लेक्चर नोट्स: प्राचीन भारत का इतिहास और उसके स्रोत्र
परिचय
- लेक्चर का उद्देश्य: प्राचीन भारत के इतिहास और उसके स्रोतों की चर्चा
- कक्षा की शुरुआत: तकनीकी समस्याओं के समाधान के बाद
- नोट्स: इंग्लिश और हिंदी दोनों में उपलब्ध
इतिहास के कालखंड
भारत में नगरीकरण
- प्रथम नगरीकरण: सिंधु घाटी सभ्यता
- द्वितीय नगरीकरण: महाजनपद काल (छठी सदी ईसा पूर्व)
सिक्कों का इतिहास
- पंचमार्क्ड सिक्के (आहत सिक्का): पंचिंग प्रक्रिया, व्यापारिक लेन-देन में उपयोग
- पहली बार पांचवी सदी ईसा पूर्व में देखने को मिले
स्रोतों का विभाजन
- साहित्यिक स्रोत:
- वैदिक साहित्य
- उपनिषद, पुराण आदि
- पुरातात्विक स्रोत:
- अभिलेख (इपिग्राफी)
- सिक्के (न्यूमिसमैटिक्स)
विदेशी यात्रियों के विवरण
- यूनानी और रोमन: मेगास्थनीज, डमाइकस, डायनोसियस
- चीनी: फाह्यान, ह्वेनसांग, इत्सिंग
चर्चा और निष्कर्ष
- ऐतिहासिक तथ्यों के साक्ष्य और उनकी प्रामाणिकता
- विभिन्न कालखंडों में विदेशी विवरण की भूमिका
सलाह और आगे की योजना
- सिलेबस का विश्लेषण और तैयारी के तरीके
- प्राचीन इतिहास के गहन अध्ययन की आवश्यकता
नोट: आगे की कक्षाओं में मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास की चर्चा होगी। अधिक जानकारी के लिए टेलीग्राम ग्रुप पर जुड़ें।