह से IOD अपना काम कर रही है, intra-uterine devices अपने काम कर रहे हैं, उस basis पर हमने IOD को तीन तरह से सबसे बहुत बात करते हैं non-medicated IUD की तो यह जो non-medicated IUD होती है यह plastic की बनी होती है या metal objects की बनी होती है जो की uterus में place की जाती है यह किस तरह से काम करती है non-medicated IUD किस तरह से काम करती है non-medicated IUD work by modulating the environment of uterus देखो सीधी सी बात है यह uterus है यह sperm आ रहा है अगर इस sperm को suitable environment मिला तो ये तो आगे बढ़ जाएगा, फेलोपिन ट्यूथ तक पोड़ जाएगा पर इस sperm को suitable environment नहीं देना है यहाँ पर mucus का secretion बढ़ा देना है जब sperm यहाँ पर पोड़ जी नहीं पाएगा, आगे बढ़ी नहीं पाएगा तो अंडे से क्या ही मिलेगा तो ये क्या करते हैं यूट्रेस का environment modulate कर देते हैं alter कर देते हैं, change कर देते हैं किस तरह से करते हैं they cause a sterile inflammatory response by producing a minor degree tissue injury ये क्या करते हैं ये tissue को injure करते हैं टीशू को इंजर कर रहे हैं हां भाई ध्यान से सुनो यह जो नोन मेडिकेटेड आयोटी होती है यह टीशू को इंजर कर देती है टीशू इंजरी कर देती है अगर हमारी बोडी में कहीं भी कुछ इंजर होता है खराब होता है किसी को नुकसान पहुँचता है तो इम्यून तो इस तरह से immune cells से खतम करवा देती है हमारी non-medicated IUD sperm को कितना दिमाग से काम हो रहा है देखो example की बात करूँ तो lips loop ये best example non-medicated का उसके बाद है आपका copper releasing iod यह तो मैंने आपको बता दिया copper release करके इस pump की motility को suppress कर देती है बस उतना ही काम है इस pump की fertilizing capacity को कम कर देती है इसके example यहाँ पर है CUT, CU7, Multiload 375 उसके बाद है आपका hormone releasing IUD तो ये देखो hormone को release करती है hormone releasing IUD suppress sperm motility by making the cervix hostile मतलब की cervix को unfavorable बनाना एक तो माली जिस पर हाँ आ रहा है रस्ता एकदम खुला है, cervix एकदम खुला है कि भाईया आओ तो वो तो अंदर चला जाएगा अमाली जिस cervix को बेकार अस्ता बना दिया mucus भर दिया या और भी कोई problem कर दी sperm अंदर जाए नहीं पा रहा कि ठीक है कैसे कैसे नहीं जा पा रहा क्योंकि उसको म्यूकस वाला बना दिया उसको थिक बना दिया उसको इस तीगी बना दिया जिसकी वजह से स्पम नोट एबल टू डीज द यूट्रस इस पंप पहुंच नहीं पाएगा इसके एग्जांपल हो गए एलेंजी 20 और प्रोजेस्ट्रेट प्रोजेस्� कि अब यहां पर आपको कोपर्टी के एडवांटिस दे रखे हैं डिसेडवांटिस दे रखे हैं हॉर्मोनल के एडवांटिस दे रखे हैं वहीं सरी बातें मेकनिज्म अपेक्शन मैंने आपको बता दी यह देखो एक्जैक्ट यह होती है इस तरह से लगी होती है ठ देते हैं और इसको expert doctor nurses ही लगाती है क्योंकि अगर ये गलत लग गया तो फिर ये uterus को फाड सकता है प्रॉब्लम हो सकती है इनके diagram याद रखना hormonal और copper में देखो copper में आपको इस तरह से spiral दिख रहा है चलो आगे contra indication देखते हैं कि तो जिसको irregular bleeding होती है न इसकी वज़े से और irregular bleed होगा या किसी को pelvic infection है तो उसको भी नहीं लगवाना चाहिए क्योंकि मैंने आपको बोला कि IUD की वज़े से PID होने चांसेस हो सकते हैं pelvic inflammatory disease अब किसी महिला को पहले से pelvic inflammatory disease है तो उसको IUD थोड़ी ना देंगे हम लगाने के लिए तो एक तो irregular bleeding है उसको मना कर दो IUD का जिसको पहले से pelvic inflammatory disease है उसको भी मना कर दो और किसको मना कर सकते हैं?

भाई जिसको painful menstruation पहले से होता है, पहले से उसको दर्द भरा, बहुत ही दर्द भरा periods आते हैं, तो फिर उसको पहले से मना कर दो. या किसी को आई नहीं रहे साइज है, तो उसको भी मना कर दो. तो ये सारी condition है, contraindication वाली, कि किन females को में मना करना होता है, उसके बाद आता है डेवलप्मेंट वाला पार्ट कि यह IOD आई कैसे मार्केट में ऐसा तो है नहीं कि किसी ने बस एकदमी लाउंच कर दी IOD पहले बहुत सारी बाते हुई होगी न यार कि यार IOD को लाना है पहले लोगों के दिमाग में कैसे आया कि यह IOD है क्या पर यह IOD को दिमाग में आया कैसे उसके बारे में जानते हैं देखो टॉपिक का नाम ही है यह डेवलप्मेंट आफ इंट्रा यूटर एंड डिवाइसेस तो इसकी हिस्ट्री तो अभी तक अन्क्लियर है फिर भी अगर मैं बताऊं तो प्रायर टू 20 सेंचुरी ऐसा कोई भी एविडेंस हमारे पास नहीं था जैसे female body है, female body में हम cervix के थूँ uterus में लगा रहे हैं ना IUD, तो IUD क्या है, foreign particle है, एक तरह से foreign object है, तो prior to 20th century ऐसा कोई भी evidence नहीं था, कि यह जो foreign object है, यह जो IUD है आज की तारीक में, जो भी पहले foreign object हुआ करता था, कि ऐसा कुछ नहीं था, ऐसा मान ही नहीं सकते थे पहले कि फिर middle spreaders ने क्या करा, ये बड़े गंदे लोगे नोंने क्या करा, camel को लिया, किसको लिया, camel को, और female camel में, female camel में, जो uterus होता है न, वहाँ पर ये नोंने पत्थर भर दिये, बताओ, पत्थर लगा दिये, pebble से, stones लगा दिये, कि अब pregnant नहीं होगी, ऐसे काम करें नोंने, फिर 1990 ने, 2009 में doctor Richard Richter आए जिन्नोंने IUD को exactly discover किया इन्नोंने idea दिया कि आप क्या करो आप insert कर दो ring like structure जो की बनी होती है silkworm gut की और कहाँ पर insert कर दो uterus में तो documented the idea of inserting a ring made up of silkworm gut into the uterus, सबसे पहले 1909 में Dr. Richard उसके बाद 1920 में काल ने और अन्नेस ने अन्नेस ग्रेफिनबर्ग ने ये similar theory दी थी, IUD constructed from silkworm gut and flexible metal wire बस यहाँ पर extra ग्या आ गया, metal wire और example दे दिया इन्होंने, otaring ठीक है उसके बाद Dr. Jack Lips आए 1962 में देखो ये development की बाते हैं तो year by year scientist आते गए और अपना अपना काम करते गए Dr. Jack Lips आए इन्होंने क्या किया इन्होंने develop किया और insert किया first plastic device जिसका इन्होंने नाम दिया Lips Loop ठीक है 1962 की बात है यह जो लिप्स लूप है यह एक तरह का सिंपल डिवाइस था जो की पुश कर देते थे हम इंसर्टेड ट्यूब से एस्ट्रिंग अटेज विद दिवाइस फोर इस डेटेक्शन एंड रिमूवल और इस डिवाइस के साथ इस लिप्स लूप के साथ एक स्ट्रिंग अटेज कर दी थी हमने ताकि अगर इसको रिमूव करना है तो इस स्ट्रिंग से फोर सेप्स की मदद से हम रिमूव कर दे और इसे इंसर्ट करने में इसे डिटेक्ट करने में भी हमें पता लगता रहे कि यह एक्जेक्ट है कहाँ पर इस थ्रेड की मद� इन सर्चन एंड रिमूवल वॉज इजी एंड वॉज ऑल्सो इन एक्सपेंसिव और जिसका इनसर्शन था जो इसका रिमूवल था वह इजी भी था एक्सपेंसिव भी था उसके बाद 1969 अब यह कैसे याद रखोगे सर क्या बात करो इसको याद रखनी क्या जरूर होते है त बढ़िया चल गया पर बाद में क्या पता लगा कि वह या क्रेम्स आने लगे ब्लेडिंग तेज होने लगी पैन फूल होने लगी बहुत दिक्कत आने लगी तो डॉक्टर होवा टोटम इन्होंने क्या करा ट्राइट टू डिक्रीज 1970 में डॉक्टर एंटोनियो डॉक्टर एंटोनियो साहब आए इन्होंने डेवलप किया टी शेप डिवाइस ठीक है जिसमें प्रोजेस्टरोन था तो यह हॉर्मोन रिलीजिंग आयूडी हो गई है ना अब फिर एज रोबिन कंपनी थी इन्होंने आयूडी को मार्केटेट क तो वो शुरू में क्या थी हाईली एफेक्टिव थी कम प्राइस की भी थी पर तीन साल बाद क्या हुआ इसे मार्केट से वापस ले लिया गया तो ऐसा क्या खतरनाक कर दिया था इसने कि तीन साल में मार्केट से वापस बुला लिया गया देखो यहाँ पर इसकी जो स्ट्र अब बैक्टीरिया आने लगे, तो यहाँ पे बैक्टीरिया accumulation हो गया, जिसकी वज़े से PID हो गया, pelvic inflammatory disease, और अगर PID हो गया, तो मा जो है, कभी मा बनने लाइक ही नहीं रह जाती, तो भाईया इसको फटा फटा तीन साल के अंदर, जैसे जैसे ये case आने लगे, इसको वापि उस ताइम वो बहुत अच्छा था पर उसके लिए बहुत सारी दिक्कत आई थी कि जैसे PID हो गया था तो फिर आया आपके Dr. Grafenberg Letter made a modification by wrapping a pure silver around the ring अभी मैंने बोला ना कि वहाँ पर string पे कोई भी covering नहीं थी तो नोंने क्या करा?

Dr. Grafenberg ने पूरी silver लगा दी Pure silver अब pure silver लगाने से भी दिक्कत हो गई ब्लू इज ब्लेक में कन्वर्ट हो गई, सिल्वर का एब्सोप्शन हो गया हमारे अंदर पार्ट्स में, ठीक है पोड़ी में, यूट्रस में, तो वो दिक्कत हो गई, फिर हमने क्या करा कि यार डॉक्टर साहब ये प्यूर सिल्वर भी हटा दो, अब इस पर सिर्फ सिल ठीक है तो फिर बाद में हमने जर्मन सिल्वर वायर का यूज किया जो के अलोई का बना है और उसके बाद प्रेगनेंसी की जो चांसे से वो 1.6% तक कम हुए अब जाके पहली बार सक्सेसफुल काम हुआ उसके बाद और भी कई डॉक्टर आये जैसे डॉक्टर लेजर मरगिल्स 1960 में इनकी जो पहली पेशंट थी आपको सुनकर हिरानी होगी बताओ रिस्क देख रहे हो भाई का, माउंटेंड यू पीके बेटा था वो, भाईया बस का ही नहीं है, चलो एप्लिकेशन देखो यहाँ पर, एमरजनसी कॉंटर सब्शन है, आईयोडी, ट्रेट्मेंट फोर हेवी मैस्ट्रल ब्लीडिंग, हाँ जैसे कि प्रोजेस्ट्रोन आईय पेट सही कर दे जो पेलवेक में पेन हो रहा है उसको सही कर दे मिनोपॉजल हॉर्मोनल थेरेपी में काम आती है हैवी मैंस्टल ब्रीडिंग हो रही तो उसको रोकने में काम आती है एमरजन से कंटरसेप्शन जैसे माले जिया एंड प्रोटेक्टिट सेक्स हो गया तो पांच दिन के अंदर अंदर अगर अपने आयोडी लगा दी तो फाइनली आपका लेक्चर खतम हो चुका है, कम्प्लीट हो चुका है, NDDS आज हम कम्प्लीट कर चुके हैं और इसके बहुती बढ़िया hand written notes मैं आपको प्रोवाइट करूँगा application पर, ठीक है, यह बस मैं आपके लिए इसलिए लाया हूँ क्योंकि मुझे यह लेक्चर कम् लेक्चर से रिलेटर अगर आपको कोई भी डाउट है तो आप कमेंट सेक्षन में कमेंट कर सकते हैं और बहुत देर हो चुकी है लेक्चर में बट हाँ आज हमने हमारी यूनिट को कमप्लेट कर दिया है हमने NDDS को कमप्लेट कर दिया है ठीक है तो अगर आपको notes के requirement है तो आ दियान से सुनना जैसे ही My Institute application वो download करेंगे App Store से वहाँ पर उनको code required होगा ORJ code, organization code और वहाँ पर उनको लिखना है MULNO फिर वो अपने mobile number से register करके application का access ले सकते हैं टेलिग्राम से जूड़ जाना इंस्टाग्राम से जूड़ जाना हर जगे कनेक्ट हो जाओ ताकि आपको हर जगे अपडेट मिले वीडियो पब्लिक होते हैं सबसे पहले आपको पता लगे इंपरडेंट क्वेश्चन आपको मिले मीम, सर्गुला अपडेट, MCQ सब कुछ सस्काइब इंशेव फो मोर ओल लेकर आता रहूँ Have a nice day, have a good day जै श्री राम, thank you