आयकर की पांचवीं श्रेणी: अन्य स्रोतों से आय
परिचय
- अब तक कवर की गई श्रेणियाँ:
- वेतन से आय
- मकान संपत्ति से आय
- व्यापार या पेशे से आय
- पूंजीगत लाभ से आय
- अन्य स्रोतों से आय: इसमें वे आय शामिल होती हैं जो ऊपर दी गई श्रेणियों में टैक्सेबल नहीं हो पातीं।
अन्य स्रोतों से आय की सूची
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लाभांश आय (Dividend Income):
- भारतीय कंपनी से मिलने वाला लाभांश टैक्स फ़्री हो सकता है।
- विदेशी कंपनी से मिलने वाला लाभांश टैक्सेबल होता है।
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आकस्मिक आय (Casual Income):
- लॉटरी जीतने वाली आय, क्रॉसवर्ड, और अन्य खेलों से जीत।
- जुआ और सट्टेबाज़ी से कमाई।
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अधिक मूल्य पर प्राप्त मूल्य (Consideration in Excess of FMV):
- जब शेयर प्रीमियम पर जारी होते हैं और प्रीमियम मूल्य FMV से अधिक होता है।
- उदाहरण के लिए, किसी शेयर की फेस वैल्यू ₹100 है, FMV ₹110 है, और यदि इश्यू प्राइस ₹130 है, तो अतिरिक्त ₹20 टैक्सेबल होंगे।
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ब्याज प्राप्ति (Interest Received):
- मुआवज़े पर या बढ़ाए गए मुआवज़े पर मिलने वाला ब्याज।
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अग्रिम की जब्ती (Advance Forfeiture):
- किसी संपत्ति के लिए दिया गया अग्रिम जब्त हो जाता है।
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संपत्ति या धनराशि का प्राप्त होना (Receiving Property or Money):
- बिना पर्याप्त प्रतिफल के प्राप्त संपत्ति या धनराशि (धारा 56 के अंतर्गत)।
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नौकरी से हटाए जाने पर प्राप्त मुआवज़ा (Compensation for Termination):
- नौकरी से हटाए जाने पर कर्मचारी को प्राप्त मुआवज़ा।
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व्यापार या पेशे में टैक्सेबल न हुई आय:
- कर्मचारी से नियोक्ता को प्राप्त कोई योगदान।
- प्रतिभूतियों पर ब्याज।
- मशीनरी, प्लांट या फर्नीचर किराए पर देने से आय।
- कीमेन बीमा पॉलिसी के अंतर्गत प्राप्त धनराशि।
- धारा 59 के अंतर्गत डिम्ड आय।
आगे की योजना
- अगले व्याख्यान में इस अध्याय की और भी गहराई से पढ़ाई करेंगे।
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निष्कर्ष
- यह व्याख्यान अन्य स्रोतों से आय के मुख्य बिंदुओं को समझाने के लिए डिजाइन किया गया है।
- आने वाले व्याख्यानों में और अधिक जानकारी प्रदान की जाएगी।
यह नोट्स अन्य स्रोतों से आय की विभिन्न श्रेणियों और उनकी कर संबंधी जानकारी का सारांश प्रदान करते हैं।