बिसु अभी आपकी जो कंपनी की वैल्यू है वो कितनी है अराउंड 1500 करोड़ हर साल आप कितना अर्न कर रहे हैं अभी कंपनी अर्न कर रही है 140 करो कूलिंग पूरी गांव के अंदर ही हुई है गांव और जो खेत था उसके बीच का डिस्टेंस था कुछ अराउंड डेढ़ किलोमीटर के आसपास तो रोजाना अप डाउन लाइक वो पैदल जाना और राजस्थान की गर्मी लाइक वो आज भी मेरे को दिन याद आते हैं जब मैं थर्ड ईयर फोर्थ ईयर में था तो ये स्टार्ट अप वाला कीड़ा लगा था फिर अब उस टाइम मैंने बाद में लोन लिया कि यार यहां पे 30000 पर सेमेस्टर की फीस है तो मैंने 3 लाख या 4 लाख का लोन लिया था तो कॉलेज के बाद मैंने वो फाइनली डिसीजन वही लिया कि मैं स्टार्ट अप ही करता हूं तो 2012 के अंदर जोधपुर के अंदर ही चालू किया एजुकेशन स्पेस में जीजी प्रेप नाम था इी प्रेप हां पपर भी उस टाइम स्टार्ट हुआ था बाज भी उसी टाइम स्टार्ट हुआ था सेम फील्ड के अंदर और उन्होंने काफी स्किल करना स्टार्ट कर दिया था तो इनका ये काफी आगे थे और हम काफी लाइक ऐसे स्ट्रगल कर कर के रेवेन थोड़ा धीरे धीरे धीरे धीरे धीरे से बढ़ा रहे थे इजी प्रेप को टॉप ने खरीदा फिर बाजू ने टॉपर को खरीद लिया अभी जो है की हालत खराब है और बाज की हालत खराब है तो इसमें आप कैसे देखते हो क्योंकि आपका पर्सपेक्टिव अलग होगा एज एन अंत्रप्रेनोर तुम फस गए उस फंड रेज वाले साइकिल में फस गए उस रेवेन्यू के टारगेट्स के अंदर ये फाउंडर वाल जर्नी है इट इज वेरी डिफिकल्ट लाइक वेरी डिफिकल्ट पपल डोंट अंडरस्टैंड दैट स्टार्टअप इज द मोस्ट रिस्की थिंग आई विल से कि 100 में से एक या दो ही सक्सेस होते हैं बाकी सारे फेल होते हैं तो लाइक वीडियो एंड टेक्स्ट फोर्स यू टू सिट डाउन एंड कंज्यूम द कंटेंट एंड ऑडियो गिव्स यू फिजिकल फ्रीडम तो ये कनेक्ट होने के बाद में आई गट एक्साइटेड कि यार ये तो तगड़ी चीज है ये तो मचाऊ हो सकती है 2018 के अंदर टॉपर छोड़ा और इसके अंदर लग गया लंच किया था तब ऐसे लग रहा था कि आप पहल ही देंगे अब तो अबकी बार ला लेकिन विथ इन वन मंथ रिलाइज कि तो काम नहीं कर रहा अभी आपकी फेवरेट बुक्स क्या है अल्केमी बुक है रोरी सुतल की दिस बुक या दिस इज द बुक तो अभी जैसे आप जर्नी में काफी आ गए हैं तो आपको क्या लगता है गगल क्या गलती कर रहे [संगीत] हैं ओके तो आज के जो हमारे गेस्ट है उनका नाम है लालचंद बिसु जो कि सीईओ और फाउंडर है कुकू एफएम के कुकू एफएम एक बहुत ही बड़ा नाम है और आई होप हम सब उसको जानते होंगे और बसो की स्टोरी बहुत ही तो आई होप इस पॉडकास्ट से हम बहुत कुछ सीखेंगे आइए स्टार्ट करते [संगीत] [प्रशंसा] हैं अभी आपकी जो कंपनी की वैल्यू है वह कितनी है अभी हमारी कंपनी की वैल्यू है अराउंड 1500 करोड़ ओके और हर साल अभी आप कितना अन कर रहे हैं अभी कंपनी अर्न कर रही है अराउंड 130 करोड़ तो अभी इससे पहले कि हम आपके स्टोरी में आगे जाए कि एटली आपने क्या किया आपकी जो बिगिनिंग है वो मुझे बहुत ही अच्छी लगी मतलब पूरी इंडिया में जो है उसको रिप्रेजेंट करता है ये तो अपने बारे में आप बताओगे कि आप कहां से हो और कैसी आपकी शुरुआत हुई आप कैसे थे पेरेंट्स क्या करते थे एंड सो ऑन हां तो मेरा पूरा बचपन गया है राजस्थान में सीके डिस्ट्रिक्ट में एक छोटा सा विलेज है बटोट वहां पे मैं पैदा हुआ और वहां पर भी एक इस गांव के भी लाइक बाहर रहते थे हम गांव के भी अंदर नहीं रहते थे गांव के भी बाहर एक ढनी बोलते हैं जो खेतों के अंदर जो खेती करता है ना उसम जाके तुम रहने लग जाते तो उसको ढनी बोलते राजस्थान में ओके तो पूरा वहीं पर बचपन निकला और स्कूलिंग पूरे गांव के अंदर ही हुई है तो वो गांव और जो खेत था उसके बीच का डिस्टेंस था कुछ अराउंड डेढ़ किलोमीटर के आसपास तो रोजाना अप डाउन लाक वो पैदल जाना और राजस्थान की गर्मी लाइक वो आज भी मेरे दिन याद आते एकदम धूल भरा रास्ता होता था उस टाइम 1995 के बाद स्कूलिंग चालू की थी तो उस टाइम तो पूरे के पूरे रास्ते भी बहुत खतरनाक होते थे और व गर्मी होती थी गर्मियों में स्कूल चालू होती थी 7 बजे से लेकर एक बजे तक और एक बजे जब तुम वापस घर आ रहे हो तो बहुत ही खतरनाक इतना खतरनाक गर्मी तुम यू कांट इन इमेजिन तो वहां से वहां से बचपन याद आ रहा है कि कैसे स्कूलिंग चालू हुई थी और 10थ क्लास तक में गांव में पढ़ा था उसके बाद में स्कूल नहीं थी तक आपका हिंदी मीडियम था हिंदी मीडियम थारा थ क्लास तक हिंदी मीडियम था इन जेई भी मैंने हिंदी मीडियम से ही दिया तो बीइंग इन विलेज और विलेज के भी बाहर और गांव में पढ़ाई किया 10 तक तो 10 तक में मारवाड़ी ही बोलता था म हम सेखावटी बोलते हैं उसको मारवाड़ी लैंग्वेज का एक पार्ट है व और हिंदी भी नहीं बोलते ता हिंदी में मूवी दे लेकिन बोलते नहीं थे क्योंकि तुम गांव में सबसे बातें कर रहे तो तुम अपनी लोकल लैंग्वेज में ही बात करोगे के बाद में मेरे को अपॉर्चुनिटी मिली सीकर आने की वो भी एक अच्छा डिसीजन था कि यार मैंने साइंस चूज किया तो मेरा थोड़ा सा फैमिली का बैकग्राउंड लाइक आई विल से पिताजी खेती करते हैं मम्मी हाउसवाइफ है तो उतना सॉलिड नहीं है कि तुम कुछ भी कर स को तो एवरी स्टेप के लिए सोचना पड़ता है कि यार मैं कर भी पाऊंगा या नहीं कर पाऊंगा 10थ के बाद वो क्रिटिकल डिसीजन होता है कि मैं साइंस लू या नहीं लू क्योंकि तुम साइंस ले रहे हो तो कस्ट उस टाइम के हिसाब से बहुत कॉस्टली है और वी कांट अफोर्ड इट वाला रेंज में था बट सम हाउ मैं 10थ के अंदर थोड़े अच्छे मार्क्स आ गए और मेरे एक टीचर ने हेल्प कर दी कि या तुम्हारा 11 12 मैं फ्री में करवा दूंगा चिंता मत करो और उन्होंने बोला कि यार मैं 11 ए 12थ फ्री करवा दूंगा और तुमको लेकिन बस का किराया देना पड़ेगा लाइक बस जाती थी हमारे गांव से स्कूल के लिए और कुछ अराउंड 25 किलोमीटर दूर है डेली का अराउंड लाइक एक घंटे से ज्यादा जाना और एक घंटा आना दो ढाई घंटे पूरा बस के अंदर होता था बस का किराया मैं देता था बाकी उन्होंने फ्री करवा दिया था हा लेकिन उन्होंने ये बोला तो मेरे को थोड़ा सा हिमत आया कि यार चलो कॉस्टली होगा लेकिन 11 12 तो हो जाएगी और बाद में थोड़ा मेहनत करके आगे का भी शर्ट आउट कर लेंगे तो आई टूक द डिसीजन फैमिली वालों ने तो बोला था कि मत करो ये हम नहीं कर पाएंगे लेकिन ट वाज माय डिसीजन मैं कर लूंगा मेरे को सपोर्ट मिल रहा है उसके बाद में 11 12थ की सीकर से दैट वास द फर्स्ट टाइम जब मैंने कुछ लोगों को देखा हिंदी मलब हिंदी में बात करने की मजबूरी है कि अब तुम हिंदी में ही बात करो क्योंकि उनको मारवाड़ी नहीं आती है तो लेकिन ट वाज इजी क्योंकि तुम मूवी देखते हो पढ़ाई भी पूरी हिंदी में हुई है तो ट शिफ्ट वाज इजी किया तुम हिंदी में बात कर सकते हो और उसके बाद में 11थ जब फाइनल एग्जाम लग रहा था तब पता चला कि या देर इज एग्जाम जेई जो लाइक साइंस मैथ्स अगर तुमने लेर तो तुम एक एग्जाम दे सकते हो जेई और उसके बाद तुम इंजीनियर बनते हो ए जेई इ वन ऑफ द मोस्ट फेस्ट एग्जाम और वो भी काफी इंटरेस्टिंग था तो मेरे साथ में जो एक लाक 11थ क्लास में दोस्त बन गए थे सीकर वाले तो कुछ दोस्त थे वो ट्यूशन करने जाते थे शाम को स्कूल के बाद में तो वन ऑफ माय फ्रेंड लाइक क्लास के अंदर बैठा बैठा कुछ कुछ क्विज ऐसे निकालता रहता था क्योंकि वहां से वो जो क्वेश्चन शीट मिलता था वो करते रहते थे वो तो उसने मेरे को इंट्रोड्यूस करवाया कि मैं इसके लिए कोचिंग कर रहा हूं और एक एग्जाम होती और इसके बाद में तुम आईआईटी में जाते हो और लाक बहुत ही डिफिकल्ट एग्जाम होती है ला उसने एकदम उस तुम्ह कोचिंग करना ही पड़ता वरना तुम नहीं कर पाते हो और लगभग इतने स्टूडेंट्स बैठते हैं और इतने का सिलेक्शन होता है उसने पूरा आईडिया दिया तो फिर मैंने उससे थोड़ा रिक्वेस्ट किया कि तुम क्याय मेरे को तुम जो सीट कर हो य दे सकते हो क्या तो उसने मेरे को वो सीट कि हां हां ले जा तो मैं लेके गया घर प उस सीट में जब वो क्वेश्चन करने बैठा तो पता चला कि या नेक्स्ट लेवल क्वेश्चन है तो लाक मैं जो 11 पढ़ रहा हूं ट इज वेरी इजी हा उसमें से कुछ मैंने लाइक उसम कुछ 30 40 क्वेश्चन होंगे लाइक उस कोई दो या तीन ही कर पाया बाकी कर ही नहीं पाया लेकिन वो दो तीन करने के बाद जो फील आया ना ये तो बहुत ही इंटरेस्टिंग लग र है मेरे को तो करना है वो हा वो होता है ना क्या ये तो तगड़ी चीज लग रही है कुछ तो मजा आने वाली है तो मैंने भी थोड़ा डिसाइड कर लिया कि यार मेरे को भी करना तो है ये तो इंटरेस्टिंग लग रहा है मैं तैयारी तो करूंगा इसका तो 12थ क्लास के अंदर बाद में आई कुछ कुछ बुक्स खरीदना स्टार्ट किया कोचिंग तो नहीं कर सकता था क्योंकि मैं तो गांव के अंदर से अप डाउन कर रहा था बस के अंदर तो मैंने एचसी वर्मा की फिजिक्स की बुक खरीदी ये सारी बुक्स खरीदी और बाद में पढ़ना स्टार्ट किया गया थोड़ा सा इसके लिए अलग तो पढ़ना पड़ेगा वहां से थोड़ा थोड़ा ये जेई का प्रिपरेशन स्टार्ट हुआ था और मैंने बुक्स भी बाद में इंग्लिश में खरीदी थी एसी मनवा इंग्लिश बुक लेकिन वहां से कंफ्यूजन चालू हो गया कि यार अब मैं इंग्लिश में एग्जाम दूं हिंदी में एग्जाम दू इंग्लिश तो मैं पढ़ रहा था पहली बार लाइफ के अंदर कि यार हमल पहले ही पढ़ा लेकिन तुम एक्चुअली एग्जाम देने के लिए तुम प्रॉपर उसी के अंदर पढ़ रहे होट वास फर्स्ट टाइम फाइनली आ डिसाइडेड कि मेरे को एग्जाम तो हिंदी में देनी है क्योंकि लाक मैं पढ़ लूंगा स्लो स्लो लेकिन अगर दिमाग फास्ट काम करना तो एग्जाम हिंदी में ही दूंगा तो शायद क्योंकि आज तक का फ्लो बना हुआ है हिंदी में पढ़ने का तो हिंदी सिलेक्ट किया और पढ़ना स्टार्ट किया फिर मैंने 12थ के बाद में एक साल कोचिंग भी किया वो भी मेरा कोचिंग पहला साल ही था उनके लिए भी उनका पायनियर बेस्ट तो वो चालू कर ही रहे थे तो उन्होंने बोला कि यार तुम आ जाओ तुमको फ्री में पढ़ा देंगे तो वहां पर भी मेरा फ्री हो ये भी सही है तो बाद में मैंने शिखर पहली बार वहां पर रूम लेकर पढ़ना स्टार्ट किया और कोचिंग की तैयारी की और वहां से मेरा आईआईटी जोधपुर में सिलेक्शन हो गया था फिर जेई केर सिलेक्शन हुआ फिर मेरे को आईटी जोधपुर मिल गया था बाय द वे जिस स्कूल के अंदर में गया था उस टाइम वहां पर मैं जिस साल पढ़ रहा था उस टाइम बच्चे थे उनके पास में 2800 बच्चे थे पूरी स्कूल के अंदर आज उसी स्कूल के अंदर कुछ 5 से ज्यादा बच्चे एक स्कूल में एक स्कूल के अंदर और बाद में जिस कोचिंग में गया जिनका पहला साल था उस टाइम उनके पास 500 बच्चे आए थे आज उनके पास 300 से ज्यादा बच्चे लग रहा है कुक जितना ही बिजनेस कर रहा होगा य बहुत बड़ से बहुत बड़ा बिजनेस कर रहे होंगे और आधा तो आपका नाम लेते होंगे नहीं आई डों तो बहुत ही बड़े लोग है मेरा नाम तो ले शुरुआत में थोड़ा बहुत शायद लिया होगा तो वहां से बाद में आईटी लेशन हुआ आईटी जोधपुर में भी पहला बैच था मेरा 2008 में ही आईटी जोधपुर चालू हुआ है तो वहां पर भी फर्स्ट बैच में गया मैं तो आईटी जोधपुर का फर्स्ट बैच था तो कैंपस नहीं था तो हमको आईटी कानपुर में भेजा गया तो फर्स्ट टू ईयर में आईटी कानपुर में था और उसके बाद में हम जोधपुर गए तो उसका फायदा ये हुआ कि पहला बेस्ट था तो तुम्हें सारी चीज जीरो टू वन करनी थी लाइक यू हैव टू स्टार्ट एवरीथिंग इवन तुम लाइक इवन एजुकेशन से रिलेटेड सारी चीज जैसे लैब बनाना हो गया क्लास तुम्हारी सारी एक्टिविटी बनाना हो गया और बहुत बहुत सार कॉलेज में फेस्टिवल वगैरह होते हैं कल्चरल हो गया टे टेक्नोलॉजी वाला हो गया सारी चीजें मैं खुद को नाम से लेकर सब कुछ की कौन करेगा कैसे करेंगे दूसरे कॉलेज वाले कैसे कर रहे हैं हमको स्पर कैसे मिलेग हा तो वो सारी चीज ला वो जीरो टूवन का डीएनए लाक वो पहली बार था अच्छा तुम एकदम जीरो से स्टार्ट करते हो तो ऐसी चीज दिखती है कुछ भी नहीं होता ला तुम जस्ट हा ये चीज करनी है वहां से स्टार्ट करते हो फिर लोग इकट्ठा होते तुम्ह बजट मिलता है स्पर शिप कॉलेज से मिल रहा हो फिर तुम धीरे-धीरे वो एकदम प्रॉपर शेप में भी आ जाता है तो यह था उसके बाद में जब मैं थर्ड ईयर फोर्थ ईयर में था तो ये स्टार्टअप वाला कीड़ा लगा था फिर उस टाइम एक्चुअली ये मैं 2008 में आईआईटी जोधपुर में गया था और 2012 में पास आउट हुआ था तो ये 2010 11 की बात तो 10 11 के अंदर ये सारे और वो वा वाली फील थी और सेम टाइम 2010 के अंदर ही फ लाइक इंडिया के अंदर एडॉप्शन बढ़ा था मेरे को याद है मैंने 2010 के अंदर ही लॉग इन किया था फ के अंदर और वो 2010 वाला एक पीक टाइम था स्टार्टअप्स के लिए और वो उसी प टाइम के अंदर मैं भी उसके अंदर घुस गया था कि यार ये पगड़ी चीज है और तुम एक कुछ ऐसा प्रोडक्ट बना सकते हो जिसम मिलियंस ऑफ लोगों को इंपैक्ट कर सकते हो और तुम ला इतना वो बहुत ही थ्रिल वाला फील था कि यार ये तगड़ी लग करना है तो ऐसा करना है कि या ऐसे मिलियंस ऑफ लोगों तक तुम इंपैक्ट पहुंचा दो तो वहां से स्टार्टेड कंजूमिंग कंटेंट कि यार ये होता क्या है लाइक कंपनी चालू कैसे होती है मतलब आईडिया कहां से आता है तुम बनाते कैसे हो ला ये सारा ित मिला वो पढ़ना स्टार्ट किया वो सेम टाइम आई स्टार्टेड रीडिंग बायोग्राफीज मेरे को याद है कि पहली बायोग्राफी मैंने जो पढ़ी थी वो रिचर्ड बंसन की पढ़ी थी व वर्जिन फाउंडर है उसके बाद मैंने स्टीव जॉब्स की पढ़ी थी उसके बाद मैंने एलन मस्क की बहुत पुरानी बायोग्राफी मैंने उस टाइम पढ़ी थी जब उनके खुद का एलन मस की वर्थ अराउंड वन या टू बिलियन के आसपास थी ले उनकी बायोग्राफी एजिस्ट करती थी वो पढ़ी थी उसके बाद मैंने कुछ 10 या 11 बायोग्राफीज पढ़ी होंगी दो तीन इंडियंस की लेकिन वहां से वो काफी लाइक वहां बायोग्राफी से आई कनेक्टेड कि यार कैसे बिजनेस बनता है कैसे माइंड सेट होना चाहिए क्या स्ट्रगल्स भी आते हैं लाइक आई काइंड ऑफ रेडी कि यार ये तो आने वाला है लाइक तुम एक्साइटेड हो बहुत ही थ्रिल वाली चीज है लेकिन ये मजे के साथ में लोगों की लाइफ में अप डाउन बहुत आते हैं और डाउन ज्यादा बहुत ज्यादा आते हैं और फायदा होता है ना इसका कि मतलब आपको ये नहीं होगा कि आप बच जाओगे प्रॉब्लम से सिर्फ पता होना भी प्रॉब्लम का मतलब आप सिर्फ उसको कर जाते हो कि आप मसल साइट बन जाते हा ये हो नहीं आगे खड्डा है तो ऐसे ही गिरा भी था और दोबारा से ऐसे ही होगा ऐसे ही उठोगे और ये चीज फटेगी तो वो वाली चीज बहुत ज्यादा हो जाती है यस यस और तो उस जब मैंने आईटी जोधपुर में एडमिशन लिया था अब उस टाइम मैंने बाद में लोन लिया कि यार यहां पर 30000 पर सेमेस्टर की फीस है तो मैंने 3 लाख या 4 लाख का लोन लिया था लाइक पूरा खर्चा निकालने के लिए अब मेरे पास वो क्रिटिकल डिसीजन था कि अब तुम्हारे पास लोन भी है व तो स्टार्टअप का कीड़ा भी लग गया है लेकिन सम हाउ लाइक काफी ऐसे स्केरी सिचुएशन होती है क्या तुम लोन भी तो चुकाना पड़ेगा उसके बाद में क्या करोगे तो तुम जॉब करके बाद में कर लो ट वाज इजी पाथ और दूसरे पाथ जो मेरे को एक्चुअली करना था वो मन से आवाज आ रही थी कि मेरे को स्टार्ट अप ही चालू करना है लेकिन सम हाउ लाइक जब से मैं घर से निकला हूं 10थ के बाद जो भी डिसीजन लिए वो सम खुद से लेता हूं वो खुद से दिल की आवाज ही सुनी है तो वो एक और जब जोधपुर में भी जो जीरो टू व कि उसके अंदर भी कुछ कुछ फेस्टिवल्स कि थे तो वहां पर भी काफी वो गया ऐसे डिसीजन लेने होते हैं तो समभाव मैंने वो ऑलवेज शुरुआत से रही है किया गट फील ही सुनना है तो आई टूक द डिसीजन कि मेरा मन ये कर रहा है तो मैं करूंगा अगर एकदम वर्स सिचुएशन आ गई तो जॉब तो कर ही लूंगा लाइक मेरे को ये समझ आ रहा है कि अंकल आंटी ने भी मतलब काफी ऐसे होंगे कि यार कर ले जो तूने करना है हां उन्होंने एक्चुअली 10थ के बाद में हाथ खड़े कर दिए थे कि इसके बाद में हमको कुछ समझ में नहीं आता अब तेरे को जो मन करता है वो तू कर तो मेरे फोर्थ तक फिफ्थ तक पड़े हुए मैं पड़ी हुई नहीं है लेकिन उन्होंने मेरे को पूरा फ्रीडम दिया कि यार तुम्हे जो करना है जो तुम्हारा मन करता है वो करो क्योंकि हमें तो कुछ समझ में आता नहीं है और वो सम तुमको एक रिस्पांसिबिलिटी भी देता है कि यार बकवास डिसीजन नहीं लेंगे लेकिन हा जो मन कर रहा है वो तो करते हैं और ठीक है गलत डिसीजन हो सकते हैं लेकिन एक ब मन कर रहा वो करके तो देख लेते हैं व सिचुएशन य है जो करना पड़ेगा एक साल दो साल बाद में चालू करोगे थोड़ा लेट हो जाएगा वो कर लेंगे आपके ब्रदर सिस्टर है हा हम चार आप बड़े हो हा मैं सबसे बड़ा हूं फिर आपके फिर भी रिस्पांसिबिलिटी थी मतलब बड़े प तो है है हा मतलब वो लेकिन मम्मी पापा ने काफी अच्छे से हैंडल कर रखा है मेरे को कभी वो फील नहीं होने दिया कि यार तुम ये भी करना है कि नौकरी कर छोटे भाई बहन है अरे वो थोड़ा राजस्थान के अंदर काफी अलग ही डायनेमिक्स होती है लाइक थोड़ा फैमिलीज काफी कंजरवेटिव होती है तो मैं सबसे बड़ा हूं उसके बाद मेरी टू सिस्टर्स है उसके बाद मेरा छोटा भाई है तो सबसे पहला जो राजस्थान का कंजरवेटिव पार्ट आता है वो शादी वाला आता है कि आज छोटे उम्र के अंदर ही शादी कर देते हैं तो मेरे को वो भी याद आ रहा है कि लाइक एक मेरा कजन भाई है जिसका जब वो सिक्सथ क्लास में था तब उसकी शादी हो गई तो मैं फोर्थ क्लास में सिक्स क्ला हा वो सिक्सथ क्लास में था मैं फोर्थ क्लास में था तो उसकी शादी हो गई थी लेकिन मैं एथ क्लास में जब आया तब तक मेरे घर वाले भी रेडी होने लग गए थे कि अब शादी कर देते हैं वो वाला माहौल ये ये गांधीजी वाला था जैसे कि पहले करवा के मतलब फिक्स होती थी लेकिन होती तब थी जब ए आप नहीं नहीं नहीं तब तो लाइक ये वो वाला वो अलग चीज होती है लेकिन ि वाला प्रॉपर शादी लाइक वैसे ही छोटी उम्र के अंदर अब तो धीरे धीरे धीरे धीरे वो बढ़ता गया लेकिन हां वाला वो माइंडसेट ऐसा ही था कि यार जब ए 10 तक होगा तोब शादी कर देंगे मतलब 12 1 साल में शादी हा मतलब तुम एथ क्लास में हो तो मोटा 13 14 साल के हो इससे ज्यादा तो नहीं हो उन्होंने मेरे को डालना प्रेस डालना स्टार्ट कर दिया था कि यार अब तो शादी करेंगे री लेकिन सम हाउ कभी वो होता है ना कि यार ये मेरे को खुद का करना है लाइक वाला वो वाला पाट मेरे को पढ़ने में भी वो थोड़ा मन लगने लग गया था एथ नाथ क्लास तक पहले तो नहीं लगा था लेकिन बाद में मन लग गया था तो समभाव मैंने ऑलवेज वो पूछ कि कि नहीं नहीं मेरे को तो नहीं करनी और उसमें टीचर्स ने भी हेल्प की कि यार हां तू तेरे को थोड़ा पढ़ना चाहिए आगे तूक शादी बाद में ही हो जाएगी तो उन्होंने घर वालों को भी समझाया तो वो समझ गए थे जब मैं कॉलेज के फर्स्ट ईयर में था तो उन्होंने मेरी सिस्टर की शादी कर दी थी जो एकदम छोटी है तो उन्होंने संभाव मेरे को स्किप कर दिया लेकिन बाद में कि सिस्टर की शादी कर देतो वो मेरे से दो साल छोटी है तो मैं कॉलेज के फर्स्ट ईयर में हूं उसकी हो फोर्थ ईयर में मेरी उससे छोटी सिस्टर की शादी कर द तो वो चालू रहा लेकिन वो संभाव मेरे को वो उतना फील नहीं होने दिया कि यार तेरे को करवाना है ये सारा काम तो ट वाज गुड पार्ट फॉर मी यार हा मेरे पास इतना भी नहीं आया था कि यार हा तुम अभी तो हो चुकी आपकी मैरिज ना अभी मेरी लास्ट ू लास्ट ईयर हुई घरवालो ने बाद में हाथ खड़े कर दिए थे कि या नहीं त ढूंढ ले तू सुनेगा तोही नहीं हमारी तो हा सम हाउ लाक थोड़ा सा घर वालों का साथ रहा है यार एक तो उन्होंने फ्रीडम दिया है दूसरा घर के ऊपर इवन लाक राजस्थान फैमिली में सारी चीज होती है तो वो भी मेरे को कभी फील नहीं होने दिया प्रेशर किया तेरे को भी इसमें कंट्रीब्यूशन करना है इवन लाइक शादी भी करवाई थी उन्होंने मेरे दो छोटे सिस्टर्स की तो कॉलेज के बाद मैंने वो फाइनली डिसीजन वही लिया कि मैं स्टार्ट अप ही करता हूं वर्स्ट केस में मैं आफ्टर वन ईयर में वापस जॉब करना स्टार्ट कर दूंगा दैट वाज माय बड़ा डिसीजन कि यार एकदम वर्स्ट केस आ गया तो आई विल स्टार्ट माय जॉब आफ्टर वन ईयर तो 2012 के अंदर जोधपुर के अंदर ही चालू किया एजुकेशन स्पेस में इजी प्रेप नाम था इजी प्रेप हां तो एजुकेशन स्पेस में था इसका आईडिया भी आई विल से कि मेरा एक्सपोजर लाइक गांव से लेकर कॉलेज के फोर्थ ईयर तक आई विल सबसे ज्यादा लाक मोस्ट ऑफ द स्टूडेंट का सबसे ज्यादा एक्सपोजर एजुकेशन के साथ ही होता है तो ये एक बड़ा प्रॉब्लम भी है इंडिया का अगर तुम कॉलेज से पास आउट जितने भी लोग हैं उनके आईडियाज देखोगे तो मोर देन 50 पर वो एजुकेशन के ही होते हैं क्योंकि उनका एक्सपोजर होता ही नहीं कुछ और और किया क्या हम लोगों ने और हम ला वो बड़ी प्रॉब्लम है मतलब तुम बहर रियल प्रॉब्लम्स बहुत सारी है एजुकेशन के अलावा उनका ही नहीं है अलग हो जाता है हम रियल लाइफ से बिल्कुल डिएट कर जाते यस यस यस मेरे को अपने एजुकेशन सिस्टम की बहुत बड़ी प्रॉब्लम लगती है तो मेरा भी एक्सपोजर वही था तो आई कनेक्टेड द डोर्स यार यहां य मेरे को प्रॉब्लम आई तो इसको तो इंटरनेट के थ फिक्स कर सकते हैं तो आई डिसाइडेड कि यार एजुकेशन के अंदर क्वालिटी थोड़ा फिक्स करते हैं इंटरनेट में तुम क्वालिटी कंट्रोल भी कर सकते हो तो वहा आप क्या तैयारी करवाते थे आईआईटी की तैयारी मैथ ये मोटा मोटा पहले करियर काउंसलिंग से स्टार्ट किया देन आ डिड 11 12थ क्लास जेई वाला पार्ट आपके साथ कौन-कौन था फाउंडर तो पहले स्टार्ट मैंने अकेले नहीं किया था और फिर एक मेरा जूनियर है वो साथ में आया फिर दो तीन लोग और साथ में आ गए तो पहला लाइक पहले दो साल 2012 और 13 के अंदर हम दो जने थे मैं और मेरा जूनियर विवेक उसके बाद में विनोद अंकित और इन्होंने भी जॉइन कर लिया था तो 2015 तक उसको चलाया बूट स्फ रेवेन्यू भी आना स्टार्ट हो गया था तो स्टार्टिंग में आपने वेबसाइट बना दी थी कि पहले ऐसे ऑफलाइन वेबसाइट उस टाइम 2012 के अंदर इंडिया में इंटरनेट यूजर्स ही कुछ 50 60 मिलियन होंगे क्योंकि इस टाइम मेडजी का अगर आपको याद होगा तो इनका भी पहले उन्होंने जैसे वो सिविल इंजीनियर थे आईएएस तो उन्होंने 12 13 बच्चे पकड़े नौकरी छोड़ के आईएएस का क्योंकि ब्रांड नेम आ गया आईएस का फिर उनको पढ़ाया फिर उसके बाद तो अब लाइक काफी बड़ा नाम ही है मतलब किसी को भी गेट वगैरह इसकी तैयारी करनी है तो वो यही करते मुझे लगा ये वाला मॉडल भी म आपने ज्यादा ऑनलाइन नहीं सोचा कि ज्यादा शुरू में स्केलेबिलिटी करनी है हां वो लाइक वो मोटा मोटा जब आईडिया सोच रहा था और बुक्स पढ़ रहा था वो सारी चीजें रिलेट होके गया इंटरनेट के ऊपर ही कुछ करते हैं वाला वो एक्साइटमेंट आ गया था कि इंटरनेट इज द नेक्स्ट थिंग और उसम इंटरनेट का जो स्पीड है वो कम था बहुत कम था मैं बता रहा हं 50 60 मिलियन ही इंटरनेट यूजर्स थे और मोस्टली वो वो थे या तो तुम लैपटॉप पे यूज कर रहे हो या एकदम वो हैंडसेट के ऊपर वो ई वाला नेटवर्क आता था तुम्हारा हमारी टीम बहुत छोटी थी 12 13 लोगों की टीम थी जिसके अंदर हम खुद काम कर रहे थे स्कूल्स के साथ में और एक हमने पाली का गवर्नमेंट प्रोजेक्ट भी उठाया था उस टाइम काफी हाई बड मॉडल हो गया था ये ऑफलाइन ऑनलाइन तो वेबसाइट के ऊपर आके तुम क्विज भी दे सकते हो तुम स्टडी मटेरियल भी कंज्यूम कर सकते हो केला कुछ कुछ कैरियर वाला भी था लेकिन अब ऑनलाइन बहुत ही कम लोग आते थे जब चालू किया तब पता चला कि ऑनलाइन उतने लोग नहीं आ रहे जितना हमने एक्सपेक्ट किया था तो देन वी स्टार्टेड गोइंग टू स्कूल्स और उसके साथ पार्टनरशिप करना शुरू किया कि हमारे पास जो क्विज है वो तुम ऑफलाइन दिलवा चा क्योंकि इनके पास इंटरनेट नहीं है लेकिन हम तुम्हारे क्विज को लेके बाद में तुमको एनालाइज करके बता देंगे कि यार कहां पर तुम स्ट्रंग हो कहां पर वीक हो एक्चुअली ये प्रॉब्लम इनको भी आई थी जो ग्रो के फाउंडर हैं तो उनका पहला स्टार्टअप स्टडी से रिलेटेड ही था मगर ये टीचिंग कर रहे थे अच्छा कर रहे थे लेकिन ये क्या करते थे पेन ड्राइव में वो डाल के फिर देते थे हा मतलब ये हैक ही मारने पड़ेंगे तुम क्योंकि उस टाइम इंटरनेट यूजर्स है नहीं तो तुम कुछ बना लोगे तभी और महंगा इतना था हां हां बहुत महंगा था वो यस यस यस फिर अभी आपने ये चीज कर लिया तो कहां तक आपने इसका रेवेन्यू पहुंचाया इसका रेवेन्यू बहुत ही कम था आई विल से कि अराउंड 10 15 लाख पर मंथ का रेवेन्यू पहुंचा होगा उस टाइम दैट वाज द मिक्स हम लेके गए थे उसको और उसके बाद में 2015 तो ये करते करते थोड़ा थोड़ा रिलाइजेशन आने लग गया था इन 201य टॉपर भी उस टाइम स्टार्ट हुआ था बाजू भी उसी टाइम स्टार्ट हुआ था सेम फील्ड के अंदर और उन्होंने काफी स्किल करना स्टार्ट कर दिया था टॉपर मुंबई से स्टार्ट हुआ था बाज बंगलो से स्टार्ट हुआ था वी र इन जोधपुर और काफी बड़ा डिफरेंस आ गया था लाइक ये लाइक उस टाइम तो तुम न्यूज पढ़ोगे ट्रैफिक देखोगे यही करोगे उससे कंपेयर करोक था इनका ये काफी आगे थे और हम काफी लाइक ऐसे स्ट्रगल कर कर के रेवेन में थोड़ा धीरे धीरे धीरे धीरे धीरे ऐसे बढ़ा रहे थे तो फाइनली थोड़ा वो फील आने लग गया था या कुछ तो हमको आता नहीं है शायद कॉलेज के जस्ट बाद में चालू कर लिया लेकिन हमको कुछ पता नहीं है कि ग्रो कैसे करते हैं या टीम कैसे हायर करते हैं प्रोडक्ट कैसे बनाते हैं या फंडरेज कैसे क्योंकि फंड रेज की भी न्यूज आने लग गई थी टॉपर ने फंडरेज कर लिया बाज ने फंडरेज कर लिया तो उसी टाइम टॉपर को भी पता चला कि यार यहां पर कुछ लोग है जो जोधपुर से भी चालू कर रखा है तो जिसान जोध आए और हमसे मिले कि यार तुम भी ये काम कर रहे हो मेरे को समझना है क्या कर रहे हो और उन्होंने एक दिन स्पेंड किया और उसके बाद में इवनिंग के अंदर उन्होंने बोला कि यार तुम भी सेम डायरेक्शन में काम कर रहे हो तो व्हाई नॉट वर्क टुगेदर और ये फील भी थी साथ में तो दोनों के साथ वो डिसीजन वाज इजी किया ठीक है साथ में काम करते हैं वी ल्स मल कोई कॉमन नेटवर्क नहीं था आपका कॉमन फ्रेंड नहीं था वो डायरेक्टली आ गया आपके पास नहीं नहीं कॉमन एक्चुअली वैसे नहीं था तो हमारे सीए है सीए का एक दोस्त था वो उनका जिसान का फ्रेंड था तो उन्होंने संभाव बताया तो दैट वाज लाइक काफी ऐसे से डॉट ड डॉट ड जाके उनको पता चला उनको पता भी होगा रेवेन्यू क्या है का म हां उनको पता ही था ला ऐसे ही चलो ता तो ऐसे उनको पता चला फिर उन्होंने कांटेक्ट किया फिर मिले हम और फिर बात करने के बाद उन्होंने ऑफर किया कि साथ में काम कर लेते हैं तो वी एक्सेप्टेड द ऑफर तो इट वाज क्वी हायर कि यार तुम आ जाओ तुमको थोड़ा मनी भी दे दूंगा और तुम साथ में आके काम करो और हम हायरिंग ही था एक हायर हां तो एक बार भी कर लिया और हायर भी कर लिया टीम को और हमको लर्न मेरे को लर्न करना था कि या मोटा मोटा सीखेंगे और यहां पर और बाद में नया अपने चालू करेंगे तो ये माइंड सेट था और 2015 में देन वी मूव्ड फ्रॉम जोधपुर टू मुंबई और उसके बाद इन्होने कितने में एक्वायर किया बहुत ही छोटा अमाउंट था उस टाइम ब सर के आसपास 20 बीसीआर थ सीआर अच्छा थ सीआर के आस वो सब में स्प्लिट हुआ वो सब में स्प्लिट कर लिया हमने को फाउंडर्स के बीच में तो बहुत ही छोटा अमाउंट था आई विल नॉट से कि कोई बड़ा एग्जिट मिला था हमको ट वाजवी हायर लाइक हमको एक ब्रिज ढूंढना था हमको और सीखना है और उसके बाद में कुछ बड़ा बनाना है वो कीड़ा तो था दिमाग में तो उसके बाद में मुंबई शिफ्ट हो गए वी स्टार्टेड वर्किंग इन टॉपर और साथ-साथ में माइंडसेट वही था कि या यहां आके सीखेंगे और उसके बाद में नया कंपनी चालू करना है और जिसान को भी बता दिया था ये सेम चीज तो टपर में काम करते साथ साथ में काफी आइडियाज एक्सप्लोर कि कि क्या कर सकते हैं कौन सी नई प्रॉब्लम है तो 2015 के अंदर एक पीक और आया था हाइपर लोकल का भी तो वो भी आंखों के सामने सामने की कैसे लोगों ने चालू किया कैसे वापस भी बंद पीक पूरा देखा आंखों के सामने और उसके साथ-साथ मैं भी एक्सप्लोर कर रहा था तो मोटा मोटा यह तो सीख गया था कि यार पास वाली कंपनी और यह सब कुछ देख य तो है क्या मेरे को करना तो बीटू सी वाला ही काम है क्या जहां पर आई कैन इक्ट मासे काफी डिफिकल्ट एक्यूट होता है बड़ा लाक इतना इजी नहीं है लेकिन वही करना है बीटू बी के अंदर तुम इजली रे बना सकते हो काफी अच्छी वेल्थ क्रिएट कर सकते हो बट आई वांट टू डू बीटू सी वाला पार्ट तो आइडियाज का फिल्ट्रेशन भी वैसे ही होने लग गया कि यार जो भी आइडिया आ रहे वो बीटू सी और वाले आइडिया आने चाहिए तो काफी सारे आइडिया एक्सप्लोर एक्सल शीट में मैनेज करता था मैं जिसके अंदर आइडियाज लिखना प्रॉब्लम स्टेटमेंट एक और क्राइटेरिया ये भी लगा लिया था कि यार अबकी बार जो स्टार्ट करेंगे ना वो ऐसा बनाना है कि आई शुड बी द यूजर ऑफ दैट प्रोडक्ट लाइक कोई मेरी प्रॉब्लम सॉल्व करूंगा और उसका वो सोल्यूशन है ट शुड स्केल टू लाइक मिलियन ऑ पीपल तो आई स्टार्टेड ऑब्जर्विंग माय सेल्फ क्या मेरी जिंदगी में क्या प्रॉब्लम्स आ रही है जो मैं सॉल्व कर सकता हूं सराउंडिंग में मेरे को क्या क्या इंपैक्ट कर रहा है जो जिससे कोई आईडिया आ सकता है तो काफी सारे आइडियाज लिस्ट किए इन 2016 एक्चुअली ना जो ऑडियो वाला जो जर्नी स्टार्ट हुआ था मेरा 2016 में आई स्टार्टेड कंजूमिंग पॉडकास्ट मोस्टली इंग्लिश वाला तो मैंने जो पहले बायोग्राफी पड़ी थी काफी बुक्स पढ़ना स्टार्ट कर दिया था और पॉडकास्ट भी मेरे को काफी क्लोजर लगा कि यार इसमें भी काफी लाइक तुम वहां प भी मोटा मोटा तुम लाइक काफी नॉलेज ऐड होता है और यू कैन लाक लर्न ए लॉट और पॉडकास्ट भी मोटा मोटा काफी पैरेलल है तो आई स्टार्टेड कंजूमिंग पॉडकास्ट मेरे को याद है सबसे पहला मैं ने वो नवल रविकांत और टिम फेरिस का पॉडकास्ट कंज्यूम किया था फिर मैंने टिम फेरिस के और कंज्यूम किए फिर मेरे को दो तीन और इंग्लिश के पॉडकास्ट चालू कर दिए तो वो काफी कंज्यूम करना स्टार्ट कर दिया था एक साल के बाद डॉट कनेक्ट हुए कि यार ये कंटेंट कुछ अलग है मैं इसको या तो मैं ऑफिस में आते टाइम सुनता हूं या मैं शाम को वक करने जाता हूं तब सुनता हूं और मैं लाइफ में जो कंटेंट कंज्यूम कर रहा हूं वीडियो या टेक्स्ट वो मैं मोस्टली बैठ के ही कंज्यूम करता हूं तो ये कंटेंट थोड़ा तो अलग अलग ये अलग ही टाइम जोन में आ रहा है तो लाइक वीडियो एंड टेक्स्ट फोर्स यू टू सिट डाउन एंड कंज्यूम द कंटेंट एंड ऑडियो गिव यू फिजिकल फ्रीडम तो ये कनेक्ट होने के बाद में आई गट एक्साइटेड कि यार ये तो तगड़ी चीज तो मचाऊ हो सकती है दिस इज नॉट कंपटिंग विद द स्क्रीन तुम लाक उसम तो बैठ के कंज्यूम करोगे बैठ के पढ़ोगे कुछ बैठ के कुछ देखोगे लेकिन ऑडियो तो तुम क्यूट करते टाइम रिपिटेटिव टास्क करते टाइम वो करते टाइम रे स्फ वगैरह भी आ ही गया था ना मतलब एक कुछ उस टाइम नहीं नहीं उस टाइम तो म्यूजिक ही था वो आई थिंक उस टाइम थो सोचना स्टार्ट कर दिया था ऑडियो के अंदर न इंडिया में तो कोई भी कुछ भी नहीं कर रहा था तो ये 2017 केने कनेक्ट किया फिर आई स्टार्टेड डूइंग द रिसर्च वर्क कि यार ये बाकी जगहों प कैसा चल रहा है कौन क्या कर रहा है तो यूएस का अच्छे से रिसर्च किया चाइना के अंदर अच्छा सा रिसर्च किया इंडिया का अच्छा से रिसर्च किया एंड काफी लोगों से बात भी किया इंडिया के अंदर क्या तुम कौन ककन जो कंज्यूम कर रहा है पॉडकास्ट या ऑडियो उनसे बात किया काफी कंटेंट वाले फाउंडर से बात किया यूट्यूब से भी बात किया इन्वेस्टर से भी बात किया कि यार वो कैसे देखते हैं तो फाइनली आई कनेक्टेड द डोट्स कि यार ये तगड़ी चीज है इसमें कुछ कर सकते हैं तो 2018 के अंदर टॉपर छोड़ा और इसके अंदर लग गया क्या थोड़ा और अच्छे से देखते हैं कि ये बड़ी अपॉर्चुनिटी है और उसके बाद में एशन करना स्टार्ट करते तो अभी टॉपर में आपने अगर यहां तक हम वेट कर टॉपर में आपने क्या क्या एटली सीखा मतलब क्या गलतियां कर रहे थे आप वहां प इजी प्रेप में गलतिया हो रही थी वहां पर क्या हुआ एी क्यूशन एक तो पहले ओबवियसली माइंड खुल गया होगा कि ये तो थिंकिंग मॉडल इनका डिफरेंट है प्रॉपर हाइपोथेसिस है वहां से कंक्लूजन निकाल रहे हैं क्या था आपकी लर्निंग क्या थी काफी सार चीज डिफरेंट थी लाइक आई विल से की मैं आज उनको भी गलत बोलता हूं लाइक जो सीखा वहां लेकि वहां सीख रहा था देन उस टाइम वो माइंड ब्लोइंग था कि वाओ लाइक ऐसे चीज होती है क्या लाइक पहली बार तो जब मैंने ऑफिस देखा उनका तो ही एकदम वाओ यार ये ये कल्चर होता है स्टार्ट का हम क्या कर रहे थे हम क्या कर रहे थे और यहां पे कितना एनर्जी है तो पहला चीज जो मेरे को दिखा कि टीम जो स्टार्टअप की जो लाक वहां की जो टीम थी ना वो बहुत ही अलग ही लाक वो आईआईटी बंबे के सारे लोग थे और अलग ही एनर्जी थी उस फ्लोर के ऊपर दूसरा ये सारी चीजें अंदर जो टेक्निकल चीजें है कि यार एक प्रोडक्ट की एक अलग टीम होना उसम प्रोडक्ट मैनेजर इतना इतना काम करता है फिर ये कंटेंट की टीम होती है एक लाइक हमारे टेक की टीम होती है इसमें से पिंट चलती है ये होता है वो होता है इन सब का ऐसे काम होके बाद में फाइनली तुम्हारा प्रोडक्ट जाता तो इतना ऑसम प्रोडक्ट बनता है लाइक वो उसके अंदर काफी सारी चीजें होती है जो तुम जब देखते हो उस अंदर घुस के काम करते हो तब पता चलता है कि ये तो हम नहीं कर रहे थे लाइक बैठ के जो भी हैक मार के बना रहे थे उससे चल रहा था वर्डप्रेस की वेबसाइट बनाई थी आपने जब खुद बनाई थी हमने पीएचपी में बनाए थे हमने कोई फ्रेमवर्क भी यूज नहीं किया था उसम पीए जैसे लारा वेल फ्रेमवर्क होता वो भी यूज नहीं किया था पता ही नहीं था रा कोडर कौन था शुरुआत में कोडर में ही था मैंने कोडिंग करना स्टार्ट किया था फिर को ऐड करना स्टार्ट कर दिया था लोगों को और उसके बाद पीएचपी पाइथन जंगो ये सब इनके यहां पूरे फ्रेमवर्क वगैरह वो भी पता चले तो मतलब वो यहां पर वो काफी जो कोऑर्डिनेटेड वर्क होता है ना प्रॉपर जैसे स्टार्टअप वाला वो दिखा हम बहुत ज्यादा हैकर वाले चीजें थे लाइक हैकर मतलब एकदम ऐसे कुछ भी मिल जाए उसे बना के हम डाल देंगे म तो वो वाला भी काफी अलग था इसके अलावा आई विल से कि यार फंडरेज का काफी एक्सपोजर हुआ कि यार हां देख जिसान फंडरेज के अंदर काफी एक्सपर्ट था एक्टिव थे तो मैं मोस्टली उसके साथ यही बातें करता था कौन स विसी से बात कर रहे हो कौन सा क्या चल रहा है कैसे रेज करते हैं फंडिंग तो वो काफी लर्निंग वाला पॉइंट था और सबसे बड़ा चीज जो मेरे को समझ में आया कि यार तुम जहां से स्टार्ट करते हो ना वो बहुत ज्यादा मैटर करता है तुम्हारे सक्सेस के ऊपर जोधपुर था वो साइलो में था लाइक वहां दूर दूर तो कोई स्टार्ट अप कर ही नहीं रहा तुम किससे बात करोगे किससे लर्निंग एक्सचेंज करोगे कोई प्रॉब्लम आ जाएगी तो कहां जाओगे तुम और मेरा तो सीनियर भी नहीं था कि मैं उससे कनेक्शन निकाल के किसी और फाउंडर से बात कर लूंगा और यहां पर लाइक रे पास जो इको सिस्टम बना उस टाइम मुंबई में भी अच्छा इको सिस्टम था ला 2015 के अंदर वहा पर काफी सारे स्टार्ट अपस थे आसपास हर कोई स्टार्टअप लाक स्टार्ट अप की बात कर रहा है फंडरेज हो रहा है नए नए प्रोडक्ट टेस्ट कर रहे हैं उस टाइम हाइपर डिलीवरी वाले काफी सारे प्रोडक्ट आए थे डेली बात करते थे अच्छा यार ये आया है इसके ऊपर य टेस्ट करते अच्छा इसका डर आ गया तो लाइक वो जगह की जो एनर्जी होती है ना उसका कशन बहुत ज्यादा होता है सक्सेस में ला आई विल से थोड़ा बहुत भी नहीं होता बहुत ज्यादा होता 70 % यस इट इ समथिंग इसके अंदर लाइक तुम्हारा दिमाग वैसे ही काम सोचता ही पूरी टाइम वही चीज है और सशन भी मिल ही जाते है लाक तुम नेक्स्ट डोर वाले लोग भी वही कर रहे हैं तो सम तुम ल द टाइम वही चीज कर रहे हो तो तुम्हारी जो एनर्जी है बहुत इंपैक्ट करती है तो जगह का बहुत इंपैक्ट होता है तो मोटा मोटा लाइक लर्न दैट और इसके साथ साथ में मैं फर्स्ट टाइम वो कॉलेज का सॉरी टॉपर का रेवेन्यू भी मेरे आंखों के सामने क्या पहले वो बहुत ही सस्ते में बेचते थे देन दे इंक्रीज द टिकट साइज उसके बाद 50000 पर यर पर स्टूडेंट बेच रहे थे एक लाख तक भी चला गया था फर उन्होंने फील्ड सेल्स वाली टीम भी चालू की थी मैंने उसके अंदर भी थोड़ा सा देखा कि एकच सेल्स कैसे होती है तो वहां पर भी लाइक मेरे को याद है कुछ सा करोड़ पर मंथ का रेवेन्यू मेरे को याद आ रहा वहां पर जो मैंने देखा था मेरी आंखों के सामने भी सेल्स टीम के अंदर चला गया कोडिंग करने के घुसा था अंदर पहले सबसे पहले टीम के अंदर भी देखा तो सबसे इंपोर्टेंट है सबसे इंपोर्टेंट हैलिए को सीख नहीं है चीज तो काम आनी ही आनी है को तो हा तो ये सारी चीज मिलने के बाद में तो ने मचाना अच्छे से लाइक हा प्ले बुक समझ में आ गई लेकिन आज में लाइक अबर वापस लुक बैक करोगे तो शायद उ वहां पर भी काफी सारी गलतियां कर रहे थे लेकिन आई थिंक वो जीरो से तुम स्टार्ट करते हो तो वो एक लर्निंग कर बहुत ही तगड़ा था म गलती रेट्रोस्पेक्ट में पता चलती फ्यूचर में जा तो देख सकते हमें भी पता चलेगा हम क्या गलती कर रहे थे आगे जाके ली हर एक साल बाद लगेगा अभी जैसे हम टॉपर की बात कर रहे तो जैसे इजी प्रेप को टॉपर ने खरीदा फिर बाजू ने टॉपर को खरीद लिया अभी जो है बाज की हालत खराब है और बाजू की हालत खराब है तो इसमें आप कैसे देखते हो क्योंकि आपका पर्सपेक्टिव अलग होगा एज एन एंटरप्रेन्योर और बाकी लोगों को ओबवियसली वो तो अलग ही बोल देते हैं कि यार यनो नहीं वो चला रहे थे वो पैसे खर्च दे रहो वो करते रहते हैं लेकिन एक एंगल दूसरा होता है तो आप किस पर्सपेक्टिव से देखते हो ताकि कॉमन बंदे को समझ आए कि पहले तो आपका क्या एंगल है फिर मैं कुछ ऐड करता हूं लाइक मैं 2012 से लेकर 2018 तक एजुकेशन वाले उसी के अंदर घुसा हुआ था अ और अभी मैं लुक बैक करता हूं तब मैं काफी सारी चीजें अलग से शायद पता चलती है कि यार ये सारी चीजें सही हो रही थी या गलत हो रही थी शायद उस टाइम तो मेरे को भी नहीं पता होता कि यार ये सही है या गलत है आई थिंक फर्स्ट इज कि यार रेवेन्यू आ रहा है ना रेवेन्यू वाला तो मोटा मोटा जब प्रोडक्ट बना रहे थे तब इंडिया के अंदर जो ये स्टार्टअप वाला कल्चर है ना वो काफी सारा रेप्ट किया हुआ है यूएस साइड से कि यार हां तुमको स्टार्टअप ऐसी एक प्ले बुक होती है जिसमें तुम्हे फंडरेज करना होता है तुम्हें प्रोडक्ट बनाना होता है फिर मार्केट में स्केल करना होता है फिर आके जाके रेवेन्यू भी आ जाता है लाइक वो एक काइंड ऑफ प्ले बुक बनी हुई है जिसको इंडिया में रिप्लिकेट करने की कोशिश हुई हुई है और उसम काफी सारे फंडामेंटल्स मिस हो जाते हैं जो एक प्रॉपर बिजनेस सस्टेनेबल बिजनेस अगर तुम बनाना चाहोगे तो बहुत बार अगर तुमने जैसे स्टार्ट किया और तुम स्मार्ट फाउंडर हो तो तुम इजली फंडरेज हो जाएगा तो इजली फंडरेज होने के बाद में यू विल स्केल द प्रोडक्ट लाइक तुम तुम पर क्रिएट करते हो फिर यूजर बेस ग्रो करते हो और काफी आगे जाने के बाद यूल्स स्टार्ट रेवेन्यू और बहुत आगे जाकर पता चलता है कि यार इसका एक्चुअली सस्टेनेबिलिटी वाला कितना सही है कितना गलत है वो टाइम पीरियड इतना लंबा है इतना लंबा है अगर तुम डायरेक्ट रेप्ट करके तुम उस टाइम कंपनी को देखते हो तो शुरुआत में पता ही नहीं चल रहा कि हम क्या सही कर रहे हैं क्या गलत कर रहे हैं ला मैं अगर अंदर की जर्नी बताऊ तो उस टाइम प्रोडक्ट के ऊपर कुछ अच्छा फीचर आ गया उसके लिए हम बहुत खुश होते क्या बना है लाक वो वाला पार्ट इतने यूजर्स आ रहे हैं लेकिन कभी भी वो फंडामेंटल की एक्चुअली लाक यह बिजनेस एजिस्ट करता नहीं करता यूजर का जो रेवेन्यू आ रहा है इसकी यूनिट इमिक्स क्या बैठ रही है वो वाली चीज कभी मैंने ट की जर्नी के अंदर तो नहीं सीखा ला आज बोल पा रहा हूं लेकिन उस जर्नी में उस टाइम मेरे को पता भी नहीं था सीखना चाहिए था और मैं ही सीखा था उस टाइम रिपीटेबिलिटी मतलब रिपीटेबिलिटी उसको बोलोगे आप वन ऑफ द वेरिएबल हा मतलब सस्टेनेबिलिटी में तुम बहुत सार यूनिट इनमस आ जाती है तुम इतना रिपीटेबिलिटी रिपीट कर रहा है जो मतलब को हर्ट है इनका वो मतलब यस यस यस तो मतलब मोटा मोटा वही होता है कि जब तुम कुछ भी चालू कर रहे हो तो एक यूजर को एक्वायर करते हो मार्केट से फिर वो तुम्हारी सर्विस यूज करता है अगर तुम्हारी सर्विस अच्छी है तो वो बार-बार यूज करता जाता है और हर एक प्रोडक्ट की एक अपनी लाइफ साइकिल होती है एलटीवी जिसको बोलते हैं कि यार एजुकेशन में है तो शायद वो फिक्स होगी कि एक साल का है या दो साल का है और तुम्हारा अगर कोई कंटेंट प्रोडक्ट है इंटरटेनमेंट का तो शायद वो थोड़ी ज्यादा हो जाएगी तो हर प्रोडक्ट के लिए वेरी करती है लेकिन हमारा जो यूनिट इकोनॉमिक्स देखने का तरीका क्या मैं इतने में एक यूजर को ला पा रहा हूं उसके बाद में इतना कमा पा रहा हूं उसके बाद में इसका कैक पे बैक करने में इतना टाइम लग रहा है उसके बाद में लाइक में इतना मेरा पॉजिटिव मार्जिन रहेगा और मैं इतना इसके लिए कंटेंट कट वो सारी चीजें नहीं नहीं थी उस टाइम और उसके बाद में जब वन ऑफ द थिंग यार हा ये प्ले बुक थोड़ी सी फटी हुई है अगर तुम रिप्लिकेट कर रहे हो ना तो फंडामेंटल्स भूल जाते हो यहां प तो मोटा मोटा लाक तुम फंडरेज करने के बाद ग्रोथ में लग गए फिर तुम पूछ आरहा रेवेन्यू करके दिखाना पड़ेगा तुम रेवेन्यू कर रहे हो रेवेन्यू के अंदर भी तुम रेवेन्यू ग्रो करना वहा पर भी तुमने उसका चेक नहीं किय भी सस्टेनेबल है या नहीं है उसके बाद में जब तुम्हारे मार्केट का पछ आरहा वो भी दिखाओ तो तु जाक तुम चेक कर रहे हो तो य साइकल बहुत लंबी है और सेम गलती टॉपर के अंदर हुई है और बाज के अंदर हुई है मसे कस्टमर पर्सपेक्टिव से देखे तो इसमें जहा तक मैं थोड़ा सा जो मुझे लगता है कि उसम थोड़ा पुश सेलिंग की तरफ अगर आप फिजिक्स वाला को देखो तो वहां पर स्टूडेंट एक्चुअली वांट्स टूू बाय द प्रोडक्ट अगर प्रतीक महेश्वरी है जो वो बोलते हैं हम बेच नहीं रहे हैं वो खुद खरीद रहे हैं और जबक वो बाय जूज मतलब वो खुद लाक इतनी बार उनकी 100 पर आई थ और वो पढ़ाते भी अच्छा थे म मुझे लग रहा था कि कुछ नया बन रहा है इंडिया में मतलब मजा आता था कि अगर मैं कुछ ऐसा बनाऊंगा नासे सिखाना चाहता हूं क्योंकि मैंने पढ़ाया भी इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के स्टूडेंट को तीन चार महीने बट मुझे लगता बड़ा अच्छा पढ़ा रहे हैं बट कुछ ना कुछ आते आते वो चीज बनी जो ब्यूटीफुल मैं देखता था शुरू में इनकी ड वो किसी और एंगल में ही डिएट हो गए हां तो उसका वही लाइक एक्टर ये वो सब हां मतलब वो फंडरेज वाला पार्ट था तो उन्होंने जैसे शुरुआत में खुद कोचिंग में पढ़ाते थे उनकी लाइक वो वन ऑफ द मोस्ट फेमस टीचर थे लाइक उन्होंने कंटेंट बनाया दैट वाज वन ऑफ द बेस्ट कंटेंट आउट देर इन द मार्केट अग्री उसके बाद में जब उन्होने बेचना स्टार्ट किया एट दैट टाइम आल्सो दे फिगरड आउट द प्ले बुक किया कैसे स्टूडेंट को ऑन बोर्ड कर करना है एंड स्टूडेंट आल्सो यूज टू लाइक लेकिन जब वो फंडरेज की साइकिल में इतना खतरनाक उसस ग कि उनकी वैल्युएशन बढ़ती गई उनको रेवेन्यू भी उतना ही अपटेक दिखाना है तो देन दे स्टार्टेड पुशिंग द पेडल जिससे वो रेवेन्यू बढ़ा रहे हैं अब जैसे तुम ऐसी चीजें कर रहे हो तो देन यू स्टार्ट लाइक यार अब तो किसी भी तरीके से हमको बढ़ाना है लाइक वो एथिक्स भी भूल जाते हो तुम कि हम स्टूडेंट को कित किस लिमिट तक पुश कर रहे हैं टू ऑन बोर्ड ऑन प्लेटफॉर्म और यहां प काफी सारी वो बाउंड्रीज होती है जहां पे इजी टू क्रोश है लेकिन तुम अगर घुस गए क्या मेरे को रेवेन्यू एक बिलियन डॉलर से भी ज्यादा दिखाना है क्योंकि हमारा वैल्युएशन 20 बिलियन पहुंच गया है तो हमको रेवेन्यू लाना पड़ेगा तो ये बिजनेस एजिस्ट करता है और देर विल बी प्लेयर जो एक्चुअली डोमिनेट करेगा इस मार्केट को हा और ये सर्विस चाहिए लोगों को घर प बैठ के आज इंटरनेट के ऊपर बैठ के मेरे को पढ़ना है लेकिन वो सम हाउ साइकिल ऐसी थी कि यार तुम फस गए फंडरेज वाले साइकिल में फस गए उस रेवेन्यू के टारगेट के अंदर और वो टारगेट के चक्कर में तुमने अपने फीड से को इतना पुश कि दे क्रॉस दे बाउंड्री लाइन उसकी वजह से कुछ पेरेंट्स ने आवाज उठाना स्टार्ट किया कि भाई तुम ऐसे डरा रहे हो बच्चों को देन वो ब्रांड के ऊपर इंपैक्ट आना स्टार्ट हुआ कि बा एक्सप्लोइट कर रहा है बच्चों को एंड पेरेंट्स को तो वो एक पूरी की पूरी साइकिल आई लाक इस साइकिल के अंदर जूनियर का भी काफी वैसा हुआ उन्होंने भी थोड़ा और ज्यादा नीचे को आ थिंक हां वो वो और एक और एक्स्ट्रीम एग्जांपल है जिसके अंदर उन्होने उन्होंने ज प्रोडक्ट स्टार्ट किया था शुरुआत सो ये सारी अपॉर्चुनिटी एजिस्ट करती है लेकिन उनका एक अपना मार्केट है एक अपनी साइज है अब जैसे बाजू ने 20 25 मिलियन का वैल्युएशन कर रखा था लेकिन उतनी वैल्युएशन नहीं होगी उसकी हो सकता है कि वो एक दो बिलियन डॉलर की ही वैल्युएशन वाली कंपनीज बनेगी इंडिया के ज्यादा पंप कर दिया मतलब एक्चुअल में उतना नहीं था तो कु और ऐड करना चाहिए था वाइट हैड जन के साथ में भी यही हुआ जब उन्होंने स्टार्ट किया तो प्रोडक्ट का रिस्पांस बहुत अच्छा आया लाइक लेकिन जब वो अच्छा आया और उन्होंने फंडरेज कर लिया और टारगेट ले लिए और स्केल करना स्टार्ट किया दे ल् क्रॉस द बाउंड्री लाइन कि बच्चों को ऐसे वीडियोस दिखा रहे हो कि यार तुमको 100 करोड़ की नौकरी हा नकरी मतलब कुछ भी करने लग जाते हो लाक व वो बहुत ही इन बथ केसेस आई विल से इट वा द पार्ट ऑफ फंडरेज प्रेशर आ गया नाउ श यव टेकन द फंड दिखा हा यू हैव टू श और वो इंडिया के अंदर वो पेशेंस वाला भी थोड़ा सा अभी तक डेवलप नहीं हुआ यार इफ यू आर नॉट एबल टू कक लेट्स टेक द टाइम ना लाक ठीक यूएस केर कंपनी बनी है उन्होने रोकेट एकदम फूल किया है पूरा का पूरा लेकिन अगर सस्टेनेबल बनाना तो लेट्स टेक द टाइम तो वो टाइम वाला कम हो गया फंडरेज हो गया यू हैव द टारगेट बाद में यह सारी चीज होना ही है एक मैं इसकी किताब रीड हफ मैंने लिखी है बट स्केलिंग कि बिजली की तरना आप जब स्केल करते हो तो उनका यह मानना है पर्टिकुलर कंडीशन में ज तक स्पेशली जहां पर विनर स्टे ल वाली मार्केट है कि एक ही विनर होगा वहां पर तो वो बोलते कि हम एज एन इन्वेस्टर मान के चलते हैं कि हाभी फेल भी हो सकते हैं बट एट दैट टाइम एफिशिएंसी जो है वो उतनी मैटर नहीं करती बस पंप इन करके तुम कर जाओ क्योंकि सेकंड पोजीशन तो है नहीं इस गेम में तो कहीं ना कहीं मुझे थोड़ा सा ऐसा लगता है उस रूल बुक में भी आ ही गए थे कि करो इसको बड़ा फॉरेन में भी चले गए थे जबकि फॉरेन के वहां पर देखो कई लोग वो एड टेक को उतना मान नहीं रहे हैं कहीं मैंने इनकी इंटरव्यूज वगैरह देखे लेकिन बट एनीवेज एज इन लाइक अब अगर हम नॉर्मल बायजू रविंद्रन की बात करें ए एन टपर लाइक उनकी ग्रेड और पर्स विरेंस उसके बारे में आप क्या बोलना चाहोगे एज ए एंटरप्रेन्योर तो यार सबके लिए रेस्पेक्ट है चाहे कोई भी स्टेट में हो अनटिल अननेस्ट तुमने अन एथिकल काम नहीं कि आई विल से ववर ल य फाउंडर वाल जर्नी है इट इज वेरी डिफिकल्ट लाइक वेरी डिफ पपल डों अंडरस्टैंड दैट हां भाई बहुत सारे अप डाउन आते हैं 90 पर डाउन ही टाइम रहता है तुम्हारा हर रोज कुछ फट ही रहा होता है हां हां और थोड़ा सा आई थिंक लोगों के दिमाग में वो इट इज अ नॉर्मल मार्केट का थिंग कि जैसे तुम एक सर्टेन स्टेज से ऊपर जाते हो तो पीपल स्टार्ट क्रिटिसाइजिंग यू एंड आई विल से कुछ आज बाजू की कोई भी स्टेट हो बट वो लगे हुए हैं लाइक अपने या भी बचाना है कोई भी स्टेट है यहां पर तोव फाउंडर का एक वो एटीट्यूड रहता ही है कि या मेरे को तो तगड़ी चीज करनी है मेरे को तो इतने लोगों को इंपैक्ट करना है व बहुत स्ट्रगल आते है दिस इज वन ऑफ द एग्जांपल जहां पर ला तुम इतना ऊपर जाके भी एकदम म रहे मैं इनका एक्चुअली देख भी रहा था कि एक जब ये थोड़ा सा स्टार्ट हुआ था ये चीज तो उस टाइम इनके आई थिंक डैड को कोई कैंसर या कुछ इस तरीके की प्रॉब्लम थी तो ही वाज लाइक ट्रेवलिंग उनको जा रहे हैं फिर आ रहे हैं जा रहे आ रहे हैं और वैसे इतनी ज्यादा डिफिकल्ट है य करनी इन्वेस्टर के साथ और ज्यादा हो गई है और प्लस आपकी फैमिली का भी वैसा चल रहा है तो मतलब एक एस अ आई डोंट नो व सेल्स वाला अगर आप हटा दीजिए उसके अलावा जो उनकी मतलब वो है कि मतलब मतलब बहुत लर्न कर सकते प्लस एस जो नॉर्मल ऑडियंस है वो भी मैं चाहता हूं कि एक न रिस्पेक्ट करनी चाहिए इंडिया में क्योंकि निकलेंगे यार फेल तो होंगे मतलब 10 में से मान लीजिए न फेल हो किसी को तो गट्स करना ही पड़ेगा ना मतलब या तभी तो हम बढ़ेंगे आगे रप की बैठ जाएंगे इतना रिस्क ही नहीं लेंगे दूसरी बार बंदा खड़ा होगा दूसरी बारता देगा मतलब बाहर में तो ऐसे करते हैं कि दो बार फेल हो गया तीसरी बार तो उसके ऊपर पूरी बैठ है कितना पैसा चाहिए मल तीसरी बार भी खड़ा हो रहा है वो उतने पंचे लेग तो मतलब वो ए होल हम अप्रिशिएट करना चाहिए मतलब मैं नर्मल ऑडियंस से जाता हूं उनका गलत पर्सपेक्टिव हो जाता है क्योंकि वो नॉर्मल एक थ्योरी आ जाती कि आपने दो रुप लगाए एक रुपया कमाया तो ऐसे तो मैं बैंक में डाल दूंगा वो वाली थ्योरी भी है बट कई बिजनेसेस वैसे ही करते फिर हम बड़े बिजनेस बना भी नहीं पाएंगे एक्चुअली देखो अगर स्टार्ट अप इज द मोस्ट रिस्की थिंग अगर आप चाहे इन्वेस्टमेंट के पॉइंट ऑफ व्यू से देख लो चाहे खुद के स्टार्ट करने के पॉइंट ऑफ व्यू से देख लो आई विल से कि 100 में से एक या दो ही सक्सेस होते हैं बाकी सारे फेल होते हैं और अपन न्यूज जो कंज्यूम करते हैं ना अपन को लवेज मसाला अच्छा लगता है तो जो फेल्ड वाली जो न्यूज बनती है ना वो नेक्स्ट लेवल मसाला होता है कि ओ भाई इन्होने इतना ये कर लिया और ये फेल हो गया तो मार्केट में ऑलवेज आई विल से कि ये न्यूज भरी ही रहेंगे और ओवर द टाइम बढ़ती ही जाएंगे कि यार ये फेल हो गया ये फेल हो गया ये फेल हो गया क्योंकि तुम्हारा लाइक नंबर ऑफ स्टार्टस बढ़ते जा रहे हैं और ये तो रूल है कि या तुम तुम्हारा एक दो परट स्टार्ट अप ही सक्सेसफुल होंगे इतने बड़े होंगे बाकी फेल होने तो दो चीज यहां पर एक तो यह है कि या तुम ल एटीट्यूड कैसा बनाते हो टुवर्ड्स टेकिंग द रिस्क तो आफ्टर कंजूमिंग ल दिस नेगेटिव न्यूज मोस्ट ऑफ द पीपल डर जाते हैं कि यार ये इतना खतरनाक है तो मैं तो करूंगा ही नहीं वो भी गलत है लेना मेरे हिसाब से तुमको ला अगर तुम्हारा ड्रीम है तुम्हें कुछ करना है तो देर आर सक्सेसफुल एग्जांपल आल्सो काफी सार बूट जिन्ने एकदम कुछ भी फंड रेज नहीं किया कुछ भी मनी रेज नहीं कि वो बना रहे उनका कोई न्यूज नहीं आता और जो सक्सेस हो गए उनका भी बहुत ही कम न्यूज आता हैम पॉप पर बैठ उसकी न्यूज आती है लेकिन बाकी तो पूरा नेगेटिव भरा रहता है तो लाक आई थ उनको फिल्टर करके वो वो भी होना चाहिए दूसरा लाक य आर एडिंग हा वो एक ल रेस्पेक्ट होनी चाहिए दिस इ नॉट इी टास्क इस मूवी बनी चाहिए हमारी मतलब किसी की बनाओ एटलीस्ट अंदर की जर्नी बताओ यार मतलब वो किससे जा रहे हैं म लोगों को पता नहीं चलता कि वो बहुत सारे वेरिएबल है जिसको कंट्रोल कर र है ये कर रहा है तो वो गिर रहा है वो गिर रहा वो चला ही हु वो और कितनी लाइफ सैक्रिफाइस कर ही रहे है फिर लोग आ इंडिया के अंदर बहुत ही तगड़ा टाइम आ रहा है फॉर स्टार्टअप्स और अभी आई थिंक वी हैव इनफ कैपिटल इन द मार्केट वी हैव इन टैलेंट इन द मार्केट टू क्रिएट द प्रोडक्ट वी हैव एनफ पीपल टू टेक द रिस्क आल्सो और आई विल से की जो अभी जो माहौल है ला इट इज द डाउन टाइम इन द स्टार्ट अप वर्ल्ड कि यार काफी सारे जो यूनिकॉर्न बने थे उनकी हालत खराब है कुछ बंद हो रहे हैं कुछ का फंडरेज नहीं हो रहा कुछ का डाउन टाइम चल रहा है बहुत ही कम सक्सेसफुल हो रहे हैं ये ओ द टाइम आई विल से बढ़ता ही जाएगा क्योंकि तुम्हारे नंबर ऑफ स्टार्टअप्स बढ़ते जाएंगे मेन स्ट्रीम में आ गया शार्क टैंक के बाद तो मतलब अब हीरो चेंज हो गया एक्चुअली पहले यूपीएससी था अब लोगों का हीरो चेंज होगा जब हीरो चेंज हो गया तो बाय डेफिनेशन इतनी आबादी है हमारी मतलब मेरे को लगता है कि करेगा मतलब बहुत ग्रो करेगा ऐसी मेरी समझ है क्योंकि हीरो चेंज हो गया नया बच्चे को नहीं बनना है अब उसको अपना स्टार्ट अप खोलना है उसको अपना कुछ खोलना है वो अटेम्प्ट करेंगे इतने वो अटेम्प्ट ज्यादा होंगे तो सक्सेस भी होंगी दैट इज ट्रू कुछ तो करेंगे स्कट ने तो एक्चुअली पूरा इंडिया का एटीट्यूड ही चेंज कर दिया अभी तो एवरीवन नाउ स्टार्टेड टॉकिंग अबाउट द स्टार्टअप उनको वो वोकेबल भी आ गई है कि यार क्या रेवेन्यू होता है क्या कैक होता है क्या होता है हां क्या एलटीवी होता है क्या कैप बैक होता है लाइक पीपल स्टार्टेड टॉकिंग इन सम ऑफ देम स्टार्टेड इन्वेस्टिंग आल्सो कि यार अच्छा हम इन्वेस्ट भी कर सकते हैं ऐ चीजों के अंदर तो वो काफी कल्चर चेंज है अभी मैंने रिसेंटली एक सूरत के अंदर गया था इवेंट अटेंड करने के लिए तो सूरत इज लाइक बहुत ट्रेडिशनल बिजनेस वाली जगह है जहां पे तुम जाते हो तो हवा में भी सुगंध आती है व बिजनेस की और वहां पर अभी जो न्यू जनरेशन है सब लाइक वहां पर उका डीएनए ऐसा है कि उनको बिजनेस ही चालू करना है लेकिन अभी जो न्यू लोग है उनका वो एकदम स्टार्ट अप वाला माइंड सेट जो होता है ना डीएनए भी वैसा आई डोंट नो कि वो अच्छा है बुरा है लेकिन वो बिकॉज ऑफ थक एवरीवन स्टार्टेड टॉकिंग इन दोज वोकेबल की अच्छा तुम्हारा ये कितना है कितना है तुम्हारा ये कितना है वरना वो बिजनेस के जो प्रॉपर बिजनेस के फंडामेंटल्स तो वही है ना कि तुम इतना लगा रहे हो तो इतना तो कमाना पड़ेगा प्रॉफिट तो कमाना पड़ेगा वही वही एक फंडामेंटल है और आज भी वही फंडामेंटल है ब्लैक बॉक्स थ्योरी कुछ भी बना दिया अंदर एक र डाल के फिर कितना निकला एंड तो फिर वही है अंदर बहुत ही इंट्री के सी और सटल चीज होंगी यस यस लेकिन नहीं दिस इज द वेरी गुड थिंग दैट हैपन इन द कंट्री नाउ एवरीवन स्टार्टेड एटलीस्ट नोइंग की ऐसी चीजें भी कर सकते हो दिस इज वन ऑफ द बेस्ट थिंग यू कर सकते हो अपनी करियर में वैसे मारवाड़ी जो होते हैं वो भी बहुत अच्छे होते है बिजनेस में से बोला जाता है मारवाड़ी गुजराती मारवाड़ी मारवाड़ी गुजराती का तो लाइक खून के अंदर बिजनेस हा तो आपको क्या लगता है बीइंग अ मारवाड़ी आपको कुछ एडवांटेज मिला मगर आपका मतलब पता नहीं आप बताइए मेरे को सो देखो राजस्थान काफी लाइक मिक्स्ड जगह है राजस्थान के अंदर पांच लैंग्वेज बोली जाती है मारवाड़ी तो वन ऑफ देम है मारवाड़ी है मेवाड़ी है अड़ती है सेका वाटी है एक और लैंग्वेज है कौन सी है कोई तो लैंग्वेज है हां तो ये चार लैंग्वेज बोले जाते हैं मैं सेका वाले पार्ट से तो शेखावाटी वाले पार्ट के अंदर जो मेरा साइड है उसके अंदर ज्यादा फार्मिंग वाला फोकस ज्यादा रहता है क्या खेती करनी है खेती के बाद में जो नेक्स्ट एस्पिरेशन आता है ट इज गवर्नमेंट जॉब उसके बाद में शायद जाके बिजनेस वाला आता है और जितना टाइम मैंने वहां पर बिताया लाक मैंने पूरा बचपन निकाला है तब तक मैंने कभी ऐसा प्राउड वाला फील तो करते हुए नहीं देखा कि लोग जो बिजनेस स्टार्ट कर रहे उनके लिए प्राउड फील है और लोग उसके एकदम वो देखते हैं कि दिस इ दथ जो करनी चाहिए वो लाइक होता है ना क्या तुम्ह नहीं हो रहा कुछ तो तुम बिजनेस स्टार्ट करने वाला एटीट्यूड था उस टाइम तो वही एटीट्यूड था कि यार अच्छा नहीं हो रहा तो अब कर रहे हो तुम सबसे बड़ा एस्पिरेशन तो मोटा मोटा वो गवर्नमेंट जॉब वाला ही होता है वहां पर तो थोड़ा सा राजस्थान का थोड़ा मिक्स है जो जोधपुर उदयपुर यह वाला साइड है ना दैट इज वो मारवाड़ी खून वहां पर काफी लोग तुमको जो ये गुजराती खून जो होता है ना बिजनेस वाला वो मिलता है तो राजस्थान इ वेरी मिक्सड तो वहां पर तुमको सारी तरह की चीज मिल जाएंगी तो आई विल नॉट से कि मेरा बचपन की वजह से मेरे को ये आया बिजनेस वाला मेरा बचपन तो पूरा वो ब था नहीं पेरेंट्स भी नहीं थेना जैसे बिजनेस में नहीं थे तो आपका तो मेरे ख्याल से बहुत अच्छी स्टोरी है और म इंस्पायरिंग है आपके मुझे लग रहा है वो बेरर होते है फ्लैग लेके आगे जा रहे कहीं ना क गांव वालो को मिलेगा यार अच्छा उनका लड़का था मतलब वो तो एक बहुत अच्छी है इंडिया के लिए बहुत अच्छी मैं चाहता हूं बहुत सारे लोग मतलब आपकी स्टोरी से वाकफ हो नेक्स्ट आते है बैक टू कुक एफएम बोला टॉपर से आप बाहर आ गए 2018 2018 से बाहर आया हां ओके उसके बाद में मैंने छ महीने का और टाइम लिया क्योंकि अबकी बार सेकंड टाइम चालू कर रहा था तो मेरे को थोड़ा और लाइक वो पहली बार तुम रिस्क ले लेते हो दूसरी टाइम तुम थोड़ा सा और इंश्योर होना चाहते हो कि आपकी बात तो सक्सेस मिलनी चाहिए तो थोड़ा और डीप ग्राउंड रिसर्च किया यार एक्चुअली अबकी बार कर रहा हूं तो बड़ी चीज तो बननी चाहिए थोड़ा सक्सेस की सर्टेनटीज होनी चाहिए और उसके बाद जून 2018 के अंदर पहला प्रोडक्ट लंच किया था और वो पहला प्रोडक्ट था जो मैं खुद कंज्यूम कर रहा था पॉडकास्ट तो पॉडकास्ट किसके थे फॉरेन वाले थे पॉडकास्ट नहीं हमने हिंदी में लंच किया था हिंदी में कुछ कुछ कटर से मिला उनका कांटेक्ट लिया और उसको प के ऊपर डाल के स्टार्ट कर दिया तो कुछ 100 पॉडकास्ट के साथ लंच किया था पहला प और विथ इन वन वीक प भी बना के चालू भी कर दिया था जब या तो चालू ही करना वाला जब टाइम आया तो जैसे अभी आप मार्केट रिसर्च कर रहे थे मैंने इनसे जैसे बात करी थी पुनीत से तो वो एस्ट्रो टॉक में जो है वो बोल रहे थे जैसे इने स्टार्टिंग में मार्केट रि सर्च करी तो उन्होंने टॉप 10 या जितने भी कंपट है उनकी एमसीए से निकाल के उनको ऐड कर दिया सेल या प्रॉफिट को लेकिन ऑडियो के केस में तो जैसे मार्केट थी नहीं या तो फॉरेन के एग्जांपल है ठीक है ऑडिबल है स्टोरीटेल है ब्लिंक वगैरह ये सारे हैं वहां पर तो एटिट्यूड भी है मतलब काफी करने का तो आपकी मार्केट रिसर्च सिर्फ इस हाइपोथेसिस प थी कि वेंच यह वाइब है और फ्यूचर के टाइम पर मैं बेट कर रहा हूं यस तोली दिस इ न्यू वर्टिकल इंडिया तो पहले से कुछ एजिस्ट नहीं करता कि जिसका तुम पैरेलल ड्र कर सकते हो तो इंडिया में रेडियो है लेकिन रेडियो इ हेली डोमिनेटेड बाय म्यूजिक लाइक रेडियो का नाम आता म्यूजिक ही आता है दिमाग के अंदर की गाने सुनूंगा मैं और वो इसलिए कि बहुत ही हैवली रेगुलेटेड है बहुत सारे रेगुलेशन लगा रखे हैं कि तुम ये नहीं कर सकते ये नहीं कर सकते ये नहीं कर सकते तो फाइनली उन्होंने कि यही वे हम ये गाने चलाएंगे और रेवेन्यू कमाएंगे और जो ये ऑडियो वाला जो आईडिया आ रहा था उसके अंदर दिस इज द नॉन म्यूजिक वाला थिंग जिसके अंदर कंटेंट डालेंगे यूजर सुनेगा इसके अंदर वो 10 मिनट से लेकर एक घंटे 10 घंटे 20 घंटे कितना भी हो सकता है लेकिन चलते फिरते उनको कुछ सुन के लाइक उसको या तो एंटरटेनमेंट करना है या कुछ सीखना वाला पार्ट होना चाहिए और वो इंडिया में एजिस्ट नहीं करता लाइक वीडियो के अंदर एजिस्ट करता है लेकिन वीडियो को तुम डायरेक्ट मैप नहीं कर सकते हो ऑडियो के अंदर तो इंडिया के अंदर उतना कुछ डेटा पॉइंट मिला नहीं यहां पे तो यूजर से क्रिएटर से बात करके तुमने गटको ली लिया क्या लोगों की नीड तो है लोगों को लाइक लोग यहां पर आठ से 10 घंटे वेस्ट करते हैं इस टाइम जोन के अंदर जहां पर वो म्यूजिक के अलावा कुछ कंज्यूम कर ही नहीं पाते और म्यूजिक तुम आधे घंटे से ज्यादा क्या ही सुनोगे उसके बाद में लोग फ्रस्ट्रेट ही होते हैं कि यार मेरे को अगर ये दो घंटे का कम्यू टाइम कम हो जाए तो मैं मेरी लाइफ में पता नहीं क्या उखाड़ सकता हूं लेकिन वो कुछ है नहीं वहां पे तो ये सारी चीजें छोटी छोटी छोटी छोटी चीजें ऐसे इकट्ठा करके कि यार ये चल सकता है बाकी के जो डेटा पॉइंट जो यूएस और चाइना से मिले वो काफी पैरेलल है कि यार वहां पर पॉडकास्ट का कितना बड़ा मार्केट है चाइना के अंदर कितना बड़ा ऑडियो का मार्केट है तो वहां से थोड़ा एक सेंस लग जाता है कि यार वहां पर तुम इतना बड़ा तो इंडिया के हिसाब से इतना बड़ा हो सकता है तो तुम क्लियर पिक्चर तो कभी नहीं निकाल सकते बट तुम काफी क्लोज पहुंच सकते हो कि और बाद में तुम्हारा गट कोल और स्ट्रंग हो जाता है कि यार हा ये तो तगड़ी मचा चीज लग रही है तो मैं जब से ये रिसर्च कर रहा था डे बाय डे मेरा कॉन्फिडेंस बढ़ता ही जा रहा था तो दैट गिव य द साइन की यार हां सकता है हो सकता है तो वहां से चालू किया तो पॉडकास्ट चालू किया और विथ इन वन मंथ रिलाइज कि यार ये तो नहीं चल रहा लाइक जब मैंने लंच किया था तब ऐसे लग रहा था कि आप पेल ही देंगे अब तो अबकी बार तो लाइक हमने सीख भी लिया है सब कुछ बहुत सुपर बना दिया है पहले भी कंपनी चालू किया है और अब तो प्रोडक्ट लच करेंगे एक आग लगा देंगे वाला लेकिन विथ इन वन मंथ रिलाइज किया तो काम नहीं कर रहा और यूजर तो सुन ही नहीं रहे सुनते तो एक पॉडकास्ट सुनते सुन के चले जाते हैं बाद में आते ही नहीं एवरेज लिसनिंग टाइम वाज कुछ तो 15 मिनट के आसपास आ रहा था 15 मिनट के आसपास लोग सुन रहे थे तो फिर वहां से यूजर से बात करना स्टार्ट कि यूजर से समझते ऐसा कैसे हो सकता है बाद में पता चला कि यूजर को आदत ही नहीं है य पॉडकास्ट सुनने की इंडिया के अंदर वो जस्ट य हम इंग्लिश वाले जो थोड़ा सा वेस्टर्न के ज्यादा टच में है उनको पॉडकास्ट पता है बाकी लोगों को पॉडकास्ट पता भी नहीं है और इनको य कैप्सलर कंटेंट सुनने की आदत ही नहीं है जो टॉक शो होते मोस्टली पॉडकास्ट उनको नहीं कि यार ये तो बहुत ही तगड़ा रेकमेंडेड है या सुनना स्टार्ट कर लिया तो लेकिन नेक्स्ट तो एकदम नया चालू होगा उनको कोई हुक ही नहीं है नेक्स्ट चालू करने का स्टार्ट करने का तो वो नहीं सुन रहे बाद में बात करने के बाद पता चला कि इंडिया के अंदर बस 1 पर पॉपुलेशन है जो पॉडकास्ट के बारे में पता है वो सुन रही है बाकी लोगों को नहीं पता देन क्यार हा अब आए या रियल स्टार्टअप की दुनिया अब फिगर आउट करोगे क्या चलेगा यहां पे ऑडियो का मार्केट बनना तो है और बहुत बड़ा मार्केट है लेकिन अब क्या बनेगा क्या प्रोडक्ट चलेगा लोग क्या सुनेंगे वो नहीं पता जब हमने यूजर से बात करके ये पता लग गया था कि लो क्वालिटी ऑडियो कंटेंट तो नहीं चलेगा क्योंकि उससे बहुत नॉइस होती है और तुम्हारा एक ही सेंसर बीजी है तुम्हारी आंख तो कुछ कर नहीं सकती यहां पर और एक सेंसर में न आ रही है तो यूजर बहुत इरिटेट होता है वो छोड़ देगा वो सुनता है तो हमने प्रीमियम क्वालिटी वाला बेंचमार्क तो लगा देता या कुछ भी कर रहे तो प्रीमियम क्वालिटी तो चाहिए तो यूजीसी तो नहीं चलेगा यूजीसी मतलब यूजर जनरे कंटेंट जोर पर होता हैय पर होता है रील्स प होता है वो तो नहीं चलेगा अच्छी क्वालिटी का कंटेंट ही चाहिए और उसके बाद में हम हमने एक बार लंच किया ये सीरीज कंट अच्छी क्वालिटी का सीरीज कंटेंट एक स्टोरी लंच की जिसके अंदर कुछ 100 एपिसोड के आसपास थे और उसके ऊपर कंटेंट का एंगेजमेंट देगा वहां प तगड़ा एंगेजमेंट आया यूजर ने एक ब स्टार्ट कर दिया तो मोटा मोटा कुछ लाक 30 पर यूजर्स पूरा खत्म कर रहे थे और वहां पर कॉन्फिडेंस आया यहां पर एवरेज लिसनिंग टाइम भी कुछ 60 70 मिनट जा रहा है और यूजर एक बार चालू कर दिया फिर डेली आके सुने जा रहा है तो इसका मतलब य कि ऑडियो के अंदर कंटेंट ऐसा ही चने वाला है ला एक बार तुमने डिस्कवर कर लिया उसके बाद में वो वीक्स तक चलना चाहिए और बाद में उसकी जर्नी के अंदर कुछ और डिस्कवर कर लेगा लेकिन एक बार डि करने के बाद वो कंटिन्यू चलते रहना चाहिए तो वहां के बाद ट वास कंटेंट डिस्कवरी इस टाइप का कंटेंट चलेगा तो वहां के बाद हमने कंटेंट बनाना स्टार्ट किया कि यार हा अब हम इस तरह की लाइब्रेरी बनाते तो काफी सारा कंटेंट ऐड किया उस फॉर्मेट के अंदर और ये हिंदी के अंदर ही काम कर रहे थे इन 2020 वी स्टार्टेड क्रिएटिंग लाइब्रेरी क्या थोड़ा अच्छा बनाते हैं और उसके बाद में हमने जो किया अबके बाद अच्छा बिजनेस बनाना तो रेवेन्यू भी आना चाहिए तो अभी शुरुआत से ही रेवेन्यू चेक कर लेते कि यूजर लिए पे करेंगे या नहीं करेंगे सब कुछ नहीं है मार्केट में पहले हमने ये फिगर आउट किया कि इस टाइप का कंटेंट चल रहा है प्रोडक्ट में इस टाइप का दिखाएंगे तो चलेगा अब रेवेन्यू होगा या नहीं होगा वो एक क्वेश्चन मार्क है अभी तो अभी सेही चेक करके चेक करके देख लेते हैं चलेगा नहीं चलेगा तो हमने 21 जनवरी को मोनेटाइजेशन मॉडल लंच किया था उसके अंदर हमने सब्सक्रिप्शन प्लान लंच किया ईयरली 399 का और पहले महीने कुछ हमारे को आए 1000 यूजर्स पेड यूजर्स ट वाज द फर्स्ट टाइम की वा लाइक हम जो बना रहे हैं लोग सुन नहीं रहे सुनने के अलावा पे भी कर रहे हैं उनके लिए है सुन तो रहे ही है सुनने के साथ साथ पे भी कर रहे हैं तो इसका मतलब ये लोगों के लिए वर्थ इट है लाइक लोगों के लिए वैल्यू एड बहुत हाई हैट्स वई दे आर पेइंग न आ प्लेटफॉर्म तो वहां से वो गट फील आया कि यार ये तगड़ा पीएमएफ है मतलब उस स्टेज के हिसाब से किया कंटेंट पता चल गया ऑडियंस पता चल गई प्रोडक्ट पता चल गया और लोग पे भी कर रहे उस कंटेंट के लिए अब थोड़ा स्केल चेक करते ऐसा तो नहीं हो कि यार बस दो लाख लोग ही है वो सुनना चाहते हैं इंडिया के अंदर इंडिया में 140 करोड़ लोग बैठे हुए उसम से दो लाख लोग ही सुनना चाहते तो तुम्हारा बड़ा बिजनेस नहीं बना सकते व जो हमारा सपना था हमको मिलियन ऑ लोगों को इंपैक्ट करना वो भी नहीं कर सकते हो तुम तो वहां से स्ल करना स्टार्ट किया एक साल का बाद हमने एंड किया था कुछ दो लाख 100 हज यूजर्स एकट पेइंग यूजर्स लाइक जो पे कर रहे थे प्लेटफॉर्म पर वो बड़ा नंबर था लाइक इंडिया के अंदर हा एक साल के अंदर लाइ पहली बात तो भारत वाली ऑडियंस जो हिंदी सुनती है उसके ऊपर कोई सक्सेसफुल एग्जांपल ही नहीं है कि इतने लोग पे करते हैं कंटेंट के लिए क्योंकि इंटरनेट के ऊपर तो वो फील था ना कि सब कुछ ही फ्री होता है यहां पर तो तो कंटेंट के लिए पे करना वाज न्यू थिंग तो पहली बात तो डाउट कर रहे थे क्या लोग पे करेंगे या नहीं करेंगे पे करने के बाद कितने लोग पे करेंगे उसके ऊपर आता कि कितना बड़ा स्केल है तो हमने जब चालू किया धीरे-धीरे तो ई लाख प पहुंच के और दूसरा साल एंड किया 10 लाख के ऊपर तो ये तगड़ा एक टक्ट दिखा कि यार हा लाइक स्केल के ऊपर लोग पे करने के लिए रेडी है इस कंटेंट के लिए व लोगों के लिए एक्चुअली वैल्यूड बहुत ही हाई था जो मैं बता रहा हूं क्या लोग मोस्टली कंज्यूम करते हैं जब वो स्क्रीन के सामने नहीं है या बैठे हुए नहीं है तो लोग क्यूट कर रहे हैं चलते फिरते कोई रिपीट काम कर रहे हैं एक्सरसाइज कर रहे हैं उस टाइम सुन रहे और उस टाइम उनके पास कुछ खास कंटेंट है ही नहीं कंटेंट मिला और तुम उसके लिए अगर मनी भी मांग रहे हो उसके लिए वो देने के लिए रेडी है तो वहां से वो एकदम वो रॉकेट चालू हुआ कि यार हा अब तो लोग पे कर रहे तो ये चालू हुआ उसके बाद व इंक्रीज द प्राइस ल्स 399 को हमने 899 कर दिया और उसके अंदर भी हमको काफी लाइक अच्छा रिस्पांस मिला हमने सोचा था कि कैक पूरा ही फट जाएगा कन्वर्जन पूरा ही फट जाएगा कैक कन्वर्जन में बहुत ही लाइक बहुत ही कम 5 पर का डिफरेंस आया होगा तो वो भी एक अच्छा विन था और उसके बाद में व स्टार्टेड स्केलिंग इट और उसके बाद में नेक्स्ट ईयर एंड किया था हमने 2 मिलियन प्लस एक्टिव पेड यूज न प्लेटफॉर्म ब तो ये हमारी जर्नी रही और इसी जर्नी के अंदर हमने हिंदी के बाद में हमने तमिल तेलुगु मलयालम ऐड किया साउथ बेल्ट ऑफ इंडिया उसके बाद कनाडा मराठी बंगाली य लैंग्वेज ऐड किया और कंटेंट के अंदर हमने जब चालू किया था त पर्सनल फाइनेंस था फिर हमने हिस्ट्री बायोग्राफी हरर थ्रिलर रोमांस ये सारा कंटेंट ऐड करते गए तो आज तो काफी बड़ी लाइब्रेरी है बहुत बड़ी अभी आपको लगता है पॉडकास्ट के लिए अब रेडी है क्योंकि पॉडकास्ट थोड़ा कॉमन हो रहा है अभी भी आई विल से कि उस टाइम % अभी 5 पर होगा लेकिन अभी भी इंडिया रेडी नहीं है पॉडकास्ट के लिए एटलीस्ट पेइंग के लिए नहीं है नहीं है नहीं है बिल्कुल भी नहीं है अभी इंडिया के अंदर पॉडकास्ट मिक्स चलेगा तो य के ऊपर चलेगा और य के ऊपर भी लोग फ्री में ही देखेंगे वहां पर एडवर्टाइजमेंट रेवेन्यू कमा सकते हो इसके अलावा नहीं चलेगा अभी रेडी नहीं है लाइक लोग पे नहीं करेंगे पॉडकास्ट के लिए क्योंकि एक्चुअली जब स्टार्टिंग में बिल्कुल ये क्या था एक्चुअली सब्सक्रिप्शन मॉडल भी बहुत नया है तो इससे भी रिपल्सिव करते हैं अगर रिंग सब्सक्रिप्शन एटलीस्ट तो वो लोगों को बहुत ऐसा लगता है कि यार आप रेकरिंग ले रहे हो ये क्या है और क्योंकि सबसे पहले तो यह था कि बहुत से लोग सोचते थे हम आपको पे कर रहे इंटरनेट के थ्रू कि अगर मेरा डाटा जो है उसी से इनको पैसे मिल रहे होंगे तभी तो हा हा ये कंफ्यूजन था यस यस फिर उसके बाद अच्छा पे करना है तो उसमें थोड़ी रिपल्सिव थी रेकरिंग में वो है रिपल्सिव तो इंडिया आपको लगता है रेकरिंग के लिए रेडी है कि वो बारबार जो है वो आ वि जहां पर तुम सस्टेनेबल बिजनेस इक्वल टू यूएस बना सकते हो वहां तक नहीं पहुंचा है तो इंडिया के अंदर मैं लाइक जितना ऑब्जर्व कर रहा हूं जैसे आपने ऐड किया पहले लोगों ने इंटरनेट यूज करना स्टार्ट किया था उसके लिए पे करना पड़ता था दैट वाज समथिंग कि हमने सब कुछ पे कर दिया जो भी मिलेगा सब कुछ फ्री होना चाहिए हा तो फर्स्ट 10 इयर्स के अंदर माइंडसेट ये था कि इंटरनेट में सब कुछ फ्री ही होता है ला चाहे तुम मूवी देखो चाहे सोशल मीडिया करो चाहे गेम्स खेलो कुछ भी करो सब कुछ फ्री होता है उसके बाद में अपने कुछ कुछ ओटीटी प्लेटफॉर्म्स आए जिसके अंदर आई विल से हॉट स्टार हो गया उसके बाद में प्राइम हो गया उसके बाद में कुछ कुछ लोकल प्लेटफार्म जैसे ई चई वगैरह आए nf5 ने भी लंच किया तो यह काफी लोगों को इन्होंने एजुकेट किया कि यार तुमको अगर प्रीमियम कंटेंट चाहिए इंटरनेट के ऊपर तो पे करना पड़ेगा अदर वाइज तुम्हें लोकल देखना कंटेंट तोय पर जाकर देख सकते हो यूजीसी कंटेंट वहां पर तुम्हें अच्छा भी मिलेगा बुरा भी मिलेगा सब कुछ मिक्स मिलेगा तुम्हें डिसाइड करना है लेकिन तुमको अगर ऐसे मूवी क्वालिटी का कंटेंट देखना सीरियल क्वालिटी का कंटेंट देखना तो पे करना पड़ेगा तो इंडिया में 2023 तक आज 100 मिलियन से ज्यादा लोग ऑलरेडी प्रीमियम कंटेंट के लिए इंटरनेट पर पे कर रहे हैं म रेकरिंग कर रहे हैं कि नहीं उसमें रेकरिंग नहीं है हां तो ये रेकरिंग की स्टोरी बहुत ही अलग है रेकरिंग तो अभी लाइक इंडिया के अंदर इको सिस्टम ही पहली बार आया तो इंडिया के अंदर इंटरनेट के बाद में अभी कंटेंट के लिए लोगों ने पे करना स्टार्ट किया और वो भी वन टाइम ट्रांजैक्शन कर रहे थे उसके लिए भी पेमेंट इको सिस्टम एजिस्ट नहीं करता था जब यूपी आया देन पीपल स्टार्टेड यूजिंग अच्छा अब तो हम इंटरनेट पर ट्रांजेक्शन कर सकते हैं रिकरिंग आया था ट वाज 2022 तो बहुत ही नया है रिकरिंग इंडिया के अंदर 2022 में यूपीआई ने बोला कि यार अब मैं रिकरिंग वाला मेथड भी निकाल रहा हूं इंडिया के अंदर सोट य सबक वाली चीज सरवाइव कर सकती है और जब वो यूजर्स के पास गया तो यूजर्स को पता ही नहीं कि रिकरिंग होता क्या है लाइक बहुत सार यू डर गए होता क्या चीज है काटते रहेंगे हा उसके बाद एनपीसी ने भी काफी एजुकेट किया और य स प्लेटफॉर्म भी जो जितने भी ओटीटी प्लेटफॉर्म है और हम सब्सक्रिप्शन वाले प्लेटफॉर्म है वी स्टार्टेड एजुकेटिंग पीपल कि दिस समथिंग जिसकेलिए बारबार पे नहीं करना पड़ रहा वहां से अभी भी आई विल से काफी सारे लोग है जो एजुकेटेड नहीं है और आज काफी सारे लोग एजुकेटेड हो गए लेकिन स्टिल आई विल से की वी आर 60 7 पर देर लोग अभी भी बहुत स्केड रहते हैं एकदम पेमेंट करेंगे और उसके बाद तुरंत कैंसिल कर देंगे उनको ऐसा लगता है कि कुछ तो मेरी बैंड से कनेक्ट हो पता नहीं क्या कुछ तो हो जाएगा तो आज भी काफी लोग डरे हुए हमको पता है कि हमारा जो रिक पेमेंट लेते हैं उसम से कुछ 5 पर लोग विन मिनट कैंसल कर देते तुरत किया और चालू किया और खम वापस ंग पेमेंट भी कैंसल कर दे तो लोग अभी भी रे हुए और अगर तुम बाकी डेवलप कंट्री से कंपेयर करोगे तो यूएस मार्केट में ने का जो रिकरिंग पेमेंट आता हैट इ अराउंड 95 % नेक्स्ट म वापस दे देते हैं वो सर्विस प भी डिपेंड करता है spotify.com वो भी अभी 80 पर में पहुंचा अगर तुम भारत के डिस पकड़ोगे तो दिस नंबर इ अराउंड 70 पर के आसपास जो भी अच्छा है हा का जसे अगर ये था बलिक हमारे लिए 70 प्लस ही रहता है हमारा भी और हमारा भी अगर तुम भारत डिस की बात करते हो % प्स और अगर एवरेज वैसे बात करते हो इट इ अराउंड लाइक आई विल से 80 पर नाउ तो ये व द टाइम बढ़ता ही जा रहा है n के लिए और इंप्रूव हो गया होगा लेकिन इंडिया के लिए लोग एजुकेट होते जा रहे क्या यूज कर रहा हं अपने आप चलता जा रहा जिस दिन मेरे को मन करेगा उस कसल करसे इनका ब्लिंक ग का भी काफी इनका थोड़ा देखा थाने काफी था डप था पहले सा दिन में आई थ 30 40 पर कुछ था की कर देते कैंसल बहुत ज्यादा है बहुत ज्यादा है काफी पुराना डेटा है मगर प्रोडक्ट मैनेजर एली तो इंडिया के अंदर अभी लाइक आई विल से 2022 से स्टार्ट हुआ है य सबक जसे प्लेटम बनाने का कल्चर अब जाके जो जितने भी ओटीटी प्लेटफॉर्म जिन्होने 100 मिलियन यूजर्स को एजुकेट किया टू पे फॉर प्रीमियम कंटेंट न इंटरनेट अब वो उनको जाके रिकरिंग पेमेंट पर लेके आएंगे नाउ द यूजर स्टार्ट कंपाउंडिंग ऑन देर प्लेटफॉर्म वो 100 मिलियन 150 जाएगा 200 जाएगा 300 मिलियन जाएगा मेरा एमेशन ऐसा है कि नेक्स्ट तीन साल में जो ओटी प्लेटफॉर्म उनके ऊपर 300 मिलियन के आसपास प यूजर होने चाहिए लाक ट इ माय कंपाउंड होने वाला है एक बंदा करेगा दूसरे को मतलब पूरा सिस्टम लप हो पहले य मानो की 100 यूजर में से एक साल के बाद में 20 यूजर रुकते थे आज वो 20 यूजर नहीं रुकते आज वो 80 यूजर रुकते तो वो कंपाउंड काफी हैवी होने वाला है तो अभी जाके आई विल से जितने भी सब वा सर्विसेस बन इंडिया अभी आपका आगे का क्या प्लान है फॉरेन मार्केट या किस तरीके सेम तो अभी देखो मैं अभी का स्टेट बताता हूं व एस्ट इन सेन लैंग्वेजेस इन इंडिया हिंदी तमिल तेलगु मलयालम कन्नड़ कनाडा मराठी एंड बंगाली नाउ वी स्टार्टेड कवरिंग सम आउटसाइड मार्केट ल्स आउटसाइड इंडिया मार्केट ल्स पहला स्टेप है इंडियन डायस्पोरा को कवर करते देर मिलियन पीपल जो इंडिया के बाहर रहते हैं और उनको इंडियन लैंग्वेज में कंटेंट कंज्यूम करना है 40 मिलियन बहुत बड़ा नंबर है लाइक बहुत बड़ा है तो तो सबसे पहले इनको कवर कर रहे हैं उसके बाद में वी आर लंचिंग इंग्लिश लैंग्वेज आल्सो दैट वी विल टेक टू अदर कंट्रीज जो इंग्लिश का मार्केट है तो लाइक इन आवर जर्नी वी स्टार्टेड इन इंडिया मार्केट एंड नाउ वी आर एट द स्टेज जहां पर लाइक दिस इज ए ऑडियो टीटी प्लेटफॉर्म और इस तरह का प्लेटफॉर्म बाकी एजिस्ट नहीं करता है जैसे ऑडिबल ऑडिबल इज मो टेक्स्ट टू ऑडियो स्पॉटिफाई इ मो मोटा लाइक पॉडकास्ट प्लेटफॉर्म अभी उसने ऑडियो बुक्स ऐड की है हम ऑडियो फर्स्ट कंटेंट लाइक जो एकदम प्रॉपर ओटीटी वाला तुम्हें एक्सपीरियंस देते हैं जो एकदम प्रॉपर ऑडियो के फेक्ट के साथ में तुम कंटेंट बनाते हो तो वो पूरा का पूरा अभी ग्लोबली ही खाली है मार्केट तो वी कैन गो आउटसाइड आल्सो आउटसाइड इंडिया आल्सो और ये काफी बड़ी अपॉर्चुनिटी है ग्लोबली तो अभी हमारा प्लान यही है कि अभी इंडिया के अंदर सेवन लैंग्वेजेस स्टार्ट हो चुकी है इनको स्केल करना है और इंडियन डायस्पोरा कवर करना है उसके बाद वी विल कवर इंग्लिश वाला मार्केट अभी जैसे पॉकेट एफएम है वो बहुत अच्छा काम कर रहे हैं कहीं ना कहीं आई थिंक बहुत ही शायद कम सबसेट होगा वो इंटरसेक्ट करता था कुकू का और पॉकेट एफएम का यस तो पॉकेट ने एक्चुअली हमसे कुछ तीन चार महीने बाद चालू किया था कंपनी उन्होंने 2 22 के अंदर दे डिसाइडेड कि हमको इंडिया के बाहर भी जाना है तो दे डिड वेरी गुड जॉब इन एग्जीक्यूटिंग आउटसाइड इंडिया काफी अच्छा चल रहा है एंड इट इज जस्ट स्टार्ट यार हां तुम दिस इज द ग लाइक ग्लोबल अपॉर्चुनिटी मगर अच्छा है कि इंडिया से ब्रांड बाहर आ रहे हैं यस यस अब तो काफी सारे आ रहे हैं लाइक इंडिया के अंदर जैसे लास्ट 20 इयर्स में सास कंपनीज ने जो किया कि यार इंडिया से बनाओ और बाहर बेचो सेम थिंग विल हैपन इन कांटन स्पेस नाउ यस इट इज द मैन्युफैक्चरिंग के अलावा बाकी चीज हम कवर मतलब जीत सकते हैं मैन्युफैक्चरिंग भी बहुत अच्छा चल रहा है आई विल से इंडिया इज द लाक नेक्स्ट 10 यर्स उतना नहीं है जितना चाइना लाइक चाइना जितना नहीं है लेकिन जो ग्रोथ हो रही है इन एवरी सेक्टर इ माइंड ब्लोइंग लाइक बहुत कहीं बोलते है ना कि जैसे एक हम ट्रांजिस्टर नहीं बना पाते इंडिया में तो कहीं लोगों का हां वो देखो जब स्टार्ट करते हो जब अपन इंटरनेट भी जब स्टार्ट कर रहे थे तब भी यही प्रॉब्लम था कि यार यहां पर किसी को आता नहीं है लैपटॉप कहां से आएंगे लाक और वो भी जब j आया और सबको जब इंटरनेट नड कर क्याय तो बहुत इजी प्रॉब्लम है वी आर लाक सबसे सस्ता इंटरनेट वाला प्रॉब्लम एंड सेम थिंग विल हैपन इन एवरी इंडस्ट्री इन मनुफक्चरर्स हो चाहे कार वाली बाकी कंपनी हो कोई भी चाहे हार्डवेयर वा कोई भी कंपनी उठालो सब लोग इंडिया की तरफ देख रहे हैं और मोस्ट ऑफ देम स्टार्टेड ऑलरेडी दे इन इंडिया तो आई थ नेक्स्ट 10 ईयर के अंदर इंडिया की एकदम शकल चेंज होने वाली है और सबसे बड़ा चेंज जो मेरे को दिख रहा वो दिख रहा है क्या लोगों का पे कैपेसिटी बढ़ेगा इंटरनेट की कंपनी है वो इंडिया में काफी अच्छा कर रही है बड़ी भी है लेकिन व मास में जॉब क्रिएट नहीं कर सकती लाक वो एक लिमिट है उनका जॉब क्रिएट करने का आज हमारी कंपनी के अंदर भी लाइक अराउंड 200 के पास छोटे छोटे ला टीम्स के अंदर ही तुम काम करते हो लेकिन जब तु मैन्युफैक्चरिंग कंपनी जब ग्रो करने लग जाते तो दे कट लाक जॉब इन मासे लाक मास जब और वहीं से तुम्हारे पेइंग कैपेसिटी बढ़ती है देन यू स्टार्ट यूजिंग ल दिस लाइक प्लेटफॉर्म तुम ह चीज के लिए पे करना स्टार्ट कर देते हो तो वो सबसे बड़ा चेंज आने वाला है इंडिया के अंदर धीरे धीरे धीरे धीरे और वो अपनी आंखों के सामने ही होने वाला है ट्स वई सारे इं बाहर के इन्वेस्टर इंडिया के अंदर डबल डाउन कर रहे हैं कि यार दिस इज द इकोनॉमी जो डिकेड के अंदर डोमिनेट करने वाला है ओके नेक्स्ट मेरा सवाल य है कि जैसे आपने जब टॉपर में आपने किया था ओबवियसली आपकी लर्निंग बड़ी तो उस टाम आप देख सकते थे अपना लाइक कि आप क्या गलती कर रहे थे जब इजी प्रेप बन रहा था और वैसे ही अभी आप देख सकते हो कि टॉपर जो है वो गलती क्या कर रहा था तो अभी जैसे आप जर्नी में काफी आ गए तो आपको क्या लगता है गगल क्या गलती कर रहे है क्या गलती कर रहा है यह बताना मुश्किल है लेकिन एट दिस स्टेज और आफ्टर लाक सींग ल द साइकल्स इन द मार्केट हमको य पता है कि क्या गलतिया नहीं करनी चाहिए एक तो सबसे ब बड़ा लर्निंग तो गिवन द मार्केट सिचुएशन और जैसे लोग सस्टेनेबिलिटी की तरफ भाग रहे हैं तो रिलाइज कर रहे हैं कि यार हम काफी बार और एस्टीमेट करके अपनी प्लानिंग कर लेते हैं और उसके हिसाब से एग्जीक्यूशन करते तो वहां बहुत सारी गलतिया कर लेते हैं वो ग्रोथ का पेडल दबाना हो गया चाहे और हायरिंग हो बाद में ले ऑफ कर रहे हो या यूजर का एक्सपीरियंस खराब करना हो गया जिसमें तुम बाद में लाइन भी क्रॉस कर जाते हो कि यार ये करना यह भी कर लेते हैं क्योंकि हमको तो टारगेट अचीव करने है इसके अलावा इंडिया के अंदर वन ऑफ द बड़ा चैनल जो है कि यार ग्रोथ कैसे करे व हर कोई फिगर आउट कर रहा है हर कंपनी फिगर आउट कर रही है मोस्ट ऑफ द कंपनी आर डिपेंड एंड फस तो आई विल से की ग्रोथ चैनल फिगर आउट कर रहे हो उसम लवेज इनोवेशन करते ही रहो और तुम्हारे पास लवेज कुछ ना कुछ होना चाहिए जहां पर तुम ग ए फस के अलावा तुम यूजर कर पा रहे हो क्योंकि ग फस वाला तुम स्टार्ट करने के लिए काफी अच्छा है लेकिन वो तुम कभी सने नहीं हो सकते उसके ऊपर उनको पता रहता है कि तुम इतना खर्च कर रहे हो इतना कमा रहे हो इतना बच वो करता रहेगा तो तुमको लाक लवेज वहा पर इनोवेशन तो चाहिए चाहिए ये दो चीज मेरे को नहीं पता कि हा क्या गलत कर रहे हो वो वाला तो मैं नहीं बता सकता अभी आपकी फेवरेट बुक्स क्या है यूजर ता कर तीन या चार अपनी फेवरेट बुक्स आप बताओ मेरी फेवरेट बुक्स तो मैं काफी काफी बु पढ़ता हूं लाइक मैंने कॉलेज से ही स्टार्ट किया था जब बायोग्राफी पढ़ना स्टार्ट किया था उसके बाद में आ स्टार्टेड रीडिंग ए लट और ववर द टाइम मेरी बुक्स चेंज होती गई है फेवरेट की लिस्ट में भी अगर आज मैं बुक्स बताऊंगा तो आई विल से टॉप जो लिस्ट करूंगा दैट इज नासी तालेब की बुक्स है चार बुक्स है उसकी एंटी फ्रेजल ब्लैक स्वान और एक फूल्ड बाय रेंडम नेस तो ये सारी बुक्स ही काफी अच्छी है तो एक अभी मैंने यह पढ़ा एक अल्केमी बुक है रोरी सलैंड की वो काफी अच्छी बुक है एडवर्टाइजमेंट की यस व आई विल से वो एडवर्टाइजमेंट की नहीं है लेकिन कास बुक या दिस इज द बुकस आई विल हाईली रिकमेंड इसके अंदर सबसे बड़ा अगर मैं समरा करूंगा तो यार अपना एजुकेशन सिस्टम अपन जिस तरीके से तैयार करता है ना ट इ क्या तुम प्रॉब्लम कैसे सोलो करोगे कैसे लॉजिकली सोचोगे कैसे रेशनल चीज करोगे लेकिन देर इज बिगर वर्ल्ड जो इरेशनल है और हम डे टू डे लाइफ वही जीते हैं उसके लिए अपने एजुकेशन सिस्टम तैयार नहीं किया है और उसमें कैसे लाइक तुम्हारा थिंकिंग कैसा होना चाहिए और कैसे क्रिएटिविटी के थ्रू प्रॉब्लम सॉल्व कर सकते हो कैसे तुम तो काफी हेल्पफुल बुक है जो कि तुम्हें डिसीजन मेकिंग में भी काफी इजी रहेगा इसकी कु चीज अच्छी ये लगी थी इसमें लाइन थी क्या था कि ऑपोजिट ऑफ अ गुड आइडिया कैन आल्सो बी अ गुड आइडिया गुड आईडिया यस यस तो ये ऐसा नहीं है कि हमारी बाइनरी थिंकिंग है ना ये ऑन है तो दूसरा ऑफ ही होगा वैसे गुड आइडिया कैन बी अ गुड आइडिया तो वो है अच्छा यार नहीं नहीं अच्छा ये कुछ और भी है सिर्फ वन डायमेंशन नहीं है ये यस इसके अलावा मेरे को एक बुक है द मेटिंग माइंड में राइटर का नाम भूल गया वो भी काफी अच्छी लगी जो कि तो मेरे को इवोल्यूशन के ऊपर बुक पढा काफी अच्छा लगता है य इसका थ डिफरेंट कांसेप्ट तो आई विल रिकमेंड दिस बुक एकदम ही एकदम माइंड ओपन हो जाएगा कि वा ऐसे भी सोच सकते हो दिस ल् क्लोज रिलेटेड टू दिस बुक जो अकेमी है ना यू विल यह खुद भी रिकमेंड करता है इसी बुक के अंदर द मेटिंग माइंड मैंने इसी से निकाल के बुक पढ़ी थी तो जो अपने क्रिएटिविटी होती है हम कैसे लाइक चीजों को जज करते हैं कैसे लाक अपना माइंड काम करता है और कैसे अपनी ये पूरी आर्ट आई है अपने डे टू डे लाइफ में क्योंकि आर्ट के अंदर लॉजिक नहीं होता लेकिन फिर भी अपन इतना अप्रिशिएट करते हैं उस चीज को तो वो वाला काफी अच्छा एंगल है और वो इवोल्यूशन भी अपना ऐसा ही हुआ तो वो तुम बहुत स्ट्रंग कनेक्ट कर पाते हो कोई ऐसा पीस ऑफ कंटेंट जो आप क्रिएट करना चाहो इंडिया के लिए कि यार ये मेरे को कहानी बताना चाह रहा हूं मैं पीस ऑफ कंटेंट ये कहानी हम बताए कु एफएम का नहीं लेकिन मेरा एक अलग ड्रीम टाइप का गोल टाइप का है कि यार इंडिया कंटेंट फैक्ट्री बन सकता है कंटेंट का सुपर पावर हाउस बन सकता है तो मेरे को काफी लाक डॉट कनेक्ट हो र कि इंडिया विल बी द कंट्री जहां पर जहां से कंटेंट बनेगा दिस विल बी द पावर हाउस फॉर ग्लोबल और यहां से काफी अच्छे कंटेंट निकलेंगे जो ग्लोबली बहुत फेमस होने वाले हैं और यह प्ले बुक मेरे को धीरे धीरे बनती हुई दिख भी रही है और लाक आई विल से अभी ग्लोबली अगर कोई अच्छा कर रहा है वो है कोरिया कोरिया इज द कंट्री जहां पर अगर तुम जाओगे तो पता चलेगा कि यार जैसे फैक्ट्री में बाकी की चीज बनती है वैसे कंटेंट भी उस स्टाइल में बनता है वेरी इनोवेटिव लाक उन्होने व प्ले बुक फिगर आउट की है क्या इंटरनेट प कौन सा कंटेंट चलता है उसके लिए दे क्रिएटेडटेड बनता है फिर उनका कॉमिक्स बनता है फिर एनिमेज बनता है फिर सीरियल्स देखते है व काफी ग्लोबली कंज्यूम होता है व काइंड ऑफ सेम प्ले बुक इंडिया के अंदर मेरे को बनती हुई दिख रही है और मेरा वो ड्रीम भी वही है कि या नेक्स्ट 10 ईयर में इंडिया को लेट्स मेक द कंटेंट पावर हाउस जहां से इतना तगड़ा कंटेंट निकलेगा कि ग्लोबली लाइक पीपल विल लुक आफ्टर कि यार हा य कंटेंट य से एनी लास्ट एडवाइस फॉर यंगस्टर जो आपकी तरह बंना जा रहा है क्योंकि आपकी बहुत अच्छी स्टोरी है गांव से आप आए और यह सारी चीजें इसका मतलब कहीं ना क ड्रीम इंडिया कर रहा है तो उनके लिए क्या एडवाइस दोगे जो कहीं मान लीजिए गांव में बैठ के सुन र आपको मैंने लाक दो चीज ब्जर्व कि है जो लाक मोस्टली अने इंडिया के अंदर जो स्पेसिफिक प्रॉब्लम है जिससे लोग रुक जाते हैं लाइफ में किसी भी एरिया के अंदर आगे बढ़ने में एक है डिसीजन टेकिंग लोग शुरुआत में नहीं सीखते किया खुद को डिसीजन लेना ला वो सम बाद डिपेंडेंट हो जाते है क्या मेरा कोई हेल्प कर दो य डिसीजन लेने में वो जितना जल्दी तुम खुद का कंट्रोल ले लोगे ना क्या मैं मेरा डिसीजन लूगा चाहे गलत हो चाहे सही हो आई विल टेक द रिस्प यह तुमको एक सुपर पावर देता है और यह तुम्हारे पास जब आती है तभी तुम्ह पता चलता है या कितनी बड़ी सुपर पावर तु एकदम फेयरलेस बना देता है और मैं हाली और तुम्ह पता भी नहीं चलता कि तुम उस ट्रैप में फसे हुए हो ला और अपना फैमिली स्ट्रक्चर भी वैसा ही है तुम स्कूल्स में चले जाते हो कॉलेज में चले जाते हो तो वहां पर भी वैसा स्ट्रक्चर है सम हाउ इवन यू स्टार्ट डूइंग जॉब वहां पर भी व स्ट्रक्चर है तो कभी वो तुम्ह पता भी नहीं चलेगा कि य लेकिंग वो तुम्हारे अंदर है नहीं और वो इतनी बड़ी सुपर पावर है कि ला तुम्हारी स्टार्टअप शुरू करने की बात नहीं कर रहा हर लाइफ के एरिया की बात कर रहा जहा पर तुम नेक्स्ट लेवल काम कर सकते हो बाद में दूसरा आई विल से जो यंगेस्ट स्कूल या कॉलेज में उसके लिए आ क्रीज एक्सपोजर मैंने जैसे कॉलेज के बाद में एजुकेशन में चालू की मे आज लगता क्या मेरे हिब से इतनी और बड़ी बड़ी प्रॉब्लम करते लाक रियल दुनिया बाहर है कुछ और ही कर रहे थे एक्सपोजर लाइक वो भी तुम्ह कसली बढ़ना पड़ेगा तुम्ह पता ही नहीं चलेगा लाक तुम क्लास के टॉपर हो तो तुम और ऐ लगेगा मैं तो सब कुछ कर रहा हू मेरे तो सब कुछ पता है दुनिया को कंट्रोल कर सकता हूं लेकिन जो रियलिटी है वो काफी डिफरेंट हैन आवर एजुकेशन सिस्टम तो और वो उसका कोई सीखने का अलग तरीका लाइक ऐसे कुछ सिमेटिक है नहीं तुम बुक्स पढ़ सकते हो थोड़ा बहुत पता लग जाएगा लेकिन रियल एजुकेशन जब तुम एक्चुअली एक्सपीरियंस करोगे बाहर जाके तो ही पता चलेगा एक्सपोजर होगे तभी पता चलेगा जा तो ये दो चीज है मेरे हिसाब से जो मैं ऐड करूंगा एक तो खुद के डिसीजन लाइक और बहुत ही लाइक आई विल से इट इ इतनी छोटी बात लगती है ऐसा लगता है मैं तो लेता हूं मेरे डे टू डे में लेकिन नहीं लाक जो डिसीजन आई विल से जहां पर तुम्हारी लाइफ का डायरेक्शन चेंज होने वाला वो डिसीजन है ना वो लेके दिखाओ वहां पे पता चलता है कि तुम्हारे पास पावर है या नहीं है अदर वाइज अकाउंटेबिलिटी लो अपने काम की मेरे को कब उठना है कब सोना है कब नाना है खाना है वो डिसीजन तो चलो लेही लोगे उद की बात नहीं कर रहा मैं वहां पे जहां पे लाइक मोस्ट चैलेंजिंग पार्ट आता है वो तुम ले पा रहे हो और उसका तुम रिस्पांसिबिलिटी भी ले पा रहे हो क्या हां कुछ होगा तो मैं हूं और हो क्या हो गया लाइक इट्स द पार्ट ऑफ लाइफ और दूसरा एक्सपोजर एक्सपोजर भी लगता है क्या मेरे को तो सब पता है मैं तो आजकल घूमता भी हूं ये भी कता लेकिन रियल लाइफ कैसे चलती है अपने पेरेंट्स और एजुकेशन सिस्टम काफी प्रोटेक्ट कर लेता वो दिखाता नहीं है कि रियल लाइफ कैसे चलती है तो मोटा मोटा किताबी ज्ञान बुक्स वाली चीजें इससे रा थोड़ा लॉजिकली स्मार्ट बन जाओगे लेकिन रियल डे टू डे लाइफ में प्रॉब्लम्स क्या आती है और उसके सोल्यूशन क्या होते हैं वो बहुत अलग है तो काफी सब्जेक्टिविटी होती है उसम तुम मैथ का फार्मूला सास के रूल्स नहीं लगा सकते नहीं लगा सटट नहीं हैन दोनों का कंबाइन होके तुम्हारे अंदर एक गट फील लेने का व पावर आ जाता है ला तुम्हारा इंस्टिट बोलने लगता है और य है यस यह है और तुम उसको ना जब यूज करने लग जाते हो उसी की सुनने लग जाते हो ना बहुत ब गलत होगा बहुत सही होगा लेकिन ववर द टाइम तुम उसकी सही होने की बिलिटी बढ़ती ही जाएगी और वो इतनी पावरफुल चीज है ना इतनी पावरफुल चीज है ना लाक आंखों के सामने स्कन हो जाती है चीज कि यार ये बुलशिट है ये सही है लाक और लोग लोगों को देखकर लोग लॉजिक में ज्यादा घुसे रहते हैं ला वो इंस्टिंक्ट को कम यूज करते हैं व भी एक बड़ी स् है इसके ऊपर एक बुक भी है ब्लिंक करके मैलकम ग्लैडवे ने लिखी है कि आप कई बार क्या करते हो एक स्नैप जजमेंट होती है कि मैं कुछ देख रहा हूं मैंने कुछ देखा मुझे पहले पता चल गया कुछ गलत था लॉजिकली बाद में अभी आया नहीं मेरे दिमाग में हां लॉजिक तो बाद में आर्टिकुलेट करता है तुम्हारी फीलिंग को हां फर्स्ट इ लाइक समथिंग हैपेंड तो उसमें स्टैचू का एग्जांपल लेते हैं कोई बहुत महंगा बिकना था स्टैचू तो उसमें क्या किया कि काफी लोग टेस्ट वगैरह करवाए लेकिन एक जो मेन था ना जिसको इतने साल का एक्सपीरियंस है उसको लगा यार कुछ गलत है कुछ गलत है और वो पास हो रहे हैं सारे के सारे टेस्ट लेकिन इवेंचर जजमेंट वो जैसे आप बोल रहे इंटूटिव नेस बिल्ड हो जाती है कि दिख जाता है यस यस तो वो उसके केस में था बहुत पावरफुल चीज होती है ओके थैंक यू सो मच विशू पॉडकास्ट में आने के लिए और कुक एफएम को बहुत बहुत बहुत हमारी तरफ से उम्मीद है कि आप इंडिया का नाम और बड़ा करोगे फॉरेन की मार्केट जो है वो कैप्चर करोगे और वहां का पैसा जो है वो इंडिया में भी आएगा यस माय ड्रीम इज टू मेक इंडिया कंटेंट पावर आउस ऑल द बेस्ट थैंक यू सो मच थक य थैंक यू फॉर इनवाइटिंग मी मजा आया थैंक यू फॉर कमिंग थैंक य तो आई होप इस पॉडकास्ट से हमने बहुत कुछ सीखा होगा कि किस तरीके से बिसु बहुत हंबल बिगिनिंग से उन्होंने स्टार्ट किया और किस तरीके से आज वह 1500 करोड़ की कंपनी चला रहे हैं आई होप हमें से जितने भी लोग इस पॉडकास्ट को सुन रहे हैं वह सारे के सारे इनकी तरह सक्सेसफुल हो जय हिंद